खेल
अबू धाबी, 26 अक्टूबर| बेन स्टोक्स से राजस्थान रॉयल्स को जिस तरह की पारी की जरूरत थी, वह उन्होंने रविवार को शेख जाएद स्टेडियम में खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेली और 107 रन की नाबाद शकतीय पारी खेलकर अपनी टीम को आठ विकेट से मैच जिता दिया। स्टोक्स को उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए मैन आफ द मैच का पुरस्कार मिला।
स्टोक्स ने मैच के बाद कहा, "ईमानदारी से कहूं तो टीम के लिए ऐसी पारी खेलने में समय लगा। मैं दो या तीन मैच पहले इस तरह का फॉर्म चाहता था, जब हम क्वालिफाई करने के लिए किसी अन्य के परिणाम पर निर्भर थे।"
उन्होंने कहा, "वापस अपने फॉर्म में आना हमेशा अच्छा होता है। हमें आज इस परिणाम की जरूरत थी। यह एक अच्छी जीत है।"
स्टोक्स ने नाबाद 107 रन बनाए। उन्होंने 60 गेंदें खेली और 14 चौके तथा तीन छक्के लगाए। इस प्रयास में स्टोक्स को संजू सैमसन का भी साथ मिला। उन्होंने स्टोक्स के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 152 रनों की साझेदारी की।
सैमसन ने चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 31 गेंदों पर 54 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आलराउंडर स्टोक्स ने कहा, " मैच से पहले ट्रेनिंग अच्छी हुई थी और उसके बाद भी मेरे पास समय था। अन्य मैचों की तुलना में मैं इस मैच में अधिक आत्मविश्वास के साथ उतरा था। क्रीज पर समय बिताना और मैच को फिनिश करना अच्छा रहा।" (आईएएनएस)
शारजाह, 26 अक्टूबर । आईपीएल-13 में आज कोलकाता नाइट राइर्डस के सामना किंग्स इलंवन पंजाब से शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में होगा। दोनों टीमें प्लेऑफ की रेस में बनी हुई हैं। कोई भी टीम हारना नहीं चाहेगी क्योंकि यह उनके प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के अभियान को पीछे धकेल देगी। दोनों ने लीग में अभी तक एक समान 11-11 मैच खेले हैं लेकिन दो अंकों का फासला दोनों टीमों के दरमियान है। कोलकाता 12 अंक लेकर चौथे स्थान पर है वहीं पंजाब 10 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है।
एक मैच में भी हार पंजाब को बाकी टीमों के आंकड़ों पर निर्भर बना देगी। अगर कोलकाता भी अगर दो मैच हार जाती है तो वह दूसरी टीमों के आंकड़ों के भरोसे रहेगी।
कोलकाता के लिए पिछले मैच में एक अच्छी बात यह रही कि सुनील नरेन से टीम को जिस तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद थी, नरेन ने वो दिखाई और अगर उसी फॉर्म को जारी रखते हैं तो पंजाब के लिए मुश्किल होगी।
कोलकाता ने पिछले मैच में अपनी सलामी जोड़ी में एक बार फिर बदलाव किया था। नीतीश राणा को शुभमन गिल के साथ पारी की शुरूआत करने भेजा था। राहुल त्रिपाठी नंबर-3 पर आ गए थे।
राणा ने 81 रनों की पारी खेली थी और नरेन के साथ मिलकर 115 रनों की साझेदारी कर टीम को प्रबल स्कोर दिया था। गिल, त्रिपाठी और दिनेश कार्तिक विफल रहे थे। इन तीनों में से गिल और त्रिपाठी तो फॉर्म में हैं, लेकिन कार्तिक के प्रदर्शन में निरंतरता देखने को नहीं मिल रही है।
गेंदबाजी में पैट कमिंस ने वो फॉर्म दिखाई जिसकी उम्मीद उनसे लंबे समय से की जा रही थी और पांच विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती ने कुलदीप यादव के ऊपर अपने चयन को सही साबित किया है। कोलकाता की गेंदबाजी में शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी और प्रसिद्ध कृष्णा ऐसे युवा गेंदबाज हैं जो लगातार अच्छा कर रहे हैं।
नए कप्तान इयोन मोर्गन की कप्तानी में टीम नई तो दिख रही है, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि वह लीग के इस अहम पड़ाव पर निरंतरता बनाए रखे और गलतियां नहीं करें।
गलतियों की गुंजाइश पंजाब के लिए और भी कम है। उसे हर मैच में जीत के पायदान पर खड़ा होना होगा। टीम ने पिछले मैच में जिस तरह 126 के रनों का स्कोर का बचाव किया वो लाजवाब था।
हैदराबाद जीत की तरफ जाती दिख रही थी और तभी पंजाब ने अपने गेंदबाजों के दम पर बाजी पलट उससे जीत छीन ली। यह जीत पंजाब को वह जरूरी आत्मविश्वास और भरोसा देगी जिसकी जरूरत इस समय टीम को है।
मयंक अग्रवाल पिछले मैच में नहीं खेले थे। उनकी जगह मनदीप सिंह ने लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरूआत की थी। मयंक को लेकर टीम प्रबंधन का किसी तरह का बयान नहीं आया है। वह खेलेंगे या नहीं मैच के दिन ही पता चल पाएगा।
लेकिन पंजाब की एक चिंता अभी तक बरकरार है जो उसे गहरी चोट पहुंचा सकती है। उसका मध्य क्रम कमजोर है। मयंक और राहुल की सलामी जोड़ी के बाद आते हैं क्रिस गेल और फिर निकोलस पूरन। यहीं पंजाब की बल्लेबाजी खत्म हो जाती है।
कागजों पर देखा जाए तो टीम के पास मध्य क्रम में ग्लैन मैक्सवेल जैसा बड़ा नाम है, लेकिन आंकड़ों की हकीकत में मैक्सेवल की फॉर्म सिर्फ फिक्र देती है। दीपक हुड्डा को पिछले कुछ मैचों में मौका दिया गया है, लेकिन वह सफल नहीं रहे हैं।
गेंदबाजी में मोहम्मद शमी और रवि बिश्नोई लगातार टीम के लिए अच्छा कर रहे हैं। पिछले मैच में क्रिस जोर्डन ने जिस तरह से आखिरी ओवरों में तीन अहम विकेट ले मैच का पासा पलटा उस लिहाज से उनकी टीम में जगह पक्की है।
युवा अर्शदीप सिंह ने भी बेहद प्रभावित किया है। शमी, जोर्डन और अर्शदीप अगर लय में गेंदबाजी करते हैं तो कोलकाता के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होगी।
स्पिन में देखना होगा कि टीम मुरुगन अश्विन को भी इस मैच में खेलाती है या नहीं। या फिर छोटा मैदान देखकर एक अतिरिक्त बल्लेबाज या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को शामिल किया जाएगा।
टीमें (सम्भावित) :
कोलकाता नाइट राइडर्स : इयोन मोर्गन (कप्तान), दिनेश कार्तिक आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, कुलदीप यादव, शुभमन गिल, लॉकी फग्र्यूसन, नीतीश राणा, रिंकू सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर,कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, सिद्देश लाड, पैट कमिंस, टॉम बेंटन, राहुल त्रिपाठी, वरुण चक्रवर्ती, एम. सिद्धार्थ, निखिल नाइक, क्रिस ग्रीन।
किंग्स इलेवन पंजाब : लोकेश राहुल (कप्तान), मयंक अग्रवाल, करुण नायर, सरफराज खान, ग्लेन मैक्सवेल, निकोलस पूरन, कृष्णाप्पा गौतम, क्रिस जोर्डन, शेल्डन कॉटरेल, रवि बिश्नोई, मोहम्मद शमी, मुरुगन अश्विन, अर्शदीप सिंह, क्रिस गेल, मनदीप सिंह, हरडस विजोलेन, दीपक हुड्डा, हरप्रीत ब्ररार, मुजीब उर रहमान, दर्शन नालकंडे, जेम्स नीशाम, ईशान पोरेल, प्रभसिमरन सिंह, जगदीश सुचित, तेजिंदर सिंह।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
अबू धाबी, 26 अक्टूबर | बेन स्टोक्स ने रविवार को बेहतरीन शतकीय पारी खेल राजस्थान रॉयल्स को मुंबई इंडियंस के खिलाफ आठ विकेट से जीत दिला दी। रोहित शर्मा की जगह मुंबई की कप्तानी कर रहे केरन पोर्लाड ने स्टोक्स की तारीफ की है। मुंबई ने राजस्थान के सामने 196 रनों का लक्ष्य रखा था और उसके गेंदबाजों की फॉर्म को देखते हुए पूरी संभावना थी की वह आसानी से इस लक्ष्य का बचाव कर लेगी, लेकिन स्टोक्स की नाबाद 107 और संजू सैमसन की नाबाद 54 रनों की पारी के दम पर राजस्थान ने यह मैच आठ विकेट से जीत लिया।
मुंबई को यह विशाल स्कोर हार्दिक पांड्या ने 21 गेंदों पर नाबाद 60 रनों की पारी खेल दिया था लेकिन उनकी पारी जाया चली गई।
मैच के बाद पोलार्ड ने कहा, "मुझे लगा था कि हार्दिक ने हमें मैच में ला दिया, लेकिन स्टोक्स ने शानदार पारी खेली। साथ ही सैमसन ने भी। यह विकेट अंत में अच्छी विकेट साबित हुई और कुछ ओस भी थी। यह उनकी ताकत के मुताबिक खेली, लेकिन हमारी विपक्षी टीम ने शानदार खेल खेला।"
इस मैच में जीत मौजूदा विजेता मुंबई को प्लेऑफ में पहुंचा देती, लेकिन अब मुंबई को इंतजार करना होगा।
पोलार्ड ने कहा, "इससे हमारे अभियान पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। हमारे पास अभी तीन मैच और हैं। हमें बस अच्छी क्रिकेट खेली हैं। हमारे गेंदबाजों ने कोशिश की लेकिन आज हमारा दिन नहीं था।"(आईएएनएस)
अबू धाबी, 26 अक्टूबर । बेन स्टोक्स से राजस्थान को जिस तरह की पारी की जरूरत थी, वह उन्होंने रविवार को शेख जाएद स्टेडियम में खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ दिखाई और अपनी टीम को आठ विकेट से मैच जिता दिया। स्टोक्स की यह पारी तब आई जब राजस्थान को प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के लिए हर मैच में जीत चाहिए और इस मैच में हार उसे रेस से बाहर कर सकती थी।
मुंबई ने हार्दिक पांड्या की 21 गेंदों में नाबाद 60 रनों की पारी के दम पर 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाए। राजस्थान की फॉर्म को देखते हुए और जिस तरह की शुरुआत उसे इस मैच में मिली थी, उसे देखते हुए लग नहीं रहा था कि वह यह लक्ष्य हासिल कर लेगी। स्टोक्स ने हालांकि इस नामुमकिन से काम को मुमकिन किया। राजस्थान ने 18.2 ओवरों में दो विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
स्टोक्स ने नाबाद 107 रन बनाए। उन्होंने 60 गेंदें खेली और 14 चौके तथा तीन छक्के लगाए। इस प्रयास में स्टोक्स को संजू सैमसन का भी साथ मिला। शुरुआती मैचों में तहलका मचाने के बाद संजू शांत हो गए थे। उनके बल्ले से रन निकल नहीं रहे थे, लेकिन अहम मैच में संजू फॉर्म में लौटे और एक अनुभवी खिलाड़ी के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 152 रनों की साझेदारी की।
सैमसन ने चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 31 गेंदों पर 54 रनों की नाबाद पारी खेल टीम की जीत में महत्वपूर्ण भमिका निभाई।
मुंबई ने जिस तरह का लक्ष्य राजस्थान के सामने रखा था उसके मुताबिक, 2008 की विजेता को मजबूत शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन राजस्थान ने दूसरे ओवर में रॉबिन उथप्पा का विकेट खो दिया जिन्हें जेम्स पैटिनसन ने आउट किया। उथप्पा जब आउट हुए तब टीम का स्कोर और उथप्पा का स्कोर 13 रन ही था।
पैटिनसन ने फिर राजस्थान के कप्तान स्टीव स्मिथ (11) को आउट किया। स्टोक्स इस मैच में अपने रंग में दिखे। 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर स्टोक्स ने अपना अर्धशतक पूरा किया। 10 ओवर के बाद राजस्थान का स्कोर 99/2 था।
राजस्थान के अगले 10 ओवरों में 97 रनों की जरूरत थी। स्मिथ के जाने के बाद संजू ने स्टोक्स के साथ मुंबई के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण पर आक्रामक प्रहार किए और लगातार बड़े ओवर निकालते रहे।
मुंबई के लिए आखिरी ओवरों में हार्दिक पांड्या का बल्ला जमकर चला। उनकी ही पारी के दम पर मुंबई ने राजस्थान को विशाल लक्ष्य दिया।
इस पारी के लिए हार्दिक को मुंबई के बल्लेबाजों ने मंच दे दिया था। क्विंटन डी कॉक को पहले ही ओवर में बोल्ड कर जोफ्रा आर्चर ने उसे हालांकि अच्छी शुरुआत तो नहीं करने दी, लेकिन ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने दूसरे विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी कर टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया।
इस साझेदारी को तोड़ने में भी आर्चर का हाथ रहा लेकिन गेंदबाजी से नहीं फील्डिंग से। आर्चर ने बाउंड्री पर किशन का शानदार कैच पकड़ा। किशन ने 37 रन बनाए।
उनके जाने के बाद मुंबई ने सूर्यकुमार (40) और कीरन पोलार्ड (6) के विकेट एक ही ओवर में खो दिए। सौरभ तिवारी (34) को आर्चर ने आउट कर मुंबई का स्कोर 165/5 कर दिया।
लेकिन इससे एक ओवर पहले हार्दिक का कहर टूटा अंकित राजपूत पर। हार्दिक ने अंकित पर तीन लगातार छक्कों के साथ कुल चार छक्के मारे और आखिरी ओवर में कार्तिक त्यागी पर तीन छक्के और दो चौके मारे और अपना अर्धशतक पूरा किया।
इस मैच में जीत हासिल कर मुंबई प्लेऑफ के लिेए क्वालीफाई कर लेती, लेकिन अब उसे अगल मैच तक इंतजार करना होगा। वहीं राजस्थान को इस जीत ने अंतिम-4 की रेस में बनाए रखा है।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
अबू धाबी, 26 अक्टूबर | मुंबई इंडियंस के खिलाफ आठ विकेट से जीत मिलने के बाद राजस्थान रॉयल्स ने अपने आप को प्लेऑफ की रेस में बनाए रखा है और टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि टीम को इस जीत की जरूरत थी। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करने के बाद राजस्थान को 196 रनों का लक्ष्य दिया था। राजस्थान ने बेन स्टोक्स के नाबाद 107 और संजू नाबाद 54 की शानदार पारियों के दम पर इस लक्ष्य को दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।
मैच के बाद स्मिथ ने कहा, "बहुत खुश। हम इसी जीत को तलाश कर रहे थे। हमारे दो अनुभवी खिलाड़ियों ने मैच को अंत तक पहुंचाया और जिस तरह से यह दोनों खेले, इससे मैं काफी खुश हूं।"
स्मिथ ने कहा, "मुझे लगता है कि आज विकेट भी अच्छी थी। गेंद अच्छी तरह बल्ले पर आ रही थी। स्टोक्स की पहली गेंद से जो मंशा थी वो साफ थी। रन रेट को बनाए रखने के लिए उन्होंने कुछ अच्छे शॉट्स खेले।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्लेयर अननोन बैटलग्राउंड्स या पबजी के नाम से चर्चित गेम पर फिलहाल देश में प्रतिबंध लगा हुआ है। खेल प्रेमियों द्वारा वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) या दूसरे देशों में स्थित सर्वर के माध्यम से इसे किसी तरह से अपने मोबाइल पर खेलने की प्रचेष्ठाओं के बावजूद भी पबजी अभी वास्तविकता से कहीं दूर है, ऐसे में लोगों को नए गेम्स की तलाश है। इस समय गेमिंग कम्युनिटी का रुख कॉल ऑफ ड्यूटी और गरेना फ्री फायर जैसे गेम्स की ओर है।
आईओएस और एंड्रॉयड एप पर गरेना और कॉल ऑफ ड्यूटी सबसे अधिक डाउनलोड किए गए गेमों में से एक है।
सूची में तीसरे स्थान पर 'एमंग अस' है। इसके अलावा, पबजी पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से गेनशिन इम्पैक्ट भी लोगों के बीच काफी मशहूर हो रहा है। इसके अलावा, स्क्रिबल राइडर भी सितंबर में सबसे ज्यादा डाउनलोड किए गए गेमों की सूची में दूसरे पायदान पर रहा है।
भारतीय गेमिंग कंपनी एनकोर भी स्वदेशी मल्टीप्लेयर एक्शन गेम फियरलेस एंड यूनाइटेड-गार्डस (फौजी) का ऐलान किया है ताकि लोगों में पबजी मोबाइल की खल रही कमी को कुछ हद तक पूरा किया जा सके। इसे इस महीने के अंत तक लॉन्च किया जाएगा।
शारजाह, 25 अक्टूबर (आईएएनएस/ग्लोफैंस)। कोलकाता नाइट राइडर्स और किंग्स इलेवन पंजाब- इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की दो ऐसी टीमें हैं जो प्लेऑफ की रेस में हैं और करीबी मुकाबला कर रही हैं। दोनों को अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए जीत चाहिए और इसलिए सोमवार को जब दोनों टीमें शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में आमने-सामने होंगी तो रोमांच अपने चरम पर होगा। कोई भी टीम हारना नहीं चाहेगी क्योंकि यह उनके प्लेऑफ में क्वालीफाई करने के अभियान को पीछे धकेल देगी। दोनों ने लीग में अभी तक एक समान 11-11 मैच खेले हैं लेकिन दो अंकों का फासला दोनों टीमों के दरमियान है। कोलकाता 12 अंक लेकर चौथे स्थान पर है वहीं पंजाब 10 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है।
एक मैच में भी हार पंजाब को बाकी टीमों के आंकड़ों पर निर्भर बना देगी। अगर कोलकाता भी अगर दो मैच हार जाती है तो वह दूसरी टीमों के आंकड़ों के भरोसे रहेगी।
कोलकाता के लिए पिछले मैच में एक अच्छी बात यह रही कि सुनील नरेन से टीम को जिस तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद थी, नरेन ने वो दिखाई और अगर उसी फॉर्म को जारी रखते हैं तो पंजाब के लिए मुश्किल होगी।
कोलकाता ने पिछले मैच में अपनी सलामी जोड़ी में एक बार फिर बदलाव किया था। नीतीश राणा को शुभमन गिल के साथ पारी की शुरूआत करने भेजा था। राहुल त्रिपाठी नंबर-3 पर आ गए थे।
राणा ने 81 रनों की पारी खेली थी और नरेन के साथ मिलकर 115 रनों की साझेदारी कर टीम को प्रबल स्कोर दिया था। गिल, त्रिपाठी और दिनेश कार्तिक विफल रहे थे। इन तीनों में से गिल और त्रिपाठी तो फॉर्म में हैं, लेकिन कार्तिक के प्रदर्शन में निरंतरता देखने को नहीं मिल रही है।
गेंदबाजी में पैट कमिंस ने वो फॉर्म दिखाई जिसकी उम्मीद उनसे लंबे समय से की जा रही थी और पांच विकेट लेने वाले वरुण चक्रवर्ती ने कुलदीप यादव के ऊपर अपने चयन को सही साबित किया है। कोलकाता की गेंदबाजी में शिवम मावी, कमलेश नागरकोटी और प्रसिद्ध कृष्णा ऐसे युवा गेंदबाज हैं जो लगातार अच्छा कर रहे हैं।
नए कप्तान इयोन मोर्गन की कप्तानी में टीम नई तो दिख रही है, लेकिन उसके लिए जरूरी है कि वह लीग के इस अहम पड़ाव पर निरंतरता बनाए रखे और गलतियां नहीं करें।
गलतियों की गुंजाइश पंजाब के लिए और भी कम है। उसे हर मैच में जीत के पायदान पर खड़ा होना होगा। टीम ने पिछले मैच में जिस तरह 126 के रनों का स्कोर का बचाव किया वो लाजवाब था।
हैदराबाद जीत की तरफ जाती दिख रही थी और तभी पंजाब ने अपने गेंदबाजों के दम पर बाजी पलट उससे जीत छीन ली। यह जीत पंजाब को वह जरूरी आत्मविश्वास और भरोसा देगी जिसकी जरूरत इस समय टीम को है।
मयंक अग्रवाल पिछले मैच में नहीं खेले थे। उनकी जगह मनदीप सिंह ने लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरूआत की थी। मयंक को लेकर टीम प्रबंधन का किसी तरह का बयान नहीं आया है। वह खेलेंगे या नहीं मैच के दिन ही पता चल पाएगा।
लेकिन पंजाब की एक चिंता अभी तक बरकरार है जो उसे गहरी चोट पहुंचा सकती है। उसका मध्य क्रम कमजोर है। मयंक और राहुल की सलामी जोड़ी के बाद आते हैं क्रिस गेल और फिर निकोलस पूरन। यहीं पंजाब की बल्लेबाजी खत्म हो जाती है।
कागजों पर देखा जाए तो टीम के पास मध्य क्रम में ग्लैन मैक्सवेल जैसा बड़ा नाम है, लेकिन आंकड़ों की हकीकत में मैक्सेवल की फॉर्म सिर्फ फिक्र देती है। दीपक हुड्डा को पिछले कुछ मैचों में मौका दिया गया है, लेकिन वह सफल नहीं रहे हैं।
गेंदबाजी में मोहम्मद शमी और रवि बिश्नोई लगातार टीम के लिए अच्छा कर रहे हैं। पिछले मैच में क्रिस जोर्डन ने जिस तरह से आखिरी ओवरों में तीन अहम विकेट ले मैच का पासा पलटा उस लिहाज से उनकी टीम में जगह पक्की है।
युवा अर्शदीप सिंह ने भी बेहद प्रभावित किया है। शमी, जोर्डन और अर्शदीप अगर लय में गेंदबाजी करते हैं तो कोलकाता के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल होगी।
स्पिन में देखना होगा कि टीम मुरुगन अश्विन को भी इस मैच में खेलाती है या नहीं। या फिर छोटा मैदान देखकर एक अतिरिक्त बल्लेबाज या एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को शामिल किया जाएगा।
टीमें (सम्भावित) :
कोलकाता नाइट राइडर्स : इयोन मोर्गन (कप्तान), दिनेश कार्तिक आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, कुलदीप यादव, शुभमन गिल, लॉकी फग्र्यूसन, नीतीश राणा, रिंकू सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर,कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, सिद्देश लाड, पैट कमिंस, टॉम बेंटन, राहुल त्रिपाठी, वरुण चक्रवर्ती, एम. सिद्धार्थ, निखिल नाइक, क्रिस ग्रीन।
किंग्स इलेवन पंजाब : लोकेश राहुल (कप्तान), मयंक अग्रवाल, करुण नायर, सरफराज खान, ग्लेन मैक्सवेल, निकोलस पूरन, कृष्णाप्पा गौतम, क्रिस जोर्डन, शेल्डन कॉटरेल, रवि बिश्नोई, मोहम्मद शमी, मुरुगन अश्विन, अर्शदीप सिंह, क्रिस गेल, मनदीप सिंह, हरडस विजोलेन, दीपक हुड्डा, हरप्रीत ब्ररार, मुजीब उर रहमान, दर्शन नालकंडे, जेम्स नीशाम, ईशान पोरेल, प्रभसिमरन सिंह, जगदीश सुचित, तेजिंदर सिंह।
इंडियन प्रीमयर लीग यानी आईपीएल को फैंस मज़ाकिया तौर पर इंडियन पैसा लीग भी कहते हैं. इस लीग में हर रन की कीमत होती है.
लेकिन अगर टीम को अपने किसी खिलाड़ी का एक-एक रन ही 12 लाख रुपये का पड़े, तो सौदा घाटे का ही कहा जाएगा.
ग्लेन मैक्सवेल जैसे धुआंधार बल्लेबाज़ का बल्ला आईपीएल 2020 में बिलकुल खामोश है.
और वो सिर्फ अकेले ऐसे खिलाड़ी नहीं है जिन्हें कोई टीम मोटी रकम में लेकर पछता रही हो.
इस सीज़न में ऐसे महँगे खिलाड़ियों की भरमार है जो अपनी फ्रैंचाइज़ी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए हैं.
ग्लैन मैक्सवेल
मैक्सवेल को पंजाब ने आईपीएल 2020 के लिए 10 करोड़ 75 लाख रुपये की भारी भरकम बोली लगाकर खरीदा था. लेकिन इस खिलाड़ी ने अब तक किंग्स इलेवन टीम को अपने दम पर एक भी मैच नहीं जिताया है. उनका बैटिंग ऑर्डर चेंज कर टीम ने अपनी किस्मत बदलने की भरपूर कोशिश की, लेकिन जो नहीं बदला वो है मैक्सवेल का खराब फ़ॉर्म.
खेल पत्रकार विजय लोकपल्ली के मुताबिक, "ग्लेन मैक्सवेल को पंजाब टीम ने उनकी एक्सप्लोसिव बैटिंग के लिए खरीदा था. साथ ही वो गेंद से भी कॉन्ट्रीब्यूट करने की क्षमता रखते हैं. आईपीएल के पिछले सीज़न्स में भी वो कई दमदार पारियां खेल चुके हैं, साथी ही वो इंग्लैंड के खिलाफ सिरीज़ में भी अच्छा परफॉर्म करके आए थे. लेकिन इस बार शायद यूएई की स्लो पिचों पर वो खुद को ढाल नहीं पाए हैं."
इस सीज़न के शुरुआती 10 मैचों में मैक्सवेल ने 15 के मामूली औसत से 90 रन ही बनाए. इसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 32 रन का रहा है. मज़े की बात ये है कि इस खिलाड़ी के बल्ले से इस सीज़न में अब तक एक छक्का तक नहीं निकला है. कीमत के हिसाब से उनका बनाया एक रन टीम को करीब 12 लाख रुपये का पड़ रहा है. गेंद से भी वो सिर्फ दो ही विकेट निकाल सके हैं."
केदार जाधव
चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए टी-20 लीग का ये सीज़न किसी बुरे सपने की तरह रहा है. टीम को लगातार 3 मैचों में हार मिली.
इन हार में केदार जाधव को बड़ा कारण माना गया. केदार जाधव को चेन्नई ने साढ़े सात करोड़ रुपये की कीमत में अपने साथ जोड़ा था.
लेकिन उन्होंने भी दाम बड़े और दर्शन छोटे ही दिए.
केदार ने इस सीज़न में चेन्नई के लिए आठ मैचों में 20.66 के औसत से सिर्फ 62 रन ही बनाए हैं.
पैट कमिंस
कोलकाता के सिर पर इस सीज़न के प्लेऑफ से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है तो इसके काफी हद तक ज़िम्मेदार उसके बल्लेबाज़ पैट कमिंस भी हैं. कमिंस को कोलकाता ने बड़ी उम्मीदों के साथ साढ़े पंद्रह करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था.
आईपीएल में किसी विदेशी खिलाड़ी को मिलने वाली ये सबसे बड़ी कीमत है. लेकिन कमिंस इस कीमत पर खरे नहीं उतरे. आईपीएल 2020 में उन्होंने शुरुआती 10 मैचों में 26 के औसत से 130 रन ही बनाए .गेंद से भी वो कुछ खास नहीं कर सके और केवल तीन विकेट की निकाल पाए.
खेल पत्रकार आदेश कुमार गुप्त कहते हैं, "भारत से बाहर लीग का होना इन खिलाड़ियों की खराब परफॉर्मेंस का कुछ हद तक कारण हो सकता है. चेन्नई की टीम अपने घर पर शेर थी, वहां स्पोर्टर्स भी होते थे, पिच भी अपने तरीके से तैयार कराई जाती थी. ऊपर से यूएई की गर्मी से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी परेशान रहे, खासकर पैट कमिंस."
आंद्रे रसेल
पैट कमिंस के बाद कोलकाता के लिए फ्लॉप कड़ी रहने वाले आंद्रे रसेल दूसरे महंगे खिलाड़ी हैं. पिछले सीजन में 510 रन बनाने वाले रसेल से इस साल भी धुआंधार प्रदर्शन की उम्मीद थी.
रसेल से कोलकाता की फ्रैंचाइजी एक फिनिशर की भूमिका की उम्मीद करती है जिसपर वो अभी तक खरे नहीं उतर सके हैं. रसेल ने कोलकाता के लिए इस सीज़न के शुरुआती 9 मैचों में 11.05 के औसत से सिर्फ 92 रन बनाए हैं. गेंदबाज़ी में उन्होंने ज़रूर 6 विकेट झटके हैं, लेकिन इसका फ़ायदा टीम को ज़्यादा नहीं हुआ है.
विजय लोकपल्ली कहते हैं, "रसेल का परफॉर्म ना करना टीम को बहुत चुभा है. वो एक ऐसे खिलाड़ी है जो अपने दम पर मैच पलट देते हैं. लेकिन उनका गेंद और बल्ले से फ्लॉप रहना, लीग में कोलकाता की स्थिति बताता है."
शेल्डन कॉट्रेल
2019 विश्व कप में वेस्टइंडीज़ के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले कॉट्रेल का ये पहला आईपीएल सीज़न है. नीलामी में पंजाब ने उन्हें 8.5 करोड़ रुपये देकर बड़े अरमानों से अपने साथ जोड़ा था.
लेकिन जितने शानदार तरीके से वो बल्लेबाज़ों को सेंड ऑफ देते हैं, उतने ही खराब इस सीज़न में उनके आंकड़े हैं. अपने शुरुआती छह मैचों में कॉट्रेल सिर्फ छह विकेट ही निकाल पाए हैं. पंजाब की टीम अपने पहले छह मैच हारी तो इसमें कॉट्रेल की भी भूमिका रही.
पूर्व क्रिकेटर अशोक मलहोत्रा का कहना है, "मेरे लिए सबसे ज़्यादा निराशाजनक ये कि आप किसी गेंदबाज़ को 12-15 करोड़ में नहीं खरीद सकते. कोई दिन खराब होने पर गेंदबाज़ों पर लाठी चलती है. उनका चार में से एक ओवर तो खराब जाता ही है. जितने भी नामी खिलाड़ी इस लीग में खेल रहे हैं, चाहे मैक्सवेल, कॉट्रेल, या पैट कमिंस हों, टीमों के लिए महंगी दुकान और फीका पकवान जैसे रहे हैं."
इस सीज़न में कोलकाता के सुनील नारायन (8.5 करोड़), करुण नायर (5.6 करोड़) और चेन्नई के पीयूष चावला (6.5 करोड़) का प्रदर्शन भी उनकी कीमत के अनुसार नहीं रहा है. (bbc)
अबू धाबी, 25 अक्टूबर, । मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस आईपीएल-13 में रविवार को होने वाले दूसरे मैच में शेख जाएद स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स से भिड़ेगी। मुंबई 10 मैचों में सात जीत और तीन हार के बाद 14 अंक लेकर पहले स्थान पर है। इस मैच में जीतने से उसे जो दो अंक मिलेंगे उससे वह 16 अंक लेकर प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर लेगी।
वहीं राजस्थान 11 मैचों में चार जीत और सात हार के साथ आठ अंक लेकर सातवें स्थान पर है। इस मैच में जीत उसे प्लेऑफ की रेस में तो बनाए रखेगी लेकिन क्वालीफाई करने के लिए जरूरी है कि टीम अपने बाकी के सभी मैच जीते। साथ ही राजस्थान को बाकी टीमों के प्रदर्शन पर भी नजर रखनी होगी।
मुंबई ने पिछले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को मात दी थी और जिस तरह का प्रदर्शन वह कर रही है उसे देखकर लगता नहीं है कि राजस्थान जैसी अस्थिर टीम उसके सामने टिक पाएगी।
पिछले मैच में रोहित शर्मा नहीं खेले थे और केरन पोलार्ड ने उनकी जगह टीम की कप्तानी की थी। रोहित को पिछले मैच में आराम दिया गया था और पूरी उम्मीद है कि वह राजस्थान के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे।
रोहित के आने के बाद तय है कि सौरव तिवारी बाहर जाएंगे। इसके अलावा किसी बदलाव की संभावना मुंबई की टीम में दिखती नहीं है।
क्विंटन डी कॉक और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी पूरे सीजन में शानदार तरीके से रन बना रही है। ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ने मध्य क्रम को मजबूती दी है और अंत की ओर पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और उनके भाई क्रूणाल पांड्या हैं।
गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट ने पिछले मैच में चार विकेट लेकर चेन्नई की कमर तोड़ी थी। जसप्रीत बुमराह, और नाथन कुल्टर नाइल उनका अच्छा साथ दे रहे हैं। स्पिन में राहुल चहर ने बहुत प्रभावित किया है।
वहीं अगर राजस्थान की बात की जाए तो उसके लिए बेन स्टोक्स की फॉर्म चिंता का विषय है। वह अभी तक सलामी बल्लेबाजी करते आए हैं। हो सकता है कि टीम प्रबंधन उन्हें मध्य क्रम में आजमाए और जोस बटलर को रॉबिन उथप्पा के साथ पारी की शुरूआत करने भेजे।
इन दोनों के अतिरिक्त कप्तान स्टीव स्मिथ, और संजू सैमसन से भी टीम को रनों की उम्मीद होगी। राहुल तेवतिया और रियान पराग से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाएगी।
राजस्थान की गेंदबाजी में जोफ्रा आर्चर और कार्तिक त्यागी पर काफी कुछ निर्भर करेगा। इन्हीं दोनों राजस्थान की गेंदबाजी को संभाले रखा है और उम्मीद है कि आने वाले मैचों में भी यह टीम के लिए अच्छा करेंगे।
टीमें (सम्भावित) :
राजस्थान रॉयल्स : स्टीव स्मिथ (कप्तान), अंकित राजपूत, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जोस बटलर, महिपाल लोमरोर, मनन वोहरा, मयंक माकंर्डे, राहुल तेवतिया, रियान पराग, संजू सैमसन, शशांक सिंह, श्रेयस गोपाल, वरुण एरॉन, रॉबिन उथप्पा, जयदेव उनादकट, यशस्वी जायसवाल, अनुज रावत, आकाश सिंह, कार्तिक त्यागी, डेविड मिलर, ओशाने थॉमस, अनिरुद्ध जोशी, एंड्रयू टाई, टॉम कुरैन, बेन स्टोक्स।
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), आदित्य तारे (विकेटकीपर), अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, दिग्विजय देशमुख, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, जेम्स पैटिनसन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरन पोलार्ड, क्रूणाल पांड्या, मिशेल मैक्लेंघन, मोहसिन खान, नाथन कुल्टर नाइल, प्रिंस बलवंत राय, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), राहुल चहर, सौरभ तिवारी, शेरफाने रदरफोर्ड, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
जीत के लिए 18 गेंदों में 20 रन बनाने हों.
बल्लेबाज़ी कर रही टीम के छह विकेट बाकी हों.
क्रीज़ पर एक ऐसा बल्लेबाज़ मौजूद हो जिसने पिछले मैच में जीत दिलाने वाली हाफ सेंचुरी जमाई हो और मौजूदा मैच में अपनी पारी की आखिरी चार गेंद में 14 रन बना चुका हो तो किस टीम पर दाँव लगाना मुनासिब होगा?
आपका जवाब चाहे जो हो, ऐसी स्थिति के बीच गेंदबाज़ी करने वाली टीम किंग्स इलेवन पंजाब की थी और आईपीएल-13 में फिलहाल ये टीम किसी भी स्थिति से बाउंस बैक करके मैच जीतने का फॉर्मूला हासिल कर चुकी है.
और यही चमत्कार किंग्स इलेवन पंजाब ने शनिवार रात दुबई में किया.
जीत का 'चौका'
जो टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी, वो सनराइज़र्स हैदराबाद थी.
127 रन का लक्ष्य लेकर खेल रही हैदराबाद की टीम ने पारी की आखिरी 17 गेंद में सिर्फ़ सात रन बनाए और छह विकेट खो दिए.
इनमें पिछले मैच के हीरो विजय शंकर और प्रियम गर्ग के विकेट शामिल थे. जहाँ जीत तय दिख रही थी, वहीं हैदराबाद की टीम 12 रन से मैच हार गई.
प्लेऑफ की रेस में दावेदारी मजबूत करने के अलावा पंजाब के पास ये मैच जीतने का एक बड़ा मकसद भी था.
टीम के ओपनर मनदीप सिंह के पिता की एक रात पहले मौत हो गई थी. मनदीप इस ग़म को भुलाकर पारी की शुरुआत करने मैदान पर उतरे.
वो रन तो सिर्फ़ 17 रन बना सके लेकिन उनके जज्बे की टीम ने जमकर तारीफ की और जब जीत मिली तो पंजाब की टीम ने इसे मनदीप के पिता के नाम समर्पित कर दिया.
हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच 18वें ओवर में पंजाब के हक़ में झुकता दिखाई दिया लेकिन इसका आधार जे सुचित ने 17वें ओवर में ही तैयार कर दिया था.
उन्होंने क्रिस जोर्डन की गेंद पर मनीष पांडे का बाउंड्री पर जबरदस्त कैच पकड़ा. पांडे के क्रीज पर रहते अलग अंदाज़ में बल्लेबाज़ी कर रहे विजय शंकर उनकी विदाई के बाद ठिठक से गए.
18वें ओवर की चौथी गेंद पर रन लेने की कोशिश के दौरान निकोलस पूरन का थ्रो का उनके हेलमेट से टकराया.
अर्शदीप की अगली ही गेंद पर वो पंजाब के कप्तान केएल राहुल को कैच थमा गए. उम्मीदें प्रियम गर्ग पर टिकीं लेकिन विकटों की झड़ी के बीच वो भी सरेंडर कर गए.
किसी वक़्त पंजाब टीम के लिए खेल चुके टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज़ युवराज सिंह ने 'उलटफेर' के लिए पंजाब की तारीफ की.
'जीत बनी आदत'
वहीं, किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल ने कहा कि जीतना उनकी 'टीम की आदत' में शुमार हो गया है.
शुरुआती सात मैचों में से सिर्फ़ एक में जीत हासिल कर सकी पंजाब की टीम ने लगातार चार मैचों में जीत हासिल की है.
ये टीम हैदराबाद के पहले बैंगलोर, मुंबई और दिल्ली को हरा चुकी है.
567 रन के साथ पंजाब के कप्तान केएल राहुल टूर्नामेंट के सबसे कामयाब बल्लेबाज़ हैं. वहीं 17 विकेट ले चुके पंजाब के गेंदबाज़ मोहम्मद शमी आईपीएल-13 में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में तीसरे नंबर पर हैं.
सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ 17 रन देकर तीन विकेट लेने वाले क्रिस जॉर्डन मैन ऑफ़ द मैच चुने गए. जॉर्डन ने कहा कि उनके लिए जो चीज मायने रखते है वो है 'टीम की जीत.'
गेंद से करिश्मा शनिवार के पहले मैच के दौरान भी देखने को मिला.
अबु धाबी में खेले गए इस मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 59 रन से हरा दिया. कोलकाता की जीत के सबसे बड़े नायक रहे वरुण चक्रवर्ती. वरुण ने चार ओवर में सिर्फ़ 20 रन देकर पांच विकेट हासिल किए.
आईपीएल-13 में एक मैच में पांच विकेट लेने वाले वो पहले गेंदबाज़ हैं. वरुण के मुताबिक वो मैच में एक या दो विकेट हासिल करने का लक्ष्य लेकर उतरे थे.
वरुण ने बताया, "बीते कुछ मैचों से मैं विकेट नहीं ले पाया था. आज मैं एक या दो विकेट लेना चाहता था लेकिन भगवान का शुक्र है मुझे पांच विकेट मिले."
बल्ले में है दम
कोलकाता की जीत में नीतीश राणा और सुनील नरेन की जोड़ी ने बल्ले से अहम किरदार निभाया. शुरुआती तीन विकेट सस्ते में गिर जाने के बाद राणा और नरेन ने 9.2 ओवर में 115 रन की अहम साझेदारी की. राणा ने 81 और नरेन ने 64 रन बनाए.
कोलकाता और पंजाब की टीम ने प्ले ऑफ की रेस को भी दिलचस्प बना दिया है.
मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर की टीमें 14-14 अंकों के साथ पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं.
12 अंक के साथ कोलकाता चौथे और 10 अंक के साथ पंजाब पांचवे नंबर पर है.
हैदराबाद और राजस्थान के खाते में आठ-आठ पॉइंट्स हैं. सबसे निचले पायदान पर चेन्नई सुपर किंग्स है. उसके खाते में सिर्फ़ छह अंक हैं.(bbc)
दुबई, 25 अक्टूबर | सनराइजर्स हैदराबाद शनिवार को आईपीएल-13 के मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीतती दिख रही थी, लेकिन पंजाब के गेंदबाजों ने बाजी पलट दी और हैदराबाद के मुंह से जीत छीन ली। इस हार से निराश हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर ने कहा है कि उनकी टीम को यह हार भूल आगे बढ़ना होगा। हैदराबाद ने पंजाब को 126 रन ही बनाने दिए थे, लेकिन हैदराबाद यह स्कोर भी हासिल नहीं कर पाई।
मैच के बाद वार्नर ने कहा, "हां, इस तरह की हार चुभती है। हमारे गेंदबाजों ने अच्छा काम किया। हमें जो शुरुआत मिली उसके बाद हम राह भटक गए। निराशाजनक।"
उन्होंने कहा, "हमें लगा था कि यह विकेट स्पिन होगी इसलिए इस पर खेलना मुश्किल होगा। हमने नई गेंद से अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन शुरुआत में विकेट नहीं ले सके। इस मैच को भूल आगे बढ़ने की जरूरत। हमें अगले मैच में शुरू से शुरुआत करनी है।"(आईएएनएस)
दुबई, 24 अक्टूबर । प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के मैच में दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में रविवार को बेहतरीन फॉर्म में चल रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के सामने होगी। (17:35)
चेन्नई इस सीजन अंकतालिका में आठवें स्थान पर है। 11 मैचों में उसे सिर्फ तीन जीत मिली हैं और अगर वह अपने बाकी के बचे तीनों मैच जीत भी जाती है तो उसे प्लेऑफ में जाने के लिए दूसरी टीमों के आंकड़ो के भरोसे बैठना होगा।
इन दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मैच में बेंगलोर ने जीत हासिल की थी। चेन्नई इस मैच में हिसाब बराबर करने की फॉर्म में लग नहीं रही है। चेन्नई के लिए यह लीग अब बस आत्म सम्मान की लड़ाई और बेहतर विदाई पाने के लड़ाई ही रह गई है।
मुंबई के खिलाफ हुए पिछले मैच में चेन्नई आईपीएल में सबसे कम स्कोर का रिकार्ड अपने खाते में डालने के बेहद करीब थी, लेकिन सैम कुरैन की पारी ने उसे बचा लिया।
मैच के बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसे संकेत दिए थे कि आने वाले मैचों मे कुछ युवा खिलाड़ियों को वह आजमा सकते हैं। ऐसे में कुछ नए चेहरे चैन्नई की टीम में देखे जा सकते हैं।
अब धोनी किसको बाहर करते हैं यह देखना होगा। टीम की बल्लेबाजी में इसकी संभावना ज्यादा लगती है क्योंकि इस सीजन टीम के बल्लेबाजों ने तीन बार की विजेता को एकाध मौकों पर छोड़कर सिर्फ निराश ही किया है।
गेंदबाजी में भी बदलाव हो सकते हैं। केएम आसिफ ने पिछले सीजन कुछ मैचों में कमाल किया था। वह अभी तक इस सीजन नहीं खेले हैं और उम्मीद की जा सकती है कि वह इस मैच में उतरेंगें।
वहीं बेंगलोर के लिए यह मैच प्लेऑफ के दरवाजे खोल सकता है। अभी बेंगलोर 10 मैचों में सात जीत और तीन हार के साथ 14 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है। इस मैच को जीत उसे दो अंक मिलेंगे और वह 16 अंकों के साथ प्लेऑफ में जगह बना लेगी।
टीम के कप्तान विराट कोहली इस मैच की अहमियत को जानते हैं और इसी कारण वह किसी तरह का जोखिम नहीं उठाएंगें। कोहली की कोशिश होगी कि वह अपनी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान पर उतरें।
कोहली की टीम के लिए यह सीजन शानदार रहा है। देवदत्त पडिकल जैसा युवा और एरॉन फिंच जैसा अनुभवी बल्लेबाज उनकी सलामी जोड़ी में शामिल हैं। खुद कोहली और फिर अब्राहम डिविलियर्स भी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं।
क्रिस मौरिस के रूप में कोहली के पास एक अच्छा फिनिशर भी मौजूद है। शिवम दुबे और वॉशिंगटन सुंदर भी बल्ले से योगदान देने का दम रखते हैं।
हालांकि बेंगलोर को सतर्क रहना होगा क्योंकि चैन्नई की फॉर्म बेशक खराब हो लेकिन अब उसके पास खोने को कुछ नहीं है इसलिए वह खुलकर क्रिकेट खेलेगी जो बेंगलोर की राह में बाधा डाल सकता है।
बेंगलोर की गेंदबाजी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले मैच में बता ही दिया था कि वह किस फॉर्म में है। नवदीप सैनी, मौरिस और इसुरु उदाना की तिगड़ी तेज गेंदबाजी में कमाल कर ही है। वहीं स्पिन में युजवेंद्र चहल तथा सुंदर कोहली द्वारा सौंपे गए काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
टीमें (संभावित) :-
चेन्नई सुपर किंग्स : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, पीयूष चावला, कर्ण शर्मा, शेन वाटसन, शार्दूल ठाकुर, अंबाती रायडू, मुरली विजय, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, दीपक चहर, लुंगी एनगिडी, मिशेल सैंटनर, केएम. आसिफ, नारायण जगदीशन, मोनू कुमार, रितुराज गायकवाड़, आर. साई किशोर, जोश हेजलवुड, सैम कुरैन।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर : विराट कोहली (कप्तान), एरॉन फिंच, देवदत्त पडिकल, एबी डिविलियर्स, जोश फिलिपे, वॉशिंगॉटन सुंदर, शिवम दुबे, नवदीप सैनी, उमेश यादव, डेल स्टेन, युजवेंद्र चहल, मोइन अली, पवन देशपांडे, गुरकीरत सिंह मान, मोहम्मद सिराज, क्रिस मौरिस, पवन नेगी, पार्थिव पटेल, शहबाज अहमद, इसुरु उदाना, एडम जाम्पा, केन रिचर्डसन।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर | कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने आईपीएल-13 के पिछले 10 मैचों में केवल तीन ही विकेट लिए हैं और इसके बावजूद वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। कमिंस आईपीएल इतिहास के अब तक सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। कोलकाता ने उन्हें 15.5 करोड़ रुपये में खरीदा था।
कमिंस ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा, "मैं अपनी लय में महसूस करता हूं और अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं। मैंने केवल विकेट नहीं लिए हैं, जोकि इस प्रारुप में हो सकता है।"
उन्होंने कहा, " कभी कभी आप अच्छी गेंदबाजी करते हैं और एक भी विकेट नहीं ले पाते हैं। लेकिन दूसरे दिन आप खराब गेंदबाजी करते हैं और तीन-चार विकेट हासिल कर लेते हैं।"
कमिंस ने हालांकि स्वीकार किया कि उनके प्रदर्शन में अब भी निरंतरता का अभाव है।
आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ने कहा, " मुझे ऐसा लगता है कि मैं अब भी मैच में पूरा प्रदर्शन नहीं कर पाता हूं। प्रत्येक मैच में कई ऐसे गेंदें होती हैं, जिसपर आप विकेट चाहते हैं।"
कमिंस ने कहा, "लेकिन प्रत्येक मैच में मुझे ऐसा लगता है कि मैं थोड़ा बेहतर हो रहा हूं और मैं इससे खुश हूं।"
--आईएएनएस
शारजाह, 24 अक्टूबर । मुंबई इंडियंस ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखते हुए शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स को एकतरफा मात दी। इस मैच में टीम की कप्तानी केरन पोलार्ड कर रहे थे और वह अपनी टीम के प्रदर्शन से काफी खुश हैं। मुंबई ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई को 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर 114 रनों पर सीमित कर दिया और फिर 10 विकेट से मैच अपने नाम किया।
सुपर किंग्स को आईपीएल में पहली बार 10 विकेट के अंतर से हार मिली है। इससे पहले 2008 में उसे वानखेड़े स्टेडियम में मुम्बई इंडियंस के हाथों ही नौ विकेट से हार मिली थी।
रोहित शर्मा के चोटिल होने के कारण पोलार्ड ने इस मैच में टीम की कप्तानी की और कहा कि यह जीत टीम के संयुक्त प्रयास का नतीजा है।
मैच के बाद पोलार्ड ने कहा, हम उन्हें 100 के अंदर आउट करना चाहते थे, लेकिन सैम कुरैन ने अच्छी बल्लेबाजी की। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से टीम का संयुक्त प्रयास है। शुरुआत में तीन-चार विकेट आपको मैच में ला देते हैं।
पोलार्ड ने कहा, हमारी सलामी जोड़ी ने भी अच्छा किया। उन्होंने किसी तरह की अनिश्चित्ता नहीं रखी। हम शीर्ष-2 में पहुंचना चाहते हैं। यह अंकों पर निर्भर है।
अपनी कप्तानी के बारे में पोलार्ड ने कहा, यह खेल का हिस्सा है। कई बार आपको लीडर बनने के लिए लीडर होना नहीं पड़ता। मैं कुछ चीजें जानता हूं। इसलिए मेरे लिए यह आकर काम करने की बात है जो मैंने आज किया।
मैच के बाद धोनी ने कहा कि उनकी टीम इस सीजन में जिस स्थिति में है उसे देखकर वे काफी निराश हैं। जब आपको यह देखना पड़े कि चीजें कहां गलत हो रही हैं, इससे दुख पहुंचता है। खासकर इस साल, यह हमारा साल नहीं रहा है। आप चाहे आठ विकेट से हारो या 10 विकेट से, इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन टूर्नामेंट में हम जहां हैं उसे देखकर दुख होता है।
कप्तान ने कहा, शुरुआत में अंबाती रायडू चोटिल हो गए। बाकी के बल्लेबाज 200 फीसदी नहीं दे पाए और क्रिकेट में जब आप बुरे दौर से गुजर रहे हो तो आपको कुछ किस्मत की भी जरूरत होती है। हम जिस मैच में बल्लेबाजी करना चाहते थे उसमें हम टॉस नहीं जीते। ओस नहीं होती थी, जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो ओस थी।
उन्होंने कहा, 100 कारण हो सकते हैं लेकिन अहम यह है कि आपको अपने आप से पूछना होता है क्या आप अपनी काबिलियत के हिसाब से खेले, चाहे स्थिति कैसी भी हो। सुपर किंग्स 11 में से 8 मैच गंवाकर 8 टीमों की तालिका में 6 अंकों के साथ सबसे नीचे हैं।
धोनी ने पंड्या ब्रदर्स को दिया खास तोहफा
इस मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी की तरफ से हार्दिक पंड्या और कुणाल पंड्या को एक खास तोहफा मिला। इंडियन प्रीमियर लीग के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से हार्दिक पंड्या और कु्रणाल पंड्या की इस तोहफे के साथ तस्वीर शेयर की गई है। दरअसल, धोनी ने मैच के बाद पंड्या ब्रदर्स को अपनी सीएसके की जर्सी तोहफे के रूप में दी है। हार्दिक पंड्या ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ गले लगते हुए अपनी एक तस्वीर शेयर की है।(आईएएनएस)
शारजाह, 24 अक्टूबर| चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग कहा है कि मुंबई इंडियंस के हाथों मिली 10 विकेट की हार के बाद टीम में काफी निराशा है लेकिन टीम इस सीजन में जिस तरह खेली है, उससे वह तालिका में सबसे नीचे रहने की ही हकदार है। मुंबई इंडियंस ने शुक्रवार को आईपीएल-13 में तीन बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को 10 विकेट से हरा दिया। यह चेन्नई की आईपीएल इतिहास में पहली 10 विकेट से हार है।
फ्लेमिंग ने मैच के बाद कहा कि मुंबई इंडियंस से मिली हार पूरे सीजन का लक्षण था जोकि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि चेन्नई अंक तालिका में सबसे नीचे रहने के ही हकदार है।
फ्लेमिंग ने कहा, " यह एक बेहद निराशाजनक और हैरान करने वाला सीजन है। बहुत सारी चीजें करने की कोशिश की गई थी लेकिन हम एकजुट होकर सही प्रदर्शन नहीं कर सके।"
उन्होंने कहा, " सीजन की शुरूआत से पहले एक खिलाड़ी को खोना, एक से अधिक ओवर होना या कई विकेट गंवाना। यह एक टीम से हो सकता है। हमारे पास व्यक्तिगत संख्या नहीं है और इसलिए अंक तालिका में हमारा स्थान शायद सही है।"
चेन्नई ने पहले छह ओवर के पॉवरप्ले में 24 रन पर पांच विकेट गंवा दिए, जोकि आईपीएल इतिहास में उसने पहली बार पॉवरप्ले में पांच विकेट गंवाए हैं।
कोच ने कहा, " ये अब तक का सबसे खराब पावरप्ले था। इतनी जल्दी विकेट गंवाने से मैच हमारे लिए पावरप्ले में ही खत्म हो गया था। इस तरह की बल्लेबाजी देखना काफी कठिन था। हमारी टीम में कुछ युवा खिलाड़ी थे जिनके पास खुद को साबित करने का मौका था लेकिन वो काम नहीं आया।"
चेन्नई के लिए आईपीएल का 13वां सीजन काफी निशाराजनक रहा है। टीम 11 में से केवल तीन मैच ही जीत सकी है और अब वह प्लेऑफ की रेस से लगभग बाहर हो चुकी है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर| भारत के पहले विश्व कप विजेता क्रिकेट कप्तान कपिल देव की सफल आपातकालीन कोरोनरी एंजियोप्लास्टी हुई है। सर्जरी के बाद कपिल ने पहली तस्वीर साझा की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह बिल्कुल ठीक हैं और धीरे-धीरे स्वस्थ्य हो रहे हैं। कपिल ने सोशल मीडिया पर एक फोटो भी पोस्ट की है, जिसमें वह अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए हैं और दोनों हाथों के अंगूठे को ऊपर उठाकर इशारा कर रहे हैं कि सबकुछ ठीक है। फोटो में कपिल की बेटी आमिया भी उनके बगल में बैठी हुई हैं।
फिलहाल कपिल आईसीयू में हैं और डॉ. अतुल माथुर और उनकी टीम की निगरानी में हैं। कपिल को कुछ दिनों में अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
कपिल ने सोशल मीडिया पर लिखा, " मैं अच्छा हूं और अब अच्छा महसूस कर रहा हूं। तेजी से स्वस्थ्य होने के रास्ते पर हूं। गोल्फ खेलने का इंतजार नहीं कर पा रहा। आप लोग मेरा परिवार हो। धन्यवाद।"
कपिल देव की शुक्रवार को यहां दक्षिणी दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में सफल आपातकालीन कोरोनरी एंजियोप्लास्टी हुई।
अस्पताल ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि 61 साल के कपिल को गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने के बाद भर्ती कराया गया था। अस्पताल ने आगे बताया कि कपिल की हालत स्थिर है और अगले कुछ दिनों में उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल के कार्डियलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. अतुल माथुर के अनुसार कपिल को देर रात 1 बजे भर्ती कराया गया था, जहां बाद में उनकी इमर्जेंसी कोरोनरी एंजियोप्लास्टी की गई।
अस्पताल ने एक बयान में कहा था, "पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव को सीने में दर्द की शिकायत के बाद दिल्ली के ओखला में फोर्टिस अस्पताल में गुरुवार देर रात 1 बजे भर्ती कराया गया था। बाद में डॉ. अतुल माथुर की निगरानी में उनकी इमर्जेंसी एंजियोप्लास्टी की गई।"
बयान में आगे कहा गया है कि फिलहाल कपिल आईसीयू में हैं और डॉ. अतुल माथुर और उनकी टीम की निगरानी में हैं।
किसी समय टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले कपिल देव ने 1994 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वह छह साल तक सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हुए थे। उनके बाद इंग्लैंड के कॉर्टनी वाल्श ने उनका रिकॉर्ड तोड़ा था।
कपिल देव की कप्तानी में ही भारत ने 1983 में पहली बार विश्व कप जीता था।
कपिल ने भारत के लिए 131 टेस्ट और 225 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 5248 और 3783 रन बनाए हैं। उन्होंने इसके अलावा 275 प्रथम श्रेणी मैच और 310 लिस्ट-ए मैच भी खेले हैं।
कपिल ने 16 अक्टूबर 1978 को फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरूआत की थी। इसके बाद उन्होंने अक्टूबर 1978 को क्वेटा में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया था।
कपिल ने अपना आखिरी टेस्ट मार्च 1994 में हेमिल्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ जबकि अपना आखिरी वनडे अक्टूबर 1978 को फरीदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। (आईएएनएस)
शारजाह, 24 अक्टूबर| यूएई में खेले जा रहे आईपीएल-13 के मैचों की विकेट कप्तानों को मैच से पहले की उनकी प्लानिंग को बदलने के लिए मजबूर कर रही है। जैसे टूर्नामेंट अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वैसे वैसे कप्तानें तेज गेंदबाजों के साथ जा रहे हैं, जो बीच के और आखिर के ओवरों के बजाय शुरुआत में ही विकेट दिला रहे हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने 12 अक्टूबर को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान क्रिस मॉरिस के पहले ओवर के तुंरत बाद अपनी रणनीति बदल दी थी और उन्होंने आफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की जगह तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को नई गेंद थमाई थी।
इसके बाद शुक्रवार को मुंबई इंडियंस के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने भी चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ यही किया।
चेन्नई के खिलाफ मैच में पहले ही ओवर में ट्रेंट बाउल्ट को स्विंग मिल रही थी और पोलार्ड ने इसके बाद स्पिनर को लाने के बजाय जसप्रीत बुमराह को गेंदबाजी थमा दी।
बाउल्ट ने चेन्नई के खिलाफ कमाल की गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 18 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए। बाउल्ट के अलावा बुमराह ने 25 रन देकर दो विकेट लिए और पहले छह ओवर के पॉवरप्ले में चेन्नई के 24 रन पर पांच विकेट आउट कर दिए।
पोलार्ड ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम शुरुआत में ही जसप्रीत बुमराह का इस्तेमाल नहीं करना चाहते थे। लेकिन ट्रेंट बाउल्ट द्वारा शुरुआत में विकेट लेने और उन्हें स्विंग मिलने के बाद हमने बुमराह से गेंदबाजी कराने का फैसला किया और यह हमारे लिए कारगर रहा। पिछले कुछ वर्षो से अंबाती रायडू ने हमारे खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की है। लेकिन दोनों गेंदबाजों ने हमारे लिए अच्छी गेंदबाजी की।" (आईएएनएस)
अबू धाबी, 24 अक्टूबर । कोलकाता नाइट राइडर्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में अपने अगले मैच में आज यहां शेख जाएद स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ेगी। कोलकाता अंक तालिका में चौथे स्थान पर है और उसकी प्लेऑफ में जाने की उम्मीदें पूरी तरह से बरकरार हैं। दोनों टीमों के बीच हुए इससे पहले मैच में दिल्ली को जीत मिली थी। इन दोनों के पिछले मैचों की बात की जाए तो, कोलकाता को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने हराया था और दिल्ली को किंग्स इलेवन पंजाब ने।
दिल्ली के लिए यह हार नई थी क्योंकि इस सीजन दिल्ली की टीम जिस तरह की फॉर्म में है वह अधिकतर मैच जीतती आई है।
उसकी बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी और फील्डिंग सभी फॉर्म में हैं। तीनों एक दूसरे का अच्छे से साथ दे रहें हैं।
शिखर धवन ने पिछले मैच में शतक जमाया था। वह लीग के इतिहास में लगातार दो शतक जमाने वाले पहले खिलाड़ी बने। दिल्ली और धवन दोनों ही उम्मीद करेंगे कि यह आंकड़ा लगातार तीन शतक का हो। कप्तान श्रेयस अय्यर भी फॉर्म में हैं।
पृथ्वी शॉ से भी एक बड़ी पारी का इंतजार होगा। वह पिछले कुछ मैचों से चल नहीं पा रहे हैं। मार्कस स्टोयनिस ने इस सीजन दिल्ली के लिए बतौर फिनिशर बेहतरीन काम किया है। हालांकि वह पिछले दो मौकों पर विफल रहे हैं, अब वह भी अपने पुराने रंग में लौटने को बेसब्र होंगे।
स्टोयनिस के अलावा दिल्ली के पास शिमरन हेटमायेर भी हैं और वह भी निचले क्रम में अच्छा योगदान दे रहे हैं।
गेंदबाजी में भी दिल्ली की टीम बेहतरीन कर रही है। पिछले मैच में एनरिक नॉर्खिया के स्थान पर डेनियल सैम्स को मौका दिया गया था और वह प्रभावी रहे। इस मैच में नार्खिया खेलेंगे या नहीं, यह पता नहीं हैं, दिल्ली ने उन्हें बाहर रखने के संदर्भ में जानकारी नहीं थी कि वह चोट के कारण बाहर हैं या उन्हें आराम दिया गया है।
वैसे कैगिसो रबादा और नॉर्खिया की जोड़ी ने दिल्ली को काफी सफलता दिलाई है। अब देखने यह होगा कि टीम डेनियल के साथ ही जाती है या नॉर्खिया को वापस बुलाती है।
स्पिन में रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल कोलकाता के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।
वहीं जहां तक कोलकाता की बात है, तो आंद्रे रसेल की चोट उसके लिए चिंताजनक है। वह पिछले मैच में नहीं खेले थे। सुनील नरेन को भी टीम में मौका नहीं मिला था। दिल्ली के खिलाफ अगर यह दोनों खिलाड़ी खेलते हैं तो कप्तान इयोन मोर्गन को बाकी तीन विदेशी खिलाड़ियों के चयन के लिए दिमाग खपाना पड़ेगा।
रसेल चोटिल रहते हैं तो मोर्गन को ज्यादा पेरशानी नहीं होगी। वह अगर नरेन को खेलाना चाहते हैं तो फिर पिछले मैच में खेलने वाले टॉम बेंटन को बाहर जाना होगा।
गेंदबाजी में टीम के युवा खिलाड़ियों ने बहुत प्रभावित किया है, चाहे वह शिवम मावी हों या प्रसिद्ध कृष्णा या कमलेश नागरकोटी।
पैट कमिंस पर कोलकाता ने इस सीजन भारी भरकम रकम खर्च की है, लेकिन वह उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। कोलकाता उम्मीद करेगी की टेस्ट का नंबर-1 गेंदबाज टी-20 की इस सबसे बड़ी लीग में अपना कमाल दिखाए।
नरेन के खेलन न खेलने का कुलदीप यादव पर असर पड़ेगा क्योंकि नरेन आते हैं तो कुलदीप को बाहर जाना होगा।
पिछले मैच में टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप रही थी। बेंगलोर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए कोलकाता को 84 रनों पर ही ढेर कर दिया था।
यहां टीम को पिछले प्रदर्शन को भूल दोबारा खड़े होने की जरूरत है, और जरूरत है शुभमन गिल, राहुल त्रिपाठी, मोर्गन और दिनेश कार्तिक को अपने बल्ले से रन बरसाने की।
टीमें (संभावित) :
कोलकाता नाइट राइडर्स : दिनेश कार्तिक (कप्तान), आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, कुलदीप यादव, शुभमन गिल, लॉकी फग्र्यूसन, नीतीश राणा, रिंकू सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, संदीप वॉरियर,कमलेश नागरकोटी, शिवम मावी, सिद्देश लाड, पैट कमिंस, इयोन मोर्गन, टॉम बेंटन, राहुल त्रिपाठी, वरुण चक्रवर्ती, एम. सिद्धार्थ, निखिल नाइक, क्रिस ग्रीन
दिल्ली कैपिटल्स : श्रेयस अय्यर (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, एलेक्स कैरी, पृथ्वी शॉ, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिखर धवन, शिमरन हेटमायेर, अक्षर पटेल,, ललित यादव, मार्कस स्टोयनिस, कीमो पॉल, आवेश खान, हर्षल पटेल, कैगिसो रबादा, मोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, संदीप लामिछाने, एनरिक नॉर्खिया, तुषार देशपांडे।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
शारजाह, 24 अक्टूबर | चेन्नई सुपर किंग्स को शुक्रवार को आईपीएल-13 में एक और हार का सामना करना पड़ा है। मुंबई इंडियंस ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच में चेन्नई को 10 विकेट से हरा दिया। टीम की इस हार से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बेहद निराश हैं। चेन्नई की टीम सैम कुरैन के 52 रनों के दम पर बमुश्किल नौ विकेट खोकर 114 रन बना सकी। मुंबई ने बिना विकेट खोकर हासिल कर लिया।
सुपर किंग्स को आईपीएल में पहली बार 10 विकेट के अंतर से हार मिली है। इससे पहले 2008 में उसे वानखेड़े स्टेडियम में मुम्बई इंडियंस के हाथों ही नौ विकेट से हार मिली थी।
इस हार के बाद चेन्नई प्लेऑफ की दौड़ से लगभग बाहर हो गई है। मैच के बाद धोनी ने कहा कि उनकी टीम इस सीजन में जिस स्थिति में है उसे देखकर वे काफी निराश हैं।
धोनी ने कहा, "जब आपको यह देखना पड़े कि चीजें कहां गलत हो रही हैं, इससे दुख पहुंचता है। खासकर इस साल, यह हमारा साल नहीं रहा है। आप चाहे आठ विकेट से हारो या 10 विकेट से, इससे फर्क नहीं पड़ता। लेकिन टूर्नामेंट में हम जहां हैं उसे देखकर दुख होता है।"
कप्तान ने कहा, "शुरुआत में अंबाती रायडू चोटिल हो गए। बाकी के बल्लेबाज 200 फीसदी नहीं दे पाए और क्रिकेट में जब आप बुरे दौर से गुजर रहे हो तो आपको कुछ किस्मत की भी जरूरत होती है। हम जिस मैच में बल्लेबाजी करना चाहते थे उसमें हम टॉस नहीं जीते। ओस नहीं होती थी, जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो ओस थी।"
उन्होंने कहा, "100 कारण हो सकते हैं लेकिन अहम यह है कि आपको अपने आप से पूछना होता है क्या आप अपनी काबिलियत के हिसाब से खेले, चाहे स्थिति कैसी भी हो।"
सुपर किंग्स 11 में से 8 मैच गंवाकर 8 टीमों की तालिका में 6 अंकों के साथ सबसे नीचे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता निशानेबाज गगन नारंग ने कहा है कि आईएसएसएफ विश्व कप 2008, उनके लिए वापसी करने वाला टूर्नामेंट था। नारंग ने 2008 की शुरुआत में चीन में हुए विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर आईएसएसएफ विश्व कप 2008 फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
क्वालीफिकेशन राउंड में उन्होंने 600 का स्कोर किया था। इसके बाद उन्होंने फाइनल में 103.5 का स्कोर करके कुल 703.5 के स्कोर के साथ पदक जीता था। नारंग ने ओलंपिक रजत पदक विजेता भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के शो द-ए गेम में बातचीत के दौरान यह बात कही।
उन्होंने कहा, निशानेबाजी विश्व कप 2008 मेरे लिए एक वापसी करने वाला टूर्नामेंट था क्योंकि मैं कई परेशानियों के बाद वहां तक पहुंचा था। मेरी मां अस्पताल में भर्ती थी और मुझे अपने परिवार तथा घर दोनों का ख्याल रखना था। मेरे लिए यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण स्थिति थी और मैं खुश था कि सिस्टम मुझे सपोर्ट कर रहा है, इसलिए मैं इस बाधा से पार पा सकता हूं और विश्व रिकॉर्ड बना सकता हूं। नारंग ने साथ ही इस पर भी बात की कि एक एथलीट किस तरह से सफलताओं से ज्यादा असफलताओं से सीख सकता है।
ओलंपिक पदक विजेता ने कहा, खेल आपको सफलता और असफलता को समान रूप से स्वीकार करना सिखाता है। जब आप जीत रहे हैं तो आपको किसी की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आप बिल्कुल वही कर रहे हैं जो आपको करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, लेकिन जब आप हारते हैं तो आप सबकुछ के बारे में सोचते हैं। दोहराते हैं और फिर गौर करते हैं कि आप उनसे क्या सीख सकते हैं और बेहतर कर सकते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से सफलता की तुलना में अपनी विफलताओं से बहुत कुछ सीखा है क्योंकि जब आप असफल होते हैं तो आप वास्तव में वापस जा सकते हैं, सोच सकते हैं और बेहतर करने के लिए खुद को बदल सकते हैं। (आईएएनएस)
दुबई, 22 अक्टूबर। 7 अपने लंबे शॉट्स के लिए मशहूर इंग्लैंड के बेन स्टोक्स आईपीएल-13 में अपना पहला छक्का मारने के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। गुरुवार को भी सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वह एक भी छक्का नहीं मार सके। राजस्थान रॉयल्स के स्टोक्स ने इस आईपीएल में अभी तक कुल 103 गेंदों का सामना किया है लेकिन एक भी छक्का नहीं मारा है।
वह हालांकि 14 चौके मारे चुके हैं और 22 की औसत से 110 रन बना चुके हैं। इस सीजन उनका अभी तक आईपीएल में सर्वोच्च स्कोर 41 है। हैदराबाद के खिलाफ उन्होंने 30 रन बनाए और फिर राशिद खान की गेंद पर बोल्ड हो गए। पिछले सीजन भी वह नौ मैचों में सिर्फ चार छक्के मार सके थे। (आईएएनएस)
1977 में खेल से रिटायरमेंट लेने वाले पेले, आज भी दुनिया के सबसे मसहूर खिलाड़ियों में से एक हैं.
पेले तीन फ़ुटबॉल विश्व कप जीतने वाली टीमों का हिस्सा रहे हैं. ऐसा करने वाले वो दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं. अपने करियर में 1363 मैच खेलने वाले पेले ने रिकॉर्ड 1281 गोल किए.
उनके खेल और रिकॉर्ड से जुड़े सैंकड़ों किस्से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं लेकिन इतिहास के इस सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी से जुड़ी कुछ ऐसी बाते हैं जो कई लोगों को नहीं पता. पढ़िए ऐसे ही कुछ रोचक किस्से.
पेले के कारण रेफ़री को बाहर जाना पड़ा
18 जून 1968 को बोगोटा की बात है. पेले के क्लब सैंटोस और कोलंबियन ओलंपिक स्वॉड के बीच एक फ्रेंडली मैच चल रहा था. इस दौरान रेफ़री गूइलेरमों वेलासक्वेज़ ने पेले को मैदान से बाहर जाने के लिए कहा. (रेड कार्ड का इस्तेमाल 1970 में शुरू हुआ था). उन पर फाउल करने का आरोप था. वेलाक्वेज़ के मुताबिक पेले ने उनके साथ बदतमीज़ी की थी.
लेकिन रेफ़री के इस फ़ैसले पर बहुत बड़ा विवाद हो गया और इसका विरोध शुरू हो गया. सैंटोस के खिलाड़ियों ने रेफ़री को घेर लिया. मैच की तस्वीरों में देखा जा सकता था कि वेलाज़क्वेज़ की आंखे काली हो गईं थीं.
वहां मौजूद दर्शकों ने भी उनका विरोध किया. 2010 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. अपनी सीटी उन्होंने एक लाइन्समैन को दे दी और पेले को गेम में वापस बुला लिया गया.
क्या पेले ने वाकई एक युद्ध रोका था?
1960 के दशक में पेले की सैंटोस एफ़सी दुनिया के सबसे मशहूर फ़ुटबॉल क्लबों में से एक थी. इसका फ़ायदा उठाकर ये टीम दुनियाभर में कई फ़्रेंडली मैच खेला करती थी. ऐसा ही एक मैच नाईजीरिया के युद्धग्रस्त क्षेत्र में 4 फ़रवरी 1969 को खेला गया था. इस मैच में सैंटोस क्लब ने बेनिनि सिटी के एक स्थानीय क्लब को 2-1 से मात दी थी.
उस वक्त नाईजीरिया में एक ख़ूनी गृहयुद्ध चल रहा था. इतिहासकार ग्यूहरमें गॉरचे के मुताबिक़ ब्राज़ील के खिलाड़ी और अधिकारी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, इसलिए दोनों पक्षों ने युद्धविराम का फ़ैसला किया.
इस कहानी की सत्यता को लेकर अलग-अलग बातें कही जाती हैं. पेले की पहली आत्मकथा जो कि 1977 में छपी थी, उसमें इस बारे में कुछ नहीं लिखा गया था.
लेकिन 30 सालों के बाद छपी एक दूसरी आत्मकथा उन्होंने इसका ज़िक्र ज़रूर किया था. उन्होंने लिखा कि खिलाड़ियों को बताया गया था कि, "गृहयुद्ध एक एक्ज़ीबिशन गेम के लिए ख़त्म हो सकता था. "
पेले ने लिखा, "मुझे नहीं पता कि ये पूरी तरह से सही है या नहीं, लेकिन नाइजीरीया ने ये ज़रूर सुनिश्चित किया कि जिस वक़्त हम वहां मौजूद थे, उस समय वहां किसी तरह की घुसपैठ न हो."
कैसे पेले ने 'बीटल्स को नीचा दिखाया'
1975 में पेले न्यू यॉर्क कॉसमॉस के लिए खेलने अमरीका के न्यू यॉर्क चले गए. उन्होंने वहा अंग्रेज़ी सीखना शुरू किया.
एक बार वो बीटल्स के पूर्व गायक और गिटारिस्ट जॉन लेनन से टकरा गए. उनके बारे में पेले ने 2007 में लिखा, "लेनन उस समय जापानी भाषा सीख रहे थे."
पेले के मुताबिक़ लेनन ने बताया था कि वो और बीटल्स के उनके दूसरे साथियों ने एक बार इंग्लैंड के एक होटल में ब्राज़ील की टीम से मिलने की कोशिश की थी. पेले ने लिखा कि उन लोगों को ब्राज़ील फुटबॉल एसोशिएशन के डायरेक्टर ने मिलने से रोक दिया.
यूरोप के क्लब के लिए क्यों नहीं खेले पेले?
पेले के आलोचकों का कहना है कि उनका यूरोप के किसी क्लब के लिए नहीं खेलना, उनके लिए फ़ायदेमंद साबित हुआ.
दिक्कत ये थी कि ब्राज़ील के कई दूसरे छोटे-बड़े खिलाड़ियों की तरह जब वो अपने करियर के चरम पर थे, तब उन्हें विदेश जाने से रोका गया.
सैंटोस क्लब ने रियल मैड्रिड और एसी मिलान जैसे क्लब के ऑफ़र ठुकरा दिए थे. उस समय खिलाड़ी कहां खेलेंगे, ये फ़ैसला उनके हाथ में नहीं होता था.
उन्हें ब्राज़ील में ही रखने का दबाव सरकार की तरफ़ से भी था. 1961 में तत्कालीन राष्ट्रपति जैनियो क्वॉड्रोस ने ऐलान किया कि पेले एक "राष्ट्रीय संपत्ति हैं" और उन्हें "एक्सपोर्ट" नहीं किया जा सकता.
हालांकि 1975 पेले एक विदेशी क्लब का हिस्सा बने, उन्होंन न्यू यॉर्क कॉसमॉस नाम की टीम के लिए खेला.
50 साल की उम्र में बने ब्राज़ील के कप्तान
पेले सिर्फ़ एक बार ब्राज़ील के कप्तान बने, इससे पहले हर बार क्लब और देश दोनों की ही टीमों के कप्तानी के ऑफ़र उन्होंने ठुकरा दिए.
राष्ट्रीय टीम से रिटायर होने के 19 सालों के बाद, 1990 में उन्होंने बतौर कप्तान एक दोस्ताना मैच में हिस्सा लिया. ब्राज़ील का मुकाबला 'रेस्ट ऑफ़ द वर्ल्ड' टीम से हुआ.
ये मैच पेले के 50वें जन्मदिन पर खेला गया था. पेले मैच के पहले 45 मिनट के लिए मैदान पर उतरे थे.
जब पेले को 'किडनैप' कर लिया गया
सैंटोस क्लब के खिलाड़ी 5 सिंतबर 1972 को त्रिनिदाद और टोबैगो में खेले जाने वाले एक मैच को लेकर नाखुश थे.
टीम के डिफ़ेंडर ओबेरेदान ने ब्राज़ील के एक अख़बार को 2010 में बताया था, "हम लोग इस बात के लिए तैयार थे गेम को तेज़ी से खेलना है ताकि हम हम अपनी प्लेन में वापस जा सकें."
लेकिन पेले के 43वें मिनट में किए गए गोल के बाद पोर्ट ऑफ़ स्पेन स्टेडियम के दर्शक बेकाबू हो गए.
दर्शक मैदान के अंदर घुस गए और थोड़ी ही देर बार पेले को कंधे पर उठा कर सड़कों पर चलने लगे, जश्न के इस माहौल के बीच पेले को वहां से वापस लाना आसान नहीं था, इसमें कई मिनट लग गए.
सिलवेस्टर स्टेलॉन पड़े फ़ीके
1980 तक सिलवेस्टर स्टेलॉन एक मशहूर नाम बन चुके थे. उनकी फ़िल्म 'एस्केप टू विक्टरी' की शूटिंग 1980 में शुरू हुई थी. ये फ़िल्म दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाज़ियों और कैदियों के टीम के बारे में एक काल्पनिक कहानी थी.
कई पूर्व फ़ुटबॉल खिलाड़ी और तब खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ पेले भी इसका हिस्सा था. पेले ने एक सीन में एक्रोबैटिक बाइसाइकिल शॉट भी मारा था.
पेले ने ब्राज़ील की वेबसाइट यूओएल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि शॉट असल में स्टेलॉन को मारना था.
उन्होंने कहा, "स्क्रिप्ट के मुताबिक़ स्टेलॉन को शॉट मारना था और मैं गोलकीपर था."
पेले ने ज़ोर से हंसते हुए कहा, "लेकिन वो बॉल मार ही नहीं पाए."
गोलकीपर की तरह खेलते पेले
अगर पेले गोलकीपर बने होते, तब भी शायद निराश नहीं करते. सैंटोस क्लब के साथ खेलते हुए उन्होंने चार मैचों में ये भूमिका निभाई थी. इसमें 1964 में खेल गया ब्राज़ीलियन कप का सेमीफाइनल भी है. ब्राज़ील ने सारे मैच जीते, पेले ने किसी भी मैच में एक भी गोल नहीं होने दिया.
दुनिया में सिर्फ एक पेले नहीं है
पेले के फैन्स "देयर इज़ ओनली वन पेले" (दुनिया में पेले सिर्फ़ एक है) गाना गाते हैं लेकिन ये सच नहीं है.
पेले नाम के दुनियाभर में कई लोग हैं, फ़ुटबॉल के मैदान पर भी और बाहर भी. अफ़्रीका के मशहूर खिलाड़ी जिनका नाम अबेदी एयू है, वो अबेदी पेले के नाम से मशहूर है, वो घाना और यूरोप के कई क्लबों के लिए खेलते हैं.
इंग्लैंड के केप वर्डे के डिफेंडर पेड्रो मॉन्टेरो, जो 2006 में साउथ हैंप्टन से जुड़ गए थे, पेले नाम से जाते हैं. ये नाम उन्हें बचपन में दिया गया था.
पेले के मशहूर होने का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि एडसन, वो नाम जिससे पेले को बैप्टाइज़ किया गया था वो भी बहुत मशहूर हुआ.
ब्राज़ीलियन इंस्टीट्यूट ऑफ ज्योग्राफ़ी एंड स्टैटिस्टिक के मुताबिक ब्राज़ील में 1950 के दशक में 43,511 लोगो का नाम एडसन था. दो दशक बाद, जब पेले के गोल की संख्या 1000 पार कर चुकी थी, इस नाम की संख्या 1,11,000 हो गई थी.
एक 'राजा' जो राष्ट्रपति बन सकता था?
1990 में पेले ने ऐलान किया था कि वो 1994 के ब्राज़ील के राष्ट्रपति चुनाव में उतरने के बारे में सोच रहे हैं.
ये कभी सच नहीं हो पाया लेकिन पेले ने राजनीति में एंट्री ज़रूरी मारी. 1995 से 1998 तक वो ब्राज़ील के खेल मंत्री रहे.
उन्होंने उस कानून को बनाने में अहम भूमिका निभाई जो ब्राज़ील के फ़ुटब़ॉल खिलाड़ियों को क्लब चुनने की अधिक आज़ादी देता है - ऐसा जब वो खेलते थ, तब मुमकिन नहीं था.(bbc)
शारजाह, 23 अक्टूबर । तीन बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के 41वें मैच में आज यहां शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में बेहतरीन फॉर्म में चल रही मुंबई इंडियंस से भिड़ेगी। चेन्नई के लिए यह सीजन अब तक का सबसे बुरा सीजन साबित हुआ है। स्थिति यह है कि टीम प्लेऑफ की रेस से लगभग बाहर है। किस्मत के भरोसे वह दाव खेल सकती है, लेकिन इसके लिए उसे अपने बाकी बचे चारों मैच जीतने होंगे।
पिछले मैच में चेन्नई का जो प्रदर्शन रहा था वो बेहद निराशाजनक रहा। राजस्थान रॉयल्स ने उसे 125 रनों पर ही रोक दिया था और पांच विकेट से मैच अपने नाम कर लिया था।
बल्लेबाजी इस सीजन चेन्नई की सबसे बड़ी समस्या रही है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने लगातार इस बात को माना है कि उनकी बल्लेबाजी इस सीजन उनकी कमजोरी रही है और फील्डिंग भी।
फाफ डु प्लेसिस इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जो रन बना रहे हैं और वह इस सीजन टीम के सर्वोच्च स्कोरर भी हैं। लेकिन उनके अलावा और बल्लेबाज कुछ नहीं कर पाए हैं। शेन वाटसन ने कुछ मैचों में जरूर अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन उनके प्रदर्शन में वो निरंतरता नहीं दिखा पाए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी, रवींद्र जडेजा और अंबाती रायडू भी कुछ मैचों को छोड़कर विफल ही रहे हैं। ड्वेन ब्रावो चोट के कारण आईपीएल से बाहर हो गए हैं। उनके स्थान पर धोनी किसे लेकर आते हैं, यह देखना होगा। पिछले मैच में तो धोनी ने उनकी भरपाई के लिए जोश हेजलवुड को खेलाया था। अगर इस मैच में भी हेजलवुड खेलेंगे तो गेंदबाजी को मजबूती मिलेगी और मुंबई इंडियंस के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के सामने वह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकते हैं।
मुंबई की टीम संतुलित है। उसके बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों फॉर्म में हैं। रोहित शर्मा, क्विंटन डी कॉक, सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन जैसे अनुभवी और युवा बल्लेबाजों से सजा ऊपरी और मध्यक्रम टीम को मजबूती दे रहा है तो निचले क्रम में केरन पोलार्ड, हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या जैसे तूफानी बल्लेबाज मौजूद हैं।
मुंबई को पिछले मैच में हार मिली थी। उसने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ दो सुपर ओवर खेले थे, लेकिन अंत मे हार गई ।
टीम की गेंदबाजी में भी जसप्रीत बुमराह, ट्रेंट बोल्ट, नाथन कुल्टर नाइल जैसे नाम हैं जो चेन्नई की कमजोर बल्लेबाजी को जल्दी समेटने का दम रखते हैं।
दोनों टीमों के बीच हुए पिछले मैच में चेन्नई को जीत मिली थी। वह सीजन का पहला मैच था, लेकिन उस मैच के बाद से चेन्नई और मुंबई दोनों की स्थिति बदली हैं। एक ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है तो दूसरे ने राजा से रंक का।
प्लेऑफ में जाने की हल्की सी संभावना को जिंदा रखने के लिए भी चेन्नई को यह मैच जीतना जरूरी होगा। अब देखना होगा कि चेन्नई किस तरह से इस करो या मोर वाली स्थिति का सामना करती है।
टीमें (संभावित :)
सीएसके : महेंद्र सिंह. धोनी (कप्तान), केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, पीयूष चावला, कर्ण शर्मा, शेन वाटसन, शार्दूल ठाकुर, अंबाती रायडू, मुरली विजय, फाफ डु प्लेसिस, इमरान ताहिर, दीपक चहर, लुंगी एनगिडी, मिशेल सैंटनर, केएम. आसिफ, नारायण जगदीशन, मोनू कुमार, रितुराज गायकवाड़, आर. साई किशोर, जोश हेजलवुड, सैम कुरैन।
मुंबई इडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान), आदित्य तारे (विकेटकीपर), अनमोलप्रीत सिंह, अनुकूल रॉय, क्रिस लिन, धवल कुलकर्णी, दिग्विजय देशमुख, हार्दिक पांड्या, ईशान किशन, जेम्स पैटिनसन, जसप्रीत बुमराह, जयंत यादव, कीरन पोलार्ड, क्रुणाल पांड्या, मिशेल मैक्लेंघन, मोहसिन खान, नाथन कुल्टर नाइल, प्रिंस बलवंत राय, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), राहुल चहर, सौरभ तिवारी, शेरफाने रदरफोर्ड, सूर्यकुमार यादव, ट्रेंट बोल्ट।(आईएएनएस/ग्लोफैंस)
राजस्थान की राजधानी जयपुर में आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा पकड़ाया। पुलिस ने 4 करोड़ नगदी और नोट गिनने की मशीनों के साथ 19 मोबाइल फ़ोन भी जब्त किये हैं. (ANI)
अबू धाबी, 23 अक्टूबर | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने कोलकाता के खिलाफ खेले गए मैच में उस समय दो रन भागे जब टीम को जीतने के लिए सिर्फ एक रन की जरूरत थी और इस बात पर कोहली ट्विटर की दुनिया में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। दोनों टीमों के बीच बुधवार को खेले गए मैच में बेंगलोर को जीत के लिए सिर्फ 85 रन बनाने थे।
एक यूजर ने ट्वीट किया, "जब जीत को सिर्फ एक रन की जरूरत थी विराट कोहली ने दो रन भागे। दो रनों के प्रति उनका प्यार शानदार है।"
एक और यूजर ने लिखा, "विराट कोहली को दो रन भागने की आदत है। वो तब भी दो रन चाहते हैं जब जीतने को एक रन चाहिए होता है।"
एक और ट्वीट में लिखा, "विराट कोहली और दो रन की प्रेम कहानी से बेहतर कोई कहानी बताओ।"(आईएएनएस)