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हीरापुर पंचायत में छह माह से नहीं हो पाया भुगतान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 मार्च। जिले के उसूर जनपद के अंतर्गत आने वाले हीरापुर पंचायत में कार्यरत मजदूरों का मजदूरी भुगतान पिछले छह महीने से नहीं हो पाया हैं। अब मजदूर तंग आकर काम के लिए पड़ोसी राज्यों का रुख कर रहे हैं।
बताया गया है कि उसूर जनपद के अंतर्गत आने वाले बासागुड़ा पंचायत से लगे ग्राम पंचायत हीरापुर में छह महीने पहले मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों का मजदूरी भुगतान छह महीने बीतने के बाद भी नहीं हो पाया है। मजदूर लगातार मजदूरी भुगतान की मांग कर रहे हैं। मजदूरी भुगतान नहीं होने से नाराज मजदूर अब मजदूरी के लिए पड़ोसी राज्यों का रुख करने को मजबूर हो रहे हैं।
ग्राम पंचायत हीरापुर के सचिव राजेश अंगनपल्ली ने बताया कि छह महीने पहले यहां मनरेगा के तहत डबरी निर्माण व नाला बंधान का काम करवाया गया था। इस काम में 50 से 60 मजदूरों ने मजदूरी की थी, जिनका करीब 4 लाख रुपये मजदूरी भुगतान अब तक लंबित हैं।
सचिव का कहना है कि मजदूरी भुगतान की राशि आगे से ही नहीं भेजी जा रही है, जिसके चलते भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने बताया कि मार्च में भुगतान होने की संभावना थी, लेकिन अब मार्च भी समाप्त होने को है, बावजूद भुगतान की राशि नहीं डाली गई है।
डेढ़ हजार मजदूरों का लाखों बकाया
मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी मनीष सोनवानी ने बताया कि जिले के 46 ग्राम पंचायतों के डेढ़ हजार मजदूरों का 31 लाख 28 हजार रुपये का मजदूरी भुगतान 18 मार्च से लंबित हैं। उन्होंने बताया कि जिन पंचायतों में छह महीने या उससे ज्यादा समय से भुगतान नहीं होने की बात जो सामने आ रही है।
दरअसल, कभी ऐसे भी होता है कि पंचायतों में मजदूर काम कर लिए, लेकिन उनका मस्टररोल ही नहीं निकला या मस्टररोल ही नहीं बनवाये गये होंगे। ये जांच का विषय है और यह जांच के बाद साफ हो पाएगा।
ज्ञात हो कि मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों को 204 रुपये मजदूरी भुगतान किया जाता है, लेकिन 1 अप्रैल से केंद्र सरकार ने मजदूरों की मजदूरी राशि बढ़ाकर 221 रुपये कर दी है। गत 24 मार्च को केंद्रीय ग्रामीण मंत्रालय विकास विभाग ने इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया हैं।
आवापल्ली का विवाह समारोह धार्मिक सद्भावना और समरसता का बना मिसाल- मंडावी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 मार्च। बुधवार को उसूर ब्लॉक के मुख्यालय आवापल्ली में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का गरिमामय आयोजन संपन्न हुआ। जहां 27 जोड़े रीति रिवाजों के अनुसार विवाह बंधन में बंध गए।
आवापल्ली हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह में 2 जोड़े हिन्दू, 4 ईसाई, 1 मुस्लिम और 20 जोड़े आदिवासी नवदंपत्तियों ने अपने-अपने धार्मिक, सामाजिक रीति रिवाज एवं परंपरा अनुसार एक दूसरे के हमसफऱ बने।
इस मौके पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, उपाध्यक्ष कमलेश कारम जिला पंचायत एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य नीना रावतिया उद्दे,जनपद अध्यक्ष अनिता तेलम सहित सीईओ जिला पंचायत रविकुमार साहू, जिला परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास लुपेन्द्र महिनाग, एसडीएम उसूर मनोज बंजारे व जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी कर्मचारियों ने नव दंपति को सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिए।
इस अवसर पर विधायक विक्रम मंडावी ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि हजारों माता-पिता को अपने बच्चों की शादी की चिंता रहती है किन्तु आर्थिक रुप से सक्षम नहीं होने के कारण और वैवाहिक आयोजन अधिक खर्चीला होने से समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सहारा बनती है। माता-पिता और वर-वधु में उत्साह देखने को मिला।
विधायक ने कहा जिस तरह से आवापल्ली में विवाह समारोह हुआ, वह सामाजिक, धार्मिक सद्भावना और समरसता की एक मिसाल है।
पंचायतों में दर्जन भर योजनाओं के काम ठप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 मार्च। परिवीक्षा अवधि के बाद शासकीयकरण करने की मांग को लेकर पंचायतों सचिव बेमुद्दत हड़ताल पर चले गए हैं। सचिवों के हड़ताल पर चले जाने से पंचायतों में होने वाले दर्जन भर योजनाओं के ठप पड़ गये हैं।
पंचायत मंत्री ने बजट सत्र 2023-24 में पंचायत सचिवों के शासकीयकरण किये जाने का आश्वासन दिया था, किंतु बजट सत्र में इसकी घोषणा नहीं किये जाने से नाराज छग पंचायत सचिवों संघ के आव्हान पर प्रदेश भर में पंचायत सचिव बेमुद्दत हड़ताल पर चले गए हैं। बीजापुर जिले के भैरमगढ़, उसूर, बीजापुर व भोपालपटनम ब्लॉक में 16 तारीख से अपनी एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण को लेकर काम बंद कलम बंद हड़ताल पर चले गए हैं।
सचिवों के हड़ताल पर जाने से पंचायतों में होने वाले मनरेगा, पेंशन वितरण, राशनकार्ड वितरण, निर्माण कार्य, गौठान, जन्म मृत्यु, वन अधिकार पत्र, जाति निवास, किसान न्याय, नलजल व आधार सीडिंग आदि का काम प्रभावित हो कर ठप पड़ गए हैं। पंचायत सचिवों का कहना है कि जब तक उनकी एक सूत्रीय मांग शासकीयकरण पूरी नहीं कि जाति है, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 मार्च। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देशानुसार 26 मार्च को जि़ला मुख्यालय बीजापुर में तानाशाह भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार द्वारा विश्व की सबसे बड़े लोकतंत्र को खत्म करने की उनके गलत नीति और नियत के खिलाफ रविवार को सुबह 10 बजे से जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर संकल्प सत्याग्रह की शुरुआत की।
कांग्रेस नेता व बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी, बीजापुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर के अलावा अन्य कांग्रेसियों ने एक सुर में कहा कि राहुल गांधी की सजा और लोकसभा की सदस्यता से अयोग्यता इस बात का मजबुत संकेत है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र गंभीर खतरे मे है। राहुल गांधी लगातार विभिन्न मंचों पर पीएम मोदी और अडानी के संबंधों पर सवाल उठा रहे है,और उन्हें उजागर कर रहे है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने प्रिय मित्र अडानी की मदद करने के लिए सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ उनके निडरता और अजेय लड़ाई से कांपते हुए और संसद में उनकी सांठ-गांठ को उजागर करने के डर से पूरी मोदी सरकार उनकी आवाज को चुप कराने के लिए इस तरह के कुटिल उपायों का सहारा ले रही है। हम इस ग़लत धारणा और अयोग्यता की कड़ी निंदा करते है और इस नेक लड़ाई में राहुल के साथ खडे है। राहुल गांधी अकेले नहीं है। सच्चाई और न्याय की इस लड़ाई में लाखों कांग्रेसी और करोड़ों लोग चाहे वे किसी भी राजनीतिक संबद्धता से जुड़े हों, उनके साथ है।
विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा और मोदी सरकार से पूछा अडानी के शैलकंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये कहाँ से आए। तो वहीं लालू राठौर ने कहा, मोदी सरकार आखिर जेपीसी जाँच से क्यों भाग रही है, जब अडानी पर मोदी सरकार से सवाल किया जाता हैं तो बीजेपी अडानी का बचाव क्यों कर रही है? इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण सदस्या नीना रावतिया उद्दे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 26 मार्च। आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार केंद्र की मोदी सरकार के तानाशाही रवैए के खिलाफ आज ब्लॉक मुख्यालय भोपालपटनम में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भोपालपटनम द्वारा धरना प्रदर्शन/ सत्याग्रह आंदोलन किया गया।
इस धरना प्रदर्शन/सत्याग्रह आंदोलन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भोपालपट्नम के अध्यक्ष रमेश पामभोई, मंडी अध्यक्ष कामेश्वर गौतम, जिला पंचायत सदस्य बसंत ताटी, जिला पंचायत सदस्य सरिता चापा, जनपद पंचायत अध्यक्ष निर्मला मरपल्ली, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मिच्चा मुत्तैया, नगर पंचायत अध्यक्ष रिंकी कोरम, नगर पंचायत उपाध्यक्ष संतोष बोर, पार्षद विजार खान, अरुण वासम, शेख रज्जाक, नीरज सुनारकर, एट्टी सुनीता, सपना काटरेवला, विजयलक्ष्मी, डी. शशिकला, आशा आत्मकुरी, अरुण कोरम, पार्वती गौतम, सुकना तलांडी, रवि पेरमल के.जी. सत्यम, टी. गोवर्धन, अजय पामभोई, सालिक राम नागवंशी, जनपद सदस्य सुनिल गुरला, अल्वा मदनैया, अफजल खान, वहाब खान, रामू मोरला, यालम राममूर्ति, अनिता सोनला आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बीजापुर मुख्यालय रहा छावनी तब्दील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 मार्च। बस्तर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के बीच शनिवार को नेशनल पार्क क्षेत्र के हजारों आदिवासियों ने आदिवासी समाज के बैनर तले आठ सूत्रीय मांगों को लेकर बोरजे गांव में रैली निकाली। करीब डेढ़ किलोमीटर के इस रैली में बड़ी संख्या आदिवासी शामिल थे। रैली के बाद राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीण वापस लौट गए।
कलेक्टोरेट आकर कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन सौंपना चाहते थे, लेकिन उन्हें बीजापुर से पहले ही रोक दिया गया। इस बीच जिला मुख्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया था, साथ ही मुख्यालय को जोडऩे वाले सभी रास्तों पर बेरिकेट्स लगा दिए गए थे।
शुक्रवार को नेशनल पार्क क्षेत्र से हजारों ग्रामीण अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर बीजापुर मुख्यालय में रैली प्रदर्शन करने आ रहे थे। पुलिस ने उन्हें यहां करीब 12 किलो दूर बोरजे में ही रोक दिया। ग्रामीण लगातार कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन देने की जिद कर रहे थे। लेकिन उन्हें मुख्यालय प्रवेश करने नहीं दिया गया। शनिवार को तहसीलदार डीआर ध्रुव ग्रामीणों के बीच पहुंच उनसे बात की। इसके बाद ग्रामीणों ने बोरजे में ही डेढ़ किमी तक रैली निकाली और राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर लौट गए हैं।
इधर, ग्रामीणों के मुख्यालय प्रवेश की खबर के बाद पुलिस ने कलेक्टोरेट के बाहर बेरिकेट्स लगा दिये थे, वहीं मुख्यालय को जोडऩे वाले रास्तों पर भी बेरिकेट्स लगा दिए गए थे। सुरक्षा की दृष्टि से मुख्यालय छावनी में तब्दील रहा।
आदिवासियों की मांगें
आदिवासी समाज के बैनर तले अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर सौपे गये ज्ञापन में तेंदूपत्ता की राशि में बढ़ोत्तरी, धान के समर्थन मूल्य में बढ़ोत्तरी, मनरेगा भुगतान नगद करने, वृद्धावस्था, विधवा व विकलांग पेंशन नगद करने, ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा प्रस्ताव पारित किये बिना कोई भी कार्य जैसे ठेकेदारी तथा सडक़ निर्माण, पुल पुलिया कैम्प बनाने की अनुमति नहीं दिया जाए। ग्राम पंचायतों में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) को प्रभाव से हटाया जाए। इंद्रावती क्षेत्र में सेंचुरी होने के कारण उस क्षेत्र में किसी प्रकार का बोनस नहीं दिया जाता हैं, सेंचुरी को आधा दिया जाए तथा चांवल वितरण ऑफ लाइन किया जाए।
प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की सीएम की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 मार्च। क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने बयान जारी कर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बीजापुर जि़ले के किसानों की ओर से आभार व्यक्त करते हुए आने वाले खऱीफ़ वर्ष में 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खऱीदी की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा को ‘ऐतिहासिक घोषणा’ कहा है जो कि किसानों के लिए एक बड़ी सौग़ात है। इस घोषणा से बीजापुर जि़ले के किसानों में खुशी की लहर है।
उन्होंने अपने जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खऱीदी से किसान आर्थिक रूप से और अधिक संपन्न होंगे और किसानों को आर्थिक मज़बूती मिलेगी। कांग्रेस पार्टी हमेशा से किसानों, अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़े वर्गों, छोटे व्यापारियों, गऱीबों, युवाओं, महिलाओं सहित सभी वर्गों के विकास के लिये काम कर रही है। विधायक मंडावी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री के आने वाले खऱीफ़ वर्ष के लिए समर्थन मूल्य पर 2800 रुपये प्रति क्विंटल धान खऱीदी की घोषणा से यह साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी ही किसानों की सच्ची हितैषी है।
उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी है जिन्होंने पिछले पंद्रह वर्षों तक धान के समर्थन मूल्य और बोनस के नाम पर प्रदेश के किसानों को केवल ठगा है।
सीएम की दूरगामी सोच से चौथा स्तम्भ होगा मजबूत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 मार्च। छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक- 2023 विधानसभा से पारित होने पर जि़ला कांग्रेस कमेटी बीजापुर के प्रवक्ता एवं पीसीसी सदस्य ज्योति कुमार ने बयान जारी कर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के मीडिया कर्मियों के लिए बुधवार 22 मार्च का दिन ऐतिहासिक है। इस दिन छत्तीसगढ़ सरकार ने विधान सभा में छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक- 2023 को पास कर क़ानून बना दिया। इस क़ानून के बनने से प्रदेश व बस्तर संभाग के मीडिया कर्मी निर्भीक होकर जनता की आवाज़ उठाते हुए जनभागीदारी निभाएंगे।
ज्योति कुमार ने अपने जारी बयान में आगे कहा है कि इस कानून के विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित होना प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूरगामी सोच को दर्शाता है। इस क़ानून के बनने से छत्तीसगढ़ में देश का चौथा स्तंभ मज़बूत हुआ है। इस कानून के बनने से मीडिया कर्मियों के लिए काम करने में आसानी होगी और यह क़ानून मीडिया कर्मियों के लिए मददगार होगा।
उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों की लम्बे समय से माँग थी कि छत्तीसगढ़ मीडिया कर्मी सुरक्षा विधेयक बने। इस क़ानून को विधान सभा से पारित कर कांग्रेस पार्टी ने अपना महत्वपूर्ण वादा पूरा किया है। मीडिया कर्मियों की सुरक्षा के लिए क़ानून बनाने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना गया है।
प्रवक्ता कुमार ने कानून बनने पर प्रदेश व बस्तर संभाग के सभी मीडिया कर्मियों को बधाई दी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 22 मार्च। ब्लाक में पंचायत सचिव संगठन 16 मार्च से काम बंद कलाम बंद कर हड़ताल पर बैठे हैं।
सरकार से खफा पंचायत सचिव एक सूत्रीय मांग को लेकर क्लब ग्राउंड में पंडाल लगाकर बैठे हैं। परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण की मांग को लेकर ब्लाक के सभी सचिव काम बंद, कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठने से सभी पंचायत कार्यालय में ताला लटका हुआ है।
सचिवों ने बताया कि चुनाव के समय सरकार द्वारा अपने घोषणापत्र में पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने का वादा किया गया था, पर 6 मार्च के प्रस्तुत बजट में पंचायत सचिवों के शासकीयकरण का कोई प्रावधान नहीं होने से पंचायत सचिव आक्रोश में हैं। पंचायत सचिवों के हड़ताल में चले जाने से शासन के महत्वकांक्षी योजना गोबर खरीदी सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण रूप से प्रभावित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 मार्च। जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के इंद्रावती नदी के पार बसे आश्रित गांवों के मजदूरों का तेंदूपत्ता तोड़ाई एवं ढुलाई का भुगतान ठेकेदार द्वारा एक साल बीत जाने के बाद भी नहीं किया है। जिसे लेकर सोमवार को पूर्व वनमंत्री के नेतृत्व में भाजपा ने मजदूरों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध जताया, वहीं तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपकर दस दिनों में भुगतान किए जाने की मांग की गई है। मांगें पूरी नहीं होने पर वन मंडलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी है।
ज्ञात हो कि गत वर्ष इंद्रावती नदी के पार बसे अभ्यारण्य क्षेत्र के आश्रित गांवों के मजदूरों ने ठेकेदार सुधीर मानक की समिति के अंतर्गत तेंदूपत्ता तोड़ाई व उसके ढुलाई का काम किया था। एक साल बीत जाने के बाद भी ठेकेदार ने मजदूरों का भुगतान नहीं किया है। जिसके चलते सोमवार को पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा व जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार के नेतृत्व में भाजपा ने पीडि़त मजदूरों के साथ नेलसनार चौक में मजदूरों के लंबित मजदूरी भुगतान को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया, साथ ही कुछ घण्टों तक राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर नारेबाजी की।
भाजपाइयों ने तीन सूत्रीय मांग अभ्यारण्य क्षेत्र के आश्रित गांवों के मजदूरों को तेंदूपत्ता तोड़ाई का ब्याज सहित एकमुश्त भुगतान करने, इंद्रावती नदी पार के ट्रांसपोर्टर वाहन चालकों का भुगतान ब्याज सहित एकमुश्त करने व तेंदूपत्ता सीजन ठेकेदार सुधीर मानक पर एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की मांग भी की है।
भाजपा नेताओं के मुताबिक तेंदूपत्ता तोड़ाई व ढुलाई का लाखों रुपये का भुगतान लंबित हैं। जिसके चलते वाहन मालिकों को किश्त भरने में परेशानी हो रही हैं। इससे पहले भी पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने अवगत करवाया था। बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं कि गई।
एनएच पर बैठे पूर्व वनमंत्री को वहां मौजूद वन अफसरों ने डीएफओ से फोन पर बात करवाया गया। डीएफओ ने दस दिनों के भीतर लंबित भुगतान करा देने का आश्वासन दिया हैं। वहीं भाजपा नेताओं ने दस दिनों में भुगतान नहीं होने की दशा में डीएफओ कार्यालय घेराव की चेतावनी दी है।
धरना स्थल पर तहसीलदार व रेंजर को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर सतेंद्र ठाकुर, लव कुमार रायडू, चिन्ना तेलम,श्रीमती नीता शाह, फूलचंद गागड़ा सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
रैली निकालकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
व्यापारियों का मिला समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 20 मार्च। आज किसानों की समस्याओं को लेकर राज्यपाल के नाम एसडीएम को तेरह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
सोमवार को किसान संघ के बैनर तले रैली का आयोजन कर 13 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें भोपालपटनम ग्राम कुचनुर- धनगोल में कोरंडम खदान को टेंडर देना बंद किया जाए, रेत खदानों को टेंडर माध्यम से देना बंद किया जाए, आदिवासी क्षेत्र में खनिज संपदा बचाओ, 2023 में तेंदूपत्ता का दर बढ़ाकर प्रति गड्डी 6.50 रुपया दिया जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की मांग पूरी किया जाए, हर गांव में स्कूल, अस्पताल खोला जाए, आदिवासी सामुदायिक के लोग प्रकति के पुजारी है हिन्दू एवं इसाई धर्म को मानने वालों को आदिवासी न माना जाए, आदिवासी धर्म का पृथक धर्म कोड दिया जाए, जल जंगल जमीन की रक्षा किया जाए, जनता के ऊपर चलाए जा रहे फासीवाद दमन को बंद किया जाए, मनरेगा योजना अंतर्गत श्रमिको का मजदूरी भुगतान नगद किया जाए, आदिवासियों को 32 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए, रसोइया का मानदेय बढ़ाया जाए, यह सभी मांगों को लेकर विशाल रैली निकाली गई।
किसानों के इस आयोजन में व्यापारी संघ भी पूरा समर्थन दिया अपनी दुकानें बंद कर किसानों की मांगों का समर्थन दिया। इस दौरान सरपंच संघ के अध्यक्ष अशोक मड़े, सरपंच मिच्चा समय्या, कमेश्रव गौतम, मिच्चा मोतिया, बसन्त टाटी, चापा सरिता, अलावा मदनाय्या, रिंकी कोरम, रवि बोरे, विजार खान, शेख रज्जाक, अरुण वासम, सुनील गुरला, सुनील उद्दे व्यापारी, आम आदमी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
गांधी फेलोशिप के माध्यम से बच्चों में बढऩे लगा सीखने का स्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 मार्च। जिले में शिक्षा के विकास को लेकर चल रहे नवाचार में स्मार्ट टीवी की भूमिका असरदार साबित हो रही है। यहां कलेक्टर के मार्गदर्शन में गांधी फेलो की टीम स्मार्ट टीवी के जरिये मनोरंजक और मूलभूत शिक्षा से बच्चों को जोडक़र बुनियादी शिक्षा को मजबूत करने में प्रभावी भूमिका अदा कर रही है । स्मार्ट टीवी ने जिले के प्राइमरी स्कूलों की कई तरह की समस्याओं को एक साथ दूर कर मूलभूत शिक्षा को प्रभावशील बनाने के लक्ष्य में उपयोगी साबित हो रही है ।
जिले में सैकड़ों स्कूल एकल शिक्षकीय हैं, जहाँ एक साथ पांच कक्षाओं का संचालन सम्भव नही होने से शिक्षा गुणवत्ता प्रभावित होती रही है । मनोरंजक शिक्षा नही मिलने और नियमित कक्षाओं के अभाव में बच्चों की पढ़ाई में बाधाएं बड़ी समस्या रही है । इन समस्याओं को दूर करने कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने कक्षाओं को नियमित और बच्चों को मनोरंजक शिक्षा देने स्मार्ट टीवी देने की योजना को साकार किया और जिले के पुन: संचालित स्कूल सहित 49 स्कूलों को चयनित कर सेट टॉप बॉक्स, पेन ड्राइव के साथ स्मार्ट टीवी लगाने को अमली जामा पहनाया ।
नवाचार को सफल बनाने की कवायद गांधी फेलो के माध्यम से की गई, जिसके बेहतर नतीजे अब गांव के सरकारी स्कूलों में नजऱ आने लगे हैं। गांधी फेलो ने पहले चरण में इन स्कूलों के शिक्षकों को स्मार्ट टीवी के जरिये शिक्षा व्यवस्था और कक्षा संचालन को मजबूत बनाने के लिए ट्रेनिंग दिया और खुद गांव में जाकर नियमित मॉनिटरिंग कर नवाचार को प्रभावी बनाने में महती भूमिका निभाई । गांव के बच्चे अब आसानी से बंदर मामा और हाथी राजा के गीत उत्साह से सुनते और सुनाते हैं साथ ही अक्षर ज्ञान अंक ज्ञान कहानी कविताएं को देखकर सुनकर दोहराते हैं । मनोरंजक शिक्षा के माहौल में बच्चों की कक्षाएं नियमित होने से बच्चों की उपस्थिति भी नियमित हुई है जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मार्ग आसानी से प्रशस्त हो रहा है ।
शिक्षा में बदलाव लाने में गांधी फेलोशिप महत्वपूर्ण
आकांक्षी जिला सहयोग कार्यक्रम के प्रोग्राम लीडर मांशु शुक्ला का कहना हैं कि गांधी फेलो की टीम लगातार ग्रामीण इलाकों में शिक्षा गुणवत्ता विकसित करने में काम कर रही है । युवाओं में क्षमता बढ़ाने व सामाजिक बदलाव लाने के लिए गांधी फेलो बुनियादी शिक्षा विकसित करने की मुहिम में जुटी हुई है जिसके सकारात्मक परिणाम अब दिखने लगे हैं ।
बच्चों में रुचि बढ़ाने और समझ विकसित करने स्मार्ट टीवी उपयोगी
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा का कहना है कि शिक्षा में तमाम तरह की समस्याओं के बीच समाधान भी जरूरी है । गांधी फेलोशिप के माध्यम से शिक्षा की मूलभूत दक्षताओं को विकसित करने में स्मार्ट टीवी का उपयोग बेहतर परिणाम दे रहा है । बच्चो में सीखने की गति में तेजी आने के अलावा अन्य गतिविधियों को सीखने में आसानी हो रही है । फिलहॉल 50 स्थानों पर इसकी शुरुआत की गई है जिसे चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 मार्च। जिले के घोर नक्सल प्रभावित और दुर्गम इलाके से चयनित युवाओं की टीम यहां की सांस्कृतिक विरासत और विकास को बताने कभी भोसला शासकों की राजधानी रही इंदौर और स्वर्ण मंदिर के लिए प्रसिद्ध अमृतसर के लिए शनिवार को रवाना किए गए।
रवानगी से पूर्व सीआरपीएफ 168 वाहिनी मुख्यालय में हुए सादे कार्यक्रम में कमांडेंट विकास पांडे ने युवाओं को कैरियर निर्माण और क्षमता विकास से जुड़ी शिक्षा को बढ़ावा देने पर बल दिया। उन्होंने भ्रमण में जाने वाले युवाओं से कहा कि बस्तर और छत्तीसगढ़ की छवि अब सिर्फ बारूद की गंध नही रही। अब सडक़ों के विकास के साथ ही दुरस्त इलाकों में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के साथ ही यहां की जनजातीय गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत को वहां के युवाओं के साथ साझा आप जरूर करेंगे। आप वहां की संस्कृति और विकास को करीब से समझेंगे ताकि यहां लौटने के बाद अपने लोगों के बीच साझा कर सकें।
नेहरू युवा केन्द्र के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के तहत आयोजित 14 वी आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत जिला बीजापुर के अति नक्सल प्रभावित व दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों से सीआरपीएफ के द्वारा चयनित 138 प्रतिभागियों को भारत के अलग-अलग स्थानों जैसे मैसुर, अलीपुर, लखनऊ, जम्मु, गोवाहाटी, इंदौर व अमृतसर का भ्रमण करवाने के श्रृंखला में प्रथम चरण मैसुर, कर्नाटक, द्वितीय चरण अलीपुर, न्यु-दिल्ली, तृतीय चरण लखनऊ उत्तर प्रदेश, चतुर्थ एवं पांचवे चरण जम्मू एवं गोवाहाटी के उपरान्त छठा एवं सातवीं (अंतिम चरण) में चयनित प्रतिभागियों में से 20-20 युवाओं को इंदौर एवं अमृतसर के भ्रमण के लिए भेजा गया।
शनिवार को 18 मार्च को प्रतिभागियों को बस द्वारा जगदलपुर स्थित नेहरू युवा केन्द्र के कार्यालय भेजा गया जहां से रायपुर, अमृतसर तथा बिलासपुर से इंदौर के लिए प्रस्थान किया जायेगा। सभी प्रतिभागी अमृतसर एवं इंदौर रूक कर भ्रमण करेंगे एवं विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उस स्थान की संस्कृति एवं विचार युवाओं से साझा करेंगे। प्रतिभागी भ्रमण के उपरान्त वापस बीजापुर आयेंगे। इनके सहयोग के लिए सीआरपीएफ के दो - दो अनुरक्षक सहायता के लिए भेजा गया। भारत सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के तहत युवक-युवतियों को भारत के अन्य स्थानों के बारे में एवं उनके जीवन शैली के बारे में जानकारी मिलेगी जिससे प्रेरणा लेकर अति नक्सल प्रभावित व दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों के युवा भारत की संस्कृति को समझ सकेंगे एवं राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ेंगे जिससे अन्य को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इस भ्रमण का शुभारंभ कमाण्डेन्ट विकास पाण्डेय द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस दौरान 168 वाहिनी के अधिकारीगण, अधिनस्थ अधिकारीगण मौजूद रहे।
बारिश से खुली नगर पालिका की नाली सफाई की पोल
बीजापुर, 17 मार्च। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती प्रभाव के चलते बीजापुर जिले में ओले के साथ झमाझम बारिश हुई। बारिश के चलते जहां धान खरीदी केंद्र में रखे धान भीग गए, वहीं बीजापुर नगर पालिका क्षेत्र में नाली सफाई की पोल भी खुल गई है। जिसे पालिका ने आनन-फानन में जेसीबी की मदद से जाम हुए नालियों को साफ करवाया। बावजूद कुछ इलाके में अब भी जलभराव की जानकारी मिल रही हैं।
गुरुवार की दोपहर को मौसम ने अचानक करवट बदली और चक्रवाती तूफान के चलते जिले के अलग-अलग हिस्से स्थित बीजापुर नगर में ओले के साथ झमाझम बारिश हुई। इस बारिश ने नगर पालिका के नाली सफाई की पोल खोलकर रख दी है। नेशनल हाइवे से लगे नालियों के जाम होने से गंदा पानी सडक़ पर आने लगा था जिसके बाद नगर पालिका द्वारा जेसीबी लगा कर नाली की सफाई की गई। नगर के पुजारी पारा में जल जमाव के चलते गली की सडक़ में पानी भरने की खबर है।
नगर पालिका अध्यक्ष बेन्हूर रावतिया ने कहा कि नेशनल हाइवे विभाग द्वारा बनाए गए नाली की देखरेख विभाग द्वारा नहीं की जाती, जिसके कारण नाली जाम हो गई थी। पालिका द्वारा आज उसे सफाई की गई।
वहीं बारिश के चलते आवापल्ली धान खरीदी केंद्र में रखा धान बारिश से भीगकर खराब हो गया है। बताया जाता है कि मौसम विभाग द्वारा अलर्ट के बावजूद प्रबंधक ने धान को बारिश से बचाने कोई माकूल व्यवस्था नहीं की गई।
29.5 एमएम हुई बारिश
बीजापुर जिले में गुरुवार की दोपहर चक्रवाती प्रभाव के चलते तेज हवाओं के साथ झमाझम हुई बारिश से लोगों को गर्मी व उमस से थोड़ी राहत मिली हैं। चक्रवाती प्रभाव का असर अभी दो से तीन दिनों तक और रहने की संभावना मौसम वैज्ञानिक व्यक्त कर रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को हुई बारिश बंगाल की खाड़ी में नमी युक्त दाब से निर्मित चक्रवात को बता रहे हैं। विभाग के मुताबिक गुरुवार को जिले में 29.5 एमएम बारिश रिकार्ड की गई हैं।
भोपालपटनम, 11 मार्च। विकासखण्ड भोपालपटनम के अंतर्गत बन्द से पुन: संचालित स्कूलों का बलीराम बघेल जिला शिक्षा अधिकारी जिला बीजापुर ने बीआरसी कार्यालय भोपालपटनम में बैठक लेकर शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मैं जो शिक्षक अच्छा कार्य करेंगे, उनके लिए किसी भी स्तर का सहयोग क्यों न हो मैं करूंगा, लेकिन जो लापरवाही करेंगे, उनके विरुद्ध कार्यवाही भी की जाएगी। समस्त स्कूलों का संचालन पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्टता के साथ करेंगे। पुन: संचालित संस्थाओं में जो—जो सुविधाओं की कमी है, उसकी जानकारी भी ली गई है।
इस अवसर पर कंडिक नारायण विकासखंड शिक्षा अधिकारी भोपालपटनम ने विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जाति प्रमाण पत्र के संबंध में 100 प्रतिशत बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने हेतु आवेदन पत्र भरकर यथा शीघ्र जमा करने निर्देशित किया गया। बैठक में उपस्थित एपीसी श्रीनिवास एटला ने ऑन लाइन बच्चों का इंट्री करने के संबंध में बताया गया।
बीआरसी मिर्जा खान ने समस्त कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने निर्देशित किया गया।
सीएसी अरब खान ने विभागीय शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में समझाया। इस अवसर पर सीएसी, प्रधान अध्यापक एवं समस्त शिक्षादूत उपस्थित रहे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी स्थल पर जाम्बवंत एवं श्री कृष्ण का युद्ध हुआ था
हिंदी वर्ष का अंतिम मेला (पर्व ) तथा हिंदी वर्ष की आगमन मेला
रवि कुमार रापर्ती
भोपालपटनम, 11 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। चैत्र माह के एकादशी से प्रारंभ होकर गुड़ीपड़वा तक चलने वाले सुप्रसिद्ध सकलनारायण मेला प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बीजापुर जिले के विकासखण्ड भोपालपटनम से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पोषणपल्ली नामक गांव में चिंतावागु नदी के किनारे आयोजित किया जाएगा।
चेरपल्ली के निवासी कविराज सत्यनारायण के अनुसार विकासखण्ड मुख्यालय भोपालपटनम से 10 किलोमीटर दूर पोषणपल्ली में सकलनारायण मंदिर अवस्थित है। इस मंदिर से दक्षिण दिशा में 4 किलोमीटर दूरी पर गोवर्धन पर्वत पर सकलनारायण गुफा स्थित है। यह सकलनारायण गुफा भोपालपटनम क्षेत्र का प्रसिद्ध गुफा माना जाता है। विरान गुफा के भीतर एकांत में भगवान श्री कृष्ण विराजमान हैं। यहां चिंतावगु नदी के किनारे उत्तर दिशा की ओर भगवान श्री कृष्ण जी का सकलनारायण मंदिर स्थित हैं। यह मंदिर सन 1928 को स्थापित की गई है ।
पूर्वजों के अनुसार इस गोवर्धन पर्वत और विरान गुफा की खोज लगभग 1900 ईसवी में राजाओं द्वारा की गई है। यहां प्रति वर्ष मेला चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या के तीन दिन पूर्व प्रारंभ होता है और चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नवरात्रारंभ गुड़ी पड़वा के दिन समापन होता है। कहा जाता है कि यह मेला हिंदी वर्ष का अंतिम मेला (पर्व ) तथा हिंदी वर्ष की आगमन मेला कहा जाता हैं।
प्रति वर्ष हजारों लोगों की भीड़ में श्रद्धालु आकर श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना कर बीती हुई वर्ष से विदाई लेकर नए वर्ष की आगमन पर भगवान श्री कृष्ण जी से सुख शांति समृद्धि और सौभाग्य की शुभकामनाएं प्राप्त होने की विनती करते हैं। इस विशाल भू- भाग मे फैले भोपालपटनम आंचल को यदि देवी देवताओं की धरती कहे तो अतिरमणीय होगा।
गोवर्धन पर्वत की दर्शन के लिए दर्शनार्थी दूर -दूर से आकर चिंतावगु नदी में स्नान कर गोवर्धन पर्वत पर चढऩा प्रारंभ करते हैं। यह पर्वत की ऊंचाई लगभग 1000 से 1100 मीटर है। चारों ओर हरे भरे फूल पेड़ पौधों से घिरा हुआ सकरा पगडंडी रास्ता होने के कारण 3-4 किलोमीटर दूर तय करनी पड़ती हैं। रास्ता तय करते हुए चारों ओर हरे भरे पौधों एवम् रंग बिरंगे फूलों से लदे मनोरम छटा मन को लुभाती हैं।
यह गुफा के प्रवेश द्वार के ऊपरी हिस्सा मे मधु मक्खियां के कई छत्ते हंै। यदि कोई व्यक्ति अपने मन में गलत धारणा या विचार रखता है तो प्रवेश द्वार के पहुंचने के पूर्व ही मधु मक्खियां कुछ संख्या में आकर व्यक्ति पर आक्रमण कर देती हैं। यह चमत्कार वास्तव में अद्भुत है। विचित्र बात यह है कि गुफा का द्वार पहले की अपेक्षा अभी थोड़ा घट गई हैं। हजारों लोगों की भीड़ रहने के कारण विरान गुफा के भीतर विराजमान भगवान श्री कृष्ण जी एवम् विराजित अन्य भगवान भी कुमकुम हल्दी अक्षत से सनी एवम् रंग -बिरंगे फूलों एवम् फूलों की मालाओं से ढकी विभिन्न आकृतियों वाली आकर्षक मूर्तियां स्थापित है।
गोवर्धन पर्वत में विराजमान श्री कृष्ण जी की अपनी आस्था ही अमिट है। पूर्वजों के अनुसार यहां का पुजारी यहां पूजा अर्चना के बाद मल्लुर मंगापेटा नरसिंह भगवान के पहाड़ में नरसिंह भगवान की पूजा के लिए यहां की सुरंग से जाते थे । अभी भी यह सुरंग एक छोटा सा आकर में नजर आता है । यहां मंदिर का प्रधान पुजारी श्री मट्टी बदरैया जी है।
पुजारी के अनुसार पर्वत पर स्थित गुफा से कभी-कभी मुरली की धुन सुनाई देती है। गुफा में मोरपंख भी पाए जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी स्थल पर जाम्बवंत एवं श्री कृष्ण का युद्ध हुआ था।
मंदिर के एक और पुजारी श्री मट्टी कन्हैया के अनुसार जो श्रद्धालु सच्चे मन से जो भी मन्नत करते हैं उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। उनके द्वार तक पहुंच कर आज तक कोई व्यक्ति निराश नहीं लौटा है। संतान की प्राप्ति के लिए निराशवती जिस स्त्री ने भी घुटने टेक कर अपना आंचल फैलाती हैं तो आंचल में एक फूल भी गिरे तो संतान की प्राप्ति अवश्य होती हैं।
इसे एक प्रकार से कहा जाए तो यह गोवर्धन पर्वत एक अद्भुत चमत्कारिक पर्वत है। इसमें और भी कई ऐसे अद्भुत चमत्कार साक्षत परिलक्षित है। इस गुफा के प्रवेश द्वार पश्चात बाहर निकलने के लिए अंतिम द्वार एकदम अनोखी है, सोचनीय है। क्योंकि निकलने के पूर्व वह रास्ते को देखकर असमंजस में पड़ जायेगा। क्योंकि निकलने का रास्ता काफी टेड़ी मेढ़ी एवम् सकरी है। जिसमे की एकदम पतले से पतला व्यक्ति भी नहीं निकल सकता, किंतु आपको विश्वास हो या न हो उस रास्ते से कितना मोटा व्यक्ति भी क्यों ना हो बाहर निकल जाता हैं। यदि व्यक्ति में गलत विचार, धारणाएं मन में उभरी हो तो वह उस रास्ते के मध्य में ही जाकर फंस जायेगा। यह बात भी सात्विक रूप से सत्य है।
यहां गुफा के अंदर 5 मीटर से लेकर 15 मीटर तक की 4 सुरंग में मूर्तिया स्थापित है। गुफा के अंदर अद्भुत चमत्कार पानी की बूंदे ऊपर से टपकते रहते हैं। इस पानी की वजह से वहां दल-दल (खाई) बन गई हैं। इस दल-दल में कोई व्यक्ति धंस जाए तो वहां से निकलना मुश्किल होता है। इस दल दल के आगे एक छोटी छिद्र में नागराज जी विद्यमान रहते हैं। किस्मत वालों को ही यह दर्शन मिल पाता है। इस प्रकार यहां पर ऐसे अद्भुत चमत्कार दृश्य दृष्टिगत होती रहती है।
यहां पर कालिंगमडग़ू (शीतल जल) यहां का जल भीषण गर्मी में भी बहुत ठंडा एवं मीठा होता है, इस पानी को गंगा जल के रूप में घर लेकर आते हैं और घर को शुद्धि का काम आता है। पूर्व की ओर ग्वाले और पश्चिम की ओर कलिंग माडगू कहते है यहां आदमी अगर फंस जाए तो निकलना मुश्किल होता है, इसलिए यहां सतर्कता से जाना पड़ता है, यहां घनघोर अंधेरा रहने के कारण टार्च साथ में ले जाना अति आवश्यक है। वहां का शीतल जल ईश्वर का प्रदान है। यहां पानी की बूंदे ऊपर से टपकते रहते हैं, और पहाड़ के ऊपर कई प्रकार की औषधीय पेड़ पौधें है। जिसे तोडक़र दर्शन करने आने वाले भक्तगण ले जाते हैं, छोटे बच्चों को एवम् बड़ों के लिए भी दवाई का काम आता है।
गुफा के अंदर कई पक्षियां छोटे बड़े चमगादड़ भी ऊपर से मंडराते रहते हैं । उनका मल घिरा रहता है उसे भी धूप के लिए लेकर आते है, उसे पेट दर्द ,नजर लगने से इसे धूप बनाकर उपयोग किया जाता है, तो ठीक हो जाते हैं। कई प्रकार के पेड़ पौधें है जो दवाई के लिए काम आता है लेकर आते हैं। ऊपर में कई प्रकार के पेड़ पौधें है, जैसे टमाटर, बैंगन, मिर्ची कुछ फल पाए जाते हैं इसे घर लेकर आना वर्जित है वही पर खाकर आते है। अभी ये सब आयुर्वेद दवाई खत्म होते जा रहे हैं, जंगल और पहाड़ में आग लगने के कारण नष्ट होते जा रहे हैं।
गोवर्धन पर्वत से भगवान श्री कृष्ण जी के दर्शन कर वापस आते समय 2 किलोमीटर पर रास्ते में एक छोटा सा झरना है। यह झरना , सौंदर्य का प्रतीक है, जिसे बोग्तुम जलप्रपात के रूप में जाना जाता हैं। जिसमे हमेशा पानी भरा रहता है । यहां का पानी बहुत ठंडा एवम मीठा होता है थोड़ी सी पानी से ही मन की तृप्ति हो जाती हैं। इस पानी की तुलना में फ्रीज का पानी भी व्यर्थ है। इसी स्थान पर काका परिवार की ओर से भोजन (स्वल्प आहार)की व्यवस्था की जाती हैं। पूर्व में कतई न थी । कहां जाता हैं की उन्होंने भगवान श्री कृष्ण जी से कुछ मन्नते की वह पूर्ण होने के कारण यहां प्रतिवर्ष आए भक्त गणों की भूख, प्यास बुझा कर तृप्ति प्रदान करते है। एवम् लोगों से दुआएं प्राप्त करते हैं।
प्यासे को पानी भूखे को भोजन की तृप्ति यही से हो जाती हैं, इससे बड़ी आत्म संतुष्टि और क्या हो सकती हैं। गोवर्धन पर्वत से उतर कर वापस चिंतावागु नदी के तट पर स्थित सकलनारायण मंदिर में सभी भक्तगण उपस्थित होकर सभी भगवानों की पूजा अर्चना कर मेले का आनंद अनुभूति प्राप्त करते हैं। इस त्यौहार को बड़े हर्ष के और उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह यहां का सुप्रसिद्ध मेला है। मेले के समय मंदिर के आस पास काफी भीड़ रहती है। एक चौड़े से मैदान में तरह तरह के दुकानों की कतार लगी रहती है। यहां मोटर साइकिल, स्कूटर ,ट्रेक्टर ,टेक्सी, बैलगाड़ी आदि कई गाडिय़ां कतार में खड़ी रहती हैं। भीड़ के कारण चलना कठिन होता है।
यहां रात में देवी देवताओं के नृत्य के कारण चारों ओर धूल ही धूल नजर आने लगती हैं रात लोकल नृत्य में श्री लक्ष्मी देवी नृत्य, सिनेमा, बुर्रा कथा नाटक और मनोरंजन कार्यक्रम प्रस्तुत की जाती हैं। मेले में लगे दुकानों के लिए बिजली व्यवस्था बिजली विभाग द्वारा की जाती हैं। पानी की व्यवस्था के लिए हैंड पंप, ट्रेंकर की व्यवस्था की जाती हैं एवम् प्रकृति की देन दक्षिण की ओर चिंतावगू नदी स्थित है। जो की पश्चिम की ओर कल कल बहती रहती हैं। जिससे दर्शनार्थी अपनी स्नान एवं प्यास बुझाकर आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं। यहां आए लोगों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य शिविर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाया जाता हैं। रात भर लोग आपस में मिलकर हिंदू नववर्ष की शुभकामनाएं एवम् उपहार भेंट करते है। मेला के अंतिम दिन अर्थात गुड़ी पड़वा के दिन भगवान जी की रथ यात्रा निकाली जाती हैं। 10 बजे के समापन होने के बाद सभी लोग अपने अपने घर जाकर गुड़ी पड़वा का त्यौहार बड़ी धूम धाम एवम् हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। और कई लोग हिंदू नववर्ष आरंभ एवम् चैत्र नवरात्रि प्रारंभ में माई जी की आराधना करते है।
श्रीनिवास एटला के अनुसार पामभोई राज परिवार की उपस्थिति में यह मेला इस वर्ष 19 मार्च शनिवार को मंडपाच्छादन, गोवर्धन पर्वत पूजा अर्चना एवं ध्वजारोहण, 20 को श्री कृष्ण भगवान पूजा अर्चना मंदिर परिसर में, 21 को दोपहर 2 बजे माता राधा एवम् कृष्ण जी की विवाह समारोह एवम् क्षेत्रीय लोकल नृत्य एवं डांसिंग प्रोग्राम (वन विभाग की ओर से), 22 मार्च को प्रात: 07 बजे भगवान की रथयात्रा तथा गुड़ी पड़वा (नवरात्र)प्रा रंभ । यह मेला 5 दिनों का होता है। यह मेला का संचालन मेला समिति पोषडपल्ली के द्वारा की जाती हैं। भोपालपटनम छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर होने के कारण यहां से जुड़े हुए राज्य महाराष्ट्र आंध्रप्रदेश के लोग अधिक से अधिक संख्या में शामिल होते हैं।
डोंगरगढ़ पहाड़ में स्थित मां बम्लेश्वरी की मंदिर में बिजली की व्यवस्था, एवं पक्की सडक़ जिस तरह शासन ने व्यवस्था की हैं, ठीक उसी तरह गोवर्धन पर्वत का सकलनारायण गुफा एवं मंदिर में की जाए तो छत्तीसगढ़ का बेहद खुबसूरत स्थलों में से एक भगवान् श्रीकृष्ण जी का गोवर्धन पर्वत एवम् मंदिर हो सकता है। इस ओर यदि शासन द्वारा ध्यान दिया जाये तो प्रसिध्द पर्यटन स्थल एवं दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। यह छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर भोपालपटनम क्षेत्र का बेहद ख़ूबसूरत दर्शनीय स्थल है, किंतु इसका जिक्र अभी तक पूर्ण रूप से छत्तीसगढ़ दर्शन (पर्यटक) में अंकित नहीं है। शासन प्रशासन को इस ओर अत्यधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
विधायक ने रखी जेपीसी के गठन की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 मार्च। पीसीसी के निर्देश पर शुक्रवार को यहां जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मुख्य शाखा के सामने कांग्रेस ने एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन कर मोदी सरकार और भाजपा की कथनी और करनी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। विधायक ने अडानी मामले में जेपीसी के गठन की मांग रखी।
बीजापुर के विधायक और कांग्रेस नेता विक्रम मंडावी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा अडानी को लाभ पहुँचाने और देश के करोड़ों लोगों के एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थाओं में जमा पूँजी को उद्योगपति गौतम अड़ानी को ऋण दिया है और इन संस्थाओं को घाटे में ला दिया है। आज देश के छोटे निवेशक परेशान है। भाजपा और मोदी सरकार ने आज तक अडानी को लेकर एक भी शब्द नहीं कहे है। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि भाजपा, मोदी सरकार और अडानी एक है।
विधायक ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के इशारे पर ही एलआईसी और एसबीआई ने एक बड़ी राशि बिना किसी गारंटी के अड़ानी को ऋण दिया है और आज अडानी की कंपनी नुक़सान में चल रही है। सवाल यह है कि नुक़सान में चल रहे अडानी को मोदी सरकार ने हज़ारों करोड़ रुपये के ऋण क्यों दिया है।
आज देश के छोटे छोटे निवेशक के जमा पूँजी डूबने के कगार पर है दूसरी ओर मोदी सरकार और भाजपा लाभ में चल रहे देश के सरकारी उद्योगों को जानबूझकर अडानी को बेच रही है।
जि़ला कांग्रेस कमेटी बीजापुर के अध्यक्ष लालू राठौर ने मोदी सरकार, भाजपा और उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर कहा कि मोदी सरकार उद्योगपति गौतम अडानी को बैंकों से हज़ारों करोड़ रुपये के ऋण बिना किसी गारंटी के दिलाते है वही दूसरी ओर मोदी सरकार और भाजपा के दबाव में देश के करोड़ों बेरोजग़ारों को जो छोटे छोटे काम धंधे करने के लिए बैंकों से ऋण लेना चाहते है उन्हें भी मोदी सरकार और भाजपा ऋण नहीं देने का दबाव बैंकों पर डालती है। यही कारण है कि आज देश में बेरोजग़ारी और महंगाई सबसे अधिक है।
धरना प्रदर्शन में विशेष रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, कृषक कल्याण परिषद सदस्य बसन्त राव ताटी, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण सदस्य नीना रावतिया उद्दे, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मुर्दोण्डा प्लांट में दूसरी बार घटना को दिया अंजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 मार्च। होली के दूसरे दिन नक्सलियों ने क्रेशर प्लांट में जमकर उत्पात मचाया है। मुरदण्डा गांव में स्थापित क्रेशर प्लांट में नक्सलियों ने तोडफ़ोड़ करते हुए वहां एक पिकअप वाहन और एक मिकसिंग मशीन को आग के हवाले कर दिया हैं। नक्सलियों ने दूसरी बार यहां घटना को अंजाम दिया हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक उसूर ब्लॉक के आवापल्ली थाना क्षेत्र के मुरदण्डा गांव में गुरुवार की मध्य रात को हथियारों से लैस अज्ञात नक्सलियों ने क्रेशर प्लांट में जमकर उत्पात मचाया। यहां नक्सलियों ने एक पिकअप वाहन, मिकसिंग मशीन को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं नक्सलियों ने प्लांट में तोडफ़ोड़ कर प्लांट को नुकसान पहुंचाया है।
घटना की खबर लगते ही आवापल्ली पुलिस घटना स्थल पहुंचकर कार्रवाई कर रही है। ज्ञात हो कि आवापल्ली से बासागुड़ा मार्ग पर बीच में मुरदण्डा गांव में यह क्रेशर प्लांट स्थापित हैं। इससे पहले भी पिछले साल इसी प्लांट पर नक्सलियों ने तोडफ़ोड़ करके उत्पात मचाया था। बताया गया है कि यह क्रशर प्लांट तेलंगाना के किसी ठेकेदार है। जिसने लीज पर इसे लेकर रखा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 मार्च। विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही भाजपा एक्शन मोड पर आ गई है। मोर आवास मोर अधिकार के तहत भाजपा ने भूपेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर विधायक निवास का घेराव किया। इस दौरान पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच धक्का मुक्की हुई।
सोमवार को यहां नये बस स्टैंड में पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोर आवास मोर अधिकार को लेकर धरना प्रदर्शन किया। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने चार साल पहले कांग्रेस सरकार बहुत से वादे करके सत्ता में आई। लेकिन अब यही सरकार सत्ता पर काबिज होते ही जनता की रोटी और मकान छीनने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने छत्तीसगढ के गरीबों के लिए 16 लाख पीएम आवास भेजे, लेकिन भूपेश सरकार उसे गरीबों तक पहुंचने क्यों नहीं दे रही है। गागड़ा ने भूपेश सरकार से सवाल करते हुए कहा कि अधिवेशन में आप छत्तीसगढ़ की जनता के पैसे खर्च कर रहे हो, लेकिन गरीब के मकान के लिए आपके पास पैसे नहीं हैं, ये प्रदेश की जनता के साथ धोखा व अन्याय है। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि गरीबों को मकान नहीं दिये, जनता के वादे पूरे नहीं किये, तो इतिहास गवाह है कि जनता का आक्रोश कई सरकारों को उखाड़ फेंक चुकी हैं। वही भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कहा कि सरकार अगर गरीबों को उनका हक उनका अधिकार नहीं देती है तो आगामी दिनों में जनता के साथ मिलकर भाजपा द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल अपने आकाओं को खुश करने के लिए अपना पहला दायित्व भूल रहे हैं। धरना के बाद बड़ी संख्या में भाजपाई रैली की शक्ल में विधायक निवास घेरने निकले। लेकिन उन्हें रास्ते मे पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर रोक दिया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हल्की धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को विधायक निवास से बाहर ही रोक दिया। आगे जाने नहीं दिया गया।
इससे रैली में आवास के लिए अपने फार्म के साथ शामिल होने महिलाओं व पुरुषों ने आक्रोशित होकर भूपेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष जी वेंकट, विधानसभा प्रभारी दीपक बाजपेयी, जिला उपाध्यक्ष लव कुमार रायडू, सतेंद्र ठाकुर, सुखलाल पुजारी, घासीराम नाग, जिलाराम राणा, फूलचंद गागड़ा, महिला मोर्चा की नीता शाह व उर्मिला तोकल सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोपालपटनम, 5 मार्च। जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर बलीराम बघेल एवं मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा विजेन्द्र राठौर के निर्देशन में ग्राम पंचायत गुन्लापेटा में एफएलएन मिशन के तहत प्राथमिक शाला गुन्लापेटा, बालक आश्रम गुन्लापेटा, कन्या पूर्व माध्यमिक शाला गुन्लापेटा में मल्लैया सर से. नि. शि. के मुख्य आतिथ्य एवं श्री कंडिक नारायण विकासखंड शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में अध्ययनरत समस्त विद्यार्थियों का पालकों की उपस्थिति में असर टूल के माध्यम से आंकलन किया गया।
सामाजिक अंकेक्षण शिविर में आए सभी पालकों, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने अपने बच्चों के शैक्षणिक स्तर को जाना। सभी ने इस तरह के कार्यक्रम होने से शिक्षा के गुणवत्ता को सुधारने में मदद मिलने की संभावना व्यक्त की। इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि एफएलएन मिशन बच्चों के मूलभूत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में वृद्धि करना है, इसके लिए शिक्षकों के साथ–साथ पालकों की सहभागिता की आवश्यकता है।
एपीसी श्रीनिवास एटला ने आए हुए पालकों एवं समुदाय के लोगों को एफएलएन एवं नई शिक्षा नीति के बारे में बताया, साथ में सभी बच्चों का असर टूल के माध्यम से आंकलन किया।
जिसमें भाषा में लगभग 50 प्रतिशत बच्चे कहानी स्तर, 30 प्रतिशत बच्चे अनुच्छेद स्तर, 12 प्रतिशत बच्चे शब्द स्तर 5 प्रतिशत बच्चे अक्षर स्तर पर एवं 3 प्रतिशत बच्चे प्रारंभिक स्तर पर होना पाया गया। इसी तरह गणित एवं अंग्रेजी का भी आंकलन किया गया। राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की भी इस अवसर पर जांच की गई।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत के गणमान्य नागरिक, उप सरपंच, संकुल प्राचार्य भूपत राव झाड़ी, संकुल समन्वयक यालम शंकर, ग्राम पंचायत सचिव, संकुल के समस्त शिक्षक, तथा बच्चे उपस्थित रहे।
सीएम और सीएस के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। अपनी लंबित डीए व अन्य मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने आंदोलन के पहले चरण में सीएम व सीएस के नाम ज्ञापन सौंपा है, वहीं उनकी मांगों पर विचार नहीं किये जाने पर आंदोलन के दूसरे चरण में आगामी 18 मार्च को राजधानी में प्रदेश के समस्त कर्मचारी धरना-प्रदर्शन करेंगे।
शुक्रवार को यहां कलेक्ट्रेट परिसर में फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान, संयोजक केडी राय व जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के अन्य पदाधिकारियों ने डिप्टी कलेक्टर सुमन राज को ज्ञापन सौंपा।
फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि सौंपे गये ज्ञापन में मांग की गई है कि लिपिक संवर्ग का वेतन विसंगति का शीघ्र निराकरण किया जाए। साथ ही सहायक शिक्षक एवं समस्त एलबी संवर्ग की पूर्व सेवा गणना वेतन विसंगति तथा स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, वन विभाग, पशुपालन विभाग सहित अन्य कर्मचारी संवर्ग का वेतन विसंगति समेत 14 सूत्रीय मांग के लिए 17 सितंबर 2021 को गठित पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सरकार को तत्काल सौंपी जाये। वहीं प्रदेश के कर्मचारियों व पेंशनरों को लंबित 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान अनुसार गृह भाड़ा भत्ता स्वीकृति आदेश जारी किया जाए। जनघोषणा पत्र में उल्लेख अन्य मांगों को पूरा किया जाये। साथ ही चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान जारी किया जाए। कर्मचारी संगठनों द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को शासन के समक्ष रखने के लिए पंडरी पुराना बस स्टैंड को धरना स्थल घोषित किया जाए।
ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि यथाशीघ्र समुचित आदेश जारी करें। वहीं ज्ञापन में बताया गया है कि आंदोलन का पहला चरण ज्ञापन सौंप कर किया गया है, वहीं मांगों पर विचार नहीं किये जाने पर आंदोलन के दूसरे चरण में समस्त कर्मचारी आगामी 18 मार्च को राजधानी में जुटाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
इस अवसर पर छग शिक्षक संघ के ईश्वर झाड़ी, एसके समरथ, एनके सोरी, पटवारी संघ के वीरा राजा बाबू, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक संघ के महेश दुर्गम, आयुर्वेद चिकित्सा संघ के सी वेंकटेश्वर, सहायक शिक्षक फेडरेशन के किशोर दुर्गम, दिलीप दुर्गम, वाहन चालक संघ के बालेन्द्र राठौर, छग शालेय शिक्षक संघ के सदस्य सहित अन्य मौजूद रहे।
बैंक सखी कर रहीं पेंशन राशि का भुगतान
बीजापुर, 3 मार्च। कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा के निर्देश पर बीजापुर जिले के प्रत्येक विकासखंड में विकासखंड स्तरीय पेंशन निदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक एवं डिप्टी कलेक्टर मनोज कुमार बंजारे ने बताया कि गुरुवार 2 मार्च को बीजापुर जिले के उसूर विकासखंड के ग्राम बासागुड़ा एवं भोपालपटनम विकासखंड के ग्राम पामगल में विकासखंड स्तरीय पेंशन निदान शिविर का आयोजन किया गया।
इस पेंशन निदान शिविर में करारोपण अधिकारी के द्वारा हितग्राहियों का पंजीयन एवं सत्यापन, नवीन पेंशन के आवेदन एवं सहायक उपकरण के लिए आवेदन जमा करने का कार्य किया जा रहा है। खाद्य निरीक्षक के द्वारा निशक्तजन राशन कार्ड बनाया जा रहा है। आधार ऑपरेटर के द्वारा आधार कार्ड एवं वीएलई के द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। एडीओ के द्वारा बैंक सखी के माध्यम से बैंक खाता खोलने एवं पेंशन धारियों को नगद पेंशन का भुगतान किया जा रहा है।
बासागुड़ा शिविर में 32 नवीन पेंशन आवेदन, 79 दिव्यांग राशन कार्ड, 07 नवीन बैंक खाता, 115 आधार कार्ड, 30 आयुष्मान कार्ड बनाया गया तथा बैंक सखी के माध्यम से 35500 पेंशन राशि का भुगतान किया गया।
पामगल शिविर में 16 नवीन पेंशन आवेदन, 15 आधार कार्ड एवं 22 निशक्त राशन कार्ड बनाए गए।
शिविर में नोडल अधिकारी तहसीलदार, करारोपण अधिकारी, खाद्य निरीक्षक, एडीईओ, ई डिस्टिक मैनेजर,आधार ऑपरेटर, वीएलई, बैंक सखी सचिव एवं पटवारी आदि मौजूद रहे।
तीन माह में 3 रोजगार सहायकों पर गिर चुकी है गाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के काम में लापरवाही बरतने वाले दो रोजगार सहायकों पर जिला पंचायत सीईओ ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।
सहायक परियोजना अधिकारी नारायण बंजारा ने बताया कि ग्राम पंचायत चिन्नाकवाली के रोजगार सहायक रमेश कोर्राम योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही के साथ जनपद स्तर पर योजना की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में निरंतर अनुपस्थित रहने व कार्यो में लापरवाही बरत रहे थे। जिसके चलते उन्हें सेवा पृथक कर दिया गया। वहीं मिरतुर के रोजगार सहायक सुकमन कडती बिना पूर्व सूचना के लंबे समय से अपने अपने कार्य से अनुपस्थित रहने के चलते उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों रोजगार सहायकों पर सीईओ जिला पंचायत ने कार्रवाई की है। ज्ञात हो कि तीन माह में यह तीसरी कार्रवाई की गई हैं। इससे पहले मुरदण्डा के रोजगार सहायक दुर्गा रत्नम की सेवा समाप्त की गई थी।
ईडी और सीबीआई से करेंगे जांच की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट घेराव में यहां पहुंचे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने बीजापुर में डीएमएफ मद में नान से बड़े घोटाले किये जाने का सनसनीखेज आरोप लगाया हैं। इतना ही नहीं सीबीआई व ईडी से इसकी जांच की मांग भी जोगी करेंगे।
बुधवार को जोगी कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी के नेतृत्व जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट घेरने निकले थे। उन्हें कलेक्ट्रेट पहले ही बेरिकेट्स लगाकर रोक दिया गया। कुछ देर जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते रहे फिर अचानक नारेबाजी करते हुए बेरिकेट्स लांघकर अंदर की तरह पहुंच गए। इसी बीच पुलिस जवानों और जोगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के में थोड़ी झड़प भी हुई।
अमित जोगी ने शासन प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीजापुर में डीएमएफ मद में नान से बड़ा घोटाला किये जाने का आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि बीजापुर जिले को हर वर्ष 700 करोड़ रुपये डीएमएफ मद प्राप्त हैं। लेकिन यह राशि को विकास में खर्च न कर सिर्फ लुटा जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले बीस सालों में करीब 14 हजार करोड़ रुपये का घोटाला डीएमएफ में किया गया है वे अब जल्द ही इसकी शिकाउत सीबीआई व ईडी से कर जांच की मांग करेंगे। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने बेरोजगारी भत्ता के नाम पर बेरोजगारों को धोखा दिया, पेंशन के नाम पर बुजुर्गों को धोखा दिया, आवास के नाम पर बेघरों को धोखा दिया, शराबबंदी के नाम महिलाओं को धोखा दिया। वही अमित जोगी ने स्थानीय विधायक पर भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया हैं। वहीं कर्मचारियों के नियमितीकरण पर कहा कि जब भूपेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री नियमितीकरण नहीं हो रहा है तो कर्मचारियों का कैसे होगा।
अमित जोगी ने सिलगेर गोलीकांड को लेकर कहा कि जब सारकेगुड़ा एडसमेटा गोलीकांड की जांच हो सकती तो फिर सिलगेर घटना की जांच क्यों नहीं..? जोगी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल जब लखीमपुर जाकर वहां के पीडि़तों को मुआवजा बांट सकते है, तो सिलगेर में मारे गए आदिवासियों परिवार को मुआवजा देने में देर किस बात की हो रही है। उन्होंने कहा कि यहां भ्रष्टाचार कर भ्रष्टाचारी खूब मलाई खा रहे है और यहां के आदिवासियों को पेज भी नसीब नहीं हो रहा हैं। इसी के चलते बस्तरवासी पलायन कर रहे हैं।
फेडरेशन के प्रांतीय आव्हान पर किया गया आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। अपनी लंबित एक सूत्रीय मांग प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के झंडे तले न्याय पदयात्रा निकाली गई। जिसमें जिले भर से आये करीब 1000 शिक्षकों ने इस पदयात्रा में हिस्सा लिया और सीएम के नाम तहसीलदार को मांग पत्र सौंपा गया।
बुधवार को यहां जिला मुख्यालय में फेडरेशन ने प्रांतीय आव्हान पर एक दिवसीय न्याय पदयात्रा का आयोजन किया था। इस पदयात्रा में शामिल होने आये फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि सहायक समग्र शिक्षक फेडरेशन संविलियन समय से हो वेतन विसंगति की मांग को लेकर लगातार संघर्षरत हैं। इसे लेकर हमेशा आश्वासन मिला हैं। वर्तमान मुख्यमंत्री ने चुनाव से पहले वर्ग 3 के साथ धोखा व 1 व 2 को लाभ कहकर 10 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर क्रमोन्नति वेतनमान का उल्लेख अपने घोषणापत्र में कर वेतन विसंगति दूर करने का आश्वासन दिया था। वही 5 सितंबर 2021 को वादा निभाओ रैली कर विधानसभा घेराव के दिन सीएम ने ट्वीट अकाउंट में कमेटी बनाकर 3 माह के भीतर वेतन विसंगति दूर करने की घोषणा की थी।
इसी तरह अनिश्चित कालीन आंदोलन 2021 में मुख्यमंत्री द्वारा फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर कहा था, आप बच्चों की चिंता करो, और आप लोगों की चिंता मैं करता हूँ। कहकर शीघ्र ही मांगों का निराकरण करने का आश्वासन दिया था। इसके अलावा समय समय पर आंदोलन ज्ञापन व मुख्यमंत्री व मंत्रियों से चर्चा व समर्थन पत्र के माध्यम से वेतन विसंगती दूर करने की मांग की गई। जिसमें सरकार द्वारा वादों को शीघ्र ही पूरा करने का आश्वासन ही मिला।
उन्होंने बताया कि चूंकि अब सरकार का अंतिम बजट पेश होने वाला हैं। बावजूद अब तक मांग पूरा नहीं हुआ हैं। वही प्रदर्शन के दौरान प्रान्त उपाध्यक्ष सहित जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम झाड़ी, संगठन मंत्री महेश शेट्टी, रामकृष्ण साहू, कार्यकरणी जिलाध्यक्ष रमन झा ने अपने विचार व्यक्त किये। वहीं कार्यक्रम अंत में प्रांतीय पदाधिकारियों को बस्तर की कलाकृति भेंट की गईं। इस अवसर पर राकेश गिरी, इकबाल खान, बाबूलाल गांधरला, मोहसीन खान, शांतिलाल वर्मा, शेखर अप्पा जी, कमल नारायण कुंजाम, महेश यालम, शेख आसम, राजन्ना अनाकारी, अनिल झाड़ी आदि उपस्थित रहे।