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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं कर रहीं हॉटस्पॉट में हर घर का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 4 अप्रैल। कोरोना का चिन्हांकन जल्द से जल्द होने से ही इसकी गंभीरता से बचा सकता है। लोग कोविड के लक्षण सामने आने पर आगे आकर चेक कराएं इसके लिए प्रशासन ने लोगों से लगातार अपील की है। इसके नतीजे मिल रहे हैं। लोग सैंपल देने आगे आ रहे हैं। जिले में हर दिन साढ़े तीन हजार से अधिक सैं ल एकत्रित किए जा रहे हैं। अप्रैल के हले दो दिनों में साढ़े सात हजार सैंपल एकत्रित किये गए हैं।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने हाटस्पाट एरिया में विशेष रूप से सघन जाँच अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के फैलने की आशंका को देखते हुए हाटस् पॉट वाले क्षेत्रों में सभी स्ट्रीट वेंडर का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया ताकि पाजिटिव आने पर इन्हें आईसोलेट किया जा सके। इसके अलावा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों के माध्यम से हर दिन हाटस्पाट क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। कोरोना का प्रसार ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखते हुए यहाँ भी हाटस्पाट वाले क्षेत्रों को लाकडाउन किया जा रहा है तथा प्राइमरी कांटैक्ट वाले एवं लक्षणों वाले सभी मरीजों की जाँच की जा रही है। सैंपल इक_ा करने में कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा प्राइमरी कांटैक्ट की सैं लिंग कराई जा सके। इसके लिए मरीजों की केस हिस्ट्री के मुताबिक प्राइमरी कांटैक्ट खंगाले जाकर टेस्टिंग कराई जा रही है। चूंकि यह देखा जा रहा है कि पॉजिटिव मरीजों के रिवार वाले भी तेजी से कोविड से संक्रमित हो रहे हैं अतएव रिवारजनों की भी सैं लिंग कराई जा रही है।
कलेक्टर ने सभी नगर निगम आयुक्त एवं एसडीएम को निर्देशित किया है कि टेस्टिंग सेंटर की व्यवस्थाओं पर नजर रखें। यहाँ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चत हो और एक ही दिन में ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग सुनिश्चित हो सके। टेस्टिंग के पश्चात पॉजिटिव आने पर कांटैक्ट ट्रेसिंग की कार्रवाई की जाती है। कांटेक्ट ट्रैसिंग होने के पश्चात मरीज की स्थिति के मुताबिक चिकित्सकीय सलाह अनुरू होम आईसोलेशन अथवा हास्पिटलाइजेशन पर निर्णय लिया जाता है। ट्रेस होते ही होम आईसोलेशन की अनुशंसा होने पर मरीज को दवा की किट उपलब्ध कराई जाती है। घर में आइसोलेशन का पोस्टर चिपकाया जा रहा है और कंट्रोल रूम से पूरे समय इन मरीजों की तबियत की मानिटरिंग की जा रही है।
कलेक्टर ने की अपील, लक्षण नजर आने पर तुरंत कराएं जाँच
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नागरिकों से अपील की है कि कोरोना के लक्षण दिखने पर जितनी जल्दी टेस्टिंग कराएंगे, इससे लडऩा उतनी ही आसान हो जाएगा। टेस्टिंग कराने में किये जाने वाले विलंब से दिक्कत पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को टेस्टिंग के श्चात होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। वे अ ने घरों में ूरी तरह से आईसोलेट हों क्योंकि यह देखा गया है कि रिवार के अन्य लोग भी तेजी से कोविड का शिकार हो रहे हैं। इसके लिए दूरी बनाना बेहद आवश्यक है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 4 अप्रैल। प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दुर्ग सर्किट हाउस में जिला कलेक्टर, आयुक्त हरेश मंडावी सहित अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर दुर्ग शहर में कोरोना संक्रमण एवं वैक्सीनेशन की स्थिति पर चर्चा कर जानकारी लिए । इस दौरान पीएचई मंत्री गुरुरुद्र कुमार, विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, आयुक्त हरेश मंडावी एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।
इस अवसर पर विधायक श्री वोरा एवं महापौर बाकल वाल ने स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को दुर्ग में रैपीट, एनटीजन, कोरोना जांच रिर्पोट तो तत्काल मिल जा रहा है रन्तु आरटी पीसीआर की रिर्पोट देरी से आने के कारण स्थिति नियंत्रण में नहीं हो पा रहा है। कोरोना संक्रमण जांच केन्द्र की संख्या बढ़ाया जाए। उन्होनें स्थिति को देखते हुये अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने का भी अनुरोध किए। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण और वेक्सनीनेशन की समीक्षा की जा रही है जहॉ जो कमी लग रही है उसकी आ ूर्ति की जा रही है। फिर भी यह बात सभी को समझना है कि कोरोना संक्रमण एक एैसा वायरस है जो तेजी से फैलता है । सभी को वैक्सीनेशन कराना है वेक्सनीनेशन के 70 दिनों बाद इम्यूनिटी आ जाती है, जिससे खतरा कम हो जाता है । संक्रमण न बढ़े इसके लिए हम सभी को एहतियात बरतना आवश्यक है, दूरी बनाकर रखेंए मास्क लगायें और सोशल डिस्टेंस का ालन अवश्य करें ।
रजिस्ट्रेशन के बावजूद नहीं पहुंचा टीका
भिलाई नगर, 4 अप्रैल। रामनगर स्थित स्पर्श हास्पिटल में आज सुबह पहले से रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद बुक किये टाइम स्लॉट पर कोरोना टीका लगवाने पहुँचे कई बुजुर्गों को काफी इंतजार के बाद बगैर वैक्सीन लगवाए ही घर लौटना पड़ा।
टीका लगाने पहुंचे हाउसिंग बोर्ड निवासी दिनेश पुरवार सहित अनेक बुजुर्गों ने बताया कि अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि इस अस्पताल में टीका खत्म हो गया है और सरकार ने अभी तक नही भेजा है। जब टीका आएगा तब लगाएंगे, ऐसा कह कर उन्हें वापस कर दिया गया। बुजुर्गों को हास्पिटल स्टाफ ने बताया कि वो फ़ोन करके पता करते रहें।
ख्याति पाने टोकन में नाम एवं मोबाइल नंबर किया अंकित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 3 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ केंद्र सरकार के विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण महा अभियान का श्रेय महज आगामी निगम चुनाव में लेने के लिए हुडको में पूर्व पार्षद द्वारा वितरित टोकन में स्वयं का नाम एवं मोबाइल नंबर अंकित करके प्रचार-प्रसार का मामला सामने आया है। इस कार्य को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ठाकुर के द्वारा गलत बताया गया है। उन्होंने कहा कि इस जनहित के कार्य में स्वार्थवश ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में केंद्र सरकार के निर्देशन में पूरे देश की राज्य सरकारों के द्वारा जन जन को कोरोना महामारी सुरक्षित एवं बचाओ के लिए टीकाकरण के इस महाअभियान को संचालित किया जा रहा है। जिसके कारण अब तक देश में 6 करोड़ से ज्यादा नागरिकों के द्वारा टीका लगवा कर कोरोनावायरस के खिलाफ इस जंग में स्वयं को शामिल किया गया है। भिलाई नगर निगम क्षेत्र में भी प्रत्येक वार्ड शिविर लगाकर नागरिकों को तीसरे चरण के टीकाकरण कार्यक्रम के तहत वैक्सीन लगवाया जा रहा है।
इस महाअभियान में जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों में पूर्व पार्षद व स्थानीय विधायक सहयोग कर रहे हैं परंतु हुडको के सियान सदन में जारी शिविर में पूर्व पार्षद सीजू एंथोनी के द्वारा आगामी निगम चुनाव को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण शिविर में पंजीयन के पश्चात नागरिकों को टोकन दिया जा रहा है। इस टोकन के अनुसार ही क्रमबद्ध होकर नागरिकों के द्वारा वैक्सीन लगवाया जा रहा है।
बताया जाता है कि वितरित किए गए टोकन में पूर्व पार्षद के द्वारा स्वयं का नाम एवं मोबाइल नंबर अंकित किया गया है। ख्याति प्राप्त करने की लालसा में पूर्व पार्षद के द्वारा यह कृत्य किया जा रहा है। वह स्वयं के नाम को एवं नंबर को प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के संयुक्त कार्यक्रम इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर ने कहा है कि शिविर में स्वयं को प्रचारित एवं प्रसारित किए जाने का कार्य पूर्णत: गलत है यह केंद्र एवं राज्य सरकार का महा अभियान है। इस महा अभियान में लोगों को सुरक्षित करने में सहयोग करना चाहिए ना कि स्वार्थ के लिए स्वयं को प्रचारित एवं प्रसारित किया जाना चाहिए।
कोरोना की भयावहता जांचने स्वास्थ्य विभाग की केन्द्रीय टीम पहुंची
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अप्रैल। दुर्ग जिले में कोरोना की भयावहता जांचने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की केन्द्रीय टीम पहुंची। टीम के सदस्य सबसे पहले सीएमएचओ दफ्तर में कोरोना नियंत्रण से जुड़े सभी अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें पावर पाइंट प्रजेन्टेंशन के जरिए सदस्यों को कोरोना की वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराया गया।
केन्द्रीय टीम का नेतृत्व डॉ. एस.के. जैन (एडिशनल डायरेक्टर एंड एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ एपीडेमियोलॉजी नई दिल्ली) ने किया। उन्होंने कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने तथा कंटेनमेंट जोन में पाबंदी सख्त करने जोर दिया। इसके अलावा प्रायमरी कॉन्टेक्ट वालों का फालोअप करते रहने कहा। सेन्ट्रल की स्वास्थ्य टीम सीएमएचओ दफ्तर में बैठक लेने के बाद श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज स्थित कोविड सेंटर पहुंची, जहां उन्होंने डॉ. बसंत चौरसिया से मरीजों के इलाज संबंधी चर्चा की। इसके अलावा ग्रीनवैली जुनवानी व चौहान टाउन स्थित कंटेनमेंट जोन का भी निरीक्षण किया। इस दौरान जिला सर्विलेंस ऑफिसर डॉ. अर्चना चौहान, डॉ. सतीश मेश्राम व एपीडेमियोलॉजिस्ट रितिका सोनवानी मौजूद थे।
केन्द्रीय टीम में डॉ. एस.के. जैन एडिशनल डायरेक्टर एंड एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ एपीडेमियोलॉजी नई दिल्ली, डॉ. अमित बारिक माइक्रोबायोलॉजिस्ट कोलकाता व डॉ. संदीप एनसीडीसी दिल्ली शामिल थे। इसके अलावा स्टेट टीम में डॉ. सजल डे एम्स रायपुर, डॉ. नरेन्द्र सिन्हा एनएचएम रायपुर व दिनेश साहू आईडीएसपी स्टेट भी केन्द्रीय टीम के साथ मौजूद थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को कराया अवगत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अप्रैल। छत्तीसगढ़, विशेष रूप से दुर्ग जिले में कोरोना की दूसरी लहर भयावह रूप से आई है। एक मार्च को जहां मात्र 47 केस दर्ज किए गए थे और एक भी मौत नहीं हुई थी। वहीं 31 मार्च आते-आते प्रतिदिन हजार से ज्यादा केस दर्ज किए जा रहे हैं और मौतों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।
साथ ही कोरोना के मरीजों को कोई भी सुविधा या उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। सारे अस्पताल भरे हुए हैं और नए मरीजों को भर्ती के लिए कोई भी जगह खाली नहीं है। सभी परिस्थितियों को देखते हुए राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से बात की तथा उन्हें सभी परिस्थितियों से अवगत कराते हुए कोरोना संकट के गंभीरता के बारे में जानकारी दी।
केंद्रीय मंत्री ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए तुरंत केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को राज्य के समकक्षों से बात कर पूरी स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी लेने को कहा। साथ ही उन्होंने सुश्री पांडेय को यह आश्वासन दिया कि इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्र राज्य को हर संभव सहायता तुरंत प्रदान करने को तैयार है, फिर चाहे वह अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने को लेकर हो या टेस्टिंग तथा वेक्सिनेशन की गति बढ़ाने को लेकर। साथ ही मरीजों का सम्पूर्ण इलाज हो सके तथा चिकित्सा तंत्र अपनी पूरी क्षमता से काम कर सके, आवश्यकता पडऩे पर विशेष मेडिकल टीम भेजने की भी बात कही।
सुश्री पांडेय ने भी दुर्ग की भयावह स्थिति को लेकर चिंता जताई तथा कोरोना से हो रहे मौतों पर दु:ख जताया। उन्होंने कहा कि यह मौतें रोकी जा सकती थी अगर राज्य सरकार ने स्थिति के बिगडऩे का अंदाजा पहले लगा लिया होता, लेकिन अब भी वक्त है कि आगे आने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
राज्य सरकार को इस मामले में केंद्र से सहायता लेनी चाहिए क्योंकि केंद्र का अनुभव ऐसे मामलों से निपटने में काफी बेहतर है। यहां दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनता की सेहत और उसकी प्राणों की रक्षा करने का अपना राजधर्म निभाना चाहिए।
दुर्ग, 3 अप्रैल। शहर में कोविड 19 के संक्रमण के नियंत्रण हेतु आयुक्त हरेश मंडावी द्वारा 3 अप्रैल से आगामी आदेश तक शनिचरी बाजार को बंद रखे जाने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी बाजार क्षेत्र में दुकानदारों को सूचना प्रसारित किया गया है। अत: शनिचरी बाजार क्षेत्र में ठेला गुमटी, पसरा कोई भी व्यक्ति न लगाएं, उनके लिए पूर्व की भांति अलग से व्यवस्था की जा रही है। दुकान खोलने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वैसे शनिचरी सब्जी बाजार को पुरानी गंज मंडी में लगवाया जाएगा। इसी प्रकार इंदिरा मार्केट स्थित मटन मछली मार्केट को बंद कर उतई रोड में जिला जेल के पास शिफ्ट किया जा रहा है। आयुक्त श्री मंडावी ने बताया कि शासन और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन आम जनता और दुकानदार नहीं कर रहे हैं। वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ गयी है।
इसे देखते हुए बाजार क्षेत्र को सील कर दिया गया है। सूचना व निर्देश के बाद भी किसी के द्वारा दुकान खोले जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमधा, 3 अप्रैल। जैसे-जैसे भीषण गर्मी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे नगर में पेयजल की समस्या भी देखने को मिल रही है। पेयजल समस्या को लेकर वार्डवासियों ने धमधा नगर पंचायत के सीएमओ को ज्ञापन सौंपा और सात दिनों में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
वार्डवासियों ने नगर पंचायत के सीएमओ को ज्ञापन देकर कहा है कि वार्ड नंबर 12 व 13 में पेयजल की काफी समस्या है, जिससे पूरे वार्ड में नागरिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वार्डवासियों का यह भी कहना है कि जहां नल व पाइप लाइन है, वहां जल संरक्षण के लिए टोटी भी नहीं लगाया गया, जिससे पानी का दुरुपयोग हो रहा है। वार्ड 12, वार्ड 13 की ही नहीं पूरे नगर का यही हाल है, जिस प्रकार तेजी से गर्मी बढ़ती जा रही है, नगर पंचायत का ऐसा सुस्त रवैया चिंताजनक है।
ज्ञापन के माध्यम से यह भी कहा गया है कि नगर पंचायत धमधा द्वारा इस पर कोई उचित कार्रवाई सात दिवस के भीतर नहीं किए जाने की स्थिति में वार्डवासियों द्वारा नगर पंचायत का घेराव कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में अमित ताम्रकार, संदीप ताम्रकार, करण ताम्रकार, कीर्ति ताम्रकार, क्रांति ताम्रकार व अन्य वार्डवासी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अप्रैल। कोरोना के संक्रमण में अत्यधिक वृद्धि होने तथा प्रतिदिन कोविड 19 के प्रकरण निकलने के कारण ग्राम पंचायत गनियारी (रसमड़ा) को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के आदेशानुसार दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के तहत जिले में धारा 144 प्रभावशील है। इसका पालन कड़ाई से किया जाना चाहिए।
कलेक्टर के आदेशानुसार समस्त प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, खेलकूद, मेला समारोह अथवा अन्य किसी भी प्रकार का सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित है। धार्मिक स्थल केवल व्यक्तिगत पूजा के लिए खुले रहेंगे। फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना अनिवार्य होगा अन्यथा राज्य सरकार द्वारा दिए गए निर्देशानुसार अर्थदंड आरोपित कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। महिला बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य टीम संबंधित ग्राम पंचायत गनियारी (रसमड़ा) का निरंतर भ्रमण कर कोविड 19 के त्वरित उपचार की व्यवस्था करेंगे। स्वास्थ्य टीम कांटेक्ट, ट्रेसिंग एवं टेस्टिंग कार्य करेंगे। साप्ताहिक बाजार बंद रहेंगे। केवल छूट प्राप्त विक्रय इस प्रतिबंध से मुक्त होंगे। सरपंच ग्राम पंचायत धनोरा अपने पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत समस्त मूलभूत सुविधा विद्युत, पेयजल, सैनिटाइजर तथा मास्क की व्यवस्था कराएंगे।
दुर्ग, 3 अप्रैल। शहर में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए शुक्रवार को महापौर धीरज बाकलीवाल सुबह से ही वार्ड क्रमांक 47 रायपुर नाका क्षेत्र में पहुंचकर निवासियों के घर-घर जाकर उन्हें टोकन दिए और उनसे अपील कर कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है आप अपने परिवार के अन्य सदस्य के साथ टीकाकरण केंद्र में जाएं और टीका अवश्य लगाएं।
महापौर के साथ उस क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मितानिन मौजूद थे, जिन्होंने महापौर के साथ हितग्राहियों को कूपन वितरण किए। उन्होंने हितग्राहियों को कूपन देकर बताया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आधार कार्ड लेकर जाएं। आधार कार्ड से वेरिफिकेशन करने के बाद टीका लगाया जाएगा। इसके लिए पद्मनाभपुर स्थित विवेकानंद सभा भवन में टीका लगाने की व्यवस्था की गई है।
वेतन समझौते की मांग को लेकर आंदोलन जारी, उत्पादन प्रभावित होने से भारी नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 3 अप्रैल। भिलाई इस्पात संयंत्र में बीआरएम एवं यूआरएम में कार्यरत युवा कर्मियों द्वारा आज वेतन समझौते की मांग को लेकर सुबह 10 बजे काम बंद कर आंदोलन शुरू कर दिया गया। युवा कर्मियों को प्रबंधन द्वारा चर्चा के लिए प्रस्ताव दिया गया था। युवा कर्मियों ने प्रबंधन के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। आंदोलनकारी कर्मियों ने प्रबंधन को आंदोलन स्थल पर पहुंचकर इस विषय पर चर्चा करने कहा। सुबह 10 बजे से जारी इस आंदोलन के कारण यूनिवर्सल वेल मिल एवं बार एंड रॉड का उत्पादन प्रभावित हुआ है।
गौरतलब हो कि सेल के कर्मचारियों का वर्ष 2017 से वेतन समझौता लंबित है, 31 मार्च को नई दिल्ली में सेल प्रबंधन के साथ यूनियन की एनजेसीएस की बैठक में सेल प्रबंधन के द्वारा पुराना प्रस्ताव रखे जाने पर यूनियन ने आक्रोशित होकर बैठक का बहिष्कार कर दिया था। इस दौरान यूनियन के द्वारा सेल प्रबंधन द्वारा भोजन के लिए आमंत्रण को भी अस्वीकार कर दिया गया था। इसके बाद से ही कर्मियों के मध्य आक्रोश चरम पर था।
आज सुबह 10 बजे यूनिवर्सल रेल मिल एवं बार एंड रॉड मिल के कर्मियों ने एकजुट होकर काम बंद कर दिया गया। दोनों ही मिल से करीब 700 की संख्या में कर्मियों द्वारा काम बंद हड़ताल शुरू कर दिए जाने की सूचना प्रबंधन तक पहुंचने पर प्रबंधन की ओर से आंदोलनकारी युवा कर्मियों को चर्चा करने का प्रस्ताव दिया गया। परंतु आंदोलनकारी कर्मचारियों के द्वारा प्रबंधन को स्थल पर पहुंचकर चर्चा करने कहा गया।
प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक कार्मिक एवं आईआर विभाग जे एन ठाकुर, महाप्रबंधक कार्मिक संतोष कुमार दोनों ही मिलकर कर्मियों को काम पर लौटने के लिए चर्चा कर रहे हैं। परंतु समाचार लिखते तक दोपहर 4 बजे तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी है।
प्रबंधन के द्वारा आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया गया कि जिस मुद्दे को लेकर आंदोलन किया जा रहा है वह स्थानीय नहीं बल्कि कॉरपोरेट ऑफिस सेल से संबंधित मुद्दा है। इस पर बीएसपी प्रबंधन कुछ भी नहीं कर पाएगा। इसके बावजूद कर्मचारियों का आंदोलन जारी है। विगत 5 घंटे से दोनों ही मिल्स में कर्मचारियों के द्वारा उत्पादन प्रभावित किया गया है। उत्पादन प्रभावित होने के कारण बीएसपी प्रबंधन को भारी नुकसान होने की आशंका व्यक्त की गई है।
संकट की घड़ी में असम जा बैठे हैं सीएम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस की भयावह स्थिति पर चिंता प्रगट करते हुए दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति बेकाबू हुई है इसके लिए राज्य शासन का लापरवाहीपूर्ण रवैया स्पष्ट रूप से जिम्मेदार है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए 3 माह से अधिक समय तक हजारों वैक्सीन डोज़ को अनावश्यक रूप से रोके रखा और अपनी बेवजह की जिद्द से उसे जनता तक नहीं पहुंचने दिया। इसी दौरान कोरोना की गति तेज हो गई जबकि उसी वैक्सीन पर विश्व के 18 से अधिक देशों ने विश्वास कर अपने यहाँ कोरोना को नियंत्रित किया। लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता को धोखा दिया, छत्तीसगढ़ में कोरोना की भयावह स्थिति के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि पूरा छत्तीसगढ़ कोरोना महामारी की भयावह स्थिति का सामना कर रहा है और प्रदेश के मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ की जनता को लावारिस छोड़ असम में अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार करके गांधी परिवार की नजरों में नंबर बढ़ाने में लगे हैं। मुख्यमंत्री अपने खुद के प्रदेश और जनता की चिंता छोडक़र दूसरे राज्य में पोलिटिकल पिकनिक मना रहे हैं। प्रदेश में शासन-प्रशासन नाम की व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है, लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव हो चुके लोगों के निदान के लिए कहीं कोई सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। प्रदेश में कई जगह अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो चुके हैं और कोरोना की बीमारी में गंभीर स्थिति वाले मरीजों को प्राण रक्षा के लिए ऑक्सीजन एक अनिवार्य आवश्यकता है, ऑक्सीजन के अभाव में मृत्यु दर बढऩे की पूरी संभावना है। जिसके लिए कोई पूर्व तैयारी शासन प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद कोरेंटाइन में रहने वाले लोगों की न तो सही मॉनिटरिंग हो रही है न ही उन्हें इलाज संबंधी कोई किट इत्यादि प्रदान की जा रही है। कोरोना मरीजों को प्रदेश सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। कोरोना के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश को 230 वेंटिलेटर प्रदान किए गए थे जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है कि उक्त 230 वेंटिलेटर का कहां और किस प्रकार से उपयोग किया जा रहा है? प्रदेश सरकार की अधूरी तैयारी और उपलब्ध सीमित संसाधनों के बावजूद यहाँ के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी निरंतर चौबीसों घंटे मेहनत करके महामारी से जनता को बचाने का पुनीत कार्य कर रहे है जो कि अभिनंदनीय है।
सांसद ने कहा कि असम विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को फंड मैनेजर बनाया है, इसीलिए कोरोना महामारी से लडऩे की बजाए प्रदेश सरकार अवैध वसूली और उगाही में लगी है, छत्तीसगढ़ से अवैध वसूली और उगाही का पैसा असम में कांग्रेस के चुनाव प्रचार में लगाने हेतु सीमेंट उद्योग में प्रति बोरी 50 से 60 रुपये भूपेश टैक्स लगाया गया, शराब के अवैध व्यापार करने वाले कोचियों से अवैध उगाही करके उन्हें गांव गांव गली गली में शराब बेचने की खुली छूट दे दी गई है, अवैध शराब के परिवहन और भंडारण के लिए पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही में सबसे ज्यादा कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों पर कार्यवाही हुई है। असम चुनाव के फंड मैनेजर के इशारे पर ही भू माफियाओं से मोटी रकम वसूल कर आम जनता से छल करने की उन्हें खुली छूट दी जा रही है दूसरी तरफ रेत माफिया निरंकुश होकर रेत की चोरी करके तीन गुना कीमत में रेत बेचने के साथ साथ गुंडागर्दी करते हुए आतंक मचा रहे है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को जन स्वास्थ्य और सामाजिक सरोकारों से कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस सरकार केवल शराब से कमाई कर राजस्व इक_ा करने की मानसिकता से काम कर रही है। शराब के भंडारण की सीमा को बढ़ाकर 5 लीटर करना ही सरकार की गलत नीयत को दर्शाता है। शराब की खपत बढ़ाकर किसान,मजदूर और युवा को शराब पर आश्रित बनाने की योजना से कांग्रेस सरकार काम कर रही है इसी कारण जहां एक तरफ शराब में कई प्रकार की ड्यूटी कम करके उसकी कीमत कम की जा रही है वही भंडारण क्षमता को बढ़ाकर 5 लीटर तक कर दिया गया है ताकि लोग अधिक से अधिक शराब पीकर अपना स्वास्थ्य और पारिवारिक शांति खराब करें और प्रदेश का सामाजिक माहौल बिगड़े।
श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब अपराधगढ़ बनता चला जा रहा है तो इसमें प्रदेश सरकार की गलत नीति के चलते शराब की बेतहाशा बिक्री किया जाना प्रमुख कारण है। प्रदेश सरकार के शराब प्रेम को इसी घटना से समझा जा सकता है कि प्रदेश सरकार ने 28 मार्च होलिका दहन के दिन शाम 4:30 बजे शराब दुकान बंद करने का निर्णय लिया जिसे उसी दिन शाम 4 बजे संशोधित करते हुए रात्रि 10 बजे तक दुकान खोलने का नया आदेश जारी किया। कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश शासन ने कभी भी कोई आपातकालीन तैयारी नहीं की, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष मार्च-अप्रैल के लॉकडाउन के दौरान तमाम उपाय करते हुए महामारी से निपटने के लिए तमाम साधन संसाधन जुटा लिए थे इसके विपरीत प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने 1 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी महामारी से निपटने के लिए कोई अतिरिक्त उपाय नहीं किए जिसके कारण आज जब भयावह स्थिति है तो डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सतत मेहनत के बावजूद छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य तंत्र लोगों को राहत पहुंचाने में पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। निजी अस्पतालों पर कोई लगाम नहीं होने से लोगों की मेहनत की कमाई के लाखों रुपए कोरोना के इलाज में बेवजह लूटे जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में शासन और व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है प्रदेश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है। प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार ने तो अपने स्वर्गीय नेता राजीव गांधी के नाम पर चलने वाली योजना में भी अन्याय कर दिया है और किसानों को दी जाने वाली अंतिम किश्त में बिना कोई कारण बताए कटौती कर दी है। न्याय के नाम पर चलाई जा रही योजना में अन्याय किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। भिलाई इस्पात सयंत्र के नंदिनी माइंस कर्मी का इलाज के दौरान राजधानी रायपुर के पंडरी स्थित श्री नारायणा अस्पताल मे कोरोना की वजह से निधन हो गया। वे 53 साल के थे।
कल जिले में जहां 996 कोरोना संक्रमित नये मरीज की पहचान हुई है वहीं 227 केन्द्रों मे कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को टीकाकरण के लिए व्यवस्थायें चालू करवायीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। जिला में कोरोना वायरस संक्रमण के रौद्र रूप धारण करने से हालात दिन ब दिन बिगडऩे लगे हैं। कोविड से लगातार मौत का आंकड़ा बढऩे से प्रशासन द्वारा की गई सारी व्यवस्थाएँ भी अब कम पडऩे लगी हैं। लगातार बढ़ते संक्रमित मरीजों से जहां बेड की किल्लत हो रही है। वहीं हास्पिटल्स में भी भारी अफरा-तफरी है। यहां तक कि शवगृह में अब शव रखने फ्रीजर भी कम पड़ रहे हैं। दुर्ग के पोस्टमार्टम सेंटर में फ्रीजर खाली न होने से शव बाहर ही रखने पड़ रहे हैं।
जिला अस्पताल दुर्ग और कोविड केयर सेंटर, कचांदुर से जिला अस्पताल के चीरघर में जल्दी-जल्दी शव पहुंचने लगे हैं जिससे उनको रखने में दिक्कत हो रही है। वाहन से शव को भेजने के साथ-साथ नोडल अधिकारियों को यह भी ध्यान देना है कि जहां अंतिम संस्कार किया जाना है, वहां व्यवस्था हो गई हो। एक-एक कर शव पहुंचने लगे और देखते ही देखते फ्रिजर में जगह ही नहीं रह गई। शव को जमीन पर रखे जाने से लगातार परिजन भडक़ रहे। जिम्मेदार उन्हें समझा रहे हैं कि फ्रीजर में क्षमता के मुताबिक शव पहुंचने से अन्य शवों को नीचे रखना उनकी मजबूरी है। जैसे ही फ्रिजर खाली होता है एक एक कर शव वो शिफ्ट कर रहे हैं। चीरघर की व्यवस्था में लगे स्टाफ ने बताया कि कितना जगह शेष है पूछे बिना ही नोडल अधिकारी और शव भेजते जा रहे थे जिससे यहां हालात बिगडऩे लगे। निजी अस्पतालों से शव को सीधे मुक्तिधाम के लिए रवाना किया जाता है। वहां से इस तरह की शिकायत कम ही मिलती है।
चीरघर में गुरुवार की दोपहर में तीन सामान्य और 14 कोरोना संक्रमितों का शव पहुंचा। जिसमें से सामान्य शव को पीएम के बाद चिकित्सकों ने परिवार को सौंप दिया। वे शव लेकर रवाना हो गए। अब संक्रमित शवों को रखने जगह कम पड़ गई। फ्रिजर में आठ शव रख दिए, इसके बाद चार शव को स्टेचर में रखे। इसके बाद जगह नहीं बची और दो बाद में आने वाले शव को नीचे रखना पड़ा। इस बात को लेकर परिवार के सदस्य नाराज हो रहे थे, तब उन्हें मजबूरी बताई गई।
गौरतलब हो कि जिला प्रशासन ने अलग-अलग स्थान के लिए नोडल अधिकारी तय कर दिए हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी बता रहे हैं कि मॉनिटरिंग अगर सही से हो तो केवल जिला अस्पताल से शव को चीरघर तक नहीं, वहां से मुक्तिधाम तक लेकर जाने भी व्यवस्था वहां के अधिकारी करवा सकते हैं।
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। भिलाई निगम क्षेत्र के ऐसे बाजार एवं मार्केट जहां नागरिकों के द्वारा बहुतायत मात्रा में खरीददारी की जाती है, और भीड़ नियंत्रित नहीं हो रही है तथा शासन, प्रशासन द्वारा जारी निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है, ऐसे बाजारों को निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया है।
बीएसपी क्षेत्र के सिविक सेंटर की चौपाटी, सेक्टर 4 बोरिया सप्ताहिक बाजार जो कि प्रत्येक बुधवार को लगता है, सेक्टर 7 का सप्ताहिक बाजार जो प्रत्येक गुरुवार को लगता है एवं सेक्टर 6 सतनाम भवन एवं मस्जिद के सामने मार्केट जो प्रतिदिन लगता है इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाएगा। इसका आदेश भी जारी हो चुका है। उल्लेखनीय है बीएसपी प्रबंधन ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सेक्टर क्षेत्र के कुछ बाजार एवं मार्केट को बंद करने की मांग की थी। जिसके बाद इसे भी बंद करने का आदेश जारी किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष शारदा गुप्ता ने छत्तीसगढ़ में कोरोना की बेकाबू स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी हॉस्पिटल में मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में बताया कि हाईटेक, एम्स, श्री शंकराचार्य, रामकृष्ण, नारायणा जहां संपूर्ण सुविधा है, उन अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में युद्ध स्तर पर कोरोना की रोकथाम हेतु करने के लिए लाक डाउन लगाया जाए, शराब की दुकानें बंद की जाएँ, मरीजों के लिए समुचित बेड की व्यवस्था की जाए जिसमें ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर एवं डॉक्टरों की संपूर्ण व्यवस्था युद्ध स्तर पर करनी आवश्यक है। अगर स्थिति शीघ्र काबू में नहीं की गई तो स्थिति अप्रिय उत्पन्न हो जाएगी।
मुख्यमंत्री, गृह मंत्री को फौरन कठोर निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है। जिस जिले में 4 मंत्री हों उस जिले का अगर यह हाल है तो बाकी अन्य जिले जहां चिकित्सा सुविधा की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है, उस जिले की स्थिति क्या होगी? मुख्यमंत्री असम के चुनाव में व्यस्त हैं, उन्हें शीघ्र ही कोरोना के रोकथाम एवं मरीजों की विकराल स्थिति को देखते हुए शीघ्र कठोर निर्णय लेना होगा। उक्ताशय की माँग प्रभुनाथ मिश्रा, संजय खन्ना, शंकर लाल देवांगन, प्रमोद सिंह, जयप्रकाश घनघोरकर, अजय जैन, हरिशंकर चतुर्वेदी, श्रीनिवास मिश्रा, निशु पांडे, राजेश सिंग, शिवशंकर यादव, अनिमा सिंह, संतोष सिंह, राजेन्द्र सिंह, संजय दुबे, विनोद उपाध्याय, हेमंत राव, अनिल गजभिए, अनिल उईके, सी.पी.सिंह, दिनेश गौतम, राकेश साहू राजकुमार शर्मा, नरेश टिंकू, रमेश देशमुख, के शिवलिंगम, महेश कुमार, निहाल, राजेश चौधरी, धमेन्द्र सिंह, अजय प्रसाद, सुशील प्रसाद, रोहित सिंह, संजय साहू, हीरालाल यादव, रतन सिंह, शोभु साहू, संजय साहू, नागेन्द्र मिश्रा, नंदलाल साह, दिलीप दामले, पवन गुप्ता, गया जंघेल ने भी की है।
वैक्सीनेशन सेंटरों की व्यवस्था जांची पार्षद दल ने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 अप्रैल। नगर निगम दुर्ग के भाजपा पार्षदों ने पात्रता अनुसार वैक्सीन लगवाया। इसके बाद उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटरों की व्यवस्था जांची। वार्ड क्रमांक 24 सिंधी कॉलोनी में मां बम्लेश्वरी उद्यान के सामने स्थित टीकाकरण केंद्र का दौरा किया। वहां व्यवस्था देख रहे क्षेत्र के पार्षद नरेश तेजवानी ने बताया कि यहां बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण बुजुर्ग हितग्राहियों को बहुत परेशानी हो रही है। इस समस्या की जानकारी तत्काल वैक्सीनेशन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी मोहनपुरी गोस्वामी को दी गई तब उन्होंने आनन फानन में व्यवस्था की।
इसके बाद भाजपा पार्षद दल पोलसायपारा एवं पचरी पारा क्षेत्र के लिए पोलसाय तालाब के पास बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचा। वहां पर स्थानीय पार्षद राकेश सेन एवं पूर्व पार्षद नरेंद्र सिंह चंदेल ने जानकारी दी कि यहां पीने की पानी एवं बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। तब पार्षद राकेश सेन की पहल पर यादव छात्रावास पचरीपारा में सेंटर लगाने की व्यवस्था की गई। इस क्षेत्र में यादव भवन में आज से वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। इसी तरह गयानगर क्षेत्र, नयापारा एवं बघेरा के वैक्सीनेशन सेंटरों में भाजपा पार्षद पहुंचे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा, पार्षद गायत्री साहू, चंद्रशेखर चंद्राकर, कांशीराम कोसरे, नरेंद्र बंजारे, देवनारायण चंद्राकर सहित अन्य भाजपा पार्षद मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 अप्रैल। कोरोना के खौफनाक मंजर को देखते हुए टीका लगाने लोगों की भीड़ उमडऩे लगी है। 45 पार लोगों को पहली बार कोविशील्ड वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई गई। इसके लिए दुर्ग शहर में 23 सेंटर बनाए गए थे। कई सेंटरों में भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग वैक्सीन लगाने घंटों इंतजार करते रहे। इतना ही नहीं कुछ सेंटरों में वैक्सीन की कमी पाई गई। आनन-फानन में वहां वैक्सीन उपलब्ध कराई गई. तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। निगम आयुक्त हरेश मंडावी गुरुवार को दिन भर कोरोना टीकाकरण की मॉनिटरिंग करते रहे।
आवश्यकता के अनुसार उन्होंने मोबाइल से सम्पर्क कर टीकाकरण केंद्रों की व्यवस्था दुरुस्त करवाई। नगर निगम दुर्ग में 45 से 59 वर्ष आयु के लोगों को वैक्सीन लगाना गुरुवार से शुरू हो गया। नगर निगम सीमा क्षेत्र के 23 स्थानों पर कोरोना टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। टीकाकरण केन्द्रों में सुबह से ही वैक्सीन लगाने हितग्राहियों की भीड़ बढऩे लगी थी। भीड़ को व्यवस्थित करने जिस केन्द्र में भीड़ कम थे वहां लोगों को भेजा गया। टीकाकरण के लिए लोगों में एक अलग ही उत्साह देखा गया। लोग अपने घरों से निकलकर केन्द्रों में आधार कार्ड लेकर पहुंचे थे। आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि सभी टीकाकरण केन्द्रों को प्रतिदिन 200 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया है। शहर के नागरिक अपने वार्ड मोहल्ला क्षेत्र के टीकाकरण केन्द्रों में सुबह 9 से 5 बजे के बीच पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं।
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। थाना जामुल क्षेत्र के अंतर्गत कोरोना संक्रमित होने के बाद सूने घर का अज्ञात चोरों द्वारा ताला तोडक़र सोने एवं चांदी के गहनों में हाथ साफ कर लिया गया। चोरी गए आभूषणों की कीमत करीब 2 लाख बताई गई है। जामुल पुलिस के द्वारा अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
प्रार्थी जामुल में अपने परिवार के साथ रहती हैं। पति सिविल इंजीनियर है, जो प्रायवेट कपंनी में काम करते है। पति कोरोना पॉजिटिव होने से 20 मार्च 2021 से शंकराचार्य में भर्ती थे। विनीता को स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्वारंटीन करने पर वह 22 मार्च 2021 के 13.00 बजे अपने माता के यहां दुर्ग, मठपारा जाकर रह रही थीं। कल 31 मार्च को ठीक होने के बाद पति को डिस्जार्च करने पर मकान में साफ सफाई करने माता के साथ आकर देखे तों मकान का ताला टूटा हुआ था। अंदर कमरे का सामान बिखरा पड़ा हुआ था। अंदर कमरे में रखे आलमारी का लाकर टूटा था । आलमारी में रखे 02 जोड़ी पायल चांदी का, 10 जोडी पतला पैर पटटी चांदी का, चाबी रिंग 05 नग, बिछिया 03 जोडी, चांदी का कंगन, सोने का आयरिन, मंगल सूत्र , 02 जोडी सोने का अंगूठी, सोने का कान का बाली 02 नग, नाक की फुल्ली 03 नग जुमला रकम 2,00,000 रकम का कोई अज्ञात चोर मकान अंदर घुसकर ताला तोडक़र चोरी कर ले गया है। महिला की रिपोर्ट पर जामुल पुलिस के द्वारा अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 380 ,457 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेट करने का आरोप लगाते हुए राधा लॉज के संचालक को प्रतिस्पर्धी अजंता लॉज के संचालकों द्वारा जमकर पीटा गया। मामला छावनी थाना पहुंचने पर पुलिस ने अजंता लॉज के दोनों संचालकों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
छावनी पुलिस ने बताया कि सुशांत गोप 1/8, शास्त्री नगर निवासी, पॉवर हाऊस स्थित राधा लॉज का संचालक है। सुशांत के मुताबिक उनके लॉज में निरोस कंपनी के 10 कर्मचारी 27 मार्च से क्वारंटीन हैं।
गत 29 मार्च को रात्रि 8:50 बजे लॉज में अपने कर्मचारी पी श्रीनिवास राव, योगेश बांधे, राहुल शर्मा के साथ लॉज के अंदर थे, तभी बाहर गाली-गलौज की आवाज सुनकर सुशांत अपने कर्मचारी के साथ बाहर आया तो अजंता लॉज का संचालक हनुमान प्रसाद गुप्ता तथा उसका भाई दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि लॉज में कोरोना मरीज को ठहराए हो कहकर वे लोग एक राय होकर मुझे जान से मारने की धमकी देते हुए गाली देकर हाथ-मुक्का एवं पत्थर से मारपीट की। इस दौरान बीच-बचाव करने आए कर्मचारी पी श्रीनिवास राव को बाएं हाथ की कलाई में तथा पीठ में चोट आई है। घटना को योगेश बांधे, राहुल कुमार, अमित चौहान एवं राजेन्द्र पासवान ने बीच-बचाव कर शांत कराया।
सुशांत गोप की रिपोर्ट पर छावनी पुलिस ने आरोपी हनुमान प्रसाद गुप्ता व दुर्गा प्रसाद गुप्ता संचालक अजंता लॉज के खिलाफ धारा 294, 323, 34, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल । सीटू की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 31 मार्च को आहुत की गई एनजेसीएस बैठक में प्रबंधन द्वारा अपने पूर्व के प्रस्ताव पर अड़े रहने के पश्चात उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सीटू ने मई के प्रथम सप्ताह में हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
ज्ञात हो कि बैठक में प्रबंधन द्वारा अडिय़ल रवैया अपनाए जाने के कारण बैठक विफल रही एवं सभी यूनियनें भोजन का बहिष्कार कर चले गए। बैठक विफल रहने के पश्चात स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने तत्काल दिल्ली स्थित सीटू के केंद्रीय कार्यालय में बैठक की एवं निर्णय लिया कि पाँच राज्यों में चल रहे चुनाव को देखते हुए मई माह के प्रथम सप्ताह में हड़ताल किया जाएगा। फेडरेशन ने यह भी तय किया कि इस बीच अन्य कोई यूनियन अगर हड़ताल या किसी भी तरह के संघर्ष का आह्वान करती है तो सीटू पूर्ण समर्थन करेगी।
सभी यूनियनों के साथ बैठकर तय की जाएगी हड़ताल की तारीख
स्टील वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान के तत्काल बाद भिलाई में भी हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन की कार्यकारिणी ने ऑनलाइन बैठक की एवं निर्णय लिया कि भिलाई में सभी यूनियनों के साथ मिलकर हड़ताल की तिथि तय की जाएगी। यदि इससे पूर्व कोई भी यूनियन हड़ताल करती है तो हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन उसका पूर्ण समर्थन करेगी।कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूनियन व्यक्तिगत दूरी को बनाए रखते हुए प्रचार के सभी विकल्पों का प्रयोग कर कर्मियों के बीच अपने निम्नलिखित माँगों एवं हड़ताल की आवश्यकता को समझायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। कोतवाली पुलिस ने एक लुटेरे गैंग का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है। मामले में गैंग के सरगना रोहन कुमार (21) इंदिरा कॉलोनी उडिय़ा मोहल्ला दुर्ग निवासी के अलावा दो नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से लूट की वारदात में प्रयुक्त एक एक्टिवा एवं लूट की 3 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
यह कार्रवाई एसपी प्रशांत ठाकुर के निर्देश और दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लूट के पीडि़त मनोज जैन, अजय सक्सेना और लक्ष्मीनारायण साहू मिलपारा वार्ड 38 निवासी ने दुर्ग थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उनकी मोबाइल फोन को तीन अज्ञात एक्टिवा सवार युवक लूट कर फरार गए हैं।
रिपोर्ट पर दुर्ग कोतवाली पुलिस द्वारा लूट का अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया। क्षेत्र में सिलसिलेवार मोबाइल लूट की घटना को देखते हुए थाना प्रभारी राजेश बागड़े द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया। दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी राजेश बागडे द्वारा टीम गठित कर तत्काल आरोपियों की पतासाजी के लिए क्षेत्र में लगाया गया।
पुलिस टीम ने लुटेरे गैंग के सरगना रोहन कुमार इंदिरा कॉलोनी उडिय़ा मोहल्ला निवासी दुर्ग एवं दो नाबालिग को एक्टिवा वाहन क्रमांक सीजी 07 बीडब्ल्यू 0350 सहित पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ में लूट की वारदात को आरोपियों द्वारा कबूला गया। आरोपियों की निशानदेही पर लूट के तीन नग मोबाइल फोन बरामद किया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर जुडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
तीन आरोपी पांच साल से हैं दुर्ग जेल में निरूद्ध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई के बहुचर्चित हाईप्रोफाइल अभिषेक मिश्रा हत्याकांड में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मुख्य आरोपी विकास जैन, उसके चाचा अजीत जैन तथा विकास की पत्नी किम्सी के खिलाफ फैसला सुरक्षित रखा है। आज से ठीक नोवें दिन इस मामले का फैसला अदालत में सुनाया जायेगा हालांकि कोविड संक्रमण के मामले बढऩे की वजह से संभावना कुछ कम ही नजर आ रही है लेकिन सबकुछ कंट्रोल में रहा तो 9 अप्रैल को इस हत्याकांड पर फैसला सुनाया जा सकता है। विदित हो कि अभिषेक मिश्रा की हत्या के आरोप में तीनों आरोपी पांच साल से दुर्ग जेल में निरूद्ध हैं।
लगभग साढ़े चार साल पहले हुआ यह मामला आज भी भिलाई के रहवासियों में चर्चा का विषय रहा है। बीते 9 नवंबर 2016 को धनतेरस का दिन था। श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ इंस्टीट्यूट भिलाई के वाइस चेयरमैन अभिषेक मिश्रा उस शाम अपनी कार लेकर दफ्तर से निकले और रात भर घर नहीं पहुंच सके थे। परिजन रात भर चिंता में रहे। 10 नवंबर 2016 को अभिषेक के पिता आईपी मिश्रा के मोबाइल की घंटी बची। किसी ने काल किया कि अभिषेक का अपहरण कर लिया गया है। फिरौती के रकम के लिए दो बार फोन किया जाएगा। फोन करने वाले ने अंतिम शब्द लाल सलाम कहा और फोन स्वीच ऑफ कर दिया था। आईपी मिश्रा फौरन आईजी दुर्ग के दफ्तर पहुंचे और पूरी बात बताई। लाल सलाम शब्द सुनकर पुलिस का माथा भी चकराया। लगा जैसे यह नक्सलियों का काम हो। उसी दिन नया रायपुर धमतरी जाने वाले मार्ग पर अभिषेक की कार लावरिश हालत में खड़ी मिल गई, पर अभिषेक का मोबाइल लगातार स्वीच ऑफ आ रहा था इसलिए उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाया। संबंधित जगहों पर पुलिस लगातार अभिषेक को तलाशती रही। जैसे-जैसे दिन बीतते गए भिलाई में यह मामला सब जगह चर्चा का विषय बनता गया। पुलिस ने जांच और तेज कर दी। इस दौरान अभिषेक के गायब होने के हर एंगल पर तफ्तीश की गयी। पुरानी रंजिश से लेकर कारोबारी झगड़े तक लगभग डेढ़ हजार लोगों का बयान दर्ज किया गया। फिर पता लगा कि कुम्हारी टोल प्लाजा के सीसी टीवी फुटेज में अभिषेक की कार दिखी है और कार में अन्य शख्स के साथ एक महिला भी थी, पर दोनों की पहचान नहीं हो पाई।
एक-एक कर पुलिस ने एक करोड़ मोबाइल नबंरों को खंगाल लिया। एक नंबर पर पुलिस का ध्यान अटका, वह था किम्सी जैन का नम्बर। पुलिस ने किम्सी के बारे में पता लगाया। वह श्री शंकराचार्य कॉलेज में प्रोफेसर थी, लेकिन विकास जैन से शादी के बाद उसने कॉलेज छोड़ दिया था। 9 नवंबर की शाम किम्सी के मोबाइल से अभिषेक के मोबाइल पर फोन गया था। अभिषेक के मोबाइल पर आने वाला यह अंतिम इनकमिंग काल था। पुलिस ने किम्सी से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि उस शाम उसने अभिषेक को फोन किया था। वह उससे मिलने चौहान टाउन स्थित उसके घर भी आया था, फिर वह चला गया। पुलिस को किम्सी के बयान के बाद उस पर जरा भी शक नहीं हुआ। फिर भी पुलिस ने किम्सी के पति विकास जैन का मोबाइल लोकेट किया। घटना के दिन उसका मोबाइल स्मृति नगर से होते हुए कुम्हारी टोल प्लाजा, कुम्हारी टोल प्लाजा से नवा रायपुर धमतरी रोड के पास तक बताता रहा। सेम यही लोकेशन अभिषेक के मोबाइल का भी बता रहा था। इस आधार पर पुलिस ने विकास जैन को गिरफ्तार कर लिया। विकास और किम्सी से अलग-अलग पूछताछ की।
शुरूआत में दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे मगर बाद में टूट गए। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने विकास जैन के चाचा अजीत जैन के स्मृति नगर निवास के गार्डन से अभिषेक मिश्रा की लाश बरामद की थी। अभिषेक की लाश को छह फीट गड्ढे में दफनाया गया था। हाथ के कड़े, अंगुठी से उसकी पहचान हुई। बाद में डीएनए टेस्ट भी कराया गया। घटना के 44 दिन बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने अभिषेक की हत्या के जुर्म में किम्सी जैन, विकास जैन तथा अजीत जैन को गिरफ्तार कर लिया था जिसकी दुर्ग कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
बताया जाता है कि अभिषेक मिश्रा हत्याकांड के कुछ दिन पहले अजय देवगन की चर्चित फिल्म आई थी दृश्यम। इसी फिल्म को देखकर तीनों ने अभिषेक की हत्या की साजिश रची थी। किम्सी ने पुलिस को दिए अपने इकबालिया बयान में बताया था कि कॉलेज में पढ़ाते वक्त वह अभिषेक के नजदीक आ गई थी। बाद में उसने विकास जैन से शादी कर ली। शादी के बाद भी अभिषेक पहले जैसा ही रिश्ता रखना चाहता था। इस बात को लेकर अभिषेक द्वारा काफी दबाव बनाया गया। परेशान होकर किम्सी ने यह बात अपने पति विकास जैन को बता दी। फिर किम्सी, विकास तथा उसके चाचा अजीत जैन ने अभिषेक की हत्या की साजिश रची। इसके लिए उन्होंने कई बार दृश्यम फिल्म देखी थी।
9 नवंबर को अभिषेक जब किम्सी से मिलने चौहान टाउन आया तब मौका पाकर विकास व अजीत ने उसके सिर के पीछ राड मार दिया। कुछ देर तड़पडऩे के बाद अभिषेक की मौत हो गई। तीनों उसे उसी की कार में लेकर अजीत जैन के स्मृति नगर निवास पहुंचे। जहां पहले ही मोबाइल टावर लगाने के नाम पर छह फीट गड्ढा खोदकर रखा गया था। प्लास्टिक में पैक कर अभिषेक को उसी गड्ढे में दफना दिया गया। बाद में वहीं गोभी के पौधे लगा दिए गए थे। लाश निकालने में भी पुलिस टीम को खासी मशक्कत करनी पडी़ थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। जिला सहकारी बैंक द्वारा लिए गए अनेक नवाचारी निर्णयों के चलते बैंक को वर्ष 2019-20 में 6 करोड़ 58 लाख रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। आरबीआई एवं नाबार्ड ने भी अपने निर्धारित मानदंडों के अनुसार किये गए अंकेक्षण में बैंक को कैटेगरी में रखा। यह बात बैंक के प्राधिकृत अधिकारी एवं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने वार्षिक साधारण सभा में अपने संबोधन में कही।
डॉ. भुरे ने बताया कि बैंक के द्वारा पूंजी में वृद्धि के लिए सघन प्रयास किये गए, जिसका सार्थक परिणाम सामने आया। बैंक की अंश पूंजी में पिछले वर्ष की तुलना में 5 करोड़ 81 लाख रुपए की वृद्धि हुई। बैंक के वर्किंग कैपिटल में भी 60 करोड़ 23 लाख रुपए की वृद्धि हुई है।
2530 करोड़ रुपए का भुगतान
उन्होंने कहा कि इस साल शासन की धान उपार्जन योजना के अंतर्गत बैंक द्वारा 182 समितियों के 281 धान उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 3 लाख 11 हजार 453 किसानों से 13.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर 2530.65 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों के खाते में किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि किसानों को उपयुक्त समय पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने शासन ने यह योजना आरंभ की थी। शासन से प्राप्त राशि को डीबीटी के माध्यम से किसानों को भुगतान किया गया।
गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका
प्राधिकृत अधिकारी ने कहा कि गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका रही है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों की आय बढ़ाने में मदद मिल रही है।
जल्द आरंभ होगी मोबाइल
बैंकिंग सुविधा भी
बैंक द्वारा समिति स्तर पर नि:शुल्क माइक्रो एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। बैंक के अमानतदारों-हितग्राहियों को लेन देने की त्वरित सुविधा देने आईएमपीएस इमीडिएट पेमेंट सर्विसेज के तहत प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। अतिशीघ्र बैंक द्वारा मोबाइल सुविधा भी आरंभ होगी। वर्तमान में 30 एटीएम संचालित हैं। अभी 14 एटीएम और प्रस्तावित हैं। 60 शाखाओं में पैन कार्ड बनाने की सुविधा दी जा रही है। तहसील स्तर की शाखाओं में ई-स्टैंपिंग की सुविधा भी दी गई है।
सदस्यों ने दिये सुझाव
सभा में सदस्यों ने भी एजेंडा पर विस्तृत चर्चा की और बैंक के विकास के लिए अपने उपयोगी फीडबैक दिये। मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंकज सोढ़ी ने कहा कि सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये हैं इनसे बैंक के क्रियाकलाप को और बेहतर करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर मिलयोर बारा नाबार्ड अधिकारी, विनोद कुमार बुनकर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएॅ दुर्ग, बैंक अधिकारी कुसुम ठाकुर, एसके निवसरकर, केके नायक, धीरेन्द्र देवांगन, प्रमुख रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हृदेश शर्मा विपणन अधिकारी ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। होली की शाम कोतवाली थानांतर्गत ग्राम मोहलई खार में युवक की हत्या के मामले को पुलिस ने चंद घंटों के भीतर ही सुलझाने में सफलता हासिल की है। मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। जिनके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त मैस्ट्रो वाहन, पत्थर, चाकू व अन्य सामान जब्त कर लिए गए हैं।
होली पर मृतक व आरोपियों के बीच रंग-गुलाल लगाने के नाम पर तात्कालिक विवाद हो गया था। यह मामूली विवाद कुलेश्वर ठाकुर उर्फ दाऊ की हत्या का कारण बना।
पुलिस के मुताबिक 29 मार्च को होली पर्व के दौरान शाम करीब 5 बजे दुर्ग पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम मोहलई खार में एक अज्ञात युवक 20-25 वर्ष का शव रोड किनारे पड़ा हुआ है, जिसके सिर में गहरे चोट के निशान है। सूचना पर तत्काल दुर्ग थाना प्रभारी राजेश बागड़े स्टॉफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।
सूचना पर एएसपी शहर संजय ध्रुव, दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला तत्काल मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल यूनिट भिलाई, डॉग स्कॉट दुर्ग, फोटो वीडियोग्रॉफर भी घटनास्थल पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के मार्गदर्शन एवं एएसपी शहर संजय ध्रुव व दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के निर्देश में थाना प्रभारी दुर्ग राजेश बागड़े के नेतृत्व में टीम गठित कर मृत व्यक्ति की शिनाख्ती एवं आरोपियों की पतासाजी हेतु टीम रवाना की गई।
घटना के पतासाजी के क्रम में मृतक की पहचान कुलेश्वर ठाकुर उर्फ दाऊ ग्राम बघेरा निवासी के रूप में की गई।
मुखबिर से पता चला कि मृतक को 29 मार्च की शाम करीब 4 बजे आकाश यादव उर्फ शिब्बू, रांकी देशमुख उर्फ प्रेम और हिमांशु यादव द्वारा इंदिरा नगर बघेरा दुर्ग से एक नीले रंग की दुपहिया वाहन में जबर्दस्ती अपहरण कर ले गए हैं। सूचना पर उक्त आरोपियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच पर लिया गया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना पर तीनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 29 मार्च के शाम करीब 4 बजे होली पर्व मना रहे थे।
इस दौरान मृतक व आरोपियों के बीच रंग-गुलाल लगाने की बात को लेकर कहासुनी व लडाई-झगड़ा होने लगा। जिस पर कुलेश्वर ठाकुर को आरोपी शिब्बू यादव, रांकी देशमुख व हिमांशु यादव द्वारा गाली-गलौज कर मारपीट की गई और कुलेशवर को अपने नीले रंग के मेस्ट्रो दुपहिया वाहन में बैठाकर अपहरण कर ग्राम मोहलई खार ले गए। जहां रोड किनारे पत्थर से कुलेश्वर के सिर में आरोपियों द्वारा कई बार प्राणघातक हमला कर हत्या कर दी गई।