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पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडेय ने दायर की है जनहित याचिका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 17 अप्रैल। प्रदेश के विभिन्न जिलों में फ्लाई ऐश की जांच के लिए हाईकोर्ट की ओर से गठित न्याय मित्रों की टीम ने कोरबा जिले का भ्रमण कर विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। इसकी रिपोर्ट वे हाईकोर्ट में सौंपेंगे।
ज्ञात हो कि कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा सहित प्रदेश के अन्य जगहों पर संचालित बिजली संयंत्रों से निकलने वाली राख के समुचित प्रबंधन और निपटान को लेकर कोरबा निवासी रामअवतार अग्रवाल ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में एक याचिका दायर की थी। मगर अपेक्षित फैसला नहीं आने के बाद पूर्व विधायक और वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई है।
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने इसकी सुनवाई करते हुए 3 न्यायमित्रों की टीम गठित की है। इसमें अधिवक्ता प्रतीक शर्मा, सिद्धार्थ दुबे और सूर्या काबलकर डांगी शामिल हैं। यह टीम विभिन्न जिलों में पावर प्लांट और अन्य उद्योगों से निकलने वाले राखड़ के प्रदूषण और उसकी डंपिंग का मुआयना कर रहे हैं। याचिका में कोरबा शहर और आसपास के गांव के कुल 8 स्थानों का उल्लेख किया गया है। मित्रों की टीम ने तरदा गांव से इसकी शुरुआत करते हुए सभी स्थानों पर राख की डंपिंग का जायजा लिया। उनके साथ याचिकाकर्ता वीरेंद्र पांडेय भी थे। प्रशासन की ओर से एसडीएमसी महापात्र और तहसीलदार मुकेश देवांगन भी मौजूद थे। न्याय मित्रों ने बताया कि वे अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट को सौंपेंगे।
उल्लेखनीय है कि बिजली संयंत्रों से कोरबा में भारी मात्रा में राखड़ निकल रहा है। इससे प्राकृतिक जलस्रोत, नदी-नाले भी पट गए हैं। न्याय मित्रों ने देखा कि रोजगार गारंटी योजना से बनाए गए तालाब को भी राख से पाट दिया गया है। वन विकास निगम के पौधारोपण क्षेत्र में भी राख का पहाड़ खड़ा कर दिया गया है। मरघट को भी राख से पाट दिए गए हैं।
एनजीटी का निर्देश है की बिजली संयंत्रों से निकलने वाले राख का प्रतिवर्ष शत-प्रतिशत निपटारा होना चाहिए। पर ऐसा नहीं हो रहा है। जनहित याचिका पर होने वाली अगली सुनवाई में नए मित्रों की रिपोर्ट रखी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 17 अप्रैल। दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए छात्र की फुटहामुड़ा झरने में डूबने से मौत हो गई। गोताखोरों ने घंटों प्रयास के बाद उसका शव बाहर निकाला है।
जानकारी के मुताबिक कोरबा के मानस नगर का साहिल साहू (17 वर्ष) स्थानीय निर्मला स्कूल का छात्र था। रविवार को वह अपने दो दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए फुटहामुड़ा झरना गया था। वहां नहाने के लिए सबसे पहले साहिल कूदा। यहां के जोगी सुरंग प्वाइंट पर वह अचानक लापता हो गया। बाकी दोनों दोस्त उसके डूबने से घबरा गए। उन्होंने तुरंत अपने परिवार को सूचना दी। सूचना मिलने पर बालको पुलिस और साहिल के परिवार के लोग वहां पहुंच गए। गोताखोरों की एक टीम भी वहां पहुंच गई। करीब चार घंटे के प्रयास के बाद साहिल का शव निकाल लिया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 9 अप्रैल। सेंट्रल जीएसटी की टीम ने कोरबा और भाटापारा के नाइटक्लब और शराब दुकानों में छापा मारा है। दोनों जगह 50 से अधिक अधिकारियों की टीम जांच पड़ताल के लिए पहुंची थी।
शनिवार सुबह कोरबा के टीपी नगर में स्थित पॉम माल के वन नाइट क्लब में जीएसटी की टीम जांच के लिए पहुंची। इसे छत्तीसगढ़ का एक बड़ा शराब कारोबारी चलाता है। हाल ही में इनके रायपुर और बिलासपुर के ठिकानों पर भी ईडी ने जांच की थी। सूत्रों के मुताबिक जीएसटी की टीम ने फ्लाई एश के परिवहन के संबंध में भी दस्तावेज खंगाले।
भाटापारा में दूसरी टीम ने एक सरकारी शराब दुकान की जांच की है और एक सुपरवाइजर से लंबी पूछताछ की। यहां पर ओवररेट में शराब बेचने की शिकायत मिली थी और इसकी रकम का बंटवारा आबकारी और दूसरे विभागों के अधिकारियों में दी होने का अनुमान है।
ज्ञात हो कि ईडी ने रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में शराब से जुड़े व्यवसायियों के ठिकानों पर पिछले दिनों छापे मारे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 2 अप्रैल। बच्चा चोरी के शक में कबाड़ बीनने वाले शराब के नशे में धुत एक युवक की खंभे से बांधकर जमकर पिटाई कर दी गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह बीच-बचाव कर उसे लोगों के चंगुल से छुड़ाया।
मेरी जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम दीपका के शांति नगर की प्रीति झा के दो बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। खेलने के बाद 3 साल की बच्ची भीतर आ गई लेकिन उससे छोटी बहन बाहर ही रह गई। मां का कहना है कि जब वह बाहर निकली तो बच्ची को आरोपी युवक बोरी में बंद कर रहा था। उसे ऐसा करते देख उसने शोर मचाया और आसपास के लोगों ने मिलकर युवक को पकड़ लिया। वह शराब के नशे में धुत था। आक्रोशित लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर बिजली के एक खंभे से बांधा और पिटाई शुरू कर दी। किसी ने किस बात की खबर दीपिका पुलिस को दी।
पुलिस की टीम ने पहुंचकर युवक को मोहल्ले वालों की चुंगल से छुड़ाया। पिटाई के कारण युवक बेहोश हो गया था। युवक रामकुमार प्रजापति का कहना है कि वह कबाड़ बीनने और बेचने का काम करता है।
बच्चा पास में ही खेल रहा था और वह कबाड़ बिन रहा था इससे बच्चे की मां को धोखा हुआ होगा। वह बच्चा चोरी नहीं कर रहा था। हालांकि पुलिस ने मोहल्ले वालों की शिकायत पर उसे हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 2 अप्रैल। बच्चा चोरी के शक में कबाड़ बीनने वाले शराब के नशे में धुत एक युवक की खंभे से बांधकर जमकर पिटाई कर दी गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह बीच-बचाव कर उसे लोगों के चंगुल से छुड़ाया।
मेरी जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम दीपका के शांति नगर की प्रीति झा के दो बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। खेलने के बाद 3 साल की बच्ची भीतर आ गई लेकिन उससे छोटी बहन बाहर ही रह गई। मां का कहना है कि जब वह बाहर निकली तो बच्ची को आरोपी युवक बोरी में बंद कर रहा था।
उसे ऐसा करते देख उसने शोर मचाया और आसपास के लोगों ने मिलकर युवक को पकड़ लिया। वह शराब के नशे में धुत था। आक्रोशित लोगों ने उसे बच्चा चोर समझकर बिजली के एक खंभे से बांधा और पिटाई शुरू कर दी। किसी ने किस बात की खबर दीपिका पुलिस को दी। पुलिस की टीम ने पहुंचकर युवक को मोहल्ले वालों की चुंगल से छुड़ाया। पिटाई के कारण युवक बेहोश हो गया था। युवक रामकुमार प्रजापति का कहना है कि वह कबाड़ बीनने और बेचने का काम करता है। बच्चा पास में ही खेल रहा था और वह कबाड़ बिन रहा था इससे बच्चे की मां को धोखा हुआ होगा। वह बच्चा चोरी नहीं कर रहा था। हालांकि पुलिस ने मोहल्ले वालों की शिकायत पर उसे हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 29 मार्च। जिले में अनामया कार्यक्रम (ट्राइबल हेल्थ कोलैबोरेटिव) अंतर्गत पिरामल स्वास्थ्य द्वारा किशोरों व छात्रों (15 वर्ष से 29 वर्ष) के बीच जनजातीय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का उदघाटन सीएमएचओ डॉ. एस.एन. केसरी ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत किशोरियों दारा स्वागत गीत के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में कोरबा ब्लॉक के अलग-अलग गांव के 25 किशोर व छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम के उद्देश्यों को प्रस्तुत करते हुए पिरामल स्वास्थ्य के सम्भागीय कार्यक्रम प्रबंधक दिग्विजय कुमार सिंह के द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किशोरों और छात्रों के साथ मानसिक स्वास्थ्य, पोषण एवं किशोर प्रजनन लैंगिक स्वास्थ्य, मादक द्रव्यों के सेवन का महत्व, सडक़ दुर्घटना, हेलमेट/सीट बेल्ट का उपयोग आदि विषयों पर प्रशिक्षण देना है। जिससे समुदाय स्तर पर यही युवा प्रशिक्षित होकर गांव के लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे क्युकि कम उम्र मे शादी व पोषण मे ध्यान न देने के कारण महिलाए एनीमिया जैसी गंभीर बिमारी का शिकार हो जाती है। आजकल बच्चो व गर्भवती महिलाओं में कुपोषण आम बात सी हो गई है जो आगे चलकर बहुत सारी बीमारियां जैसे मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों में नाटापन, दुबलापन आदि का सामना करना पड़ता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएमएचओ डॉ. केसरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पिरामल फाउंडेशन संस्था के द्वारा बहुत ही सराहनीय पहल है। जिसके लिए युवाओं को आगे आकर सरकार के उद्देश्यों योजनाओं का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। उन्होंने किशोरों व छात्रों से कहा कि आप लोग समुदाय स्तर पर थोड़ा सा सहयोग करें तो हम लोग जल्द ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं में कम उम्र में गर्भधारण अनेक बीमारियों को जन्म देती है जिसको लेकर समुदाय में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है।
आदिवासी समुदाय में कुपोषण और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों सहित कई स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। युवाओं और छात्रों पर ध्यान को केंद्रित करके हम सभी को स्वास्थ्य व पोषण को प्राथमिकता देकर समुदाय को लाभान्वित करना जरूरी है। किशोरो व छात्रों से उन्होंने शिक्षा के महत्व के बारे में भी बताया। इस उद्घाटन समारोह में डीपीएम, पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रमुख श्री विराग पांडेय व धर्मेन्द्र सिंह, किशोर व छात्र मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन अली रजा जी एवं आभार प्रदर्शन श्री दिग्विजय कुमार सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने मे नेहरू युवा केंद्र, पी जी कॉलेज कोरबा व आईटीआई कालेज कोरबा के युवाओ का विशेष योगदान रहा।
विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा 28 मार्च। कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉं एस.एन.केसरी के नेतृत्व में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष जिले में 24 मार्च को विश्व क्षय दिवस आयोजित किया गया।
इस दिन जिले में इस वैश्विक बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रतिवर्ष जिले में विश्व क्षयरोग दिवस पर लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए तमाम तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।
इसी क्रम में इस वर्ष भी लोगों को टी.बी.रोग के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज, सामु.स्वास्थ्य केन्द्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, एच.डब्लू.सी. उपस्वास्थ्य केन्द्रों तथा समुदाय स्तर पर मितानिनों के द्वारा टी.बी.के संबंध में जानकारी दी गई तथा टी.बी.के लक्षण वाले मरीजों का स्पूटम जांच करवाने के लिए कहा गया।
मेडिकल कॉलेज कोरबा में नर्सिग छात्र-छात्राओं, अधिकारियो ं/ कर्मचारियों तथा नागरिकों को सेमिनार आयोजित किया गया। वहॉं टी.बी.के संबंध में डॉ.जी.एस.जात्रा, जिला टी.बी. अधिकारी के द्वारा जानकारी दी गई। टी.बी.मुक्त भारत अभियान के तहत ए.बी.एच.डब्लू.सी.में 21 दिवसीय वर्चुअल संवेदीकरण किया जा रहा है जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन.केसरी, डॉ.जी.एस.जात्रा, जिला टी.बी.अधिकारी, प्रवेश खॅॅूटे, डी.पी.एच. तथा अमित कुमार टीम लीडर पी.एम.टी.पी.टी के द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही है।
मेडिकल कॉलेज कोरबा में नर्सिंग स्टूडेंट, अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा टी.बी.मुक्त भारत बनाने का शपथ लिया गया। नर्सिग छात्राओं द्वारा रंगोली बनाकर जागरूक किया गया तथा रैली का आयोजन किया गया। टी.बी. के संबंध में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ओपन थिएटर घंटाघर कोरबा में नवाबिहान, सुन मितान तथा नर्सिंग कालेजों के छात्र/छात्राओं द्वारा नुक्कड नाटक का आयोजन किया गया। तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।
सीएमएचओ डॉ. केसरी ने बताया कि साधारण भाषा मेें हम टी.बी. को क्षय रोग अथवा तपेदिक के नाम से जानते हैं। टी.बी. एक संक्रामक बिमारी है जो माइकोबैक्टीरियम ट्यबरक्लोसिस जीवाणु की वजह से होती है, लेकिन यह बिमारी लाईलाज नहीं है। जिले में टी.बी.के सैकडो मरीज हर वर्ष सामने आते हैं। समय रहते इस बिमारी का इलाज करवा लिया जावे तो इसे पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार टी.बी. अभी भी दुनिया की सबसे घातक संक्रामक किलर डिसीज में से एक है। डब्लू.एच.ओ. की तरफ से 2030 तक दुनिया से पूरी तरह टी.बी.से मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित है तथा भारत की ओर से 2025 तक देशवासियों की टी.बी. की बीमारी से पूरी तरह निजात दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ.एस.एन.केशरी ने बताया कि टी.बी.बैक्टीरिया से होने वाली है, सबसे कॉमन फेफडों का टी.बी.है और यह हवा के जरिये एक दूसरे इंसान में फैलती है। मरीज के खॅासने, छींकने के दौरान मुंह तथा नाक से निकलने वाली बारीक बॅूंदे इन्हें फैलाती हैं एैसे में मरीज के बहुत पास बैठकर बात की जावे तो भी इन्फेक्शन हो सकता हैं। फेफडों के अलावा ब्रेन, यूट्रस, मुंह, लीवर, किडनी , गले आदि में भी टी.बी.हो सकती है। सबसे अहम बात है कि टी.बी.की पहचान हो। इसके लक्षण जैसे तीन हफते से ज्यादा लगातार खॉसी हो, खॉंसी के साथ बलगम आना तथा बलगम के साथ खून आना, बुखार ,वजन कम होना, भूख ना लगना तथा रात में पसीना आना है। टी.बी.का इलाज संभव है, टी.बी.के मरीज को 6 से 9 माह तक दवाईयों का सेवन करने से टी.बी.पूरी तरह ठीक हो सकता है। उन्होंने जिले के लोगों से अपील किये है कि जिन्हे उपरोक्त टी.बी.के लक्षण हो वे तुरंत मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एच.डब्लू.सी., पी.एच.सी., सामु.स्वा.केन्द्र जिला चिकित्सालय (मेडिकल कॉलेज) से संपर्क कर जॉंच एवं इलाज प्राप्त कर सकते हैं।
श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद का श्रमिकों के साथ बोरेबासी खाना रहा चर्चा का विषय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 मार्च। छग श्रम कल्याण मंडल की पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गत शनिवार को छग के कोरबा जिले में श्रमिक संगवारी चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद व जिला प्रभारी सदस्य नवीन सिंह तथा मंडल के आयुक्त एस.एल. जांगड़े शामिल हुए।
कार्यक्रम के शुरुआत से पूर्व अध्यक्ष शफी अहमद व उपस्थित सदस्यगण तथा कर्मचारियों ने कोरबा जिले कि आस्था केंद्र माँ सर्व मंगला के दर्शन कर छग के विकास समृद्धि शांति व श्रमिकों के उत्थान की प्रार्थना कर बाल्को सेक्टर 6 के मंगल भवन में आयोजित श्रमिक संगवारी चौपाल में श्रमिकों के बीच पहुँचकर संगठित क्षेत्र के श्रमिकों हेतु मंडल द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का जानकारी दी एवं श्रमिकों के विभिन्न अधिकार की जानकारी देते हुए यह बात भी कही की कोई भी योजना तब ही सफल है, जब उसकी पूरी जानकारी हीतग्राही को हो और यह जागरूकता कार्यक्रम इसका एक छोटा प्रयास है।
मंच पर आशिन जिला प्रभारी व सदस्य नवीन सिंह द्वारा कार्यक्रम के संयोजन से उमड़ी श्रमिकों की संख्या देख इस सफल आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी,जिसके पश्चात श्रमिकों के बीच माइक भेजकर उनकी समस्या जानने व इसके त्वरित निराकरण हेतु प्रयास किया गया। जिसमें मौखिक रूप से नयूनतम वेतन का शिकायत प्राप्त हुआ जिसे मंच पर उपस्थिति श्रम अधिकारियो को उपरोक्त हेतु कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देश दिए व श्रमिकों को अन्य किसी भी प्रकार समस्या के लिए लिखित में या मंडल के हेल्प लाइन पर कॉल कर के शिकायत दर्ज करने की बात कही।
उक्त श्रमिक चर्चा पश्चात श्रम कल्याण मंडल के द्वारा संचालित नि: शुल्क सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र का वितरण किया गया,साथ ही श्रमिकों के हीत में जिन संस्थानों द्वारा निरंतर अभिदाय जमा किया जा रहा उन्हें प्रोत्साहन हेतु सम्मान पत्र व चिन्ह अध्यक्ष,सदस्य व आयुक्त के द्वारा प्रदान किया गया।
सभा समाप्ति के बाद अध्यक्ष शफी अहमद के साथ मंडल के जिला प्रभारी सदस्य नवीन सिंह व श्रम कल्याण मंडल के आयुक्त व जिला श्रम अधिकारियों ने भी छग के मजदूरों-किसानों का विशेष पौष्टिक भोजन बोरेबासी को श्रमिकों के साथ ही सेवन किया,मजदूरों के साथ बोरे बासी का सेवन करना श्रमिक सभा का सबसे चर्चित हिस्सा बन गया था। ज्ञात हो कि 1 मई 2022 मज़दूर दिवस के दिन ही छग सरकार ने छग के मज़दूरों के विशेष भोजन बोरेबासी को पूरे भारत देश में चर्चा का विषय बना दिया था, जिसे श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शफी अहमद ने श्रमिक सभा के हर आयोजन में वीआईपी भोजन की जगह श्रमिकों के साथ बोरेबासी भोजन को विशेष स्थान प्रदान किया है, जिससे श्रमिकों के इस भोजन के पौष्टिकता का प्रचार हो और हर वर्ग के लोगसहजता से इसे ग्रहण करे।
श्रम कल्याण मंडल की नियमो-योजनाओ व श्रमिक समस्याओं के निदान व उनके सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए कोरबा के पत्रकारो व नियोजकों से चर्चा की गई एवं सरकार की गरीब-मजदूर-किसान व उधोगो के प्रति सरल व सीधी सोच को रखते हुवे श्रमिकों के उत्थान में श्रम कल्याण मंडल द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं व आगामी प्रयासों को को जमीन तक पहुँचाने के लिए सहयोग प्रदान के लिए आग्रह करते हुए पत्रकारों व नियोजकों द्वारा प्राप्त ईएसआइसी हॉस्पिटल के बंद से होने वाली समस्या को मंत्री से मिलकर जल्द जल्द शुरू कराने के प्रयास के साथ उद्योगों के न्यूनतम वेतन के पालन नहीं होने की शिकायत का कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 मार्च। बांगो थाने के सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह परिहार की 15 दिन पहले हुई हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। होली के दिन डीजे बजाने और उसे जब्त करने के चलते रंजिशवश आरोपी युवक ने उसे कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर मार डाला था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि बांगो के थाना प्रभारी एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार का लहूलुहान शव उनके बैरक में 10 मार्च की सुबह मिला था। प्रथम दृष्टया हत्या का मामला देखते हुए पुलिस अधीक्षक उदय किरण और उनकी टीम डॉग स्क्वाड और साइबर सेल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। हत्या के अज्ञात आरोपी को पकड़ने के लिए एसपी ने टीम बनाई जिसमें बिलासपुर की साइबर टीम को भी रखा गया। घटना के अनुमानित समय 9 मार्च रात 12 बजे से अगले दिन सुबह 6:00 बजे तक एक संदेही करण गिरी का लोकेशन मृतक एएसआई के बैरक के आसपास मिला। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, तो वह बार-बार अपना बयान बदलने लगा। इस बीच पुलिस को जानकारी मिली थी होली की रात 9 मार्च को रात लगभग 9:30 बजे एएसआई के साथ भ्रमण कर रही पुलिस टीम ने करण गिरी को तेज आवाज में डीजे बजाने से रोक दिया और उसका साउंड सिस्टम जब्त कर लिया था। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी करण गिरी टूट गया।
उसने बताया कि वे लोग जब होली मना कर लौट रहे थे, तब पुलिस ने डीजे पर कार्रवाई की और उसके साउंड सिस्टम को जब्त कर लिया था। इस टीम में एएसआई परिहार भी शामिल थे। पुलिस ने उसे ठीक से होली नहीं मनाने दिया, इससे आक्रोशित हुआ और उसी रात उसने परिहार का मर्डर करने की ठान ली। रात में जब पुलिस गश्त बंद हो गई और सड़क सूनसान हो गई तो उसने परिहार के कमरे का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही परिहार ने दरवाजा खोला, आरोपी ने उन पर टंगिया से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। परिहार के जमीन पर गिरते ही वहां से वह भाग गया। उसने पास भी झाड़ी में टंगिया को छुपा दिया। इसके बाद घर आकर सो गया।
आरोपी का कहना है कि उसके साथ और कोई मर्डर में शामिल नहीं था। हालांकि पुलिस इस बारे में अभी तहकीकात कर रही है। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा , 21 मार्च। पोषण अभियान अंतर्गत जिले में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष कोरबा शिवकला कंवर ने जिले में बाइक रैली को हरी झण्डी दिखाकर पोषण पखवाड़ा का शुभारंभ किया। इस जागरूकता रैली में राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना उपाध्याय ने स्वयं स्कूटी चलाते हुए साथ में स्कूटी के पीछे सीट पर जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रीति खोखर चखियार को बिठाकर जिले में लगभग 5 किलोमीटर तक स्कूटी चलाया। उन्होंने इसके माध्यम से लोगों को पोषण एवं स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया।
यह रैली कलेक्टोरेट परिसर से निकलकर कोसाबाड़ी चौक होते हुए घंटाघर से बुधवारी बाजार से आईटीआई चौक होते हुए अपने गंतव्य स्थान में वापस आकर संपन्न हुआ। इस वर्ष पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत मुख्य रूप से 3 थीम अनुसार गतिविधि आयोजित की जा रही है। इसके अंतर्गत पोषण कल्याण के लिए श्री अन्न मिलेट्स का प्रचार प्रसार और लोकप्रियता, स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा एवं सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र से संबंधित थीम के अनुसार 3 अप्रैल तक प्रतिदिन कैलेंडर अनुसार गतिविधि आयोजित की जाएगी। इस गतिविधि में जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों में लोगों को सुपोषण के संबंध में जागरूक किया जाएगा। साथ ही आयोजित गतिविधियों को पोषण ट्रैकर ऐप में भी प्रतिदिन इंद्राज किया जाएगा। पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत मिलेट्स से बने व्यंजनों की प्रतियोगिता, प्रदर्शनी एवं मिलेट्स जागरूकता कैम्प का भी आयोजन किया जाएगा। स्वसहायता समूह के सहयोग से मिलेट्स से बना हुआ तिरंगा थाली का भी प्रदर्शन किया जाएगा। पोषण पखवाड़ा के दौरान स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत छह वर्ष तक के बच्चों का वजन लंबाई एवं ऊंचाई मापन किया जाएगा।
पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत समुदाय आधारित गतिविधियों जैसे-सुपोषण चौपाल, महिला समूहो की बैठक, पालको का बैठक करना तथा लिंग संवेदनशील, जल प्रबंधन, एनीमिया की रोकथाम व प्रबंधन के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इस पखवाड़ा में विभिन्न विभागों का भी समन्वय किया जा रहा है, ताकि कोरबा जिले में लोगों को कुपोषण के प्रति व एनीमिया रोकथाम के लिये जागरूक किया जा सकें।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा श्रीमती चखियार ने बताया कि भारत सरकार व छत्तीसगढ़ राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत राज्य में 3 अप्रैल तक पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
पोषण पखवाड़ा अंतर्गत आंगनबाड़ी स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम का दिवस के अनुसार कैलेंडर जारी किया गया है। इस दौरान प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कर व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर पोषण सम्बन्धित व्यवहार परिवर्तन का प्रयास किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 मार्च। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कोरबा से परिचालित हो रही समस्त यात्री गाडिय़ों का परिचालन पूर्व की ही भांति गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल किए जाने के लिए रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र लिखा है।
राजस्व मंत्री ने रेल मंत्री को लिखे पत्र में कोरबा क्षेत्र के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे मण्डल अन्तर्गत कोरबा जिला एक महत्वपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र है, जहां एशिया की सर्वाधिक कोयला उत्पादक खदानों के साथ ही केन्द्र व राज्य सरकार के अलावा निजी क्षेत्र के अनेक विद्युत संयंत्र स्थापित हैं।
पत्र में इस बात पर विशेष जोर दिया गया है कि सभी प्रतिष्ठानों में देश के प्राय: सभी राज्यों के लोग कार्यरत हैं और समस्त औद्योगिक गतिविधियों की वजह से कोरबा एक प्रमुख व्यावसायिक केन्द्र के साथ ही ऊर्जाधानी के रूप में भी अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है।
कोरबा अंचल के रेल यात्रियों की आवश्यकताओं को प्रमुखता से रखते हुए पत्र में लिखा गया है कि विभिन्न प्रतिष्ठानों में कार्यरत कर्मचारियों व उनके परिजनों, व्यापारियों व अलग-अलग प्रतिष्ठानों में व्यावसायिक कार्यों के सिलसिले में अलग-अलग क्षेत्रों से लोगों के आने-जाने के लिए मुम्बई हावड़ा रेलमार्ग पर चांपा जंक्शन से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर कोरबा रेलवे स्टेशन है और इस मार्ग से आगे विभिन्न कोयला खदानों के केन्द्र बिन्दु तक खदान कर्मियों व निकटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों के आवागमन की सुविधा के लिए रेल सुविधा का विस्तार गेवरा रेलवे स्टेशन तक किया गया है जिसकी दूरी कोरबा रेलवे स्टेशन से लगभग 7 किलोमीटर है।
जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में आगे लिखा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्व में लोकल व लम्बी दूरी की समस्त रेलगाडिय़ों यथा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (कोरबा-अमृतसर), शिवनाथ एक्सप्रेस (कोरबा-नागपुर), कोचीन एक्सप्रेस (कोरबा-कोचीन) के साथ ही सभी लोकल व मेमू रेलगाडिय़ों का गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से किया जाता था जो वर्ष 2020 में कोविड काल से अस्थाई तौर पर बन्द कर दिया गया था।
पत्र में आगे यह भी लिखा है कि लगभग एक वर्ष पूर्व से जब स्थितियां सामान्य हो गई हैं और देश के सभी रेलखण्डों की सभी मेल-एक्सप्रेस, पैसेंजर व लोकल रेलगाडिय़ों का परिचालन पूर्व की भांति यथावत बहाल कर दिया गया है, ऐसी स्थिति में कोरबा की आम जनता रेलवे की इस सुविधा से आज भी वंचित है।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि पूर्व में गेवरा रोड से परिचालित हो रही समस्त रेलगाडिय़ों को अस्थाई तौर पर अनिश्चितकाल के लिए बन्द कर दिया गया था और वर्तमान में उन सभी रेलगाडिय़ों का परिचालन कोरबा रेलवे स्टेशन से किया जा रहा है।
रेल मंत्री के ध्यान में यह भी लाया गया है कि इस संबंध में स्थानीय तौर पर अनेक मंचों के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल बिलासपुर के संबंधित अधिकारियों से कई बार व्यक्तिगत मुलाकात कर ज्ञापन देकर जनसुविधा की दृष्टि से कोरबा के स्थान पर समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन गेवरा रोड से तत्काल बहाल किए जाने का अनुरोध भी किया गया है। मंत्री अग्रवाल ने आगे लिखा है कि इस विषय पर अधिकारियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया लेकिन वास्तव में आज तक उनकी तरफ से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है और परिणाम यह है कि गेवरा रोड, दीपका, कुसमुण्डा, जैसी प्रमुख खदानों में कार्यरत हजारों कर्मचारियों व निकटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को आज भी इस इस सुविधा की बहाली के लिए रेलवे विभाग द्वारा की जाने वाली उदारता का बेसब्री से इंतजार है।
रेल मंत्री के संज्ञान में लाते हुए राजस्व मंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि कोरबा से गेवरा रोड तक दोहरी रेल लाईन विद्युतीकरण सुविधा के साथ उपलब्ध है जिसका वर्तमान समय में एकमात्र उपयोग कोयला परिवहन के लिए ही किया जा रहा है।
जिन रेल पटरियों पर कोयले का निर्वाध परिवहन संचालित हो रहा है, उन पटरियों पर यात्री रेलगाडिय़ों का परिचालन भी पूर्व की भांति सुगमता से किया जा सकता है जिसके संबंध में रेलवे किस दुविधा में है समझ से परे है।
पत्र में इस बात का विशेष उल्लेख किया गया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन बहाल किए जाने पर हजारों यात्रियों को लाभ होगा, विशेषकर उन लोगों को जो अपने दैनिक कार्यों से बिलासपुर अथवा रायपुर तक की यात्रा प्रतिदिन करते हैं और इसके अलावा वे यात्री भी इस सुविधा से विशेष तौर पर लाभान्वित होंगे जिनको चांपा जंक्शन या बिलासपुर से दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन पकडऩी होती है या रायपुर से आगे की हवाई यात्रा की सुविधा प्राप्त करनी होती है।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन बहाल हो जाने पर दैनिक रेल यात्रियों को अनेक व्यावहारिक कठिनाईयों से राहत मिलने के साथ ही उनके धन और समय की भी बचत होगी।
उन्होंने पत्र में स्पष्ट तौर पर यह भी लिखा है कि कोरबा से संचालित हो रही समस्त रेलगाडिय़ों का परिचालन गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल कराए जाने के निवेदन के साथ इस विषय पर विगत दिनों कोरबा रेल यात्री मोर्चा के पदाधिकारियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात कर रोजमर्रा की व्यावहारिक कठिनाईयों पर विस्तार से चर्चा की थी।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में रेल मंत्री से आग्रह करते हुए लिखा है कि आम जनता को हो रही व्यावहारिक कठिनाईयों के निराकरण हेतु वर्तमान में कोरबा से चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन, पूर्व की भांति गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को शीघ्र ही उनकी ओर से आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 मार्च। लायंस क्लब ऑफ कोरबा द्वारा 12 मार्च को धूल पंचमी के पावन अवसर पर होली मिलन समारोह रंग गुलाल लगाकर बाजे-गाजे के साथ धूम-धाम से मनाया गया, एवं सभी को होली की शुभकामनाएं दिया गया। साथ ही मंचीय कार्यक्रम में सभी लायन सदस्यों ने बारी-बारी से होली गीत का शानदार प्रस्तुति दिया। मंच संचालन लायन संतोष खरे द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में क्लब अध्यक्ष लायन राजकुमार अग्रवाल (उत्सव), सचिव लायन दीपक माखीजा, एमजेएफ लायन जयप्रकाश अग्रवाल, लायन नन्दकिशोर अग्रवाल, लायन कामायनी दुबे, लायन सत्येन्द्र वासन, एमजेएफ लायन राजकुमार अग्रवाल (श्वेता), लायन मीना सिंह, लायन रोहित राजवाड़े, लायन बृजमोहन शर्मा, लायन शहनाज शेख, लायन रविशंकर सिंह, लायन अमरेश सिंघानिया, लायन आशीष अग्रवाल, लायन भगवती गोयनका, लायन रमेश शर्मा, लायन एस.के. अग्रवाल, लायन पुरुषोत्तम अग्रवाल, लायन कांता अग्रवाल, लायन राकेश अग्रवाल, लायन कैलाश मोदी, लायन मीना अग्रवाल, लायन अरविंद साहू, लायन आर.के. सिंह, लायन मनोज अग्रवाल, लायन शैल खरे, लायन अशोक चावलानी लायन डॉ. सरफराज खान, अमित अग्रवाल, अक्षय साहू, नीरजा साहू, एवं अन्य सभी लायन सदस्यों की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 21 फरवरी। जंगली सूअर का शिकार करने के लिए रखे गए बम की चपेट में आने से एक 7 साल के पहाड़ी कोरवा बच्चे की मौत हो गई।
घटना बालको थाना क्षेत्र के अजगरबहार ग्राम पंचायत के डोंगाभाटा गांव की है। रविवार को चौथी कक्षा में पढऩे वाला बिहानुराम अपने साथी रामप्रसाद के साथ महुआ बीनने के लिए जंगल गया था। इस दौरान उसने एक खेत से खिलौना समझकर बम को उठा लिया। पॉलिथीन में लिपटे बम को वह खेलने के लिए अपने हाथ में पकड़ कर चलने लगा और कौतूहलवश उसे फाडऩे की कोशिश करने लगा। जब नहीं फटा तो उसने मुंह में लेकर छीलने की कोशिश की। इससे धमाका हुआ और बच्चे की मौत हो गई। पता चला है कि जंगली सूअर को मारने के लिए अक्सर कुछ ग्रामीण खेतों में इस तरह के बम छोड़ देते हैं। वन विभाग और बालको पुलिस मामले की जांच कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 फरवरी। छत्तीसगढ़ किसान सभा द्वारा आयोजित ‘विस्थापन पीडि़तों की संघर्ष सभा’ में कल रात गंगानगर में टिकैत जमकर गरजे। सभा में उपस्थित हजारों किसानों को उन्होंने विस्थापन के खिलाफ एकजुट संघर्ष करने का मंत्र दिया और कहा कि यदि केंद्र और राज्य की सरकारें जनता की आवाज नहीं सुनती, तो आंदोलनों की धमक से इन बहरी सरकारों को अपनी आवाज सुनाने के लिए देश की जनता तैयार है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत अपने तय समय से चार घंटे देरी से इस सभा में पहुंचे, लेकिन सोमवार रात 9 बजे भी उन्हें सुनने हजारों किसान जमा थे। स्वागत-सत्कार की संक्षिप्त औपचारिकता के बाद उन्होंने सीधे माइक थाम लिया। अपने आधे घंटे के संबोधन में उन्होंने इस इंतज़ार के लिए उपस्थित लोगों का आभार जताया और कहा कि यह भूमि-विस्थापन के खिलाफ आम जनता के लड़ाकूपन का प्रतीक है और इस लड़ाई में वे कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं, उनके साथ मिलकर लड़ेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि हसदेव हो या कोरबा या हो बस्तर, केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मिलकर उद्योगपतियों को जमीन देना चाहती है और इसके लिए गरीबों से जमीन छीनना चाहती है। आज छत्तीसगढ़ में जमीन बचाने की लड़ाई ही सबसे बड़ी लड़ाई है और पूरे छत्तीसगढ़ में 22 जगहों पर आंदोलन चल रहे हैं। इस संघर्ष को सभी संगठनों की पहलकदमी से साझा मोर्चा बनाकर और मजबूत करना होगा।
टिकैत ने कहा कि मजदूर-किसानों की एकजुटता का यही संदेश लेकर आज संयुक्त किसान मोर्चा के 40 नेता पूरे देश का दौरा कर रहे हैं और इसी उद्देश्य से वे छत्तीसगढ़ के प्रवास पर है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि किसान आंदोलनों से सरकार बातचीत करें या फिर उनके गुस्से का सामना करें।
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर सकल लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का कानून बनाने के लिए फिर से देशव्यापी संघर्ष छेड़े जाने की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज ने कहा कि देशव्यापी किसान आंदोलन ने सरकार के बर्बर दमन के बावजूद बिना डरे, बिना झुके संघर्ष की जो मशाल जलाई है, कोरबा के भू-विस्थापित उसे मजबूती से थामे हुए है और अपनी आजीविका और पुनर्वास की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस लड़ाई को किसान सभा अंत तक लड़ेगी, जब तक अंतिम भू-विस्थापित को न्याय नहीं मिल जाता।
उन्होंने कहा कि दुनिया के 115 पूंजीपतियों ने वैश्विक मंदी से निपटने के लिए उन पर टैक्स बढ़ाने की मांग अपनी सरकारों से की है, लेकिन हमारे देश की सरकार हर मिनट 2.5 करोड़ रुपये कॉरपोरेटों की तिजोरियों में भरने की नीतियां लागू कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में खेती-किसानी से लेकर मनरेगा और खाद्यान्न, स्वास्थ्य, शिक्षा से लेकर सभी सामाजिक कल्याण कार्यों के बजट में भयंकर कटौती की गई है, लेकिन उन कॉरपोरेटों को टैक्स में छूट दे दी गई है, जो बैंक से लिये गए लाखों करोड़ रुपयों के कर्ज को हजम कर गए हैं।
बादल ने कहा कि जिस तरह राम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को लव-कुश ने रोका था, उसी तरह इस सरकार की किसान विरोधी कानूनों को मजदूर और किसानों ने वापस लेने के लिए बाध्य किया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों को पलटकर ही इस देश का मजदूर और किसान दम लेगा और इस कड़ी में 5 अप्रैल को दिल्ली में मजदूर-किसान संघर्ष रैली के संसद पर आयोजित किये जाने की जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के कोरबा जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा को राज्य सचिव संजय पराते और जिला सचिव प्रशांत झा ने भी संबोधित किया। उन्होंने एसईसीएल पर बड़े पैमाने पर जमीन की जमाखोरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरबा जिले में जमीन से जुड़ी अलग-अलग तरह की समस्याएं हैं, लेकिन इसकी जड़ में सत्ता में बैठी हुई कांग्रेस-भाजपा ही है, जो विकास के नाम पर पूंजीपतियों के लिए गरीबों की जमीन छीन रहे हैं। इस काम में यहां के कलेक्टर और एसपी सत्ताधारी पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं और किसी भी कानून-नियमों का पालन करने से इंकार कर रहे हैं। गरीबों से जबरदस्ती संपत्ति कर, बिजली बिल वसूले जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि अब पीने का पानी बेचने की तैयारी हो रही है, लेकिन गरीबों का साफ एलान है कि खरीदकर पानी नहीं पीएंगे। इसके खिलाफ उन्होंने एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की भी उन्होंने घोषणा की।
इस संघर्ष सभा को सीटू नेता वी एम मनोहर तथा किसान सभा के स्थानीय नेताओं नंदलाल कंवर, मानसिंह कंवर और भू-विस्थापित संघ के रेशम यादव, बलराम आदि ने भी संबोधित किया। मंच पर भूमि अधिकार आंदोलन से संबद्ध छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला, बीकेयू नेता राजवीर सिंह जादौन, प्रवीण श्योकंद, किसान सभा के राज्य सचिव ऋषि गुप्ता, आदिवासी एकता महासभा के बालसिंह, माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर, किसान सभा नेता देव कुंवर, जान कुंवर, कमला बाई, जय कौशिक, दीपक साहू तथा रोजगार एकता संघ के रेशम यादव आदि उपस्थित थे। उक्त जानकारी प्रशांत झा सचिव, छग किसान सभा, कोरबा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है।
भेंट-मुलाकात में की थी मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 8 फरवरी। कोरबा जिले के एक छोटे से गांव के छात्र रामनारायण श्रीवास के सपने को पंख मिल गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशील पहल से रामनारायण को बहतराई खेल अकादमी में प्रवेश दिलाया गया है। अकादमी से प्रशिक्षण लेकर वह अब एथेलेटिक्स बनेगा।
जिले के विकासखंड पोड़ी उपरोडा के बस्तीपारा बनिया गांव में रहने वाले छात्र राम नारायण श्रीवास को एथलेटिक्स में विशेष रूचि थी, उसके विद्यालय में खेलकूद हुआ था, तब उसने 800 मीटर दौड़ मे प्रथम और 1500 मीटर दौड़ मे दूसरा स्थान हासिल किया था। लेकिन उचित प्रशिक्षण के अभाव में वह राज्य स्तरीय खेल में स्थान नहीं बना पाया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जब ग्राम पिपरिया में ग्रामीणों से रूबरू होने पहुंचे तो रामनारायण को भी मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बात रखने का मौका मिला। उसने प्रशिक्षण दिलाने की मांग रखी, ताकि वह एथलेटिक्स में आगे बढ़ सके। मुख्यमंत्री ने उनसे वादा किया कि उनको बहतराई खेल अकादमी में प्रवेश दिलाएंगे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर खेल विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए रामनारायण को खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बहतराई बिलासपुर में प्रवेश कराया गया है और उसे अभी असेसमेंट कैंप में रखा गया है। राम नारायण का प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है, जहां वह लगन के साथ ट्रेनिंग ले रहा है।
राकेश टिकैत, बादल सरोज सहित कई नेता करेंगे संबोधित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 5 फरवरी। कोरबा जिले के बांकी मोंगरा क्षेत्र में छत्तीसगढ़ किसान सभा की अगुवाई में ‘विस्थापन पीडि़तों की संघर्ष सभा’ का आयोजन 13 फरवरी को किया जा रहा है। इस सभा को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत, अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज, बीकेयू के महासचिव राजवीर सिंह जादौन, छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला तथा छत्तीसगढ़ किसान सभा के सचिव संजय पराते सहित कई राष्ट्रीय और स्थानीय नेता संबोधित करेंगे।
छग किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि संघर्ष सभा में हजारों किसान हिस्सा लेंगे और केंद्र की मोदी सरकार और राज्य में भूपेश सरकार की किसानों और आदिवासियों को विस्थापित करने वाली नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। यह संघर्ष सभा गंगानगर में 13 फरवरी की शाम 5 बजे आयोजित की जा रही है। हसदेव-सरगुजा क्षेत्र के किसानों के महासम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद टिकैत यहां किसान सभा द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि हाल ही में किसान सभा के केरल में हुए राष्ट्रीय महाधिवेशन को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत संबोधित करने आये थे, तब उन्होंने उनसे मिलकर कोरबा जिले के विस्थापितों की समस्याओं के बारे में बातचीत की थी तथा उन्हें कोरबा आमंत्रित किया था।
उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में एसईसीएल द्वारा विस्थापित ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर और आदिवासी वनाधिकार से जुड़े मुद्दों पर किसान सभा का लगातार अभियान-आंदोलन चल रहा है। कुसमुंडा में भू-विस्थापितों को रोजगार देने के सवाल पर लगातार 465 दिनों से धरना जारी है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में पुनर्वास और पुनर्वासित गांवों में बुनियादी मानवीय सुविधाओं को प्रदान करने की मांग पर कई बार खदान बंदी भी हुई है और वन भूमि पर काबिज आदिवासियों को वनाधिकार देने की मांग पर हाल ही में मुख्यमंत्री के आगमन पर प्रदर्शन भी आयोजित किया गया है।
किसान सभा नेता ने कहा कि आज कोरबा जिला देश के सबसे प्रदूषित जिलों में से एक है। एनटीपीसी और अन्य प्लांटों द्वारा अनियमित तरीके से जो राखड़ बांध बनाये गए हैं, उससे किसानों की खेती-किसानी स्थायी रूप से बर्बाद हुई है और आम जनता के स्वास्थ्य पर इतना खतरनाक प्रभाव पड़ रहा है कि लोगों की औसत आयु घटकर आधी हो गई है। इसके खिलाफ भी किसान सभा प्रभावित किसानों को संगठित कर रही है।
उन्होंने कहा कि इन आंदोलनों को ग्रामीण जनता का भारी समर्थन भी मिला है। इन मुद्दों पर जगह-जगह हो रहे आंदोलन से प्रशासन की कई बार किरकिरी भी हुई है। टिकैत के आने से विस्थापन के खिलाफ और केंद्र व राज्य सरकार की किसान विरोधी और आदिवासी विरोधी नीतियों के खिलाफ हो रहे आंदोलनों को और बल मिलेगा।
किसान सभा नेता ने बताया कि टिकैत के स्वागत और संघर्ष सभा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी शुरू हो चुकी है। पूरे जिले में चार दिनों के लिए पांच वाहन जत्थे निकाले जाएंगे, जो गांवों में सभाओं, बैठकों और पर्चा वितरण के जरिये संघर्ष सभा और इससे जुड़े मुद्दों का व्यापक प्रचार करेंगे, ताकि खेती-किसानी, विस्थापन और भूमि से जुड़े मुद्दों पर किसान सभा के दृष्टिकोण और साझा संघर्ष विकसित करने की जरूरत के संदेश को आम जनता तक पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही आम जनता के मुद्दों पर ईमानदारी के साथ संघर्ष कर रहे सभी छोटे-बड़े संगठनों को इस मंच पर संगठित करने की कोशिश की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 7 जनवरी। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कोरबा आगमन पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया। इस दौरान इंदिरा स्टेडियम में बनाये गये अस्थायी हेलीपेैड पर बिलासपुर संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, पुलिस महानिरीक्षक बद्रीनारायण मीणा, कलेक्टर संजीव झा, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह सहित विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, बिलासपुर सांसद अरूण साव एवं मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों व नागरिकों ने शाह का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
बीते साल एसडीओपी के साथ की थी मारपीट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 29 दिसंबर। अंबिकापुर-कटघोरा मार्ग पर स्थित टोल नाके के कर्मचारी पर जबरन कार चढ़ाने के मामले में बांगो पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस सचिव कोंडागांव के मनीष श्रीवास्तव के बेटे सिद्धार्थ श्रीवास्तव और उसके चार साथियों के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित अन्य गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक 28 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे अंबिकापुर की ओर से 2 कारों में आरोपी चोटिया टोल नाका में पहुंचे। कारों का फास्ट टैग रिचार्ज नहीं था, जब कर्मचारियों ने नगद राशि देकर जाने के लिए कहा तो कार सवारों ने कहा कि हम टोल नाका नहीं देते हमें छूट है। जब कर्मचारियों ने नहीं जाने दिया तो उनके साथ मारपीट और झूमा-झटकी शुरू कर दी गई। जानकारी मिलने पर टोल नाके का मैनेजर राजेश सरदार वहां पहुंचा, जिसने दोनों कारों में सवार पांचों लोगों को समझाने की कोशिश की कि वे टोल टैक्स की छूट वाली श्रेणी में नहीं आते हैं। कार को टोल टैक्स पटाये बिना नहीं जाने दिया जा सकता। उसकी बात सुनकर कार सवार युवक तैश में आ गए और टोल नाके के कर्मचारियों के साथ गाली गलौज करते हुए देख लेने की धमकी देकर आगे बढ़े। इस पर टोल नाके के कर्मचारी सोनू सिंह और फरमान खान सामने वाली कार के सामने आकर उन्हें रोकने लगे, लेकिन कार चालक सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने तेज रफ्तार से कार आगे बढ़ा दी। इससे फरमान खान को टक्कर लगी और वह गिर पड़ा।
उसके पैर और छाती में चोट आई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में, दाखिल कराया गया है। इधर टोल नाके के मैनेजर ने कटघोरा के थाना प्रभारी और डायल 112 में घटना की सूचना दी। बांगो पुलिस ने पीछा करके दोनों कारों को रोक लिया और उनमें सवार सिद्धार्थ श्रीवास्तव, तनिष्क शर्मा, शुभम दुआ, सूर्य देव मरावी और नितेश सिंह को हिरासत में ले लिया। सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास बलवा आदि से संबंधित आईपीसी की धारा 307, 147, 194, 294, 323 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया। सभी को कटघोरा न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर उनको जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों में सिद्धार्थ श्रीवास्तव को प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनीष श्रीवास्तव का बेटा बताया गया है। पिछले साल कोंडागांव के विकास नगर स्थित स्टेडियम में गरबा उत्सव के दौरान सिद्धार्थ और उसके साथियों पर एसडीओपी नितेश सिंह परिहार के साथ मारपीट का आरोप लगा था। सिद्धार्थ और उसके साथी नशे में धुत पाए गए थे।
किसान सभा की घोषणा : जहां रुकेगी फाइलें, वहीं होगा आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दीपका (कोरबा), 28 दिसंबर। पटवारी से लेकर तहसील कार्यालय तक की रिश्वतखोरी से त्रस्त भूविस्थापितों ने छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में मंगलवार को दीपका तहसील कार्यालय के गेट पर ही धरना दे दिया जिससे कार्यालय का कामकाज ठप्प हो गया। किसान सभा का आरोप है कि एसईसीएल में रोजगार के लंबित पुराने प्रकरणों की फाइल निपटाने के लिए संबंधित आवेदकों को बड़े पैमाने पर घुमाया जा रहा है और उनसे पटवारी से लेकर तहसील कार्यालय तक पैसों की मांग की जा रही है। इससे त्रस्त भू विस्थापितों ने किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा की अगुआई में दीपका तहसील कार्यालय में ही धरना देकर कामकाज ठप्प कर दिया।
आंदोलन की खबर फैलते ही क्षेत्र की जनता और किसान सभा व भू-विस्थापित रोजगार एकता संघ के कार्यकर्ता भी तहसील कार्यालय में जुट गए और भू-विस्थापितों की फाइल आगे नहीं बढऩे तक घेराव जारी रखने की घोषणा कर दी। तीन घण्टे तक कार्यालय के घेराव के बाद कटघोरा एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर और दीपका तहसीलदार रवि राठौर मौके पर पहुंचे और घेराव कर रहे आंदोलकारियों को उन्होंने आश्वासन दिया कि एक दिन के अंदर सभी लंबित रोजगार से संबंधित फाइलें आगे बढ़ जाएगी।
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल के भूमि अधिग्रहण के एवज में रोजगार देने की मांग को लेकर इस क्षेत्र में एक बड़ा आंदोलन चल रहा है। एसईसीएल के कुसमुंडा कार्यालय के सामने पिछले 423 दिनों से भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर पर किसान सभा के समर्थन से अनिश्चित कालीन धरना दिया जा रहा है, तो वहीं पिछले कई महीनों से किसान सभा द्वारा गेवरा खदान विस्तार क्षेत्र में धरना दिया जा रहा है। इस दौरान कई बार खदानों को बंद किया गया है और रास्ता जाम आंदोलन हुए हैं। इससे नियमों को शिथिल कर पुराने प्रकरणों में रोजगार देने के काम में तेजी आई है।
इसके साथ ही अब भूविस्थापितों को दूसरे मोर्चे पर जूझना पड़ रहा है, और वह है राजस्व से संबंधित कार्यवाई को पूरा करना। रोजगार सत्यापन, फौती, मृत्यु प्रमाण पत्र, त्रुटि सुधार, वंशवृक्ष, मुआवजा आदि कामों के लिए उन्हें बार–बार तहसीलों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और कोई भी काम घूस दिए बिना नहीं हो रहा है।
किसान सभा ने एलान किया है कि इस मोर्चे पर भी भूविस्थापितों की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रशांत झा का कहना है कि कलेक्टर बार–बार बयान दे रहे हैं कि भू-विस्थापितों के पुराने लंबित प्रकरणों का निराकरण हो रहा है, लेकिन वास्तविकता यही है कि उनके अधीनस्थ कार्यालयों से भूविस्थापितों की फाइलें आगे नहीं बढ़ रही है। इस बयानबाजी का एकमात्र मकसद लोगों को भ्रमित करना है, ताकि नए अधिग्रहण के लिए माहौल बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश के राजस्व मंत्री के गृह जिले में ही भू-विस्थापित किसान अपनी जमीन अधिग्रहण के बाद रोजगार और मुआवजा के लिए कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं, तो पूरे प्रदेश में राजस्व विभाग का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। स्थिति यह है कि राजस्व मंत्री की बात कलेक्टर नहीं सुन रहे हैं और कलेक्टर के निर्देशों को कोई तहसीलदार मानने को तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में अब एसईसीएल के साथ साथ तहसील कार्यालयों के खिलाफ भी मोर्चा खोला जाएगा। किसान सभा ने इस घेराव के साथ घोषणा की है कि जिस कार्यालय में भी भू-विस्थापितों के लंबित प्रकरणों की फाइल रुकेगी, किसान सभा के कार्यकर्ता उसी कार्यालय में बैठकर आंदोलन शुरू कर देंगे।
धरने में प्रमुख रूप से दामोदर श्याम, रेशम यादव, अमृत बाई, अनिल बिंझवार, मोहन यादव, पवन यादव, शिवदयाल कंवर, उमेश, राहुल, राधेश्याम, आनंद, कृष्णा, शिव, सतवन, सुमेंद्र सिंह, जय कौशिक, ओमकार, फणींद्र, मुनिराम आदि के साथ बड़ी संख्या में भू-विस्थापित उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 27 दिसंबर। एनईपी 2020 नई शिक्षा नीति के विषय में शिक्षकों को अवगत कराने प्रचार-प्रसार, शिक्षा, शिक्षण एवं विद्यार्थियों में सकारात्मक परिवर्तन लाकर सशक्त राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से जिले के 248 संकुल के व्याख्याताओं शिक्षकों को पावर पॉइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में नई शिक्षा नीति के समस्त आयामों पर स्कूली शिक्षा, सेकेंण्डरी शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान कोरबा (डाईट) में चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दो चरणों में दिया गया। प्रथम चरण में 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक जनपद पंचायत कोरबा, कटघोरा, करतला के 112 व्याख्याताओं को प्रशिक्षण दिया गया। द्वितीय चरण में 19 दिसंबर से 22 दिसंबर तक जनपद पंचायत पाली एवं पोड़ी उपरोड़ा के 104 व्याख्याताओं एवं शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में अतिथि वक्ता एस.एस. तिवारी भौतिकी विभाग प्रमुख, शास.इ. विश्वेश्वरैया महाविद्यालय थे। मास्टर ट्रेनर्स के रूप में संजय पांडे, चंद्रेश दुबे, नित्यानंद यादव, शशिकांत जायसवाल टी.आर. यादव एवं ओम प्रकाश कंवर रहे। कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी, व्याख्याता अरविंद शर्मा एवं प्रशिक्षण समन्वयक प्रभारी, व्याख्याता किरणलता शर्मा रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। कोरबा में एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्यार में पड़ कर युवती का चाकू से गला रेत दिया। आरोपी उससे एकतरफा प्रेम करता था। हमले के बाद युवक ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर लिखा-बोला था न मरेगी..। एफआईआर दर्ज कर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है जबकि युवती की हालत गंभीर है।
घटना रविवार शाम की है। जांजगीर जिले के धनपुरी का चंद्रेश कंवर (23 वर्ष) के मामा का घर कोरबा जिले के तुमान गांव में है। वह अक्सर वहां आता था। बीते साल उसने तुमान की उमा कुमारी (19 वर्ष) को देखकर उससे प्रेम का इजहार किया। युवती ने साफ मना कर दिया। इसके बावजूद वह लड़की से मिलने की कोशिश करता रहा। एक बार उसने युवती के खलिहान में आग भी लगा दी थी। उसने कहीं से युवती का फोन नंबर मिल गया था और उससे बात कर प्रस्ताव रखकर परेशान करता था, जबकि युवती तैयार नहीं हुई।
रविवार को युवती अपनी सहेलियों के साथ मड़ई में मेला देखने के लिए आई थी। युवक को इसकी जानकारी मिली तो वह मेले में पहुंच गया। उसने सहेलियों के बीच ही चाकू निकाल लिया और पीछे से युवती का गला रेत दिया और भाग गया। युवती घायल हो गई। मेले में मौजूद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। गंभीर हालत में युवती को अस्पताल पहुंचाया गया। उरगा पुलिस ने आरोपी युवक के विरुद्ध हत्या के प्रयास का अपराध दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू कर दी है।
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कोरबा, 24 दिसंबर। कोरबा जिले में शुक्रवार को एक जर्जर आंगनबाड़ी केंद्र भरभराकर गिर गई। हादसे के कुछ समय पहले ही बच्चों की छुट्टी हो गई थी, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई। जिस कमरे में थोड़ी देर पहले छोटे-छोटे बच्चे बैठे हुए थे, उसे भरभराकर गिरता देख वहां के कर्मचारियों की सांसें भी रुक गईं। हालांकि वहां कोई नहीं था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।
मिली जानकारी के अनुसार, नगर निगम कोरबा क्षेत्र के रिशदी के वार्ड -32 में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र एक का भवन बेहद जर्जर था। हैरानी की बात तो ये है कि इसके बावजूद बच्चों की जान की परवाह न करते हुए इसमें कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। शुक्रवार को रोजाना की तरह बच्चे आए और छुट्टी के बाद चले गए। थोड़ी ही देर के बाद अचानक पूरा भवन गिर गया। बच्चों का छुट्टी हो जाने के कारण बड़ा हादसा टल गया।
आंगनबाड़ी केंद्र की एक कार्यकर्ता ने बताया कि जर्जर भवन के बारे में प्रशासन और आईसीडीएस के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया गया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। न तो भवन की मरम्मत कराई गई और न तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था ही की गई। इसका नतीजा ये हुआ कि बिल्डिंग का आधा हिस्सा पूरी तरह ढह गया। कार्यकर्ता ने यह भी बताया कि जिले के कई स्कूलों और आगनबाड़ी केंद्रों की भी स्थिति जर्जर है।
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कोरबा 25 नवंबर। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने अग्रसेन भवन कटघोरा में सर्व समाज की बैठक ली। इस मौके पर कटघोरा एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी, तहसीलदार के.के.लहरे, नगर पालिका अध्यक्ष, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजीव लखनपाल, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष व समाजसेवी पवन अग्रवाल के अलावा विभाग के अन्य अधिकारी भी यहां शामिल हुए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और समाज सेवी सम्मलित हुए ।मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय के छात्र छात्राएं, शिक्षक शिक्षिकाएं, आसपास के इलाकों से निवासी भी शामिल थे । यहां पर बताया गया कि ‘निजात अभियान’ न केवल कोरबा जिले बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस चला रही है। इसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के नशे से होने वाले अपराधों के कारण, फैलाव, अपराधिक तत्वों की संलिप्तता और इस दिशा में होने वाले समाधान को लेकर जानकारी दी जा रही है। इसके काफी अच्छे परिणाम क्षेत्र में देखने को मिले हैं। मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार के नशों के मामले में सम्यक कार्रवाई पुलिस कर रही है और मादक पदार्थों की धरपकड़ के साथ आरोपियों को जेल भेजने का काम किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की अगुवाई में कोरबा पुलिस द्वारा यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि सभ्य समाज में नशे जैसे बुराईयों का कोई स्थान न तो कभी था और न ही है। इसलिए हर स्तर पर इसे हतोत्साहित किया जाना चाहिए। ऐसा होने पर संबंधित तत्वों का मनोबल टूटेगा और वे मुख्य धारा में शामिल होने के लिए मजबूर होंगे। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने सामाजिक बैठक में सायबर क्राइम को लेकर भी चर्चा की। इसके कई पहलुओं की जानकारी दी गई।
लोगों से कहा गया कि किसी भी तरह के लुभावने विज्ञापनों के अलावा सोशल साइट पर आने वाली लिंक और बोगस फोन कॉल को इंटरटेन न किया जाए। हमारी सतर्कता से इस प्रकार के अपराध रूक सकते हैं और हम सामूहिक तरीके से साइबर ठगी के काम में लिप्त लोगों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफल हो सकते हैं।
निजात अभियान को सफल बनाने सर्वसमाज से सहयोग की अपील
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के नेतृत्व में कोरबा जिले में ड्रग्स, नारकोटिक्स व अवैध शराब के विरूद्ध अभियान निजात में बड़े पैमाने पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है एवं जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिले के अन्तर्गत हर छोटे-बड़े कस्बे, गावों एवं शहरों में निजात अभियान पर कोरबा पुलिस के जवानों के द्वारा नशा मुक्त कोरबा बनाने की अपील कर कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। जिसमें अभियान में लोगों का लगातार जन समर्थन भी मिल रहा है। इस अभियान में सख्त से सख्त कार्यवाही कर नशे के पैमाने को धवस्त करने की कोशिश की जा रही है। जिले में अभी तक ड्रंक एंड ड्राइव के मामले में 4 सौ से अधिक लोगों पर कार्यवाही की गई है ।
4 माह में एनडीपीएस और आबकारी के करीब 1000 प्रकरण में कार्यवाही कर 1200 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है और जिसमें करीब 150 लोगों को जेल भेजा गया है। लगभग 4 माह में रिकार्ड प्रकरण तैयार किये गये है, जिससे अवैध नशा करने वाले लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है। जुलाई 2022 से चलाये जा रहे इस निजात अभियान में समाज के हर वर्ग के लोगों ने अपनी हिस्सेदारी प्रकट की है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नगर पालिका अध्यक्ष रतन मित्तल, शहर काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष राजीव लखनपाल, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष पवन गर्ग, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, पार्षद मुरली साहू, पवन शर्मा, सिंधी समाज के अध्यक्ष रमेश वाटवानी, पत्रकार संघ के अध्यक्ष अजय धनोदिया, छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ जिलाध्यक्ष राहुल डिक्सेना, पत्रकार हितेश अग्रवाल, संदीप चौबे ,कृष्णगोपाल मित्तल, शशिकांत डिक्सेना, शारदा पाल, अयान अली, चंद्रकुमार श्रीवास, सौरभ यादव, विकास तिवारी, किशन केशरवानी, शिवशंकर जायसवाल, चंद्रप्रकाश जायसवाल व बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक, स्कूली बच्चे व पुलिस जवान उपस्थित रहे।
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कोरबा, 22 नवंबर। पुलिस द्वारा दो हफ्ते के विशेष अभियान के तहत 10,200 से अधिक किरायेदारों, निवासरत माइन्स/प्लांट के कर्मचारियों और फेरी वालों चेकिंग की गई। किरायेदारों से पहचान संबंधी प्रमाण पत्र लिया गया। संदिग्ध किराएदारों व फेरी वालों की पहचान पत्रों की बारीकी से जांच जारी और बड़ी संख्या में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। समुचित जांच परख पश्चात किराए मकान मालिकों को मकान देने और नियोक्ताओं को सभी कर्मचारियों के पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए गए।
पुलिस अधीक्षक कोरबा संतोष सिंह द्वारा संपूर्ण जिले में एक अभियान के तहत रैंडम तरीके से चुने हुए किरायेदारों, काम करने वाले कामगारों और फेरी लगाने वाले के सत्यापन हेतु समस्त थाना चौकी प्रभारियों को अभियान चलाकर सत्यापन करने हेतु निर्देश दिए गए थे। निर्देश के पालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रॉबिंसन गुडिय़ा, नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा विश्व दीपक त्रिपाठी एवं एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी के पर्यवेक्षण में सभी थाना/चौकी प्रभारियों द्वारा अपने अपने क्षेत्र में निवासरत किरायेदारों, कर्मचारियों आदि की चेकिंग की गई।
इस दौरान लगभग 10 हजार से अधिक लोग चेक किए गए जिनमें किरायेदारों के साथ मजदूरों की संख्या करीब 6 हजार थी, जो अन्य स्थानों से आकर जिले में विभिन्न संस्थानों में काम कर रहे है। शेष 4 हजार किराएदार नौकरीपेशा अन्य व्यवसायिक कार्यों में लगे हुए लोग चेक किए गए।
साथ ही 101 संदिग्ध लोगों के विरुद्ध धारा 109 सीआरपीसी के अंतर्गत कार्यवाही किया गया है। बहुतों से जवाब तलब किया गया है। किरायेदारों व कार्यरत लोगों से पहचान सत्यापन संबंधी दस्तावेज प्राप्त कर थाना/चौकियों में फाइल तैयार कर रखा गया है।
मकान मालिकों को निर्देश दिया गया है कि किराया पर मकान देने के पहले किराएदार के बारे में समुचित जांच परख करने के पश्चात ही किराया पर रखें एवं किराए पर मकान देने की सूचना संबंधित पुलिस थाने में आवश्यक रूप से दिया जाए। ऐसे ही निर्देश रोजगार नियोक्ताओं को भी जारी किया गया है। गौरतलब है कि महानगरों की तर्ज पर कई स्थानों पर बाहरी अपराधी आकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। जिले में इस तरह की घटनाएं होने की संभावना बनी रहती है, जिसे रोकने हेतु यह कवायद की जा रही है। किराएदारों, कामगारों और फेरी वालों की चेकिंग अभी जारी है।
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कोरबा, 22 नवंबर। जिले में 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महाअभियान के तहत जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। जिले में अब तक 35 हजार 696 क्विंटल 40 किलो धान की खरीदी हो चुकी है।
इसमें 35 हजार 418 क्विंटल 80 किलो मोटा और 277 क्विंटल 70 किलो सरना धान शामिल है। धान खरीदी के साथ खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो चुका है। जिसमे अब तेजी आ गई है। खरीदी केंद्रों से 15 हजार 920 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है। जिले के किसान अब तक 7 करोड़ 28 लाख 20 हजार 656 रुपए का धान समितियों में बेच चुके है।
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया की जिले के खरीदी केंद्रों में धान खरीदी लगातार जारी है। वहीं धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए पहुंचने वाले किसानों की संख्या भी बढऩे लगी है। इसी कड़ी में आज धान खरीदी केंद्र कोरकोमा में धान खरीदी का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ। जिसमें किसान श्री भुग्देव चौधरी,श्री वीर सिंह चौधरी और श्री गेंदा लाल चौधरी ने धान का विक्रय किया।
इसी तरह धान उपार्जन केन्द्र लैंगा में धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। इस दौरान धान बेचने पहुंचे किसानों का फूल माला पहनाकर सम्मान किया गया। लैंगा उपार्जन केंद्र में किसान श्री छक्केलाल ने 98 क्विंटल, किसान श्री रामभजन ने 20 क्विंटल, किसान श्री लोकनाथ ने 14 क्विंटल 40 किलो धान का विक्रय किया। इसी तरह किसान श्री बुुुुद्धू सिह 14 क्विंटल 40 किलो, किसान श्री मेघनाथ और अशोक कुमार ने 7 क्विंटल 20 क्विंटल धान बेचा। समिति में धान बेचने के लिए पहुंचे किसान राम भजन ने समिति में व्यवस्थाओं को लेकर संतोष जताया और कहा कि उनको धान बेचने में यहां कोई परेशानी नहीं हुई।
आदिवासी सेवा सहकारी समिति कुल्हारिया केंद्र भी धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। यहां किसान श्री हरिनाम सिंह, श्री प्राण सिंह, श्री उमेंद सिंह, श्री पतिराम ने कुल 260 क्विंटल 80 किलो धान का विक्रय किया। समिति में धान का विक्रय करने वाले गांव के सरपंच व कृषक हरिनाम सिंह ने बताया कि उन्होंने सोसाइटी में 56 क्विंटल धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त किया था। धान खरीदी केंद्र में किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए सभी सुविधाएं है। यहां किसानों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।