खेल
मेलबर्न, 19 दिसम्बर | अगले साल आठ फरवरी से शुरू होने जा रहे साल के पहले ग्रैंड स्लैम-आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के लिए टिकटों की बिक्री 23 दिसंबर से शुरू होगी। यह टूर्नामेंट 21 फरवरी तक चलेगा। कोरोना के कारण हार्ड कोर्ट के इस इवेंट का आयोजन जनवरी की बजाय फरवरी में हो रहा है। पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) ने आस्ट्रेलियन ओपन की नई तारीख की पुष्टि की है।
आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट के डायरेक्टर क्रैग टिले ने कहा, " यह कई मायनों में एक ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलियन ओपन होगा। 100 से अधिक वर्षों में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन फरवरी में शुरू होगा और हम 2021 में अपने सर्वश्रेष्ठ खेलने के अनुभवों में से एक है।"
आस्ट्रेलियन ओपन के लिए पुरुषों की क्वालीफाईंग इवेंट का आयोजन 10 से 13 जनवरी के बीच दोहा में होगा। इसके बाद खिलाड़ी मेलबर्न में जमा होंगे और 14 दिन के क्वारंटीन पर जाएंगे।
इसके बाद खिलाड़ी मेलबर्न में 12 टीमों के एटीपी कप में खेलेंगे। इसी टूर्नामेंट के साथ एडिलेड इंटरनेशनल टूर्नामेंट और एक अतिरिक्त एटीपी 250 टूर्नामेंट भी खेला जाएगा।
आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के लिए टिकटों की बिक्री 23 दिसंबर से शुरू होगी और फैन्स टिकटमास्टर डॉट कॉम डॉट एयू पर जाकर टिकट खरीद सकते हैं। भारत में सोनी टेन पर आस्ट्रेलियन ओपन का प्रसारण किया जाएगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर | भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर में 12 साल में पहली बार बिना कोई अंतर्राष्ट्रीय शतक के साल का समापन किया है। भारत को हालांकि 26 दिसंबर से आस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना है, लेकिन कोहली उस मैच का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि वह अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण स्वदेशा लौट जाएंगे।
कोहली ने 2008 में अपने पदार्पण के समय आखिरी बार बिना किसी शतक के साल का समापन किया था। हालांकि उस साल उन्होंने केवल पांच ही मैच खेले थे।
लेकिन इस बार उन्होंने 22 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं। कोरोना के कारण भारत ने इस साल करीब नौ महीने कोई मैच नहीं खेला है। 2009 के बाद से यह पहली बार है जब कोहली ने 22 से कम मैच खेले हैं। उन्होंने इस साल सात अर्धशतक लगाए हैं।
कोहली ने 2019 में सात शतक और 14 अर्धशतक, 2018 में 11 शतक और नौ अर्धशतक तथा 2017 में 11 शतक और 10 अर्धशतक लगाए थे।
भारतीय कप्तान इस साल आस्ट्रेलिया दौरे पर तीन बार शतक के करीब जाकर अपना शतक बनाने से चूक गए।
इसके अलावा उन्होंने पहले डे-नाइट टेस्ट की पहली पारी में भी 74 रनों की पारी खेली थी।
कोहली ने इस साल वनडे में पांच अर्धशतक और टेस्ट तथा टी-20 में एक-एक अर्धशतक बनाया है। (आईएएनएस)
गोवा, 19 दिसंबर | हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में अब तक अजेय चल रही हैदराबाद एफसी रविवार को तिलक मैदान पर टेबल टॉपर मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ होने वाले अपने छठे मैच में अजेयक्रम जारी रखना चाहेगी। कोच मनोलो मारक्वेज की टीम हैदराबाद ने पिछले तीन मैचों में लगातार तीन ड्रॉ खेलने के बाद अपने पिछले मैच में ईस्ट बंगाल को मात देकर जीत दर्ज की थी। वहीं, मुंबई को अपने पिछले मैच में जमशेदपुर एफसी के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेलना पड़ा था।
मारक्वेज ने कहा, "मेरे विचार में मुंबई रेगुलर सीजन में जीत की दावेदार है। उनके पास काफी अच्छी टीम है, जिसमें अच्छे खिलाड़ी और कोच हैं। वे अच्छा फुटबॉल खेलते हैं और उनका सेट पीस भी अच्छा है। मुझे लगता है कि यह एक अधिक मुश्किल मैच होगा, जो हम खेलेंगे।"
मारक्वेज जानते हैं कि तीन अंक लेने के लिए उनके पास पर्याप्त क्षमता है। टीम के पास एरिडेन संताना है, जो पहले ही चार गोल दाग चुके हैं।
उन्होंने कहा, " निश्चित रूप से, हमारे पास मैच जीतने की संभावना होगा। हम किसी भी टीम के खिलाफ जीत और हार सकते हैं और यह हमारे प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। हमने इस मैच के लिए उसी तरह की तैयारी की है, जैसा कि हम अन्य मैचों के लिए करते हैं। बेशक, हमने प्रतिद्वंद्वी के वीडियो को देखा है। वे एक ऐसी टीम हैं, जो हमारी टीम की तरह ही गेंद को अपने पास रखना चाहती हैं।"
दूसरी तरफ, सर्जियो लोबेरा की मुंबई 13 अंकों के साथ टॉप पर कायम है। उसके और एटीके मोहन बागान के एकसमान अंक है।
मुंबई अपने पिछले मैच में जमशेदपुर के खिलाफ 64 प्रतिशत बॉल पजेशन के बावजूद केवल चार शॉट ही टारगेट पर लगा पाई थी। हुगो बोउमस के नाम लीग में सबसे ज्यादा असिस्ट है और अगर वह फिट होकर लौटते हैं तो मुंबई की समस्या का हल हो सकता है।
लोबेरा ने कहा, "पिछले मैच को फिनिश करना महत्वपूर्ण था, क्योंकि हमने कई मौके बनाए थे। जब आप मौके बनाते हैं तो आपको गोल करना चाहिए।"
कोच का मानना है कि एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ यह एक कड़ा मुकाबला है। उन्होंने कहा, "मुझे कोच और उनके खिलाड़ियों का प्रोफाइल पता है। वह (मारक्वेज) लास पामास में काम कर रहे थे। पहले मैं भी उसी क्लब में था और मुझे उनके खेलने की शैली पता है।" (आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसंबर | भारतीय कप्तान विराट कोहली आस्ट्रेलिया के हाथों डे-नाइट टेस्ट में आठ विकेटों से मिली हार बाद स्तब्ध हैं। भारतीय टीम इस मैच में दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर हो गई। यह टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है। कोहली ने मैच के बाद कहा, "हार की निराशा को शब्दों में बयान करना मुश्किल है। हमारे पास 60 रनों की बढ़त थी, लेकिन फिर हमारी पारी ढह गई। दो दिन जब आप कड़ी मेहनत करते हो और अपने आप को मजबूत स्थिति में पहुंचाते हो इसके बाद एक घंटा आपको वहां पहुंचा देता है, जहां से जीतना मुमकिन नहीं है।"
उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों ने इच्छाशक्ति नहीं दिखाई।
कप्तान ने कहा, "मुझे लगता कि आज हमें थोड़ी और इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए थी। उन्होंने पहली पारी में भी इन्हीं एरिया में गेंदबाजी की थी, लेकिन हमारी मानसिकता रन बनाने की थी।"
उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो कुछ अच्छी गेंदें थीं, लेकिन गेंद ने कुछ खास नहीं किया। मुझे लगता है कि यह मानसिकता के कारण हुआ, यह साफ दिख रहा था। ऐसा लग रहा था कि रन बनाना काफी मुश्किल हो रहा है। मुझे लगता है कि यह हार इच्छाशाक्ति की कमी और गेंदबाजों द्वारा अच्छी गेंदबाजी के मिश्रण का परिणाम है।"
अब भारत को कोहली के बगैर ही शेष 3 टेस्ट खेलने हैं। कहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट जाएंगे।
उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई कि टीम के बाकी खिलाड़ी वापसी करेंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
कोहली ने कहा, "जाहिर है कि आप टीम के लिए प्रतिबद्ध होना चाहते हैं और एक परिणाम (हमारे लिए) वास्तव में अच्छा रहा होगा। लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि खिलाड़ी वापसी के लिए उत्साहित हैं और अब वे बॉक्सिंग डे टेस्ट (मेलबर्न में 26 दिसंबर से) में मजबूती से वापसी करेंगे।"
भारतीय टीम को शनिवार को आस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार के साथ ही एक और बड़ा झटका लगा है। उसके अहम गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल हो गए हैं, जिनके बारे में शाम को सारी जानकारी मिल पाएगी। बल्लेबाजी करते हुए शमी को पैट कमिंस की गेंद दाहिने हाथ की कलाई पर लगी और इसके बाद वह रिटायर्ड हर्ट हो गए।
उन्होंने फिर गेंदबाजी भी नहीं की। कप्तान कोहली ने मैच के बाद कहा कि उनका स्कैन होगा और शाम को उनके बारे में जानकारी मिलेगी।
कोहली ने कहा, "शमी पर कोई खबर नहीं है। उनका अभी स्कैन होगा। वह हाथ भी नहीं उठा पा रहे हैं। हम स्कैन कराएंगे और हमें शाम को उनके बारे में जानकारी मिलेगी।"
शमी अगर 26 दिसंबर से शुरू हो रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में नहीं खेलते हैं तो यह भारत के लिए बड़ा झटका है। कोहली अब बाकी के तीन टेस्ट मैचों में नहीं होंगे। उनके जाने से बल्लेबाजी कमजोर होगी। अगर शमी नहीं रहते हैं तो भारत की गेंदबाजी पर भी असर पड़ेगा। (आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसंबर | भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के हाथों डे-नाइट टेस्ट में मिली आठ विकेटों से हार बाद कहा है कि भारतीय फील्डरों के कैच छोड़ने का आस्ट्रेलिया को फायदा मिला। भारतीय फील्डरों ने आस्ट्रेलिया की पहली पारी में काफी अहम कैच छोड़े थे। मयंक अग्रवाल ने आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन का कैच छोड़ा था। पेन ने नाबाद 73 रन बनाते हुए आस्ट्रेलिया को 191 के स्कोर तक पहुंचाया था। पेन का जब कैच छूटा, तो वह 26 रनों पर थे। भारत ने मार्नस लाबुशैन के भी कुछ कैच छोड़े थे।
मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने कहा, "पेन का कैच काफी अहम रहा। मुझे लगता है कि उस समय उनका स्कोर सात विकेट पर 110 (111) रन था, वहां पेन को मौका मिला और उन्होंने 70 के करीब रन बना दिए। लाबुशैन को भी कुछ मौके मिले। टेस्ट क्रिकेट में आपको इस तरह के मौके भुनाने होते हैं, क्योंकि यह आपको काफी महंगे साबित हो सकते हैं। हमने देखा है कि टेस्ट क्रिकेट में कैच न लेने का परिणाम काफी बुरे हो सकते हैं। टीम आपको बार-बार मौका नहीं देती हैं। जब आपको मौका मिले आपको उसे भुनाना चाहिए। अगर वो कैच पकड़ लिए जाते और हमारे पास कुछ और रनों की बढ़त होती तो यह हमारे लिए बहुत अच्छा होता।"
कोहली ने साथ ही कहा कि नौ महीनों बाद टेस्ट क्रिकेट खेलना हार का कारण नहीं है।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता। हमने इतनी क्रिकेट खेली है कि हमें पता है कि टेस्ट क्रिकेट में किस समय क्या किया जाना चाहिए। हां, हम अपनी रणनीति को लागू नहीं कर पाए इस बात की कमी रही। हम तीसरे दिन 62 रनों की बढ़त और नौ विकेट हाथ में लेकर उतरे थे। हमें निश्चित तौर पर मजबूत बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। मुझे नहीं लगता कि कोई मानसिक तनाव की बात थी। यह टेस्ट सीरीज का पहला मैच था इसलिए यह मुद्दा नहीं था।"
कोहली ने कहा कि टीम उनकी गैरमौजूदगी में मजबूत वापसी करेगी। कोहली अब अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश रवाना होंगे।
कोहली ने कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि टीम मेलबर्न में मजबूती से वापसी करेगी। कुछ खिलाड़ियों को महसूस होगा कि उनकी असल काबिलियत क्या है और कैसे वह आगे कर अच्छा कर सकते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि वह अपनी गलतियों से सीखेंगे। मुझे नहीं लगता कि इससे बुरा बल्लेबाजी प्रदर्शन हमारा हुआ होगा। हम यहां से सिर्फ आगे जा सकते हैं और समझ सकते हैं कि एक टीम के तौर पर हम विशेष चीजें कर सकते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हम मजबूती से वापसी करेंगे।"
भारतीय टीम इस मैच में दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर हो गई। यह टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है।
--आईएएनएस
एडिलेड, 19 दिसंबर | एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को मेजबान आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आगे घुटने टेकने वाली भारतीय टीम को इस मैच में आठ विकेट से हार का मुंह देखना पड़ा है। विराट कोहली की कप्तानी में भारत को पहली बार लगातार तीन टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम इससे पहले, कोहली की कप्तानी में तीन बार लगातार दो टेस्ट मैच हार चुकी थी, लेकिन यह पहली बार है जब उसे लगातार तीन टेस्ट मैचों में हार मिली है। भारत ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में तथा इस साल न्यूजीलैंड में मैच हारे थे।
इससे पहले, भारत इस साल न्यूजीलैंड में लगातार दो टेस्ट मैच हार चुका था और अब वह एडिलेड में आस्ट्रेलिया से आठ विकेट से मैच गंवाकर कोहली की कप्तानी में पहली बार लगातार तीन टेस्ट मैच हार चुका है।
कोहली सिडनी में 2015 में भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान बने थे। उनकी कप्तानी में भारत को इस साल न्यूजीलैंड में 0-2 से शिकस्त मिली थी। भारत को वेलिंग्टन में पहले टेस्ट में 10 विकेट से और क्राइस्टचर्च में खेले गए दूसरे टेस्ट में सात विकेट से हार मिली थी और अब एडिलेड में आठ विकेट से मिली हार के बाद उसने हार की हैट्रिक लगा दी है।
भारत ने फरवरी-मार्च के बाद से एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला था और आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेला गया डे-नाइट टेस्ट मैच कोरोना के बाद से उसका पहला टेस्ट मैच था।
न्यूजीलैंड में सीरीज हारने से पहले भारत लगातार सात टेस्ट मैच जीत चुका था। इन सात में से उसने दो वेस्टइंडीज में और पांच मैच दक्षिण अफ्रीका तथा बांग्लादेश के खिलाफ जीता था।
भारत ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर दो बार लगातार दो टेस्ट मैच हारा था। उसे बर्मिघम और लॉडर्स में पहले टेस्ट मैच गंवाए थे और फिर नॉटिंघम में जीत हासिल की थी। इसके बाद उसे साउथैम्पटन और ओवल में लगातार दो मैचों में हार मिली थी।
कोहली ने अब तक 56 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें से उसने 33 जीते हैं और 13 हारे हैं जबकि 10 ड्रॉ रहे हैं। इन 13 मैचों में से उसे 12 मैचों में विदेश में हार मिली है जबकि केवल एक ही मैच वह घर में फरवरी 2017 में पुणे में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हारा है।
कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी से छह टेस्ट ज्यादा जीते हैं।
--आईएएनएस
दुबई, 19 दिसंबर | इमरान ख्वाजा और महिंदा वल्लीपुरम को दोबारा आईसीसी के एसोसिएट मेम्बर्स डायरेक्टर के तौर पर चुना गया है। वह आईसीसी बोर्ड में नील स्पीगट के साथ जुड़ेंगे। आईसीसी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी।
आईसीसी चेयरमैन ग्रैग बारक्ले ने कहा, "मैं सभी एसोसिएट मेम्बर डायरेक्टर का स्वागत करता हूं और इमरान, वल्लीपुरम के साथ काम करने को तैयार हूं। हम नील को बोर्ड में लेकर साथ मिलकर काम करेंगे, क्योंकि हमारा लक्ष्य खेल को पूरे विश्व में आगे ले जाना है।"
एसोसिएट मेम्बर्स की बैठक के नियम के मुताबिक, वोटिंग इल्ट्रोनिक तरीके से सीक्रेट बैलेट के जरिए की गई, जिसमें सभी वोटरों के पास तीन वोट थे। वोटिंग की शुरुआत सोमवार को हुई और शुक्रवार को खत्म हो गई। ख्वाजा को 34, वल्लीपुरम को 19 और नील को 16 वोट मिले।
नील इससे पहले भी आईसीसी बोर्ड में रह चुके हैं। वह बरमुडा क्रिकेट बोर्ड के सीईओ भी रह चुके हैं। ख्वाजा और वल्लीपुमर पहले से ही बोर्ड में एसोसिएट सदस्यों के प्रतिनिधि थे। (आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसंबर | आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने टेस्ट में अपने 200 विकेट पूरे कर लिए हैं। उन्होंने भारत के खिलाफ एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को यह मुकाम हासिल किया। इस मैच में आस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ने भी टेस्ट में अपने 150 विकेट पूरे किए।
हेजलवुड ने भारत की दूसरी पारी में पांच विकेट ले विकटों को दोहरा शतक जमाया। कमिंस ने इस पारी में चार विकेट लिए।
हेजलवुड ने रविचंद्रन अश्विन का विकेट ले 200 का आंकड़ा छुआ। हेजलवुड आस्ट्रेलिया के लिए 200 विकेट लेने वाले 18वें गेंदबाज बन गए हैं।
कमिंस ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को कैमरून ग्रीन के हाथों कैच करा 150 टेस्ट विकेट पूरे किए।
हेजलवुड ने कहा, "सब कुछ प्लान के मुताबिक गया। मजा आया। हम सभी अच्छे दोस्त हैं। मैदान पर आकर हर मैच में 20 विकेट लेना शानदार है। आप कभी भी क्रिकेट अपनी उपलब्धियों के लिए नहीं खेलते हो, लेकिन 200 टेस्ट विकेट पूरे कर मजा आया।"
हेजलवुड और कमिंस की घातक गेंदबाजी के दम पर ही आस्ट्रेलिया ने भारत को दूसरी पारी में 39 रनों पर समेट दिया जो टेस्ट में उसका सबसे कम स्कोर है। इस मैच को आस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से अपने नाम कर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है।
--आईएएनएस
एडिलेड, 19 दिसंबर | आस्ट्रेलिया ने एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले डे-नाइट मैच में भारत को आठ विकेट से करारी शिकस्त देकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस जीत के साथ ही आस्ट्रेलिया ने डे-नाइट टेस्ट में अपना विजयक्रम बरकरार रखा है और साथ ही वह दूसरी ऐसी टीम बन गई है, जो डे-नाइट टेस्ट मैच की पहली पारी में पीछे रहने के बाद भी मैच जीतने में सफल रही है।
भारत ने पहली पारी में कप्तान विराट कोहली के 74 रनों की बदौलत 244 रन बनाए। इसके बाद उसने आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 191 रनों पर ही समेट कर दूसरी पारी में 53 रनों की बढ़त के साथ उतरी।
दूसरी पारी में भारतीय 36 रन ही बना पाई। यह टेस्ट की एक पारी में भारत का सबसे कम स्कोर है। इससे पहले उसने 20 जून 1974 में लॉर्डस पर इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन बनाए थे।
भारत को 36 रन पर ढेर करने के बाद आस्ट्रेलिया को जीत के लिए 90 रन चाहिए थे और पहली पारी में पीछेद रहने के बावजूद उसने 21 ओवरों में दो विकेट खोकर शानदार जीत अपने नाम कर ली।
इससे पहले, श्रीलंका ने 2018 में ब्रिजटॉउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में पीछे रहने के बावजूद डे-नाइट टेस्ट मैच में जीत अपने नाम की थी।
उस मैच में वेस्टइंडीज को पहली पारी में 50 रनों की बढ़त थी, लेकिन इस बावजूद भारत की तरह ही दूसरी पारी में धाराशायी होने के बाद उसे श्रीलंका के हाथों शिकस्त खानी पड़ी थी।
इस तरह आस्ट्रेलिया ने डे-नाइट टेस्ट में अपनी बादशाहत बरकरार रखी है। उसने आठ मैच खेले हैं और सभी में जीत हासिल की है। भारत के साथ यह उसका पहला मैच था। साथ ही एडिलेड में यह उसका पांचवां मैच था और उसने इस मैदान पर भी अपना रिकार्ड कायम रखा है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर | विराट कोहली की कप्तानी के साथ एक अजीब संयोग जुड़ गया है, वो भी 19 दिसंबर की तारीख के साथ। इस तारीख को भारत ने टेस्ट में दो ऐसे रिकार्ड बनाए हैं जिसमें से एक वो हमेशा याद रखना चाहेगी और एक को हर हाल में भूलना चाहेगी। इस तारीख को भारत ने टेस्ट की एक पारी में अपना सबसे ज्यादा स्कोर बनाया और इसी तारीख को भारत ने टेस्ट की एक पारी में अपना न्यूनतम स्कोर बनाया है।
19 दिसंबर 2016 को भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए टेस्ट मैच के चौथ दिन अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 759 रनों पर घोषित कर दी थी। यह भारत का टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा स्कोर है।
यह टेस्ट मैच 16 दिसंबर से शुरू हुआ था जिसे भारत ने पारी और 75 रनों से जीता। इस मैच को मुख्य तौर पर करुण नायर के तिहरे शतक के लिए याद रखा जाता है।
नायर का यह टेस्ट में पहला शतक था जिसे उन्होंने तिहरे शतक में बदला था। वह ऐसा करने वाले चुनिंदा बल्लेबाजों में से हैं। नायर ने नाबाद 303 रन बनाए थे।
चार साल बाद 19 दिसंबर, 2020 को भारत ने टेस्ट की एक पारी में अपना सबसे कम स्कोर बनाया। आस्ट्रेलिया ने भारत को महज 36 रनों पर समेट दिया।
यह मैच भी 17 दिसंबर को शुरू हुआ और तीसरे दिन भारत ने अपने पुराने 42 रनों के रिकार्ड को तोड़ते हुए टेस्ट में न्यूनतम स्कोर का नया रिकार्ड बना दिया।
यह दोनों मैच कोहली की कप्तानी में ही खेले गए। एक में कोहली को बेहतरीन जीत मिली तो दूसरे में आठ विकेट से हार।(आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसम्बर| पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम के दूसरी पारी में 36 रनों पर समेटने के बाद कहा है कि बल्लेबाजों के लिए इसके लिए दोष नहीं देना चाहिए क्योंकि आस्ट्रेलियाई गेंदबाजी काफी शानदार थी। जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने आपस में नौ विकेट बांटकर भारत को टेस्ट मैच की एक पारी में उसके न्यूनतम स्कोर पर समेट दिया। इस मैच में मेजबान टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल की।
गावस्कर ने चैनल 7 पर कहा, "भारतीय बल्लेबाज जिस तरह से आउट हुए उसके लिए उन्हें दोष नहीं देना चाहिए क्योंकि आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की।"
इससे पहले भारत का टेस्ट की एक पारी में न्यूनतम स्कोर 42 था, जो उसने 46 साल पहले जून 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। गावस्कर इस मैच का हिस्सा थे।
गावस्कर ने कहा, "जब से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से यह उनका सबसे कम टेस्ट स्कोर है, यह देखना अच्छा नहीं है। लेकिन जो टीमें इस तरह की गेंदबाजी का सामना करती उन्हें भी परेशानी होती। हो सकता है कि वह 36 पर ऑल आउट नहीं होतीं लेकिन हो सकता है 72, 80,90 पर होती। जिस तरह से हेजलवुड और कमिंस ने गेंदबाजी की और मिशेल स्टार्क ने जो शुरुआत की तीन ओवर फेंके वो शानदार थे। इसलिए भारतीय बल्लेबाजों को दोष देना सही नहीं है।"
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी कहा कि आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की लाइन और लैंग्थ बेहतरीन थी जिसे खेलना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल था।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने सीरीज से पहले कहा था कि भारत को टेस्ट सीरीज में हार मिलेगी। वॉन ने शनिवार को ट्वीट किया, "कहा था ना.. भारत को टेस्ट सीरीज में हार मिलेगी।"
वॉन ने कहा था कि आस्ट्रेलिया टीम टेस्ट सीरीज में 4-0 से जीत हासिल करेगी। (आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसम्बर| एडिलेड ओवल मैदान पर भारत के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच के दो दिनों तक आस्ट्रेलियाई टीम बैकफुट पर थी, लेकिन तीसरे दिन शनिवार को लगभग एक घंटे में उसने पासा पलट दिया और आठ विकेट से जीत हासिल की। जोश हेजलवुड ने पांच और पैट कमिंस ने चार विकेट लेकर भारत को दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढेर कर दिया जो टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है। आस्ट्रेलिया को फिर जीत के लिए 90 रनों का लक्ष्य मिला जो उसने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया।
टीम के कप्तान टिम पेन से जब मैच खत्म होने के बाद पूछा गया कि क्या आपको विश्वास हो रहा है? पेन ने कहा, "नहीं। मैंने आज सुबह ही मीडिया में कहा था कि दोनों गेंदबाजी आक्रमणों के पास तेजी से विकेट लेने की क्षमता है, लेकिन मैंने इतनी जल्दी की उम्मीद नहीं की थी।"
पेन ने कहा, "जब हमारे खिलाड़ी रणनीति को पूरी तरह से लागू करते हैं और विकेट से कुछ मदद मिल सकती है तो हम यह कर सकते हैं।"
पेन ने पहली पारी में नाबाद 73 रन बनाए थे जिसके कारण आस्ट्रेलिया किसी तरह 191 रनों के कुल स्कोर तक पहुंच सकी थी। मुश्किल समय में खेली गई इस पारी के कारण पेन को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
पेन ने इस पारी पर कहा, "टीम के लिए यह जरूरी था कि वह टोटल के पास पहुंचे। हमने जिस तरह से गेंदबाजी की वो शानदार है। लेकिन हमारी बल्लेबाजी वैसी नहीं रही जिस तरह की हमें उम्मीद थी।" (आईएएनएस)
एडिलेड, 19 दिसम्बर| हार तो हार होती है। हर हार सालती है पर एडिलेड ओवल मैदान पर आस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार कई मायनों में काफी तकलीफदेह है। इस मैच के बाद कप्तान विराट कोहली भारी मन से अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश रवाना होंगे। इस मैच से पहले कोहली भारत के लिए लकी चार्म थे। साल 2015 से एडिलेड टेस्ट से पहले तक कोहली ने जितनी बार टेस्ट मैच में टॉस जीता, भारत वह मैच हारा नहीं लेकिन 25 मैचों के बाद ऐसा पहली बार हुआ कि कोहली ने टॉस जीता और भारत मैच हार गया।
भारत की यह हार काफी तकलीफदेह है क्योंकि टॉस जीतने के बाद भारत ने पहली पारी में कोहली के 74 रनों की बदौलत 244 रन बनाए और अपने गेंदबाजों की मदद से आस्ट्रेलिया को 191 रनों पर आउट कर 53 रनों क लीड ले ली। ऐसा लगा कि भारत दूसरी पारी में अच्छा योग खड़ा कर आस्ट्रेलिया पर दबाव कायम करेगा लेकिन हुआ इसके उलट और तीसरे दिन शनिवार को पहले ही सत्र में भारतीय पारी 36 रनों पर सिमट गई।
यह टेस्ट मैचों में भारत का न्यूनतम योग है। साथ ही यह टेस्ट इतिहास का चौथा न्यूनतम पारी का योग है। इस मैच में बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबजों की भी कलई खुल गई क्योंकि दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाज वह कारनामा नहीं कर सके जो आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने किया और आस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीत हासिल कर ली।
मोहम्मद शमी को बल्लेबाजी के दौरान हाथ में चोट लगी और वह रिटायर्ड हर्ट आउट हुए। अब शमी की चोट का आंकलन होगा। कप्तान कोहली का कहना है कि शमी को चोट गम्भीर मालूम पड़ती है क्योंकि वह अपना हाथ ठीक से नहीं उठा पा रहे हैं।
अब अगर शमी की चोट गम्भीर रही तो उनका दूसरे टेस्ट में खेलना मुश्किल हो सकता है। यह भारत के लिए एक और झटका होगा क्योंकि कोहली तो जा ही रहे हैं, शमी का जाना और मुश्किल खड़ी करेगा।
भारतीय टीम प्रबंधन शाम तक स्पष्ट करेगा कि शमी की क्या स्थिति है। कप्तान ने कहा कि अभी वह शमी की चोट के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने इतना जरूर कहा कि शमी के हाथ का स्कैन होना है, और इसके बाद ही सही स्थिति का पता चल सकेगा।
अब कोहली अपने परिवार में आने वाले नए मेहमान की खुशी मन में लिए स्वदेश लौटेंगे लेकिन एडिलेड की यह हार सालों तक सिर्फ कोहली ही नहीं बल्कि उनके साथियों के साथ-साथ भारत के हर क्रिकेट प्रेमी के मन में हरी रहेगी। (आईएएनएस)
-समी चौधरी
कुल 147 अंतरराष्ट्रीय मैच और उनमें पाकिस्तान के लिए 259 विकेट...ये है 'हमारी अधूरी कहानी'. यह वो समापन नोट है जिस पर मोहम्मद आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बाद से मोहम्मद आमिर की कहानी में कई उतार-चढ़ाव आए हैं. कई बार कहानी सब कुछ ख़त्म होने के कगार पर पहुंची. लेकिन न तो मोहम्मद आमिर ने हथियार डाले और न ही हम प्रशंसकों ने कभी हताशा को पास आने दिया. लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा वो एंटीक्लाईमेक्स है, जिसके बारे में ख़ुद कहानी लिखने वाला भी नहीं जानता था.
पाकिस्तान क्रिकेट में, रिटायरमेंट की 'घोषणा' कभी भी एक सामान्य समाचार नहीं होता है. यह एक पूरा 'फिनोमिना' होता है. पहले भावनात्मक संदेशों की भरमार होती है, 'अभी न जाओ छोड़ कर' टाइप बातें होती हैं. फिर धीरे-धीरे, जब 'घोषणा' पुरानी होने लगती है, 'आई एम बैक' की आवाज़ एक नई 'घोषणा' बन कर सुर्ख़ियों में आती है.
निकट भविष्य में हम ऐसी कई 'घोषणाएं' सुन चुके हैं. हालांकि मोहम्मद यूसुफ़ के रिटायरमेंट की घोषणा शायद शाहिद आफ़रीदी की तुलना में अधिक हास्यास्पद साबित न हो सकी लेकिन उससे कम भी नहीं थी.
और अब जिस अंदाज़ में मोहम्मद आमिर ने अपनी रिटायरमेंट की घोषणा की है, वह रिटायरमेंट से अधिक मानवीय सहानुभूति की अपील लग रही है. हालांकि, अपने पूर्व नियोक्ता, पीसीबी के साथ उनके रिश्ते सुधरने लगभग असंभव हो गए थे, तो रिटायरमेंट की घोषणा संक्षिप्त और गरिमा के साथ की जा सकती थी.
लेकिन पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ कभी भी गुप्त रूप से संन्यास लेना पसंद नहीं करते हैं. यह भी एक तमाशा है कि अधिकांश तेज़ गेंदबाज़ अपने पूर्व नायकों के अहंकार की भेंट चढ़ जाते हैं. पहले शोएब अख़्तर, वक़ार यूनिस के फ़ैसलों का शिकार हुए और अब मोहम्मद आमिर का भी उनसे दिल टूट चुका हैं.
वक़ार यूनिस का कोचिंग करियर हमेशा विवाद में घिरा रहा है. मोहम्मद आमिर की शिक़ायत काफी हद तक ठीक है. लेकिन यह भी एक सच है कि जब 'काम का बोझ' मोहम्मद आमिर को घुन की तरह खा रहा था, उस समय कोच मिस्बाह और वक़ार यूनिस नहीं थे, बल्कि मिकी आर्थर और अज़हर महमूद थे.
लेकिन मिकी आर्थर से आमिर को कोई शिकायत नहीं है, वह कभी भी, कहीं भी, उनकी (मिकी आर्थर की) कोचिंग में खेलना पसंद करते हैं. आमिर को सिर्फ़ और सिर्फ़ वर्तमान पीसीबी प्रबंधन और उसके द्वारा भर्ती किये गए कोचिंग स्टाफ़ से शिकायत है.
वह आज भी नजम सेठी की प्रशंसा करते हैं. दिलचस्प बात यह है कि, अगर कोई एहसान मानी और मिस्बाह के दिनों में नजम सेठी और मिकी आर्थर को याद कर रहा है, तो यह कहीं न कहीं एक संदेश है, कि अगर वे लोग आज पॉवर में होते, तो मुझे इस मानसिक पीड़ा का सामना नहीं करना पड़ता.
मिक्की आर्थर और नजम सेठी के अलावा, मोहम्मद आमिर, जिनकी प्रशंसा करते हैं. वो वही शाहिद अफ़रीदी हैं, जो एजाज़ बट के ख़िलाफ़ 'ज़का अशरफ़ की नियुक्ति तक व्यापार बंद है' का झंडा उठा कर चले थे और अपने संघर्ष में सफ़ल भी हुए थे.
यदि मोहम्मद आमिर की घोषणा भी इसी तरह की 'कार्रवाई' की प्रतीक्षा कर रही है, तो यहां एक पूर्व तेज़ गेंदबाज़, प्रधानमंत्री और पीसीबी के पैटर्न इन चीफ़ उनकी राह में खड़ा होगा.
इसमें कोई संदेह नहीं है, कि पाकिस्तान क्रिकेट के हालिया इतिहास में मोहम्मद आमिर सबसे जादुई चरित्र हैं. जो अपार प्यार और सहानुभूति उन्हें अपने प्रशंसकों से मिली है, बहुत ही कम लोगों के हिस्से में आती है. यह प्यार और सहानुभूति इतनी ज़्यादा थी, कि पूरे ड्रेसिंग रूम की राय के विपरीत उन्हें टीम में वापस लाया गया.
लेकिन दुर्भाग्य से उनकी वापसी के बाद, आमिर अब वो आमिर नहीं रहे थे. मोहम्मद आमिर ने क्रिक इन्फो के उस्मान समीउद्दीन के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू दिया था. इस इंटरव्यू में मोहम्मद आमिर ने ख़ुद स्वीकार किया कि उनकी पांच साल की अनुपस्थिति ने उनके दिमाग़ के साथ-साथ उनके शरीर पर भी असर किया. लेकिन प्रशंसक उम्मीद कर रहे थे कि वह 2010 वाले ही मोहम्मद आमिर होंगे.
लेकिन वे नहीं थे और हम सब कुछ देख कर भी चुप रहे. हम किसी भी तरह से पुराना मोहम्मद आमिर वापस चाहते थे. अपनी वापसी के बाद, आमिर ने अपना अधिकांश क्रिकेट सरफ़राज़ अहमद के अधीन खेला और सरफ़राज़ ने उनका इतना इस्तेमाल किया कि वह थक गए.
वह थक कर भी हिम्मत नहीं हारना चाहता था. वह टेस्ट क्रिकेट को छोड़कर शॉर्ट फ़ॉर्मेट में अपनी पहचान बनाना चाहते थे. लेकिन यहां से उनके और पीसीबी के बीच दरार पैदा हो गई. एक स्टेज पर उनके और पीसीबी के बीच की इस दरार को भरने की भी कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं बनी.
अगर पीसीबी टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के लिए मोहम्मद आमिर पर गुस्सा था, तो यह किसी भी तरह से अनुचित नहीं था. यह पिछले दस वर्षों में पीसीबी का सबसे बड़ा निवेश था. प्रतिबंध के बावजूद, क्रिकेट बोर्ड ने उनका हर तरह से, हर मंच पर समर्थन किया. पीसीबी को मोहम्मद आमिर से बहुत उम्मीदें थीं.
अगर मोहम्मद आमिर हालिया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सूची से हटाए जाने को लेकर परेशान थे, तो यह भी कोई दूर की कौड़ी है. हम सभी जानते हैं कि मोहम्मद आमिर दुनिया भर में टी-20 लीग में खेलना चाहते हैं. लेकिन अगर उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सूची में शामिल किया गया होता, तो वे निर्धारित संख्या से अधिक लीग नहीं खेल पाते. शायद एक फ्रीलांसर के रूप में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करना, उनके लिए आर्थिक रूप से अधिक फ़ायदेमंद था.
पीसीबी को इसकी जांच करने की जरूरत है कि टीम ने उनके साथ व्यवहार किया और कोचेज़ ने उन्हें किस दर्दनाक माहौल में रखा. यदि कोई पूर्व ख़िलाड़ी अपने लंबे समय से चले आ रहे पूर्वाग्रहों के आधार पर किसी को निशाना बनाता है, तो यह व्यवहार किसी भी ड्रेसिंग रूम के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है.
आमतौर पर रिटायरमेंट वह क्षण होता है जब भावनाएं उमड़ आती हैं और चारों ओर से भावनात्मक संदेश आते रहते हैं. लेकिन दुर्भाग्य से, मोहम्मद आमिर की अचानक रिटायरमेंट ने कई घावों को हरा कर दिया है. मुझे नहीं पता कि ये घाव कब भरेंगे. लेकिन फिलहाल केवल यही दुःख खाए जा रहा है, कि जिसको वसीम अकरम के रिकॉर्ड तोड़ने थे, उसका अपना दिल टूट गया.
और मोहम्मद आमिर का दिल क्या टूटा, करोड़ो क्रिकेट प्रशंसकों की रोमांटिक प्रेम कहानी इंटरवल पर ही समाप्त हो गई. (bbc.com)
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर | भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार को एडिलेड में 96 साल का एक अनचाहा रिकार्ड तोड़ दिया है। एडिलेड ओवल मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ हुए डे-नाइट टेस्ट मैच में भारत की दूसरी पारी में मेहमान टीम का कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े में नहीं पहुंच सका। यह वाकया टेस्ट इतिहास में दूसरी और बीते 96 साल में पहली बार हुआ है। 96 साल पहले 14 जून, 1924 को दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच हुए टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम पहली पारी में 30 रन ही बना पाई थी और उसका कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका था।
उस मैच के बाद शनिवार को भारत ने यह कारनामा किया। शनिवार को आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने भारत का कोई भी बल्लेबाज दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। टीम के सर्वोच्च स्कोरर मयंक अग्रवाल रहे जिन्होंने नौ रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका के लिए उस पारी में कप्तान हार्बी टेलर ने सबसे ज्यादा सात रन बनाए थे जबकि चार बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए थे। भारत की तरफ से तीन बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए। (आईएएनएस)
छत्तीसगढ़ संवाददाता
नगरी, 19 दिसंबर। नगर के हाईस्कूल मैदान में न्यू स्पोर्ट्स क्लब नगरी के द्वारा आयोजित नगरी प्रीमियर क्रिकेट लीग का शुभारंभ हुआ। नगर के खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित इस क्रिकेट प्रतियोगिता में नगरी नगर की 10 टीमों को प्रवेश दिया गया है, जिनके बीच मुकाबले खेले जाएंगे।
इस प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष व पूर्व पार्षद बलजीत छाबड़ा, अध्यक्षता सुनील निर्मलकर सभापति नगर पंचायत नगरी, विशेष अतिथि के रूप में कुमार नायर,पार्षद जितेंद्र ध्रुव, वीरेंद्र निर्मलकर,दिलीप शर्मा, अभिषेक जैन उपस्थित हुए।
पहला मुकाबला राज इलेवन वर्सेस हर्ष इलेवन नगरी के मध्य खेला गया। न्यू स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष राजा पवार, उपाध्यक्ष संत कोठारी, युवा सदस्यों में वीरेंद्र यादव, कमल साहू, अजय यादव, सूरज लहरे, प्रकाश लहरे, राम टंडन, कमल नारायण साहू, बलदेव निषाद, वैभव मिर्ची, निहाल ध्रुव, पूरण साहू, सागर मरकाम, सोमप्रकाश, भोजराज, सत्य नेतााम, प्रशांत भट्ट्ट, प्रवीण भट्ट सहित समस्त सदस्य आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर। श्रीलंका के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले दक्षिण अफ्रीका की टीम बुरी मुश्किल में फंसती दिख रही है। श्रीलंका के लिए घोषित की गई टीम के 16 में से 10 सदस्य फस्र्ट क्लास मैच के दौरान कोविड-19 से एक्सपोज हो गए हैं।
इस घटना के बाद क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने घरेलू टूर्नामेंट पर रोक ला दी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने अगले महीने तक घरेलू क्रिकेट पर रोक लगाने का फैसला किया है। घरेलू टूर्नामेंट में रविवार से तीन मैच खेले जाने वाले थे।
सोमवार को डॉल्फिन और टाइटंस के बीच खेले जा रहे मैच को पांच खिलाडिय़ों को कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद रद्द करने का फैसला किया गया। इस मैच में सिर्फ एक दिन का खेल ही पूरा हो पाया था।
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के लिए चुनी गई टीम के पांच सदस्य बुधवार को ईगल्स और लायंस के बीच खेल जा रहे मैच के तीसरे दिन कोविड 19 पॉजिटिव पाए गए। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच को भी रद्द कर दिया है।
टेस्ट सीरीज का होना तय
श्रीलंका के खिलाफ चुनी गई टीम के सिर्फ वो सदस्य ही कोविड पॉजिटिव होने से बचे हैं जिन्होंने इस हफ्ते किसी मैच में हिस्सा नहीं लिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए कप्तान डी कॉक का पॉजिटिव नहीं पाया जाना राहत की बात है।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का कहना है कि इस बात का 26 दिसंबर से शुरू हो रही सीरीज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका ने साफ किया कि बायो बबल में एंट्री होने से पहले सभी खिलाडिय़ों की कोविड 19 रिपोर्ट नेगेटिव आना जरूरी है। जिस खिलाड़ी की रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आती है उन्हें पहले टेस्ट मैच से बाहर रखा जाएगा।
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर| भारत ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथा सबसे कम स्कोर बनाया है। भारतीय पारी एडिलेड ओवल मैदान पर आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को 36 रनों पर ही ढेर हो गई। यह भारत का टेस्ट की एक पारी में सबसे कम स्कोर है। स्कोर जब 36 रनों पर नौ विकेट था तब मोहम्मद शमी को दाहिने हाथ पर गेंद लगी और वह रिटायर्ड हर्ट हो गए और इसी के साथ पारी समाप्त हो गई।
टेस्ट की एक पारी में यह चौथा सबसे कम स्कोर है। इस सूची में नंबर-1 पर न्यूजीलैंड है। न्यूजीलैंड की टीम 25 मार्च, 1955 को इंग्लैंड के खिलाफ ऑकलैंड में एक पारी में 26 रन ही बना पाई थी।
दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका है जो टेस्ट में दो बार 30-30 रनों पर ऑल आउट हुई है। पहले 13 फरवरी, 1896 को पोर्ट एलिजाबेथ में इंग्लैंड के खिलाफ तो दूसरी बार 14 जून, 1924 को बमिर्ंघम में भी इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका 30 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी।
तीसरे नंबर पर भी दक्षिण अफ्रीका है जो एक अप्रैल, 1899 को इंग्लैंड के खिलाफ केपटाउन में एक पारी में 35 रन ही बना पाई थी।
चौथे नंबर दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया संयुक्त रूप से भारत के साथ हैं। दक्षिण अफ्रीका ने 12 फरवरी, 1932 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में 36 रन बनाए थे। आस्ट्रेलिया ने 29 मई,1902 को इंग्लैंड के खिलाफ बमिर्ंघम में एक पारी में 36 रन बनाए थे।
इन दोनों के बाद भारत है जिसने शनिवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ विकेट खोकर 36 रन बनाए और मोहम्मद शमी रिटायर्ड हर्ट हुए इसी कारण भारतीय पारी समाप्त मानी गई। भारतीय पारी में कोई भी बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सका और यह भी एक रिकार्ड ही है। टेस्ट इतिहास में इससे पहले ऐसा सिर्फ एक बार ही हुआ है।
एडिलेड, 19 दिसम्बर| मजबूत बल्लेबाजी क्रम का तमगा लेकर आस्ट्रेलिया सरजमीं पर पहुंची भारतीय टेस्ट टीम ने शनिवार को वो रिकार्ड अपने नाम किया है जो दुनिया की कोई भी टीम नहीं करना चाहेगी। भारत ने टेस्ट में अपना सबसे कम स्कोर 39 रन बनाया है। 1974 में भारत ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन बनाए थे और अब वह रिकार्ड टूट गया है। आस्ट्रेलिया के साथ एडिलेड ओवल मैदान पर खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारत की दूसरी पारी 39 रनों ही समाप्त कर दी। यह टेस्ट में भारत का सबसे कम स्कोर है, हालांकि मोहम्मद शमी रिटायर्ड हर्ट हुए और इसी कारण भारत पारी समाप्त हो गई। शमी को जब गेंद लगी तब भारत का स्कोर नौ विकेट पर 36 रन था और शमी के रिटायर्ड हर्ट होने पर पारी समाप्त मानी गई।
इससे पहले भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर 42 रन था जो उसने 20 जून 1974 को लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था। भारतीय टीम उस मैच की दूसरी पारी में ही 42 रन बना पाई थी।
भारत का टेस्ट में अब तीसरा सबसे कम स्कोर भी आस्ट्रेलिया के खिलाफ दर्ज है, जो उसने 28 नवंबर 1947 को ब्रिस्बेन में बनाया था। भारत ने उस मैच की पहली पारी में 58 रन बनाए थे। भारत ने 17 जुलाई 1952 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में भी 58 रन ही बना पाए थे।
इसके बाद भारत ने 1996 में 26 दिसंबर को डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 66 रन बनाए थे। यह अब भारत का टेस्ट में सबसे कम स्कोर की सूची में चौथे नंबर है।
भारत का टेस्ट में पांचवां सबसे कम स्कोर 67 है और यह भी उसने आस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था। भारत ने छह फरवरी 1948 में मेलबर्न में यह स्कोर बनाया था। (आईएएनएस)
गोवा, 19 दिसम्बर। एफसी गोवा हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में उम्मीद के अनुरूप शुरुआत नहीं कर पाई है। टीम ने शुरुआती छह मैचों में दो जीते हैं, दो ड्रॉ खेले हैं जबकि दो में उसे हार मिली है। गोवा आज फातोर्दा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में चेन्नइयन एफसी का सामना करेगी, जहां उसकी कोशिश अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने की होगी।
इगोर एंगुलो अपनी टीम गोवा के लिए शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। गोवा ने इस सीजन में अब तक सात गोल किए हैं और इनमें से छह गोल एंगुलो ने अकेले दागे हैं।
लेकिन डिफेंस में टीम अच्छा नहीं कर रही है, खासकर सेट पीस के समय में। गोवा ने इस सीजन में अब छह गोल खाए हैं और और इनमें से ज्यादा गोल सेट पीस से हैं। हालांकि, गोवा के खिलाफ विभिन्न टीमों ने केवल 15 शॉट ही टारगेट पर लगाए हैं।
दूसरी तरफ, दो बार की चैम्पियन चेन्नइयन एफसी भी गोल करने के मौके तलाश रही है। टीम ने इस सीजन में अब तक तीन ही गोल किया है और वह पांच मैचों में पांच अंकों के साथ तालिका में आठवें स्थान पर है।
गोवा की टीम को अपने पिछले मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन एटीके मोहन बागान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन लाजलो जानते हैं कि दो बार की उपविजेता के खिलाफ यह मुकाबला आसान नहीं होगा।
गोवा और चेन्नइयन जब भी एक-दूसरे से भिड़ी है तो दोनों टीमों के बीच कभी भी गोल रहित ड्रॉ नहीं रहा है और अगर यह स्थिति जारी रही, तो फैन्स को आज एक रोमांचक मैच देखने को मिलेगा।
--आईएएनएस
ज्यूरिख, 19 दिसम्बर | भारतीय महिला फुटबाल टीम विश्व फुटबाल की नियामक संस्था-फीफा की ओर से जारी ताजा विश्व रैंकिंग में दो स्थान ऊपर चढ़कर 53वें नंबर पर पहुंच गई हैं। फीफा की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले 14 अगस्त को जब नई रैंकिंग जारी हुई थी, तो उस समय भारतीय महिला फुटबाल टीम 1432 अंकों के साथ 55वें नंबर पर थी।
लेकिन अब भी टीम के अंक बराबर ही है और दो स्थानों का फायदा हुआ है और वह 53वें नंबर पर पहुंच गई है। टीम अब टॉप-50 में लौटने से तीन स्थान दूर है।
भारतीय टीम के अलावा वेनेजुएला को भी दो स्थान का फायदा हुआ है और वह 55वें नंबर पर आ गई है।
अमेरिका 2192 अंकों के साथ टॉप पर कायम है। उनके बाद जर्मनी दूसरे नंबर पर, फ्रांस तीसरे नंबर पर और नीदरलैंडस चौथे नंबर पर कायम है। शीर्ष आठ में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
रैकिग में सबसे अधिक फायदा माल्टा को हुआ है, जो 16 स्थान ऊपर चढ़ा है।
पुरुष रैंकिंग में भारतीय पुरुष फुटबाल टीम 104वें स्थान पर कायम है।
भारत के अभी 1187 अंक है और उसे न तो एक भी अंक का नुकसान हुआ है और ना ही फायदा। बेल्जियम की टीम पहले, फ्रांस दूसरे, ब्राजील तीसरे पायदान और उरुग्वे चौथे तथा क्रोएशिया पांचवें स्थान पर काबिज है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च से ही अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल स्थगित है। ऐसे में टॉप-50 में किसी भी टीम की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कोरोनावायरस के बाद भारतीय पुरुष फुटबाल टीम फीफा विश्व कप 2022 क्वॉलिफाइंग में अपना मैच एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ आठ अक्टूबर को खेलना था, जिसे स्थगित कर दिया गया था।
यह फीफा द्वारा जारी इस साल की अंतिम रैंकिंग सूची है।े
--आईएएनएस
एडिलेड, 18 दिसम्बर | भारतीय स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नॉथन लॉयन से खुद की तुलना को खारिज करते हुए कहा कि वे दोनों अलग-अलग गेंदबाज है और दोनों ने अगल-अलग तरीके से सफलता हासिल की है। लॉयन ने आस्ट्रेलिया के लिए अब तक 391 विकेट लिए हैं जबकि अश्विन के खाते में 369 विकेट है।
अश्विन ने एक बार फिर से एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले डे-नाइट टेस्ट के दूसरे दिन सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की और 55 रन देकर चार विकेट हासिल किए।
अश्विन के सामने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने टीम के मध्य क्रम को अपने हाथों लिया। आस्ट्रेलियाई मध्य क्रम के तीन विकेट अश्विन के खाते में आए, जिसमें स्टीव स्मिथ का बड़ा विकेट भी है।
अश्विन ने दूसरे दिन के खेल समाप्ति के बाद पत्रकारों से कहा, " देखिए, मेरा मानना है कि प्रत्येक स्पिनर है। कभी-कभी चीजें अनुपात से बाहर हो सकती हैं ..यहां तक कि खासकर टेस्ट में भी, नॉथन और मैं अलग-अलग तरीके से गेंदबाजी करते हैं। हम अलग-अलग तरह के गेंदबाज हैं और अगल-अलग तरीके से सफलता हासिल की है।"
अश्विन ने साथ ही कहा कि उनका काम एक छोर को संभाले रखना और तेज गेंदबाजों को सपोर्ट करना है।
भारतीय स्टार ऑफ स्पिनर ने कहा, " कभी कभी जब आप विदेश दौरे पर होते हैं और चार गेंदबाजों के साथ साथ उतरते हैं तो मेरा काम एक छोर को संभाले रखना और दूसरे छोर से तेज गेंदबाजों को रोटेट करना तथा उन्हें सपोर्ट करना होता है। साथ ही विकेट के लिए भी जाना होता है। मेरे लिए, बल्लेबाजों के लिए चीजें मुश्किल बनाना रनों का बचाव करना महत्वपूर्ण है।" (आईएएनएस)
खुर्रम हबीब
नई दिल्ली, 18 दिसम्बर | भारतीय स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन पिछले तीन दशक में चार बार आस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं और दो साल पहले ही उन्होंने एडिलेड में खेलने का दूसरी बार अनुभव हासिल किया था।
अश्विन ने एक बार फिर से एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी पहले डे-नाइट टेस्ट के दूसरे दिन सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की और 55 रन देकर चार विकेट हासिल किए।
अश्विन के सामने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने टीम के मध्य क्रम को अपने हाथों लिया। आस्ट्रेलियाई मध्य क्रम के तीन विकेट अश्विन के खाते में आए जिसमे स्टीव स्मिथ का बड़ा विकेट भी है।
अश्विन ने दूसरे दिन के खेल समाप्ति के बाद पत्रकारों से कहा, " आप जानते हैं कि वह (स्मिथ) कितनी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। उनके अंदर बहुत ज्यादा रनों की भूख है। इसलिए खेल के संदर्भ में, जहां इसे रखा गया था। मुझे लगा कि यह महत्वपूर्ण विकेट है, इसलिए मैंने इसका आनंद लिया और मैं वास्तव में खुश हूं।"
पिछली बार जब भारत ने 2018-19 में आस्ट्रेलिया का दौरा किया था, तो अश्विन एडिलेड टेस्ट में ही खेल पाए थे और उन्होंने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए थे। अश्विन केवल एडिलेड टेस्ट में ही खेल सके थे और फिर इसके बाद फिटनेस समस्या के कारण वह सीरीज के बाकी मैचों से बाहर हो गए थे।
उन्होंने कहा, " पिछले 18 महीनों में खेलने के लिए मैं जितनी बार बाहर गया। मुझे बहुत अच्छा लगा और जैसा कि मैंने कहा कि चीजें संदर्भ से बाहर हो सकती हैं, लेकिन मैंने उन चीजों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है और मैंने उन चीजों से सीख ली है। मैं वापस बैठना नहीं चाहता और सोचता हूं कि यह सबसे अच्छा है या नहीं। अभी एक पारी बची है और मेरी पूरी सीरीज पर नजर है। मेरे लिए यह एक अच्छा मौका है कि मैं अपने उस प्रदर्शन को दोहराऊं।"
अश्विन 2012 में पहली बार एडिलेड में खेले थे और फिर इसके बाद वह 2018 में यहां लौटे थे। 2012 में उन्होंने 267 रन देकर पांच विकेट और 2018 में 149 रन देकर छह विकेट लिए थे। इस बार उन्होंने पहली पारी में ही चार विकेट चटका दिए हैं।
यह पूछे जाने पर कि विदेशी दौरों पर क्या आप विपक्षी टीम के गेंदबाजों से सीखने की कोशिश करते हैं, अश्विन ने कहा कि वह उनसे चीजों को सीखने की कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा, " कभी-कभी जब हम इन तुलनाओं को देखते हैं, तो वे तिरछे हो जाते हैं। कोई भी बल्लेबाजों को खेलने के तरीके के बारे में दोहराने के लिए नहीं कहता है क्योंकि सभी जानते हैं कि हर किसी का कौशल अलग होता है। आप लोगों से सीख सकते हैं, खासकर तब जब आप विदेशी दौरों पर होते हैं।" (आईएएनएस)
बेल्ग्रेड, 18 दिसम्बर | रूस के पहलवानो ने सर्बिया में हुए इंडिविजुअल विश्व कप के फ्रीस्टाइल वर्ग में चार स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने युनाइटेड वल्र्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के हवाले से बताया कि 2019 अंडर-23 वर्ग के चैम्पियन रजाम्बेक झमालोव ने 74 किग्रा फ्रीस्टाइल के फाइनल में दो बार के विश्व चैम्पियन इटली के फ्रैंक चामिजो को 4-2 से हराकर स्वर्ण जीता।
झमालोव के अलावा जवुर उगेव ने 57 किग्रा वर्ग में जबकि अलीखान झबरैलोव ने 92 किग्रा वर्ग में और शमील शारिपोव ने 125 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
रूस के अलावा पोलैंड के मेगोमेदमुराड गेडझिएव भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा। पोलैंड के पहलवान ने तुर्की के हैदर यावुज को 70 किग्रा में हराकर स्वर्ण पदक खिताब पर कब्जा जमाया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 दिसम्बर | अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने 2027 में होने वाले एएफसी एशियन कप की मेजबानी हासिल करने के लिए आधिकारिक रूप से अपनी दावेदारी पेश की है और इस बीच, भारतीय पुरुष फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि भारत में इस मेगा इवेंट की मेजबानी करना समर्थकों के लिए 'सबसे अच्छा उपहार' होगा। छेत्री 2011 और 2019 एएफसी एशियन कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
एआईएफएफ ने छेत्री के हवाले से कहा, " अपने देश के लिए खेलना और एएफसी एशियन कप 2027 की मेजबानी करने से बड़ा कोई सम्मान और गर्व की बात नहीं है। मुझे लगता है कि प्रशंसकों और देश में सभी के लिए यह सबसे अच्छा उपहार होगा।"
उन्होंने कहा, " हम पहले ही भारत में 2017 फीफा अंडर -17 विश्व कप का आयोजन कर चुके हैं और यह काफी सफल रही थी। आप इस टूर्नामेंट से होने निकलने वाले प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अच्छी तरह से देख सकते हैं। हमें आगे अभी फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप 2022 की भी मेजबानी करनी है और मैं इसके लिए इंतजार नहीं कर सकता। 2027 एशियाई कप की मेजबानी का अधिकार पाने और इसमें खेलना हमारे लिए बहुत बड़ा मौका होगा। इसके लिए मैं एआईएफएफ को शुभकामनाएं देता हूं और मुझे उम्मीद है कि हम इसकी मेजबानी हासिल करेंगे।"
गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधु का मानना है कि 2027 में एएफसी एशियाई कप की मेजबानी मिलने से भारत में इस खेल को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
संधु, यूईएफए यूरोपा लीग में खेलने वाले पहले भारतीय हैं।
उन्होंने कहा, " पिछले कुछ वर्षों में हमारे प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है और इस तरह के बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करने से हमें बहुत मदद मिलेगी। 2017 में हमने देखा कि भारत ने फीफा अंडर -17 विश्व कप की मेजबानी की और अब हम 2022 में एएफसी महिला एशियाई कप और फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप की मेजबानी करेंगे। मुझे लगता है कि इससे हमें 2027 में एएफसी एशियन कप की मेजबानी करने में मदद मिलेगी।"
भारत सहित कुल पांच देशों ने एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल टूनार्मेंट की मेजबानी हासिल करने के लिए बोली लगाई है। भारत के अलावा कतर, ईरान, उज्बेकिस्तान और सऊदी अरब भी मेजबानी के दावेदारों में शामिल हैं।
एएफसी एशियन कप 2027 की मेजबानी हासिल करने वाले देश की घोषणा 2021 में की जाएगी। (आईएएनएस)