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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 9 मई। आईएएस आनंद मसीह के जाति प्रमाण पत्र निरस्त मामले को लेकर प्रदेश में एक बड़ी बहस छिड़ गई है। इस मामले में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ईसाई आदिवासी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल किस्पोट्टा ने कहा कि अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के संयोजक के द्वारा डी-लिस्ंिटग आंदोलन का नतीजा है बताया जाना सरासर गलत है। यह झूठा बयान आदिवासियों को भ्रमित करने वाला है।
इस वजह से हुआ निरस्त
आईएएस आनंद कुमार मसीह का जाति प्रमाण पत्र धर्म के आधार पर निरस्त नहीं हुआ है किन्तु वह आदिवासी होने का पर्याप्त प्रमाण नहीं दे पाये, अपने दास्तावेज के आधार पर स्वयं को उरांव आदिवासी जाति का सिद्ध नहीं कर पाने के कारण आईएएस आनंद कुमार मसीह का जाति प्रमाण पत्र निरस्त किया गया है।
धर्म मानने के लिए स्वतंत्र हैं
यदि कोई उरांव जनजाति या अन्य जनजाति का सदस्य है तो उसे धर्म के आधार पर उसका अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र निरस्त नहीं हो सकता है। संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश 1950 में धर्म का उल्लेख नहीं है। अनुसूचित जनजाति का व्यक्ति किसी भी धर्म को मानने के लिए स्वतंत्र है।
जशपुर को लेकर भी कहा
जशपुर जिले के कुछ ग्रामों के कुछ आदिवासी ग्रामीणों का पहले के राजस्व अभिलेखों में मिसल बंदोबस्त में संवसार व खिस्तान दर्ज हो गया है किन्तु बाद के राजस्व अभिलेखों में उनकी जाति उरांव दर्ज है और उनको सन् 1950 से वर्तमान तक के रिकार्ड के आधार पर उरांव अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र शासन द्वारा जारी किया जाता है।
भारत सरकार के एक परिपत्र के अनुसार बंदोबस्त कर्मचारियों के द्वारा हुए त्रुटि के आधार पर किसी को जाति प्रमाण पत्र से वंचित नहीं किया जा सकता है। यदि वह वास्तव में अनुसूचित जनजाति का सदस्य है। छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र निरस्त करने के लिए अनेक आदिवासी संगठन कई बार शासन से मांग करते आ रहे हैं।
झूठा प्रचार न करने का आग्रह
सर्व आदिवासी समाज, अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ व अजाक्स जैसे संगठन लगातार फर्जी जाति प्रमाण पत्र निरस्त किये जाने की मांग करते आ रहे है। ताकि आपात्र लोग अनुसूचित जनजाति का गलत फायदा न उठा सके।
फर्जी जाति प्रमाण पत्र निरस्त मामले को डी-लिस्ंिटग आंदोलन का नतीजा बताकर आदिवासियों को मूर्ख बनाने का प्रयास न करें। गणेश राम भगत के द्वारा लोगों को गुमराह करने और आपस में वैमनस्यता फैलाने के लिए इस प्रकार का झूठा प्रचार-प्रसार नहीं किया जाना चाहिये।
गणेश राम ने कहा यही है डी-लिस्टिंग
प्रदेश में इस प्रकार का यह पहला मामला नहीं है, बल्कि जशपुर जिले के अधिकांश गांव के राजस्व अभिलेखों में जाति को लेकर उस प्रकार की विसंगति है जहां मिशल बंदोबस्त 1925 में जाति के कालम में क्रिस्तान लिखा है तो उसी व्यक्ति के वर्ष 1949 के अधिकार अभिलेख में जाति उरांव दर्शित है।
अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच अपने आंदोलन में पिछले 15 वर्षों से यह मुद्दा उठाती रही है कि आखिर एक व्यक्ति के राजस्व अभिलेखों में दो जातियों का उल्लेख है तो किस आधार में उस व्यक्ति के जाति का निर्धारण अनुसूचित जनजाति के रूप में किया जा रहा है। इस संबंध में सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी इक_ा कर मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने कांवर में भरकर दस्तावेज जशपुर और सरगुजा कलेक्टर को सौंपा गया था।
इस संबंध में श्री भगत का कहना है कि धर्मांतरित लोगों की अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर करने की हमारी मांग वर्षों से चली आ रही है और वास्तव में ऐसे लोगों को आरक्षण का लाभ देना असंवैधानिक है। हमारे आंदोलन का प्रभाव है कि श्री मसीह की जाति की जांच इस एंगल से की गई और उसे प्रमाणित माना है, साथ ही उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है अभी देखते जाइये कई रसूखदार लोग अभी इस जांच के दायरे में आएंगे , और यही कारण है कि हमारे डिलिस्टिंग आंदोलन से मिशन भयभीत है क्योंकि उन्हें मालूम है कि इस प्रकार के जांच से उनकी दुकानदारी ठप हो जाएगी और वास्तव में यही तो डीलिस्टिंग है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 9 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष श्याम बिहारी चौहान एवं जिला सचिव कृष्ण यादव द्वारा जानकारी दिया गया कि पंचायत सचिव अपनी लंबित मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीय करण को लेकर प्रगतिरत आंदोलन को और उग्र करते हुए 8 मई को जिला मुख्यालय में लगभग 350 की संख्या में पंचायत सचिव जिला में उपस्थित होकर रक्तदान किया गया तथा भूपेश है तो भरोसा है के नारा के साथ सभी जिला मुख्यालय में पदयात्रा रैली निकालकर भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपें है। आज 9 मई 2023 से जिला मुख्यालय में जिला के समस्त पंचायत सचिव भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया गया।
विगत 16 मार्च से ब्लॉक मुख्यालय में काम बंद कलम बंद हड़ताल पर बैठे हुए हैं । हड़ताल का 56 दिन पूर्ण होने के बाद भी शासन प्रशासन द्वारा वार्तालाप नहीं करने के कारण सचिवों में रोष व्याप्त है, पंचायत सचिव के हड़ताल में चले जाने से शासन की महत्वकांक्षी योजना सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, बेरोजगारी भत्ता फार्म, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना, किसान न्याय योजना, गोबर खरीदी, रिपा कार्य, गौठान के समस्त कार्य ,मनरेगा के कार्य ,जन्म मृत्यु पंजीयन, राशन कार्ड, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, सामाजिक सहायता कार्यक्रम अंतर्गत वृद्धा पेंशन ,विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन ,सुखद सहारा पेंशन, मुख्यमंत्री पेंशन ,राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना ,श्रद्धांजलि योजना, पेयजल आपूर्ति,शौचालय निर्माण ,वन अधिकार पट्टा वितरण ,स्वामित्व योजना सर्वेक्षण ,ग्राम सभा ,बजट निर्माण, समस्त निर्माण कार्य एवं वित्तीय वर्ष के अंतिम होने से लेखा-जोखा के कार्य पूर्ण रूप से प्रभावित है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष तुलसी साहू द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की पहल नहीं करने के कारण एवं सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ के सभी धरना स्थल में मुख्यमंत्री के नाम कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को ज्ञापन दिया गया।
प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आगे बताया गया कि शासन/प्रशासन द्वारा पंचायत सचिवों के शासकीय करण के संबंध में कोई पहल नहीं करते हुए 24 घंटा में वापस लौटने का अल्टीमेटम जारी किया गया था जिसे ब्लॉक स्तरीय धरना स्थल में आदेश की प्रति को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। अभी कुछ जिला के कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा सचिवों के प्रतिनिधि को बुलाकर कार्य पर वापस लौटने का दबाव बनाया जा रहा है जो न्यायोचित नहीं है ,पंचायत सचिव का प्रभार सहायक अंतरिक लेखा करारोपण अधिकारी एवं रोजगार सहायक को सौंपने का आदेश जारी किया गया है।
आदेश का विरोध करते हुए सहायक आंतरिक करारोपण अधिकारी के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला जी पंचायत सचिव के हड़ताल का समर्थन करते हुए प्रभार नहीं लेने हेतु शासन प्रशासन को ज्ञापन दिया गया एवं रोजगार सहायक संघ कोंडागांव के जिला अध्यक्ष द्वारा भी प्रभार नहीं लेते हुए सचिव संगठन के हड़ताल के समर्थन में ज्ञापन दिया गया है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी नईम खान प्रदेश पंचायत सचिव संगठन छत्तीसगढ़ ने कहा कि यदि हमारी मांगों पर शासन प्रशासन द्वारा गंभीरतापूर्वक विचार नहीं किया जाता है, तो उग्र आंदोलन करते हुए भूख हड़ताल, आमरण अनशन करने के लिए संगठन बाध्य होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 8 मई। प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप की तस्करी करने वालों 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार 7 मई को मुखबिर से चौकी कोतबा को सूचना मिली कि मुरली यादव उर्फ संकीर्तन यादव अपने साथी शेख नसीम निवासी रोकबहार को अपने बुलेट मोटर सायकल में पीछे बैठाकर बीच में सफेद बोरी में 2 पेटी प्रतिबंधित कफ सिरप को अवैध रूप से विक्रय करने के उद्देश्य से ओडिशा की ओर से कोतबा की ओर आ रहा है।
इस सूचना पर तत्काल चौकी प्रभारी कोतबा अपने स्टॉफ के साथ गोलियागढ़ (कोतबा) मार्ग में आने-जाने वाले मोटर सायकल की बारीकी से चेकिंग की जा रही थी। उसी दौरान सामने आ रही बुलेट मोटर सायकल क्र. सी.जी. 13 ओ.जी. 4278 में सवार 2 व्यक्तियों को रोककर कफ सिरप रखने के संबंध में पूछताछ कर तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 2 पेटी बक्सा में कुल 240 नग कोडिन फॉस्फेट ओनेरेक्स सिरप कीमती 36000 रु. मिलने पर उन्हें वाहन सहित अभिरक्षा में लेकर चौकी लाया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने उक्त कफ सिरप को मोटर सायकल से तस्करी करते हुये लाना बताने पर जब्त किया गया। आरोपियों का कृत्य धारा 21(सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट का अपराध घटित करना पाये जाने पर आरोपी मुरली यादव उर्फ संकीर्तन यादव (38) खजरीढाप चौकी कोतबा एवं शेख नसीम (22) रोकबहार को 7 मई को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 8 मई। बीती रात जिले के दुलदुला में एक फर्नीचर दुकान में भीषण आग लगने से लाखों रुपए के फर्नीचर के साथ कई जरूरी सामान जलकर खाक हो गए।
आग इतनी भीषण थी कि बुझाने के लिए 2 दमकल की गाडिय़ां भी कम पड़ गई। कई घंटे की मेहनत के बाद देर सुबह आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक दुकान के अंदर रखा सारा समान जलकर खाक हो चुका था। इस अग्निकाण्ड में राहत की बात यह है कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
दुकान दुलदुला निवासी अजय गुप्ता की बताई जा रही है। बीती रात करीब ढाई बजे उसके भाई ने दुकान से धुआं निकलते हुए देखा। उसने दुकान खोलकर देखा तो भीतर भीषण आग लगी हुई है।
आग लगने की खबर गांव के और लोगों को दी गई। रात को ही गांव के लोग जमा हो गए और आग बुझाने में लग गए, लेकिन आग को काबू नहीं कर पाए आग और भडक़ने लगी।
घटना की सूचना दमकल विभाग को देने के बाद कुनकुरी और जशपुर से दमकल पहुंचा और रात को दुलदुला थाना प्रभारी और पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। चार घंटे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 6 मई। नशीली दवा मादक पदार्थ ओनेरेक्स सिरप का अवैध कारोबार करने वाले दो आरोपियों को कांसाबेल पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वहीं दो अन्य आरोपी फरार है, पुलिस की तलाश जारी।
पुलिस के अनुसार रामगोपाल गर्ग (आईपीएस) आईजी सरगुजा रेंज सरगुजा एवं डी. रविशंकर (आईपीएस) डीआईजी एवं एसएसपी जिला-जशपुर के दिशा-निर्देशन में थाना-कांसाबेल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिला कि नशीली मादक पदार्थ का अवैध कारोबारी अपने किराये के मकान में भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवा मादक पदार्थ ओनेरेक्स सिरप बिक्री हेतु रखा हुआ है।
सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में थाना कांसाबेल पुलिस द्वारा त्वरित रेड कार्रवाई करते हुए आरोपियां अनुराधा (32) नकबार का अपने किराये के मकान तुलसी कौशिक कांसाबेल के घर में भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली दवा मादक पदार्थ ओनेरेक्स सिरप 5 पेटी कुल 600 नग शीशी कीमती 90 हजार एवं मुंतजर खान उर्फ जुमन खान (34) पोंगरो के कब्जे से जब्त किया गया एवं दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, अन्य 2 आरोपी फरार हो गये।
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। फरार आरोपियों की पता-तलाश की जा रही है।
जशपुरनगर, 6 मई। बगीचा के वार्ड क्रमांक 14 ऊपर गम्हरिया निवासी चार बेटियों के पिता ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक मोहन प्रजापति उर्फ मालू का शव तेंदू के पेड़ पर झूलता हुआ मिला। बकरी चराने वाले ग्रामीणों ने इसकी सूचना कुम्हारपारा में दी जिसके बाद बगीचा पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरु कर दी है। मृतक के पिता चेठा प्रजापति ने बताया कि उनकी चार बेटियां हैं और उसके ऊपर समूह व अन्य निजी कर्ज का बोझ था, जिससे वह तनाव में था। बीती रात नशे की हालत में पति पत्नी में लड़ाई भी हुई है, जिसमें बीच बचाव कर मामला शांत भी किया गया, जिसके बाद सभी घर में सो गए थे। आज सुबह घर से चुन्नी लेके वह आधे घंटे में वापस आने की बात कहते हुए घर से निकले, जिसके बाद उसने गांव के बाहर पेड़ पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि लेन देन को लेकर मृतक का किसी के साथ विवाद भी हुआ था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 6 मई। पंचमुखी शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र एवं समाज के सर्वांगीण विकास में निरंतर सक्रिय संगठन एकल अभियान के भाग उत्तर छत्तीसगढ़ के अंचल कुनकुरी का सेवव्रती कार्यकर्ता सम्मान एवं तिलकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन भाग कार्यालय कुनकुरी में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भाग एवं अंचल की मातृशक्ति द्वारा भाग एवं अंचल के समिति पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में भारत माता एवं भगवान श्री राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में सेवव्रतियों को बैग, रेनकोट, साड़ी एवं वस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
अंचल कुनकुरी के भाग कार्यालय में सेवाव्रती सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित उत्तर छत्तीसगढ़ भाग संवाद प्रभारी विष्णु नारायण जोशी, अंचल अध्यक्ष भुनेश्वर सिंह, उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, अंचल संवाद प्रभारी बिहारीनायक, सचिव अरविंद मिश्रा, शिक्षा समिती अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, भाग मां अनामिका नंदे, अंचल मां गायत्री नंदे, अंचल मां सुधा होता, महिला समिती अध्यक्ष पुष्पा पारीक, सोनी सिंह, पूनम शर्मा, सुनिता पुरी, जया वर्मन, ललिता व अंचल के सभी सेवाव्रती उपस्थित रहे।
अंचल अध्यक्ष भुनेश्वर सिंह ने कार्यकर्ता सम्मान व तिलकोत्सव, एसएसपीएम/एसएसपी कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी और एसएसपीएम को दायित्व बोध कराया।
भाग मां अनामिका नंदे व भाग संवाद प्रभारी विष्णु नारायण जोशी का मार्ग दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त हुआ। भाग की मां अनामिका नंदे द्वारा 11 संच की एसएसपीएम के नाम की घोषणा भी की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 6 मई। एनएच-43 किनारे खड़े कैप्सूल ट्रक से स्कोर्पियो जा टकराई। इस हादसे में स्कोर्पियो सवार एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि कार में सवार अन्य दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। स्कोर्पियो में एसआई का परिवार था।
हादसा उस वक्त हुआ, जब तेज रफ्तार स्कोर्पियो अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे खड़े कैप्सूल ट्रक से पीछे में जा भिड़ी थी। सूचना पर पत्थलगांव पुलिस घटनास्थल पहुंची और आगे की कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के अनुसार चरखापारा निवासी विपिन खलखो अपनी गाड़ी स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक एमपी 50 बीसी 1518 में सवार होकर अपने बच्चे के इलाज के लिए दवाई लेने जशपुर गए थे। वहं पत्थलगांव के पाकरगांव ग्राम पंचायत समीप पुष्पक ढाबा के पास एनएच-43 किनारे कैप्सूल ट्रक क्रमांक यूपी 70जेटी 5349 को खड़ी कर ड्राइवर बोरिंग से पानी भरने गया था, तभी स्कोर्पियो की गति तेज होने के कारण सडक़ किनारे खड़े कैप्सूल को पीछे से टक्कर मार दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर इतनी तेज थी कि वाहन टकराने के बाद 10 से 20 मीटर पीछे आ गई थी एवं दरवाजे खोलकर घायलों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इस घटना में उनके परिवार के बैठे 6 लोगों में सब इंस्पेक्टर विपिन के पिता रेमिश खलखो 75 वर्ष, पत्नी ओरेलिया खलखो 35 वर्ष, एवं बेटा आरुष खलखो की मृत्यु हो गई है, 3 घायल अवस्था में पत्थलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
विपिन खलखो ने बताया कि मध्यप्रदेश के बालाघाट के सिवनी थाने में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है। दुर्घटना में कार के परखच्चे उड़ गए, वाहन के एक्सीडेंट होते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। इस हृदयविदारक घटना से परिजन एवं अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रायपुर भेजा गया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 5 मई। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र में कियोस्क बैंक के कर्मचारी से सामूहिक मारपीट का मामला सामने आया है। पीडि़त की हालत गंभीर बताई जा रही है सिर में अंदरुनी चोट लगने के कारण युवक अब भी बेहोशी की हालत में है।
पीडि़त के साथी ने बताया कि आरोपियों ने पहले युवक को बंधक बनाया और फिर उसे रस्सी से बांधकर जमकर मारपीट की। युवक को इस कदर मारा कि वह बेहोश हो गया है। युवक को बेहोशी की हालत में घर के बाहर छोड़ दिया।
उक्त मामले की जानकारी मिलते ही युवक के परिजन मौके पर पहुंचे और बेहोशी की हालत में उसे बगीचा अस्पताल लेकर आए जहां उसे अंबिकापुर भेजा गया है। युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रायपुर भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
ज्ञात हो कि मामला बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम कडरुजबला का बताया जा रहा है, जहाँ पीडि़त नीरज जायसवाल पिता स्वर्गीय राजकुमार जायसवाल बुधवार को अपने साथी सूरज के साथ कडरूजबला निवासी रजिना कुजूर का घर गलती से निकासी के जगह पैसा जमा कर दिया था, उस पैसे को लेने गया हुआ था।
मामला 30 अप्रैल का है रेजिना अपने खाते से पैसे निकालने के लिए बगीचा के लोटा स्थित कियोस्क शाखा में आई हुई थी, जहाँ त्रुटिवश कियोस्क कर्मचारी नीरज जायसवाल द्वारा आहरण के स्थान पर रेजिना के खाता में पांच हजार रूपये नगद जमा हो गया और काउंटर से भी नीरज जायसवाल द्वारा रेजिना को पांच हजार का आहरण भुगतान नगद कर दिया गया। जब कियोस्क के हिसाब में दस हजार का अंतर आया तो यह बात नीरज को पता चली, जिसके समायोजन के लिए नीरज जायसवाल अपने साथी सूरज के साथ कडरुजबला गये थे।
जहां रेजिना घर में नहीं थी तो नीरज जायसवाल ने उनके घरवालों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वो घर पर नहीं है, कहीं शादी में गई हुई है, यहाँ उनके घरवालों ने मिलने का कारण पूछा तो लेनदेन के बारे में उन्हें बताते हुए दस्तावेज दिखाने लगे इतने में घरवाले आक्रोश में आ गए और दोनों की जमकर पिटाई कर दी।
सूरज ने पुलिस से किए शिकायत में बताया है कि इस दौरान रेजिना का जीजा कार्तिक, विजय एवं अन्य गांव के लोग अश्लील गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी और जमकर मारपीट भी किए। कार्तिक ने लात घूसों से नीरज की पिटाई की और डंडा से सिर में वार भी किया। इस बीच विजय और अन्य लोगों द्वारा भी लात घूसा से नीरज जायसवाल के साथ मारपीट की गई सूरज ने बीच बचाव का प्रयास किया तो उसे भी मारने पीटने के लिए दौडऩे लगे तो वह दूर जाकर छिप गया।
यहाँ से नीरज की मां मंजू जायसवाल एवं चाचा गोपाल जायसवाल को फोन करके घटना की पूरी बात को उसने बताया तब नीरज के चाचा प्रहलाद को लेकर कडरूजबला गये और दोनों को बगीचा लेकर पहुंचे। नीरज के सिर में गहरी चोट आई है जिसको बेहोशी की हालत में ईलाज के लिए बगीचा अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहाँ से उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया गया है।
बहरहाल बगीचा पुलिस कुछ आरोपियों को पकडक़र बगीचा थाने लेकर आई हुई है पुलिस ने बताया पूछताछ जारी है जांच के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 5 मई। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के पुरंगा का मामला है, जहां सत्यप्रकाश कोरवा ने अपनी पत्नी चंद्रमुनी कोरवा की लकड़ी से मारकर हत्या कर दी है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पति शाम को घर में आया, जिसके बाद पत्नी से वह खाना मांगने लगा। बगल के घर में शादी का कार्यक्रम था, जिसके कारण पत्नी ने खाना नहीं बनाया था। इस बात को लेकर पति नाराज हो गया और नशे की हालत में उसने पत्नी को मारना शुरु कर दिया।
रात्रि लगभग 9 बजे के आसपास गांव के लोगों ने हल्ला गुल्ला सुना और मौके पर पहुंचकर आरोपी को समझाने का प्रयास किया। नशे में चूर पति उल्टे ग्रामीणों को डांटने लगा और दरवाजा बंद करके अपनी पत्नी को पीटने लगा। पति ने लकड़ी मारकर उसके शरीर को छलनी-छलनी कर दिया। देर रात तक वह पत्नी को जमीन में घसीट-घसीट कर मारता रहा। मृतिका का शरीर खून से लथपथ हो गया था।
पति ने नहलाया सास ने तेल मालिश किया
इस दौरान पत्नी मरणासन्न अवस्था में थी और उसने नहाने की इच्छा जताई तो उसके पति ने उसे घर के आंगन में नहलाया। इसके बाद आरोपी ने बगल के कमरे में सो रही अपनी माँ को जगाया और कहा कि बहू का हाथ पैर अकड़ रहा है थोड़ा तेल लगा दो जिसके बाद भोर में पांच बजे के आसपास उसकी मां ने अपनी बहू को तेल लगाकर मालिश भी किया।
मृतिका तड़पती रही पानी के लिए
पति की पिटाई व प्रताडऩा से मृतिका मरणासन्न अवस्था में पहुंच चुकी थी। जब उसकी सास ने मृतिका का तेल मालिश किया तभी उसने पानी मांगा और जैसे ही उसकी सास ने उसे पानी पिलाने के लिए गिलास उठाया तबतक वह दम तोड़ चुकी थी। अन्धेरा होने के कारण शरीर के जख्मों का एहसास मृतिका की सास को नहीं हो पाया था, जिसके बाद घर के लोगों ने तडक़े फोन करके अपने सगे संबंधियों को तबियत खराब होने की सूचना देकर बुला लिया था।
अंतिम संस्कार की तैयारी, पुलिस को बेटी ने बताई पूरी वारदात
आरोपी पति ने अपनी पत्नी के तबियत खराब होने की बात घरवालों को बताई थी। हांलाकि घर के लोगों में उसकी बेटी ने अपने पिता को मारपीट करते देखा था। उसने भोर में मृतिका को नहलाते हुए भी देखा था। उसने सारी बात पुलिस को बताई। घटना के बाद शुक्रवार की सुबह कोरवा समाज के लोग व सगे संबंधी आसपास के गाँव से घटनास्थल पर पहुंच गए थे और अंतिम संस्कार की तैयारी भी शुरू कर दी गई थी।
इस बीच सुबह ग्रामीणों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। गाँव के लोगों ने रात्रि में लड़ाई झगड़े की घटना को देखा था और आरोपी पति को समझाया भी था। जिसके बाद थाना प्रभारी प्रदीप सिदार, एएसआई नीता कुर्रे समेत बगीचा पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आरोपी पति को हिरासत में लिया और शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया संपन्न कर शव परिजनों के सुपुर्द किया।
आरोपी के घर से गांजे का पौधा जब्त
घटनास्थल पर पहुंचे बगीचा थाना प्रभारी प्रदीप सिदार ने बताया कि आरोपी नशे का आदि था। शराब व गांजे का नशा करने की इसकी आदत थी। घर के आँगन में आरोपी ने कपड़ों से छिपाकर गांजे का पौधा भी लगाकर रखा था, जिसे नष्ट करने का निर्देश दिया गया है। घटना से पहले आरोपी पति अन्य शादी कार्यक्रम में गया हुआ था। गुरुवार की शाम वह घर लौटा था। आरोपी ने बताया कि वह तीन चार दिनों से खाना नहीं खाया था और उसे जमकर भूख लगी थी। जब उसने खाना मांगा तो उसकी पत्नी ने उसे खाना नहीं दिया जिसके कारण गुस्से में आकर उसने पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी नशे का लगातार सेवन करता था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 4 मई। कुनकुरी लवाकेरा राजमार्ग पर नगर सीमा में सरहूल भवन के सामने पिकअप बिजली पोल को तोड़ते हुए मकान को क्षति पहुंचाई दी। दुर्घटना गुरूवार सुबह लगभग साढ़े पांच बजे के आसपास की बताई जा रही है।
दुर्घटना में किसी प्रकार की जन हानी नहीं हुई है, लेकिन पिकअप की टक्कर से बिजली पोल उखड़ गया है और मकान के सामने की दीवार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। घटना की सूचना पाकर कुनकुरी पुलिस मौके पर पहुुंच गई और पिकअप को अपने कब्जे में ले लिया है और प्रकरण की विवेचना में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार पिकअप आम लोड कर ओडिशा से उत्तर प्रदेश जा रहे थे। प्रात: लगभग साढ़े पांच बजे कुनकुरी नगर सीमा पहुंचने पर चालक महेश यादव को नींद की झपकी आ गई और उसने सडक़ किनारे बिजली पोल को टक्कर मारते हुए अनिल भगत के मकान में पिकअप जा घुसी।
पिकअप में चालक के साथ साथी सनी केसरी भी बैठा हुआ था। दुर्घटना में चालक एवं साथी की स्थिति सामान्य है। दुर्घटना में बिजली पोल के टूटने से क्षेत्र की बिजली चली गई है।
मकान मालिक अनिल भगत ने बताया कि सुबह का वक्त हो चुका था घर के लोग उठ गये थे, हादसे वाली जगह पर उसका पुत्र सोया हुआ था। दुर्घटना कुछ देर पूर्व हुआ होता तो गंभीर दुर्घटना घट सकती थी।
भोजन, गणेवश, पुस्तक-कॉपी और छात्रवृति की नि:शुल्क सुविधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 4 मई। जशपुर जिले में दूरस्थ अंचल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी और बिरहोर समुदाय के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष प्रयास किया जा रहा है।
बच्चों के लिए आश्रम-छात्रावास की भी सुविधा दी जा रही है, ताकि बगीच, सन्ना और पाठ क्षेत्र के बच्चे छात्रावास में रहकर अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकें।
आदिम जाति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के 970 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा और बिरहोर परिवार के बच्चे आश्रम में रहकर पढ़ाई कर रहें हैं। छत्तीसगढ़ शासन की स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम विद्यालय में भी बच्चे पढ़ाई कर रहें हैं। आज पहाड़ी कोरवा बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करके शासकीय नौकरी का भी लाभ ले रहे हैं।
जिला प्रशासन द्वारा कोरवा बच्चों को नि:शुल्क भोजन, पुस्तक-कॉपी, छात्रवृति, गणेवश और खेल की भी सुविधा उपलब्ध करा रही है। खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए जिले में तीरंदाजी एकलव्य खेल अकादमी केन्द्र खोला गया है। ताकि बच्चे उच्च स्तरीय कोच से प्रशिक्षण लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना पहचान बना सके।
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा संचालित संकल्प शिक्षण संस्थान में भी प्रवेश दिया गया है। और बच्चे वहॉ रहकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की भी तैयारी कर रहें हैं।
सपने होंगे साकार, विधायक मिंज ने उठाया बीड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 3 मई। जिले के दूरस्थ छर्रा गाँव की नेत्रहीन प्रियंका चौहान आईएएस बनना चाहती है। उसके लिए क्षेत्रीय विधायक यू. डी. मिंज उम्मीद की किरण बन कर आये हैं, जिससे अब प्रियंका अपने सपनों की उड़ान भर सकेंगी।
प्रियंका की मुलाक़ात गाँव के कार्यक्रम के दौरान संसदीय सचिव यू. डी. मिंज से हुई तो उसने अपनी बात उन्हें बताई तो उन्होंने उसकी पढ़ाई का जिम्मा लेने की घोषणा की कि वो जब तक पढऩा चाहेगी, तब तक उसकी पढ़ाई की व्यवस्था करेंगे।
छर्रा गाँव के मजदूरी का काम करने वाले मजदूर चैतू राम की पुत्री प्रियंका चौहान कार्यक्रम के दौरान विधायक यू. डी. मिंज से मिलने पहुँची और उसने अपनी इक्षा से अवगत कराया।
प्रियंका ने बताया कि उसके माँ पिताजी बहुत ही गरीब है और मजदूरी का काम करके परिवार का भरण पोषण करते है और वह दृष्टिबाधित दिव्यांग है, इस कारण परिवार के आगे बढऩे में किसी भी प्रकार से सहयोग नहीं कर पाती है जिसके कारण दु:ख होता है उसने बताया कि मुझे और पढऩा है और जीवन में कुछ हासिल करना हैं और परिवार गाँव का नाम रौशन करना है यह मेरी इच्छा है
प्रियंका ने बताया कि उसने आठवीं तक दृष्टिबाधित दिव्यांग स्कूल जशपुर से आठवीं तक और दृष्टिबाधित दिव्यांग स्कूल रायपुर से पढ़ाई की है। मुझे आगे पूरी पढ़ाई करनी है लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीँ होने के कारण मै आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हूँ। उसने बताया कि पढ़ाई पूरी करके वह आईएएस बनना चाहती हैं, लेकिन आगे की ही पढ़ाई नहीँ हो पा रही है. उसने बताया की उसने अपनी बात विधायक यू. डी. मिंज से बताई और उन्होंने उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा लिया है।
संसदीय सचिव एवं यू. डी. मिंज ने कहा की प्रियंका चौहान के जज्बे को सलाम करता हुँ दृष्टिबाधित होने के बाद भी शिक्षा पाने के लिए और सफलता के मंजिल तक पहुंचने के लिए उसमें जो हौसला और उमंग है,उसका मंै कायल हो गया हुँ उसने जो मुझसे अपेक्षा की हैं उसके सपने को उड़ान जरूर मिलेगी उसके आगे की पढ़ाई का व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूँ उसे किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने दूंगा।
उन्होंने कहा कि गरीबी के कारण चैतू राम अपनी बेटी को पढ़ा नहीं पा रहे है, इसमें परिवार को निराश होने की जरुरत नहीं, आज से वो मेरी बेटी है उसके सपने के पँख को परवाज जरूर मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 3 मई। राजा देवशरण सिंह जिला चिकित्सालय जशपुर में राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम अंतर्गत मोतियाबिंद व अन्य आंख के मरीजों का नि:शुल्क ईलाज, ऑपरेशन एवं दवाई वितरण किया जा रहा है।
वर्ष 2022-23 में जिले को मोतियाबिंद मुक्त करने की दिशा में अधिक से अधिक लोगों को नेत्र ज्योति प्रदान करने हेतु जिला चिकित्सालय जशपुर के नेत्र सर्जन डॉ. क्रेसेंसिया एक्का द्वारा 643 मोतियाबिंद मरीजों ऑपरेशन एवं विजिटींग सर्जन डॉ. दिनेश श्रेय रायपुर के द्वारा 86 मरीजों का ऑपरेशन एवं सिविल अस्पताल पत्थलगांव में नेत्र सर्जन डॉ. ए. एस. मिंज के द्वारा 186 मरीजों का ऑपरेशन एवं विजिटिंग सर्जन डॉ. संतोष एक्का मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के द्वारा 159 मरीजों का ऑपरेशन एवं विजिटिंग सर्जन आर. एस. सेगर द्वारा 100 ऑपरेशन, प्राइवेट होलीक्रास हॉस्पिटल कुनकुरी के नेत्र सर्जन डॉ. नीलम द्वारा 13 ऑपरेशन किया गया है। इस प्रकार कुल 1187 ऑपरेशन किया गया।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के दिशा निर्देशानुसार विकासखण्ड स्तरीय दिव्यांग शिविर में बच्चों का जॉच पश्चात आवश्यकतानुसार नि:शुल्क दवाई, ईलाज एवं तत्काल चश्मा एवं प्रमाण पत्र वितरण किया जा रहा है तथा जिला चिकित्सालय जशपुर में ऑपरेशन की व्यवस्था की जाती है। जिसका ईलाज संभव नही होता या उच्च जोखिम वाले मरीज को रायपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। जिले के स्कूली बच्चों का ऑख जांच पश्चात रिफरेट एरर पाये गये बच्चों में अब तक कुल 1175 चश्मा वितरण किया गया है। एवं मोतियाबिंद मरीजों को प्रेसबायोपिया 2270 चश्मे का वितरण किया गया है।
नेत्र सर्जन डॉ. क्रेसेंसिया एक्का ने बताया की पिर्टिगियम के 11, सक्यूनिट 1, कॉर्नियल टियर 3, डीसीटी 4, लाइड टेयर 7 कलेजियन 5, पटोसिस के 3 मरीजों का परीक्षण कर सफल ऑपरेशन किया गया है।
जगदलपुर, 2 मई। दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद जवानों को स्मरण करते हुए मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च लालचर्च के प्रांगण में श्रद्धांजलि दी गई।
मसीह समाज के सदस्यों ने कहा कि हमने भी अपने परिवार के सदस्यों को नक्सली हमले में खोया है , उस घटना से आज भी हमारे परिवार उस सदमे से उबर नहीं पाये है, लेकिन विधि के विधान के आगे हम नतमस्तक हैं।मसीह समाज के लोगों ने शहीद जवानो को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 2 मई। जगतु माहरा शासकीय बहु उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में स्व.भागीरथी दास महानन्दी की स्मृति में सांस्कृतिक व साहित्यिक संस्था बस्तर माटी द्वारा आयोजित वाल पेन्टिंग,कैलीग्राफी, अबेकस, ड्रामा, स्पोकन इंग्लिश सहित विभिन्न कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए श्री शर्मा ने सर्वप्रथम श्रमिक दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।
इस समर केम्प में सहभागी बनने वाले बच्चों से कहा कि अपनी प्रतिभा को दिखाने का या एक अच्छा प्लेटफार्म है आप अपने प्रतिभा को किसी के माध्यम से देश प्रदेश तक पहुंचा सकते हैं।
कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि शहर की प्रथम नागरिक सफीरा साहू, राज्य मदरसा बोर्ड के सदस्य महामंत्री (प्रशासन) अनवर खान सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित करते हुए प्रतिभागी बच्चों इस समर केम्प में सहभागी बनने के लिये हार्दिक बधाई देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस कार्यक्रम में पार्षद बी ललीता राव, रतन व्यास,गोवर्धन पाणिग्राही, प्राचार्य रामकुमार सर,भूमिका निषाद, नीलिमा मानिकपुरी, कविता बिजोलिया मैम, धीरज कश्यप, सुजाता महाराणा, नूपुर महानंदी, केतन महानंदी,ज्योति ओवेद, सविता देवांगन, शिवशंकर पिल्ले, धीरज दास, निर्मल सिंह राजपूत, पायल तिवारी सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं एवं छात्र छात्राये व बच्चे अधिक संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुनगर, 2 मई। जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले में मनरेगा के अंतर्गत रोपित कराये गए मिश्रित फलोद्यान में फलदार पौधों की सिंचाई के लिए 9 किसानों के खेत में नलकूप खनन का कार्य करावाया गया है। इससे आस-पास के 45 किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। किसान खेतों में संयुक्त फसल में अच्छे फलदार पौधे, साग-सब्जी और अन्य फलस लगाकर के आर्थिक उन्नति की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के प्रयास से जशपुर के किसानों को अन्य फसल लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। किसानों को चाय, कॉफी, मसाले की फसल, स्टोब्रेरी, हल्दी लगाने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले की जलवायु, मौसम और मिट्टी को देखते हुए किसानों की उपज बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है और अन्य राज्य में किसानों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है ताकि किसान वहॉ से खेती-बाड़ी की बारीकियों को सिखकर अच्छी फसल लगा सके।
जिला प्रशासन द्वारा कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम कटंगखार के कृषक जगदीश यादव एवं ग्राम जुमईकेला के कृषक गुलशन कुमार साय के खेत में बोर खनन का कार्य करवाया गया है। किसानों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन ने उन्हें सिंचाई के लिए उपयुक्त साधन उपलब्ध कराया है। जिससे सभी किसाना काफी हर्षित हैं। इस प्रकार फलोद्यान की सिंचाई हेतु कुल 9 बोर के खनन हुए हैं, जिससे 45 कृषक लाभान्वित होने के साथ साथ कृषकों को स्वरोजगार एवं मनरेगा अंतर्गत अन्य मजदूरों की रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 1 मई। जिले के सिविल हॉस्पिटल पत्थलगांव से मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर के लिए रेफर किया गया था। गर्भवती महिला को रास्ते में ही तेज प्रसव पीड़ा होने लगा। 108 की स्टॉफ ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया।
मिली जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय गर्भवती अंजू एक्का को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने सिविल हॉस्पिटल पत्थलगांव में एडमिट कराया था, परंतु केस क्रिटिकल होने पर डॉक्टरों द्वारा मेडिकल कालेज से अम्बिकापुर रेफर कर दिया गया, और इसकी सूचना 108 को दी गयी।
सूचना मिलते ही 108 के पायलट संतोष कुजूर और ईएमटी कन्हैय्या लाल कुर्रे तुरंत हॉस्पिटल पहुँचें और गर्भवती को लेकर हॉस्पिटल के लिए रवाना हुए। कुछ ही दूरी तय करने के पश्चात गर्भवती अंजू को बतौली के पास तेज प्रसव पीड़ा होने लगा। ऐसे में ईएमटी कन्हैय्या ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए सर्वप्रथम ईआरसीपी के माध्यम से डॉक्टर वजस को वस्तुस्थिति से अवगत कराया और उनके सलाहनुसार परिजनों से बातकर गर्भवती की स्थिति को देखते हुए एम्बुलेंस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया।
एम्बुलेंस को रोड के किनारे सुरक्षित जगह खड़ा किया गया और प्रसव का प्रक्रिया प्रारंभ की गई। कुछ ही क्षणों पश्चात एम्बुलेंस में बच्चे की किलकारी गूंजने लगी। महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। इसके पश्चात माँ -बेटे को मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर ले जाया गया। परिजनों ने सुरक्षित प्रसव के लिए 108 टीम को धन्यवाद दिया।
जिला प्रभारी शिवशंत कुमार ने बताया कि केस क्रिटिकल होने पर सिविल हॉस्पिटल पत्थलगांव से मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर रेफर किया गया था, लेकिन गर्भवती को रास्ते में ही तेज प्रसव का पीड़ा होने लगा 108 की स्टॉफ ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 1 मई। भाजपा कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्रीय नागरिकों के साथ लोकसभा सांसद गोमती साय ने जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा में ग्राम मुंडाडीह के बूथ क्रमांक 245, मेंडरबहार में मन की बात सुनी।
गोमती साय ने मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री के हृदय में 135 करोड़ लोगों की धडक़न महसूस की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर माह देश के मन को अपने मन में आत्मसात करते हुए मन से मन की बात करते हैं। दुनिया के सबसे बड़े इस संवाद की सार्थकता का प्रमाण यह है कि आज भारत की बात पूरी दुनिया सुन रही है और सीख रही है कि किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में जन के मन को कैसे जाना जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी और छत्तीसगढ़ सहित भारत की जनता के बीच की बातचीत ने आज एक नया इतिहास रच दिया।
साय ने कहा कि हम भारतवासियों का सौभाग्य है कि नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री हमें मिला है जो हर दिन देश को एक नई प्रेरणा एक नई ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करते हैं। 9 साल पहले 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी ने विजयदशमी पर्व से मन की बात को शुरुआत को थी। जो आज तक जारी है। उन्होंने कहा कि मोदीजी आम लोगों के बीच ऐसे व्यक्ति की बात या जानकारी साझा करते है जो अन्य देशवासियों के लिए प्रेरणा बन सके।
विपरीत परिस्थितियों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन या अच्छा कार्य करने वाले खिलाडिय़ों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छोटे व्यवसायियों, विद्यार्थियों, किसानों, महिलाओं की बातों को मन की बात में रखते हैं। मोदी जी मन की बात में जो बातें रखते हैं वह क्रांति का रूप ले लेती है। हमने देखा था कि सेल्फी विद डॉटर अभियान भी में की बात का हिस्सा था। मन की बात में उनकी कही बातें एक जन आंदोलन का रूप ले लेती हैं। भारतीयों के लिए गर्व की बात है कि मन की बात का 100वा एपिसोड यूनाइटेड नेशन में सुना जा रहा है।
मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को दिया धन्यवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 30 अप्रैल। बगीचा विकासखंड के सन्ना तहसील के दूरस्थ अंचल गांव और पहाड़ों पर बसे गांव कोठी पाठ के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बस्ती में आवागमन के लिए जिला प्रशासन और कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के प्रयास से पक्की सीसी रोड बनकर तैयार हो गई है। पहाड़ी कोरवा बस्ती में सडक़ बन जाने से खुशी की लहर है और मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि विगत माह 20 दिसम्बर 2022 को कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल अपने प्रशासनिक अमले के साथ विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों से मिलने कोरवा बस्ती कोठी पाठ पहुंचे थे और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना था।
पहाड़ी कोरवा परिवारों ने कलेक्टर की आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रोड की मांग की थी, जिस पर कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और कोठी पाठ तक आने जाने के लिए 2 किलोमीटर सीसी रोड उपलब्ध कराने की बात कही और आज जिला प्रशासन ने अपना वादा पूरा किया। दो किलोमीटर की नवनिर्मित सीसी रोड बनवाकर जिला प्रशासन अपना वादा पूरा किया। जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
पहाड़ी कोरवा बस्ती तक पक्की रोड बन जाने से और आवागमन की सुविधा आसान हो जाने से कोरवा परिवार में खुशी की लहर है। बरसों से कोठी पाठ जाने के लिए पक्की सडक़ नहीं थी, वाहन भी जा नहीं पाती थी क्योंकि कोठीपाठ पहाड़ों पर बसा हुआ है ।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान अपने दल बल के साथ पैदल ही चल पड़े और रोड़ सकरा होने के कारण बड़ी गाड़ी नहीं पहुंच पाई। कलेक्टर पैदल चलकर पहुंचे कोरवा बस्ती और कोरवा बच्चों को आंगनबाड़ी और स्कूल भेजने के निर्देश दिए। साथ ही पालकों को भी प्रोत्साहित करते हुए जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा आश्रम छात्रावास में रखकर बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कहा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 29 अप्रैल। शिक्षा विभाग में कार्यरत बीपी जाटवर के सेवानिवृत होने पर विदाई सह सम्मान समारोह आयोजन किया गया। इस अवसर विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित हुए।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सभाकक्ष में बीपी जाटवर (व्याख्याता) शासकीय उ.मा.वि. सिमड़ा, विकासखंड- दुलदुला जिला-जशपुर,(छ.ग.) सहायक जिला परियोजना अधिकारी (समग्र शिक्षा) जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता मिशन प्राधिकरण,जशपुर में बतौर सहायक शिक्षक के पद पर 1 जुलाई 1982 से 30 अप्रैल 2023 तक लगभग 41 साल तक शिक्षा विभाग एवं आदिमजाति विभाग में शिक्षकीय सेवा के साथ-साथ प्रशासनिक सेवा देकर सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
जिनके विदाई सह सम्मान समारोह का आयोजन को किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सहायक संचालक सरोज खलखो के द्वारा बीपी जाटवर सर के शैक्षिक जीवन परिचय को अपनी उद्बोधन में कहीं। तत्पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी जे के प्रसाद ने कहा कि जशपुर आने के पूर्व से परिचित थे जाटवर जी,जब मैं डीपीआई में सहायक संचालक था और रमसा का प्रशिक्षण शाखा देखा करता था, तब मुलाकात होती थी। जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर बनने का आदेश हुआ तो बहुत अच्छा लगा कि जाटवर जी के साथ कार्य करने का अवसर मिलेगा।
डीएमसी नरेन्द्र सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि जाटवर जी कार्य के प्रति बहुत ही लगनशील,कर्मठ और चिंतनशील थे। कभी भी कहें किसी भी कार्य को स्वीकार कर लेते थे और अंजाम तक पहुँचा ही देते थे। अजय बैस ने अपने उद्बोधन में हनुमान जी की संज्ञा तक दे दी। सरीन राज द्वारा सर को सरल सहज, सफल नेतृत्वकर्ता और अच्छे व्यक्तित्व और सकारात्मक ऊर्जा से भरे बताया गया। सैय्यद नदीम अहमद द्वारा बताया गया कि जाटवर सर के सानिध्य में 11साल कार्य किया पर कभी एहसास नहीं हुआ कि किसी अधिकारी के नीचे कार्य कर रहा हूँ। हमेशा गार्जियन के तौर पर सरल और सहज ही व्यवहार करते रहे। उद्बोधन का दौर घंटों भर चलता रहा। उद्बोधन का दौर घंटों भर चलता रहा सभी अपनी-अपनी अनुभव साझा किये। माहौल गमगीन और भावुक हो चुका था।
इसी कड़ी में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से सुरेश तिर्की, प्रेमलाल सिदार, नदीम अहमद, सरीन राज, जोगेंद्र यादव, रवि भगत, लालमन साय, नंदकिशोर चौहान, गिरीश सिन्हा, प्रकाश सिन्हा, रोहन सिन्हा,अभिषेक दुबे, संजू भगत, राजेन्द्र प्रेमी ने कविता के माध्यम से अपनी अनुभव साझा किये। साक्षरता मिशन की ओर से पुष्पा चौहान, दौलतराम किशुन राम ने भी अपनी अनुभव साझा किये और बताये कि जाटवर सर हमेशा सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने का प्रेरणा देते थे हम आशा करते हैं आगे भी देते रहेंगे। सेवानिवृत्त सह सम्मान समारोह में जाटवर सर के साथ उनकी पत्नी राजकुमारी जाटवर, पुत्र मनीष जाटवर उपस्थित थे। सभी उद्बोधनकर्ताओं ने जाटवर सर की उज्जवल भविष्य के साथ स्वस्थ जीवन की कामना की।
अंतिम उद्बोधन के तौर पर जाटवर सर को आमंत्रित किया गया, उन्होंने अपनी उद्बोधन में कहा कि ये सम्मान समारोह आयोजन के लिए आप सभी को धन्यवाद मेरे साथ कार्य करने के दौरान मेरे से जाने-अनजाने में कुछ कठोर वचन निकला होगा तो मुझे क्षमा करेंगे। सम्मान स्वरूप श्री जाटवर सर को साल-श्रीफल, गौतम बुद्ध मूर्ति, पेन-डायरी के साथ भारतीय संविधान प्रिएम्बल फोटो फ्रेम दान किया गया। कार्यक्रम का संचालन नीलकमल यादव एवं आभार प्रदर्शन राजेन्द्र प्रेमी द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारियों का विशिष्ट योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 28 अप्रैल। अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझाई। हत्या के आरोपी बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया। जिले के पत्थलगांव क्षेत्र की घटना है। बताया जा रहा है कि आरोपी शराब पीने का आदि था। जिस दिन यह घटना हुई, उस दिन परिवार से झगड़ा किया था।
पुलिस के अनुसार 26 अप्रैल को ग्रामीण से थाना पत्थलगांव को सूचना मिली कि मुड़ेकेला में लोधा एक्का के मकान में उसके भतीजा अल्फोंस एक्का (19) को रात में सोते समय कोई अज्ञात व्यक्ति धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दिया है।
सूचक लोधा एक्का निवासी मुड़ेकेला के द्वारा मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका भतीजा अल्फोंस एक्का शराब पीने का आदी था। शराब के नशे में भतीजा अल्फोंस एक्का अपने परिवार वालों से झगड़ा-विवाद करते रहता था।
25 अप्रैल को भी रात में शराब पीने के लिए पैसा मांगने एवं सब्जी में चिकन बनाने की बात पर अपनी बहन एवं मां से झगड़ा-विवाद कर घर से भगा दिया तथा अपने बड़े भाई संदीप एक्का से भी मारपीट किया। मृतक अल्फोंस एक्का घर में अकेला बरामदा में पलंग पर सोया था जो रात्रि में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दिया है।
एसडीओपी पत्थलगांव हरिश पाटिल के नेतृत्व में अज्ञात आरोपी का पता तलाश किया गया। पता तलाश दौरान संदेही मृतक का बड़ा भाई संदीप एक्का को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर बताया कि इसका भाई अल्फोंस शराब पीने का आदि था हमेशा शराब के नशे में घर परिवार वालों से झगड़ा-विवाद एवं इसेे भी मारपीट करता था। 25 अप्रैल की रात्रि में भी अल्फोंस के द्वारा घर में दारू पीने के लिए पैसा मांगने तथा चिकन बनाने के नाम पर झगड़ा कर मां एवं बहन को घर से बाहर निकाल दिया था तथा अपने बड़े भाई से भी मारपीट किया था। उसी बात से परेशान होकर इसके द्वारा अपने छोटे भाई को नशे के हाल में सोते समय टांगी से लगातार चोंट पहुंचाकर हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी के पेश करने पर घटना में प्रयुक्त लोहे का टांगी एवं घटना के समय पहने खून के छींटे लगे हुए कपड़े को जब्त किया गया है। आरोपी संदीप एक्का (30) मुड़ेकेला के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 27 अप्रैल को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है।
बचे अवशेष को नाले में फेंका, गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 28 अप्रैल। पारिवारिक विवाद में पत्नी की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के मामले में आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी पति ने पत्नी की हत्या कर उसके गुम हो जाने की रिपोर्ट स्वयं दर्ज कराई थी। जिले की चौकी कोतबा थाना बागबहार के ग्राम नया कोकियाखार का मामला है।
आरोपी ने अपने बाड़ी में गड्ढा खोदकर 10 दिन तक पत्नी की लाश को दफन कर दिया था, फिर शव को गड्ढे से निकालकर पुवाल में ढककर जलाने के उपरांत अवशेष को नाले में फेंक दिया। आरोपी ने गुमराह करने हेतु मृतिका के पहने कपड़े को दूर जंगल में फेंक दिया था। घटना का खुलासा करने में फारेंसिक एक्सपर्ट तथा डॉग स्क्वायड की महत्वपूर्ण भूमिका।
पुलिस के अनुसार घटना इस प्रकार है कि संतोष कुमार पैंकरा (52) नया कोकियाखार चौकी कोतबा थाना बागबहार ने 22 मार्च को चौकी में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि 19 मार्च की सुबह उसकी 47 वर्षीय पत्नी अपने मायके जाने के लिये घर से निकली है, जो मायके नहीं पहुंची है। आस-पास के ग्राम, रिश्तेदारी में पता-तलाश किये कुछ पता नहीं चला। प्रार्थी की रिपोर्ट पर गुम इंसान दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
उक्त गुम इंसान की पता-तलाश दौरान परिजनों से पूछताछ करने पर पता चला कि गुमशुदा का विवाह संतोष कुमार पैंकरा से वर्ष 1985 में हुआ है एवं उसकी 2 बेटियां हैं। गुमशुदा महिला का पुत्र नहीं होने से संतोष कुमार पैंकरा ने दूसरा विवाह किया है। विवाह के बाद से ही घरेलू बातों को लेकर संतोष कुमार पैंकरा अपनी पहली पत्नी से हमेशा लड़ाई-झगड़ा मारपीट करता था।
20 मार्च को संतोष कुमार पैंकरा अपनी पहली पत्नी के मायके जाकर उसके भाई को बताया कि उसकी दीदी 19 मार्च को अपने मायके जाने के लिये घर से निकली थी, जो नहीं आने पर आस-पास रिश्तेदारों में पता-तलाश किये पता नहीं चला। परिजनों द्वारा पता-तलाश करने के दौरान एक जंगल में संतोष की पत्नी की साड़ी एवं अन्य कपड़े मिले, तब संतोष कुमार पैंकरा की पुत्री ने उक्त कपड़े को पहचान लिया एवं उसे अपनी मां का होना बताया। संतोष पैंकरा द्वारा अपने परिजनों एवं पुत्री से पुलिस वाले डॉग से सुंघायेंगें कहकर कपड़े को वहीं छोड़ दिया।
विवेचना दौरान प्रकरण के संदेही संतोष कुमार पैंकरा को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर वह तरह-तरह की अलग-अलग बातें करता रहा. पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि 18 मार्च की रात्रि लगभग 10:30 बजे घरेलू बातों को लेकर अपनी पत्नी से लड़ाई-झगड़ा एवं वाद-विवाद हुआ एवं वह हाथ, मुक्का से कई बार अपनी पत्नी के पेट में वारकर हत्या कर दिया। उसके शव को घर के पास बाड़ी में गड्ढा खोदकर पैरा गादा एवं लकड़ी के ढेर में छिपाकर 10 दिनों तक रखा था तथा 10 दिवस पश्चात् छिपाकर रखे शव के उपर पैरा गादा व लकड़ी डालकर आग लगाकर जला दिया एवं हड्डी तथा अवशेष को नाला में फेंकना बताया।
भ्रमित करने के लिए मृतिका के कपड़े को बहालजोर राखत नाम का जंगल में फेंक दिया, जिसे जब्त किया गया है। विवेचना में फारेंसिक एक्सपर्ट तथा डॉग स्क्वायड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आरोपी संतोष कुमार पैंकरा को26 अप्रैल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
जांच कर कार्रवाई की जाएगी- एएसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 27 अप्रैल। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के अंतर्गत दर्जन भर गांवों के लोग इन दिनों चंगाई सभा के आयोजन कर जटिल रोगों को ठीक करने का दावा कर के अंधविश्वास को बढ़ावा देने तथा धर्मांतरण करने वालों के विरुद्ध महिला मंडल ने खोला मोर्चा।
बगीचा क्षेत्र के अंतर्गत दुर्गापारा तथा आसपास के दर्जन भर गांव में चंगाई सभा के आयोजनों पर रोक लगाने के लिए आज सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा है।
उल्लेखनीय है कि बगीचा की इन महिलाओं ने एकजुट होकर बगीचा थाना पहुंच कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप को शिकायत लिखित पत्र सौंपा है। महिला मंडल ने दुर्गापारा में लगातार चंगाई सभा के आयोजन से तनावपूर्ण स्थिति बनने की बात बनी हुई है।
चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण को लेकर तनावपूर्ण स्थिति की शिकायत के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बीते तीन साल में धर्मांतरण के 17 अपराधिक मामले दर्ज कराने के बाद भी ऐसी घटना थम नहीं रही है।
जनपद सदस्य बगीचा की सुमित्रा पैंकरा व पार्वती यादव का कहना था कि चंगाई सभा के आयोजनों से अंधविश्वास को बढ़ावा मिलने के साथ गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। ग्रामीण महिलाओं ने चंगाई सभा को लेकर परेशान होकर पुलिस से जल्द राहत दिलाने की मांग की है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप ने कहा कि दुर्गा पारा के सरपंच और ग्रामीणों ने लिखित में आवेदन दिया गया है। आवेदन में लिखा है कि चंगाई सभा से माहौल खराब होने के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया है। जांच कर के आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जशपुरनगर, 27 अप्रैल। जिला प्रशासन के द्वारा जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पशु पालन विभाग के माध्यम से 80 परिवारों को एक-एक बैल जोड़ी दिया गया, ताकि पहाड़ी कोरवा किसान अच्छी खेती- बाड़ी कर सके।
इसी कड़ी में मनोरा विकासखण्ड के सरडीह पाठ के किसान मंगरा राम और जलसू राम ने बैल जोड़ी मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब उन्हें खेती- बाड़ी करने में आसानी होगी। जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा किसानों को छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं से लाभांन्वित किया जा रहा है। उनका राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पट्टा पहाड़ी कोरवा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्वामी आत्मानंन्द शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में भी प्रवेश दिलाया गया है। बच्चों को विभिन्न खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़ाया जा रहा है। किसानों को अच्छी खेती की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उनके खेतो में बोर खनन का कार्य करवाया गया है।
ताकि पहाड़ी कोरवा किसान अच्छी फसल लेकर अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर सके।