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कलेक्टर ने कार्य निरस्त कर दिए कार्रवाई के निर्देश
बीजापुर, 10 मार्च। मनरेगा के काम को ग्राम पंचायत मुसालूर द्वारा मशीनों से कराए जाने की शिकायतों के बाद सीईओ जिला पंचायत ने मनरेगा के काम में मशीनों के इस्तेमाल को लेकर न केवल कार्य को निरस्त कर दिया, बल्कि संबंधित एजेंसी पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बीजापुर की ग्राम पंचायत मुसालूर के ग्राम नुकनपाल में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना एवं डीएमएफ के मद से वित्तीय वर्ष 2020-21 में 19 लाख 99 हज़ार की लागत से नवीन तालाब निर्माण कार्य स्वीकृत किये गए थे। कार्य के निरीक्षण में पाया गया कि मनरेगा के नियमों के विपरीत कार्य को मशीन से कराया गया है। जिसके बाद सीईओ जिला पंचायत ने संबंधित एजेंसी पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
इधर कलेक्टर रितेश अग्रवाल ने प्रथम दृष्टा मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्य को तत्काल निरस्त कर दिया है। संबंधितों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिए है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोषणलाल चंद्राकर ने संबंधितों पर एफआईआर कर कार्य पर व्यय राशि की वसूली करने जनपद सीईओ को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं।
क्या कहता है अधिनियम
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अध्याय 3 के धारा 3.3 में योजना के क्रियान्वयन में ठेकेदारी प्रथा प्रतिबंधित है। साथ ही मानव श्रम के स्थान पर कार्य करने वाली मशीनों का उपयोग प्रतिबंधित है। मनरेगा के उपबंधों का अनुपालन न किये जाने को महात्मा गांधी नरेगा के अनुसार अपराध माना जाएगा और ऐसी दशा में इस अधिनियम की धारा 25 के उपबंध लागू होंगे।
मुर्गेश कुमार शेट्टी
भोपालपटनम, 9 मार्च (‘छत्तीसगढ़’)। भोपालपट्नम से 65 किमी पर स्थित तेलंगाना राज्य के कालेश्वर त्रिवेणी संगम के तट पर 11वीं सदी का एक विशाल मंदिर स्थित है। इस शिवमंदिर में एक पानवट(पाना पट्टम)पर दो शिवलिंग स्थापित है। जो अन्य शिवमंदिरों से इस मंदिर को अलग रखती है। रोजाना भक्तों का आना-जाना लगा रहता है। साल में दो त्यौहारों पर भारी भीड़ इक_ी होती है। एक शिवरात्रि त्यौहार के समय एवं दूसरा कार्तिक मास में।
सिरोंचा नगर से सटी तेलंगाना सीमा पर मौजूद त्रिवेणी संगम तट पर 11वीं सदी में काकतीय नागवंशो द्वारा एक विशाल मन्दिर का निर्माण किया गया है। इस धार्मिक स्थल को भक्तगण देश की दूसरी काशी के रूप में मानते है। जहाँ मंदिर के भीतर एक ही स्थान(पाना पट्टम)दो शिव लिंग विराजमान है। जिन्हें क्रमश: शिव एवं यम के नाम से जाना जाता है। धार्मिक स्थल कालेश्वर पहुंचने वाले भक्त संगम स्थल पर नदी स्नान कर सर्वप्रथम गणेश भगवान का दर्शन के बाद मंदिर के भीतर स्थापित पहले यम का दर्शन कर उसके बाद शिव का दर्शन करते हैं।
इसके पीछे लोग अपनी जानकारी के मुताबिक तरह-तरह के तर्क देते है। इस क्षेत्र को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है। जहां गोदावरी, प्राणहिता एवं सरस्वती नदी का समावेश है। बताया गया है कि इस संगम स्थल पर गोदावरी एवं प्राणहिता नदियां प्रत्यक्ष रुप में देखे जाते है। वहीं सरस्वती नदी को अंतर्मुखी माना गया है।
कालेश्वर मंदिर प्रशासन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंदिर के भीतर विराजमान दो शिवलिंगों पर अभिषेक एवं पूजा के दरम्यान चढ़ाया जाने वाले जल लिंगों में मौजूद नासिकाओं के जरिये भू-सुरंग के द्वारा माँ सरस्वती का रूप लेकर संगम स्थल पर अंतर्मुखी बनकर मिलता है। जिससे इस क्षेत्र के त्रिवेणी संगम कहा गया है। ऐसी लोगों में धारणा भी है।।
मंदिर का इतिहास एवं विकास का गाथा
कालेश्वर मंदिर प्रशासन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह मंदिर कलयुग के प्रारंभ से पहले से ही शैव क्षेत्र के रूप में होने की जानकारी कालेश्वर खंड में दर्ज है। ई.पू. 1140 में यह क्षेत्र चालुक्य राजाओ के सानिध्य में रहा था। तब हनक पड़ोसी राज्य के काकतीय राजा प्रोलाराजु ने इस क्षेत्र को अपने राज्य में मिला लिया।
उससे पूर्व यह धार्मिक क्षेत्र पूरी तरह से विकसित नही किया गया था। जिससे यह सामान्य क्षेत्र के रूप में था। काकतीय राजा रुद्र देव ने अपने मंत्री एल्लाँकी गंगाधर को इस क्षेत्र के शासक के रूप में नियुक्त किया था। तब उसने ई.पू. 1171 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कर इस क्षेत्र को धार्मिक क्षेत्र का प्रसिध्दि दिलाया था। इस मंदिर की विशेषता है कि इसके भीतर एक ही स्थान(पाना पट्टम)पर दो शिव लिंग विराजमान है। जिनमे मुक्तेश्वर स्वामी को दो नासिक रंध्र (छेद) होने की जानकारी है। इन नासिकाओं के जरिये अभिषेक एवं पूजा के दरम्यान चढ़ाए जाने वाली जल भू मार्ग से हो कर सरस्वती नदी के रुप में संगम स्थल पर बहने वाली गोदावरी एवं प्राणहिता नदी में मिलते है।इसी के चलते इस स्थल को त्रिवेणी संगम कहा गया है।
इस धार्मिक क्षेत्र में अन्य मंदिर भी मौजूद है। जिनमे श्री शुभानंदा देवी मंदिर, श्री सरस्वती देवी मंदिर, श्री राम मंदिर, श्री अदिमुक्तेश्वर मंदिर ,संगमेश्वर मंदिर, श्री दत्तात्रेय मंदिर, श्री आंजनेय मंदिर, श्री सूर्य मंदिर शामिल है।. पहुंच मार्ग एवं विकल्प, मेले का आकर्षण । इस धार्मिक स्थल पर सडक़ मार्ग के जरिये ही पहुंचा जा सकता है। जहाँ अपनी राज्य से भी सालाना हजारों की संख्या में भक्तगण पहुंचते है। गड़चिरोली की ओर से यहां पर सिरोंचा होते हुए जाया जा सकता है।
पूर्व के समय मे मार्ग पर प्राणहिता नदी पर पुल के निर्मित नहीं होने से नाव के सहारे जाना होता था। मगर हाल ही के वर्षों में राजमार्ग एवं पुल के बन जाने से यहां पहुंचना आसान एवं सुविधाजनक हुआ है। पुल के बन जाने से लोग अब अपनी निजी वाहन से भी यहां पहुंचने लगे है। सालाना हजारों भक्त महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ से यहां पहुंचते है। शिवरात्रि पर यहां पर विशाल मेले का आयोजन होता है। जिसमे सैकड़ों के तादाद में भक्त पहुंचते है।
जिले के किसी भी पंचायत में कहीं भी गड़बड़ी नहीं-मांझी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 मार्च। मनरेगा योजना में ग्राम पंचायतों के सरपंचों पर भ्रष्टाचार किये जाने के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के आरोप पर जिला सरपंच संघ सामने आ गया है। संघ ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के आरोप को बेबुनियाद बताकर इसे राजनीतिक रोटी सेंकने वाला बताया है।
यहां पत्रकार भवन में सरपंच संघ द्वारा आयोजित पत्रवार्ता में अध्यक्ष जगबंधु मांझी ने बताया कि बीते तीन मार्च को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर ग्राम पंचायतो के सरपंचों पर मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार किये जाने का आरोप लगाया था।
सरपंच संघ अध्यक्ष ने कहा कि बीजापुर जिला एक संवेदनशील और यहां सरकारी की योजनाओं को आम जनता तक ले जाना एक कठिन काम है। बावजूद सरपंच अपने कामों को पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि पूर्व मंत्री गागड़ा का सरपंचों पर लगाया आरोप मनगढंत व बेबुनियाद है और सरपंच संघ इसकी कड़ी निंदा करता। अध्यक्ष मांझी ने पूर्व मंत्री पर गागड़ा पर आरोप लगाया कि वे खोखली राजनीति से उलजुलूल बयान देकर मीडिया में बने रहना चाहते हैं। सरपंच संघ का साफ कहना है कि जिले के किसी भी पंचायत में कही भी गड़बड़ी नहीं हैं। जिस ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। यहां प्रेसवार्ता में सम्बंधित ग्राम पंचायत तामलापल्ली की सरपंच कमला पोटाम भी मौजूद रही। उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री महेश गागड़ा द्वारा उनके ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है जो सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि उनके पंचायत में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं।
सरपंच संघ ने कहा कि ग्राम पंचायतों के ईमानदार सरपंचों पर मनरेगा योजना में पूर्व मंत्री गागड़ा द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप का कड़ा विरोध करती है और संघ मांग करता है कि पूर्व मंत्री गागड़ा आगामी सात दिनों के अंदर झूठे आरोप के लिए संघ व सरपंचों से माफी मांगे अन्यथा गागड़ा का हर पंचायतों में विरोध व बहिष्कार किया जाएगा। वही सरपंच संघ ने सभी राजनीतिक दलों को भी चेताया है कि वे ग्राम पंचायतों व सरपंचों को बदनाम न करे वरना संघ उनका भी विरोध करेगी। पत्रवार्ता में अध्यक्ष जगबंधु मांझी, बुधराम पोयामी, सुनील उद्दे, हरिहर साहनी, कमला पोटाम, कट्टम लक्ष्मी, मुन्ना लेकाम, रविन्द्र कुरसम, संतोष कडती, रामैया व इतवारी राम तेलम मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 4 मार्च। तीन मार्च को संकुल प्राचार्य भरत सिंह देहारी की अध्यक्षता एवं कोत्तुर के शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष भास्कर के आतिथ्य में संकुल केंद्र चन्दूर का पीएलसी बैठक पोटा केबिन तारलागुडा के सभाकक्ष में संपन्न हुआ। बैठक में आगामी माह मार्च के एजेंडे पर चर्चा की गई। जिसमें शिक्षको, पालकों, माताओं तथा समुदाय के लोगों के साथ मिलकर बुनियादी साक्षरता पर कार्य करने, ग्रामवार/मोहल्लावार प्रिंट रिच वातावरण तैयार करने, अंगना मा शिक्षा अंतर्गत माताओं का उन्मुखीकरण करने, कहानी बनाने, ग्राम के विभिन्न व्यवसाय के लोगों से मिलकर कौशल विकास पर कार्य करने एवं बच्चों के लिए भाषा शिक्षण तथा गणितीय बुनियादी कौशलों को विकसित करने पर कार्य करने हेतु विस्तृत चर्चा की गई। इसके साथ-साथ 14.मार्च को संकुल स्तर पर टीएलएम मेला का आयोजन करने, माता उन्मुखीकरण सप्ताह का आयोजन ग्रामवार तिथि का निर्धारण किया गया । गली मोहल्ला क्लास में बच्चों की उपस्थिति बढाने पर जोर दिया गया।
सरल कीर्यक्रम एवं निखारकर्यक्रम का बेहतर संचालन के संबंध में चर्चा की गई। कलेक्टर के निर्देशानुसार शालाओं की साफ-सफाई, धुआं रहित चूल्हा निर्माण, किये गए वृक्षा रोपण की देखभाल करने इत्यादि विषयों पर आवश्यक निर्देश दिए गए। इस बैठक का संचालन संकुल शैक्षिक समन्वयक श्रीनिवास एटला के द्वारा किया गया। बैठक में पीएलसी के अध्यक्ष राजीव मिंज सहित संकुल के समस्त शिक्षक, शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। भाजपा ने आरोप लगाया है कि पंचायत के कामों में भारी धांधलेबाजी हो रही है। मशीनों से काम लिए जाने से मजदूर अब मिर्च तोडऩे तेलंगाना जाने मजबूर हो गए हैं। ये काम कांग्रेसी नेता ले रहे हैं और नगद भुगतान कर रहे हैं।
यहां पत्रकारों से चर्चा में पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव मुदलियार, वरिष्ठ भाजपा नेता घासीराम एवं सत्येंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने भोपालपटनम ब्लॉक के तमलापल्ली पंचायत का दौरा किया था और लोगों से बात की। लोगों ने बताया कि एक साल पहले मंजूर कई काम शुरू नहीं हो पाए हैं और जो शुरू किए गए हैं, वे अधूरे हैं। मनरेगा के काम में पोकलेन एवं जेसीबी का इस्तेमाल हो रहा है। इससे मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। इस ओर प्रशासन आंख मंूदे हुए है।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि चूंकि मनरेगा की राशि केन्द्र से आती है, इसलिए वे इस मसले को लोक सभा में उठाएंगे। इधर, विधानसभा का सत्र चल रहा है। इसमें भी इस मामले को भाजपा उठाएगी। प्रशासन के आंख मंूद लेने से मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है और वे पड़ोसी प्रांत तेलंगाना में मिर्च तोडऩे जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दीगर जिलों एवं राज्यों के ट्रैक्टर भी तालाब खोदने के लिए मंगाए गए हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि मनरेगा के काम का सामाजिक मूल्यांकन होना चाहिए। इसमें विपक्षी दल के प्रतिनिधियों और मीडिया की मौजूदूगी होनी चाहिए, ताकि मूल्यांकन पारदर्शी हो। छग के बजट पर उन्होंने कहा कि इससे ना तो किसानों और ना ही बेरोजगारों को लाभ है। सरकारी कर्मचारी भी ठगे से रह गए हैं।
चावल में घपलेबाजी
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में अप्रैल से नवंबर तक का चावल केन्द्र से भेजा गया था। इसे गरीबों को मुफ्त में देना था, लेकिन दो माह का चावल ही दिया गया। सोसायटी संचालकों का कहना है कि ये चावल डीडी जमा करने पर मिला। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया कि केन्द्र के चावल के वितरण में बड़ी धंाधली हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। मार्च का महीना शुरू होते ही आसमान से गर्मी आफत बनकर टूट पड़ी है। पिछले चार दिनों से तापामन में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। बढ़ते गर्मी के कारण अभी से लोग घरों में कैद होने लगे हैं। जरूरी काम होने पर ही सडक़ों पर नजऱ आ रहे हैं, ऐसे में सडक़ें अभी से सूनी होने लगी है।
छत्तीसगढ़ के दक्षिणी छोर पर बसे बीजापुर जिले में लगातार तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। तापमान के साथ गर्मी भी अपना तेवर दिखाने लगा है। मंगलवार को बीजापुर जि़ला मुख्यालय में अधिकतम 37 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख अरुण सकनी ने बताया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1 मार्च से लेकर अब तक 10 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान दर्ज की गई है। विगत वर्ष 1 मार्च को न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जबकि इस वर्ष अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तापामन दर्ज किया गया है।
बढ़ते गर्मी के कारण लोग दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक अपने आपको घरों में कैद रखना ही मुनासिब समझ रहे हैं। आलम यह है कि ज़रूरी काम पडऩे पर ही लोग दोपहर में घरों से बाहर निकल रहे हैं। नतीजतन अक्सर मुसाफिरों से भरी सडक़ें अभी से सूनसान नजऱ आ रही हैं। चहल-पहल वाले इलाकों में भी इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई पड़ रहे हैं।
बीजापुर के भोपालपटनम ब्लॉक में जि़ले के बाकी जगहों के मुकाबले ज्यादा गर्मी लगती है। भोपालपटनम ब्लॉक की सीमाएं महाराष्ट्र और तेलंगाना को छूती है, जिस कारण यहां तापमान अक्सर अधिक दर्ज किया जाता है। इस बार भी भोपालपटनम ब्लॉक में अधिक गर्मी लगने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
ठंडे पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
बढ़ते तापमान और गर्मी के कारण ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढऩे लगी है. सडक़ किनारे छोटे-छोटे स्टॉल में लस्सी, गन्ने के जूस और नारियल पानी की दुकानें खुल चुकी है। दुकानदार बताते हैं कि गर्मी बढऩे के साथ ही ठंडे पेय पदार्थ की मांग भी बढ़ गयी है। हर रोज़ पहले दिन के मुकाबले ज्यादा ग्राहक लस्सी, गन्ने का जूस या नारियल पानी पीने दुकानों में पहुंच रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 2 मार्च। एक मार्च सारे लोगों के लिए महीना का पहला दिन होता है लेकिन मोना ढाबा के संचालक के लिए एवं बेसहारा बच्चों के लिए एक मिसाल साबित हो रहा है। वे एक मार्च को विशेष दिन के रूप में मनाते हैं। जिनके माता-पिता नहीं है उनके लिए सहारा बनकरअपनी कमाई का 10 फीसदी राशि देते हैं।
मोना ढाबा के संचालक मोना सिरसान ने तेलंगाना महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ बीजापुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए नागरिकों को कहा। समाज सेवा भी एक पुण्य सेवा है और जरूरतमंदों के बीच सहयोग करने की कामना की। इस कार्यक्रम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बेसहारा बच्चों को साल भर की कमाई का मुनाफे में से 10 फीसदी राशि दिया गया है जिनका नाम बसंत कुरसम पिता स्व. चिन्ना कुरसम ग्राम पोसडपल्ली ,लक्ष्मी मंडावी एवं पिंटू (कोसा पारा) तीनों को आर्थिक सहयोग किया गया है। कार्यक्रम में पत्रकार एवं नेतागण भी शामिल होकर समाज सेवा को ऐसा ही आगे जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 2 मार्च। विगत दिनों श्री कृष्णपमभोई क्रिकेट क्लब के तत्वावधान में आयोजित अंतर राज्यीय क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में पधारे आबकारी एंव वाणिज्यकर मंत्री कवासी लखमा और बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व बीजापुर विधानसभा के विधायक विक्रम शाह मंडावी से छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के पदधिकारी एंव सदस्यों ने भेंट कर भोपालपटनम तहसील मुख्यालय में कर्मचारी भवन स्वीकृत कराने हेतु मांग पत्र सौंपा।
कर्मचारी संघ का कहना है कि तहसील मुख्यालय में कर्मचारी भवन के अभाव में दूर दराज से कर्मचारी साथियो एंव प्रांत से आये हुए पधिकारियों को ठहरने एवं संगठनात्मक गतिविधियों के संचालन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है संघ के निवेदन पर मंत्री ने भवन हेतु राशि देने का आश्वासन दिया गया है साथ ही बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी विधायक बीजापुर के द्वारा भी भवन निर्माण के लिए 500000 रुपये देने का आश्वासन दिया गया है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिला शाखा बीजापुर मुख्यलय भोपालपटनम के अध्यक्ष /उप प्रांताध्यक्ष श्री आनकारी सुधाकर छत्तीसगढ़ प्रदेश त्रितीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के तहसील शाखा भोपालपटनम के अध्यक्ष श्री कमल सिंह कोर्राम एवं समस्त संगठन के पदाधिकारी एंव कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 मार्च। सोमवार को जांगला थाना क्षेत्र में दो तेज रफ्तार बाइकों की आपस में भिड़ंत हो गई। हादसे में दो युवकों की मौत मौके पर ही हो गई, वहीं दो घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है।
जांगला थाना क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार घटना दोपहर लगभग 1 बजे की है। जगदलपुर के दो खिलाड़ी अविनाश(अक्कू) और करनदीप अंतरराज्यीय क्रिकेट स्पर्धा खेलकर बीजापुर से जगदलपुर जा रहे थे और वहीं नकुलनार निवासी मोहन लेकामी (26) अपनी पत्नी के साथ कुटरू के पेदुमपाल जा रहे थे, तभी माटवाड़ा के मोड़ पर यह सडक़ दुर्घटना घटित हो गई, जिसमें जगदलपुर निवासी अविनाश (अक्कू) और मोहन लेकामी की मौत हो गई।
वहीं करनदीप और मोहन लेकामी की पत्नी को काफी चोंटे आई है। करनदीप को बेहतर इलाज के जगदलपुर के डिमरापाल अस्पताल के लिए भेज दिया गया है और महिला का इलाज भैरमगढ़ अस्पताल में चल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 फरवरी। सडक़ की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम को आवेदन सौंपा कर कार्रवाई की मांग की है। बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
फरसेगढ़ क्षेत्र से बीते दिनों यहां कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों ने डिप्टी कलेक्टर देवेश धु्रव को आवेदन देकर सडक़ निर्माण कंपनी पर कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन पर सुनवाई नहीं होने पर धरना- रैली की चेतावनी दी है। इधर डिप्टी कलेक्टर देवेश धु्रव ने ग्रामीणों की मांग पर जांच करवाने का आश्वासन दिया है।
फरसेगढ़ क्षेत्रवासियों ने सोमनपल्ली- फरसेगढ़ तक बन रही 5 किमी की सडक़ के गुणवत्ताहीन होने का आरोप लगाते हुए सुधार को लेकर आवेदन सौंपा। ग्रामीणों की मांग है कि प्रगतिरत सडक़ निर्माण कार्य मे मिट्टी-मोरूम नही डाला जा रहा है, रोलिंग नही कराया जा रहा है, बिना रोलिंग और धूल की वजह से दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों की मांग पर एसडीएम देवेश धु्रव ने बताया कि सडक़ निर्माण कार्य में गुणवत्ताहीनता को लेकर ग्रामीणों ने आवेदन दिया है। इस पर जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे। ग्रामीणों की मुख्य मांग स्थानीय कांट्रैक्टर्स को भी काम देने की थी।
महाराष्ट्र से भोपालपटनम लौटने के दौरान हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 फरवरी। महाराष्ट्र से शादी कार्यक्रम से वापस अपने घर लौट रहे दो ग्रामीणों की इंद्रावती नदी में डूबने से मौत हो गई। तहसीलदार ने मौके पर पहुंच परिजनों से मुलाकात और उन्हें फौरी राहत के तहत अंत्येष्टि के 5-5 हजार रुपये दिए।
छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती गांव मट्टीमरका से महाराष्ट्र के देशीलपेटा में शादी कार्यक्रम में शामिल होने कामडी गोपाल (53) और मुलकर गणपत 42) गए हुए थे। जहां से शनिवार को इन्दावती नदी को पार कर दोनों अपने घर आ रहे थे। मृतकों में एक तैराक थे, जो अपने डूबते साथी को बचाने की जद्दोजहद में खुद की जान गंवा बैठे। करीब 800 मीटर चौड़े इंद्रावती नदी को पार करते दोनो नदी की गहराई में डूब गए, जहां दोनो की मौत हो गई। दोनो मृतकों को शादी जाकर लौट रहे लोगों ने डूबते देखा और बचाने नाव करीब लेकर पहुंचे। गहरी नदी से दोनों को बाहर निकाला गया, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
इधर घटना की खबर लगते ही भोपालपटनम तहसीलदार ने मट्टीमरका जाकर मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और दोनों मृतकों के परिजनों को बतौर फौरी राहत 5-5 हजार रुपये अंत्येष्टि के लिए दिये। दोनो मृतकों को शासन द्वारा दी जाने वाले आर्थिक मुआवजा राशि का प्रकरण तैयार किया जा रहा है।
भोपालपटनम ब्लॉक के मेडिकल अफसर अजय रामटेके ने बताया कि इंद्रावती नदी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। दोनो के शवों का आज पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें पानी मे डूबकर मरने की पुष्टि हुई है।
बीजापुर में सामूहिक विवाह का आयोजन
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बीजापुर, 27 फरवरी। शनिवार को ब्लॉक स्तरीय सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया। जिसमें 31 जोड़े सात फेरे लेकर विवाह बंधन में बंध गए। हर जोड़े को विभाग की ओर से 19000 हजार रूपये के सामान व कन्या को एक हजार रुपये का चेक दिया गया।
यहां सांस्कृतिक भवन परिसर में शनिवार को आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में बीजापुर ब्लॉक के 31 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर एक दूजे के हो गए। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित विवाह कार्यक्रम में 31 जोड़ों का विवाह कराया गया। ये जोड़े जिला मुख्यालय बीजापुर सहित धनोरा, बोरजे, पापनपाल, चेरपाल एवं अन्य स्थानों से आए थे।
कलेक्टर रितेश अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया, एसडीएम देवेश ध्रुव, उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम सल्लूर, बस्तर विकास प्राधिकरण की सदस्य नीना रावतिया उद्दे, रमेश यालम एवं अन्य अधिकारी नेता इस विवाह के साक्षी बने। विवाह वैदिक रीति से किया गया।
बताया गया है कि हर जोड़े को 19,000 रूपए के सामान दिए गए हंै। इसके अलावा दुल्हन को एक हजार रूपए का चेक अलग से दिया गया। नवविवाहित जोड़ों को चादर, तकिया, गद्दा, चांदी का मंगलसूत्र, चांदी की बिछिया, श्रृंगार सामग्री, थाली, कटोरी, गिलास, लोटा, ड्रम, चम्मच का सेट, भगोना, परात, आलमारी, पेटी, आयरन रेक आदि दिया गया है। ज्ञात हो कि जिले के हर ब्लॉक में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। सभी ब्लॉक में इस वित्त वर्ष में पचास-पचास जोड़ों का विवाह होना है। इस ब्लॉक में अभी चेरपाल एवं गंगालूर में अगले माह सामूहिक विवाह होगा। कार्यक्रम का संचालन मंजूला कुजूर ने किया।
भोपालपटनम-मद्देड़ पूरी तरह रहे बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 फरवरी। जीएसटी के कड़े प्रावधानों के खिलाफ कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)नई दिल्ली द्वारा बुलाई गई भारत बंद को बीजापुर व्यापारी संघ ने समर्थन नहीं दिया। यहां बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद को समर्थन दिया, वहीं भोपालपटनम व मद्देड़ पूर्णत: बंद रहे।
ज्ञात हो कि देश में जीएसटी के कड़े प्रावधानों के सरलीकरण की मांग को लेकर सीएआईटी नई दिल्ली ने शुक्रवार को भारत बंद का आव्हान किया था। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के आव्हान पर बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया था। लेकिन बीजापुर में व्यापारियों ने बंद को समर्थन नहीं दिया। यहां बीजापुर व्यापारी संघ ने बंद से अपने आपको अलग कर रखा था। हालांकि यहां चैंबर उपाध्यक्ष राजू गांधी व कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद कर बंद को समर्थन दिया।
इस मामले में बीजापुर व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुनील साहू का कहना है कि उन्हें बंद को लेकर कोई पूर्व सूचना नहीं थी। उन्होंने बताया कि बुधवार को चैंबर उपाध्यक्ष राजू गांधी द्वारा बंद को लेकर उन्हें बताया गया। जबकि उन्होंने इसकी जानकारी कुछ व्यापारी को दी तो व्यापारियों का कहना था कि शनिवार को बंद रहता ही है। फिर शुक्रवार को बंद होने से दिक्कत पेश आएगी। अध्यक्ष साहू का कहना है कि बंद से पहले उन्हें जानकारी देना चाहिए था।
वहीं बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष राजू गांधी ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व से वे व्यापारियों से 26 फरवरी को भारत बंद में शामिल होने की अपील कर रहे थे और उन्होंने इससे बीजापुर व्यापारी संघ के अध्यक्ष को भी इससे अवगत कराया था। इधर भोपालपटनम व मद्देड़ के व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद रख जीएसटी के विरोध में बुलाई गई बंद को समर्थन दिया।
बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारेख ने बताया कि भारत बंद को पूरे बस्तर संभाग के व्यापारियों का समर्थन मिला और बंद सफल रहा।
महाराष्ट्र से बीजापुर आ रहे लोगों की हो रही जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 फरवरी। देश में फिर से कोरोना ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। भारत के कुछ हिस्सो में फिर से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। यहां महाराष्ट्र से आने वाले लोगों का छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र बॉर्डर तिमेड़ में थर्मल स्कैनिंग कर जांच की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर से सटे पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। जिले के अंतिम छोर तिमेड़ इंद्रावती पुल से महाराष्ट्र सीमा का छोर शुरू हो जाता है। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ सीमा के अंतिम छोर तिमेड़ में लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। बॉर्डर पर महाराष्ट्र से यात्री बस, कार, बाइक से आ रहे राहगीरों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ जांच की जा रही है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क का उपयोग ज्यादा किया जाना चाहिए। लेकिन देखा गया है कि मास्क का उपयोग कम किया जा रहा है। इसमें लोग लापरवाही बरत रहे हैं। मास्क विहीन कई राहगीरों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मास्क देकर उन्हें बाहर जाते वक्त मास्क लगाए रखने की समझाइश दी गई है।
बीजापुर जिले में अब तक 4 हजार 160 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे, जो फिलहाल स्वस्थ हो चुके हैं। बताया गया है कि तीन दिन पहले तीन ग्रामीण कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिसमें से एक स्कूली छात्र दंतेवाड़ा का होने के चलते, उसे दंतेवाड़ा में आइसोलेशन में रखा गया है।
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा की दृष्टि से सभी जिलों और अंतरराज्यीय बॉर्डर में राहगीरों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग भी नजर नहीं आ रही है। सरहद पार से आ रही सवारी गाडिय़ां क्षमता से ज्यादा यात्रियों को ढो रही हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 24 फरवरी। भोपालपटनम तहसील के ग्रामपंचायत लिंगापुर में महालक्ष्मी क्रिकेट क्लब के तत्वावधान में ग्रामीण स्तरीय टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का प्रारम्भ 9 फरवरी को हुआ जिसमें आस पास के गांव के टीम के अलावा महाराष्ट्र के सरहद में होने के कारण वहाँ के टीम और बीजापुर आवापल्ली टीम सहित लगभग 30 टीमे प्रतियोगिता में भाग लिए।
इस प्रतियोगिता के प्रथम पुरस्कार 40001 रुपये एवं ट्राफी प्रदत्त कर रहे है महेश गागड़ा पूर्व वनमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा द्वितीय पुरस्कार 20001 रुपये एव कप प्रदत्त कर रहे है ग्रामपंचायत समित्ति की ओर से त्रितीय पुरस्कार 10001 रुपये एवं ट्राफी स्मृति स्व अबैया कोरम प्रदत्त अजय कोरम इस मैच में मैन ऑफ द सीरीज 1001 रुपये नगद एवं ट्राफी प्रदत्त लिंगम चेन्द्राया की ओर से मैन ऑफ द मैंच 1001 रुपये एवं ट्राफी प्रदत्त हेमन्त कोरम की ओर से दिया जा रहा है।
इसके अलावा इस प्रतियोगिता मे बेस्ट बालर बेस्ट विकेट किपर बेस्ट बॅट्स मॅन को 501 रुपये का नगद पुरस्कार दिया जा रहा है। फायनल मैच मे अर्धशतक बनाने वाला खिलाडी को 1001 रुपये का पुरुस्कार सरपंच लिंगापुर की ओर से दिया जा रहा है इस प्रतियोगिता मे फायनल मुकाबला मेजबान टीम लींगापुर और आवापल्ली खेला जाना था जिसमें मेजबान टीम टॉस जीता पहिले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लियाआवापल्ली के टीम ने बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 12 ओवरो में मात्र 87 रन बनाए जिसके मुकाबले लींगापुर टीमने एक विकेट के नुकसान पर 88 रन बना कर फायनल मे अपना कब्जा बना लिया।
इस प्रतियोगिता मे पुरस्कार वितरण हेतु भारतीयजनता पार्टी के जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार एवं जिला पदाधिकारियों का स्वागत मंच पर पुष्पगुच्छ देकर आयोजन समिति द्वारा किया गया। इसके उपरान्त श्रीनिवास मुदलियार ने कहा कि सभी खिलाडिय़ों को खेल को खेल भावना से खेलना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में विविध प्रकार के खेलो का आयोजन एवं युवाओं को प्रोत्साहन हेतु तरह तरह के कार्यक्रमो का आयोजन होना चाहिए जिससे ग्रामीण क्षेत्रो के युवा खिलाडिय़ों को उचित मार्गदर्शन मिल सके जिससे एक सौहाद्र वातावरण बने रहे
इस कार्यक्रम बाद भारतीयजनता पार्टी अध्यक्ष एवं जिला पदाधिकारी भोपालपटनम ब्लाक के सांद्रपल्ली गांव के भारतीयजनता पार्टी के कार्यकर्ता कुरसम परिवार के विवाह समारोह में भाग लिए और नव दम्पत्ति को सुबआशीर्वाद दिया गया इस कार्यक्रम में बीजापुर जिले के किसान मोर्चा अध्यक्ष घासीराम नाग एस टी मोर्चा के प्रदेश सदस्य सुखलाल पुजारी जिला महामंत्री सतेंद्र सिंह ठाकुर जनपद सदस्य तिरुपति कटला जिला मंत्री जागर लक्समैया फूलचन्द गागड़ा ढोलेस्वर पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्री पी संतोष कुमार युवा मोर्चा के कार्यकर्ता उपस्थित थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 फरवरी। जिले के शांति नगर में रह रहे एक युवक ने बीती रात अपने ऊपर मिट्टीतेल छिडक़कर आग लगा ली। इससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को गृहग्राम भेज दिया है।
एएसआई गोपाल ठाकुर ने बताया कि टी श्रीनू (28) मूल निवासी उपरपल्लम जिला गुंटूर आंध्रप्रदेश ने बीती रात करीब साढ़े दस बजे के दरमियान नशे की हालत में शांति नगर में अपने ऊपर मिट्टीतेल छिडक़र आग लगा ली। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। श्री ठाकुर ने बताया कि मृतक युवक यहां रहकर कबाड़ी का काम करता था। घटना की खबर लगते ही शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव को मृतक के चाचा उदयभानु को सुपुर्द कर शव उसके गृहग्राम के लिए भेजवा दिया गया है। घटना की रिपोर्ट नरसू अवलम ने की है।
राज्यपाल के नाम सौंपा एसडीएम को ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 फरवरी। किसानों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। किसानों ने रैली के बाद इस आशय का एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौंपा।
बुधवार को जिला किसान संघर्ष समिति के बैनर तले भट्टीपारा स्थित चिकटराज मंदिर के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। जिलाध्यक्ष महेश बेलसरिया के नेतृत्व में आयोजित धरना प्रदर्शन में भोपालपटनम, उसूर, बीजापुर व भैरमगढ़ से सैकड़ों की संख्या में किसान जुटे रहे। किसानों ने जहां तीन कृषि कानूनों को केंद्र सरकार से वापस लेने की वकालत की वहीं उन्होंने किसानों के उपजाऊ जमीन को कारपोरेट कंपनी को सौंपना बंद करने, जमाखोरी तत्काल बंद करने, फसल नुकसान से किसानों को मुआवजा देने, सभी फसलों का समर्थन मूल्य देने, रासायनिक कीटनाशक खाद को बंद करने, जैविक खेती के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने, विक्रय धान का समर्थन मूल्य देने, धान खरीदी केंद्रों में गोदाम बनाने, किसानों का जमीन कब्जा कर बेदखल करना बंद किया जाए, छोटे किसानों व्यापारियों मजदूरों को गुलाम बनाना बंद हो, किसानों के आवश्यक फसलों को सरकार मंडी के माध्यम से खरीदी करे, कृषि कानून के विरोध के दौरान मृत्य हुए किसानों के परिवार को मुआवजा दिया जाए, किसानों की मृत्यु होने पर मुआवजा दिया जाए, दुर्घटना में किसानों को विशेष मुआवजा दिया जाए, डीजल पेट्रोल खाद्य पदार्थो का मूल्य तत्काल कम किया जाए, धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए तथा दलहन तिलहन के फसलों में बीस प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की मांग की है। धरना के बाद किसानों ने चिकटराज मंदिर के पास से पत्रकार भवन तक रैली भी निकाली एसडीएम ध्रुव व तहसीलदार टीपी साहू को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर हीरालाल मंडावी, मंगू लेकाम, सोमारू राम हपका, लछुराम ओयाम सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 फरवरी। जिले में पर्यटकों के लिए एक और पर्यटन स्थल की शुरुआत की गई है। रविवार को नेलसनार में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने गज्जीआमा पर्यटन स्थल का विधिवत शुभारंभ किया हैं।
भैरमगढ़ ब्लाक के नेलसनार में इंद्रावती नदी के तट पर बसे गज्जीआमा पर्यटन स्थल का शुभारंभ बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कर जिले वासियों को एक और सौग़ात दी हैं। बस्तर की जीवनरेखा कहे जाने वाले इंद्रावती नदी के तट पर बसे पर्यटन स्थल का शुभारम्भ स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में किया गया। यह पर्यटन स्थल जिले में अपनी तरह का पहला ऐसा पर्यटन स्थल होगा जहां परिवार सहित किसी भी समय आसानी से घूमने ज़ाया जा सकता है। यह पर्यटन स्थल जि़ला मुख्यालय बीजापुर से गीदम के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग के नेलसनार गाँव से महज़ आधा किलो मीटर की दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित है। इस पर्यटन स्थल के शुभारम्भ के दौरान क्षेत्र के जनप्रतिनिधि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 फरवरी। जिले में आदिवासी संस्कृति में नृत्य-संगीत का बहुत बड़ा महत्व है। जन्म से लेकर मृत्यु तक के विभिन्न संस्कारों तथा पूजा-अनुष्ठान से लेकर मेले-मड़इयों तक हर अवसर पर संगीत और नृत्य की विशेष भूमिका होती है।हम कह सकते हैं कि अपने सुख-दुख या हर्ष-विषाद को अभिव्यक्त करने का प्रभावी माध्यम भी नृत्य-संगीत ही है।
बीजापुर जि़ले की भोपालपटनम् तहसील में गोण्ड जनजाति के दोरला समुदाय की आबादी अधिक है।इस समुदाय के देवी-देवता,तीज-त्योहार, पूजा-अनुष्ठान,मेले-मड़ई का स्वरूप भी अन्य क्षेत्रों के गोण्ड समुदायों से कुछ भिन्न है।हम देख सकते हैं की उन्हीं के अनुरूप दोरला लोगों के नृत्य-संगीत की शैली भी अन्य क्षेत्रों के आदिवासी नृत्य-संगीत से अलग और विशिष्ट है।ये संगीत के लिये ढोल,ढोलक,डफ आदि ताल वाद्य ,शहनाई, बाँसुरी,सींग (तुरही) आदि सुषिर वाद्य तथा चिरतल (खड़ताल),मंजीरे,थाली,घंटी,घुँघरू आदि घन वाद्यों का प्रयोग नृत्य के साथ करते हैं।
घुँघरू बाँधे बिना दोरला नर्तकों के पैर थिरकने को तैयार ही नहीं होते हैं।पाँवों में घुँघरू बाँधते ही इनके तन-मन में उत्साह और पैरों में स्फूर्ति और गति आ जाती है और ये च्जम-जजनकाज् जैसी धुनों पर मस्त होकर मंडलाकार नृत्य को साकार करते हैं। इसी को ध्यान में रखकर बीजापुर जि़ला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने भोपालपटनम् क्षेत्र के सकनापल्ली ग्राम के दोरला नर्तक दल को बीस जोड़ी घुँघरू भेंट किये।
श्री ताटी ने बताया कि संयुक्त मध्यप्रदेश के ज़माने में और आज के छत्तीसगढ़ में भी राज्य स्तरीय सांस्कृतिक आयोजनों में इस क्षेत्र के नर्तक दलों की भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही है।उसका सबसे बड़ा कारण इस क्षेत्र के आदिवासी कलाकारों का संकोच और राज्य स्तर पर प्रदर्शन योग्य पारंपरिक वेशभूषा और वाद्ययंत्रों का अभाव रहा है।इस क्षेत्र के आदिवासी कलाकर चाहते हैं कि अन्य क्षेत्रों की जनजातीय कलाओं की तरह बीजापुर जि़ले की,विशेष रूप से भोपालपटनम् क्षेत्र की कलाओं का भी देश-विदेश के आयोजनों में प्रतिनिधित्व हो।बसंत ताटी ने सकनापल्ली के दोरला नर्तक दल को प्रतीकात्मक रूप से घुँघरू भेंट कर इस महत्वकांक्षी अभियान की शुरुआत की।
जि़ला पंचायत सदस्य ताटी ने कहा कि इस क्षेत्र की कलाओं को प्रोत्साहित किये बिना लुप्त होती आदिवासी कलाओं का संरक्षण संभव नहीं है।अत: यह प्रयास किया जायेगा कि इस क्षेत्र की समस्त पारंपरिक कलाओं को चिन्हित कर उनके प्रोत्साहन और संरक्षण के लिये एक प्रभावी योजना मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाये।कलाकारों को घुँघरू भेंटकर उन्होंने इस अभियान की प्रतीकात्मक रूप से शुरुआत कर दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 20 फरवरी। छत्तीसगढ़ राज्य के अंतिम बीजापुर जिले के भोपालपटनम तहसील के मुख्यालय के महात्मा गांधी मेमोरियल मैदान में कृष्णा मुंबई क्रिकेट क्लब के तत्वाधान में अंतर राज्य क्रिकेट प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ 19 से 28 फरवरी तक संपन्न होने जा रहा है। जिसका शुभारंभ विक्रम सा मंडावी उपाध्यक्ष बस्तर प्राधिकरण एवं विधायक विधानसभा बीजापुर के मुख्य अतिथि के कर कमलों से हुआ।
इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम कृष्णा मुंबई क्रिकेट क्लब के खिलाड़ी एवं क्लब के वरिष्ठ सदस्यों के द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत कर मुख्य अतिथि को मंच पर मंचासीन कराया गया तत्पश्चात आए हुए अतिथियों का क्लब के वरिष्ठ खिलाडिय़ों एवं सदस्यों के द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया।
मुख्य अतिथि ने कहा कि भोपालपटनम कृष्णा मुंबई क्रिकेट क्लब एकमात्र क्लब है जो बस्तर संभाग में एक अंतर राज्य क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन कराते आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में इस मैदान को जो भी आवश्यकताएं होंगे और यहां के खिलाडिय़ों को जो भी सहयोग होगा मैं उन्हें आश्वासन देता हूं कि मेरे ओर से जो भी सहयोग बनेगा करता रहूंगा।
यह मैच लीग मैच के रूप में होगा जिसमें 2 पुल बनाया गया है ए पूल में भद्राद्री क्रिकेट क्लब हैदराबाद तेलंगाना डी सी ए दुर्ग छत्तीसगढ़ राज महेंद्र आंध्र प्रदेश एवं मेजबान टीम केपीसीसी भोपालपटनम पूल बी में नागपुर महाराष्ट्र इंदौर मध्य प्रदेश एवं रायपुर छत्तीसगढ़ एवं उमरकोट उड़ीसा केटी में भाग ले रहे हैं।इस प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार 100000 नगद एवं ट्रॉफी स्मृति स्व. राजेंद्र पामभोई प्रदत बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक बीजापुर विधानसभा के विक्रम शाह मंडावी द्वितीय पुरस्कार स्व.मलैया ताटी प्रदत वसंतराव ताटी जिला पंचायत सदस्य भोपालपटनम के द्वारा दिया जा रहा है इसके अलावा बेस्ट बॉलर बेस्ट बैट्समैन बेस्ट विकेट कीपर को 5000 एवं ट्राफी दिया जाएगा छक्के चौकों पर भी विशेष आकर्षक पुरस्कार दिया जाएंग।
शुक्रवार को पहले दिन डीसीए दुर्ग एवं राज महेंद्री के बीच खेला गया।
भोपालपटनम में कृष्णा पामभोई क्रिकेट क्लब का स्थापना 1952 में हुआ। लगभग 1970 से क्रिकेट खेलने के लिए पहली बार टीम बनाया गया तब अविभाजित मध्य प्रदेश के बिजली विभाग के कर्मचारी एवं डॉ शर्मा अध्यक्ष रहे।
इस क्लब के उस समय से इस बैनर तले क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ करता था उस वक्त अंतर जिला अविभाजित बस्तर जिले के सभी टीमें खेला करते थे क्लब के द्वारा लगभग सन 1986 को बीजापुर के तत्कालीन विधायक स्व.बकैया राज पामभोई के स्मृति में 5000 1 पुरस्कार के रुप में दिया जाता था 1986 से लेकर 2014 तक पुरस्कार राशि को बढ़ाते हुए प्रतियोगिता का हर वर्ष आयोजन होता था।
लेकिन 2014 के बाद अपरिहार्य कारणों की वजह से यह आयोजन को नहीं किया गया लगभग 6 वर्ष बाद भोपालपटनम के जिला पंचायत सदस्य श्री वसंतराव ताटी के पहल एवं सीनियर खिलाडिय़ों की मांग पर बीजापुर के विधायक एवं बस्तर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी के आर्थिक सहयोग से यह चालू किया गया है। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी मदेदड के जिला पंचायत सदस्य सरिता चांपा भोपालपटनम जनपद पंचायत अध्यक्ष निर्मला अमरपल्ली लालू राठौड़ अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर कामेश्वर राव गौतम पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश पामभोई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुशाल खान ब्लॉक सांसद प्रतिनिधि उपस्थित थे।
5 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की सौगात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 फरवरी। अपने तीन दिवसीय भोपालपटनम ब्लाक के दौरे पर पहुंचे बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने भोपालपटनम क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 5 करोड़ 12 लाख रुपये की सौगात दी।
विधायक विक्रम मंडावी ग्राम पंचायत पेद्दामटूर, यापला, सेंडरापल्ली, केसाईगुडा, दूधेड़ा और दंपाया आदि क्षेत्रों में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगभग 5 करोड़ 12 लाख़ रुपए की लागत से तालाबों के जीर्णोद्धार का भूमिपूजन कर क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से मांग को पूरा किया। इन पंचायतों में कृषि को बढ़ावा देने के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार अति आवश्यक था। इन तालाबों के जीर्णोद्धार होने से क्षेत्र की लगभग 3 हज़ार एकड़ तक की कृषि भूमि को सिंचित किया जा सकता है, जो कि पिछले पंद्रह सालों से नहीं हुआ था। ग्राम पंचायत पेद्दामटूर, यापला, सेंडरापल्ली, केसाईगुडा, दूधेड़ा, और दंपाया में तालाबों के जीर्णोद्धार होने से सिंचाई के लिए पानी खेतों तक पहुँचने में आसानी होगी और कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। तालाबों के भूमिपूजन होने से क्षेत्र के किसानों में हर्ष है।
एक सवाल के जवाब में विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के मंत्री विधायक रायपुर में ही रहकर भूमिपूजन करते थे और निर्माण कार्य की जानकारी न तो गाँव के लोगों को होती थी और न ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को होती थी। लेकिन अब शासन द्वारा स्वीकृत कार्यों का भूमिपूजन सीधे निर्माण स्थल पर हो रहा है, जहां गांव के लोग उपस्थित होकर निर्माण कार्यों का भूमिपूजन कर रहे हंै। ये परिवर्तन क्षेत्र में दिखने लगा हैं।
इस अवसर पर जि़ला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़ाम, नगर पंचायत अध्यक्ष कामेश्वर गौतम, जि़ला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, जि़ला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, जि़ला पंचायत सदस्य श्रीमती सरिता चापा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती मरपल्ली निर्मला, जनपद उपाध्यक्ष मिच्चा मुतैया, जनपद सदस्य श्रीमती अश्वनी यालम, सुनील गुरला, सांसद प्रतिनिधि कुशाल खान, विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र चापा, जि़ला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ज्योति कुमार, सालीकराम नागवंशी, जि़ला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री जितेंद्र हेमला, व्यापारी प्रकोष्ठ के नेता बब्बू राठी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भोपालपटनम के अध्यक्ष रमेश पामभोई, महामंत्री केजी सत्यम वरिष्ठ कांग्रेसी मिच्चा समैया, भोपालपटनम क्षेत्र के सरपंच, पंच सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
भोपालपटनम, 15 फरवरी। कृष्णा पामभोई क्रिकेट क्लब के तत्वावधान में अंतर्राज्यीय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन 19 से 28 फरवरी तक होगा। यह क्रिकेट लीग पद्धति के द्वारा खेला जाएगा जिसमें मुख्य रुप से 10 से 12 टीमें संभवत भाग ले रहे हैं-हैदराबाद राजमेहन्द्री नागपुर इंदौर दुर्ग भिलाई झारसुगुड़ा उड़ीसा रायपुर और लालबाग जगदलपुर।
प्रथम पुरस्कार एक लाख एक रुपये प्रदत विक्रम शाह मंडावी बस्तर प्राधिकरण उपाध्यक्ष स्मृति स्व. राजेंद्र पामभोई पूर्व विधायक बीजापुर, द्वितीय पुरस्कार 51 हजार रुपये स्मृति स्व.मलैया ताटी प्रदत बसंतराव ताटी जिला पंचायत सदस्य बीजापुर मैन ऑफ द सीरीज 15001 स्मृति स्व. पापैया राज पामभोई प्रदत रमेश पामभोई कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष एवं इसके अतिरिक्त उत्कृष्ट क्षेत्र रक्षक उत्कृष्ट बल्लेबाज उत्कृष्ट गेंदबाज एवं उत्कृष्ट कीपर सभी को पांच पांच हजार रुपये का पुरस्कार एवं इसके अतिरिक्त अनेक पुरस्कार चौके छक्के पर दर्शकों एवं खेल प्रेमियों के द्वारा दिया जाता है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 15 फरवरी। मां भद्रकाली मेला का भव्य आयोजन 15 को कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ।
यह भद्रकाली मंदिर भोपालपटनम मुख्यालय से लगभग 17 किलोमीटर दूर पर स्थित है यह तेलंगाना और महाराष्ट्र के सरहद पर है एनएच 163 रोड किनारे से सटा हुआ है यह मेला का पर्व सोमवार को भद्रकाली गांव एवं आसपास के महिलाओं के द्वारा पवित्र त्रिवेणी संगम से कलश यात्रा के द्वारा जल लाकर माता को स्नान करा कर घटस्थापना कर मंडप आच्छादन कर मेला का कार्यक्रम प्रारंभ किया जाता है जिसमें 16 फरवरी को माता जी का पूजा अर्चना की जाती है । रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है उसी दिन सुबह 4 बजे अग्नि कुंड का आयोजन होता है जिसने रात भर अग्नि को जलाकर आग को कुंड में पूरी तरह फैलाया जाता है और दक्षिण भारत के पंडितों के द्वारा वेद मंत्रों से अग्नि को शांति कर देवी देवताओं और भक्त गण अग्नि कुंड में प्रवेश करते हैं यह अग्नि कुंड का कार्यक्रम हर तीसरे वर्ष में किया जाता है अंतिम दिन 17 फरवरी को मां भद्रकाली का प्रसाद गुड और चावल को खीर के रूप में नए छोटे-छोटे मटको में पकवान बनाकर इन मटको को इसे फूल मालाओं से हल्दी कुमकुम से साज सज्जा कर मटको के ऊपर दिया जलाकर महिलाएं अपने सिर पर रखकर माता जी के मंदिर के चारों और भ्रमण करते हैं जिसे तेलुगु में बोनालू कहा जाता है इसके उपरांत माता जी को प्रसाद चढ़ाकर पूजा अर्चना कर मन्नते मांगते हैं बताया जाता है कि गुमरगोडा के शिवानंद बाबा जब जीवित थे अपने भक्तों के साथ मां भद्रकाली तक पैदल आते थे।
भद्रकाली मंदिर के बुजुर्ग पुजारी शिवाया ने बताया कि मेले में छत्तीसगढ़ के अलावा आंध्र प्रदेश तेलंगाना महाराष्ट्र के भक्तगण आकर माता जी का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं इस मेले में इन तीन दिवस तक मेला समिति की ओर से आने वाले भक्तों को मुफ्त में भोजन की व्यवस्था किया जाता है।
बीजापुर। मनवा बीजापुर बैडमिंटन प्रतियोगिता अण्डर -19 का जिला मुख्यालय के बैडमिंटन कोर्ट में आयोजन किया गया। डबल में 30 टीमें एवं सिंगल में 20 टीमें प्रतियोगिता में हिस्सा ली। मैच का शुभारंभ कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल द्वारा किया गया । इस दौरान कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन कर बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी।
18 को संभाग मुख्यालय में होगा वृहद आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 फरवरी। सुकमा व बीजापुर के दो पत्रकार गणेश मिश्रा व लीलाधर राठी के विरूद्ध माओवादियों की दक्षिण सब जोनल कमेटी द्वारा जारी नामजद पर्चे को लेकर बीजापुर में पत्रकार भवन में बैठक आहूत की गई। जिसमें सर्व सम्मति से माओवादियों की इस करतूत का पुरजोर विरोध करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं पत्रकार साथी गणेश मिश्रा व लीलाधर राठी के समर्थन में आंदोलन की रूपरेखा भी तय की गई।
पत्रकार साथियों के सुझाव पर निर्णय लिया गया कि पूरे मामले को लेकर पत्रकार चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। जिसमें पहले चरण में बीजापुर जिला मुख्यालय से 22 किमी दूर गंगालूर में आगामी 16 फरवरी को बाइक रैली निकाली जाएगी, साथ ही एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी होगा। इस प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों में कार्यरत् पत्रकारों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर आंदोलन को मजबूत करें और मीडिया स्वतंत्रता की इस लड़ाई में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
16 फरवरी को गंगालूर में आयोजित धरना-प्रदर्शन के उपरांत आगामी 18 फरवरी को संभाग मुख्यालय जगदलपुर में वृहद धरना-प्रदर्शन तय किया गया है। जहां आंदोलन की आगे की रूपरेखा में 20,21 व 22 फरवरी को सुकमा और बीजापुर के सदहदीं माओवादियों के आधार इलाके में बाइक रैली निकाली जाएगी। जिसमें देशभर के पत्रकारों के साथ लेखक, समाजसेवी, मानवाधिकार कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।
बैठक में बीजापुर जिले के पत्रकारों ने नक्सलियों के नामजद पर्चे की भत्र्सना करते हुए कहा कि दक्षिण बस्तर में पत्रकार विषम परिस्थितियों में पूरी ईमानदारी से पत्रकारिता कर रहे हैं। इस दौरान पत्रकार कभी पुलिस तो कभी नक्सलियों के निशाने पर आ जाते हैं। इससे पूर्व पत्रकार साथी साई रेड्डी, नेमीचंद जैन ने पत्रकारिता धर्म निभाते शहादत दे चुके हैं। मीडिया की स्वतंत्रता बनाए रखने यह आवश्यक है कि पूर्व घटित घटनाओं व वर्तमान में नामजद पर्चे को गंभीरता से लेते सभी पत्रकारों से एकजुट होने की अपील की गई है। यह लड़ाई हमें मिलकर लडऩी होगी। हम एक रहेंगे तो हमारी ताकत बढ़ेगी। गणेश मिश्रा, लीलाधर राठी जीवनभर बस्तर के जनहित मुद्दो को लेकर पत्रकारिता के जरिए संघर्षरत रहे हैं, बावजूद अब नक्सलियों के तरफ से उनकी निष्ठा पर जो सवाल उठाए गए हैं, इसका पुरजोर विरोध जरूरी है। इसलिए आगामी 16 फरवरी को आहुत धरना प्रदर्षन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पत्रकार अपनी एकता और मीडिया की स्वतंत्रता को बनाए रखने में अपना योगदान दें।