राष्ट्रीय
गोंडा (यूपी), 8 सितंबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में महाराजगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मंगलवार को कुएं में उतरे पांच लोगों की जहरीली गैस से मौत हो गई। वे एक बछड़े को बचाने के लिए कुएं में उतरे थे। रिपोर्ट के अनुसार, तीनों मृतक एक ही परिवार से थे, ये तीनों गाय के बच्चे (बछड़ा) को बचाने के लिए कुएं में उतरे थे। इस तीनों को बचाने के लिए और दो लोग कुएं में उतरे। वे भी बेहोश होने के बाद डूब गए।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा। सभी को बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जिलाधिकारी नितिन बंसल ने पत्रकारों से कहा कि बछड़ा को जिंदा बाहर निकाला गया है।
ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश), 8 सितम्बर (आईएएनएस)| अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवक चीन के क्षेत्र में मिले हैं। इसकी पुष्टि खुद चीनी सेना ने की है। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। केंद्रीय युवा मामलों एवं खेल मंत्री रिजिजू ने एक ट्वीट में कहा, "भारतीय सेना की तरफ से भेजे गए हॉटलाइन संदेश पर चीन की पीएलए ने जवाब दिया है। उन्होंने पुष्टि की है अरुणाचल प्रदेश से लापता युवा उनकी तरफ पाए गए हैं। उन्हें अधिकारियों को सौंपे जाने की आगे की आपौचारिकताओं पर काम किया जा रहा है।"
जब इस संबंध में आईएएनएस ने संपर्क किया तो ऊपरी सुबनसिरी जिले के पुलिस अधीक्षक तारू गुसार ने कहा कि वह घटनाक्रम को लेकर बहुत व्यस्त हैं और फिलहाल मीडिया से बात नहीं कर सकते।
इससे पहले मंगलवार सुबह गुसर ने कहा था कि पांच लापता व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों, जिन्हें कई संदिग्ध चीनी पीएलए सैनिकों द्वारा अपहरण कर लिया गया था, ने पुलिस को सूचित नहीं किया है।
गुसर ने फोन पर आईएएनएस को बताया, "इस क्षेत्र के लोग शिकार के लिए जंगल में जाते हैं, जो इस क्षेत्र के आदिवासियों के बीच एक पारंपरिक प्रथा है। मैं तब तक कुछ भी नहीं कह सकता, जब तक कि मुझे वह जानकारी नहीं मिल जाती कि असल में क्या हुआ था।"
इससे पहले दिन में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अरुणाचल प्रदेश के पांच युवाओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।
गौरव गोगोई ने राजनाथ सिंह को लिखा, "मैं आपको अरुणाचल प्रदेश के उन पांच युवकों की स्थिति के बारे में अपनी गंभीर चिंता दर्ज करने के लिए लिख रहा हूं, जो एक शिकार अभ्यास के दौरान ऊपरी सुबनसिरी जिले से लापता हो गए हैं। उनके परिवार के सदस्यों ने बयान दिया है कि उनका अपहरण कर लिया गया है और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस घटना के लिए जिम्मेदार है।"
रिजिजू ने पहले कहा था कि भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के पांच व्यक्तियों के कथित अपहरण के बारे में पीएलए को एक हॉटलाइन संदेश भेजा है।
राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय ने पहले ट्वीट किया था, "अरुणाचल सरकार ऊपरी सुबनसिरी जिले के नाचो गांव में पांच लापता लड़कों के मामले की बारीकी से निगरानी कर रही है। जिला प्रशासन को सभी संबंधित एजेंसियों को लापता लड़कों का पता लगाने में सहायता करने का निर्देश दिया गया है।"
अरुणाचल प्रदेश में स्थानीय मीडिया ने यह भी बताया है कि अपहरण ऊपरी सुबासिरी जिले के नाचो के पास एक वन क्षेत्र में हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगवा किए गए व्यक्तियों में टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तनु बेकर और नार्गु डिरी शामिल हैं। ये सभी तागिन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। यह लोग जंगल में गए थे। दो अन्य ग्रामीण, जो अपहरित व्यक्तियों के साथ गए थे और किसी तरह भागने में कामयाब रहे, उन्होंने लोगों को घटना के बारे में बताया।
भारत-चीन सीमा ऊपरी सुबासिरी जिले के मुख्यालय दापोरिजो से लगभग 170 किलोमीटर दूर है, जो राज्य की राजधानी ईटानगर से 280 किलोमीटर दूर है।
अरुणाचल प्रदेश के दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में ग्रामीण हमेशा पैदल ही जाने पर मजबूर होते हैं, क्योंकि वहां कोई उचित सड़क नहीं है। अरुणाचल प्रदेश की चीन के साथ 1,080 किलोमीटर की सीमा लगती है। प्रदेश की म्यांमार के साथ 520 किलोमीटर और भूटान के साथ 217 किलोमीटर की सीमा लगती है।
भोपाल, 8 सितंबर (आईएएनएस)| कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लागू होने से काम-धंधा बंद होने पर अपने गांव लौटे कामगार परिवार लगभग छह महीने बाद फिर उन महानगरों की तरफ लौटने लगे हैं, जहां उन्हें रोजी-रोटी मिला करती थी।
देश में कोरोना की दस्तक के चलते मार्च माह में पूर्णबंदी की गई थी और यह पूर्णबंदी लगभग तीन माह रही, इसके चलते बड़ी संख्या में मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड के कामगार परिवार अपने घरों को लौट आए थे। लौटने के लिए उन्हें जो साधन मिला था, उसी के सहारे वे अपने घरों तक पहुंचे थे, मगर अब एक बार फिर उन्हें रोटी-रोटी का संकट सताने लगा है और भी वापस फिर उन महानगरों की तरफ बढ़ रहे हैं, जहां वे अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।
झारखंड और बिहार के अलावा मध्यप्रदेश के कई हिस्सों से मुंबई और गुजरात का रास्ता भोपाल से होकर गुजरता है। यहां के बाइपास से गुजरते वाहनों में उन परिवारों की बहुतायत है जो एक बार फिर रोजी-रोटी की तलाश में महानगर जा रहे हैं। कोई ऑटो पर सवार है तो कोई माल ढोने वाले वाहन पर। सभी की मंजिल वही है, जहां से वे अपने गांव लौटे थे।
इलाहाबाद के कुछ लोग ऑटो से ही मुंबई की तरफ चल पड़े हैं। ऑटो में कुल पांच लोग सवार हैं और उनकी मंजिल मुंबई है। मुंबई ऑटो से जा रहे लोगों में से सुनील पांडे बताते हैं कि वे अपने दोस्त के साथ मिलकर मुंबई में ऑटो चलाते हैं और इसी ऑटो से पूर्णबंदी के दौरान गांव लौटे थे। अब अन्य साथियों के साथ मुंबई जा रहे हैं, क्योंकि इन लोगों को फैक्ट्री मालिक का बुलावा आया है, परिवार को गांव में ही छोड़ आए हैं।
इसी तरह झारखंड के चतरा के रामेश्वर साहू भी अपने साथियों के साथ मुंबई जा रहे हैं। भोपाल तक पहुंचने में ही वे 12 सौ किलोमीटर का रास्ता तय कर चुके थे। वे लोग दिन में तो अपने ऑटो से चलते हैं, मगर अंधेरा होते ही किसी स्थान पर रुक जाते हैं। कोरोना के कारण वे अपने गांव में थे, मगर अब आर्थिक संकट आया है तो उन्हें मुंबई की तरफ जाना पड़ रहा है।
इसी तरह कई सामान ढोने वाले वाहनों में भी लोग यात्रा कर रहे हैं और मुंबई व गुजरात जा रहे हैं। कुछ बस संचालकों ने तो बसों से भी मजदूरों को भेजना शुरू कर दिया है। एक बस संचालक का कहना है कि किराया तो मजदूरों से ले रहे हैं और जिस फैक्ट्री में इन मजदूरों को लेकर जाना है, उसका मालिक उन्हें कमीशन भी अलग से देगा। गुजरात और महाराष्ट्र के लिए हर रोज कई बसें भोपाल से होकर गुजर रही हैं।
मुंबई, 8 सितंबर (आईएएनएस)| मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा मंगलवार को व्यवसायी दीपक कोचर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में 11 दिनों के लिए भेजा। दीपक को सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। दीपक कोचर, आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति हैं, जिन्हें वीडियोकॉन ऋण मामले में गिरफ्तार किया गया है।
उन्हें मंगलवार दोपहर को स्पेशल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने उन्हें 19 सितंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया।
वीडियोकॉन के निदेशक वेणुगोपाल धूत, उनकी कंपनियों (वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड) के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पिछले साल ईडी द्वारा धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) का मामला दर्ज किया गया था। इसके साथ ही ईडी ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की थी। उस कार्रवाई के लगभग एक साल बाद अब ईडी ने दीपक कोचर को गिरफ्तार किया है।
इस साल की शुरुआत में ईडी ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ, उनके पति और उनके द्वारा नियंत्रित/स्वामित्व वाली कंपनियों की 78.15 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्तियां कुर्क की थी।
यह मामला वीडियोकॉन समूह को बैंक ऋण देने में कथित अनियमितताओं और मनी लांड्रिंग की जांच से जुड़ा है।
जांच के दौरान यह पता चला कि वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड (वीआईएल) और उसकी समूह की कंपनियों को मंजूर किए गए 1,730 करोड़ रुपये के ऋण को पुनर्वित्त और नया ऋण दिया गया था और ये ऋण 30 मार्च, 2017 को आईसीआईसीआई बैंक के लिए गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) बन गए।
जांच में पता चला कि चंदा कोचर की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को स्वीकृत किए गए 300 करोड़ रुपये के कर्ज में से 64 करोड़ रुपये आठ सितंबर, 2009 को दीपक कोचर के स्वामित्व वाली नूपावर रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में नूपावर रिन्यूएबल्स लिमिटेड) में स्थानांतरित किए गए थे। वीडियोकॉन ने यह रकम कर्ज मंजूर होने के एक दिन बाद स्थानांतरित की थी। इसके बाद इस रकम से दीपक कोचर की कंपनी ने 10.65 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था।
लखनऊ, 8 सितंबर (आईएएनएस)| मुंबई के रहने वाले यश अवधेश गांधी ने सेरेब्रल पल्सी, डिस्लेक्सिया, डिसर्थिया से जूझते हुए 92.5 प्रतिशत अंकों के साथ कैट-2019 परीक्षा पास कर नजीर पेश की है। अब आईएआईएम-लखनऊ के छात्र 21 वर्षीय यश पिछले एक महीने से मुंबई स्थित अपने घर से ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल हो रहे हैं।
एक स्थानीय समाचारपत्र को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा, "मैं नंबरों को लेकर समस्याओं का सामना करता हूं। इसलिए, मुझे ज्यादा मेहनत करनी पड़ी, विशेष रूप से क्वांटिटेटिव एबिलिटी सेलेक्शन में। यह कठिन था, लेकिन असंभव नहीं था।"
यश को लिखित परीक्षा देने के लिए एक राइटर की जरूरत पड़ी, क्योंकि उन्हें चलने में कठिनाई होती है, लेकिन फिर भी वह मुंबई की लोकल ट्रेनों में यात्रा करते हैं, वह ठीक से बोल नहीं पाते हैं, लेकिन अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्टता के साथ जाहिर करते हैं। उनकी कहानी प्रेरणादायक है।
यश ने कैट के लिए जुलाई 2018 में तैयारी शुरू कर दी थी, जब वह अपने स्नातक के दूसरे वर्ष में थे।
उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और कैट पास करने के बाद, उन्हें कोझिकोड और इंदौर सहित कई आईआईएम से इंटरव्यू कॉल आए, लेकिन उन्होंने लखनऊ को चुना, क्योंकि इसकी रैंकिंग ज्यादा बेहतर है।
उन्होंने शैक्षणिक सत्र 2020-22 के लिए विकलांग कोटा के तहत आईआईएम-लखनऊ में दाखिला लिया।
यश को सेरेब्रल पाल्सी, डिस्लेक्सिया और डिसर्थिया है, एक ऐसी स्थिति जो बोलने के लिए आवश्यक मांसपेशियों को कमजोर करती है।
यश के माता-पिता हमेशा उनका साथ देते आए हैं।
एक निजी कंपनी में काम करने वाले यश के पिता अवधेश गांधी ने कहा, "जब उसने स्कूल जाना शुरू किया, तो उसे सीखने में दिक्क त हुई और वह अपने सहपाठियों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहा था। उसे आम बच्चों की अपेक्षा हमेशा ज्यादा मेहनत करनी पड़ी।"
उन्होंने कहा कि कैट के लिए तैयारी करते समय, एक पड़ाव ऐसा भी आया जब यश इतना उदास था कि उसने इसे छोड़ देने का फैसला किया।
यश की मां जिग्नाशा ने कहा, "मैंने उसे बताया कि उसमें कुछ भी करने की क्षमता है और उसे प्रयास करना बंद नहीं करना चाहिए। इसके बाद, यश ने फिर से शुरू किया।"
अपने गुरु और हर्षित हिंदोचा के लिए यश के दिल में एक खास स्थान है।
हर्षित ने कहा कि यश की सफलता धैर्य और प्रतिबद्धता की एक आदर्श कहानी है। वह शांत रहता है। वह कभी हार नहीं मानता है।
यश ने अपना ग्रेजुएशन मुंबई के मीठीबाई कॉलेज से अकाउंटिंग और फाइनेंस से किया और शीर्ष पांच में जगह बनाई।
चंडीगढ़, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुमेध सिंह सैनी को 29 वर्ष पुराने अपहरण और हत्या के मामले में एक बड़ा झटका लगा, जब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मंगलवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। मामले के संबंध में सैनी ने हाईकोर्ट में दो याचिकाएं दायर की थीं। पहली याचिका में सैनी ने मामले की पंजाब से बाहर किसी अन्य जांच एजेंसी या सीबीआई से जांच की मांग की है। वहीं अन्य याचिका में सैनी ने मोहाली की ट्रायल कोर्ट द्वारा एक सितंबर को उनकी अंतरिम जमानत को खारिज किए जाने के खिलाफ दायर की है।
न्यायमूर्ति फतेह दीप सिंह ने एक दिन पहले ही अपना आदेश सुरक्षित रखा था।
सैनी, जो राज्य पुलिस के अनुसार फरार हैं, उन्हें दिसंबर 1991 में बलवंत सिंह मुल्तानी के अवैध अपहरण, हिरासत और हिरासत में मौत के मामले में अदालत से कोई संरक्षण नहीं मिल सका है।
हाईकोर्ट की ओर से उनकी अग्रिम जमानत की मांग खारिज होने के बाद सैनी के पास अब सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर करने या पुलिस के समक्ष समर्पण करने का ही विकल्प बचा है।
पिछले हफ्ते एसएएस नगर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने सैनी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
पूर्व पुलिस महानिदेशक ने तब अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
पंजाब पुलिस ने सैनी के सुरक्षा विस्तार को वापस लेने से इनकार कर दिया था, जिसने कहा था कि वह अपने सुरक्षाकर्मियों को पीछे छोड़कर फरार हो गए।
विशेष जांच दल (एसआईटी) के एक प्रवक्ता ने, जो हत्या के एक मामले में बदले गए अतिरिक्त न्यायिक हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं, उन्होंने सैनी की पत्नी के इस आरोप से इनकार किया कि पूर्व डीजीपी की सुरक्षा वापस ले ली गई थी, जिससे उनका जीवन खतरे में पड़ गया।
प्रवक्ता ने कहा कि डीजीपी दिनकर गुप्ता को लिखे पत्र में सैनी की पत्नी ने जो दावा किया था, उसके विपरीत, सुरक्षा विस्तार में कोई बदलाव नहीं किया गया और सुरक्षा बॉक्स और जैमर वाहन सहित सभी आवश्यक उपकरण पूर्व पुलिस प्रमुख को प्रदान किए गए थे। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की ओर से उन्हें 'जेड' प्लस श्रेणी की सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में तथ्य यह है कि सैनी ने अपनी सुरक्षा को खतरे में डालते हुए पंजाब पुलिस के सुरक्षाकर्मियों और सुरक्षा वाहनों के बिना ही अपने चंडीगढ़ आवास को छोड़ दिया था, जिसमें जैमर वाहन भी शामिल है।
अपहरण का मामला 1991 में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकवादियों द्वारा सैनी पर एक बम हमले से संबंधित है। उस समय, वह चंडीगढ़ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) थे। उन्हें उस समय कुछ चोटें आई थी, मगर वह बच गए थे। हालांकि उस हमले में तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए।
मुल्तानी के लापता होने की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच 2007 में सैनी के खिलाफ शुरू हुई, लेकिन उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई और जांच रोक दी गई।
चंडीगढ़ से सटे एसएएस में सैनी के खिलाफ 7 मई को एक ताजा शिकायत के आधार पर कार्रवाई हुई, जिसमें हत्या के लिए अपहरण, साक्ष्य मिटाने, गलत तरीके से कारावास और आपराधिक साजिश जैसी कई बड़ी धाराएं जोड़ी गई हैं।
मेरठ, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| कोरोनावायरस के कारण मरने वाले मरीजों के शवों की अदला-बदली उत्तर प्रदेश में एक अपवाद के बजाय अब आम बात होती जा रही है। सोमवार को इसी तरह की एक और घटना में, एक परिवार के कोरोना से मरे 84 वर्षीय बुजुर्ग का अंतिम संस्कार तब रुक गया जब एक सदस्य ने अंतिम दर्शन के लिए उनके चेहरे से कफन हटाया। तब तक शव को चिता पर रखा जा चुका था।
र्पिोटों के अनुसार, परिवार किसी दूसरे व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार करने वाला था, जिसकी उम्र 50-55 के असपास थी।
जब तक मेरठ के परिवार ने उस परिवार से संपर्क किया, जिनके घर के सदस्य का वह शव था, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। वे दाह संस्कार करने के बाद घर लौट रहे थे और एक कलश में राख ले जा रहे थे और उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उनके परिवार के सदस्य का शव अभी भी दूसरे परिवार के पास पड़ा था।
जब बुजुर्ग के परिवार ने इस मामले में एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया, तो उन्हें कोविड-19 रोगी के शव को अनपैक कर देखने के लिए अधिकारियों द्वारा 'डांटा' गया।
बुर्जुग के भतीजे ने पत्रकारों से कहा, "हमने कफन को हटा दिया क्योंकि परिवार के कुछ सदस्यों ने आखिरी बार देखने पर जोर दिया। हमें यह देखकर हैरानी हुई कि वह हमारे चाचा का पार्थिव शरीर नहीं था। जब हमने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया तो अधिकारियों ने अपनी गलती को स्वीकार करने के बजाय, शव को अनपैक करने के लिए हम पर चिल्लाना शुरू कर दिया।"
इस बीच, दूसरा परिवार भी हैरान था।
50 वर्षीय व्यक्ति के बेटे ने कहा, "मुझे रविवार सुबह फोन आया कि मेरे पिता के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है। और हमने किसी और का अंतिम संस्कार किया है।"
बाद में, रविवार को अधेड़ व्यक्ति का शव मोदीनगर के परिवार को सौंप दिया गया और, बदले में मेरठ के परिवार को अस्थि कलश दिया गया।
जिला अधिकारी अनिल ढींगरा ने जांच के आदेश दिए हैं।
ढींगरा ने कहा, "अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी की एक टीम इस घटना की जांच करेगी।"
लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (एलएलआरएम) के प्रिंसिपल ज्ञानेंद्र कुमार ने कहा, "ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर, नर्स और वार्ड ब्वॉय को मामले पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। जो भी गलत पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
कोविड संक्रमित लोगों के शवों की अदला-बदली होने के मामले उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहले भी आ चुके हैं।
हैदराबाद, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| तेलंगाना विधानसभा ने मंगलवार को सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र से पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव को मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान-भारत रत्न प्रदान करने की मांग की। प्रस्ताव को लाने वाले मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने केंद्र से संसद में नरसिम्हा राव की प्रतिमा और चित्र लगाने का आग्रह किया।
प्रस्ताव में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद का नाम बदलकर पी.वी. नरसिम्हा राव सेंट्रल यूनिवर्सिटी करने की भी मांग की गई।
प्रस्ताव में केंद्र से तेलंगाना के बेटे नरसिम्हा राव को भारत रत्न देने का आग्रह किया गया, जो दक्षिण भारत के पहले प्रधानमंत्री थे। इसने उन्हें नए आर्थिक सुधारों के वास्तुकार, एक बिड़ले राजनयिक, एक बहुभाषी, एक उत्कृष्ट दार्शनिक के रूप में बताया गया, जिन्होंने देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया।
केसीआर ने कहा कि नरसिम्हा राव एक सुधारक थे जिन्होंने देश में कई सुधारों की शुरुआत की। उन्हें दुनिया भर में एक महान बुद्धिजीवी के रूप में जाना जाता है।
पटना, 8 सितंबर (आईएएनएस)| पटना के चर्चित फि जियोथेरेपी के चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार सिंह ने कहा कि फि जियोथेरेपी के जरिए अस्टिओअर्थराइटिस, स्पाइनल इंजरी जैसी जटिल बीमारियों का तो इलाज संभव है। साथ ही कोरोना संक्रमण से उबरे मरीजों को फि जियोथेरेपी जरूर करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि फि जियोथेरेपी का कोई साइड एफेक्ट भी नहीं होता है। प्रत्येक साल आठ सितंबर को 'विश्व फि जियोथेरेपी दिवस' मनाया जाता है। उन्होंने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा कि फि जियोथेरेपी मेडिकल साइंस की ऐसी प्रणाली है, जिसकी सहायता से जटिल रोगों का इलाज आसानी से किया जाता है।
डॉ. राजीव बताते हैं कि आज पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो गया है। ऐसे में फि जियोथेरेपी का महत्व और बढ़ गया है।
उन्होंने कहा, फ जियोथेरेपी कोरोना के संक्रमण को झेल चुके लोगों के लिए बेहद जरूरी है। कोरोना संक्रमण के कारण मरीजों के सीने और फेफ ड़ों में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में लोगों में सांस फूलने की शिकायत दिखे तो चेस्ट फि जियोथेरेपी बहुत कारगर साबित हो सकता है। चेस्ट फि जियोथेरेपी का लाभ लेकर खुद को मरीज पूरी तरह से ठीक और तंदुरुस्त कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि आज भाग दौड़ की जिंदगी में फि जियोथेरेपी आम जीवन में अति महत्वपूर्ण हो गया है, जहां बिना दवा के ज्यादातर बीमारियों को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
उन्होंने हालांकि, यह भी माना कि भारत में बहुत कम ही लोग इसके प्रति जागरूक हैं, जिस कारण इसका लाभ कम लोग ही उठा पा रहे हैं।
पटना के चर्चित फि जियोथेरेपी के डॉ सिंह बताते हैं कि फि जियोथेरेपी एक मॉर्डन चिकित्सा पद्घति है, जिसमें घुटनों, पीठ, कमर दर्द आदि कई शारीरिक समस्याओं से निपटने के लिए बिना दवा और सर्जरी किए इलाज किया जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि फि जियोथेरेपी किसी प्रशिक्षित फि जियोथेरेपिस्ट द्वारा ही करवाना चाहिए।
इसमें कई तरह के एक्सरसाइज के जरिए शरीर की मांसपेशियों को सही अनुपात में सक्रिय करने की कोशिश की जाती है।
उन्होंने कहा, अक्सर लोग बीच में ही फि जियोथेरेपी करवाना बंद कर देते हैं। ऐसा करने से आपको पूरा लाभ नहीं होगा। इसमें कई सेशन होते हैं, जिसे पूरा करना जरूरी है।"
उन्होंने कहा कि फि जियोथेरेपी किसी भी उम्र में ली जा सकती है। बच्चे, महिलाएं, लड़के, लड़कियां, बूढ़े सभी उम्र के लोग फि जियोथेरेपी ले सकते हैं।
उधर, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आईजीआईएमएस) के फि जियोथेरेपी चिकित्सक डॉ़ रत्नेश चौधरी भी कहते हैं कि ऐसा नहीं कि जो लोग पूरी तरह से स्वस्थ हैं, वो फि जियोथेरेपी का सेशन नहीं ले सकते हैं। उनके लिए भी यह लाभदायक है। इससे आपको किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से उबरने वाले व्यक्तियों के लिए भी यह फोयदेमंद है।
लखनऊ, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में लागू साप्ताहिक लॉकडाउन को खत्म कर दिया है। प्रत्येक रविवार को बाजारों की प्रदेश व्यापी साप्ताहिक बन्दी के स्थान पर अब बाजारों की साप्ताहिक बन्दी पूर्व निर्धारित व्यवस्था के अनुरूप रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य स्थानों पर सभी होटल व रेस्टोरेंट का संचालन कराया जाए। इस गतिविधि में संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। अब सरकार ने रविवार की बंदी की बाध्यता भी खत्म कर दी है। यानी अब बाजारों में पुरानी व्यवस्था लागू की जा सकेगी।
इससे पहले दो दिनों का सप्ताहांत लॉकडाउन शनिवार और रविवार का होता था। बीते दिनों सरकार ने शनिवार का लॉकडाउन खत्म किया था और अब रविवार का लॉकडाउन भी खत्म कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 'दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी' के प्रति लोगों को विशेष रूप से जागरूक करते हुए आर्थिक गतिविधियां संचालित कराई जाएं।
योगी ने कहा कि एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा 1,000 आईसीयू बेड्स तैयार किए जाएं। उन्होंने कन्टेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
योगी ने तहसील दिवस तथा थाना दिवस कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए हैं। 'ईज ऑफ डुइंग बिजनेस' रैंकिंग में उत्तर प्रदेश द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए योगी ने कहा कि इसी प्रकार 'ईज ऑफ लिविंग' की दिशा में भी कार्ययोजना बनाकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
मुंबई, 8 सितंबर (आईएएनएस)| कोविड-19 का संक्रमण झेल चुके अमिताभ बच्चन ने इस घातक वायरस को मात दी और अब 'कौन बनेगा करोड़पति' के सीजन 12 की शूटिंग के लिए सेट पर वापसी की है। उन्होंने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर केबीसी 12 के सेट से अपनी तस्वीरें साझा की हैं। इन फोटो में से एक में बिग बी को ताली बजाते देखा जा सकता है। दूसरी फोटो में वह लोकप्रिय टीवी क्विज शो के मेजबान के रूप में अपनी कुर्सी पर बैठे हैं।
उन्होंने सोमवार की रात पोस्ट किया, "टी 3652-20 वर्ष, 12वां सीजन, केबीसी : कौन बनेगा करोड़पति, शुरू।"
उनकी इस पोस्ट पर कई सेलिब्रिटीज ने कमेंट करते हुए शुभकामनाएं दीं। अभिनेता मनीष पॉल ने टिप्पणी की, "सर, जबरदस्त।"
एक्ट्रेस मौनी रॉय ने दिल और ताली बजाने के इमोजी बनाए।
अभिनेत्री अहाना कुमरा ने लिखा, "ऑल द बेस्ट सर! यह शानदार होगा।"
वहीं शो में उनकी वापसी को लेकर फैंस भी खासे रोमांचित नजर आए।
महानायक के एक प्रशंसक ने लिखा, "खुशखबरी, आपको और केबीसी 12 की पूरी टीम को शुभकामनाएं। सेटबैक का जवाब वापसी से ..!!! हर हफ्ते आपके आने का बेसब्री से इंतजार है।"
एक अन्य ने लिखा, "आपके साथ केबीसी की एक और रोमांचक यात्रा की प्रतीक्षा है।"
यहां तक कि बिग बी ने सेट पर वापसी के अनुभव पर ब्लॉग भी लिखा।
बच्चन ने लिखा, "इसके साथ ही हॉट सीट की परीक्षा और प्रतियोगियों की उम्मीदों और एक शानदार बदलाव लाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, "वातावरण मौजूदा परिस्थितियों को लेकर एक शांत स्वीकृति से भरा है। निरंतरता लाने, खोए हुए लाभ को वापस पाने और विजयी शुरुआत करने के प्रयास को लेकर आगे बढ़ने की भावना कायम है।"
लखनऊ, 8 सितम्बर (वार्ता)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कारोबार में सुगमता के लिये हाल ही जारी राज्यों की वरीयता सूची में उत्तर प्रदेश के दस पायदान की छलांग पर व्यंग करते हुये कहा कि ईज आफ डुइंग बिजनेस पर योगी सरकार वैसे ही अपनी पीठ थपथपा रही है जैसे वह लापता एमओयू के बल पर निवेश कराने का दावा करती है।
श्रीमती वाड्रा ने सोमवार को ट््वीट किया ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर यूपी सरकार का खुद की पीठ थपथपाना वैसा ही है जैसे लापता एमओयू के बल पर निवेश कराना। प्रदेश में उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। फैक्ट्रियों में ताला है, बुनकर करघा बेंच रहे हैं।’
उन्होने तंज कसने के अंदाज में लिखा‘वास्तव में यहाँ केवल ईज ऑफ डूइंग क्राइम और ईज ऑफ डूइंग घोटाला है।’
गौरतलब है कि उद्यमियों और निवेशकों के फीडबैक के आधार पर उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने पांच सितम्बर को ईज आफ डुइंग बिजनेस की रैकिंग जारी की थी जिसमें उत्तर प्रदेश ने 10 पायदान का सुधार करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्रदेश ने गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि अनेक अग्रणी राज्यों को पीछे छोड़ते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। ईज आफ डुइंग बिजनेस की वर्तमान रैंकिंग की गई है।
जयपुर, 8 सिंतबर (वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के उत्पाद एवं उसकी आवाज को ग्लोबल बताते हुए कहा है कि आज लगभग हर अंतर्राष्ट्रीय मंच में भारत की मजबूत उपस्थिति नजर आ रही है।
श्री मोदी वर्चुअल समारोह में जयपुर में स्थित पत्रिका गेट का ऑनलाइन लोकार्पण के समय आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत के उत्पाद तो ग्लोबल हो ही रहे हैं, भारत की आवाज भी ग्लोबल हो रही है। दुनिया भारत को अब और ज्यादा ध्यान से सुनती है। आज लगभग हर अंतर्राष्ट्रीय मंच में भारत की मजबूत उपस्थिति है। ऐसे में भारतीय मीडिया को भी ग्लोबल होने की जरुरत है। यही वजह है कि लोकतंत्र मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा कि आज जब हम आत्मनिर्भर भारत की बात कर रहे हैं, वोकल फोर लोकल की बात कर रहे है तो हमारा मीडिया इस संकल्प को एक बड़े अभियान की शक्ल दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमे अपने इस विजन को और व्यापक करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आज हम अपनी विरासत और सामथ्र्य को लेकर आगे बढ़ रहे है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज टेक्स्ट और ट््वीट के इस दौर में यह और ज्यादा जरुरी है कि हमारी नई पीढ़ी गंभीर ज्ञान से दूर न हो जाये। उपनिषदों का ज्ञान एवं वेदों का ङ्क्षचतन केवल आध्यात्मिक और दार्शनिक आकर्षण का ही क्षेत्र नहीं है, वेद और वेदांत में सृष्टि एवं विज्ञान का भी दर्शन है। हमारे देश में लेखन का निरंतर विकास भारतीयता एवं राष्ट्रीयता के साथ हुआ है। स्वंत्रता संग्राम के दौरान लगभग हर बड़ा नाम कहीं न कहीं लेख से भी जुड़ा है।
श्री मोदी ने कहा कि किसी भी समाज में समाज का प्रबुद्ध वर्ग, समाज के लेखक या साहित्यकार पथ प्रदर्शक की तरह एवं समाज के शिक्षक होते है। स्कूल शिक्षा तो खत्म हो जाती है लेकिन हमारे सीखने की प्रक्रिया पूरी उम्र चलती है। इसमें बड़ी अह्म भूमिका पुस्तकों और लेखकों की भी है। उन्होंने कहा कि सकारात्मकता देने की सोच सिर्फ पत्रकारिता से नहीं, व्यक्तित्व के लिए भी होना जरुरी है।
उन्होंने कहा कि पत्रिका गेट राजस्थान में आने वालों के लिए आर्कषण का केन्द्र बनेगा। उन्होंने कहा कि पत्रिका के संस्थापक कर्पूर चंद कुलिश ने भारतीयता के संकल्प के साथ पत्रिका को शुरु किया था। श्री कुलिश ने वेदों के ज्ञान को सरल तरीके से समाज तक पहुंचाने का प्रयास किया है जो अछ्वुत एवं प्रेरक है। उन्होंने कहा कि श्री कुलिश की सोच को प्रत्रिका समूह और श्री गुलाब कोठारी निरंतर आगे बढ़ा रहे है, कोरोना के संबंध में मीडिया से जब बात की थी तब भी श्री कोठारी के शब्द ने श्री कुलिश की याद दिला दी थी। श्री कोठारी की पुस्तक में उपनिषद् का ज्ञान मिलता है।
चीन से सारे नाते तोडऩे की तैयारी में कंपनी
नई दिल्ली, 8 सितंबर। भारत सरकार ने पिछले हफ्ते देश में 118 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था, जिसमें पॉपुलर बैटल रोयल गेम भी शामिल है। बैन को लेकर गेमिंग कम्युनिटी परेशान है, लेकिन हमारे पास कुछ अच्छी खबर है। दरअसल ब्लूहोल के तहत ओरिजिनल इंटरनल गेमिंग पबजी कॉर्पोरेशन ने ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया है। पबजी कॉर्प के मुताबिक ये पूरी स्थिति से अवगत है और प्रतिबंध के पूरे मुद्दे पर सक्रिय रूप से विचार कर रहा है।
साथ ही ये भी कंफर्म हुआ है कि भारत में पबजी मोबाइल पर टेनसेंट गेम्स के कंट्रोल को खत्म कर दिया जाएगा, और इसकी सभी पब्लिशिंग जिम्मेदारियां पबजी कॉर्प के पास आ जाएगी। अनिवार्य रूप से इसका मतलब ये है कि ओरिजिनल साउथ कोरिया बेस्ड गेमिंग कंपनी इसकी जिम्मेदारियों को संभालने वाली है, और ऐसा होने पर जल्द ही देश में पबजी पर से बैन को हटाया जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 118 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध के एक दिन बाद ही टेनसेंट के बाजार मूल्य के मामले में $34 बिलियन का नुकसान हुआ था। पबजी कॉर्र्र्पाेरेशन ने अपने स्टेटमेंट में कहा, ‘पबजी कॉर्पोरेशन सरकार द्वारा किए गए उपायों को पूरी तरह से समझता है और उसका सम्मान करता है क्योंकि प्लेयर डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी कंपनी के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।
पबजी कॉर्पोरेशन देश के सभी पब्लिशिंग जिम्मेदारियों को लेगा. जैसा कि कंपनी निकट भविष्य में भारत के लिए अपने स्वयं के पबजी अनुभव प्रदान करने के तरीकों की खोज करती है, यह अपने फैंस के लिए स्थानीय और स्वस्थ गेम प्ले वातावरण को बनाए रखने के लिए ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई दिल्ली, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| दुनिया एक दिन में 90 हजार से अधिक मामले दर्ज कर सर्वाधिक एकदिवसीय मामलों का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद भारत ने मंगलवार को एक दिन में सर्वाधिक 1,133 मौतें दर्ज कीं। इन्हीं 24 घंटों में देश में 75,809 नए मामले भी सामने आए। इससे पहले एक ही दिन में वायरस के कारण सबसे अधिक 1,129 मौतें 23 जुलाई को दर्ज हुईं थीं।
भारत अब दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है। देश में 30 जनवरी को कोविड का पहला मामला दर्ज होने के बाद से अब तक 42,80,442 मामले दर्ज हो चुके हैं। वहीं अमेरिका में अब तक 63,00,431 मामले और 1,89,206 मौतें दर्ज हुई हैं।
देश में कुल 42,04,613 मामलों में से 8,836,97 सक्रिय मामले हैं। वहीं 33,23,950 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं और 72,775 लोग इस वायरस के खिलाफ जंग हार गए हैं।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक रिकवरी दर 77.65 प्रतिशत के उच्च स्तर पर है और मृत्यु दर 1.70 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुल सक्रिय मामलों के 62 फीसदी मामले केवल इन पांच राज्यों में हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने सोमवार को एक ही दिन में रिकॉर्ड 10,98,621 परीक्षण किए, जिसके बाद अब तक परीक्षणों की कुल संख्या 5,06,50,128 हो गई है।
झांसी (उत्तर प्रदेश), 8 सितम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश पुलिस ने आबकारी अधिकारियों के साथ मिलकर झांसी जिले के बाहरी इलाके में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली शराब और कच्चा माल बरामद किया है। सोमवार को हुई इस छापेमारी में पुलिस ने ड्रोन कैमरों और जेसीबी मशीनों की मदद ली।
यहां के पडरी गांव में पुलिस को ऐसा हैंडपंप मिला है, जो जमीन के अंदर बने शराब के बैरलों से जुड़ा था। पुलिस को यहां 50 बैरल में 10 हजार लीटर कच्चा माल मिला है।
जिला मजिस्ट्रेट झांसी आंद्रा वामसी ने कहा कि प्रशासन ने पिछले दो दिनों में 1,245 लीटर अवैध देशी शराब और 14 हजार किलोग्राम कच्चा माल बरामद किया है।
उन्होंने कहा, "हम किसी भी परिस्थिति में अवैध और नकली शराब का निर्माण या बिक्री नहीं होने देंगे। इसकी खपत से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है और सरकारी खजाने को भी नुकसान होता है। हम समय-समय पर इस तरह के ठिकानों पर लगातार छापेमारी करेंगे।"
जिला आबकारी अधिकारी प्रमोद कुमार गोयल ने फोन नंबर जारी कर लोगों से कहा है कि वे इन नंबरों पर अवैध शराब के निर्माण और बिक्री के बारे में सूचित करें।
मैनपुरी, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| जब सर्वेश दिवाकर ने अपनी बेटी को नोएडा में एक रिश्तेदार के पास रहने के लिए भेजा था, तो उन्हें भी शायद इस बात का अंदाजा नहीं होगा यह फैसला उनकी मौत का कारण बन जाएगा। उनके पड़ोसियों को लगा कि उन्होंने अपनी बेटी को 'बेच दिया' और रविवार शाम को उनके साथ मारपीट की। वह घंटों तक सड़क पर पड़े रहे, लेकिन कोई उन्हें अस्पताल नहीं ले गया।
अखिरकार जब पुलिस मौके पर पहुंची चब जाकर दिवाकर को अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, गंभीर रूप से चोटिल दिवाकर ने सोमवार को दम तोड़ दिया।
एसपी अजय कुमार ने कहा, "हमने आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और एससी/एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की है और एक वीडियो से चार लोगों की पहचान की गई है जिसे एक स्थानीय निवासी ने बनाया है। एक व्यक्ति का अभी तक पता नहीं चला है।" शव को ऑटोप्सी के लिए भेज दिया गया है।
दिवाकर (45) फिरोजाबाद के सिरसागंज के एक हलवाई थे जो अपनी 16 वर्षीय बेटी के साथ किराये के मकान में मैनपुरी में रह रहे थे। उनकी बेटी पढ़ाई जारी रखते हुए इलाके के कुछ घरों में नौकरानी के रूप में काम करती थी।
दिवाकर हाल के दिनों में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे थे, इसलिए उन्होंने अपनी बेटी को नोएडा में एक रिश्तेदार के घर भेज दिया ताकि उसकी देखभाल की जा सके।
पड़ोस में किसी ने अफवाह उड़ा दिया कि उन्होंने लड़की को 'बेच दिया' है और स्थानीय निवासी उन पर टूट पड़े।
एसपी ने कहा, "हमें रविवार शाम को जानकारी मिली कि उनकी पिटाई की गई है। एक टीम वहां पहुंची और उन्हें सड़क पर पाया। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सोमवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।"
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया है कि वह दलित परिवार को 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी और राज्य सरकार से मुआवजे के रूप में 10 लाख रुपये की मांग करेगी।
लखनऊ, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। उन्नाव रेप मामले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और एक आईएएस अफसर और दो आईपीएस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। पूर्व भाजपा नेता कुलदीप सिंह सेंगर इस मामले में आरोपी है। घटना के वक्त आईएएस अफसर उन्नाव में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के तौर पर पदस्थ थे। दो आईपीएस अफसर भी वहीं पदस्थ थे। सीबीआई ने तीनों को काम में लापरवाही का दोषी पाया है।
जांच के दौरान तीनों की भूमिका संदिग्ध पाए जाने के बाद सीबीआई ने सरकार को इनके खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की।
इस मामले में मखी कोतवाली पुलिस स्टेशन का एसएचओ दोषी पाए जाने के बाद से जेल में है।
सीबीआई इसी मामले में उन्नाव के विधायक रह चुके कुलदीप सिंह सेंगर और उनके भाई समेत अन्य आरोपियों को दोषी ठहरा चुकी है। सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर सेंगर को आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी है। सजा होने के कारण उनकी विधानसभा की सदस्यता भी खत्म कर दी गई थी।
सेंगर ने साल 2017 में एक नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म का आरोप है। जिसके बाद जांच में लापरवाही को देखते हुए मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था।
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लखनऊ, 8 सितम्बर (वार्ता)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने मैनपुरी में दलित युवक की हत्या का हवाला देते हुये कहा है कि उत्तर प्रदेश में हत्या की बढ़ती घटनाये कानून व्यवस्था के योगी सरकार के दावों की पोल खोलती हैं।
सुश्री मायावती ने मंगलवार को ट््वीट किया ‘यूपी में कल मैनपुरी में दलित सर्वेश कुमार की दबंगों द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या व इसी प्रकार महाराजगंज में गोबिन्द चौहान, शाहजहांपुर में राजवीर मौर्य, बरेली में वासिद, कुशीनगर में सुधीर सिंह तथा बांदा में विनोद गर्ग (ब्राह्मण) की गोली मार की गई हत्या आदि की घटनायें अति-दु:खद।’
उन्होंने कहा ‘साथ ही, यूपी के नोएडा में कल ही कैब ड्राइवर की हत्या आदि की घटनायें कानून-व्यवस्था के मामलें में सरकारी दावों की पोल खोलती हैं। सरकार कानून को हाथ में लेने वालों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे व पीड़तिों को न्याय दे व उनकी आर्थिक मदद भी जरूर करे, बीएसपी की यह मांग।’
गौरतलब है कि बसपा अध्यक्ष ने हाल के दिनो में सत्तारूढ़ भाजपा पर विशेषकर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हमले करना तेज कर दिया है। दो दिन पहले लखीमपुर खीरी के पूर्व विधायक नृपेन्द्र मिश्र और इसी जिले में छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या के मामले पर उन्होने योगी सरकार को घेरा था।
नई दिल्ली, 8 सितम्बर (वार्ता)। भारत ने चीन पर आरोप लगाया है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर उसके सैनिकों की भडक़ाऊ गतिविधियो को छिपाने के लिए गुमराह करने वाले बयान दे रहा है और भारतीय सैनिकों ने कभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा का अतिक्रमण की कोशिश नहीं की है।
रक्षा मंत्रालय ने आज एक बयान जारी कर चीन के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि उसके सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भडक़ाने वाली गतिविधियां कर रहे हैं। भारत ने स्पष्ट किया है कि चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहे हैं जिसे भारतीय सैनिकों ने बार बार विफल किया है।
बयान में कहा गया है कि भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और स्थिति सामान्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन चीन निरंतर उकसाने वाली गतिविधियों में लिप्त है। बयान में जोर देकर कहा गया है कि भारतीय सेना ने कभी भी एलएसी का अतिक्रमण करने की कोशिश नहीं की और न ही कभी फायरिंग सहित कोई उकसाने वाली कार्रवाई की है।
मंत्रालय ने कहा है कि चीनी सैनिक समझौतों का खुलेआम उल्लंघन करते हुए उकसाने वाली कार्रवाई कर रहे हैं और सैन्य, राजनयिक और राजनीतिक स्तर पर हो रही बातचीत को धत्ता बता रहे हैं।
भारत ने कहा है कि सात सितम्बर के घटनाक्रम में चीनी सैनिकों ने एलएसी पर बनी हमारी एक अग्रिम चौकी की ओर बढने की कोशिश की जिस पर भारतीय सैनिकों ने उन्हें आगाह किया तो चीनी सैनिकों ने डराने के लिए कुछ राउंड फायरिंग की हालाकि गंभीर स्थिति के बावजूद भारतीय सैनिकों ने संयम और परिपक्व तथा जिम्मेदारीपूर्ण रूख अपनाया।
मंत्रालय ने कहा है कि सेना सीमा पर शांति तथा स्थिरता बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन वह राष्ट्रीय एकता और संप्रभुता के लिए किसी कीमत पर समझौता नहीं करेगी। चीन गलत बयान देकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। चीन ने भारतीय सैनिकों पर फायरिंग करने और एलएसी का अतिक्रमण करने की कोशिश का आरोप लगाया है।
मुंबई, 8 सितंबर (भाषा)। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद अपने बयानों से लगातार सुर्खियों में बनी अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित दफ्तर पर चल रहे निमार्ण काम पर बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने रोक लगा दी है। म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ ग्रेटर मुंबई ने उनके दफ्तर में चल रहे रेनोवेशन के काम को नियमों का उल्लंघन बताते हुए ‘काम रोकने’ का नोटिस चिपका दिया है। इस बाबत एक ट्वीट में जानकारी देते हुए कंगना ने जानकारी दी कि उनके द्वारा की जा रही आलोचनाओं के चलते बीएमसी लीकेज का काम रोकने का आदेश दे गई है।
कंगना ने लिखा है, ‘सोशल मीडिया पर मेरे दोस्तों ने मुझे यह भेजा है। इस बार वह बुलडोजर के साथ नहीं आए लेकिन मेरे ऑफिस में लीकेज पर चल रहे काम को रोकने के लिए नोटिस चिपका कर चले गए। दोस्तों मुझे बहुत नुकसान हो सकता है लेकिन मुझे आप सभी का अपार प्यार और समर्थन मिल रहा है।’
बीएमसी मेरे कार्यालय को कर सकती है ध्वस्त-कंगना
इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने उनके कार्यालय परिसर में बृहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारियों की मौजूदगी का वीडियो सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया था और आशंका जताई थी कि वे उनके कार्यालय को ध्वस्त कर सकते हैं।
हालांकि, बीएमसी ने कहा कि उसके अधिकारियों का दौरा उपनगरीय इलाके बांद्रा में अवैध निर्माण पर निगरानी रखने की उनकी नियमित प्रक्रिया का हिस्सा था, जहां अभिनेत्री का कार्यालय है। निगम उपायुक्त पराग मसूरकर ने अधिकारियों के एक दल द्वारा रनौत के कार्यालय का दौरा किए जाने की पुष्टि करते हुए कहा था कि उनके रिकॉर्ड के अनुसार रनौत का कार्यालय एक रिहायशी संपत्ति थी और वे यह पुष्टि करने गए थे कि वहां के ढांचे में कोई बदलाव तो नहीं किया गया है।
सोमवार को उन्होंने ट्वीट किया कि शिवसेना शासित बीएमसी के अधिकारी उनके कार्यालय पहुंचे थे और वे मंगलवार को कार्यालय को ध्वस्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने कार्यालय में कुछ भी अवैध नहीं किया है और बीएमसी को नोटिस के साथ अवैध निर्माण दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने जबरन मेरे कार्यालय की माप ली है और वे मेरे पड़ोसियों को धमका भी रहे थे। मुझे बताया गया है कि वे मेरी संपत्ति को कल ध्वस्त कर रहे हैं।’
नई दिल्ली, 8 सितंबर (वार्ता)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए मंगलवार को कहा कि वह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का निजीकरण कर खजाने को भरने में जुटे हैं।
श्री गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहिम चला रहे हैं। खुद की बनायी आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है। जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है।'
इसके साथ ही उन्होंने एक खबर भी पोस्ट की है जिसमें लिखा है, 'एलआईसी में 25 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर खजाना भरेगी केंद्र सरकार।'
मुंबई, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| अभिनेता सुशांत राजपूत की मौत के मामले में कथित ड्रग्स एंगल को लेकर चल रही जांच के सिलसिले में अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती मंगलवार को लगातार तीसरे दिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के सामने पेश हुई। रविवार को, वह पहली बार एनसीबी के सामने पेश हुई थीं और उनसे छह घंटे की पूछताछ की गई थी।
सोमवार को फिर से, एनसीबी की कम से कम दो टीमों ने उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की थी।
खुद के निर्दोष होने का दावा करने वालीं अभिनेत्री पूछताछ के बाद बांद्रा पुलिस के पास गई और सुशांत की बहन प्रियंका सिंह के खिलाफ फर्जी मेडिकल पर्चा भेजने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई।
5 सितंबर को, रिया के भाई शोविक चक्रवर्ती, सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा, उनके घर के हेल्पर दीपेश सावंत को गिरफ्तार किया गया और 9 सितंबर (बुधवार) तक एनसीबी की हिरासत में भेज दिया गया।
जयपुर, 8 सितम्बर (आईएएनएस)| राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का 43 वां जन्मदिन अलग-अलग तरीके से मनाया गया। उनके जन्मदिन के मौके पर लगभग 45,000 लोगों ने रक्तदान किया है, जो आज तक राज्य में किसी नेता के आह्वान पर रक्तदान करने वालों की सबसे बड़ी संख्या है। सोमवार को पायलट का जन्मदिन था। जगह-जगह होर्डिग लगाए गए थे। वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, पशुओं के चारे की व्यवस्था की गई थी, राज्य के विभिन्न हिस्सों में नेत्रदान शिविर लगाया गया था। राज्य के सभी जिलों में गरीबों में भोजन और फल बांटे गए और गरीब बच्चों को किताबें वितरित की गईं।
अपने जन्मदिन से पहले, पायलट ने खुद लोगों से अपील की थी कि वे कोविड-19 महामारी के समय में जयपुर न आएं और भीड़ न करें। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से आगे आने अकर रक्तदान करने के लिए कहा था।
पायलट ने जन्मदिन से पहले एक बयान में कहा था, "मैंने सभी से अपील की है कि 7 सितंबर को मेरे जन्मदिन पर मुझे शुभकामनाएं देने के लिए जयपुर आकर भीड़ न करें। लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा का महत्व सर्वोपरि है और हम सभी को अधिकारियों द्वारा जारी प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
उनकी सलाह के बाद, उनके समर्थक और कार्यकर्ता जयपुर नहीं आए लेकिन इतिहास रचने के लिए उन्होंने राज्य के विभिन्न जगहों पर रक्तदान किया।
जिलों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, जयपुर शहर में 7,222 यूनिट , झालावाड़ में 6,151 यूनिट, जयपुर ग्रामीण में 3,453 यूनिट, सीकर में 3,182 यूनिट, अजमेर में 3,181 यूनिट, अलवर में 2,390 यूनिट और दौसा में 2,211 यूनिट रक्तदान किया गया।
राजस्थान में सभी 200 विधानसभा सीटों पर इस विशाल रक्तदान अभियान ने पायलट के 43वें जन्मदिन पर एक छाप छोड़ी है।
हालांकि यह अभियान उनके जन्मदिन को चिन्हित करने के लिए समाज सेवा के तौर पर दर्शाया गया है लेकिन इसे राजनीतिक संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है कि पायलट को अभी भी बड़े पैमाने पर राज्यभर में पार्टी के कार्यकर्ताओं और युवाओं का समर्थन हासिल है।
सोमवार को, पायलट ने एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों को धन्यवाद दिया और कहा कि कोविड-19 के समय में रक्तदान सबसे बड़ी मानवता है, राजस्थान के लोगों का समर्थन मेरे लिए ताकत का एक बड़ा स्रोत रहा है और मैं उन लोगों के आशीर्वाद के लिए आभारी हूं जिन लोगों ने मुझे जन्मदिन की बधाई दी और साथ ही एक नेक काम के लिए रक्तदान किया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कैम्प हालांकि रक्तदान अभियान के दौरान सक्रिय नहीं था और उन्होंने ट्विटर पर पायलट को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।
इंदौर, 8 सितंबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के व्यापारिक नगरी इंदौर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां महज वीडियो गेम में मिलने वाली हार के चलते एक मासूम ने अपनी साथी मासूम बालिका की पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर को लसूड़िया थाना क्षेत्र में रहने वाली नौ साल की बालिका स्नान करने के बाद फूल तोड़ने निकली, मगर लौटी नहीं। जब काफी देर तक उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कुछ देर में ही बच्ची का पत्थर से कुचला सिर बरामद कर लिया। मामले की जांच पर पुलिस ने मृतक बच्ची के मकान में किराए से रहने वाले परिवार के 11 साल के बच्चे को हिरासत में लिया।
पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा के मुताबिक, हिरासत मे लिए गए 11 साल के बच्चे ने हत्या की बात स्वीकारते हुए पुलिस को बताया है कि, मृतका, उसका भाई और वह ऑन लाइन वीडियो गेम खेलते थे। वह हमेशा मुझे हरा देती थी। मेरे पास एक पिंकी नाम की सफेद चुहिया थी, जो बच्चे भी देने वाली थी। उसे चार-पांच माह पहले मृतका ने मार दिया था। इस कारण मैं गुस्से में था।
मिश्रा के अनुसार, इन वीडियो गेम में यह बच्चे एक दूसरे के विरोधी के तौर पर खेलते थे। आरोपी को इस बात का मलाल होता था कि वह हर बार हार जाता था। आरोपी बच्चा अपनी साथी बालिका को मकान के पास ही खाली पड़े भूखंड में ले गया और उसके सिर पर पत्थर मार दिया। ज्यादा खून बहने के चलते बालिका की मौके पर ही मौत हो गई।
आरोपी बच्चे ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि वह अपनी साथी बालिका को खाली पड़े भूखंड में ले गया, जहां झगड़ा हुआ और उसके सिर पर पत्थर मारा था, खून निकलने पर एक और पत्थर मारकर आ गया था।