अंतरराष्ट्रीय
नयी दिल्ली, 29 अप्रैल। भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की मौजूदगी में टोरंटो में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी पर सोमवार को कनाडा के उप उच्चायुक्त को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
विदेश मंत्रालय ने कार्यक्रम में नारेबाजी की घटना को ‘‘परेशान करने वाला’’ बताया और कहा कि यह एक बार फिर उस राजनीतिक स्थान को दर्शाता है जो कनाडा में ‘‘अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा’’ को दिया गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है, बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘कनाडा के उप उच्चायुक्त को एक कार्यक्रम में खालिस्तान समर्थक नारेबाजी के संबंध में विदेश मंत्रालय में तलब किया गया। इस कार्यक्रम को कनाडा के प्रधानमंत्री ने संबोधित किया था।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘कार्यक्रम में इस तरह की परेशान करने घटना को अनियंत्रित रूप से जारी रखने की अनुमति दिए जाने पर भारत सरकार ने गहरी चिंता और कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘यह एक बार फिर कनाडा में अलगाववाद, उग्रवाद और हिंसा को दी गई राजनीतिक जगह को दर्शाता है।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की घटना न केवल भारत-कनाडा संबंधों को प्रभावित करती है बल्कि कनाडा में उसके अपने नागरिकों के लिए हिंसा और अपराध के माहौल को भी बढ़ावा देती है। (भाषा)
(अदिति खन्ना)
लंदन, 29 अप्रैल। स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री हमजा यूसुफ ने अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से पहले ही सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया।
इससे कुछ दिन पहले ही हमजा के नेतृत्व वाली स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) ने नीतिगत मुद्दों पर तनातनी होने के बाद ग्रीन पार्टी से गठबंधन तोड़ लिया था।
पाकिस्तानी मूल के 39 वर्षीय हमजा ने पिछले साल मार्च में स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री का पद संभाला था। इस पद को संभालने वाले वह पहले मुस्लिम नेता हैं।
स्कॉटलैंड सरकार का सारा कामकाज प्रथम मंत्री ही संभालते हैं। यह पद प्रधानमंत्री के समान माना जाता है।
यूसुफ ने बढ़ते नीतिगत मतभेदों के बीच पिछले हफ्ते ग्रीन पार्टी के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया था, जिसके चलते उनकी अल्पमत सरकार पर संकट आ गया था।
ग्रीन पार्टी ने विपक्षी दलों - कंजर्वेटिव, लेबर और लिबरल डेमोक्रेट - के साथ मिलकर दो अविश्वास प्रस्तावों का समर्थन किया, जिसमें यूसुफ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव शामिल था।
युसूफ ने कहा, ‘‘इस सप्ताह अविश्वास प्रस्ताव पेश होना संभव था और मैं केवल सत्ता बनाए रखने के लिए अपने मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता करने को तैयार नहीं हूं।’’ (भाषा)
मॉस्को/म्यूनिख, 29 अप्रैल । यूक्रेन ने कहा है कि दक्षिणी जर्मन राज्य बवेरिया में मारे गए दो यूक्रेनी उसकी सेना के जवान थे। हत्या का आरोप एक रूसी नागरिक पर लगा है।
यूक्रेनी मीडिया ने बताया कि युद्ध के दौरान घायल होने पर दोनों इलाज के लिए जर्मनी में थे।
रविवार शाम आई रिपोर्ट में कहा गया कि विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने अपने राजनयिकों को मामले पर विशेष नजर रखने और जर्मनी की सुरक्षा एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया है।
शनिवार शाम को अपर बवेरिया के मर्नौ में एक शॉपिंग सेंटर के परिसर में यूक्रेन के दो नागरिकोें की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।
कुछ ही देर बाद पुलिस ने मामले में 57 वर्षीय एक रूसी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
ऑनलाइन पोर्टल उक्रेन्स्का प्रावदा की रिपोर्ट के अनुसार, कुलेबा ने गिरफ्तारी के लिए जर्मन अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि जर्मनी में लाखों यूक्रेनियन और रूसी रहते हैं।
(आईएएनएस/डीपीए)
बीजिंग, 29 अप्रैल । हाल ही में चीन की राजधानी पेइचिंग में वैश्विक प्रौद्योगिकी महिला नवाचार मंच-2024 आयोजित हुआ। इस मौके पर, कई देशों में उत्कृष्ट वैज्ञानिक और तकनीकी महिला प्रतिनिधियों ने विज्ञान और तकनीक के नवाचार क्षेत्र में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका और उनके योगदान पर चर्चा की।
फिजियोलॉजी या मेडिसिन में चीन की पहली नोबेल पुरस्कार विजेता थू योयो ने मंच पर "युवा महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कार्यकर्ताओं को पत्र" भेजा, जिसमें थू ने कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार दुनिया को नया आकार देने और मानव जाति के भविष्य का निर्माण करने में एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है।
महिलाएं बुनियादी और तकनीकी अनुसंधान में संलग्न हैं, जो युग में पुरुषों के बराबर गौरवशाली अध्याय लिख रही हैं। चीनी महिला अंतरिक्ष यात्री और अखिल चीन महिला संघ की उपाध्यक्ष वांग याफिंग ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के अनुभवों को साझा किया और कहा कि युग की शक्ति, सपनों की शक्ति, टीम की शक्ति और परिवार की शक्ति के समर्थन से वह लगातार नवाचार और प्रगति हासिल करती हैं।
साथ ही यूनेस्को की पूर्व महानिदेशक इरीना बोकोवा ने कहा कि वैज्ञानिक खोज में लड़कियों और महिलाओं की असाधारण क्षमताओं के बावजूद, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में महिलाओं की भागीदारी कम है। महिलाओं को अधिक अवसर और समर्थन प्रदान करने के लिए वैश्विक प्रयास की आवश्यकता है।
वहीं, चीनी विज्ञान अकादमी की शिक्षाविद वांग चीचन के विचार में समान स्थितियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। महिलाओं को अतिरिक्त देखभाल की आवश्यकता नहीं है और समान परिस्थितियों में समान व्यवहार करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की समान भागीदारी और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं, जैसे कि पोषण अवधि में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी श्रमिकों को परियोजना चक्र का विस्तार करने की अनुमति देना और समीक्षा में महिला विशेषज्ञों की भागीदारी बढ़ाना आदि।
यहां बता दें कि चीन में महिला वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की संख्या 4 करोड़ तक पहुंच गई है, जो वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों की कुल संख्या का 45 प्रतिशत से अधिक है। प्रमुख राष्ट्रीय अनुसंधान और विकास परियोजनाओं में 6,000 से अधिक महिला परियोजना नेता हैं। उन्होंने वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति में अपरिहार्य योगदान दिया है।
(आईएएनएस)
बीजिंग, 29 अप्रैल । चीनी विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक, हंगरी के राष्ट्रपति सुलयोक तमस और प्रधानमंत्री ओर्बन विक्टर के निमंत्रण पर, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग 5 से 10 मई तक इन तीनों देशों की राजकीय यात्रा करेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन के अनुसार, यह यात्रा पिछले पांच वर्षों में किसी चीनी राष्ट्रपति की पहली यूरोप यात्रा होगी। यह चीन-फ्रांस, चीन-सर्बिया, चीन-हंगरी और चीन-यूरोप संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और साथ ही, विश्व शांति के विकास में नई गतिज ऊर्जा का संचार भी होगा।
प्रवक्ता ने सोमवार को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि फ्रांस चीन लोक गणराज्य के साथ राजदूत स्तरीय राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला पहला प्रमुख पश्चिमी देश है। हाल के वर्षों में, राष्ट्रपति शी और राष्ट्रपति मैक्रों के नेतृत्व में, चीन-फ्रांस संबंध विकास का अच्छा रुझान बनाए रखते हैं।
चीन को आशा है कि राष्ट्रपति शी की मौजूदा फ्रांस यात्रा से राजनीतिक आपसी विश्वास, एकता और सहयोग को मजबूत किया जाएगा और चीन-फ्रांस व्यापक रणनीतिक साझेदारी को एक नए स्तर पर बढ़ावा दिया जाएगा, चीन-यूरोप संबंध के स्वस्थ और स्थिर विकास में नई प्रेरित शक्ति डाली जाएगी और वैश्विक शांति, स्थिरता व विकास को बढ़ावा देने में नया योगदान दिया जाएगा।
वहीं, सर्बिया मध्य और पूर्वी यूरोप में चीन का पहला व्यापक रणनीतिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती है। प्रवक्ता लिन च्येन ने कहा कि हाल के वर्षों में राष्ट्रपति शी और राष्ट्रपति वुसिक के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध उच्च स्तर का प्रदर्शन बनाए रखते हैं। चीन-सर्बिया संबंधों का गहन विकास दोनों देशों और उनके लोगों के बुनियादी और दीर्घकालिक हितों के अनुरूप है, और अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता व न्याय की रक्षा करने तथा क्षेत्रीय व विश्व शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल है।
लिन च्येन के मुताबिक, यह यात्रा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की आठ वर्षों में पहली सर्बिया यात्रा होगी, जो चीन-सर्बिया संबंधों के सुधार और उन्नयन में महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा। चीन को आशा है कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच दोस्ती और राजनीतिक आपसी विश्वास मजबूत होंगे, वास्तविक सहयोग का विस्तार होगा, और चीन-सर्बिया संबंधों का नया अध्याय शुरू किया जाएगा, और मानव जाति के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को बढ़ावा देने में और ज्यादा योगदान दिया जाएगा।
उधर, मध्य और पूर्वी यूरोप में महत्वपूर्ण देश के रूप में हंगरी "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण और चीन और मध्य-पूर्वी यूरोपीय देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में चीन एक महत्वपूर्ण भागीदार है। प्रवक्ता लिन च्येन ने कहा कि राष्ट्रपति सुलयोक और प्रधानमंत्री ओर्बन ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपति शी को आमंत्रित किया, यह पूरी तरह से इस यात्रा के लिए हंगेरियन पक्ष के उच्च महत्व और उम्मीदों को दर्शाता है।
लिन च्येन ने कहा कि इस वर्ष, चीन और हंगरी के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है। यह ऐतिहासिक यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को एक नए स्तर पर ले जाएगी, चीन-हंगरी मैत्रीपूर्ण सहयोग के लिए नया अध्याय खोलेगी, चीन-यूरोप संबंधों के विकास में नई प्रेरक शक्ति लाएगी, और अशांत दुनिया में अधिक स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी।
(आईएएनएस)
बीजिंग, 29 अप्रैल । विदेशी निवेशकों की नज़र में चीन का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है। इस साल की पहली तिमाही में चीन आने वाले विदेशी लोगों की संख्या वर्ष 2023 की समान अवधि से तीन गुना से अधिक है। उनमें बड़ी संख्या में विदेशी कारोबारी चीन में व्यापार का विस्तार करना चाहते हैं।
इस साल की पहली तिमाही में कैंटन मेले, पेइचिंग ऑटो शो और तरह-तरह प्रदर्शनियों में तमाम विदेशी उद्यमों ने भाग लिया। विदेशी कंपनियों का मानना है कि चीन दुनिया के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है। चीन में उन्हें अधिक अवसर मिलेंगे। नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियों के प्रोत्साहन में चीन में उच्च तकनीक उद्योग का तेज़ विकास हो रहा है।
इस साल की पहली तिमाही में चीन के कुल आकर्षित निवेश में उच्च तकनीक विनिर्माण में निवेश का अनुपात पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 2.2 प्रतिशत अधिक है। नव स्थापित विदेशी उद्यमों की संख्या 12,000 तक पहुंच गई, जिसकी वृद्धि दर 20.7 फीसदी है।
अमेरिका की प्रबंधन परामर्श सेवा कंपनी एटी किर्नी ने हाल में इस साल वैश्विक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विश्वास सूचकांक जारी किया। चीन का स्थान पिछले साल के 7वें से बढ़कर तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। इससे चीन में निवेश करने की विदेशी कंपनियों की इच्छा ज़ाहिर हुई है।
(आईएएनएस)
नैरोबी, 29 अप्रैल अफ्रीकी देश केन्या के पश्चिमी इलाके में एक बांध के टूटने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है। केन्या पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधिकारी स्टीफन किरुई ने समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बांध के टूटने के बाद बाढ़ का पानी घरों में आ घुसा और एक प्रमुख सड़क से संपर्क कट गया।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना सोमवार की सुबह ग्रेट रिफ्ट घाटी क्षेत्र के माई माहिउ इलाके में स्थित पुराने किजाबे बांध के ढहने के बाद हुई। ग्रेट रिफ्ट घाटी क्षेत्र में अचानक बाढ़ आने का खतरा बना रहता है। बांध टूटने के बाद पानी नीचे की ओर बहने लगा।
केन्या में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बाढ़ के कारण अब तक करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है और स्कूलों के खुलने में भी देरी हो रही है। (एपी)
केन्नेर (अमेरिका), 29 अप्रैल अमेरिका में लुइसियाना के तीन पुलिस अधिकारी एक संदिग्ध हमलावर के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गए। बाद में पुलिस के एक निशानेबाज (शार्पशूटर) ने संदिग्ध को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गयी।
‘डब्ल्यूजीएनओ-टीवी’ के मुताबिक, शेरिफ जोसेफ लोपिंतो ने बताया कि जेफरसन पेरिश शेरिफ के कार्यालय के एक स्नाइपर ने केन्नेर में एक घर में संदिग्ध को मार गिराया। उसने घर में घुसने का प्रयास कर रहे तीन पुलिस अधिकारियों पर गोली चलायी थी।
केन्नेर के पुलिस प्रमुख कीथ कॉनले ने कहा कि घायल अधिकारियों को न्यू ओर्लीन्स से करीब 25 किलोमीटर पश्चिम में केन्नेर में रविवार को सुबह गोली लगने के बाद एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
केन्नेर के पुलिस प्रवक्ता कैप्टन माइकल चुनिंगम ने बताया कि संदिग्ध हमलावर रविवार को हुई गोलीबारी की एक घटना में वांछित था जिसमें दो लोग घायल हो गए थे। (एपी)
मेक्सिको सिटी, 29 अप्रैल । मध्य मेक्सिको में मालिनाल्को के पास एक बस के पलट जाने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 31 अन्य घायल हो गए। सभी पीड़ित तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे।
स्थानीय मैक्सिकन सुरक्षा सचिवालय ने एक बयान में बताया कि दुर्घटना रविवार सुबह कैपुलिन-चाल्मा राजमार्ग पर हुई। पुलिस मौके पर पहुंच गई है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए चिकित्सा इकाइयां भी घटनास्थल पर पहुंचीं।
यह स्पष्ट नहीं हो सका कि चालक ने बस पर नियंत्रण कैसे खो दिया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, गुआनाजुआतो राज्य के तीर्थ यात्री मेक्सिको सिटी के दक्षिण-पश्चिम में एक ईसाई तीर्थ स्थल चाल्मा जा रहे थे जो मेक्सिको के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है।
(आईएएनएस)
गाजा, 29 अप्रैल । दक्षिणी गाजा पट्टी के राफा शहर में रविवार रात तीन आवासीय इमारतों पर इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 15 फिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा ने सोमवार को यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि कई अन्य लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं और नागरिक सुरक्षा दल उन्हें बचाने के लिए काम कर रहे हैं।
हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में बताया किया कि इजरायली सेना ने पिछले 24 घंटे में 66 फिलिस्तीनियों को मार डाला और 138 अन्य को घायल कर दिया। पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष शुरू होने के बाद से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 34,454 हो गई है जबकि 77,575 लोग घायल हो गए।
(आईएएनएस)
गाजा, 29 अप्रैल । हमास के एक अधिकारी ने कहा है कि इजरायल अगर गाजा में युद्ध समाप्त नहीं करता है तो वो उसके साथ कोई समझौता नहीं होगा।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू ज़ुहरी ने रविवार को एक बयान में कहा कि समूह ऐसे किसी भी समझौते को स्वीकार नहीं करेगा जिसमें गाजा में युद्ध की समाप्ति शामिल नहीं है।
अबू ज़ुहरी ने कहा कि मध्यस्थों के माध्यम से इजरायल की प्रतिक्रिया का अध्ययन किया जा रहा है और इसके बारे में किसी फैसले पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
इससे पहले एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी ने हमास के साथ बंधक समझौते तक पहुंचने के प्रयास को निर्णायक बताया।
अधिकारी ने कहा, "हम हमास नेता याह्या सिनवार की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि इजरायल ने उत्तरी गाजा में विस्थापित व्यक्तियों की वापसी के संबंध में महत्वपूर्ण रियायत दी है।
शनिवार को, हमास ने घोषणा की थी कि उसे गाजा युद्धविराम पर इजरायल की आधिकारिक प्रतिक्रिया मिली है, जिसे 13 अप्रैल को मध्यस्थ मिस्र और कतर को सौंप दिया गया था।
उस समय, हमास ने अपनी मांगों को दोहराया, जिनमें स्थायी युद्धविराम, गाजा से (इजरायली) सेना की वापसी, विस्थापितों की उनके क्षेत्रों और निवास स्थानों पर वापसी, पट्टी के लिए राहत और सहायता में वृद्धि और इसके पुनर्निर्माण की शुरुआत शामिल है।
इजरायल का अनुमान है कि गाजा में अभी भी लगभग 134 इजरायली बंधक हैं, जबकि हमास ने घोषणा की कि उनमें से 70 इजरायली अंधाधुंध हवाई हमलों में मारे गए हैं।
-- (आईएएनएस)
कैनबरा, 29 अप्रैल। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने महिलाओं के साथ हिंसा के खिलाफ हजारों लोगों द्वारा देशभर में प्रदर्शन किए जाने के बाद सोमवार को घरेलू हिंसा को ‘‘राष्ट्रीय संकट’’ बताया।
ऑस्ट्रेलिया के कई शहरों में रविवार को हजारों लोगों ने इस साल कथित तौर पर लैंगिक हिंसा के कारण 27 महिलाओं की मौत पर ध्यान दिलाने के लिए प्रदर्शन किया।
अल्बनीज ने सोमवार को कहा कि ये रैलियां ऑस्ट्रेलियाई सरकार के सभी स्तरों पर लैंगिक हिंसा को रोकने के लिए और अधिक प्रयास करने का आह्वान थीं।
उन्होंने ‘नाइन नेटवर्क’ टेलीविजन से कहा, ‘‘बिल्कुल साफ है कि हमें और कदम उठाने की जरूरत है। केवल सहानुभूति रखना ही पर्याप्त नहीं है। तथ्य यह है कि....औसतन हर चार दिन में एक महिला अपने साथी के हाथों मारी जाती है, यह एक राष्ट्रीय संकट है।’’
अल्बनीज ने कहा कि वह इस समस्या से निपटने के लिए समन्वित प्रयासों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे।(एपी)
तेल अवीव, 29 अप्रैल। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से ऐसे समय में एक बार फिर वार्ता की जब इजराइल और हमास के बीच कुछ इजराइली बंधकों को मुक्त करने और गाजा में युद्ध विराम के लिए समझौता करने का दबाव बढ़ रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने रविवार को यह जानकारी दी।
‘व्हाइट हाउस’ ने एक बयान में बताया कि गाजा के दक्षिणी छोर पर स्थित रफह शहर पर आक्रमण करने की इजराइल की योजना के बीच बाइडन ने अपने ‘‘स्पष्ट रुख’’ को दोहराया। रफह में 10 लाख से अधिक फलस्तीनियों ने शरण ली है और दुनिया भर के देशों ने इजराइल के आक्रमण की इस योजना को लेकर चिंता व्यक्त की है।
अमेरिका ने भी मानवीय आधार पर हमले का विरोध किया है जिसके कारण सहयोगी देशों-अमेरिका एवं इजराइल के संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सोमवार को इजराइल की यात्रा करेंगे।
बयान के अनुसार, बाइडन ने नेतन्याहू से फोन पर बातचीत के दौरान इस बात पर जोर दिया कि गाजा को मानवीय सहायता पहुंचाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ने और इस आपूर्ति को बढ़ाने की आवश्यकता है।
अमेरिका के एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया कि दोनों नेताओं के बीच फोन पर करीब एक घंटे बात हुई और वे इस बात पर सहमत हुए कि वार्ता के दौरान नया प्रस्ताव स्वीकार करने की जिम्मेदारी हमास पर होगी।
नेतन्याहू के कार्यालय ने इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी है। (एपी)
अरबपति कारोबारी एलन मस्क इस समय चीन की राजधानी बीजिंग में हैं.
रिपोर्टों के मुताबिक़ मस्क चीन के अधिकारियों को ड्राइविंग डेटा को वैश्विक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध कराने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे.
एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला ने चीन में ड्राइविंग डेटा को स्थानीय स्तर पर इकट्ठा किया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़ टेस्ला चाहती है कि ये डेटा उसे वैश्विक स्तर पर उपलब्ध हो और वो इसके ज़रिए अपनी स्वचलित कारों के एल्गॉरिथिम को ट्रेन करे.
विश्लेषकों के मुताबिक़ चीन में गाड़ी चलाने की जटिल परिस्थितियां स्वचलित गाड़ियों के एल्गॉरिथिम को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं.
लेकिन एलन मस्क चीन से इस डेटा को ऐसे समय में मांग रहे हैं जब अमेरिका में सरकार टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस पर टिकटॉक को बेचने के लिए दबाव बना रही है.
अमेरिकी सरकार ने आशंका ज़ाहिर की है कि टिकटॉक के ज़रिए चीन, अमेरिकी लोगों की निजी जानकारियों का इस्तेमाल कर सकता है.
दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनियों में से एक टेस्ला इस समय प्रतिद्वंदिता का सामना कर रही है.
रिपोर्टों के मुताबिक़ टेस्ला अपने कुल कर्मचारियों में दस प्रतिशत की कमी करने जा रही है. इसकी एक वजह गाड़ियों की कम बिक्री को भी माना जा रहा है. (bbc.com/hindi)
ग़ज़ा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते को लेकर इसराइली सरकार के मंत्रियों के बीच मतभेद सामने आ रहे हैं.
हाल के दिनों में ग़ज़ा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास तेज़ हुए हैं.
इसी बीच इसराइल की वॉर कैबिनेट में शामिल बेनी गैंट्ज ने कहा है कि अगर इसराइल की सरकार बंधकों की रिहाई के समझौते को रोकती है तो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं रह जाएगा.
वहीं दूसरी तरफ़, सरकार में वित्त मंत्री और दक्षिणपंथी नेता बेज़ालेल स्मोटरिच ने कहा है कि अगर सरकार ऐसे किसी समझौते के लिए तैयार होती है तो ये एक शर्मनाक आत्मसमर्पण होगा.
उन्होंने कहा कि अगर रफ़ाह पर इसराइल का नियोजित हमला टाल दिया जाता है तो मौजूदा सरकार को जारी नहीं रहना चाहिए.
इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि इसराइल ने अमेरिका को भरोसा दिया है कि वह रफ़ाह पर हमले को लेकर उसकी चिंताओं पर चर्चा से पहले आक्रमण नहीं करेगा.
ग़ज़ा में जारी संघर्ष को लेकर फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने कहा है कि सिर्फ़ अमेरिका ही इस समय रफ़ाह पर इसराइल के हमले को रोक सकता है.
महमूद अब्बास इस समय रियाद में हैं जहां उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाक़ात होनी है.
रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठक में बोलते हुए अब्बास ने कहा कि रफ़ाह पर इसराइल का हमला ग़ज़ा के लोगों को ग़ज़ा छोड़कर भागने पर मजबूर कर देगा.
अब्बास ने कहा, "अगर ऐसा हुआ तो फ़लस्तीनी लोगों के इतिहास की यह सबसे बड़ी त्रासदी साबित होगी."
ग़ज़ा के दक्षिण में स्थित रफ़ाह शहर पर इसराइली हमले को रोकने के लिए इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास हो रहे हैं.
रफ़ाह शहर में इस समय करीब दस लाख से अधिक लोग रह रहे हैं, इनमें से अधिकतर ग़ज़ा के बाक़ी हिस्सों से भागकर यहां पहुंचे हैं.
इसी बीच, हमास ने बताया है कि सोमवार को उसका एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र की राजधानी क़ाहिरा पहुंचेगा, जहां वह इसराइल के नए संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास का जवाब पेश करेगा.
हमास चाहता है कि ग़ज़ा में युद्ध पूर्ण रूप से समाप्त हो और ग़ज़ा से सभी इसराइली सैनिक वापस जाएं. वहीं इसराइल, ग़ज़ा में हमास के ख़ात्मे और सभी बंधकों की रिहाई पर ज़ोर देता है. (bbc.com/hindi)
-सारदा वी
“हमने पाकिस्तान में एक अभियान चलाया लेकिन इतनी अधिक रक़म का बंदोबस्त नहीं हो पा रहा था. इसके बावजूद यहां के डॉक्टरों ने जो हमारे लिए किया वह अविश्वसनीय था. मेरे पास यह बताने के लिए शब्द नहीं कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं.”
यह कहना है पाकिस्तान के शहर कराची से संबंध रखने वाली सनोबर रशीद का जिनकी 19 साल की बेटी आयशा के दिल का ट्रांसप्लांट चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में हुआ है.
जब उन्होंने यह बात बताई तो उस वक़्त वह उसी अस्पताल की 11वीं मंज़िल पर मौजूद थीं. उनके चेहरे पर इत्मीनान और ख़ुशी की झलक साफ़ थी.
वह दस महीने पहले ही इसी उम्मीद में भारत आई थीं कि उनकी बेटी के दिल का ट्रांसप्लांट यहां हो सकेगा.
आयशा उस वक़्त केवल सात साल की थीं जब यह पता चला कि उनके दिल का 25 फ़ीसद हिस्सा बेकार हो चुका है. धीरे-धीरे आयशा का दिल सामान्य ढंग से काम करना छोड़ रहा था.
इस हालत में आयशा के दिल में एक कृत्रिम उपकरण लगाया गया लेकिन कराची लौटने के दो साल बाद ही उन्हें एक इंफ़ेक्शन हुआ जिसके बाद उनके दिल के दाएं हिस्से ने काम करना छोड़ दिया. तब डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि अब ट्रांसप्लांट ही इकलौता इलाज है.
सनोबर का कहना है कि यह सर्जरी पाकिस्तान में संभव नहीं थी. “हमें डॉक्टरों ने बताया कि भारत या कनाडा जाना होगा. फिर हमने कुछ जांच पड़ताल की तो पता चला कि भारत बेहतर रहेगा.”
सनोबर ने चेन्नई में एक डॉक्टर से संपर्क किया लेकिन उनके पास इस सर्जरी और इलाज के लिए ज़रूरी पैसे नहीं थे. वह बताती हैं, “डॉक्टरों ने कहा कि आप आ जाएं, बाक़ी हम संभाल लेंगे.”
डॉक्टर बालाकृष्णन एमजीएम अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट यूनिट के डायरेक्टर हैं जो 2019 से आयशा का इलाज कर रहे हैं.
वह बताते हैं, “पहली बार आयशा यहां आईं और उन्हें दिल का दौरा पड़ा तो हमने ‘एकमो’ (ईसीएमओ) नाम का उपकरण लगाया था. हमने ख़ून पंप करने वाला एक कृत्रिम उपकरण भी लगाया था जिसके बाद उन्हें घर वापस भेज दिया गया क्योंकि उनका स्वास्थ्य बेहतर हो चुका था. लेकिन पाकिस्तान में कृत्रिम हार्ट पंप की मॉनिटरिंग के लिए सुविधाएं मौजूद नहीं हैं और इसी वजह से ख़ून की एक नली में लीकेज हो गया.”
उनका कहना था कि आयशा बहुत बुरी हालत में यहां आई थीं और कई दिन तक वह बेहोश रहीं.
डॉक्टर बालाकृष्णन के मुताबिक़ चूंकि वह आयशा का काफ़ी समय से इलाज करते रहे हैं तो उन्होंने कोशिश की कि हर संभव मदद कर सकें. उनकी कोशिशों से ही दिल्ली का एक परिवार अपने 69 साल के एक सदस्य का हार्ट डोनेट करने को तैयार हो गया.
सुरेश राव एमजीएम अस्पताल में जॉइंट डायरेक्टर हैं. उन्होंने बताया, “भारत में ट्रांसप्लांट नीति के अनुसार किसी भी शारीरिक अंग को डोनेट करने के लिए पहली प्राथमिकता स्थानीय नागरिकों को मिलती है इसलिए आयशा को दस महीने तक इंतज़ार करना पड़ा. आयशा को यह दिल तब मिला जब उसका कोई और उम्मीदवार नहीं था.”
वह कहते हैं, “अगर यह दिल नहीं मिलता तो शायद आयशा आज ज़िंदा ना होतीं.”
डॉक्टर सुरेश ने बताया, “जब हमें पता चला कि दिल डोनेट करने के लिए परिवार तैयार है तो हमने आयशा को सर्जरी के लिए तैयार किया. दिल्ली से पांच घंटे में यह दिल पहुंचा. जब एक दिल पांच घंटे तक धड़कना बंद कर देता है तो किसी दूसरे इंसान के जिस्म में उसे लगाने से पहले उसे दोबारा ज़िंदा करना ज़रूरी होता है.”
डॉक्टर बालाकृष्णन ने इस सर्जरी और इलाज के लिए ज़रूरी संसाधनों की भी जानकारी दी.
उन्होंने बताया, “आयशा के घर वालों के पास इतने पैसे नहीं थे और यह इलाज ‘ऐश्वर्यम’ ट्रस्ट की मदद से संभव हुआ. कुछ मदद मैंने की और कुछ मदद एमजीएम अस्पताल में ट्रांसप्लांट कराने वाले लोगों ने.”
ऐश्वर्यम ट्रस्ट अब तक बारह हज़ार मरीज़ों के इलाज में मदद कर चुका है जिनमें 175 दिल के ट्रांसप्लांट शामिल हैं.
आयशा ने डॉक्टरों का शुक्रिया अदा करते हुए बीबीसी को बताया, “मैं सर्जरी के बाद बहुत बेहतर महसूस कर रही हूं.”
“डॉक्टर ने कहा है कि मैं दो महीने में घर वापस जा सकती हूं. मैं वापस जाकर अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती हूं और भविष्य में फ़ैशन डिज़ाइनर बनना चाहती हूं.”
वह कहती हैं, “भारत में रहकर ऐसा नहीं लगा कि मैं पाकिस्तान से बाहर हूं. सब कुछ एक जैसा है, कुछ भी अलग नहीं है.”
जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या उन्होंने चेन्नई देखा तो उन्होंने बताया, “मेरा अधिकतर समय तो अस्पताल में ही गुज़र गया क्योंकि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी. मुझे जब भी मौका मिला तो मैं समुद्र किनारे ज़रूर गई.” (bbc.com/hindi)
यूक्रेन के सेना प्रमुख ने स्वीकार किया है कि मोर्चे पर हालात बेहद ख़राब हो गए हैं.
जनरल ओलेक्सेंडर सीरिस्की ने कहा है कि पूर्वी मोर्चे पर यूक्रेन की सेना को पीछे हटना पड़ा है.
यूक्रेन को अमेरिका से सैन्य मदद मिलने से पहले रूस स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है.
टेलीग्राम पर एक पोस्ट में सीरीस्की ने कहा, ''मोर्चे पर हालात बेहद खराब हो गए हैं. यूक्रेन की सेना को पूर्वी दोनेत्स्क इलाक़े में पीछे हटना पड़ा है.''
रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को दावा किया है कि रूसी सेना ने पूर्वी दोनेत्स्क इलाक़े में ओचेरेताइने के क़रीब एक बस्ती पर क़ब्ज़ा कर लिया है.
अमेरिकी संसद में पिछले हफ्ते यूक्रेन को 61 अरब डॉलर की सैन्य मदद देने का प्रस्ताव पास हुआ है. (bbc.com/hindi)
सहायता संस्था वर्ल्ड सेंट्रल किचन ग़ज़ा में खाना बांटने का काम दोबारा शुरू करेगी.
करीब महीने भर पहले इसराइली बमबारी में वर्ल्ड सेंट्रल किचन के सात कर्मचारी मारे गए थे.
इस घटना के बाद वर्ल्ड सेंट्रल किचन ने ग़ज़ा में मदद मुहैया करवाने के कामकाज पर रोक लगा दी थी.
वर्ल्ड सेंट्रल किचन ने कहा है कि ''हमने तय किया है कि हमें मदद मुहैया करवाते रहना चाहिए.''
संस्था ने बयान जारी कर कहा है कि ''मदद मुहैया करवाने के लिए 276 ट्रक तैयार किए हैं जिनमें खाने के 80 लाख पैकेट मौजूद हैं. ये रफाह क्रॉसिंग के जरिए एंट्री करेंगे.''
वर्ल्ड सेंट्रल किचन के सीईओ एरीन गोर ने कहा, ''ग़ज़ा में मानवीय हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं. हम पूरी ऊर्जा के साथ अपना काम दोबारा शुरू कर रहे हैं. हमारी कोशिश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक खाना पहुंचाने की रहेगी.''
वर्ल्ड सेंट्रल किचन एक अमेरिकी संस्था है जिसका मकसद राष्ट्रीय आपदाओं और मानवीय संकट से जूझ रहे लोगों को खाना मुहैया करवाना है. (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक़ डार को उप प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है. कैबिनेट डिवीज़न ने नोटिफिकेशन जारी कर इस बारे में सूचना दी है.
नोटिफिकेशन में कहा गया, ''पीएम शहबाज़ शरीफ ने तुरंत प्रभाव से इसहाक़ डार को उप प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. वह अगली सूचना जारी होने तक इस पद पर बने रहेंगे.''
12 साल के बाद पाकिस्तान में किसी उप प्रधानमंत्री की नियुक्ति हुई है. इससे पहले जून 2012 में चौधरी परवेज़ को पाकिस्तान का उप प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया था.
पाकिस्तान में इस साल की शुरुआत में आम चुनाव हुए थे. मार्च में शहबाज़ शरीफ की गठबंधन की सरकार का गठन होने के बाद इसहाक़ डार को पाकिस्तान का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया.
इसहाक़ डार सितंबर 2022 से अगस्त 2023 तक शहबाज़ शरीफ के नेतृत्व वाली गठबंधन की सरकार में वित्त मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं. (bbc.com/hindi)
इराक़ की संसद में समलैंगिक संबंधों को अपराध घोषित करने वाला बिल पास हो गया है.
इस बिल में समलैंगिक संबंध रखने पर 10 से 15 साल तक की सज़ा का प्रावधान है.
नए कानून के तहत ट्रांसजेंडर्स को भी एक से तीन साल के लिए जेल में भेजा जा सकता है.
नए कानून के समर्थकों का मानना है कि इससे देश में धार्मिक मूल्यों को कायम रखने में मदद मिलेगी.
वहीं बिल का विरोध करने वाले समूहों का कहना है कि इराक़ इस कानून के जरिए एलजीबीटी समुदाय के अधिकारों का हनन जारी रखेगा.
बिल का पुराना ड्राफ्ट 1980 में पास हुए वेश्यावृत्ति विरोधी कानून में संशोधन के लिए लाया गया था और उसमें मौत की सज़ा का प्रावधान था.
हालांकि, अमेरिका और पश्चिमी देशों के विरोध के बाद उसमें बदलाव किया गया. (bbc.com/hindi)
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में होने जा रही वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठक में फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास वार्ताओं में शामिल होकर ग़ज़ा में संघर्षविराम समझौते के लिए ज़ोर देंगे.
इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री के अलावा सऊदी अरब, क़तर और ओमान के नेताओं समेत कई क्षेत्रीय नेता शामिल हो रहे हैं.
ये बैठक रविवार को शुरू होगी. वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम के प्रमुख बोर्ग ब्रेंडे ने बताया है कि मिस्र के विदेश मंत्री शुक्रवार को इसराइल में हुई वार्ता के बारे में भी जानकारी देंगे.
ग़ज़ा में संघर्ष-विराम के लिए शुक्रवार को इसराइल में वार्ता हुई थी जिसमें मिस्र भी सामिल था.
वहीं, ग़ज़ा पर शासन करने वाले समूह हमास का कहना है कि वो इसराइल की तरफ़ से मिले समझौते के प्रस्ताव का अध्यन कर रहा है.
7 अक्तूबर को हमास ने इसराइल पर हमला किया था. इसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे और बड़ी तादाद में इसराइली लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था.
इसके तुरंत बाद इसराइल ने ग़ज़ा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया था जो अभी तक ज़ारी है. उत्तरी और दक्षिणी ग़ज़ा पर व्यापक हमलों के बाद अब इसराइल मिस्र से सटे रफ़ाह इलाक़े पर बड़ा हमला बोलने की तैयारी कर रही है.
इसी बीच, इसराइल में सरकार पर बंधकों की रिहाई के लिए भी दबाव बढ़ता जा रहा है.
इसराइल और हमास के बीच बंधकों की रिहाई की शर्त पर दो बार अल्पकालिक संघर्ष-विराम हो चुका है. (bbc.com/hindi)
कंबोडिया के प्रधानमंत्री ने बताया है कि सेना के एक हथियार डिपो में विस्फोट की घटना में बीस सैनिकों की मौत हो गई है.
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक संदेश में प्रधानमंत्री हुन मानेत ने कहा है कि वो शनिवार दोपहर हुई इस घटना से सदमे में हैं.
प्रधानमंत्री के मुताबिक़ इस विस्फोट में कई सैनिक घायल भी हुए हैं.
ये धमाका दक्षिणी कंबोडिया के कैंपोंग स्पेऊ प्रांत के एक सैन्य ठिकाने पर हुआ है.
ये धमाका कैसे और किन परिस्थितियों में हुआ इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है.
प्रधानमंत्री ने मारे गए सैनिकों के परिजनों के लिए मुआवज़े की घोषणा की है और उनकी सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि करने के आदेश दिए हैं. (bbc.com/hindi)
हमास ने नया वीडियो जारी करते हुए अग़वा किए गए दो और इसराइली नागरिकों के ज़िंदा होने का सबूत दिया है.
वीडियो में ओमरी मिरान ने बताया है कि उन्हें 202 दिन से बंदी बनाकर रखा गया है. वहीं कीथ सीगल ने पिछले हफ्ते की एक छुट्टी का ज़िक्र किया है.
इससे पता चलता है कि इस वीडियो को हाल ही में रिकॉर्ड किया गया है.
दोनों इसराइली नागरिकों को हमास ने 7 अक्टूबर को किए हमले के दौरान अग़वा किया था.
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए ओमरी और कीथ के परिवारों का कहना है कि वे इनकी रिहाई तक लड़ाई जारी रखेंगे.
इसके साथ ही ओमरी और कीथ के परिवारों ने इसराइल की सरकार से रिहाई के लिए डील करने की अपील भी की है.
नया वीडियो उस वक्त में सामने आया है जब हमास ने कहा है कि वो संघर्ष विराम के लिए इसराइल के ताज़ा प्रस्ताव पर विचार कर रहा है.
इसराइल के विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा है कि बंधकों की रिहाई के लिए अगर समझौता होता है तो वो रफ़ाह पर प्लान किए गए हमले के फैसले को वापस ले सकते हैं. (bbc.com/hindi)
आणंद/न्यूयॉर्क, 27 अप्रैल। मूल रूप से गुजरात के आणंद जिले की रहने वाली और अमेरिका में बस चुकीं तीन महिलाओं की अमेरिकी राज्य दक्षिण कैरोलिना में एक भीषण कार दुर्घटना में मौत हो गई। उनके रिश्तेदारों ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी।
मीडिया की एक खबर में कहा गया है कि दक्षिण कैरोलिना राजमार्ग गश्ती दल के मुताबिक, दुर्घटना शुक्रवार को लेकसाइड रोड के पास इंटरस्टेट 85 से लगे स्टॉन्टन ब्रिज रोड पर हुई। इसमें कहा गया कि पेड़ों से टकराने से पहले तेज रफ्तार कार हवा में कम से कम 20 फुट ऊपर उछली।
गुजरात में रिश्तेदारों ने तीनों की पहचान रेखा दिलीप पटेल, संगीता भवनेश पटेल और मनीषा राजेंद्र पटेल के रूप में की है। वे राज्य के आणंद जिले के बोरसाद तालुका के वसना (बोरसाद) और कविता गांवों की थीं।
उन्होंने कहा कि महिलाएं आपस में रिश्तेदार थीं। रेखा और संगीता के पति - क्रमशः दिलीप पटेल और भवनेश पटेल - भाई हैं, जबकि मनीषा के पति राजेंद्र दोनों के चचेरे भाई हैं।
कविता गांव के पास रहने वाले संगीता के पिता विट्ठलभाई को छोड़कर, तीनों महिलाओं के परिवार के अन्य सभी सदस्य और उनके पति बहुत पहले ही अमेरिका चले गए थे।
विट्ठलभाई पटेल ने यहां संवाददाताओं को बताया, “मुझे पता चला है कि मेरी बेटी और दो अन्य महिलाओं की शुक्रवार को अमेरिका में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। चौथी महिला, जो एक रिश्तेदार है, को वहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे सभी घूमने जा रहे थे।”
उन्होंने कहा कि लगभग 20 साल पहले वहां जाने के बाद संगीता कभी भारत नहीं लौटीं। विट्ठलभाई ने कहा, उसका (संगीता का) बेटा कुछ महीने पहले अपनी शादी से जुड़ी खरीदारी के लिए यहां आया था।
वसना (बोरसाद) के निवासी निरंजन पटेल ने कहा कि उनके गांव में तीन महिलाओं के लिए एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी।
निरंजन पटेल ने कहा, “रेखाबेन और संगीताबेन अपने पतियों के साथ अटलांटा, जॉर्जिया में रहती थीं और साउथ कैरोलिना की ओर जा रही थीं, तभी यह हादसा हुआ। प्रार्थना सभा के दौरान ग्रामीणों ने दुख व्यक्त किया।”
‘फॉक्स कैरोलिना’ की खबर के मुताबिक, ग्रीनविले काउंटी कोरोनर कार्यालय के अधिकारी माइक एलिस ने बताया कि कथित तौर पर भारतीय महिलाएं इंटरस्टेट 85 के उत्तर की ओर जाने वाली सड़क पर एसयूवी में यात्रा कर रही थीं। (भाषा)
दुबई, 27 अप्रैल। ईरान ने शनिवार को कहा कि दो सप्ताह पहले उसके समुद्री क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों द्वारा जब्त किए गए पुर्तगाली ध्वज वाले जहाज के चालक दल के भारतीय सदस्यों को राजनयिक पहुंच प्रदान की जा रही है। ईरान की इस घोषणा के बाद चालक दल में शामिल भारतीय सदस्यों की शीघ्र रिहाई की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
ईरान के अर्द्धसैन्य बल रिवोल्यूशनरी गार्ड ने 13 अप्रैल को ईरान और इजराइल के हमलों के बीच होर्मुज खाड़ी के पास इजराइल से संबद्ध, पुर्तगाल के ध्वज वाले कंटेनर जहाज एममएससी एरीज को जब्त कर लिया था। इस जहाज पर चालक दल के 25 सदस्य सवार थे, जिनमें से 17 भारतीय थे।
ईरान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि पुर्तगाल के नवनियुक्त विदेश मंत्री पाउलो रंगेल ने ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन के साथ फोन पर बातचीत की और द्विपक्षीय संबंधों तथा क्षेत्र की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया, साथ ही फलस्तीन के घटनाक्रम पर भी चर्चा की।
टेलीफोन पर हुई इस बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने ईरानी सुरक्षा बलों द्वारा जब्त किए गए पुर्तगाली-ध्वज वाले इजराइली जहाज के संबंध में अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
ईरान के विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘हम मानवतावादी दृष्टिकोण के रूप में जहाज के चालक दल की रिहाई पर गंभीरता से विचार करेंगे और हमने तेहरान में उनके राजदूतों को कांसुलर सेवाओं तक उनकी पहुंच, रिहाई और वापस भेजने की घोषणा की है।’’
एमएससी एरीज के भारतीय चालक दल के 17 सदस्यों में से एकमात्र महिला एन टेसा जोसेफ को तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ‘‘ठोस प्रयासों’’ के बाद 18 अप्रैल को रिहा कर दिया गया था।
इससे पहले बृहस्पतिवार को, नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि भारतीय चालक दल के शेष 16 सदस्यों की वापसी में कुछ ‘‘तकनीकी जटिलताएं शामिल’’ हैं।
अपनी साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल पर जायसवाल ने कहा कि चालक दल के 16 भारतीय सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक है और भारतीय मिशन को ईरानी अधिकारियों द्वारा भारतीय चालक दल तक राजनयिक पहुंच प्रदान की गई थी। (भाषा)