खेल
अमनदीप रहे मैन ऑफ द मैच और सीरिज
रायपुर, 9 अक्तूबर। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ टी-20 कप-2023 जिसमें छत्तीसगढ़ की टीम में फाइनल मैच जीत कर खिताब अपने नाम किया। 8. 10:2023 को शहीद वीर नारायण सिंह अंर्तराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आन्ध्र प्रदेश वर्सेज छत्तीसगढ़ ब्लू की टीम के मध्य खेला गया। जिसमें आन्ध्र प्रदेश की टीम ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का निर्णय लिया।
आन्ध्र प्रदेश की टीम ने बल्लेबाजी कर 20 ओवर में 5 विकेट गवा कर 168 रन का लक्ष्य रखा। जिसे चेस करते हुवे छत्तीसगढ़ ब्लू टीम की ने जबाब में 14.5 ओवर में 1 विकेट गवांकर 171 रन बनाकर मैच में 9 विकेट से विजेता रही जिसमें छत्तीसगढ़ ब्लू की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए अमनदीप खरे (नॉट आउट) 118 रन 52 बॉल, 9 चौका, 9 छक्का जड़ दिए। सान्निध्य हुरकत 43 रन 38 बॉल, 3 चौका, 1 छक्का गगनदीप सिंह (नॉट आउट) 5 रन बनाए।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ टी-20 कप 2023 प्रतियोगिता का आयोजन 20.09.2023 से 08.102023 तक आयोजित किया गया। जिसमें मैन ऑफ द सीरिज का पुरुस्कार अमनदीप खरे को संयुक्त सचिव - जी.एस. मूर्ति, जी द्वारा दिया गया। मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार अमनदीप खरे को सदस्य तरूणेश सिंह परिहार के द्वारा दिया गया। विजेता टीम को ट्रॉफी व 3 लाख रूपये (तीन लाख रूपये) का चैक सदस्य विजय शाह के द्वारा दिया गया। उपविजेता टीम को ट्रॉफी व एक लाख पचास हजार रूपये) का चैक सदस्य राजेश दवे के द्वारा दिया गया।
छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के सी.ई.ओ. हरि गुडलापल्ली जी.एम मनीष सोनकर लॉजिस्टीक, मैच आजवर नवीन श्रीवास्तव, मैच अम्पायर- नितिन कटवार विकास नटट, स्कोरर मनोज तिवारी, ऑनलाइन स्कोरर महेशदत्त मिश्रा, मैन्युअल स्कोरर महेन्द्र साहू एवं समस्त ग्राउण्ड स्टाफ उपस्थित रहे।
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वनडे वर्ल्ड कप का अपना पहला मैच खेल रही भारतीय टीम के प्रदर्शन पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख़्तर ने टिप्पणी की है.
शोएब अख़्तर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ''इस तरह आप मैच में वापसी करते हैं. बहुत ख़ूब''
असल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 200 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसके बाद जब भारतीय टीम बल्लेबाज़ी करने उतरी तो टॉप ऑर्डर ने उम्मीद के मुताबिक़ प्रदर्शन नहीं कर सका.
ओपनर ईशान किशन को पहले ही ओवर में मिचेल स्टार्क ने आउट किया. अगले ओवर में जोश हैज़लवुड ने पहले कप्तान रोहित शर्मा और फिर श्रेयस अय्यर को आउट कर दिया. ये तीनों बल्लेबाज़ कोई रन नहीं बना सके.
हालांकि इसके बाद पिच पर उतरे केएल राहुल और विराट कोहली की जोड़ी ने मैच की दिशा बदल दी.
12 के स्कोर पर विराट का कैच मिशेल मार्श ने टपकाते हुए उन्हें जीवनदान दिया. विराट ने इसका भरपूर लाभ उठाया और वर्ल्ड कप में अपना सातवां अर्धशतक जमाया.
केएल राहुल भी वर्ल्ड कप में अपना तीसरा अर्धशतक जमाए.
दोनों ने चौथे विकेट के लिए पहले अर्धशतकीय साझेदारी निभाई फिर भारतीय टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. दोनों ने यह साझेदारी फिर डेढ़ सौ रनों तक पहुंचाई. (bbc.com/hindi)
चेन्नई, 7 अक्टूबर। भारतीय टीम एकदिवसीय विश्व कप 2023 में अपने अभियान की शुरुआत रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगी। इस टूर्नामेंट में भारतीय क्रिकेटर कुछ नए रिकॉर्ड बना सकते हैं, जो इस प्रकार हैं।
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक बनाने के सचिन तेंदुलकर (49) के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए केवल तीन शतकों की जरूरत है। इस तरह से वह वनडे में 50 शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा एक और शतक जमाने पर तेंदुलकर (छह) को पीछे छोड़कर विश्व कप में सर्वाधिक शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे।
रोहित शर्मा एक और रिकॉर्ड बनाने के करीब हैं। तीन और छक्के जड़ने वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। अभी रिकार्ड वेस्टइंडीज के क्रिस गेल (553) के नाम पर है।
युवा भारतीय बल्लेबाज शुभमन गिल 665 रन बनाने पर एक कैलेंडर वर्ष में वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। रिकॉर्ड तेंदुलकर (1894) के नाम पर है।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बनने से केवल 13 विकेट दूर हैं। अभी रिकॉर्ड जहीर खान और जवागल श्रीनाथ (दोनों 44) के नाम पर है। (भाषा)
हांगझोउ, 7 अक्टूबर भारतीय पहलवान दीपक पूनिया एशियाई खेलों के पुरूषों के 86 किलो फ्रीस्टाइल फाइनल में अपने आदर्श ईरान के महान पहलवान हसन यजदानी से खेलेंगे जबकि भारत के तीन पहलवार हारकर बाहर हो गए ।
दीपक ने क्वालीफिकेशन दौर में बहरीन के मागोमेड शारिपोव को 3 . 2 से हराया । इसके बाद इंडोनेशिया के रेंडा रियांडेस्टा को तकनीकी श्रेष्ठता से हराया और जापान के शिराइ शोता को क्वार्टर फाइनल में 7 . 3 से मात दी ।
सेमीफाइनल में उन्होंने उजबेकिस्तान के जवरेल शापियेव को 4 . 3 से हराया ।
यश तूनिर (74 किलो), विकी (97 किलो) और सुमित मलिक (125 किलो) पदक दौड़ में पहुंचे बिना ही बाहर हो गए ।
यश को ताजिकिस्तान के मागोमेत इवलोएव ने तकनीकी श्रेष्ठता पर हराया । उसने कंबोडिया के चेयांग चोयुन को प्री क्वार्टर फाइनल में मात दी थी ।
विकी को कजाखस्तान के अलीशेर येरगली ने हराया जबकि सुमित मलिक को किर्गीस्तान के एलाल लाजारेव ने हराया ।
भारत ने 2018 में जकार्ता खेलों में तीन पदक जीते थे जिनमें विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के दो स्वर्ण शामिल थे । बजरंग शुरूआती दौर से ही बाहर हो गए जबकि विनेश ने घुटने की चोट के कारण भाग नहीं लिया । (भाषा)
हांगझोउ, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। एशियन गेम्स में क्रिकेट के दूसरे सेमीफाइनल में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को चार विकेट से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। अब फाइनल में गोल्ड मेडल के लिए शनिवार को भारत-अफगानिस्तान की टक्कर होगी।
अफगानिस्तान टीम के कप्तान गुलबदीन नईब ने शुक्रवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। अफगानी गेंदबाजों ने दमदार गेंदबाजी की और पाकिस्तान को 18 ओवर में 115 रनों पर ढेर किया। कोई भी पाकिस्तानी बल्लेबाज ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं पाया। टीम की ओर से सबसे ज्यादा रन ओपनर ओमर यूसुफ (24) ने बनाए।
जवाब में इस लक्ष्य का पीछा करते हुए अफगानिस्तान ने 17.5 ओवरों में 6 विकेट खोकर 116 रन बनाते हुए आसान जीत दर्ज की। शुरुआत में अफगागिस्तान की बल्लेबाजी भी लड़खड़ाई लेकिन नूर अली जादरान ने 33 गेंदों में 39 और कप्तान गुलबदीन नईब ने 19 गेंदों में नाबाद 26 रन बनाकर अफगानिस्तान को फाइनल में पहुंचा दिया।
अफगानिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा 3 विकेट फरीद अहमद ने लिए। वहीं जाहिर खान ने 2 विकेट लिए। करीम जनत और गुलबदीन नईब ने 1-1 विकेट लिया।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर । टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल का डेंगू टेस्ट पॉजिटिव आया है। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि वो वर्ल्ड कप के कुछ शुरुआती मैच से बाहर हो सकते हैं, जो भारत के लिए एक बड़ा झटका है।
भारत को अपना पहला मैच रविवार को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है और रिपोर्ट के मुताबिक गिल इस मैच से बाहर हो सकते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस ने बीसीसीआई अधिकारी के हवाले से कहा, "शुभमन गिल कि तबीयत खराब है, मेडिकल टीम उन पर कड़ी निगरानी रख रही है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे।"
शुभमन गिल बुधवार और गुरुवार को भारत के प्रशिक्षण सत्र में शामिल नहीं हुए। गिल इस साल वनडे में 72.35 की औसत और 105.03 की स्ट्राइक रेट से 1230 रन के साथ भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। अपने आखिरी चार वनडे मैचों में उन्होंने दो शतक और एक अर्धशतक लगाया, इनमें से दो पारियां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ थी। (आईएएनएस)।
एशियन गेम्स में भारत ने पुरुष क्रिकेट प्रतियोगिता के फ़ाइनल में जगह बना ली है. सेमी फ़ाइनल में भारत ने बांग्लादेश को नौ विकेट से हरा दिया.
भारत के कप्तान रितुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले फ़ील्डिंग करने का फ़ैसला किया. बांग्लादेश की टीम कुछ ख़ास नहीं कर पाई और 20 ओवरों में नौ विकेट पर 96 रन ही बना पाई.
बांग्लादेश की ओर से जाकिर अली ने सर्वाधिक 24 रन बनाए, जबकि परवेज़ हुसैन ने 23 रन बनाए. भारत की ओर से साई किशोर ने 12 रन देकर तीन विकेट लिये.
जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने दो विकेट लिए. भारत ने 97 रनों का लक्ष्य एक विकेट के नुक़सान 10वें ओवर में ही हासिल कर लिया.
हालाँकि पिछले मैच के हीरो यशस्वी जायसवाल बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए थे. लेकिन कप्तान रितुराज और तिलक वर्मा ने भारत को आसानी से जीत दिला दी. रितुराज ने 40 और तिलक वर्मा ने 55 रनों की नाबाद पारी खेली. (bbc.com/hindi)
हांगझोऊ, 5 अक्टूबर । 19वें एशियाई खेलों में एक रोमांचक फाइनल के लिए मंच तैयार है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम शुक्रवार को 2018 एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जापान के खिलाफ मैदान में होगी।
पेरिस ओलंपिक 2024 में स्थान सुरक्षित करने के अवसर के साथ, दोनों टीमें फाइनल जीतने और गोल्ड पर कब्जा जमाने के इरादे से मैदान में होगी।
आखिरी बार भारत ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में जीता था। एशियाई खेलों में फील्ड हॉकी की शुरुआत के बाद से भारत ने तीन बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। जिसमें-1966, 1998 और 2014 का खिताब शामिल है। इस बीच, पांच साल पहले जकार्ता में जापान की स्वर्ण पदक जीत उनकी एकमात्र खिताबी जीत रही है।
फाइनल मैच से पहले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, "जब आप किसी बड़े मैच में उतरते हैं तो खेल में हमेशा घबराहट होती है। हम इस टूर्नामेंट के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे हैं और यह वह क्षण है जिसका हम सभी इंतजार कर रहे थे। स्वर्ण पदक जीतना और पेरिस ओलंपिक के लिए स्थान सुरक्षित करना हमेशा से हमारा लक्ष्य रहा है।''
"एक टीम के रूप में हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम उस समय के दबाव को अपनी भावनाओं पर हावी न होने दें और हम स्वतंत्र रूप से खेलते रहें। अगर हम ऐसा करने में सक्षम हैं, तो मुझे विश्वास है कि हम जीत हासिल कर सकते हैं।"
भारत ने प्रतियोगिता में अब तक अपने सभी मैच जीते हैं और पूल चरण में पहले ही जापान पर जीत हासिल कर ली है।
भारतीय कप्तान ने आगे कहा, "हम टूर्नामेंट में जापान को पहले हरा चुके हैं, जिससे प्रतियोगिता में प्रवेश करते समय हमारी टीम को आत्मविश्वास मिलता है लेकिन एक टीम के रूप में हम कभी भी किसी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं ले सकते हैं। जापान भी हार का बदला लेने के लिए तैयार होगा और उसके पास वास्तव में एक मजबूत टीम भी होगी जो किसी भी समय खेल की गति को बदल सकते हैं। हमें अपनी तैयारियों को पुख्ता रखना होगा।" (आईएएनएस)।
हांगझोउ, 5 अक्टूबर भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणय ने गुरुवार को यहां मलेशिया के ली झी जिया को तीन गेम तक चले पुरुष एकल के रोमांचक क्वार्टर फाइनल में हराकर भारत के लिए बैडमिंटन का पदक सुनिश्चित किया लेकिन महिला एकल में पीवी सिंधू को हार का सामना करना पड़ा।
कमर की चोट से जूझ रहे दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय ने दुनिया के 16वें नंबर के खिलाड़ी जिया को 78 मिनट चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 21-16 21-23 22-20 से हराया।
प्रणय का पदक नयी दिल्ली 1982 खेलों में सैयद मोदी के कांस्य के बाद एशियाई खेलों की पुरुष एकल स्पर्धा में भारत का पहला पदक है।
थकान से जूझते हुए प्रणय ने निर्णायक गेम में दो मैच प्वाइंट बचाए और लगातार चार अंक के साथ गेम और मैच जीत लिया।
इससे पहले दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ के खिलाफ सीधे गेम में शिकस्त के साथ एशियाई खेलों से बाहर हो गईं।
दुनिया की 15वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू को दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी बिंगजियाओ के खिलाफ 47 मिनट में 16-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा।
सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक में बिंगजियाओ को ही सीधे गेम में हराकर कांस्य पदक जीता था लेकिन चीन की खिलाड़ी ने अपनी सरजमीं पर जीत के साथ बदला चुकता किया और भारतीय खिलाड़ी से पिछले दो एशियाई खेलों के पदक के रंग को बेहतर करने का मौका छीन लिया।
सिंधू ने 2014 इंचियोन और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीता था।
दोनों खिलाड़ियों ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की लेकिन बिंगजियाओ ने जल्द ही 9-5 की बढ़त बना ली।
सिंधू को कोर्ट में मूवमेंट को लेकर जूझना पड़ रहा था। बिंगजियाओ ने भारतीय खिलाड़ी को पूरे कोर्ट पर दौड़ाया और फिर सटीक शॉट के साथ अंक जुटाए। चीन की खिलाड़ी ने पहला गेम 23 मिनट में जीता।
दूसरे गेम में भी सिंधू जूझती दिखी। बिंगजियाओ ने 5-1 की बढ़त बनाई। सिंधू की गलतियों पर चीन की खिलाड़ी ने दमदार स्मैश से कई अंक जुटाए।
सिंधू ने हालांकि वापसी करते हुए स्कोर 8-9 किया लेकिन बिंगजियाओ ने लगातार तीन अंक के साथ 12-8 की बढ़त बना ली।
चीन की खिलाड़ी को इसके बाद गेम और मैच जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। (भाषा)
हांगझोउ, 5 अक्टूबर। अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता पहलवान पूजा गहलोत ने गुरुवार को यहां एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता के महिला 50 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई लेकिन युवा अंतिम पंघाल को महिला 53 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में जापान की दो बार की विश्व चैंपियन अकारी फुजिनामी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा।
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता पूजा ने क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की नामुनतसेतसेग सोगत ओचिर को 5-2 से हाया।
मंगोलिया की 27 वर्षीय अनुभवी खिलाड़ी ने पहले दौर में एक अंक बनाया लेकिन पिछले लगभग दो साल से कंधे की चोट से जूझ रही पूजा ने जोरदार वापसी करते हुए लगातार पांच अंक के साथ अंतिम चार में जगह सुनिश्चित की।
अंतिम को हालांकि क्वार्टर फाइनल में जापान की खिलाड़ी ने चित्त करके जीत दर्ज की। फुजिनामी को अंतिम के खिलाफ जीत का दावेदार माना जा रहा था और भारतीय खिलाड़ी उलटफेर करने में विफल रही। जापान की खिलाड़ी ने पहले दौर में ही एक मिनट से भी अधिक शेष रहते जीत दर्ज की।
विनेश फोगाट के चोट के कारण बाहर होने पर अंतिम को भारतीय दल में जगह मिली थी।
इससे पूर्व अंतिम ने उज्बेकिस्तान की जैस्मिना इमाएवा को 11-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी जहां उनका सामना फुजिनामी से होना था जो 2021 ओस्लो और 2023 बेलग्रेड विश्व चैंपियनशिप की विजेता हैं।
फुजिनामी अगर फाइनल में जगह बनाती हैं जो अंतिम को रेपेचेज दौर के जरिए कांस्य पदक के लिए मुकाबला पेश करने का मौका मिलेगा।
ग्रीको रोमन 97 किग्रा वर्ग में नरेंद्र चीमा को भी क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया के ली सियोल के खिलाफ 1-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी जबकि महिला 57 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में मानसी को जापान की सकुराई सुगुमी के खिलाफ 2-5 से हार का सामना करना पड़ा।
ग्रीको रोमन 130 किग्रा वर्ग में नवीन को भी क्वार्टर फाइनल में चीन के मेंग लिंगझी के खिलाफ 0-3 से शिकस्त मिली। (भाषा)
हांगझोऊ, 4 अक्टूबर । मंजू रानी और राम बाबू की जोड़ी ने 19वें एशियाई खेलों में बुधवार को 35 किमी रेस वॉक मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या 70 पर पहुंचा दी है जो इन खेलों में उसके पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बराबर है।
राम बाबू ने 2 घंटे 42 मिनट 11 सेकेंड में रेस पूरी की जबकि मंजू रानी 3 घंटे 9 मिनट 3 सेकेंड का समय निकाला। भारत 5 घंटे 51 मिनट 14 सेकेंड के संयुक्त समय के साथ तीसरे स्थान पर रहा। वह स्वर्ण पदक विजेता चीन की टीम से 34 मिनट 33 सेकेंड से पीछे रहा।
इस पदक के साथ ही भारत ने एशियाई खेलों में अपने 70 पदकों के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है जो उसने 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित पिछले संस्करण में बनाया था।
35 किमी रेस वॉक मिश्रित टीम में एक देश एक पुरुष और एक महिला या दो पुरुष और दो महिला प्रतिभागियों वाली टीमें रख सकता है। पदक के लिए सर्वोत्तम दो समय मान्य होते हैं।
चीन और जापान ने दो पुरुष और दो महिला वॉकरों के साथ प्रतिस्पर्धा की, जबकि भारत, हांगकांग चीन और इंडोनेशिया की एक-एक जोड़ी उतारी थी।
चीन ने 5 घंटे 16 मिनट 41 सेकेंड के समय के साथ एशियाई खेलों में नया रिकॉर्ड बनाते हुये स्वर्ण पदक जीता जबकि जापान दूसरे स्थान पर रहा। (आईएएनएस)।
राजकोट, 3 अक्टूबर। बाएं हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार की अगुवाई में शेष भारत के गेंदबाजों ने अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाकर सौराष्ट्र को मंगलवार को यहां दूसरी पारी में 79 रन पर ढेर करके अपनी टीम को तीसरे दिन ही 175 रन से बड़ी जीत के साथ ईरानी कप क्रिकेट टूर्नामेंट का खिताब दिलाया।
शेष भारत ने पहली पारी में 94 रन की बढ़त लेने के बाद स्पिनरों के लिए अनुकूल पिच पर अपनी दूसरी पारी में 160 रन बनाकर सौराष्ट्र के सामने जीत के लिए 255 रन का लक्ष्य रखा। चेतेश्वर पुजारा और शेल्डन जैकसन जैसे अनुभवी बल्लेबाजों की मौजूदगी वाली सौराष्ट्र की टीम हालांकि 34.3 ओवर में 79 रन पर सिमट गई जो ईरानी कप में न्यूनतम स्कोर है।
पहली पारी में 29 रन बनाने वाले पुजारा दूसरी पारी में केवल सात रन बनाकर पगबाधा आउट हो गए जबकि शेल्डन जैकसन (03) ने खराब शॉट खेल कर अपना विकेट गंवाया। सौराष्ट्र के केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे। इनमें आठवें नंबर के बल्लेबाज धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने सर्वाधिक 21 रन बनाए।
सौरभ कुमार ने 43 रन देकर छह विकेट लिए और इस तरह से मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने पहली पारी में 65 रन देकर चार विकेट हासिल किए थे। उनके अलावा शम्स मुलानी ने 22 रन देकर तीन विकेट लिए। एक विकेट पुलकित नारंग को मिला।
मैच के परिणाम में पहली पारी के प्रदर्शन ने अहम भूमिका निभाई। शेष भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 308 रन बनाए थे जिसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम 214 रन पर आउट हो गई।
खेल आगे बढ़ाने के साथ पिच बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह बनती गई जिस पर दोनों टीम के बल्लेबाजों को स्पिनरों को खेलने में परेशानी हुई। सौराष्ट्र ने सुबह अपनी पहली पारी आठ विकेट पर 212 रन से आगे बढ़ाई लेकिन केवल दो रन जोड़कर उसके बाकी बल्लेबाज भी पवेलियन लौट गए।
शेष भारत की टीम भी अपनी दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल (49) और साइ सुदर्शन (43) से मिली अच्छी शुरुआत के बावजूद 160 रन पर आउट हो गई। उसने आखिरी नौ विकेट 43 रन के अंदर गंवाए।
सौराष्ट्र की तरफ से पार्थ भुत ने 53 रन देकर सात जबकि धर्मेंद्र जडेजा ने 65 रन देकर तीन विकेट लिए। पार्थ ने पहली पारी में 94 रन देकर पांच विकेट लिए थे। (भाषा)
हांगझोउ, 3 अक्टूबर अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया, उपकप्तान दीप ग्रेस इक्का और दीपिका की हैट्रिक से भारत ने आखिरी पूल मैच में हांगकांग को 13 . 0 से हराकर एशियाई खेलों की महिला हॉकी स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया ।
वंदना (दूसरा, 16वां और 48वां मिनट) ने फील्ड गोल किये जबकि दीप ग्रेस (11वां, 34वां और 42वां मिनट) ने पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किये ।
संगीता कुमारी (27वां और 55वां मिनट), मोनिका (सातवां) और नवनीत कौर (58वां) ने भी गोल दागे ।
भारत पूल ए में चार मैचों में 10 अंक लेकर शीर्ष पर है । दक्षिण कोरिया के सात अंक है लेकिन उसका एक मैच बाकी है । भारत का गोल औसत दक्षिण कोरिया से काफी बेहतर है । आखिरी पूल मैच में कोरिया का सामना मलेशिया से होगा ।
पूल से दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी ।
भारतीय टीम ने मैच में शुरू से ही दबदबा बना लिया था । पहले दो क्वार्टर में छह और दूसरे में सात गोल हुए ।
दूसरे ही मिनट में नवनीत के पास पर वंदना ने गोल दागा । भारत को इसके बाद लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका । दीपिका के जवाबी हमले पर भारत ने दूसरा गोल दागा ।
मोनिका और दीप ग्रेस ने दो और गोल करके भारत की बढत 4 . 0 की कर दी । दूसरे क्वार्टर के आखिर में वंदना ने दूसरा गोल दागा । वहीं हाफटाइम से तीन मिनट पहले संगीता ने मोनिका के पास पर गोल करके भारत की बढत 6 . 0 की कर दी ।
दूसरे हाफ मे भी यही सिलसिला जारी रहा । दीप ग्रेस ने तीसरे क्वार्टर में दो पेनल्टी पर गोल करके हैट्रिक पूरी की । वंदना ने भी मैदानी गोल दागकर हैट्रिक लगाई ।
दीपिका ने दो पेनल्टी कॉर्नर तब्दील किये । इस बीच संगीता और नवनीत ने भी गोल दागे ।
भारत बृहस्पतिवार को सेमीफाइनल में पूल बी की दूसरे नंबर की टीम से खेलेगा । (भाषा)
हांगझोउ, 3 अक्टूबर विश्व चैम्पियन लवलीना बोरगोहेन (75 किलो) ने एशियाई खेलों में फाइनल में पहुंचकर ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया जबकि युवा मुक्केबाज प्रीति पंवार को 54 किलो सेमीफाइनल मुकाबले में हारने के बाद कांस्य से संतोष करना पड़ा ।
तोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना ने सेमीफाइनल में एशियाई चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता थाईलैंड की बेसन मानिकोन को सर्वसम्मति से लिये गए फैसले में हराया ।
दूसरी ओर ओलंपिक कोटा हासिल कर चुकी प्रीति को मौजूदा फ्लायवेट चैम्पियन चीन की चांग युआन ने 5 . 0 से हराया ।
पहले तीन मिनट में प्रीति ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए घूंसे बरसाये लेकिन बाद में लय कायम नहीं रख सकी। चीनी खिलाड़ी ने जबर्दस्त आक्रामकता दिखाते हुए उसे कोई मौका नहीं दिया ।
पहले दौर में पांच में से चार जज ने चीनी खिलाड़ी के पक्ष में फैसला दिया । दूसरे दौर में प्रीति ने उसका डिफेंस तोड़ने की कोशिश की । प्रीति को सिर के पीछे से मारने पर युआन को चेतावनी भी मिली ।
उसने आखिरी तीन मिनट में रक्षात्मक खेल दिखाते हुए जीत दर्ज की । (भाषा)
हांगझोउ, 2 अक्टूबर (भाषा)। भारत की स्वप्ना बर्मन ने सोमवार को यह आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया कि एशियाई खेलों की महिला हेप्टाथलान प्रतियोगिता में एक ट्रांसजेंडर खिलाड़ी के कारण वह कांस्य पदक जीतने से वंचित रह गई।
जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली स्वप्ना ने आरोप लगाया कि हमवतन नंदिनी अगसारा महिलाओं की स्पर्धा में भाग लेने के योग्य नहीं थी क्योंकि वह ट्रांसजेंडर है। स्वप्ना ने बाद में यह पोस्ट सोशल मीडिया से हटा दी थी।
नंदिनी ने रविवार को महिलाओं की हेप्टाथलान में कांस्य पदक जीता था जबकि स्वप्ना अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाई और चौथे नंबर पर रही थी।
स्वप्ना ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने चीन के हांगझोउ में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में एक ट्रांसजेंडर महिला के हाथों अपना कांस्य पदक गंवा दिया है। मैं अपना पदक वापस चाहती हूं क्योंकि यह एथलेटिक्स के नियमों के खिलाफ है। कृपया मेरी मदद और समर्थन करें।’’
उन्होंने हालांकि कुछ घंटे बाद यह ट्वीट हटा दिया। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
विश्व एथलेटिक्स के इस साल 31 मार्च से लागू किए गए नियमों के अनुसार कोई भी एथलीट जिसमें पुरुषों के लक्षण पाए जाते हैं वह महिलाओं की विश्व रैंकिंग प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले सकता है।
चीन के हांगज़ो शहर में चल रहे एशियन गेम्स में अब तक भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है.
हालाँकि पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर है. भारत मेज़बान चीन और जापान से काफ़ी पीछे है.
रविवार को एक दिन में 15 पदक जीतकर भारत ने ये उम्मीद जताई है कि शायद ये एशियन गेम्स उसके अब तक के सबसे बेहतर प्रदर्शन वाले गेम्स रहें.
रविवार को ट्रैक एंड फ़ील्ड मुक़ाबलों में भारत ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया.
इन मुक़ाबलों में भारत को गोल्ड भी मिले, सिल्वर भी मिले और ब्रॉन्ज़ भी.
लेकिन इन सबके बीच महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में एक विवाद खड़ा हो गया.
विवाद चीन की खिलाड़ी यानी वू को लेकर था, लेकिन इसमें भारत की खिलाड़ी ज्योति यर्राजी भी फँस गईं.
पहले अधिकारियों को ये लगा कि चीन की यानी वू और भारत की ज्योति दोनों ने ग़लत शुरुआत की और एक बार ऐसा लगा कि दोनों को अयोग्य करार दे दिया जाएगा.
लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने अपना विरोध जताया और भारतीय अधिकारियों ने भी इस मामले में अपना विरोध दर्ज कराया.
दौड़ में ज्योति तीसरे नंबर पर आईं, लेकिन बाद में चीन की खिलाड़ी को अयोग्य करार दिया गया और ज्योति को सिल्वर मेडल मिल गया.
'मानसिक परेशानी'
हालाँकि ज्योति ने मुक़ाबले के बाद कहा कि विवाद के कारण उन्हें मानसिक तौर पर परेशानी हुई और इसका असर उनके प्रदर्शन पर भी पड़ा.
ज्योति से इस मुक़ाबले में गोल्ड मेडल की उम्मीद की जा रही थी.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में ज्योति ने कहा, ''ये बहुत बुरा अनुभव था. मैं सिर्फ़ इतना कहना चाहती हूँ कि किसी भी खेल में धोखेबाज़ी की जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने ग़लत शुरुआत की थी. इसे स्वीकार करना चाहिए. बहुत ड्रामे के बाद आख़िरकार मुझे सिल्वर मिला. ये मेरा पहला एशियन गेम्स था और मैंने सिल्वर मेडल जीता.''
कई लोगों ने ज्योति के सिल्वर मेडल जीतने की तारीफ़ की है और उनका उत्साह बढ़ाया है, तो कई लोगों ने विवाद पर भी अपनी टिप्पणी की है.
लोगों का ये भी कहना है कि अगर ये विवाद न होता, तो शायद ज्योति गोल्ड जीत सकती थीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि उनके धैर्य, अनुशासन और कठिन प्रशिक्षण का फल उन्हें मिला है. पीएम नोदी ने उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ भी दी हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने भी लिखा है कि ज्योति ने अपने प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया है.
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ज्योति की जमकर सराहना की है. उन्होंने कहा कि आसपास चल रहे घटनाक्रम के बीच ज्योति का ये प्रदर्शन सराहनीय है.
उन्होंने एक्स पर लिखा, "ज्योति ने बाधा पार करते हुए सिल्वर जीता. उन्होंने अपने आसपास चल रहे घटनाक्रम के बीच फ़ोकस बनाए रखा, जो एक सच्चे चैम्पियन की निशानी होती है. देश को आप पर गर्व है."
पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी ज्योति के प्रदर्शन की तारीफ़ की है.
हांगज़ो में मौजूद भारतीय एथलेटिक्स फ़ेडरेशन की उपाध्यक्ष अंजू बॉबी जॉर्ज ने पत्रकारों को बताया कि कैसे भारतीय अधिकारियों ने इसे लेकर विरोध दर्ज कराया था.
उन्होंने भी ये स्वीकार किया कि ज्योति परेशान हो गईं थी और ये विवाद नहीं हुआ रहता, तो वो और बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी.
कौन हैं ज्योति यर्राजी, जिनसे भारत को गोल्ड की उम्मीद थी
विशाखापट्टनम की रहने वाली ज्योति यर्राजी से भारत को 100 मीटर बाधा दौड़ में गोल्ड की उम्मीद थी.
इसकी वजह थी उनका हाल का प्रदर्शन.
इस साल जुलाई में उन्होंने बैंकॉक में हुए 25वें एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप्स में महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में गोल्ड जीता था.
एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप्स के 50 साल के इतिहास में ज्योति पहली भारतीय एथलीट बनीं थी, जिन्होंने 100 मीटर बाधा दौड़ में गोल्ड जीता.
राष्ट्रीय स्तर पर भी महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में ज्योति ने रिकॉर्ड बनाया है.
उन्होंने ये बाधा दौड़ 12.82 सेकेंड में पूरी की थी.
28 अगस्त 1999 को जन्मीं ज्योति के पिता एक सिक्योरिटी एजेंसी में गार्ड हैं.
ज्योति ने एशियन चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद बीबीसी तेलुगू को बताया था कि उनके पीटी टीचर श्रीनिवास रेड्डी ने खेलों में उनकी रुचि पर ध्यान दिया और उन्हें काफ़ी प्रोत्साहित किया था.
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकीं ज्योति इंग्लिश कोच जेम्स हिलर की निगरानी में तैयारी करती हैं.
ओडिशा के भुवनेश्वर में रिलायंस एथलेटिक्स हाई परफ़ॉर्मेंस सेंटर में वो ट्रेनिंग करती हैं.
आसान नहीं रहा है सफ़र
2015 में ज्योति ने आंध्र प्रदेश इंटर डिस्ट्रिक्ट मीट में गोल्ड जीता था. इसके बाद उन्हें हैदराबाद के साई सेंटर में बेहतर प्रशिक्षण के लिए भेजा गया.
ज्योति का कहना था कि विशाखापट्टन में कोई बड़ा ट्रेनिंग सेंटर नहीं था और वित्तीय समस्याएँ भी थी.
लेकिन 2019 में उन्हें भुवनेश्वर के ट्रेनिंग सेंटर का बुलावा आया और फिर उनकी ज़िंदगी बदल गई.
भुवनेश्वर में मिली ट्रेनिंग के बाद ज्योति ने प्रतियोगिताओं में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी शुरू कर दी थी.
ज्योति ने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स मीट में 100 मीटर बाधा दौड़ में 13.03 सेकेंड के साथ गोल्ड मेडल जीता.
फरवरी 2020 में ज्योति ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड जीता.
इसके बाद ज्योति ने अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी शुरू की. कोविड के कारण 2021 में वो कुछ ख़ास नहीं कर पाईं.
लेकिन वर्ष 2022 में उन्होंने नेशनल्स में 12.79 सेकेंड का समय निकालकर एक रिकॉर्ड बनाया.
अब एशियन चैम्पियनशिप्स के बाद एशियन गेम्स में मेडल जीतकर ज्योति ने उम्मीद जताई है कि वो आगे अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों में भी भारत का मान बढ़ाया है.
ज्योति का भी कहना है कि उनका सपना है पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई करना. (bbc.com/hindi)
तिरुवनंतपुरम, 2 अक्टूबर । वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले के लिए गुवाहटी पहुंचे विराट कोहली को पर्सनल इमरजेंसी के कारण अचानक मुंबई लौटना पड़ा। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि विराट जल्द टीम के साथ वापस जुड़ेंगे।
क्रिकबज की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने पुष्टि की कि विराट निजी कारणों से मुंबई गए हैं।
रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से आगे कहा गया कि विराट जल्द ही टीम से जुड़ेंगे।
गुवाहाटी के बारसापारा क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पहला अभ्यास मैच शनिवार को एक भी गेंद फेंके बिना बारिश के कारण रद्द कर दिया गया। ऐसी संभावना है कि भारत का दूसरा अभ्यास मैच भी बारिश से प्रभावित हो सकता है।
तिरुवनंतपुरम में अब तक अभ्यास मैच बारिश से प्रभावित रहे हैं। 29 सितंबर को दक्षिण अफ्रीका-अफगानिस्तान का मैच बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था, जबकि 30 सितंबर को ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड के बीच मुकाबला 23 ओवर का हो गया था लेकिन बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका।
दक्षिण अफ्रीका को अपना दूसरा अभ्यास मैच सोमवार को न्यूजीलैंड से खेलना है जबकि भारत मंगलवार को नीदरलैंड के खिलाफ अपना मैच खेलेगा।
1983 और 2011 का चैंपियन भारत अपने अभियान की शुरुआत 8 अक्टूबर को चेन्नई के एमए चिदंबरम में पांच बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा। यह पहली बार है जब भारत पूरी तरह से पुरुष वनडे विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। (आईएएनएस)।
हांगझोऊ, 2 अक्टूबर । एशियाई खेल 2022 में विथ्या रामराज ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने महान एथलीट पीटी उषा के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
विथ्या, जिन्होंने अपने शुरुआती करियर के दौरान एक बार एथलेटिक्स छोड़ने पर विचार किया था क्योंकि चीजें उनके लिए अच्छी नहीं चल रही थीं, लेकिन अब उनके करियर को एक शानदार मंच मिल गया है जहां उन्हें बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है।
एशिया खेलो में विथ्या रामराज ने महिला 400 मीटर हर्डल के फाइनल में जगह बना ली है। इस दौरान विथ्या ने दिग्गज पीटी उषा के नेशनल रिकॉर्ड (55.42 सेकेंड) की बराबरी कर ली।
विथ्या ने 400 मीटर हर्डल के लिए 55.42 सेकंड का समय लिया और सबसे पुराने रिकॉर्ड में से एक की बराबरी की।
पीटी उषा जो अब भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष हैं। उन्होंने 1984 में लॉस एंजिल्स में ओलंपिक खेलों में यह राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था, जब वह मामूली अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गई थी।
पहली हीट में दौड़ते हुए तमिलनाडु के कोयंबटूर की रहने वाली 24 वर्षीय विथ्या, बहरीन के जमाल अमीनत ओलुवासेन यूसुफ से आगे रहकर पहले स्थान पर रहीं। भारतीय धाविका ने धीमी शुरुआत की लेकिन बाद में इसकी भरपाई की और 55.42 के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय तक पहुंची। (आईएएनएस)।
हांगझोऊ, 2 अक्टूबर । एथलीट ज्योति याराजी ने अवैध रूप से अयोग्य ठहराए जाने के प्रयास को नाकाम किया और महिलाओं की 100 मीटर बाधा दौड़ में रजत पदक जीतने में कामयाब रहीं। रविवार को भारत ने तीन स्वर्ण, सात रजत और चार कांस्य पदक जीते। इस तरह 19वें एशियाई खेलों में कुल मिलाकर 50 पदक हासिल हुए।
स्टीपलचेज़र अविनाश साबले और तजिंदरपाल सिंह तूर और पुरुष ट्रैप टीम ने तीन स्वर्ण पदक जीते, जबकि देश ने सात रजत और तीन कांस्य पदक भी जीते, जिससे उनकी कुल संख्या 13 स्वर्ण, 21 रजत और 19 कांस्य पदक के साथ कुल 53 पदक हो गई। यह चीन (243), दक्षिण कोरिया (125) और जापान (112) के बाद चौथे स्थान पर है।
यह कई ऐतिहासिक पहलों का दिन था, जो पुरुष बैडमिंटन टीम की उपलब्धि से बड़ा नहीं था, जिन्होंने अपने शीर्ष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणय के बिना खेलने के बावजूद, शक्तिशाली चीनी खिलाड़ियों को उनके घरेलू मैदान पर लगभग डरा ही दिया था और 2-3 से हारकर अपना स्थान छीन लिया। सियोल में 1986 में कांस्य पदक के बाद 37 वर्षों में पहली बार एशियाई खेलों में पहला रजत पदक हासिल हुआ।
एकल खिलाड़ी लक्ष्य सेन और शीर्ष युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने अपना दिल खोलकर खेला, लेकिन एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला और मिथुन मंजूनाथ की दूसरी पुरुष युगल जोड़ी किदांबी श्रीकांत को प्रणय के प्रतिस्थापन के रूप में शामिल किया गया और उन्होंने सबसे बड़ा मैच खेला। अपने करियर का तीसरा एकल हार गए क्योंकि चीन ने जीत हासिल की
पुरुष और महिला ट्रैप टीमों ने भी सिंगाय पर इतिहास रचा - किनान चेनाई, ज़ोरावर सिंह संधू और पृथ्वीराज टोंडिमान की पुरुष टीम ने ट्रैप टीम प्रतियोगिता में देश का पहला स्वर्ण पदक जीता, जबकि महिला टीम की राजेश्वरी कुमारी, मनीषा कीर और प्रीति रजक ने अपना पहला पदक - रजत पदक जीता।
रविवार को शूटिंग प्रतियोगिताओं के अंतिम दिन उनके प्रयासों का मतलब था कि भारत ने एशियाई खेलों में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ अंतर हासिल किया।
गोल्फर अदिति अशोक, जो टोक्यो में ओलंपिक खेलों में चौथे स्थान पर रहीं, रविवार को अंतिम दौर में सात शॉट की रातोंरात बढ़त का फायदा उठाने में विफल रहीं और अंततः महिला गोल्फ व्यक्तिगत में दूसरे स्थान पर रहीं, जो एशियाई खेलों में भारत का पहला व्यक्तिगत पदक था।
जबकि पुरुषों की ट्रैप टीम ने भारत के लिए स्वर्ण पदक की दौड़ शुरू की, अविनाश साबले और तजिंदरपाल सिंह तूर ने इसे अंतिम रूप दिया और शॉट पुटर ने एशियाई खेलों में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीता।
सेबल ने एशियाई खेलों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ में 8:19.50 के रिकॉर्ड समय के साथ स्वर्ण पदक जीतकर भारत के लिए एथलेटिक्स में पदक की दौड़ शुरू की, और एशियाई खेलों में इस विधा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। साबले ने बड़े अंतर से जीत हासिल की, भले ही वह 8:11.20 के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ के करीब भी नहीं पहुंचे, लेकिन 29 वर्षीय एक बड़े आयोजन में अपना पहला स्वर्ण पदक जीतकर खुश थे, जो शुरू से अंत तक आगे रहे।
तजिंदर पाल सिंह तूर ने दिन का दूसरा स्वर्ण पदक जीता जब उन्होंने प्रतियोगिता के अपने अंतिम थ्रो में 20.36 मीटर तक आयरन बॉल फेंककर स्वर्ण पदक जीता।
तूर, जिन्होंने अपने पहले दो प्रयासों में फाउल किया था, अपने तीसरे प्रयास में 19.51 के साथ एक्शन में आए और अपने अगले प्रयास में उन्होंने 20 मीटर का आंकड़ा पार कर लिया। हालांकि, सऊदी अरब के मोहम्मद दाउदा ए टोलो ने 20.18 की दूरी तक थ्रो करके इस समय बढ़त बना ली।
एशियाई खेलों (20.75 मीटर) और एशियाई रिकॉर्ड रखने वाले तूर ने अपना पांचवां प्रयास विफल कर दिया, लेकिन फिर उस दिन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया, जब यह सबसे ज्यादा मायने रखता था, उन्होंने लोहे की गेंद को 20.36 मीटर तक फेंककर स्वर्ण पदक जीता।
राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता जेसविन एल्ड्रिन 7.78 का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सके और पुरुषों की लंबी कूद में 10 प्रतिभागियों में आठवें स्थान पर रहे, जबकि सपना बर्मन महिलाओं की हेप्टाथलॉन में केवल चार अंकों से पदक से चूक गईं, नंदिनी को 5708 अंक मिलने के साथ प्रतिभागिताएं खत्म हुईं।
दो बार की विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन ने क्वार्टर फाइनल में हारकर अपना अभियान कांस्य पदक के साथ समाप्त किया। (आईएएनएस)।
हांगझोउ, 1 अक्टूबर अनुभवी ज्योति सुरेखा वेन्नम ने एशियाई खेलों की कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा के व्यक्तिगत क्वालीफिकेशन में रविवार को दक्षिण कोरिया की प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि विश्व चैम्पियन अदिति स्वामी चौथे पायदान पर रही।
इन दोनों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने टीम स्पर्धा में शीर्ष स्थान हासिल किया।
ओलिंपिक खेलों में शामिल रिकर्व वर्ग के तीरंदाजों ने भी पुरुष वर्ग में अच्छा प्रदर्शन किया।
अनुभवी अतनु दास चौथे स्थान पर रहे, प्रतिभाशाली युवा तीरंदाज धीरज बोम्मदेवरा पुरुष वर्ग में कट बनाने वाले छठे स्थान के साथ अगले सर्वश्रेष्ठ भारतीय थे।
भारतीय पुरुष रिकर्व टीम को क्वालीफिकेशन में 2022 अंकों के साथ तीसरी वरीयता मिली। दक्षिण कोरिया 2048 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि चीनी ताइपै (2030) ने दूसरा स्थान हासिल किया।
एशियाई खेलों में अपने पहले पदक की उम्मीद लगाये ज्योति ने क्वालीफायर में शुरुआती 36 निशाने में सिर्फ पांच अंक गंवाये और कुल 355 अंक बनाये। उनके 16 निशाने बिलकुल सटीक लगे जबकि 15 निशाने सटीक के बेहद करीब रहे।
उन्होंने अगले 36 निशानों से 349 अंक के साथ शीर्ष स्थान पक्का किया।
ज्योति, अदिति और प्रणीत कौर (12वां स्थान) की भारतीय तिकड़ी ने टीम स्पर्धा में 2087 अंक बनाये। यह स्कोर कोरिया के बराबर था लेकिन अधिक सटीक निशाने के कारण भारत को पहली वरीयता मिला।
शीर्ष वरीयता के कारण भारतीय टीम को शुरुआती दौर में बाई मिली है। टीम अपना अभियान हांगकांग और बांग्लादेश के बीच होने वाले मैच के विजेता के खिलाफ शुरू करेगी।
पुरुषों के रिकर्व वर्ग में दो बार के ओलंपियन अतनु चौथे स्थान (678) के साथ शीर्ष भारतीय रहे। धीरज ने 675 अंक बनाये। तुषार शेलके 15वें स्थान पर रहे और एलिमिनेशन दौर में जगह बनाने से चूक गये। वह टीम स्पर्धा में चुनौती पेश करेंगे। (भाषा)
हांगझोउ, 1 अक्टूबर भारतीय पुरुष टीम के रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान का हराकर स्वर्ण पदक जीतने के बाद मिश्रित टीमों ने भी यहां एशियाई खेलों के अपने पूल चरण के मुकाबले जीतकर अच्छी शुरुआत की।
पूल ए में दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह संधू की जोड़ी ने जेइजिन यू और हवायिओंग युम की दक्षिण कोरिया की जोड़ी को 22 मिनट में 2-0 (11-2, 11-5) से हराया।
अनाहत सिंह और अभय सिंह की जोड़ी ने भी 15 मिनट चले पूल डी के मैच में डेविड विलियम पेलिनो और वोने एलिसा डालिडा की फिलिपीन्स की जोड़ी को 2-0 (11-7, 11-5) से शिकस्त दी। (भाषा)
हांगझोउ, 30 सितंबर। भारतीय पुरुष टीम शनिवार को यहां एशियाई खेलों की ब्रिज स्पर्धा में दूसरे स्थान पर बरकरार है और मिश्रि टीम एक स्थान के सुधार से चौथे स्थान पर पहुंच गयी है लेकिन महिला टीम सातवें स्थान पर खिसक गयी है।
भारतीय पुरुष टीम 196 बोर्ड पर 205.98 अंक से दूसरे स्थान पर बनी हुई है जबकि हांगकांग ने जापान के पछाड़कर पहला स्थान हासिल कर लिया है।
पुरुषों के राउंड रॉबिन 2-1 मैच में भारत ने फिलीपींस पर 18.65-1.35 से और पाकिस्तान पर राउंड रॉबिन 2-2 मैच में 17.91-2.09 से जीत हासिल की।
बाद में पुरुष टीम को बांग्लादेश और थाईलैंड से हार का सामना करना पड़ा।
भारत की मिश्रित टीम शुक्रवार को पांचवें स्थान पर थी लेकिन अब 178.62 अंक से चौथे स्थान पर पहुंच गयी। चीनी ताइपे शीर्ष पर बनी हुई है जिसके बाद थाईलैंड दूसरे और चीन तीसरे स्थान पर है।
भारतीय महिला टीम को हालांकि हांगकांग से राउंड रॉबिन 2-1 मैच में 3.45-16.55 और राउंड रॉबिन 2-2 मैच में चीन से 1.24-18.76 से हार मिली। इसके बाद टीम ने राउंड रॉबिन 2-3 मैच में इंडोनेशिया को हराया।
भारतीय महिला टीम अंतिम स्थान पर चल रही दक्षिण कोरिया से एक स्थान ऊपर है। (भाषा)
हांगझोउ, 30 सितंबर अनुभवी रोहन बोपन्ना और रूतुजा भोसले ने पहला सेट हारने के बाद वापसी करते हुए चीनी ताइपै के सुंग हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग को 2 . 6, 6 . 3, 10 . 4 से हराकर एशियाई खेलों की मिश्रित युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया ।
अब भारतीय टेनिस दल कम से कम एक स्वर्ण पदक लेकर लौटेगा । इस बार एशियाई खेलों में टेनिस में भारत की झोली में दो ही पदक गिरे जिनमें पुरूष युगल का रजत शामिल है ।
भारत ने टेनिस में 2002 में बुसान में चार, 2006 में दोहा में चार, 2010 में ग्वांग्झू में पांच, 2014 में इंचियोन में पांच और 2018 में जकार्ता में तीन पदक जीते थे ।
साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन ने पुरूष युगल में रजत जीता है । (भाषा)
हांगझोउ, 30 सितंबर भारतीय बाधा धाविका ज्योति याराजी और नित्या रामराज ने एशियाई खेलों में महिलाओं की सौ मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि लंबी कूद में मुरली श्रीशंकर और जेस्विन एल्ड्रिन ने फाइनल में जगह बनाई ।
एशियाई चैम्पियन याराजी 13 . 03 सेकंड का समय निकालकर अपनी हीट में दूसरे स्थान पर रही । चीन की युवेइ लिन शीर्ष रही ।
नित्या रामराज अपनी हीट में पांचवें स्थान पर रही लेकिन 13 . 30 सेकंड के समय के साथ दूसरी सबसे तेज लूजर के रूप में क्वालीफाई कर लिया ।
लंबी कूद में राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता श्रीशंकर ने स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क 7 . 90 मीटर से ऊंची कूद लगाकर फाइनल में जगह बनाई । श्रीशंकर का सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 8 . 41 मीटर है । उन्होंने 7 . 97 मीटर की कूद लगाई । वहीं जेस्विन एल्ट्रिन ने 7 . 67 मीटर की कूद लगाई थी जो स्वत: क्वालीफिकेशन के लिये पर्याप्त नहीं थी ।
वह शीर्ष 12 में अपनी हीट में दूसरे स्थान पर रहकर क्वालीफाई कर गए ।
पुरूषों के 1500 मीटर वर्ग में जिंसन जॉनसन और अजय कुमार ने क्वालीफाई किया । जॉनसन 3 : 56 . 22 का समय निकालकर स्वत: क्वालीफाई करने में कामयाब रहे । वहीं अजय कुमार अपनी हीट में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचे ।
इनके फाइनल रविवार को होंगे । (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 सितंबर एशियाई खेलों में अभूतपूर्व प्रदर्शन करने वाले भारत के युवा निशानेबाजों की तारीफ करते हुए राष्ट्रीय पिस्टल कोच समरेश जंग ने कहा कि चीन जैसे दिग्गज को हराकर इन्होंने अपनी क्षमता और संभावनायें साबित कर दी है और अब इस लय को बरकरार रखने की जरूरत है ।
10 मीटर एयर पिस्टल कोच जंग ने हांगझोउ से भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ यह उनके सफर की शुरूआत है । अभी ये 17 , 18 , 20 वर्ष के हैं और इन्हें लंबा सफर तय करना है लेकिन ये एशियाई खेल उनके लिये मील का पत्थर साबित होंगे ।’’
भारतीय निशानेबाजों ने एशियाई खेलों में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए छह स्वर्ण, आठ रजत और पांच कांस्य समेत 19 पदक जीत लिये हैं ।
रियो और तोक्यो ओलंपिक से बैरंग लौटने की निराशा को दूर करके इन खेलों से पेरिस ओलंपिक के लिये नयी उम्मीद जगी है ।
राष्ट्रमंडल खेल 2006 में पांच स्वर्ण जीत चुके जंग ने कहा, ‘‘ इन निशानेबाजों को इस आत्मविश्वास की जरूरत थी कि ये दिग्गजों को हरा सकते हैं । चीन जैसे पावरहाउस को चीन में हराने से इनका मनोबल बढा होगा । इससे इन्हें यह भरोसा मिला है कि ये किसी को भी हरा सकते हैं ।’’
सत्रह वर्ष की पलक गूलिया और 18 वर्ष की ईशा सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल महिला वर्ग में स्वर्ण और रजत पदक हासिल किया । वहीं सरबजोत सिंह, अर्जुन सिंह चीमा और शिवा नरवाल ने चीनी टीम को हराकर 10 मीटर एयर पिस्टल पुरूष टीम वर्ग में स्वर्ण जीता । भारत ने महिला 10 मीटर एयर पिस्टल और मिश्रित टीम वर्ग में रजत पदक भी हासिल किये ।
जंग ने कहा ,‘‘ शीर्ष दो पर रहना गर्व की बात है । जब भी राष्ट्रगीत बजता है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं । दो तिरंगे एक साथ ऊपर लहराते देखना अद्भुत था और मुझे यकीन है कि हर भारतीय को ऐसा ही महसूस हुआ होगा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ ईशा और पलक बहुत छोटी हैं । उनमें अपार प्रतिभा है और इसी वजह से वे राष्ट्रीय टीम में हैं । उनके लिये यह सबसे बड़ी स्पर्धा थी । विश्व चैम्पियनशिप से एशियाई खेल अलग होते हैं और उन्होंने यहां शानदार प्रदर्शन किया । युवाओं के ऐसे प्रदर्शन से भारतीय निशानेबाजी का भविष्य उज्जवल दिखता है ।’’
प्रदर्शन से खुश जंग ने हालांकि यह भी अफसोस जताया कि कुछ भारतीय निशानेबाज मामूली अंतर से पदक से चूक गए।
उन्होंने कहा ,‘‘मैं नतीजों से बहुत खुश हूं लेकिन कुछ निशानेबाज मामूली अंतर से चौथे स्थान पर रह गए । वे पदक जीत सकते थे । वैसे भी सुधार की गुंजाइश तो हमेशा ही रहती है ।’’
जंग ने कहा ,‘‘ लेकिन मैं पदक विजेताओं की सराहना करना चाहूंगा । हमारे निशानेबाजों ने काफी मेहनत की थी और वे पूरी तैयारी के उतरे थे ।’’ इस प्रदर्शन के बाद क्या पेरिस ओलंपिक में पदक की उम्मीद की जा सकती है, यह पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ पदक की उम्मीद तो हमेशा रहती है और इसीलिये हम ओलंपिक में जाते हैं । ओलंपिक में निशानेबाजी में इतने पदक जीतने के बाद हम सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराने नहीं जाते लेकिन इस खेल में कोई गारंटी नहीं होती ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं लेकिन कोई और हमसे बेहतर कर जाता है तो कुछ नहीं कर सकते । उसे भुलाकर आगे बढना होता है । हम पूरी कोशिश करेंगे कि जीत की यह आदत बनी रहे ।’’
भविष्य के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ अभी एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप है जहां से ओलंपिक कोटा मिलेंगे । निशानेबाजों को दस दिन का ब्रेक मिलेगा जिसके बाद राष्ट्रीय शिविर शुरू होगा ।’’
राष्ट्रमंडल खेलों में ढेरों पदक जीतने के बाद ‘गोल्डफिंगर’ का उपनाम पाने वाले जंग अब यह विशेषण किसे देना चाहेंगे, यह पूछने पर उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा ,‘‘ अभी मैं इंतजार करूंगा और कुछ समय और इसे अपने पास ही रखूंगा ।’’ (भाषा)