खेल
मेलबर्न, 18 फरवरी | विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने गुरुवार को रूस के क्वालीफायर एस्लान कारात्सेव को हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जगह बना ली। जोकोविच ने एक घंटे 53 मिनट तक चले मुकाबले में करात्सेव को लगातार सेटों में 6-3, 6-4, 6-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
करात्सेव अपने पदार्पण ग्रैंड स्लैम में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले रूस के पहले खिलाड़ी हैं। हालांकि इस हार के साथ ही उनका इस टूर्नामेंट में सफर यहीं खत्म हो गया।
17 ग्रैंड स्लैम के विजेता 33 वर्षीय जोकोविच जब भी ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचे हैं, उन्होंने इसका खिताब जीता है। जोकोविच का ऑस्ट्रेलियन ओपन का यह नौंवां फाइनल होगा।
जोकोविच ने मैच के बाद कहा, "पूरे टूर्नामेंट में यह मैच सबसे अच्छा रहा। मुझे अच्छा महसूस हुआ। मैं बिना दर्द के खेल रहा था। यह अब तक का मेरा सबसे अच्छा मुकाबला था जो सही समय पर हुआ।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 फरवरी | भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का दोस्त की शादी में पत्नी साक्षी के साथ डांस करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। सोशल मीडिया पर धोनी फैंस पेज पर अपलोड किए गए वीडियो में धोनी अपनी पत्नी साक्षी के साथ 'जय मम्मी दी' के गाने 'मम्मी नू पसंद' पर डांस करते नजर आ रहे हैं।
साक्षी ने भी अपने इंस्टाग्राम पर शादी के कुछ फोटो पोस्ट किए हैं। धोनी और साक्षी की चार जुलाई 2010 को शादी हुई थी और दोनों की एक बेटी भी है, जिसका नाम जीवा है।
39 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी ने पिछले साल 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। धोनी के नेतृत्व में भारत ने 2007 आईसीसी टी20 विश्वकप, 2011 आईसीसी वनडे विश्वकप और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। उनकी कप्तानी में ही भारत पहली बार 2009 में टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंचा था।
धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और जनवरी 2017 में उन्होंने वनडे की कप्तानी भी छोड़ दी थी। आईपीएल में वह चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी करते हैं और उनकी कप्तानी में चेन्नई ने तीन बार आईपीएल का खिताब जीता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 फरवरी | 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता अमेरिका की सेरेना विलियम्स का वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में जापान की नाओमी ओसाका से सेमीफाइनल में मिली हार के साथ ही 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया। सेरेना की इसके साथ ही रिकॉर्ड 24वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की तलाश जारी है।
सेरेना को ओसाका के हाथों सेमीफाइनल में लगातार सेटों में 3-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। सेरेना ऑस्ट्रेलिया की लीजेंड महिला टेनिस खिलाड़ी मार्गरेट कोर्ट के 24वें ग्रैंड स्लैम की बराबरी करने से एक कदम दूर हैं।
सेरेना पहले बच्चे के जन्म के कारण कुछ समय के लिए अवकाश पर गयी थीं। सेरेना 2017 ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद अवकाश पर गयीं थी। उनके वापस लौटने के बाद 2021 ऑस्ट्रेलियन ओपन उनका 11वां ग्रैंड स्लैंम टूर्नामेंट रहा।
बच्चे के जन्म के बाद 2018 फ्रेंच ओपन सेरेना का पहला ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट था जिसमें वह चौथे दौर में बाहर हो गई थीं। सेरेना 2018 विंबलडन और 2019 यूएस ओपन के फाइनल में पहुंची थी लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। (आईएएनएस)
चेन्नई, 18 फरवरी | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 सीजन के लिए गुरुवार को चेन्नई में शुरू हुई खिलाड़ियों की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स और आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को दिल्ली कैपिटल्स ने 2.20 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा। स्मिथ का बेस प्राइस दो करोड़ रुपये था। बेस प्राइस पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने पहली बोली लगाई, जिसके बाद 20 लाख और बढ़ाकर 2.20 करोड़ रुपये में दिल्ली कैपिटल्स ने खरीद लिया। दिल्ली की टीम ने बीते सीजन में फाइनल खेला था।
आईपीएल 13 में स्मिथ राजस्थान रॉयल्स के लिए बतौकर कप्तान खेले थे, लेकिन नए सीजन के लिए क्लब ने उन्हें रिलीज कर संजू सैमसन को कप्तान बनाया है।
शुरुआत में चार खिलाड़ी अनसोल्ड रहे। इनमें करुण नायर (50 लाख बेस प्राइस), एरॉन फिंच 1 करोड़) , इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स (1.5 लाख बेस प्राइस) और इंग्लैंड के ही जेसन रॉय (2 करोड़ रुपये बेस प्राइस) शामिल हैं। (आईएएनएस)
भारत की टी-20 क्रिकेट स्पर्धा इंडियन प्रीमियर लीग के लिए खिलाड़ियों की नीलामी शुरू हो गई है. ये नीलामी चेन्नई में चल रही है जिसमें कुल 61 खिलाड़ियों की बोली लगेगी.
अभी तक की नीलामी में क्रिस मॉरिस सबसे महंगे खिलाड़ी साबित हुए हैं. उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ रुपए में ख़रीदा है. ये आईपीएल के इतिहास में अब तक की सबसे महंगी बोली है.
उनके बाद ग्लेन मैक्सवेल सबसे महंगे बिके हैं. उनकी बेस कीमत दो करोड़ रुपए रखी गई थी. उन्हें रॉयल चैंलेन्जर्स बेंगलुरू ने 14.25 करोड़ रुपए में ख़रीदा है.
नीलामी में सबसे पहले करुण नायर की बोली लगी, उनकी बेस कीमत पचास लाख रुपए रखी गई थी. उन्हें किसी टीम ने नहीं ख़रीदा.
दूसरी बोली एलेक्स हेल्स की लगी. किसी टीम ने उन्हें भी नहीं ख़रीदा. उनके बाद आए जेसन रॉय को भी किसी टीम ने नहीं ख़रीदा.
वहीं स्टीव स्मिथ को दिल्ली कैपिटल ने 2.2 करोड़ रुपए में ख़रीदा. उनके बाद इवि लेविस की बोली लगी. उनकी बेस कीमत एक करोड़ रुपए थी लेकिन उन्हें भी किसी ने नहीं ख़रीदा.
एरॉन फ़िंच, जिनकी शुरुआती क़ीमत एक करोड़ रुपए रखी गई थी, भी किसी टीम का ध्यान नहीं खींच सके. वो भी नहीं बिके.
इसके बाद हनुमा विहारी की बोली लगी और उन्हें भी किसी ने नहीं ख़रीदा.
ग्लेन मैक्सवेल के लिए दो करोड़ रुपए से बोली लगनी शुरू हुई. चेन्नई सुपरकिंग्स, कोलकाना नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर बैंगलोर ने उन्हें ख़रीदने में दिलचस्पी दिखाई. आख़िर में आरसीबी ने उन्हें 14.25 करोड़ रुपए में ख़रीद लिया.
ऑलराउंडर मोइन अली को ख़रीदने में भी पंजाब और सीएसके ने दिलचस्पी दिखाई. उन्हें सीएसके ने 7 करोड़ रुपए में ख़रीदा.
शिवम दुबे को राजस्थान रॉयल ने 4.4 करोड़ रुपए में ख़रीदा. वहीं शाकिल उल हसन को केकेआर ने 3.2 करोड़ रुपए में ख़रीदा.
आईपीएल के इतिहास में सबसे बड़ी बोली क्रिस मॉरिस के लिए लगी है. राजस्थान रॉयल्स ने क्रिस मॉरिस को 16.25 करोड़ रुपये की बोली लगाकार ख़रीदा है.
दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर के लिए 75 लाख रूपये से बोली शुरू हुई थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने इतिहास बना दिया.
पहले मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु में होड़ लगी. 10.75 करोड़ के बाद राजस्थान रॉयल्स इस होड़ में शामिल हुआ और उसने रिकॉर्ड बोली में क्रिस मॉरिस को ख़रीदा. उनसे पहले युवराज सिंह के लिए 16 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.
अब तक कौन से खिलाड़ी सबसे ज़्यादा क़ीमत पर बिके?
ये देखना दिलचस्प होगा कि इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली किसकी लगती है. आइए जानें कि नीलामी में अब तक की सबसे महंगी बोली किसकी लगी.
2008-एमएस धोनी (6 करोड़)
2009 - एंड्रयू फ्लिंटॉफ और केविन पीटरसन (7.35 करोड़ प्रत्येक)
2010 - किरन पोलार्ड और शेन बॉन्ड (3.4 मिलियन प्रत्येक)
2011- गौतम गंभीर (11.4 करोड़)
2012-रवींद्र जडेजा (9.72 करोड़)
2013-ग्लेन मैक्सवेल (5.3 करोड़)
2014-युवराज सिंह (14 करोड़)
2015-युवराज सिंह (16 करोड़)
2016- शेन वॉटसन (9.5 करोड़)
2017-बेन स्टोक्स (14.5 करोड़)
2018-बेन स्टोक्स (12.50 करोड़)
2019-जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती (8.4 करोड़ प्रत्येक)
2020-पैट कमिंस (15.5 करोड़)
मेलबर्न, 18 फरवरी | क्रोएशिया के इवान डोडिग और स्लोवाकिया के फिलिप पोलासेक की जोड़ी ने दूसरी सीड क्रोएशियाई जोड़ी निकोला मेकटिक और माते पैविच की जोड़ी को सेमीफाइनल में हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरुष युगल वर्ग के फाइनल में जगह बना ली। टूर्नामेंट की आधिकारिक वेबसाइट-एयूएसओपन डॉट कॉम के अनुसार, डोडिग और पोलासेक की जोड़ी ने क्रोएशियाई जोड़ी को मेकटिक तथा पैविच की जोड़ी को एक घंटे 57 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-4, 6-3 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
डोडिग और पोलासेक की जोड़ी ने मुकाबले में सात जबकि मेकटिक तथा पैविच की जोड़ी ने नौ एस लगाए। डोडिग और पोलासेक की जोड़ी ने 26 और क्रोएशियाई जोड़ी ने भी 26 विनर्स लगाए।
डोडिग और पोलासेक की जोड़ी का फाइनल में छठी सीड ब्रिटेन के जैमी मरे और ब्राजील के ब्रूनो सोएरेस तथा पांचवीं सीड अमेरिका के राजीव राम और ब्रिटेन के जोए सालिसबुरी की जोड़ी के बीच होने वाले एक अन्य सेमीफाइनल की विजेता टीम से मुकाबला होगा। (आईएएनएस)
बुडवा (मोंटेनेग्रो), 18 फरवरी | यूथ एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप-2019 के रजत पदक विजेता अंकित नरवाल (64 किग्रा) ने 30वें एड्रियाटिक पर्ल यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप में विजयी शुरुआत करते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। खेलो इंडिया गेम्स में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने वाले हरियाणा के नरवाल ने उज्बेकिस्तान के लाजिजबेल फाटोएव को 5-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की। क्वार्टर फाइनल में अब उनका सामना यूक्रेन के रतमिर तुरचानिनोव से होगा।
नरवाल उन मुक्केबाजों में शामिल हैं, जो 17 से 22 फरवरी तक होने वाले इस टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं।
हालांकि मीती संजारबम (56 किग्रा) और विशाल (76 किग्रा) को अपने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। मीती को यूक्रेन के दिमित्रो टोडोरोव से और विशाल को नुरिसियोम इस्मोइलोव से शिकस्त झेलनी पड़ी।
टूर्नामेंट में अभी सात और भारतीय मुक्केबाजों को अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरना है।
इनमें महिलाओं में अरुंधति चौधरी (69 किग्रा), बेबीरोजिना चानू (51 किग्रा) और विंका (60 किग्रा) जबकि पुरुषों में अरम्बम नोबा सिंह (52 किग्रा), सुमित (69 किग्रा), विशाल गुप्ता (91 किग्रा) और जुगनू (91 किग्रा) कांस्य पदक के लिए अपनी चुनौती पेश करेंगे। (आईएएनएस)
चेन्नई, 18 फरवरी | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 सीजन के लिए गुरुवार को चेन्नई में शुरू हुई खिलाड़ियों की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स और आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ को दिल्ली कैपिटल्स ने 2.20 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा। स्मिथ का बेस प्राइस दो करोड़ रुपये था। बेस प्राइस पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने पहली बोली लगाई, जिसके बाद 20 लाख और बढ़ाकर 2.20 करोड़ रुपये में दिल्ली कैपिटल्स ने खरीद लिया। दिल्ली की टीम ने बीते सीजन में फाइनल खेला था।
आईपीएल 13 में स्मिथ राजस्थान रॉयल्स के लिए बतौकर कप्तान खेले थे, लेकिन नए सीजन के लिए क्लब ने उन्हें रिलीज कर संजू सैमसन को कप्तान बनाया है।
शुरुआत में चार खिलाड़ी अनसोल्ड रहे। इनमें करुण नायर (50 लाख बेस प्राइस), एरॉन फिंच 1 करोड़) , इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स (1.5 लाख बेस प्राइस) और इंग्लैंड के ही जेसन रॉय (2 करोड़ रुपये बेस प्राइस) शामिल हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 18 फरवरी | 22वीं सीड अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी ने सेमीफाइनल में 25वीं सीड चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा को हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में प्रवेश किया। खिताबी मुकाबले में उनकी जंग विश्व की नंबर-3 खिलाड़ी जापान की नाोओमी ओसाका से होगी। विश्व रैंकिग की 24वें नंबर की खिलाड़ी ब्रॉडी ने मुचोवा को एक घंटे 55 मिनट तक चले मुकाबले में 6-4, 3-6, 6-4 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
ब्रॉडी ने मैच में आठ और मुचोवा ने एक एस लगाए। ब्रॉडी ने 20 जबकि मुचोवा ने 21 विनर्स लगाए। अमेरिकी खिलाड़ी ने मैच में 38 और मुचोवा ने 29 बेजां भूलें की।
एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में ओसाका ने 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता अमेरिका की सेरेना विलियम्स को लगातार सेटों में 6-3, 6-4 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
ओसाका ने मुकाबले में छह जबकि सेरेना ने तीन एस लगाए। नंबर-3 खिलाड़ी ने मैच में 20 और सेरेना ने 12 विनर्स लगाए।
नंबर-3 ओसाका का ऑस्ट्रेलियन ओपन का यह दूसरा फाइनल होगा। उन्होंने इससे पहले 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था।
23 वर्षीय ओसाका का यह लगातार दूसरा और करियर का चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल है।
सेरेना ने मैच के बाद स्वीकार किया कि उन्होंने ओसाका के खिलाफ मुकाबले में कई बेजां भूलें की जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। सेरेना ने मैच में 24 और ओसाका ने 21 बेजां भूलें की। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 18 फरवरी | 23 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने विश्व की नंबर-3 जापान की नाओमी ओसाका के खिलाफ वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद कहा कि उन्होंने मुकाबले में कई बेजां भूलें की जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। सेरेना को ओसाका के हाथों सेमीफाइनल मुकाबले में 3-6, 4-6 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही सेरेना का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया।
मुकाबला हारने के बाद सेरेना दर्शकों को हाथ दिखाकर आगे बढ़ीं। यह पूछे जाने पर कि क्या यह उनका ऑस्ट्रेलियन ओपन से विदाई का संकेत है। इस पर सेरेना ने मुस्कुराते हुए कहा, "अगर मैं विदाई लूंगी तो किसी को भी इस बारे में नहीं बताउंगी।"
इसके बाद उनसे मुकाबले में की गई गलतियों के बारे पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता। मेरा काम हो गया है।"
हालांकि सेरेना ने इससे पहले कहा कि ओसाका और उनके बीच फर्क सिर्फ 24 बेजां भूलें का था जो उन्होंने मैच में की। सेरेना ने कहा, "हम दोनों के बीच फर्क भूल का था। मैंने कई गलतियां की। मेरे पास अवसर था लेकिन मैं गलतियां करती रही। मैंने मुकाबले में कई बेजां भूलें की।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मैंने टूर्नामेंट में अच्छे हिट लगाए। लेकिन नहीं पता कैसे मैंने इस मुकाबले में इतनी गलतियां की। यह काफी आसान गलतियां थी।"
सेरेना ने बाद में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर ऑस्ट्रेलिया के दर्शकों का धन्यवाद दिया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 फरवरी | इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड का कहना है कि खिलाड़ियों को आईपीएल में नहीं खेलने के लिए कहना काफी कठिन होता है। इंग्लैंड की टीम में नियमित नीति के कारण उनके शीर्ष खिलाड़ियों को 2021 आईपीएल के दौरान आराम मिलने की संभावना कम है।
सिल्वरवुड ने मीडिया से वर्चुअल संवाद में कहा, "खिलाड़ियों से यह कहना कि आप आईपीएल में नहीं खेल सकते, काफी कठिन है। आप खिलाड़ियों को इसके लिए मना नहीं कर सकते। आईपीएल टी20 का एक बड़ा टूर्नामेंट है।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह कोई मुद्दा है क्योंकि खिलाड़ी यहां उच्च स्तरीय टी20 क्रिकेट खेलते हैं जिससे हमें फायदा मिलता है। इसके अलावा इस टूर्नामेंट में खेलने से खिलाड़ियों को भी फायदा होता है।"
ऐसी चर्चा है कि जून में न्यूजीलैंड के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज में ऑलराउंडर बेन स्टोक्स, तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर नहीं खेल पाएंगे, क्योंकि वो आईपीएल खेलेंगे। हालांकि, सिल्वरवुड का कहना है कि वह सकारात्मक स्थिति चुनेंगे।
सिल्वरवुड ने कहा, "मुझे लगता है कि इससे लोगों को अवसर मिलेंगे। मुझे अच्छा लगता है कि खिलाड़ी पदार्पण करें और अच्छा खेलें।"
कोच ने कहा कि वह चाहते हैं कि मोइन अली जैसे खिलाड़ी को आईपीएल की नीलामी में खरीदा जाए। सिल्वरवुड ने कहा, "मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी अच्छा करें। अगर उन्हें आईपीएल में लिया जाता है तो यह बेहतर होगा। मेरी यही इच्छा है कि खिलाड़ी अच्छा करें और वातावरण को समझ कर एक खिलाड़ी के रूप में सुधार करें।" (आईएएनएस)
मेलबर्न, 18 फरवरी | विश्व की नंबर-3 खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका ने 23 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन अमेरिका की सेरेना विलियम्स को सेमीफाइनल में हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जगह बना ली है। ओसाका के खिलाफ मिली हार के साथ ही सेरेना का एक बार फिर अपने करियर का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना टूट गया।
ओसाका ने विश्व रैंकिग में 11वें स्थान पर मौजूद सेरेना को एक घंटे 15 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार सेटों में 6-3, 6-4 से हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई।
23 वर्षीय ओसाका के करियर का यह चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल होगा। ओसाका ने आखिरी बार 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। इस हार के साथ ही सेरेना का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का इंतजार अब और बढ़ गया है।
ओसाका ने मुकाबले में छह जबकि सेरेना ने तीन एस लगाए। नंबर-3 खिलाड़ी ने मैच में 20 और सेरेना ने 12 विनर्स लगाए।
ओसाका का फाइनल में चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा और अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी के बीच होने वाले एक अन्य सेमीफाइनल की विजेता खिलाड़ी से मुकाबला होगा।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 फरवरी| आलराउंडर बेन स्टोक्स, तेज गेंदबाज जोफरा आर्चर और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर सहित इंग्लैंड के कई खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले सीजन के नॉकआउट मुकाबलों के कारण न्यूजीलैंड के साथ जून में होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर रह सकते हैं। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड का जून में न्यूजीलैंड के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने का कार्यक्रम है और इसी दौरान आईपीएल के नॉकआउट मुकाबले भी होने हैं। स्टोक्स, बटलर और ऑर्चर इस समय आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा हैं। इंग्लैंड को दो से 14 जून तक न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
उनके अलावा सैम कुरैन चेन्नई सुपर किंग्स का, क्रिस वोक्स दिल्ली कैपिटल्स का और जॉनी बेयरस्टो का सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा हैं। वहीं, गुरुवार को होने वाले आईपीएल नीलामी में मोइन अली और मार्क वुड के भी खरीदे जाने की संभावना है। ऐसे में इंग्लैंड के ये खिलाड़ी जून में आईपीएल के नॉकआउट के समय न्यूजीलैंड के साथ होने वाले टेस्ट मैच से बाहर रह सकते हैं।
आईपीएल के अगले सीजन को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसका आयोजन भारत में ही हो सकता है और यह अप्रैल की शुरुआत से लेकर जून तक चल सकता है। कोरोना के कारण आईपीएल का पिछला सीजन यूएई में आयोजित किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने सभी फ्रेंचाइजी को ईमेल किया है, जिसमें नॉकआउट में न पहुंचने वाली टीमों से कहा गया है कि उन खिलाड़ियों को जल्दी रिलीज कर दें, जिससे टेस्ट सीरीज पर इसका असर ना पड़े। (आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 फरवरी। ब्लॉक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन स्व. कमलेश गर्ग की स्मृति में किया जा रहा है।
ब्लॉक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन स्व. कमलेश गर्ग की स्मृति में किया जा रहा है। स्पर्धा के दसवें दिन के खेल का शुभारंभ नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने स्व. कमलेश गर्ग के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन कर, श्रद्घा सुमन अर्पित की।
मुख्य अतिथि द्वारा दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर टॉस के लिए सिक्का उछाला गया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, सुरेंद्र शर्मा कृषक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष, जनकराम वर्मा पूर्व विधायक, विद्याभूषण शुक्ला, दिनेश यदु, परमेंश्वर यदु, सीमा वर्मा, सुशील शर्मा, नीरज बाजपेई एवं रामाधार पटेल भी उपस्थित रहे। आयोजन समिति की ओर से ब्लाक अध्यक्ष विक्रम गिरी एवं रूपेश ठाकुर ने मुख्य अतिथि को शाल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
डॉ.शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैदान से लेकर पिच तक एवं खिलाडिय़ों के हर एक सुविधाओं का ध्यान रखते हुए इस तरह का आयोजन करना बलौदाबाजार के साथ-साथ जिले को भी गौरवान्वित करता है। इस तरह का आयोजन निरंतर होते रहना चाहिए, इससे खिलाडिय़ों का व्यक्तित्व निखरकर सामने आता है, और उन्हें आगे बढऩे का हौसला मिलता है। उन्होंने बताया कि मैंने स्टेडियम के लिए हाई मास्क एलइडी लाइट के लिए पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान कर दी है जो शीघ्र ही लग जाएगा।
दसवें दिन भी तीन मैच खेला गया। पहला मुकाबला मुस्कान 11 धाराशिव एवं सिविल इलेवन बलौदाबाजार के बीच हुआ। मुस्कान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 106 रनों का विशाल लक्ष्य सिविल इलेवन के लिए रखा। जिसका सामना करते हुए सिविल इलेवन केवल 67 रन बना सकी। इस प्रकार मुस्कान ने यह स्पर्धा 38 रनों से जीत ली। दूसरा मैच शानदार 11 लरिया एवं स्पार्टन सिक्सर बेमेतरा के मध्य खेला गया जिसमें लरिया के 53 रन के आसान लक्ष्य को स्पार्टन बेमेतरा द्वारा 2.4 ओवरों में बनाकर 10 विकेट से जीत हासिल की।
अंतिम मुकाबला स्पार्टन बेमेंतरा एवं मुस्कान 11 धाराशिव के बीच खेला गया। जिसमें मुस्कान 11 के 102 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए स्पार्टन सिक्सर बेमेतरा ने निर्धारित 8 ओवरों में केवल 82 रन बना सकी। मुस्कान धाराशिव 11 ने लगातार दूसरी जीत प्राप्त करते हुए प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। टीम के कप्तान अश्वनी को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया उन्होंने कुल 28 गेंदों का सामना करते हुए आठ छक्कों की सहायता से नाबाद 54 रनों की पारी खेलते हुए एक ओवर में एक महत्वपूर्ण विकेट भी लिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 17 फरवरी। जिला भारोत्तोलन संघ के तत्वाधान में 18वीं सब जूनियर बालक, बालिका एवं जूनियर भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 5 मार्च से 7 मार्च किया जा रहा है।
जिले में प्रथम बार आयोजित इस प्रतियोगिता के लिए खिलाडिय़ों में काफी उत्साह है। इसके लिए जिला भारोत्तोलन संघ गरियाबंद की आवश्यक बैठक संपन्न हुआ, जिसमें पूरे सदस्यों ने आयोजित प्रतियोगिता को सफल बनाने हेतु संकल्प लिया है तथा प्रदेश संगठन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
गरियाबंद जिला भारोत्तोलन संघ के जिलाध्यक्ष यशवंत यादव ने कहा कि क्षेत्र में ऊर्जावान, प्रतिभावान खिलाडिय़ों की कमी नहीं है, उन्हें मंच मिलने की आवश्यकता है , खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे ,देश में आज खेल के प्रति वातावरण बना हुआ है विभिन्न खेलों के अंक पर ही कई नौकरियां आधारित है इसलिए आज खेलो पर भी फोकस हो रहा है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारोत्तोलन के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं रायपुर पुलिस के डीएसपी रुस्तम सारंग, अजय सारंग, अशोक द्विवेदी जैसे खिलाड़ी यहां उपस्थित होकर खिलाडिय़ों का मार्गदर्शन करेंगे तथा उनका उत्साहवर्धन करेंग।
संघ के उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह ठाकुर ने कहा कि उनके पास जो बच्चे अभ्यास हेतु भारोत्तोलन में आते हैं वे राज्य स्तर को टक्कर देने वाले हैं इस आयोजन से आसपास के खिलाडिय़ों को बहुत कुछ सीखने को समझने का अवसर मिलेगा, प्रदेश के अन्य जिलों से आए खिलाडिय़ों से जिन्होंने इस खेल के माध्यम से नौकरी ही पाए हैं उन्हें देखकर प्रेरित होंगे।
वरिष्ठ सदस्य रेवेंद्र दीक्षित ने कहा कि पहली बार वनांचल क्षेत्र में यह प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। आदिवासी अंचल होने की वजह से प्रदेश इस तरह कोई भी आयोजन नहीं हो पाता था। स्पर्धा आयोजित करने के लिए भारोत्तोलन संघ के प्रदेश पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने इसके लिए गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड को चुना है इससे खिलाडिय़ों का मनोबल काफी ऊपर उठेगा तथा आने वाले दिनों में इस खेल से जुड़ेंगे।
संघ के सचिव हीरालाल साहू ने कहा कि संघ का गठन विगत 3 वर्ष पूरा हो चुका था ,पंजीयन एवं छत्तीसगढ़ भारोत्तोलन संघ से सम्बद्धता भी मिल चुका है, किंतु प्रतियोगिता आयोजन के लिए भारोत्तोलन संघ छत्तीसगढ़ ने इस बार दायित्व दिया है, क्षेत्र में इस प्रकार के आयोजन का प्रथम अवसर है, खेल सामग्री का भी व्यवस्था छत्तीसगढ़भारोत्तोलन संघ द्वारा किया जा रहा है ,हमारा उद्देश्य रत्नाचल भूमि के गर्भ में छिपा है हीरे जैसे प्रतिभावान खिलाडिय़ों को मंच देकर विश्व पटल पर क्षेत्र का नाम रोशन करना है।
जिला भारोत्तोलन संघ ने क्षेत्र के खेल प्रेमियों से इस आयोजन के सहभागी बनने हेतु आग्रह किया है । संघ के कोषाध्यक्ष भोले शंकर जायसवाल ने भी कहा कि पहला आयोजन से नगर के युवाओं में काफी उत्साह है, और कुछ देखकर सीखना चाह रहे हैं और कुछ भाग लेने हेतु विगत दिनों से अभ्यास भी प्रारंभ कर दिया गया है।
प्रतियोगिता के आयोजन के लिए ,शीतल ध्रुव, दिनेश साहू, हीरालाल नायक,ललित साहू, हेमंत कंसारी ,चंचल सिन्हा, रविशंकर देवांगन,देवराज साहू, महेंद्र पटेल, विनोद देवांगन ,रुद्रदेव वर्मा, देव नारायण यादव ,अर्जुन धज सिन्हा, चन्द्रभूषणनिषाद, शंकर यदु, मिथलेश सिन्हा , पुराणिक नागेश, टकेश्वर मरकाम , रूपनाथ बंजारे,मनोज पटेल, बलराम चन्द्राकर सहित नगर के खेल प्रेमी इस आयोजन की तैयारी के लिए लगे हुए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 17 फरवरी। कान्हा क्लब परिवार के तत्वाधान में आयोजित 2 दो दिवसीय अखिल भारतीय व्हालीबाल प्रतियोगिता का समापन पंजाब आर्मी और रायपुर पुलिस की टीम के बीच कांटे की टक्कर के मुकाबले के साथ संपन्न हुआ, जिसमें रायपुर पुलिस की टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से विजेता कप और 50 हजार रुपये की राशि को अपने नाम किया।
महिला एवं परुष दोनों ही वर्गों में रायपुर की टीम ने मारी बाजी। पुरुष वर्ग में रायपुर पुलिस की टीम ने पंजाब आर्मी को हराया तो वही महिला वर्ग में भिलाई की टीम को रायपुर की टीम ने हराया ।
इसके पहले 2 दिन चले अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता के मैच लीग के आधार पर संपन्न हुए जिसे देखने के लिए नगर सहित आसपास के क्षेत्र से खेल प्रेमी पहुंचे। इस कार्यक्रम के समापन में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं ओलंपिक संघ के महासचिव गुरचरण सिंह होरा गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन , पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय , विधायक प्रतिनिधि नरेंद्र देवांगन , गैंद लाल सिन्हा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ ।
प्रतियोगिता का फ़ाइनल मुक़ाबला छत्तीसगढ़ पुलिस और पंजाब आर्मी की टीम के बीच हुआ जिसमें लगतार 3 सेट जीत कर छत्तीसगढ़ पुलिस जीत की टीम ने विजेता ट्राफी और 50 हजार की राशि को अपने नाम किया । पंजाब आर्मी की टीम उप बिजेता रही । इसके साथ ही गल्र्स टीम के बीच फ़ाइनल
मैच में भी रायपुर की महिला वर्ग ने अपना क़ब्ज़ा जमाया फ़ाईनल रायपुर सिटी गर्ल वर्सेस भिलाई के बीच खेला गया जिसमें लगतार दो सेट जीत कर रायपुर गर्ल्स टीम ने मैच अपने नाम किया ।
पुरुष वर्ग में पंजाब, उत्तरप्रदेश, पुणे, छत्तीसगढ़ पुलिस, बी एस पी की टीम शामिल है। प्रतियोगिता लीग आधार पर खेल गया ।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजमोहन अग्रवाल अपने उद्बोधन में इस अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के आयोजन के लिये कान्हा क्लब को बधाई देते हुये कहा कि व्हालीबाल से गरियाबन्द का गहरा नाता रहा है इस नगर ने राष्ट्रीय स्तर पर कई खिलाड़ी दिये है इस तरह के आयोजन से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कान्हा क्लब का हर सदस्य लगतार दो महीनो से इस आयोजन लिए लगे रहे और उनकी मेहनत साफ़ नजऱ आ रही है वे सभी बधाई के पात्र है उनकी मेहनत और महत्वकांक्षी सोच की वजह से गरियाबंद में इतना बड़ा सफल आयोजन सम्प्पन हो सका ।
आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीज़न के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 18 फरवरी को चेन्नई में होगी.
इस बार नीलामी के लिए 1097 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया है. इनमें 814 भारतीय और 283 विदेशी खिलाड़ी हैं.
ये एक तरह से मिनी नीलामी होगी, क्योंकि ज़्यादातर टीमों ने अपने प्रमुख खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखा है. इसलिए कोई बड़ा उलटफेर होने की संभावना नहीं है.
हालांकि किंग्स XI पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने ज़्यादातर खिलाड़ियों को हटा दिया है. इसलिए ये टीमें एक नई टीम बनाना चाहती हैं. ये नीलामी इन दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है.
इनमें से 207 खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुके हैं. 863 खिलाड़ी फर्स्ट-क्लास और लोकल क्रिकेट से हैं, जबकि 27 खिलाड़ी सहयोगी देशों से हैं.
आईपीएल नीलामी एक इवेंट है, जिसके ज़रिए आठ आईपीएल टीमें आगामी टूर्नामेंट के लिए नए खिलाड़ियों को चुनती हैं. बीसीसीआई इस निलामी का आयोजन करवाता है.
आईपीएल निलामी का आयोजन पहली बार 2008 में हुआ था. इसके बाद से हर साल इसका आयोजन हो रहा है.
एक टीम अधिकतम 25 खिलाड़ी रख सकती है, जिसमें 8 विदेशी क्रिकेटर हो सकते हैं.
नीलामी कैसे होती है?
हर खिलाड़ी का बेस प्राइस तय होता है. इसी बेस प्राइस से उनकी बोली लगनी शुरू होती है. कोई भी टीम उस रकम से ज़्यादा की बोली लगाकर उस खिलाड़ी को ख़रीद सकती है.
अगर एक से ज़्यादा फ्रेंचाइज़ी उस खिलाड़ी को अपनी टीम में रखना चाहते हैं तो नीलामी शुरू होती है. अगर सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाले को दूसरी टीमें चुनौती नहीं देतीं तो वो खिलाड़ी आख़िरी बोली लगाने वाली टीम में शामिल हो जाता है.
अगर किसी खिलाड़ी पर कोई भी बोली ना लगाए तो वो अनसोल्ड हो जाता है. सभी खिलाड़ियों के लिए बोली लगने के बाद, अनसोल्ड खिलाड़ियों का नाम फिर से लिया जाता है. टीमें उन्हें दूसरे दौर में ख़रीद सकती हैं.
आईपीएल में हर फ्रेंचाइज़ी यानी टीम के मालिक के पास टीम बनाने के लिए 80 करोड़ रुपये होते हैं.
ऐसा ज़रूरी नहीं है कि किसी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी को अपना पूरा बजट खर्च करना होगा. हालांकि नए नियमों के मुताबिक़, उन्हें 75% पैसा खर्च करना ही होगा जो 60 करोड़ रुपये के क़रीब होता है.
फ्रेंचाइज़ी 80 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकता है. हाल में सीएसके ने खिलाड़ियों की तनख्वा पर 79.85 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके बाद उसके पास सिर्फ 15 लाख रुपये बचे.
फ्रेंचाइज़ी इस हिसाब से रणनीति बनाते हैं कि उन्हें कौन-सा खिलाड़ी चाहिए और उनके पास कितना पैसा है. अक्सर ये देखने में आया है कि फ्रेंचाइज़ी सही समय पर इस्तेमाल करने के लिए कुछ पैसा बचाकर रखते हैं.
आईपीएल टीम में मुख्य तौर पर तीन तरह के खिलाड़ी होते हैं. कैप्ड भारतीय खिलाड़ी, अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी और विदेशी खिलाड़ी.
कैप्ड खिलाड़ी वो खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने खेल के किसी भी फॉर्मेट में कम से कम एक बार भारत की सीनियर टीम का प्रतिनिधित्व किया हो. यानी टेस्ट, वनडे और टी-20 में से किसी एक में भी अपने देश के लिए खेला हो.
वहीं अनकैप्ड का मतलब ऐसे भारतीय खिलाड़ी, जो अपने देश के लिए इन तीनों में से किसी भी फॉर्मेट में न खेले हों. वो इंडियन फर्स्ट-क्लास सर्किट के घरेलू खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने कभी भारत का प्रतिनिधत्व नहीं किया.
सभी नॉन-इंडियन खिलाड़ी विदेशी खिलाड़ी की श्रेणी में आता है. वो कैप्ड, अनकैप्ड या सहयोगी क्रिकेट देश के खिलाड़ी हो सकते हैं.
अंडर-19 के खिलाड़ी को अनकैप्ड श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, जबतक कि उसने कोई फर्स्ट-क्लास या लिस्ट-ए क्रिकेट ना खेला हो.
तीनों तरह के खिलाड़ियों की आईपीएल नीलामी में कोई अंतर नहीं होता है. सिर्फ ये नियम है कि किसी भी टीम में विदेशी खिलाड़ी 8 से ज़्यादा नहीं हो सकते.
नीलामी के लिए आने वाले खिलाड़ियों की संख्या तय नहीं है. हर नीलामी में खिलाड़ियों की संख्या अलग-अलग रही है.
ये संख्या इस पर निर्भर करती है कि कितने खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट बोर्ड से एनओसी लेकर नीलामी के लिए अपना नाम दिया है.
इसके बाद खिलाड़ियों को कई फेक्टर को ध्यान में रखते हुए शॉर्टलिस्ट किया जाता है. ये फेक्टर इस पर निर्भर करते हैं कि अलग-अलग तरह के कितने खिलाड़ी उनके पास हैं. खिलाड़ियों को खेलने के तरीक़े के आधार पर अलग-अलग पूल में डाला जाता है, जैसे विकेटकीपर, गेंदबाज़, बल्लेबाज़, अनकैप्ड आदि.
बेस प्राइस वो मूल्य होता है जिसके ऊपर बोली लगना शुरू होती है. बोली की रक़म बेस प्राइस से शुरू होती है. कोई भी खिलाड़ी बेस प्राइस से नीचे की रकम पर नहीं बिक सकता.
बेस प्राइस बीसीसीआई तय करता है, लेकिन खिलाड़ी ख़ुद भी अपना बेस प्राइस तय कर सकते हैं, लेकिन वो 10 लाख रुपये से कम नहीं होना चाहिए और दो करोड़ रुपये से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.
कैप्ड और विदेशी खिलाड़ी आम तौर पर अपना बेस प्राइस अधिकतम सीमा तक रखते हैं वहीं अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी मुक़ाबलन कम बेस प्राइस रखते हैं.
बेस प्राइस तय करते वक़्त खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस हिस्ट्री, हालिया फॉर्म, सोशल मीडिया फॉलोविंग आदि का ख़ास ख्याल रखना पड़ता है, नहीं तो बेस प्राइस बहुत कम या बहुत ज़्यादा हो जाने का जोखिम रहता है.
कई बार ऐसा हुआ है कि कई खिलाड़ी इसलिए नहीं बिक पाए क्योंकि उन्होंने अपना बेस प्राइस बहुत ज़्यादा रख दिया था.
हर फ्रेंचाइज़ी अपनी टीम में कम से कम 18 और ज़्यादा से ज़्यादा 25 खिलाड़ी रख सकता है. टीम में 8 से ज़्यादा विदशी खिलाड़ी नहीं हो सकते.
मिसाल के तौर पर, अगर एक टीम में 25 खिलाड़ी हैं तो उनमें से 17 भारतीय खिलाड़ी होंगे (कैप्ड और अनकैप्ड) और 8 विदेशी खिलाड़ी.
ऐसा भी हो सकता है कि किसी टीम में सभी 25 भारतीय खिलाड़ी हों और एक भी विदेशी खिलाड़ी ना हो. ये संभव तो है, लेकिन आम तौर पर फ्रेंचाइज़ी विदेशी खिलाड़ियों को लेते ही हैं, क्योंकि विदेशी खिलाड़ी वैश्विक मंच पर खेल चुके होते हैं और फ्रेंचाइज़ी को लगता है कि इसका फायदा टीम को मिलेगा.
फ्रेंचाइज़ी के पास पैसा होता है तो वो विदेशी खिलाड़ियों पर भारी बोली भी लगाते हैं.
वो टीम के लिए अधिकतर 8 विदेशी खिलाड़ी ख़रीद सकते हैं, लेकिन मैच के दिन, 11 खिलाड़ियों की टीम में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों को रखने का नियम है.
नीलामकर्ता कौन होता है?
नीलामीकर्ता वो शख़्स होता है जो निलामी की प्रक्रिया का प्रबंधन करता है. निलामी के वक़्त निलामीकर्ता खिलाड़ी के नाम और बेस प्राइस की घोषणा करता है. जब बोली लगनी शुरू हो जाती है तो बढ़ी हुई क़ीमत वही सबको बताता जाता है.
वो सभी फ्रेंचाइज़ी पर नज़र रखता है कि किसने बोली पहले लगाई और कोई विवाद होने की स्थिति में मामला सुलझाता है.
सीधे शब्दों में बोलें तो निलामीकर्ता ये सुनिश्चित करता है कि निलामी की पूरी प्रक्रिया ठीक से और निष्पक्ष तरीक़े से हो.
जब नीलामीकर्ता घोषणा करता है - "एंड सोल्ड!" तब खिलाड़ी सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाली फ्रेंचाइज़ी को बिक जाता है.
आयोजन की शुरुआत से दस साल तक रिचर्ड मेडले आईपीएल के नीलामीकर्ता रहे. 2018 में बीसीसीआई ने उनका कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म कर दिया और उनकी जगह ब्रिटेन के ह्यू एडमीड्स ने ले ली. ह्यू एक इंडिपेंडेंट फाइन आर्ट, क्लासिक कार और चैरेटी नीलामकर्ता रहे हैं.
कौन-से खिलाड़ी सबसे ज़्यादा क़ीमत पर बिके?
ये देखना दिलचस्प होगा कि इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली किसकी लगती है. आइए जानें कि नीलामी में अब तक की सबसे महंगी बोली किसकी लगी.
2008-एमएस धोनी (6 करोड़)
2009 - एंड्रयू फ्लिंटॉफ और केविन पीटरसन (7.35 करोड़ प्रत्येक)
2010 - किरन पोलार्ड और शेन बॉन्ड (3.4 मिलियन प्रत्येक)
2011- गौतम गंभीर (11.4 करोड़)
2012-रवींद्र जडेजा (9.72 करोड़)
2013-ग्लेन मैक्सवेल (5.3 करोड़)
2014-युवराज सिंह (14 करोड़)
2015-युवराज सिंह (16 करोड़)
2016- शेन वॉटसन (9.5 करोड़)
2017-बेन स्टोक्स (14.5 करोड़)
2018-बेन स्टोक्स (12.50 करोड़)
2019-जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती (8.4 करोड़ प्रत्येक)
2020-पैट कमिंस (15.5 करोड़) (bbc.com)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारत ने इंग्लैंड के साथ होने वाले चार मैचों की टेस्ट सीरीज के अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए 17 सदस्यीय अपनी टीम की बुधवार को घोषणा की। दोनों टेस्ट मैच अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में 24 फरवरी से खेले जाएंगे। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का तीसरा टेस्ट डे-नाइट टेस्ट मैच के रूप में खेला जाएगा।
तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए रिलीज कर दिया गया है और अब उमेश यादव को उनकी जगह भारतीय टीम में शामिल किया जाएगा। हालांकि उससे पहले उमेश को फिटनेस टेस्ट पास करना होगा। फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद उमेश भारतीय टीम से जुड़ेंगे।
33 वर्षीय उमेश को पिछले साल दिसंबर में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन पिंडली में चोट लगी थी। चोटिल होने के कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था। लेकिन अगर उमेश फिटनेस टेस्ट पास कर लेते हैं तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ अगले दो मुकाबलों में जगह मिलेगी।
ठाकुर विजय हजारे ट्रॉफी के लिए मुंबई की टीम से जुड़ेंगे, जिसका पहला मुकाबला 21 फरवरी को जयपुर में दिल्ली के साथ होना है। बोर्ड ने बयान जारी कर बताया कि स्टैंडबाई खिलाड़ी के रूप में शामिल रहे अभिमन्यु ईश्वरन, शाहबाज नदीम और प्रियांक पांचाल को भी विजय हजारे ट्रॉफी के लिए रिलीज किया गया है।
अंतिम दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), लोकेश राहुल, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।
नेट गेंदबाज : अंकित राजपूत, आवेश खान, संदीप वारियर, कृष्णप्पा गौतम और सौरभ कुमार।
स्टैंडबाई खिलाड़ी : केएस भरत और राहुल चाहर। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बुधवार को जारी आईसीसी की ताजा विश्व टेस्ट रैंकिंग में काफी फायदा हुआ है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 317 रनों से जीत दर्ज की थी और इस जीत में रोहित तथा अश्विन की अहम भूमिका रही।
रोहित ने पहली पारी में 161 रन बनाए थे। उनके इस प्रदर्शन से उन्हें नौ स्थानों का फायदा हुआ है और अब वह 14वें नंबर पर पहुंच गए हैं, जो नवंबर 2019 के बाद से उनकी बेस्ट रैंकिंग है।
रोहित ने अक्टूबर 2019 में रांची में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था और तब उन्होंने करियर की बेस्ट रैंकिंग 10वां स्थान हासिल किया था।
अश्विन ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपने करियर का पांचवां टेस्ट शतक लगाया और साथ ही उन्होंने मैच में कुल आठ विकेट चटकाए थे और मैन ऑफ द मैच के विजेता रहे थे।
अश्विन इस प्रदर्शन के दम पर बल्लेबालों की लिस्ट में 14 स्थानों की लंबी छलांग लगाकर 81वें पायदान पर पहुंच गए हैं। वहीं, गेंदबाजों की सूची में वह सातवें नंबर पर कायम हैं।
पहली पारी में 58 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत करियर की अपनी बेस्ट रैंकिंग 11वें नंबर पर पहुंच गए हैं। बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव 50वें जबकि लेफ्ट आर्म स्पिनर कुलदीप यादव 68वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
इंग्लैंड के लेफ्ट आर्म स्पिनर लैक लीच छह पायदान ऊपर चढ़कर 31वें नंबर पर पहुंच गए हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 17 फरवरी | विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर के रूस के पुरुष एकल टेनिस खिलाड़ी डेनिल मेदवेदेव ने हमवतन आंद्रे रूबलेव को हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में बुधवार को प्रवेश कर लिया। चौथी सीड मेदवेदेव ने सातवीं सीड रूबलेव को 7-5, 6-3, 6-2 से मात दी। मेदवेदेव पहली बार अपने करियर के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। सितंबर 2020 में अमेरिका ओपन का खिताब जीतने के बाद से मेदवेदेव ने टॉप-10 खिलाड़ियों के खिलाफ अपने सभी 11 मैच जीते हैं।
सेमीफाइनल में अब मेदवेदेव का सामना राफेल नडाल और स्टेफानोस सितसिपास के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। एटीपी फाइनल्स चैम्पियन मेदवेदेव पिछले 19 मैचों से अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।
इससे पहले, महिला एकल में विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी क्वार्टर फाइनल में अपना मुकाबला हारकर ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गईं जबकि अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी अपना मैच जीत कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गईं।
पूर्व चैंपियन बार्टी का क्वार्टर फाइनल में विश्व रैंकिंग में 27वें नंबर की खिलाड़ी चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा से मुकाबला हुआ।
मुचोवा ने एक घंटे 57 मिनट में बार्टी को 1-6, 6-3, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और बार्टी को बाहर कर दिया।
बार्टी ने पहला सेट अपने नाम किया लेकिन मुचोवा ने वापसी करते हुए अगले दोनों सेट अपने नाम कर जीत हासिल की। सेमीफाइनल में मुचोवा का सामना ब्रॉडी से होगा।
मुचोवा ने इससे पहले विश्व रैंकिग में छठे स्थान पर मौजूद हमवतन कैरोलिना प्लिसकोवा को तीसरे दौर में हराया था। इसके बाद उन्होंने चौथे राउंड में 18वीं रैंकिंग की बेल्जियम की खिलाड़ी एलिसे मर्टेन्स को मात दी थी।
महिला एकल वर्ग के एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रॉडी ने हमवतन जेसिका पेगुला को एक घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-2, 6-1 से हराया। (आईएएनएस)
कैसर मोहम्मद अली
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की सराहना करते हुए कहा है कि वह 100 टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटर हैं।
पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विकेट के पीछे काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने इसके साथ ही पहली पारी में नाबाद 58 रन भी बनाए थे।
पंत ने जब 17 वर्ष की उम्र में 21 सितंबर 2014 को दिल्ली की ओर से खेलते हुए अंडर-19 ऑल इंडिया वनडे इंविटेशन टूर्नामेंट में बड़ौदा क्रिकेट संघ के खिलाफ मुकाबले में 133 गेंदों में आठ छक्के और 22 चौकों की मदद से 186 रन बनाए थे तो उनकी इस पारी से मोरे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने पंत का नाम अपने मोबाइल पर नोट कर लिया था।
मोरे ने आईएएनएस से कहा, "जब भी मैं किसी टैलेंटेड लड़के को देखता हूं, मेरी आदत है कि मैं उसका नंबर नोट कर लेता हूं। जब मैंने पंत को देखा तो मैंने अपने आप से कहा कि यह लंबी रेस का घोड़ा है। अब मैं कहता हूं कि पंत 100 टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटर हैं। सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने मंगलवार को विकेट के पीछे शानदार काम किया था।"
कुछ विशेषज्ञों ने जहां पंत की क्षमता पर सवाल खड़े किए थे वहीं, मोरे का कहना है कि उन्हें पंत के कौशल और क्षमता पर कभी कोई शक नहीं था।
पंत के साथ बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में काम कर चुके मोरे ने कहा, "सभी ने उनके विकेटकीपिंग पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन मुझे कभी कोई शक नहीं था। जब आप उन्हें भारत में खेलने का मौका नहीं देंगे तो वह कैसे सीखेगा। विदेश में खेलना भारत में खेलने से ज्यादा कठिन है। टर्निग पिचों पर विकेटकीपर का दायित्व अहम होता है। सभी ने देखा है कि पंत क्या कर सकते हैं।"
पंत ने भारत के लिए 18 में से 14 टेस्ट विदेश में खेले हैं, जबकि चार टेस्ट भारत में खेले हैं।
मोरे ने कहा, "पंत ने कुछ अच्छे कैच लपके और शानदार स्टंपिंग की। हालांकि उन्होंने कुछ मौके गंवाए, लेकिन वह सिर्फ 23 साल के हैं और उनमें सुधार की गुंजाइश है जिससे वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बन सकते हैं।"
भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने भी पंत के इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में प्रदर्शन की सराहना की।
किरमानी ने आईएएनएस से कहा, "पंत में काफी कौशल है। उनकी विकेटकीपिंग और स्टंपिंग बेहतरीन है विशेषकर, लॉरेंस का स्टंपिंग बेहतरीन था। मेरे पास अपनी भावना को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। वह गेम चेंजर साबित होंगे।"
उन्होंने कहा, "पंत काफी अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें अभी कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। उनको अपने रवैये में भी कुछ परिवर्तन करना होगा।"
पंत के बचपन के कोच तारक सिन्हा ने कहा, "जब कोई खिलाड़ी टीम में अपन स्थान पक्का कर लेता तो उसे अच्छा लगता है। दूसरे टेस्ट में पंत के अच्छे प्रदर्शन का एक बड़ा कारण यह भी है। उन्हें पूरी टीम का समर्थन प्राप्त है। भविष्य में वह और भी बेहतर होंगे।"
उन्होंने कहा, "पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 91 और 11 रन बनाए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और इसका असर उनकी विकेटकीपिंग पर भी पड़ा। उन्होंने अपनी एकाग्रता में सुधार किया है।"
पंत ने 18 टेस्ट मुकाबलों में 44.85 के औसत से 1256 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में दो शतक और छह अर्धशतक जड़े हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 17 फरवरी | विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी क्वार्टर फाइनल में अपना मुकाबला हारकर बुधवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गयीं जबकि अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी अपना मैच जीत कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गयीं। पूर्व चैंपियन बार्टी का क्वार्टर फाइनल में विश्व रैंकिंग में 27वें नंबर की खिलाड़ी चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा से मुकाबला हुआ।
मुचोवा ने एक घंटे 57 मिनट में बार्टी को 1-6, 6-3, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और बार्टी को बाहर कर दिया।
बार्टी ने पहला सेट अपने नाम किया लेकिन मुचोवा ने वापसी करते हुए अगले दोनों सेट अपने नाम कर जीत हासिल की। सेमीफाइनल में मुचोवा का सामना ब्रॉडी से होगा।
मुचोवा ने इससे पहले विश्व रैंकिग में छठे स्थान पर मौजूद हमवतन कैरोलिना प्लिसकोवा को तीसरे दौर में हराया था। इसके बाद उन्होंने चौथे राउंड में 18वीं रैंकिंग की बेल्जियम की खिलाड़ी एलिसे मर्टेन्स को मात दी थी।
महिला एकल वर्ग के एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रॉडी ने हमवतन जेसिका पेगुला को एक घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-2, 6-1 से हराया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारतीय महिला फटबॉल टीम का तीन देशों के साथ होने वाले पहले मुकाबले में बुधवार को सर्बिया से सामना होगा। भारतीय सीनियर महिला फुटबॉल टीम को तुर्की में सर्बिया, रूस और यूक्रेन के खिलाफ मुकाबले खेलने हैं। भारतीय टीम का पहला मुकाबला आज सर्बिया से होना है।
भारतीय महिला फुटबॉल टीम का कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद यह पहला विदेशी दौरा है। इस दौरे से वह 2022 में होने वाले एएफसी महिला एशिया कप की तैयारियां शुरु करेगी।
महिला फुटबॉल टीम पिछले दो महीने से गोवा में तैयारी कर रही थी। कोच मयमोल रॉकी को विश्वास है कि शिविर से कोचिग स्टाफ को खिलाड़ियों का आकलन करने का अच्छा अवसर प्राप्त हुआ।
सर्बिया के बाद महिला टीम 19 फरवरी को रूस और 23 फरवरी को यूक्रेन से भिड़ेगी। डिफेंडर आशालता देवी का मानना है कि ऐसी मजबूत यूरोपियन टीमों के खिलाफ खेलने से टीम की एएफसी महिला एशिया कप के लिए अच्छी तैयारी होगी। (आईएएनएस)
जोहानिसबर्ग, 17 फरवरी | दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। डू प्लेसिस ने बताया कि वह 2021 और 2022 में होने वाले टी20 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि वह वनडे क्रिकेट से फिलहाल संन्यास नहीं ले रहे हैं।
36 वर्षीय बल्लेबाज ने इंस्टाग्राम पर बयान जारी कर कहा, "खेल के तीनों प्रारूप में अपने देश के लिए खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। लेकिन अब समय है कि मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दूं। अगर कोई 15 वर्ष पहले मुझसे कहता कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट खेलूंगा और टीम की कप्तानी करूंगा तो मुझे विश्वास नहीं होता।"
उन्होंने कहा, "अगले दो वर्ष में दो आईसीसी टी20 विश्वकप होने हैं। इसलिए मेरा ध्यान इस प्रारूप पर केंद्रित हो गया है। मैं इस फॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के लिए अपनी क्षमता के अनुरुप खेलना चाहता हूं। मुझे विश्वास है कि मैं इस प्रारूप में दक्षिण अफ्रीका को काफी कुछ दे सकता हूं।"
डू प्लेसिस ने कहा, "इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य के लिए मेरे वनडे क्रिकेट के कुछ प्लान नहीं है। मैं बस फिलहाल टी20 को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा हूं।"
डू प्लेसिस ने 22 नवंबर 2012 को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था। उन्होंने अपने करियर के 69 टेस्ट मैचों में 40.02 के औसत से 4,163 रन बनाए। टेस्ट में डू प्लेसिस ने 10 शतक और 21 अर्धशतक जड़े हैं।
डू प्लेसिस ने 2016 से 2020 तक 36 टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी की है, जिसमें 18 मुकाबलों में उसे जीत मिली है जबकि 15 में हार तथा तीन मैच ड्रॉ रहे हैं।
डू प्लेसिस हाल ही में पाकिस्तान के साथ संपन्न हुए दो मैचों की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम का हिस्सा रहे थे और उन्होंने रावलपिडी में खेले गए दूसरे टेस्ट में 17 तथा पांच रन बनाए थे। यह मुकाबला उनके टेस्ट करियर का आखिरी मैच रहा।
डू प्लेसिस ने कहा, "पिछले कुछ महीनों से मेरी क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ चर्चा हुई जिसमें मैंने भविष्य पर बात की। मैं उन सभी का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरे टेस्ट करियर में मुझे प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "मैं अपने कोचों, टीम के सदस्य, सहायक स्टाफ और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे देश के लिए खेलना तथा उसका नेतृत्व करने का मौका दिया। यह काफी अच्छी यात्रा रही और मैं इसे किसी दिन साझा करने के लिए उत्सुक हूं।" (आईएएनएस)
-मनोज चतुर्वेदी
चेन्नई के चेपक मैदान पर टीम इंडिया को दूसरा टेस्ट जिताने में सबसे अहम भूमिका स्पिन तिकड़ी रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की रही.
इस तिकड़ी ने दूसरे टेस्ट में 20 में से 17 विकेट निकाले. दूसरी पारी में तो भारत के स्पिनरों ने इंग्लैंड की पारी के सभी 10 विकेट झटक लिए.
वहीं इस टेस्ट में इंग्लैंड के स्पिनरों ने भी कमाल का प्रदर्शन किया. जैक लीच और मोईन अली ने मिलकर भारत की दोनों पारियों में कुल 14 विकेट चटकाए. अगर जो रूट की टीम के स्पिन को शामिल कर लें तो 15 विकेट इंग्लिश स्पिनरों ने भी निकाले.
ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि जब दोनों टीमों के स्पिनरों को कामयाबी मिल रही थी तो फिर इंग्लैंड ये मैच महज़ चार दिनों के अंदर इतने विशाल अंतर से कैसे हार गया?
दरअसल भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड के स्पिनरों के मुक़ाबले कहीं ज़्यादा तेज़ी और विविधता से गेंदबाज़ी की. क्रिकेट के खेल में स्पिन गेंदबाज़ों को हालात के हिसाब से गेंदबाज़ी की गति में परिवर्तन करना होता है.
भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों में रविचंद्रन अश्विन को इस कला का माहिर माना जाता है. वह हालात के हिसाब से 80 से लेकर 90 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाज़ी करते हैं. असल में विकेट अच्छा और तेज़ होने पर कम गति से गेंद फेंकने की ज़रूरत होती है, जबकि टर्निंग विकेट पर ज़्यादा तेज़ी से गेंद डालने की ज़रूरत होती है.
चेन्नई टेस्ट इंग्लैंड के दोनों स्पिनर जैक लीच और मोईन अली ने भी भारतीय स्पिनरों के आसपास की गति से गेंदबाज़ी की पर वह भारतीय गेंदबाज़ों की तरह गति में बदलाव करके बल्लेबाज़ों को उनकी तरह परेशान नहीं कर सके.
यही वो पहलू था जिसका फ़ायदा उठाते हुए भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को विकेट पर टिकने नहीं दिया. टर्निंग विकेट आमतौर पर थोड़े धीमे भी होते हैं, इसलिए गेंद को ज़्यादा गति से डाला जाता है ताकि बल्लेबाज़ को प्रतिक्रिया के लिए कम से कम समय मिले. इस तरह की स्थिति में बल्लेबाज़ से ग़लती होने की आशंका ज़्यादा हो जाती है.
छह से आठ इंच टप्पे का रहा फ़र्क
भारतीय टीम के अपने समय के दिग्गज स्पिनर मनिंदर सिंह ने बताया, "दोनों टीमों के स्पिनरों के टप्पे ने भी फ़र्क पैदा किया. भारतीय स्पिनर घरेलू विकेट के बारे में अच्छे से जानते हैं. इसलिए उन्हें पता है कि किस लेंग्थ और गति से गेंदबाज़ी की जाए. उन्हें मालूम था टर्निंग विकेट पर सामान्य से छह से आठ इंच टप्पा आगे रखने पर बल्लेबाज़ को ज़्यादा परेशान किया जा सकता है."
"वहीं भारतीय स्पिनरों ने जिस जगह गेंद डाली, उससे छह से आठ इंच पीछे इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने टप्पा डाला, क्योंकि वह अपने यहां अच्छे विकेट पर खेलने के कारण इस तरह गेंदबाज़ी करने के आदी थे."
मनिंदर सिंह इस अंतर को समझाते हैं, "टर्निंग विकेट पर गेंदबाज़ी करने की एक आर्ट होती है. इस आर्ट में इंग्लैंड के स्पिनर माहिर नहीं हैं. इंग्लैंड के स्पिनर आमतौर पर अच्छे विकेट पर खेलते हैं. वहां यदि आप गेंद का टप्पा आगे डालेंगे तो बल्लेबाज़ चौका लगा देगा, इसलिए वह गेंद को थोड़ा पीछे रखने के आदि होते हैं."
"वहीं भारत में टर्निंग विकेट पर टप्पे को थोड़ा आगे रखना होता है ताकि बल्लेबाज़ को परेशान किया जा सके. यह बदलाव फटाफट करना आसान नहीं है."
अक्षर की गति ने रोके स्वीप शॉट
अक्षर पटेल ने टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट निकालकर डेब्यू टेस्ट को यादगार बनाया. संजय मांजरेकर अक्षर की कामयाबी की सबसे बड़ी वजह उनकी लंबाई और 90 कि.मी. प्रति घंटे की गति से गेंद फेंकना मानते हैं.
यह सही है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप के विकेट पर रन बनाने के लिए स्वीप शॉट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अक्षर के अच्छी गति का इस्तेमाल करने से उनका स्वीप शॉट खेलना मुश्किल हो गया.
वहीं अश्विन इतने चतुर गेंदबाज़ हैं कि उनके सामने ऐसी लिबर्टी लेना कतई आसान नहीं है. भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों में कुलदीप यादव कलाई से स्पिन कराने वाले गेंदबाज़ हैं और उनकी गति काफी कम है. इस कारण उन्हें खेलने में बल्लेबाज़ों को ज़्यादा दिक्कत नहीं हो रही थी. हालांकि वह कम गेंदबाज़ी करके भी दो विकेट लेने में सफल हो गए.
अक्षर की टीम में जगह पक्का करना मुश्किल
चेन्नई टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले अक्षर पटेल क्या भारतीय टीम के स्थाई सदस्य बन सकेंगे? मुझे लगता है कि उनके लिए टेस्ट टीम में स्थान बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी.
रविंद्र जडेजा के चोटिल होने की वजह से अक्षर पटेल को मौका मिला है. फिट होते ही जडेजा का टीम में लौटना पक्का है. इसकी प्रमुख वजह ये है कि जडेजा सिर्फ अनुभवी लेफ्ट आर्म स्पिनर ही नहीं, बल्कि बेहतरीन बल्लेबाज़ और बेजोड़ फील्डर भी हैं.
हां, इतना ज़रूर है कि जडेजा की तरह अक्षर पटेल की गेंदों को खेलते समय बल्लेबाज़ को इस बात के लिए सतर्क रहना पड़ता है कि गेंद टर्न होगी या सीधी आएगी और यह पहचान करना ही बल्लेबाज़ों की असली परीक्षा भी साबित हो रही है.
पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद भी अक्षर पटेल की दावेदारी पर मनिंदर सिंह ने कहा, "अक्षर पटेल के इस प्रदर्शन से यह माना जा सकता है कि टीम को रविंद्र जडेजा का एक अच्छा विकल्प मिल गया है. लेकिन अभी उन्हें अपनी टेस्ट काबिलियत साबित करने के लिए लंबा सफ़र तय करना होगा. वह सौभाग्याली हैं कि टर्निंग ट्रैक पर टेस्ट करियर शुरू करने को मिला है. पर आगे वह बल्लेबाज़ी के अनुकूल विकेट पर किस तरह की गेंदबाज़ी करते हैं, इस पर उनका भविष्य बहुत कुछ निर्भर करेगा."
भारत और इंग्लैंड के स्पिनरों की सफलता में एक प्रमुख अंतर दोनों टीमों की बल्लबाज़ी क्षमता का भी है. भारतीय बल्लेबाज़ टर्निंग विकेट पर खेलते समय गेंद के टप्पे तक जाकर खेलने में विश्वास रखते हैं. लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाज़ इस तरह नहीं खेलते हैं.
इसका फ़ायदा भी भारतीय बल्लेबाज़ों ने उठाया और रोहित शर्मा के अलावा सबको चौंकाते हुए आर. अश्विन ने भी शतकीय पारी खेली. जबकि इंग्लैंड की टीम दोनों पारियों को मिलाकर भी 300 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी.
इंग्लैंड को इस मैच में अपने सर्वश्रेष्ठ स्पिनर डॉम बैस की कमी भी खली. टीम ने अपने रोटेशन पॉलिसी की तहत उन्हें यहां आराम दिया जबकि वे जानते थे कि पहले टेस्ट को जीतने के बाद वह दूसरे टेस्ट में भी जीतते तो उनके अपने घर में होने वाली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने की संभावनाएं बढ़ जातीं.
इसी पॉलिसी के तहत दूसरे टेस्ट में शानदार गेंदबाज़ी करने वाले मोईन अली इंग्लैंड लौट चुके हैं. लिहाज़ा इस सिरीज़ में इंग्लैंड की टीम की मुश्किलें अभी कम नहीं होंगी, बल्कि बढ़ेंगी. (bbc.com)