खेल
मेलबर्न, 18 फरवरी | विश्व की नंबर-3 खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका ने 23 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन अमेरिका की सेरेना विलियम्स को सेमीफाइनल में हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में जगह बना ली है। ओसाका के खिलाफ मिली हार के साथ ही सेरेना का एक बार फिर अपने करियर का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना टूट गया।
ओसाका ने विश्व रैंकिग में 11वें स्थान पर मौजूद सेरेना को एक घंटे 15 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार सेटों में 6-3, 6-4 से हराकर टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई।
23 वर्षीय ओसाका के करियर का यह चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल होगा। ओसाका ने आखिरी बार 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। इस हार के साथ ही सेरेना का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का इंतजार अब और बढ़ गया है।
ओसाका ने मुकाबले में छह जबकि सेरेना ने तीन एस लगाए। नंबर-3 खिलाड़ी ने मैच में 20 और सेरेना ने 12 विनर्स लगाए।
ओसाका का फाइनल में चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा और अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी के बीच होने वाले एक अन्य सेमीफाइनल की विजेता खिलाड़ी से मुकाबला होगा।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 फरवरी| आलराउंडर बेन स्टोक्स, तेज गेंदबाज जोफरा आर्चर और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर सहित इंग्लैंड के कई खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले सीजन के नॉकआउट मुकाबलों के कारण न्यूजीलैंड के साथ जून में होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज से बाहर रह सकते हैं। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड का जून में न्यूजीलैंड के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने का कार्यक्रम है और इसी दौरान आईपीएल के नॉकआउट मुकाबले भी होने हैं। स्टोक्स, बटलर और ऑर्चर इस समय आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा हैं। इंग्लैंड को दो से 14 जून तक न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
उनके अलावा सैम कुरैन चेन्नई सुपर किंग्स का, क्रिस वोक्स दिल्ली कैपिटल्स का और जॉनी बेयरस्टो का सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा हैं। वहीं, गुरुवार को होने वाले आईपीएल नीलामी में मोइन अली और मार्क वुड के भी खरीदे जाने की संभावना है। ऐसे में इंग्लैंड के ये खिलाड़ी जून में आईपीएल के नॉकआउट के समय न्यूजीलैंड के साथ होने वाले टेस्ट मैच से बाहर रह सकते हैं।
आईपीएल के अगले सीजन को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसका आयोजन भारत में ही हो सकता है और यह अप्रैल की शुरुआत से लेकर जून तक चल सकता है। कोरोना के कारण आईपीएल का पिछला सीजन यूएई में आयोजित किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने सभी फ्रेंचाइजी को ईमेल किया है, जिसमें नॉकआउट में न पहुंचने वाली टीमों से कहा गया है कि उन खिलाड़ियों को जल्दी रिलीज कर दें, जिससे टेस्ट सीरीज पर इसका असर ना पड़े। (आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 फरवरी। ब्लॉक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन स्व. कमलेश गर्ग की स्मृति में किया जा रहा है।
ब्लॉक शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चक्रपाणि शुक्ला हाई स्कूल मैदान में रात्रिकालीन टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन स्व. कमलेश गर्ग की स्मृति में किया जा रहा है। स्पर्धा के दसवें दिन के खेल का शुभारंभ नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने स्व. कमलेश गर्ग के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन कर, श्रद्घा सुमन अर्पित की।
मुख्य अतिथि द्वारा दोनों टीमों के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर टॉस के लिए सिक्का उछाला गया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, सुरेंद्र शर्मा कृषक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष, जनकराम वर्मा पूर्व विधायक, विद्याभूषण शुक्ला, दिनेश यदु, परमेंश्वर यदु, सीमा वर्मा, सुशील शर्मा, नीरज बाजपेई एवं रामाधार पटेल भी उपस्थित रहे। आयोजन समिति की ओर से ब्लाक अध्यक्ष विक्रम गिरी एवं रूपेश ठाकुर ने मुख्य अतिथि को शाल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
डॉ.शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैदान से लेकर पिच तक एवं खिलाडिय़ों के हर एक सुविधाओं का ध्यान रखते हुए इस तरह का आयोजन करना बलौदाबाजार के साथ-साथ जिले को भी गौरवान्वित करता है। इस तरह का आयोजन निरंतर होते रहना चाहिए, इससे खिलाडिय़ों का व्यक्तित्व निखरकर सामने आता है, और उन्हें आगे बढऩे का हौसला मिलता है। उन्होंने बताया कि मैंने स्टेडियम के लिए हाई मास्क एलइडी लाइट के लिए पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान कर दी है जो शीघ्र ही लग जाएगा।
दसवें दिन भी तीन मैच खेला गया। पहला मुकाबला मुस्कान 11 धाराशिव एवं सिविल इलेवन बलौदाबाजार के बीच हुआ। मुस्कान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 106 रनों का विशाल लक्ष्य सिविल इलेवन के लिए रखा। जिसका सामना करते हुए सिविल इलेवन केवल 67 रन बना सकी। इस प्रकार मुस्कान ने यह स्पर्धा 38 रनों से जीत ली। दूसरा मैच शानदार 11 लरिया एवं स्पार्टन सिक्सर बेमेतरा के मध्य खेला गया जिसमें लरिया के 53 रन के आसान लक्ष्य को स्पार्टन बेमेतरा द्वारा 2.4 ओवरों में बनाकर 10 विकेट से जीत हासिल की।
अंतिम मुकाबला स्पार्टन बेमेंतरा एवं मुस्कान 11 धाराशिव के बीच खेला गया। जिसमें मुस्कान 11 के 102 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए स्पार्टन सिक्सर बेमेतरा ने निर्धारित 8 ओवरों में केवल 82 रन बना सकी। मुस्कान धाराशिव 11 ने लगातार दूसरी जीत प्राप्त करते हुए प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। टीम के कप्तान अश्वनी को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया उन्होंने कुल 28 गेंदों का सामना करते हुए आठ छक्कों की सहायता से नाबाद 54 रनों की पारी खेलते हुए एक ओवर में एक महत्वपूर्ण विकेट भी लिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 17 फरवरी। जिला भारोत्तोलन संघ के तत्वाधान में 18वीं सब जूनियर बालक, बालिका एवं जूनियर भारोत्तोलन प्रतियोगिता का आयोजन 5 मार्च से 7 मार्च किया जा रहा है।
जिले में प्रथम बार आयोजित इस प्रतियोगिता के लिए खिलाडिय़ों में काफी उत्साह है। इसके लिए जिला भारोत्तोलन संघ गरियाबंद की आवश्यक बैठक संपन्न हुआ, जिसमें पूरे सदस्यों ने आयोजित प्रतियोगिता को सफल बनाने हेतु संकल्प लिया है तथा प्रदेश संगठन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
गरियाबंद जिला भारोत्तोलन संघ के जिलाध्यक्ष यशवंत यादव ने कहा कि क्षेत्र में ऊर्जावान, प्रतिभावान खिलाडिय़ों की कमी नहीं है, उन्हें मंच मिलने की आवश्यकता है , खिलाड़ी विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे ,देश में आज खेल के प्रति वातावरण बना हुआ है विभिन्न खेलों के अंक पर ही कई नौकरियां आधारित है इसलिए आज खेलो पर भी फोकस हो रहा है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भारोत्तोलन के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी एवं रायपुर पुलिस के डीएसपी रुस्तम सारंग, अजय सारंग, अशोक द्विवेदी जैसे खिलाड़ी यहां उपस्थित होकर खिलाडिय़ों का मार्गदर्शन करेंगे तथा उनका उत्साहवर्धन करेंग।
संघ के उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह ठाकुर ने कहा कि उनके पास जो बच्चे अभ्यास हेतु भारोत्तोलन में आते हैं वे राज्य स्तर को टक्कर देने वाले हैं इस आयोजन से आसपास के खिलाडिय़ों को बहुत कुछ सीखने को समझने का अवसर मिलेगा, प्रदेश के अन्य जिलों से आए खिलाडिय़ों से जिन्होंने इस खेल के माध्यम से नौकरी ही पाए हैं उन्हें देखकर प्रेरित होंगे।
वरिष्ठ सदस्य रेवेंद्र दीक्षित ने कहा कि पहली बार वनांचल क्षेत्र में यह प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। आदिवासी अंचल होने की वजह से प्रदेश इस तरह कोई भी आयोजन नहीं हो पाता था। स्पर्धा आयोजित करने के लिए भारोत्तोलन संघ के प्रदेश पदाधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने इसके लिए गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड को चुना है इससे खिलाडिय़ों का मनोबल काफी ऊपर उठेगा तथा आने वाले दिनों में इस खेल से जुड़ेंगे।
संघ के सचिव हीरालाल साहू ने कहा कि संघ का गठन विगत 3 वर्ष पूरा हो चुका था ,पंजीयन एवं छत्तीसगढ़ भारोत्तोलन संघ से सम्बद्धता भी मिल चुका है, किंतु प्रतियोगिता आयोजन के लिए भारोत्तोलन संघ छत्तीसगढ़ ने इस बार दायित्व दिया है, क्षेत्र में इस प्रकार के आयोजन का प्रथम अवसर है, खेल सामग्री का भी व्यवस्था छत्तीसगढ़भारोत्तोलन संघ द्वारा किया जा रहा है ,हमारा उद्देश्य रत्नाचल भूमि के गर्भ में छिपा है हीरे जैसे प्रतिभावान खिलाडिय़ों को मंच देकर विश्व पटल पर क्षेत्र का नाम रोशन करना है।
जिला भारोत्तोलन संघ ने क्षेत्र के खेल प्रेमियों से इस आयोजन के सहभागी बनने हेतु आग्रह किया है । संघ के कोषाध्यक्ष भोले शंकर जायसवाल ने भी कहा कि पहला आयोजन से नगर के युवाओं में काफी उत्साह है, और कुछ देखकर सीखना चाह रहे हैं और कुछ भाग लेने हेतु विगत दिनों से अभ्यास भी प्रारंभ कर दिया गया है।
प्रतियोगिता के आयोजन के लिए ,शीतल ध्रुव, दिनेश साहू, हीरालाल नायक,ललित साहू, हेमंत कंसारी ,चंचल सिन्हा, रविशंकर देवांगन,देवराज साहू, महेंद्र पटेल, विनोद देवांगन ,रुद्रदेव वर्मा, देव नारायण यादव ,अर्जुन धज सिन्हा, चन्द्रभूषणनिषाद, शंकर यदु, मिथलेश सिन्हा , पुराणिक नागेश, टकेश्वर मरकाम , रूपनाथ बंजारे,मनोज पटेल, बलराम चन्द्राकर सहित नगर के खेल प्रेमी इस आयोजन की तैयारी के लिए लगे हुए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 17 फरवरी। कान्हा क्लब परिवार के तत्वाधान में आयोजित 2 दो दिवसीय अखिल भारतीय व्हालीबाल प्रतियोगिता का समापन पंजाब आर्मी और रायपुर पुलिस की टीम के बीच कांटे की टक्कर के मुकाबले के साथ संपन्न हुआ, जिसमें रायपुर पुलिस की टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से विजेता कप और 50 हजार रुपये की राशि को अपने नाम किया।
महिला एवं परुष दोनों ही वर्गों में रायपुर की टीम ने मारी बाजी। पुरुष वर्ग में रायपुर पुलिस की टीम ने पंजाब आर्मी को हराया तो वही महिला वर्ग में भिलाई की टीम को रायपुर की टीम ने हराया ।
इसके पहले 2 दिन चले अखिल भारतीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता के मैच लीग के आधार पर संपन्न हुए जिसे देखने के लिए नगर सहित आसपास के क्षेत्र से खेल प्रेमी पहुंचे। इस कार्यक्रम के समापन में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं ओलंपिक संघ के महासचिव गुरचरण सिंह होरा गरियाबंद नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन , पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय , विधायक प्रतिनिधि नरेंद्र देवांगन , गैंद लाल सिन्हा के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ ।
प्रतियोगिता का फ़ाइनल मुक़ाबला छत्तीसगढ़ पुलिस और पंजाब आर्मी की टीम के बीच हुआ जिसमें लगतार 3 सेट जीत कर छत्तीसगढ़ पुलिस जीत की टीम ने विजेता ट्राफी और 50 हजार की राशि को अपने नाम किया । पंजाब आर्मी की टीम उप बिजेता रही । इसके साथ ही गल्र्स टीम के बीच फ़ाइनल
मैच में भी रायपुर की महिला वर्ग ने अपना क़ब्ज़ा जमाया फ़ाईनल रायपुर सिटी गर्ल वर्सेस भिलाई के बीच खेला गया जिसमें लगतार दो सेट जीत कर रायपुर गर्ल्स टीम ने मैच अपने नाम किया ।
पुरुष वर्ग में पंजाब, उत्तरप्रदेश, पुणे, छत्तीसगढ़ पुलिस, बी एस पी की टीम शामिल है। प्रतियोगिता लीग आधार पर खेल गया ।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजमोहन अग्रवाल अपने उद्बोधन में इस अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता के आयोजन के लिये कान्हा क्लब को बधाई देते हुये कहा कि व्हालीबाल से गरियाबन्द का गहरा नाता रहा है इस नगर ने राष्ट्रीय स्तर पर कई खिलाड़ी दिये है इस तरह के आयोजन से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कान्हा क्लब का हर सदस्य लगतार दो महीनो से इस आयोजन लिए लगे रहे और उनकी मेहनत साफ़ नजऱ आ रही है वे सभी बधाई के पात्र है उनकी मेहनत और महत्वकांक्षी सोच की वजह से गरियाबंद में इतना बड़ा सफल आयोजन सम्प्पन हो सका ।
आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीज़न के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 18 फरवरी को चेन्नई में होगी.
इस बार नीलामी के लिए 1097 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया है. इनमें 814 भारतीय और 283 विदेशी खिलाड़ी हैं.
ये एक तरह से मिनी नीलामी होगी, क्योंकि ज़्यादातर टीमों ने अपने प्रमुख खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखा है. इसलिए कोई बड़ा उलटफेर होने की संभावना नहीं है.
हालांकि किंग्स XI पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु ने ज़्यादातर खिलाड़ियों को हटा दिया है. इसलिए ये टीमें एक नई टीम बनाना चाहती हैं. ये नीलामी इन दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण है.
इनमें से 207 खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुके हैं. 863 खिलाड़ी फर्स्ट-क्लास और लोकल क्रिकेट से हैं, जबकि 27 खिलाड़ी सहयोगी देशों से हैं.
आईपीएल नीलामी एक इवेंट है, जिसके ज़रिए आठ आईपीएल टीमें आगामी टूर्नामेंट के लिए नए खिलाड़ियों को चुनती हैं. बीसीसीआई इस निलामी का आयोजन करवाता है.
आईपीएल निलामी का आयोजन पहली बार 2008 में हुआ था. इसके बाद से हर साल इसका आयोजन हो रहा है.
एक टीम अधिकतम 25 खिलाड़ी रख सकती है, जिसमें 8 विदेशी क्रिकेटर हो सकते हैं.
नीलामी कैसे होती है?
हर खिलाड़ी का बेस प्राइस तय होता है. इसी बेस प्राइस से उनकी बोली लगनी शुरू होती है. कोई भी टीम उस रकम से ज़्यादा की बोली लगाकर उस खिलाड़ी को ख़रीद सकती है.
अगर एक से ज़्यादा फ्रेंचाइज़ी उस खिलाड़ी को अपनी टीम में रखना चाहते हैं तो नीलामी शुरू होती है. अगर सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाले को दूसरी टीमें चुनौती नहीं देतीं तो वो खिलाड़ी आख़िरी बोली लगाने वाली टीम में शामिल हो जाता है.
अगर किसी खिलाड़ी पर कोई भी बोली ना लगाए तो वो अनसोल्ड हो जाता है. सभी खिलाड़ियों के लिए बोली लगने के बाद, अनसोल्ड खिलाड़ियों का नाम फिर से लिया जाता है. टीमें उन्हें दूसरे दौर में ख़रीद सकती हैं.
आईपीएल में हर फ्रेंचाइज़ी यानी टीम के मालिक के पास टीम बनाने के लिए 80 करोड़ रुपये होते हैं.
ऐसा ज़रूरी नहीं है कि किसी आईपीएल फ्रेंचाइज़ी को अपना पूरा बजट खर्च करना होगा. हालांकि नए नियमों के मुताबिक़, उन्हें 75% पैसा खर्च करना ही होगा जो 60 करोड़ रुपये के क़रीब होता है.
फ्रेंचाइज़ी 80 करोड़ रुपये तक खर्च कर सकता है. हाल में सीएसके ने खिलाड़ियों की तनख्वा पर 79.85 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसके बाद उसके पास सिर्फ 15 लाख रुपये बचे.
फ्रेंचाइज़ी इस हिसाब से रणनीति बनाते हैं कि उन्हें कौन-सा खिलाड़ी चाहिए और उनके पास कितना पैसा है. अक्सर ये देखने में आया है कि फ्रेंचाइज़ी सही समय पर इस्तेमाल करने के लिए कुछ पैसा बचाकर रखते हैं.
आईपीएल टीम में मुख्य तौर पर तीन तरह के खिलाड़ी होते हैं. कैप्ड भारतीय खिलाड़ी, अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी और विदेशी खिलाड़ी.
कैप्ड खिलाड़ी वो खिलाड़ी भारतीय खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने खेल के किसी भी फॉर्मेट में कम से कम एक बार भारत की सीनियर टीम का प्रतिनिधित्व किया हो. यानी टेस्ट, वनडे और टी-20 में से किसी एक में भी अपने देश के लिए खेला हो.
वहीं अनकैप्ड का मतलब ऐसे भारतीय खिलाड़ी, जो अपने देश के लिए इन तीनों में से किसी भी फॉर्मेट में न खेले हों. वो इंडियन फर्स्ट-क्लास सर्किट के घरेलू खिलाड़ी होते हैं जिन्होंने कभी भारत का प्रतिनिधत्व नहीं किया.
सभी नॉन-इंडियन खिलाड़ी विदेशी खिलाड़ी की श्रेणी में आता है. वो कैप्ड, अनकैप्ड या सहयोगी क्रिकेट देश के खिलाड़ी हो सकते हैं.
अंडर-19 के खिलाड़ी को अनकैप्ड श्रेणी में नहीं रखा जा सकता, जबतक कि उसने कोई फर्स्ट-क्लास या लिस्ट-ए क्रिकेट ना खेला हो.
तीनों तरह के खिलाड़ियों की आईपीएल नीलामी में कोई अंतर नहीं होता है. सिर्फ ये नियम है कि किसी भी टीम में विदेशी खिलाड़ी 8 से ज़्यादा नहीं हो सकते.
नीलामी के लिए आने वाले खिलाड़ियों की संख्या तय नहीं है. हर नीलामी में खिलाड़ियों की संख्या अलग-अलग रही है.
ये संख्या इस पर निर्भर करती है कि कितने खिलाड़ियों ने अपने क्रिकेट बोर्ड से एनओसी लेकर नीलामी के लिए अपना नाम दिया है.
इसके बाद खिलाड़ियों को कई फेक्टर को ध्यान में रखते हुए शॉर्टलिस्ट किया जाता है. ये फेक्टर इस पर निर्भर करते हैं कि अलग-अलग तरह के कितने खिलाड़ी उनके पास हैं. खिलाड़ियों को खेलने के तरीक़े के आधार पर अलग-अलग पूल में डाला जाता है, जैसे विकेटकीपर, गेंदबाज़, बल्लेबाज़, अनकैप्ड आदि.
बेस प्राइस वो मूल्य होता है जिसके ऊपर बोली लगना शुरू होती है. बोली की रक़म बेस प्राइस से शुरू होती है. कोई भी खिलाड़ी बेस प्राइस से नीचे की रकम पर नहीं बिक सकता.
बेस प्राइस बीसीसीआई तय करता है, लेकिन खिलाड़ी ख़ुद भी अपना बेस प्राइस तय कर सकते हैं, लेकिन वो 10 लाख रुपये से कम नहीं होना चाहिए और दो करोड़ रुपये से ज़्यादा नहीं होना चाहिए.
कैप्ड और विदेशी खिलाड़ी आम तौर पर अपना बेस प्राइस अधिकतम सीमा तक रखते हैं वहीं अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी मुक़ाबलन कम बेस प्राइस रखते हैं.
बेस प्राइस तय करते वक़्त खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस हिस्ट्री, हालिया फॉर्म, सोशल मीडिया फॉलोविंग आदि का ख़ास ख्याल रखना पड़ता है, नहीं तो बेस प्राइस बहुत कम या बहुत ज़्यादा हो जाने का जोखिम रहता है.
कई बार ऐसा हुआ है कि कई खिलाड़ी इसलिए नहीं बिक पाए क्योंकि उन्होंने अपना बेस प्राइस बहुत ज़्यादा रख दिया था.
हर फ्रेंचाइज़ी अपनी टीम में कम से कम 18 और ज़्यादा से ज़्यादा 25 खिलाड़ी रख सकता है. टीम में 8 से ज़्यादा विदशी खिलाड़ी नहीं हो सकते.
मिसाल के तौर पर, अगर एक टीम में 25 खिलाड़ी हैं तो उनमें से 17 भारतीय खिलाड़ी होंगे (कैप्ड और अनकैप्ड) और 8 विदेशी खिलाड़ी.
ऐसा भी हो सकता है कि किसी टीम में सभी 25 भारतीय खिलाड़ी हों और एक भी विदेशी खिलाड़ी ना हो. ये संभव तो है, लेकिन आम तौर पर फ्रेंचाइज़ी विदेशी खिलाड़ियों को लेते ही हैं, क्योंकि विदेशी खिलाड़ी वैश्विक मंच पर खेल चुके होते हैं और फ्रेंचाइज़ी को लगता है कि इसका फायदा टीम को मिलेगा.
फ्रेंचाइज़ी के पास पैसा होता है तो वो विदेशी खिलाड़ियों पर भारी बोली भी लगाते हैं.
वो टीम के लिए अधिकतर 8 विदेशी खिलाड़ी ख़रीद सकते हैं, लेकिन मैच के दिन, 11 खिलाड़ियों की टीम में सिर्फ 4 विदेशी खिलाड़ियों को रखने का नियम है.
नीलामकर्ता कौन होता है?
नीलामीकर्ता वो शख़्स होता है जो निलामी की प्रक्रिया का प्रबंधन करता है. निलामी के वक़्त निलामीकर्ता खिलाड़ी के नाम और बेस प्राइस की घोषणा करता है. जब बोली लगनी शुरू हो जाती है तो बढ़ी हुई क़ीमत वही सबको बताता जाता है.
वो सभी फ्रेंचाइज़ी पर नज़र रखता है कि किसने बोली पहले लगाई और कोई विवाद होने की स्थिति में मामला सुलझाता है.
सीधे शब्दों में बोलें तो निलामीकर्ता ये सुनिश्चित करता है कि निलामी की पूरी प्रक्रिया ठीक से और निष्पक्ष तरीक़े से हो.
जब नीलामीकर्ता घोषणा करता है - "एंड सोल्ड!" तब खिलाड़ी सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाली फ्रेंचाइज़ी को बिक जाता है.
आयोजन की शुरुआत से दस साल तक रिचर्ड मेडले आईपीएल के नीलामीकर्ता रहे. 2018 में बीसीसीआई ने उनका कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म कर दिया और उनकी जगह ब्रिटेन के ह्यू एडमीड्स ने ले ली. ह्यू एक इंडिपेंडेंट फाइन आर्ट, क्लासिक कार और चैरेटी नीलामकर्ता रहे हैं.
कौन-से खिलाड़ी सबसे ज़्यादा क़ीमत पर बिके?
ये देखना दिलचस्प होगा कि इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली किसकी लगती है. आइए जानें कि नीलामी में अब तक की सबसे महंगी बोली किसकी लगी.
2008-एमएस धोनी (6 करोड़)
2009 - एंड्रयू फ्लिंटॉफ और केविन पीटरसन (7.35 करोड़ प्रत्येक)
2010 - किरन पोलार्ड और शेन बॉन्ड (3.4 मिलियन प्रत्येक)
2011- गौतम गंभीर (11.4 करोड़)
2012-रवींद्र जडेजा (9.72 करोड़)
2013-ग्लेन मैक्सवेल (5.3 करोड़)
2014-युवराज सिंह (14 करोड़)
2015-युवराज सिंह (16 करोड़)
2016- शेन वॉटसन (9.5 करोड़)
2017-बेन स्टोक्स (14.5 करोड़)
2018-बेन स्टोक्स (12.50 करोड़)
2019-जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती (8.4 करोड़ प्रत्येक)
2020-पैट कमिंस (15.5 करोड़) (bbc.com)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारत ने इंग्लैंड के साथ होने वाले चार मैचों की टेस्ट सीरीज के अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए 17 सदस्यीय अपनी टीम की बुधवार को घोषणा की। दोनों टेस्ट मैच अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में 24 फरवरी से खेले जाएंगे। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का तीसरा टेस्ट डे-नाइट टेस्ट मैच के रूप में खेला जाएगा।
तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए रिलीज कर दिया गया है और अब उमेश यादव को उनकी जगह भारतीय टीम में शामिल किया जाएगा। हालांकि उससे पहले उमेश को फिटनेस टेस्ट पास करना होगा। फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद उमेश भारतीय टीम से जुड़ेंगे।
33 वर्षीय उमेश को पिछले साल दिसंबर में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन पिंडली में चोट लगी थी। चोटिल होने के कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था। लेकिन अगर उमेश फिटनेस टेस्ट पास कर लेते हैं तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ अगले दो मुकाबलों में जगह मिलेगी।
ठाकुर विजय हजारे ट्रॉफी के लिए मुंबई की टीम से जुड़ेंगे, जिसका पहला मुकाबला 21 फरवरी को जयपुर में दिल्ली के साथ होना है। बोर्ड ने बयान जारी कर बताया कि स्टैंडबाई खिलाड़ी के रूप में शामिल रहे अभिमन्यु ईश्वरन, शाहबाज नदीम और प्रियांक पांचाल को भी विजय हजारे ट्रॉफी के लिए रिलीज किया गया है।
अंतिम दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), लोकेश राहुल, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।
नेट गेंदबाज : अंकित राजपूत, आवेश खान, संदीप वारियर, कृष्णप्पा गौतम और सौरभ कुमार।
स्टैंडबाई खिलाड़ी : केएस भरत और राहुल चाहर। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बुधवार को जारी आईसीसी की ताजा विश्व टेस्ट रैंकिंग में काफी फायदा हुआ है। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 317 रनों से जीत दर्ज की थी और इस जीत में रोहित तथा अश्विन की अहम भूमिका रही।
रोहित ने पहली पारी में 161 रन बनाए थे। उनके इस प्रदर्शन से उन्हें नौ स्थानों का फायदा हुआ है और अब वह 14वें नंबर पर पहुंच गए हैं, जो नवंबर 2019 के बाद से उनकी बेस्ट रैंकिंग है।
रोहित ने अक्टूबर 2019 में रांची में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरा शतक लगाया था और तब उन्होंने करियर की बेस्ट रैंकिंग 10वां स्थान हासिल किया था।
अश्विन ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपने करियर का पांचवां टेस्ट शतक लगाया और साथ ही उन्होंने मैच में कुल आठ विकेट चटकाए थे और मैन ऑफ द मैच के विजेता रहे थे।
अश्विन इस प्रदर्शन के दम पर बल्लेबालों की लिस्ट में 14 स्थानों की लंबी छलांग लगाकर 81वें पायदान पर पहुंच गए हैं। वहीं, गेंदबाजों की सूची में वह सातवें नंबर पर कायम हैं।
पहली पारी में 58 रनों की नाबाद पारी खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत करियर की अपनी बेस्ट रैंकिंग 11वें नंबर पर पहुंच गए हैं। बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव 50वें जबकि लेफ्ट आर्म स्पिनर कुलदीप यादव 68वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
इंग्लैंड के लेफ्ट आर्म स्पिनर लैक लीच छह पायदान ऊपर चढ़कर 31वें नंबर पर पहुंच गए हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 17 फरवरी | विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर के रूस के पुरुष एकल टेनिस खिलाड़ी डेनिल मेदवेदेव ने हमवतन आंद्रे रूबलेव को हराकर वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में बुधवार को प्रवेश कर लिया। चौथी सीड मेदवेदेव ने सातवीं सीड रूबलेव को 7-5, 6-3, 6-2 से मात दी। मेदवेदेव पहली बार अपने करियर के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। सितंबर 2020 में अमेरिका ओपन का खिताब जीतने के बाद से मेदवेदेव ने टॉप-10 खिलाड़ियों के खिलाफ अपने सभी 11 मैच जीते हैं।
सेमीफाइनल में अब मेदवेदेव का सामना राफेल नडाल और स्टेफानोस सितसिपास के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। एटीपी फाइनल्स चैम्पियन मेदवेदेव पिछले 19 मैचों से अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।
इससे पहले, महिला एकल में विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी क्वार्टर फाइनल में अपना मुकाबला हारकर ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गईं जबकि अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी अपना मैच जीत कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गईं।
पूर्व चैंपियन बार्टी का क्वार्टर फाइनल में विश्व रैंकिंग में 27वें नंबर की खिलाड़ी चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा से मुकाबला हुआ।
मुचोवा ने एक घंटे 57 मिनट में बार्टी को 1-6, 6-3, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और बार्टी को बाहर कर दिया।
बार्टी ने पहला सेट अपने नाम किया लेकिन मुचोवा ने वापसी करते हुए अगले दोनों सेट अपने नाम कर जीत हासिल की। सेमीफाइनल में मुचोवा का सामना ब्रॉडी से होगा।
मुचोवा ने इससे पहले विश्व रैंकिग में छठे स्थान पर मौजूद हमवतन कैरोलिना प्लिसकोवा को तीसरे दौर में हराया था। इसके बाद उन्होंने चौथे राउंड में 18वीं रैंकिंग की बेल्जियम की खिलाड़ी एलिसे मर्टेन्स को मात दी थी।
महिला एकल वर्ग के एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रॉडी ने हमवतन जेसिका पेगुला को एक घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-2, 6-1 से हराया। (आईएएनएस)
कैसर मोहम्मद अली
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की सराहना करते हुए कहा है कि वह 100 टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटर हैं।
पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विकेट के पीछे काफी अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने इसके साथ ही पहली पारी में नाबाद 58 रन भी बनाए थे।
पंत ने जब 17 वर्ष की उम्र में 21 सितंबर 2014 को दिल्ली की ओर से खेलते हुए अंडर-19 ऑल इंडिया वनडे इंविटेशन टूर्नामेंट में बड़ौदा क्रिकेट संघ के खिलाफ मुकाबले में 133 गेंदों में आठ छक्के और 22 चौकों की मदद से 186 रन बनाए थे तो उनकी इस पारी से मोरे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने पंत का नाम अपने मोबाइल पर नोट कर लिया था।
मोरे ने आईएएनएस से कहा, "जब भी मैं किसी टैलेंटेड लड़के को देखता हूं, मेरी आदत है कि मैं उसका नंबर नोट कर लेता हूं। जब मैंने पंत को देखा तो मैंने अपने आप से कहा कि यह लंबी रेस का घोड़ा है। अब मैं कहता हूं कि पंत 100 टेस्ट खेलने वाले क्रिकेटर हैं। सिर्फ इसलिए नहीं कि उन्होंने मंगलवार को विकेट के पीछे शानदार काम किया था।"
कुछ विशेषज्ञों ने जहां पंत की क्षमता पर सवाल खड़े किए थे वहीं, मोरे का कहना है कि उन्हें पंत के कौशल और क्षमता पर कभी कोई शक नहीं था।
पंत के साथ बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में काम कर चुके मोरे ने कहा, "सभी ने उनके विकेटकीपिंग पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन मुझे कभी कोई शक नहीं था। जब आप उन्हें भारत में खेलने का मौका नहीं देंगे तो वह कैसे सीखेगा। विदेश में खेलना भारत में खेलने से ज्यादा कठिन है। टर्निग पिचों पर विकेटकीपर का दायित्व अहम होता है। सभी ने देखा है कि पंत क्या कर सकते हैं।"
पंत ने भारत के लिए 18 में से 14 टेस्ट विदेश में खेले हैं, जबकि चार टेस्ट भारत में खेले हैं।
मोरे ने कहा, "पंत ने कुछ अच्छे कैच लपके और शानदार स्टंपिंग की। हालांकि उन्होंने कुछ मौके गंवाए, लेकिन वह सिर्फ 23 साल के हैं और उनमें सुधार की गुंजाइश है जिससे वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बन सकते हैं।"
भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने भी पंत के इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में प्रदर्शन की सराहना की।
किरमानी ने आईएएनएस से कहा, "पंत में काफी कौशल है। उनकी विकेटकीपिंग और स्टंपिंग बेहतरीन है विशेषकर, लॉरेंस का स्टंपिंग बेहतरीन था। मेरे पास अपनी भावना को बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। वह गेम चेंजर साबित होंगे।"
उन्होंने कहा, "पंत काफी अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें अभी कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। उनको अपने रवैये में भी कुछ परिवर्तन करना होगा।"
पंत के बचपन के कोच तारक सिन्हा ने कहा, "जब कोई खिलाड़ी टीम में अपन स्थान पक्का कर लेता तो उसे अच्छा लगता है। दूसरे टेस्ट में पंत के अच्छे प्रदर्शन का एक बड़ा कारण यह भी है। उन्हें पूरी टीम का समर्थन प्राप्त है। भविष्य में वह और भी बेहतर होंगे।"
उन्होंने कहा, "पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 91 और 11 रन बनाए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और इसका असर उनकी विकेटकीपिंग पर भी पड़ा। उन्होंने अपनी एकाग्रता में सुधार किया है।"
पंत ने 18 टेस्ट मुकाबलों में 44.85 के औसत से 1256 रन बनाए हैं। उन्होंने टेस्ट में दो शतक और छह अर्धशतक जड़े हैं। (आईएएनएस)
मेलबर्न, 17 फरवरी | विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी क्वार्टर फाइनल में अपना मुकाबला हारकर बुधवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गयीं जबकि अमेरिका की जेनिफर ब्रॉडी अपना मैच जीत कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंच गयीं। पूर्व चैंपियन बार्टी का क्वार्टर फाइनल में विश्व रैंकिंग में 27वें नंबर की खिलाड़ी चेक गणराज्य की कैरोलिना मुचोवा से मुकाबला हुआ।
मुचोवा ने एक घंटे 57 मिनट में बार्टी को 1-6, 6-3, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया और बार्टी को बाहर कर दिया।
बार्टी ने पहला सेट अपने नाम किया लेकिन मुचोवा ने वापसी करते हुए अगले दोनों सेट अपने नाम कर जीत हासिल की। सेमीफाइनल में मुचोवा का सामना ब्रॉडी से होगा।
मुचोवा ने इससे पहले विश्व रैंकिग में छठे स्थान पर मौजूद हमवतन कैरोलिना प्लिसकोवा को तीसरे दौर में हराया था। इसके बाद उन्होंने चौथे राउंड में 18वीं रैंकिंग की बेल्जियम की खिलाड़ी एलिसे मर्टेन्स को मात दी थी।
महिला एकल वर्ग के एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रॉडी ने हमवतन जेसिका पेगुला को एक घंटे 40 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-2, 6-1 से हराया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 फरवरी | भारतीय महिला फटबॉल टीम का तीन देशों के साथ होने वाले पहले मुकाबले में बुधवार को सर्बिया से सामना होगा। भारतीय सीनियर महिला फुटबॉल टीम को तुर्की में सर्बिया, रूस और यूक्रेन के खिलाफ मुकाबले खेलने हैं। भारतीय टीम का पहला मुकाबला आज सर्बिया से होना है।
भारतीय महिला फुटबॉल टीम का कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद यह पहला विदेशी दौरा है। इस दौरे से वह 2022 में होने वाले एएफसी महिला एशिया कप की तैयारियां शुरु करेगी।
महिला फुटबॉल टीम पिछले दो महीने से गोवा में तैयारी कर रही थी। कोच मयमोल रॉकी को विश्वास है कि शिविर से कोचिग स्टाफ को खिलाड़ियों का आकलन करने का अच्छा अवसर प्राप्त हुआ।
सर्बिया के बाद महिला टीम 19 फरवरी को रूस और 23 फरवरी को यूक्रेन से भिड़ेगी। डिफेंडर आशालता देवी का मानना है कि ऐसी मजबूत यूरोपियन टीमों के खिलाफ खेलने से टीम की एएफसी महिला एशिया कप के लिए अच्छी तैयारी होगी। (आईएएनएस)
जोहानिसबर्ग, 17 फरवरी | दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डू प्लेसिस ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। डू प्लेसिस ने बताया कि वह 2021 और 2022 में होने वाले टी20 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि वह वनडे क्रिकेट से फिलहाल संन्यास नहीं ले रहे हैं।
36 वर्षीय बल्लेबाज ने इंस्टाग्राम पर बयान जारी कर कहा, "खेल के तीनों प्रारूप में अपने देश के लिए खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। लेकिन अब समय है कि मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दूं। अगर कोई 15 वर्ष पहले मुझसे कहता कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट खेलूंगा और टीम की कप्तानी करूंगा तो मुझे विश्वास नहीं होता।"
उन्होंने कहा, "अगले दो वर्ष में दो आईसीसी टी20 विश्वकप होने हैं। इसलिए मेरा ध्यान इस प्रारूप पर केंद्रित हो गया है। मैं इस फॉर्मेट में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के लिए अपनी क्षमता के अनुरुप खेलना चाहता हूं। मुझे विश्वास है कि मैं इस प्रारूप में दक्षिण अफ्रीका को काफी कुछ दे सकता हूं।"
डू प्लेसिस ने कहा, "इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य के लिए मेरे वनडे क्रिकेट के कुछ प्लान नहीं है। मैं बस फिलहाल टी20 को ज्यादा प्राथमिकता दे रहा हूं।"
डू प्लेसिस ने 22 नवंबर 2012 को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था। उन्होंने अपने करियर के 69 टेस्ट मैचों में 40.02 के औसत से 4,163 रन बनाए। टेस्ट में डू प्लेसिस ने 10 शतक और 21 अर्धशतक जड़े हैं।
डू प्लेसिस ने 2016 से 2020 तक 36 टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी की है, जिसमें 18 मुकाबलों में उसे जीत मिली है जबकि 15 में हार तथा तीन मैच ड्रॉ रहे हैं।
डू प्लेसिस हाल ही में पाकिस्तान के साथ संपन्न हुए दो मैचों की टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम का हिस्सा रहे थे और उन्होंने रावलपिडी में खेले गए दूसरे टेस्ट में 17 तथा पांच रन बनाए थे। यह मुकाबला उनके टेस्ट करियर का आखिरी मैच रहा।
डू प्लेसिस ने कहा, "पिछले कुछ महीनों से मेरी क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ चर्चा हुई जिसमें मैंने भविष्य पर बात की। मैं उन सभी का धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरे टेस्ट करियर में मुझे प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "मैं अपने कोचों, टीम के सदस्य, सहायक स्टाफ और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे देश के लिए खेलना तथा उसका नेतृत्व करने का मौका दिया। यह काफी अच्छी यात्रा रही और मैं इसे किसी दिन साझा करने के लिए उत्सुक हूं।" (आईएएनएस)
-मनोज चतुर्वेदी
चेन्नई के चेपक मैदान पर टीम इंडिया को दूसरा टेस्ट जिताने में सबसे अहम भूमिका स्पिन तिकड़ी रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव की रही.
इस तिकड़ी ने दूसरे टेस्ट में 20 में से 17 विकेट निकाले. दूसरी पारी में तो भारत के स्पिनरों ने इंग्लैंड की पारी के सभी 10 विकेट झटक लिए.
वहीं इस टेस्ट में इंग्लैंड के स्पिनरों ने भी कमाल का प्रदर्शन किया. जैक लीच और मोईन अली ने मिलकर भारत की दोनों पारियों में कुल 14 विकेट चटकाए. अगर जो रूट की टीम के स्पिन को शामिल कर लें तो 15 विकेट इंग्लिश स्पिनरों ने भी निकाले.
ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि जब दोनों टीमों के स्पिनरों को कामयाबी मिल रही थी तो फिर इंग्लैंड ये मैच महज़ चार दिनों के अंदर इतने विशाल अंतर से कैसे हार गया?
दरअसल भारतीय स्पिनरों ने इंग्लैंड के स्पिनरों के मुक़ाबले कहीं ज़्यादा तेज़ी और विविधता से गेंदबाज़ी की. क्रिकेट के खेल में स्पिन गेंदबाज़ों को हालात के हिसाब से गेंदबाज़ी की गति में परिवर्तन करना होता है.
भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों में रविचंद्रन अश्विन को इस कला का माहिर माना जाता है. वह हालात के हिसाब से 80 से लेकर 90 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाज़ी करते हैं. असल में विकेट अच्छा और तेज़ होने पर कम गति से गेंद फेंकने की ज़रूरत होती है, जबकि टर्निंग विकेट पर ज़्यादा तेज़ी से गेंद डालने की ज़रूरत होती है.
चेन्नई टेस्ट इंग्लैंड के दोनों स्पिनर जैक लीच और मोईन अली ने भी भारतीय स्पिनरों के आसपास की गति से गेंदबाज़ी की पर वह भारतीय गेंदबाज़ों की तरह गति में बदलाव करके बल्लेबाज़ों को उनकी तरह परेशान नहीं कर सके.
यही वो पहलू था जिसका फ़ायदा उठाते हुए भारतीय गेंदबाज़ों ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को विकेट पर टिकने नहीं दिया. टर्निंग विकेट आमतौर पर थोड़े धीमे भी होते हैं, इसलिए गेंद को ज़्यादा गति से डाला जाता है ताकि बल्लेबाज़ को प्रतिक्रिया के लिए कम से कम समय मिले. इस तरह की स्थिति में बल्लेबाज़ से ग़लती होने की आशंका ज़्यादा हो जाती है.
छह से आठ इंच टप्पे का रहा फ़र्क
भारतीय टीम के अपने समय के दिग्गज स्पिनर मनिंदर सिंह ने बताया, "दोनों टीमों के स्पिनरों के टप्पे ने भी फ़र्क पैदा किया. भारतीय स्पिनर घरेलू विकेट के बारे में अच्छे से जानते हैं. इसलिए उन्हें पता है कि किस लेंग्थ और गति से गेंदबाज़ी की जाए. उन्हें मालूम था टर्निंग विकेट पर सामान्य से छह से आठ इंच टप्पा आगे रखने पर बल्लेबाज़ को ज़्यादा परेशान किया जा सकता है."
"वहीं भारतीय स्पिनरों ने जिस जगह गेंद डाली, उससे छह से आठ इंच पीछे इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने टप्पा डाला, क्योंकि वह अपने यहां अच्छे विकेट पर खेलने के कारण इस तरह गेंदबाज़ी करने के आदी थे."
मनिंदर सिंह इस अंतर को समझाते हैं, "टर्निंग विकेट पर गेंदबाज़ी करने की एक आर्ट होती है. इस आर्ट में इंग्लैंड के स्पिनर माहिर नहीं हैं. इंग्लैंड के स्पिनर आमतौर पर अच्छे विकेट पर खेलते हैं. वहां यदि आप गेंद का टप्पा आगे डालेंगे तो बल्लेबाज़ चौका लगा देगा, इसलिए वह गेंद को थोड़ा पीछे रखने के आदि होते हैं."
"वहीं भारत में टर्निंग विकेट पर टप्पे को थोड़ा आगे रखना होता है ताकि बल्लेबाज़ को परेशान किया जा सके. यह बदलाव फटाफट करना आसान नहीं है."
अक्षर की गति ने रोके स्वीप शॉट
अक्षर पटेल ने टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट निकालकर डेब्यू टेस्ट को यादगार बनाया. संजय मांजरेकर अक्षर की कामयाबी की सबसे बड़ी वजह उनकी लंबाई और 90 कि.मी. प्रति घंटे की गति से गेंद फेंकना मानते हैं.
यह सही है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज़ आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप के विकेट पर रन बनाने के लिए स्वीप शॉट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अक्षर के अच्छी गति का इस्तेमाल करने से उनका स्वीप शॉट खेलना मुश्किल हो गया.
वहीं अश्विन इतने चतुर गेंदबाज़ हैं कि उनके सामने ऐसी लिबर्टी लेना कतई आसान नहीं है. भारतीय स्पिन गेंदबाज़ों में कुलदीप यादव कलाई से स्पिन कराने वाले गेंदबाज़ हैं और उनकी गति काफी कम है. इस कारण उन्हें खेलने में बल्लेबाज़ों को ज़्यादा दिक्कत नहीं हो रही थी. हालांकि वह कम गेंदबाज़ी करके भी दो विकेट लेने में सफल हो गए.
अक्षर की टीम में जगह पक्का करना मुश्किल
चेन्नई टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले अक्षर पटेल क्या भारतीय टीम के स्थाई सदस्य बन सकेंगे? मुझे लगता है कि उनके लिए टेस्ट टीम में स्थान बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी.
रविंद्र जडेजा के चोटिल होने की वजह से अक्षर पटेल को मौका मिला है. फिट होते ही जडेजा का टीम में लौटना पक्का है. इसकी प्रमुख वजह ये है कि जडेजा सिर्फ अनुभवी लेफ्ट आर्म स्पिनर ही नहीं, बल्कि बेहतरीन बल्लेबाज़ और बेजोड़ फील्डर भी हैं.
हां, इतना ज़रूर है कि जडेजा की तरह अक्षर पटेल की गेंदों को खेलते समय बल्लेबाज़ को इस बात के लिए सतर्क रहना पड़ता है कि गेंद टर्न होगी या सीधी आएगी और यह पहचान करना ही बल्लेबाज़ों की असली परीक्षा भी साबित हो रही है.
पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद भी अक्षर पटेल की दावेदारी पर मनिंदर सिंह ने कहा, "अक्षर पटेल के इस प्रदर्शन से यह माना जा सकता है कि टीम को रविंद्र जडेजा का एक अच्छा विकल्प मिल गया है. लेकिन अभी उन्हें अपनी टेस्ट काबिलियत साबित करने के लिए लंबा सफ़र तय करना होगा. वह सौभाग्याली हैं कि टर्निंग ट्रैक पर टेस्ट करियर शुरू करने को मिला है. पर आगे वह बल्लेबाज़ी के अनुकूल विकेट पर किस तरह की गेंदबाज़ी करते हैं, इस पर उनका भविष्य बहुत कुछ निर्भर करेगा."
भारत और इंग्लैंड के स्पिनरों की सफलता में एक प्रमुख अंतर दोनों टीमों की बल्लबाज़ी क्षमता का भी है. भारतीय बल्लेबाज़ टर्निंग विकेट पर खेलते समय गेंद के टप्पे तक जाकर खेलने में विश्वास रखते हैं. लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाज़ इस तरह नहीं खेलते हैं.
इसका फ़ायदा भी भारतीय बल्लेबाज़ों ने उठाया और रोहित शर्मा के अलावा सबको चौंकाते हुए आर. अश्विन ने भी शतकीय पारी खेली. जबकि इंग्लैंड की टीम दोनों पारियों को मिलाकर भी 300 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी.
इंग्लैंड को इस मैच में अपने सर्वश्रेष्ठ स्पिनर डॉम बैस की कमी भी खली. टीम ने अपने रोटेशन पॉलिसी की तहत उन्हें यहां आराम दिया जबकि वे जानते थे कि पहले टेस्ट को जीतने के बाद वह दूसरे टेस्ट में भी जीतते तो उनके अपने घर में होने वाली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने की संभावनाएं बढ़ जातीं.
इसी पॉलिसी के तहत दूसरे टेस्ट में शानदार गेंदबाज़ी करने वाले मोईन अली इंग्लैंड लौट चुके हैं. लिहाज़ा इस सिरीज़ में इंग्लैंड की टीम की मुश्किलें अभी कम नहीं होंगी, बल्कि बढ़ेंगी. (bbc.com)
मेलबर्न, 16 फरवरी | विश्व रैंकिग के नंबर-1 पुरुष टेनिस खिलाड़ी और मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोचिव ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। टॉप सीड जोकोविच ने मंगलवार को चार सेटों तक चले क्वार्टर फाइनल में जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव को शिकस्त दी। जोकोविच ने तीन घंटे और 30 मिनट तक चले मुकाबले में छठी सीड ज्वेरेव को 6-7, 6-2, 6-4, 7-6 से मात दी।
33 साल के जोकोविच के करियर का ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में यह 301वीं जीत है। आठ बार के आस्ट्रेलियन ओपन चैम्पियन जोकोविच नौवीं बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।
मेलबर्न, 16 फरवरी | अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विश्व की नंबर-2 खिलाड़ी रोमानिया की सिमोना हालेप को हराकर मंगलवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल में जगह बना ली। 23 बार की ग्रैंड स्लैम विजेता सेरेना का सेमीफाइनल में तीसरी सीड जापान की नाओमी ओसाका से मुकाबला होगा।
विश्व रैंकिग में 11वें स्थान पर मौजूद सेरेना ने एक घंटे 21 मिनट तक चले मुकाबले में हालेप को लगातार सेटों में 6-3, 6-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
सेरेना ने आखिरी बार 2017 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। पूर्व नंबर-1 सेरेना का यही आखिरी ग्रैंड स्लैम खिताब है। वह अपने रिकॉर्ड 24वें ग्रैंड स्लैम से अब महज दो कदम की दूरी पर हैं।
ऑस्ट्रेलियन ओपन में सात बार की विजेता सेरेना ने 2017 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
सेरेना ने मुकाबले में चार एस लगाए जबकि हालेप एक भी एस नहीं लगा सकीं। अमेरिकी खिलाड़ी ने 24 और हालेप ने नौ विनर्स लगाए। सेरेना का खिताबी मुकाबले में जगह बनाने के लिए विश्व की नंबर-3 ओसाका से मुकाबला होगा। 39 वर्षीय सेरेना के करियर का यह 40वां ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल मुकाबला होगा।
ओसाका ने महिला एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल एक अन्य मुकाबले में चीनी ताईपे की सु वेई हसिए को एक घंटे छह मिनट तक चले मुकाबले में 6-2, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
पुरुष एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में रूस के एस्लान कारात्सेव ने अपना विजयी अभियान जारी रखते हुए दो घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले में 18वीं सीड बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव को 2-6, 6-4, 6-1, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
कारात्सेव ने पहले सेट में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए अगले तीनों सेट अपने नाम किए।
कारात्सेव का सेमीफाइनल में मुकाबला गत चैंपियन और विश्व के नंबर-1 खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच तथा छठी वरीयता प्राप्त जर्मनी के एलेक्जेंडर जेवरेव के बीच सेमीफाइनल में जीत हासिल करने वाले खिलाड़ी से होगा। (आईएएनएस)
फातोर्दा (गोवा), 16 फरवरी | हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में पिछले छह मैचों में ड्रॉ खेलने का 'छक्का' लगा चुकी एफसी गोवा प्लेऑफ की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए ड्रॉ के द्वंद्व से बाहर आना चाहेगी। गोवा को लीग में अपना अगला मुकाबला बुधवार को यहां फातोर्दा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में तालिका की सबसे नीचली टीम ओडिशा एफसी के खिलाफ खेलना है। गोवा इस समय 17 मैचों में 24 अंकों के साथ तालिका में चौथे नंबर पर है। हैदराबाद के भी 24 ही अंक है, लेकिन निजाम्स एक पायदान नीचे है। कोच जुआन फेरांडो की टीम गोवा के पूर्व चैंपियन बेंगलुरू एफसी से दो अंक ज्यादा है।
गोवा को अभी लीग चरण में तीन मैच और खेलने हैं और फेरांडो जानते हैं कि उनके पास इस मैच में तीन अंक लेने का बेहतरीन मौका है। हालांकि गोर्स को अपने कई चाटिल खिलाड़ियों की कमी खलेगी।
फेरांडो ने कहा, " हमारे कुछ खिलाड़ी चोटिल हैं। लेकिन मैं भयभीत नहीं हूं क्योंकि हमारे पास एक बहुत अच्छी टीम है। समस्या केवल यह है कि इस मैच की तैयारी के लिए हमें केवल दो ही दिन का समय मिला। लेकिन खिलाड़ियों को लेकर मैं निराश नहीं हूं क्योंकि हमारे पास बहुत अच्छी टीम है और हर कोई टीम में अपना योगदान दे सकते हैं।"
गोवा को पिछले कुछ मैचों से अंतिम समय में गोल करके अंक बांटने की आदत सी हो गई है। अपने पिछले मुकाबले में चेन्नइयन एफसी के खिलाफ भी टीम ने कुछ ऐसा ही किया। किसी भी टीम ने पहले गोल खाने के बाद उतने अधिक अंक हासिल नहीं किए हैं, जितने कि गोवा ने किए हैं।
फेरांडो ने कहा, " इस समय हमारी मानसिकता अपना काम जारी रखने की है। ज्यादा चीजों में बदलाव करना संभव नहीं है। उम्मीद है कि ये ड्रॉ भविष्य में जीत में तब्दील होंगे।"
दूसरी तरफ, ओडिशा एफसी ने इस सीजन में अब तक सबसे ज्यादा 10 मुकाबले हारे हैं और उसके नाम केवल एक ही क्लीन शीट है। टीम को पिछले आठ मैचों से जीत नहीं मिली है, जबकि पिछले तीन मैचों में वह नौ गोल खा चुकी है। हालांकि अंतरिम मुख्य कोच गेराल्ड पियटन गोवा के खिलाफ होने वाले मुकाबले को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं।
पिटयन ने कहा, " मैं तर्क के साथ रहना चाहता हूं। गोवा एक अच्छी पासिंग टीम है। मैं जानता हूं कि वे हमारे खिलाफ कैसे खेलेंगे। मैं उनकी रणनीतियों को जानता हूं। हमारे लिए यह जरूरी है कि शुरुआत से ही अच्छा प्रदर्शन करें।" (आईएएनएस)
चेन्नई, 16 फरवरी | विराट कोहली ने भारत में बतौर कप्तान सर्वाधिक टेस्ट मैच जीतने के मामले में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। कोहली की कप्तानी में भारत ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को मंगलवार को 317 रनों से करारी शिकस्त दी।
कोहली ने हालांकि धोनी से कम मैचों में देश में कप्तानी करते हुए उनके बराबर जीत हासिल की है। कोहली ने जहां देश में 28 मैचों में कप्तानी की है वहीं धोनी 30 मैचों में कप्तान रहे हैं। दोनों ने हालांकि 21-21 मैचों में टीम को जीत दिलाई है।
कोहली के पास अब इंग्लैंड के साथ अगले दो टेस्ट मैचों को जीतकर धोनी से आगे निकलने का मौका होगा।
बतौर कप्तान कोहली घर में अब तक दो टेस्ट हारे हैं जबकि पांच ड्रॉ रहे हैं। वहीं, धोनी घर में तीन टेस्ट हारे हैं जबकि छह ड्रॉ रहे हैं।
उनके अलावा पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत में 20 टेस्ट मैचों में से 13 जीते हैं, चार हारे हैं और तीन ड्रॉ रहा है। सौरव गांगुली ने बतौर कप्तान 21 टेस्ट मैच भारत में खेले हैं, जिसमें में 10 जीते हैं और तीन हारे हैं जबकि आठ ड्रॉ रहा है।
वहीं, सुनील गावस्कर ने घर में 29 टेस्ट मैचों में सात जीते हैं, दो हारे हैं और 20 मैच ड्रॉ खेले हैं। (आईएएनएस)
चेन्नई, 16 फरवरी | विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत और इंग्लैंड के बीच जारी रेस अब और ज्यादा रोमांचक हो गया है। भारत ने चेन्नई में मंगलवार को दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 317 रनों से हराने के बाद भारत ने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है। भारत अब डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है जबकि इंग्लैंड चौथे स्थान पर खिसक गया है। डब्ल्यूटीसी फाइनल जून में लॉर्डस में खेला जाएगा।
एमए चिदंबरम स्टेडियम में मिली जीत के बाद भारत के अब 69.7 प्रतिशत अंक हो गए हैं और वह डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत अब तक 10 टेस्ट मैच जीते हैं जबकि चार हारे हैं और एक मैच ड्रॉ रहा है।
डब्ल्यूटीसी के तहत इंग्लैंड ने घर से बाहर अब तक 10 मैच जबकि घर से में 11 मैच खेले हैं। भारत ने घर से बाहर आठ और घर में नौ मैच खेले हैं। दूसरी तरफ, आस्ट्रेलिया ने घर से बाहर केवल पांच जबकि घर में नौ मैच खेले हैं।
न्यूजीलैंड 70.0 प्रतिशत अंकों के साथ डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में टॉप पर मौजूद है और वह पहले ही डब्ल्यूटीसी के फाइनल में प्रवेश कर चुकी है। आस्ट्रेलिया 69.2 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है। वहीं, भारत के हाथों दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद इंग्लैंड अब चौथे नंबर पर खिसक गया है और उसके 67.0 अंक है।
डब्ल्यूटीसी के तहत न्यूजीलैंड ने अब तक पांच टेस्ट सीरीज खेली है, इनमें से उसने दो घर से बाहर श्रीलंका और आस्ट्रेलिया में खेली है।
आस्ट्रेलिया ने घर से बाहर केवल एक ही टेस्ट सीरीज खेली है जबकि भारत और इंग्लैंड ने घर से बाहर तीन-तीन टेस्ट सीरीज खेली है। आस्ट्रेलिया ने हाल में दक्षिण अफ्रीका का अपना दौरा स्थगित कर दिया था। लेकिन टीम को बांग्लादेश का दौरा करना है।
इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में हराने के बाद भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। भारत अब अगर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 2-1 से या 3-1 से हरा देती है तो वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंच जाएगी।
इंग्लैंड अगर भारत को 3-1 से हरा देती है तो इंग्लैंड की टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच जाएगी। हालांकि इंग्लैंड अगर भारत को 2-1 से भी हरा देती है तो आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी।
लेकिन इंग्लैंड और भारत के बीच चार मैचों की यह टेस्ट सीरीज 1-1 या 2-2 से ड्रॉ होती है, तो आस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंच जाएगी और न्यूजीलैंड के साथ फाइनल खेलेगी।
इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट ने कहा, " मुझे लगता है कि चीजों का प्रबंधन बहुत मुश्किल बात है। कुछ दूसरी टीमों की तुलना में हम अधिक मैच खेल रहे हैं। उदाहरण के लिए, हमें प्रतियोगिता में घर से बाहर किसी भी अन्य की तुलना में अधिक टेस्ट क्रिकेट खेला होगा। हमारे लिए यह एक नुकसान है।" (आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 16 फरवरी। बोड़ला ब्लाक अंतर्गत ग्राम पोंडी के मिनी स्टेडियम में आयोजित टीपीएल (टीचर प्रीमियर लीग) जिला स्तरीय शिक्षक क्रिकेट प्रतियोगिता अंतर्गत सोमवार को जनप्रतिनिधि इलेवन व शिक्षक इलेवन के बीच सद्भावना मैच खेला गया। राजनीति के पिच पर खेलने वाले नेताओं ने खेल के मैदान में अपने जौहर दिखाए।
आयोजन समिति के संयोजक गजराज सिंह राजपूत ने बताया कि जनपद पंचायत बोड़ला के सभापति विजय सिंह ने सभी खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर व टॉस कराकर सद्भावना मैच की शुरुआत की। जनप्रतिनिधि इलेवन टीम की ओर से जिला पंचायत सदस्य व युवा कांग्रेस के प्रदेश सहसचिव तुकाराम चंद्रवंशी ने कप्तानी की। वहीं शिक्षक इलेवन टीम की ओर से अशोक निषाद ने कप्तानी की। शिक्षक इलेवन टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 8 ओवर में 3 विकेट खोकर 41 रन बनाए। टीम के अशोक निषाद ने सर्वाधिक 12 रन बनाए।
दूसरे इनिंग में बल्लेबाजी करने उतरी जनप्रतिनिधि इलेवन टीम ने 6 ओवर में 4 विकेट खोकर 42 रन बनाकर जीत दर्ज की। टीम के ओमप्रकाश यादव ने सर्वाधिक 25 रन बनाए। रोमांचक मुकाबले में जनप्रतिनिधि इलेवन टीम ने शिक्षक इलेवन टीम को 6 विकेट से हराया। मैच को लेकर जनप्रतिनिधियों व शिक्षकों के बीच खासा उत्साह देखने को मिला। इस दौरान नगर पंचायत बोड़ला के एल्डरमैन दीपक माग्रे, युवा कांग्रेस के जिला महासचिव नरेंद्र चंद्रवंशी, ब्लाक अध्यक्ष मनोज वर्मा, रहंगी सरपंच राजू दास मानिकपुरी, पोंड़ी सरपंच प्रतिनिधि नंदकुमार कुर्रे, पंच हनीफ खान, रवि अवस्थी, विनय चंद्रवंशी, शेखर चंद्रवंशी, धनेश बर्मन, रामकुमार वर्मा, राजकमल पांडेय, जितेंद्र चंद्रवंशी, उमाशंकर साहू, कोमल गर्ग, शरद वर्मा, नरेंद्र साहू, पारस चंदेल, दीन मोहम्मद, नीलम वर्मा अन्य खिलाड़ी सहित ग्रामीणजन मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 फरवरी। खेलों इंडिया के तहत खेलो इण्डिया सेन्टर आफ एक्सिलेंस रायपुर एवं बिलासपुर में प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके तहत हॉकी,तीरंदाजी एवं एथलेटिक्स में खिलाडिय़ों के चयन हेतु जिला स्तरीय ट्रायल का आयोजन 16 फरवरी से प्रारंभ हुआ।
सबसे पहले दिन 16 फरवरी को हॉकी खेल का ट्रायल शासकीय उच्चतर मा.शालाग्राम- परसापाली, विकासखंड- बिलाईगढ़ में 18 फरवरी को गुरू घासीदास शासकीय उच्च्तर मा.शाला कसडोल में एथलेटिक्स खेल का ट्रायल साथ ही इसके अगले दिन 19 फरवरी को शासकीय उच्चतर मा.शाला ग्राम- घरजरा,विकासखंड- बिलाईगढ़ में तीरंदाजी का ट्रायल का आयोजन होगा। जिला स्तरीय सलेक्शन ट्रायल में चयनित बालक बालिकाओं को राज्य स्तरीय सलेशन ट्रायल में सम्मिलित कराया जायेगा जिसमें जिले से भाग लेने वाले खिलाडिय़ों की अधिकतम संख्या हॉकी में 10 बालक 10 बालिका, एथलेटिक्स में 12 बालक 12 बालिका, तीरंदाजी में 6 बालक 6 बालिका का चयन राज्य स्तरीय सलेक्शन ट्रायल हेतु किया जाएगा।
गौरतलब है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष से बिलासपुर में भारत सरकार की खेलो इण्डिया योजना के तहत खेलो इण्डिया सेन्टर आफ एक्सिलेंस प्रारंभ किया जा रहा है। यह सेन्टर एक आवासीय खेल अकादमी होगी जिसमें हॉकी, एथलेटिक्स एवं तीरंदाजी के बालक बालिकाओं को खेल का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिलासपुर के साथ-साथ रायपुर में भी खेल विभाग द्वारा राज्य स्तरीय खेल अकादमी प्रारंभ की जा रही है। जिसमें हॉकी, एथलेटिक्स एवं तीरंदाजी का खेल प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। रायपुर एवं बिलासपुर की खेल अकादमी में जिन बालक बालिकाओं को प्रवेश मिलेगा,उन्हें आवास, भोजन, शैक्षणिक व्यय,खेल परिधान, दुर्घटना बीमा, खेल प्रशिक्षण की सुविधाएं, खेल विभाग द्वारा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाऐगी।
रायपुर एवं बिलासपुर की अकादमी में प्रवेश हेतु, 9 से 17 वर्ष तक आयु वर्ग के बालक बालिकाएं जो हॉकी,एथलेटिक्स, तीरंदाजी में रूचि रखते है तथा बिलासपुर या रायपुर में नियमित रूप से रहकर खेल प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं,वे चयन प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते है।
चेन्नई, 16 फरवरी | इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट मैच में 317 रनों से हराने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को कहा कि टीम को धैर्य और दृढ़ निश्चय से इस मुकाबले में जीत मिली है और ऐसे में टॉस को जीत का पूरा श्रेय देना उचित नहीं होगा। भारत ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए दूसरे मुकाबले में इंग्लैंड को हराकर चार मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली है। कोहली ने इस जीत का श्रेय टीम के खिलाड़ियों और दर्शकों को दिया है।
कोहली ने मैच के बाद कहा, "दर्शकों के होने से माहौल अलग हो जाता है और उनके स्टेडियम में मौजूद होने से टीम और भी मजबूती से उतरती है। यह खेल हमारे धैर्य और दृढ़ निश्चय का सही उदाहरण है जो टीम ने इस मैच में दिखाया। हम आगे भी इसे जारी रखेंगे। मुकाबले में दर्शकों के समर्थन ने भी बड़ी भूमिका निभाई।"
उन्होंने कहा, "दोनों टीमों के लिए यहां का वातावरण चुनौतीपूर्ण था। लेकिन हमने इस मुकाबले में धैर्य और दृढ़ निश्चय ज्यादा रखा। हम पिच में टर्न और बाउंस देखकर घबड़ाए नहीं। हमने दोनों पारियों में करीब 600 रन बनाए। अगर आप इस तरह की बल्लेबाजी करें और साझेदारी बनाते हैं तो आपको पता रहता है कि गेंदबाज घरेलू वातावरण में अपना काम बखूबी करेंगे।"
मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनने पर कोहली ने कहा कि टॉस से कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी के अनुरूप पिच का फायदा उठाया था।
कोहली ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इस पिच पर टॉस कोई मायने रखता है। हमें विश्वास था कि दूसरी पारी में हम करीब 300 रन बना लेंगे। दोनों टीमों ने कोशिश की और आप टेस्ट क्रिकेट में यही चाहते हैं कि पिच स्पिनरों के लिए हो या तेज गेंदबाजों के लिए इसमें थोड़ी घास होनी चाहिए।"
कोहली ने इसके साथ ही टेस्ट में पदार्पण करने वाले लेफ्ट ऑर्म स्पिनर अक्षर पटेल और विकेटकीपर ऋषभ पंत के प्रदर्शन की सराहना की। अक्षर ने दूसरी परी में 60 रन देकर पांच विकेट झटके और टीम की जीत में अहम योगदान दिया। पंत ने पहली पारी में 58 रन बनाए और साथ ही विकेट के पीछे भी अच्छा प्रदर्शन किया।
कप्तान ने कहा, "अक्षर के लिए यह विशेष पल है। अगर वह चोटिल नहीं होते तो पहला मुकाबला भी खेलते। वह तेजी से गेंदबाजी करते हैं और उम्मीद है कि कुछ और मुकाबलों के बाद वह टेस्ट क्रिकेट में ढल जाएंगे।"
कोहली ने कहा, "पंत ने ऑस्ट्रेलिया में काफी मेहनत की है और विकेट के पीछे भी आप उनके खेल में परिवर्तन देख सकते हैं। हम चाहते हैं कि वह विकेटकीपिंग के कौशल से और मजबूत बनें क्योंकि हम जानते हैं कि वह टीम के लिए काफी कुछ कर सकते हैं।" (आईएएनएस)
चेन्नई, 16 फरवरी | चेन्नई में मंगलवार को दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 317 रनों से हराने के बाद भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है। भारत अब डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है जबकि इंग्लैंड चौथे स्थान पर खिसक गया है। डब्ल्यूटीसी फाइनल जून में लॉर्डस में खेला जाएगा। एमए चिदंबरम स्टेडियम में मिली जीत के बाद भारत के अब 69.7 प्रतिशत अंक हो गए हैं और वह डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत अब तक 10 टेस्ट मैच जीते हैं जबकि चार हारे हैं और एक मैच ड्रॉ रहा है।
न्यूजीलैंड 70.0 प्रतिशत अंकों के साथ डब्ल्यूटीसी की अंकतालिका में टॉप पर मौजूद है और वह पहले ही डब्ल्यूटीसी के फाइनल में प्रवेश कर चुकी है। आस्ट्रेलिया 69.2 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है। वहीं, भारत के हाथों दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद इंग्लैंड अब चौथे नंबर पर खिसक गया है और उसके 67.0 अंक है।
इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में हराने के बाद भारत ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। भारत अब अगर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 2-1 से या 3-1 से हरा देती है तो वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंच जाएगी।
इंग्लैंड अगर भारत को 3-1 से हरा देती है तो इंग्लैंड की टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच जाएगी। हालांकि इंग्लैंड अगर भारत को 2-1 से भी हरा देती है तो आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी।
लेकिन इंग्लैंड और भारत के बीच चार मैचों की यह टेस्ट सीरीज 1-1 या 2-2 से ड्रॉ होती है, तो आस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंच जाएगी और न्यूजीलैंड के साथ फाइनल खेलेगी। (आईएएनएस)
दूसरा टेस्ट
भारत: 329 और 286
इंग्लैंड: 134 और 164
नतीजा: भारत 317 रनों से जीता
चेन्नई में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ दूसरा टेस्ट मैच भारत ने 317 रनों से जीत लिया है.
भारत ने जीत के लिए इंग्लैंड के सामने 482 रन का बड़ा लक्ष्य रखा था, लेकिन इंग्लैंड की पूरी टीम 164 रन बनाकर आउट हो गई.
इस जीत के साथ ही चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ 1-1 से बराबर हो गई है. पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता था. भारत की ओर से इस मैच के स्टार रहे आर अश्विन, रोहित शर्मा और अक्षर पटेल.
रोहित शर्मा ने पहली पारी में शानदार 161 रन बनाए, जिससे भारत को अहम बढ़त मिली. जबकि अश्विन ने इस मैच में कुल आठ विकेट लिए और दूसरी पारी में 106 रन बनाए.
जबकि अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे अक्षर पटेल ने कुल सात विकेट लिए. दूसरी पारी में उन्होंने सबसे ज़्यादा पाँच विकेट लिए. उन्होंने ये कमाल अपने पहले टेस्ट में ही कर दिखाया.
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भारत ने अपनी पहली पारी में 329 रन बनाए थे, जवाब में इंग्लैंड की टीम 134 रन बनाकर ही आउट हो गई थी. इस तरह भारत को पहली पारी के आधार पर 195 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी.
दूसरी पारी में भारत ने अश्विन के शानदार शतक की बदौलत 286 रन बनाए और इंग्लैंड को चेन्नई की घूमती पिच पर 482 रनों का लक्ष्य दिया.
प्रतिक्रिया
मैच के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा- भारत को जीत का श्रेय मिलना चाहिए. उन्होंने हर क्षेत्र में हमें मात दी. हमें थोड़ी शिक्षा भी मिली.
रूट ने कहा, "हमें सीखना होगा. हमें कभी कभी इस तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ता है. हमें इन परिस्थितियों में रन बनाने और विकेट लेने का रास्ता निकालना होगा. अब सिरीज़ 1-1 से बराबर है. अभी दो टेस्ट मैच होने बाक़ी हैं. अभी हम सिरीज़ में बने हुए हैं."
भारत के कप्तान विराट कोहली ने कहा- बिना दर्शकों के पहले टेस्ट में खेलना थोड़ा अजीब था. इस मैच में दर्शकों की उपस्थिति एक बड़ा अंतर साबित हुई. बल्ले के साथ हमारा योगदान उत्कृष्ट था. दोनों ही टीमों के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण थी. लेकिन हमने इससे बाहर निकलने का जज्बा दिखाया. ये हमारे लिए एक आदर्श मैच था.
इस मैच में गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने वाले आर अश्विन को मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला. उन्होंने कहा- ये पहले टेस्ट के मुक़ाबले अलग विकेट था. इस पिच पर विकेट लेना उतना आसान नहीं था, जितना दिख रहा था. हमें विकेट लेने के लिए संयम भी दिखाना पड़ा और दिमाग़ भी लगाना पड़ा."
इस जीत के साथ ही विराट कोहली ने घरेलू मैदान पर भारत के लिए सबसे ज़्यादा टेस्ट जीतने के महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है. दोनों ने अपनी कप्तानी में घरेलू मैदान पर 21-21 टेस्ट जीते हैं.
दूसरी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत कोई अच्छी नहीं रही.
लॉरेंस 26 और बर्न्स 25 रन बनाकर आउट हुए. लीच अपना खाता भी नहीं खोल पाए और सिबली ने सिर्फ़ तीन रन बनाए.
जबकि बेन स्टोक्स भी आठ रन ही बना पाए. कप्तान जो रूट ने थोड़ा बहुत संघर्ष किया और उन्हें 33 रन बनाए. उन्हें अक्षर पटेल ने आउट किया.
मोईन अली ने आख़िर में कुछ चौके छक्के लगाए और सर्वाधिक 43 रन बनाए. इंग्लैंड की पूरी टीम 164 रन बनाकर आउट हो गई.
इस पारी में अक्षर पटेल ने पाँच विकेट लिए. पहले टेस्ट में उन्होंने ये कमाल किया है. अश्विन को तीन और कुलदीप यादव को दो विकेट मिले.
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इस टेस्ट में भारत के लिए स्टार बनाकर सामने आए हैं आर अश्विन.
उन्होंने इंग्लैंड की पहली पारी में सिर्फ़ 43 रन देकर पाँच विकेट लिए.
इसी के साथ उन्होंने हरभजन सिंह के 265 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. अब स्पिनरों में उनसे आगे सिर्फ़ अनिल कुंबले हैं.
गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अश्विन ने भारत की दूसरी पारी में बल्ले से भी कमाल दिखाया.
एक समय भारत की स्थिति काफ़ी ख़राब थी. भारत के छह विकेट 106 रन पर ही गिर गए थे.
उस समय अश्विन ने विराट कोहली के साथ मिलकर एक अविस्मरणीय पारी खेली. उन्होंने बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल पिच पर दिखा दिया कि अगर संयम से खेलें तो शतक भी लगाया जा सकता है.
उन्होंने कोहली के साथ सातवें विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी भी की. इसके बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पाँचवाँ शतक पूरा किया.
वे 106 रन बनाकर आउट हुए और भारत को बड़ी बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
पहला टेस्ट बुरी तरह गँवाने के बाद भारतीय टीम इस मैच में उतरी थी. लेकिन बल्लेबाज़ी करने के फ़ैसले के साथ ही भारत ने इस मैच में पकड़ बनानी शुरू कर दी.
कई मैचों में नाकाम रहे रोहित शर्मा ने इस टेस्ट में शतक लगाकर वापसी की.
भारत के 329 रनों के स्कोर में रोहित शर्मा का योगदान 161 रनों का था. अजिंक्य रहाणे ने भी पहली पारी में वापसी की और 67 रन बनाए.
जबकि ऋषभ पंत ने अर्धशतकीय पारी खेलते हुए 58 रन बनाए और नाबाद रहे.
इंग्लैंड की ओर से भारत की पहली पारी में मोईन अली ने चार विकेट लिए लेकिन वे काफ़ी महंगे साबित हुए. जबकि स्टोन ने तीन विकेट लिए.
इंग्लैंड ने जब अपनी पहली पारी शुरू की, तो चेन्नई की घूमती विकेट ने उनका स्वागत किया. इंग्लैंड की टीम कभी भी संभल नहीं पाई और 134 रन पर ही सिमट गई.
अश्विन ने पाँच विकेट लिए, जबकि ईशांत शर्मा और अपना पहला टेस्ट खेल रहे अक्षर पटेल ने दो-दो विकेट लिए.
भारत की दूसरी पारी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और विकेट लगातार गिरते रहे. आर अश्विन के शतक के अलावा कप्तान विराट कोहली ने अच्छी पारी खेली और 62 रन बनाए.
इस बार इंग्लैंड की ओर से मोईन अली और लीच ने चार-चार विकेट लिए. (bbc.com)
मेलबर्न, 16 फरवरी | विश्व की नंबर-3 खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताईपे की सु वेई हसिए को हराकर मंगलवार को वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच गयीं। टूर्नामेंट की आधिकारिक वेबसाइट एयूएसओपन डॉट कॉम के अनुसार, ओसाका का क्वार्टरफाइनल में मुकाबला हसिए से हुआ। ओसाका ने हसिए को एक घंटे छह मिनट तक चले मुकाबले में 6-2, 6-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
ओसाका ने एकतरफा अंदाज में हसिए को हराया। इससे पहले चौथे दौरे के मुकाबले में ओसाका ने स्पेन की गरबाइन मुगुरुजा को एक घंटे 55 मिनट तक चले मुकाबले में 4-6, 6-4, 7-5 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। (आईएएनएस)