ताजा खबर
अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश के मामले में अमेरिका के भारत पर लगाए गए आरोपों को लेकर रूस ने प्रतिक्रिया दी है.
रूस ने इन आरोपों को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. रूस का दावा है कि अमेरिका भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव के दौरान अस्थिरता लाने की कोशिश कर रहा है.
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, ''पन्नू के मामले में अमेरिका भारत को लेकर कोई पुख्ता सबूत मुहैया नहीं करवा पाया है. इस मामले में बिना सबूत के किसी भी बात को स्वीकार नहीं किया जा सकता.''
मारिया जखारोवा ने कहा, ''अमेरिका राष्ट्रवाद के विचार को नहीं समझता है. अमेरिका यह भी नहीं समझता है कि ऐतिहासिक रूप से भारत कैसे आगे बढ़ा है.''
''अमेरिका एक राष्ट्र के तौर पर भारत का सम्मान नहीं कर रहा है.''
हाल ही में आई वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीते साल खालिस्तान समर्थक नेता और अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम कोशिश में भारत की खुफ़िया एजेंसी रॉ शमिल थी.
इस रिपोर्ट को भारत ने 'निराधार' बताया है. विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट पर बयान जारी कर कहा था, ''रिपोर्ट एक गंभीर मामले पर अनुचित और निराधार आरोप लगा रही है.''(bbc.com/hindi)
कर्नाटक पुलिस ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय को समन जारी किया है.
दोनों ही नेताओं को सात दिनों के भीतर बेंगलुरु के हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन में पेश होना होगा.
रमेश बाबू नाम के एक शख़्स ने बीते 5 मई को बीजेपी कर्नाटक के एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई थी.
जिसके बाद इस मामले में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष यानी जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई.
शिकायतकर्ता का दावा था कि इस वीडियो को पोस्ट करने के पीछे का मक़सद अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के ख़िलाफ़ दुर्भावना, नफ़रत और घृणा फैलाना है.
इससे पहले कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी बीजेपी से इस पोस्ट को हटाने के लिए कहा था लेकिन जब पार्टी ने ऐसा नहीं किया तो चुनाव आयोग ने इसे हटाने के लिए मंगलवार को एक्स को नोटिस भेजा.
वीडियो में क्या था?
कर्नाटक बीजेपी के इस वीडियो में मुस्लिमों को आरक्षण दिए जाने को लेकर किए जा रहे दावों के संदर्भ में कांग्रेस को घेरा गया था.
वीडियो में एक तरह से दावा किया गया है कि कांग्रेस अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को मिलने वाले आरक्षण में सेंध करके मुसलमानों को देना चाहती है.
जबकि कांग्रेस की ओर से मुसलमानों को आरक्षण देने की कोई बात नहीं की गई है.
कांग्रेस ने बीजेपी के इस वीडियो के ख़िलाफ़ चुनाव आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई थी. (bbc.com/hindi)
फ़ार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राज़ेनेका ने कहा है कि वो दुनिया भर की बाज़ारों से अपनी कोविड वैक्सीन वापस लेने जा रही है.
कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में इसे पूर्ण रूप से व्यापारिक फ़ैसला बताया है.
एस्ट्राज़ेनेका का कहना है कि कोविड के नए वेरिएंट को लक्षित करने वाली कई दूसरी वैक्सीन बाज़ार में उपलब्ध हो जाने से उनकी डिमांड में गिरावट आई है.
एस्ट्राज़ेनेका ने बीते दिनों ब्रिटेन की अदालत में जमा किए गए दस्तावेज़ों में पहली बार ये माना था कि उसके कोरोना की वैक्सीन से कुछ लोगों को कुछ असामान्य साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं.
कोरोना का टीका लगवाने वाले कई लोगों ने मिलकर इस दवा कंपनी पर वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर हर्ज़ाने का केस किया है.
ये मुक़दमा दायर करने वाले कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने इस वैक्सीन की वजह से अपने कई रिश्तेदारों को खो दिया और कई अन्य मामलों में कंपनी की कोरोना वैक्सीन से लोगों को गंभीर नुक़सान पहुंचा है.
हालांकि तमाम अध्ययन ये दावा भी करते हैं कि एस्ट्राज़ेनेका समेत तमाम कंपनियों की कोरोना वैक्सीन ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जान बचाई है. केवल एस्ट्राज़ेनेका ने पहले साल में 60 लाख से भी ज़्यादा लोगों की जान बचाई है. (bbc.com/hindi)
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि अगर ग़लती से भी इंडिया गठबंधन की सरकार आई, तो राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला लग जाएगा.
अमित शाह लखीमपुर खीरी से मौजूदा सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के लिए प्रचार करने पहुंचे थे.
तक़रीबन आधे घंटे लंबे चले भाषण में केंद्रीय गृहमंत्री ने समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव के एक बयान को रेखांकित करते हुए कहा, ''उन्होंने कहा था राम मंदिर बेकार है. इसलिए याद रखना... ज़रा भी ग़लती की तो ये राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला लगाने का काम करेंगे.''
राम गोपाल यादव ने क्या कहा था?
एक निजी समाचार चैनल से बातचीत में राम गोपाल यादव से पूछा गया कि प्रधानमंत्री राम मंदिर में दर्शन नहीं करने को बड़ा मुद्दा बता रहे हैं. वो कह रहे हैं कि ये राम का अपमान है.
इस पर सपा नेता ने कहा, ''हम रोज़ राम के दर्शन करते हैं. वो मंदिर तो बेकार का है. मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते. पुराने मंदिर देख लीजिए कैसे बनते हैं, दक्षिण से लेकर उत्तर तक. राम मंदिर का नक्शा ठीक नहीं बना है. वास्तु के लिहाज़ से ठीक नहीं बनाया गया है उसे.''
सपा सांसद अपने इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं के निशाने पर हैं.
अमित शाह ने राम मंदिर पर और क्या बोला?
गृहमंत्री ने राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा, ''70 साल से कांग्रेस पार्टी कोर्ट के केस के बहाने धोखा देती रही. मोदी जी को आपने दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया तो केस भी जीता, भूमि पूजन भी किया और 24 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर के जय श्रीराम कर दिया. और जब प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तो ट्रस्ट वालों ने अखिलेश, डिंपल, राहुल, प्रियंका, सोनिया, खड़गे... सबको निमंत्रण दिया मगर वो प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं गए. क्योंकि वो अपने वोट बैंक से डरते हैं.''
फिर अमित शाह ने जनसभा में मौजूद लोगों से पूछा, ''उनका वोट बैंक कौन है, जानते हो न? आप नहीं हो, इस मुग़ालते में मत रहना. (bbc.com/hindi)
भारतीय युवाओं को अच्छी नौकरी का लालच देकर रूसी सेना में भर्ती करवाने वाले मानव तस्करी गिरोह से कथित तौर पर जुड़े चार लोगों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है.
सीबीआई ने बयान जारी कर बताया कि एजेंसी ने 7 मई को केरल के रहने वाले अरुण और येसुदास, कन्याकुमारी के निजिल जोबी बेनसम और मुंबई के रहने वाले एंटोनी मिशेल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
बयान के मुताबिक, इन लोगों पर मानव तस्करी गिरोह से जुड़े होने का आरोप है. एजेंसी का आरोप है कि ये लोग भारतीय युवाओं को अच्छी सैलरी का लालच देकर रूस भेजते थे और वहां पर सेना की ट्रेनिंग देकर युवाओं को युद्ध क्षेत्र में फ्रंटलाइन पर तैनात करवाया जाता था.
एजेंसी के मुताबिक सोशल मीडिया के जरिए ये लोग भारतीय युवाओं को अपने जाल में फंसाते थे. सीबीआई का कहना है कि मानव तस्करी से जुड़े इस गिरोह के एजेंट्स कई राज्यों में फैले हुए हैं.
एजेंसी का कहना है कि अभियुक्त निजली जोबी बेनसन रूस में ट्रांसलेट का काम करता था जो रूस में रहकर भारतीय युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का काम करता था. (bbc.com/hindi)
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी ने अचानक अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया है.
प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "आज नरेंद्र मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अदानी का नाम नहीं ले रहे हैं. सच्चाई ये है कि राहुल गांधी जी हर दिन अदानी की बात करते हैं, वे रोज अदानी की सच्चाई आपके सामने रखते हैं, उसका खुलासा करते हैं."
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी जी आपको रोज बताते हैं कि नरेंद्र मोदी की बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ सांठगांठ है. नरेंद्र मोदी ने अपने मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए, लेकिन किसानों का एक रुपये माफ नहीं किया. नरेंद्र मोदी इस बात का जवाब दें."
प्रियंका गांधी ने कहा, "इस देश की जितनी भी संपत्ति है, सारी अपने करोड़पति मित्रों को दे दी है. देश के बंदरगाह, हवाई अड्डे, देश का कोयला, देश की जो बिजली बनाने वाली हैं.... अपने खरबपति मित्रों को दे दी."
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर में अदानी, अंबानी का नाम लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला किया.
उन्होंने कहा, "कांग्रेस के शहज़ादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे. जब से उनका राफ़ेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तब से उन्होंने एक नई माला जपना शुरू किया. पांच साल से एक ही माला जपते थे. पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति. फिर धीरे-धीरे कहने लगे, अंबानी-अदानी, अंबानी अदानी, अंबानी अदानी."
पीएम मोदी ने कहा, "लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. मैं आज तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि शहज़ादे घोषित करें कि चुनाव में ये अंबानी, अदानी से कितना माल उठाया है. काले धन के कितने बोरे भरकर मारे हैं. आज टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंची है क्या."
उन्होंने कहा, "क्या सौदा हुआ है. आपने रातों रात अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. ज़रूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक अंबानी, अदानी को गाली दी और रातों रात गालियां बंद हो गईं. मतलब कोई न कोई चोरी का माल, टेंपो भर भरकर आपने पाया है. देश को जवाब देना पड़ेगा." (bbc.com/hindi)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर में अदानी, अंबानी का नाम लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला किया.
उन्होंने कहा, "कांग्रेस के शहज़ादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरू करते थे. जब से उनका राफ़ेल वाला मामला ग्राउंडेड हो गया, तब से उन्होंने एक नई माला जपना शुरू किया. पांच साल से एक ही माला जपते थे. पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति, पांच उद्योगपति. फिर धीरे-धीरे कहने लगे, अंबानी-अदानी, अंबानी अदानी, अंबानी अदानी."
पीएम मोदी ने कहा, "लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. मैं आज तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि शहज़ादे घोषित करें कि चुनाव में ये अंबानी, अदानी से कितना माल उठाया है. काले धन के कितने बोरे भरकर मारे हैं. आज टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंची है क्या."
उन्होंने कहा, "क्या सौदा हुआ है. आपने रातों रात अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. ज़रूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक अंबानी, अदानी को गाली दी और रातों रात गालियां बंद हो गईं. मतलब कोई न कोई चोरी का माल, टेंपो भर भरकर आपने पाया है. देश को जवाब देना पड़ेगा."
अंबानी-अदानी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंबे समय से पीएम मोदी को निशाना बनाते रहे हैं. उनका सरकार पर आरोप रहा है कि अदानी समूह को आगे बढ़ाने के लिए ग़लत तरीक़े से फ़ैसले लिए गए हैं.
साल भर पहले राहुल गांधी संसद में अपनी साथ वे तस्वीरें लेकर आए थे जिसमें नरेंद्र मोदी, गौतम अदानी के साथ एक प्लेन में बैठे हुए दिखाई दे रहे थे.
ये तस्वीरें दिखाते हुए राहुल गांधी ने गौतम अदानी के साथ पीएम मोदी के रिश्तों पर सवाल उठाए थे. (bbc.com/hindi)
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर सवाल उठाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सत्ता में आई तो वह 'राम मंदिर पर बाबरी ताला' लगा देगी.
कपिल सिब्बल ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री जी को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे 400 सीटें इसलिए चाहिए, जिसके बाद कांग्रेस बाबरी मस्जिद का ताला, राम मंदिर पर नहीं लगा सकेगी."
उन्होंने कहा, "ये किस किस्म का बयान है. सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला दिया. राम मंदिर आपने बना दिया. वहां आप गए. वहां हिंदुस्तान की जनता जा रही है. ऐसा बयान देने की आपको क्या ज़रूरत है. ज़रूरत इसलिए है क्योंकि आपकी एक्सपायरी डेट आ चुकी है, नहीं तो आप ऐसा बयान नहीं देते. आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं. मेरे प्रधानमंत्री हैं."
7 मई को मध्य प्रदेश के धार में पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था, "मोदी को 400 सीटें चाहिए, ताकि मैं कांग्रेस और इंडी गठबंधन की हर साज़िश को रोक सकूं. मोदी को 400 सीटें चाहिए ताकि कांग्रेस कश्मीर में धारा 370 को फिर से वापस लाकर चिपका न दे. खेल बिगाड़ न दे."
"मोदी को 400 सीटें चाहिए ताकि कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर पर बाबरी ताला न लगा दे." (bbc.com/hindi)
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तीन निर्दलीय विधायकों के राज्य सरकार से समर्थन वापस लेने पर प्रतिक्रिया दी है.
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ये चुनावी माहौल में कौन किधर जाता है, इसका कोई फ़र्क पड़ने वाला नहीं है. बहुत सारे विधायक हमारे भी संपर्क में हैं. इसलिए किसी को चिंता नहीं करनी चाहिए. बहुत सारे विधायक हमारे संपर्क में हैं. कब कौन क्या करेगा, चुनाव अभी लंबा चलेगा.”
मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और पूंडरी से रणधीर गोलन ने समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी.
तीनों स्वतंत्र विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने की भी घोषणा की है.
हाल ही में बीजेपी ने हरियाणा में मनोहर लाल को बदलकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया था. उसी दौरान दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी ने सरकार से अपना समर्थन वापस लिया था.
हरियाणा विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 90 है जिसमें दो सीटें अभी ख़ाली हैं.
विधानसभा में बीजेपी के पास 40, कांग्रेस के पास 30, जननायक जनता पार्टी के पास 10, निर्दलीय 6, इंडियन नेशनल लोकदल और हरियाणा लोकहित पार्टी(एचएलपी) के पास 1-1 एक विधायक हैं.
मौजूदा विधानसभा की 88 सीटों के आधार पर बीजेपी को 45 विधायकों का समर्थन चाहिए. (bbc.com/hindi)
हरियाणा की मौजूदा सरकार से अपना समर्थन वापस ले चुके तीन निर्दलीय विधायकों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने टिप्पणी की है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ''कुछ समय पहले विश्वास मत हुआ था. कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वो कभी भी जनता की मांगे पूरी नहीं कर सकी है. तो अपने फ़ायदे के लिए, वो कुछ लोगों की ख़्वाहिश को पूरा करती है. हमारे वो विधायक अच्छे लोग हैं लेकिन किसी प्रकार से बात में आ गए हैं, दलदल में फंस गए हैं.''
नायब सैनी ने दावा किया कि चार दिनों पहले ही उनकी इन विधायकों से मुलाक़ात हुई थी.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''भ्रष्टाचार को बढ़ाना कांग्रेस की फितरत रही है और जब कहीं भ्रष्टाचार बढ़ता है, तो उसका असर ग़रीब के अरमानों पर पड़ता है.''
हरियाणा में क्या हुआ है?
बीते रोज़ तीन निर्दलीय विधायकों ने राज्य में सत्तारूढ़ नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान किया.
ये तीन निर्दलीय विधायक हैं- चरखी दादरी से सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और पुंडली से रणधीर गोलन.
तीनों स्वतंत्र विधायकों ने बीजेपी की राज्य सरकार से समर्थन वापसी के एलान के साथ-साथ कांग्रेस को समर्थन देने की भी घोषणा की है.
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा है.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए एक पोस्ट पर मायावती ने समाजवादी पार्टी को घोर दलित विरोधी बताते हुए कहा है कि बीएसपी संगठन में क्या चल रहा है, इस पर सपा कोई टिप्पणी ना करे तो बेहतर होगा.
मायावती ने लिखा, '' सपा का चाल, चरित्र व चेहरा, हमेशा की तरह आज भी, जबरदस्त दलित, अति-पिछड़ा व संविधान में इनको दिए गए आरक्षण आदि के अधिकारों की विरोधी पार्टी का है. प्रमोशन में आरक्षण को खत्म करना और इस सम्बंध में बिल को संसद में फाड़ना आदि इनके ऐसे कार्य हैं जिसे माफ करना मुश्किल है.''
मायावती ने ऐसा क्यों कहा?
असल में बीएसपी सुप्रीमो ने मंगलवार देर रात अपने भतीजे और पार्टी के नेशनल को-ऑर्डिनेटर आकाश आनंद को उनके पद से हटाने का ऐलान किया था.
मायावती ने ‘पूर्ण परिपक्वता’ हासिल करने तक का हवाला देते हुए उन्हें अपने उत्तराधिकारी की ज़िम्मेदारियों से भी मुक्त कर दिया था.
जिसके बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट किया.
अपने पोस्ट में अखिलेश यादव ने ये दावा किया है कि बीएसपी ने अपने संगठन में बड़े बदलाव का जो भी क़दम उठाया है उसके पीछे असली कारण ये है कि बीएसपी की एक भी सीट आती हुई नहीं दिख रही है.
उन्होंने शाहजहांपुर में बहुजन समाज के लोगों से भी समाजवादियों की मदद करने की अपील की है.
उन्होंने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी से सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी कर रही है. मैं बहुजन समाज के लोगों से अपील करना चाहूंगा कि बाबा साहब के संविधान, आरक्षण को बचाने के लिए समाजवादियों की मदद करें.'' (bbc.com/hindi)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने अदानी-अंबानी का नाम लेकर उन पर हमला किया था.
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है, ''नमस्कार मोदी जी, थोड़ा सा घबरा गए क्या. आमतौर पर आप बंद कमरों में अदानी और अंबानी जी की बात करते हो. आपने पहली बार पब्लिक में अंबानी, अदानी बोला. आपको ये भी मालूम है कि ये टेम्पो में पैसा देते हैं. निजी अनुभव है क्या?''
राहुल गांधी बोले- ''एक काम कीजिए. सीबीआई और ईडी को इनके पास भेजिए. पूरी जानकारी करिए. जांच करवाइए. जल्दी से जल्दी करवाइए. घबराइए मत मोदी जी. मैं देश को फिर दोहराकर कह रहा हूं कि जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने इनको दिया है न.. उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के ग़रीबों को देने जा रहे हैं. इन्होंने 22 अरबपति बनाए हैं. हम करोड़ों लखपति बनाएंगे.''
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तेलंगाना के करीमनगर में अदानी, अंबानी का नाम लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला किया था.
उन्होंने कहा था, ''जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. मैं आज तेलंगाना की धरती से पूछना चाहता हूं कि शहज़ादे घोषित करें कि चुनाव में ये अंबानी, अदानी से कितना माल उठाया है. काले धन के कितने बोरे भरकर मारे हैं. आज टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंची है क्या."
"क्या सौदा हुआ है. आपने रातों रात अंबानी, अदानी को गाली देना बंद कर दिया. ज़रूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक अंबानी, अदानी को गाली दी और रातों रात गालियां बंद हो गईं. मतलब कोई न कोई चोरी का माल, टेम्पो भर भरकर आपने पाया है. देश को जवाब देना पड़ेगा." (bbc.com/hindi)
पीएम मोदी ने बुधवार को अंबानी अदानी का नाम लेकर कांग्रेस को घेरा तो विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं आईं.
अब समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ''सबसे पहली बात ‘क्रोनोलॉजी’ समझिए. अपने ही प्रदेश के पुराने साथियों पर अपने प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के अगले दिन ही आरोप क्यों लगाए गए?''
पीएम मोदी ने एक चुनावी सभा में कहा था,''शहज़ादे घोषित करें कि चुनाव में ये अंबानी, अदानी से कितना माल उठाया है. काले धन के कितने बोरे भरकर मारे हैं. आज टेंपो भरकर नोट कांग्रेस के लिए पहुंची है क्या?"
अखिलेश यादव ने कहा, ''आख़िरकार किसान की बोरी से चोरी करनेवालों ने ‘बोरी भरे काले धन’ का आरोप लगाकर ख़ुद ही ये स्वीकार कर लिया है कि देश में काला धन बोरी भर-भर कर उपलब्ध है.''
वो बोले, ''देश के सबसे बड़े व्यापारिक घरानों के बारे में ऐसी बात कहकर भाजपाइयों ने पूरी दुनिया में भारत के उद्योग जगत की व्यापारिक संभावनाओं पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है.''
अखिलेश बोले, ''पूरी दुनिया में भारत का डंका बजाने का दावा करनेवाली भाजपा ने देश की छवि का ढोल ही फोड़ दिया है.''
पीएम मोदी
आगे पढ़िए अखिलेश ने और क्या कुछ कहा?
''ये बात नोटबंदी की असफलता को भी स्वीकार करती है क्योंकि वो मान रहे हैं, काला धन न केवल है बल्कि भरपूर चलन में भी है.''
''जनता पूछ रही है कि अगर आपको ये सब मालूम था तो आपकी एजेंसियाँ सक्रिय क्यों नहीं हुई?''
''भाजपा सरकार सब कुछ जानते हुए भी क्या सिर्फ़ इसीलिए चुप रही क्योंकि ‘इलेक्टोरल बांड’ का टेप उसके मुँह पर लगा हुआ था?''
''चंदा लेकर जानलेवा कोरोना वैक्सीन लगवानेवाली भाजपा सरकार क्या कोर्ट द्वारा असंवैधानिक घोषित किये जानेवाले अपने चुनावी चंदे को जनता का काल बननेवाला ‘काला धन’ घोषित करेगी?''
''भाजपा ने जिन पर आरोप लगाए हैं, क्या उनको दिये गये सारे ठेके, पट्टे रद्द कर देगी?''
''भाजपा क्या अगले चरण का चुनाव लड़ेगी या फिर तीसरे चरण को ही अंतिम चरण मानकर हार मान लेगी?'' (bbc.com/hindi)
दो जून से शुरू होने जा रही हज यात्रा को लेकर सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है.
गृह मंत्रालय का कहना है कि हज यात्रा के दौरान तय किए गए नियमों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर जुर्माना लगाया जाएगा. यह जुर्माना लगभग दो लाख 23 हज़ार रुपये हो सकता है.
गृह मंत्रालय के मुताबिक बिना अनुमति के हज यात्रा करने को अवैध माना जाएगा और यात्रियों को उनके देश वापस भेज दिया जाएगा.
नियमों का उल्लंघन करने पर निर्धारित समय के लिए सऊदी अरब में दाखिल होने पर भी पाबंदी लगाई जाएगी.
गृह मंत्रालय का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनज़र यह कदम उठाया जा रहा है.
गृह मंत्रालय ने कहा है कि बिना अनुमति के पवित्र जगहों, मक्का और सुरक्षा नियंत्रण क्षेत्रों में दाखिल होने पर पाबंदी रहेगी.
यह फै़सला दो जून से 20 जून तक लागू रहेगा. (bbc.com/hindi)
हैदराबाद, 8 मई । ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा की आक्रामक पारियों के दम पर सनराइजर्स ने 160 से अधिक के लक्ष्य का सबसे तेजी से पीछा करते हुए लखनऊ सुपर जाइंट्स को इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में बुधवार को दस विकेट से हरा दिया ।
जीत के लिये 166 रन का लक्ष्य सनराइजर्स ने 9 . 4 ओवर में बिना कोई विकेट गंवाये हासिल कर लिया । हेड 30 गेंद में 89 रन बनाकर नाबाद रहे जिसमें आठ चौके और आठ छक्के शामिल थे । वहीं शर्मा ने 28 गेंद में नाबाद 75 रन बनाये । उन्होंने आठ चौके और छह छक्के जड़े ।
इस जीत से सनराइजर्स 12 मैचों में 14 अंक लेकर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है । वहीं लखनऊ 12 मैचों में 12 अंक लेकर छठे स्थान पर है । इसके साथ ही पांच बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस 12 मैचों में आठ अंक लेकर प्लेआफ की दौड़ से बाहर हो गई है ।
हेड और शर्मा ने पावरप्ले में 107 रन बनाये । उन्होंने लखनऊ के एक भी गेंदबाज को नहीं बख्शा और कृष्णप्पा गौतम जैसे स्पिनर से गेंदबाजी की शुरूआत कराने का लखनऊ का दाव भी उल्टा पड़ा ।
इससे पहले आयुष बडोनी और निकोलस पूरन के बीच पांचवें विकेट के लिये 99 रन की अटूट साझेदारी के दम पर लखनऊ सुपर जाइंट्स ने चार विकेट पर 165 रन बनाये ।
पहले बल्लेबाजी करते हुए लखनऊ की शुरूआत खराब रही और 11 . 2 ओवर में चार विकेट 66 रन पर गंवा दिये थे । इसके बाद बडोनी ने 30 गेंद में 55 और पूरन ने 25 गेंद में 48 रन बनाये । दोनों ने पांचवें विकेट के लिये 55 गेंद में 99 रन जोड़े ।
पावरप्ले के बाद लखनऊ का स्कोर दो विकेट पर 27 रन था ।
चोटिल मोहसिन खान की जगह खेल रहे क्विंटोन डिकॉक कोई कमाल नहीं कर सके और भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग में नीतिश कुमार रेड्डी को कैच दे बैठे ।
भुवनेश्वर ने पांचवें ओवर में फिर विकेट चटकाया और मार्कस स्टोइनिस को पवेलियन भेजा । वैसे इस विकेट का श्रेय युवा सनवीर सिंह को जाता है जिन्होंने मिडआन पर शानदार कैच लपका ।
पिच से लखनऊ को कोई मदद नहीं मिली और बल्लेबाजों के लिये स्ट्रोक्स लगाना मुश्किल हो गया था ।
कप्तान केएल राहुल (29) और कृणाल पंड्या (29) बड़ी पारियां नहीं खेल सके । कृणाल ने जयदेव उनादकट को स्ट्रेट छक्का लगाया और आठवें ओवर में ही एक और छक्का जड़कर 15 रन निकाले ।
राहुल ने अपना पहला चौका 10वें ओवर में सनराइजर्स के कप्तान पैट कमिंस को जड़ा । वह हालांकि टाइमिंग के लिये जूझते दिखे और तेजी से रन बनाने के चक्का में इसी ओवर की आखिरी गेंद पर डीप बैकवर्ड स्क्वेयर लेग में टी नटराजन को कैच दे बैठे ।
सनराइजर्स की फील्डिंग लाजवाब रही और कमिंस के सटीक थ्रो पर पंड्या रन आउट हो गए ।
बडोनी ने नटराजन को 14वें ओवर में तीन चौके लगाकर 17 रन बनाये । अगले ओवर में लेग स्पिनर विजय कांत को उन्होंने और पूरन ने एक छक्का और एक चौका लगाया ।
बडोनी ने 17वें ओवर में नटराजन को दो चौके और लगाये । उन्होंने सिर्फ 28 गेंद में अर्धशतक पूरा किया ।
सनराइजर्स हैदराबाद पारी :
अभिषेक शर्मा नाबाद 75
ट्रेविस हेड नाबाद 89
अतिरिक्त : तीन रन
कुल योग : 9.4 ओवर में बिना किसी नुकसान के 167 रन
गेंदबाजी :
गौतम 2 . 0 . 29 . 0
ठाकुर 2.4 . 0 . 47 . 0
बिश्नोई 2 . 0 . 34 . 0
नवीनुल हक 2 . 0 . 37 . 0
बडोनी 1 . 0 . 19 . 0
( भाषा )
कहा असफल छात्र न हों निराश, सरकार आपके अभिभावक की तरह आपके साथ
रायपुर, 8 मई। गुरुवार को आने वाले सीजी बोर्ड के परिणाम को लेकर सीएम साय ने छात्रों को अग्रिम बधाई दी है, साथ ही कहा है कि अगर किसी कारण कोई बच्चे नंबर की दौड़ में उतने आगे नहीं भी बढ़ पाए हों, तो चिंता की बात नहीं है। निराश होने की आवश्यकता नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार आपके अभिभावक की तरह आपके साथ है। जीवन में सदैव आगे बढ़ें।
प्रिय बच्चों, कल सीजी बोर्ड के परिणाम आने वाले हैं। जिनके परिणाम अपेक्षा के अनुरूप आयेंगे उन्हें अग्रिम बधाई, अगर किसी कारण आप नंबर की दौड़ में उतने आगे नहीं भी बढ़ पाए हों, तो चिंता की बात नहीं है। निराश होने की आवश्यकता नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार आपके अभिभावक की तरह आपके साथ है।…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 8, 2024
मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X के जरिए छात्रों से कहा है कि प्रिय बच्चों, कल सीजी बोर्ड के परिणाम आने वाले हैं। जिनके परिणाम अपेक्षा के अनुरूप आयेंगे उन्हें अग्रिम बधाई, अगर किसी कारण आप नंबर की दौड़ में उतने आगे नहीं भी बढ़ पाए हों, तो चिंता की बात नहीं है। निराश होने की आवश्यकता नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार आपके अभिभावक की तरह आपके साथ है। जीवन में सदैव आगे बढ़ें।
श्रीनगर, 8 मई। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए लड़ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें दुख होता है जब महिलाएं अपने बेटों और युवा रिश्तेदारों के बारे में बात करती हैं जो सलाखों के पीछे हैं।
श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र के चरार-ए-शरीफ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने कहा, “हम अपनी युवा पीढ़ी के भविष्य और अपने लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। पीडीपी को निशाना बनाया गया है क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी है और उनकी आकांक्षाओं को आवाज दे रही है।”
पीडीपी की युवा इकाई के अध्यक्ष वहीद पर्रे श्रीनगर सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं। पर्रे का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता आगा रुहुल्ला से है।
मुफ्ती ने कहा, “माताएं आती हैं और कहती हैं ‘हमारे बच्चे हरियाणा की जेल में हैं या पंजाब की जेल में हैं’। मुकदमे की कार्यवाही नहीं होती और युवा जेलों में सड़ते रहते हैं। आप (भाजपा) कह रहे हैं कि पथराव खत्म हो गया है। अगर ऐसा है तो युवा जेलों में क्यों हैं?”
उन्होंने पूछा, “आप दावा कर रहे हैं कि आतंकवाद (जम्मू-कश्मीर में) समाप्त हो गया है। फिर आप युवाओं को क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं? महज संदेह के आधार पर कर्मचारियों को नौकरी से क्यों निकाला जा रहा है? हममें से कुछ को पासपोर्ट क्यों जारी नहीं किए जा रहे हैं?”
पीडीपी सुप्रीमो ने यह भी आरोप लगाया कि रोजगार के उद्देश्य से युवाओं के पक्ष में ‘एनओसी’ (अनापत्ति प्रमाणपत्र) सिर्फ इसलिए जारी नहीं की जा रही है क्योंकि उनके रिश्तेदार किसी प्रतिबंधित संगठन के सदस्य हैं।
श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र में मौजूदा लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। (भाषा)
(जीवन प्रकाश शर्मा)
नयी दिल्ली, 8 मई। भारतीय रेलवे ने पिछले 10 साल में औसतन 7.41 किलोमीटर प्रतिदिन की दर से पटरियां बिछाई हैं जिनमें नई लाइन के निर्माण के साथ-साथ मौजूदा लाइन का दोहरीकरण, तिहरीकरण और आमान परिवर्तन शामिल है।
रेलवे ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी।
मंत्रालय की ओर से उपलब्ध कराए गए आकंड़ों के मुताबिक, उसने 2014-15 से 2023-24 तक 10 वर्षों में कुल 27057.7 किलोमीटर रेल की पटरियां बिछाई, जिसमें नयी लाइन का निर्माण, मौजूदा लाइन का दोहरीकरण और तिहरीकरण और आमान परिवर्तन (छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलना) शामिल है।
आवेदन दायर करने वाले मध्य प्रदेश निवासी चंद्रशेखर गौड़ ने कहा, “ जब मैंने आंकड़ों की गणना की, तो पता चला कि 10 वर्षों में प्रतिदिन औसतन करीब 7.41 किलोमीटर की दर से पटरियां बिछाने का काम किया गया।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल में एक प्रेस वार्ता में कहा था कि भारतीय रेलवे वर्तमान में हर दिन लगभग 15 किलोमीटर की दर से नयी पटरियां बिछा रहा है।
वैष्णव ने दो फरवरी 2024 को रेल भवन में एक प्रेस वार्ता में कहा, “पिछले साल रेलवे ने 5,200 किलोमीटर नयी पटरियां बिछाई जो स्विट्जरलैंड के पूरे नेटवर्क के बराबर है। इस साल हम 5,500 किलोमीटर और शामिल कर रहे हैं। 2014 में प्रति दिन चार किलोमीटर की दर थी और अब हम लगभग 15 किलोमीटर प्रति दिन के हिसाब से नयी पटरियां बिछा रहे हैं।”
आरटीआई के आवेदन के जबाव के मुताबिक, 2022-23 में, रेलवे ने कुल 3,901 किलोमीटर पटरियां बिछाई, जिसमें 473 किलोमीटर नयी लाइन, 3185.53 किलोमीटर का दोहरीकरण किया और 242.2 किलोमीटर का आमान परिवर्तन किया।
भारतीय रेलवे की वेबसाइट पर ये आंकड़े अभी अद्यतन नहीं किए गए क्योंकि उसपर अबतक 2021-22 तक का आंकड़ा दिख रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि 2022-23 को रेलवे के लिए एक अभूतपूर्व वर्ष के रूप में देखा जा सकता है।
अवसंरचना परियोजनाओं से जड़े रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “जुलाई 2021 में, अश्विनी वैष्णव को रेल मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया था और उनके नेतृत्व में रेलवे ने 3,901 किलोमीटर पटरियां बिछाकर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जो प्रति दिन लगभग 10.68 किलोमीटर है। यह अभूतपूर्व था।”
गौड़ ने कहा कि रेलवे महत्वपूर्ण प्रगति करने के बावजूद अपनी गति को बनाए रखने में नाकाम रहा, क्योंकि कुल पटरी बिछाने का काम 2022-23 में 3,901 किलोमीटर था जो 2023-24 में घटकर 2,966 किलोमीटर हो गया और यह 8.12 किलोमीटर प्रति दिन है।
गौड़ ने बताया कि रेलवे का नयी लाइन बिछाने का कार्य धीमा है क्योंकि पिछले दस वर्षों में प्रति दिन 1.32 किलोमीटर की औसत दर से 4838.47 किलोमीटर नयी लाइन बिछाई गई।
नयी पटरियां बिछाने के मामले में रेलवे का सबसे अच्छा प्रदर्शन 2016-17 में था जब उसने 953 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई और इसका औसत लगभग 2.61 किलोमीटर प्रति दिन था।
उन्होंने कहा, “ ज्यादा नयी लाइन के निर्माण से संकेत मिलता है कि अधिक नए क्षेत्र रेल नेटवर्क के अंतर्गत आए हैं, जबकि दोहरीकरण और तिहरीकरण मौजूदा पटरियों के अत्याधिक उपयोग में कमी लाने और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ ट्रेन की समयबद्धता में सुधार के लिए अच्छा है।” (भाषा)
नयी दिल्ली, 8 मई। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने बुधवार को ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।
पित्रोदा की उस टिप्पणी को लेकर बुधवार को विवाद खड़ा हो गया जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘‘पूर्व के लोग चीनी और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी नागरिकों जैसे दिखते हैं’’। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा की ‘‘नस्ली’’ टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधते हुए दावा किया कि इससे विपक्षी दल की ‘‘विभाजनकारी’’ राजनीति बेनकाब हो गई है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने पित्रोदा के निर्णय को स्वीकार कर लिया है।
रमेश ने कहा, ‘‘श्री सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका निर्णय स्वीकार कर लिया है।’’ (भाषा)
तिरुवनंतपुरम, 8 मई। प्रख्यात फिल्म निर्देशक और ‘सिनेमाटोग्राफर’ संगीत सिवन का बुधवार को मुंबई में निधन हो गया। फिल्म जगत के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
संगीत सिवन ने मलयालम और हिंदी भाषा में लगभग 20 फिल्मों का निर्देशन किया था।
सिवन द्वारा निर्देशित मलयालम फिल्मों में 'योद्धा', 'व्यूहम', 'गंधर्वम' और 'निर्णयम' आदि शामिल हैं।
उन्होंने 'क्या कूल हैं हम' और 'अपना-सपना मनी मनी' जैसी कुछ हिंदी फिल्मों का भी निर्देशन किया था।
सिवन ने वर्ष 1990 में फिल्म 'व्यूहम' से निर्देशन क्षेत्र में कदम रखा था। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। (भाषा)
नयी दिल्ली/कोच्चि, 8 मई। एअर इंडिया एक्सप्रेस ने मंगलवार रात से अपनी 90 से अधिक उड़ान रद्द कर दी हैं क्योंकि टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी में कथित कुप्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर बड़ी संख्या में चालक दल के वरिष्ठ सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इसके बाद देश के अनेक हवाईअड्डों पर सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं।केरल के कुछ हवाईअड्डों पर एअर इंडिया एक्सप्रेस के कई यात्रियों ने अंतिम समय में अपनी उड़ान रद्द होने के खिलाफ प्रदर्शन किया जिनमें अधिकतर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले लोग शामिल थे।
कुछ यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद उड़ान निरस्त होने की सूचना दी गई।
उड़ानें रद्द होने के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने एअर इंडिया एक्सप्रेस से समस्या का तुरंत समाधान निकालने को कहा और उससे उड़ानें रद्द होने पर रिपोर्ट मांगी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ऐसा समझा जा रहा है कि एयरलाइन के कथित कुप्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के तौर पर चालक दल के 200 से अधिक सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है।
विमान कर्मियों की कमी की वजह से मंगलवार रात से अब तक 90 से अधिक उड़ान रद्द करनी पड़ी हैं और बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी हुई है। कोच्चि, कालीकट तथा बेंगलुरू समेत अनेक हवाईअड्डों पर कंपनी का विमान परिचालन अवरुद्ध हो गया है।
एअर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना देने के संबंध में कारणों का पता लगाने के लिए उनसे बातचीत कर रही है। कंपनी ने उड़ानें रद्द होने या इनमें देरी के लिए खेद जताया।
एअर इंडिया एक्सप्रेस में ‘एआईएक्स कनेक्ट’ (पूर्ववर्ती एयरएशिया इंडिया) के विलय की प्रक्रिया जारी है। पिछले कुछ समय से, खासतौर पर विलय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से इसके चालक दल के कुछ सदस्यों में असंतोष व्याप्त है।
कंपनी को मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई ग्रीष्मकालीन अवधि में रोजाना 360 उड़ानों का परिचालन करना है।
सूत्रों ने बताया कि घरेलू उड़ानों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विमानों के अचानक से रद्द होने के कारण कुछ हवाईअड्डों पर अफरा-तफरी की स्थिति देखी गई।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘कल रात से अंतिम क्षणों में हमारे चालक दल के अनेक सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिलने के कारण उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द किया गया है।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इतनी बड़ी संख्या में चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना दिए जाने के कारणों को समझने के लिए कंपनी उनसे बातचीत कर रही है और हमारे दल इस वजह से हमारे ग्राहकों को होने वाली किसी भी असुविधा को दूर करने के प्रयास में सक्रियता से इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं।’’
‘अनपेक्षित अवरोध’ के लिए यात्रियों के प्रति खेद जताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निरस्त होने की वजह से जो भी यात्री प्रभावित हुए हैं, उन्हें पूरा किराया वापस किया जाएगा अथवा किसी अन्य तारीख पर दूसरी उड़ान में यात्रा का अवसर दिया जाएगा।
एअर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक संघ ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा।
एअर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) एक पंजीकृत कर्मचारी संगठन है जो चालक दल के करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं। संघ ने आरोप लगाया था कि कंपनी में कुप्रबंधन ने कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित किया है।
एक महीने पहले ही टाटा समूह की विस्तारा विमानन कंपनी में पायलटों के असंतोष के बाद उसे प्रतिदिन उड़ानों की संख्या में 10 प्रतिशत तक या 25 से 30 उड़ान की कटौती करनी पड़ी थी।
एक महिला को अपने जुड़वां बच्चों और पति के साथ कन्नूर से शारजाह जाना था। उड़ान रद्द होने पर क्षोभ व्यक्त करते हुए उसने बुधवार को कहा कि उसे नौ मई को फिर से ड्यूटी के लिए पहुंचना है, लेकिन एअर इंडिया एक्सप्रेस उसे 10 मई को कोच्चि से उड़ान की पेशकश कर रही है।
उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘मेरे 10 मई को यात्रा करने का क्या मतलब होगा? अगर मैं नौ मई से पहले वहां नहीं पहुंची, तो मेरे बॉस कहेंगे कि मैं न आऊं और इस तरह मेरी नौकरी चली जाएगी।’’
इसी तरह की चिंताएं कई अन्य लोगों ने जताईं, जिन्हें आज या कल खाड़ी देशों में अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी के लिए फिर से पहुंचना है और ऐसा न करने पर उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारे साथ आज उड़ान भरने वाले यात्रियों से अनुरोध है कि वे हवाईअड्डे के लिए जाने से पहले देख लें कि कहीं उनकी उड़ान प्रभावित तो नहीं हुई है।’’
अपने विमानन कारोबार को समेकित करने के लिए टाटा समूह एअर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट का विलय कर रहा है, वहीं विस्तारा का विलय एअर इंडिया के साथ कर रहा है।
नागर विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि मंत्रालय ने उड़ानें रद्द करने के संबंध में एअर इंडिया एक्सप्रेस से रिपोर्ट मांगी है और उनसे मुद्दों को तुरंत हल करने को कहा है।
अधिकारी ने कहा, एयरलाइन को डीजीसीए मानदंडों के अनुसार यात्रियों को सुविधाएं सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई है।
इस बीच कांग्रेस नेता के. सी वेणुगोपाल ने बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की और यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाये जाने का आग्रह किया कि यात्रियों को कोई परेशानी न हों।
सिंधिया को लिखे पत्र में वेणुगोपाल ने कहा कि उड़ान रद्द होने से नागरिकों, खासकर पश्चिम एशिया जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘एअर इंडिया एक्सप्रेस कम लागत वाली एक एयरलाइन है जो दुनियाभर में हमारे मेहनती मध्यम वर्ग के श्रमिकों को उनकी मातृभूमि से जोड़ने के लिए आवश्यक है।’’
उन्होंने मंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं एअर इंडिया एक्सप्रेस के चालक दल के सदस्यों की हड़ताल के मामले को तत्काल आपके संज्ञान में लाने के लिए पत्र लिख रहा हूं, जिसके परिणामस्वरूप उड़ान संचालन में बाधाएं आई हैं और सैकड़ों यात्री विभिन्न हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और इस समस्या का त्वरित समाधान खोजने के लिए संबंधित पक्षों से चर्चा करने का आग्रह करता हूं।’’
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर यात्रियों की परेशानियों पर प्रकाश डाला और प्रभावित लोगों के वास्ते वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उनसे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। (भाषा)
नयी दिल्ली, 8 मई। उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को कहा कि ‘क्लाउड सीडिंग (कृत्रिम बारिश) या ‘इंद्रदेव पर निर्भरता’ उत्तराखंड में जंगल में आग की बढ़ती घटनाओं का निदान नहीं है और अधिकारियों को इस समस्या से निपटने के लिए एहतियाती उपाय करने होंगे।
उत्तराखंड सरकार ने राज्य में जंगल की भीषण आग पर काबू पाने के लिए उठाए गए कदमों से न्यायालय को अवगत कराते हुए कहा कि आग की घटना के कारण राज्य का केवल 0.1 प्रतिशत वन्यजीव क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
राज्य सरकार ने न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया कि पिछले साल नवंबर से राज्य में जंगल में आग लगने की 398 घटनाएं हुई हैं और इनमें पांच लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड के उपमहाधिवक्ता जतिन्दर कुमार सेठी ने पीठ को बताया कि सभी घटनाएं ‘मानव-निर्मित’ थीं। उन्होंने कहा कि जंगल की आग के संबंध में 388 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं और उनमें 60 लोगों को नामजद किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि उत्तराखंड का 40 प्रतिशत हिस्सा आग से जल रहा है, जबकि इस पहाड़ी राज्य में वन्यजीव क्षेत्र का केवल 0.1 प्रतिशत हिस्सा ही आग की चपेट में है। और ये सभी मानव-निर्मित थे। नवम्बर से लेकर आज तक जंगल में आग की 398 घटनाएं हुई हैं, सभी मानव-निर्मित।’’
उपमहाधिवक्ता ने पीठ के समक्ष अंतरिम स्थिति रिपोर्ट भी रखी, जिसमें जंगल की आग से निपटने के लिए अधिकारियों द्वारा उठाये गये कदमों का ब्योरा भी समाहित था।
सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा, ‘‘...‘क्लाउड सीडिंग’ (कृत्रिम बारिश) या ‘‘इंद्र देवता पर निर्भर रहना’’ इस मुद्दे का समाधान नहीं है और उनका (याचिकाकर्ता का) कहना सही है कि आपको (राज्य को) निवारक उपाय करने होंगे।’’
पीठ राज्य में जंगल की आग की बढ़ती घटनाओं के मुद्दे पर सुनवाई कर रही थी।
सेठी ने कहा कि आग बुझाने के लिए भारतीय वायुसेना के कई हेलीकॉप्टर को सेवा में लगाया गया है। इस पर पीठ ने पूछा, ‘‘आग के कारण मरने वालों की संख्या क्या है?"
उन्होंने जवाब दिया कि जंगल की आग के कारण पांच लोगों की मौत हो गई।
पीठ ने यह भी जानना चाहा कि ऐसी घटनाओं में कितने जानवर मारे गये हैं? इस बारे में सेठी ने कहा कि वह जानकारी प्राप्त करके अदालत को अवगत करायेंगे।
मामले में पक्षकार बनने के लिए अर्जी दायर करने वाले एक वकील ने पीठ से कहा कि राज्य सरकार एक "बेहद गुलाबी तस्वीर" पेश कर रही है, लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि जंगल की आग से निपटने में शामिल पूरी मशीनरी चुनाव-संबंधी काम में व्यस्त है।
उन्होंने कहा, "स्थिति दयनीय है। जो लोग आग बुझाने जाते हैं उनके पास उचित उपकरण तक नहीं हैं।"
मामले में पेश हुए एक अन्य वकील ने कहा कि पूरे जंगल देवदार के पेड़ों से ढके हुए हैं और यही जंगल की आग का कारण है।
पीठ ने कहा, "अंग्रेजों ने इन्हें लगाया होगा, लेकिन अब उनका इस्तेमाल देश में किया जा रहा है। हम उन पेड़ों को खत्म नहीं कर सकते और वे निचले इलाकों में नहीं उग सकते।"
न्यायालय ने कहा कि कोई भी इस बात पर विवाद नहीं कर रहा है कि जंगल की आग "गंभीर समस्या" है।
सुनवाई के दौरान उत्तराखंड में बारिश की संभावना पर एक हालिया समाचार रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया।
सेठी ने कहा कि जंगल की आग सिर्फ उत्तराखंड के लिए ही अनोखा नहीं है, बल्कि दुनिया भर से इसकी खबरें आती हैं।
पीठ ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 15 मई की तारीख तय की।
शीर्ष अदालत ने वर्ष 2019 में जंगल की आग पर एक याचिका की सुनवाई करते हुए कहा था कि ऐसी घटनाएं, खासकर गर्मियों के दौरान, पहाड़ी राज्यों में एक गंभीर समस्या पैदा करती हैं और इसका कारण बड़ी संख्या में देवदार के पेड़ों की मौजूदगी है, जो अत्यधिक ज्वलनशील होते हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 8 मई। सौर ऊर्जा के उपयोग पर जोर के साथ भारत बीते साल जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक बन गया है।
वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रहे शोध संस्थान एंबर की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
भारत 2015 में सौर ऊर्जा के उपयोग के मामले में नौवें स्थान पर था।
‘ग्लोबल इलेक्ट्रिसिटी रिव्यू’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2023 में वैश्विक बिजली उत्पादन का 5.5 प्रतिशत सौर ऊर्जा के रूप में हुआ। वैश्विक रुख के अनुरूप भारत ने पिछले साल कुल बिजली उत्पादन का 5.8 प्रतिशत सौर ऊर्जा से प्राप्त किया।
एंबर के एशिया कार्यक्रम के निदेशक आदित्य लोला ने कहा, ‘‘हरित बिजली क्षमता बढ़ाना सिर्फ बिजली क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए नहीं है। बल्कि अर्थव्यवस्था में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने और आर्थिक वृद्धि को उत्सर्जन से अलग करने के लिए भी इसकी आवश्यकता है...।’’
रिपोर्ट के अनुसार, सौर ऊर्जा ने लगातार 19वें वर्ष दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बिजली स्रोत के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखा है। बीते वर्ष दुनियाभर में कोयले की तुलना में इस स्वच्छ ऊर्जा स्रोत से दोगुने से अधिक बिजली जोड़ी गई।
भारत में 2023 में सौर ऊर्जा उत्पादन में जो वृद्धि है, वह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वृद्धि थी। भारत इस मामले में चीन, अमेरिका और ब्राजील से पीछे रहा। इन चारों देशों की सौर ऊर्जा वृद्धि में हिस्सेदारी 2023 में 75 प्रतिशत रही।
एंबर ने कहा कि 2023 में वैश्विक सौर उत्पादन 2015 की तुलना में छह गुना अधिक था।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बिजली उत्पादन में सौर ऊर्जा का योगदान 2015 में 0.5 प्रतिशत था जो 2023 में बढ़कर 5.8 प्रतिशत हो गया।
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) के शुद्ध रूप से शून्य उत्सर्जन परिदृश्य के अनुसार, 2030 तक सौर ऊर्जा वैश्विक बिजली उत्पादन का 22 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी।
भारत 2030 तक नवीकरणीय क्षमता को तीन गुना करने की योजना बनाने वाले कुछ देशों में से एक है। एंबर के विश्लेषण के अनुसार, इस क्षमता को पूरा करने के लिए भारत को वार्षिक क्षमता वृद्धि उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने की आवश्यकता है। (भाषा)
हैदराबाद, 8 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की भारतीयों की त्वचा के रंग संबंधी कथित नस्लीय टिप्पणी को लेकर विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा और जोर देकर कहा कि देशवासी त्वचा के रंग के आधार पर अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें अब यह बात समझ में आ गई है कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू को हराने की कोशिश इसलिए की थी क्योंकि उनकी ‘त्वचा का रंग सांवला’ है।
पित्रोदा के कथित बयान से विवाद बढ़ने के बाद मोदी ने सवाल किया, ‘‘कोई मुझे बताइए क्या मेरे देश में चमड़ी के रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी?’’
वारंगल में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने पूछा, ‘‘त्वचा के रंग के इस खेल के लिए ‘शहजादे’ को किसने इजाजत दी?’’
पित्रोदा की कथित टिप्पणियों के बाद देश की राजनीति में एक नया विवाद पैदा हो गया है। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि भारत के उत्तर पूर्व के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं, जबकि दक्षिण के लोग अफ्रीकियों की तरह दिखते हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं बहुत गुस्से में हूं आज दोस्तों! मुझे कोई गाली दे, मुझे गुस्सा नहीं आता है। मैं सहन कर लेता हूं। लेकिन आज शहजादे के फिलॉस्फर ने इतनी बड़ी गाली दी है, जिसने मुझमें गुस्सा भर दिया है।’’
राहुल गांधी की चुनावी रैलियों में संविधान की प्रति का प्रदर्शन करने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान सिर पे लेकर ‘नाचने वाले’ लोग, चमड़ी के रंग के आधार पर देशवासियों का अपमान कर रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘शहजादे आपको जवाब देना पड़ेगा। चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान मेरा देश सहन नहीं करेगा और मोदी तो कतई नहीं करेगा।’’
मोदी ने यह भी कहा कि उन्हें अब पता चला है कि मुर्मू की इतनी प्रतिष्ठा होने के बावजूद कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें हराने की कोशिश क्यों की थी।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर सैम पित्रोदा के संदर्भ में कहा, ‘‘मुझे आज पता चला कि शहजादे के एक अंकल अमेरिका में रहते हैं। चाचा उनके दार्शनिक और मार्गदर्शक हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शहजादे के दार्शनिक और मार्गदर्शक चाचा ने एक बड़ा राज खोला है। उन्होंने कहा कि जिनकी त्वचा का रंग सांवला है, वे सभी अफ्रीका के हैं।’’
मोदी ने आरोप लगाया कि इसका मतलब है कि उन्होंने (पित्रोदा) त्वचा के रंग के आधार पर देश के कई लोगों का अपमान किया है।
मोदी ने कहा कि त्वचा का रंग कोई भी हो, देशवासी भगवान श्री कृष्ण की पूजा करते हैं, जिनकी त्वचा का रंग भी हम सभी की तरह था।
इससे पहले, करीमनगर के वेमुलावाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल से सुबह उठते ही ‘अंबानी और अडाणी के नाम की माला जपने वाले कांग्रेस के शहजादे’ ने उनसे ‘कितना माल उठाया’ है जो लोकसभा चुनाव घोषित होते ही उन्होंने उन्हें ‘गाली देना’ बंद कर दिया।
उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल का नाम लिए बगैर ‘दाल में कुछ काला’ होने की आशंका जताई और कहा कि उन्हें देश को इसका जवाब देना पड़ेगा।
मोदी ने यह दावा भी किया कि देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के बाद कांग्रेस और उसके ‘इंडी’ गठबंधन के घटक दलों का तीसरा ‘फ्यूज’ उड़ गया है।
उन्होंने कहा कि मतदान के चार चरण शेष हैं और जनता के आशीर्वाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जीत की ओर बढ़ रहा है।
मोदी ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे (राहुल गांधी की ओर इशारा करते हुए) पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरु करते थे। लेकिन जब से उनका राफेल वाला मामला ग्राउंडड हो गया तब से एक अन्य माला जपना शुरु किया। पांच साल से एक ही माला जपते थे। पांच उद्योगपति... फिर धीरे-धीरे कहने लगे... अंबानी, अडाणी... पांच साल से... लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है इन्होंने अंबानी, अडाणी को गाली देना बंद कर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जरा ये शहजादे घोषित करें कि इस चुनाव में अंबानी, अडाणी से कितना माल उठाया है? काले धन के कितने बोरे भर के रुपये मारे हैं? क्या टेम्पो भर के नोट कांग्रेस के लिए पहुंचे हैं? क्या सौदा हुआ है कि आपने रातों-रात अंबानी, अडाणी को गाली देना बंद कर दिया? जरूर दाल में कुछ काला है। पांच साल तक अंबानी, अडाणी को गाली दी और रातों रात गालियां बंद हो गईं! मतलब कोई न कोई चोरी का माल टेम्पो भर-भर के आपने पाया है। ये जवाब देना पड़ेगा देश को।’’
मोदी सरकार पर हमला करने के लिए कांग्रेस, प्रधानमंत्री मोदी पर व्यवसायी गौतम अडानी और मुकेश अंबानी सहित देश के शीर्ष पांच उद्योगपतियों का पक्ष लेने का आरोप लगाती रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) का मजाक उड़ाते हुए कहा, ‘‘तीसरे चरण के चुनाव के बाद कांग्रेस और ‘इंडी’ गठबंधन का तीसरा फ्यूज उड़ गया है।’’
मोदी और भाजपा के कुछ नेता विपक्षी गठबंधन को ‘इंडी’ गठबंधन कहते हैं।
कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत में यकीन करती है जबकि कांग्रेस और बीआरएस के लिए ‘परिवार प्रथम’ है।
उन्होंने कहा कि बीआरएस और कांग्रेस ने भ्रष्टाचार पर एक-दूसरे की खुलकर आलोचना की है लेकिन दोनों दलों के बीच भ्रष्टाचार एक सामान्य कारक है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में ‘‘डबल आर (आरआर)’’ कर को लेकर दिल्ली तक खूब चर्चा हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक आर तेलंगाना को लूटता है और फिर दूसरे आर को दिल्ली में देता है।’’
उन्होंने कहा कि ‘आरआर गेम’ राज्य को बर्बाद कर देगा।
उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण खत्म करेगी और इसे मुसलमानों को देगी।
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से खुश नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप कांग्रेस पार्टी की मंशा जानते हैं? क्या आप राम मंदिर से खुश हैं? आपको खुशी हुई या नहीं? लेकिन, कांग्रेस नाखुश और नाराज है। कांग्रेस पार्टी राम मंदिर में ताला लगाना चाहती है। यह खुलासा कांग्रेस के शाही परिवार के पूर्व सलाहकार ने किया था।’’
उन्होंने सलाहकार के हवाले से कहा कि कांग्रेस के ‘शहजादे’ अदालत के फैसले को पलटकर राम मंदिर का निर्माण रोकने की योजना बना रहे हैं।
मोदी ने आरोप लगाया कि ‘शहजादे’ ने अपने विश्वासपात्रों के साथ बैठक में कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह अदालत के फैसले को पलट देगी।
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी ‘परिवार पहले’ नीति के कारण पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव (तेलंगाना की धरती के सपूत) का 'अपमान' किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने नरसिम्हा राव के निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर पार्टी कार्यालय में नहीं रखने दिया। उन्होंने कहा कि यह राजग सरकार ही थी जिसने नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मंगलवार को नरसिम्हा राव के परिवार के सदस्यों से मिलने का अवसर मिला। (भाषा)
नयी दिल्ली, 8 मई। कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष पद से हाल में इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले अरविंदर सिंह लवली ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा छोड़ने के बजाय राजनीति छोड़ देंगे।
लवली पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान, नसीब सिंह और अमित मलिक सहित प्रदेश कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पिछले सप्ताह भाजपा में शामिल हो गए थे।
इससे पहले भी लवली 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि, कुछ महीनों के भीतर वह 2018 में वापस कांग्रेस में लौट आये थे।
तब से वह कांग्रेस में थे और हाल में दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पसंद को लेकर पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेद के चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी ।
लवली ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछली बार मैंने गुस्से के कारण कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया था। हालांकि, इस बार हमने ठंडे दिमाग और बहुत सोच-विचार के साथ फैसला किया है। अब हम यहीं (भाजपा में) राजनीति करेंगे या पार्टी छोड़ने के बजाय राजनीति छोड़ देंगे।’’
लवली के साथ मौजूद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि लवली और अन्य नेता पार्टी में अपनी भूमिका तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे।
लवली ने कहा कि किसी भी पार्टी में कार्यकर्ता की भूमिका सबसे अहम होती है और पार्टी उन्हें जो निर्देश देगी, वह उस भूमिका को निभाएंगे और पार्टी के लिए प्रचार करेंगे।
लवली दिल्ली लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के 40 स्टार प्रचारकों में शामिल हैं।
उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में दिल्ली कांग्रेस के कई अन्य नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राजकुमार चौहान उत्तर पश्चिम दिल्ली में एक बड़े नेता हैं लेकिन उनका प्रभाव केवल उस निर्वाचन क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है। इसी तरह, मैं और नसीब सिंह यमुनापार क्षेत्र में सक्रिय हैं जहां दो सीट हैं। यह सिर्फ शुरुआत है, अगर पार्टी अनुमति देगी तो (कांग्रेस के) हमारे अन्य मित्र भी शामिल हो जाएंगे।’’ (भाषा)