कारोबार
रायपुर, 2 अक्टूबर। मैट्स यूनिवर्सिटी के फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलाजी विभाग द्वारा खादी फैशन शो का रंगारंग आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की धर्मपत्नी श्रीमती रिजु जैन ने आयोजन को सराहनीय बताया।
रायपुर, 2 अक्टूबर। स्टील उत्पाद श्रेणी में ऊर्जा संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड (समूह की प्रमुख कंपनी) को राष्ट्रीय ऊर्जा प्रबंधन पुरस्कार 2021 के लिए प्लैटिनम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विभिन्न श्रेणियों के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कारों को प्लेटिनम, स्वर्ण, रजत श्रेणी में वर्गीकृत किया गया था। गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड ने स्टील उत्पाद श्रेणी में सीम अवार्ड 2021 जीता।
इस अवसर पर, विवेक अग्रवाल, सी.ओ.ओ. - गोदावरी पावर ने कहा, पुरस्कार प्राप्त करना हमेशा पूरी टीम के लिए प्रेरक होता है लेकिन यह तब और रोमांचक हो जाता है जब आप इसे ऊर्जा दक्षता पर प्राप्त करते हैं, जी.पी.आई.एल. को यह पुरस्कार सही समय पर मिला जब दुनिया भर में हरित ऊर्जा और कार्बन फुट प्रिंट पर चर्चा चल रही है ।
ऊर्जा दक्षता प्रधानमंत्री जी के हरित इस्पात के विजन की दिशा में पहला कदम है। कार्यकारी निदेशक श्री अभिषेक अग्रवाल ने भी टीम की सराहना की और कहा कि यह ऊर्जा संरक्षण के उत्कृष्टता में हमारी प्रतिबद्धता की प्रमाण है। यह लगातार दूसरी बार है जब हमें स्श्वश्वरू अवार्ड मिला है, पिछली बार हमें गोल्ड मिला था और अब प्लेटिनम मिला है।
श्री बी.एल.अग्रवाल (एम.डी.) ने इस उपलब्धि पर पूरी गोदावरी पावर एंड इस्पात टीम को बधाई दी और कहा कि यह हमारी टीम के सतत, निरंतर और लगातार प्रयासों का परिणाम है और मुझे उम्मीद है कि जी.पी.आई.एल. भविष्य में भी अपने स्वयं के बेंचमार्क में सुधार करना जारी रखेगा।
मुंह में पानी लाने वाला बंगाली फूड फेस्टिवल सिर्फ 9 अक्टूबर तक
रायपुर, 2 अक्टूबर। यदि आप नारकेल चोलर दाल, बासंती पुलाव, आलू घुघनी की चाट और संदेश व रोशोगुल्ला जैसी स्वादिष्ट बंगाली डिशेस के शौक़ीन हैं तो आगामी 9 दिनों तक आप इनका जमकर मजा उठा सकते हैं।
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के मल्टी कुजीन रेस्टोरेंट मोमो कैफे में 1 से 9 अक्टूबर तक शाम 7.30 बजे से रात 11 बजे तक 9 दिवसीय 'बंगाली फूड फेस्टिवल' का आयोजन किया जा रहा है। इस फेस्टिवल में बंगाल की वेज व नॉन वेज डिशेस की विस्तृत व आथेंटिक श्रंखला को सर्व किया जा रहा है.
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के एग्जीक्यूटिव शेफ, उत्पल डे, स्वयं बंगाल से हैं और वहां की कुजीन को बनाने में महारत रखते हैं, ने आज आयोजित एक पत्रकारवार्ता में बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ लजीज बंगाली व्यंजनों का एक व्यापक मेनू तैयार किया है. उन्होंने कहा कि कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर न केवल स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है बल्कि अपनी रचनात्मकता के लिए भी जाना जाता है।
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के महाप्रबंधक, अनुकम तिवारी ने कहा, यह फ़ूड फेस्टिवल पारम्परिक व लोकप्रिय बंगाली खानपान संस्कृति को रायपुरवासियों के समक्ष प्रस्तुत करने का एक प्रयास है. इस फेस्टिवल में देश के अलग अलग कोनों की डिशेस को पसंद करने वाले फ़ूड लवर्स बंगाल के स्वाद से रु-ब-रु होंगे।
बंगाली फ़ूड फेस्टिवल के मेन्यू में चिल्ली चिकन, कसुंडी फ्राइड फिश, वेजिटेबल्स चॉप, बेगुनी, मोचर चॉप (बनाना फ्लावर कटलेट), पियाजी और पोस्टो वड़ा जैसे मुंह में पानी ला देने वाली शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों की एक आकर्षक श्रृंखला है।
इसमें विभिन्न प्रकार के सलाद जैसे बीट रूट कचुंबर सलाद, पटैटो सोर क्रीम, और स्प्रिंग अनियन के साथ आलू, रूसी सलाद, गाजर और किशमिश सलाद, परमेसन और जैतून के साथ पेस्टो मसालेदार मशरूम और आपकी पसंद के ड्रेसिंग के साथ लेटुस सलाद भी इसका हिस्सा होंगे।
मेन कोर्स में आलू फुलकोफिर दालना, नारकेल चोलर दाल, पनीर मखनी, सुखतो, स्टीम राइस, बसंती पुलाव, घी भात, आलू पोस्टो, सब्जी दीया मोगर दाल, आलू दम, मसूर दाल, हरी मटर कचौरी, शाकाहारी पुलाव, झिंगे आलू शामिल हैं। साथ ही दाल पूरी, चचरा करी, मिस्टी पुलाव, कच्चा कलाल दाल, लुची गुगनी, सुक्को, आलू भाजा, मिक्स्ड वेजिटेबल और मीठा पुलाव का भी आनंद मेहमान ले सकेंगे। नॉन वेजटेरियन्स चिकन चाप, घाव बाटा, माचर झाल, बाटी चिंगरी, कोलकाता मटन बिरयानी और कई अन्य व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।
राज भोग, सोंदेश, कच्चा गुल्ला, पाईश, गोजा, रसगुल्ला, रसमलाई, लॉर्ड चाम, मिहिदाना, चना पाईश, बेक्ड रसगुल्ला, पंतुवा, दरबेश, अंगूरी रसमलाई और मिष्ठी दोई जैसे मीठे व्यंजनों के साथ आप अपने डिनर को समाप्त कर सकते हैं. । इसके अतिरिक्त खट्टे मीठे और चटपटा खाने के शौकीनों के लिए लाइव काउंटर्स भी मौजूद रहेंगे जहाँ दही पापड़ी चाट, दही भल्ले, आलू घुगनी की चाट, फुचका और ढकाई चाट का आनंद लिया जा सकेगा.
भुवनेश्वर, 1 अक्टूबर। अतित के दो साल काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. साथ ही अनिश्चितताओं का माहोल इस कदर हावी था कि भविष्य काल के गाल में समाते हुए नजर आ रहा था। कोरोना महामारी के प्रकोप के दौरान खासकर सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों को उठाना पड़ा। पूरे दो साल छात्रों को घर पर ही पढ़ाई-लिखाई करनापड़ाष ऑनलाइन के जरिए से कक्षाएं लेना और बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षाएं करवाना एक बहुत बड़ा चुनौती भरा काम था। लेकिन शिक्षकों ने इस चुनौती को बखूबी निभाया। इस चौनुती भरा काम के लिए शिक्षकों की जितनी तारीफ की जाए वो ना काफी है. तनाव से भरा माहोल को पीछे छोड़ते हुए छात्र और छात्राओं ने कोरोना मुक्त और तनाव मुक्त माहोल को स्वागत करते हुए 2022 में प्रवेश कर चुके हैं. 2022 बैच ने अपनी पढ़ाई के प्रति लगन और बुलंद हौसलों के साथ सभी परिस्थिति का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
शैक्षणिक उत्कृष्टता के 25 वर्ष
किट अपना अदम्य साहस और अथक प्रयास के साथ आगे बढ़ रहा है. किट एक साधारण शिक्षा संस्थान से ऊपर उठकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैकिंग में एक सम्मानजनक स्तर पर पहुंचने के साथ इस वर्ष शैक्षणिक उत्कृष्टता का 25वां वर्ष मना रहा है. इसने असमानताओं को कम करने में प्रभावशाली भूमिका निभाते हुए प्रगति के लिए प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन हम्पैक्ट रैकिंग 2022 में दुनिया के 8वें सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में बहुत ही कम अवधि में वैश्विक प्रशंसा और प्रतिष्ठा अर्जित की है। किट को 2022 के लिए एशिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय की टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग द्वारा एशियाई विश्वविद्यालयों के 201-250 श्रेणी में रखा गया है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा पूरे भारत में किट विश्वविद्यालय 20वां स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है. हाल ही में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के लिए प्रतिष्ठित प्रत्यायन बोर्ड (एबीईटी), यूएसए ने किट विश्वविद्यालय के छह इंजीनियरिंग कार्यक्रमों को मान्यता प्रदान किया है. इस गोल्ड स्टैंडर्ड के साथ, किट देश का एकलौता संस्थान बन गया है, जिसे भारत सरकार के सभी वैधानिक निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त होने के अलावा सभी छह इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में एबीईटी (यूएसए) से मान्यता प्राप्त है. यह मान्यता हासिल करने वाला पहला भारतीय विश्वविद्यालय है।
किस के प्रयास को समर्थन और सहयोग करना
किट विश्वविद्यालय किसको 25 वर्षों से पूरी तरह से सहयोग दे रहा है. किस 70,000 स्वदेशी बच्चों (30,000 पूर्व छात्र और 30,000 वर्तमान में परिसर में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और शाखा परिसर 10,000 छात्र) के लिए एक घर है, जिन्हें आवास, पोषण, समग्र शिक्षा, कौशल और खेल जैसी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त प्रदान किया जाता है. यह उच्च शिक्षा का घटक है, किस डीम्ड विश्वविद्यालय, दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय है जो विशेष रूप से जनजाति बच्चों के लिए है। किट के समर्थन के बदोलत किस को साक्षरता के क्षेत्र में प्रतिष्ठित 2022 यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार प्राप्त करने में सक्षम बनाया है. अगर आज किट विश्वविद्यालय किस के पीछे नहीं खड़ा रहता तो किस को ऐसे अद्भुत उपलब्धि प्राप्त करना संभव नहीं होता।
किट का खेल में योगदान
किट ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सतत विकास, साहित्य, संस्कृति और विशेष रूप से खेलकूद में भरपूर योगदान दिया है. किट और किस फीफा के फुटबॉल फार स्कूल फॉर ओडिशा, भारत और दक्षिण एशिया का नॉलेज एंड लॉजिस्टिक हब बन गया है। यह दुनिया के किसी भी शैक्षणिक संस्थान के साथ फीफा का अपनी तरह का पहला सहयोग है. किट और किस का खेल के क्षेत्र में जबरदस्त योगदान है. किट ने सात ओलंपियनों का पोषण और निर्माण किया है. किट में उनके लिए नि:शुल्क शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उनके सभी प्रयासों में तहे दिल से समर्थन किया जा रहा है. यहां यह उल्लेख करना उचित है कि किट और किस ने विभिन्न जोनल, राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले 5000 से अधिक खिलाडिय़ों को बनाया है।
किट-एक वैश्विक गांव
किट डीम्ड विश्वविद्यालय छात्र और माता-पिता के अनुकूल विश्वविद्यालय है। इसका सानी शायद ही कहीं देखने को मिले। किट में पूरे भारत से 35 हजार छात्र-छात्राओं के समेत 65 देश के 1500 छात्रा-छात्राएं पढ़ रहे हैं। यहां विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं के बच्चों को एक साथ रहते हुए देखा जा सकता है। किट विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं का मिलन स्थल है। यहां वसुधैव कुटुम्बकम का प्रतिबिंब देखा जा सकता है। किट वास्तव में एक वैश्विक गांव है। किट अपने आसपास के क्षेत्रों को विकसित करके ओडिशा के आर्थिक और शैक्षिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
रिकॉर्ड प्लेसमेंट
किट अपनी स्थापना के बाद से प्लेसमेंट के अपने उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है। महामारी अपने चरम पर होने के बावजूद हम 2019-20 और 2020-21 बैचों के लिए उत्कृष्ट प्लेसमेंट करवाने में सफल रहा है। हमारे पिछले रूझान को ध्यान में रखते हुए, किट हमारे प्रशिक्षण और प्लेसमेंट विभाग के समर्पित प्रयासों के कारण 2022 और 2023 स्नातक बैचों के लिए रिकार्ड प्लेसमेंट हासिल करने की राह पर है। हमारे छात्रों को 5000 नौकरी के प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें 52 लाख का उच्चतम सीटीसी और औसतन 6.05 लाख हैं. कंपनी के आकार और छंटनी की परिस्थितियों को देखते हुए इसे पूरा करना आसान काम नहीं है।
18वां दीक्षांत समारोह
2022 में स्नातक होने वाले बैच भाग्यशाली हैं, क्योंकि वे इस दीक्षांत समारोह में व्यक्तिगत रूप से भाग ले रहे हैं। हमने किट डीम्ड विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह में उन बच्चों के लिए प्रौद्योगिकी और संवर्धित वास्तविकता के उपयोग के माध्यम से सबसे व्यक्तिगत स्पर्श प्रदान करने की कोशिश की है, जो व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते हैं। किट विश्वविद्यालय के 18वां दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ओडि़शा के दूरदर्शी और दयाल मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक शामिल होंगे। डॉ. रिगोवर्टा मेंचु तुम् नोबेल शांति पुरस्कार विजेता 1992, इस अवसर पर दीक्षांत व्याख्यान देंगे। इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में श्री जॉन डेसमंड फोर्स एंडरसन (लॉर्ड वेवर्ली) माननीय ब्रिटिश संसद सदस्य, नरवे सांसद हिमांशु गुलाटी, जर्मन वरिष्ठ विदेश नीति सलाहकार एन्ड्रेस जॉन शामिल होंगे, में 2022 के उत्तीर्ण छात्रों की भावनाओं को समझ सकता हूं कि वे अब किट के सुंदर और हरे भरे परिसर में नहीं रह सकते। मुझे आशा और विश्वास है कि आप सभी अपने लक्ष्यों और अपेक्षाओं को पूरा करेंगे और समाज और देश के निर्माण में आपकी अपनी जिम्मेदारी होगी। आप लोगों को पहले एक अच्छा इंसान बनने की कोशिश करनी चाहिए और अपने रास्ते पर चलना चाहिए।
संस्थापक
किट और किस
रायपुर, 1 अक्टूबर। एलआईसी बिल्डिंग के सामने, सिविल लाइंस में लॉन टेनिस चर्च ग्राउंड स्थित गॉस मेमोरियल में चल रहे ऑल इंडिया हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी-सह-बिक्री में नये वैरायटी और फ्रैश स्टॉक आटयम्स आये हुए हैं।
प्रदर्शनी को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस आयोजन में संपूर्ण भारत से क्राफ्ट्समैन एंव विवर्स अपने हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट आइटम्स के साथ एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं, जिसमें टेराकोटा, फर्नीचर, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट, किचनवेयर, साडिय़ों का विशाल संग्रह, लेडिस कुर्ती व टॉप, लेडीज एण्ड जेन्ट्स गारमेन्ट्स के अलावा और भी बहुत कुछ है।
उपरोक्त जानकारी प्रदर्शनी के संचालक मुकेश प्रजापति ने दी. उन्होने बताया कि इस आयोजन में देश के प्रमुख शहरों से हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट आइटम्स प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए रखे गये हैं।
कोरबा, 1 अक्टूबर। रिलायंस ज्वेल्स भारत में आभूषणों के अग्रणी ब्रांडों में से एक है, जिसे विभिन्न कला एवं संस्कृतियों, परंपराओं और मान्यताओं से प्रेरित अपने अलग-अलग तरह के ज्वेलरी कलेक्शन के लिए जाना जाता है, और इस ब्रांड के आभूषण सही मायने में भारत की समृद्ध एवं विविधतापूर्ण विरासत को दर्शाते हैं।
ओडिशा से प्रेरित उत्कल कलेक्शन से लेकर बनारस से प्रेरित काश्यम और कच्छ से प्रेरित रणकार कलेक्शन तक, रिलायंस ज्वेल्स ने विभिन्न प्रकार के अपने आभूषणों के डिजाइनों के जरिए भारत की समृद्ध एवं विविधतापूर्ण विरासत को सामने लाना जारी रखा है।
इस बार त्योहारों के अवसर पर, रिलायंस ज्वेल्स ने सोने और हीरे के आभूषणों के एक शानदार कलेक्शन "महालया" को लॉन्च किया है। यह कलेक्शन महाराष्ट्र के वैभव और यहाँ की शोभा से प्रेरित है, जिसे आने वाले पावन व पुनीत त्योहारों के उपलक्ष्य में बाजार में उतारा गया है। महालया नाम महानता और सुंदरता की चरम सीमा का प्रतीक है, जिसमें महा का मतलब महान और आलय का मतलब सौंदर्य है, जो महाराष्ट्र में जीवन के लगभग सभी पहलुओं में पाया जाता है।
इस कलेक्शन को सिर्फ आमंत्रण पर आधारित एक भव्य कार्यक्रम के आयोजन के साथ लॉन्च किया गया, जिसमें रिलायंस ज्वेल्स ने शोस्टॉपर जेनेलिया देशमुख के साथ एक एक्सक्लूसिव ज्वेलरी शो की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों को रिलायंस ज्वेल्स की ओर से पेश किए गए बिल्कुल नए महालया कलेक्शन को बेहद करीब से देखने और अवलोकन करने का अवसर प्राप्त हुआ।
महाराष्ट्र में ऐसे कई पहलू हैं जो इस क्षेत्र की शोभा और वैभव को समेटे हुए हैं, जो यहाँ जीवन के लगभग सभी पहलुओं में और उनकी समृद्ध विरासत में दिखाई देता है। रिलायंस ज्वेल्स का महालया कलेक्शन भी पैठनी की जगमगाती बुनाई से लेकर वर्ली के आकर्षक दृश्यों तक, तथा पहाडिय़ों एवं घाटियों को कुदरती खूबसूरती से लेकर रॉयल रेगेलिया के रूप में भव्य किलों एवं महलों से प्रेरित है।
ग्राहक विभिन्न प्रकार के जटिल डिजाइनों और बेहद कलात्मक रूप से तैयार किए गए आभूषणों में से अपने पसंदीदा आभूषण चुन सकते हैं, जो इन सभी चीजों की प्रेरणा को समाहित करते हैं।
रायपुर, 1 अक्टूबर। पोषण माह के अवसर पर मे इंडियन डाइटेटिक्स एसोसिएशन द्वारा जागरूकता रैली का आयोजित आयोजन किया गया जिसका प्रारंभ कलेक्टरेट मुख्य द्वार से मरीन ड्राइव तक किया गया।
रैली की शुरुआत डॉ अरुणा पल्टा कुलपति दुर्ग विश्वविद्यालय ने की , डॉ पल्टा ने रैली का आरम्भ कर जागरूकता के लिए संदेश दिया रैली के पहले कलेक्टरेट गार्डन मे लाफटर क्लब के सदस्यों को उचित आहार की जानकारी दी।
डॉ. अभया जोगलेकर डॉ वासु वर्मा डॉ शीला शर्मा डॉ रचना सक्सेना डॉ श्वेता छाबड़ा डॉ सारिका श्रीवास्तव एव शिल्पी गोयल ने न्यूट्रिशन टिप्स दिए डॉ श्वेता ने फूड पिरामिड से आहार समझायें एव डॉ रचना ने सीनियर सिटीजन मे होने वाली सामान्य स्वास्थ्य के निराकरण बताये।
मरिन ड्राइव मे शिल्पी जैन , हिनल, गरिमा, तसलीन राखी ने उचित एव पौष्टिक आहार के विषय मे लोगों को समझाया , रैली मे पोषण सबधी नारे लगाये गये एव पोस्टर प्रदर्शित किये गये।
रायपुर, 1 अक्टूबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि माप तोल क़ानून के अनेक प्रावधानों को क्रिमिनल अपराध की श्रेणी से बाहर करने के मुद्दे पर केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने कल नई दिल्ली में एक बुलाई गई मीटिंग में कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जोर देकर कहा की उक्त क़ानून की अनेक धाराओं में छोटी मोटी भूलों अथवा गलतियों के लिए भी सिविल धाराओं की बजाय क्रिमिनल धाराओं के अंतर्गत केस दजऱ् किया जाता है जो न्यायोचित नहीं है।
कैट ने कहा की माप तोल विभाग के अधिकारीयों को भी चालान करने के मामलों में इलेक्ट्रॉनिक मशीन दी जाए जिसे ट्रैफिक पुलिस को दी गई हैं। कैट ने माप तोल क़ानून में आवश्यक संशोधन करने के केंद्रीय मंत्री श्री पियूष गोयल के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा की वर्ष 2011 में बने इस क़ानून में न्याय के प्राकृतिक सिद्धांत की अनदेखी की गई थी जिसे मोदी सरकार ने ठीक करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से देश के व्यापारी वर्ग को बड़ा लाभ होगा।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र ने कहा कि उपभोक्ता मामलों के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने बताया की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के इज ऑफ डूइंग बिजऩेस विजऩ के तहत मंत्रालय माप तोल क़ानून एवं नियमों के कुछ प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर रखे जाने के बारे में सक्रिय रूप से विचार कर रहा है। उन्होंने बताया की इस मामले में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री पियूष गोयल ने अधिकारीयों को इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं जिसके अनुसार विभाग में शीर्ष स्तर पर स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा कर ऐसे प्रावधानों को चिन्हित किया गया है और उनमें संशोधन करने की प्रक्रिया पर काम जारी है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया कि कैट ने मीटिंग में कहा की कानून की धारा 25 , 28 से 37 तथा 41 से 47 में आपराधिक प्रावधान है। माप तोल क़ानून के अंतर्गत यदि पैक्ड वस्तु पर कोई विवरण लिखा न जाए अथवा कुछ छूट जाए या कोई तकनीकी गलती भी हो जाए तो उनमें भी वित्तीय दंड एवं सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा की आपराधिक मामले में धोखा देने की नीयत का होना जरूरी है जबकि माप तोल क़ानून में इस तथ्य को फि़लहाल दरकिनार रखा गया है और माप तोल इंस्पेक्टर को उनके विवेक के आधार पर कार्रवाई करने की छूट दी गई है। इस पर अंकुश लगाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा की जो आदतन अपराधी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए लेकिन मानवीय भूल या तकनीकी त्रुटि को आपराधिक मामले की श्रेणी से बाहर किया जाना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा की व्यापारी जो पैक्ड वस्तु बेचते हैं वो उन्हें उसी प्रकार से निर्माता से प्राप्त होती हैं, लिहाजा पैक्ड वस्तुओं पर व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई न करके निर्माता के विरुद्ध करवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की वित्तीय दंड के मामलों में व्यापारी अथवा बड़ी कंपनियों को एक समान रखा गया है। जो वित्तीय दंड छोटे व्यापारियों के लिए बड़ा हो सकता है वहीं बड़ी कंपनियों के लिए मामूली होता है, लिहाजा वित्तीय दंड का वर्गीकरण किया जाना बेहद जरूरी है। एक तरह से माप तोल क़ानून को तार्किक बनाना जरूरी है।
बालकोनगर, 1 अक्टूबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) अपने कार्यक्षेत्र और आसपास के समुदायों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नागरिकों को पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरणीय स्वास्थ्य सुधार के प्रति प्रोत्साहित कर रहा है।
बालको की धातु उत्पादन प्रक्रियाएं आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक सरोकारों के विभिन्न मानदंडों पर आधारित हैं। उत्कृष्ट पर्यावरण प्रबंधन के लिए बालको ने बड़े पैमाने पर निवेश किए हैं। जमीनी स्तर पर पर्यावरण के अनुकूलता को निरंतर आगे बढ़ाने में युवा पीढ़ी की क्षमता को समझते हुए बालको आसपास के स्कूली छात्रों के लिए नियमित जागरूकता सत्र आयोजित कर रहा है।
हाल ही में बालको ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड (सीईसीबी) क्षेत्रिय कार्यालय, कोरबा के सहयोग से छात्रों के लिए विश्व ओजोन दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस वर्ष की थीम पृथ्वी पर जीवन की रक्षा के लिए वैश्विक सहयोग विषय पर छात्रों को जागरूक करने के उद्देश्य से भाषण प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी जैसे विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया।
ईएसजी के प्रति बालको परिवार के सदस्यों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से बालको ने संयंत्र में स्वैच्छिक ‘कार पूल ड्राइव’ मेकिंग बर्थडे ग्रीनर की शुरूआत की है जिसके अंतर्गत कर्मचारी अपने जन्मदिन के अवसर पर वृक्षारोपण करते हैं।
जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन एवं घर के आस-पास हरियाली बनाये रखना है। पर्यावरण संरक्षण महत्व पर आज का हमारा प्रयास भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रूप में भी कार्य करेगा।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि बालको अपने प्रचालनों में इकोसिस्टम रोटेशन और पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन को प्रोत्साहित करने के लिए कटिबद्ध है। पारिस्थितिकी तंत्र के पोषण और सतत विकास के लिए पर्यावरण उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। पर्यावरण संरक्षण महत्व पर आज का हमारा प्रयास भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य करेगा।
बालको के विजन, कॉरपोरेट उद्देश्य, उत्पादन प्रक्रियाओं और व्यवसाय संचालन के विभिन्न तरीके पर्यावरण के सतत संवर्धन को बढ़ावा देते हैं।
पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन और सतत एवं सुरक्षित कार्य शैली को प्रोत्साहित करने के लिए बालको को विभिन्न पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बालको टीम के सामूहिक प्रयासों से वर्ष 2022 में सीईई एनवायरनमेंट एक्सीलेंस अवार्ड, ग्रीनटेक इनवायरमेंट अवार्ड और कलिंग एनवायरनमेंट एक्सीलेंस अवार्ड जीते।
हैदराबाद, 30 सितंबर। भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के लिए अभियान चलाते हुए, राष्ट्रीय खनिक एनएमडीसी ने 27-29 सितंबर, 2022 तक मध्य प्रदेश के सांची में स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया।
आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में स्वच्छता के लिए एकजुट भारत का जश्न मनाते हुए, एनएमडीसी ने विरासत स्थल सांची स्तूप में स्वच्छता आंदोलन का नेतृत्व किया। मध्य प्रदेश सरकार के नेतागण - श्री तुलसी सिलावट, जल संसाधन मंत्री; डॉ प्रभुराम चौधरी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बागवानी और श्री भरत सिंह कुशवाह खाद्य प्रसंस्करण मंत्री ने इस अवसरपर उपस्थित होकर एनएमडीसी के स्वच्छता अभियान का समर्थन किया।
स्वच्छता कर्मियों, स्थानीय प्रतिनिधियों, जिला अधिकारियों और एनएमडीसी कर्मचारियों ने स्वच्छता शपथ लेकर स्वच्छता के लिए भारत के अभियान के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की और सांची स्तूप में स्वच्छता अभियान प्रारम्भ किया।
एनएमडीसी ने इस स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थान के स्वच्छता अभियान का समर्थन करने के लिए स्तूप में आरओ वाटर कूलर लगाने की व्यवस्था की और सांची की नगर परिषद को 50 गीले और सूखे डस्टबिन प्रदान किए।
मध्य प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों ने सांची के
स्वच्छताकर्मियों को जैकेट, ग्लब्ज, कैप तथा जूट बैग वली 100 स्वच्छता किट वितरित कीं।
भारत के लिए महात्मा गांधी के विजन का सम्मान करते हुए, एनएमडीसी 2 से 31 अक्टूबर, 2022
तक स्वच्छता 2.0 अभियान में भाग लेगा। खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने राष्ट्रीय स्वच्छता आंदोलन को
मनाने के लिए बड़े पैमाने पर स्वच्छता, वृक्षारोपण और जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई
है।
बिलासपुर, 30 सितंबर। गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, भारत सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार एसईसीएल मुख्यालय में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया।
इसका समापन दिनांक 29 सितंबर को एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन के सीएमडी सभागार में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य, निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक श्री एम.के. प्रसाद, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन के विशिष्ट आतिथ्य, महाप्रबंधक (कार्मिक-प्रशासन)/मुख्य नोडल अधिकारी (राजभाषा) श्री ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, क्षेत्रीय कार्यालय के कर्मियों, एसईसीएल मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा भारत बहुभाषा-भाषी राष्ट्र है लेकिन हिंदी वह भाषा है जो भारत की एकता का प्रतीक है, यह हम सबको एक-दूसरे से आपस में जोड़ती है।
हमें अधिकाधिक हिन्दी में बिना झिझक वार्तालाप व कार्यालयीन कार्य करना चाहिए । उन्होंने अपने सम्बोधन में हिंदी प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों के भाग लेने पर आयोजकों व प्रतिभागियों को बधाई, शुभकामनाएँ व धन्यवाद व्यक्त किया।
निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक श्री एम.के. प्रसाद ने आव्हान करते हुए कहा अपने कार्य में मूलरूप से हिंदी को अपनाएं एवं अपने अधिकारियों-कर्मचारियों, सहयोगियों को हिंदी में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करें जिससे ज्ञान में वृद्धि के साथ-साथ हिंदी के पत्राचार में भी वृद्धि होगी। उन्होंने हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए भाग लेने वाले अन्य समस्त प्रतिभागियों को भविष्य के लिए अपनी ओर से शुभकामनाएं दी।
निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.के. पाल ने कहा हिंदी के प्रति अपने रूझान को साल भर रखें तभी हम कोलइण्डिया में उत्पादन-उत्पादकता के साथ अन्य चीजों के समान हिन्दी पत्राचार में भी सर्वश्रेष्ठ रहेंगे।
निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन ने कहा हिन्दी सहज, सरल भाषा है जिसका अधिकाधिक कार्यालयीन कायों में उपयोग करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि हम ’’क’’ क्षेत्र में आते हैं अत: हमें अधिकाधिक कार्य हिन्दी में करना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के करकमलों से पखवाड़े के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं-हिन्दी निबंध प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु अलग-अलग) में 32 प्रतियोगियों ने, विभागाध्यक्षों के लिए हिन्दी टिप्पण लेखन में 10 प्रतियोगियों ने, हिन्दी वाद विवाद प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु एक साथ) में 16 प्रतियोगियों ने, हिन्दी भाषण प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु एक साथ) में 18 प्रतियोगियों ने, हिन्दी व्याकरण ज्ञान प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु अलग-अलग) में 37 प्रतियोगियों ने, हिन्दी अंताक्षरी प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु एक साथ) में 42 प्रतियोगियों ने, हिन्दी पत्र एवं टिप्पण लेखन (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु अलग-अलग) में 24 प्रतियोगियों ने, हिन्दी कविता पाठ प्रतियोगिता में (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु एक साथ) में 21 प्रतियोगियों ने, चित्र आधारित हिन्दी कहानी लेखन प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु अलग-अलग) में 42 प्रतियोगियों ने, कम्प्यूटर आधारित हिन्दी टंकण प्रतियोगिता (अन्य भाषी एवं हिन्दी भाषी हेतु एक साथ) में 20 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किया गया ।
इसके साथ ही 01-01-2022 से 30-06-2022 तक के दौरान सबसे अधिक हिन्दी में पत्राचार करने वाले विभागों को स्व. शंकर दयाल सिंह स्मृति पुरस्कार योजना के अंतर्गत पुरस्कृत किया गया जिसमें ’’वर्ग एक-तकनीकी विभाग’’-में ’’प्रथम-उत्खनन विभाग’’, ’’द्वितीय-कोयला नियंत्रक विभाग’’ एवं ’’गुणवत्ता नियंत्रण विभाग’’ , ’’तृतीय-खान सुरक्षा व बचाव विभाग’’ एवं ’’उत्पादन विभाग’’ को प्रदान किया गया। ’’वर्ग दो-गैर तकनीकी विभाग’’ में ’’प्रथम-लोक सूचना विभाग’’ एवं ’’जनसंपर्क विभाग’’, ’’द्वितीय- ’’अधिकारी स्थापना विभाग’’ एवं ’’पीएफ-पेंशन विभाग’’ ’’तृतीय-निदेशक कार्मिक सचिवालय’’ एवं ’’सुरक्षा विभाग’’ को प्रदान किया गया जबकि क्षेत्रीय कार्यालयों हेतु ’’प्रथम-कोरबा क्षेत्र’’, ’’द्वितीय-कुसमुण्डा क्षेत्र’’ , ’’तृतीय-जमुना कोतमा क्षेत्र’’ को प्रदाय किया गया ।
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन उप प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमति सविता निर्मलकर ने किया जबकि अंत में उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित सहायक प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती सोनम साखरे ने दिया।
रायपुर, 30 सितंबर। अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में आज पोषण आहार के महत्व पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस समय केन्द्रीय महिला तथा बाल विकास मंत्रालय द्वारा देश भर में पोषण आहार के प्रति जागरूकता के लिए राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है।
इसी के तहत महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना– एन.एस.एस. द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महिला तथा बाल विकास विभाग की रायपुर में पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थीं. उन्होंने गर्भवती महिलाओं के पोषण के साथ ही शिशु स्वास्थ्य और नियमित खान-पान के विषय में विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि कुपोषण को दूर करने के लिए नियमित भोजन के अलावा पोषण आहार पर भी ध्यान देना जरुरी है।
कार्यक्रम में एक अन्य वक्ता के रूप में आमंत्रित प्राकृतिक चिकित्सक नीलम नागवानी ने कहा पोषण आहार कि ज़रूरत पर सभी को ध्यान देने कि आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यदि भोजन में विटामिन और प्रोटीन कि कमी होती है, तो इसे पोषण आहार से ही पूरा किया जा सकता है.
कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा कि पोषण आहार आज के भागमभाग वाले जीवन में पहले से भी ज्यादा आवश्यक हो गया है. प्राचार्य डॉ वहीँ प्राचार्य डा. युलेंद्र कुमार राजपूत तथा एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने भी कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन एन.एस.एस. प्रभारी दीपिका अवधिया ने किया इस आयोजन में समाज कार्य विभाग के प्रमुख प्रो. मो रफीक तथा प्रो. रुकमणि अग्रवाल सहित एन.एस.एस. और समाज कार्य विभाग के समस्त विद्यार्थी शामिल हुए.
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. श्वेता छाबड़ा ने फूड पिरामिड और कलर सिग्नलों के जरिए खाने और न खाने वाले अलग-अलग फूड्स के बारे में बताया
रायपुर, 30 सितंबर। रायपुर की प्रतिष्ठित न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. श्वेता छाबड़ा ने बताया कि हर साल 1 से 30 सितंबर तक पूरे देश में पोषण आहार माह के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में कोपलवाणी चाइल्ड वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा मुक बधिर बच्चों के लिए पोषण आहार माह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ श्वेता छाबड़ा मुख्य अतिथि रही जिन्होंने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर कोपलवाणी के प्रबंधक श्रीमती पदमा, प्रीति और दुर्गा महाविद्यालय के शिक्षक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉक्टर श्वेता छाबड़ा ने बच्चों को पोषण आहार की जानकारी साझा की साथ ही इन बच्चों के साथ खेल खेल में फूड पिरामिड और कलर सिग्नल के जरिए रोज के खाने में आने वाले पौष्टिक आहार सब्जी और फलों के बारे में बताया।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल की तरह लाल हरा और पीले रंग के सिग्नल बोर्ड बनाकर कोपलवाणी के दिव्यांग बच्चों को भोजन आहार के संबंध में जानकारी दी जैसे लाल रंग में रुकना है हरे रंग में चलना है इसी तरह रोजमर्रा के भोजन में उपयोग आने वाले हरी सब्जियों फलों को हरे रंग से दर्शाया और ना खाने वाली जंक फूड को लाल रंग से दर्शाया गया।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस कार्यक्रम में कोपलवाणी के बच्चों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया और खेल खेल में ही पोषक आहार और स्वच्छता के बारे में जाना। कोपलवाणी के शिक्षकों ने इन बच्चों को सांकेतिक भाषा के जरिए इन्हें समझाया। पोषण आहार के इस कार्यक्रम में 80 से अधिक बच्चों का वजन और ऊंचाई की जांच भी की गई।
रायपुर, 30 सितंबर। लक्ष्मी महिला नागरिक सहकारी बैंक मर्या. रायपुर की 28 वीं वार्षिक आमसभा मिलेनियिम प्लाजा काम्पलेक्स जी.ई.रायपुर में आयोजित की गई।
सत्यबाला अग्रवाल ने 1994 में बड़े संघर्ष एवं परिश्रम से कुछ महिलाओं को साथ लेकर एक छोटी पूंजी 15 लाख रु. के साथ छत्तीसगढ़ की इस प्रथम महिला नागरिक सहकारी बैंक की स्थापना की, जो आज बढ़ते हुए लगभग 16000 सदस्यों तक पहॅुंच गई है।
बैंक की उत्तरोत्तर प्रगति बैंक अध्यक्ष श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल के प्रयासों से ही संभव हो सकी है । उस समय जब महिलाओं का अपने घरों से बाहर निकलना मुश्किल होता था एैसे समय में श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल ने कुछ महिलाओं को साथ लेकर गली, मोहल्ला व घर-घर जाकर लोगो से संपर्क कर लक्ष्मी महिला नागरिक सहकारी बैंक की स्थापना के अपने संकल्प को पूरा किया।
बैंकिग के क्षेत्र में महिलाओं केा सीधें सम्बद्ध कर उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोडऩे में श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल की अग्रणी भुमिका रही है। इन सब उपल्बिधियों को दृष्टिगत रखते हुए श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कारों एवं सम्मान से समय-समय पर नवाजा़ जाता रहा है।
उक्त कार्यक्रम का उद्घाटन बैंक अध्यक्ष श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल जी व संचालक मंडल के सदस्यों के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। बैंक अध्यक्ष श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल जी ने कार्यक्रम के उद्बोधन में 6 वीं बार पुन: अध्यक्ष बनाने पर सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल जी ने बैंक के संचालक मंडल के सदस्यों एवं सीईओ द्वारा कंधा से कंधा मिलाकर मुझे बैंक की उन्नति में सहयोग प्रदान करने के लिए धन्यवाद दिया साथ ही बैंक की उन्नति के लिए सभी कर्मचारियों अधिकारियों को अथक मेहनत करने का आव्हान किया ।
श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल ने बैंक सदस्यों को इस वर्ष 15 प्रतिषत लाभांष देने की घोषणा की ।
लक्ष्मी महिला नागरिक सहकारी बैंक के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह हूरा जी ने बैंक की वर्ष 2021-2022 की उपलब्धियों व वर्ष 2023-24 हेतु प्रस्तावित बजट व वार्षिक कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की व साथ ही बताया कि 31.03.2022 को बैंक का शेयर केपीटल 491.33 लाख रु., डिपाजिट 12582.85 लाख रु. एडवांसेस 7781.22 लाख रु. कार्यशील पूंजी 15627.14 लाख रु.रही तथा बैंक का शुद्ध लाभ 130.31 लाख रु. एवं सीआरएआर 21.83 प्रतिशत रहा।
बैंक अपने ग्राहकों को सी.बी.एस. के माध्यम से एस.एम.एस, आर.टी.जी.एस., एन.ई.एफ.टी व ए.टी.एम. कार्ड की सुविधा प्रदान कर रही है व भारतीय रिर्जव बैंक के दिशानिर्देशानुसार मोबाईल बैंकिंग की सुविधा शीघ्र प्रदान की जाएगी ।
मंच संचालन बैंक प्रबंधक श्री आर.के.पाटले के द्वारा किया गया। बैंक उपाध्यक्ष श्रीमती सविता तराटे जी के द्वारा धन्यवाद् ज्ञापन दिया गया। कार्यक्रम में लक्ष्मी महिला नागरिक सहकारी बैंक की उपाध्यक्ष श्रीमती शांति अग्रवाल, संचालक श्रीमती मुक्ति देवांगन, श्रीमती ज्योति अग्रवाल, श्रीमती नीलम अग्रवाल, श्रीमती नर्मदा वर्मा, श्रीमती मधू पटले,श्रीमती प्रेरणा भंडारी, श्रीमती कुसुम सिंघानिया एवं बिलासपुर से श्रीमती सुषमा सराफ, बैंक सदस्य श्रीमती कमला तिवारी, श्री अर्जुन मिश्रा, श्री राजेश कुश्वाहा, समस्त बैंक अधिकारी/कर्मचारी श्री संजय शर्मा, श्री अखिलेश गोपावार, श्रीमती संगीता राजपूत, श्री पंकज सिंह ठाकुर, श्रीमती सिंधु परमार, श्रीमती मौसमी गांगुली,श्री दीपक सिंह ठाकुर,श्री अरुण कुमार पनिका, श्रीमती स्वाति अमीन, श्रीमती प्रीति श्रीवास, श्रीमती लखविन्दर कौर, कु.जया निषाद, श्रीमती मीना आचार्या व श्री दिलीप चौधरी उपस्थित थे ।
संस्कार धन से नहीं, ज्ञान से प्राप्त होता है-अग्रवाल
रायपुर, 29 सितंबर। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर में, प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास से महाराजा अग्रसेन जयंती का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन व महाराजा अग्रसेन जी की आरती चेयरमेन, समाज से उपस्थित सदस्यों व अध्यापकों तथा विद्यार्थियों के द्वारा किया गया।
श्री ईश्वर प्रसाद अग्रवाल जी ने नवरात्रि व अग्रसेन जयंती की शुभकामनाएं दी। अतिथि श्री सीताराम अग्रवाल जी ने कहा कि संस्कार धन से नहीं, ज्ञान से प्राप्त होता है। भूतपूर्व चेयरमेन रमेश अग्रवाल जी ने कहा जैसे हम सब भारत की पावन भूमि में जन्म लिये है तो उसकी तन मन धन से सेवा करें।
रायपुर, 29 सितंबर। हर साल की तरह हीरा ग्रुप स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एसोसिएशन द्वारासुरेश अग्रवाल मेमोरियल कॉर्पोरेट क्रिकेट टूर्नामेंट - कॉर्पोरेट निकायों के बीच एक सीमित ओवर क्रिकेट टूर्नामेंट नवंबर, 2022के तीसरा सप्ताहसेआयोजित करने जा रहा है।यह टूर्नामेंट हीरा ग्रुप स्पोर्ट्स ग्राउंड, राम वाटिका के सामने, ऊर्जा पार्क के पास, वी.आई.पी रोड, रायपुरमेंखेला जाएगा । टूर्नामेंट 32 टीमों के प्रारूप में टेनिस बॉल से खेला जाएगा।
पिछले 12 वर्षों से विभिन्न कॉर्पोरेट निकायों की उत्साही भागीदारी के साथ इस टूर्नामेंट को बड़ी सफलता मिली है। यहटूर्नी नॉकआउट आधार पर खेला जाएगा, जिसके लिए सभी 32 टीमों को 8 ग्रुप में विभाजितकिया गया है।
टूर्नामेंट के विजेता और उपविजेता का फैसला करने के लिए कुल 63 मैच खेला जाएगा।लीग राउंड के लिए 12 ओवर का मैच होगा, प्री-क्वार्टर और क्वार्टर फाइनल मैच 15 ओवर का होगा और सेमीफाइनल और फाइनल 20 ओवर का होगा।
विजेता और उपविजेता, सेमीफाइनलिस्ट और प्रत्येक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों के साथ-साथ मैन ऑफ द टूर्नामेंट के लिए कई ट्राफियां और नकद पुरस्कार हैं।विजेता टीम को रु1,51,000 और उपविजेता को रु75,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
रायपुर, 29 सितंबर। मैट्स यूनिवर्सिटी के उन प्रतिभावान खिलाडिय़ों का सम्मान किया गया जिन्होंने खेल, कला सहित विभिन्न क्षेत्रों में राज्य, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यूनिवर्सिटी सहित अपने परिवार, समाज, जिले, राज्य और राष्ट्र का नाम गौरवान्वित किया है। इन प्रतिभाओं को रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा ने सम्मानित किया।
सम्मान समारोह के आयोजन प्रभारी डॉ. उमेश गुप्ता ने बताया कि मैट्स यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने खेल, कला, साहित्य, फैशन सहित अनेक क्षेत्रों में राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल कर विश्वविद्यालय तथा राज्य का गौरव बढ़ाया है।
उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया एवं महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया के मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड तथा कुलसचिव श्री गोकुलानंद पंडा ने भी विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि रायपुर उत्तर विधायक श्री कुलदीप जुनेजा ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खेल के क्षेत्र में पारंपरिक खेलों से लेकर आधुनिक खेलों तक को निरंतर प्रोत्साहित कर रही है। राज्य में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में मैट्स विश्वविद्यालय का प्रतिभाओं का सम्मान करना अत्यंत सराहनीय है। शैक्षणिक संस्था के इस कदम से बच्चों का उत्साह और भी बढ़ेगा तथा वे आगे बढऩे के लिए प्रेरित होंगे। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण व बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण उपस्थित थे। मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया ने सभी पुरस्कृत विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मैट्स यूनिवर्सिटी सभी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्ध है। महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने विधायक श्री कुलदीप जुनेजा को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इसके पूर्व इस समारोह का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। आभार प्रदर्शन कुलसचिव श्री गोकुलनंदा पंडा ने किया।
इन विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
जिन विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया उनमें ईशान भटनागर (अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन स्पर्धा में कांस्य पदक), शौर्य मानिक (राष्ट्रीय टेनिस स्पर्धा-2022 में पुरुष युगल विजेता) मैनेजमेंट विभाग, अंशुलता खांडेकर (राष्ट्रीय नृत्य स्पर्धा में तृतीय स्थान) मैट्स स्कूल आफ बिजनेस स्टडी, अथर्व (राष्ट्रीय कराते स्पर्धा में रजत पदक), निकिता शुक्ला (राष्ट्रीय शतरंज स्पर्धा में भागीदारी), शिवानी सिंह (अखिल भारतीय वुडबाल स्पर्धा में स्वर्ण पदक), मुस्कान सिंह ठाकुर (अतंर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो स्पर्धा में स्वर्ण पदक) कला एवं मानविकी अध्ययनशाला, श्वेता पदम पुस्टि (अंतर्राष्ट्रीय भाषण स्पर्धा में शीर्ष पांचवा स्थान), मैट्स स्कूल आफ इंफार्मेशन टेक्नोलाजी, रीतिका व अन्य (मिस भारत फैशन शो में भागीदारी), मैट्स स्कूल आफ फैशन डिजाइनिंग, सिद्धांत व अन्य (राष्ट्रीय स्तर पर हैकथान में दूसरा स्थान) शामिल थे।
रायपुर, 29 सितंबर। फैकल्टी ऑफ़ फार्मेसी, कलिंगा विश्वविद्यालय ने 22 सितंबर 2022 को सुबह 11.00 बजे से ‘‘राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस जागरूकता सप्ताह’’ मनाया, थीम: मरीजों द्वारा एडीआर की रिपोर्टिंग को प्रोत्साहित करना। जागरूकता कार्यक्रम के एक भाग के रूप में, डॉ संदीप प्रसाद तिवारी (प्रिंसिपल) फार्मेसी फैकल्टी के मार्गदर्शन में एक अतिथि व्याख्यान आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री रजनी यादव (सहायक प्रोफेसर) ने आयोजन समिति के साथ मिलकर किया जिसमें श्री सुदीप मंडल, श्री प्रांजुल श्रीवास्तव, सुश्री खुशबू गुप्ता, सुश्री सृष्टि नामदेव और श्री सौरभ शर्मा शामिल थे। व्याख्यान डॉ नितिन आर गायकवाड़ (प्रोफेसर और समन्वयक, एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर, एम्स), डॉ योगेंद्र एन केचे (एडिशनल प्रोफेसर, एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर, एम्स), डॉ पुगज़ेनथन टी (सहायक प्रोफेसर और डिप्टी कोऑर्डिनेटर, एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर, एम्स ) द्वारा किया गया था।
इस कार्यक्रम में एम. फार्म, बी. फार्म, और डी, फार्म के छात्रों ने भाग लिया। जागरूकता और शिक्षा पैदा करने के इरादे से ‘‘राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस जागरूकता सप्ताह’’ मनाया गया। फार्माकोविजिलेंस के महत्व के बारे में जनता और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों को समझाना और फार्माकोविजिलेंस से संबंधित गतिविधियों को करने में स्वास्थ्य पेशेवरों की भूमिका के बारे में छात्रों को बताया गया।
अतिथि व्याख्यान की शुरुआत प्रतिकूल दवा प्रभाव रिपोर्टिंग (एडीआर) के महत्व, आवश्यकता और एडीआर भरने में फार्माकोविजिलेंस की भूमिका के बारे में परिचयात्मक जानकारी के साथ हुई।
इसके साथ ही छात्रों को ‘‘विश्व रोगी सुरक्षा दिवस’’ के बारे में जानकारी दी गई, जो रोगी सुरक्षा के बारे में वैश्विक जागरूकता पैदा करने, रोगी सुरक्षा में सार्वजनिक जुड़ाव बढ़ाने या बढ़ाने और कार्य योजना बनाने के लिए दुनिया भर में हर साल 17 सितंबर को मनाया जाता है। रोगी क्षति के मुद्दों को दूर करें। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के एडीआर और एडीआर भरने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विधि के बारे में जानकारी के साथ-साथ एडीआर भरने के प्रति फार्मासिस्ट के कर्तव्य के प्रति उत्साहजनक विचार प्रस्तुत किया गया।
इस सत्र में फार्मेसी संकाय सदस्यों के साथ डी. फार्म, बी. फार्म और एम. फार्म के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
डॉ संदीप प्रसाद तिवारी, प्राचार्य, फार्मेसी संकाय, कलिंग विश्वविद्यालय और सत्र के आयोजक द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सत्र समाप्त हुआ।
रायपुर, 29 सितंबर। अग्रसेन महाविद्यालय, पुरानी बस्ती, रायपुर में आज राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एनएसएस प्रदेश इकाई की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. नीता वाजपेई और महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लक्ष्मी कान्त साहू उपस्थित रहे।
इस अवसर पर डॉ. वाजपेई ने कहा कि हर विद्यार्थी के अन्दर स्वामी विवेकानंद रहते हैं, ज़रूरत है सेवाभाव से कार्य करने की. आज युवा वर्ग के व्यक्तिव विकास के लिए शासन द्वारा बहुत से कार्यक्रम चलाए जाते हैं इन्ही में से यह भी एक प्रमुख कार्यक्रम है, इसका उदेश्य सेवा के भाध्यम से समाज में जुडऩा है . एनएसएस के कार्यप्रणाली की जानकारी देते हुए डॉ. साहू ने नियमित और अतिरिक्त गतिविधियों की जानकारी दी।
शिविर में होने वाले कार्यक्रमों जिनमें बौद्धिक चर्चा, प्रभात फेरी सहित अन्य जानकारियां साझा की. अग्रसेन महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ व्ही. के. अग्रवाल में कहा कि एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी सामाजिक शिक्षक की भांति होते हैं. जो हर पल समाज के प्रति कुछ बेहतर करने की सोच लिए रहते हैं।
वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. युलेंद्र कुमार राजपूत ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि शिक्षकीय कार्य के दौरान वे भी राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम से जुड़े रहे. उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि पूरी मेहनत और लगन से जुडक़र समाज सेवा के कार्य करें।
प्रशासनिक अधिकारी श्री अमित अग्रवाल ने ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में नए उत्साह का संचार होता है. कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी दीपिका अवधिया ने किया।
रायपुर, 29 सितंबर । सरदार जी.एस. बॉम्बरा को रविवार को हुई एक विशेष बैठक में छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संयोजक पद पर दूसरी बार सर्वसम्मति से संयोजक चुना गया।
वे एसोसियेशन के किसी अन्य सदस्य को संयोजक बनाना चाहते थे किन्तु बैठक में सरदार ए.एस. प्लाहा व्दारा दिए गए प्रस्ताव पर महिला सदस्यों सहित सभी सदस्यों ने हर्ष ध्वनि के साथ एक मत हो कर सरदार बॉम्बरा को पुन: आगामी वर्षों के लिए संयोजक बनाया।
सेवानिवृत सरदार जी.एस. बॉम्बरा छत्तीसगढ़ पुलिस सेवा के काफी लोकप्रिय अधिकारी रहे हैं। वे वर्तमान में छत्तीगढ़ एथेलेटिक्स संघ के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ ओलिपिक एसोसियेशन के उपाध्यक्ष भी है। वे छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संस्थापकों में से एक है।
सन् 2018 को रायपुर में गठित छत्तीसगढ़ सिक्ख वेलफेयर एसोसियेशन केन्द्र व राज्य सरकार के शासकीय व अन्य सेवाओं से रिटायर्ड एवं सेवारत अधिकारियों व्दारा गठित एक समाजसेवी संस्था है जो श्री गुरुनानक देव जी व्दारा दी गई सीख सरबत दा भला के उद्देश्य से आम लोगों के लिए चिकित्सा, शिक्षा तथा पारिवारिक परामर्श की दिशा में लगातार कार्य कर रही है।
एसोसियेशन गत चार वर्षों से कई विशेषज्ञ डाक्टरों की मदद से चिकित्सा कैम्पों कर आम लोगों की नि:शुल्क इलाज कर रही है। एसोसियेशन ने महावीर नगर गुरुव्दारा में इलाज के लिए डॉक्टरों की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही कम कीमत वाली जेनेरिक दवाओँ के लिए गुरु अगंद देव मेडिकल स्टोर्स का संचालन भी किया जा रहा है।
इस मेडिकल स्टोर में गत चार वर्षों से कई गरीब व मध्यम वर्ग के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। एसोसियेशन ने छात्र- छात्राओं के लिए कैरियर गाईडेंस तथा छत्तीसगढ़ के प्रतिभावान सिक्ख विद्यार्थियों को गोल्ड व सिल्वर मेडल के साथ सम्मानित करते उनका उत्साहवर्धन किया है। एसोसियेशन ने पारिवारिक परामर्श केन्द्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कई परिवारों के आपसी झगड़े, मनमुटाव जैसे कई पारिवारिक परेशानियों को आपस में बातचीत के माध्यम से समझौता कर कई परिवारों को टूटने से बचाया है।
रायपुर, 29 सितंबर। दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर अपने सामाजिक सरोकारों को हमेशा ही अपने छात्रों में जीवंत करने की कोशिश में लगा रहता है। इसी क्रम में विद्यालय के छात्रों ने आज रायपुर के मूक एवं बधिर विद्यालय, कोपलवाणी के छात्रों को अपने विद्यालय में आमंत्रित किया।
गुरु वंदना के साथ डीपीएस रायपुर के छात्रों ने कोपलवाणी से आए अपने मित्रों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया। कोपलवाणी के अपने मित्रों का स्वागत और उत्साहवर्धन करने के लिए दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्रों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसे देखकर सभी छात्र अभिभूत हो उठे।
अब बारी थी कोपलवाणी के छात्रों की। उन्होंने एक शानदार नृत्य प्रस्तुत कर के छात्रों का मनोरंजन किया और शिक्षकों की शुभकामनाएं और तालियां बटोरीं। कार्यक्रम समापन पर मूक एवं बधिर छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांकेतिक राष्ट्रगान पर पूरा सदन शामिल हुआ।
इस कार्यक्रम के बाद विद्यालय के प्राचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी ने सभी छात्रों को बधाइयां दी और कूपन वाणी के प्रबंधन और शिक्षकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से हम सभी छात्रों को एक समान मंच प्रदान कर सामाजिक समरसता का संदेश देते हैं।
उन्होंने कोपलवाणी के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की। विद्यालय के प्रो वाइस चेयरमैन श्री बलदेव सिंह भाटिया, महासचिव श्री विजय शाह सदस्य श्री पुखराज जैन ने भी कोपलवाणी के छात्रों को शुभकामनाएं भेजी हैं।
रायपुर, 29 सितंबर। 29 सितम्बर विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसी श्रृंखला में रायपुर स्तिथ सुयश हॉस्पिटल में जन जागरण रैली का आयोजन किया गया जिसकी अगुवाई सुयश हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ गौरव त्रिपाठी ने की तथा अस्पताल के समस्त विभाग के कर्मचारी एवं विभागाध्यक्ष भी सम्मलित हुए।
इस जन जागरण रैली के माध्यम से ये बताया गया की किस प्रकार ह्रदय की देखभाल करना है, हृदय को स्वस्थ रखना है, डॉ गौरव त्रिपाठी जी ने ये भी बताया की हमे रोज काम से काम 30 से 40 मिनट सुबह चलना चाहिए, नियमित व्यायम करना चाहिए, खान - पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
विश्व हृदय दिवस के उपलक्ष्य में सुयश हॉस्पिटल ने ह्रदय विभाग का नि:शुल्क ओ.पी.डी. एवं हृदय सम्बंधित पैथोलॉजी जांच में 25त्न का विशेष छूट दिया गया जिसका लाभ अनेक मरीजों ने उठाया।
मुंबई, 28 सितम्बर | डॉलर इंडेक्स में उछाल के बाद भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर 81.93 पर कारोबार कर रहा है। डीलरों ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
इंटरबैंक विदेशी मुद्रा में, रुपया डॉलर के मुकाबले 81.90 पर खुला, फिर पिछले कारोबारी सत्र में 81.58 के मुकाबले गिरकर 81.93 पर आ गया।
एंबिट एसेट मैनेजमेंट की फंड मैनेजर, ऐश्वर्या दधीच ने कहा, "डॉलर इंडेक्स 20 साल के उच्च स्तर पर पिछले सप्ताह के दौरान भारतीय रुपये में तेज गिरावट का कारण बना था। इसके बावजूद, आईएनआर ने अन्य वैश्विक मुद्राओं से बेहतर प्रदर्शन किया है, क्योंकि आरबीआई सक्रिय रूप से अमेरिकी डॉलर बेचकर घरेलू मुद्रा का समर्थन कर रहा है।"
दधीच ने यह भी कहा कि शॉर्ट टर्म में ग्लोबल रिस्क-ऑफ सेंटिमेंट के चलते हम भारतीय रुपये पर और दबाव की उम्मीद कर सकते हैं। आरबीआई के लिए आगे भी आक्रामक रूप से अमेरिकी डॉलर की बिक्री जारी रखना मुश्किल होगा, क्योंकि शेष विदेशी मुद्रा भंडार केवल 9-10 महीने के आयात कवर के आसपास है। सबसे अधिक संभावना है, भारतीय रिजर्व बैंक को भारतीय रुपये पर और दबाव से बचाव के लिए रेपो दरों (हाल के फेड परिणामों के बाद) में वृद्धि करनी होगी। फिर भी, मध्यम अवधि में, भारतीय रुपये के बेहतर प्रदर्शन को कम विदेशी ऋण (मार्च 2022 तक 20 प्रतिशत से नीचे), मजबूत अंतर्वाह (एफडीआई प्लस एफआईआई) एक फ्लेक्सिबल अर्थव्यवस्था और पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार (540 अरब डॉलर) द्वारा समर्थित किया जाएगा।
डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की एक बास्केट के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.16 प्रतिशत बढ़कर 114.235 हो गया।
ब्रेंट कच्चे तेल की कीमत 85.26 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रही थी।
आगे बढ़ते हुए, निवेशक शुक्रवार को निर्धारित आरबीआई की मौद्रिक नीति और अल्पकालिक दिशात्मक प्रवृत्ति के लिए डॉलर इंडेक्स पर नजर गड़ाए हुए हैं।
इस बीच, दोपहर के कारोबार के दौरान बेंचमार्क इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं, जिसमें सेंसेक्स 112.02 अंक और निफ्टी 38.30 अंक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
दोपहर 2.00 बजे सेंसेक्स 56,987.85 पर कारोबार कर रहा था, जो 119.67 अंक या 0.21 प्रतिशत नीचे था, जबकि निफ्टी 64.35 अंक या 0.38 प्रतिशत नीचे 16,943.05 पर था।
नई दिल्ली, 28 सितंबर। गोल्डी सोलर ने अपने बिजनेस के विस्तार से जुड़ी योजनाओं के तहत 5,000 करोड़ रुपये से अधिक रकम के निवेश से जुड़े प्लान का ऐलान किया है्रगोल्डी सोलर भारत में क्वालिटी को लेकर सबसे सजग क्वालिटी ब्रांड है।
इसके साथ-ही-साथ कंपनी ने अपने नए और फ्लैगशिप प्रोडक्ट से पर्दा हटाया है। हेट्रोजंक्शन टेक्नोलॉजी से लैस इस प्रोडक्ट में कार्बन मॉड्यूल सीरीज का कम इस्तेमाल किया गया है और इसकी दक्षता (एफिशिएंसी) काफी अधिक है।
गोल्डी सोलर का लक्ष्य मॉड्यूल, सेल और कच्चे माल निर्माण क्षमताओं के साथ एंड-टू-एंड और वर्टीकल इंटीग्रेटेड कंपनी बनना है। इस प्लान के अनुरूप कंपनी गुजरात में सेल मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में प्रोडक्शन शुरू करने की योजना है्र इसके बादकंपनी अपनी क्षमता को बढ़ाकर 5 गीगावाट करेगी्र इसके साथ-ही-साथ कंपनी की विभिन्न पदों पर 4,500 से ज्यादा लोगों की नियुक्ति करने की योजना है्र इससे इसकी वर्कफोर्स बढक़र 5,500 से ज्यादा हो जाएगा।
इन महत्वपूर्ण डेवलपमेंट्स को लेकर गोल्डी सोलर के मैनेजिंग डायरेक्टर कैप्टन ईश्वर ढोलकिया ने कहा, बिल्कुल जमीनी स्तर (ग्रास रूट लेवल) पर रोजगार पैदा करने के लिए गोल्डी सोलर की प्रस्तावित विनिर्माण इकाई (मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी) के आसपास के जनजातीय इलाकों से 25त्न वर्कफोर्स की भर्ती की योजना है्र रिन्यूएबल्स में करियर बनाने को लेकर नवनियुक्त कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए गोल्डी सोलर एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर में तीन महीने का सर्टिफिकेशन कोर्स चलाएगी।
कंपनी ने गुजरात के नवसारी में एनएसडीसी (नेशनल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल) के साथ मिलकर स्किल डेवलपमेंट सेंटर शुरू करने की योजना बनायी है्र"
उन्होंने साथ ही कहा, "ऊर्जा के क्षेत्र में आने वाला समय अक्षय ऊर्जा (रिन्यूएबल्स) का है्र नए प्रोडक्ट लाइन की शुरुआत की हमारी भविष्य की योजना और मॉड्यूल मैन्यूफैक्चरिंग के लिए क्षमता का विस्तार स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति को बढ़ाने और जीवाश्म ईंधन के स्थान पर इसके इस्तेमाल को बढ़ावा देने से जुड़ा है्र गोल्डी सोलर में हम माननीय प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विजन को लेकर प्रतिबद्ध हैं और हम अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं्र"
गोल्डी सोलर कंपनी के डायरेक्टर भरत भूत ने कहा, "गोल्डी सोलर ने निरंतरता के साथ क्वालिटी मॉड्यूल बनाए हैं और डिलीवर किए हैं्र हमारा मंत्र बेहतर और ज्यादा दक्ष उत्पाद बनाना है्र क्वालिटी को लेकर अपनी प्राथमिकता की वजह से हम डेवलपमेंट और आरएंडडी के लिए एक समर्पित टीम बनाना चाहते हैं जो अधिक दक्ष मॉड्यूल्स के निर्माण को और रफ्तार देगा्रगोल्डीनवीनतमएचजेटीतकनीकपरआधारित 710 2श्चमॉड्यूलकीघोषणाकरनेवालापहलाभारतीयनिर्माताहैहम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमारा नया प्रोडक्ट ॥श्वरुह्रष्ट?0 क्कद्यह्वह्यइंडस्ट्री में बड़े बदलाव लाने वाला साबित होगा्र"
गोल्डी सोलर के प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड (सेल्स और मार्केटिंग) हरदीप सिंह ने कहा, "हमारा‘घर घर गोल्डी, हर घर गोल्डी’ का मूलमंत्र गोल्डी सोलर को भारत के जन-जन का ब्रांड बनाने के हमारे लक्ष्य को दिखाता है्र वर्तमान में हम आईपीपी, सीएंडआई, ईपीसी, एक्सपोर्ट और मैन्यूफैक्चरिंग में ऑपरेट करते हैं्र भारत के घरेलू कंज्यूमर मार्केट पर हमारे फोकस ने हमें भारत के प्रमुख शहरों में हमारी उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद की है्र प्रस्तावित क्षमता विस्तार के साथ हम अपनी मौजूदगी बढ़ाने को लेकर आश्वस्त हैं्रहमारी भविष्य की योजना आने वाले समय में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में होने वाली क्रांति में हर भारतीय को भागीदार बनाने की दिशा में एक अहम कदम है्र"
रायपुर, 28 सितंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
नवरात्र के पहले दिन से इस वर्ष का दिवाली त्यौहारी सीजन शुरू हो गया जिसमें प्रदेश सहित देश भर के व्यापारियों को बड़ी उम्मीद है की कोरोना काल के दो वर्ष बाद इस दिवाली त्यौहारी सीजन में अच्छी बिक्री होगी ।
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा की व्यपारियों ने इस वर्ष सामानों की बढ़ती मांग की सम्भावना के मद्देनजऱ अपने यहाँ पर्याप्त स्टॉक और विभिन्न प्रकार के उत्पादों का व्यापक प्रबंध किया है । ख़ास बात यह है की बाज़ारों में मौटे तौर पर इस बार चीनी सामान नदारद होगा और जिसके विकल्प के रूप में भारतीय सामान बाज़ारों में मिलेगा।
विशेष बात यह है की पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी ग्राहकों का खरीदी व्यवहार पूर्ण रूप से चीनी सामानों के जगह भारतीय सामानों पर रहने वाला है। वर्ष 2020 तथा वर्ष 2021 की दिवाली व्यापारियों के लिहाज से बेहद फीकी रही लेकिन इस बार दिवाली त्यौहार से व्यापारियों की बड़ी उम्मीदें हैं ।
कैट ने देश भर के व्यापारियों से आग्रह किया है की आजादी के अमृत महोत्सव काल में इस वर्ष की दिवाली को विशुद्ध रूप से भारतीय दिवाली- लोकल दिवाली के रूप में मनाया जाए तथा देश भर में व्यापारी अपने घरों एवं दुकानों में वैदिक रीति से दिवाली पूजन करें और अपने ग्राहकों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा की उम्मीद की जाती है की इस वर्ष दिवाली त्यौहार के दौरान चीन से आने वाले सामान के न आने से चीन को लगभग 75 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान संभावित है। न केवल व्यापारी बल्कि भारतीय उपभोक्ता भी अब चीनी सामान से कतराने लगे हैं जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अच्छा संकेत है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया की दिवाली त्यौहार सीजन में खास तौर पर मिटटी के दिए, रेडीमेड गारमेंट्स, कपडे, गिफ्ट आइटम्स, एफएमसीजी प्रोडक्ट्स, रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं, सौंदर्य प्रसाधन, कन्फेक्शनरी, मिठाई-नमकीन ,बिस्कुट, ड्राई फ्रूट, फल, घर में साज सज्जा की वस्तुएं, बिजली की लडिय़ाँ एवं सजावटी बल्ब, मेहँदी, रंगोली का सामान , बिजली की कंडीलें, हैंडलूम फैब्रिक्स, फर्निशिंग आइटम्स, पेंट, ग्लास, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने, ट्रेवल का सामान, किचन का सामान, ज्वेलरी, घडिय़ाँ, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड, चश्मे, खाद्द्य वस्तुएं, फुटवियर, फर्नीचर, पैकेजिंग सामान, पेपर एवं स्टेशनरी, वास्तु का सामान, भगवान् की प्रतिमाएं आदि की प्रमुख रूप से बड़ी मात्रा में बिक्री होती है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने आगे कहा कि कैट के राष्ट्रीय सचिव एवं आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष श्री पंकज अरोरा ने बताया की इस वर्ष देश भर के सर्राफा व्यापारियों को भी बड़े व्यापार की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से देश में लोगों की क्रय क्षमता में कमी आयी है किन्तु इस बार सोने-चाँदी का व्यापार भी बेहतर रहने की उम्मीद है। निवेश के लिहाज से भी इस वर्ष भी बाजारों में भारी निवेश की उम्मीद की जा रही है हमेशा की तरह सोना-चाँदी ही निवेशकों की पहली पसंद ही रहेगा। जिसके लिए सर्राफा बाजारों ने भी पूरी तैयारी की है और हर रेंज में ग्राहकों के लिए वैरायटी उपलब्ध हैं पिछले वर्ष दिवाली त्यौहार पर हुयी सोने-चाँदी की बिक्री में इस बार लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है।