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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 फरवरी। बेशकीमती 2600 रत्नों के साथ महासमुन्द पुलिस ने एक व्यक्ति को कल गिरफ्तार किया है। आरोपी से बरामद रत्नों की कीमत पुलिस ने एक करोड़ बताई है। आज दोपहर साढ़े 12 बजे स्थानीय कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने इस मामले का खुलासा किया।
एसपी ने बताया कि आरोपी भूपेन्द्र सिंह चौहान (43) हल्दौर जिला बिजनौर उत्तरप्रदेश दीगर राज्यों से बहुमूल्य रत्नों को लाकर सरायपाली, बसना, महासमुन्द क्षेत्र में खपा रहा था। इसकी सूचना मुखबीर से मिली तो जिले की पुलिस सक्रिय हुई। सोमवार को बसना सर्राफा मार्केट में सायबर सेल महासमुन्द और बसना थाने के जवानों ने सोनी ज्वेलर्स के सामने आरोपी को पकड़ा।
आरोपी के पास रखे बैग से तलाशी में पुलिस को 62 प्रकार के रत्न मिले हैं, जिसमें रूबी का उपरतन, पुखराज, जरकन ओपल, इनविटेशन, गुलाबी जरकन, गोमेद, मोती छर्रा, मरकज कापी, हल्की ओपल, गार्नेट, जनुनिया, लहसुनिया, नीली कोच, पीला गोमेद, मोती बड़ा, मंूगा लाल, सफेद मूंगा, लाल मूंगा(डी), मूंगा त्रिकोणी, मूंगा छोटा, गोमेद काला, ग्लास फीलिंग, टोपाज, बड़ी ओपल, फिरोजा बड़ी, हर्रा लहसुनिया, सफेद लहसुनिया, जरकन, दाना फिरंग, सुलेमानी हकीब, फिरोजा भट्टी, पुखराज, लार्ज वर्ध, मोती (सीपवाला), ओनेक्स डार्क, हकीब सफेद, काका नाली, टोपाज डार्क, गुलाबी इन्वीटेशन, मोती काला हकीक, महामुरिजम, छोटा मोती, मोती बड़ा कल्चर, मीडियम मोती, मोती कल्चर, मुंगा डी, टाइगर मरकज, पन्ना, गोमेद, ग्लास फीलिंग पुखराज, नीली ग्लास मुंगा, मिक्स टेस्टिंग माला, मोती लेन, रुद्राक्ष माला, नवरत्न डी, अंगूठी नग वाला शामिल हैं।
पूछताछ करने पर आरोपी ने पुलिस को अपना नाम भुपेन्द्र सिंह चौहान उत्तर प्रदेश बताया है। काले बैग से अलग-अलग पैकेटों में ये बहुमूल्य रत्न मिले, जिसकी मूल्य लगभग एक करोड़ रुपए आंकी गई है। विभिन्न प्रकार के 2600 नग रत्नों को मौके से बरामद कर आरोपी के खिलाफ थाना बसना में अपराध धारा 102 के तहत कार्रवाई की गई है।
आरोपी के मुताबिक वह उक्त विभिन्न प्रकार के रत्नों को वेनुगोपाल जेन्स जौहरी बाजार जयपुर राजस्थान से लाकर मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा राज्यों में स्थित ज्वेलरी दुकानों में घूम-घूम कर बेचता है। उक्त रत्नों का उसके पास किसी प्रकार की खरीदी बिक्री अथवा रत्नों से सम्बंधित प्रमाणित दस्तावेज नहीं था।
यह कार्रवाई अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सरायपाली विकास पाटले के निर्देशन में थाना बसना प्रभारी निरीक्षक लेखराम ठाकुर व सायबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक संजय राजपूत, सहायक उप निरीक्षक सिकंदर भोई, नवधाराम खांडेकर, प्रधान आरक्षक श्रवण कुमार दास , प्रकाश नंद, मिनेश ध्रुव, प्रवीण शुक्ला, छत्रपाल सिन्हा, ललित यादव, देव कोसरिया, शुभम पांडेय, रवि यादव, चम्पलेश ठाकुर, संदीप भोई, शैलेष ठाकुर, युगल पटेल, हेमन्त नायक, योगेन्द्र दुबे, अजय जांगड़े, विरेंद्र नेताम, दिेनेश साहू, लाला राम कुर्रेे द्वारा की गई है।
पुलिस पार्टी पर ग्रामीणों ने हमला किया था- आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। ग्राम नर्रा में पुलिस कार्रवाई को लेकर चार महीने बाद फिर से ग्रामीणों ने पुलिस पार्टी पर हमले के आरोप में गिरफ्तार तीन युवकों को छोडऩे और दर्ज अपराध शून्य करने की मांग को लेकर आंदोलित हैं।
ग्रामीणों ने रविवार को गांव से जुडऩे वाले तीन सडक़ों खरियार रोड, कोमाखान, नर्रा, खट्टी और नर्रा-कोमखान मार्ग को जाम किया। साथ ही गांव में बैठक लेकर पुलिस द्वारा हुई गिरफ्तारी का विरोध किया। रविवार को सुबह से ही ग्रामीणों में काफी आक्रोश था। हालांकि देर शाम 5 बजे के आसपास पेड़ हटाकर सडक़ों को आवाजाही के लिए फिर से खोल दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि नर्रा में चार महीने पहले हुए मामले की जांच के लिए तीन युवकों को बयान दर्ज कराने के बहाने महासमुन्द पुलिस अधीक्षक कार्यालय बुलाया गया था। यहां युवकों का बयान दर्ज करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यदि युवकों को गिरफ्तार करना ही था तो गांव से गिरफ्तार करते।
इसी बात को लेकर ग्रामीण रविवार को आक्रोशित थे। ग्रामीणों ने तीनों रास्तों को बंद कर गांव में धरना दिया। ग्रामीणों की मांग है कि गिरफ्तार तीनों युवकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए और उनके खिलाफ दर्ज अपराध को भी शून्य किया जाए। गांव के सरपंच गोपाल पटेल ने बताया कि गांव के युवकों को जांच के लिए बुलाकर गिरफ्तार करना गलत है। यदि पुलिस को गिरफ्तार करना ही था तो गांव में आकर गिरफ्तार करते।
ज्ञात हो कि 30 सितम्बर 2020 की रात कोमाखान थाना क्षेत्र के ग्राम नर्रा में पुलिस पार्टी पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी और पुलिस की तीन गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ भी हुई थी। मामले में कोमाखान थाना में गांव के 7 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज है। शुक्रवार 5 फरवरी 2021 को इनमें से तीन युवकों जितेंद्र बेलदार, संजय पटेल और प्रीतम पटेल को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जांच के लिए बुलाया गया था। एएसपी के समक्ष तीनों का बयान दर्ज कराने के बाद कोमाखान पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
अब गांव वाले कह रहे हंै कि युवकों को छोड़ा नहीं गया तो थाने का घेराव करेंगे। सरपंच गोपाल पटेल ने बताया कि गांव में लगातार बैठक जारी है। बैठक में उपस्थित सभी का मत है कि तीनों युवकों को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ा जाए और सभी के खिलाफ दर्ज अपराध को शून्य किया जाए। यदि ऐसा नहीं होता तो कोमाखान थाने का घेराव किया जाएगा। सरपंच के मुताबिक ग्राम नर्रा में 30 सितम्बर की रात अवैध शराब बिक्री की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने दूसरे दिन कोमाखान थाने में 7 लोगों के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस गांजा और शराब का अवैध कारोबार करने वालों को संरक्षण दे रही है। बीते 2 दिसम्बर 2020 को भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोमाखान पुलिस नर्रा गई थी। तब भी ग्रामीणों ने गिरफ्तारी का विरोध किया था, जिसके बाद टीम बैरंग लौट आई थी
बागबाहरा एसडीओपी लितेश सिंह का कहना है कि कोमाखान थाने की गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ और पुलिस पार्टी पर हमला करने के मामले में नामजद अपराध दर्ज है। ग्रामीणों को समझाया भी गया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। रविवार को पुलिस कार्रवाई के विरोध में गांव में ग्रामीण जमा हो गए और नर्रा, खट्टी मार्ग का पेड़ की बड़ी-बड़ी डालियां रखकर रास्ता बंद किया।
गायत्री परिवार ने ब्लॉक स्तरीय बैठक सह प्रशिक्षण में लिया निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। गायत्री परिवार हरिद्वार आपके द्वार योजना के तहत घर-घर गंगा व गायत्री को पहुंचाकर देव स्थापन करेंगे। इसके लिए उन्होंने की योजना बनाई है। यह योजना गायत्री परिवार ने ब्लॉक स्तरीय बैठक सह प्रशिक्षण में निर्णय लिया है।
इस बार कोरोना काल के कारण हरिद्वार नहीं जा पाने के कारण योजना बनाकर गंगाजी व गायत्री को घर-घर पहुंचाने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री परिवार के वरिष्ठजन प्रभात उपाध्याय, जिला समन्वयक बोधराम साहू, ब्लॉक समन्वयक नरेंद्र नायक, ललित मेश्राम, श्याम दुबे, शांतू साहू, परस चौहान ने पूजन-अर्चना और बलराम सेन ने युग संगीत के साथ किया।
ललित मेश्राम ने आपके द्वार-पहुंचा हरिद्वार योजना के उद्देश्य एवं कार्य योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 2021 शांतिकुंज हरिद्वार का स्वर्ण जयंती वर्ष है तथा 12वें वर्ष में आयोजित होने वाले महाकुंभ है। ये दोनों संयोग हमारे लिए विशेष अवसर लेकर आया है। लेकिन कोरोना की वजह से हरिद्वार में जनसामान्य को प्रवेश की अनुमति नहीं है। प्रशासन भीड़ एकत्रित नहीं करने दे रही है। जिसके कारण सामान्य लोग आसानी से वहां नहीं पहुंच पाएंगे। इसलिए गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार ने गंगा घर-घर पहुंचाने की योजना बनाई है। पूरे देश में 400 शक्तिपीठ, प्रज्ञापीठ के माध्यम से 10 लाख घरों में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। जिसके तहत जिले के लिए देवस्थापना के 10 हजार कीट प्राप्त हो चुका है।
सभी ब्लॉकों को 1500-1500 घरों में देव स्थापना के लिए किट वितरित किया जाएगा। बसंत पंचमी 16 फरवरी के बाद से सभी इकाइयों के चयनित गावों में देव स्थापना का क्रम शुरू होगा। इसके लिए शक्तिपीठ महासमुन्द से रथ निकाला जाएगा, जो प्रत्येक इकाई के चयनित गांवों में भ्रमण करेगी तथा इकाई के परिजनों द्वारा रथ का स्वागत कर घर घर में गंगा जल स्थापित किया जाएगा। प्रभात उपाध्याय ने देव स्थापना के कर्मकांड का प्रशिक्षण देते हुए देव स्थापना चित्र व गंगाजल का पूजन कराया। रामचरण पटेल पाली, पीरित राम अछोला, हीराधर साहू कुर्रुभांठा द्वारा समय दान की घोषणा की गई।
महासमुन्द, 8 फरवरी। रविवार देर रात अज्ञात असामाजिक तत्व के लोगों ने महासमुन्द स्थित दलदली रोड सरकारी शराब दुकान में आग लगा दी।
बताया जा रहा है शराब खरीदने के समय लाइन लगाने को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद अचानक वहां 40 से 50 लोग पहुंच गए और दुकान को आग के हवाले कर दिया। हालांकि अभी तक इन आरोपियों की पहचान नहंी हो पाई। पुलिस और आबकारी विभाग जांच में जुटी है। आग के कारण दुकान में रखें शराब जल चुका है। नुकसान कितना हुआ आंकलन किया जा रहा है। महासमुन्द आबकारी विभाग के डीओ दिनकर वासनिक ने कहा है कि असामाजिक तत्व के लोगों द्वारा दुकान में आग लगाई गई। अभी आग लगने के कारण कितना नुकसान हुआ है बता पाना मुश्किल है, जांच जारी है।
महासमुन्द, 8 फरवरी। नगर के इमली भाठा वार्ड 3 में श्रीमद भागवत महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। भागवत कथा के चौथे दिन आचार्य युगल किशोर ने कहा कि वास्तव में हम जो दान करते हैं, वह केवल पुण्य कार्य नहीं है, बल्कि परिग्रह रूपी पाप का प्रायश्चित है। किसी भी कार्य का अतिरेक स्वयं एवं समाज दोनों के लिए ठीक नहीं है।
हमारा पूरा जीवन अपने एवं परिवार के आवश्यकता की पूर्ती करने में ही बीत जाता है। इस आपाधापी में हम सोच ही नहीं सकते कि हमारे लिए आवश्यक क्या है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता ऐसी डायन है, जो कभी तृप्त नहीं होती और न हो सकती है। आपमें यदि अर्जन का सामर्थ है तो खूब अर्जित करें और जरूरतमंदों को अर्पित भी करें। आप जितना बाटेंगे, उतना ही बटोरेंगे और जितना खिलाएंगे, उतना ही खिलखिलाएंगे। व्यासपीठ से आयार्च युगल किशोर ने समुद्र मंथन की व्याख्या करते हुए कहा कि नित्य मन का औचक निरीक्षण करें। मन का मंथन करेंगे तो निश्चित ही आनंद रूपी अमृत निकलकर आएगा। भगवान राम का व्याख्या करते हुए आचार्य ने कहा कि राम को केवल दशरथ के पुत्र या अयोध्या नरेश के रूप में देखना संकीर्णता है। वास्तव में राम सम्पूर्ण सृष्टि के प्राण हैं।
भारत की प्रभाती के प्रथम प्रहर की गूंज है।
महासमुन्द, 8 फरवरी। कोरोना के रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा और टेस्ट की स्पीड भी बढ़ाई जाएगी। कलेक्टोरेट परिसर, तहसील परिसर, शासकीय कार्यालयों, चिकित्सालयों क्लीनिक जहां काफी भीड़-भाड़ होती है, वहां अब नागरिकों को कोरोना टेस्ट की सुविधा उपलब्ध स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई जाएगी।
यह आदेश कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को दिए है। कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण केस में भले ही कमी आ रही है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। लोग लापरवाही बरतेंगे तो फिर मामले बढ़ सकते हैं। जिले में भले ही कोरोना वायरस के संक्रमण प्रसार की दर में काफी कमी आई है। फिर भी कोविड-19 के लक्षण नजर आने पर जांच अवश्य कराएं। उन्होंने महासमुन्द विकासखंड एवं जिला अस्पताल में निर्धारित लक्ष्य में टेस्ट नहीं होने पर गंभीर चिन्ता व्यक्त करते हुए एसडीएम को समीक्षा करने के निर्देश दिए। प्राथमिक उपचार केंद्रों तक भी कोविड 19 टेस्टिंग की सुविधा कई जगह पहुंची है। इसके अलावा स्थानीय परीक्षण कैंपों, घर-.घर जाकर टेस्ट के लेकर स्थानीय अस्पतालों तक टेस्टिंग के कई विकल्प हैं।
महासमुन्द, 8 फरवरी। जिले के ग्राम भावा में रविवार ध्रुव गोंड समाज एवं सर्व आदिवासी के संयुक्त तत्वावधान में बूढ़ा देव पूजन एवं कलश यात्रा पूजा का आयोजन बड़ी धूमधाम से आयोजित हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मोहित राम ध्रुव सदस्य आदिवासी मध्य विकास प्राधिकरण, अध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव उपाध्यक्ष जनपद पंचायत महासमुन्द, विशेष अतिथि राधेश्याम ध्रुव जिलाध्यक्ष ध्रुव गौड़ समाज जिला महासमुन्द, खिलावन ध्रुव अध्यक्ष बड़े बार, धांसू राम दीवान जनपद सदस्य, कमलेश ध्रुव जनपद सदस्य महासमुन्द, विमला लखन साहू सरपंच ग्राम पंचायत भावा थे। कार्यक्रम सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारे समाज प्राकृतिक पूजा धारी हैं हमें प्राकृतिक के द्वारा जो मिला है उसका संरक्षण करना है। जल जंगल जमीन को बचाना है। अब हमें किसी से डरना नहीं चाहिए। कार्यक्रम का संचालन चोवाराम ध्रुव और आभार प्रदर्शन विमला लखन साहू सरपंच ने किया। इस कार्यक्रम में समाज के सभी महिला पुरुष बच्चे एवं गणमान्य नागरिक के साथ तातूराम ध्रुव, शिवराम ध्रुव, मुकेश ध्रुव, जहर सिंह ध्रुव, माखन पटेल, इंदल साहू, लखन साहू उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। परिवहन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में 24 वाहनों से 13.66 लाख रुपए के करों की वसूली की जा चुकी है। वर्तमान में 564 वाहनों से करीब 5 करोड़ रुपए की राजस्व वसूली शेष है। इसकी वसूली के लिए अभियान तेज किया जा रहा है। अपर परिवहन आयुक्त के निर्देश के परिपालन में कार्रवाई करते हुए जिला परिवहन अधिकार महासमुन्द ने बकायादारों के विरूद्ध सख्ती से वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है। परिवहन विभाग ने वाहनों से कर वसूली तेज कर दी है।
इस अभियान के तहत हाल ही में 24 वाहनों से 13.66 लाख रुपए टैक्स की वसूली की गई है। यही नहीं वाहन मालिकों से टैक्स वसूली के लिए एकमुश्त निपटान योजना शुरू की गई है। जिला परिवहन अधिकारी मोहन साहू ने बताया कि लंबे समय से टैक्स का भुगतान नहीं करने वाले वाहन मालिकों के लिए एकमुश्त निपटान योजना ओटीएस शुरू की गई है। योजना के तहत ऐसे वाहन जिनका 31 मार्च 2013 से 31 दिसम्बर 2018 तक का टैक्स बकाया है, उन्हें केवल लंबित कर और देय ब्याज का भुगतान करना होगा। वन टाइम सेटलमेंट के तहत एकमुश्त भुगतान करने परए जो लगने वाला फाइन है, उस पर छूट प्रदान किया जाएगा। ऐसे वाहन मालिक 31 मार्च 2021 के पहले समस्त देय का भुगतान कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि अपर परिवहन आयुक्त के निर्देश पर राजस्व वसूली पर फोकस किया जा रहा है। इसी के तहत वन टाइम सेटलमेंट स्कीम शुरू की गई है।
उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग में लम्बे समय से कर जमा नहीं करने वाले वाहन स्वामियों पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया गया है। इसके तहत तहत बकाया वाहनों की सूची तैयार कर मांग पत्र जारी कर दिया गया है। जिन वाहन स्वामी ने कर जमा नहीं किया है, उन्हें सूचना जारी की गई है। करों का भुगतान नहीं करने पर वाहन कुर्की कर वसूली की जाएगी।
डिवाइडर निर्माण की सुगबुगाहट तेज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। शहर की बहुप्रतीक्षित मांग बरोंडा चौक से मचेवा तक सडक़ चौड़ीकरण और डिवाइडर निर्माण की मांगपर निर्माण कार्य में स्वीकृति समेत पूरी प्रक्रिया में जल्द ही तेजी लाने के निर्देश पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दिए हैं।
श्री साहू के पत्र के अनुसार सडक़ चौड़ीकरण कर डिवाइडर निर्माण के लिए प्रकरण लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के पास भेजा गया है। इसकी जानकारी पीडब्ल्यूडी मंत्री ने देते हुए संसदीय सचिव को पत्र भेजा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पीडब्ल्यूडी मंत्री को बताया था कि जिला मुख्यालय महासमुन्द में जिलेभर से लोग पहुंचते हैं। इसके चलते शहर के मध्य बरोंडा चौक से कलेक्टोरेट होते मचेवा तक यातायात एवं वाहनों का दबाव बना रहता है। इसी मार्ग में कलेक्टोरेट कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालय संचालित हैं। मचेवा में शासकीय महाविद्यालय एवं अन्य कार्यालय स्थित है।
सडक़ की चौड़ाई कम होने एवं मार्ग डिवाइडर नहीं होने के कारण आए दिन सडक़ दुर्घटनाएं होती रहती है। पिछले दिनों हुए सडक़ हादसों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। अत: इस मार्ग का चौड़ीकरण और विभाजक का निर्माण किया जाना अति आवश्यक है। संसदीय सचिव के इस पत्र को पीडब्ल्यूडी मंत्री ने गंभीरता से लिया है। कार्रवाई के लिए उक्त प्रकरण लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के पास भेजा गया है। इसी तरह ऐतिहासिक नगरी सिरपुर में सुरंग टीला चौक से महानदी तक सडक़ निर्माण व सौंदर्यीकरण तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 353 में नदी मोड़ घोड़ारी से राजिम मोड़ लभराखुर्द तक बायपास सडक़ निर्माण की स्वीकृति के लिए लिखे पत्र पर आगे की कार्रवाई के लिए लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता के पास फाइल भेजी गई है।
मवेशियों के चारागाह के लिए 10 एकड़ चिन्हांकित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। सुराजी योजना के तहत निर्मित नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के तहत गांव-गांव में तैयार किए गए गोठान आजीविका के नए केंद्र स्थापित हो रहे हैं। गांवों में तैयार किए गए गोठान एक नहीं बल्कि कई महिला समूहों के आजीविका का साधन बन रही है।
समूह की महिलाएं गोठान से केवल वर्मी खाद तैयार करने के साथ ही कुक्कुट पालन, आटा चक्की और सब्जी उत्पादन कर कमाई कर रही हैं। जिले के बसना ब्लॉक के ग्राम पंचायत गनेकेरा के नवागांव का गोठान इसी तरह का उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। नवागांव में 3 एकड़ का गोठान तैयार किया गया है। साथ ही मवेशियों के चारागाह के लिए 10 एकड़ भूमि चिह्नांकित की गई है। गांव में पशुओं की संख्या 222 है, जिसमें से औसतन 100 मवेशी रोजाना गोठान में आते हैं। यहां घुरवा के तहत 20 वर्मी बेड और 10 वर्मी कम्पोस्ट टैंक का निर्माण किया गया है। इसके जरिए महिला समूह केचुआ खाद तैयार कर रही हैं। भगवती महिला स्व सहायता समूह द्वारा 126 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन किया गया जिसे उद्यानिकी विभाग ने 1 लाक 7 हजार रुपए में खरीदा। इसी तरह भगवती महिला समूह कुक्कुट पालन कर अतिरिक्त आमदनी भी कर रही है। नवागांव के गोठान से ही ज्योति महिला स्व सहायता समूह ने भी 44 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन किया, जिसे प्रति किलो 10 रुपए की दर से 44 हजार रुपये का लाभ कमाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 8 फरवरी। प्रेमशीला श्याम सुंदर तिवारी देहानिभाठा बागबाहरा के निवासी ने शासन के नए प्रावधानों का लाभ लेते हुए अपने द्वारा किये अतिक्रमण को नियमितीकरण करने हेतु राशि 4 लाख 58 417 रुपए चालान के माध्यम से जमा कर अपने भूस्वामित्व अधिकार प्राप्त किया है। अतिक्रमणकारी से भू स्वामी बनने वाले श्यामसुंदर तिवारी ने बताया कि आज मुझे बड़े सुकून से नींद आएगी। अब हम इस जमीन के वास्तविक स्वामी बन गए। अब तब हमने इस घर को कोई नाम नहीं दिया था क्योंकि यह जमीन शासकीय था और हमें जमीन पर कोई हक नहीं था। हमारा बहुत सारा पैसा घर बनाने में लग गया था पर आज इस योजना के कारण अब इस घर को ’तिवारी निवास’ नाम देंगे और हक से घर मे रहेंगे।
महासमुन्द जिला मुख्यालय में भी तीन लोगों ने 25 लाख रुपए जमा कर इस योजना का लाभ उठाया है। राज्य शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार यदि कोई व्यक्ति नगरीय क्षेत्र में स्थित अतिक्रमित शासकीय भूमि के व्यवस्थापन के समय राज्य शासन से भूमि स्वामी हक में भूमि प्राप्त करना चाहता है तो भूमि आवंटन के समय सम्बधित व्यक्ति को निर्धारित गाइड लाइन अनुसार राशि जमा कर अतिक्रमण भूमि के विस्थापन योजना का लाभ उठा सकता है। राज्य शासन द्वारा नगरीय क्षेत्रों में 7500 वर्ग फीट तक की शासकीय भूमि का आवंटन तथा अतिक्रमित 7500 वर्ग फीट तक की शासकीय भूमि के व्यवस्थापन का अधिकार जिला कलेक्टर को प्रदान किया गया है।
बागबाहरा नगर में छत्तीसगढ़ शासन के अतिक्रमण भूमि के विस्थापन योजना का पहला मामला है। अब इनके पक्ष में शासन उक्त जमीन रजिस्ट्री कराएगी तथा इस पर तिवारी परिवार चाहे तो लोन ले सकता है। डायवर्सन करवा सकते है। बंटवारा कर सकते हैं, बिक्री कर सकते है तथा सभी अधिकारों का प्रयोग कर सकते हैं जो एक लगानी भूस्वामी को प्राप्त होते हैं। भूस्वामित्व प्रदाय कराने वाली इस योजना को कलेक्टर डोमेन सिंह के प्रयास और प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तहसील और नगर पालिका कार्यालय द्वारा इस योजना पर तेजी से काम हो रहा है।
पिथौरा, 7 फरवरी। आज सुबह महासमुंद वन परिक्षेत्र के ग्राम पीढ़ी में एक ग्रामीण का 50 कट्टा धान खाने के बाद 3 में से एक हाथी फिर लहंगर धान उपार्जन केन्द्र पहुंच गया।
हाथी के आने से परेशान ग्रामीण हाथी को भगाने में जुट गए। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द लहंगर धान उपार्जन केन्द्र से धान का परिवहन किया जाये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 7 फरवरी। विकासखण्ड के ग्राम भगत देवरी में किसानों ने राष्ट्रव्यापी चक्काजाम के तहत 3 घण्टे तक चक्काजाम किया। इस दौरान किसानों के साथ कांग्रेस नेता भी शामिल हुए।
कांग्रेस नेता कुलवंत खनूजा ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार केंद्र सरकार के किसान विरोधी तीन काले कानून के विरोध में आंदोलनरत किसानों के आव्हान पर राष्ट्रव्यापी चक्काजाम के समर्थन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सांकरा के अध्यक्ष रवि शंकर कश्यप एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पिथौरा के अध्यक्ष करण सिंह दीवान के नेतृत्व में संयुक्त रुप से राष्ट्रीय राजमार्ग 53 के सांकरा में गुरु घासीदास चौक में चक्का जाम किया गया। केंद्र सरकार के द्वारा कृषि सुधार के नाम पर तीन कृषि काले कानून व आम जनता विरोधी बिल की वापसी एवं फसलों के एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर नारे लगाते हुए कांग्रेस जन चक्काजाम आंदोलन में शामिल हुए।
इस अवसर पर पिथौरा क्षेत्र के तथा सांकरा क्षेत्र के किसान के कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। जिसमें मुख्य रूप से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सांकरा के अध्यक्ष रवि शंकर कश्यप , ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पिथौरा के अध्यक्ष करण सिंह दीवान, जनपद पंचायत पिथौरा के उपाध्यक्ष मुकेश यादव, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कुलवंत खनूजा, जनपद पंचायत पिथौरा के सभापति डॉ हेमंत कौशिक, सभापति रामकुमार पटेल, किसान नेता संजय सिन्हा ,काशीराम शर्मा , सभापति पितांबर पटेल, कौशल रोहिल्ला ,ब्लॉक ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अनंत सिंह वर्मा, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सांकरा के पूर्व अध्यक्ष आलोक कानूनगो,किशोर सोनवानी, पूनम मानिकपुरी ,चंद्रमणि सीदार, तंत्री पाल बाघ, जय लाल बारीक, वीरेंद्र सागर, हीरा सिदार, राजू सिन्हा पार्षद ,वीरेंद्र प्रधान, हितेश विशाल ,अंकित छाबड़ा ,डॉक्टर सुशील प्रधान , विनय दुबे,सतपत सिदार, गजानन यादव ,द्रुपद व्यास ,उमाकांत प्रधान, भरत विशाल प्रजापति ,बरिहा, मुकेश राणा सहित क्षेत्र के किसान मौजूद थे।
शिकायतकर्ता को बुलाया गया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। जीपीएफ में जमा रकम से भी ज्यादा राशि निकालने के मामले में शनिवार को भी जांच पूरी नहीं हो पाई। जिले के अधिकारी ने पहले ही तिथि तय कर जिम्मेदारों और शिकायतकर्ता को मामले की जांच के लिए शनिवार को बुलाया था। लेकिन ऐन वक्त पर अधिकारियों को कोई काम याद आ गया और मामले में बिना जांच और बिना पूछताछ के ही दूसरी तारीख देकर बुलाने की बात कहकर वापस भेज दिया।
अधिकारियों का कहना है कि अब फिर से दूसरी तारीख तय कर सभी को बुलाकर मामले की जांच की जाएगी। ज्ञात हो कि शनिवार को इस मामले में फिर से बयान और दस्तावेजों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर, तात्कालीन बीईओ योगराम लहरे, वर्तमान बीईओ जेआर डहरिया और सेवानिवृत्त प्रधान पाठक महेंद्र कुमार महापात्र को शामिल होना था। सभी जांच के लिए पहुंचे भी थे लेकिन पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर पहले सिर में दर्द होने का हवाला देकर चले गए। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी भी अनिवार्य बैठक होने की जानकारी देकर कार्यालय से चले गए थे।
गौरतलब है कि यह मामला बसना के शिक्षा विभाग का है। शिक्षा विभाग के प्रधानपाठक महेंद्र कुमार महापात्र वर्तमान में सेवानिवृत्त ने जीपीएफ खाते में जमा रकम से अधिक पैसे निकाल लिए थे। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद प्रधान पाठक से 16 लाक 21 हजार 472 रुपए वूसली किए जाने के आदेश सरकार के अफसरों ने दिए थे। लेकिन पहली फरमान पर जिले के अधिकारियों ने वसूली नहीं की।
पांच साल पुराने इस मामले में शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर शिकायतकर्ता विनोद दास ने हाल ही में इसकी दोबारा शिकायत की थी। अवर सचिव छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग को 10 दिसम्बर 2020 को की गई शिकायत के बाद सचिव ने उचित कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा था। जिला शिक्षा अधिकारी ने 6 फरवरी को मामले की जांच और सभी के बयान दर्ज कराने के लिए शिकायतकर्ता सहित इस पूरे प्रकरण में शामिल अधिकारियों को बुलाया था।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी रॉबर्ट मिंज ने कहा है कि जीपीएफ खाते से अधिक राशि निकालने के मामले में कल शनिवार को जांच होनी थी। लेकिन विधानसभा सम्बंधी आवश्यक बैठक के कारण मुझे जाना पड़ा। अब जांच के लिए अगली तारीख तय कर सभी को दोबारा बुलाया जाएगा।
जबकि शिकायतकर्ता विनोद दास ने बताया कि कल शनिवार को मामले में फिर से बयान और दस्तावेजों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कार्यालय बुलाया गया था। यहां पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर, तात्कालीन बीईओ योगराम लहरे, वर्तमान बीईओ जेआर डहरिया और सेवानिवृत्त प्रधान पाठक महेंद्र कुमार महापात्र को शामिल होना था। सभी जांच के लिए पहुंचे भी थे लेकिन पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर पहले सिर में दर्द होने का हवाला देकर चले गए। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी भी अनिवार्य बैठक होने की जानकारी देकर कार्यालय से चले गए।
राजस्व अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा
महासमुन्द, 7 फरवरी। राजस्व अधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक कलेक्टर डोमन सिंह ने जिला कार्यालय के सभा कक्ष में वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी मूल दायित्वों को समय पर निर्वहन करते हुए शासन की योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा करें। जनकल्याणकारी योजनाओं में पात्रजनों को स्वप्रेरित होकर लाभान्वित कराएं। राजस्व अधिकारी सभी विभागों के साथ समन्यवयक की भूमिका निभाते हुए जनसमस्याओं का त्वरित निराकरण करें। सरकार की मंशानुरूप सभी राजस्व अधिकारी राजस्व न्यायालयों में लम्बित राजस्व मुकदमों की नियमित सुनवाई करें तथा निर्धारित मापदंडों के अनुसार प्रकरणों का निस्तारण कर आमजन को समय पर न्याय प्रदान करें।
कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा अतिक्रमण भूमि के व्यवस्थापन योजना के तहत अतिक्रमणकारियों को जिले के नगरीय क्षेत्रों में भू-स्वामी हक योजनांतर्गत लाभान्वित करें। भू-अर्जन के जितने भी पारित अवार्ड प्रकरणों के अभिलेखों का दुरूस्तीकरण करने एवं भू.अर्जन के लम्बित प्रकरणों को समय.सीमा पर निराकरण करने के निर्देश दिए। लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत स्कूली एवं महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के जाति.प्रमाण पत्र शीघ्र जारी करें। कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल ने वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को आवश्यक दिशा.निर्देश देते हुए सभी ग्राम पंचायतों में गौठान स्वीकृत कराएं। जिले में 86 आवर्ती चराई स्थल का चयन किया जा चुका है। इन स्थलों पर गौठान, गोधन शीघ्र शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों या आश्रित ग्राम में डेढ़ एकड़ से अधिक की राजस्व की जमीन हैं। उन स्थलों पर गोठान बनाए जाएंगे। इसके लिए भूमि का चिन्हांकन शीघ्र करें। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थलों का चयन किया जाए जहां गौठान के साथ-साथ चारागाह के लिए भी भूमि उपलब्ध हो और उनका प्रस्ताव शीघ्र ही जिला कार्यालय को भेजें। उन्होंने कहा कि जिन स्थलों पर गोबर की खरीदी शुरू नहीं हो पाई थी। वहां गोबर खरीदी का कार्य प्रारम्भ करें। सभी पंचायतों में गोबर खरीदी के कार्य प्रारम्भ कराया जाना है। इन स्थलों पर स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सके। इस कार्य को युद्धस्तर पर पूरा करें। उन्होंने कहा कि जिन स्थलों में गोबर खरीदी की जा रही है। वहां अनिवार्य रूप से एप में इन्द्राज करें। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि निजी संस्थानों में भी गौठान के वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री कराएं। निर्माण एजेंसी अपने निर्माण क्षेत्र के रिक्त स्थलों के आसपास गार्डनिंग कराने के लिए वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग करें।
महासमुन्द, 7 फरवरी। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुन्द में अलुमनी एसोसिएशन की नई कार्यकारिणी गठित हो गई है।
सर्वसम्मति से दूसरी बार अध्यक्ष चुने गए दाऊलाल चंद्राकर ने कार्यकारिणी की घोषणा की। मचेवा स्थित पीजी कॉलेज भवन में शनिवार को आयोजित बैठक में नवीन कार्यकारिणी की विधिवत घोषणा की गई। अलुमन एसोसिएशन में वर्ष 2021-23 के लिए उपाध्यक्ष संजय शर्मा, सचिव डॉ दुर्गावती भारतीय, सहसचिव खिलावन बघेल, कोषाध्यक्ष अजय राजा, संयोजक डॉ रीता पांडेय, सहसंयोजक डॉ जया ठाकुर, कार्यकारिणी सदस्यों में जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, साहित्यकार अशोक शर्मा, राजेश शर्मा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष चमन चंद्राकर, लघु कथाकार महेश राजा, अधिवक्ता अजीज कुरैशी, अधिवक्ता संघ जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा, नोटरी माधवराव टाकसाले, प्रेस क्लब अध्यक्ष आनंदराम साहू, समाजसेवी तारिणी चंद्राकर, पार्षद मनीष शर्मा, युवा प्रतिनिधि अजय थवाईत, शिक्षा जगत से ईश्वर चंद्राकर, चिकित्सा क्षेत्र से डॉ प्रदीप साहू, प्रीतम विश्वकर्मा, भारती सोनी, महाविद्यालय सदस्यों में डॉ मालती तिवारी, सीमारानी प्रधान, मुकेश पेंदरिया कुल 26 सदस्यों की विभिन्न क्षेत्रों से विशेषज्ञ टीम बनाई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। महासमुन्द मिनी स्टेडियम में आयोजित टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि खेल हो या फिर राजनीति में किसी एक ही विजेता होती है। इस लिए हमेशा हार और जीत के लिए तैयार रहना चाहिए। कभी पराजय से मायूस नहीं होना चाहिए।
महाप्रभु बल्लभाचार्य महाविद्यालय द्वारा मिनी स्टेडियम में 6 दिवसीय टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर थे। उन्होंने कहा कि कोई भी खेल हो या राष्ट्रीय निर्माण में युवाओं की महती भूमिका होती है। उन्होंने कहाकि खेल के माध्यम से भी अपना भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ में प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों की कमी नहीं है। जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को गौरवांनीत किया है और आज सरकारी नौकरी पा कर एक बेहतर जीवन जी रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मिनी बस एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज सरफराज ने कहा कि खेल के जरिये ही युवाओं में धैर्य और सहनशीलता की परख होती है साथ ही अनुशासन व टीम भावना से एक जुटता के साथ खेल खेलना सिखाती है। इसके पहले अतिथियों ने दोनों टीम के खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त किया और पालिका अध्यक्ष ने क्रिकेट में हाथ भी आजमाया। कल का फाइनल मैच महासमुन्द के टीकम इलेवन और अभनपुर के गणेशपुर इलेवन के बीच खेला गया। जिसमें टीकम इलेवन विजेता रहीं। उपविजेता गणेशपुर इलेवन रही। अतिथियों ने विजेता टीम को ट्राफी के साथ 21 हजार रुपए का प्रथम पुरस्कार दिया वहीं उपविजेता टीम को ट्राफी और 11 हजार का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
आयोजन समिति ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।
महासमुन्द, 7 फरवरी। शहर के कांग्रेस भवन चौक में स्थित ट्रैफिक बूथ यातायात जवानों के सहूलियत के लिए बनाया गया था ताकि बूथ में खड़े होकर जवान ट्रैफिक संभाल सकें पर बूथ के चारों ओर विज्ञापन सम्बंधी पोस्टर लगाए जाने से आए दिन जवानों को सडक़ पर ही खड़े होकर ड्यूटी करनी पड़ रही है। लगातार हो रही इस परेशानी को देखते हुए यातायात विभाग ने यहां से कल बूथ ही हटा दिया। यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल ने खुद खड़े होकर बूथ हटवा दिया। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक बूथ के चारों ओर लगातार पोस्टर लगाए जा रहे थे इसलिए उसे हटा दिया है।
महासमुन्द, 7 फरवरी। सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हुई।
श्रीमती पटेल ने कहा कि राज्य शासन हर वर्ग के लिए कोई न कोई जनकल्याणकारी योजनाए संचालित कर रही है। जिसका लाभ हर हितग्राही को मिले यह हम सब का दायित्व है। जिले में ख़ास कर ग्रामीण क्षेत्र में सुगम आवाजाही के लिए बनाई जाने वाली सडक़ गुणवत्तापूर्ण हो इस बात का ख़ास ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिले में जो भी विकास के निर्माण कार्य चल रहे हो उस में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। महिला बाल विकास, लोक निर्माण और वन विभाग के जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य कार्यकालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। वहीं वन मंडलाधिकारी पंकज राजपूत ने वन विभाग की गतिविधियों के बारे में बताया। बैठक में उपाध्यक्ष जिला पंचायत लक्ष्मण पटेल, समिति सदस्य और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में महिला बाल विकास अधिकारी ने विभागीय योजनाओं और कामकाज की जानकारी दी। लोक निर्माण के कार्यों की भी समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री सडक़ के साथ ही मुख्यमंत्री सडक़ के साथ अन्य विकास सम्बंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना को जमीनी स्तर पर मूर्त रूप देने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 01 फरवरी 2021 से द्वितीय फेस में निर्मित 61 गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य प्रारंभ की गई है। इनमें विकासखंड महासमुन्द में 16, बागबाहरा में 17, पिथौरा में 5, बसना में 9 एवं सरायपाली के 14 गौठानों में 4 फरवरी तक कुल 4.488 पशुपालकों ने अपना पंजीयन गोबर विक्रय के लिए कराया है। इनमें से 3,333 पशुपालकों द्वारा 2 लाख, 39 हजार 1 क्विंटल गोबर बेचा है। गोधन न्याय योजना की प्रत्येक जानकारी का अपलोड गोधन न्याय योजना एप में सचिव स्तर पर किया जा रहा है।
गोधन न्याय योजना एप में पशुपालकों के पंजीयन, गोबर खरीदी की ऑनलाईन प्रविष्टी समूहों एवं समूहों के सदस्यों, समूहों को गोबर प्रदाय, समूहों द्वारा उत्पादित वर्मी खाद की मात्रा, तिथिवार टंकी में गोबर भराव, वर्मी डालने का तिथि, खाद निकालने की प्रविष्टि की जा रही हैै। इसके अलावा गोधन से अन्य अर्जित आय, प्राप्त खाद लैब टेस्ट इत्यादि की जानकारी गौठान के नोडल अधिकारी के सहयोग से सचिव के माध्यम से किया जाता है।
तहसीलदार सहित 534 लोगों ने लगवाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को जिले के 21 टीकाकरण केंद्र में कुल 534 फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगाया गया। इनमें स्वास्थ्य विभाग के 461 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। जबकि 73 अन्य विभागों से हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार से टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगर पालिका और पंचायत विभाग के अधिकारी.कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाना है। महासमुन्द शहर के अर्बन पीएचसी में कलेक्टर, एडीएमए डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को वैक्सीन लगाई जानी थी। कल न तो कलेक्टर ही वैक्सीन लगवाने पहुंचे और नही एसपी। बता दें कि महासमुन्द जिले में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हो गया है।
दूसरे चरण में राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगर पालिका और पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी है। दूसरे चरण के पहले दिन केवल 73 लोगों ने टीका लगवाया, जबकि 4950 फ्रंटलाइन वॉरियर्स का नाम टीकाकरण के लिए तैयार पोर्टल में अपलोड हो चुका है। ऐसे 100 लोगों की सूची पहले दिन के लिए तैयार की गई थी। सभी अधिकारियों को बकायदा टीकाकरण सम्बंधी सूचना भी दी गई थीए लेकिन इनमें से केवल 13 ही टीका लगवाया। राजस्व विभाग से महासमुन्द तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा ने कल शनिवार को वैक्सीन लगवाया है।
तार फेंसिंग का निर्माण कर कमाए 2 लाख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। जिले के विकासखंड बागबाहरा के अंदरूनी गांव कोमाखान की एकता महिला स्व.सहायता समूह की दीदीयों के जज्बे के आगे अब लोहा भी नरम पड़ गया है।
यहां की बिहान समूह की महिलाएं आजीविका के रूप में लोहे की तार फेंसिंग का निर्माण कर रही है। इन महिलाओं ने अब तक 169 बण्डल फेंसिंग तार का निर्माण कर 1 लाख 90 हजार 365 रुपए का विक्रय किया है। इनके फेंसिंग तार को सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में मांग। हाल ही में कलेक्टर डोमन सिंह और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.रवि मित्तल इनसे मिलने पहुंचे। इनके द्वारा बनाए जाने वाले फेंसिंग तार की प्रक्रिया और उपकरण आदि देखी। महिलाओं ने बताया कि काम मुश्किल था पर मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया तो काम आसान लगने लगा। कलेक्टर ने उनके काम की तारीफ की।
महासमुन्द जिले में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत् महिला एवं युवतियों को एक स्व.सहायता समूह के रूप में गठित कर उन्हें प्रेरित और विभिन्न आजीविका गतिविधियों का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। शासन की महत्वकांक्षी योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा महासमुन्द जिले में 5223 महिला स्व.सहायता समूह काम कर रही है। इनमें 55 हजार 910 महिलाएं इससे जुडक़र मोमबत्ती, दीये, वाशिंग पाउडर, फिनायल, बांस की टोकरी सहित अन्य सामग्रियां बनाकर आत्मनिर्भर हुई हैं।
बिहान योजना से जुड़ी महिलाएं सिलाई.कढ़ाई करने, जैविक खाद बनाने और खुद बनाए सामानों को बजार में बेचने का काम करती हैं। जिले की स्व सहायता समूह की महिलाओं ने साबित कर दिया की उनके अन्दर भी परिवार को आर्थिक सहायता देने की क्षमता है। ऐसे में बिहान की योजनाएं उन्हें और मजबूत कर रही है। बिहान की योजनाओं का लाभ उठा कर महिलाएं सिर्फ अपने ही परिवार के आर्थिक स्थिति को मजबूत नहीं कर रही है बल्कि और भी लोगों को रोजगार प्रदान कर उन्हें भी आगे बढऩे में मदद कर रही है। ये महिलाएं फेसिंग तार के साथ अचार, पापड़, निरमा, साबुन, फिनाइल आदि निर्माण कर रही है।
महासमुन्द, 7 फरवरी। यह तस्वीर राष्ट्रीय राजामार्ग 353 ग्राम लभरा के पास की है। यहां करोड़ की लागत से सडक़ के बीच बनाए गए डिवाइडर का एक हिस्सा वाहनों की ठोकरों से क्षतिग्रस्त हो गया है। निर्माण कंपनी मरम्मत भी नहीं करा रही है।
लभरा में निर्मित डिवाइडर का एक हिस्सा वाहनों की ठोकरों से क्षतिग्रस्त हो चुका है। मालूम हो कि निर्माण के बाद कंपनी द्वारा डिवाइडर में रिफलेक्टर नहीं लगाया गया है जिसका परिणाम यह हुआ है कि वाहनों की ठोकरों से डिवाइडर के एक ओर का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसे क्षतिग्रस्त हुए करीब दो माह से अधिक समय बीत चुका है लेकिन इसके बाद भी निर्माण एजेंसी ने इसकी मरम्मत नहीं कराई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी। केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में देशभर में हाइवे जाम का असर महामसमुन्द जिले में भी देखने को मिला। किसानों ने जिले के कई इलाकों में एनएच पर चक्काजाम किया। किसानों के इस आंदोलन को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और चक्काजाम में शामिल हुए। किसान और कांग्रेसियों ने महासमुन्द जिले के एनएच 53 पर महासमुन्द ब्लॉक में पटेवा बस स्टैंड, पिथौरा ब्लॉक में सांकरा, बसना ब्लॉक में सिंघनपुर और एनएच 353 पर बागबाहरा ब्लॉक के खोपलीपड़ाव में चक्काजाम किया। इस दौरान घंटों यातायात बाधित रहा।
पटेवा बस स्टैंड के पास आयोजित चक्काजाम में आसपास के किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए। सुबह 11 बजे यहां चक्काजाम की शुरुआत हुई। यहां आयोजित सभा के पश्चात करीब डेढ़ घंटे तक किसान और कांग्रेस सडक़ पर बैठ गए। चक्का जाम को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई थी। पुलिस ने किसानों और कांग्रेसियों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस की समझाइश के बाद किसान वहां से हट गए। लेकिन कुछ देर बाद ही वे फिर से आकर एनएच पर बैठ गए। आखिरकार पुलिस ने जबरिया सभी को एनएच से हटाया। इस दौरान प्रशिक्षु डीएसपी अपूर्वा सिंह क्षत्रिय, पटेवा थाना प्रभारी मल्लिका बेनर्जी समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
इसके पहले आंदोलन को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल ने कहा कि केंद्र द्वारा लाया गया कृषि सम्बंधी कानून किसानों के लिए लाभकारी नहीं है। इस बिल का फायदा कॉरपोरेट घरानों को होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बिल को किसान हितैषी बता रही है। यदि बिल किसान हितैषी है तो देशभर के किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं। जरूर बिल में कोई खामी है। मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे। जिले भर में किसान आंदोलन और चक्काजाम की स्थिति निर्मित होने के कारण एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। एनएच 53 में पटेवा, सांकरा और सिंघनपुर के पास सडक़ के दोनों ओर गाडिय़ों का जाम लग गया। आंदोलन समाप्त होने के बाद दोपहर 2 बजे के बाद पुलिस की मौजूदगी में गाडिय़ों को एक-एक कर रवाना किया गया। आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने इन स्थानों पर दो किमी पहले ही गाडिय़ों को रोका था।
बारिश की संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कवर की व्यवस्था के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। महासमुन्द में सुबह से तेज ठंडी हवाएं उत्तर दिशा की ओर से बह रही है। लिहाजा एक बार फिर से ठंड का मौसम आ पहुंचा है। मौसम विज्ञानी कहते हैं कि एक द्रोणिका ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किमी तक ऊंचाई में स्थित है। इसी से मौसम बदल रहा है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण फरवरी माह में ठंडकता बनी हुई है। रात में तापमान गिर जाने से ठंड का अहसास बढ़ा है। आज और कल फिर मौसम में बदलाव आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गरज चमक के साथ बारिश के छींटे की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार महासमु्द जिले में एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणिका इस ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। प्रदेश में इन मौसमी तंत्र के प्रभाव हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। कल 7 फरवरी की सुबह से ही न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है। फरवरी में कड़ाके की ठंड के बाद अब सर्दी खत्म हाने लगी है। लेकिन मौसम के बदलाव के चलते यह ठंड जाने का नाम ही नहीं ले रही है। अगले दो दिन में एक बार फिर ट्रफ बनने के कारण बदली व छींटे पडऩे के आसार हैं।
मौसम विभाग के सहायक विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा में बना चक्रवात उतपरी छग पर प्रभावी होगा। इसके प्रभाव से कुछ जगहों का मौसम बदलेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। अगले 24 घंटे में इसके प्रभाव से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी और अधिक तापमान में गिरावट आएगी। शनिवार और रविवार को मध्य भाग में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा भी हो सकती है। बारिश होने से तापमान में गिरावट आने के साथ ही साथ ठिठुरन भी बढ़ेगी। इसका स्वास्थ्य पर पड़ता है। ज्यादा असर बुर्जुगों व बच्चों के साथ दमा के मरीजों में पड़ती है। इसके अलावा वायरल अधिक बढ़ती है।
जिले के डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना के चलते इस गर्म-सर्द मौसम से बचाव की अपील की है। डाक्टरों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण गर्म-सर्द की शिकायतें आ रही है। गले में खराश और सर्दी जैसे फ्लू के लक्ष्ण दिखा सकते हैं। जिसके चलते निजी व सरकारी अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण ऐसी स्थिति निर्मित होती है। मौसम को दखत हुए जिला प्रशासन ने भी उपार्जन केंद्रों में खुले में पड़े धान को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। इन केन्द्रों में धान उठाव के लिए विपणन विभाग के अधिकारी लगे हैं। बारिश के संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कव्हर की व्यवस्था के लिए कहा गया है।