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पुलिस महानिरीक्षक ने की सराहना, पुलिस अधीक्षकों को अभियान जारी रखने का दिया निर्देश
बिलासपुर, 7 दिसंबर। पुलिस महानिरीक्षक रेंज बिलासपुर में 15 दिनों के भीतर 238 गायब बालक, बालिका और महिलाओं का पता लगाकर वापस लाया है। इस प्रयास के लिए महानिरीक्षक अजय यादव ने रेंज के पुलिस अधीक्षकों की सराहना की है।
महानिरीक्षक ने कुछ समय पहले बैठक लेकर गायब लडक़े व लड़कियों और महिलाओं को तलाशने में तेजी लाने का निर्देश दिया था। इसके अलावा विवेचना का स्तर सुधारने कहा था। इसका असर बीते 15 दिनों में दिखाई दे रहा है।
इस समय पुलिस गुम इंसानों का पता लगाने के लिए विशेष अभियान चला रही है। पिछले 15 दिनों में विभाग के विभिन्न थानों की पुलिस ने ऐसे 238 लोगों को बरामद कर सकुशल परिजनों के सुपुर्द किया है।
इन गुम इंसानों में 5 बालक, 46 बालिका और 57 पुरुष व 130 महिलाएं हैं। जिलावार आंकड़ों में देखा जाए तो जिला बिलासपुर में 01 बालक, 24 बालिका, 30 पुरूष, 51 महिला (कुल 106), जिला रायगढ़ में 01 बालक, 06 बालिका, 04 पुरूष, 14 महिला (कुल 25), जिला कोरबा में 02 बालक, 06 बालिका, 03 पुरूष, 14 महिला (कुल 25), जिला जांजगीर-चाम्पा में 01 बालक, 10 बालिका, 17 पुरूष, 46 महिला (कुल 74), जिला सक्ती में 03 पुरूष, 05 महिला (कुल 08) विशेष अभियान चलाया जाकर वापस लाए गये हैं। रेंज अंतर्गत अन्य जिलों में भी गुम इंसानों की दस्तयाबी हेतु विशेष अभियान चलाया जाकर कार्यवाही की जा रही है। पुलिस महानिरीक्षक विशेष अभियान की सराहना कर इस अभियान को लगातार जारी रखने कहा है।
बिलासपुर, 7 दिसंबर। स्वास्थ्य विभाग ने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वंदना भेले का निलंबन समाप्त कर उन्हें बहाल कर दिया है। इसकी जानकारी हाईकोर्ट को दी गई।
मालूम हो कि 30 दिसंबर 2022 को बेमेतरा में पदस्थ डॉ. भेले का तबादला दुर्ग कर दिया गया था। निजी परेशानियों का हवाला देते हुए उन्होंने दुर्ग ज्वाइनिंग देने में असमर्थता जताई। इधर ज्वाइनिंग नहीं देने के कारण स्वास्थ्य सचिव ने उन्हें निलंबित कर दिया। डॉक्टर ने अपनी बहाली के लिए विभाग में आवेदन दिया जिस पर विचार नहीं किया गया। तब उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर बहाली की मांग की। सुनवाई के बाद कोर्ट ने स्वास्थ्य सचिव को आदेश दिया था कि डॉक्टर के बहाली के संबंध में दिये गए अभ्यावेदन का समय-सीमा में निराकरण करें। पर इस आदेश का पालन नहीं हुआ। इस पर उन्होंने स्वास्थ्य सचिव के विरुद्ध हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की। याचिका पर अगली सुनवाई के पहले कोर्ट में आवेदन प्रस्तुत कर स्वास्थ्य सचिव ने बताया है कि उनका निलंबन समाप्त कर दिया गया है।
आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, हथियार भी जब्त
बिलासपुर, 7 दिसंबर। कोटा में कॉलेज से पढ़ाई कर घर लौट रही छात्रा पर एक युवक ने घातक हथियार चापड़ पर जानलेवा हमला कर दिया। छात्रा गंभीर हालत में बिलासपुर रेफर की गई है। आरोपी युवक को पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार किया है।
हमले की शिकार 21 वर्षीय छात्रा शासकीय निरंजन केशरवानी कॉलेज कोटा में एमए की पढ़ाई करती है। 4 दिसंबर को दोपहर व कॉलेज में पढ़ाई खत्म होने पर अपने घर कलारतराई लौट रही थी। दोपहर करीबन 02.10 बजे कोटसागरपारा कोटा कॉलेज के पास का बालक छात्रावास पहाड़ी रास्ते के पास पहुंची थी तभी खैरझिटी के रहने वाले आरोपी योगेश साहू ने उसका रास्ता रोका। अचानक उसने लोहे के हथियार चापड़ से उस पर कई बार वार करके भाग गया। अचानक हुए हमले से छात्रा गिर पड़ी। कॉलेज के कुछ छात्र पीछे आ रहे थे। उन्होंने देखा तो उसे तुरंत बाइक से कोटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। स्थिति गंभीर होने के चलते उन्हें बिलासपुर रेफर किया गया और यहां एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया।
पुलिस ने घटना की एफआईआर दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। दो दिन तक वह छिपता रहा। आखिरकार 6 दिसंबर को उसे बिलासपुर के मुंगेली नाका चौक में एक घर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी से पूछताछ दौरान बताया कि वह छात्रा पर शादी का दबाव बनाता था। छात्रा इंकार कर रही थी, जिसके चलते उसने हत्या की नीयत से उस पर हमला कर दिया। आरोपी से हथियार जब्त कर लिया गया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
चार साल में हरियाली पर होगा 169 करोड़ का निवेश
बिलासपुर, 7 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के कोयलांचल में हरित आवरण को बढ़ावा देने के लिए एसईसीएल एक नई पहल करने जा रही है। वह पहली बार जापानी पद्धति ‘मियावाकी’ से वृक्षारोपण करने जा रही है। कंपनी एसईसीएल के गेवरा क्षेत्र में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर दो हेक्टेयर क्षेत्र में जंगल विकसित करने के लिए लोकप्रिय जापानी तकनीक ‘मियावाकी’ का उपयोग करेगी। यह परियोजना लगभग 4 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम ( के साथ साझेदारी में लागू की जाएगी। मियावाकी तकनीक का उपयोग करके वृक्षारोपण 2 वर्षों की अवधि में किया जाएगा जिसमें लगभग 20,000 पौधे लगाए जाएंगे। वृक्षारोपण में बड़े पेड़ जैसे बरगद, पीपल, आम, जामुन आदि, मध्यम आकार के वृक्ष जैसे बेल, करंज, आंवला, अशोक आदि एवं छोटे पेड़ जैसे कनेर, गुड़हल, त्रिकोमा, बेर, अंजीर, निम्बू आदि शामिल होंगे।
मियावाकी, तेजी से जंगलों को विकसित करने की जापानी तकनीक है। मियावाकी पद्धति की शुरुआत 70 के दशक में जापानी वनस्पतिशास्त्री और पादप पारिस्थितिकी (प्लांट इकोलॉजी) विशेषज्ञ अकीरा मियावाकी ने की थी। वृक्षारोपण की इस तकनीक में प्रत्येक वर्ग मीटर के भीतर देशी पेड़, झाडिय़ां और ग्राउंडकवर पौधे लगाए जाते हैं। यह कम जगह में तेज़ी से घने जंगल को विकसित करने के लिए एक विधि है। मियावाकी के लिए चुनी गई प्रजातियां आम तौर पर ऐसे पौधों की होती हैं जिन्हें बहुत अधिक रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती है और वे विषम मौसम परिस्थितियों एवं कम पानी में भी पनप सकते हैं। इससे कम समय में एक घना जंगल विकसित करने में मदद मिलती है।
हरित आवरण से स्थानीय समुदायों और वन्यजीवों को होगा लाभ एसईसीएल में मियावाकी वृक्षारोपण की पायलट परियोजना से कम समय में देश की सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा खदान के आसपास हरित आवरण बढ़ाने में मदद मिलेगी। फलदार, एवेन्यू और सजावटी पेड़ों की स्वदेशी प्रजातियों से बना जंगल स्थानीय समुदायों और वन्यजीवों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगा। परियोजना के तहत विकसित जंगल धूल के कणों को सोखने में एवं सतह के तापमान को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एसईसीएल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में वृक्षारोपण पर 169 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। भारत की अग्रणी कोयला कंपनियों में से एक होने के अलावा, एसईसीएल अपनी खदानों के आसपास हरित आवरण को बढ़ावा देने एवं पर्यावरण को संरक्षित करने और कोयला खनन के प्रभावों को कम करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
अपनी स्थापना के बाद से अब तक एसईसीएल तीन करोड़ से अधिक पौधे लगा चुका है। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने 475 हेक्टेयर क्षेत्र में हरित आवरण का विकास किया है तथा 10.77 लाख पौधे लगाए हैं, जो कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियों में सबसे अधिक है। कंपनी ने हाल ही में 2023-24 से 2027-28 तक पांच साल की अवधि के लिए 169 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर वृक्षारोपण और इसके बाद 4 वर्षों के रखरखाव के लिए छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम (सीजीआरवीवीएन) और मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम (एमपीआरवीवीएन) के साथ समझौता किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 दिसंबर। बिलासपुर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में चखना सेंटरों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। तीन दिनों के भीतर सभी चखना सेंटरों को ध्वस्त किया जाएगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस आशय के निर्देश समय-सीमा की बैठक में दिए।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में शाम तक और ग्रामीण इलाकों में दो दिन के भीतर शराब दुकानों के पास संचालित चखना सेंटरों को तोड़ा जाएगा। कलेक्टर ने नगर निगम, आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम को इस कार्रवाई को अंजाम देने के सख्त निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जनदर्शन अब हर सोमवार को टीएल की बैठक के बाद दोपहर 12 बजे से होगा। समय-सीमा की बैठक भी मंगलवार की जगह हर सोमवार को सुबह 11 बजे होगी।
जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने विभागीय योजनाओं में प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। प्रत्येक मंगलवार को होने वाला जनदर्शन अब हर सोमवार को दोपहर 12 बजे से टीएल बैठक के पश्चात होगा। चुनावी आचार संहिता के चलते विगत दो माह से जनदर्शन का कार्यक्रम बंद था। जनदर्शन में कलेक्टर आम जनता से मिलकर उनकी समस्याएं सुनते है।
उन्होंने सभी एसडीएम को स्कूल, आंगनबाड़ी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का लगातार दौरा कर व्यवस्था देखने कहा। कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारी को प्रतिदिन रिकार्ड रूम का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग अभिलेख लेने कलेक्टोरेट के रिकार्ड रूम आते है। उन्हें अभिलेख प्राप्त करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। कलेक्टर ने दो टूक कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने बेमौसम बारिश को देखते हुए धान को बारिश से बचाने के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा की। अधिकारियों को धान खरीदी केन्द्रों का सतत निरीक्षण करने के निर्देश दिए। टीएल के लंबित प्रकरणों को कलेक्टर ने जल्द निराकृत करने कहा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत, डीएफओ संजय यादव, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अजय अग्रवाल, एडीएम आर ए कुरूवंशी सहित सभी विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
दर्जनों सेंटरों को किया गया जमींदोज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 दिसंबर। कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर शराब दुकानों के समीप संचालित चखना सेंटरों को हटाने की कार्रवाई आज भी जारी रही। नगर निगम, आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम ने सकरी, उस्लापुर, गनियारी, तखतपुर, यदुनंदन नगर, तिफरा, बोदरी, सिरगिट्टी, परसदा, दगोरी, बिल्हा, हरदीटोना समेत अन्य देशी विदेशी शराब दुकानों के समीप संचालित चखना सेंटरों को ध्वस्त किया।
इसी प्रकार नगर पंचायत बोदरी एवं मल्हार में भी दर्जनों चखना सेंटरों पर कार्रवाई करते हुए हटाया गया। कलेक्टर ने आज समय-सीमा की बैठक में भी समीक्षा करते हुए शहर सहित ग्रामीण इलाकों में भी चखना सेंटरों को ध्वस्त करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा है कि फिर से यह सेंटर संचालित न हो सके इसलिए इन्हें जमींदोज किया जाए। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ अगले दो दिनों तक ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाकर शराब दुकानों के समीप संचालित चखना सेंटरों को निस्तोनाबूत किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे इस कदम से राहगीरों समेत आसपास रहने वाले लोगों को काफी राहत मिली है। लोग इस कार्रवाई के लिए प्रशासन की सराहना कर रहे है। गौरतलब है कि शहर के अंदर सार्वजनिक स्थानों के आसपास संचालित इन चखना सेंटरों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे आसपास के रहवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसी जगहों पर अपराधिक घटनाओं की भी आशंका बनी रहती है।
नगर निगम, आबकारी और पुलिस की टीम ने की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 दिसम्बर। राज्य में सरकार के बदलते ही शहर की शराब दुकानों के पास संचालित अवैध चखना सेंटरों को तोड़ा जा रहा है। मंगलवार सुबह 11 बजे नगर निगम, आबकारी की टीम ने सबसे पहले लिंक रोड स्थित शराब दुकान के पास संचालित अहाता पर बुलडोजर चलाया,जिसके बाद पुराना बस स्टैंड स्थित अहाता को जमींदोज किया। इसी तरह व्यापार विहार में संचालित चखना सेंटर को भी हटाया गया है।
विदित है कि शहर के अंदर सार्वजनिक स्थानों के पास संचालित इन अवैध चखना सेंटरों की वजह से आस-पास का माहौल खराब रहता था, दिन भर असामाजिक तत्वों के मजमा लगे रहने से महिलाओं का निकलना मुश्किल था। शहर के इन सभी चखना सेंटर के हट जाने से खुलेआम शराबखोरी और गुंडागर्दी पर लगाम लगेगी। नगर निगम क्षेत्र के सरकंडा, सकरी, तिफरा, पुराना बस स्टैंड सहित सभी जगहों से अवैध चखना सेंटरों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
चीफ जस्टिस सिन्हा के पदभार ग्रहण करने के बाद मुकदमों के निपटारे में 30 फीसदी की वृद्धि हुई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 6 दिसंबर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में पहली बार मुकदमों की पेंडेंसी बढऩे के बजाय कम हो रही है। बीते साल जहां 9 महीने में लंबित मामलों में 6.38 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, वहीं इस साल इसी अवधि में यह 1.47 प्रतिशत कम हो गई है। इसके बावजूद अब भी लंबित मुकदमों की संख्या 90 हजार से अधिक है।
लगभग 8 माह पहले छत्तीसगढ़ में पदभार ग्रहण करने के बाद मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमेश सिन्हा ने लंबित मामलों के निराकरण विशेष रुचि ली है, जिसका लाभ याचिकाकर्ताओं और आम लोगों को मिल रहा है।
इसे इस आंकड़े से समझा जा सकता है कि 29 मार्च 2022 की स्थिति में छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में 84651 प्रकरण लंबित थे। एक दिसंबर 2022 को इसकी संख्या बढक़र 90051 हो गई। इस तरह से सन 2022 की इस अवधि में लंबित मामलों की संख्या 6.38 प्रतिशत बढ़ गई। वही 29 मार्च 2023 की स्थिति में लंबित मामले बढक़र 92316 हो गए थे किंतु एक दिसंबर 2023 की स्थिति में इनकी संख्या घटकर 90959 रह गई। इस तरह से बीते 10 वर्षों में पहली बार छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में पेंडेंसी घटी।
यदि पिछले वर्ष और इस वर्ष की समान अवधि की तुलना करें तो हैं मामलों की संस्था 28526 (वर्ष 2022 में) थी और वही 29 मार्च 2023 से 1 दिसंबर 2023 की अवधि में 28583 थीं। इस प्रकार, इसी अवधि के दौरान मामलों के पंजीयन में भी लगभग 0.20 फीसदी की वृद्धि हुई। दूसरी ओर मामलों के निपटारे में भी वृद्धि हुई। यदि समान अवधि के दौरान तुलना की जाए तो यह क्रमश: 23 हजार 126 मामले और 29 हजार 940 मामले होते हैं। इस प्रकार, यद्यपि उपरोक्त दोनों अवधि के दौरान मामलों के रजिस्ट्रेशन में लगभग 0.20 फीसदी की वृद्धि हुई है, लेकिन निपटारे में भी 29.46 फीसदी की वृद्धि हुई। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने एकलपीठ में कुल 2117 तथा खंडपीठ में 4381 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। कुल 29940 मामलों के निस्तारण में से मुख्य न्यायाधीश ने अकेले कुल 6498 मामलों का निपटारा किया है, जो कुल मामलों का 22फीसदी है। इससे यह भी पता चलता है कि मुख्य न्यायाधीश के साथ कुशल न्यायाधीशों की एक टीम हैं, जो अधिक से अधिक मामलों का निपटारा करने के एकमात्र उद्देश्य के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में निपटारे के प्रतिशत में 29.46 फीसदी की वृद्धि उल्लेखनीय सफलता है। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश ने न केवल बड़ी संख्या में मामलों का निपटारा किया है, बल्कि रोस्टर बनाने और न्यायाधीशों में उत्साह पैदा करने के प्रयास भी किए। जजों ने इस उच्च न्यायालय की समग्र प्रभावकारिता को बढ़ाया है। वे लगातार काम करके उदाहरण स्थापित कर रहे हैं, जिससे उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों, अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रेरणा मिल रही है। इससे उच्च न्यायालय की कार्य संस्कृति उभरी है और अंतत: बड़े पैमाने पर जनता को लाभ हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 दिसंबर। सातवीं बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले और 4 लोकसभा चुनाव जीत चुके पूर्व मंत्री, मुंगेली के विधायक पुन्नूलाल मोहले को सतनामी समाज के प्रतिनिधियों ने नई सरकार में उप-मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने की मांग की है।
सतनाम भवन तखतपुर में सतनामी समाज की एक बैठक आज हुई जिसमें 18 दिसंबर को होने वाले गुरु घासीदास जयंती की समीक्षा की गई। पूर्व विधायक चोवाराम खांडेकर की उपस्थिति में हुई इस बैठक में समाज के लोगों ने कहा कि वरिष्ठ होने व लगातार चुनाव जीतने के बावजूद मोहले को उनके कद के अनुरूप पद नहीं दिया जाता है। चाहे लोकसभा हो या विधानसभा, जब भी पार्टी ने उनको टिकट दी उन्होंने जीतकर बताया है। वे इस समय सभी भाजपा विधायकों में सबसे वरिष्ठ हैं और विगत 45 वर्षों से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। उन्हें इस बार भी जीत मिली है। उनको उप-मुख्यमंत्री बनाकर उनके अनुभव और वरिष्ठता का सम्मान किया जाना चाहिए। बैठक में अनेक कर्मचारी तथा सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
बिलासपुर, 6 दिसंबर। बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट बिलासपुर में मंगलवार को सफलतापूर्वक एंटी हाईजैक मॉक ड्रिल एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। यह ड्रिल ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन के गाइडलाइंस के अनुसार वर्ष में एक बार किया जाता है । बचाव समिति के चेयरमेन कलेक्टर होते हैं। इस कमेटी के मेंबर एसपी, एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी, एयरपोर्ट के डायरेक्टर, सीएमएचओ, सीएसओ, इंटेलिजेंस ब्यूरो, कासो, एयरलाइंस स्टेशन मैनेजर, मनोचिकित्सक, भाषा विज्ञानी एवं स्थानीय थाने के अधिकारी होते हैं। इस ड्रील में एयरपोर्ट पर वास्तविक रूप से आतंकवादियो के द्वारा विमान की अपहरण की घटना की स्थिति से निपटने एवं यात्रियों को सुरक्षित कैसे निकाला जाता है, उसका उसका अभ्यास किया जाता है।
बिलासपुर, 5 दिसंबर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने जिले में विधानसभा निर्वाचन 2023 सफलतापूर्वक संपन्न होने पर जिले के सभी नागरिकों, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, मीडिया प्रतिनिधियों, सुरक्षा बलों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। कलेक्टर शरण ने कहा कि सभी के सहयोग से विधानसभा निर्वाचन निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। सभी ने टीम भावना से जिम्मेदारी पूर्वक निर्वाचन कार्य में भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि जिले के मतदाताओं ने मतदान में उत्साह से हिस्सा लिया और शांतिपूर्ण मतदान कराने में भी सहयोग दिया। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों का निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में पूर्ण सहयोग मिला।
मीडिया प्रतिनिधियों ने निर्वाचन में महत्वपूर्ण सहभागिता निभाई। कलेक्टर ने शांतिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा बलों के जवानों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में लगे जिले के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने पूरी निष्ठा और लगन के साथ निर्वाचन कार्य पूरा किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 दिसंबर। कांग्रेस के बीते 5 साल के कार्यकाल में मंत्री पद के लिए तरस गए अभिभाजित बिलासपुर जिले में इस बार न केवल चार भाजपा विधायक मंत्री पद की रेस में दिखाई दे रहे हैं बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए भी एक नाम चल रहा है।
मुंगेली जिले से पुन्नूलाल मोहले सातवीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच रहे हैं। धरमलाल कौशिक चार बार तो धर्मजीत सिंह ठाकुर और अमर अग्रवाल पांचवीं बार जीतने वाले विधायक हैं। मोहले सात बार विधानसभा में चुने जाने के अलावा चार बार के सांसद भी हैं। रमन सिंह मंत्रिमंडल में वे खाद्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। मुंगेली जिले की दूसरी सीट लोरमी से अरुण साव बंपर वोटों से जीते हैं। प्रदेश अध्यक्ष के रूप में भाजपा को राज्य में उनके नेतृत्व में बड़ी सफलता मिली है। उनका नाम मुख्यमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे चार लोगों में शामिल है।
बिलासपुर जिले से अमर अग्रवाल सन 2018 के चुनाव में पराजित हुए थे लेकिन उसके अलावा 1998 से लेकर लगातार चुने जाते रहे हैं। सन 2003 में भाजपा की सरकार बनने के बाद मंत्री रहे हैं। उन्हें वित्त, राजस्व, स्वास्थ्य, वाणिज्य कर जैसे महत्वपूर्ण विभागों का अनुभव है।
बिल्हा विधायक कौशिक मंत्रिमंडल में कभी नहीं रहे लेकिन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। बिलासपुर जिले में तखतपुर सीट से विजयी धर्मजीत सिंह ठाकुर ने भी पांचवीं बार जीत दर्ज की है। पिछला चुनाव उन्होंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से लडक़र जीता था। उसके पहले कांग्रेस से जीतते आए। कांग्रेस की पहली सरकार के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी वह संभाल चुके हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद पांचवीं बार उन्होंने तखतपुर सीट से भी जीत दर्ज कर ली।
मस्तूरी सीट से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बांधी हार गए वरना वे भी भाजपा के अनुभवी नेता और मंत्री पद के संभावित नामों में शामिल रहते।
नियमों के मुताबिक प्रदेश मंत्रिमंडल में 13 सदस्य ही हो सकते हैं। बिलासपुर जिले में ही इस समय पांच वरिष्ठ विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए उपयुक्त हैं। भाजपा नेतृत्व के सामने यह समस्या हो सकती है कि इनमें से किस-किस को मौका दिया जाए। यह माना जा रहा है कि क्षेत्रीय संतुलन और जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल का गठन होगा। इसके चलते एक या दो वरिष्ठ विधायक मंत्री के समकक्ष किसी दूसरे पद में रखे जा सकते हैं।
अभिभाजित जिले की मरवाही सीट से प्रणव कुमार मरपची और बिलासपुर की बेलतरा सीट से सुशांत शुक्ला पहली बार विधानसभा पहुंचेंगे। इनमें मरपची ऐसे विधायक हैं जिन्होंने राज्य बनने के बाद पहली बार मरवाही सीट भाजपा की झोली में डाली। वहीं दूसरी ओर सुशांत शुक्ला को बिलासपुर तथा आसपास की अन्य सीटों पर अपने समाज के वोटों को भाजपा की ओर लौटाने में सफलता प्राप्त हुई। इन्हें भी सरकार में महत्व मिलने की संभावना दिख रही है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश सिंह बैस ने अभिनंदन पत्र से किया सम्मानित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 4 दिसंबर। अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट के यूपी प्रदेश मंत्री सूर्यभान सिंह का यूपी प्रतापगढ़ से छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नगर आगमन हुआ। इस अवसर पर उनके साथ जिला मीडिया प्रभारी शैलेश सिंह भी मौजूद थे।
ज्ञात हो कि सूर्यभान संगठन में अपने अनेक उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्यों के लिए तन मन धन से समर्पित रहे हैं। इस दौरान उन्होंने समाज के दिव्यांग जोडिय़ां का अपने अथक प्रयासों से विवाह संपन्न कराया है। समाज के अलावा अन्य लोगों के भी उल्लेखनीय मदद के लिए अपना सार्थक सहयोग प्रदान करते हैं। अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट के संगठनात्मक प्रवास के दौरान आज इनका राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश सिंह बैस के निवास पर आगमन हुआ। जहां राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश सिंह बैस ने उनका स्वागत करते हुए स्मृति चिन्ह एवं उपहार देकर सम्मानित किया ।
स्थानीय जूना बिलासपुर स्थित संगठन कार्यालय में अपने छत्तीसगढ़ के प्रवास के दौरान यहां पहुंचने के पश्चात समाज से संबंधित मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई, साथ ही संगठन से संबंधित अनेक सामाजिक कार्यों के लिए अनेक योजनाओं को कार्यान्वित करने पर चर्चा की गई एवं उसके लिए क्रमबद्ध योजना तैयार किया गया।
यूपी प्रदेश मंत्री सूर्यभान सिंह ने इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश सिंह बैस द्वारा समाज के कार्यों के लिए किए गए अनेक महत्वपूर्ण कार्यों के प्रशंसा करते हुए कहा कि आपके द्वारा किए गए कार्य बहुत ही सराहनीय रहे हैं। आपके कार्यों का ही अनुशरण करते हुए हम लोग भी उत्तरप्रदेश में ऐसे ही समाज की सेवा करने का प्रयास कर रहे हैं।
सूर्यभान सिंह प्रदेश उप मंत्री ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष को प्रयागराज व प्रतापगढ़ में आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि आपके आने से हमारे संगठन के द्वारा सामाजिक गतिविधियों में और भी इजाफा होगा एवं समाज संगठन के कार्यकर्ताओं में रचनात्मक बदलाव आएगा।
बैठक में हुई चर्चा के दौरान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजीव सिंह छत्री भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा चर्चा में शामिल रहे और विभिन्न मुद्दों पर उनका भी विशेष रूप से दिशा निर्देश प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश सिंह बैस ने दोनों पदाधिकारी को संगठन की ओर से अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया। इसके पश्चात संगठन के यूपी प्रदेश मंत्री सूर्यभान सिंह व जिला मीडिया प्रभारी शैलेश सिंह शैलू संगठन की मीटिंग में शामिल होने करगी रोड कोटा के लिए रवाना हो गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 दिसंबर। कलेक्टर अवनीश शरण ने धान खरीदी व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के सख्त निर्देश खाद्य विभाग को दिए है। निर्देशों का पालन करते हुए खाद्य विभाग द्वारा इस पर पैनी निगाह रखी जा रही है।
इसी कड़ी में केंदा सेवा सहकारी समिति में 3 किसानों की पर्ची पर धान बेचने का प्रयासर करते हुए एक व्यापारी से 225 कट्टा अवैध धान जब्त किया गया है। सिलपहरी के किसान कृपाल सिंह एवं विजय कुमार, इसी प्रकार बरपाली के किसान रामसिंह का धान बेचने 1 दिसम्बर को केंदा समिति से पर्ची काटी गई थी।
टोकन के आधार पर तीन किसान से 225 कट्टा धान ड्राईवर पारस जैन, हरिश्चंद्र, सोमदेव प्रजापति एवं अनिल पटेल द्वारा लाया गया था। इस दौरान जांच अधिकारी खाद्य निरीक्षक अब्दुल कादिर खान ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की चारों ड्राईवरों द्वारा इस धान को व्यापारी से लाना स्वीकार किया गया। इन सभी से 225 कट्टा धान जब्त की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 दिसंबर। जिला शिक्षा अधिकारी ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदन के छानबीन के क्रम में एक सप्ताह में आमजनता से दावा आपत्ति मंगाई है। फिलहाल एक आवेदिका ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया हैं।
डीईओ ने बताया कि मस्तूरी विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सोठी में सहायक ग्रेड 3 के पद पर कार्यरत स्व. हेम लाल साहू के परिवार से उनकी पत्नी कुसुम साहू ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया है।
आमजनों की जानकारी में यदि दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार में यदि कोई सदस्य राज्य अथवा केन्द्र की शासकीय सेवा में कार्यरत होने की सूचना है, तो वे 7 दिवस के भीतर पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित कक्ष क्र. 25, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर अथवा डाक के जरिए जानकारी दे सकते हैं ताकि नियमानुसार पात्र व्यक्ति को ही अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ दिया जा सके।
बिलासपुर, 2 दिसंबर। पशुओं में होने वाली खुरहा चपका रोग के विरुद्ध डेढ़ महीने तक चलने वाला टीकाकरण अभियान 1 दिसंबर से शुरू हो गया। यह अभियान 15 जनवरी 2024 तक चलेगा। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस कार्य के लिए गठित दलों व प्रचार वाहनों को जिला कार्यालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर गंतव्य के लिए रवाना किया। अभियान के अंतर्गत जिले में लगभग 5 लाख से ज्यादा पशुओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। ये टीका पशुओं को नि:शुल्क लगाये जायेंगे। कलेक्टर ने सभी पशुपालकों से पशुओं की रक्षा के लिए टीका लगवाने की अपील की है। अभियान को समय-सीमा में पूर्ण कराने के लिए जिले में पशुधन विकास विभाग द्वारा 68 टीकाकरण दल बनाए गए हैं। शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पशुओं को टीके लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर पशुधन विकास विभाग के संयुक्त संचालक जीएसएस तंवर, डॉ. ए एस रघुवंशी सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बिलासपुर, 1 दिसंबर। जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम के 34 विद्यालयों के प्राचार्यों की एक दिवसीय समीक्षा बैठक आज जिला शिक्षा कार्यालय में आयोजित की गई।
बैठक में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा आर.पी. आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर. साहू, सेजेस नोडल डॉ. अनिल तिवारी ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के सफल संचालन एवं गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु उपस्थित प्राचार्यों को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए शासन के मंशानुरूप अपेक्षित शैक्षिक उपलब्धि अर्जित करने हेतु विशेष रूप से प्रेरित किया। विद्यालय प्रबंधन हेतु प्राचार्यों को अनेक सुझाव देते हुए उनके समुचित कार्य दायित्व निर्वहन करने के निर्देश दिए गए।
विद्यालयीन शैक्षणिक कलैण्डर के अनरूप कक्षा अध्यापन कराने तथा विषय शिक्षकों के अभाव में वैकल्पिक शिक्षक की व्यवस्था विद्यालय स्तर पर करते हुये पाठयक्रम पूर्ण करने कहा गया।
बैठक में शिक्षकों की दैनंदनी का नियमित रूप से प्राचार्यों को निरीक्षण करने एवं उसमें रिमार्क अंकित करने हेतु कहा गया। जिस शिक्षक की दैनंदनी उत्कृष्ट हो उसे प्राचार्य के द्वारा विद्यालय में सप्ताहांत में विद्यालयीन डिस्प्ले बोर्ड में प्रदर्शित करने निर्देश दिए गए। जिससे कि अन्य शिक्षकों को अच्छे कार्य करने के लिये प्रोत्साहन मिल सके। सभी शिक्षकों को कक्षा के अनुसार कार्य दायित्व देते हुए परिसर की स्वच्छता एवं विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए विद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करने हेतु विशेष प्रयास करने पर जोर दिया गया।
हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में अध्ययनरत विज्ञान विषय को प्रायोगिक कार्य शैक्षणिक कलेंडर के अनुरूप सुनिश्चित किये जाने हेतु विशेष रूप से प्राचार्यों को आगाह किया गया। शासन द्वारा प्रदत्त एल्मेनेक (शैक्षणिक डायरी) के अनुरूप संचालित किये जाने वाले उत्कृष्ट सेजेस विद्यालय का रैंकिंग किये जाने हेतु सेजेस नोडल अधिकारी डॉ. अनिल तिवारी को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। विद्यालय में कक्षा अध्यापन के अतिरिक्त अन्य पाठय सहगामी गतिविधियों का संचालन सतत रूप से करने के लिये प्राचार्यों का ध्यान आकृष्ट जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया। इन गतिविधियों से संबंधित जानकारी पालकों तक पहुंचाने हेतु विशेष रूप से जोर दिया गया। पुस्ताकालय के रख-रखाव एवं इसके समुचित उपयोग सुनिश्चित करने हेतु विद्यालय के समस्त शिक्षकों को दायित्व दिये जाने की बात की गई।
शैक्षणिक कलेंडर के अनुरूप सतत् रूप से कक्षा अध्यापन एवं मूल्यांकन की यथोचित व्यवस्था करने तथा निरंतर शैक्षणिक सुधार हेतु विद्यालय के समस्त शिक्षकों को सम्मिलित रूप से प्रयास करने हेतु विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। जिले में स्वीकृत 03 नवीन सेजेस विद्यालय क्रमश: तिफरा, जयरामनगर एवं बेलतरा में प्रवेश प्रक्रिया अविलंब पूर्ण करते हुए विद्यालय में नियमित कक्षा अध्यापन हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में जिले के समस्त स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य एवं लिपिक के साथ समग्र शिक्षा कार्यालय के ए.पी.सी. रामेश्वर जायसवाल एवं डॉ. मुकेश पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 दिसंबर। हाईकोर्ट द्वारा दिये गये आदेश के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अवनीश शरण ने जिले में कोलाहल प्रतिबंधित क्षेत्र (साईलेंस जोन) घोषित किये हैं। अत्यधिक शोरगुल से बीमार, बुजुर्ग, छात्रों सहित आम लोगों को राहत दिलाने के लिए हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान पीआईएल पर सुनवाई करते हुए जिला प्रशासन को साईलेंस जोन घोषित कर इन पर कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं।
जिला दण्डाधिकारी शरण द्वारा 30 नवम्बर को जारी आदेश के अनुसार घोषित साईलेंस जोन में हाईकोर्ट बिलासपुर परिसर एवं इसके प्रारंभिक एवं अंतिम बिन्दु तक, जिला एवं सत्र न्यायालय तथा अन्य न्यायालय, समस्त शासकीय एवं अशासकीय चिकित्सालय, समस्त शासकीय एवं अशासकीय शैक्षणिक संस्थान तथा समस्त शासकीय कार्यालयों एवं इनके 100 मीटर परिधि को शामिल किया गया है। आदेश के अंतर्गत भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन के चिकित्सालय, शैक्षणिक संस्थान एवं कार्यालय भी शामिल होंगे। जिला दण्डाधिकारी ने कोलाहल नियंत्रण अधिनियम 1985 की धारा 18 तथा ध्वनि प्रदूषण (विनियमन एवं नियंत्रण) नियम 2000 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोलाहल प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किये हैं। उन्होंने सक्षम प्राधिकारियों को आदेश का कड़ाई से पालन करने एवं कार्रवाई सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश भी दिए हैं।
बिलासपुर, 1 दिसंबर। जिले में संचालित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम के 34 विद्यालयों के प्राचार्यों की एक दिवसीय समीक्षा बैठक आज जिला शिक्षा कार्यालय में आयोजित की गई।
बैठक में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा आर.पी. आदित्य, जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर. साहू, सेजेस नोडल डॉ. अनिल तिवारी ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के सफल संचालन एवं गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु उपस्थित प्राचार्यों को विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए शासन के मंशानुरूप अपेक्षित शैक्षिक उपलब्धि अर्जित करने हेतु विशेष रूप से प्रेरित किया। विद्यालय प्रबंधन हेतु प्राचार्यों को अनेक सुझाव देते हुए उनके समुचित कार्य दायित्व निर्वहन करने के निर्देश दिए गए। विद्यालयीन शैक्षणिक कलैण्डर के अनरूप कक्षा अध्यापन कराने तथा विषय शिक्षकों के अभाव में वैकल्पिक शिक्षक की व्यवस्था विद्यालय स्तर पर करते हुये पाठयक्रम पूर्ण करने कहा गया।
बैठक में शिक्षकों की दैनंदनी का नियमित रूप से प्राचार्यों को निरीक्षण करने एवं उसमें रिमार्क अंकित करने हेतु कहा गया। जिस शिक्षक की दैनंदनी उत्कृष्ट हो उसे प्राचार्य के द्वारा विद्यालय में सप्ताहांत में विद्यालयीन डिस्प्ले बोर्ड में प्रदर्शित करने निर्देश दिए गए।
जिससे कि अन्य शिक्षकों को अच्छे कार्य करने के लिये प्रोत्साहन मिल सके। सभी शिक्षकों को कक्षा के अनुसार कार्य दायित्व देते हुए परिसर की स्वच्छता एवं विद्यार्थियों से संवाद स्थापित करते हुए विद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करने हेतु विशेष प्रयास करने पर जोर दिया गया।
हायर सेकेण्डरी विद्यालयों में अध्ययनरत विज्ञान विषय को प्रायोगिक कार्य शैक्षणिक कलेंडर के अनुरूप सुनिश्चित किये जाने हेतु विशेष रूप से प्राचार्यों को आगाह किया गया। शासन द्वारा प्रदत्त एल्मेनेक (शैक्षणिक डायरी) के अनुरूप संचालित किये जाने वाले उत्कृष्ट सेजेस विद्यालय का रैंकिंग किये जाने हेतु सेजेस नोडल अधिकारी डॉ. अनिल तिवारी को विशेष रूप से निर्देशित किया गया। विद्यालय में कक्षा अध्यापन के अतिरिक्त अन्य पाठय सहगामी गतिविधियों का संचालन सतत रूप से करने के लिये प्राचार्यों का ध्यान आकृष्ट जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा किया गया। इन गतिविधियों से संबंधित जानकारी पालकों तक पहुंचाने हेतु विशेष रूप से जोर दिया गया। पुस्ताकालय के रख-रखाव एवं इसके समुचित उपयोग सुनिश्चित करने हेतु विद्यालय के समस्त शिक्षकों को दायित्व दिये जाने की बात की गई।
शैक्षणिक कलेंडर के अनुरूप सतत् रूप से कक्षा अध्यापन एवं मूल्यांकन की यथोचित व्यवस्था करने तथा निरंतर शैक्षणिक सुधार हेतु विद्यालय के समस्त शिक्षकों को सम्मिलित रूप से प्रयास करने हेतु विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। जिले में स्वीकृत 03 नवीन सेजेस विद्यालय क्रमश: तिफरा, जयरामनगर एवं बेलतरा में प्रवेश प्रक्रिया अविलंब पूर्ण करते हुए विद्यालय में नियमित कक्षा अध्यापन हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में जिले के समस्त स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य एवं लिपिक के साथ समग्र शिक्षा कार्यालय के ए.पी.सी. रामेश्वर जायसवाल एवं डॉ. मुकेश पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 दिसंबर। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के पदाधिकारियों एवं प्रत्याशियों की मंथन सभाकक्ष में बैठक लेकर विधानसभा चुनाव की मतगणना प्रक्रिया के संबंध में विस्तार से अवगत कराया।
स्ट्रांग रूम खोलने से लेकर चुनाव परिणाम की घोषणा तक चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों की उन्हें जानकारी दी। उन्होंने पारदर्शिता एवं निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए मतगणना के दिन 3 तारीख को सवेरे पोस्टल बैलेट का कोषालय से मतगणना स्थल तक परिवहन, स्ट्रांग रूम खोलने एवं मतगणना शुरू होने के दौरान प्रत्याशियों/अभिकर्ताओं को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का आग्रह किया। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह एवं निगम आयुक्त कुणाल दुदावत भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कलेक्टर शरण ने बताया कि मतगणना कोनी स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में 3 दिसम्बर को सवेरे 8 बजे से शुरू होगी। पोस्टल बैलट की गणना पहले शुरू होगी। इसके बाद साढ़े 8 बजे से इव्हीएम मशीनों की गणना की जायेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग कक्षों में मतगणना के लिए 14-14 टेबल लगाये गये हैं। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र की गणना सबसे कम 17 चरणों में पूरी होगी जबकि सबसे ज्यादा 24 चरणों में मस्तुरी विधानसभा क्षेत्र की गणना होगी। कोटा की गणना 20 चरणों में, तखतपुर की 21 चरण, बिल्हा की 23 चरण और बेलतरा की 18 चरणों में पूरी होगी। मशीनों से गणना पूर्ण होने के बाद टेबल नम्बर 7 में व्हीव्हीपेट पर्ची की गणना की जायेगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र लॉटरी पद्धति से चयनित 5 वीवीपेट की पर्चियों की गिनती की जायेगी। सीसीटीव्ही कैमरा से पल-पल के घटनाक्रम की रिकार्डिंग की जायेगी।
कलेक्टर ने बैठक में अभ्यर्थियों एवं अभिकर्ताओं के लिए की गयी व्यवस्था एवं नियम-कायदों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विधानसभा वार अलग-अलग रंगों के पहचान पत्र जारी किये गये है। उन्हें हर समय पास को धारण करना होगा। अन्यथा प्रवेश नहीं दिया जायेगा। कॉलेज भवन के पीछे बने गेट से उन्हें मतगणना कक्ष में दाखिल करना होगा। उन्हें अपने लिए निर्धारित टेबल पर बैठकर मशीन का अवलोकन करना होगा। मतगणना कर्मी एवं एजेन्टस के बीच लोहे की पारदर्शी मजबूत दीवार रहेगी। मतगणना कक्ष में किसी भी प्रकार का मोबाईल फोन, सेल फोन, कैमरा, केल्कुलेटर, इलेक्ट्रानिक उपकरण, डिजिटल स्मार्ट घडिय़ा, खाद्य पदार्थ, तम्बाकू, सिगरेट, पान गुटखा आदि पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। अभिकर्ता अपने साथ मतपत्र लेखा की डुप्लिकेट कॉपी, पेन, पेन्सिल, सादा कागज अथवा नोटपेड ले जा सकते हैं।
मतगणना कक्ष के भीतर किसी के लिए भी भोजन, नाश्ता, पानी प्रतिबंधित रहेगा। बाहर में इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। मतगणना कक्ष में मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों के अभ्यर्थियों के अभिकर्ताओं को प्रथम पंक्ति में बैठेंगे। मतगणना स्थल पर तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रत्येक लेबल पर सघन चेकिंग के बाद आगे जाने की अनुमति होगी। स्थल के 100 मीटर दायरे में कोई वाहन नहीं होंगे। इस क्षेत्र को केवल पैदल चलने वालों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। पार्किंग की समुचित व्यवस्था भी की गई है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी ने प्रस्तुतिकरण के जरिए संपूर्ण व्यवस्था को चरणबद्ध तरीसे से समझाया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल, एडिशनल एसपी अर्चना झा, रिटर्निंग अफसर सहित मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों के पदाधिकारी एवं प्रत्याशी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 दिसंबर। विधानसभा निर्वाचन के तहत 03 दिसम्बर को होने वाले मतगणना कार्य के लिए नियुक्त मतगणना सुपरवाइजर, मतगणना सहायकों और माइक्रोऑब्जर्वर को दूसरे चरण का प्रशिक्षण शहर के मल्टीपरपज स्कूल में दिया गया।
प्रशिक्षण में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने मतगणना दलों से चर्चा करते हुए कहा कि मतगणना का कार्य धैर्यतापूर्वक और संयम से करें। प्रशिक्षण में दी जा रही मतगणना संबंधी आवश्यक बातों एवं क्रमबद्ध प्रक्रिया का विशेष ध्यान रखें। कलेक्टर ने कहा कि रिर्टनिंग ऑफिसर के मार्गदर्शन में मतगणना का कार्य करें। कलेक्टर ने निष्पक्ष एवं पारदर्शिता पूर्ण मतगणना के लिए उपयोगी टिप्स दिए। इस दौरान नगर निगम कमिश्नर और प्रशिक्षण के नोडन अधिकारी कुणाल दुदावत और जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी अजय अग्रवाल भी मौजूद थे।
प्रशिक्षण में मतदान दलों को बताया गया कि सबसे पहले डाकमतपत्रों की गिनती होगी। इसके लिए सभी डाकमतपत्रों मे से वैध और अवैध मतपत्रों को छांटा जाएगा। उसके बाद ईटीपीबी वोटों की गिनती होगी। इसके बाद राउंडवाइज ईव्हीएम मशीनों में दर्ज मतों की काउन्टिग शुरू होगी। इसके लिए स्ट्रांग रूम से आने वाली हर ईवीएम मशीन की सील साइन की जांच की जाएगी।
मास्टर ट्रेनर ने बताया कि उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधि के हस्ताक्षर लेने के बाद मतगणना शुरू होगी। चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित किन प्रपत्रों में जानकारी देनी है और प्रत्याशियों अथवा उनके प्रतिनिधियों से कहां-कहां और कब-कब साईन कराना है इन सभी बातों को बारीकी से प्रशिक्षण में बताया गया। मास्टर ट्रेनर ने मतगणना से संबंधित चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रावधानों और व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तार से बताया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 नवंबर। मतगणना कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को मतगणना का सघन प्रशिक्षण जिला प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण की उपस्थिति में जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में मतगणना कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को मतगणना कार्य का प्रशिक्षण दिया गया।
कलेक्टर ने कहा कि मतगणना का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी सतर्कता एवं सजगता के साथ मतगणना का कार्य करने के निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारी को अच्छे से आत्मसात करते हुए आयोग के निर्देशानुसार ही मतगणना का कार्य संपादित करने कहा। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के तहत कोनी स्थित शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में मतगणना का कार्य 3 दिसम्बर को किया जाएगा।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर एमटी आलम ने बताया कि पोस्टल बैलेट एवं ईटीपीबी की गणना पहले की जाएगी। डाकमत पत्रों की गणना 17 टेबलों में की जाएगी। इनकी गणना रिटर्निंग ऑफिसर एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की मौजूदगी में मतगणना सुपरवाईजर, सहायक मतगणना सुपरवाईजर द्वारा की जाएगी। कर्मचारियों को मतगणना के प्रत्येक चरण की जानकारी चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित विभिन्न प्रपत्रों में देनी होगी। विधानसभावार 14 टेबलों में मतगणना का कार्य किया जाएगा। प्रत्येक टेबल में चार कर्मचारी मतगणना सुपरवाईजर, गणना सहायक, माइक्रो ऑब्जर्वर सहित एक भृत्य की ड्यूटी लगाई गई है। ऑब्जर्वर एवं रिटर्निंग ऑफिसर की उपस्थिति में मतगणना का कार्य किया जाएगा।
प्रशिक्षण में कंट्रोल यूनिट से रिजल्ट की गणना संबंधी जानकारी विस्तार से दी गई। ईव्हीएम से गणना संपन्न होने के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 5 व्हीव्हीपैट मशीनों से पर्ची की गणना की जाएगी। रैण्डमली आधार पर व्हीव्हीपैट मशीनों का चयन किया जाएगा। प्रशिक्षण में मतगणना कार्य की बारीकी से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण में रिटर्निंग ऑफिसर, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर एवं मतगणना प्रक्रिया से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बिलासपुर, 30 नवंबर। सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में कक्षा 6वीं एवं 9वीं में प्रवेश के लिए इच्छुक विद्यार्थी 16 दिसम्बर 2023 शाम 5 बजे तक ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 21 जनवरी 2024 को आयोजित की जाएगी। सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की अधिकारिक वेबसाईट 222.ठ्ठह्लड्ड.ड्डष्.द्बठ्ठ या द्धह्लह्लश्चह्य://द्ग&ड्डद्वह्य.ठ्ठह्लड्ड.ड्डष्.द्बठ्ठ/्रढ्ढस्स्श्वश्व/ पर किये जा सकते है। आवेदन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए एनटीए की अधिकारिक वेबसाईट का अवलोकन किया जा सकता है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए सैनिक स्कूल अम्बिकापुर में प्रवेश परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा किया जाएगा।
बिलासपुर, 30 नवंबर। जिले के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के ऐसे विद्यार्थी जो पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते है, वे 30 दिसम्बर 2023 तक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाईन आवेदन कर सकते है। इसी प्रकार ड्राफ्ट प्रोपोजल लॉक करने की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर से 20 जनवरी 2024 तक एवं सेक्शन ऑर्डर लॉक करने की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर से 24 जनवरी 2024 तक है। यह पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति जिले में संचालित सभी शासकीय, अशासकीय महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेजों, आईटीआई, पालीटेक्निक के विद्यार्थियों के लिए है। शिक्षा सत्र 2023-24 हेतु ऑनलाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के पंजीयन, स्वीकृति एवं वितरण की कार्रवाई https://postmatric-scholarship.cg.nic.in वेबसाइट पर की जा रही है। निर्धारित तिथि के पश्चात शिक्षा सत्र 2023-24 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति ऑनलाईन आवेदन हेतु पोर्टल बंद कर दिया जाएगा एवं ड्राफ्ट प्रोपोजल लॉक अथवा सेक्शन ऑर्डर लॉक करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जाएगा। निर्धारित तिथि तक कार्रवाई पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते है, तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वत: जिम्मेदार होंगें। पीएफएमएस के माध्यम से आधार आधारित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा रहा है। विद्यार्थी ऑनलाईन आवेदन करते समय ध्यान रखे कि उनका बचत खाता एक्टिव होता एवं आधार सीडेड बैंक खाता नंबर की प्रविष्टि ही करना सुनिश्चित करें।
बिलासपुर, 30 नवंबर। जिला शिक्षा अधिकारी ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदन के छानबीन के क्रम में एक सप्ताह में आमजनता से दावा आपत्ति मंगाई है। फिलहाल एक आवेदिका ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया हैं। डीईओ ने बताया कि तखतपुर विकासखण्ड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला उस्लापुर में भृत्य के पद पर कार्यरत स्व. विमल कुमार आदिले के परिवार से उनकी पत्नी अमरौतिन बाई आदिले ने अनुकम्पा नियुक्ति के लिए आवेदन दिया है। आमजनों की जानकारी में यदि दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार में यदि कोई सदस्य राज्य अथवा केन्द्र की शासकीय सेवा में कार्यरत होने की सूचना है, तो वे 7 दिवस के भीतर पुरानी कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित कक्ष क्र. 25, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्वयं उपस्थित होकर अथवा डाक के जरिए जानकारी दे सकते हैं ताकि नियमानुसार पात्र व्यक्ति को ही अनुकम्पा नियुक्ति का लाभ दिया जा सके।