सामान्य ज्ञान
कादर, केरल राज्य के कोच्चि (भूतपूर्व कोचीन) और तमिलनाडु राज्य के कोयंबत्तूर के बीच की पहाड़ी सीमा पर रहने वाली दक्षिण भारत की एक छोटी जनजाति है। यह आस्ट्रेलियाई से दिखते हैं और नीग्रो उद्भव के हो सकते हैं।
कादर जंगलों में रहते हैं और खेती नहीं करते। ये लोग जहां काम करते हैं, वहां पत्तियों के छप्पर वाली झोपडिय़ां बना लेते हैं और रोजगार की आवश्यकतानुसार जगह बदलते रहते हैं। कादर चावल खाना पसंद करते हैं, जो उन्हें व्यापारिक सौदों के बदले या मजदूरी के रूप मे मिलता है। ये भोजन संग्रह नहीं करते। ये काफी समय से शहद, मोम, साबूदाना, इलायची और अदरक इक_ïा करने वाले विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहे है या छातों की छडिय़ां बनाकर मैदानी व्यापारियों को बेचते हैं। कई कादर पुरुष श्रमिकों के रूप में कार्य करते हैं।
कादर जनजाति की संख्या कुछ हजार अनुमानित की गई है। ये द्रविड़ भाषाएं, तमिल और कन्नड़ बोलते है तथा जंगल की आत्माओं और अपने दयालु सृष्टïा, दंपत्ति व स्थानीय हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। इस जनजाति में चचेरे भाई-बहनों में विवाह की अनुमति है। विशेषकर बुआ की लडक़ीसे विवाह मान्य है।
सुमेर सभ्यता, बाबिल काल से पहले का युग (3500 -2600 ईपू) है जिसकी भाषा अपनी थी। सुमेर के भारत के साथ व्यापारिक सम्बन्ध थे। सुमेरी लोग पूर्व को अपना उद्गम मानते थे। यह थी सुमेरी सभ्यता।
सुमेरी सभ्यता सबसे पुरानी है, जिसका समय ईसा से 3500 वर्ष पूर्व माना जाता है। प्रसिद्ध इतिहासवेत्ता लैंगडन के अनुसार मोहन जोदड़ो की लिपि और मुहरें, सुमेरी लिपि और मुहरों से मिलती हैं। सुमेर के प्राचीन शहर ऊर में भारत में चूने-मिट्टी के बने बर्तन पाए गए हैं। मोहन जोदड़ो की सांड की मूर्ति सुमेर के पवित्र वृषभ से मिलती है और हड़प्पा में मिले सिंगारदान की बनावट ऊर में मिले सिंगारदान जैसी है। इन सबके आधार पर कहा जा सकता है कि सुमेर और भारत में बड़े पुराने सम्बन्ध थे। सुमेर शब्द भी हमें पौराणिक पर्वत सुमेरु की याद दिलाता है।
संसार की सबसे पुरानी लिपि का जन्म सुमेर में ही हुआ। गीली मिट्टी की पटिया पर कील जैसे औज़ार से गोद कर लिखी जाने वाली इस लिपि को कीलाक्षर लिपि कहते हैं। इस लिपि में संसार के सबसे पुराने व्यापारिक खाते बनाए गए और खातों में दुहरी प्रविष्टि या डबल एंट्री व्यवस्था का प्रयोग हुआ, जो आज तक प्रचलित है। इसी लिपि में प्राचीन कैलेंडर का भी निर्माण हुआ।
बैंकिंग प्रणाली का जन्म मेसोपोटामिया में ही हुआ था। जिस स्थान पर ईसा से लगभग 37 वर्ष पहले मनुष्य ने पहिए का आविष्कार किया था, वह यही था। मेसोपोटामिया में हज़ारों वर्ष पहले महाकाव्य रचने की प्रवृत्ति ने जन्म लिया था और यहीं गिलगमेश का महाकाव्य रचा गया था। राजा गिलगमेश के इस कीर्ति ग्रन्थ में इसी प्रकार के जल-प्लावन का भी उल्लेख है। सुमेरी सभ्यता के पतन के बाद इस क्षेत्र में जो बाबुली या बैबिलोनियन सभ्यता विकसित हुई, उसके प्रसिद्ध सम्राट हम्मुराबी ने अत्यन्त प्राचीन क़ानून और दंड संहिता बनाई। इसी वंश के नेबूशदनजऱ ने फ़ुरात नदी के पूर्वी किनारे पर, संसार के सात आश्चर्यों में से एक, बाबुल के झूलते बाग़ बनवाये थे, जिनमें नीची ज़मीन से ऊंचाई पर बने बाग़ों में सिंचाई की अद्भुत व्यवस्था की गई थी। यहूदियों के पवित्रतम तीर्थ सुलेमान के मन्दिर को इसी ने ईसा पूर्व 586 में तोड़ा था और यरोशलम नगर को ध्वस्त किया था।
बाबिल आजकल के ईराक क्षेत्र की सुमेर के पश्चात दूसरी सभ्यता है। इस की भाषा सुमेर की भाषा से भिन्न थी। इसे बेबीलोनियन सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है। बाबिल नगर जो इसी नाम के साम्राज्य की राजधानी था, आजकल के बगदाद से 80 किलोमीटर दक्षिण में स्थित था। बेबीलोन प्राचीन मेसोपोटामिया का एक नगर था । यह बेबीलोनिया साम्राज्य का केन्द्र था।
पश्चिमी यूरोप में स्तन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके इलाज के लिए नई तकनीक अपनाई जा रही है, जिससे मिनटों में ही कैंसर की कोशिकाओं को ढूंढ कर नष्ट किया जा सकता है। यह तकनीक है मेमोग्राफी।
मैग्नेट रेसोनेंस मैमोग्राफी से स्तन कैंसर का और जल्दी पता लगाया जा सकता है। इस संवेदनशील प्रक्रिया में अल्ट्रासाउंड किरणों और एक्सरे के मुकाबले ज्यादा सटीक तस्वीरें मिलती है और मरीज पर गलत प्रभाव भी नहीं पड़ता। टेस्ट के लिए कॉन्ट्रास्ट एजेंट की जरूरत होती है। यह ऐसे रसायन होते हैं जो टेस्ट के नतीजों को बेहतर तरीके से सामने लाने में मदद करते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया अब भी बहुत महंगी है और डॉक्टर किसी एक तरीके पर सहमत नहीं हो पाए हैं। मैग्नेट रेसोनेंस की मदद से स्तन की एक हजार अलग-अलग तस्वीरें मिलती हैं। एक्सरे के मुकाबले यह ज्यादा जानकारी देती है। एक्सरे में स्तन में घने ऊतकों की छवि साफ नहीं होती। 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में ऊतक यानी टिशू और घने होने की वजह से कैंसर पकड़ में नहीं आता।
कुमट एक प्रकार का पेड़ होता है जिसे मुख्य रूप से गोंद के लिए उठाया जाता है। भारत में राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा के शुष्क क्षेत्रों कुमट (अकेशिया सेनेगल) पेड़ों की खेती बहुतायत से की जाती है। एक पेड़ से लगभग आधा से पौन किलो गोंद प्राप्त होती है । कुमट के पेड़ों पर फल के रूप में फलियां लगती हैं तथा एक पेड़ से दो से सात किलोग्राम फलियां मिल जाती हैं । ये फलियां 50 से 80 रूपये किलो के भाव से बाजार में बिक जाती है । फलियों के अंदर के बीज राजस्थान की मशहूर पंचकूटे की लजीज सब्जी में इस्तेमाल होते हैं। पेड़ की पत्तियां बकरियां चारे की रूप में खाती हैं । एक प्रकार से साल भर में कुमट के पेड़ों से 50 हजार रूपये की आय हो जाती है।
राजस्थान में बाड़़मेर जिले के रेगिस्तानी क्षेत्र में कुमट के पेड़ किसानों के लिये अतिरिक्त आय का बढिय़ा जरिया बन गये हैं । कुमट पेड़ों के गोंद का प्रयोग कई उद्योगों में किया जाता है। जिसके कारण इसकी भारी मांग रहती है। कुमट के पेड़ों से प्राप्त होने वाले इस गोंद का प्रयोग केवल औषधि के रूप में ही नहीं किया जाता है। बल्कि यह गोंद औषधि उद्योगों के अतिरिक्त, कपडा, कागज, चर्वण, सौन्दर्य सामग्री, खाद्य पदार्थ इत्यादि उद्योगों में प्रचुर मात्रा में उपयोग किया जाता है। उद्योगों में गोंद का उपयोग होने के कारण प्रतिवर्ष भारी मात्रा में इसका आयात करना पड़ता है क्योंकि खपत के मुकाबले भारत में इसका उत्पादन नही किया जा रहा है।
वर्तमान में प्राकृतिक रुप से इन पेड़ों से प्राप्त होने वाले गोंद की मात्रा काफी कम होती है। इसी के चलते कुमट के पेड़ों से अधिक मात्रा में गोंद प्राप्त करने के लिए जोधपुर में स्थित केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) ने नई तकनीक विकसित की है।
1. किसी लिफ्ट में बैठे हुए व्यक्ति को अपना भार कब अधिक मालूम पड़ता है?
(अ) जब लिफ्ट त्वरित गति से नीचे आ रही हो (ब) जब लिफ्ट त्वरित गति से ऊपर जा रही हो (स) समान वेग से नीचे आ रही हो (द) समान वेग से ऊपर जा रही हो
2. पृथ्वी के परित: घूमने वाले कृत्रिम उपग्रह से बाहर गिराई गई गेंद?
(अ) पृथ्वी पर चली जाएगी (ब) चंद्रमा पर चली जाएगी (स) पृथ्वी पर गिरेगी (द) पृथ्वी के परित: उपग्रह के समान आवर्त काल के साथ उसी की कक्ष में घूमती रहेगी
3. थर्मस फ्लास्क तरल पदार्थों को लंबे समय तक गरम रखता है, क्योंकि?
(अ) उसमें गैस भरी रहती है, जो ऊष्मा उत्सर्जित करती है (ब) उसमें आंतरिक तापन होता है (स) चमकदार आंतरिक दीवार तथा बाह्य आवरण की दोहरी दीवारें ऊष्मा को निकलने से या प्रविष्ट होने से रोकती है (द) इनमें से कोई नहीं
4. किस विधि में ऊष्मा स्थानांतरण को न्यूनतम करने के लिए थर्मस फ्लास्क की दीवारों पर कलई की जाती है?
(अ) चालन (ब) संवहन (स) विकिरण (द) इनमें से सभी
5. किसी निश्चित द्रव के लिए वाष्पन की दर निर्भर करती है?
(अ) द्रव के ताप पर (ब) वायु के ताप पर (स) द्रव की खुली सतह के क्षेत्रफल पर (द) उपर्युक्त सभी कारकों पर
6. जल का क्वथनांक कितना होता है?
(अ) सदैव 100 अंश सेंटीग्रेट होता है (ब) पात्र के पदार्थ पर निर्भर करता है (स) आपेक्षित आद्र्रता पर निर्भर करता है (द) जल की खुली सतह के ऊपर के दाब पर निर्भर करता है
7. हीरा क्या है?
(अ) तत्व (ब) यौगिक (स) मिश्रण (द) तरल
8. निम्नलिखित में से यौगिक कौन सा है?
(अ) पारा (ब) ओजोन (स) वायु (द) अमोनिया
9. कच्ची चीनी को रंगविहीन करने हेतु प्रयोग किया जाता है?
(अ) काष्ठ चारकोल (ब) चीनी का चारकोल (स) एनीमल चारकोल (द) नारियल का चारकोल
10. हीरे का जवाहरात के रूप में उपयोग उसके किस गुण पर निर्भर करता है?
(अ) उच्च मूल्य (ब) अपवर्तनांक (स) अति कठोरता (द) कुचालकता
11. मुलायम कोयला के नाम से जाना जाता है?
(अ) पीट (ब) लिग्नाइट (स) एंथ्रासाइट (द) बिटुमिनस
12. बरसाती (रैन कोट) किससे बनाया जाता है?
(अ) पॉली इथिलीन (ब) पॉली स्टाइरीन (स) पॉली कार्बोनेट्स (द) पॉली क्लोरोथीन
13. कौन सा प्लास्टिक खाने के पदार्थ को पैक करने के लिए प्रयोग किया जाता है?
(अ) पॉली विनाइल क्लोराइड (ब) पॉली प्रोपीलिन (स) पॉली इथिलीन (द) टेट्राफ्लोरो इथेन
14. टेलीफोन रिसीवर तथा रेडियो एवं टेलीविजन के कैबिनेट किस प्लास्टिक से बने होते हैं?
(अ) टेफलॉन (ब) बैकेलाइट (स) वीटल (द) ग्लिपटल
15. नॉन स्टीक बर्तनों के निर्माण में प्रयुक्त प्लास्टिक है?
(अ) बैकेलाइट (ब) लाह (स) वीटल (द) टेफलॉन
16. वनस्पति तेल क्या है?
(अ) विभिन्न हाइड्रोकार्बन का मिश्रण (ब) एल्कोहॉल एवं हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण (स) असंतृप्त वसीय अम्ल (द) असंतृप्त वसीय अम्लों के ग्लिसराइड
17. बिच्छू का विष कहां पर होता है?
(अ) पैरों में (ब) हाथ में (स) मुंह में (द) डंक में
18. तितली की आंखें रात में क्यों चमकती हैं?
(अ) विशेष लेंस के कारण (ब) जीन प्रभाव के कारण (स) टेपिटम लुसिडम के कारण (द) कोई स्पष्ट कारण ज्ञात नहीं
19. पांड्य साम्राज्य की राजधानी कहां थी?
(अ) कांची (ब) मदुरै (स) कावेरीपट्टनम (द) तिरुची
20. तीन मुखवाली ब्रह्मा, विष्णु व महेश की मूर्ति, जो त्रिमूर्ति के नाम से जानी जाती है, किस गुफा में है?
(अ) कल्वा (ब) एलोरा (स) एलीफैण्टा (द) अजंता
21. अलबेरूनी द्वारा रचित पुस्तक किताब उल हिंद या तारीख उल हिंद में किन विषयों की समीक्षा की गई है?
(अ) भारतीय गणित (ब) भारतीय इतिहास, भूगोल (स) खगोल विज्ञान, दर्शन (द) इनमें से सभी
22. अंतिम लोदी सम्राट निम्नलिखित में से कौन था?
(अ) बहलोल लोदी (ब) इब्राहीम लोदी (स) सिकंदर लोदी (द) सैयद लोदी
23. इलाहाबाद प्रशस्ति जो हरिषेण द्वारा लिखी गई है। किससे संबंधित है?
(अ) चंद्रगुप्त मौर्य (ब) समुद्र गुप्त (स) चंद्रगुप्त द्वितीय (द) हर्षवर्धन
24. चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में निम्नलिखित में से कौन विदेशी यात्री आया था?
(अ) मेगस्थनीज (ब) फाह्यान (स) ह्वांन सांग (द) अलबरुनी
25. जहांगीर महल कहां स्थित है?
(अ) दिल्ली में (ब) आगरा में (स) सिकंदरा में (द) फतेहपुर सीकरी में
26. भारत के प्रधानमंत्री की चुनाव प्रक्रिया क्या है?
(अ) राष्ट्रपति द्वारा चुने जाते हैं (ब) राज्यों के मुख्यमंत्री द्वारा चुने जाते हैं (स) लोकसभा में बहुमत दल के नेता होते हैं (द) चुने नहीं जाते, बल्कि वंशागत होते हैं
27. चाय के उत्पादन में भारत विश्व में कौन सा स्थान रखता है?
(अ) पहला (ब) दूसरा (स) तीसरा (द) चौथा
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सही जवाब- 1.(ब) जब लिफ्ट त्वरित गति से ऊपर जा रही हो, 2.(द) पृथ्वी के परित: उपग्रह के समान आवर्त काल के साथ उसी की कक्ष में घूमती रहेगी, 3.(स)चमकदार आंतरिक दीवार तथा बाह्य आवरण की दोहरी दीवारें ऊष्मा को निकलने से या प्रविष्ट होने से रोकती है, 4.(स) विकिरण, 5.(द) उपर्युक्त सभी कारकों पर, 6.(द) जल की खुली सतह के ऊपर के दाब पर निर्भर करता है, 7.(अ) तत्व, 8.(द) अमोनिया, 9.(स) एनीमल चारकोल, 10.(ब) अपवर्तनांक, 11.(द) बिटुमिनस, 12.(स) पॉली कार्बोनेट्स, 13.(स)पॉली इथिलीन, 14.(ब)बैकेलाइट, 15.(द) टेफलॉन, 16. (द)असंतृप्त वसीय अम्लों के ग्लिसराइड, 17.(द) डंक में, 18.(स) टेपिटम लुसिडम के कारण, 19.(ब) मदुरै, 20.(स) एलीफैण्टा, 21.(द) इनमें से सभी, 22.(ब) इब्राहीम लोदी, 23.(ब) समुद्र गुप्त, 24.(ब) फाह्यान, 25.(ब) आगरा में, 26.(स) लोकसभा में बहुमत दल के नेता होते हैं, 27.(अ)पहला
पहली अप्रैल से शुरू वित्त वर्ष के लिए केन्द्र सरकार का आय और व्यय सम्बंधी व्यापक विवरण का मापन करते हुए तथा व्यय के लिए धन प्राप्त करने के तरीके का उल्लेख करते हुए फरवरी माह के अंतिम दिन यानि 28 फरवरी को केन्द्रीय बजट की पेश किया जाता है।
भारत में इस परम्परा का अनुसरण साम्राज्यवादी युग से किया गया है, जब तत्कालीन वित्त मंत्री शाम के पांच बजे बजट पेश करते थे। इसके स्थान पर, अब इसे सुबह 11 बजे प्रस्तुत किया जाता है और लोकसभा में व्यापक तौर पर बजट के लिए प्रक्रियाओं और इसकी प्रस्तुति के लिए प्रश्नकाल सहित सदन के अन्य कार्य भी किये जाते हैं। इस वर्ष केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली शनिवार को वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अपना पहला सम्पूर्ण बजट पेश करेंगे, क्योंकि पिछली जुलाई में संसद में उन्होंने अपना पहला बजट पेश किया था जो केवल आठ माह की अवधि के लिए ही था।
संविधान की धारा 112 के अधीन अनुमानित आय और व्यय का एक विवरण जिसे सामान्य तौर पर बजट वक्तव्य कहा जाता है, प्रत्येक वित्त वर्ष यानि पहली अप्रैल से लेकर 31 मार्च तक संसद में पेश करना होता है। बजट भाषण में भारत की एकीकृत निधि से व्यय के अनुमान शामिल होते हैं, जिस पर निचले सदन (लोकसभा) द्वारा मतदान होना आवश्यक है। इसे सरकार के विभिन्न विभागों और मंत्रालयों के अनुदान मांगों के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। प्रत्येक मांग में राजस्व व्यय, पूंजीगत व्यय, राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के लिए अनुदान और उन सेवाओं के लिए ऋणों और अग्रिम राशियों से संबंधित प्रावधान शामिल होते हैं। अनुदान मांगों में कुल धनराशि के लिए अनुमानित व्यय शामिल हैं।
राजस्व बजट दस्तावेज में वार्षिक वित्तीय वक्तव्य में शामिल राजस्व प्राप्तियों के अनुमानों का और भी अधिक विश्लेषण किया जाता है। केन्द्र सरकार की राजस्व प्राप्तियों में सकल कर राजस्व और गैर-कर राजस्व शामिल हैं। कर राजस्व में कार्पोरेशन कर, कार्पोरेशन कर को छोडक़र आय पर कर और प्रत्यक्ष करों में शामिल अन्य कर निहित हैं। अप्रत्यक्ष करों में सीमा शुल्क (आयात), केन्द्रीय उत्पाद कर, सेवा कर और अन्य कर शामिल हैं। गैर-कर राजस्व में ब्याज प्राप्तियां, सार्वजनिक उपक्रमों का लाभांश, अन्य गैर-कर राजस्व और केन्द्रशासित प्रदेशों की प्राप्तियां शामिल हैं। पूंजीगत प्राप्तियों में ऋणों और अग्रिम राशियों की वसूली, बाजार ऋणों ं को छोडक़र ऋण प्राप्तियां, लघुकालिक ऋण, बाहरी सहायता (सकल), लघु बचत योजनाओं, राज्य भविष्य निधि और अन्य प्राप्तियों के लिए जारी प्रतिभूतियां शामिल हैं, जबकि गैर-ऋण प्राप्तियों में ऋणों और अग्रिम राशियों की वसूली, विनिवेश प्राप्तियां और नीलामी (विक्रय) से प्राप्त राजस्व शामिल हैं।
बजट दस्तावेज में व्यय पर दो अलग पुस्तिकाएं भी शामिल हैं और पहली पुस्तिका में प्रत्येक शीर्ष के लिए राजस्व और पूंजी भुगतान तथा योजना व्यय का उल्लेख किया जाता है। दूसरी पुस्तिका में अनुदान मांगों में व्यय प्रस्ताव संबंधी परिदृश्य शामिल किए जाते हैं।
बजट प्रस्तावों को स्पष्ट करने के लिए राजस्व और व्यय संबंधी घटकों के अलावा यह एक वित्त विधेयक भी है। संविधान की धारा 110 (1) (ए) के अनुसरण में इसे पेश किया जाता है। इसके साथ इसमें शामिल प्रावधानों की व्याख्या करते हुए मेमोरेंडम नामक एक पुस्तिका भी इसके साथ होती है। इस पुस्तिका से उपयोगी जानकारी मिलती है और वित्त विधेयक में शामिल कर प्रस्तावों से संबंधित विवरणों का भी पता चलता है। मुख्य कागजातों के साथ वित्त मंत्रालय बजट की मुख्य विशेषताएं नामक दस्तावेज भी उपलब्ध कराता है।
भारतीय रेलवे हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन चुकी है। हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक जगह से दूसरे जगह इसी रेल के सहारे सफर तय करते हैं। 26 फरवरी 2015 को नरेन्द्र मोदी सरकार में रेल मंत्री सुरेश प्रभु अपना पहला रेल बजट पेश किया। आइए जानते हैं देश के कुछ प्रमुख रेल मंत्रियों के बारे में...
आसफ अली- आसफ अली एक स्वतंत्रता सेनानी और नामी वकील थे। वह यूएस में भारत की ओर से पहले राजदूत थे। वह ओडिशा के गवर्नर भी रहे। भारत की अंतरिम सरकार के दौरान आसफ अली 2 सितंबर 1946 से फरवरी 1947 से पहले तक रेलवे और यातायात के इंचार्ज रहे।
जॉन मथाई- जॉन मथाई एक इकॉनमिस्ट थे जो स्वतंत्र भारत के पहले रेल मंत्री बने। उन्होंने स्वतंत्र भारत का पहला रेल बजट पेश किया। इसके बाद वह भारत के वित्त मंत्री बने। उन्होंने 1949 और 1950 में केंद्रीय बजट पेश किया। वह 1955 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बनने के बाद उसके पहले चेयरमैन भी रहे।
लाल बहादुर शास्त्री- वर्ष 1952 में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने लाल बहादुर शास्त्री को रेलवे और यातायात मंत्री बनाया। जिस वक्त उन्होंने कार्यभार संभाला, उस दौरान भारतीय रेल मंत्रालय विभाजन के कारण बुरे दौर से गुजर रहा था। लाल बहादुर शास्त्री ने मुश्किलों में बहुत बेहतर तरीके से काम किया। शास्त्री जी ने 1956 में एक रेल हादसे के बाद इस्तीफा दे दिया था।
जगजीवन राम- बाबूजी के नाम से मशहूर जगजीवन राम, बिहार से ताल्लुक रखते थे। वे दलित नेता थे। वे 1956 से 1962 तक रेल और यातायात मंत्री रहे। 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान वे देश के रक्षा मंत्री भी रहे।
गुलजारी लाल नंदा- पंजाब के सियालकोट में जन्मे गुलजारी लाल नंदा 1970 से 1971 तक रेल मंत्री रहे। इसके अलावा वह 2 बार थोड़े-थोड़े समय के लिए भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री भी बने। पहली बार 1964 में पंडित जवाहर लाल नेहरू की मौत के बाद और दूसरी बार 1966 में लाल बहादुर शास्त्री की मौत के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री का पदभार संभाला। उन्हें 1997 में भारत रत्न से नवाजा गया।
ललित नारायण मिश्रा (1973-1975)- बिहार में जन्मे ललित नारायण मिश्रा को राजनीति में लाने का श्रेय बिहार के पहले मुख्यमंत्री कृष्णा सिन्हा को जाता है। ललित नारायण मिश्र 1973 से 1975 तक रेल मंत्री रहे। 1975 में समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर बम ब्लास्ट में उनकी मौत हो गई।
कमलापति त्रिपाठी (1975-1977) - वाराणसी से कांग्रेस के सीनियर नेता कमलापति त्रिपाठी एक लेखक, पत्रकार, संपादक और स्वतंत्रता सेनानी भी थे। वह असल में त्रिवेदी राजसी घराने से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने पत्रकार के तौर पर अपना कॅरिअर शुरू किया था। वे रेल मंत्री के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे।
मधु दंडवते (1977-1979)- मधु दंडवते 1971 से 1990 तक लगातार 5 बार कोंकण, महाराष्ट्र के राजापुर से सांसद रहे। मोरारजी देसाई की सरकार में वह 1977-1979 तक रेल मंत्री रहे। उनकी वजह से ही सेकंड क्लास रेलवे में लकड़ी की बर्थ्स की जगह 2 इंच फोम वाली बर्थ्स की शुरुआत की थी।
बंसी लाल (1984-1986)- 7 बार स्टेट असेंबली के लिए चुने गए बंसी लाल 3 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। कई लोग उन्हें मॉडर्न हरियाणा का आर्किटेक्ट भी मानते हैं। वे वर्ष 1975 से 1977 तक रक्षा मंत्री बने। इसके अलावा वे 1984 से 1986 तक रेल मंत्री रहे।
माधवराव सिंधिया (1986-1989)- मराठों के सिंधिया वंश का वारिस होने के नाते माधवराज सिंधिया 1961 में ग्वालियर के महाराजा बने। 1971 के बाद से सिंधिया किसी भी चुनाव में पराजित नहीं हुए और 9 बार लोकसभा के लिए चुने गए। 1984 में कांग्रेस की तरफ से उन्होंने ग्वालियर से बीजेपी के अटल बिहारी वाजपेयी को बड़े अंतर से हराया। राजीव गांधी की सरकार के दौरान माधव राज सिंधिया 1986 से 1989 तक रेल मंत्री रहे। भारतीय रेल के आधुनिकीकरण और कंप्यूटराइजेशन का पूरा श्रेय माधवराव सिंधिया को ही जाता है। 2001 में हेलिकॉप्टर क्रैश के दौरान उनकी मौत हो गई।
जॉर्ज फर्नांडिस (1989-1990)- जॉर्ज फर्नांडिस बिहार से राजनीति करते थे। वह वी. पी. सिंह सरकार में रेल मंत्री बने। इस दौरान मेंगलुरु को बॉम्बे से जोडऩे वाले कोंकण रेलवे प्रॉजेक्ट में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सी. के. जाफर शरीफ (1991-1995)- कर्नाटक से कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में से एक जाफर शरीफ 1991 से 1995 तक रेल मंत्री रहे।
राम विलास पासवान (1996-1998)- बिहार से ताल्लुक रखने वाले राम विलास पासवान 8 बार लोकसभा सदस्य के रूप में चुने जा चुके हैं और राज्यसभा सांसद भी रहे हैं। वे 1996 से 1998 तक रेल मंत्री रहे।
नीतीश कुमार (2001-2004)- नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में एक बार फिर सत्ता संभाली है। वे 2005 से 2014 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। 1998-99 में नीतीश कुमार कुछ समय तक रेल मंत्री बने। हालांकि अगस्त 1999 में गैसल ट्रेन हादसे के बाद नीतीश ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान वह 2001 से 2004 तक फिर रेल मंत्री रहे। बतौर रेल मंत्री उन्होंने इंटरनेट टिकेट बुकिंग में सुधार किए, रेकॉर्ड संख्या में रेलवे टिकेट बुकिंग काउंटर्स खोले, तुरंत बुकिंग के लिए तत्काल स्कीम की शुरुआत भी की।
ममता बनर्जी (1999-2001 और 2009-2011)-दीदी के नाम से मशहूर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भारत की पहली महिला रेल मंत्री बनीं। उन्होंने 2 बार केंद्रीय रेल मंत्री का पद संभाला। पहली बार 1999 से 2001 तक और दूसरी बार 2009 से 2011 तक वे रेल मंत्री रहीं। पहली बार उनके काम की काफी तारीफ हुई लेकिन दूसरी बार उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। यहां तक कहा गया कि 2009 से 2011 तक उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय रेलवे को काफी नुकसान हुआ।
लालू प्रसाद यादव (2004-2009)- लालू प्रसाद यादव 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। 2004 से 2009 तक रेल मंत्री बने। लालू ने रेलवे स्टेशनों पर प्लास्टिक कप्स पर बैन लगा दिया और उनकी जगह कुल्हड़ों में चाय बेचने का ऑर्डर दिया ताकि ग्रामीण इलाकों में रोजगार बढ़े। इसके अलावा भी लालू ने कई बेहतर योजनाएं शुरू कीं। लालू के रेल मंत्री कार्यकाल के दौरान रेलवे को करीब 250 अरब रुपये का मुनाफा हुआ।
दिनेश त्रिवेदी (2011-2012) -ममता बनर्जी के बाद उन्हीं की पार्टी त्रिणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी ने रेल मंत्री का पदभार संभाला। 2012 में उन्होंने रेल बजट में किराया बढ़ा दिया जिसके कुछ दिनों बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
पवन बंसल (2012-2013)-पवन बंसल ने मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान रेल मंत्री का पद संभाला। हालांकि 2013 में उनके भतीजे के 10 करोड़ के रेल रिश्वत घोटाले में फंसने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
मल्लिकार्जुन खडग़े (2013-2014)- कर्नाटक के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े 2013 से 2014 तक मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान रेल मंत्री रहे। उन्होंने लगातार 10 बार चुनाव जीता, जिनमें 9 बार लगातार असेंबली चुनावों की और 2014 के आम चुनावों की जीत शामिल है।
सुरेश प्रभु- मोदी सरकार में रेल विभाग सुरेश प्रभु के पास है, जो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और ढ्ढष्ट्रढ्ढ के सदस्य हैं। सुरेश ने 9 नवंबर 2014 को शिवसेना को छोडक़र बीजेपी जॉइन की थी। उन्होंने 26 फरवरी 2015 को अपना पहला रेल बजट पेश किया । उन्होंने न तो किराया बढ़ाया और न ही कोई नई ट्रेन शुरू की।
1. शिवाजी का जन्म निम्नलिखित में से किस दुर्ग में हुआ था?
(अ) सिंहगढ़ (ब) पुरंदर (स) शिवनेर (द) जावली
2. शिवाजी का राज्याभिषेक कहां हुआ था?
(अ) रायगढ़ (ब) कलानौर (स) रायचूर (द) आगरा
3. शिवाजी की राजधानी कहां पर थी?
(अ) रायगढ़ (ब) सतारा (स) पुरंदर (द) तंजौर
4. खनिज पदार्थों की दृष्टि से भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र अधिक समृद्ध है?
(अ) मालवा का पठार (ब) दक्कन का पठार (स) लद्दाख का पठार (द) छोटा नागपुर का पठार
5. विश्व के संपूर्ण धरातलीय क्षेत्र का लगभग कितने प्रतिशत भाग कृषि योग्य है?
(अ)1 प्रतिशत (ब) 5 प्रतिशत (स)11 प्रतिशत (द) 51 प्रतिशत
6. वर्ष 1948 औद्योगिक नीति, में निम्न में से किसे राज्य के एकाधिकार वाले क्षेत्र में नहीं रखा गया था?
(अ) रेल परिवहन (ब) युद्ध सामग्री (स) परमाणु शक्ति (द) कोयला उत्पादन
7. पाकिस्तान के समुद्रतट का भौगोलिक नाम क्या है?
(अ) कराची तट (ब)सिंधु तट (स)ग्वाडर तट (द) मकरान तट
8. भारत में नमक की प्राप्ति मुख्य रूप से किस स्रोत से होती है?
(अ) सागरीय जल (ब) चट्टानी नमक की परतें (स) झील एवं मृदा जल (द) उपर्युक्त सभी
9. भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग की स्थापना कब की गई थी?
(अ) 1981 (ब) 1988 (स) 1983 (द) 1990
10. समप्राय मैदानों का निर्माण नदी की किस अवस्था से होता है?
(अ) युवावस्था (ब) वृद्धावस्था (स) प्रौढ़ावस्था (द)उपर्युक्त सभी में
11. भारत की वैज्ञानिक राजधानी कहां पर स्थित है?
(अ) नई दिल्ली (ब)हैदराबाद (स) भोपाल (द) बेंगलुरु
12. बिट का पूरा नाम क्या है?
(अ) भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (ब) बिल्ट इन टेक्नोलॉजी (स) बाइनरी डिजिट्स (द) बिट्स इन टेक्नोलॉजी
13. आधुनिक डिजिटल कंप्यूटर का मुख्य अंग क्या है?
(अ) प्रोसेसर (ब) इनपुट उपकरण (स) आउटपुट उपकरण (द) उपर्युक्त सभी
14. प्रथम डिजिटल कंप्यूटर का नाम क्या था?
(अ)यूनीवेक (ब)मार्क-प्रथम (स)आइनेक (द) इनमें से कोई नहीं
15. भारत का कुल कृषित क्षेत्र 136 मिलियन हेक्टेयर है। इसके कितने प्रतिशत भाग पर कृत्रिम सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध हैं?
(अ) 25 प्रतिशत (ब) 35 प्रतिशत (स) 50 प्रतिशत (द) 65 प्रतिशत
16. नौवें दशक में औद्योगिक क्षेत्र का सबसे तेजी से विकसित होने वाला भाग निम्नलिखित में से कौन था?
(अ) उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (ब) अन्य उपभोक्ता वस्तुएं (स) पूंजी वस्तुएं (द) खनन संबंधी उद्योग
17. औद्योगिक नीति, 1948 में वायुयान तथा जलयान निर्माण को किस वर्ग में रखा गया था?
(अ) सार्वजनिक क्षेत्र (ब) निजी क्षेत्र (स) मिश्रित क्षेत्र (द) सरकारी नियंत्रण वाला क्षेत्र
18. क्राइम एंड कस्टम इन सेवेज सोसाइटी पुस्तक किसने लिखी है?
(अ) एस.सी. दुबे (ब) डी. एन. मजूमदार (स) बी. मेलिनावस्की (द) ए. आर. रैडक्लिफ-ब्राउन
19. मिताक्षरा और दायभाग क्या है?
(अ) वर्ण व्यवस्था से संबंधित चिंतन के दो सम्प्रदाय (ब) फसल की कटाई से संबंधित ग्रामीण भारत के दो त्योहार (स) वैदिक युग के दो दार्शनिक(द) पितृवंशीय हिंदुओं में संपत्ति के उत्तराधिकार को निर्देशित करने वाले दो प्रमुख सिद्घांत
20. निम्नलिखित में से अर्जुन के शंख का नाम क्या था?
(अ) पाञ्जन्य शंख (ब) उद्घोष शंख (स) देवदत्त शंख (द) पोडरिक शंख
21. महाभारत काल में नकुल निम्न में से किसका विशेषज्ञ था?
(अ)धनुर्विद्या का (ब)पाक विद्या का (स)अंगराग का (द)घोड़ों का
22. दुर्योधन के मामा शकुनि के राज्य का नाम क्या था?
(अ) मगध (ब) हस्तिनापुर (स) गांधार (द) पांचाल
23. भारत में निम्नलिखित में से कौन सा एक सबसे लंबा राष्टï्रीय राजमार्ग है?
(अ)एनएच-2 (ब)एनएच-7 (स) एनएच-8 (द) एनएच-31
24. निम्नलिखित में से किस एक स्थान पर वन आच्छादन मानचित्रण, वन सामग्री सूची एवं दूर संवेदन और त्रढ्ढस् के क्षेत्र में प्रशिक्षण में लगी राष्टï्रीय संस्था, भारतीय वन सर्वेक्षण स्थित है?
(अ) देहरादून (ब) इटानगर (स) अहमदाबाद (द) आईजोल
25. निम्नलिखित कर निर्धारण प्रणालियों में से किसके अंतर्गत ब्रिटिश सरकार कृषकों से सीधे राजस्व एकत्रित करती थी?
(अ) जमींदारी (ब) रैयतवारी (स) अन्नावारी (द) देसाइवारी
26. अर्थव्यवस्था की वैसी स्थिति, जिसमें मुद्रा स्फीति के साथ मंदी मंदी की स्थिति होती है, कहलाती है?
(अ)इन्फ्लेक्शन (ब) स्टेगफ्लेशन(स)रिफ्लेशन(द) एमोर्टाइजेशन
27. निम्नलिखित राष्ट्रमार्गों में से सबसे अधिक लंबाई किसकी है?
(अ) आगरा-मुंबई (ब) चेन्नई-थाणे (स) कोलकाता-हजीरा (द) पुणे-मछतीपत्तनम
28. सांभर झील राजस्थान के निम्नलिखित नगरों में से किसके निकटतम का क्षेत्र है?
(अ) भरतपुर (ब) जयपुर (स) जोधपुर (द) उदयपुर
29. पेन ड्राइव क्या है?
(अ) एक चुंबकीय द्वितीयक भंडारक इकाई (ब)एक हटाई न जाने वाली द्वितीयक भंडारक इकाई (स) एक स्थाई द्वितीयक भंडारक इकाई (द) इनमें से कोई नहीं
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सही जवाब- 1.(स) शिवनेर, 2.(अ) रायगढ़, 3.(अ) रायगढ़, 4.(द) छोटानागपुर का पठार, 5.(स)11 प्रतिशत, 6.(द) कोयला उत्पादन, 7.(द) मकरान तट, 8.(द) उपर्युक्त सभी, 9.(अ) 1981, 10.(ब) वृद्धावस्था, 11.(द) बेंगलुरु, 12.(स)बाइनरी डिजिट्स, 13.(द) उपर्युक्त सभी, 14.(अ) यूनीवेक, 15.(ब) 35 प्रतिशत, 19.(अ) उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, 17.(स) मिश्रित क्षेत्र, 18.(स)बी. मेलिनावस्की, 19.(द)पितृवंशीय हिंदुओं में संपत्ति के उत्तराधिकार को निर्देशित करने वाले दो प्रमुख सिद्घांत, 20.(स) देवदत्त शंख, 21.(द)घोड़ों का, 22.(स) गांधार, 23.(स) एनएच-8, 24.(अ) देहरादून, 25.(ब) रैयतवारी, 26.(ब) स्टेगफ्लेशन, 27.(स) कोलकाता-हजीरा, 28.(ब)जयपुर, 29.(स) एक स्थाई द्वितीयक भंडारक इकाई।
जीन्स डेनिम (कपड़े) के पतलून हैं। मूलत: इन्हें मेहनत वाले काम करने के लिए बनाया गया था पर 1950 के दशक मे ये किशोरों के बीच लोकप्रिय हो गए। ऐतिहासिक ब्रांडों में लीवाइस, जोर्डक़ और रैंगलर शामिल हैं। जीन्स आज एक बहुत ही लोकप्रिय अनौपचारिक परिधान है जिसे दुनिया भर मे कई शैलियों और रंगों मे प्रचलित है। नीले रंग की जींस की पहचान विशेष रूप से अमेरिका की संस्कृति के साथ, विशेष रूप से पुराने वेस्ट (पश्चिम) अमेरिका के साथ जुड़ी है।
जींस के इतिहास पर नजऱ डालें तो हमारे सामने 16 वीं शताब्दी की भारतीय निर्यातित मोटा सूती कपडा़ आता है जिसे डुंगारी कहा जाता था। बाद मे इसे नील के रंग में रंग कर मुंबई के डोंगारी किले के पास बेचा गया था। नाविकों ने इसे अपने अनुकूल पाया और इससे बनी पतलूनें वो पहनने लगे।
जीन्स कपड़े के आविष्कारक तथा निर्माता लैवाई स्ट्रॉस था जिनका 1829 में बैवेरिया में हुआ था और ये प्रशिक्षण से एक दजऱ्ी थे। वर्ष 1850 में ये सैन फ्रैन्सिस्को गए, जहां उनका इरादा तम्बू तथा गाडिय़ों का खोल तैयार करना था। लेकिन बजाय इसके वे बाज़ार में अपने साथ लाये मोटे कैनवास से पैन्ट तैयार करने लगे जो अधेड़ उम्र के लोगों में बहुत ही प्रचलित हुआ। इसके बाद उन्होंने एक कम्पनी खोली तथा पैंट के लिए नीले डेनिम कपड़े का इस्तेमाल शुरू किया जिसे फ्रांस में जीन्स कहा जाता था। आज के जीन्स की शुरुआत तभी से मानी जाती है।
स्वतंत्र भारत का पहला बजट आर. के. षड्मुगम चेट्टी ने पेश किया था। वे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल में वित्तमंत्री थे। उन्होंने 26 नवंबर, 1947 को पहला बजट पेश किया।
दरअसल ये देश की अर्थव्यवस्था की समीक्षा थी और इसमें कोई नए कर प्रस्तावित नहीं किए गए थे क्योंकि वर्ष 1948-49 के बजट में केवल 95 दिन बचे थे। उसके बाद 1948-49 का बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वतंत्र भारत का अंतरिम बजट कुछ दिनों पहले पेश किया था।
उसके बाद ‘अंतरिम बजट’ का जुमला चल निकला जिसका अर्थ था थोड़ी अवधि के लिए बजट। लेकिन बजट पेश करने के कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री पंडित नेहरू से मतभेदों के कारण चेट्टी ने इस्तीफ़ा दे दिया। इसके बाद के. सी. नियोगी ने वित्त मंत्रालय की जि़म्मेदारी संभाली और वो इस पद पर केवल 35 दिन रहे। इसके बाद जॉन मथाई भारत के तीसरे वित्त मंत्री बने और उन्होंने 1949-50 और 1950-51 में दो बजट पेश किए।
भारतीय वित्त मंत्री के रूप में मोरारजी भाई देसाई ने सबसे ज़्यादा 10 बजट पेश किए।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (अंग्रेज़ी- टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया, लघु रूप-ट्राई) भारत में दूरसंचार पर नियंत्रण हेतु एक स्वायत्त नियामक प्राधिकरण है। इसका गठन 1997 में भारत सरकार द्वारा किया गया था।
इसकी स्थापना भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण अधिनियम 1997, एवं बाद में इसी अधिनियम के 2000 संशोधन के द्वारा यथासंशोधित कर की गई थी , जिसका मिशन भारत में दूरसंचार संबंधित व्यापार को नियमित करना था। भारत का दूर संचार नेटवर्क एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं में दूसरा सबसे और विश्व का तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है। प्राधिकरण का लक्ष्य भारत में दूरसंचार के विकास के लिए ऐसी रीति तथा ऐसी गति से परिस्थितियां सृजित करना तथा उन्हें संपोषित करना है, जो भारत को उभरते हुए वैश्विक समाज में एक अग्रणी भूमिका निभाने में समर्थ बना सके। प्राधिकरण का उद्देश्य है एक ऐसा उचित और पारदर्शी परिवेश उपलब्ध कराना, जो समान अवसरों के लिए प्रोत्साहित करें। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने प्री-पेड उपभोक्ताओं के मोबाइल कनेक्शन से सम्बंधित नए नियामक दिशा-निर्देश जारी किए। जिसके अनुसार प्री-पेड उपभोक्ताओं के ऐसे मोबाइल कनेक्शन बंद नहीं किए जा सकते जिनमें बीस रुपए या उससे अधिक बैलेंस हो। दूरसंचार ऑपरेटर केवल ऐसे प्री-पेड मोबाइल नम्बर को बंद कर सकेंगे जिसमें बीस रुपए से कम बैलेंस हो और तीन महीने से उस नम्बर का प्रयोग न किया जा रहा हो। जिस उपभोक्ता का कनेक्शन बंद कर दिया गया है उसे, नम्बर फिर चालू कराने के लिए पंद्रह दिन का समय देने का प्रावधान रखा गया है।
वायुयान इतने वेग से चलते रहते हैं कि उनको तोप से मार गिराना कठिन ही होता था, परंतु अमरीकी वैज्ञानिकों ने राडार और वायुयान घातक तोपों का ऐसा संबंध जोड़ा कि तोप अपने आप वायुयान पर सधी रहती थी। सन् 1944 के उडऩ बमों पर विजय इसी से मिली, क्योंकि ये राडारयुक्त तोपें लगभग 70 प्रतिशत ऐसे बमों को मार गिराती थीं।
26 फऱवरी वर्ष 1935 को प्राकृतिक विज्ञान के विशेषज्ञ सर अल्बर्ट वाट्सन ने राडार की खोज की। इसी राडार के माध्यम से अंतरिक्ष में मौजूद कोई भी वस्तु, रेडिययाई लहरों की सहायता से किसी कमरे में भी बैठकर देखी जा सकती है।
वाट्सन ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर आठ मील की दूरी पर छह हज़ार फुट की ऊंचाई पर उड़ते हुए एक बमबार विमान को देखा। इस आविष्कार के कारण शत्रु के किसी भी विमान से जबकि वह अभी बहुत दूर हो अवगत होना संभव हो गया। वर्तमान समय में रडार विभिन्न उद्देश्यों के लिए प्रयोग होजा है। विशेषकर समुद्री जहाज़ और हवाई जहाज़ इसकी सहायता से अंधेरे और कोहरे में बड़ी सरलता से मार्ग खोज सकते हैं।
कोट डेची की सभ्यता, मोहनजोदड़ो से भी पुरानी सभ्यता मानी गई है। 26 फऱवरी वर्ष 1958 को कोट डेची, सिंध प्रांत के स्थान पर एक प्राचीन सभ्यता के अवशेष बरामद हुए जो मोहनजोदड़ो की सभ्यता से भी लगभग तीन सौ वर्ष पुराने हैं। यह अवशेष 600 फि़ट लंबे और 400 फि़ट चौड़े क्षेत्रफल में फैले हुए हैं।
यह क्षेत्र दो भागों में विभाजित है। एक भाग आवासीय क्षेत्र तथा दूसरा दुर्ग था जो चालीस फि़ट ऊंचा, 500 फि़ट लंबा और 300 फि़ट चौड़ा है। जहां अमीर वर्ग के लोग रहा करते थे जबकि दूसरा भाग आम लोगों के घरों और मकानों के लिए विशेष था। यह घर मिट्टी की ईंटों से बनाए गए थे जिनकी नींव पत्थरों पर रखी गयी थी। कहा जाता है कि मोहनजोदड़ो और हड़प्पा की सभ्यताएं, जो कोट डेची की सभ्यता के बाद अस्तित्व में आईं, अपने विभिन्न रीतिरिवाजों और विज्ञान और तकनीक में कोट डेची पर निर्भर थीं। इसका प्रमाण यह भी है कि मोहनजोदड़ो में बरामद होने वाले बर्तनों पर वही डिज़ाइनें और बेहतर ढंग से बनी हुई हैं जो कोट डेची के खंडहरों से बरामद होने वाले बर्तनों पर बनी थी। कोट डेची के अवशेषों की खोज, पुरातन जगत की एक महत्वपूर्ण खोज मानी जाती है।
1. हड़प्पा सभ्यता की खोज किस वर्ष हुई थी?
(अ) 1935 ई. (ब) 1942 ई. (स) 1901 ई. (द) 1921 ई.
2. हड़प्पा सभ्यता के बारे में कौन सी उक्ति सही है?
(अ) उन्हें अश्वमेध की जानकारी थी (ब) गाय उनके लिए पवित्र थी (स) उन्होंने पशुपतिनाथ का सम्मान आरंभ किया (द) उनकी संस्कृति सामान्यत: स्थिर नहीं थी
3. हड़प्पा के लोगों की सामाजिक पद्धति किसप्रकार की थी?
(अ) उचित समतावादी (ब) दास-श्रमिक आधारित (स) वर्ण आधारित (द) जाति आधारित
4. सिंध का नखलिस्तान/ बाग हड़प्पा सभ्यता कि किस पुरास्थल को कहा गया?
(अ) हड़प्पा (ब) मोहनजोदड़ो (स) कालीबंगा (द) लोथल
5. हड़प्पा सभ्यता के संपूर्ण क्षेत्र का आकार किस प्रकार का था?
(अ) वर्गाकार (ब) आयताकार (स) त्रिभुजाकार (द) गोलाकार
6. सिंधु सभ्यता का सर्वाधिक उपयुक्त नाम क्या है?
(अ) हड़प्पा सभ्यता (ब) सिंधु सभ्यता (स) सिंधु घाटी सभ्यता (द) इनमें से कोई नहीं
7. वर्ष 1857 के विद्रोह में निम्न नेताओं में किसने सबसे पहले अपना बलिदान दिया?
(अ) कुंवर सिंह (ब) तात्या टोपे (स) लक्ष्मीबाई (द) मंगल पाण्डे
8. वर्ष 1857 के विद्रोह में कानपुर में सैनिकों का नेतृत्व किसने किया था?
(अ)कुंवर सिंह (ब) तात्या टोपे (स) लक्ष्मीबाई (द) नाना साहेब
9. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की गई वर्ष?
(अ)1865 में (ब) 1867 में (स) 1885 में (द) 1887 में
10. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संस्थापक थे एक?
(अ) असैनिक सेवक (ब) मिलिट्री कमांडर (स) सामाजिक कार्यकर्ता (द) विज्ञानी
11. ताप युग्म (थर्मो कपल) निम्नलिखित में से किस ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपांतरित करता है?
(अ)यांत्रिक ऊर्जा (ब) ऊष्मीय ऊर्जा (स)रासायनिक ऊर्जा (द) न्यूक्लियर ऊर्जा
12. बिजली के बल्ब से हवा क्यों निकाल दी जाती है?
(अ)फिलामेंट अच्छी तरह से जल सकता है (ब) ऑक्सीजन मौजूद हो, तो वह ज्वलनशील उत्पन्न कर फिलामेंट भस्म कर सकती है (स) फिलामेंट जंगरहित हो जाते हैं (द) इनमें से कोई नहीं
13. लैंस की शक्ति किससे मापी जाती है?
(अ)जूल (ब) न्यूटन (स) वॉट (द) डायोप्टर
14. आद्र्रता किससे मापी जाती है?
(अ)वायुदाब मापी (ब) आद्र्रतामापी (स) जलदाब मापी (द) वोल्टता मापी
15. मिश्रित अर्थव्यवस्था से क्या अर्थ है?
(अ)लघु और वृहत उद्योगों का सह अस्तित्व (ब) निजी और सार्वजनिक क्षेत्र का सह अस्तित्व (स) अमीरों और निर्धनों का सह अस्तित्व (द) कृषि और उद्योगों का संवर्धन
16. औरोरा बोरिअलिस क्या है?
(अ)वायुमंडल संबंधी बिजली (ब)सबसे बड़ा उपग्रह (स) सबसे बड़ा तारा (द) सबसे समीप वाला तारा
17. जीरो पर आधारित बजट किसे समाविष्ट करता है?
(अ)असीमित घाटे का वित्तदान (ब)प्रचलित और नए कार्यक्रम का मूल्यांकन और मूल्य निर्धारण करना (स) अनुत्पादक खर्च में कटौती न करना (द) रुझान की परवाह न करते हुए या खर्च के ऐतिहासिक स्तर को न देखते हुए सदैव कामचलाऊ बजट तैयार करना
18. कोर सेक्टर में निम्नलिखित में से कौन सा उद्योग है?
(अ)सार्वजनिक क्षेत्र से संबंधित उद्योग (ब)आधार उद्योग अर्थात रक्षा आवश्यकताएं पूर्ति करने वाले उद्योग तथा अन्यथा रूप से राष्ट्रीय महत्व के (स) बहुराष्ट्रों से संबंधित उद्योग और बड़े उद्योग सदन (द) इनमें से कोई नहीं
19. बौद्धों की तीसरी विचार सभा पाटलिपुत्र में किसके राज्यकाल में हुई?
(अ)चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (ब) पुष्यमित्र शुंग (स) समुद्रगुप्त (द) अशोक
20. बौद्धमत का नया शिक्षा सिद्धांत महायान किसके काल में प्रचलित हुआ?
(अ)कनिष्क (ब) अशोक (स) चंद्रगुप्त (द) पुष्यमित्र
21. निम्नलिखित में से किस खनिज द्वारा लोहा प्राप्त किया जाता है?
(अ) चूने का पत्थर (ब) पिच ब्लैंड (स) मोनाजाइट रेल (द) हेमेटाइट
22. हीमोग्लोबीन में उपस्थित होता है?
(अ) लोहा (ब) कॉपर (स) निकेल (द) कोबाल्ट
23. निम्नांकित में किस धातु की अधिक मात्रा में उपस्थिति के कारण मनुष्य को सिडरोसिस नामक बीमारी हो जाती है?
(अ) लोहा (ब) तांबा (स) सोडियम (द) पोटैशियम
24. नमकीन पानी लोहे के पाइप को जंग लगाकर चटका देते हैं, इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
(अ) संक्षारण (ब) उपचयन (स) अपकर्षण (द) विखंडन
25. मालगुडीडेज किसकी रचना है?
(अ) लक्ष्मण सेठ (ब) आर. के. नारायण (स) मुल्कराज आनंद (द) विक्रम सेठ
26. पुस्तक इग्नाइटेड माइण्डस का लेखक कौन है?
(अ) मौलाना अबुल कलाम (ब) ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (स) पंडित जवाहर लाल नेहरू (द) एस. राधाकृष्णन
27. कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(अ) रिचर्ड एटनबरो (ब) चाल्र्स डिकेन्स (स) कार्ल माक्र्स (द) एम.एन. राय
28. पुस्तक- इट वाज फाइव पास्ट मिडनाइट का विषय है?
(अ) भुज का भूकंप (ब) उड़ीसा का बाढ़ (स) आंध्रप्रदेश का चक्रवात (द) भोपाल गैस कांड
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सही जवाब- 1.(द) 1921 ई., 2.(स) उन्होंने पशुपतिनाथ का सम्मान आरंभ किया, 3.(अ) उचित समतावादी, 4.(ब) मोहनजोदड़ो, 5.(स) त्रिभुजाकार, 6.(अ) हड़प्पा सभ्यता, 7.(द) मंगल पाण्डे, 8.(द) नाना साहेब, 9.(स) 1885 में, 10.(अ) असैनिक सेवक, 11.(ब) ऊष्मीय ऊर्जा, 12.(ब) ऑक्सीजन मौजूद हो, तो वह ज्वलनशील उत्पन्न कर फिलामेंट भस्म कर सकती है, 13.(द) डायोप्टर, 14.(ब) आद्र्रतामापी, 15.(ब) निजी और सार्वजनिक क्षेत्र का सह अस्तित्व, 16.(अ)वायुमंडल संबंधी बिजली, 17.(द) रुझान की परवाह न करते हुए या खर्च के ऐतिहासिक स्तर को न देखते हुए सदैव कामचलाऊ बजट तैयार करना, 18.(ब)आधार उद्योग अर्थात रक्षा आवश्यकताएं पूर्ति करने वाले उद्योग तथा अन्यथा रूप से राष्ट्रीय महत्व के, 19. (द) अशोक, 20.(अ)कनिष्क, 21.(द) हेमेटाइट, 22.(अ) लोहा, 23.(अ) लोहा, 24.(अ) संक्षारण, 25.(ब) आर. के. नारायण, 26.(ब) ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, 27.(स) कार्ल माक्र्स, 28.(द) भोपाल गैस कांड।
भारत में, केद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियम, 1944 के प्रावधानों के अनुसार उत्पाद शुल्क लगाया जाता है। यह मूल अधिनियम है जो केंद्रीय उत्पाद शुल्क लगाने और संग्रहण संबंधी कानून का निर्धारण करता है। यह अधिनियम केंद्र सरकार को अधिनियम के अनुसरण में नियम बनाने के लिए प्राधिकृत करता है। उसके बाद निम्नलिखित नियम बनाए गए हैं-
1. केंद्रीय उत्पाद शुल्क नियम, 2002 (वित्त अधिनियम 2002 की धारा 143)
2. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (मामलों का निपटान) नियम, 2001
3. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (उत्पाद शुल्क लगाने योग्य माल के विनिर्माण के रियायती शुल्?क दर पर माल का विस्थापन) नियम, 2001
4. केंद्रीय उत्पाद शुल्क मूल्य निर्धारण (उत्पाद शुल्क के माल की कीमत निर्धारण) नियम, 2000
5. उपभोक्ता कल्याण निधि नियम, 1992
6. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (अग्रिम अभिशासन) नियम, 2002
7. केंद्रीय उत्पाद शुल्क (अपराधों का मिश्रण) नियम, 2005
केंद्रीय उत्पाद शुल्क कानून का प्रशासन केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड (सी बी ई सी) द्वारा होता है। केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड वित्त मंत्रालय भारत सरकार के अधीन राजस्व विभाग का एक भाग है। यह केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क लगाने और संग्रहण संबंधी नीति का निर्धारण करता, स्मगलिंग की रोकथाम और सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और स्वापक से संबंधत मामलों का सी बी ई सी के दायरे में प्रशासन करता है। बोर्ड अपने अधीनस्थ संगठनों के लिए प्रशासनिक प्राधिकरण है जिनमें सीमा शुल्क भवन केंद्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय और केंद्रीय राजस्व नियंत्रण प्रयोगशाला शामिल है।
भारत में प्रत्यक्ष कर से संबंधित सभी मामले 1 जनवरी 1964 से केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) को सौंप दिए गए और इसे राजस्व बोर्ड अधिनियम 1963 से अधिकार प्राप्त है। सीबीडीटी वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग का एक हिस्सा है। एक ओर सीबीडीटी भारत में प्रत्यक्ष कर की नीतियों और योजनाओं के लिए आवश्यक निविष्टियां प्रदान करता है वहीं दूसरी ओर यह आयकर विभाग के माध्यम से प्रत्यक्ष कर कानूनों के प्रशासन के लिए जिम्मेदार है।
अध्यक्ष, जो भारत सरकार के पदेन विशेष सचिव होते हैं, सीबीडीटी का प्रमुख होता है। इसके अलावा, सीबीडीटी के छह सदस्य होते हैं, जो भारत सरकार के पदेन अपर सचिव होते हैं। सीबीडीटी के अध्यक्ष और सदस्यों का चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस), भारत की प्रमुख सिविल सर्विस, से की जाती है। ये सदस्य आयकर विभाग के शीर्ष प्रबंधन का गठन करते हैं। सीबीडीटी के समर्थन सदस्यों को आईआरएस और देश के अन्य प्रमुख सिविल सेवाओं से चुना जाता है और इससे संबद्ध कई कार्यालय इसकी सहायता करते हैं।
व्यास सम्मान साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने वाला एक प्रमुख सम्मान है। प्रथम व्यास सम्मान 1991 में राम विलास शर्मा की कृति भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी, तीन खंड को (आलोचना) के लिए प्रदान किया गया था। व्यास सम्मान साहित्यकार की साहित्यिक रचना को दिया जाता है, न कि साहित्यकार को। व्यास सम्मान भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार के बाद दूसरा सबसे बड़ा साहित्य-सम्मान है।
व्यास सम्मान केके बिड़ला फाउंडेशन द्वारा प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1991 में की गई थी। व्यास सम्मान चयनित वर्ष के प्रथम दस वर्षों में प्रकाशित सर्वश्रेष्ठ हिन्दी साहित्यिक कृति को दिया जाता है। पुरस्कार स्वरूप चयनित कृति के लेखक को ढाई लाख रुपए की नकद राशि प्रदान की जाती है।
डॉ. नरेन्द्र कोहली के उपन्यास ना भूतो ना भविष्यति को वर्ष 2012 के व्यास सम्मान के लिए चुना गया। यह 22वां व्यास सम्मान है। इनका चयन 22 फरवरी 2013 को किया गया। वर्ष 2011 का व्यास सम्मान (21वां) प्रो. रामदरश मिश्र के काव्य संग्रह आम के पत्ते को दिया गया।
22वें व्यास सम्मान का चयन लखनऊ विश्वविद्यालय में हिन्दी के विभागाध्यक्ष और लेखक प्रो. सूर्य प्रकाश दीक्षित की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने किया। उपन्यास ना भूतो ना भविष्यति वर्ष 2004 में प्रकाशित हुआ था।
व्यास सम्मान पाने वाले साहित्यकारों में डॉ. शिव प्रसाद सिंह (नीला चांद), गिरजा कुमार माथुर (मैं वक्त के हूं सामने), डॉ. धर्मवीर भारती (सपना अभी भी), कुंवर नारायण (कोई दूसरा नहीं), श्रीलाल शुक्ल (बिसरामपुर का संत), गिरिराज किशोर (पहला गिरमिटिया), मृदुला गर्ग (कठगुलाब), मन्नू भंडारी (एक कहानी यह भी), अमर कांत (इन्हीं हथियारों से) प्रो. रामदरश मिश्र (काव्य संग्रह आम के पत्ते ) आदि प्रमुख हैं।
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन की स्थापना 1950 में देश के आंकड़ों संबंधी आवश्यकताएं पूरी करने और राष्टï्रीय आय तथा अन्य संबंधित आंकड़ों का अनुमान लगाने के लिए बड़े पैमाने पर सर्वे करने के उद्देश्य से की गई थी। सर्वेक्षण संबंधी कार्य के सभी पहलुओं को एक ही एजेंसी के अंतर्गत रखने के लिए राष्टï्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन का गठन किया गया जो प्रबंध परिषद् के नियंत्रण में रखा गया था। इसके अध्यक्ष गैर-सरकारी विशेषज्ञ थे और इसके पांच अन्य विशेषज्ञ सदस्य भी थे। राष्टï्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी इस संगठन की गतिविधियों की देखरेख व निगरानी करते हैं।
इसके चार डिवीजन हैं- 1. सर्वे डिजाइन और अनुसंधान विभाग, 2. क्षेत्रीय कार्य विभाग 3. डाटा प्रोसेसिंग विभाग और 4. समन्वय और प्रकाशन विभाग। सर्वे, डिजाइन और अनुसंधान विभाग का मुख्यालय कोलकाता में है और इसके क्षेत्रीय कार्य विभाग का मुख्यालय दिल्ली में है। इसके छह क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, कोलकाता, नागपुर, बंगलौर, जयपुर और गुवाहाटी में है। इनके अलावा देश भर में इसके 48 क्षेत्रीय और 117 उपक्षेत्रीय कार्यालय हैं। डाटा प्रोसेसिंग (आंकड़ा प्रसंस्करण) विभाग का मुख्यालय कोलकाता है। यह दिल्ली, गिरडीह, नागपुर, कोलकाता, अहमदाबाद और बंगलौर स्थित अपने कार्यालयों के जरिए काम करता है। दिल्ली स्थित समन्वय और प्रकाशन विभाग महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के सचिवालय के रूप में कार्य करता है।
सतावर भारतीय जीवन पद्धति में शामिल एक ऐसा पौधा है जिसके गुणों को भारतीय माताएं अपने दूध के माध्यम से अपने शिशुओं में प्रविष्ट करा देती हैं । प्रसव के पश्चात दूध और खून बढ़ाने के लिए बनाए जाने वाले मेवे के लड्डुओं का सबसे प्रमुख घटक सतावर ही होती है ।
यह एक बहुवर्षीय आरोही लता है जो घरों या बगीचों में सुन्दरता हेतु भी लगाई जाती है । इसकी पूर्ण विकसित लता तीस फुट तक ऊंची हो सकती है । इसके पत्ते काफी पतले तथा सुईयों जैसे नुकीले होते हैं। इनमें छोटे -छोटे कांटे होते हैं। गर्मी में इस पौधे का ऊपरी भाग सूख जाता है तथा वर्षा ऋतु में नई शाखाएं निकल आती हैं। सितम्बर- अक्टूबर में सतावर में फूलों के गुच्छे लगते हैं जो बाद में मटर के दाने जैसे हरे फलों में परिवर्तित हो जाते हैं यही फल पक कर लाल रंग के हो जाते हैं जिनमें से बीज निकलते हैं।
सतावर की जड़ें औषधीय उपयोग में आती हैं । चर्म रोगों की यह प्रमुख दवा हैं। शारीरिक चोटों /दर्दों के निवारण में भी इनका उपयोग अति लाभकारी है । गठिया, पेट-दर्द ,पक्षाघात/अर्ध-पक्षाघात सर-दर्द,घुटने का दर्द ,पैर के तलवों में जलन ,गर्दन अकडऩा (स्टीफंस),साइटिका , हाथों में दर्द ,पेशाब संबन्धी रोग , आंतरिक चोट के अलावा शुक्र-वर्धन ,यौन -शक्ति बढ़ाने , महिलाओं के बांझपन के इलाज में, महिलाओं के विभिन्न प्रकार के यौनिदोषों के इलाज में ही नहीं बल्कि माताओं का दूध बढ़ाने के साथ साथ गाय -भैसों का दूध बढ़ाने में भी सतावर का उपयोग होता है। यह एक चमत्कारी औषधि है।
सतावर केवल चमत्कारी औषधि ही नहीं है यह एक चमत्कारी फसल भी है। अगर कोई व्यक्ति एक एकड़ में पचास हजार रूपये लगाकर सतावर की खेती करे तो वह डेढ़ से दो साल में कम से कम दो लाख रूपये तो कमा ही लेगा । पूरे भारतवर्ष की जलवायु और जमीन इसके लिए उपयुक्त है।
सतावर का वैज्ञानिक नाम है --एस्पेरेगस रेसीमोसस । अन्य किस्में हैं-- एस्पेरेगस सार्मेंतोसस ,एस्पेरेगस कुरिलास ,एस्पेरेगस गोनोक्लैदो एस्पेरेगस आफिसीनेलिस ,एस्पेरेगस फिनिसिलास , एस्पेरेगस स्प्रेंगेरी ,एस्पेरेगस एड्सेंदेस । संस्कृत भाषा में इसे शतावरी ,शतवीर्या ,बहुसुता ,अतिरासा एवं शतमूली भी कहा जाता है। फारसी में शकाकुल , अंगरेजी में एस्पेरेगुस , तमिल में किलावारी , बंगाली में शतमूली , मराठी और गुजराती में शतावरी , आसाम में हतामूली , सिन्धी में तिलोरा कन्नड़ में मज्जिगे गड्डे , तेलगू में चल्ला गड्डा आदि नामों से भी जाना जाता है।
1. राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र के प्रतिशत के रूप में न्यूनतम वन क्षेत्र कहां है?
(अ) पंजाब (ब) हरियाणा (स) गुजरात (द) राजस्थान
2. राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र के प्रतिशत के रूप में सर्वाधिक वन क्षेत्र किस राज्य में है?
(अ) नागालैंड (ब) मणिपुर (स) मिजोरम (द) असम
3. शुद्ध विदेशी मुद्रा उपार्जन में सर्वाधिक योगदान किस उद्योग का है?
(अ) कपड़ा उद्योग (ब) हस्तशिल्प उद्योग (स) आभूषण उद्योग (द) विनिर्माण उद्योग
4. भारत का प्राचीनतम विशाल उद्योग क्या है?
(अ) सूती वस्त्र उद्योग (ब) लौह इस्पात उद्योग (स) जूट उद्योग (द) कागज उद्योग
5. देश में चीनी मिलों की सर्वाधिक संख्या किस राज्य में है?
(अ) उत्तरप्रदेश (ब) महाराष्ट्र (स) तमिलनाडु (द) राजस्थान
6. भारत में तेलशोधक कारखाने बहुदा वृहद बंदरगाहों के समीप संस्थापित हैं, क्योंकि?
(अ) तेल क्षेत्र अधिकार तट के समीप स्थित है (ब) आयातित कच्चे माल पर निर्भरता है (स) शोधित उत्पाद बाजार में सरलता से जुड़े हैं (द) तकनीकी क्षमता सुलभ है
7. निम्न में से कौन सा अनुषंगी नगर है?
(अ) मुरादाबाद (ब) हैदराबाद (स) गाजियाबाद (द) अहमदाबाद
8. भारत में सर्वाधिक नगरीकृत राज्य निम्न में से कौन सा है?
(अ) बिहार (ब) महाराष्ट्र (स) पश्चिम बंगाल (द) तमिलनाडु
9. दक्षिण के प्रसिद्ध विजय नगर साम्राज्य का प्रथम राजवंश कौन था?
(अ) संगम वंश (ब) सालुव वंश (स) तुलुव वंश (द) अरावीडु वंश
10. विजयनगर किस नदी के तट पर स्थित है?
(अ) कृष्णा (ब) कावेरी (स) तुंगभद्रा (द) नर्मदा
11. बुक्का आने भाई का उत्तराधिकारी कब बना?
(अ) 1356 ई. में (ब) 1336 ई. में (स) 1359 ई. में (द)1365 ई. में
12. महासागरीय गर्तों की सामान्यत: गहराई कितने मीटर की होती है?
(अ)5 हजार मीटर(ब) साढ़े 5 हजार मीटर(स)7 हजार मीटर (द) 10 हजार मीटर
13. विश्व का सबसे गहरा महासागरीय गर्त कौन सा है?
(अ) प्यूर्टोरिको (ब) मेरियाना (स) सुण्डा (द) मिंडनाओ
14. सुण्ड गर्त स्थित है?
(अ) सुमात्रा के दक्षिण (ब) सुमात्रा के उत्तर (स) चागोस द्वीप के उत्तर (द) चागोस द्वीप के दक्षिण
15. विषुवतीय प्रदेशों में वर्षभर तापमान उच्च रहता है, क्योंकि?
(अ) इस प्रदेश में समुद्री हवाएं प्रवाहित होती हैं (ब) विषुवत रेखा के दोनों ओर विस्तार है, जिससे सूर्य वर्ष भर सीधा चमकता है, जिससे तापमान ऊंचा रहता है (स) इस प्रदेश में गर्म आंधियां चलती हैं, जो तापमान को उच्च कर देती है (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
16. दक्षिण अमेरिका का मध्य चिली उदाहरण है?
(अ) विषुवतीय रेखीय प्रदेश का (ब) सवाना प्रदेश का (स) भूमध्यसागरीय प्रदेश का (द) टैगा प्रदेश का
17. मध्यप्रदेश में नेपानगर किसके लिए प्रसिद्ध है?
(अ) वस्त्र उद्योग (ब) अखबारी कागज (स) हौजरी (द) वनस्पति तेल
18. प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना किस वर्ष प्रारंभ की गई थी?
(अ) 1999 (ब) 2000 (स) 2001 (द) 2002
19. रेल किराये भाड़े पर सुझाव देने के लिए कौन सी समिति गठित की गई थी?
(अ) नंजुनदप्पा समिति (ब) रेखी समिति (स) राकेश मोहन समिति (द) सरकारिया समिति
20. निम्नलिखित में से किसे जुड़वा खनिज कहा जाता है?
(अ) तांबा एवं टिन (ब) लौह अयस्क एवं कोयला (स) सीसा एवं जस्ता (द) सोना एवं चांदी
21. विश्व में सबसे पहले नाइट्रेट की प्राप्ति निम्नलिखित में से किस स्थान पर हुई?
(अ) तिब्बत का पठार (ब) चिली का पठार (स) कोलंबिया का पठार (द) ब्राजील का पठार
22. डीजल इंजन में प्रयुक्त ईंधन है?
(अ) डीजल की वाष्प और वायु (ब) केवल डीजल (स) डीजल और पेट्रोल का मिश्रण (द) डीजल, वायु तथा पेट्रोल का मिश्रण
23. डायनेमो का अर्थ क्या होता है?
(अ) मैकेनिकल ऊर्जा को इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में परिवर्तित करना (ब) इलेक्ट्रिकल ऊर्जा को मैकेनिकल ऊर्जा में परिवर्तित करना (स) उच्च विभव उत्पन्न करने वाला यंत्र (द) निम्न विभव उत्पन्न करने वाले यंत्र
24. हरित सूचकांक किसके द्वारा विकसित किया गया था?
(अ) विश्व बैंक का पर्यावरणीय एवं सामाजिक सुस्थिर विकास प्रभाग (ब) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (स) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (द) क्योटो प्रोटोकॉल
25. योजना आयोग की 1999-2000 की रिपोर्ट के अनुसार गरीबी रेखा के नीचे जनसंख्या का उच्चतम प्रतिशत किस प्रांत में पाया गया?
(अ) बिहार (ब) मध्यप्रदेश (स) उड़ीसा (द) उत्तरप्रदेश
26. साफ्ट करेंसी से तात्पर्य है?
(अ) वह मुद्रा, जिसकी आपूर्ति मांग की अपेक्षा कम हो (ब) वह मुद्रा जिसकी आपूर्ति मांग की अपेक्षा अधिक हो (स) वह मुद्रा जिसकी आपूर्ति तथा मांग दोनों स्थिर हो (द) उपर्युक्त में से कोई नहीं
27. मोटे अनाजों का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक देश है?
(अ) भारत (ब) चीन (स) रूस (द) जापान
28. आग्नेय चट्टानें बनती हैं?
(अ) गर्म लावा के ठंडे होने से (ब) पर्वतों के गिरने से (स) भूकंप से (द) इनमें से कोई नहीं
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सही जवाब- 1.(ब) हरियाणा, 2.(स) मिजोरम, 3.(अ) कपड़ा उद्योग, 4.(अ) सूती वस्त्र उद्योग, 5.(ब) महाराष्ट्र, 6.(ब) आयातित कच्चे माल पर निर्भरता है, 7.(स) गाजियाबाद, 8.(ब) महाराष्ट्र, 9.(अ) संगम वंश, 10.(स) तुंगभद्रा, 11.(अ)1356 ई. में, 12.(ब) 5500मीटर, 13.(ब)मेरियाना, 14.(अ) सुमात्रा के दक्षिण, 15.(ब) विषुवत रेखा के दोनों ओर विस्तार है, जिससे सूर्य वर्ष भर सीधा चमकता है, जिससे तापमान ऊंचा रहता है, 16.(स)भूमध्यसागरीय प्रदेश का, 17.(ब) अखबारी कागज, 18.(ब)2000, 19.(अ)नंजुनदप्पा समिति, 20.(स) सीसा एवं जस्ता, 21.(ब) चिली का पठार, 22.(अ) डीजल की वाष्प और वायु, 23.(अ) मैकेनिकल ऊर्जा को इलेक्ट्रिकल ऊर्जा में परिवर्तित करना, 24.(ब) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, 25.(स) उड़ीसा, 26.(ब) वह मुद्रा जिसकी आपूर्ति मांग की अपेक्षा अधिक हो, 27.(अ) भारत, 28.(अ) गर्म लावा के ठंडे होने से।
दमदम, कोलकाता (भूतपूर्व कलकत्ता) का औद्योगिक उपनगर है। दक्षिण-पूर्वी पश्चिम बंगाल राज्य का यह एक प्रमुख हिस्सा है। इस नगर का नाम फारसी शब्द दमदम से लिया गया है, जिसका मतलब उठा हुआ टीला या तोपखाना है।
दमदम के चार अलग क्षेत्र हैं, दो कस्बें एवं दो शहर, जो क्रमश: दमदम, दमदम हवाई अड्डïा इलाका, उत्तरी दमदम और दक्षिणी दमदम है। दमदम हवाई अड्डïा (नेताजी सुभाष अंतर्राष्टï्रीय हवाई अड्डïा, कलकत्ता) का प्रशासन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अंतर्गत आता है। ये सभी कोलकाता शहरी संकेंद्रण का हिस्सा हैं।
उत्तरी दमदम में अब भी बड़े ग्रामीण अंत:क्षेत्र हैं। दक्षिणी दमदम बृहद कोलकाता का उत्तरी छोर है। इन चारों क्षेत्रों में सर्वाधिक प्रसिद्घ 1783 में स्थापित दमदम है। यहां 1853 तक बंगाल तोपखाने का मुख्यालय रहा। यहां गोला-बारूद कारखाना है, जहां पहली बार दमदम प्रसरणशील गोलियां बनाई गईं। यहां जूट मिलें, चर्मशोधन शाला, लोहा एवं इस्पात-चादर संस्थाएं हैं। इस नगर में कई अस्पताल स्थित हैं।
पेन्नेरू नदी, चिक बल्लारपुर से 11 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में बहती है। दक्कन के पठार से इसका उद्गम होता है, जो कर्नाटक राज्य, दक्षिण-पश्चिम भारत का प्रमुख हिस्सा है।
यह नदी उत्तर दिशा में बहती हुई आंध्र प्रदेश में प्रवेश करती है और फिर पूर्व- दक्षिणपूर्व दिशा में कोरोमंडल तट की ओर मुडक़र नेल्लोर के पास बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। उद्गम से मुहाने तक की दूरी लगभग 580 किमी है। यह नदी मौसमी है। बारिश के बाद इसमें उफान आ जाता है और गर्मियों में यह पतली धारा बनकर रह जाती है।
चंद्रगिरि नए किस्म की कॉफी का पौधा है जिसे दिसंबर 2007 में केंद्रीय कॉफी अनुसंधान संस्थान (सीसीआरआई) पेश किया था। चंद्रगिरि पौध जब भारत के कॉफी बागानों में व्यावसायिक उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया गया तो उनका अच्छा परिणाम निकला और इसके बीज की भारी मांग होने लगी।
चंद्रगिरि की झाडिय़ां छोटी किंतु कॉफी की अन्य किस्मों कावेरी और सान रेमन की तुलना में घनी होती हैं। इसके पत्ते बड़े, मोटे और गहरे हरे रंग के होते हैं। कॉफी की यह किस्म अन्य किस्मों के मुकाबले लंबे और मोटे बीज पैदा करती है। कॉफी उत्पादकों से इस किस्म के पैदाबार के बारे में बहुत उत्साहजनक जानकारी मिली है। इसकी अनुवांशिकी एकरूपता और शुरूआती पैदावार भी अच्छी होती है। इसके अलावा अधिकतर उत्पादक चंद्रगिरि को अपने खेतों में खाली समय की भरपाई के लिए इस्तेमाल करते हैं।
यह भी देखा गया है कि अगर खेती के उचित तरीके अपनाए जाएं तो कावेरी एचडीटी और चंद्रगिरि जैसी विभिन्न घनी झाडिय़ों से उपज में कोई विशेष अंतर नहीं पड़ता। चंद्रगिरि की फलियां अच्छे किस्म की होती हैं और औसतन 70 प्रतिशत फलियां ए स्तर की होती हैं, इनमें से 25-30 प्रतिशत एए स्तर की होती हैं। अन्य किस्मों की तुलना में ए स्तर की फलियां 60-65 प्रतिशत होती हैं जिनमें से 15-20 प्रतिशत एए स्तर की होती हैं।
अनुसंधानकर्ताओं को यह भी पता चला है कि चंद्रगिरि में बीमारी अन्य किस्मों के मुकाबले बहुत देर से लगती है। इसके अलावा बीमारी की गंभीरता बहुत कम (5 प्रतिशत से भी कम) होती है। लेकिन कॉफी के पौधे के तनों में छिद्र करने वालो सफेद कीटों के मामले में चंद्रगिरि भी अन्य किस्मों की तरह ही है। भारत और दक्षिण एशिया में ये कॉफी के सबसे खतरनाक कीट होते हैं। लेकिन उत्पादन की आदर्श परिस्थितियों यानी समुद्र से एक हजार मीटर की ऊंचाई वाले खेतों में कीट लगने की घटनाएं कम होती हैं।
महमूद गवां एक ईरानी व्यापारी था, जो 42 वर्ष की आयु में भारत आया था। उस समय बहमनी राज्य में सुल्तान हुमायूं शासन कर रहा था। गवां ने बहमनी राज्य में सरकारी पद ग्रहण कर लिया और शीघ्र ही अपनी योग्यता के बल पर मंत्री बन गया।
मुहम्मद शाह तृतीय के शासनकाल में उसने सेनापति और मंत्री के रूप में कार्य करते हुए बहमनी राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महमूद गवां की उन्नति तथा बढ़ती शक्ति के कारण उसके शत्रुओं ने धीरे-धीरे उसके विरूद्घ षडयंत्र रचा तथा सुल्तान मुहम्मद शाह को यह सूचित किया कि महमूद गवां देशद्रोही है तथ वह विजयनगर राज्य से मिला हुआ है। इसलिए मुहम्मदशाह ने 1481 ई. में उसकी हत्या करवा दी। महमूद गवां के समय में बहमनी राज्य की राजधानी बीदर थी। बीदर में गवां ने एक विद्यालय तथा पुस्तकालय की स्थापना की थी। महमूद गवां विद्वानों का आश्रयदाता भी था।