कारोबार
विपक्ष के नेताओं ने दावा किया है की उनके आईफोन पर 'सरकार द्वारा प्रायोजित' साइबर हमले की कोशिश की गई है. इससे पेगासस मामले की यादें ताजा हो गई हैं, जब सरकार पर नेताओं और पत्रकारों के फोन हैक करने की कोशिश के आरोप लगे थे.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
अभी तक कांग्रेस के शशि थरूर, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, शिव सेना (उद्धव) की प्रियंका चतुर्वेदी, सीपीएम के सीताराम येचुरी, एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने इस हमले की शिकायत की है.
इनके अलावा थिंक टैंक आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष समीर सरन ने भी ऐसे हमले की शिकायत की है. सभी ने बताया है कि उन्हें एप्पल की तरफ से नोटिफिकेशन आया कि "स्टेट स्पॉन्सर्ड" यानी सरकार द्वारा प्रायोजित हमलावर उनके आईफोन को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
कब देता है आईफोन सूचना
नोटिफिकेशन में यह भी लिखा है कि संभावित रूप से यह हमलावर उन्हें उनके काम या उनके परिचय की वजह से निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें चेताया गया है कि अगर यह हमलावर सफल हो गए तो वो दूर से ही आपके फोन में मौजूद संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकते हैं और कैमरा और माइक तक भी पहुंच सकते हैं.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एप्पल ने कहा है कि यह नोटिफिकेशन "झूठे अलार्म" भी हो सकते हैं या ऐसा भी हो सकता है कि कुछ खतरे पकड़ में ना आए हों.
केंद्र सरकार ने कहा है कि वो इस मामले की जांच करेगी. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक बयान में कहा कि सरकार ने एप्पल को भी इस जांच में शामिल होने के लिए कहा है.
एप्पल की वेबसाइट के मुताबिक इस तरह के नोटिफिकेशन को विशेष रूप से उन उपभोक्ताओं को जानकारी देने और उनकी मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है जिन्हें "स्टेट स्पॉन्सर्ड" हमलावरों ने निशाना बनाया हो.
अगर कंपनी के उपकरण ऐसी गतिविधि पकड़ते हैं जो इस तरह के हमलों के अनुरूप है तो उपभोक्ता को इसकी जानकारी दी जाती है. उपभोक्ता को बताया जाता है कि वह अपने फोन की सुरक्षा के लिए क्या क्या कदम उठा सकते हैं.
इन कदमों में लॉकडाउन मोड एक्टिवेट कर देना भी शामिल है, जिसके तहत फोन की कई सेवाओं को सीमित कर दिया जाता है, ताकि संभावित हैकिंग के असर को कम से कम किया जा सके.
एप्पल ने यह सेवा नवंबर, 2021 में शुरू की थी. कंपनी का कहना है कि इसकी जरूरत इसलिए है क्योंकि "स्टेट स्पॉन्सर्ड" हमलावर आम साइबर अपराधियों से अलग होते हैं. यह "असाधारण संसाधनों" का इस्तेमाल कर कुछ खास लोगों और उनके उपकरणों को निशाना बनाते हैं, जिसकी वजह से इनका पता लगाना और इनके हमलों को रोकना बड़ा मुश्किल होता है.
एप्पल ने यह सेवा इस्राएल के एनएसओ समूह के खिलाफ एक मुकदमा दायर करने के बाद शुरू की थी. एप्पल ने आरोप लगाया था कि एनएसओ ने अमेरिकी नागरिकों के आईफोनों को हैक कर उन्हें निशाना बनाया था.
क्या था "पेगासस प्रोजेक्ट"
एनएसओ ने पेगासस नाम का स्पाईवेयर बनाया था. जुलाई 2021 में दुनियाभर के 17 मीडिया संस्थानों ने "पेगासस प्रोजेक्ट" नाम से एक साथ रिपोर्ट छापी थीं, जिनमें दावा किया गया था कि पेगासस के जरिए विभिन्न सरकारों ने अपने यहां पत्रकारों, नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के फोन हैक करने की कोशिश की.
इनमें दुनियाभर से करीब 50,000 फोन नंबर शामिल थे. इनमें भारत समेत कई देशों के 180 से ज्यादा पत्रकारों के फोन नंबर भी शामिल थे. रिपोर्ट में भारत में 300 से ज्यादा पत्रकारों, नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक करने का दावा किया गया था.
भारत सरकार ने कभी यह नहीं माना कि उसने पेगासस का इस्तेमाल दूसरों की जासूसी के लिए किया, लेकिन स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा कि उसने पेगासस का इस्तेमाल किया ही नहीं. मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था.
अदालत ने एक विशेष समिति से पूरे मामले की जांच करवाई और अंत में कहा कि जांच किए गए 29 उपकरणों में से पांच में "मैलवेयर" तो पाया गया लेकिन इस बात का निर्णायक प्रमाण नहीं मिला कि यह पेगासस ही था. (dw.com)
फेयरवर्क इंडिया रेटिंग्स 2023 में पाया गया कि भारत में बिगबास्केट, फ्लिपकार्ट और अर्बन कंपनी ने यह सुनिश्चित करने के लिए न्यूनतम वेतन नीति लागू की है कि उनके कर्मचारी स्थानीय न्यूनतम वेतन अर्जित करें.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
इस रिपोर्ट से पता चला है कि इन प्लेटफार्मों ने लगातार दूसरे साल न्यूनतम वेतन नीति मानदंडों को पूरा किया है. अर्बन कंपनी अपने भुगतान गणना और प्रतिपूर्ति का ऑडिट करने के लिए एक बाहरी ऑडिटर को शामिल करने की योजना बना रही है. हालांकि, किसी भी प्लेटफॉर्म ने पांच फेयरवर्क सिद्धांतों में दस में से छह से अधिक अंक हासिल नहीं किए.
मेहनत ज्यादा, पैसे कम
फेयरवर्क इंडिया रेटिंग्स 2023 की रिपोर्ट का ये पांचवां संस्करण है और ये रिपोर्ट डिजिटल लेबर प्लेटफॉर्म्स के गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स की कार्य स्थितियों के बारे में आकलन करती है.
हाल के सालों में भारत में ऑनलाइन डिलीवरी का बाजार बहुत तेजी से बढ़ा है और आने वाले सालों में इसके और विशाल होने का अनुमान लगाया जा रहा है. रेडसीअर कंपनी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारत का हाइपर-लोकल डिलीवरी बाजार 50-60 फीसदी बढ़कर 15 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है.
ऑनलाइन डिलीवरी का काम करने वाले कर्मचारियों के ऊपर बहुत दबाव होता है, उन्हें निर्धारित समय के भीतर सामान की डिलीवरी करनी होती है. लेकिन उनको काम का उचित मूल्य नहीं मिल पाता है और सुविधाएं ना के बराबर होती है.
12 प्लेटफॉर्म का आकलन
सेंटर फॉर इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एंड पब्लिक पॉलिसी के नेतृत्व में फेयरवर्क इंडिया टीम ने इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फेयरवर्क इंडिया बेंगलुरू के साथ मिलकर ये रिपोर्ट तैयार की है. इसके साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ऑक्सफोर्ड इंटरनेट इंस्टीट्यूट ने भी इस रिपोर्ट पर काम किया है.
इसके लिए देश के चार शहरों नई दिल्ली, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरू में अध्य्यन किया गया और 12 प्लेटफॉर्म को 5 फेयरवर्क सिद्धांतों के आधार पर मूल्यांकन किया गया. पांच फेयर सिद्धांत हैं-उचित वेतन, उचित शर्तें, उचित अनुबंध, निष्पक्ष प्रबंधन और उचित प्रतिनिधित्व.
रिपोर्ट के लिए इस साल टीम ने 963 गिग वर्कर्स का सर्वेक्षण किया और बेंगलुरु, दिल्ली, कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में कर्मचारियों के साक्षात्कार और प्लेटफार्मों द्वारा प्रदान किए गए साक्ष्य के आधार पर पांच फेयरवर्क सिद्धांतों के अनुसार 12 प्लेटफार्मों का मूल्यांकन किया.
रेटिंग से पड़ता है असर
रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे एल्गोरिदम का इस्तेमाल न केवल कर्मचारियों को श्रम प्रक्रिया से अलग करता है, बल्कि यह कर्मचारियों को अन्य श्रमिकों से भी अलग करता है.
रिपोर्ट कहती है कि वर्कर्स में प्लेटफॉर्म पर रेटिंग के प्रभाव के बारे में अनिश्चितता और निर्णयों का विरोध करने में सक्षम नहीं होते हैं, क्योंकि प्लेटफॉर्म का मानना है कि "ग्राहक हमेशा सही होता है." यही वजह गिग वर्कर्स में शक्तिहीनता और अलगाव की भावना को मजबूत करता है.
गिग वर्कर्स को काम पर कड़ी चुनौतियों और दुर्व्यवहार का सामना भी करना पड़ता है. भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था का कानूनी परिदृश्य काफी हद तक अपरिवर्तित है.
अब बदल रहे हालात
इसी साल अगस्त में राजस्थान सरकार ने गिग वर्कर्स के हितों का संरक्षण कर उन्हें सामाजिक सुरक्षा देने संबंधी बिल पारित किया था. राजस्थान विधान सभा ने राजस्थान प्लेटफॉर्म आधारित गिग कर्मकार (रजिस्ट्रीकरण और कल्याण) विधेयक, 2023 पारित किया था.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कमाई अर्जित कर रहे लाखों गिग वर्कर्स के कल्याण के लिए विधेयक पारित करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है. इस विधेयक के अंतर्गत राजस्थान प्लेटफॉर्म आधारित गिग कर्मकार कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी. साथ ही, राजस्थान प्लेटफॉर्म आधारित गिग कर्मकार सामाजिक सुरक्षा और कल्याण निधि का गठन किया जाएगा.
अब केंद्र सरकार भी गिग वर्कर्स जो भारत में एमेजॉन, ऊबर, जोमैटो, ओला जैसे अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों के लिए काम करने वालों के लिए कल्याणकारी योजनाएं लाने की तैयारी कर रही है. भारत में अधिकांश गिग वर्कर्स ऑनलाइन फूड प्लेटफॉर्म, ई-कॉमर्स कंपनी और सामान की डिलीवरी जैसे कार्यों से जुड़े हैं.
सरकारी अधिकारियों और ट्रे़ड यूनियन से जुड़े लोगों का कहना है कि मोदी सरकार 2024 के आम चुनाव के तहत कदम उठाने की तैयारी कर रही है.
भारत की गिग अर्थव्यवस्था के आकार के लिए कोई आधिकारिक आंकड़े नहीं हैं, हालांकि निजी अनुमानों के मुताबिक ऐसे श्रमिकों की संख्या एक करोड़ से लेकर डेढ़ करोड़ है. बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने 2021 में अनुमान लगाया था कि भारत की गिग अर्थव्यवस्था में नौ करोड़ नौकरियां पैदा करने और 250 अरब डॉलर से अधिक का वार्षिक लेनदेन करने की क्षमता है. (dw.com)
रायपुर, 30 अक्टूबर। राजयोग ऐसी साधना है जो हमारी सोच को सकारात्मक दिशा प्रदान करता है। एक सर्वेक्षण के अनुसार मनुष्य के मन में सारे दिन में पच्चीस हजार से लेकर तीस हजार तक विचार पैदा होते हैं। इन विचारों का हमारे शरीर पर बहुत सूक्ष्म और गहरा प्रभाव पड़ता है। आप कैसे दिखते हैं यह महत्वपूर्ण नही है, लेकिन आप कैसा सोचते हैं यह अधिक महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह विचार ही हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं।
यह विचार ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर देखने के लिए आए शंकराचार्य इन्जीनियरिंग कालेज के बच्चों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। राजयोग- जीवन जीने का सर्वश्रेष्ठ तरीका विषय पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थी जीवन वह स्वर्णिम काल होता है जबकि हम अपने भविष्य को संवार सकते हैं।
इस बहुमूल्य समय को मोबाईल, इन्टरनेट और सोशल मीडिया में व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। बहुत ज्यादा इन बातों में व्यस्त रहने से हमारी एकाग्रता पर भी असर होता है। इलेक्ट्रानिक्स गेजेट्स का उपयोग सीमित होना चाहिए। उन्होंने विद्याथियों को मोटिवेट करते हुए कहा कि आप सभी देश के उज्जवल भविष्य हो। सिर्फ आपके माता-पिता को ही नहीं बल्कि देश को भी आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं। यह विद्यार्थी जीवन फिर से लौटकर नहीं आने वाला है।
इसलिए अपने समय का सदुपयोग कर अपने भविष्य को संवारने के कार्य में लग जाना चाहिए। आपका भविष्य आपके हाथों में है। आप जैसा चाहो वैसा बन सकते हो। आपका लक्ष्य उॅँचा होना चाहिए। मोबाईल, टेलीविजन, सोशल मीडिया आदि क्षणिक आकर्षण की चीजें हैं। आगे चलकर जीवन में यह चीजें काम नहीं आने वाली हैं।
उन्होंने बतलाया कि कई बच्चे सहनशीलता की कमी होने से असफलता से निराश होकर जीवघात कर लेते हैं। आध्यात्मिकता के अभाव में उनके अन्दर परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति नहीं होती है। इसी प्रकार कई युवक फैशन के चलते या फिर संगदोष में आकर नशा करने लग जाते हैं।
इसलिए हमेशा अच्छे लोगों को दोस्त बनाओ और आध्यात्मिकता को जीवन में अपनाओ। राजयोग मेडिटेशन सीखो तो एकाग्रता बढ़ जाएगी और परीक्षा में अच्छे नम्बर आएंगे। कार्यक्रम मे डेढ़ सौ की संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
रायपुर, 31 अकटूबर। मैट्स विश्वविद्यालय के मैट्स स्कूल ऑफ लाइब्रेरी साइंस विभाग द्वारा सामाजिक कार्य के तहत आउटरिच कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस अवसर पर लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों ने बड़े उत्साह के साथ भागीदारी की।
छात्रों के लिए अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक कार्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से यह आयोजन किया गया। लाइब्रेरी साइंस विभाग द्वारा सामाजिक संस्था बढ़ते कदम, संजीवनी वृद्धाश्रम कोटा रायपुर में यह आयोजन किया गया और छात्रों को उनसे समय साझा करने का अवसर दिया गया।
जिसमें छात्रों ने मिलकर वार्तालाप और उनके साथ विभिन्न गतिविधियों के साथ मनोरंजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक संजय शाहजीत द्वारा सामाजिक सहभागिता के उद्द्रेश्य के बारे में विस्तार से विवरण प्रस्तुत किया गया, साथ ही लाइब्रेरी साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ.कल्पना चन्द्राकर ने विश्वविद्यालय और विभाग का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया साथ ही उनसे विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे प्रयास के बारे में विचार साक्षा किये।
छात्रों द्वारा भी वृद्धजनों के समक्ष अपने प्रस्तुति में डांस और संगीत कला का प्रदर्शन किया और उनसे अंताक्षरी के माध्यम से मनोरंजन किया। आश्रम के वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी छात्रों के लिए बहुत ही सकारात्मक रहा।
बिलासपुर, 31 अक्टूबर। एसईसीएल में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्घाटन दिनांक 30.10.2023 को अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य, निदेशक तकनीकी (संचालन/योजना-परियोजना ) श्री एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री जयंत कुमार खमारी, महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री प्रकाशचन्द्र, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर महामहिम राष्ट्रपतिजी के संदेश का पठन श्रीमती सुजाता रानी उप महाप्रबंधक (का/अधि स्था), महामहिम उपराष्ट्रपति के संदेश का पठन श्री सी.बी. सिंह महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) एवं मुख्य सतर्कता आयुक्त के संदेश का पठन श्री के. राजशेखर महाप्रबंधक (योजना/परियोजना) ने किया।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने मिशन जटायु की घोषणा की जिसके अंतर्गत कहीं गलत होता पाए जाने पर उसे रोकने के लिए तत्काल सामने आएँ। उन्होंने कहा हमें अपने दैनंदीन कार्यों में पूरी पारदर्शिता बरतनी चाहिए इससे निश्चय ही हमारे प्रति हमारे साथ कार्य कर रहे लोगों का विश्वास बढ़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि पारदर्शिता के साथ ही कार्य के प्रति प्रतिबद्धता और उसके प्रति जवाबदेही भी उतना ही आवश्यक है। जब कार्य में पारदर्शिता, प्रतिबद्धता एवं जवाबदेही का समावेश होता है तभी एक ईमानदार कार्यशैली का विकास किया जा सकता है। अंत में उन्होंने सम्पूर्ण कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन की कामना की।
निदेशक तकनीकी (संचालन/योजना-परियोजना) श्री एस.एन. कापरी ने कहा अपने कार्य, प्रक्रिया या व्यवहार में अपेक्षित सकारात्मक बदलाव लाकर नई तकनीकी का इस्तेमाल कर कम्पनी की उन्नत्ति में सहायक बनें। साथ ही उन्होंने आव्हान किया कि हमें अपने कार्य दौरान सतर्कता विभाग द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुसार कार्य सम्पादित करना चाहिए। निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या ने कहा अपने कार्य को पाजिटिव मानसिकता, पूर्ण ईमानदारी के साथ अपने रोजमर्रा के कार्य में शामिल करें। मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री जयंत कुमार खमारी ने कहा कि इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का मुख्य विषय ’भ्रष्टाचार का विरोध करें, राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें’’ है।
उन्होंने यह भी आव्हान किया कि सभी स्तर के अधिकारी प्रबंधन तथा सी.वी.सी. के गाइड लाईन्स एवं मैनुअल्स का गंभीरतापूर्वक अध्ययन करें, इससे अपने कार्य-निष्पादन के दौरान निर्णय लेने में उन्हें सुविधा होगी। सभी अधिकारी-कर्मचारी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से निडर होकर कार्य करें।
इस अवसर पर एसईसीएल की वर्तमान प्रणालियों को सुदृढ़ करने एवं उन्हें अधिक कार्यक्षम करने हेतु ’’निगरानी-ऑनलाईन विजिलेंस कम्प्लेंट मानिटरिंग सिस्टम’’ पोर्टल का उद्घाटन अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा द्वारा किया गया, साथ ही पीआईडीपीआई जागरूकता पर एक शॉर्ट फिल्म का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री मोहनीश चिंगप्पा, प्रबंधक (कार्मिक/सतर्कता) ने किया, वहीं कार्यक्रम के अंत में उपस्थितों को आभार व्यक्त किया।
रायपुर, 31 अक्टूबर। रायपुर में आयोजित सीबीएसई जोनल स्केटिंग कंपटीशन जो कि के पी एस सरोना में रखें थे ॥ गोयल की छात्रा लावण्या जिंदल जो की कक्षा नवमी में पढ़ती है उसे -16 केटेगरी में इनलाइन स्केटिंग में 1000 मीटर रेस में गोल्ड और 500 मीटर में सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ । इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ-साथ उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, और असम के प्लेयर्स भी शामिल थे।
रायपुर, 31 अक्टूबर। आरआईटीईई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट द्वारा दिनांक 29/10/2023 को सविल सर्विसेस में करिअर विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। तथास्तु की फाउंडर एवं पूर्व ढ्ढ्रस् अधिकारी डॉ तनु जैन इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रही। साथ ही विशिष्ट अतिथि श्री वात्सल्य कुमार ढ्ढ्रस्, जो जबलपुर में रिकवरी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, उपस्थित रहे।
डॉ तनु जैन एक जानी मानी हस्ती है जो अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व एवं वक्तव्यों से छात्रों को सिविल सर्विसेस में करिअर बनाने हेतु मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। सोशल मीडिया में भी वे अत्यंत प्रचलित हैं। उन्होंने छात्रों के साथ अपने जीवन अनुभवों को साँझा किया। छोटे छोटे से हमारी जिंदगी के उदाहरणों के जरिए उन्होंने समझाया कि हमे अपनी जिंदगी के फैसले स्वयं लेने चाहिए एवं उसकी जिम्मेदारी उठाना चाहिए। सिविल सर्विसेस की तैयारी कॉलेज लाइफ के पहले साल से ही शुरू कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज के समय मे हर किसी को आत्मा आत्मनिर्भर होना चाहिए, चाहे लडक़े हो या लड़कियां। सब अपनी जिम्मेदारी स्वयं उठाए एवं आगे बढ़े। श्री वात्सल्य कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि जीवन में संतुलन बनाए रखना जरूरी है। बाहरी चीजों से ज्यादा आन्तरिक संतुलन बहुत जरूरी है।
इस कार्यशाला में महानदी एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन श्री स्वरुप चंद जैन एवं सचिव श्री शैलेन्द्र जैन, डायरेक्टर डॉ जैयेश कारिया, अन्य अतिथिगण, एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
रायपुर, 31 अक्टूबर। कलिंगा विश्वविद्यालय के विधि संकाय ने अनुसंधान विद्वानों, शिक्षाविदों और छात्रों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से हाइब्रिड मोड में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें दुनिया भर से कुल 165 प्रतिभागियों ने उपस्थित और प्रस्तुतकर्ता के रूप में भाग लिया।
संवैधानिकता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एक प्रतिष्ठित वैश्विक कार्यक्रम था जो विद्वानों, कानूनी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और चिकित्सकों को संवैधानिक कानून के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा करने के लिए एक साथ लाता था।
सम्मेलन के पहले दिन एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) वीसी विवेकानंदन मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर सीजी उच्च न्यायालय के अधिवक्ता खालिद तनवीर जलानी, मैट्स विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर प्रशांत कुमार, एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर अभिनव शुक्ला, एचएनएलयू के सहायक प्रोफेसर मयंक श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि और और तकनीकी सत्रों के चेयरपर्सन थे।
सुश्री चांदनी हरिरामनी , सहायक प्रोफेसर, विधि संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर समारोह के संचालक थी । श्रीमती सलोनी त्यागी श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष-कानून संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय और सम्मेलन की संयोजक, ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद दिन के मुख्य अतिथि द्वारा मुख्य भाषण दिया गया।
यह सम्मेलन मुख्य रूप से अनुसंधान विद्वानों, शिक्षाविदों, छात्रों को लाभ पहुंचाने और विभिन्न देशों और कानूनी प्रणालियों में संवैधानिक सिद्धांतों, शासन और कानून के शासन को मजबूत करने और बनाए रखने के लिए विचारों, सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीन दृष्टिकोणों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करके संवैधानिकता पर वैश्विक संवाद को बढ़ावा देने पर केंद्रित था।
सम्मेलन के दूसरे दिन सुश्री ध्रुति देवांगन , छात्र संयोजक, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर ने समापन समारोह की मेजबानी की।
रायपुर, 30 अक्टूबर। रायपुर लेडीज सर्कल 90 और रायपुर राउंड टेबल 169 ने एक सप्ताह तक प्रतिदिन सामुदायिक सेवा प्रोजेक्ट करके जॉय ऑफ गिविंग वीक का जश्न मनाया। मेकाहारा अस्पताल में कैंसर मरीजों के लिए नेब्युलाइजर दान किए गए। मंगल भवन के निवासी, जो बहुत ही कम कीमत पर वंचित मरीज़ों के रिश्तेदारों की सेवाएँ प्रदान करते हैं, फलों, नाश्ते और कपड़ों का दान पाकर बहुत खुश थे। अंगदान किया गया. मेखाहारा में कैंसर पीडि़त बच्चों के लिए जादू शो का आयोजन किया गया।
बच्चे बहुत उत्साहित और खुश थे। हर कोई साड़ी, सूट, मेकअप, बेडशीट, स्टील के सामान आदि सहित कई प्रकार की वस्तुएं देने के लिए आगे आया। कोपलवाणी में अनाज का दान किया गया. कैंसर पीडि़त बच्चों के लिए खिलौने दान किये गये। यह कृतज्ञता से भरा सप्ताह था।
रायपुर, 30 अक्टूबर। गुरुनानक चौक स्थित बलदेव फर्नीचर 44 वर्षो से आपके घर, ऑफिस के फर्नीचर की शोभा बड़ा रहा है। जिनका प्रमुख काम सेल्स उपरांत सर्विस हैं।
लखविंदर सिंह ने बताया की हम हर वर्ष ग्राहकों के अनुरूप नए नए फर्नीचर उपलब्ध कराते हैं ।हमारे यहां सम्पूर्ण बैड सेट,डायनिंग टेबल,सोफा सेट,अलमारी,आउटडोर सेट,मंदिर सेट,आकर्षण झूले,ऑफिस टेबल,सेंटर टेबल,रेकलाइनर ब्रांड में गोदरेज के सेफ,नीलकमल के मॉड्यूलर फर्नीचर,ईजी की रिवॉल्विंग चेयर,इटालिका के फर्नीचर नए मॉडल डिजाइन उपलब्ध हैं। इस दिवाली में विशेष डिस्काउंट भी दिए जा रहे है।
80+ फीसदी कोयला पावर सेक्टर को
बिलासपुर, 30 अक्टूबर। एसईसीएल ने वित्त वर्ष 23-24 के लिए 100 मिलियन टन कोयला डिस्पैच हासिलकरलिया है। स्थापना के बाद से कंपनी द्वारा हासिल किया गया यह सबसे तेज़ 100 मिलियन टन कोयला डिस्पैच है। पिछले साल कंपनी ने इसी अवधि में करीब 85 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया था और इस तरह इस वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 17.65त्न की वृद्धि दर्ज की है।
कुल कोयला प्रेषण में से, 81 मिलियन टनयानि 80त्न से अधिक कोयलापावर सेक्टरकोभेजा गया है। आगामी त्योहारी सीजऩ में बिजली की मांग में होने वाली बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखते हुए कंपनी की यह उपलब्धि काफी अहमियत रखती है और इससे बिजली संयंत्रों में बिजली उत्पादन के लिए कोयले की आपूर्ति मजबूत करने में मदद मिलेगी।
कुल 100 मिलियन टन कोयला डिस्पैच में कोरबा जिले में अवस्थित कंपनी की मेगा परियोजनाओं गेवरा, दीपका, एवं कुसमुंडा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एसईसीएल की गेवरा खदान, जो वर्तमान में देश की सबसे बड़ी कोयला खदान है, ने 30.3 मिलियन टन कोयले का योगदान दिया है, जबकि दीपका और कुसमुंडा ने क्रमश: 19.1 मिलियन टन और 25.1 मिलियन टन कोयले का योगदान दिया है। कुल डिस्पैच में तीनों मेगा प्रोजेक्ट की हिस्सेदारी 74 फीसदी से ज्यादा रही है।
इसके अलावा एसईसीएल के कोरिया रीवा कोलफील्ड, जहाँ ज्यादातर पुरानी एवं भूमिगत खदाने स्थित है, का भी उल्लेखनीय योगदान रहा है। समान अवधि में गतवर्ष की तुलना में कोरिया रीवा कोलफील्ड द्वारा कोल प्रेषण में लगभग 20 प्रतिशत की वृद्दि दर्ज की गई है। पिछले वर्षकोरिया रीवा कोलफील्ड द्वारा 9.75मिलियन टनकोयला डिस्पैच किया गया थाजो इस वर्ष यह बढक़र 11.75 मिलियन टन हो गयाहै।
एसईसीएल कोल इंडिया की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक सहायक कंपनियों में से एक है। कंपनी नेवित्त वर्ष 22-23 मेंअपने इतिहासका सर्वाधिक 167 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया थाकोकोल इंडिया के कुल कोयला उत्पादन का लगभग एक-चौथाई था। इस साल कंपनी का 197 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य है।
रायपुर, 29 अक्टूबर। रायपुर सिपेट ने बताया कि केन्द्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), रायपुर में सेन्ट्रल माईन प्लानिंग एण्ड डिजाईन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (सी.एम.पी.डी.आई.), बिलासपुर द्वारा छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है।
पुर सिपेट ने बताया कि इसी तारतम्य में सिपेट, रायपुर में 06 माह का मशीन ऑपरेटर एण्ड प्रोग्रामर सीएनसी मिलिंग कोर्स का समापन समारोह दिनांक 27.10.2023 को आयोजित किया गया। समापन समारोह में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के साथ-साथ शत प्रतिशत रोजगार प्रदान करते हुए मेसर्स यश इंडस्ट्रीज, चाकन, पुणे, मेसर्स शिवालिक इंजीनीयरिंग इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रायपुर एवं मेसर्स मारूती सुजकी, गुरूग्राम, हरियाणा में रू. 2.00 लाख से लेकर रू. 2.50 लाख तक के सालाना पैकेज के नियोजन के प्रस्ताव पत्र प्रदान किये गये।
पुर सिपेट ने बताया कि कार्यक्रम श्री मनोज कुमार, क्षेत्रीय निदेशक के मुख्य आतिथ्य में श्री संजीव सिंह, महा प्रबंधक/विभागाध्यक्ष (खनन), श्री आलोक श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष (का. एवं प्रशा.), सेन्ट्रल माईन प्लानिंग एण्ड डिजाईन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (सी.एम.पी.डी.आई.एल.), बिलासपुर के विशिष्ट आतिथ्य एवं डॉ. आलोक साहू, निदेशक एवं प्रमुख, सिपेट, रायपुर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
पुर सिपेट ने बताया कि मुख्य अतिथि श्री मनोज कुमार द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को बधाई दिया गया तथा संबोधित करते हुए कहा कि सिपेट ने सेन्ट्रल माईन प्लानिंग एण्ड डिजाईन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (सी.एम.पी.डी.आई.), बिलासपुर के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य के सी.एम.पी.डी.आई. एवं एस.ई.सी.एल. खनन प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षण देते रोजगार की अवसर प्रदान कर रहा है। उक्त क्षेत्र के बेरोजगार युवा ने 06 माह का कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर देश के विभिन्न उद्योगों में रोजगार प्राप्त कर अपना कैरियर संवार रहे है।
रायपुर, 29 अक्टूबर। आरआईटीईई ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स द्वारा यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए मुफ्त कार्यशाला तथा कैरियर मार्गदर्शन 29 अक्टूबर को रायपुर. छात्रों को सशक्त बनाने और कैरियर की संभावनाओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए, राइट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स एवं तथास्तु द्वारा संयुक्त रूप से 29 अक्टूबर 2023 को प्रात: 11.00 बजे एक नि:शुल्क कार्यशाला का आयोजन कर रहा है।
यह कार्यशाला यूपीएससी के बाद एक सफल करियर की यात्रा शुरू करने के इच्छुक छात्रों के लिए एक अद्भुत अवसर साबित होगी। कार्यशाला में करियर मार्गदर्शन में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध विशेषज्ञ करियर कोच डॉ. तनु जैन शामिल होंगी। उनकी अंतर्दृष्टि निश्चित रूप से छात्रों को करियर विकल्प चुनने के लिए प्रेरित और मार्गदर्शन प्रदान करेगी। अत: छात्र-छात्राएं एक सफल करियर की राह पर मूल्यवान ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का यह अवसर नहीं चूकें। 29 अक्टूबर को प्रात: 11.00 बजे अवश्य उपस्थित हों।
स्वनिर्मित ईंधन से वाहन चलाने का दावा
रायपुर, 29 अक्टूबर। बायोडिज़ल मिश्रित ईधन से पर्यावरण को सुरक्षित रखने के उद्गेश्य से जागरूकता यात्रा पर निकले बंगलोर निवासी अविनाश नारायणस्वामी का रोटरी क्लब रायपुर ग्रेटर के अध्यक्ष अजय तिवारी ,पूर्व अध्यक्ष राज दुबे ,पूर्व अध्यक्ष विनय अग्रवाल ,पूर्व अध्यक्ष संकल्प वरवंडकर,भविष्य के अध्यक्ष रितेश जिंदल द्वारा आत्मीय स्वागत किया गया ,
विदित हो की अविनाश पर्यावरण के छेत्र में सबसे प्रभावशाली नवाचारों की खोज और विस्तार करने के लिए काम करते हैं ।वह अपनी कार स्वनिर्मित बायोडिजल से चलाते हैं ,वर्षा जल संचयन और छत पर सौर ऊर्जा सेटअप लगाते हैं ,रसोई के कचरे से खाद बनाते हैं ,छत पर सौर ऊर्जा से चार्ज होने वाले इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन चलाते हैं ,वृक्षारोपण अभियान में शामिल होते हैं ,पर्यावरण अनुकूल परियोजनाओं में उनकी भागीदारी ने उन्हें मार्च 2022 में अंटार्कटिका के 2041 जलवायु बल पर्यावरण अभियान के लिए चुने जाने में मदद की है ।
अविनाश नीदरलैंड के विश्वविद्यालय से सतत ऊर्जा प्रबंधन में डबल पोस्ट ग्रेजुएट हैं और बेंगलुरु में सेंटर फार इंक्युबेशन ,इनोवेशन ,रिसर्च एंड कन्सल्टेंसी में सहायक प्रोफ़ेसर के रूप में काम करते हैं ।
अविनाश ने अपनी यात्रा को लेकर कहा की मेरा दृढ़ विश्वास है कि मैं वर्तमान पीढ़ी और आने वाली पीढिय़ों के लिए पर्यावरण की रक्छा में अपना योगदान दे सकता हूँ। रोटरी क्लब रायपुर ग्रेटर के अध्यक्ष अजय तिवारी ने बताया कि रोटरी ने हमेशा से ही ऐसे नेक काम के लिए मंच प्रदान किया है और हमे अपने रोटरियन मित्र अविनाश नारायणस्वामी के पर्यावरण अनुकूल रैली का हिस्सा बनने पर गर्व है उन्हें अनंत शुभकामनाएँ
रायपुर, 29 अक्टूबर। 37वीं राष्ट्रीय खेल का आयोजन राज्य शासन गोवा के द्वारा गोवा में दिनांक 26 अक्टूबर से 9 नवम्बर 2023 तक भारतीय ओलम्पिक संघ एवं गोवा ओलम्पिक संघ के तत्वावधान में आयोजन किया जा रहा है।
गोवा में चल रहे 37 नेशनल गेम्स में छत्तीसगढ़ राज्य के खिलाडियों का सफर दिन प्रतिदिन बेहतर हो रहा है ,प्रतियोगिता के तीसरे दिन बास्केटबॉल के 3म3 फार्मेट में बास्केटबॉल में छत्तीसगढ़ की महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक के लिए हुए मुक़ाबले में मध्य प्रदेश को 20-15 से हराकर नेशनल गेम्स में छत्तीसगढ़ के लिए दूसरा कांस्य पदक प्राप्त किया।
टीम ने लीग मैच तेलंगाना से पराजित हुई ,उसके बाद शानदार वापसी कृते हुए केरल एवं मेज़बान गोवा को पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई सेमीफायनल राज्य का मुकाबला दिल्ली से हुआ जिसमे छत्तीसगढ़ टीम को पराजय का सामना करना पड़ा । टीम में सारे ही जूनियर स्तर के खिलाड़ी होने के बावजूद टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और राज्य के लिए पदक हासिल किया टीम इस प्रकार है:- कीर्ति (भिलाई नगर निगम),मोनी अदला (भिलाई नगर निगम),रिया (राजनांदगांव),उर्वशी (साउथ पूर्वी मध्य रेल्वे) मैनेजर-वेणु मैडम(साउथ पूर्वी मध्य रेल्वे) हैं,आज का दूसरा कांस्य पदक मलखम्ब में आया टीम चैम्पियनशिप के हैंगिंग एवं रोप इवेंट के पुरुष वर्ग आया।
छत्तीसगढ़ राज्य के पुरुष खिलाडिय़ों ने 125. 95 अंको के साथ कांस्य पदक हासिल किया ,पोल इवेंट में 42. 70 ,रोप इवेंट में 41. 90 एवं हैंगिंग इवेंट में 41. 3 5 अंक अर्जित किया खिलाडिय़ों के नाम इस प्रकार हैं।
रायपुर, 29 अक्टूबर। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा में कैसे उत्तीर्ण हो इस वि-ुनवजयाय पर वि-रु39यो-ुनवजया व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में प्रमुख वक्ता के रूप में मैक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. एस. मिश्रा जी थे।
शनिवार को छात्र-छात्राओं के लिए शिक्षा, जागरूकता एवं समाज कल्याण खेलकूद, स्वास्थ व मनोरंजन से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी का हिस्सा आज का कार्यक्रम था जिसमें वर्तमान समय में विभिन्न परीक्षाओं के माध्यम परीक्षार्थी अच्छे नंबरों से परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। विभिन्न पदों में नियुक्त होकर समाज व देश के लिए अच्छे कार्य कर सकते हैं।
डॉ. एम. एस. मिश्रा जी ने छात्र-ंउचयछात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप बेहतर लक्ष्य निर्धारण से अपनी मंजिल को पा सकते हैं। हर प्रतियोगी को सामान्य ज्ञान की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। परीक्षा के 30 से 40 प्रतिशत प्र-रु39यन सरल होते हैं कुछ प्र-रु39यन कठिन होते हैं। प्रतियोगी को हर प-सजय़ाई मन से प-सजयऩा चाहिए। नोट्स के माध्यम से प-सजय़ाई करना चाहिए।
यू.पी.एस.सी. , पी.एस.सी. का अन्य प्रतियोगी परीक्षा दिलाने वाले छात्र-ंउचयछात्राओं को स्मार्ट प-सजय़ाई करना चाहिए। प-सजय़ाई करते समय भ्रम (कन्फ्यूजन) नहीं होना चाहिए, जितना प-सजय़ रहे हैं उस पर दृ-सजय़ वि-रु39यवास रखें और परीक्षा के प्रश्नों को हल करें।
रायपुर, 28 अक्टूबर। विजयादशमी पर्व के शुभ अवसर पर सभी रोगों पर विजय पाने और छत्तीसगढ को एक स्वस्थ राज्य बनाने के लिए नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में एक विशेषज्ञ चिकित्सक परिचर्चा का आयोजन किया गया।
स्वदेशी चिकित्सा अवधारणा के अनुसार पेट ही समस्त रोगों की जड़ है को आधार मानकर पेट की बड़ी बड़ी बीमारियों की शुरुआत, छोटी छोटी बीमारियों से ही होती है , इसलिए पेट रोग विशेषज्ञ, गैस्ट्रोएन्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. ललित निहाल ने पेट की जलन , एसिडिडी , भोजन निगलने में तकलीफ , सामान्य पेट दर्द आदि से शुरू होकर लिव्हर सिरोसिस और कैंसर तक पहुंचने वाले रोगों के बारे में विस्तार से बताया। विभिन्न कारणों के साथ ही रोगों के मानसिक कारणों तथा बेहतर जीवन जीने की कला पर वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विजय माखीजा ने मार्गदर्शन दिया।
डॉ जी सी जैन ने इन रोगों पर आयुर्वेद का पक्ष रखा एवं संस्था अध्यक्ष डॉ मनोहर लहेजा ने लाइफ स्टाइल सुधारकर स्वस्थ जीवन हेतु प्रेरित किया । संगोष्ठी में डॉ अशोक सोनी, डा नरेन्द्र दत्त मिश्रा, डा संतोष साहू, डा इमाम बख्श, डा शोभा सोनाये, डा दिलीप यादव , डा भगवती साहू , डा श्रीमती साहू , वैद्य हेमन्त सहित अन्य चिकित्सक शामिल हुए ।
रायपुर, 28 अक्टूबर। पंजाब नेशनल बैंक जोनल ऑफिस में विधि विभाग के प्रमुख श्री ई जे जेरोम जॉन ने विधि अधिकारियों की समीक्षा बैठक की जिसमें रायपुर, बिलासपुर, बोकारो एवं रांची सर्किल के विभिन्न विधि अधिकारियों ने भाग लिया। आंचल प्रमुख श्री वी श्रीनिवास एवं उप आंचल प्रमुख श्री अरुण राव ने सभी अधिकारियों का मार्गदर्शन किया।
इस अवसर पे हेड ऑफिस दिल्ली के वरिष्ठ विधि प्रबंधक वाफी अज़ीज़ स्वाफी और जोनल शस्त्र के सहायक महाप्रबाधक श्री इंद्रजीत कुमार मौजूद थे। लगभग 940 मामले विभिन्न न्यायालयों में लंबित है जिसे की बैंक के 102 अधिवक्ताओं द्वारा युद्ध स्तर पर निपटारा किया जा रहा है। इस बैठक की परिचालन जोनल ऑफिस के वरिष्ठ विधि प्रबंधक श्री धर्मेंद्र दास ने किया।
रायपुर, 28 अक्टूबर। एचएनएलयू का बहुप्रतीक्षित वार्षिक उत्सव कोलोसस का तीन दिवसीय भव्य आयोजन और ढ्ढरूहृ की शुरुआत आज राष्ट्रीय एथलीट सुश्री नामी राय की अध्यक्षता में एक उद्घाटन समारोह से हुई और समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पावरलिफ्टिंग में विश्व रिकॉर्ड धारक भी थे राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध रंगमंच व्यक्तित्व श्री राजकमल नायक ने सभा को संबोधित किया।
एचएनएलयू ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन भाषण कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. का है। विवेकानन्दन जिन्होंने 'कोलोसस' के हस्ताक्षर कार्यक्रम को न केवल एक कार्यक्रम बल्कि एक के रूप में रेखांकित किया ऐसा मंच जो हमारे भीतर पनपने वाली विविध प्रतिभाओं को एक साथ लाता है समुदाय। उन्होंने उस कोलोसस को एचएनएलयू के प्रतिबिंब के रूप में जोड़ा समग्र विकास को बढ़ावा देने और बहुमुखी क्षमताओं का जश्न मनाने की प्रतिबद्धता हमारे प्रतिभागियों में खेल के मैदान से लेकर साहित्य की गहराई तक का रोमांच शामिल है।
एचएनएलयू ने बताया कि प्रयास और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का सरासर उत्साह, घटित होने के लिए तैयार है एक शानदार छत के नीचे. सुश्री नामी राय प्रसिद्ध पावरलिफ्टिंग चैंपियन हैं जिन्होंने हाल ही में विश्व रिकॉर्ड बनाया था अखिल एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर एक महिला होने की चुनौतियों का वर्णन किया।
एचएनएलयू ने बताया कि भारतीय संदर्भ में विशेष रूप से पावरलिफ्टिंग और फिटनेस में खिलाड़ी, जिसे उन्होंने पार कर लिया और खुद को देश की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत साबित किया। उसने जोर दिया अनुशासन, दृढ़ता और समर्पण किसी भी क्षेत्र में सफलता के मंत्र हैं उन्होंने अपने चुनौतीपूर्ण करियर के भविष्य के वकीलों के लिए इसे और अधिक महत्वपूर्ण बनाने का आग्रह किया।
एचएनएलयू ने बताया कि श्री राजकमल नायक, प्रसिद्ध रंगकर्मी, साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित विजेता और सम्मानित अतिथि ने बताया कि प्रदर्शन कला किस प्रकार आत्मा को शुद्ध करने वाली है किसी भी समाज की पहचान. उन्होंने मंच जीवन और यथार्थ के बीच संबंध को खूबसूरती से समझाया जीवन और एक व्यक्ति दूसरे को कैसे प्रेरित करता है।
हैदराबाद, 28 अक्टूबर। राष्ट्रीय खनन कंपनी एनएमडीसी ने आज हैदराबाद में अपने मुख्यालय से देश की अपनी तरह की पहली मोबाइल पर्यावरण प्रयोगशाला को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह अत्याधुनिक वाहन छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो रहा है, जहां इसे 01 नवम्बर, 2023 को रायपुर में छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड (सीईसीबी) को सौंप दिया जाएगा।
एनएमडीसी ने बताया कि कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) श्री अमिताभ मुखर्जी ने श्री वी सुरेश, निदेशक (वाणिज्य) ; श्री विनय कुमार, निदेशक (तकनीकी) और श्री बी विश्वनाथ, सीवीओ की उपस्थिति में मोबाइल पर्यावरण लैब छत्तीसगढ़ के पर्यावरण स्वास्थ्य के लिए समर्पित की।
एनएमडीसी ने बताया कि भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक, एनएमडीसी छत्तीसगढ़ के बैलाडीला क्षेत्र में एक प्रमुख खनिक है और राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एनएमडीसी ने बताया कि यह मोबाइल पर्यावरण प्रयोगशाला छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्रों में सीईसीबी की परिवेशी वायु गुणवत्ता की वास्तविक समय में निगरानी को सक्षम करेगी। वाहन पर एक निरंतर परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन (सीएएक्यूएमएस) और प्रयोगशाला में 6 पोर्टेबल सीएएक्यूएमएस के साथ, वाहन प्रदूषण की लगातार निगरानी और शिकायतों का तुरंत समाधान करने के लिए तैयार है।
एनएमडीसी ने बताया कि पानी और अपशिष्ट-जल गुणवत्ता विश्लेषण प्रणालियों से लैस, मोबाइल पर्यावरण लैब पानी का प्रबंधन करेगी और छत्तीसगढ़ के औद्योगिक बेल्ट से परिवेशी ध्वनि की गुणवत्ता भी रिकॉर्ड करेगी।
एनएमडीसी ने बताया कि इस अवसर पर श्री अमिताभ मुखर्जी ने कहा, हमें छत्तीसगढ़ के इको-हेल्थ की बेहतरी में योगदान देकर खुशी हो रही है। एक स्थायी कार्रवाई प्रणाली के निर्माण की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम कार्यों की वर्तमान स्थिति को रिकॉर्ड करना और निगरानी करना है।
रायपुर, 28 अक्टूबर। ओम हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक विभाग के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राम प्रकाश साहू ने बताया कि गर्भावस्था के 7 वे और 8 वे माह में जन्में बच्चों के इलाज के लिए पैरेंट्स की पहली पसंद अब महादेवघाट रोड स्थित ओम हॉस्पिटल हो गया है।
डॉ. साहू ने बताया कि यही कारण है कि पिछले 1 महीने में 6 से अधिक बच्चे अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग से स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए है। अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राम प्रकाश साहू ने बताया कि अस्पताल में समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों के इलाज के लिए पूरी सुविधाएं मौजूद है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में ट्वीन बेबी भर्ती हुई थी, जो गर्भावस्था के 7.5 महीने में पैदा हुई थी. जन्म के वक्त वे अंडर वेट थी और उनका वजन 1 किलो 200 ग्राम और 1 किलो 200 ग्राम था। गर्भ धारण करने के बाद मरीज को पता चला कि उन्हें सिकलसेल हो गया है और उन्हें बार-बार खून चढ़ाने की नौबत आ गई।
श्री साहू ने बताया कि जिसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज किया और ज्यादा से ज्यादा वक्त तक बच्चों को गर्भ में रखने की रणनीति बनाई. लेकिन बाद में उन्हें डिलीवरी करानी पड़ी, जिसके बाद बच्चों का पूरा इलाज किया गया, लगभग 1 महीने के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ्य हुए और उनका वजन बढऩे लगा।
श्री साहू ने बताया कि अस्पताल के स्त्री रोग विशेषज्ञ और मेडिसीन विभाग की संयुक्त टीम की मदद से अस्पताल में क्रिटिकल केयर में गर्भवती महिलाओं और जन्म लेने वाले बच्चों का पूरा इलाज किया जाता है. उन्होंने बताया कि उक्त जुड़वा बच्चों के अलावा भी 4 अन्य गंभीर बच्चों का इलाज ओम हॉस्पिटल में सफल रूप से किया गया।
रायपुर, 24 अक्टूबर। भीम नगर आनंद बौद्ध, रायपुर विहार में भारतीय बौद्ध महासभा युवा प्रकोष्ठ, छत्तीसगढ़ प्रदेश द्वारा पहले से आठवीं तक के 52 बच्चों को कापी, पेन ,रबर, कटर ,पेंसिल का वितरण किया गया।
जिसमें भारतीय बौद्ध महासभा के प्रदेश महासचिव भोजराज गौर खेड़े , आज ,विजय गज घाटे ,विजय चौहान, तथा हमारे समाज के विशिष्ट अतिथि संजय गज घाटे, अजय कोल्हे, मिलिंद , हमारे बीच विशेष रूप से उपस्थित थे .विशेष रूप से महिला विंग से करुणा वासनिक , सुनंदा बघेल ज, लक्ष्मी सिंघाड़े , सविता अंबादे , वैशाली ,यह सभी हमारे मातृशक्ति उपस्थित थी जिनके बगैर कार्य होना पूर्ण संभव नहीं हो पाता।
रायपुर, 27 अक्टूबर। विजयादशमी पर स्थापना के 32 वर्ष पूरे होने पर धनश्री ज्वैलर्स ने अपनी सफलता का श्रेय ग्राहकों के अमिट विश्वास को दिया है। 1991 में स्थापित धनश्री ज्वैलर्स के प्रोपराइटर ओमप्रकाश सोनी ,योगेश सोनी ने बताया कि कंपनी 33वें वर्ष में प्रवेश कर रही है और उन्हें ग्राहकों का मार्गदर्शन, सहयोग और विश्वास मिल रहा है।
अपने सफलता मंत्र का खुलासा करते हुए सोनी ने कहा कि अपने व्यवसाय को मौजूदा चलन के साथ चलाना ही जीत की कुंजी है। इसकी प्रेरणा ग्राहकों से भी मिलती है. धनश्री ज्वैलर छत्तीसगढ़ में हॉलमार्क लाइसेंस प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति भी थे और वर्तमान में वे केवल और केवल हॉलमार्क वाले आभूषण बेच रहे हैं।
अब जब दूसरी पीढ़ी ने कार्यभार संभाल लिया है तो वे आभूषण डिजाइन के मामले में दोनों पीढिय़ों की पसंद का ख्याल रख रहे हैं।
रायपुर, 27 अक्टूबर। बालको ने बताया कि नवरात्रि का त्योहार स्त्रीत्व शक्ति और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने में निहित है। यह समाज में महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर देता है और पूज्य देवी-देवताओं की तरह चुनौतियों से उबरने की उनकी क्षमता को पहचानता है।
बालको ने बताया कि नारियों को सशक्त बनाना नवरात्रि की भावना का केंद्र है जो बाधाओं को पार करने, समाज में बदलाव लाने और असमानताओं पर विजय पाने की उनकी शक्ति का उत्सव है।
बालको ने बताया कि बालको सक्रिय रूप से महिलाओं को अवसर, कौशल और समर्थन के साथ सक्षम बना रहा है जो यह सुनिश्चित करता है कि वे न केवल बाधाओं को दूर करें बल्कि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरें। आत्मनिर्भर, दृढ़ संकल्प और सफलता की ये कहानियाँ नवरात्रि का प्रतीक हैं, जहाँ महिलाएँ चुनौतियों का सामना करके अपने भविष्य को उज्जवल बना रही हैं।
बालको ने बताया कि बालको में कार्यरत स्नातक प्रशिक्षु हिमांशी गुप्ता पॉटलाइन फ़ंक्शन में कार्य करती हैं, जो कंपनी के ऑपरेशन क्षेत्र में काम करने वाली कई महिला पेशेवरों में से एक हैं। ऑपरेशन क्षेत्र पुरुषों के लिए उपयुक्त है इस धारणा को पीछे छोड़ती हिमांशी ने संगठन को मजबूत किया है। स्मेल्टर में काम करने की बात सुनकर लोग पूछते हैं कि क्या मेरे आसपास कोई महिला सहकर्मी है। मेरा जवाब होता है कि एक नहीं बल्कि कई हैं।
बालको ने बताया कि मुस्कुराते हुए वह आगे कहती हैं कि कई युवा लड़कियां और उनके माता-पिता विनिर्माण उद्योग में करियर बनाने, शिक्षा और नौकरी की संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने में उत्सुकता व्यक्त करते हैं क्योंकि मैं उत्साहपूर्वक अपने काम के प्रति अपने जुनून को साझा करती हूं।
बालको ने बताया कि बालको में हेड-प्रोजेक्ट मैंनेजमेंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत सुनीला एमवीएस न केवल बालको की विस्तार परियोजना की देखरेख करती हैं, बल्कि वह इंजीनियरों की एक टीम का मार्गदर्शन भी करती हैं जो उनके सहयोगी के रूप में कार्य करते हैं। वह कहती हैं कि प्रबंधकीय कौशल को लैंगिक सीमाओं तक सीमित नहीं किया जाना चाहिए।
रायपुर, 27 अक्टूबर। रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा कौशल्या माता विहार में पूर्व में जो व्यावसायिक भूखण्ड 10-10 हजार वर्गफुट के थे जिन्हें शासन से अनुमति लेकर वर्तमान में छोटा कर 752 से 1500 वर्गफुट के प्लॉट बनाये गये है। जिसे खरीदने के लिए लोगों में भारी उत्साह देखा गया है।
182 व्यावसायिक और 43 आवासीय कुल 225 छोटे प्लॉट तैयार कर बेचने की अनुमति मिली है। जिसमें से 47 व्यावसायिक प्लॉट और 07 आवासीय प्लॉट की बिक्री हुई है। रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री धर्मेश कुमार साहू के अनुसार शेष बची हुई प्लाटों को बेचने के लिए निविदा आमंत्रित की गई है।
निविदा हेतु आवेदन पत्र 26 अक्टूबर 2023 से कार्यालयीन दिवस व समय में रूपये 500/- के नगद भुगतान पर उपलब्ध है। निविदा प्रपत्र वेबसाइट https://rda.cgstate.gov.in से भी डॉऊनलोड किया जा सकता है। पूर्ण रूप से भरी हुई निविदा जमा करने की अंतिम तिथि व समय 08.11.2023 दोपहर 2:00 बजे तक है। एवं निविदा खोले जाने की तिथि व समय 08.11.2023 सायं 4:00 बजे । अधिक जानकारी हेतु टोल फ्री 1800 233 7188 पर संपर्क किया जा सकता है।
रायपुर विकास प्राधिकरण का आपसेट दर:- कौशल्या माता विहार योजना में क्र-8 में, 457 से 58752 वर्गफुट आकार के प्लॉट हैं। सेक्टर 2, 4, 6, 8ए, एवं 10 में प्लॉट की आपसेट दर 3,300 /- रूपये प्रति वर्गफुट है। इसी प्रकार सेक्टर - 11ए में प्लॉट की आपसेट दर 2,707 /- रूपये प्रति वर्गफुट है ।