अंतरराष्ट्रीय
इस्लामाबाद, 15 अप्रैल। अफगानिस्तान में भारी बारिश के कारण अचानक आयी बाढ़ के कारण तीन दिन में कम से कम 33 लोगों की मौत हो गयी और 27 अन्य घायल हो गए हैं।
प्राकृतिक आपदा प्रबंधन मंत्रालय के लिए तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल्ला जनान सैक ने रविवार को बताया कि राजधानी काबुल और कई प्रांतों में अचानक बाढ़ आ गयी है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण 600 से अधिक मकान नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि करीब 200 मवेशियों की मौत हो गयी है।
सैक ने बताया कि बाढ़ से 800 हेक्टेयर कृषि भूमि भी नष्ट हो गयी है और 85 किलोमीटर से अधिक की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।
उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण पश्चिमी फराह, हेरात, दक्षिणी जाबुल और कंधार प्रांतों में सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग ने अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से अधिकांश में आने वाले दिनों में और बारिश का अनुमान जताया है। (एपी)
इस्लामाबाद, 14 अप्रैल। बलूच उग्रवादियों ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अलग-अलग हमलों में 11 लोगों की हत्या की जिम्मेदारी ली है। मीडिया की एक खबर से यह जानकारी मिली।
पंजाब प्रांत के रहने वाले नौ युवकों को शनिवार को बलूचिस्तान प्रांत के नोशकी इलाके में बंदूकधारियों ने एक बस से जबरन उतार दिया और उनकी पंजाबी जातीयता की पुष्टि करने के बाद उन्हें अगवा कर लिया। बाद में बंदूकधारियों ने उनकी हत्या कर दी और उनके शवों को पास के एक पुल के नीचे फेंक दिया।
एक अलग घटना में, उसी राजमार्ग पर दो लोगों की मौत हो गई जब बंदूकधारियों ने उनकी कार पर गोलीबारी की।
‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हत्याओं की जिम्मेदारी ली है। खबर के मुताबिक, पंजाब के नौ लोग ईरान जा रहे थे, जहां से वे तुर्किये के रास्ते यूरोप में प्रवेश करने वाले थे।
सरकार ने उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
बलूच राष्ट्रवादी अक्सर पंजाब के लोगों के खिलाफ हिंसा की ऐसी वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। उनका आरोप है कि बलूचिस्तान की खनिज संपदा का दोहन करने में पंजाब के लोग शामिल हैं। (भाषा)
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि सिडनी के मॉल में चाकू से हमला करने वाले व्यक्ति के निशाने पर महिलाएं थीं.
40 वर्षीय जोएल कॉची ने शनिवार को भीड़भाड़ वाले वेस्टफ़ील्ड बोंडी जंक्शन कॉम्प्लेक्स में चाकू से हमला किया था.
इस हमले में मारे जाने वाले छह लोगों में से पांच महिलाएं हैं. एक बच्ची समेत कई लोग इस हमले में घायल हुए हैं.
न्यू साउथ वेल्स के पुलिस कमिश्नर ने ऑस्ट्रेलियाई प्रसारक एबीसी न्यूज़ से कहा है कि ‘ज़ाहिर तौर पर कॉची ने महिलाओं को निशाना बनाया.’
इस हमले में 30 वर्षीय सुरक्षा गार्ड फ़राज़ ताहिर की भी मौत हो गई थी. फ़राज़ ताहिर ने हमलावर को रोकने की कोशिश की थी.
फ़राज़ ताहिर एक शरणार्थी थे और उन्हें ऑस्ट्रेलिया आए हुए लंबा समय नहीं हुआ था.
फ़राज़ ताहिर इस हमले में मारे गए एकमात्र पुरुष हैं.
पुलिस कमिश्नर ने कहा, “वीडियो में सबकुछ स्पष्ट है. मैं भी ये देख पा रहा हूं, जांचकर्ता भी ये देख पा रहे हैं कि हमलावर ने महिलाओं को निशाना बनाया और पुरुषों को छोड़ दिया.”
अधिकारियों ने हमले के बाद कहा था कि इस हमले की वजह हमलावर की मानसिक सेहत भी हो सकती है. (bbc.com/hindi)
ईरान ने शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात अपने धुर विरोधी देश इसराइल पर हमला किया.
इसराइली सेना ने रविवार को बताया कि ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें इसराइल पर दाग़ीं.
ईरान ने इसराइल पर पहली बार सीधा हमला किया है.
ईरान ने कहा कि इस हमले ने 'उसके सभी उद्देश्यों' को पूरा किया है और ये हमला एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमले की प्रतिक्रिया है. इसराइल ने न तो इस हमले की पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया था.
इसराइल ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि वो विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं करते हैं. हालांकि इसराइल ने सीरिया पर हाल के वर्षों में टार्गेटेड हमले करने की बात स्वीकार की थी.
इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा है कि इसराइल के सुरक्षा क्षेत्र के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति का आकलन कर लिया गया है.
योआव गैलांट ने कहा, ‘’अमेरिका और बाकी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इसराइल के क्षेत्र को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं. बेहद ही मामूली नुकसान हुआ है.’’
इसराइल ने कहा कि वो सही समय पर ईरान से 'इसकी क़ीमत' वसूलेगा.
इसराइल के वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गांट्ज़ ने कैबिनेट की बैठक शुरू होने से पहले कहा कि हम क्षेत्रीय स्तर पर एक गठजोड़ बनाएंगे और ईरान से अपने हिसाब से उपयुक्त समय पर इस हमले की क़ीमत वसूलेंगे.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि इसराइल पर ईरान का हमला एक व्यापक युद्ध की शक्ल नहीं लेगा.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान कहा कि ईरान ने अपने पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी.
उन्होंने कहा, "हमारे ऑपरेशन से क़रीब 72 घंटे पहले हमने अपने दोस्तों और इस क्षेत्र के पड़ोसियों को जानकारी दी थी कि ईरान की इसराइल के ख़िलाफ़ कार्रवाई निश्चित, अटल और वैध है."
भारत की प्रतिक्रिया
पश्चिमी एशिया की स्थिति पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से प्रतिक्रिया जारी की गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर की है.
जारी बयान में कहा गया, ''इसराइल और ईरान के बीच तनाव की वजह से इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा है और हम इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं.''
''हम हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के ज़रिए समाधान निकालने की वकालत करते हैं.'' (bbc.com/hindi)
अमेरिका ने इसराइल को चेताया है कि अगर वह ईरान पर जवाबी कार्रवाई करेगा तो अमेरिका उसमें साथ नहीं देगा.
व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने ये जानकारी दी है.
शनिवार देर शाम ईरान ने इसराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दाग़ी थीं.
ईरान का कहना है कि यह हमला 1 अप्रैल को सीरिया में ईरान के दूतावास पर इसराइल के हमले के जवाब में किया गया था.
ईरान की तरफ़ से दाग़े गए लगभग सभी हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अपने सहयोगियों अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर हवा में ही मार गिराया था.
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़ इस हमले के बाद इसराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इसराइल को अपनी प्रतिक्रिया में संयम से काम लेना चाहिए.
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़, राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा है कि उन्हें ‘बहुत ध्यानपूर्वक और रणनीतिक तरीक़े से सोचना चाहिए.’
ये इसराइल पर अभी तक ईरान का पहला सीधा हमला था.
अमेरिका ने इसराइल पर हुए हमले के दौरान ईरान की तरफ़ से दाग़े गए क़रीब 80 ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है.
ओटावा, 14 अप्रैल । कनाडा के वैंकूवर के सनसेट इलाके में 24 साल के एक भारतीय छात्र की उसकी कार में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
वैंकूवर पुलिस ने एक बयान में कहा, 24 वर्षीय चिराग एंटिल को इलाके में एक वाहन के अंदर मृत पाया गया।
सीबीसी न्यूज ने पुलिस प्रवक्ता तानिया विसिंटिन के हवाले से बताया कि गोलियों की आवाज सुनने के बाद, पड़ोस के लोगों ने आपातकालीन सेवा को बुलाया।
वैंकूवर पुलिस ने कहा, "लोगों द्वारा गोलियों की आवाज सुनने के बाद अधिकारियों को ईस्ट 55वें एवेन्यू और मेन स्ट्रीट पर बुलाया गया। 24 वर्षीय चिराग एंटिल को इलाके में एक वाहन के अंदर मृत पाया गया।"
पुलिस ने कहा कि मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है।
कांग्रेस एनएसयूआई प्रमुख वरुण चौधरी ने विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए छात्र के परिवार को सहायता देने का अनुरोध किया।
उन्होंने पोस्ट किया: "कनाडा के वैंकूवर में एक भारतीय छात्र चिराग एंटिल की हत्या के संबंध में तत्काल ध्यान दें। हम विदेश मंत्रालय से जांच की प्रगति की बारीकी से निगरानी करने का आग्रह करते हैं ताकि न्याय तेजी से मिले।"
उन्होंने मंत्रालय से इस कठिन समय के दौरान मृतक के परिवार को सभी आवश्यक सहायता मुहैया कराने का भी अनुरोध किया।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चिराग के शव को वापस लाने के लिए उनका परिवार क्राउडफंडिंग के जरिए पैसे जुटा रहा है।
हरियाणा के रहने वाले चिराग के भाई रोमित एंटिल ने स्थानीय मीडिया को बताया कि वह हर दिन अपने भाई-बहन से बात करते थे।
रोमित ने कहा कि जिस दिन हादसा हुआ उस दिन उन्होंने चिराग से बात भी की थी।
सितंबर 2022 में वैंकूवर चले गए चिराग ने यूनिवर्सिटी कनाडा वेस्ट से एमबीए पूरा किया और हाल ही में उन्हें अपना वर्क परमिट मिला था।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 14 अप्रैल अमेरिका, कनाडा, संयुक्त राष्ट्र, जर्मनी आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हवाई हमले की निंदा की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यहूदी राष्ट्र इजराइल के प्रति अमेरिका की ‘दृढ़ प्रतिबद्धता’ दोहरायी और हालात पर विचार विमर्श तथा आगे की कार्रवाई के लिए जी-7 देशों के नेताओं की एक बैठक बुलाने की बात कही।
इजराइली सेना ने रविवार को कहा कि शनिवार देर रात ईरान ने हमला किया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।
बाइडन ने कहा, ‘‘हमने लगभग सभी ड्रोन और मिसाइल को मार गिराने में इजराइल की मदद की।’’
बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से शनिवार को फोन पर बात की। उन्होंने कहा, ‘‘ईरान तथा यमन, सीरिया एवं इराक के उसके हमदर्दों ने आज इजराइल में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए अप्रत्याशित हमला किया। मैं इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।’’
ईरान के ‘इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स’ (आईआरजीसी) ने कहा कि हमला ‘‘खास ठिकानों’’ को निशाना बनाकर किया गया था।
सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में एक शीर्ष कमांडर सहित आईआरजीसी के सात अधिकारियों के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण लिया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
नेतन्याहू ने ईरानी हमले के बाद कैबिनेट की बैठक बुलाई और बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन से बात की। नेतन्याहू ने कहा कि बाइडन ने ‘‘इजराइल की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता’’ दोहराई है।
बाइडन ने कहा कि इजराइल की मदद करने के उनके निर्देश पर अमेरिकी सेना ने पिछले सप्ताह क्षेत्र में विमान और बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक भेजे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी टीम पूरे क्षेत्र में अपने समकक्षों के साथ बातचीत करेगी और हम इजराइल के नेता के साथ संपर्क में रहेंगे। हालांकि हमने आज अपनी सेनाओं या प्रतिष्ठानों पर हमले नहीं देखे हैं, लेकिन हम सभी खतरों के प्रति सतर्क रहेंगे और हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।’’
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इजराइल पर ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आग्रह करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र में विनाशकारी हमले से जुड़े वास्तविक खतरे को लेकर मैं बेहद चिंतित हूं। मैं सभी पक्षों से किसी भी ऐसी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूं जो पश्चिम एशिया में कई मोर्चों पर बड़े सैन्य टकराव का कारण बन सकता है।’’
संयुक्त राष्ट्र महासभा के डेनिस फ्रांसिस ने पश्चिम एशिया में हालत पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘‘ईरान ने दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हाल के हमले के बाद इजराइल पर हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के संदर्भ में अपनी कार्रवाई बताया है। ईरान के इस कदम ने पश्चिम एशिया में पहले से ही तनावपूर्ण और नाजुक शांति एवं सुरक्षा की स्थिति को और खराब कर दिया है।’’
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इजराइल के खिलाफ ईरान के हवाई हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इजराइल के साथ हैं। हमास के सात अक्टूबर के हमले का समर्थन करने के बाद ईरानी शासन का यह कदम इस क्षेत्र को और अस्थिर कर देगा।’’
इस बीच अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिकी सेना क्षेत्र में अपने सैनिकों और भागीदारों की रक्षा करने, इजराइल की रक्षा के लिए और अधिक सहायता प्रदान करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिए तत्पर है।
ऑस्टिन ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखना और अमेरिकी सहयोगियों और साझेदारों के साथ परामर्श करना जारी रखेंगे। उन्होंने इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट से भी बात की और इजराइल की रक्षा के लिए अमेरिका का समर्थन दोहराया। (भाषा)
कराची, 14 अप्रैल ईरान के सीमावर्ती शहर ताफ्तान से रसायन लेकर पाकिस्तान जा रही एक मालगाड़ी बलूचिस्तान प्रांत में पटरी से उतर गई, जिससे दोनों देशों के बीच रेल परिचालन ठप हो गया।
यह हादसा शनिवार को बलूचिस्तान के तोजगी स्टेशन के पास हुआ।
पाकिस्तान रेलवे के प्रवक्ता आमिर बलूच ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ताफ्तान से करीब 70 किलोमीटर दूर रेलगाड़ी पटरी से उतर गई और हम आतंकवादी हमले की आशंका से इनकार नहीं कर रहे हैं।’’
यह रेलगाड़ी ईरान से फॉस्फोरस और अन्य रसायन लेकर पाकिस्तान जा रही थी, घटना से रेल इंजन को काफी नुकसान हुआ।
इस घटना से पहले शुक्रवार रात प्रांत में नोशकी राजमार्ग पर आतंकवादियों ने पंजाब प्रांत के नौ मजदूरों का एक यात्री बस से अपहरण कर लिया था और उनकी हत्या कर दी थी।
मजदूरों को ले जाने और उनकी हत्या करने से पहले आतंकवादियों ने उनके राष्ट्रीय पहचान पत्र से उनकी पहचान की थी। आतंकवादियों ने एक निजी वाहन में सवार दो अन्य लोगों की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी। (भाषा)
वाशिंगटन, 14 अप्रैल । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से स्पष्ट कहा है कि वाशिंगटन ईरान के खिलाफ इजरायल के किसी भी जवाबी हमले का विरोध करेगा।
अमेरिकी समाचार पोर्टल एक्सिऑस ने व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि बाइडेन ने ईरान के हमले को विफल करने के लिए इजरायल, अमेरिका तथा अन्य देशों के सम्मिलित प्रयासों की सराहना करते हुए नेतन्याहू से कहा, "आपकी जीत हुई है, जीत को स्वीकार कीजिये।"
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अधिकारी के हवाले से बताया कि जब बाइडेन ने नेतन्याहू से कहा कि अमेरिका ईरान के खिलाफ किसी भी आक्रमक ऑपरेशन में शामिल नहीं होगा और न ही ऐसे किसी ऑपरेशन का समर्थन करेगा, तो नेतन्याहू ने कहा कि वह उनकी बात समझ गये हैं।
पेंटागन के प्रेस सचिव पैट राइडर ने एक बयान में कहा कि शनिवार की रात अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने इजरायली समकक्ष योव गैलेंट के साथ दूसरी बार बात की। इस दौरान पेंटागन प्रमुख ने इजरायल की रक्षा के लिए वाशिंगटन के "लौह कवच" समर्थन को दोहराया।
एक्सिऑस की खबर में एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी के हवाले से कहा गया है, ऑस्टिन ने गैलेंट से कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान के खिलाफ किसी भी प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई से इजरायल पहले वाशिंगटन को सूचित करे।
(आईएएनएस)
जब आपको गुस्सा आए तो साथियों पर भड़कने या फिर तकिये में मुंह छिपा कर रोने की बजाय, उसे लिख डालिए और फिर उसे फाड़ कर फेंक दीजिए. यह तरीका आपका गुस्सा शांत करने में काफी असरदार है.
जापानी रिसर्चरों की एक टीम शोध करने के बाद इस नतीजे पर पहुंची है. भावनाओं को लिख कर उन्हें अपने से दूर धकेला या फिर अलग किया जा सकता है.
साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में इस हफ्ते छपी रिसर्च रिपोर्ट के प्रमुख लेखक नोबुयुकी कवाई का कहना है, "हमने उम्मीद की थी कि हमारा तरीका गुस्से को कुछ हद तक दबाएगा. हालांकि गुस्से को पूरी तरह खत्म होते देख कर हम हैरान रह गए." कवाई नागोया यूनिवर्सिटी में कॉग्निटिव साइंस के प्रोफेसर हैं.
कैसे हुआ प्रयोग
इस प्रयोग में करीब 100 छात्रों ने हिस्सा लिया. इसमें उनसे सामाजिक मुद्दों पर अपनी संक्षिप्त राय लिखने को कहा गया. इसके लिए उन्हें 'सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान की पाबंदी होनी चाहिए' जैसे कुछ विषय दिए गये थे. रिसर्चरों ने उनसे कहा था कि नागोया यूनिवर्सिटी का एक पीएचडी छात्र उनकी लिखित राय का मूल्यांकन करेगा.
हालांकि प्रयोग में शामिल लोगों ने चाहे जो कुछ भी लिखा हो, मूल्यांकन करने वाले ने उन्हें बुद्धिमता, रुचि, मित्रता, तर्क और औचित्य के आधार पर बहुत कम अंक दिए. इतना ही नहीं उन्हें अपमानजनक फीडबैक भी दिए गए. एक फीडबैक था, "मुझे यकीन नहीं होता कि एक पढ़ा लिखा इंसान इस तरह से सोच सकता है. मुझे उम्मीद है कि यह आदमी यूनिवर्सिटी में पढ़ने के दौरान कुछ सीखेगा."
इसके बाद प्रयोग में शामिल छात्रों ने अपनी भावनाओं को लिखा. छात्रों के दो गुट थे. आधे छात्रों के एक समूह ने जिन कागजों पर अपनी भावनाएं दर्ज की थीं उनके टुकड़े टुकड़े कर दिए या फिर उन्हें फेंक दिया. दूसरे गुट ने उन कागजों को पारदर्शी फोल्डर या फिर बॉक्स में रख दिया.
खत्म हो गया गुस्सा
रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी छात्रों में अपमान के बाद गुस्से का अलग अलग स्तर दिखाई दिया. हालांकि जिस समूह ने कागज पर अपनी भावनाओं को लिखने के बाद उन्हें संभाल कर रखा उनके अंदर गुस्सा उच्च स्तर पर बना रहा जबकि दूसरे समूह में यह घटते घटते पूरी तरह खत्म हो गया.
रिसर्चरों की दलील है कि उनकी खोज का गुस्से के निवारण करने के अनौपचारिक तरीके के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. उनका यह भी कहना है, "घर या काम की जगह पर गुस्से को नियंत्रित करना हमारी निजी जिंदगी और नौकरी में नकारात्मक नतीजों को घटा सकता है."
एनआर/सीके (एएफपी)
यरूशलम, 14 अप्रैल । ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से शनिवार रात और रविवार तड़के इजराइल पर हमला किया जिसके बाद पूरे इजरायल में हवाई हमले की चेतावनी जारी कर दी गई।
हमले मुख्य रूप से यरूशलेम, दक्षिण में नेगेव रेगिस्तान और डेड सी, उत्तर में इजरायली-कब्जे वाले गोलन हाइट्स और साथ ही कब्जे वाले वेस्ट बैंक में किए गए।
इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान पुष्टि की कि इजरायल पर ईरान से बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया गया है। उन्होंने कहा, हवाई रक्षा प्रणालियों ने कुछ मिसाइलों को रोक दिया है।
इज़राइल के कान टीवी समाचार ने बताया कि लॉन्च किए गए लगभग 400-500 में से लगभग 100 ड्रोन को अमेरिका, जॉर्डन और ब्रिटिश सेनाओं सहित सहयोगी देशों द्वारा इजराइल पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया।
इज़राइल की बचाव सेवा ने एक बयान में कहा कि नेगेव के बेडुइन गांव में 10 साल का एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। उत्तरी इजरायल के एक अरब शहर उम्म अल फहम के पास मिसाइल के कुछ हिस्से गिरे, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।
कान टीवी समाचार ने एक वरिष्ठ इजराइली अधिकारी का हवाला देते हुए रविवार को बताया कि इजराइल ईरानी हवाई हमले का जवाब देने की योजना बना रहा है।
अधिकारी ने कहा, "ईरान ने पहली बार अपनी धरती से इजरायल पर मिसाइलें दागी हैं, इसका जवाब दिया जाएगा, जल्द ही।"
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने शनिवार रात एक बयान में पुष्टि की कि उसने इज़राइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले किए हैं।
कान टीवी समाचार ने बताया कि ड्रोन ईरान के साथ-साथ ईरान के मित्र देशों से भी लॉन्च किए गए।
इजरायली सेना ने पहले एक बयान में कहा था कि "आईडीएफ हाई अलर्ट पर है, साथ ही इजरायली वायु सेना के लड़ाकू जेट और इज़रायली नौसेना के जहाज भी रक्षा मिशन पर हैं"।
इस बीच, दो इजरायली अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर सिन्हुआ समाचार एजेंसी से पुष्टि की कि ईरान से इजरायल की ओर कई क्रूज मिसाइलें भी लॉन्च की गईं।
अप्रैल की शुरुआत में सीरिया के दमिश्क में ईरानी कांसुलर भवन में सात ईरानी अधिकारियों की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान ने इजरायल पर हमले किए हैं।
(आईएएनएस)
संयुक्त राष्ट्र, 14 अप्रैल । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की रविवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई है। इसमें ईरान द्वारा इजराइल पर किए जा रहे ड्रोन और मिसाइल हमले पर चर्चा की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मध्य पूर्व मेें तनाव बढ़ने पर चिंता जताई है।
शनिवार को ईरानी हमलों के कुछ ही मिनटों के भीतर, इज़राइल ने माल्टा की परिषद अध्यक्ष वैनेसा फ्रैज़ियर से बैठक बुलाने का आग्रह किया।
गुटेरेस ने कहा, "मैं इस्लामी गणतंत्र ईरान द्वारा इज़राइल पर किए गए हमले की निंदा करता हूं।"
उन्होंने कहा, "मैं सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूं।"
ईरान ने कहा कि यह हमला 1 अप्रैल को सीरिया में उसके राजनयिक मिशन पर इजराइल के हमले का जवाब है। उस हमले में उसके दो जनरलों की मौत हो गई थी।
इज़राइल ने कहा कि ईरान ने शनिवार को लगभग 200 मिसाइलें और ड्रोन दागे, इनमें से अधिकांश को मार गिराया गया और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
तेहरान से संबंध रखने वाले हिजबुल्लाह की भी इजराइल के साथ झड़प हुई है।
गुटेरेस और फ्रेज़ियर को लिखे एक पत्र में, ईरान के स्थायी प्रतिनिधि अमीर सईद इरावानी ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अपने अधिकार का उपयोग कर रहा है।
एक्स पर एक पोस्ट में ईरान के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने यह भी कहा, "मामले को समाप्त माना जा सकता है।"
महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने क्षेत्र में तनाव बढ़ने के खतरे पर चिंता व्यक्त की और कहा, "मुझे उम्मीद है कि ईरानी अधिकारी अपने वचन का सम्मान करेंगे कि आज की उनकी कार्रवाई से मामले को समाप्त माना जा सकता है।"
बैठक के लिए परिषद अध्यक्ष को लिखे अपने पत्र में, इज़राइल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने हमले के लिए ईरान की निंदा करने और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को एक आतंकवादी संगठन करार देने का आह्वान किया।
गुटेरेस ने एक अप्रैल को "दमिश्क में ईरान के राजनयिक परिसरों प इजराइली हमले की निंदा की थी और सभी से संयम बरतने का आह्वान किया था।
(आईएएनएस)
(योषिता सिंह)
संयुक्त राष्ट्र, 14 अप्रैल। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने ईरान द्वारा इजराइल पर किये गए हमले के कारण तनाव में गंभीर बढ़ोतरी की कड़ी निंदा की और आगाह किया कि न तो क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध बर्दाश्त कर सकती है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सभी पक्षों से ऐसी किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए अधिकतम संयम बरतने का आग्रह किया, जिससे पश्चिम एशिया में कई मोर्चों पर बड़े सैन्य टकराव छिड़ सकते हैं।
गुतारेस ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘आज शाम इस्लामी गणराज्य ईरान द्वारा इजराइल पर बड़े पैमाने पर किए गए हमलों की वजह से तनाव में गंभीर बढ़ोतरी की मैं कड़ी निंदा करता हूं। मैं शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता हूं।”
उन्होंने कहा कि वह तनाव के पूरे क्षेत्र में फैलने और इसके वास्तविक खतरे को लेकर बहुत चिंतित हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा, “मैंने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि न तो क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध बर्दाश्त कर सकती है।”
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक पत्र के जरिए सूचित किया है कि ईरान ने 13 अप्रैल की देर रात इजराइल के सैन्य ठिकानों पर सैन्य हमले किए हैं।
ईरानी मिशन ने कहा कि ईरान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार के तहत यह कार्रवाई की है जो इजराइली सैन्य आक्रामकता के जवाब में है, खासकर एक अप्रैल को सीरिया के दमिश्क में ईरानी राजनयिक परिसरों पर इज़राइल के हमले की प्रतिक्रिया में है।
ईरानी मिशन ने कहा, “अफसोस की बात है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के अपने कर्तव्य में विफल रही है, जिससे इजराइली शासन को अंतरराष्ट्रीय कानून के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन करने की अनुमति मिल गई है। इस तरह के उल्लंघनों ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।”
इसमें कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर ईरान आत्मरक्षा के अपने अंतर्निहित अधिकार का प्रयोग करने में संकोच नहीं करेगा। मिशन ने कहा कि अगर इजराइल सरकार ने फिर से सैन्य आक्रामकता दिखायी तो ईरान का जवाब निश्चित रूप से बहुत कड़ा होगा।
ईरानी मिशन ने कहा, “इजराइली शासन द्वारा किसी भी अन्य सैन्य उकसावे को लेकर चेतावनी देते हुए ईरान किसी भी खतरे या आक्रामकता के खिलाफ अपने लोगों, राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और ऐसे धमकी या आक्रामकता का अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार कड़ाई से जवाब देने के अपने अटूट दृढ़ संकल्प को दोहराता है।”
स्थिति पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद रविवार शाम को बैठक करेगी।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने भी पश्चिम में बदलते हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हाल में हुए इजराइली हमले के बाद ईरान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के संदर्भ में अपनी कार्रवाई को स्पष्ट किया है।
फ्रांसिस कहा, "ईरानी प्रतिक्रिया ने पश्चिम एशिया में पहले से ही तनावपूर्ण और शांति एवं सुरक्षा की नाजुक स्थिति को और खराब कर दिया है।"
फ्रांसिस ने क्षेत्र में तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए सभी पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया। (भाषा)
यरूशलम, 14 अप्रैल। ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजराइल पर हमला कर दिया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी गईं जिनमें से 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया गया।
ईरान के इस हमले ने पश्चिम एशिया को क्षेत्रीय युद्ध के करीब धकेल दिया है। हमले के बाद से इजराइल में हर कहीं साइरन की आवाजें सुनाईं दे रहीं हैं।
सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण लिया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
यह पहली बार है जब ईरान ने देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजराइल पर सीधे तौर पर हमला किया है। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र, फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने वाशिंगटन में कहा कि अमेरिकी सेना ने ‘लगभग सभी’ ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में इजराइल की मदद की। साथ ही उन्होंने समन्वित कार्रवाई के लिए सहयोगियों की बैठक बुलाई है।
इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगारी ने कहा कि ईरान ने बड़ी संख्या में ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल दागीं, जिनमें से अधिकतर को इजराइल की सीमाओं के बाहर नष्ट कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजराइली हवाई क्षेत्र के बाहर 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को तबाह कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइल इजराइल में गिरीं।
बचावकर्ताओं ने बताया कि एक हमले में दक्षिणी इजराइल के बदूइन अरब शहर में 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। हैगारी ने कहा कि एक अन्य मिसाइल सैन्य अड्डे पर गिरी जिससे वहां मामूली नुकसान हुआ है।
हैगारी ने कहा, ‘‘ईरान ने बड़े पैमाने पर हमला किया है और तनाव बढ़ाया है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइल इस हमले का जवाब देगा, उन्होंने कहा इजराइल की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक है, सेना वह करेगी। प्रवक्ता ने कहा कि हमला अभी समाप्त नहीं हुआ है और दर्जनों इजराइली युद्धक विमान आकाश में चक्कर लगा रहे हैं।
एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी और दो अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार अमेरिकी सेना ने ईरान की ओर से इजराइल की तरफ दागे गए कुछ ड्रोन को मार गिराया।
इजराइल की सेना ने कहा कि बैलेस्टिक मिसाइलों को मार गिराने वाले उसके ‘एरो सिस्टम’ ने अधिकतर मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया और इसमें ‘रणनीतिक साझेदारों’ ने उसकी मदद की।
इजराइल और हमास के बीच छह माह से युद्ध जारी है और इसे लेकर भी इजराइल और ईरान के बीच भीषण तनाव था। यह युद्ध शुरू होने के कुछ ही दिन बाद लेबनान में ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्ला ने इजराइल की उत्तरी सीमा पर हमला किया था और इसके बाद दोनों ओर से लगभग रोज ही एक दूसरे के ठिकानों पर हमले किए जा रहे थे। इराक, सीरिया और यमन में ईरान समर्थित समूह इजराइल को निशाना बनाते हुए रॉकेट और मिसाइल दाग रहे थे। हालात पहले भी काफी गंभीर थे और अब ईरान के प्रत्यक्ष तौर पर हमला करने के बाद खतरनाक स्थिति पर पहुंच गए हैं।
हमले के बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने रविवार तड़के बात की। बाइडन ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इजराइल की सुरक्षा के लिए ‘‘अमेरिका की प्रतिबद्धता’’ दोहराई है।
बाइडन ने कहा कि इजराइल की मदद करने के उनके निर्देश पर अमेरिकी सेना ने पिछले सप्ताह क्षेत्र में विमान और बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक भेजे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘इन तैनाती और हमारे सैनिकों की दक्षता के कारण हम लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में इजराइल की मदद कर पाए।’’
बाइडन ने कहा, ‘‘मैंने अभी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की और इजराइल को अमेरिका का मजबूत समर्थन को दोहराया।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ ईरान के हमले पर एकजुट कूटनीतिक कार्रवाई के लिए जी7 नेताओं के साथ बैठक करूंगा।’’
ईरान की सरकारी समाचार समिति ‘आईआरएनए’ की ओर से शनिवार देर रात जारी एक बयान में देश के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने स्वीकार किया कि‘‘ यहूदी शासन के कब्जे वाले क्षेत्रों और ठिकानों की ओर दर्जनों ड्रोन और मिसाइलें दागी गईं।’’
एक अन्य बयान में रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिका को सीधी चेतावनी जारी करते हुए कहा, ‘‘आतंकवादी अमेरिकी सरकार को चेतावनी दी जाती है कि यदि वह ऐसी कोई भी मदद या भागीदारी में शामिल होती है जिससे ईरान के हितों को नुकसान पहुंचता हो, तो इसके बदले में ईरान के सशस्त्र बल निर्णायक कार्रवाई करेंगे।’’
इजराइल पर हमले के बाद उत्तरी इजराइल, दक्षिणी इजराइल, उत्तरी वेस्ट बैंक और जॉर्डन सीमा के पास मृत सागर सहित कई स्थानों पर हवाई हमले के सायरन बजने लगे।
इजराइल की सेना ने सीरियाई और लेबनानी सीमाओं के पास गोलान हाइट्स के निवासियों तथा दक्षिणी शहरों नेवातिम और डिमोना और आस पास के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया। डिमोना में इजराइल का प्रमुख परमाणु केन्द्र है और नेवातिम में प्रमुख हवाई अड्डा है। यरूशलम और उत्तरी तथा दक्षिणी इजराइल में भी तेज़ आवाज़ें सुनी गईं।
सेना के ‘होम फ्रंट कमांड’ ने रविवार को स्कूल बंद करने के आदेश दिए और सार्वजनिक समारोहों में 1,000 से अधिक लोगों के शामिल होने पर पाबंदी लगाई। हमले के कारण इजराइल और क्षेत्र के कुछ अन्य देशों ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए हैं।
इससे पहले नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा था, ‘‘जो कोई भी हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उन्हें नुकसान पहुंचाएंगे।’’
अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र , फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की है। फ्रांस ने कहा कि ईरान ‘‘संभावित सैन्य हमलों का खतरा बढ़ रहा है।’’ (एपी)
अमेरिका ने ईरान की ओर से रविवार सुबह इसराइल पर दागे गए कई ड्रोन मार गिराए हैं.
इस बीच ब्रिटेन ने कहा कि उसकी रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) ज़रूरत के मुताबिक ड्रोनों को रोकेगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इंग्लैंड के पीएम ऋषि सुनक ने ईरान के हमले की आलोचना की है.
जो बाइडन और ऋषि सुनक ने इसराइल का साथ देने की बात कही है.
ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है. इसी का बदला लेने के लिए ईरान की ओर से इसराइल पर हमला किया गया है.
हालांकि इसराइल ने सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
दो अमेरिकी अधिकारियों ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान के कई ड्रोन मार गिराए हैं. ये ड्रोन किस तरह के थे इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है.
ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ईरान की ओर से हो रहे हमलों को रोकने के लिए अतिरिक्त लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा है कि उनका देश इसराइल के लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. (bbc.com/hindi)
संयुक्त राज्य अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (एफबीआई) ने भारतीय मूल के एक नागरिक भद्रेश पटेल को पकड़वाने में मदद करने के लिए 25,000 डॉलर का इनाम रखा है.
एफबीआई की ओर से एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें भद्रेश पटेल पर पत्नी की हत्या का आरोप है.
एफबीआई 2017 से भद्रेश कुमार की तलाश कर रही है और इन्हें 'मोस्ट वांटेड' की श्रेणी में रखा गया है.
एफबीआई की ओर से जारी वीडियो के मुताबिक अप्रैल 2015 में भद्रेश पटेल और उनकी पत्नी पलक ने डंकिन डोनट्स में नाइट शिफ्ट की थी.
नाइट शिफ्ट के दौरान ही भद्रेश पटेल पर पत्नी पलक की हत्या का आरोप है.
इस घटना के बाद से ही भद्रेश कुमार फरार है और एफबीआई उसकी तलाश में जुटा हुआ है. (bbc.com/hindi)
ईरान पर इसराइल से जुड़े एक कमर्शियल जहाज़ पर कब्ज़ा करने का आरोप है. इस जहाज़ पर ईरान ने शनिवार सुबह उस समय कब्ज़ा किया जब ये होर्मुज़ स्ट्रेट से गुज़र रहा था.
एमएससी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि एमएससी एरीज़ (जहाज़) पर यूएई और ईरान के बीच ईरानी स्पेशल फ़ोर्सेज़ के सैनिक सवार हुए.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के पास मौजूद वीडियो फुटेज में कुछ सैनिकों को हेलिकॉप्टर से जहाज़ पर उतरते देखा जा सकता है.
पुर्तगाल के झंडे वाले इस जहाज़ का संबंध इसराइली अरबपति इयाल ओफ़र से है.
ये मामला ऐसे समय आया है जब इसराइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है.
इसराइल ने शनिवार को कहा है कि अगर ईरान स्थिति को और तनावपूर्ण बनाता है तो उसे इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे.
ट्रैकिंग डेटा के अनुसार एमएससी एरीज़ होर्मुज़ स्ट्रेट की ओर बढ़ते हुए यूएई के पास 18 घंटे पहले दिखा और फिर इसके बाद ट्रैकिंग डेटा बंद हो गया.
यूके के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स एजेंसी ने जहाज़ पर कुछ लोगों के चढ़ने की पुष्टि की है. हालांकि, इस बयान में ईरान का ज़िक्र नहीं है. बल्कि बयान में कहा गया है कि जहाज़ पर 'स्थानीय प्रशासन' ने कब्ज़ा कर लिया है.
हालांकि ईरानी मीडिया ने ये बताया कि देश के स्पेशल फ़ोर्सेज़ ने इस जहाज़ पर कब्ज़ा किया है.
ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी ईरना ने कहा कि इस्लामिक रिवॉल्यूशन गार्ड्स कोर (आईआरजीसी) की नेवल टुकड़ी ने एमएससी एरीज़ पर कब्ज़ा किया है. ये भी बताया गया कि जहाज़ को ईरानी क्षेत्र में ले जाने की तैयारी की जा रही है.
एमएससी के अनुसार इस जहाज़ पर 25 क्रू सदस्य सवार हैं. हालांकि, ईरान ने अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है.
इसराइल की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए इसराइली विदेश मंत्री इसराइल कात्ज़ ने एक्स पर लिखा कि ईरान ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए समुद्र में डकैती का अभियान चलाया है.
उन्होंने कहा, "मैंने यूरोपीय संघ और अन्य पश्चिमी देशों से बात करके ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कोर को फ़ौरन एक आतंकवादी संगठन घोषित करने और ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है."
अमेरिका ने दी थी चेतावनी
एक अप्रैल को ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हुए जानलेवा हमले के बाद से ही ईरान ने बदला लेने की कसम खाई थी. ईरान ने हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था. इस हमले में ईरान के एक सीनियर आईआरजीसी कमांडर की भी मौत हुई.
इसराइल ने इस हमले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन अमेरिका लगातार ये चेतावनी दे रहा है कि ईरान देर-सवेर इसराइल पर जवाबी हमला करेगा.
होर्मुज़ स्ट्रेट खाड़ी देशों और हिंद महासागर को जोड़ता है. यूएस एनर्जी इनफ़र्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार हर साल वैश्विक खपत का पाँचवां हिस्सा इसी रास्ते से होकर गुज़रता है. (bbc.com/hindi)
ईरानी सेना की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इसराइल के “लगातार अपराधों” के खिलाफ हमला किया गया है.
ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए भी इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है.
ईरान की ओर से जारी सेना के बयान में हमले को “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस” का नाम दिया गया है.
बयान में हमला किस तरह का है इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है.
अभी तक जो पता चला है उसके अनुसार ईरान की एयरफोर्स ने इसराइल की ओर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन छोड़े हैं.
अप्रैल की पहली तारीख़ को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था. इसके लिए ईरान ने इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था.
इसराइल ने इस हमले की सीधे तौर पर ज़िम्मेदारी नहीं ली है.
इस हमले में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी.
मरने वालों में ईरान की एलीट कुद्स फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद हादी हाजी-रहीमी का नाम शामिल है.
ईरान ने हालांकि साफ कर दिया था कि वो इस हमले का बदला ज़रूर लेगा. (bbc.com/hindi)
ईरान के इसराइल पर किए गए हमलों के मद्देनज़र अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में मीटिंग की है.
व्हाइट हाउस ने कहा कि अगले कुछ घंटों में ईरान इसराइल पर और ज़्यादा हवाई हमले कर सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ''ईरान के खतरों के खिलाफ हम इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम उसके लिए मजबूती के साथ खड़े हैं.''
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ''राष्ट्रपति जो बाइडन को सारी स्थिति के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा टीम की ओर से लगातार अपडेट किया जा रहा है.''
एड्रिएन ने कहा, ''उनकी टीम इसराइल के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में बनी हुई है. दूसरे सहयोगियों के साथ भी संपर्क बना हुआ है.''
''जो बाइडन का मैसेज बिल्कुल साफ है कि इसराइल की सुरक्षा के लिए हम पूरा समर्थन देंगे. इसराइल के लोगों के लिए अमेरिका खड़ा होगा और ईरान के खतरों के खिलाफ इसराइल की सुरक्षा में पूरा सहयोग दिया जाएगा.'' (bbc.com/hindi)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और इसराइल के पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बात हो रही है.
इसराइल के पीएम नेतन्याहू के प्रवक्ता की ओर से फोन पर बात करने का फोटो जारी किया गया है.
इससे पहले यूएस के अधिकारियों ने जानकारी दी कि ईरान ने इसराइल पर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन छोड़े हैं.
सीबीएस न्यूज़ के मुताबिक अमेरिका ने कुछ ड्रोन को मार गिराया है.
हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि किस तरह के ड्रोन और मिसाइल ईरान की ओर से दागे गए हैं. (bbc.com/hindi)
कीव, 13 अप्रैल। रूस के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी जपोरिजिया क्षेत्र में रूस के कब्जे वाले शहर पर शुक्रवार को हुई गोलाबारी के लिए यूक्रेन जिम्मेदार है। इस गोलाबारी में बच्चों सहित 10 लोग मारे गए थे।
तोकमक निकाय प्रशासन ने टेलीग्राम पर कहा कि शुक्रवार शाम तीन अपार्टमेंट ब्लॉक पर गोलाबारी हुई। इसमें 10 लोग मारे गए और बच्चों सहित कई लोग घायल हो गए।
रूस की आपातकालीन सेवा के कर्मी शनिवार को भी दक्षिणी यूक्रेन के तोकमक में घरों के मलबे में दबे लोगों की तलाश करते दिखाई दिए।
रूसी अधिकारी ने कहा कि इस हमले के लिए यूक्रेन जिम्मेदार है। (एपी)
लाहौर, 13 अप्रैल। वार्षिक बैसाखी उत्सव में भाग लेने के लिए करीब 2,400 भारतीय सिख तीर्थयात्री वाघा सीमा के रास्ते शनिवार को लाहौर पहुंचे। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के पहले सिख मंत्री एवं पाकिस्तान की गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार रामश सिंह ओरारा ने इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के अतिरिक्त सचिव राणा शाहिद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वाघा सीमा पर भारतीय तीर्थयात्रियों का स्वागत किया।
ईटीपीबी के प्रवक्ता अमीर हाशमी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ''गुरुद्वारा पंजा साहिब, हसनअबदाल में बैसाखी उत्सव में शामिल होने के लिए आज करीब 2,400 भारतीय सिख तीर्थयात्री यहां पहुंचे।''
हाशमी ने कहा कि उत्सव का मुख्य कार्यक्रम रविवार को होगा जिसमें 11,000 से अधिक स्थानीय और विदेशी सिख तीर्थयात्री पंजा साहिब में जुटेंगे। (भाषा)
(सज्जाद हुसैन)
कराची (पाकिस्तान), 13 अप्रैल। पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में दो अलग-अलग घटनाओं में आतंकवादियों ने कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी, जिसमें नौ लोग पंजाब प्रांत के थे।
अधिकारियों ने कहा कि प्रांत के नोशकी इलाके में बस से यात्रा कर रहे कम से कम नौ लोगों की हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने यात्रियों को बस से जबरन उतार दिया और यह पुष्टि करने के बाद उनका अपहरण कर लिया कि वे पंजाबी हैं।
क्षेत्र के एक वरिष्ठ असैन्य अधिकारी हबीबुल्लाह मुसाखेल ने कहा, ‘‘लगभग 10-12 बंदूकधारियों ने नोशकी के पास सुल्तान चरहाई के निकट क्वेटा-ताफ्तान राजमार्ग एन -40 को अवरुद्ध कर दिया और एक बस से नौ यात्रियों का अपहरण कर लिया।’’
उन्होंने कहा कि बंदूकधारियों ने पहले यात्रियों के पहचान पत्रों की जांच की और फिर केवल पंजाब प्रांत के लोगों का अपहरण किया। उन्होंने बाद में उनकी हत्या कर दी और उनके शवों को पास के एक पुल के नीचे फेंक दिया।
पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में इसी राजमार्ग पर बंदूकधारियों ने एक कार पर गोलीबारी की जिसमें दो यात्रियों की मौत हो गयी। उसने कहा कि पीड़ितों में से एक प्रांतीय विधानसभा सदस्य गुलाम दस्तगीर बादिनी का भाई था।
अभी तक किसी भी समूह ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन बलूच राष्ट्रवादी पंजाब के लोगों के खिलाफ अकसर हिंसा करते हैं। उनका आरोप है कि पंजाब के लोगों ने बलूचिस्तान की खनिज संपदा निकाली।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन हमलों की निंदा करते हुए प्राधिकारियों से घटना की रिपोर्ट मांगी है।
उन्होंने लोगों की मौत पर शोक जताया और कहा कि आतंकवादियों को सजा दिलायी जाएगी।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने कहा कि नोशकी राजमार्ग पर 11 लोगों की हत्या में शामिल आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इन आतंकवादियों का उद्देश्य बलूचिस्तान की शांति भंग करना है।
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि सरकार इस मुश्किल वक्त में मृतक के परिवारों के साथ है।
अभी तक किसी भी प्रतिबंधित संगठन ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इस साल हाल के हफ्तों में प्रतिबंधित संगठनों और आतंकवादियों द्वारा आतंकी हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। (भाषा)
इस्तांबुल, 13 अप्रैल। दक्षिण तुर्किये में एक पहाड़ के ऊपर केबल कार में 40 से अधिक लोग शनिवार को भी फंसे रहे। शुक्रवार को इस केबल कार की एक ट्रॉली खंभे से टकराकर खुल गई थी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा सात अन्य घायल हो गये।
ईद-उल-फितर की छुट्टी के मौके पर शुक्रवार को अंतालया शहर के बाहर ट्यूनेकटेपे केबल कार में शाम करीब साढ़े पांच बजे यह हादसा हुआ था। फंसे हुए लोगों को बचाने का अभियान रातभर जारी रहा।
तुर्किये की तलाश एवं बचाव एजेंसी एएफएडी के निदेशक ओकेय मेमिश ने शनिवार सुबह कहा, ‘‘बड़ी मुश्किल स्थिति में 16 ट्रॉली से 128 नागरिकों को बचाया गया। बाकी ट्रॉली से 43 अन्य लोगों को बचाकर नीचे उतारने का काम अभी चल रहा है।’’
उन्होंने कहा कि बचावकर्मियों को आज बचाव अभियान पूरा हो जाने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने कहा कि जब एक ट्रॉली खंभे से टकरा गयी तब उसके अंदर बैठे लोग नीचे गिरने लगे।
सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलू ने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले व्यक्ति की पहचान 54-वर्षीय एक तुर्किये नागरिक के रूप में की है। घायलों में छह तुर्किये और एक किर्गीज नागरिक हैं। उनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। उन्हें तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टरों ने बचाया। (एपी)
बीजिंग, 13 अप्रैल। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन सरकार के न्यूज कार्यालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिससे पता चला है कि साल 2023 में तिब्बत में मातृ मृत्यु दर 38.63/100,000 थी, और शिशु मृत्यु दर 5.37/1,000 थी, जो दोनों ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गये हैं।
1951 में शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से, तिब्बती मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में कदम-ब-कदम सुधार हुआ है। इधर के सालों में गर्भवती और मातृ महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए कई उपाय और नीतियां उपनाई गयी हैं।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के स्वास्थ्य आयोग की सीपीसी समिति के सचिव थान श्यांगतोंग के मुताबिक, चूंकि तिब्बत महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य अधिकारों को बहुत महत्व देता है, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के मुख्य संकेतकों में सुधार जारी है। मातृ मृत्यु दर साल 1951 में 5,000/100,000 से घटकर 38.63/100,000 हो गई। शिशु मृत्यु दर साल 1951 में 430 प्रतिशत से गिरकर 5.37 प्रतिशत हो गई, और गर्भवती महिलाओं की अस्पताल में प्रसव दर बढ़कर 99.15 प्रतिशत हो गई।
बताया गया है कि वर्तमान में, तिब्बत में 1,821 चिकित्सा और स्वास्थ्य संस्थान हैं। चिकित्सा संस्थानों में बिस्तरों की संख्या बढ़कर 22 हज़ार हो गई है। प्रति 1,000 लोगों पर अभ्यास करने वाले डॉक्टरों की संख्या बढ़कर 3.34 हो गई है। टेलीमेडिसिन सेवा प्लेटफ़ॉर्म पूरे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के प्रत्येक टाउनशिप स्वास्थ्य केंद्र को कवर करता है। (आईएएनएस)