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गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी, एफआईआर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 मई। कलेक्टर कोरबा ने आरोपी तौकीर अहमद खान के विरुद्ध जिला बदर आदेश पारित कर एक वर्ष के लिए जिला कोरबा सहित सीमावर्ती जिलों से जिला बदर किया है, किंतु आरोपी कोरबा में लुक-छिपकर रह रहा था। कल एक व्यक्ति से विवाद करते हुए गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दिया है। जिस पर इसके खिलाफ 2 अलग-अलग मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है।
कलेक्टर कोरबा द्वारा आरोपी तौकीर अहमद खान निवासी रिसदी चौक रामपुर के विरुद्ध 1 सितंबर 2021 को आदेश पारित कर जिला कोरबा सहित सीमावर्ती जिलों से 1 वर्ष के लिए जिला बदर किया गया है, इसके बावजूद भी कलेक्टर के आदेश का उल्लंघन कर आरोपी तौकीर अहमद खान कोरबा में निवास कर रहा था। इसकी जानकारी होने पर आरोपी तौकीर अहमद खान के विरुद्ध छत्तीसगढ़ राज्य सुरक्षा अधिनियम की धारा 15 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज किया गया है ।
साथ ही प्रार्थी धनंजय साहू रिसदी चौक कोरबा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि आरोपी तौकीर अहमद खान ने 11 मई को प्रार्थी धनंजय साहू को गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपी तौकीर अहमद खान के विरुद्ध धारा 294, 506 के अंतर्गत अलग से एफआईआर दर्ज किया गया है।
आरोपी तौकीर अहमद खान के द्वारा कलेक्टर कोरबा के आदेश का उल्लंघन कर कोरबा में निवास करने के मामले को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने गंभीरता से लिया है। इसकी सूचना कलेक्टर कोरबा को भेजा जा रहा है ताकि जिला बदर आरोपी के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा सके।
पूर्व गृह मंत्री कंवर ने भी लगाए गंभीर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर / कोरबा, 9 मई। कोरबा में डीएमएफ बैठक को लेकर मंत्री जयसिंह अग्रवाल की शिकायत को उनकी ही पार्टी के विधायक मोहित केरकेट्टा और पुरुषोत्तम कवर ने दुर्भावनापूर्ण और निराधार बताया है। इस बारे में उन्होंने डीएफएम के नोडल अधिकारी सिद्धार्थ कोमल परदेशी को अलग-अलग पत्र लिखे हैं।
दोनों के ही पत्र एक जैसे हैं और एक पन्ने का है। कंवर ने अपने पत्र में कहा है कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल द्वारा जिला खनिज न्यास की बैठक के संबंध में की गई शिकायत व्यक्तिगत दुर्भावना से प्रतीत होती है। कटघोरा क्षेत्र का विधायक होने के नाते मैं शासी परिषद का सदस्य हूं। वर्ष 2021 22 की बैठक 15 सितंबर 2022 को रखी गई थी, जिसमें मैं शामिल हुआ था। जो प्रस्ताव मैंने कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के लिए रखे थे, उनको कार्य योजना में शामिल किया गया और उनकी प्रशासकीय स्वीकृति भी जारी की गई। वर्ष 2022 23 की बैठक भी नियमानुसार ली जा रही है, जिसकी विधिवत सूचना मुझे मिल गई है। उक्त बैठक के विकास कार्यों को समय सीमा में किए जाने की नितांत आवश्यकता है। जिला खनिज संस्थान न्यास मध्य से स्वीकृत कार्यों में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं की जा रही है। मंत्री की शिकायत निराधार है।
लगभग यही बात तानाखार के विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने अपने पत्र में कही है।
ज्ञात हो कि बीते 6 मई को कोरबा के विधायक और प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने खनिज विभाग के सचिव और डीएलएफ के नोडल अधिकारी सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी को एक लंबा पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने डीएमएफ में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का आरोप कलेक्टर रानू साहू पर लगाया गया था। उन्होंने 9 मई की बैठक को स्थगित करने की मांग भी की थी।
कोरबा जिले के चौथे विधायक पूर्व गृह मंत्री व भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने भी राजस्व मंत्री को घेरा है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि राजस्व मंत्री के भ्रष्टाचार की जानकारी अधिकारियों को है। इस पर कार्रवाई न हो इसलिए वे जिला प्रशासन पर आरोप लगाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं है जब राजस्व मंत्री ने डीएमएफ को लेकर शिकवा शिकायत की हो। यह सिलसिला पी दयानंद के कार्यकाल से होते हुए कलेक्टर किरण कौशल के कार्यकाल में भी चला है।
बालकोनगर, 8 मई। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) को अपनी ‘सुरक्षा संकल्प कुटुंब’ परियोजना के लिए 5वीं सीआईआई नेशनल सेफ्टी प्रैक्टिस प्रतियोगिता में ‘प्लेटिनियम विनर’ घोषित किया गया।
इस वर्ष प्रतियोगिता की थीम कार्यस्थल सुरक्षा में उत्कृष्टता थी, जिसमें प्रतिभागी औद्योगिक संगठनों ने उनके द्वारा लागू की गई औद्योगिक सुरक्षा संस्कृति और कार्यस्थल पर सुरक्षा प्रदर्शन के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण सुधार को वर्चुअल माध्यम से प्रस्तुत किया।
बालको के ‘सुरक्षा संकल्प कुटुंब’ परियोजना में सेफ्टी डिजिटलाइजेशन मॉड्यूल के पांच बिंदुओं को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य श्रेष्ठ सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करना है। इसमें ऑगमेंटेड/वर्चुअल/ मिक्स्ड रिएलिटी ट्रेनिंग सेंटर, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस बेस्ड वीडियो एनालिटिक्स, सस्टेनेबिलिटी मोबाइल एप, कौशल विकास और निर्माण के उद्देश्य से जुड़े कार्यबल के लिए सुरक्षा मॉड्यूल पर ई-लर्निंग कोर्स, असुरक्षित क्रियाओं और स्थिति का स्वत: पता लगाना, डिजिटल सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देना तथा सुरक्षा संवाद और कार्यबल सुरक्षा, उत्पादकता में बढ़ोत्तरी तथा असुरक्षित क्षेत्रों की ट्रैकिंग शामिल हैं।
इस उपलब्धि पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि यह सुरक्षा के प्रति बालको की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बालको में कार्यस्थल पर किसी भी तरह की असुरक्षित गतिविधि को पूर्ण रूप से नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक कर्मचारी को सशक्त बनाया जा रहा है।
इसके जरिए ‘शून्य क्षति’ की नीति के अनुरूप संयंत्र को सबसे सुरक्षित कार्यस्थल बनाने के लिए बालको प्रबंधन कटिबद्ध है। सभी की सहभागिता और औद्योगिक सुरक्षा को पुख्ता बनाने की दिशा में अत्याधुनिक डिजिटल तकनीकों को अपनाकर ‘सुरक्षा प्रथम’ कार्य संस्कृति की स्थापना में मदद मिली है।
कार्यस्थल पर सुरक्षा मानदंडों के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए बालको ने ड्यूपॉन्ट सस्टेनिबिलिटी सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी की है। औद्योगिक सुरक्षा के सराहनीय प्रबंधन के लिए बालको ने वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खदान) प्राप्त किए।
सुरक्षा संबंधी विभिन्न मॉड्यूल के प्रति कर्मचारियों और व्यवसाय के साझेदारों की जागरूकता के लिए प्रति माह पहली तारीख को ‘सुरक्षा संकल्प’ कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसके माध्यम से सुरक्षा संबंधी अनुभव साझा किए जाते हैं।
पसान थाने को ग्रामीणों ने घेरा, भारी हंगामे के बाद हालत काबू में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 अप्रैल। आरोपी को छुड़ाने के लिए थाने में हंगामा करने वाले एक युवक पर थाना प्रभारी ने पिस्तौल तान दी जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया। स्थिति संभालने के लिए दूसरे थानों से पुलिस बल भेजा गया और किसी तरह मामला शांत कराया गया।
जानकारी के अनुसार प्रशांत के एक फॉरेस्ट गार्ड शारदा प्रसाद शर्मा ने ग्राम खमरिया के दीपक टेकाम के विरुद्ध जनवरी महीने में थाने में शिकायत की थी। पुलिस ने दीपक टेकाम के खिलाफ आईपीसी की धारा 392, 353, 294 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया था।
मंगलवार को दीपक टेकाम पसान में घूमने के दौरान पुलिस की गिरफ्त में आ गया। उसे पकड़ कर थाने में बिठाया गया था। इसके बाद पसान के उप-सरपंच के बेटे राजकुमार शर्मा ने थाना प्रभारी को फोन करके दीपक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने और उसे छोड़ने के लिए दबाव बनाया। थाना प्रभारी लक्ष्मण खूंटे ने आरोपी को छोड़ने से मना कर दिया। इससे नाराज राजकुमार शर्मा अपने कुछ साथियों को लेकर रात में थाने पहुंचा और वहां हंगामा मचाने लगा।
दूसरे दिन फिर राजकुमार शर्मा ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचा और वहां नारेबाजी होने लगी। इस दौरान किसी ने वीडियो बनाकर वायरल किया है जिसमें यह दिखाई दे रहा है कि राजकुमार ने थानेदार के साथ हाथापाई कर दी। इससे उत्तेजित थानेदार ने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाल कर राजकुमार शर्मा की कनपटी पर तान दी। हालांकि इसके बाद उससे रिवाल्वर वापस रख ली। रिवाल्वर निकालकर धमकाने को लेकर वहां पर मौजूद ग्रामीण फिर हंगामा करने लगे। इस बीच वहां पर भीड़ भी बढ़ गई।
स्थिति संभालने के लिए आसपास के थानों से भी पुलिस बल को बुलाया गया और अधिकारी भी कटघोरा से पहुंचे और समझा बुझा कर ग्रामीणों को शांत किया।
बालकोनगर, 27 अप्रैल। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सामुदायिक विकास कार्यक्रम की ‘उपचार आपके द्वार’ मुहिम के अंतर्गत चलित स्वास्थ्य इकाई के माध्यम से मार्च-अप्रैल 2022 में लगभग 2000 मरीजों का उपचार किया। स्वास्थ्य शिविरों में सामान्य बीमारियों के साथ हीमोग्लोबीन, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की जांच की गई। शिविरों तक आने में असमर्थ नागरिकों को घर पहुंच चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।
लाभान्वित नागरिकों ने बताया कि शिविरों में उन्हें नि:शुल्क परामर्श और दवाइयां दी जा रही हैं। स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जागरूकता आई हैं। लोगों ने बालको की पहल को प्रशंसनीय बताया।
बालको ने हेल्पएज इंडिया के सहयोग से चलित स्वास्थ्य इकाई संचालित की है। इस परियोजना से कोरबा के 48 ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लगभग 6000 नागरिक लाभान्वित हो चुके हैं। प्रतिदिन पूर्व निर्धारित तीन स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं। एमबीबीएस डॉक्टर के साथ ही अन्य प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी शिविरों में सेवाएं दे रहे हैं।
कोरबा एसपी कम्युनिटी पुलिसिंग का दायरा बढ़ाकर शासन की योजनाओं का दिला रहे लाभ, स्कूलों में भी दी जा रही दस्तक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा 25 अप्रैल। गांव पहुंचकर पुलिस जब किसी का दरवाजा खटखटाती है, तब डर और अनहोनी की आशंका से ग्रामीण दूर भागता है। वह चिंता में पड़ जाता है कि पता नहीं उसने कौन सा जुर्म कर दिया है और अपनी बेगुनाही कैसे साबित करेगा।
मगर कोरबा जिले की पुलिस ने इस धारणा को बदल दिया है। लोग पुलिस के पहुंचते ही उनके पास समस्याएं, शिकायत लेकर खुद ही पहुंचते हैं। वैसे तो हर जिले में पुलिस आम जनता से जुडऩे के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग का अभियान चलाती है पर कोरबा जिले में जनता का विश्वास जीतने के लिए पुलिस दो कदम आगे बढक़र काम कर रही है।
यहां के पुलिस कप्तान 2013 बैच के आईपीएस भोजराम पटेल ने अपने कैरियर की शुरुआत गांव के स्कूल में शिक्षक के रूप में की थी। जुलाई 2021 में कोरबा पुलिस प्रमुख का काम संभालने के बाद उन्होंने विशिष्ट जन केंद्रित कार्यक्रमों को धरातल पर उतार दिया है और पुलिस के कर्तव्यों को विस्तृत रूप दिया है। गांवों में कैंप लगाए जा रहे हैं और ग्रामीणों की शिकायतों का त्वरित निराकरण का प्रयास किया जाता है। पुलिस पीडि़त व्यक्तियों के घरों तक भी दस्तक दे रही है जो प्राय: नहीं देखा गया है।
बांकीमोंगरा के थाना प्रभारी परेश कुर्रे बताते हैं कि हम डोर टू डोर जाकर ग्रामीणों की शिकायत सुनते हैं और उनकी समस्याओं को समझने के लिए बहुआयामी संवाद की प्रक्रिया अपनाते हैं।
कोरबा पुलिस ने तीन मोबाइल वाहन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करने के लिए लगाया है। जहां तक संभव हो मौके पर ही समस्याओं और शिकायतों का निदान किया जाता है।
एसपी पटेल कहते हैं कि पुलिस स्टेशन आने वाले लोगों की शिकायतों को हल करने में समय लगता है। कई बार शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं होते हैं। इसलिए पुलिस टीम लंबित शिकायतों को साथ लेकर क्षेत्र का दौरा करती है और ग्रामीणों से मुलाकात कर मौके पर ही संबंधित लोगों से पूछताछ करती है। इन वाहनों में स्थानीय पुलिस अधिकारी के साथ सहायता के लिए अन्य जवान एक साथ निकलते हैं।
कई ऐसी समस्याओं को भी पुलिस के सामने कई बार रखा जाता है जिनका विभाग से सीधा संबंध नहीं होता है पर पुलिस अधिकारी इसके लिए भी प्रयास कर राहत दिलाने की कोशिश करते हैं। पुलिस ने एक मुआवजा प्रकोष्ठ बनाया है जिसमें तीन सदस्य हैं। मानव निर्मित या प्राकृतिक आपदाओं के कारण ग्रामीणों को शासन की नीति के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता समय पर मिले इसके लिए पुलिस पहल करती है। 11वीं कक्षा के छात्र गणपत साहू बताते हैं उसके पिता कि सांप काटने के कारण मृत्यु हो गई, जो परिवार में एक मात्र कमाने वाले सदस्य थे। पुलिस की कोशिश से ही परिवार को 4 लाख रुपए का मुआवजा जल्दी मिल सका। फसल खराब होने पर कई किसानों को भी पुलिस ने मुआवजा दिलाया है।
पुलिस ने स्कूलों के लिए भी एक कार्यक्रम ‘खाकी के रंग स्कूल के संग’ शुरू किया है। पुलिस टीम सप्ताह में कम से कम 2 स्कूलों में जाती है। बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके बताए जाते हैं। उन्हें यातायात के नियम और बुनियादी कानूनों की जानकारी भी दी जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 23 अप्रैल। स्थानीय रामसागर पारा में 27 साल की एक युवती प्रीति महंत ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसने सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें प्रेमी से धोखा खाने की बात कही है। घटना के ही दिन उसके प्रेमी ने किसी और जगह शादी कर ली।
मृतका प्रीति महंत एलआईसी में एजेंट थी। शुक्रवार की सुबह परिवार वालों ने देखा कि उसका शव पंखे में फंदे पर लटका हुआ है। मौके पर पहुंचकर पुलिस टीम ने जांच की तो एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें युवती ने अपने भाई के नाम लिखा है कि मैं अपने प्रेमी से बहुत प्यार करती थी, मगर उसने मुझे धोखा दिया और आज शादी कर रहा है। मैंने बहुत जीने की कोशिश की लेकिन हार गई हूं। भैया, मुझे माफ कर देना। अब किसी पर भरोसा मत करना। मेरे प्रेमी को या जरूर बताना कि मैं उसे कितना प्यार करती थी। वह मेरे मरने के बाद मेरी लाश देखने जरूर आए। अपने प्रेमी से मैंने बात करने की बहुत कोशिश की, पर नहीं कर पाई। मां, चाचा, दादाजी इन सब को खोने के बाद मुझ में हिम्मत नहीं है कि किसी और को खो सकूं। मैंने यह सब उससे बताया था, लेकिन उसके लिए यह सब मजाक था। तुमने मेरे लिए बहुत कुछ किया है भाई। बस आखरी बार उससे इतना पूछ लेना कि मेरे साथ ऐसा उसने क्यों किया। भाई, अगला जन्म मिला तो मैं तुम्हारी बेटी बनूंगी। मुझसे नफरत मत करना। मैं थक गई हूं मुझे माफ कर देना।
परिजनों के अनुसार दर्री क्षेत्र के एक युवक के साथ प्रीति का काफी समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बीच युवक की शादी लग गई। जिस दिन शादी हो रही थी, उसी दिन युवती ने आत्मघाती कदम उठा लिया। प्रीति के भाई केसर दास ने कहा है कि मुझे यदि मालूम होता के लडक़े की शादी होने वाली है तो हरगिज़ नहीं होने देता और अपनी बहन से शादी कराता। उसने मौत के लिए जिम्मेदार प्रेमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पुलिस से की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 14 मार्च। प्रदेश के मुखिया द्वारा विगत दिनों बजट सत्र के दौरान प्रदेशभर के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली एवं जनप्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि की घोषणा करने के बाद राजपुर के गेउर हरीतिमा में कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम आयोजन कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों की बहुप्रतीक्षित मांग को होली के पहले घोषणा कर कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों को बहुत बड़ा तोहफा दिया है। प्रदेश के मुखिया ने अपने चौथे कार्यकाल के बजट इसे लेकर पूरा कर दिया है। कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों की इस मांग के पूरा होने के बाद कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है। शासकीय कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं। इसी तारतम्य में राजपुर विकासखंड के आसपास के क्षेत्रों के कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधियों ने नगर के गेउर हरीतिमा पार्क में कार्यक्रम आयोजित कर मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी शासकीय कर्मचारियों के लिए वर्ष 2004 के बाद सभी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया है एवं जिला पंचायत स्तर के अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित जिला पंचायत सदस्य एवं विकासखंड स्तर के जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं जनपद सदस्यों के मानदेय सहित स्वेच्छा निधि में भी बढ़ोतरी कर दी है। कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती प्रभात बेला मरकाम विजय सिंह कैलाश पोया विकास पटेल चंद्र यादव बिहारी यादव पारसनाथ देवनाथ कुजुर तेज कुमार सरोज टेकाम मंगल सिंह जीतन राम बागेश्वर कुजूर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं कर्मचारीगण भारी संख्या में उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 फरवरी। वरिष्ठ भाजपा नेता, रामपुर के विधायक व पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर में अपनी ही पार्टी के अकलतरा से विधायक सौरभ सिंह की सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की है।
दरअसल विधायक सौरभ सिंह ने कुवर की अनुशंसा से जिला खनिज न्यास संस्थान में स्वीकृत कार्यों में भ्रष्टाचार और दुरुपयोग का आरोप लगाया था।
कंवर ने कहा कि जांजगीर जिले के विधायक की कोरबा जिले के मामले में की गई शिकायत से वे आहत हैं। इससे मेरे जैसे आदिवासी नेता पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं व आम जनता में छवि खराब हुई है। कोरबा जिले में खनिज न्यास संस्थान की शासी परिषद की बैठक हुई थी जिसमें अपने रामपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए उन्होंने नियमानुसार 10 करोड़ रुपये के सडक़, पानी, स्वास्थ्य आदि के लिए प्रस्ताव दिए थे जो स्वीकृत किए जा रहे हैं।
कंवर ने पत्र में कहा कि सौरभ सिंह कोरबा जिले की शासी परिषद के सदस्य नहीं है और उन्हें यहां डीएमएफ के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की जानकारी भी नहीं है। वे जांजगीर जिले से आते हैं और कोरबा जिले में भ्रष्टाचार की बात कहना दुर्भावना से की गई, शिकायत प्रतीत होती है। इस शिकायत से मैं आहत हूं। सौरभ सिंह ने व्यक्तिगत लाभ के लिए शिकायत की है ऐसा प्रतीत होता है।
खनिज व पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 19 फरवरी। खनिज व पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई में शुक्रवार की रात को दीपका कोयला खदान से लगे मलगांव से 50 टन चोरी का कोयला जब्त किया गया है, इसकी कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 18 फरवरी की रात लगभग 11.30 बजे खनिज व पुलिस विभाग की टीम ने अवैध कोल स्टॉक में छापामार कार्रवाई की। छापामार कार्रवाई में लगभग 50 टन अवैध कोयला और परिवहन में संलग्न एक ट्रैक्टर को जब्त किया गया है।
उपसंचालक खनिज प्रशासन एस.एस. नाग ने बताया कि मलगांव हरदीबाजार में अवैध कोल स्टॉक की जानकारी मिलने पर खनिज उडऩदस्ता दल द्वारा दबिश दी गई। उडऩदस्ता दल द्वारा मौके पर लगभग 50 टन अवैध कोयला और एक ट्रैक्टर को जब्त किया गया।
श्री नाग ने बताया कि उक्त कोयला को दीपका कोयला खदान से चोरी कर दूसरे राज्यों में तस्करी किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि उक्त अवैध कोयला तस्करी का कार्य प्रहलाद सिंह, गुल्लू यादव एवं विशाल सिंह कोल तस्करों द्वारा संचालित किए जाने का संदेह प्रतीत होता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में कलेक्टर रानू साहू व पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर जिले में अवैध खनिज उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। खनिज विभाग को हरदीबाजार क्षेत्र के मलगांव में बड़े पैमाने पर कोयले का स्टाक जमा कर बाहर भेजे जाने की सूचना मिली थी। जिस पर देर रात ही खनिज विभाग की टीम ने मौके पर छापामार कार्रवाई की और मौके से लगभग 50 टन कोयला के साथ अवैध कोयला परिवहन में संलग्न एक ट्रैक्टर को जब्त किया।
बताया जाता है कि एक लंबे समय से दीपका खदान से तस्करों द्वारा ग्रामीणों को शामिल कर कोयला की चोरी कराई जाती रही है। चोरी के कोयले को अवैध कोल स्टॉक में जमा कर उत्तरप्रदेश व बिहार के कोल डिपो में भेजा जाता है। इसमें कुछ राजनेताओं व अफसरों का संरक्षण भी कोल तस्करों को मिला है।
जिला खनिज विभाग की जांच के बाद जिला खनिज अधिकारी एस एस नाग ने कोयला चोरी कराने वाले संदेही के रूप में प्रहलाद सिंह, गुल्लू यादव व विशाल सिंह का नाम बताया है। कोयला तस्करी के खेल में यह छोटे नाम हैं, पुलिस की गिरफ्तारी के बाद इन लोगों के माध्यम से मुख्य सरगना तक पहुंचा जा सकता है। फिलहाल इस मामले में पुलिस की कार्रवाई का इंतजार है।
प्रबंधन ने की जांच समिति गठित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 फरवरी। आज सुबह कोरबा जिले के बालको के जीएपी संयंत्र में एक ठेका कर्मी की मौत हो गई। घटना की जांच के लिए प्रबंधन ने एक समिति गठित की है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बालको में कार्यरत ठेका कंपनी मेसर्स थाइसन समूह के कर्मचारी 55 वर्षीय अगस राम साहू की आज सुबह एक हादसे में मौत हो गई। हादसा बालको संयंत्र के ग्रीन एनोड संयंत्र में सुबह लगभग 8.30 बजे हुआ। बालको प्रबंधन ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए ठेका कंपनी के माध्यम से दिवंगत के परिवार को उचित सहयोग का आश्वासन दिया है। संयंत्र की विभिन्न इकाइयों में बालको परिवार के सदस्यों द्वारा दिवंगत के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की गई।
प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि कार्य के दौरान अगस राम साहू संयंत्र के किसी गतिमान उपकरण की चपेट में आ गए। जिस क्षेत्र में गतिमान उपकरण स्थापित है, उस क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को जाने की अनुमति नहीं है। इसकी जांच की रही है कि निषिद्ध क्षेत्र में अगस राम किस प्रकार पहुंचे। हादसे के बाद अगस राम को तत्काल शासकीय 100 बेड अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की जांच के लिए प्रबंधन ने एक समिति गठित की है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बालको प्रबंधन ने कहा है कि प्रबंधन अपने प्रत्येक कार्य क्षेत्र में सुरक्षा नियमों और मानक प्रचालन प्रक्रिया के पालन के लिए कटिबद्ध है। बालको परिवार ने दिवंगत के परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।
जाली दस्तावेज बनाकर मरीजों का इलाज, अपराध दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 फरवरी। जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आयी है। यहां एक मरीज पेट में पथरी का इलाज कराने गया था लेकिन ये जानकर उसके होश उड़ गए जब उसे ये मालूम पड़ा की पथरी की जगह उसकी किडनी ही निकाल दी गयी। इलाज के करीब 10 साल बाद अचानक युवक के पेट में तेज दर्द हुआ जिसका इलाज कराने गए युवक को चिकित्सकों ने बताया कि उसकी एक किडनी ही निकाल ली गई है। जानकारी के बाद युवक ने अन्य माध्यमों से भी जांच कराई। पुष्टि होने के बाद जिले की रामपुर पुलिस थाने में आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच में आयी कि जिस डॉक्टर ने मरीज का इलाज किया था उसकी डिग्री भी फर्जी है।
कोरबा के रजगामार रोड में संचालित सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक से संतोष गुप्ता ने 10 साल पहले पथरी का इलाज करवाया था। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की थी। जांच में मामला सही पाया गया जिस पर पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। जिले में यह मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। रामपुर चौकी पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 फरवरी। रामपुर विधायक व पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर अपने समर्थकों के साथ आज निजी नर्सिंग होम,गीता देवी मेमोरियल हॉस्पिटल के सामने धरने पर बैठ गये। यहां मामूली इलाज के लिये सरकारी अस्पताल से रेफर की गई पहाड़ी कोरवा महिला की मौत हो गई। जिला प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है और पूरे मामले की जांच के लिये एक टीम बनाई है।
विलुप्त होती जनजाति पहाड़ी कोरवा को राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है और इनके संरक्षण के लिये सरकार की कई योजनायें चल रही हैं। पहाड़ी कोरवा सुख सिंह की पत्नी सोनी बाई (50 वर्ष) को 9 फरवरी को इलाज के लिये जिला अस्पताल लाया गया था। उसके हाथ में मामूली फ्रैक्चर था। जिला अस्पताल में उसका इलाज नहीं किया गया। सुख सिंह की शिकायत के अनुसार अस्पताल में मौजूद शुभम् नाम के व्यक्ति ने उसे कहा कि उसका यहां पर इलाज नहीं हो पायेगा। उसने निजी नर्सिंग होम गीता देवी मेमोरियल अस्पताल में जाने के लिये कहा। नर्सिंग होम से एच आर स्वप्निल झा और उसके साथी जिला अस्पताल पहुंचे और वे उसी दिन दोपहर 2 बजे सोनी बाई को इलाज के लिये ले गये। अस्पताल में एडमिट करने के बाद ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टरों ने उसे तीन दिन तक भूखा रखा और कई दवाईयां दी। सोनी बाई के हाथ के फ्रैक्चर का इलाज करना था लेकिन वहां हड्डियों का कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। दोपहर 1.15 बजे अस्पताल के प्रबंधकों ने सोनी बाई की मौत हो जाने की सूचना परिजनों को दी।
सोनी बाई के पति सुख सिंह का कहना है कि जिला अस्पताल में दलाल सक्रिय हैं और उनकी निजी अस्पतालों के साथ साठ-गांठ है। गलत दवाईयां देने और इलाज में देरी के कारण उसकी पत्नी की मौत हुई है। उन्होंने अब बाहर के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। जिला अस्पताल के डॉक्टर पोस्टमार्टम में भी गड़बड़ी कर सकते हैं। सुख सिंह ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने कई तरह का लालच दिया और कहा कि आप शिकायत मत करिये। सुख सिंह ने पुलिस में भी रिपोर्ट की है और मांग की है कि निजी नर्सिंग होम के डॉक्टरों और प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाये।
इस घटना की जानकारी मिलते ही रामपुर विधायक व पूर्व गृह मंत्री कंवर निजी अस्पताल के बाहर अपने समर्थकों तथा पीड़ित परिवार के साथ धरने पर बैठ गये। उन्होंने निजी अस्पताल के प्रबंधकों के अलावा जिला अस्पताल के उन डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने मामूली फ्रैक्चर के इलाज के लिये उन्हें निजी नर्सिंग होम रेफर कर दिया।
उक्त घटनाक्रम से जिला प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर रानू साहू ने एक टीम भेजकर अस्पताल को सील करा दिया है। उक्त नर्सिंग होम के पास वैध लाइसेंस नहीं मिलने के कारण यह कार्रवाई की गई। पूरे मामले की जांच के लिये एक जांच समिति का गठन भी किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीबी बोडे ने बताया है कि नर्सिंग होम सील होने के बाद वहां भर्ती मरीजों को जिला अस्तपाल में शिफ्ट किया गया है।
कोरबा, 12 फरवरी। कोरबा पुलिस बीट सिस्टम के जरिये अपराधियों पर लगाम कसने की तैयारी में है।
पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल के द्वारा जिले में चुस्त दुरुस्त पुलिसिंग हेतु अभिनव पहल करते हुए प्रत्येक थाने के बीट का पुनर्गठन कर जिले को 74 बीट में विभाजित किया गया है। श्री पटेल द्वारा बीट प्रभारियों का मीटिंग लेकर दिशा निर्देश दिया गया।
मीटिंग को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पटेल ने कहा कि जनता से थाना प्रभारी का जुड़ाव तो रहता ही है किंतु थाना क्षेत्र अलग-अलग बीट में विभाजित होने के कारण जनता का पहला सम्पर्क बीट प्रभारी से होता है । बीट प्रभारी जनता से मित्रवत संबंध रखेंगे तो जिले की पुलिसिंग और अधिक मजबूत होगी और अपराधों एवं अपराधिक तत्वों पर अंकुश लगाने में जनता का प्रत्यक्ष सहयोग मिलेगा। साथ ही बीट में घटित होने वाली हर छोटी-बड़ी घटनाओं की जानकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचेगी । मजबूत बीट होने से एक तरफ जहां बेसिक पुलिसिंग मजबूत होगा वही जनता से जुड़े होने से सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में भी अच्छा कार्य किया जा सकेगा, एक दूसरे के प्रति परस्पर विश्वास और सहयोग का माहौल बनेगा।
भोजराज पटेल ने सभी बीट प्रभारियों को अपने अपने क्षेत्र में निवासरत गुंडा बदमाश निगरानी बदमाश माफी बदमाश संदेही एवं अन्य अपराधियों का अलग-अलग डाटा तैयार करने, विवेचना में आधुनिक तकनीक की सहायता लेने हेतु निर्देशित किया गया , साथ ही कहा कि प्रतिमाह बीट प्रभारियों द्वारा किए गए कार्य का मूल्यांकन किया जाएगा जिस बीट प्रभारी का कार्य अच्छा होगा उसे पुरस्कार दिया जाएगा ।
इस अवसर पर भोज राम पटेल के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ,नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू, आरआई अनथ राम पैकरा, सूबेदार भुनेश्वर कश्यप, उपनिरीक्षक कृष्णा साहू सहायक उपनिरीक्षक जगदीश मल्होत्रा सहित अन्य विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कोरबा। स्पीकर डा. चरणदास महंत ने अपनी दत्तक पुत्री सरस्वती के विवाह समारोह में शामिल हुए। ग्राम लाफा मे पूरे रीति-रिवाज, रस्म एवं परंपराओं को डॉ. महंत दंपत्ति के द्वारा निभाया। महंत ने 24 साल पहले वर्ष 1998 में जिस सरस्वती को तत्कालीन गृह, वाणिज्यकर एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. चरणदास महंत ने गोद लिया था। आज उसके हाथ पीले कर कन्यादान करते हुए ससुराल के लिए विदा करने रस्म और रिवाज निभाए जा रहे है। ग्राम लाफा में सरस्वती के निवास पर उसके दिवंगत पिता चमरादास एवं माता स्व. श्रीमती वेद कुंवर के सपनों को डॉ. चरणदास महंत धर्मपत्नी कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत के साथ मिलकर पूरा कर रहे हैं। पुत्र सूरज महंत भी उपस्थित रहकर भाई का फर्ज निभा रहे हैं।
मनरेगा स्थल, बस स्टैंड और घर-घर जाकर भी लगाया वैक्सीन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 फरवरी। कल कोरबा जिले में कोरोना से लोगों को बचाने के लिए शत-प्रतिशत टीकाकरण का महाभियान चलाया गया। इस दौरान सुबह से ही शहरी और ग्रामीण इलाकों के टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन लगवाने के लिए बड़ी संख्या में लोग लाईन में लगे रहे। ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण केन्द्रों के अलावा मोबाईल मेडिकल टीमों ने भी घर-घर जाकर लोगों को कोविड से बचाने के लिए टीके लगाये।
महाभियान में एक दिन में ही 48 हजार 480 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये। कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए 15 वर्ष से अधिक उम्र के किशोर-किशोरियों, युवाओं, महिला, किसान एवं बुजुर्ग भी उत्साहित होकर टीकाकरण स्थल तक पहुंचे। वैक्सीनेटरों द्वारा लोगों को मनरेगा कार्य स्थल पर भी पहुंचकर टीका लगाया गया।
विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के हरदेवा और तनेरा में चल रहे मनरेगा के कार्य स्थल में ही लोगों को जरूरत अनुसार कोरोना का पहला और दूसरा वैक्सीन लगाया गया। इसी प्रकार बिंझरा के बस स्टैण्ड में भी मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा लोगों को कोविड टीका लगाया गया।
टीका पूरी तरह सुरक्षित
कोरोना वैक्सीनेशन महाभियान के दौरान 15 वर्ष से अधिक उम्र के स्कूली छात्र-छात्राओं ने भी टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर उत्साहित होकर कोरोना का टीका लगवाए। रजगामार निवासी कक्षा 9वीं की छात्रा साक्षी साहू ने जिला पुस्तकालय भवन में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर में आकार कोरोना का पहला डोज लिया। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन लगवाकर अच्छा महसूस हो रहा है। कोविड टीका पूरी तरह सुरक्षित हैं। 15 वर्ष के अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना से बचने के लिए टीका लगवाना चाहिए।
इसी प्रकार कोरबा शहर में ही रहने वाली कक्षा 12वीं की छात्रा मुस्कान शर्मा ने भी कोविड वैक्सीन का डोज लेने के बाद सबको कोरोना से बचने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुरक्षित रहने की अपील की। कक्षा 12वीं की छात्रा निशा साहू ने कोविड टीका लगवाकर टीका लगवाने से नहीं डरने और मास्क का हमेशा उपयोग करने की अपील की।
पाली विकासखंड में लगे सबसे अधिक टीके
कोरोना वैक्सीनेशन महाभियान के दौरान पाली विकासखंड में सबसे अधिक टीके लगाये गये। पाली विकासखंड में 13 हजार 430 लोगों का टीकाकरण किया गया । कोरबा विकासखंड में छह हजार 093, करतला विकासखंड में 10 हजार 108, शहरी क्षेत्रों में चार हजार 963, कटघोरा में सात हजार 808 और पोंड़ीउपरोड़ा विकासखंड में छह हजार 078 लोगों को महाभियान के दौरान टीके लगाये गये।
456 वैक्सीनेशन सेंटर
शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए 5 फरवरी को टीकाकरण महाअभियान के लिए जिले में 456 टीकाकरण केंद्र बनाए गए है। इन केंद्रो पर 514 वैक्सीनेटरों द्वारा लोगों को टीका लगाया गया। करतला विकासखंड में 62 केंद्रों में 120 वैक्सीनेटरों ने लोगों को कोरोना का टीका लगाए। कटघोरा विकासखंड में 83 केंद्रों पर 83 वैक्सीनेटर, कोरबा विकासखंड में 80 केंद्रों पर 80 वैक्सीनेटर, पाली विकासखंड में 85 केंद्रों पर 85 वैक्सीनेटर, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड में 46 केंद्रो पर 46 वैक्सीनेटरों को टीकाकरण के काम में लगाया गया। शहरी क्षेत्रों में 100 केंद्र बनाए गए है, जहां 100 वैक्सीनेटर टीकाकरण की जिम्मेदारी निभाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 फरवरी । कलेक्टर रानू साहू द्वारा जिले के विकास के लिए सतत प्रयास किये जा रहे हंै। कलेक्टर श्रीमती साहू द्वारा मनरेगा के तहत 113 आंगनबाड़ी निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी है। आंगनबाड़ी निर्माण की स्वीकृति ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के पोषण,स्वास्थ्य, शिक्षा की दिशा में प्रभावी कदम हैं।
महात्मा गांधी राष्टीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम एवं महिला बाल विकास के अभिसरण से जिले की विभिन्न दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में महिला स्वास्थ्य एवं नौनिहाल बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए 113 आकर्षक पक्के आंगनबाड़ी भवन बनाये जाएंगे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा श्री नूतन कुमार द्वारा सभी जनपद पंचायतों को निर्देशित किया है कि आंगनबाड़ी भवन निर्माण के कार्य गुणवत्तापूर्ण तरीके से निश्चित समय सीमा में पूर्ण किये जायें।
सीईओ श्री नूतन कुमार ने बताया कि महात्मा गाँधी नरेगा एवं महिला बाल विकास विभाग के तालमेल से बनाये जाने वाले एक आंगनबाड़ी भवन की निर्माण लागत 6.45 लाख रूपये निर्धारित की गयी है। जिसमे मनरेगा से 4.30 लाख रूपये निर्माण सामाग्री, 70 हजार रूपये मजदूरी के लिए तथा महिला बाल विकास विभाग से 1.45 लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। जनपद पंचायत कोरबा में 35, करतला में 17, कटघोरा में 20 एवं जनपद पंचायत पाली में 41 आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किये गये हैं। इनकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत हैं।
आंगनबाड़ी भवन में बच्चों को सीखने,पढऩे के लिए एक पक्का हाल, रसोईघर, बाल अनुकूल शौचालय,खेलने के लिए मैदान भी विकसित किए जाएंगे।
गौरतलब है कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के अधिकांश बच्चे ऐसे घरों से होते हैं, जहाँ अल्प विकसित अवसरंचना होती है। साफ़ सफाई का भी अभाव होता है। ये परिस्थितियां उनके शारीरिक, सामाजिक और मानसिक विकास को बाधित करती है। चूँकि समान अवसर हर बच्चे का अधिकार है। घर में विद्यमान कमियों को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी में समुचित और पर्याप्त सुविधाएँ उपलब्ध करायी जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 फरवरी। राष्ट्रीय महिला आयोग के समन्वय से उद्यमी महिलाओ को भारतीय प्रबंधन संस्थान बेंगलुरू के द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। आकांक्षी उद्यमी महिलाओं को 6 सप्ताह का ऑनलाईन ट्रेनिंग दिया जाएगा। प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए उद्यमी महिलाओं को ऑनलाईन पंजीयन कराना होगा। ऑनलाईन पंजीयन वेबलिंक https://innovateindia.mygov.in/empowering-women/ में 28 फरवरी 2022 तक किया जा सकता हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम हिन्दी में रहेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले से व्यापार-उद्योग में शामिल महिलाएं या व्यापार-उद्योग शुरू करने की इच्छुक महिलाएं भाग ले सकती हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिला उद्यमियों को अपना स्वयं का उद्यम शुरू करने के सामान्य तरीके बताएं जाएंगे। पहले से व्यापार कर रही उद्यमियों को व्यापार को आगे बढ़ाने और उसके विकास के लिए नई युक्तियाँ,साधन एवं तकनीकी जानकारियां प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस कार्य में पूर्ण सफलता के लिए प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान भारतीय प्रबंधन संस्थान, बेंगलुरू से समन्वय किया है। यह संस्थान प्रबंधन, नवोन्मेषी कार्यों और उद्यमिता में उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करता है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने महिलाओं को सभी क्षेत्रों में समानता और समान भागीदारी हासिल करने के लिए सशक्त बनाने की दिशा में यह कदम उठाया हैं। देशभर की महिला उद्यमियों को इस प्रकार की जानकारियाँ, प्रशिक्षण, ज्ञान एवं कौशल प्रदान करके महिलाओ की उद्यमशीलता को बढाना महिला आयोग का उद्देश्य है।
80 फीसदी धान का उठाव भी
कोरबा, 6 फरवरी । कोरबा जिले में अभी तक 34 हजार 035 किसानों से समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों ने 16 लाख 99 हजार 543 क्विंटल धान खरीद लिया है। किसानों से खरीदे गये इस धान की कीमत 329 करोड़ 71 लाख 42 हजार रूपये से अधिक है। जिले में अब तक खरीदे गये धान की लगभग 80 प्रतिशत मात्रा का उठाव मिलर्स द्वारा किया जा चुका है।
जिले के 55 धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर 15 लाख 71 हजार 676 क्विंटल मोटा और एक लाख 26 हजार 440 क्विंटल सरना और एक हजार 427 क्विंटल 20 किलो पतला धान खरीदा गया है। जिले में 7 फरवरी को धान बेचने के लिए 041 किसानों को टोकन जारी किए गए हैं। इन किसानों से लगभग एक हजार 475 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी।
कोरबा जिले में अभी तक मिलरों द्वारा कुल खरीदे गए धान में से लगभग 80 प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है। मिलर्स ने खरीदी केन्द्रों से 13 लाख 64 हजार 166 क्विंटल धान उठा लिया है।
जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि जिले के खरीदी केन्द्रों से 12 लाख 61 हजार 526 क्विंटल मोटा और एक लाख दो हजार 640 क्विंटल सरना धान का उठाव मिलरों द्वारा कर लिया गया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि सभी समितियों में धान की शेष मात्रा निर्धारित बफर लिमिट के आसपास ही है और लगातार डीओ कटने से मिलरों को तत्काल गाडिय़ां लगवाकर धान उठाव के लिए निर्देशित भी किया जा रहा है।
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कोरबा, 26 जनवरी। रेत का अवैध परिवहन करते हुए ट्रैक्टर को पकड़ लिये जाने पर एक ठेकेदार ने कोतवाली थाने में बीती रात जमकर हंगामा किया। वह मिट्टी तेल से भरा जेरिकेन लाकर आत्महत्या की धमकी देने लगा। पुलिस ने किसी तरह उसे समझा-बुझाकर मामला शांत किया।
मिली जानकारी के मुताबिक रेत की अवैध निकासी की शिकायत मिलने पर कोरबा के तहसीलदार पंचराम सलाम ने मंगलवार की शाम को एक ट्रैक्टर को जब्त कर कोतवाली थाने में भेज दिया। थोड़ी देर में ही ट्रैक्टर मालिक कुसमुंडा का मो. कादिर थाना पहुंच गया। वह जांजगीर-चांपा जिले के केराकछार रेत घाट की रायल्टी पर्ची दिखाकर दावा करता रहा कि उसकी रेत अवैध नहीं है और जब्ती की कार्रवाई गलत है। उसने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने उनको फोन करके चेतावनी दी थी कि तुम रेत की तस्करी कर रहे हो, तुम्हारा धंधा बंद करा दूंगा।
जब मो. कादिर जेरिकेन में लाये मिट्टी तेल को अपने ऊपर छिड़कने लगा तो हड़बड़ाये पुलिस कर्मी तुरंत सक्रिय हुए और उससे जेरिकेन छुड़ाया। इस बीच ठेकेदार के समर्थन में कुछ लोग कोतवाली पहुंच गये और प्रशासन के खिलाफ नारा लगाने लगे।
तहसीलदार का कहना है कि जांजगीर-चांपा की रायल्टी पर्ची से ठेकेदार शाम तक रेत का परिवहन कर रहा था, जबकि रेत गीली थी और पानी बह रहा था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 24 जनवरी। जिला प्रशासन की पहल से उत्तरप्रदेश के ईंट भट्ठे में फंसे मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है। मुक्त होने के पश्चात सभी सातों मजदूर यूपी के गोंडा जिला से सुल्तानपुर- प्रयागराज-बिलासपुर के रास्ते कोरबा जाने के लिये बस से रवाना हुए।
प्रभारी सहायक श्रम आयुक्त राजेश आदिले ने बताया कि उरगा थानांतर्गत पहाडग़ंज के निवासी जवाराम ने अपने आवेदन में उनकी पत्नी और अन्य 6 लोगों के उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठे में फंसे होने की जानकारी दी। जवाराम ने एक महीने पहले ठेकेदार जून कुमार के द्वारा गांव के लोगों को ईंट भट्ठे में काम दिलाने के लिए उत्तरप्रदेश के गोंडा जिला में ईंट भट्ठे मालिक संतोष बाबा के यहाँ लेकर जाने की बात बताई। जवाराम ने एक माह तक काम कराए जाने के बाद ईंट भट्ठे मालिक द्वारा मजदूरी की राशि नहीं देने और मजदूरी मांगने पर मारपीट किये जाने की भी जानकारी दी।
उन्होंने ईंट भट्ठे से वापस घर जाने देने के लिए अनुमति मांगने पर बिना खाना पानी दिए एक कमरे में बंधक बनाए जाने के भी बारे में बताया। जवाराम ने किसी तरह अपने दो बच्चों और अपने साथी अजय कुमार के साथ भागने में कामयाब होना बताया। सहायक श्रमायुक्त श्री आदिले ने बताया कि ईंट भट्ठे से किसी तरह भागकर वापस कोरबा आकर जवाराम ने उनकी पत्नी और अन्य छह साथियों के बंधक होने की जानकारी दी।
उक्त जानकारी पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उप श्रमायुक्त में पदस्थ श्रम प्रवर्तन अधिकारी से चर्चा की गई। जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टर गोंडा एवं उप श्रमायुक्त गोंडा से समन्वय किया गया। मजदूरों को मुक्त कराने गोंडा जिला प्रशासन द्वारा ईंट भट्ठे मालिक से संपर्क कर किया गया। प्रशासन की त्वरित कार्यवाही से सभी मजदूरों को सकुशल ईंट भट्ठे से मुक्त कराया गया और उनके द्वारा किये गए काम की पारिश्रमिक का भी भुगतान करवाया गया। सभी सातो श्रमिक गोंडा से सुल्तानपुर एवं सुल्तानपुर प्रयागराज से बस के माध्यम से पहुँचे।
सभी मजदूर प्रयागराज से बिलासपुर जाने के लिए बस से रवाना हुए और 23 जनवरी को बिलासपुर से अपने गांव पहुँचें।
15-18 वर्ष के 46 हजार बच्चों को पहली खुराक एवं तीन हजार लोगों को बूस्टर डोज भी लगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 24 जनवरी। कोरबा जिले में कोविड संक्रमण पर लगाम कसने के लिए 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में अभी तक 18 वर्ष अधिक उम्र के आठ लाख 81 हजार 519 लोगों को कोरोना टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। अनुमानित लक्ष्यानुसार यह जिले में 97.49 प्रतिशत है।
इसी तरह कोरबा जिले में पांच लाख 40 हजार 075 लोगों ने कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक भी ले ली है। तीन जनवरी 2022 से 15-18 वर्ष के किशोरों को कोविड वेक्सीन लगाया जा रहा है। जिले में इस श्रेणी के अन्तर्गत 46 हजार 322 बालक-बालिकाओं को कोविड वेैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। बूस्टर डोज के रूप में जिले में तीन हजार 317 लोगों को कोविड वेक्सीन का बूस्टर डोज भी दिया जा चुका है। इस प्रकार जिले में कोविड-19 संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लोगों का टीकाकरण तेजी से जारी है।
बूस्टर डोज तीन हजार 317 लोगों को- जिले में फ्रंट लाईन वर्कर, हेल्थ केयर वर्कर और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन का बूस्टर डोज भी दिया जा रहा है। जिले में अभी तक तीन हजार 317 लोगों को बूस्टर डोज दिया जा चुका है। एक हजार 073 हेल्थ केयर वर्कर्स को, एक हजार 072 फ्रंट लाईन वर्कर्स को एवं साठ वर्ष से अधिक उम्र के एक हजार 172 लोगों को प्रिकॉशनरी डोज दिया जा चुका है।
पहली डोज: 18$आयु वर्ग के आठ लाख 81 हजार 519 लोगों का टीकाकरण
कोरबा जिले में 18 से अधिक आयु वर्ग के आठ लाख 81 हजार 519 लोगों को अब तक कोविड वेक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है। इस आयु वर्ग में सबसे अधिक कोरबा और कटघोरा के शहरी इलाकों में दो लाख 54 हजार 542 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। दूसरे स्थान पर पाली विकासखंड में एक लाख 45 हजार 009 लोगों का, विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा में एक लाख 43 हजार 649 लोगों का, कटघोरा ग्रामीण में एक लाख 17 हजार 677 लोगों को कोविड का वैक्सीन लगाया जा चुका है। इसी प्रकार, कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख 10 हजार 778 लोगों का एवं करतला में एक लाख नौ हजार 864 लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है।
दूसरी डोज: 18$ वर्ग के पांच लाख 40 हजार 075 लोगों का टीकाकरण
जिले में 18 वर्ष से अधिक उम्र के पांच लाख 40 हजार 075 लोगों को निर्धारित समयावधि पूरी होने पर कोविड-19 वेक्सीन की दूसरी डोज भी लगा दी गई है। इस श्रेणी में कोरबा-कटघोरा के शहरी इलाकों में एक लाख 74 हजार 013, कटघोरा विकासखंड के ग्रामीण इलाकों में 72 हजार 566, पोड़ीउपरोड़ा विकासखंड में 75 हजार 408, करतला विकासखंड में 80 हजार 810 और पाली विकासखंड में 75 हजार 091 लोगों को एवं कोरबा के ग्रामीण क्षेत्रों में 62 हजार 187 लोगों को कोरोना वेक्सीन का दूसरा डोज दिया जा चुका है।
स्कूली विद्यार्थियों का टीकाकरण तेजी से जारी
जिले में 15 से 18 वर्ष की उम्र के किशोर-किशोरियों और स्कूली विद्यार्थियों का कोविड टीकाकरण तेजी से जारी है। जिले में अभी तक 46 हजार 322 किशोर-किशोरियों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। जो अनुमानित लक्ष्य का 61 प्रतिशत है। कोरबा जिले में अनुमानित लक्ष्य अनुसार 15 से 18 वर्ष की उम्र के 75 हजार 953 किशोर-किशोरियों और स्कूली विद्यार्थियों को कोविड का टीका लगाया जाना है। अभी तक कोरबा और कटघोरा के शहरी इलाकों में सबसे अधिक 16 हजार 221 किशोरों ने कोविड का टीका लगवाया है। करतला विकासखंड में पांच हजार 700, कटघोरा विकासखंड में पांच हजार 893, कोरबा विकासखंड में चार हजार 650, पाली विकासखंड में सात हजार 906, पोंड़ीउपरोड़ा विकासख्ंाड में पांच हजार 792 एवं निजी केन्द्रों में 160 स्कूली विद्यार्थियों और किशोरों ने कोविड से बचने के लिए टीकाकरण करा लिया है।
कोरबा, 24 जनवरी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को मनाया जाएगा। इस वर्ष मतदाता दिवस के कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया जाएगा। 25 जनवरी को सुबह 11 बजे से गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला स्तरीय स्वीप नोडल अधिकारी ऑनलाइन लिंक के माध्यम से निर्धारित समय पर कार्यक्रम में जुडेंग़े। कार्यक्रम का सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्मस् फेसबूक, ट्वीटर एवं यूट्यूब आदि पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। कार्यक्रम में लिंक के माध्यम से आमनागरिक मतदाता, महाविद्यालयीन छात्र - छात्राएं सीधा प्रसारण कार्यक्रम से जुड सकेंगे। छात्र - छा़त्राओं, सिविल सेवा सोसाइटी के सदस्यों एवं अन्य हित साधकों से निर्धारित तिथि एवं समय पर लिंक को क्लिक करके सीधा प्रसारण देखने के लिए अपील किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा 24 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की निर्धारित अवधि में एक सप्ताह की वृद्धि किए जाने का एलान किया है। राज्य में अब 7 फरवरी तक किसानों से धान खरीदी की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल के किसान हित में लिए गए इस फैसले से जिले के किसानों में हर्ष व्याप्त है।
धान खरीदी की निर्धारित अवधि में वृद्धि होने से किसानों को धान बेचने में सहुलियत होगी और पंजीकृत सभी किसान अपना धान आसानी से बेच पाएंगे। धान खरीदी की तिथि में वृद्धि होनेे पर प्रदेश के किसान मुख्यमंत्री का आभार जता रहे हंै।
कोरबा जिले में एक दिसंबर 2021 से शुरू हुई धान खरीदी में अब तक 30 हजार 057 पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी कर ली गई है। आज की स्थिति में जिले के केवल 10 हजार 370 पंजीकृत किसानों द्वारा धान बेचना बाकी है। जिले में निर्धारित तिथि तक लक्ष्य अनुसार सभी 40 हजार 472 पंजीकृत किसानों से धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर समितियों में कर ली जायेगी।
जिले में अब तक 30 हजार 057 किसानों का 271 करोड़ 85 लाख 27 हजार रूपए से अधिक का धान खरीदा जा चुका है। जिले के किसानों से अब तक 14 लाख एक हजार 290 क्विंटल धान सहकारी समितियों द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है। इस वर्ष कोरबा जिले में पंजीकृत किसानों से लगभग 15 लाख 40 हजार क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्धारित लक्ष्य के हिसाब से किसानों से लगभग एक लाख 38 हजार 710 क्विंटल धान 55 उपार्जन केन्द्रों में खरीदा जायेगा।
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी एस के जोशी ने बताया कि कोरबा जिले में प्रतिदिन औसतन 50 हजार क्विंटल धान खरीदी किसानों से की जा रही है। निर्धारित अवधि में धान खरीदी की लक्ष्य की प्राप्ति कर ली जायेगी। धान खरीदी केंद्रों से लगातार धान का उठाव भी कराया जा रहा है। श्री जोशी ने बताया कि पिछले दिनों बेमौसम बारिश के कारण धान खरीदी और उठाव कुछ धीमा पड़ा था, लेकिन अब मौसम ठीक होने के बाद उठाव भी तेजी से हो रहा है। खरीदी के साथ-साथ समितियों से धान उठाव को भी तेज किया जा रहा है। श्री जोशी ने बताया कि धान खरीदी या उठाव में कोई परेशानी नहीं है। बारदाना भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और निर्धारित अवधि तक लक्ष्य अनुसार धान की खरीदी कर ली जायेगी।
जिले के 55 धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर किसानों से 21 जनवरी तक 14 लाख एक हजार 290 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है। इसमें से 12 लाख 77 हजार 592 क्विंटल मोटा और एक लाख 22 हजार 507 क्विंटल सरना और एक हजार 190 क्विंटल पतला धान शामिल है। मिलर्स ने खरीदी केन्द्रों से नौ लाख 30 हजार 891 क्विंटल से अधिक धान उठा लिया है। जिले के खरीदी केन्द्रों से आठ लाख 28 हजार 861 क्विंटल मोटा और एक लाख दो हजार 30 क्विंटल सरना धान का उठाव मिलरों द्वारा कर लिया गया है। जिले में 24 जनवरी को धान बेचने के लिए एक हजार 282 किसानों को टोकन जारी किए गए हैं। इन किसानों से लगभग 61 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की जाएगी।
सोमवार को खरीदी केन्द्रों पर एक हजार 282 किसानों से खरीदा जाएगा लगभग 61 हजार क्विंटल धान- 24 जनवरी को एक हजार 282 किसानों को धान बेचने के लिए उपार्जन केन्द्रों से टोकन जारी कर दिए गए हैं। इन किसानों से लगभग 61 हजार क्विंटल से अधिक धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। सोमवार को धान खरीदी केन्द्र अखरापाली में 27, उतरदा में 32, कटघोरा में 22 कनकी में 37, करतला में 15, केरवाद्वारी में 19, कुलहरिया में 15, कोथारी में 32, कोरकोमा में 43, कोरबी पाली में 58, पोड़ी-उपरोड़ा कोरबी में 28, चैतमा में 38, चिकनी पाली में 23, लबेद में 15, छुरीकला में 11 , सुमेधा में 01 एवं जटगा में 24 किसान समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे।
धान खरीदी केन्द्र जटगा तुमान में 07, जवाली में 23, रंजना में 09, तुमान में 42, तिलकेजा में 15, दुरपा में 14, नवापारा में 19, बेहरचुंआ में 12, निरधि में 28, पठियापाली में 26, पसान में 13, लैंगा में 04, नुनेरा में 13, पाली में 36, पिपरिया में 04, पोड़ी में 22, पोड़ी-उपरोड़ा में 09, फरसवानी में 27, बरपाली कोरबा में 31, बरपाली में 53, बिंझरा में 35, कुदुरमाल में 20 एवं भैंसमा में 52 किसानों ने धान बेचने के लिए टोकन कटाया है। इसी प्रकार धान खरीदी केन्द्र भिलाई बाजार में 34, मोरगा में 01, रामपुर में 38, लाफा में 29, सपलवा में 09, श्यांग में 16, उमरेली में 23, सुखरीकला में 22, सिरमिना में 49, दादरखुर्द में 08, सोनपुरी में 11, सोहागपुर में 35, कराईनारा में 14, नोनबिर्रा में 21 एवं हरदीबाजार में 18 किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 23 जनवरी। कोरबा के जिला सहकारी बैंक में किसानों को अपने ही खातों से राशि निकालने में अव्यवस्था व राशि वसूली पर प्रभारी शाखा प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर की अनुशंसा पर बैंक के सीईओ ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि जिला सहकारी बैंक कोरबा में किसानों द्वारा अपने ही खातों से राशि निकालने में असुविधा और नियम विरुद्ध राशि वसूली की शिकायत मिली थी। कलेक्टर रानू साहू ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच कराई थी। शाखा प्रबंधक अजय कुमार साहू को निलंबित कर दिया गया है। अजय साहू का मूल पद सहायक लेखापाल है और वे कोरबा सहकारी बैंक में प्रभारी शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत है। निलंबन अवधि में अजय साहू का मुख्यालय में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर नियत किया गया है।