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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। महासमुन्द मिनी स्टेडियम में आयोजित टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि खेल हो या फिर राजनीति में किसी एक ही विजेता होती है। इस लिए हमेशा हार और जीत के लिए तैयार रहना चाहिए। कभी पराजय से मायूस नहीं होना चाहिए।
महाप्रभु बल्लभाचार्य महाविद्यालय द्वारा मिनी स्टेडियम में 6 दिवसीय टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर थे। उन्होंने कहा कि कोई भी खेल हो या राष्ट्रीय निर्माण में युवाओं की महती भूमिका होती है। उन्होंने कहाकि खेल के माध्यम से भी अपना भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ में प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कमी नहीं है। जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को गौरवांनीत किया है और आज सरकारी नौकरी पा कर एक बेहतर जीवन जी रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मिनी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज सरफराज ने कहा कि खेल के जरिये ही युवाओं में धैर्य और सहनशीलता की परख होती है साथ ही अनुशासन व टीम भावना से एक जुटता के साथ खेल खेलना सिखाती है। इसके पहले अतिथियों ने दोनों टीम के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया और पालिका अध्यक्ष ने क्रिकेट में हाथ भी आजमाया। कल का फाइनल मैच महासमुन्द के टीकम इलेवन और अभनपुर के गणेशपुर इलेवन के बीच खेला गया। जिसमें टीकम इलेवन विजेता रहीं। उपविजेता गणेशपुर इलेवन रही। अतिथियों ने विजेता टीम को ट्राफी के साथ 21 हजार रुपए का प्रथम पुरस्कार दिया वहीं उपविजेता टीम को ट्राफी और 11 हजार का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
आयोजन समिति ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।
महासमुन्द, 7 फरवरी। शहर के कांग्रेस भवन चौक में स्थित ट्रैफिक बूथ यातायात जवानों के सहूलियत के लिए बनाया गया था ताकि बूथ में खड़े होकर जवान ट्रैफिक संभाल सकें पर बूथ के चारों ओर विज्ञापन सम्बंधी पोस्टर लगाए जाने से आए दिन जवानों को सडक़ पर ही खड़े होकर ड्यूटी करनी पड़ रही है। लगातार हो रही इस परेशानी को देखते हुए यातायात विभाग ने यहां से कल बूथ ही हटा दिया। यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल ने खुद खड़े होकर बूथ हटवा दिया। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक बूथ के चारों ओर लगातार पोस्टर लगाए जा रहे थे इसलिए उसे हटा दिया है।
महासमुन्द, 7 फरवरी। सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हुई।
श्रीमती पटेल ने कहा कि राज्य शासन हर वर्ग के लिए कोई न कोई जनकल्याणकारी योजनाए संचालित कर रही है। जिसका लाभ हर हितग्राही को मिले यह हम सब का दायित्व है। जिले में ख़ास कर ग्रामीण क्षेत्र में सुगम आवाजाही के लिए बनाई जाने वाली सडक़ गुणवत्तापूर्ण हो इस बात का ख़ास ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिले में जो भी विकास के निर्माण कार्य चल रहे हो उस में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। महिला बाल विकास, लोक निर्माण और वन विभाग के जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य कार्यकालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। वहीं वन मंडलाधिकारी पंकज राजपूत ने वन विभाग की गतिविधियों के बारे में बताया। बैठक में उपाध्यक्ष जिला पंचायत लक्ष्मण पटेल, समिति सदस्य और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में महिला बाल विकास अधिकारी ने विभागीय योजनाओं और कामकाज की जानकारी दी। लोक निर्माण के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री सडक़ के साथ ही मुख्यमंत्री सडक़ के साथ अन्य विकास सम्बंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 01 फरवरी 2021 से द्वितीय फेस में निर्मित 61 गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य प्रारंभ की गई है। इनमें विकासखंड महासमुन्द में 16, बागबाहरा में 17, पिथौरा में 5, बसना में 9 एवं सरायपाली के 14 गौठानों में 4 फरवरी तक कुल 4.488 पशुपालकों ने अपना पंजीयन गोबर विक्रय के लिए कराया है। इनमें से 3,333 पशुपालकों द्वारा 2 लाख, 39 हजार 1 क्विंटल गोबर बेचा है। गोधन न्याय योजना की प्रत्येक जानकारी का अपलोड गोधन न्याय योजना एप में सचिव स्तर पर किया जा रहा है।
गोधन न्याय योजना एप में पशुपालकों के पंजीयन, गोबर खरीदी की ऑनलाईन प्रविष्टी समूहों एवं समूहों के सदस्यों, समूहों को गोबर प्रदाय, समूहों द्वारा उत्पादित वर्मी खाद की मात्रा, तिथिवार टंकी में गोबर भराव, वर्मी डालने का तिथि, खाद निकालने की प्रविष्टि की जा रही हैै। इसके अलावा गोधन से अन्य अर्जित आय, प्राप्त खाद लैब टेस्ट इत्यादि की जानकारी गौठान के नोडल अधिकारी के सहयोग से सचिव के माध्यम से किया जाता है।
तहसीलदार सहित 534 लोगों ने लगवाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को जिले के 21 टीकाकरण केंद्र में कुल 534 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगाया गया। इनमें स्वास्थ्य विभाग के 461 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। जबकि 73 अन्य विभागों से हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार से टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगर पालिका और पंचायत विभाग के अधिकारी.कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाना है। महासमुन्द शहर के अर्बन पीएचसी में कलेक्टर, एडीएमए डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को वैक्सीन लगाई जानी थी। कल न तो कलेक्टर ही वैक्सीन लगवाने पहुंचे और नही एसपी। बता दें कि महासमुन्द जिले में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है।
दूसरे चरण में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगर पालिका और पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी है। दूसरे चरण के पहले दिन केवल 73 लोगों ने टीका लगवाया, जबकि 4950 फ्रंटलाइन वॉरियर्स का नाम टीकाकरण के लिए तैयार पोर्टल में अपलोड हो चुका है। ऐसे 100 लोगों की सूची पहले दिन के लिए तैयार की गई थी। सभी अधिकारियों को बकायदा टीकाकरण सम्बंधी सूचना भी दी गई थीए लेकिन इनमें से केवल 13 ही टीका लगवाया। राजस्व विभाग से महासमुन्द तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा ने कल शनिवार को वैक्सीन लगवाया है।
तार फेंसिंग का निर्माण कर कमाए 2 लाख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। जिले के विकासखंड बागबाहरा के अंदरूनी गांव कोमाखान की एकता महिला स्व.सहायता समूह की दीदीयों के जज्बे के आगे अब लोहा भी नरम पड़ गया है।
यहां की बिहान समूह की महिलाएं आजीविका के रूप में लोहे की तार फेंसिंग का निर्माण कर रही है। इन महिलाओं ने अब तक 169 बण्डल फेंसिंग तार का निर्माण कर 1 लाख 90 हजार 365 रुपए का विक्रय किया है। इनके फेंसिंग तार को सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में मांग। हाल ही में कलेक्टर डोमन सिंह और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.रवि मित्तल इनसे मिलने पहुंचे। इनके द्वारा बनाए जाने वाले फेंसिंग तार की प्रक्रिया और उपकरण आदि देखी। महिलाओं ने बताया कि काम मुश्किल था पर मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया तो काम आसान लगने लगा। कलेक्टर ने उनके काम की तारीफ की।
महासमुन्द जिले में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत् महिला एवं युवतियों को एक स्व.सहायता समूह के रूप में गठित कर उन्हें प्रेरित और विभिन्न आजीविका गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। शासन की महत्वकांक्षी योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महासमुन्द जिले में 5223 महिला स्व.सहायता समूह काम कर रही है। इनमें 55 हजार 910 महिलाएं इससे जुडक़र मोमबत्ती, दीये, वाशिंग पाउडर, फिनायल, बांस की टोकरी सहित अन्य सामग्रियां बनाकर आत्मनिर्भर हुई हैं।
बिहान योजना से जुड़ी महिलाएं सिलाई.कढ़ाई करने, जैविक खाद बनाने और खुद बनाए सामानों को बजार में बेचने का काम करती हैं। जिले की स्व सहायता समूह की महिलाओं ने साबित कर दिया की उनके अन्दर भी परिवार को आर्थिक सहायता देने की क्षमता है। ऐसे में बिहान की योजनाएं उन्हें और मजबूत कर रही है। बिहान की योजनाओं का लाभ उठा कर महिलाएं सिर्फ अपने ही परिवार के आर्थिक स्थिति को मजबूत नहीं कर रही है बल्कि और भी लोगों को रोजगार प्रदान कर उन्हें भी आगे बढऩे में मदद कर रही है। ये महिलाएं फेसिंग तार के साथ अचार, पापड़, निरमा, साबुन, फिनाइल आदि निर्माण कर रही है।
महासमुन्द, 7 फरवरी। यह तस्वीर राष्ट्रीय राजामार्ग 353 ग्राम लभरा के पास की है। यहां करोड़ की लागत से सडक़ के बीच बनाए गए डिवाइडर का एक हिस्सा वाहनों की ठोकरों से क्षतिग्रस्त हो गया है। निर्माण कंपनी मरम्मत भी नहीं करा रही है।
लभरा में निर्मित डिवाइडर का एक हिस्सा वाहनों की ठोकरों से क्षतिग्रस्त हो चुका है। मालूम हो कि निर्माण के बाद कंपनी द्वारा डिवाइडर में रिफलेक्टर नहीं लगाया गया है जिसका परिणाम यह हुआ है कि वाहनों की ठोकरों से डिवाइडर के एक ओर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसे क्षतिग्रस्त हुए करीब दो माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन इसके बाद भी निर्माण एजेंसी ने इसकी मरम्मत नहीं कराई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में देशभर में हाइवे जाम का असर महामसमुन्द जिले में भी देखने को मिला। किसानों ने जिले के कई इलाकों में एनएच पर चक्काजाम किया। किसानों के इस आंदोलन को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और चक्काजाम में शामिल हुए। किसान और कांग्रेसियों ने महासमुन्द जिले के एनएच 53 पर महासमुन्द ब्लॉक में पटेवा बस स्टैंड, पिथौरा ब्लॉक में सांकरा, बसना ब्लॉक में सिंघनपुर और एनएच 353 पर बागबाहरा ब्लॉक के खोपलीपड़ाव में चक्काजाम किया। इस दौरान घंटों यातायात बाधित रहा।
पटेवा बस स्टैंड के पास आयोजित चक्काजाम में आसपास के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। सुबह 11 बजे यहां चक्काजाम की शुरुआत हुई। यहां आयोजित सभा के पश्चात करीब डेढ़ घंटे तक किसान और कांग्रेस सडक़ पर बैठ गए। चक्का जाम को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई थी। पुलिस ने किसानों और कांग्रेसियों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस की समझाइश के बाद किसान वहां से हट गए। लेकिन कुछ देर बाद ही वे फिर से आकर एनएच पर बैठ गए। आखिरकार पुलिस ने जबरिया सभी को एनएच से हटाया। इस दौरान प्रशिक्षु डीएसपी अपूर्वा सिंह क्षत्रिय, पटेवा थाना प्रभारी मल्लिका बेनर्जी समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
इसके पहले आंदोलन को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल ने कहा कि केंद्र द्वारा लाया गया कृषि सम्बंधी कानून किसानों के लिए लाभकारी नहीं है। इस बिल का फायदा कॉरपोरेट घरानों को होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बिल को किसान हितैषी बता रही है। यदि बिल किसान हितैषी है तो देशभर के किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं। जरूर बिल में कोई खामी है। मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। जिले भर में किसान आंदोलन और चक्काजाम की स्थिति निर्मित होने के कारण एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। एनएच 53 में पटेवा, सांकरा और सिंघनपुर के पास सडक़ के दोनों ओर गाडिय़ों का जाम लग गया। आंदोलन समाप्त होने के बाद दोपहर 2 बजे के बाद पुलिस की मौजूदगी में गाडिय़ों को एक-एक कर रवाना किया गया। आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने इन स्थानों पर दो किमी पहले ही गाडिय़ों को रोका था।
बारिश की संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कवर की व्यवस्था के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। महासमुन्द में सुबह से तेज ठंडी हवाएं उत्तर दिशा की ओर से बह रही है। लिहाजा एक बार फिर से ठंड का मौसम आ पहुंचा है। मौसम विज्ञानी कहते हैं कि एक द्रोणिका ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किमी तक ऊंचाई में स्थित है। इसी से मौसम बदल रहा है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण फरवरी माह में ठंडकता बनी हुई है। रात में तापमान गिर जाने से ठंड का अहसास बढ़ा है। आज और कल फिर मौसम में बदलाव आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गरज चमक के साथ बारिश के छींटे की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार महासमु्द जिले में एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणिका इस ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। प्रदेश में इन मौसमी तंत्र के प्रभाव हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। कल 7 फरवरी की सुबह से ही न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है। फरवरी में कड़ाके की ठंड के बाद अब सर्दी खत्म हाने लगी है। लेकिन मौसम के बदलाव के चलते यह ठंड जाने का नाम ही नहीं ले रही है। अगले दो दिन में एक बार फिर ट्रफ बनने के कारण बदली व छींटे पडऩे के आसार हैं।
मौसम विभाग के सहायक विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा में बना चक्रवात उतपरी छग पर प्रभावी होगा। इसके प्रभाव से कुछ जगहों का मौसम बदलेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। अगले 24 घंटे में इसके प्रभाव से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी और अधिक तापमान में गिरावट आएगी। शनिवार और रविवार को मध्य भाग में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा भी हो सकती है। बारिश होने से तापमान में गिरावट आने के साथ ही साथ ठिठुरन भी बढ़ेगी। इसका स्वास्थ्य पर पड़ता है। ज्यादा असर बुर्जुगों व बच्चों के साथ दमा के मरीजों में पड़ती है। इसके अलावा वायरल अधिक बढ़ती है।
जिले के डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना के चलते इस गर्म-सर्द मौसम से बचाव की अपील की है। डाक्टरों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण गर्म-सर्द की शिकायतें आ रही है। गले में खराश और सर्दी जैसे फ्लू के लक्ष्ण दिखा सकते हैं। जिसके चलते निजी व सरकारी अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण ऐसी स्थिति निर्मित होती है। मौसम को दखत हुए जिला प्रशासन ने भी उपार्जन केंद्रों में खुले में पड़े धान को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। इन केन्द्रों में धान उठाव के लिए विपणन विभाग के अधिकारी लगे हैं। बारिश के संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कव्हर की व्यवस्था के लिए कहा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। महासमुन्द अंचल में दंतैल हाथियों का कहर जारी है। शुक्रवार की रात हाथियों ने सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अछोली, अछरीडीह और नयापारा में जमकर उत्पात मचाया है। हाथियों ने यहां किसानों के ब्यारे में रखे धान को खाकर बिखरा दिया। वहीं इन हाथियों को किसानों से ब्यारे से खदेडऩे में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात 9 बजे के आसपास तीन दंतैल कुकराडीह के जंगल से निकले। तीनों हाथी यहां से ग्राम अछोली पहुंचे और किसान संतोष साहू के खलिहान में रखे धान की फसल को नुकसान पहुंचाया।
ग्रामीणों और हाथी मित्र दल के मदद से हाथियों को यहां से खदेड़ा गया तो तीनों हाथी महानदी की ओर निकल गए। वहीं रात 12 बजे सूचना मिली की तीनों हाथी वहां से ग्राम अछरीडीह पहुंच गए हैं। करीब पांच घंटे के बाद सुबह 4 बजे सूचना पर पहुंची टीम ने देखा कि तीनों दंतैल किसान विश्वनाथ साहू के बियारे में मौजूद है और धान को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने यहां हाथियों को खदेडऩे का प्रयास किया।
बसना विधायक नेे महिलाओं व बच्चों को परोसा गरम स्वादिष्ट भोजन
महासमुन्द, 6 फरवरी। पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिरदा के आंगनबाड़ी केन्द्र में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभारम्भ अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एनीमिया एवं कुपोषण की गंभीरता को समझते हुए इस अभियान का प्रारंभ किया गया है। इस अभियान में विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ लोगों की सहभागिता का होना अनिवार्य है। अच्छे खान-पान एवं स्वच्छता सम्बंधी अच्छी आदतों को अपनाकर कुपोषण एवं एनीमिया के खिलाफ लडा़ जा सकता हैं। कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त समाज से ही एक अच्छे नागरिक का सम्बंध है। इसलिए इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं एवं योजना को सफल बनाने में सभी नागरिक अपना योगदान देें।
कार्यक्रम में 6 माह से 3 वर्ष के 13 बच्चों, 15 से 49 वर्ष के 35 एनीमिक महिलाओं एवं 2 किशोरी बालिकाओं को लाभान्वित किया गया। कार्यक्रम में विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा उपस्थित लक्षित हितग्राहियों को गरम स्वादिष्ट भोजन भी परोसा गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जिला पंचायत के अध्यक्ष उषा पटेल ने जिला प्रशासन एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के इस पहल का स्वागत करते हुए लोगों को इस योजना से जुडक़र अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभियान 2 अक्टूबर 2019 से प्रारंभ किया गया था। जिसमें लक्षित हितग्राहियों कि संख्या में वृध्दि कर इसे विस्तारित कर प्रारंभ किया गया हैं। कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा जिला खनिज न्यास निधि मद की राशि का उपयोग बच्चों एवं महिलाओं में व्याप्त एनीमिया एवं कुपोषण को दूर करने के लिए किया जा रहा है।
पिथौरा के जनपद अध्यक्ष सत्यभामा नाग ने उपस्थित जन समुदाय को लक्षित हितग्राहियों जिसमें 6 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चे एवं 14 से 49 वर्ष के एनीमिक महिलाओं को नियमित आंगनबाड़ी केन्द्र आकर योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। साथ ही विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर जनपद सदस्य ललिता पटेल, लक्ष्मी पारेश्वर, रमशिला सिदार, सरपंच आतराम चैहान, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राकेश गोलछा, एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी जी.आर. नारंग सहित नागरिक, सेक्टर सुपरवाईजर, हितग्राही बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
महासमुन्द, 6 फरवरी। सासंद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, भाजयुमो के हिरेन्द्र सोनी, जगन्नाथ छुरा, नरेश नायक, दीपक राव ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रदेश में लगातार गैंगरेप, चाकूबाजी, लूट डकैट के माले बढ़ रहे हैं।
जनता अभी कोरबा जिले के लेमरू जंगल में एक संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति परिवार के साथ हुए गैंगरेप व एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या के हादसे को भूल भी नहीं पायी थी कि रायगढ़ जिले के पत्थलगांव में आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ हुई एक और सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई है। इससे यह सिध्द होता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है और प्रदेश में आदिवासी बच्चियों-महिलाओं को अपनी अस्मत और जान बचाने में खुद को निरीह मान रहे हैं। इनकी मांग है कि सरकार पत्थलगांव में आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ गैंगरेप को अंजाम देने वाले शेष 07 आरोपियों को भी तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। कोमाखान पहुंचे कलेक्टर के सामने ग्रामीणों ने शुक्रवार को कॉलेज खोलने की मांग रखी। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने की मांग की जा रही है, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई प्रयास नहीं हो पाया है।
ग्रामीणों की इस मांग का समर्थन करते हुए कोमाखान के कुंवर उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कोमाखान में कॉलेज खोलने की मांग बहुत दिनों से की जा रही है। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। यदि आप कॉलेज या आईटीआई खोलने के लिए सहमति देते हैं तो मैं करहीडीह में अपनी जमीन देने को तैयार हूं। इस पर कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि यदि आप जमीन देते हैं तो बात आगे बढ़ सकती है।
महासमुन्द कलेक्टर शुक्रवार को कोमखान पहुंचे थे। यहां उन्होंने आमजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महिला संगठन द्वारा तैयार की जा रही सामग्री की तारीफ की। ज्ञात हो कि यहां की महिला समूह द्वारा फेंसिंग तार का निर्माण किया जा रहा है। यह देख कलेक्टर ने फेंसिंग तार को सभी सरकार जगहों में प्रयोग करने की बात कही। राजमहल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में महिला समूहों ने तैयार उत्पाद के बारे में कलेक्टर को जानकारी दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। विकासखण्ड महासमुन्द में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत् ग्राम पंचायत बम्हनी को मॉडल गौठान के रूप में चयन किया गया है। गौठान में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व सहायता समूह के आय बढ़ाने के लिए रोजगार देने के लिए गौठान में विभिन्न प्रकार के कार्य प्रारंभ किए गए हैं। गौठान में गोबर से वर्मी खाद निर्माण के लिए जय मां सरस्वती एवं माता अमरौतीन स्व सहायता समूह को कृषि विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण उपरांत समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है।
जय मां सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा अब तक 188 क्विंटल खाद तैयार किया गया है। जिसमें से 177.45 क्विंटल वर्मी खाद एक लाख 77 हजार 450 रुपए का सहकारी समिति बम्हनी द्वारा विक्रय किया गया है तथा माता अमरौतीन स्व सहायता समूह द्वारा गौठान में कम लागत वाले टैंक में वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है। इस तरह से समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। जिले में रबी फसल का काम जोरों पर है। किसान अपने खेतों में उतर कर खेत की जोताई व बोआई का काम शुरू कर चुके हैं। जलाशयों से किसानों को पानी भी दिया जा रहा है। किसानों को खेती किसानी में कोई तकलीफ न हो, इसके लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से ऋण का वितरण भी शुरू हो गया है। पिछले चार महीने में जिले बैंक ने केवल दो करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है।
इस बार जिला सहकारी बैंक के माध्यम से किसानों को 29 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया जाना है। यह वितरण जिले के 12 शाखाओं के माध्यम से दिया जाना है। अभी तक केवल 4 शाखाओं में किसानों ने ऋण लिया है। जिला सहकारी बैंक के मुताबिक रबी के लिए ऋण वितरण 1 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ है। जिसमें जिले की 12 शाखाओं में से 4 शाखाओं के कुल 841 किसानों ने 1 करोड़ 97 लाख 10 हजार रुपए का ही अब तक ऋण लिया है।
जिले में इस बार रबी फसल के लिए 49.477 हेक्टेयर में फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से अब तक 32.551 हेक्टेयर में बोनी हो चुकी है। जिसमें 24.551 हेक्टेयर में गेंहू, धान और मक्का की बोनी हुई है। कुल 3.510 हेक्टेयर में चना, मटर, मूंग, उड़द, कुल्थी, तिवड़ा और अन्य फसल लगाई गई है। इसके अलावा 1.533 हेक्टेयर में अलसी, सरसों, कुसुम, सूर्यमुखी, मूंगफली और तिल व 2.611 हेक्टेयर में साग सब्जी गन्ना और मवेशियों के लिए चारा की बोनी की गई है।
हर साल रबी फसल लेने के लिए किसानों को ऋण के साथ-साथ सिंचाई के लिए जलाशय से पानी भी दिया जाता है। किसानों की मांग पर 11 जनवरी से किसानों को खेती किसानी के लिए पानी छोड़ दिया गया है। इस साल राइट केनॉल से करीब 18 से 19 गांवों के किसानों को राइट केनॉल बैंक से पानी दिया जा रहा है। अभी तक कोडार जलाशय से सात फीट पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया जा चुका है। अभी भी सिंचाई के लिए जलाशय से पानी दे रहे हैं। अब जलाशय में 23 फीट पानी बचा है। इस साल अच्छी बारिश होने के कारण जलाशय पूरा भरा था। जलाशय के माध्यम से 2500 हेक्टेयर की सिंचाई हो रही है।
वनाधिकार पट्टा और जाति प्रमाण पत्र का वितरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह की महासमुन्द जिले के विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम भोथा में चौपाल लगी। उन्होंने गुलझर पारा पहुंचकर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र-परिवारों से मुलाकात कर कुशलक्षेम पूछा। कलेक्टर डोमन सिंह का गुरहू ने बांस से बनी हुई टोपी और टुकली माला पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। कमार जाति के लोगों ने बांस से बनी हुई टोकरी, सूपा आदि भी दिखाया। कलेक्टर के पूछने पर बताया कि गुलझर पारा में कमार जाति के परिवारों का 16 घर है, जिसमें लगभग 68 लोग रहते हैं।
कलेक्टर ने लगभग एक घण्टे बातचीत की उनसे राशन, टीकाकरण और बच्चों की पढ़ाई आदि के सम्बंध में पूछकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। कलेक्टर श्री सिंह सुमरी नामक महिला के घर गए और उनके बच्चों से भी मिले, उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। कलेक्टर ने कमार जाति के लोगों की मांग पर तत्काल पेयजल हेतु एक हैण्डपम्प और सामुदायिक शौचालय के साथ ही मुक्तिधाम का प्रस्ताव बनाकर तत्काल भेजने के निर्देश जनपद सीईओ के दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा भागवत जायसवाल सहित विभिन्न जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने भोथा आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण किया। रसोई और भण्डार आदि का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत् 01 फरवरी से 6 माह से 3 साल तक के कुपोषित बच्चों और 15 से 49 साल की एनीमिक महिलाओं को गरम पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर ने ग्राम भोथा में चौपाल लगाकर ग्रामवासियों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणजनों और स्व.सहायता समूह की महिलाओं को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कलेक्टर ने इस मौके पर व्यक्तिगत, सामुदायिक वनाधिकार और सामुदायिक वन संसाधन पट्टों और बच्चों को जाति प्रमाण पत्र वितरित किए। कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत एकता महिला समूह द्वारा ग्राम कोमाखान में बनाए जा रहे फेंसिंग तार निर्माण की प्रक्रिया को देखा और उनके द्वारा लगाए गए स्टॉल आदि का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ग्राम पंचायत बसुलाडबरी भी गए। वहां उन्होंने गौठान का भी निरीक्षण किया। समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्हें अभी तक वर्मी कम्पोस्ट एवं गोबर का पैसा नहीं मिला है। कलेक्टर ने इसे गम्भीरता से लिया और कहा अब तक इसका भुगतान वस्तुस्थिति के बारें में जानकारी ली। बेचे गए वर्मी कम्पोस्ट खाद का पैसा का भुगतान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर कोमाखान और गोईनाबाहरा में चल रहीं मोहल्ला क्लास भी गए। बच्चों से मिलकर पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछा। कलेक्टर श्री सिंह ने इस मौके पर मोहल्ला क्लास में पढ़ाने वाले शिक्षक और छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 फरवरी। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आज पटेवा, सांकरा, बागबाहरा और सिंघनपुर में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया। हालांकि इन स्थानों पर भीड़ की स्थिति नहीं बनीं। फिर भी पुलिस प्रशासन की वजह से कहीं भी विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई।
सबसे पहले दोपहर 12.55 से 1.15 बजे तक पटेवा में लगभग 60-65 लोगों ने चक्काजाम किया। यहां आंदोलन का नेतृत्व जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, और उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, ढेलू निषाद ने किया।
सांकरा राजमार्ग गुरू घासीदास चौक पर दोपहर 1.42 से 2.10 बजे तक 60-65 किसानों ने चक्काजाम किया। सांकरा आंदोलन का नेतृत्व धरमचंद दीवान, संजय सिन्हा, हितेश विशाल, पीतांबर पटेल ने किया।
इसी तरह बागबाहरा में दोपहर 1.50 से 2.20 बजे तक 45 लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया। यहां का नेतृत्व रवि निषाद, भूपेंद्र ठाकुर, केजू चक्रधारी, हीरा चैतराम बघेल ने किया। वहीं सिंघनपुर बसना में दोपहर 2 बजे से 2.50 बजे तक 60 लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया। यहां तहसीलदार ललिता भगत को राष्ट्रपति के नाम आवेदन सौंपा गया। जिले के सभी चार स्थानों में चक्काजाम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह बुधवार को बसना भ्रमण के दौरान ग्राम हाड़ापथरा में पढ़ रहे बच्चों से मिले। स्कूल में पहुंचकर उन्होंने बच्चों से आत्मीय बातचीत की। उनकी पढ़ाई लिखाई और सेहत के बारे में पूछा। इस दौरान बच्चों ने कलेक्टर को पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिनन्दन किया।
कलेक्टर ने बच्चों के साथ फोटों भी खिंचवाई। कलेक्टर ने सभी बच्चों से खेल-कूद के साथ पढ़ाई में ध्यान देने की बात कही। उन्होंने बच्चों से सूखा राशन की भी जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बी.एस. मरकाम सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। बता दें कि महासमुन्द जिले में कोरोना काल के चलते ऑनलाईन शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए गांव-गांव में मोहल्ला क्लास लगाई जा रही है। शिक्षक द्वारा बच्चों को कक्षावार पढ़ाया जा रहा है। पाठशाला लगने से अभिभावक काफी खुश नजर आ रहें हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। बार दल के 27 हाथियों के दल की महासमुन्द जिले से रवानगी को करीब साल भर बीतने को है। इससे महासमुन्द जिले के सिरपुर क्षेत्र के किसानों ने राहत की सांस ली थी लेकिन एक बार फिर से अंचल के ग्रामीणों के होश उड़े हुए हैं। इस वक्त सिरपुर क्षेत्र में तीन हाथीजमकर उत्पात मचा रहे हैं। गुरूवार को तीन हाथियों ने अछरीडीह के एक किसान के बियारे में रखे करीब 60 कट्टा धान को नुकसान पहुंचाया। धान को नुकसान पहुंचाने की सूचना के बाद गुरूवार को ही वन और राजस्व विभाग की टीम ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अछरीडीह निवासी डेरहाराम साहू ने समर्थन मूल्य में धान बेचने के बाद शेष बचे हुए 60 कट्टा धान को अपने बियारे में रखा था। किसान ने धान को सौदा पत्रक के जरिए बेचने की तैयारी की थी, लेकिन बुधवार-गुरूवार की रात अचानक पहुंचे हाथियों ने उसके बियारे में रखे धान को बिखेर दिया और अधिकांश धान चट कर गए। मामले की जानकारी किसान को दूसरे दिन गुरूवार की सुबह हुई। इसके बाद सूचना वन विभाग को दी गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वन विभाग और राजस्व की टीम ने अछरीडीह पहुंचकर मुआवजा प्रकरण तैयार किया है। समाचार लिखते वक्त आज सुबह के 11 बजे हैं और तीनों हाथियों कुकराडीह बंजर में डेरा जमाए हुए हैं। हप्ते दिनों से ये यहीं हैं और तीनों दंतैल रोज रात में यहां से निकलकर रहवासी क्षेत्रों में पहुंचते हैं। गुरूवार की रात तीनों यहां से निकलकर जोबा रोड पार करते हुए भोरिंग की ओर निकले थे। कल देर शाम तक हाथियों की लोकेशन इसी के आसपास थी और रात होते ही ये अछरीडीह पहुंचे थे। इसे देखते हुए वन विभाग ने अछोला, अछोली, नयापारा और अछरीडीह के लिए अलर्ट जारी किया है। साथ ही निगरानी के लिए हाथी गश्ती दल की टीम के सदस्यों की ड्यूटी लगा दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। महासमुन्द जिले में पहले चरण में 7665 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को टीका लगाया जाना है। बीते 16 जनवरी से शुरू हुए इस अभियान के तहत अब तक 5637 लोगों को टीका लगाया जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का 73.54 फीसदी है।
टारगेट के अनुसार अभी 2028 कोरोना योद्धाओं को टीका लगाया जाना शेष है और इसके लिए अब 9 दिन शेष है। क्योंकि पहले चरण का टीकाकरण अभियान 13 फरवरी तक पूरा किया जाना है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जो लोग टीका लगाने आएंगे, उन्हें टीका जरूर लगाया जाएगा। शुरुआती दौर में तीन केंद्रों में टीकाकरण कार्य शुरू किया गया। इसके बाद तीन और सेंटर बढ़ाकर इसकी संख्या 6 कर दी गई थी। कल गुरूवार से ही जिले में 15 नए सेंटर में वैक्सीनेशन कार्य शुरू किया गया है। ये सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।
महासमुन्द जिले में तय लक्ष्य के अनुसार अब 2028 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को टीका लगाया जाना शेष है। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ लोग टीका लगवाने के लिए केंद्र तो पहुंच रहे हैं, लेकिन वैक्सीन लगवा नहीं रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्र में पहुंचने वाले लोग सेहत का या बीमारियों का हवाला दे रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या 16 है। इनका नाम टीकाकरण की सूची में शामिल था। इन्हें समय अनुसार मैसेज भी किया गया था, इसलिए ये सभी टीकाकरण केंद्र पहुंचे थे। लेकिन इन्होंने स्वास्थ्यगत हवाला देकर टीका नहीं लगवाया। गुरूवार को 1081 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को टीका लगाया गया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि जिले में लक्ष्य के अनुसार टीकाकरण पूरा कर लिया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार टीकाकरण अभियान के तहत दूसरे चरण की शुरूआत भी हो चुकी है। दूसरे चरण में रेवेन्यु डिपार्टमेंट, पुलिस विभाग, नगरीय निकाय और पंचायत विभाग के फ्रंट लाइन वॉरियर्स को टीका लगाया जाएगा। इनकी सूची तैयार की जा रही है। जिला टीकाकरण सेक्शन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 7 फरवरी तक इनका डेटा तैयार कर भेजा जा चुका है। डेटा के अनुसार ही दूसरे चरण के लिए वैक्सीन मिलेगी। जिले को कोविशील्ड वैक्सीन की दो खेप अब तक पहुंच चुकी है। इस खेप के अनुसार फ्रंट लाइन वॉरियर को 28 दिन के अंतराल में दो-दो टीका लगाया जाना है। वैक्सीन का एक डोज भी खराब न हो इसका पूरा ध्यान स्वास्थ्य विभाग रख रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन की डोज खराब न हो, इसलिए नया पैंतरा अपनाया जा रहा है। इसके तहत वैक्सीनेशन सेंटर में 8 लोगों का वेट किया जाता है। इनके आने के बाद ही एक वाइल खोली जा रही है। क्योंकि एक वाइल में 10 लोगों को टीका लगाया जाता है। इस फैसले के कई फ्रंट लाइन वॉरियर्स को परेशानी हो रही है। क्योंकि कई बार उन्हें घंंटों इंतजार करना पड़ता है।
लेकिन वैक्सीन खराब न हो इसे देखते हुए उन्हें समझाइश दी जाती है और वे मान भी जाते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह बुधवार को अपने विकासखण्ड दौरे के दौरान ग्राम रसोड़ा पहुंचे और वहां चल रही कोरोना टेस्ट का निरीक्षण किया। कोविड टेस्ट करा चुकी महिलाओं से उनका हालचाल पूछा और कहा कि यह अच्छी बात है कि आप अपना कोविड टेस्ट कराने आए हंै।
टेस्ट कराने के बाद अपने आस-पास के लोगों को भी टेस्ट कराने के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कोरोना से घबराएं नहीं सिर्फ सावधानीं बरतें और कोविड गाईड लाईन का पालन करें। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल, एसडीएम बसना बी.एस. मरकाम सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने स्वास्थ्य कर्मियों से कोविड टेस्ट की प्रक्रिया और रख.रखाव की जानकारी ली। कलेक्टर बाद में ग्रामीण जनों से मुलाकात और चर्चा की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और महिलाओं से गांव की एनीमिक पीडि़त महिलाओं और कुपोषित बच्चों को 01 फरवरी से सप्ताह में ंतीन दिन शुरू हुए गरम पौष्टिक भोजन के बारे में भी जानकारी ली। कलेक्टर ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद को मुक्तिधाम के लिए प्रस्ताव भेजने और गौठान के लिए भी भूमि चिन्हांकित करने कहा।
महासमुन्द, 5 फरवरी। महामसुन्द पुलिस की ओर से यातायात जागरुकता माह जारी है। इसके तहत गुरूवार को बागबाहरा में बाइक रैली निकालकर लोगों को हेलमेट का उपयोग करने के लिए जागरूक किया गया वहीं परिवहन विभाग के सहयोग से लर्निंग लाइसेंस कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोग लाइसेंस बनवाने के लिए पहुंचे थे।
बागबाहरा थाना प्रभारी स्वराज त्रिपाठी ने बताया कि गुरूवार को 105 लोगों के आवेदन की ऑनलाइन एंट्री की गई है। वहीं शेष आवेदन को ऑफलाइन के रूप में स्वीकार किया गया है, जिसकी बाद में एंट्री कर ली जाएगी। इन सभी आवेदनकर्ताओं को जल्द ही परिवहन विभाग से लाइसेंस जारी किया जाएगा। इस दौरान एसडीओपी लितेश सिंहए यातायात प्रभारी दीपेश जायसवालए थाना प्रभारी तेंदूकोना हर्ष धुरंधरए थाना प्रभारी कोमाखान सिद्धेश्वर प्रताप सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। जिले के सराईपाली क्षेत्र स्थित ग्राम केना के ग्रामीणों जिला कांग्रेस कमेटी महासमुन्द के अध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर से मुलाकात कर अपनी समस्याओं की जानकारी दी। समस्याओं से रूबरू होने के बाद रश्मि चंद्राकर ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के विषय में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा।
सरपंच नरेश प्रधान केना एवं शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष धनपति पटेल ने डा. चंद्राकर को बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोना का भवन निर्माण का कार्य विगत 10 माह से ठेकेदार द्वारा बंद कर दिया गया है। इस विद्यालय में कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक करीबन 400 विद्यार्थी अध्ययनरत है। जहां कला, विज्ञान, वाणिज्य संकाय संचालित है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2018.19 में यहां व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत ऑटोमोबाईल एवं एग्रीकल्चर संचालित है। वर्तमान में इस विद्यालय का संचालन अतिरिक्त भवन में संचालित है। जिसमें कुल 6 कमरे ही उपलब्ध है। जिसके कारण यहां अध्यापन कार्य में विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इस सम्बंध में कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग सरायपाली को भी आवेदन दिया जा चुका है।
इस पर डॉ. रश्मि चंद्राकर ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के विषय में कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण जनों को आश्वासन दिया कि सम्बंधित विभागीय अधिकारियों से बात कर के शा.उ.मा. विद्यालय केना के निर्माण कार्य पूरा कराया जायेगा। आवेदन देने वालों में सागर पटेल सदस्य एस एम डी सी केना, लक्ष्मी नंद पालक समिति, एम. एल. नायक प्राचार्य केना, शैलेन्द्र कुमार नायक व्याख्याता केना एवं ग्रामीणवासी शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। पीएससी द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 में अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने गुरूवार को चौथे व अंतिम चरण में छग लोकसेवा आयोग का पुतला दहन किया तथा राज्य सरकार के खिलाफ स्थानीय बरौंडा चौक में जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान युवा मोर्चा एवं पुलिस के बीच पुतला दहन को लेकर जमकर झूमा झटकी हुई। भाजयुमो जिला महामंत्री विक्की सलूजा एवं हेमंत तिवारी ने बताया कि आक्रोशित युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सीजी पीएससी का पुतला दहन किया है और जब तक इस अव्यवस्थित सरकार के द्वारा भोले भाले युवाओं के साथ अन्याय और अत्याचार होता रहेगा तब तक युवा मोर्चा इन युवाओं के कंधे से कंधा मिलाकर नींद में सोई सरकार को जगाते रहेगी।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विमल चोपड़ा, जिला महामंत्री भाजपा प्रदीप चन्द्राकर, शहर मंडल अध्यक्ष सतपाल पाली, महामंत्री प्रकाश शर्मा, मनीष बंसल, पीयूष मिश्रा, दिनेश रूपरेला, रोमी दत्ता, मंगेश टांकसले, नितिन जैन, स्वपनिल तिवारी, मिलिंद चन्द्राकर, नंदु जलक्षत्री, कादर राजपूत, लक्की चन्द्राकर, संजय सिंह, खुशाल ठाकुर मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 फरवरी। बसना विकासखण्ड के ग्राम गढफ़ुलझर स्थित सिरेमिक ग्लेजिंग यूनिट का अवलोकन कलेक्टर डोमन सिंह ने किया। उन्होंने बनाई जाने वाली सामग्रियों के प्रक्रिया की जानकारी ली। कलेक्टर ने ग्लेजिंग यूनिट के सभी मशीनों एवं वहां कारीगरों द्वारा बनाए जा रहे सभी सामग्रियों को बारीकी से देखा।
कलेक्टर ने यूनिट में बनाए जा रहे सामग्रियों को देखकर वहां पर कार्यरत कारीगरों की सराहना की। जिले के बसना विकासखंड का ग्राम गढफ़ुलझर अपने इतिहास के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मिट्टी की परंपरागत कला को भी सहेजने और संवारने का काम भी बखूबी कर रहा है।
छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड ने यहां सिरेमिक ग्लेजिंग यूनिट लगाया है, जो न केवल परंपरागत कुम्हारों, बल्कि अन्य कलाकारों को भी छत्तीसगढ़ की माटीकला और टेराकोटा कला का प्रशिक्षण देकर स्थानीय लोगों को और हुनरमंद बना रहा है। कलेक्टर ने मिट्टी को लाने, उसे चिकना तथा साफ.सुथरा बनाने की दृष्टि से किए जाने वाले कार्यों के साथ-साथ मोल्ड बनाने, चाक एवं मशीन चाक के माध्यम से मिट्टी को अलग-अलग कलात्मक रूपों में ढालने, उसे सुखाने तथा उसे पकाने के लिए फर्नेस का उपयोग करने के साथ-साथ निर्मित कला कृतियों के फिनिशिंग करने के कार्य को देखा।