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300 कर्मचारियों को दो माह का वेतन नहीं मिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। एक महीने में पालिका को 50 फीसदी टैक्स की वसूली करना है और यह पालिका के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। क्योंकि वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत नगर पालिका पिछले 11 महीने में करदाताओं से 50 फीसदी ही टैक्ट की वसूली कर पाई है।
टैक्स वसूली की रफ्तारी धीमी होने का असर पालिका के कामकाज पर पड़ रहा है। लिहाजा नगर पालिका अपने कर्मचारियों को दो महीने से वेतन भुगतान नहीं कर पाई है। यही नहीं कई आकस्मिक और पालिका निधि के तहत कराए जाने वाले कामों पर भी इसका असर पड़ रहा है। पालिका को इस वित्तीय वर्ष में करीब 3 करोड़ के टैक्स की वसूली करना है। इसके साथ ही पिछला बकाया एक करोड़ 59 लाख भी वसूलना है। प्रतिवर्ष पालिका 80 से 85 प्रतिशत ही टैक्स की वसूली कर पाती है। इसी वजह से बकाया राशि में लगातार वृद्धि हो रही है।
टैक्स की वसूली शत-प्रतिशत नहीं होने से शहर में मूलभूत काम व पालिका के कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। अभी भी दो महीने का वेतन पालिका के कर्मचारियों का बकाया है। नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर का कहना है कि पहले चरण में करदाताओं से अपील कर टैक्स जमा करने की अपील की गई थी। अब अगले एक महीने में टैक्स की राशि जमा करने के लिए कड़ाई की जाएगी। जो बड़े बकायादार हैं, उनके खिलाफ आने वाले दिनों में कार्रवाई भी की जाएगी। कर वसूली के नगर पालिका अगले एक महीने तक अभियान चलाएगी। इसके लिए नगर पालिका क्षेत्र में बकायादारों की सूची तैयार कर घर-घर जाएगी और उन्हें टैक्स के बारे में जानकारी देगी। टैक्स की राशि अदा नहीं करने वालों के नल कनेक्शन काटे जाएंगे।
नगर पालिका के राजस्व अधिकारी देव कुमार निर्मलकर ने बताया कि इस बार वसूली को लेकर पालिका सख्त है। इसी महीने से नगर पालिका टैक्स वसूली के लिए विशेष अभियान चलाएगी। फरवरी महीने में हर गली-मोहल्ले में मुनादी करा दी गई है। अब एक टीम गठित घर घर-घर जाकर टैक्स की वसूली करेगी। बता दें कि नगरपालिका के 300 कर्मचारियों को दो महीनों से वेतन नहीं मिला वेतन है। नगर पालिका संपत्तिकर, जल शुल्क, दुकानों का किराया, समेकित कर के माध्यम से पालिका के विभिन्न कर्मचारियों को वेतन देती है। लेकिन वसूली नहीं होने के कारण नगर पालिका के प्लेसमेंट और नियमित 300 कर्मचारियों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। पालिका विभिन्न प्रकार के छोटे काम को कराने के लिए आकस्मिक निधि और पालिका निधि से खर्च करती है।
अभी शहर में पाइपलाइन फूट गई है। ऐसे में पालिका को इन्हीं दो मदों से रिपेयरिंग करानी होगी। इस वित्तीय वर्ष में पालिका को नए व पुराने टैक्स मिलाकर करीब पांच करोड़ 41 लाख रुपए वसूली का लक्ष्य मिला है। इसमें वर्तमान का टैक्स तीन करोड़ व पुराना दो करोड़ 41 लाख रुपए शामिल है। पालिका ने 2020-2021 के वित्तीय वर्ष के 11 महीने में 50 प्रतिशत यानी एक करोड़ 50 लाख रुपए के टैक्स की वसूली कर ली है। अब एक महीने में पालिका को डेढ़ करोड़ की वसूली और करनी है। बकाया टैक्स की 81 लाख की वसूली नहीं हो पाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा है कि जिला अस्पताल का ऑपरेशन थिएटर कई महीनों से बंद पड़ा है जिसके कारण सिजेरियन ऑपरेशन परिवार नियोजन ऑपरेशन सामान्य छोटे-छोटे ऑपरेशन के मरीज भटक रहे हैं।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन कैंप कई महीनों से नहीं लगा है इस पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिला अस्पताल के ऑपरेशन कक्ष का निरीक्षण भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉक्टर विमल चोपड़ा ने किया। उन्होंने हॉस्पिटल कंसलटेंट डॉ निखिल गोस्वामी से चर्चा कर कहा कि मरीज ऑपरेशन के अभाव से भटक रहे हैं कई महीनों से ऑपरेशन थिएटर बंद है तत्काल चालू कराया जाए। आगामी 1 सप्ताह के अंदर ऑपरेशन थिएटर प्रारंभ नहीं होने पर भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के द्वारा अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने सुझाव दी कि अस्पताल के ऊपर बन रहे नए भवन में ऑपरेशन थिएटर को स्विफ्ट कर नई तकनीक के साथ आपरेशन हो। इस दौरान पार्षद देवी चंद राठी, महेंद्र सिंह, भाजपा युवा नेता राकेश उपस्थित थे।
महासमुन्द, 24 फरवरी। महासमुन्द विकासखण्ड के मॉडल गौठान ग्राम कोना में इस योजनान्तर्गत 13 एवं ग्राम सोरम में 13 बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया। सभापति कृषि स्थायी समिति दिग्विजय साहू के हाथों ग्राम कोना के अनुसूचित जनजाति वर्ग के 13 हितग्राहियों रूखमणी, राकेश्वरी, धनेश्वरी, मानकीबाई, मानबाई, कौशिल्या, रेखाबाई, शांतिबाई, देविका एवं राधेश्याम एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के तुषार चंद्राकर को बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। गरियाबंद जिले के वृहद सिंचाई परियोजना सिकाशेर जलाशय के अतिरिक्त पानी को नहर के जरिए खल्लारी, महासमुन्द एवं पिथौरा ब्लाक के खेतों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की मांग जनपद अध्यक्ष बागबाहरा स्मिता चंद्राकर ने की है।
उन्होंने कहा है कि पैरी नदी में निर्मित सिकाशेर जलाशय का केचमेंट एरिया वृहत होने के कारण पहली ही बरसात में पूरा जलभराव हो जाता है और जलभराव के कारण अतिरिक्त पानी वेस्टवेयर के माध्यम से व्यर्थ बह जाता है। छत्तीसगढ़ के एकमात्र जलाशय सिकाशेर के जलभराव की स्थिति को देखते हुए पूर्व के राज्य सरकार डॉ रमन सिंह के समय में अपर सिकासेर जलाशय निर्माण का प्रस्ताव एवं सर्वे के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। सर्वे में सिकाशेर जलाशय के 1.5 किलोमीटर ऊपर दो गांव पूर्ण रूपेण एवं एक गांव आंशिक रूप से दुबान में आ रहा है।
स्मिता चंद्राकर के मुताबिक छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग ने प्रस्तावित अपर सिकाशेर जलाशय से नहर निर्माण का सेटेलाइट से सर्वे किया है। उस सर्वे के अनुसार सिकाशेर जलाशय समुद्र तल से ऊंचाई 393.13 मीटर है।
बागबाहरा रेलवे स्टेशन 361, भीमखोज 325, महासमुन्द 302, कोडार जलाशय 285 मीटर की ऊंचाई पर है।
इस तरह सिकाशेर से महासमुन्द जिला काफी नीचे है। अत: यहां पानी पहुंचाना आसान होगा। राज्य सरकार से आग्रह है कि अपर सिकासेर जलाशय के व्यर्थ बह रहे पानी को पूर्व के सर्वे के अनुसार मात्र नहर निर्माण कर खल्लारी, महासमुन्द, पिथौरा ब्लाक के खेतों के लिए दें। सल में भूजल दोहन शत.प्रतिशत रुक जाएगा और भूजल स्तर में काफी सुधार होगा चाहे किसानों की आय दोगुनी करने की बात हो या किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की बात हो। यह तभी होगा जब हर खेत में पानी पहुंचेगा। पूर्ण उम्मीद है कि सिकाशेर से नहर निर्माण को राज्य सरकार बजट में शामिल करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल स्कीम के तहत महासमुन्द के चारों विधानसभा क्षेत्र में स्कूल का संचालन होना है। इसके तहत महासमुन्द के नयापारा स्कूल में पढ़ाई भी शुरू हो गई है। शेष तीन विधानसभा में भी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की तैयारी जोरों पर है। इसके लिए उक्त स्कूलों का चिह्नांकन भी कर लिया गया है।
विभाग द्वारा 15 जून से स्कूल संचालन करने के उद्देश्य से विभिन्न डेवलपमेंट कार्य भी कराया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द रॉबर्ट मिंज ने बताया कि महासमुन्द नयापारा स्कूल में 50 पदों की स्वीकृति मिली है। जिसमें से 43 पदों पर नियुक्तियां हो गई हैं।
ज्ञात हो कि खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के बागबाहरा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का चयन किया गया है। इसका जिले के अधिकारियों ने निरीक्षण करने के बाद आगे के कार्यों की अनुमति भी दे दी है।
इसके लिए आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनिंग का कार्य भी शुरू हो गया है। इन कार्यों के लिए लगभग 12 लाख रुपए की राशि की स्वीकृति मिली है। सरायपाली विधानसभा. सरायपाली के बालक उच्चतर माध्यमिक शाला का चयन हुआ है। इसके लिए भी लगभग 20 लाख रुपए की राशि की स्वीकृति मिल चुकी है। तीनों ही विद्यालयों का संचालन 15 जून से किया जाना है। इसलिए यहां के विकास कार्य पूरी तेजी से चल रहे हैं। इसी तरह बसना विधानसभा. शहर के बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय बसना का स्कूल चयनित हुआ है। यह विद्यालय काफी पुराना है, जिसे बहुत ही आकर्षक तरीके से डेवलप किया जाएगा। इसके लिए लगभग 20 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। छत्तीसगढ़ में कलार परिवारों की रचनाधर्मिता और संगठन क्षमता सभी समाजों के लिए प्रेरणास्पद बनता जा रहा है। कलार समाज के लोग शैक्षणिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में खासी उपलब्धि हासिल कर रहे हैं।
उक्त बातें महासमुन्द सांसद चुन्नीलाल साहू ने बागबाहरा ब्लाक के कुलिया गांव में कही। वे यहां छत्तीसगढ़ डडसेना कलार समाज सुअरमाल परिक्षेत्र के वार्षिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने समाज की महिलाओं की सहभागिता की भी सराहना की, जो सार्वजनिक व सामाजिक क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं। इस दौरान खल्लारी विधायक और छत्तीसगढ़ के संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव ने कहा कि मां-बाप शिक्षा के दम पर अपनी संतानों को देश के सर्वोच्च पदों तक पहुंचा सकते हैं। बच्चे समाज ही नहीं देश का भी भविष्य हैं। आज जिसने पढ़ाई-लिखाई की है, उसने देश और समाज में अपना बेहतर स्थान हासिल किया है। वे समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने अपनी निधि से समाज के सामुदायिक भवन के लिए धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए नीरज गजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस तरह अन्य पिछड़ी जाति के समाज तत्परता के साथ देश और प्रदेश के विकास में योगदान दे रहे हैं, ठीक उसी क्रम में कलार समाज भी सक्रियता से जुड़ा हुआ है।
श्री साहू और तत्कालीन विधायक चुन्नीलाल साहू की निधि से निर्मित कलार सामुदायिक भवन का लोकार्पण हुआ। सामाजिक सम्मेलन और लोकार्पण समारोह में कलार समाज के प्रांताध्यक्ष दीपककुमार सिन्हा, जिलाध्यक्ष ईश्वर सिन्हा, प्रेमलाल सिन्हा, निरंजन सिन्हा, दुलारीबाई सिन्हा, कल्पना सिन्हा, तुकनंदनलाल सिन्हा, मुरलीधर सिन्हा, प्रेमशंकर सिन्हा, संतोष साहू, मुकेश सिन्हा और टेशलाल सिन्हा विशेष अतिथि थे। कार्यक्रम में प्रतिभावान छात्रों का सम्मान भी हुआ। साथ ही भगवान सहस्त्रबाहू अर्जुन की शोभायात्रा पूरे उत्साह से निकाली गई।
तय कीमतों से अधिक में शक्कर व मिट्टी तेल की सप्लाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 फरवरी। उचित मूल्य की दुकान कार्डधारियों को चना दिए बिना ही उनके राशन कार्ड में फर्जी तरीके से ऑनलाइन एंट्री कर दी गई। जबकि ग्रामीणों को चना मिला ही नहीं है।
बताया जा रहा है कि दुकान के कर्मचारी मिलीभगत कर सीधे वितरण की ऑनलाइन एंट्री कर देते हैं। चना का स्टॉक उचित मूल्य की दुकान में अभी भी पड़ा हआ है। मामले का खुलासा जांच में हुआ है। यह भी चर्चा है कि ग्रामीणों को सरकार द्वारा तय कीमतों से अधिक रुपए में शक्कर व मिट्टी तेल की सप्लाई की जा रही है। मामला जिला मुख्यालय से लगे ग्राम बेमचा के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सरकारी उचित मूल्य के दुकान की है। यहां पिछले छह महीने से इस तरह का कम चल रहा था। उक्त मामले की जानकारी जब सरपंच सहित ग्रामीणों को हुई तो उनका गुस्सा फूटा और इसकी शिकायत कलेक्टर से की।
इस सम्बंध में एसडीएम सुनील चंद्रवंशी का कहना है कि ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत की थी। जिस पर जांच पूरी हो चुकी है। जांच में बिना वितरण करे ही ऑनलाइन एंट्री करना पाया गया है। स्टॉक दुकान में रखा हुआ है। जांच प्रतिवेदन के बाद दुकान के अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम बेमचा के सरकारी उचित मूल्य की दुकान से 1187 परिवार को एक किलो ग्राम के हिसाब से 11 क्विंटल 87 किलोग्राम का चना वितरण करना था, लेकिन इन परिवारों को चना का वितरण नहीं किया गया।
कार्डधारियों को बाद में पता चला कि उनको देने के लिए चना आया है, तो वे कार्ड लेकर उचित मूल्य की दुकान पहुंचे। यहां अधिकारी व कर्मचारियों ने ग्रामीणों को बताया कि कार्ड में चना वितरण हो चुका है और इसकी एंट्री भी हो चुकी है। इसके बाद कार्डधारी हैरान हो गए। क्योंकि उन्होंने चना खरीदा ही नहीं था। यह बात धीरे-धीरे गांव में फैल गई और अन्य कार्डधारी जब चना लेने पहुंचे तो उन्हें केवल एक ही जवाब मिला, ऑनलाइन एंट्री हो गई है और चना आपको मिल गया है। इसके बाद ग्रामीण भडक़ उठे।
जांच में मुफ्त में चना वितरण के बाद अधिक कीमत पर भी राशन देने का खुलासा हुआ। शासन द्वारा निर्धारित कीमत पर राशन कार्डधारियों को शक्कर व मिट्टी तेल का वितरण किया जाना है। शासन ने 17 रुपए प्रति किलो शक्कर व 33.87 रुपए प्रति लीटर मिट्टी तेल की दर निर्धारित की है,लेकिन उचित मूल्य की दुकान के कर्मचारी शक्कर को 20 एवं मिट्टी तेल को 40 रुपए में बेच रहे हैं।
ग्राम बेमचा के रोहित चंद्राकर ने बताया कि राशन वितरण में गरीबों के हक से खिलवाड़ किया जा रहा है। गरीबों को अधिक कीमत पर राशन का वितरण किया जा रहा है। मुफ्त में चना वितरण किया जाना था लेकिन यहां के कार्डधारियों को चना नहीं मिला है। लेकिन उनके राशन कार्ड में चना की ऑनलाइन एंट्री कर दी गई है।
ग्रामीण योगेश्वर चंद्राकर ने बताया कि बेमचा की सार्वजनिक वितरण प्रणाली दुकान में हेराफेरी की जा रही है। फरवरी माह में सरकार ने गरीबों को चना वितरण करने के लिए दुकान में चना का आबंटन किया था, लेकिन एक भी गरीब परिवार के लोगों को चना का वितरण नहीं किया है और राशन कार्ड में चना वितरण की एंट्री कर दी। ग्रामीण कमला बाई ने बताया कि पिछले 6 माह से राशन दुकान में निर्धारित रुपए से अधिक कीमत पर बेचा जा रहा है। इस बात का खुलासा अभी-अभी हुआ है। शक्कर व मिट्टी तेल पर अधिक रुपए गरीबों उचित मूल्य की दुकान के अधिकारी व कर्मचारी वसूल रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। देश में बढ़ती महंगाई के विरोध में छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कोको पाढ़ी के निर्देशानुसार एवं महासमुन्द जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमन चंद्राकर के नेतृत्व में स्थानीय नेहरू चौक में लकड़ी जला कर मोदी विरोधी चाय बनाकर आमजनों को पिलाई गई। साथ ही गैस सिलेंडर पर माला चढ़ाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष एवं पार्षद अमन चंद्रकार ने कहा कि केन्द्र सरकार की तानाशाही का डटकर जबाब देंगे, तुम अगर अत्याचार करोगे तो इंकलाब लिखेंगे और जनता की हक की लड़ाई मरते दम तक लड़ेंगे। इस कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के संजय शर्मा, सुनील चन्द्राकर, नितेन्द्र बनर्जी, प्रदेश संयोजक अरिश अनवर, शहर अध्यक्ष अक्षय साकरकर, साहिल सरफराज, जावेद जाफरी, युवराज साहू, यूसुफ सैफी, सोहेल खान, डिगेश विश्वकर्मा, इमरान कुरैशी आदि शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। राष्ट्रीय राजमार्ग 53 में ढांक टोल प्लाजा पटेवा एवं पिथौरा के पास हुए दो अलग-अलग सडक़ हादसे में कल तीन लोग घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में दो पुरूष व एक महिला शामिल है।
पुलिस ने दोनों ही मामले में आरोपी चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। घटना सोमवार सुबह की है। पुलिस के अनुसार पिथौरा निवासी योगेश सिन्हा अपनी बाइक क्रमांक सीजी 06 जीई 0843 में ग्राम डुमरपाली से वापस गांव लाखागढ़ पिथौरा आ रहा था। इस दौरान एक ट्रेलर क्रमांक एमएच 04 जेके 4718 बाइक के आगे-आगे चल रहा था। एनएच 53 स्थित ढाबे के सामने ट्रेलर के चालक ने अचानक ब्रेक मारते हुए गाड़ी धीमी कर दी। इससे मोटर साइकिल सवार योगेश सिन्हा ट्रेलर के पीछे हिस्से से टकरा गया जिससे उसके सिर व हाथ में गंभीर चोट आई। उसे इलाज के लिए पिथौरा शासकीय अस्पताल में लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे रायपुर रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रेलर के चालक ग्राम कोट्टा जिला कोलम केरल निवासी विनोद दास को हिरासत में लिया है।
इसी तरह दूसरी घटना में पटेवा थाना क्षेत्र के ग्राम ढांक टोल के पास ट्रक के टायर फटने से कार अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे कार सवार एक पुरुष व महिला को चोट आई है। ट्रक क्रमांक एमएच 19 जे 3721 सरायपाली की ओर जा रहा था। ट्रक के ठीक पीछे कार क्रमांक सीजी 04 एनसी 0665 चल रही थी। दोनों आगे पीछे चल रहे थे। ढांक टोल प्लाजा के पूर्व ट्रक का टायर फट गया। इससे पीछे आ रही कार अनियंत्रित होकर पलट गई और डिवाइडर में चढ़ गई। इससे कार में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
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महासमुन्द, 23 फरवरी। गौण खनिज रायल्टी में कटौती के विरोध में कल छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर्स एशोसएशन महासमुन्द के ठेकेदारों ने 4 सूत्रीय मांगों के साथ एक ज्ञापन कलेक्टर डोमन सिंह को सौंपा है। यह ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम है।
ठेकेदारों नेे चेतावनी दी है कि उनकी मांगें पूर्ण नहीं हुई तो निविदा का बहिष्कार किया जाएगा। कल ही होटल आकाशिया में कल इन कांट्रेक्र्स की बैठक भी हुई जिसमें ठेकेदारी से सम्बधित कई विषयों पर चर्चा की गई। कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में इन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा रायल्टी दरों में कटौती स्वीकार्य है लेकिन बाजार दरों में कटौती अनुचित है। वर्तमान में स्टोन मेटल, सैंड सोइल, मुरुम अगर बाजार दर से कटौती की जाएगी तो ठेकेदारों को अपना घर बेचकर निर्माण कार्यों का भुगतान करना पड़ेगा।
चूंकि भवन निर्माण में आरसीसी का रेट 4231 रुपए प्रति घनमीटर एसओआर में है। अगर यह भवन 20 प्रतिशत बिलो में निर्माण के लिए टेंडर ली गई है तो उस समय आरसीसी का रेट 3385 रुपए होगा और इस गिट्टी की रायल्टी 520 रुपए प्रति घन मीटर होगी। शेष 2865 रुपये में जीएसटी आई टी लेबर वेफेयर सीमेंट और विभागीय में शिष्टाचार इन तमाम कटौती शासन द्वारा की गई है। इस परिस्थिति में निर्माण कार्य करना संभव नहीं है। दूसरी तरफ रोड निर्माण एजंसी के पास कुछ भी नहीं बचता। घर से पैसा लगाकर 5 साल तक रख रखाव करना है। इसी तरह से मुरुम और रेत में भी इसी प्रकार की कटौती होती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। महासमुन्द बस ऑपरेटर डीजल के बढ़ते कीमत को देखते हुए किराया बढ़ाने की तैयारियां कर रहे हैं। वे शासन स्तर से किराया बढ़ाने की मांग करने लगे हैं।
बताया जा रहा है कि एसोसिएशन की ओर से 30 से 40 प्रतिशत यात्री किराया बढ़ाने की मांग सरकार से की जा रही है। आपरेटरों की मानें तो पिछले पांच सालों से किराया अभी तक नहीं बढ़ा है। इस दौरान लगातार डीजल के दाम बढ़े। भाजपा शासन काल में एक बार यात्री बसों के किराया बढ़ा था, जिसके बाद से डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हंै। बस मालिक भी शासन स्तर पर बढ़ते डीजल के दामों को देखते हुए यात्री किराए पर वृद्धि करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन की ओर से अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
मालूम हो कि यदि बसों का किराया सरकार बढ़ाती है, तो इसका असर सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। बता दें कि डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। पिछले एक साल में 15 रुपए की वृद्दि की है। बस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राकेश चंद्राकर का कहना है कि डीजल के दाम बढऩे से बस मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना की मार से अभी तक उबरे नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर डीजल के बढ़ते कीमतों ने परेशान कर दिया है। कोरोना का भय अभी तक लोगों में बना हुआ है, इसीलिए लोग यात्री बसों में यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। पिछले चार महीनों से डीजल का खर्चा तक नहीं निकल पा रहा है। एक साल पहले 2500 रुपए से 2800 रुपए में महासमुन्द से रायपुर आना.जाना हो जाता था। वर्तमान में 3500 रुपए लग रहा है। एक साल में डीजल की कीमत 15 रुपए इजाफा हुआ है।
ज्ञात हो कि महासमुन्द बस स्टैंड से तकरीबन 200 से 250 बसें अलग-अलग रूटों पर चलती है। कोरोना संक्रमण के कारण बसों की संख्या कम हो गई है। इसका कारण सवारी को माना जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण बसों में सवारी की संख्या एकदम से कम हो कम हो गई है। इसके चलते बस संचालकों को किराये से मिलने वाली आमदनी कम हो गई है। संचालकों को जेब से अधिक खर्च करना पड़ रहा है लेकिन किराया नहीं बढ़ा है। इस बार एसोसिएशन की ओर से किराया बढ़ाने के लिए शासन स्तर से मांग की जा रही है। बस एसोसिएशन की मांग पर यदि सरकार मान जाती है तो इसका असर आम लोगों की जेब पर पड़ेगा। जिले में विभिन्न रूटों पर सफर करने वाले यात्रियों को 10 से 35 रुपए तक अतिरिक्त किराया देना पड़ेगा। अभी महासमुन्द से रायपुर जाने का किराया 55 रुपए है। यदि किराया 30 फीसदी के हिसाब से बढ़ाया जाता है तो यात्रियों को 72 रुपए भुगतान करना होगा।
महासमुन्द, 23 फरवरी। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले में तृतीय चरण में बनाए गए 32 नए गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य कल सोमवार 22 फरवरी से शुरू हो गया है। तृतीय चरण में बनाए गए गौठानों में महासमुन्द विकासखंड के 2 गौठान ग्राम इनमें छिंदौली एवं सिंघनपुर, बागबाहरा के 2 कुलिया एवं खम्हारमुड़ा, पिथौरा के 9 बरनईदादर, कुदारीदादर, सीतापुर, तरेकेला, अंसुला, गोड़बहाल, अरण्ड, सोनासिल्ली एवं कोटादादर बसना विकासखण्ड के 8 गौठान जमदरहा मुनगाडीह, कलमीदादर, कुदारीबाहरा, कपसाखुटा एवं दुर्गापाली शामिल है। इसी प्रकार सरायपाली विकासखण्ड के 13 गौठान ग्राम इनमें भगत सरायपाली, अंतरझला, तोषगांव, आंवलाचक्का, केजुवा, जंगलबेड़ा, परसकोल, कोकड़ी, समदरहा, चिंवराकुटा, रेहटीखोल, घाटकछार एवं बलौदा में गोबर खरीदी प्रारम्भ की गई है।
उप संचालक कृषि एसआर डोंगरे ने बताया कि इन सभी 32 गौठानों की एण्ट्री गोधन न्याय योजना पोर्टल में की गई है। इसके साथ ही गौठान के नोडल एवं सचिव का भी एण्ट्री की गई है। साथ ही गौठान समिति एवं नोडल अधिकारी सचिव की मैपिंग कर इन सभी गौठान में गोबर खरीदी शुरू की गई है। गोधन न्याय योजना राज्य सरकार राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। कलेक्टर डोमन सिंह एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा. रवि मित्तल इसकी सतत् निगरानी किए हुए हैं। कलेक्टर हर बैठक में कृषि से जुड़ें सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय के बारे में लगातार पूछते रहते हैं। जिले में अब तक 2500 क्विंटल से ज्यादा सरकारी एवं निजी संस्थानों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद का क्रय किया है।
कृषि अधिकारियों ने बताया कि गोधन न्याय योजना की शुरूआत हरेली पर्व के अवसर पर 20 जुलाई 2019 से हुई। प्रदेश के सभी गौठानों में 2 रुपए की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में गौवंशी एवं भैंसवंशी पशुपालकों से शासन के निर्धारित दर से खरीदी की जा रही है और 15 दिन में गोबर खरीदी का भुगतान भी हो रहा है। योजना की शुरूआत से अब तक 9900 पशुपालकों से जिले में एक लाख 51 हजार 554 क्विंटल से अधिक गोबर की खरीदी की जा चुकी है। जिस पर 2 लाख 41 हजार 319 लाख रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। महिला समूह द्वारा 3212 क्विंटल से ज्यादा वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया। जिले में सरकारी और निजी संस्थानों और किसानों द्वारा लगभग 2500 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद की खरीदी की गई है। जिसके एवज में लगभग 25 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई है।
पालिका को पौने 2 करोड़ की आय हुई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। पिछले 23 सालों से बंद पड़ी पालिका क्षेत्र की 26 में से 25 दुकानों की नीलामी कल सोमवार को हुई। ये दुकान बिन्नी बाई सुपर मार्केट, न्यू स्टैंड व दलदली रोड स्थित न्यू मटन मार्केट की है।
इस नीलामी से पालिका को एक करोड़ 78 लाख 61 हजार 500 रुपए की आय हुई। एक दुकान अनुसूचित जनजाति वर्ग के होने के कारण नीलामी में एक से अधिक लोग भाग नहीं लिए जिसके कारण नीलामी नहीं हो पाई। नीलाम हुई दुकानें पहले भी नीलाम हो चुकी थी, लेकिन पूर्व में खरीदे गए लोगों के द्वारा राशि भुगतान नहीं करने के कारण फिर से इन दुकानों की नीलामी सोमवार को कराई गई। नगर पालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिन्नी बाई सुपर मार्केट में 7, न्यू बस स्टैंड में 4 व दलदली रोड स्थित न्यू मटन मार्केट में 14 दुकान की नीलामी हुई। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने बताया कि 23 साल पुरानी दुकान चार, 12 साल पुरानी 7 व 10 साल पुरानी 14 दुकानों की बोली कराई गई है। इससे पालिका को एक करोड़ 78 लाख 61 हजार 500 रुपए का आय हुआ है। इस आय से प्राप्त राशि का खर्च मूलभूत के कामों पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सोमवार को हुई नीलामी में 131 लोगों ने भाग लिया था। इतने सालों बाद हुई नीलामी प्रक्रिया से व्यापारी खुश थे और उनमें उत्साह था। बिन्नी बाई सुपर मार्केट की 14 नंबर की दुकानें सर्वाधिक 18 लाख 56 हजार रुपए में बेची गई है। नीलामी के दौरान पालिका के नपा उपाध्यक्ष, पार्षद व अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। पालिका क्षेत्र की इन दुकानों की दोबारा नीलामी पालिका ने कराई है। इससे पूर्व इन दुकानों की बोली 23, 12 व 10 साल पहले हो चुकी थी। लेकिन खरीदारों ने दुकान खरीदने के बाद राशि का भुगतान नहीं किया था।
पालिका द्वारा बार.बार राशि भुगतान करने को लेकर खरीदारों को नोटिस थमा रहा था। इसके बावजूद खरीददार राशि का भुगतान नहीं कर रहे थे। इस वर्ष पालिकाध्यक्ष व अधिकारियों ने खरीदारों को अंतिम नोटिस देकर निरस्तीकरण किया और फिर से बोली की प्रक्रिया अपनाई गई। शहर के अंदर बिन्नी बाई सुपर मार्केट में पालिका ने 58 दुकान का निर्माण कराया था। इसमें से 51 दुकानों की नीलामी के बाद रुपए पालिका में जमा हो चुके हंै। इसके बावजूद व्यापारी दुकान को नहीं खोल रहे हैं। आधे से अधिक दुकानें बंद पड़ी हैं। रात में बंद दुकानों के सामने शराबी शराब पीते हैं।
महासमुन्द, 23 फरवरी। आस्था साहित्य समिति महासमुन्द द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर 21 फरवरी को शासकीय उमावि बेमचा में प्राचार्य डा. साधना कसार की अध्यक्षता में काव्य पाठ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आनंद तिवारी पौराणिक एवं विशेष अतिथि के रुप में साहित्यकार एस.चंद्रसेन उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के शुभारंभ में साहित्यकार कमलेश पाण्डेय ने सरस्वती वंदना प्रस्तुति के साथ छत्तीसगढ़ी में काव्य पाठ करते हुये कहा कि खिल गेहे गोंदा के फूल, रसिया बौंरा बन के आ जा, साहित्यकार एस.आर. बंजारे ने इस अवसर पर मैं अपन धर्मपत्नी ल कहेंव, चल चांद मं जाबो छुट्टी बिताये बर प्रस्तुत किया।
विशेष अतिथि के आसंदी से काव्य पाठ करते हुये साहित्यकार श्रीमती एस. चंद्रसेन ने मातृभाषा पर अनुराग एवं पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केन्द्रित कविता अंगना मं ठाढ़े रुखवा ह मोर मन भरमाथे या मोला तीर मं बलाथे या प्रस्तुत किया। साहित्यकार आनंद तिवारी पौराणिक ने छत्तीसगढ़ी कविता महतारी भाखा मया के अमरित बानी गंगा के पबरित पानी सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। अध्यक्षीय आसंदी से साहित्यकार एवं प्राचार्य डा. साधना कसार ने कहा कि गाये न कोयलिया, बोले न मेचका, माटी के चुनर चिरागे हे, लपट चलत हे धुर्रा उड़त हे, पानी बर भटकत गाय गौरेया पढ़ीं।
कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार टेकराम सेन चमक ने सहरिया मन के नकल जो करबो, हो जाही ए जग हांसी, सबसे सस्ता सबसे बढिय़ा मोर छत्तीसगढ़ के बासी के साथ किया।
महासमुन्द, 23 फरवरी। कोविड 19 महामारी के संकटकाल के दौरान उल्लेखनीय कार्य के लिए देशभर में छत्तीसगढ़ भारत स्काउट गाइड को तीसरा पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय मुख्यालय दिल्ली में आज सोमवार को राज्य सचिव कैलाश सोनी को पुरस्कृत किया गया।
गौरतलब है कि भारत स्काउट गाइड छग के राज्य आयुक्त विनोद सेवनलाल चंद्राकर के मार्गदर्शन व दिशा निर्देश में कोविड 19 महामारी संकटकाल के दौरान जरूरतमंदों की सहायता करने के साथ ही जनजागरण अभियान चलाया गया। उल्लेखनीय कार्य के लिए देशभर में छत्तीसगढ़ भारत स्काउट गाइड को तीसरा स्थान प्रदान किया गया। जिसमें 20 हजार की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। तृतीय पुरस्कार प्राप्त होने पर राज्य आयुक्त श्री चंद्राकर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए पूरी टीम को शुभकामनाएं दी है।
महासमुन्द, 23 फरवरी। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य कर रहे भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर महासमुन्द में शिक्षकों के साथ आवश्यक बैठक कर महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल से अल्पकालीन विस्तारक डा. जसपाल कौर, डॉ नितेश मिश्र, डॉ. अंबर ब्यास, डा. संजीव कर्माकर व घनश्याम सोनी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। शालेय व महाविद्यालयीन प्रकल्पों को शिक्षा के क्षेत्र में उन्नत करने के लिए भारतीय शिक्षण मंडल का योगदान बताते हुये डॉ. अम्बर ब्यास ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान है। नई शिक्षा नीति 2020 का उल्लेख करते हुये डॉ नितेश मिश्र ने कहा कि सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के लिए मसौदा तैयार कर ली गई है। इस नीति की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए इस क्षेत्र में योगदान देना होगा। वहीं पजाब के डॉ.जयपाल कौर ने कहा भारतीय शिक्षण मंडल के माध्यम से राष्ट्र में शैक्षिक प्रगति के लिए और बेहतर कार्य कर सकते हैं। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।
महासमुन्द, 23 फरवरी। विगत दिनों ग्राम झालखम्हरिया में 12 वर्षो बाद मड़ई मेला का सफल कार्यक्रम आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि जनपद क्षेत्र क्रमांक 14 की जनपद सदस्य निधि लोकेश चन्द्राकर व समाज सेवी लोकेश चन्द्राकर के आतिथ्य में आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि श्रीमती चन्द्राकर ने ग्रामीणों को मड़ई मेला की शुभकामनाएं देते हुये बताया कि दीवाली उत्सव की शुरूआत वैसे तो धनतेरस से मानी जाती है। कई तरह की परंपराएं समाज के विभिन्न वर्ग इस दौरान पूर्ण करते हैं। दीवाली के बाद भी कई दिनों तक उत्सव मनाया जाता है। दीवाली के दो दिन बाद से मड़ई भरना शुरू हो जाती है। मड़ई एक तरह के छोटे बाजार होते हैं, जिनमें बच्चों के खिलौने से लेकर कपड़े और झूले तक मिलते हैं।
इन्हें दीवाली के बाद लगने वाले मेले भी कहा जा सकता है। हालांकि इनका स्वरूप मेले से छोटा होता है। कुछ स्थानों पर एक तो कहीं तीन दिनों तक मड़ई भरने की परंपरा है। मुख्य अतिथि के साथ कार्यक्रम में अश्विनी सोनी, हेमन्त लुनिया, खिलावन चक्रधारी, कोमल साहू सहित गांव के लोग उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। शहर के पांच वार्डों में शाम से पानी की सप्लाई बंद हो गई। इन वार्डों में अगले चार दिनों तक पानी की सप्लाई नहीं होगी। हालांकि सोमवार की सुबह इन वार्डवासियों को नलों से सुबह पानी मिल गया था, लेकिन शाम को नल बंद हो गए। अब 25 फरवरी तक नलों में पानी नहीं आएगा।
वार्डवासियों को टैंकरों के माध्यम से पानी सप्लाई किया जाएगा। पानी टंकी की मरम्मत होने के कारण समस्या हो रही है। ये टंकी मौहारीभाठा क्षेत्र में स्थित है। टंकी की मरम्मत होने से क्षेत्र के करीब 7 से 8 हजार लोगों को पानी की किल्लत से परेशान होना पड़ेगा। जल प्रभारी विजय श्रीवास्तव ने बताया कि मौहारीभांठा क्षेत्र स्थित ओवरहैड टैंक में लीकेज की समस्या है। इसलिए इन क्षेत्र के लोगों को 22 फरवरी की शाम से पानी की मिलना बंद हो गया है। आज से दोनों समय टैंकर के माध्यम से पानी की सप्लाई की जाएगी।
लोगों को पानी के लिए परेशान होने की जरुरत नहीं हैए पालिका पर्याप्त पानी की सप्लाई वार्डों में करेगी। मौहारीभांठा स्थित पानी टंकी में काफी दिनों से लीकेज है। इसके कारण क्षेत्र के लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा था। प्रभावित इलाकों में मौहारीभांठा, बीटीआई रोड, मलेरिया ऑफिस, गुडरुपारा और कुर्मी पारा वार्ड शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। विशेष पिछड़ी जनजाति के कमार आदिवासी परिवारों के बच्चों व महिलाओं को आगामी 1 मार्च से सप्ताह में तीन दिन अंडा दिया जाएगा। इसमें 3 से 6 वर्ष तक के बालक और 1 से 49 वर्ष तक के बालिकाओं और महिलाओं को अंडा दिया जाएगा।
इस पर होने वाला खर्च जिला खनिज न्यास निधि से किया जाएगा। कलेक्टर डोमन सिंह ने सोमवार को जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा को पूरी कार्ययोजना बनाकर 1 मार्च से कमार जाति परिवारों के घर अंडा पहुंचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिए हैं। महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने इसके लिए कार्ययोजना बनानी शुरू कर दी है और आगामी 1 मार्च से दिए गए निर्देशानुसार बच्चे, बालिकाओं और महिलाओं को अण्डा मुहैय्या कराया जाएगा।
इस जनजाति को भारत सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 फरवरी से कुपोषित बच्चे व 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित एनीमिक महिलाओं को सप्ताह में 3 दिन गुणवत्तापूर्ण गरम पौष्टिक भोजन की शुरुआत हुई है। जिसकी राशि भी जिला खनिज न्यास निधि द्वारा दिया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक महासमुन्द सहित बागबाहरा और पिथौरा में कमार जाति के परिवार निवासरत हैं। इसमें सबसे ज्यादा परिवार बागबाहरा विकासखंड में निवासरत हैं। पूर्व वर्षों की सर्वे के मुताबिक जिले के 70 गांवों में कमार जनजाति के 671 परिवार थे। तब संयुक्त परिवारों में पुरूष की संख्या 1428 दर्ज है। तब अवयस्क रहे पुरूष भी अब वयस्क होकर अलग परिवार के रूप में रह रहें हैं। मौजूदा आंकड़ों में इजाफा हो सकता है। कलेक्टर ने कहा कि इसका सर्वे कराया जाए जिससे कमार जनजाति परिवारों की सही जानकारी मिल सके और हितग्राहियों को राज्य सरकार की सभी योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ दिलाया जा सके। गौरतलब है कि कमार जनजाति गरियाबंद जिले के कुछ इलाकों के साथ धमतरी जिले और महासमुन्द जिले में निवासरत हैं। ये जाति मुख्यत: वनोपज संग्रहण और कुटीर कार्य, कृषि, मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले कमार जनजाति अब भी गरीबी और अशिक्षा से घिरे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बसना, 23 फरवरी। चौहान सेना व चौहान समाज , छत्तीसगढग़डीह गांडा समाज के तत्वावधान में विगत 4 वर्षों से दूल्हादेव महोत्सव का आयोजन होती आ रही है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सारंगढ़ विधायक व अनुसूचित जाति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उत्तरी गनपत जांगड़े व विशिष्ट अतिथि सबया देवी चौहान, नरेश चौहान एवं कार्यक्रम के अध्यक्षता चतुरीनन्द के सानिध्य में रविवार को कार्यक्रम संपन्न हुआ।
मुख्यातिथि जांगड़े ने समाज को संबोधित करते हुये कहा कि समाज को हमेशा संगठित रह कर समाज के लिये कार्य करना चाहिए। क्योंकि जिस समाज मे एकता नही होती, उस समाज का विकास संभव नही है। चौहान समाज हर ग्राम में निवास करते हैं, अत: सभी को एक साथ मिलकर समाजहित में काम करनी होगी।
सम्मेलन में नरेश चौहान ने बैठक में महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए उपस्थित महिला शक्ति का अभिवादन किया। उन्होंने समाज को सम्बोधित हुवे कहा कि कुछ व्यक्ति अपना तन-मन-धन खर्च करके समाज को एकत्रित करने पर जोर दे रहे हैं, हमे उनका साथ देना चाहिए। उनकी टांग खिंचकर बुराई करने की अपेक्षा हाथ पकडक़र कार्य करने से समाज का विकास संभव है।
आज चौहान सेना द्वारा दूल्हादेव महोत्सव कार्यक्रम कर सुकन्या विवाह कर पुण्य के कार्य किया है, जो कि पूरे अंचक में चौहान समाज द्वारा किया गया अद्भुत कार्य से अन्य समाज को भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। जिससे दहेज प्रथा रूपी कुरुति से पार पाया जा सकता है। चौहान सेना द्वारा किया गया यह सराहनीय है।
इस अवसर पर सुभाष चौहान, विषिकेशन चौहान, संकीर्तन नन्द, रामाधार चौहान, धर्मेंद्र चौहान, ओमप्रकाश चौहान,रोहित चौहान, रामनाथ चौहान, मँहगुलाल चौहान,दीपक महजूद ,ठाकुराम चौहान रूपलाल चौहान, राजेन्द्र चौहान, मन्थिर चौहान, के अलावा सैकड़ो समाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगाद्ध के विभिन्न मानकों पर लॉकडाउन के बावजूद जिले में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है। इस मामले में महासमुन्द जिला पूरे छत्तीसगढ़ में आज की तारीख में मनरेगा के श्रमिकों को रोजगार दिलानें में शीर्ष पर है। चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले की 549 ग्राम पंचायतों में 1467 काम चल रहे हैं। इनमें नया तालाब, तालाब गहरीकरण, डबरी निर्माण, मत्स्य पालन तालाब, भूमि सुधार, मेढ़ बंधान, नाला जीर्णोद्धार आदि काम चल रहे हंै। इन कार्यों में 1 लाख 49 हजार 187 ग्रामीण श्रमिक काम कर रहे हैं।
महासमुन्द जिले की हर ग्राम पंचायत के प्रत्येक गांव में सभी वर्ग श्रेणी के मजदूर जो जॉबकार्डधारी है। उनके परिवार को 150 दिन का रोजगार और वन पट्टाधारियों को 50 दिवस का अतिरिक्त रेाजगार प्रदान करने का प्रयास लगातार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल द्वारा किया जा रहा है। इसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आया है। महासमुन्द जिला आज की तारीख में सर्वाधिक परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराने में प्रदेश में अव्वल है।
चालू वर्ष में एक लाख 68 हजार परिवारों को 56 लाख 53 हजार मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर डोमन सिंह ने मनरेगा में किए जा रहे कार्य के लिए डॉ. मित्तल सहित सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एंव मनरेगा के टीम को बधाई दी। चालू वित्तीय वर्ष में 9,714 नवीन जॉब कार्ड प्रदाय किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जिले में लगभग 10 हजार परिवारों ने 100 दिवस का कार्य पूर्ण किए हंै। जिले में लगभग 130 करोड़ से ज्यादा राशि के कार्य की स्वीकृति प्रदाय कर प्रत्येक जॉब कार्ड परिवार को न्यूनतम 100 दिवस रोजगार देने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही नए जॉब कार्ड हेतु आवेदन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत में दिया जा सकता है। मजदूरों द्वारा कार्य का मांग पत्र, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत में जमा करके 5 दिवस के भीतर कार्य पा सकते हैं। यदि किसी को महात्मा गांधी नरेगा में मांग अनुसार 15 दिन में कार्य नहीं दिया जाता है तो तत्काल जिला पंचायत के टोल फ्री नंबर 18002336601 पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हंै।
जिले में मनरेगा के तहत निर्माण कार्यों में मजदूरी करने वाली 13 गर्भवती महिलाओं को एक महीने के मातृत्व भत्ते के साथ प्रसूति अवकाश दिया गया है और इसी वित्तीय वर्ष में अब तक 18 महिलाओं को मातृत्व भत्ता दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यदि किसी अन्य को इसमें आवेदन करना हो तो वो भी जनपद पंचायत के मनरेगा शाखा को दे सकते हैं। मनरेगा में यह राज्य पोषित योजना है। इसमें होने वाले खर्च का प्रावधान बजट में किया जाता है। प्राप्त आवेदन अनुरूप मातृत्व भत्ता प्रदाय किया गया। एक माह की रोजी 190 रुपए प्रति कार्य दिवस के हिसाब से 5700 रुपए मातृत्व भत्ते के रूप में दिए गए हैं ताकि बच्चे और माँ दोनों स्वस्थ रहें और सेहत दोनों की बनी रहे।
इसके अलावा हितग्राहियों के लिए डबरी मछली पालन तालाब, नया तालाब, तालाब गहरीकरण, नहर जीर्णोध्दार, लूस बोल्डर, बोल्डर चेक डेम, गेबियन संरचना जैसे जल से संबंधित कार्य को प्राथमिकता छोटे वर्ग के किसान अपने भूमि और नालों पर अधिक उपजाऊ बनाने हेतु कार्य योजना तैयार कर कार्य कर सकते हंै।
अपने खेत में जल संरक्षण, संवर्धन कार्यों, फलदार वृक्षारोपण कार्य, दिए जा सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 23 फरवरी। महासमुंद जिले के तुमगांव नगर में मंगलवार तडक़े एक हाथी के चहलकदमी करने से शहरवासी दहशत में आ गए। इस बीच गली का एक आवारा कुत्ता हाथी को देखकर भौंकने लगा तो हाथी ने इस कुत्ते को पैरों से कुचलकर मार डाला। सुबह 5.30 बजे तक महासमुंद वन विभाग द्वारा हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार सिरपुर क्षेत्र में निवासरत हाथियों के दल में से कल एक हाथी भोजन-पानी की तलाश में तुमगांव नगर पंचायत क्षेत्र में प्रवेश कर गया।
ग्रामीणों के अनुसार हाथी तुमगांव के ब्राह्मण पारा वार्ड में घुस गया। बताया जाता है कि उक्त हाथी सुबह करीब 4 बजे पहुंचा और 5 बजे तक वार्ड की गलियों में घूम-घूम कर बाडिय़ों में लगे केला सहित अन्य फलों के पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है। इस बीच गली का एक आवारा कुत्ता विशालकाय हाथी को देख कर भौंकने लगा तो हाथी ने इस कुत्ते को अपने पैरों से कुचलकर मार डाला।
सुबह कुछ लोगों ने जब हाथी को गली में घूमते देखा तो तत्काल वन विभाग को सूचना दी। जिस पर वन विभाग की टीम तत्काल तुमगांव पहुंच कर हाथी को समीप के जंगल कक्ष क्रमांक 22 की ओर खदेड़ दिया।
तुमगांव नगर पंचायत के उपाध्यक्ष पप्पू पटेल ने उक्त संबंध में बताया कि नगर में एक हाथी वार्ड नंबर 6 में मंगलवार की सुबह करीब 4.30 बजे के आसपास घूम रहा था। हाथी किधर से आया, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई, पर यह हाथी वार्ड में एक घंटा तक इधर से उधर घूमता रहा और कुछ घरों के बाड़ी में लगे केला के पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है, वहीं गली में घूम रहे एक आवारा कुत्ते को कुचल दिया है। अलसुबह होने के कारण लोग अपने-अपने घरों में थे। जिसके कारण गली सूनसान थी, जिसके कारण कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 फरवरी। महानदी की रेत पर उत्पादित रसीला तरबूज आगामी माह मार्च के दूसरे पखवाड़े तक पककर तैयार हो जाएगा। यहां के तरबूज प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रांतों में जाकर लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाते हैं। किसानों से जानकारी मिली है कि यहां के तरबूजों को हर साल दुबई भेजा जाता है। वहां इसकी डिमांड बहुत है।
वर्तमान समय में महानदी में वृहद स्तर पर तरबूज, ककड़ी व खीरे की खेती हो रही है। महानदी की रेत पर आरंग, बिरकोनी, बरबसपुर, घोड़ारी, बडग़ांव, मुढ़ेना तथा महासमुन्द सहित दर्जन भर गांवों के किसान इसकी खेती कर रहे हंै। भूमिहीन परिवार में शामिल ये किसान पिछले 50 सालों से महानदी नदी की रेत में परंपरागत तरीके से सब्जी, ककड़ी, तरबूज और खरबूज की खेती करते आ रहे हैं। बारिश के बाद अक्टूबर-नवम्बर महीने से जैसे ही नदी का पानी कम होता है, रेत में खेती की तैयारी शुरू हो जाती है।
किसानों का कहना है कि दो तीन रोज पहले की आंधी पानी और घटा के कारण पौधों के पत्ते खराब हो गए हैं, इसलिए अब खाद डाल रहे हैं। आगे मौसम अच्छा रहा तो फसल अच्छी होगी। किसानों के मुताबिक इस बार फसल अच्छी होने की संभावना है। वे कहते हैं कि पहले अधिकतर फसल रायपुर में ही बेचा करते थे, लेकिन कुछ समय से जहां दाम अच्छे मिलते हैं हम वहीं फसलों का सौदा करते हैं। अब तो महासमुन्द का तरबूज दुबई भेजा जाता है। लगभग महीने भर पहले हमने तरबूज के पौधे लगाए हैं। इसे तैयार होने में लगभग ढाई से तीन महीने लगते हैं। होली तक या उसके बाद तरबूज तैयार हो जाएंगे। कुछ ही दिन पहले खीरा 28 रुपए तक प्रति किलो बिक रहा था लेकिन बारिश के कारण अब 23 से 24 रुपए में बिक रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 फरवरी। सूचना का अधिकार के तहत सूचना समयसीमा में नही देने एवं अधिकारियों के आदेशों का अवहेलना करने एवं सूचना रोकने की कोशिश करने के सम्बंध में बसना जनपद पंचायत के अन्तर्गत ग्राम पंचायत लोहडीपुर के सचिव को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुन्द ने निलंबित कर दिया है। निलबंन अवधि में सचिव मुख्यालय जनपद पंचायत महासमुन्द में उपस्थिति देंगे। उन्हें इस दौरान जीवन निर्वाह भत्ते मिलेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने ग्राम पंचायत लोहडीपुर में एक साथ 10 सूचना आवेदन 04 जनवरी 2020 को लगाया। सचिव ने इन 10 आवेदनों में गोलमाल जबाब दिया। किसी भी आवेदन में समयसीमा में जानकारी आवेदक को नहीं दी। आवेदक ने असंतुष्ट होकर प्रथम अपील मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बसना में 12 फरवरी 2020 को प्रस्तुत किया। इन समस्त सूचना आवेदन में प्रथम अपीलीय अधिकारी ने जनसूचना अधिकारी एवं सचिव को 04 मार्च 2020 को आदेश दिया कि आवेदक को एक सप्ताह के भीतर नि:शुल्क प्रदाय कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
जनसूचना अधिकारी ने प्रथम अपीलीय अधिकारी के आदेश की अवहेलना की और आवेदक को ना सूचना जानकारी दी और ना ही प्रथम अपीलीय अधिकारी कार्यालय में पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारी ने सचिव के विरूद्व कार्यवाही करने की अनुशंसा कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुन्द को पत्र भेजा। कार्यवाही नहीं होने पर आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने 24 अगस्त 2020 को तात्कालीन मुख्य सचिव आरपी.मण्डल से इसकी शिकायत की।
सामान्य प्रशासन विभाग ने 29 अक्टूबर 2020 को आवेदक को पत्र माध्यम जानकारी दी कि आपका पत्र पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को प्रेषित कर दिया है। चूंकि यह मामला उनके विभाग का है, इसलिए वे ही कार्यवाही करेगें। जमील अहमद अवर सचिव पचंायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने 04 दिसम्बर 2020 को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को पत्र लिखा कि यह मामला आपके अन्तर्गत है। प्रकरण में कार्यवाही कर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस मामले में जिला पंचायत महासमुन्द ने कुछ नहीं किया तो आवेदक विनोद कुमार दास ने कार्यालय अपर कलेक्टर महासमुन्द के समक्ष प्रथम अपील की।
अंतत: रवि मित्तल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुन्द ने 17 फरवरी को लक्ष्मीनारायण दास सचिव ग्राम पंचायत लोहडीपुर को निलंबित करने का आदेश दे दिया। ज्ञात हो कि सचिव लक्ष्मीनारायण दास ने आवेदक विनोद कुमार दास के द्वारा मांगी गई सूचना आवेदन के सम्बंध में लिखित में दिया है कि आपके द्वारा मांगी गई जानकारी विहद् एवं विस्तृत है। पंचायत कार्यालय में आकर अवलोकन कर लेवें।
महासमुन्द, 22 फरवरी। हाईस्कूल मैदान में ब्रम्हांड क्रिकेट क्लब के तत्वाधान में आयोजित रात्रि कालीन क्रिकेट प्रतियोगिता के शुभारंभ शनिवार को नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने की। इस अवसर पर श्री चंद्राकर ने क्रिकेट खिलाडय़िों को शुभकामनाएं दी। आयोजनकर्ता जोजी भाई, आशुतोष जोशी, जाबिर खान, जमशेद रजा, सबस्तीन जैकब, शिवा साहू और ब्रह्मांड क्रिकेट क्लब के सभी पदाधिकारी का ऐसे आयोजन के लिए पालिका अध्यक्ष ने हौसला अफजाई की। इस अवसर पर संरक्षण बादल मक्क्ड़, जिला पंचायत सदस्य अमर चंद्राकर, सभापति संदीप घोष, कपिल साहू, संतोष चंद्राकर उपस्थित थे।