खेल
नई दिल्ली 23 अगस्त (भाषा)। अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने विराट कोहली की अगुवाई वाली वर्तमान टीम को भारत की अब तक की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम करार दिया है। उन्होंने कहा कि बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण के कारण यह पूर्व की टीमों की तुलना में अधिक संतुलित बन गई है। कोहली की कप्तानी में भारत आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा तथा टीम अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप तालिका में पहले स्थान पर है।
इस टीम ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराया था और ऐसा कारनामा करने वाली वह पहली भारतीय टीम ही नहीं बल्कि पहली एशियाई टीम भी बनी। गावस्कर ने इंडिया टुडे ईकॉन्क्लेव में कहा, मेरा मानना है कि वर्तमान टेस्ट टीम संतुलन के मामले में, क्षमता के मामले में, कौशल के मामले में और जज्बे के मामले में अब तक की सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है। मैं इससे बेहतर भारतीय टेस्ट टीम के बारे में नहीं सोच सकता।
गावस्कर ने कहा कि वर्तमान टीम की विशेषता उसका विविधतापूर्ण गेंदबाजी आक्रमण है, जो किसी भी तरह की पिच और परिस्थितियों में मैच जीत सकता है। इस पूर्व कप्तान ने कहा, इस टीम के पास ऐसा आक्रमण है जो किसी भी तरह की पिच पर मैच जीत सकता है। इसको परिस्थितियों की मदद की जरूरत नहीं है। परिस्थितियां कैसी भी हों वे किसी भी विकेट पर मैच जीत सकते हैं। बल्लेबाजी के मामले में 1980 के दशक की टीमें भी काफी हद तक ऐसी ही थी लेकिन उनके पास वैसे गेंदबाज नहीं थे जिसे विराट के पास हैं।
भारत के विश्वस्तरीय गेंदबाजों के बारे में गावस्कर ने कहा, निश्चिततौर पर भारत के पास आज विविधतापूर्ण गेंदबाजी आक्रमण है जो बेहद जरूरी थी। कहा भी जाता है कि अगर आप 20 विकेट नहीं ले सकते हो तो मैच नहीं जीत सकते। हमने ऑस्ट्रेलिया में 20 विकेट लेने के लायक गेंदबाजी की।
भारत के पास हमेशा अच्छे बल्लेबाज और स्पिनर रहे हैं लेकिन अभी उसके पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाज हैं, जिससे वह हाल के वर्षों में दुनिया की शीर्ष टीम बन गई। भारत की तरफ से 1971 से 1987 के बीच 125 टेस्ट मैचों में 10122 रन बनाने वाले गावस्कर ने बल्लेबाजी के मामले में कहा कि वर्तमान भारतीय टेस्ट टीम ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से अधिक स्कोर बना सकती है, जो अभी आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर है।
उन्होंने कहा आपको रन भी बनाने होते हैं। हमने 2018 में इंग्लैंड में देखा। हमने 2017 में दक्षिण अफ्रीकी दौरे में देखा। हमने हर बार 20 विकेट लिए लेकिन हम पर्याप्त रन नहीं बना पाए। लेकिन अब मुझे लगता है कि हमारे पास ऐसे बल्लेबाज हैं, जो ऑस्ट्रेलियाई टीम की तुलना में अधिक रन बना सकते हैं।
नई दिल्ली, 23 अगस्त (एजेंसी)। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने कहा है वह इस बार इंग्लैंड में पिछले साल हुए अपने घेराव को मिस करेंगे. इंग्लैंड दौरे के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम रविवार को चार्टर्ड फ्लाइट से रवाना हो गई।
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने स्मिथ के हवाले से लिखा है, मुझे वहां बल्लेबाजी करना पसंद है, लेकिन दुर्भाग्यवश इस बारे मुझे उकसाने और प्रेरित करने के लिए दर्शक नहीं होंगे। उन्होंने कहा, इंग्लैंड ने जो टेस्ट मैच खेले हैं वो मैंने देखे हैं. और हम जानते हैं कि उनका सीमित ओवरों में प्रदर्शन बीते कुछ वर्षों में शानदार रहा है. यह शानदार सीरीज होने वाली है। स्मिथ ने 2019 में इंग्लैंड में खेली गई एशेज सीरीज में दमदार प्रदर्शन किया था. इससे पहले इंग्लैंड में ही खेले गए विश्व कप में भी वह अच्छा करने में सफल रहे थे. इस साल हालांकि कोविड-19 के कारण मैच बायो सिक्योर बबल में खेले जाएंगे और इसी कारण दर्शक स्टेडियम में नहीं आएंगे। ऑस्ट्रेलिया का इंग्लैंड दौरा चार सितंबर से आठ सितंबर तक होने वाली तीन मैचों की टी-20 मैचों की सीरीज से शुरू होगा।
इसके बाद 11 सितंबर से 16 सितंबर तक तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी. टी-20 सीरीज साउथैम्पटन के एजेस बाउल में खेली जाएगी जबकि वनडे सीरीज मैनचेस्ट के ओल्ड ट्रेफर्ड में खेली जाएगी.
नई दिल्ली, 23 अगस्त। हाल ही में इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एमएस धोनी को अपने संन्यास का ऐलान किए हुए एक सप्ताह हो चुका है। लेकिन भारत के महान कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने का सिलसिला अभी जारी है।
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने भी हाल ही धोनी की रिटायरमेंट पर बात की। स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए एक इंटरव्यू में सानिया ने कहा कि अगर एमएस धोनी चाहते तो वह विदाई मैच खेल सकते थे और मैदान से अपने करियर को अलविदा कह सकते थे लेकिन चुपचाप दूर हो जाना ही उन्हें एमएस धोनी बनाता है।
33 वर्षीय इस दिग्गज टेनिस स्टार ने कहा, मैं समझती हूं कि यही बात उन्हें कैप्टन कूल बनाती है, इसीलिए वह एमएस धोनी हैं क्योंकि वह ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने सिर्फ अपने लिए ही नहीं देश के लिए भी बहुत कुछ हासिल किया है।
इस इंटरव्यू में सानिया मिर्जा ने धोनी पर्सनैलिटी पर चर्चा करते हुए कहा कि धोनी की कई सारी खूबियां मेरे पति शोएब मलिक से मिलती हैं। वह मुझे मेरे पति की याद दिलाते हैं।
उन्होंने कहा, जहां तक पर्सनैलिटी की बात है तो एमएस धोनी मुझे मेरे पति की याद दिलाते हैं। दोनों में बहुत सारी समानताएं हैं। दोनों एक से हैं लेकिन मजेदार हैं। मैदान पर वे दोनों ही बहुत शांत रहते हैं। धोनी कई मायनों में शोएब की तरह हैं।
कैप्टन कूल वल्र्ड कप 2019 के बाद अब जल्दी ही एक बार फिर मैदान पर दिखाई देंगे। 19 सितंबर से शुरू हो रहे आईपीएल में धोनी एक बार फिर अपनी टीम चेन्नै सुपरकिंग्स (ष्टस््य) की कमान संभालते हुए दिखेंगे। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 23 अगस्त (एजेंसी)। पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक को लगता है कि बीसीसीआई ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया. धोनी ने इसी महीने की 15 तारीख को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. उन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। सकलैन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, मैं हमेशा सकारात्मक चीजें कहता हूं और कोशिश करता हूं कि नकारात्मता नहीं फैलाऊं, लेकिन मुझे लगता है कि मुझे यह कह देना चाहिए. यह एक तरह से बीसीसीआई की हार है। दाएं हाथ के पूर्व गेंदबाज ने कहा, वह उन जैसे बड़े खिलाडिय़ों से सही तरह से पेश नहीं आते. यह संन्यास इस तरह से नहीं होना चाहिए था।
मैं दिल से यह बात कह रहा हूं और मुझे लगता है कि उनके कई प्रशंसक भी इस बात को मान रहे होंगे. मैं यह कह रहा हूं इसके लिए मैं बीसीसीआई से माफी मांगता हूं, लेकिन उन्होंने धोनी से अच्छा बर्ताव नहीं किया. मैं दुखी हूं।
सकलैन ने कहा, भगवन भविष्य में और जो फैसले वो लें उन पर अपना आशीर्वाद बनाए रखे लेकिन मुझे एक पछतावा रहेगा. मुझे लगता है कि धोनी के हर प्रशंसक को यह पछतावा रहेगा. आखिरी बार भारतीय किट में उनको खेलता देखने के बाद संन्यास लेना शानदार रहता।
नई दिल्ली, 22 अगस्त। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के महासचिव गुरशरण सिंह का मानना है कि टोक्यो में अगले साल होने वाले पैरालंपिक खेलों में भारत अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा और पांच स्वर्ण सहित 15 से अधिक पदक जीतेगा।
सिंह ने आईएएनएस से कहा, " अगर हमारे 50 से अधिक पैरा-स्पोर्ट्स एथलीट पैरा एथलेटिक्स, पैरा शूटिंग, पैरा बैडमिंटन और पैरा तीरंदाजी जैसे खेलों में टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहते हैं, तो मुझे हैरानी नहीं होगी। मुझे यकीन है कि हम पांच स्वर्ण सहित कम से कम 15 पदक जीतेंगे।"
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए इस साल आठ पैरा स्पोटर्स एथलीट चुने गए हैं।
इसमें 2016 रियो पैरालंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू भी शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त को भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
पैरालंपिक खिलाड़ी मरियप्पन ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया है।
भारतीय पैरा स्पोटर्स एथलीटों का पिछले कुछ समय से बेहतरीन प्रदर्शन रहा हैं। पैरा एथलीटों ने 2018 एशियाई पैरा खेलों में 15 स्वर्ण सहित 72 पदक जीते थे।
पैरा-खेल एथलीटों की तारीफ करते हुए सिंह ने उनकी उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया।
उन्हांने कहा, " हम अच्छे परिणाम दे रहे हैं और यह हमें भविष्य में नई प्रतिभाओं की खोज करने में मदद कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर काम जारी है। हमें पूरे भारत से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। अच्छी संख्या में एथलीट आगे आ रहे हैं।"
महासचिव ने कहा, " खेल अगले साल हैं और उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा (कोविड-19 खत्म हो गया या टीका आ गया), तो हम इन खेलों में भारत को फिर से गौरवान्वित करेंगे।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के लखनऊ केंद्र में एक सितंबर से शुरू होने वाला महिला कुश्ती शिविर स्थगित कर दिया गया है। साई ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। साई ने बताया कि शिविर की नई तारीखों का ऐलान आने वाले समय में किया जाएगा।
शिविर के स्थगन के पीछे कोई आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन शिविर को लेकर सवाल उठ रहे थे कि क्या यह हो पाएगा या नहीं क्योंकि कई महिला खिलाड़ियों ने इसमें हिस्सा लेने से मना कर दिया था।
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता वीनेश फोगाट ने कोरोनावायरस के कारण शिविर में हिस्सा लेने से मना कर दिया था। वीनेश ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया था कि उन्होंने महासंघ से अकेले ट्रेनिंग करने और शिविर में भाग न लेने की अनुमति मांगी है।
वहीं रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा था कि वह तब तक शिविर में हिस्सा नहीं लेंगी जब तक बाकी की खिलाड़ी शिविर में हिस्सा लेने की पुष्टि न कर दें।
साक्षी ने आईएएनएस से कहा था, "अगर प्रतिस्पर्धा ही नहीं होगी तो शिविर में जाने का क्या मतलब? मुझे पता चला है कि कई लड़कियों ने शिविर में जाने से मना कर दिया है तो मैं वहां क्या करूंगी, किसके साथ ट्रेनिंग करूंगी? राष्ट्रीय शिविर में 10 दिन बचे हैं इसलिए मैं इंतजार करूंगी और देखूंगी कि कौन आ रहा है और कौन नहीं।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। साल 2020 की शुरुआत में सुर्खियां बटोरनी वाली भारत की महिला मुक्केबाज निकहत जरीन टोक्यो ओलम्पिक में क्वालीफाई न करने पाने की निराशा से आगे बढ़ चुकी हैं और अब उनका ध्यान 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों पर है।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा इस बात के संकेत दिए जाने के बाद कि ओलम्पिक क्वालीफायर्स के लिए ट्रायल्स नहीं होगी और मैरी कॉम सीधे क्वालीफायर्स खेलेंगी, तब से निकहत और मैरी कॉम के बीच विवाद गहरा गया था।
निकहत ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी और महासंघ को ट्रायल्स करानी पड़ी थी जिसमें मैरी कॉम ने निकहत को 9-1 से हरा दिया था।
निकहत ने आईएएनएस से कहा, "हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलम्पिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करे। इसलिए जब मैं टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी तो मैं निराश हो गई।"
उन्होंने कहा, "लेकिन मैंने अपने कदम उठाए और विश्वास किया कि जो कुछ होता है किसी कारण से होता है और इस बारे में सोचने के बजाए हमें उसे कबूल करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। मैंने आगे देखने का फैसला किया। मेरा ध्यान भविष्य के टूर्नामेंट्स पर है मैं उनके लिए तैयारी कर रही हूं।"
कोविड-19 के कारण हालांकि टोक्यो ओलम्पिक खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया और अब यह खेल 2021 में होंगे।
कोविड-19 के कारण देश में लॉकडाउन लगा था और इसी कारण मुक्केबाज ट्रेनिंग नहीं कर पाई थीं। उन्होंने इस दौरान अपने घर पर अपनी फिटनेस पर काम किया और यह सुनिश्चित किया कि वह सकारात्मक मानसिकता में रहें।
निकहत ने कहा, "आमतौर पर मेरा रूटीन कड़ी ट्रेनिंग से भरा होता है और मैं रोज बॉक्सिंग हॉल जाती हूं। लेकिन जब से लॉकडाउन शुरू हुआ तो मुझे अपना कार्यक्रम बनाए रखने में परेशानी आई क्योंकि मेरे घर में कोई उपकरण नहीं थे और यह मेरे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ पर असर डाल रहा था।"
इस मुक्केबाज ने कहा, "स्थिति के साथ तालमेल बिठाने और सीमित संसाधनों के साथ ट्रेनिंग करने के लिए मैंने कुछ उपकरण खरीदे और घर में ट्रेनिंग शुरू की। इसने आश्वस्त किया कि मैं अपनी फिटनेस बनाए रख सकूं और अपना खेल सुधार सकूं ताकि जब हालात सामान्य हो सकें तो मैं रिंग में उतरने को तैयार रहूं।"
उन्होंने कहा, "एक बार जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो मुझे पूरा भरोसा है कि मैं कुछ ही महीनों में अपनी फिटनेस के शीर्ष स्तर पर होउंगी।"
24 साल की इस खिलाड़ी ने कहा कि इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होना है इसलिए वे 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए अपनी फिटनेस और फुर्ती पर काम करेंगी।
उन्होंने कहा, "अब मैंने 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों को अपना लक्ष्य बनाया है। इन टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन करने के लिए मैं तैयारी कर रही हूं।
निकहत ने कहा, "इस साल कोई टूर्नामेंट्स नहीं होने हैं इसलिए मैं अपने आप को 2021 में होने वाले टूर्नामेंट्स के लिए फिटनेस सुधारने और फुर्ती लाने की चुनौती दे रही हूं।"
निकहत ने वेल्सपन के साथ किए करार को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा, "इस सफर में वेल्सपन ने मेरा काफी साथ दिया है। मैं उनके लगातार समर्थन और मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया अदा करती हूं। वेल्सपन मेरे खेल के कई पहलूओं का ध्यान रख रहा है जिससे मैं पूरी तरह से अपनी ट्रेनिंग पर फोकस कर पा रही हूं।"(IANS)
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| ओलंपिक कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक ने अर्जुन पुरस्कारों की सूची से उनका नाम हटाने पर शुक्रवार को खेल मंत्रालय को आड़े हाथों लिया। खेल मंत्रालय ने साक्षी और मीराबाई चानू को अर्जुन पुरस्कार नहीं देने का फैसला किया। इन दोनों खिलाड़ियों को पहले ही देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न मिल चुका था। साक्षी को 2016 में रियो में कांस्य पदक जीतने और मीराबाई को 2018 मे विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिए खेल रत्न दिया गया था।
साक्षी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वह इससे निराश हैं और सरकार उनकी उपलब्धियों को नजरअंदाज कर रही है।
साक्षी ने कहा, "मैं चाहती हूं कि लोग मुझे अर्जुन अवॉर्डी साक्षी मलिक के रूप में बुलाए। इस तरह की चीजों के लिए एथलीट सबकुछ करता है। वह हर पुरस्कार को जीतना चाहते हैं ताकि वह इससे प्रेरित हो सके।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि अर्जुन अवॉर्ड जीतने के लिए मुझे और क्या करना पड़ेगा। 2016 में खेल रत्न मिलने से मैं काफी खुश हूं और मैं इसका सम्मान भी करती हूं। लेकिन मैं हमेशा अर्जुन अवॉर्ड चाहती थी और यह मेरा सपना था।"
अर्जुन पुरस्कार : अतनु दास (तीरंदाजी), दुती चंद (एथलेटिक्स), सात्विक साईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन), चिराग चंद्रशेखर शेट्टी (बैडमिंटन), विशेष भृगुवंशी (बास्केटबॉल), सूबेदार मनीष कौशिक (मुक्केबाजी), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), इशांत शर्मा (क्रिकेट) दीप्ति शर्मा (क्रिकेट), सावंत अजय अनंत (अश्वारोही), संदेश झिंगन (फुटबॉल), अदिति अशोक (गोल्फ), आकाशदीप सिंह (हॉकी), दीपिका (हॉकी), दीपक हुड्डा (कबड्डी), काले सारिका सुधाकर (खो खो), दत्तू बबन भोकानल (रोइंग), मनु भाकर (निशानेबाजी), सौरभ चौधरी (निशानेबाजी), मधुरिका सुहास पाटकर (टेबल टेनिस), दिविज शरण (टेनिस), शिवा केशवन (शीतकालीन खेल), दिव्या काकरान (कुश्ती), राहुल अवारे (कुश्ती)), सुयश नारायण जाधव (पैरा स्विमिंग), संदीप (पैरा एथलेटिक्स) मनीष नरवाल (पैरा निशानेबाजी)।
ध्यानचंद पुरस्कार : कुलदीप सिंह भुल्लर (एथलेटिक्स), जिंसी फिलिप्स (एथलेटिक्स), प्रदीप श्रीकृष्ण गंधे (बैडमिंटन), तृप्ति मुगंर्डे (बैडमिंटन), एन. उषा (मुक्केबाजी), लाखा सिंह (मुक्केबाजी), सुखविंदर सिंह संधू (फुटबॉल), अजीत सिंह (हॉकी)), मनप्रीत सिंह (कबड्डी), जे. रंजीत कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सत्यप्रकाश तिवारी (पैरा बैडमिंटन), मंजीत सिंह (रोइंग), दिवंगत सचिन नाग (तैराकी), नंदन पी. बाल (टेनिस), नेत्रपाल हुड्डा (कुश्ती)।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)| भारत की स्टार महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा ने शुक्रवार को कहा कि राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड उनके लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है कि वे आगे बढ़ें और देश को और अधिक सम्मान दिलाएं। मनिका ने कहा, "इस वर्ष के प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में से एक के रूप में नामित किया जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। इसके लिए सबसे पहले, मैं ईश्वर को और फिर खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण, भारतीय तेल निगम, मेरे प्रायोजक, भारतीय टेबल टेनिस महासंघ और पुणे में मेरे ट्रेनिंग सेंटर को धन्यवाद देना चाहती हूं।"
उन्होंने कहा, " इस पुरस्कार ने मेरी जिम्मेदारी बढ़ा दी है कि मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखूं। मैं देश के लिए और अधिक सम्मान पाने के लिए उत्सुक हूं।"
मनिका ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।
भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा सहित पांच लोगों को इस साल देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान दिया जाएगा।
यह खेल पुरस्कार के इतिहास में पहली बार होगा कि पांच लोगों को खेल रत्न दिया जाएगा।
खेल अवार्ड-2020 की समिति ने शुक्रवार को रोहित, महिला पहलवान विनेश फोगाट, महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और पैरा एथलीट मरियप्पन थेंगावेलू को 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा
नई दिल्ली, 21 अगस्त । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में संन्यास लेने वाले पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर सुरेश रैना को पत्र लिखकर जीवन की दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं दी हैं। सुरेश रैना ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ ही 15 अगस्त को अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 33 साल के रैना के इस फैसले ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था।
मोदी ने रैना के खेल की तारीफ की है और उन्हें एक शानदार क्रिकेटर बताया है। मोदी ने रैना की फील्डिंग की खूब तारीफ की है और कहा है कि गेंद से भी रैना पर कप्तान का भरोसा कायम था। रैना ने भी मोदी के इस पत्र पर आभार व्यक्त किया है और कहा है कि देश के प्रधानमंत्री से इस तरह के प्रेरक शब्द वाकई बहुत बड़ी बात है।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने मध्यक्रम में भारत के लिए कई उपयोगी पारियां खेली थीं। इसके अलावा उनकी गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर्स में भी की जाती थी।
मोदी ने लिखा, 15 अगस्त को आपने अनपे जीवन का सबसे मुश्किल फैसला लिया। मैं रिटायरमेंट का शब्द इस्तेमाल नहीं करना चाहता हूं क्योंकि आप रिटायर होने के लिए बहुत ही छोटे और ऊर्जावान हो। क्रिकेट के मैदान पर एक बहुत यादगार सफर के बाद आप अपने जीवन की दूसरी पारी के लिए तैयारी कर रहे हो।
मोदी ने अपने पत्र में रैना को लिखा, पीढिय़ां न सिर्फ आपको एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में याद करेंगी बल्कि एक उपयोगी गेंदबाज के तौर पर भी आपकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकेगा। आप एक ऐसे गेंदबाज रहे जिस पर मौका पडऩे पर कप्तान भरोसा कर सकता है। आपकी फील्डिंग शानदार थी।इस दौर के कुछ सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय कैचों पर आपकी छाप नजर आती है। आपने जितने रन बचाए उनका हिसाब लगाने में तो कई दिन लग जाएंगे।
पीएम ने लिखा, खिलाडिय़ों की प्रशंसा मैदान पर तो होती ही है, मैदान के बाहर भी होती है। आपका जुझारूपन कई युवाओं को प्रोत्साहित करेगा। अपने क्रिकेट करियर के दौरान, आपने चोट और अन्य परेशानियों का सामना किया लेकिन हर बार चुनौतियों से पार पाया।
उन्होंने आगे लिखा, सुरेश रैना हमेशा टीम स्प्रिट के साथ चले। आप निजी रेकॉर्ड के लिए नहीं बल्कि टीम और भारत के गौरव के लिए खेले। मैदान पर आपका जुझारूपन कमाल रहता था और हमने देखा भी कि विपक्षी टीम के विकेट पर आपका जश्न अलग ही होता था।
पीएम मोदी ने लिखा, समाज सेवा में भी आपका योगदान सराहनीय है। महिला सशक्तिकरण, स्वच्छ भारत और जरूरतमंदों की मदद के लिए आप हमेशा आगे रहे। भारत को खेल की दुनिया में लीडर बनाने के लिए आपने जो कुछ किया, उसके लिए शुक्रिया।
रैना ने पीएम का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा, जब हम खेलते हैं तो देश के लिए अपना खून-पसीना बहाते हैं। इस देश के लोगों के प्यार से बड़ी और कोई दूसरी प्रेरणा नहीं और जब देश के प्रधानमंत्री आपके लिए ऐसा कहें तो यह और बड़ी बात होती है। मोदी जी आपके प्रेरक शब्दों और शुभमकानाओं के लिए शुक्रिया। मैं इसे तहेदिल से स्वीकार करता हूं। जय हिंद। इससे पहले गुरुवार को पीएम ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी खत कर भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की तारीफ की थी। मोदी ने धोनी को लिखा था कि उन्होंने छोटे शहर से आने वाले युवाओं को बड़ा सपना देखने की प्रेरणा दी। मोदी ने धोनी को भारतीय क्रिकेट में एक घटना बताया था जिसने उस परिपाटी को बदल दिया कि कामयाबी सिर्फ बड़े शहरों में रहने वाले और महंगी शिक्षा हासिल करने वालों को ही मिल सकती है। (navbharattimes.indiatimes.com)
अहमदाबाद/सूरत 21 अगस्त। साल 2018 में ब्लाइंड वल्र्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे क्रिकेटर अहमदाबाद में सब्जी बेचने का काम करने को मजबूर हैं। शारजाह में पाकिस्तान की ओर से निर्धारित 308 रनों के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने के बाद 20 मार्च, 2018 को भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने वल्र्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। इस टीम की प्लेइंग-11 में नरेश तुमड़ा भी शामिल थे।
दो साल बाद तुमड़ा की जिंदगी पर भी कोविड-19 का असर पड़ा और उन्हें अहमदाबाद की जमालपुर बाजार में सब्जियां बेचने के लिए मजबूर कर दिया। नवसारी के वंसदा में रहने वाले 29 वर्षीय तुमड़ा के परिवार में पांच और लोग हैं जिनकी पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर है।
तुमड़ा को उम्मीद थी कि सरकार दृष्टिबाधित क्रिकेटरों के लिए नौकरियों की पेशकश करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रोज की कमाई वाली नौकरियों और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम में मंदी के बाद काम कम होने के कारण उनके पास अपनी सब्जी बेचने के लिए अहमदाबाद आने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।
उन्होंने कहा, जब भारतीय क्रिकेट टीम वल्र्ड कप जीतती है, तो सरकार और निगम उन पर पैसों की वर्षा करते हैं। क्या हम उनसे कम खिलाड़ी हैं क्योंकि हम ब्लाइंड हैं? समाज को हमारे साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
कोरोना के कारण आई मंदी की वजह से कई अन्य पेशेवर लोग भी जरूरतों को पूरा करने के लिए सब्जियां बेचने को मजबूर हैं। कोरियोग्राफर जयेश नायक, जिन्होंने दो जगहों पर डांस क्लास चलाईं, उन्हें अपना स्टूडियो छोडऩा पड़ा क्योंकि किराया देना मुश्किल हो गया था। उन्होंने कहा, मैंने एक सब्जी की दुकान से शुरुआत की, जहां मैं ऑर्डर लेता हूं और पालड़ी में आस-पास की जगहों पर सब्जी पहुंचाता हूं। शुरू में मुझसे सीखने वालों ने मेरी मदद की। यहां तक कि जब मैं डांस क्लास फिर से खोलने में सक्षम हूं, तब भी मैं इस व्यवसाय को आय के एक स्थिर स्रोत के लिए बरकरार रखूंगा।
सूरत में हीरा से जुड़े कारोबार में नौकरी करने वाले नीरव पटेल ने सब्जियों की होम डिलीवरी शुरू की है क्योंकि उनकी नौकरी चली गई थी। नौकरी से वह हर महीने 25,000 रुपये कमा रहे थे। पटेल ने कहा, लोग कोरोना के डर से सब्जी की होम डिलीवरी के लिए आगे बढ़ रहे हैं, जिससे मुझे काम में मदद मिली है। म्यूजिक सिस्टम बेचने वाले तेजस डोमाडिया, जिन्होंने जनवरी में 10 लाख रुपये का सामान खरीदा था, वह भी अपने गोदाम के बाहर सब्जियां बेच रहे हैं। (navbharattimes.indiatimes.com)
बेंगलुरू, 20 अगस्त। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की शुरूआत अत्यधिक सुरक्षित और बायो सिक्योर वातावरण के साथ करेगी, जोकि टीम को मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से मजबूती देगा। फ्रेंचाइजी ने गुरुवार को एक बयान में बताया कि उसने इस सीजन के अपने सपोर्ट-स्टाफ को मजबूत किया है, जिसमें स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट चैतन्य श्रीधर और चार्ल्स मिंज के रूप में विशेषज्ञ टीम-डॉक्टर शामिल हैं।
सुरक्षा की दृष्टी से, बेंगलोर की टीम ने बेहद कड़े दिशानिदेशरें का पालन करेगी, जोकि बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन में से एक हैं।
दिशानिदेशरें के अनुसार, तीन स्तरों पर कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा और साथ ही दुबई पहुंचने से पहले उन्हें क्वारंटीन में रहना होगा। बायो बबल में जाने से पहले टीम छह दिन तक क्वारंटीन में रहेगी और तीन बार उनका टेस्ट होगा।
बेंगलोर की टीम 21 अगस्त को दुबई पहुंचेगी और भारतीय तथा विदेशी खिलाड़ियों के साथ तीन सप्ताह के कैम्प में भाग लेगी।(IANS)
नई दिल्ली, 20 अगस्त। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, यही वजह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि बीसीसीआई इस बार आईपीएल के 13वें सीजन का आयोजन यूएई में करा रहा है।
19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाली आईपीएल लीग के लिए किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स की टीम पहले ही दुबई पहुंच चुकी हैं। बाकी अन्य टीमें आगामी दिनों में यूएई पहुंच जाएगी।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा है कि सभी खिलाड़ियों और आईपीएल टीम मालिकों से कह दिया गया कि, वे खुद की देखभाल करें।
अधिकारी ने कहा, " खिलाड़ियों, कोचिंग स्टाफ, मालिकों और अन्य सदस्यों को सख्त निर्देश दिया गया है। हम नहीं चाहते हैं कि किसी की गलती के कारण कोई दूसरा प्रभावित हो।"
उन्होंने कहा, "यूएई खिलाड़ियों (चिकित्सा या अन्य) की सुरक्षा के बारे में आवश्यक सभी सहायता प्रदान करेगा। टीमों के मालिकों को यहां और वहां स्वतंत्र रूप से घूमने के लिए भी मना किया गया है क्योंकि कोरोनावायरस के मामले उस देश में भी कम नहीं हैं। इतने समय के बाद आईपीएल होने जा रहा है और हर किसी को इसका सम्मान करना होगा और अधिक जिम्मेदार होना होगा।"
पिछले महीने ही इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट की अंतिम एकादश से बाहर कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने टीम के बायो सिक्योर बबल नियम को तोड़ा था।(IANS)
नई दिल्ली 20 अगस्त । टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया। इस मौके पर कई जानी-मानी हस्तियों ने उनके करियर की तारीफ की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पत्र लिखकर धोनी की सराहना की। धोनी ने ट्विटर पर पीएम मोदी का इसके लिए शुक्रिया अदा किया है।
धोनी ने ट्वीट किया, एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की कामना होती है। वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।
मोदी ने धोनी के नाम इस चि_ी में लिखा कि आपमें नए भारत की आत्मा झलकती है, जहां युवाओं की नियति उनका परिवार का नाम तय नहीं करता है, बल्कि वे अपना खुद का मुकाम और नाम हासिल करते हैं।
मोदी ने धोनी को लिखा, 15 अगस्त को आपने अपने सादे अंदाज में एक छोटा वीडियो साझा किया जो पूरे देश में एक लंबी और जुनूनी बहस के लिए काफी था। 130 करोड़ भारतीय निराश हैं लेकिन साथ ही जो आपने पिछले डेढ़ दशक में भारत के लिए किया उसके लिए आपके आभारी भी हैं। (navbharattimes.indiatimes.com)
न्यूयॉर्क, 20 अगस्त । बॉब और माइक ब्रायन इस साल अमेरिकी ओपन पुरुष युगल वर्ग में नजर नहीं आएंगे और इसे अमेरिका के 42 वर्षीय इन जुड़वा भाइयों के करियर का अंत माना जा रहा है।
16 बार के ग्रैंड स्लैम चैम्पियन ब्रायन बंधुओं ने न्यूयॉर्क में पांच ग्रैंड स्लैम जीते, जिनमें आखिरी बार 2014 में जीत मिली थी। माइक ने जैक सोक के साथ 2018 में खिताब जीता जब बॉब कूल्हे के ऑपरेशन के बाद उपचार करा रहे थे ।
अमेरिकी टेनिस संघ ने महिला और पुरुष युगल वर्ग की वरीयता की घोषणा की। तीन बार की चैम्पियन किम क्लिस्टर्स को युगल में वाइल्ड कार्ड मिला है। टूर्नामेंट 31 अगस्त से एकल मुकाबलों के साथ शुरू होगा। डबल्स मुकाबले दो सितंबर से खेले जाएंगे, इसमें कोरोना वायरस महामारी के कारण 64 की बजाय 32 टीमों को ही प्रवेश दिया गया है।
उधर, अमेरिकी ओपन से पहले होने वाले वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन टेनिस टूर्नामेंट से दो खिलाडिय़ों को बाहर कर दिया गया है, जो कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे।
आयोजकों ने बुधवार को एक बयान जारी करके ऐलान किया कि दो खिलाडिय़ों को टूर्नामेंट से बाहर करके पृथकवास में भेज दिया गया है।उनके नामों का खुलासा नहीं किया गया है। यह टूर्नामेंट आम तौर पर सिनसिनाटी में होता है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे न्यूयॉर्क में कराया जा रहा है। (navbharattimes.indiatimes.com)
नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)| राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार ने बुधवार को खेल मंत्री किरण रिजिजू को पत्र लिखकर उनसे द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए अपने निजी कोच राजेश कुमार राजौंद के नाम पर विचार करने का अनुरोध किया है। चयन समिति ने द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए सोमवार को 13 नामों की सिफारिश की, जिसमें मनोज के कोच का नाम नहीं है।
मनोज ने रिजिजू को लिखे पत्र में कहा, " प्रिय रिजिजू सर, मैं, मनोज कुमार, दो बार के ओलंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स का पदक विजेता, आप पर पूर्ण विश्वास है और आपसे सकारात्मक जवाब की उम्मीद कर रहा हूं।"
उन्होंने लिखा, " आपसे इस साल के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिए घोषित किए गए नामों पर एक बार विचार करने का आग्रह करता हूं। मैं आपसे मेरे कोच राजेश कुमार की उपलब्धियों पर विचार करने और उनकी उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करने में मदद करने का अनुरोध करता हूं क्योंकि इस मामले में आप हमारे लिए आखिरी उम्मीद हैं।"
मनोज ने आगे लिखा, " अगर फिर से एक कोच और उसके शिष्यों की कड़ी मेहनत को नजरअंदाज कर दिया जाता है और उनके 23 साल के संघर्ष की कहानी पूरे देश को पता होने के बावजूद उन्हें पुरस्कार नहीं दिया जाता है तो फिर नयी प्रतिभा देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने के प्रति कैसे प्रेरित होगी।"
उन्होंने कहा, " जब हॉकी में एक से अधिक कोच को पुरस्कार के लिए चुना जा सकता है तो फिर मुक्केबाजी में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है। आपसे त्वरित और सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद है।"
मनोज को 2014 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। लेकिन इसके लिए उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा था। चयन समिति ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया था और चयन समिति के इस फैसले को उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी।
बाद में दिल्ली की अदालत ने उन्हें पुरस्कार देने का सरकार को आदेश दिया था।
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय महिला पहलवान दिव्या काकरान ने बुधवार को कहा कि अर्जुन अवॉर्ड के लिए नामित होने से वह बेहद खुश और सम्मानित महसूस कर रही हैं। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समिति ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए दिव्या के नाम की सिफारिश की है।
दिव्या के अलावा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, पिस्टल निशानेबाज मनु भाकेर और सौरभ चौधरी तथा रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक सहित 25 खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश इस साल के अर्जुन अवॉर्ड के लिए की गई है।
राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस पुरस्कार के लिए खिलाड़ियों के नामों की सिफारिश की गई।
दिव्या ने आईएएनएस से कहा, " मैं अपनी भावनाओं को बयां नहीं कर सकती। अर्जुन पुरस्कार पाना हर खिलाड़ी का सपना होता है। मैं अभी चांद के ऊपर हूं। मेरे परिवार और मुझे बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ा और यह पुरस्कार हमारी उसी सारी मेहनत का परिणाम है।"
उन्होंने भावुक अंदाज में कहा, "यह अवार्ड खासकर मैं अपने परिवार को समर्पित करना चाहती हूं, अपनी मां को। मैं एक गरीब परिवार से आती हूं। मेरे पिता पुरुषों के लिए कुश्ती जॉकस्ट्रैप बेचते थे, जिसे मेरी मां पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुर गांव में हमारे किराए के घर में सिलाई करती थी। सबकुछ अब मेरे दिमाग में वापस आ रहा है।"
दिव्या ने कहा, "मुझे अब भी याद है कि जब एक बार मेरी मां ने मेरी ट्रेनिंग के लिए अपनी शादी की चेन (मंगलसूत्र) तक बेच दी थी। पिछले साल नौकरी मिलने तक जीवन बहुत कठिन था। लेकिन वह अब अतीत है। इस पुरस्कार के साथ, मैं अपनी ओलंपिक तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं और दुनिया के सामने अपनी योग्यता साबित करना चाहती हूं।"
2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली दिव्या ने महिलाओं की 68 किग्रा भार वर्ग में देश में अपना दबदबा कायम कर रखा है।
उन्होंने फरवरी में एशियाई चैंपियनशिप में राउंड रोबिन के आधार पर सभी चार मुकाबले जीते थे।
दिव्या ने आगामी एक सितंबर से शुरू होने वाली नेशनल कैम्प को लेकर कहा, "मैं लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी। नियमित तौर पर अभ्यास पर लौटने का यह एक अच्छा मौका होगा।"
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान, राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित की गई एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान विनेश फोगाट ने कहा है कि इस पुरस्कार के लिए इंतजार काफी लंबा रहा है। लेकिन उनकी खुशी भी दोगुनी हो गई है और उनके ऊपर अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। 25 साल की विनेश उन 5 भारतीय खिलाडिय़ों में शामिल हैं, जिनके नाम की सिफारिश इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए की गई है।
विनेश ने कहा, सर्वाधिक गौरवपूर्ण क्षण। इंतजार लंबा रहा, लेकिन खुशी भी दोगुनी हो गई। भगवान ने चाहा तो इस अवॉर्ड का मान रखूंगी। अब जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। विनेश एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं, जिन्होंने अब तक तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाइ किया है। विनेश 2019 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं।
विनेश को अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक खेलों में पदक का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। वह गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल 2018 और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। 2019 में वह लॉरेस वल्र्ड स्पोर्ट्स अवॉर्ड के लिए नामित होने वाली पहली भारतीय ऐथलीट बनी थीं।
विनेश के अलावा भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा, भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, टेबल टेनिस चैम्पियन मनिका बत्रा और 2016 रियो पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता हाई जम्पर मरियप्पन थांगावेलू के नाम की भी सिफारिश की गई है। राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजधानी में एक बैठक हुई, जिसमें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए पांच खिलाडिय़ों के नामों की सिफारिश की गई।
त्रिनिदाद, 19 अगस्त। ऑलराउंडर सुनील नरेन के गेंद और बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन की बदौलत कैरेबियाई प्रीमियर लीग 2020 के पहले मैच में त्रिनबागो नाइट राइट राइडर्स ने गयाना अमेजन वॉरियर्स की टीम को 4 विकेट के अंतर से मात देकर विजयी शुरुआत की।
बारिश से प्रभावित मैच में त्रिनबागो नाइट राइड़र्स के कप्तान किरोन पोलार्ड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। ऐसे में पहले बल्लेबाजी करते हुए गयान की टीम ने शेमरॉन हेटमायर की 44 गेंद में 63 रन की धमाकेदार बल्लेबाजी की बदौलत निर्धारित 17 ओवर में 5 विकेट पर 144 रन का स्कोर खड़ा किया। हेटमायर के अलावा कीवी बल्लेबाज रॉस टेलर ने 21 गेंद में 33 रन की पारी खेली। इसके अलावा और कोई बल्लेबाज कोई बड़ा धमाल नहीं कर पाया। नाइट राइडर्स के लिए सुनील नरेन ने 19 रन देकर सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए। वहीं अली खान, जेडन सील्स और ड्वेन ब्रावो ने 1-1 विकेट हासिल किया।
जीत के लिए 145 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी त्रिनबागो की टीम के लिए पारी की शुरुआत करने लिंडल सिमंस और सुनील नरेन की जोड़ी उतरी। सिमंस पांचवें ओवर में 21 गेंद पर 17 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद सुनील नरेन ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 27 गेंद में सीपीएल में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने गुयाना के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने 2 चौके और 4 छक्के जड़े। इस दौरान उन्हें दूसरे छोर से कीवी बल्लेबाज कोलिन मुनरो और डेरेन ब्रावो का साथ मिला। 56 के स्कोर पर मुनरो 7 गेंद पर 17 रन की पारी खेलकर चलते बने। इसके बाद 11वें ओवर में अपनी टीम को 100 रन के पार पहुंचाने के बाद नरेन इमरान ताहिर की गेंद पर कीमो पॉल के हाथों लपके गए। उन्होंने 28 गेंद में 50 रन की पारी खेली।
नरेन के आउट होने के बाद जीत हासिल करने के लिए त्रिनबागो की टीम को थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। उसके विकेट लगातार गिरते रहे। नरेन के आउट होने के बाद कप्तान किरोन पोलार्ड भी सस्ते में पवेलियन लौट गए। उन्होंने 11 गेंद में 10 रन की पारी खेलकर वो ताहिर का दूसरा शिकार बने। इसके बाद टिम सीफर्ट भी 2 रन बनाकर आउट हो गए। ऐसे में अंत में डेवेन ब्रावो ने सिकंदर रजा के साथ मिलकर अपनी टीम को 2 गेंद शेष रहते जीत दिला दी। सुनील नरेन को उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। गयाना के लिए सबसे सफल गेंदबाज इमरान और नवीन उल हक रहे। ताहिर ने 40 रन देकर और नवीन ने 21 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। (timesnownews.com)
बेंगलुरू, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय महिला और पुरुष हॉकी टीमों की 14 दिन की सेल्फ आइसोलेशन की अवधि पूरा होने के बाद टीमों ने अब फिर से यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) सेंटर में अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी है। भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता इस बात से बेहद खुश हैं कि ट्रेनिंग अब फिर से शुरू हो चुकी है और खिलाड़ियों ने इसमें भाग लेना शुरू कर दिया है।
सविता ने कहा, " यह हम सभी के लिए एक अच्छा क्षण है क्योंकि हम खेल गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हैं और आउटडोर दौड़ भी करते हैं।"
उन्होंने कहा, " हमारे कमरों में, हम केवल बॉडी वेट एक्सरसाइज और प्रतिरोध बैंड का उपयोग करने में सक्षम थे। इसलिए यह एक सकारात्मक संकेत है कि हम सभी साई एसओपी के तहत बाहरी गतिविधियों में वापस आ सकते हैं।"
गोलकीपर ने कहा, " जब हम अपने कमरे में थे तब फिट रहना और अपनी देखभाल करने पर अधिक ध्यान देते थे। लेकिन वापस ट्रेनिंग शुरू करके अब अच्छा महसूस हो रहा है।"
सविता ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण ब्रेक ने स्वयं का विश्लेषण और मैदान के अंदर और बाहर जीवन का आकलन करने का शानदार मौका दिया।
उन्होंने कहा, " जब आप पेशेवर खिलाड़ी होते हो तो कभी कभी समय काफी व्यस्त हो जाता है। आपको स्वयं का विश्लेषण करने का मौका नहीं मिलता लेकिन ये कुछ महीने, विशेषकर पिछले 14 दिनों में मुझे चीजों को देखने और अपने आप को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली।"
उन्होंने आगे कहा, " मैंने महसूस किया कि जीवन में शायद यही समय होगा जहां मैं निजी और पेशेवर चीजों का काफी विश्लेषण कर सकती हूं और उन्हें बेहतर करने की दिशा में काम कर सकती हूं। मेरा मानना है कि यह मेरे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण चरण में से एक है।"
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) हाल में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए एक फेयरवेल मैच का आयोजन करने के लिए तैयार है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि बोर्ड आगामी आईपीएल के दौरान इस मामले में धोनी से बात करेगा और फिर उसी के अनुसार आगे का कार्यक्रम तय करेगा।
अधिकारी ने कहा, " फिलहाल कोई अंतर्राष्ट्रीय सीरीज नहीं है। हो सकता है कि आईपीएल के बाद हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है क्योंकि धोनी ने देश के लिए बहुत कुछ किया है और वह इस सम्मान के हकदार हैं। हम हमेशा उनके लिए एक फेयरवेल मैच चाहते थे, लेकिन धोनी एक अलग खिलाड़ी हैं। जब उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की तो किसी ने भी इसके बारे में सोचा नहीं था।"
यह पूछे जाने पर कि धोनी ने अब तक इस बारे में कुछ भी कहा है, अधिकारी ने कहा, "नहीं। लेकिन निश्चित रूप से हम आईपीएल के दौरान उनसे बात करेंगे और मैच या सीरीज के बारे में उनकी राय लेने के लिए यह सही जगह होगी। खैर, उनके लिए एक उचित सम्मान समारोह होगा चाहे वह इस पर सहमत हों या न हों। उन्हें सम्मानित करना हमारे लिए सम्मान की बात होगी।"
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने भी धोनी के लिए एक फेयरवेल मैच के आयोजन का समर्थन किया है।
मदन लाल ने आईएएनएस से कहा, " मुझे सच में खुशी होगी अगर बीसीसीआई धोनी के लिए मैच का आयोजन करता है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और आप उन्हें ऐसे ही नहीं जाने दे सकते। उनके प्रशंसक उन्हें फिर से एक्शन में देखना चाहेंगे।"
उन्होंने कहा, "आईपीएल यूएई में हो रहा है और हर कोई उन्हें खेलते हुए देखने के लिए अपनी स्क्रीन से चिपकेगा। लेकिन बोर्ड, भारत में भी एक सीरीज की मेजबानी कर सकता है, ताकि लोग उन्हें स्टेडियम में लाइव (जाहिर है कि इस महामारी के खत्म होने के बाद) देख सकें।"
39 वर्षीय धोनी ने 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले।
धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में पहला टी 20 विश्व कप जीता था। इसके बाद 2011 में 50 ओवर विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। भारत ने साथ ही 2010 और 2016 का एशिया कप भी धोनी की कप्तानी में जीता था।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विकेटकीपर से कमेंटेटर बने, दीप दास गुप्ता ने हाल ही में भारतीय क्रिकेट के सबसे चर्चित विषयों में से एक-विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी में से बेहतर कप्तान कौन है, के बारे में अपने विचार प्रकट किये। गांगुली के नेतृत्व में खेल चुके दीप दासगुप्ता, ने इस अंतहीन चर्चा और सबसे अच्छा कप्तान घोषित करने को लेकर भारतीयों के आकर्षण के बारे में कुछ दिलचस्प बातें कहीं। उनका मानना है, "सौरव टीम को एक निश्चित स्तर तक ले गये, उसके बाद एमएस धोनी ने टीम को आगे के स्तर तक पहुंचाया और अब विराट टीम को उस स्तर से आगे ले जा रहे हैं। उनके अनुसार, यह एक चेन रिएक्शन की तरह है और विभिन्न दौर को देखते हुए सही ठहराना बिल्कुल उचित नहीं है।"
स्पोर्ट्स टाइगर के शो 'ऑफ द फील्ड' में हाल ही में हुई बातचीत में, दास गुप्ता ने यह भी कहा कि, "जब हम कप्तानी के बारे में बात करते हैं, तो हम अजीत वाडेकर जैसे किसी व्यक्ति के बारे में बात नहीं करते हैं। हम यह भूल जाते हैं कि 1971 में, भारत ने घरेलू मैदान से बाहर जाकर इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ और वेस्ट इंडीज में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो बड़ी सीरीज में जीत हासिल की थी। इसलिए, अनौपचारिक रूप से भारत टेस्ट मैच के संदर्भ में 1971 में ही नंबर 1 बन गया था।"
इंटरव्यू के दौरान, उन्होंने कपिल देव, जिन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को 1983 का विश्व कप दिलाया, तथा सुनील गावस्कर और मंसूर अली खान पटौदी जैसे पूर्व कप्तानों और दिग्गजों को सम्मानपूर्वक याद किया। उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास इतने महान कप्तानों और खिलाड़ियों की विरासत है, लेकिन कभी-कभी, हम इनकी सराहना नहीं कर पाते हैं।"
दीप दास गुप्ता बहुत ही सफल कमेंटेटर हैं और विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में 8 टेस्ट और 5 वन डे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दीप दास गुप्ता का टेस्ट में 28.67 का औसत रहा है तथा उनके नाम पर एक शतक और दो अर्धशतक दर्ज हैं।
मुंबई, 18 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास बीएमडब्ल्यू, फेरारी, निसान जीटी-आर जैसी विश्व की बेहतरीन कारें मौजूद हैं। कारों के प्रति उनका लगाव दुनिया से छिपा नहीं है, लेकिन बहुत कम लोगों को ही यह मालूम है कि वह पेशेवर क्रिकेटर बन जाने के बाद अपने पैसे से खरीदी गई अपनी पहली कार को अभी तक नहीं भूले हैं।
तेंदुलकर ने भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ शो इन द स्पोर्टलाइट में अपनी पहली कार के प्रति भावनात्वक लगाव का खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि जिन्होंने भी इस कार को खरीदा है वह उनसे संपर्क करें। भावनात्मक कारणों से अपनी कार वापस चाहते हैं।
तेंदुलकर ने कहा, " मेरी पहली कार मारुति-800 थी। दुर्भाज्ञवश यह कार अब मेरे पास नहीं है। मुझे बहुत अच्छा लगेगा अगर यह फिर से मेरे पास आ जाए। जो लोग मुझे सुन रहे हैं वे इसे लेकर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।"
दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ्न्न मेरे घर के पास बड़ा सा ओपन-ड्राइव-इन मूवी हॉल था, जहां लोग अपनी-अपनी कारें पार्क कर मूवी देखा करते थे। उस समय मैं अपने भाई के साथ हमारी बालकनी में घंटों खड़े होकर इन कारों को देखा करता था।"
मुंबई, 18 अगस्त (आईएएनएस)| दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास बीएमडब्ल्यू, फेरारी, निसान जीटी-आर जैसी विश्व की बेहतरीन कारें मौजूद हैं। कारों के प्रति उनका लगाव दुनिया से छिपा नहीं है, लेकिन बहुत कम लोगों को ही यह मालूम है कि वह पेशेवर क्रिकेटर बन जाने के बाद अपने पैसे से खरीदी गई अपनी पहली कार को अभी तक नहीं भूले हैं।
तेंदुलकर ने भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ शो इन द स्पोर्टलाइट में अपनी पहली कार के प्रति भावनात्वक लगाव का खुलासा किया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि जिन्होंने भी इस कार को खरीदा है वह उनसे संपर्क करें। भावनात्मक कारणों से अपनी कार वापस चाहते हैं।
तेंदुलकर ने कहा, " मेरी पहली कार मारुति-800 थी। दुर्भाज्ञवश यह कार अब मेरे पास नहीं है। मुझे बहुत अच्छा लगेगा अगर यह फिर से मेरे पास आ जाए। जो लोग मुझे सुन रहे हैं वे इसे लेकर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।"
दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, ्न्न मेरे घर के पास बड़ा सा ओपन-ड्राइव-इन मूवी हॉल था, जहां लोग अपनी-अपनी कारें पार्क कर मूवी देखा करते थे। उस समय मैं अपने भाई के साथ हमारी बालकनी में घंटों खड़े होकर इन कारों को देखा करता था।"
साउथैम्पटन, 18 अगस्त (आईएएनएस)| इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज रोबर्ट की का मानना है कि तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को पाकिस्तान के खिलाफ 21 अगस्त से शुरू होने वाले तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में खेलना चाहिए। आर्चर को वर्षा और खराब रोशनी से प्रभावित दूसरे टेस्ट से आराम दिया गया था। उनकी जगह आलराउंडर सैम कुरेन को टीम में शामिल किया गया था। दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था।
की ने स्काई स्पोटर्स से कहा, " मैं आर्चर को चुनूंगा। अगर आप उन सभी पाकिस्तान के बल्लेबाजों से पूछे तो मुझे लगता है कि जब उन्होंने सुना तो वह (आर्चर) दूसरे टेस्ट में नहीं खेल रहे हैं तो वे इसका जश्न मनाने लगे होंगे। मैं कुरैन और आर्चर के बीच एक सीधा मुकाबला करता। यह समस्या है जब आपके पास स्टोक्स नहीं हैं।"
इंग्लैंड की टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है। पाकिस्तान की टीम इससे पहले 2016 और 2018 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करा चुकी है और की का मानना है कि मेहमान टीम इस बार भी ऐसा कर सकती है।
उन्होंने कहा, " पाकिस्तान ने 230 रन बनाए थे और मुझे लगता है कि इस तरह की खराब परिस्थितियों में यह एक अच्छा स्कोर था। यह पाकिस्तान की बहुत ही अच्छी टीम है और उनके पास सीरीज को बराबर करने का बहुत अच्छा मौका हैं।"
मुंबई, 18 अगस्त। विश्व कप 2011 के फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी द्वारा लगाया गया वह आखिरी सिक्स जिस सीट पर गेंद गिरी थी वानखेड़े स्टेडियम में वह सीट पूरी तरह से धोनी के नाम हो सकती है। मुंबई क्रिकेट असोसिएशन को मिले प्रस्ताव के अनुसार उस सीट को धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव है। शनिवार को धोनी ने अपने लगभग 16 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास लेने का फैसला किया है।
धोनी ने इस मैच में श्रीलंका के तेज गेंदबाज नुआन कुलासेकरा के खिलाफ 2011 वल्र्ड कप फाइनल में छक्का लगाकर भारत को 28 साल बाद वल्र्ड चैंपियन बनाया था।
मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के सदस्य अजिंक्य नाइक ने उस सीट का नाम धोनी के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है। उनका कहना है कि इस सीट को सजाया जाएगा। सीट को ऐसे सजाया जाएगा कि यह भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के योगदान और वानखेड़े स्टेडियम से उनके जुड़ाव के प्रति सम्मान और शुक्रिया का भाव प्रदर्शित करे।
भारतीय क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के बड़े योगदान को देखते हुए एमसीए उस स्टैंड में जहां उन्होंने 2011 के वल्र्ड कप वह मशहूर सिक्स जड़ा था, एक स्थायी सीट उनके नाम रख सकता है। हम देख सकते हैं कि गेंद कहां गिरी थी- और किस सीट की ओर वह जा रही थी।
इस अनुरोध में कह गया है, हम इस सीट को इस तरह पेंट कर सकते हैं ताकि धोनी का भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम के साथ संबंध दिखा सकें।
यह भी सुझाव दिया गया है कि जल्द ही बनने वाले एमसीए के क्रिकेट म्यूजियम में वल्र्ड कप बॉल को रखा जाएगा। इस खत में लिखा गया है, यह भी अच्छा होगा अगर हम यह पता लगा सकें कि वह वर्ल्ड कप बॉल कहां है। यह बनने वाले क्रिकेट म्यूजियम में आकर्षण का केंद्र हो सकती है। यह भी महान महेंद्र सिंह धोनी को सम्मान देने का एक छोटा सा सुझाव है।
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