छत्तीसगढ़ » बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 10 मार्च। महिला दिवस पर मिसाल बनी सरिता अप्पाजी गर्भवती महिलाओं का प्रसव करने में एक्सपर्ट मानी जाती हैं और स्वास्थ्य सेवाओं में अपने फील्ड में बेहतर कार्य बखूबी निभाते हुए दिखती हैं।
रुद्रारम गांव की रहने वाली सरिता अप्पाजी 2015 में नेशनल हेल्थ मिशन के कार्यक्रम में एएनएम के तौर पर सब सेंटर चेरपल्ली में नियुक्त की गई है।
इनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा है उनके पिता का देहांत उनके बचपन में हो गया था, उनकी माता ने बड़े ही संघर्ष कर उन्हें एएनएम की ट्रेनिंग करवाई है। कोर्स पूरा होने के बाद उनकी संविदा में नौकरी लगी।
वे बचपन से मेहनती रही हैं। उनका जज्बा इस प्रकार है कि कोविड जैसे महामारी के समय कंधे पर वैक्सीन का डब्बा टांगे फील्ड में घूमकर बेहद अच्छा कार्य करती रही हैं।
इन्होंने अपने जीवन में असफलताओं को मात देकर खुद मुकाम हासिल किया है। अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभा रही हैं। सरिता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए फील्ड में बेहतर कार्य करने के लिए अधिकारियों ने भी प्रेरणा दी है।
अब तक सैकड़ों प्रसव करवा चुकी सरिता बताती हंै कि उनके सब सेंटर चेरपल्ली में वो महीने में पांच से छ: या कभी उससे भी ज्यादा डिलीवरी करवाती हंै। अब तक कोई ऐसी ज्यादा समस्याएं नहीं हुई एक-दो बार मरीज की स्थिति सुधार नहीं आई तो उन्हें सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र भेजा गया है।
वेक्सीनेशन करने बरसात में परेशानी
सप्ताह में दो दिन वेक्सीनेशन के दौरान बरसात के मौसम में बड़ी कठिनाइयां होती है। दो साल पहले तक पोसडपल्ली नाले को पार करना बहुत ही मुश्किल होता था,कई बारे बारिश में नाले को पार कर पेद्दामटुर, चिन्नामटुर बच्चो को टिका लगाने गई थी। अब पिछले साल से थोड़ी मुश्किलें कम हुई है। पोसडपल्ली नाले में पुल बन चुका है, अब उधर जाने में दिक्कत नहीं होती।
कोविड के दौरान फील्ड में डटी रही
महामारी के कोविड काल मे सरिता ने पूरे जज्बे के साथ कोविड के बचाव का प्रचार लोगों को घर जाकर वैक्सीन लगाने जैसी बहुत से सराहनीय कार्य किए हंै। वे बताती हंै कि जब फील्ड जाती थी तो माता को बहुत चिंता होती थी।
कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों ने दिया नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 मार्च। शनिवार को जिला प्रशासन व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत जिले के 175 जोड़ों का विवाह पारंपरिक रीति रिवाजों से संपन्न कराया गया। इस दौरान वहां मौजूद कलेक्टर अनुराग पांडेय व जनप्रतिनिधियों ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया।
बीजापुर,भैरमगढ़ एवं कुटरू तहसील के 175 नव दंपतियों ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत एक दूसरे के जीवन साथी बने। जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हिन्दू 95, आदिवासी 62 एवं ईसाई रीति रिवाज से 18 नवदंपतियों का विवाह उत्साह, उमंग और पारंपरिक रीति रिवाजों व बाजे-गाजे के आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ।
कलेक्टर अनुराग पाण्डेय सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने नवदंपति को सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया। जनप्रतिनिधियों में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, नगरपालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया सहित डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके, विकास सर्वे, जिला कार्यक्रम अधिकारी लूपेन्द्र महिनाग सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उत्साह के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान नवदंपतियों को राज्य शासन की ओर से 21-21 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब माता-पिता के लिए एक बेहद सुखमय योजना है। जिससे माता-पिता को अपने बेटियों के विवाह, दहेज जैसे कु-प्रथा से निजात दिलाती है।
इस योजना से प्रत्येक जोड़े को 50 हजार का अनुदान स्वीकृत किया जाता है। जिसमें से 21 हजार रूपए को वित्तीय सहायता के रूप में बैंक खाते के माध्यम से राशि का भुगतान किया जाता है। इसी तरह 15 हजार रूपए का उपहार सामग्री, 6 हजार रूपए का वर-वधु का श्रृंगार एवं वस्त्र इत्यादि तथा 8 हजार रूपए विवाह आयोजन पर व्यय किया जाता है।
इस तरह प्रत्येक जोड़ों को 50 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की जाती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह आयोजन के दौरान वर-वधु एवं उपस्थित जन समुदाय को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित जनमत्र पत्रिका, मोदी की गारंटी पाकेट बुक, विष्णुदेव साय के त्वरित निर्णयों से हो रहा सुशासन का सूर्योदय, मातृत्व का जतन, महतारियों का वंदन पुस्तक, रामो विग्रहवान धर्म, कैलेण्डर सहित विभिन्न पुस्तक एवं ब्रोसर का वितरण किया गया।
पोटाकेबिन आगजनी, नक्सलियों ने जारी किया प्रेसनोट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 मार्च। चिंताकोंटा स्थित आवापल्ली पोटाकेबिन में आगजनी मामले को लेकर नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेसनोट जारी कर घटना के लिए राज्य की विष्णुदेव सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
जारी प्रेसनोट में नक्सली नेता मोहन ने पोटाकेबिन आगजनी में मासूम लिप्सा उईका की मौत को दर्दनाक बताते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रेस नोट में नक्सली नेता ने 19 साल से पक्के भवन की बजाय बांस के भवन में छात्रावास के संचालन को लेकर सरकार को घेरा है, वहीं गंगालूर पोटाकेबिन में व्याप्त समस्यायों पर छात्रों की रैली को लेकर प्रशासन पर नजरअंदाज करने सहित सुविधाओं व शिक्षकों की कमी का आरोप भी लगाया है। इसके साथ ही नक्सली नेता ने बांस के बजय पक्के भवन की मांग की है।
ज्ञात हो कि 6 मार्च की रात 1 बजे आवापल्ली पोटाकेबिन में भीषण आग लगने से वहां सो रही एक साढ़े चार साल अबोध बच्ची लिप्सा उईका की जलने से मौत हो गई थी। साथ ही पोटाकेबिन भी पूरी तरह से जलकर राख हो गया था। खबर के मुताबिक पोटाकेबिन में रखा बच्चों का एक महीने का राशन, ओढऩे बिछाने के कपड़े व अन्य सामान पूरी तरह जल गए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मार्च। जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों से सुरक्षाबल के जवानों ने एक पुरुष व एक महिला नक्सली मिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत गुरुवार को कुटरू थाना व डीआरजी के जवानों द्वारा एरिया डॉमिनेशन के दौरान अम्बेली से महिला नक्सली शांति उर्फ सोनी उर्फ सोनम कवासी को पकड़ा गया। पकड़ी गई महिला नक्सली मिलिशिया सदस्य पर पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 5000 का ईनाम घोषित है। उसके विरुद्ध कुटरू थाना में 2 स्थाई वारंट लंबित हैं।
वहीं फरसेगढ़ थाना, डीआरजी व छसबल 13वीं वाहिनी की संयुक्त टीम द्वारा एरिया डॉमिनेशन के दौरान चिन्तनपल्ली से 1 नक्सली मिलिशिया सदस्य लेकाम बुधराम चिन्तनपल्ली को पकड़ा गया। बुधराम 25 नवंबर 2023 को ग्रामीण से मारपीट करने व लूट की घटना में शामिल था। इसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10000 का ईनाम उद्द्घोषित किया गया हैं। पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध कुटरू व फरसेगढ़ थाना में कार्यवाही करते हुए न्ययालय के समक्ष पेश किया गया हैं।
पक्के भवनों में संचालित हो आदिवासी बच्चों का आवासीय विद्यालय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मार्च। पोर्टा केबिन में फैली अव्यवस्था और प्रबंधन की लापरवाही से मासूम बच्ची की जान गई। गुरुवार को सर्व आदिवासी समाज के वरिष्ठ सदस्य तेलम बोरैया के नेतृत्व में दस सदस्यीय दल आवापल्ली पहुंच कर मौके का जायजा लिया।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी ने बताया कि 20 साल पुराने बांस के बने आवासीय विद्यालय में व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नही है। छात्रों और अनुदेशकों से चर्चा में पता चला कि यहां 350 बच्चों की दर्ज संख्या है जिनमें बुधवार की शाम भोजन से पूर्व की गई गिनती में 303 छात्राएं मौजूद थे। मृत मासूम लिप्सा उईका साढ़े चार वर्ष अपनी बुआ जोकि कक्षा 9 वीं की छात्रा है के यहां आई थी। वह अपना यहां एडमिशन करवाना चाहती थी, पर उम्र कम होने के चलते उसका यहां प्रवेश नही मिल सका था। सोमवार को उसके पिता आयतू उइका लेने आए थे पर वह जाने से मना कर दी थी। आयतु उईका गुरुवार बाजार के दिन उसे लेने आने वाले थे पर बुधवार रात की घटना में उसकी मौत हो गई।
जग्गूराम तेलामी ने बताया कि जांच दल ने पाया कि छात्रवास अधीक्षिका आग लगने की घटना के दौरान पोर्टा केबिन में मौजूद नहीं थी। कमरों में एक बिस्तर दो से तीन छात्राएं सोया करती थी। कमरे में रात में रहने वाली चौकीदार भी वहां मौजूद नही थे।
ग्यारह नंबर कमरे की छात्रा की रात को अचानक नींद खुलने से उसने सभी को जगाया था और सभी को सूचना दी गई। कमरा नंबर दस में जिसमें बच्ची की जलने से मौत हुई उसमे एक दरवाजे में बाहर से ताला लगा हुआ था। जिसका कारण सिटकनी का महीनों से खराब होने की बात अधीक्षिका गीता मोडिय़ाम ने स्वीकार किया। घटना पर वहां के कर्मचारियों, छात्राओं और अधीक्षिका के वक्तव्य अलग अलग हैं।
जग्गूराम तेलामी ने कहा कि आदिवासी बच्चों की शिक्षा के नाम पर सरकार और शिक्षा विभाग के अधिकारी चांदी काट रहे हैं। पोर्टा केबिन आवासीय विद्यालयों में न गुणवत्ता पूर्ण आवासीय व्यवस्था है और न ही गुणवत्ता पूर्ण शैक्षणिक व्यवस्था है। 2009 के बाद से यहां के रहवासी छात्रों के लिए विषय के विद्वान शिक्षकों की न पदस्थापना की गई और न ही पद स्वीकृत किए गए हैं।
प्रबंधकीय व्यवस्था के लिए प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों को और अध्यापन के लिए गैर प्रशिक्षित अनुदेशक की अस्थाई भर्ती की गई है।
हमारी मांग है कि आवापल्ली घटना की न्यायिक जांच हो और जिम्मेदारों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज हो। मृत मासूम के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और परिवार के एक को सरकारी नौकरी दिया जाए। आदिवासी क्षेत्र के सभी आवासीय विद्यालय पक्के मकानों में शिफ्ट किया जाए। पोर्टा केबिन स्कूलों में प्रशिक्षित और विषय विद्वान शिक्षकों की भर्ती की जाए। आवासीय विद्यालयों की भोजन और शैक्षणिक गुणवत्ता की जांच के लिए समय समय पर स्वतंत्र टीम से जांच कराई जाए जिसमे उसी विद्यालय के छात्रों के पालक भी शामिल हों।
जग्गूराम तेलामी ने कहा कि हमारे प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री है और यह हमारे लिए गर्व की बात पर आदिवासी उत्पीडऩ की शिकायतें पुलिस थानों में दर्ज नहीं हो रही हैं। ताजा मामला बीजापुर का है यहां के बस स्टैंड में गुरुवार को एरमनार निवासी आदिवासी युवक महेश कोरसा को बीजापुर के कुछ प्रभावशाली लोगों रमेश गुज्जा, सुधीर गुज्जा और मनीष सिंह ने बस के पार्सल को लेकर मारपीट और जाति सूचक गालियां दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने की कोशिश की पर उनकी रिपोर्ट नही लिखी गई। कुछ मीडिया कर्मियों के दबाव में पीडि़तों का आवेदन लिया गया पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि मामला आदिवासी प्रताडऩा से जुड़ा हुआ है अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी।
बीते कुछ दिनों से आदिवासी समाज प्रमुखों, अधिकारी कर्मचारियों और जन प्रतिनिधियों की छवि बिगाडऩे और उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का काम किया जा रहा है जिसे लेकर आदिवासी समाज उद्वेलित है। इस पर तत्काल रोक नही लगने की स्थिति में समाज हर मोर्चे पर इसका कड़ा जवाब देगा। जरूरत पड़ी तो सडक़ से संसद तक की लड़ाई के लिए बाध्य होगा।
इस दौरान सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी, कमलेश पैंकरा, सालिक नागवंशी, अल्वा मदनैया, रजत कुजूर, सीताराम मांझी, सुकूल साय तेलाम, रामलाल कर्मा, सोमारु बरसा, कुंवर सिंह मज्जी सहित अन्य सामाजिक पदाधिकारी मौजूद थे।
तेलंगाना, महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं
मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 8 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भोपालपटनम में महाशिवरात्रि पर 50 वर्षों से भगवान शिव और पार्वती की शादी 70 के दशक से मंदिर परिसर में कराई जा रही है। तेलुगू रीति रिवाज से होने वाले इस शादी में सैकड़ों भक्त बारात बनकर मंदिर पहुंचते हैं, जहाँ पूरे विधि विधान शिव-पार्वती की शादी की जाती है।
जानकारों ने बताया कि यह शिवलिंग राजा महाराजा जमाने से रखी हुई है, यह कई वर्षों से पूजा-अर्चना की जा रही है। शिव कल्याण के इस कार्यक्रम में सबसे पहले मण्डप सजाने के लिए बैल गाडिय़ों में जंगल से पत्तों की डलियां लाई जाती है जिसे तेलगू में पाला पोरका कहा जाता है।
मंदिर के मंडप पर पाला पोरका डाला जाता है। उसी दिन शाम को बारात को मंदिर से शिव पार्वती की मूर्तियां लेकर गांधी चौक में बड़े ही धूमधाम से सगाई की रस्म अदा की जाती है।
मंदिर से जब बारात गांधी चौक पहुंचती है तब बजे गाजे के साथ लाइटिंग से वाहन को सजाया जाता है, उनके साथ ही भक्त पहुंचते है। सुबह अभिषेक के कार्यक्रम के बाद मंदिर परिसर के मण्डप में शादी की रस्में की जाती है।
इस कार्यक्रम को देखने और भगवान के दर्शन करने तेलंगाना, महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हंै। यह मेला तकरीबन 50 वर्षों से लगाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के आखिरी दिन भोज का कार्यक्रम रखा जाता है। इस त्योहार में मेला का आयोजन भी होता है रोड के किनारे दुकानें लगाई जाती है।
राज्य के कोने-कोने से व्यापारी यह व्यापार करने आते हैं। रायपुर, भिलाई, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, जगदलपुर गीदम बीजापुर व पड़ोसी राज्य से व्यापारी यहां आते हंै।
सन 1978 में बनारस से लाई थी भगवान की मूर्तियां
शिव मंदिर में लगाई गई मूर्तियों को बनारस से लाया गया है। राजाराम सोनी ने बताया कि उन्होंने उस समय दस से बारह हजार में अष्ठ धातु की मूर्तियां लाई थी, तब से यह शादी का कार्यक्रम चालू हुआ है।
तेलुगू रीति रिवाज से होती है शादी की रस्में
आंध्र के तेलुगू रीति-रिवाजों के अनुसार शिव-पार्वती कल्याणम विवाह के साथ ही शोभा यात्रा निकाली जाती है। इसके पहले मंडपाच्छादन एवं शिवजी की बारात, जिसे तेलुगू में एदरुकोल कहा जाता है, निकालकर बारात का स्वागत किया जाता है।
तीन दिन का शुभ मुहूर्त और कार्यक्रम
मेले के दौरान तीन दिन का शुभ मुहूर्त और कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें गुरुवार 7 मार्च को मंडपाच्छादन जलाभिषेक सुबह 9 बजे बारात स्वागत किया गया। शुक्रवार को अभिषेक कार्यक्रम सुबह 4 बजे से हवन सुबह 10.30 बजे रखा गया है और शिव कल्याणम दोपहर 2 बजे से होगा, रात को शोभायात्रा निकाली जाएगी। अंतिम दिन रविवार को भोज का कार्यक्रम किया जाएगा।
रामदयाल राजाराम सोनी व्यापारी कहते हैं कि जब से मेला सजाया जा रहा है तब से मैं मंदिर समिति में रहकर कार्य किया है। मंदिर में जो मूर्तियां है वो बनारस से मैंने जाकर लाई थी, उस समय उनकी कीमत दस से बारह हजार की थी।
आनंद कुमार पडि़शालावार मंदिर समिति अध्यक्ष कहते हैं कि भगवान शिव और पार्वती की शादी शुभ मुहूर्त के साथ 8 तारीख को रखी गई है, इस बार सभी आयोजन भव्य ढंग से किया जा रहा है। मंदिर के कायाकल्प पर भी काम किया जा रहा है।
जी. मुरलीधर कहते हैं- बचपन से मैं यह कार्यक्रम में हिस्सा लेता हुआ आ रहा हंू, मेरे बाबूजी के समय से ही कार्यक्रम की शुरुआत मेरे ही घर से की जाती थी, तलवाल चावल मेरे घर में रखा जाता था, हमारा परिवार पूरी श्रद्धा भावना से मंदिर के कार्यों में हमेशा लगा रहता है।
रवि कुमार रापर्ति मंदिर समिति उपाध्यक्ष कहते हैं कि इस साल मेले का कार्यक्रम बहुत ही अच्छे ढंग से किया जा रहा है। मंदिर में बहुत से कार्यक्रमों को और बेहतर ठंग से करने का प्लान किया गया है, अभी बहुत सी राशि जन सहयोग भी जमा की गई है
महेश कुमार शेट्टी शिव मंदिर समिति सचिव ने बताया कि इस बार मंदिर में भक्तिमय माहौल है सभी कार्यक्रमो में भक्त बढ़चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। जीर्णोद्धार का काम समिति के द्वारा हुआ है मंदिर और बेहतर लगने लगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 6 मार्च। आठ मार्च को हेने वाले भव्य महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरों पर चल रही है।इस महापर्व को इस वर्ष और भी भव्य रूप से मनाने का निर्णय समिति के द्वारा लिया गया है। हजारों की तादात में दर्शन के लिए आए भक्तों के लिए सभी इन्तजाम किए जा रहे हंै।
कलश यात्रा मंडपाच्छादन और सगाई की रस्म पूरी करने के बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी। शिवरात्रि के दिन शिवजी की बारात निकलेगी और पार्वती के साथ विवाह होगा। इस मेले में तेलंगाना और महाराष्ट्र के लोग भी जुटेंगे।
यह मेला सिर्फ मनोरंजन के लिए ही नहीं है बल्कि इसमें शिव-पार्वती का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ कराया जाता है।
शिवरात्रि के दिन सुबह से ही श्रद्धालु भोपालपटनम से चार किमी दूर स्थित तिमेड़ ग्राम से लगे इंद्रावती नदी में स्नान करने पहुंचते हैं। यहां स्नान करने के बाद लोग शिवलिंग पर दूध और जलाभिषेक के लिए इंद्रावती नदी के तट पर करीब 150 मीटर ऊंचाई पर विराजे शिवजी की पूजा करने के लिए लोग लंबी सीढिय़ां चढक़र पहुंचते हैं। तिमेड़ में दर्शन के उपरांत श्रद्धालु भोपालपटनम स्थित शिव मंदिर पहुंचकर शिवजी का भव्य दर्शन करते हैं।
निकलेगी शिवजी बारात
शिव पार्वती के इस शादी समारोह में बारात मुख्य मार्ग से होते हुए जाएगी तीन दिन के चलने वाले इस कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की जा चुकी है सभी विधि विधान स्वरूप शिवजी व पार्वती की शादी रचाई जाएगी इस कार्यक्रम में हजारों की तादाद में भक्त इक_ा होंगे।
लगेगा महाशिवरात्रि मेला
मेले के लिए दुकाने अभी से सजने लगी हैं। एक किलोमीटर नेशनल हाइवे पर शिवरात्रि के तीन दिनों तक दुकानें लगाई जाती है। दुकानदारों की अच्छी दुकानदारी भी होती है दर्शन के लिए आये लोग मेले से कुछ न कुछ खरीदकर जाते हैं। ज़्यादा बिक्री खिलोने और फैंसी समान की होती है इसके अलावा जूते चप्पल की दुकान, कपड़े की दुकान खाने पीने के समान व अन्य बहुत सारी दुकानें बाहर से आती है।
जीर्णोद्धार के लिए जमा की गई राशि
मंदिर का कायाकल्प बदलने के लिए समिति के सदस्यों ने तनमन से भिडक़र लाखों रुपये इक_ा किये हैं। महीने भर से मंदिर का जीर्णोद्धारर का काम चल रहा है। मंदिर परिसर में शादी मंडप को टाइल्स, कलर, पेंटिंग का कार्य किया गया है उसके सामने बारातियों व भक्तों के लिए स्थाई शेड निर्माण कराया जा रहा है, मंदिर की चार दिवारी का काम भी चालू है। मंदिर के बाहरी हिस्से में ग्रेनाइट टाइल्स लगाए जा रहे है।
मंदिर समिति द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे नारियल
इस दफा मंदिर समिति का निर्णय बहुत ही बेहतर रहा है जितने भी भक्त आएंगे उनके लिए मंदिर समिति के द्वारा बाहर में उपलब्ध कराए जा रहे है उसमे से नारियल लेकर अपनी स्वेछा के अनुसार नारियल के बदले पैसे उस दानपेटी में डालने होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। जांगला थाना क्षेत्र के कोतरापाल के जंगल से पुलिस को देखकर भागने का प्रयास कर रहे पांच संदिग्धों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। इनके कब्जे से कुकर बम, टिफिन बम सहित अन्य सामान बरामद किए गए।
पुलिस के मुताबिक जांगला थाना व डीआरजी बीजापुर की टीम एरिया डॉमिनेशन व आरओपी ड्यूटी पर मल्लेपारा की ओर निकली हुई थी। इस दौरान कोटरापाल के जंगल पहाड़ी से कुछ संदिग्ध पुलिस पार्टी को देखकर छिपने व भागने का प्रयास कर रहे थे। जिन्हें पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा।
पूछताछ करने पर अपना नाम हड़मा मडक़ामी उर्फ बुडदा निवासी पोटेनार, रमेश अवलम उर्फ बोज्जा गदामली, कुमारू लेकाम उर्फ महरु पोटेनार, मड्डडा राम पोडियामी उर्फ अनिल कोतरापाल व बोमड़ा कुहरामी बेंचरम जांगला थाना शामिल हैं।
पकड़े गए संदिग्ध से 2 कुकर बम, 2 टिफिन बम, 5 मीटर कार्डेक्स वायर, 65 मीटर इलेक्ट्रिक वायर, 2 डेटोनेटर व नक्सली बैनर पर्चा बरामद किया गया हैं। पकड़े गए संदिग्धों के विरुद्ध जांगला थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायिक रिमांड पर न्यायालय बीजापुर में पेश किया गया।
कुकर बम, जिलेटिन राड, कॉर्डेक्स वायर बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। पामेड़ थाना क्षेत्र के जारपल्ली के जंगल से पामेड़ एरिया कमेटी की कमलापुर केएएमएस अध्यक्ष को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया। पकड़ी गई महिला नक्सली पर 1 लाख रुपये का ईनाम घोषित है।
पुलिस ने बताया कि सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी पामेड़ थाना क्षेत्र के जारपल्ली व एमपुर की तरफ नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान सुरक्षाबल के जवानों ने जारपल्ली के जंगल से पामेड़ एरिया कमेटी अंतर्गत कमलापुर किसान आदिवासी मजदूर संगठन की अध्यक्ष रामबाई कमलापुर थाना उसूर को पकड़ा। पकड़ी गई महिला के कब्जे से कुकर बम, जिलेटिन राड, कार्डेक्स वायर व टीसीओसी के संबंध में पाम्पलेट बरामद किया गया, वहीं पकड़ी गई महिला नक्सली पर 1 लाख रुपये का ईनाम घोषित है।
महिला नक्सली के विरुद्ध पामेड़ थाना में विधिवत कार्यवाही के बाद न्यायिक रिमांड पर न्ययालय बीजापुर के समक्ष पेश किया गया।
एसएमसी को सक्रिय कर सौ फीसदी की जाएगी बच्चों की उपस्थिति
अंतिम मूल्यांकन में सभी बच्चों का उपस्थित होना अनिवार्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। जिले में पुन: संचालित स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और नियमित कक्षा संचालन को लेकर बीजापुर और भैरामगढ़ मे एपीसी और नोडल अधिकारी मोहम्मद ज़ाकिर खान द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में शिक्षार्थ के ऑपरेशन हेड, संकुल समन्वयक, प्रधान अध्यापक, शिक्षादूत, प्रोग्राम लीडर और फील्ड कोआर्डिनेटर शामिल हुए।
कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देश पर जिले में पुन: संचालित स्कूलों की नियमित मॉनिटरिंग और बच्चों की उपस्थिति को लेकर व्यापक प्रयास किये जा रहे हैं। पुन: संचालित शालाओं मे शिक्षार्थ ट्रस्ट के माध्यम से 100 स्कूलों में बुनियादी शिक्षा की दक्षताओं को बढ़ाने और बच्चों के ठहराव में वृद्धि करने समीक्षा की गई। मॉनिटरिंग किये गये स्कूलों की रिपोर्ट के आधार पर बीजापुर और भैरामगढ़ में 100 स्कूलों की संचालन की समीक्षा एपीसी जाकिर खान द्वारा की गई।
समीक्षा में शिक्षादूत और बच्चों की नियमित उपस्थिति के साथ अध्यापन के गतिविधि पर फोकस किया गया। तीन महीने की मासिक रिपोर्ट को आधार बनाकर एक-एक स्कूल की रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा कर जवाब-तलब किया गया। बीजापुर ब्लॉक के काकेकोरमा, पालनार, मुनगा स्कूल मे बच्चों की कम उपस्थिति पर नाराजग़ी व्यक्त कर एक सप्ताह में शत प्रतिशत उपस्थिति लाने का लक्ष्य दिया गया। भैरामगढ़ ब्लॉक में कुपरेल, हुर्रागवाली रोमनपारा मदपाल मे औसत उपस्थिति 40 प्रतिशत पाये जाने पर प्राथमिकता से सभी बच्चों को स्कूल लाने विशेष प्रयास करने कहा गया। सभी संस्थाओं मे संकुल समन्वयक, फील्ड कोर्डिनेटर, प्रधान अध्यापक और शिक्षादूत सामूहिक जिम्मेदारी के साथ बच्चों को स्कूल लाने में भूमिका निर्वहन करने कार्ययोजना बनाई गई।
सभी पुन: संचालित स्कूल मे शाला प्रबंधन समिति को सक्रिय कर बच्चों को स्कूल से जोडऩे का कार्य मिशन स्तर पर करने की योजना को मूर्त रूप देने कहा गया। पलायन, मजदूरी और पंडूम (त्योहार) जैसे कारण बच्चों की शिक्षा मे बाधक न बने, इसके लिए एसएमसी की भूमिका प्रभावी बनाने विशेष प्रयास करने कहा गया।
समीक्षा में शिक्षार्थ के ऑपरेशन हेड मोहित देव ने ट्रस्ट के माध्यम से किये गये मॉनिटरिंग, प्रोजेक्ट वर्क और लर्निंग आउटकम्स की रिपोर्ट देकर प्रत्येक संस्था मे किये गये गतिविधि से अवगत कराया।
अंत में प्रोग्राम लीडर कपिल मोरला, सुमन जैन, लोकेश कुंजाम को जिम्मेदारी दी गई कि वे सभी फील्ड कोर्डिनेटर के साथ योजना अनुरूप सीएसी और प्रधान अध्यापक से समन्वय कर शत प्रतिशत उपस्थिति के लक्ष्य को एक सप्ताह मे पूर्ण करेंगे।
फ्लोराइड पानी से जूझ रहे कई गांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 3 मार्च । सरकार की शुद्ध पेयजल उपलब्ध करने की योजना जमीनी स्तर पर फेल होती हुई नजर आ रही है।
रालापल्ली जल प्रदाय योजना फिल्टर युक्त पानी का लाभ आसपास के गांव तक नहंी पहुंच रहा है। ग्रामीणों को फिल्टर युक्त शुद्ध पानी मुहैया कराने सरकार नाकाम है। नगर पंचायत भोपालपटनम सहित तिमेड, भटपल्ली, रामपुरम, गोटाईगुडा, गोल्लागुडा, गुंलापेटा, गेर्रागुडा, रुद्रारम, कुचनूर, अर्जुनल्ली, चिनामाटुर, पेदामाटुर, चेरपल्ली, संड्रापल्ली, मोदकपल्ली, उल्लूर, चंदनगिरी, चिल्लामरका के कुल उन्नीस गांवों में फिल्टर युक्त शुद्ध पेयजल मुहैया किया जाना है किन्तु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की निष्क्रियता की वज़ह से उपरोक्त ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उलब्ध नहीं हो पा रहा है। इस मामले में अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए है।
भोपालपटनम क्षेत्र के अधिकांश जल स्रोतों मे फ्लोराईड की अत्यधिक मात्रा होने के कारण पानी पीने योग्य नहीं है जिस वज़ह से क्षेत्र वासियों के मांग अनुरूप भोपालपटनम रल्लापल्ली समूह जल प्रदाय योजना की स्वीकृति प्राप्त हुई थी, लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद भी इस योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है।
जानकारी के मुताबिक ग्राम चिल्लामरका एवं चंदनगिरी टेस्टिंग अवधि में होने के कारण पेय जल सप्लाई बंद रहने की बात कही जा रही है तो वहीं दूसरी ओर चिन्नामाटुर एवं संड्रापल्ली ग्रामों में पर्याप्त पानी नहीं पहुँच पाने की वज़ह से सप्लाई नहीं होना बताया जा रहा है।
ग्राम उल्लूर इंदिरा आवास पारा मे पानी सप्लाई नहीं हो पाने का कारण बरसात मे पाईप लाईन का बह जाना बताया जा रहा है जबकि पाईप लाईन के बहे हुए लगभग दो वर्ष बीत चुके है किन्तु इसके सुधार की ओर आज पर्यंत विभाग का ध्यान नहीं है।
इन गांवों तक नहीं पहुंचा फिल्टर पानी
पटनम ब्लाक के गिलगिच्चा, चन्दनगिरी, चिन्नामटुर, सेंड्रापल्ली में फिल्टर पानी नहीं पहुंच पाया है, कहीं पाइप खराब की समस्या तो कही पानी पर्याप्त नहीं पहुंचने का कारण बताया जा रहा है तो कही टेस्टिंग के नाम पर अब तक पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है।
जिला पंचायत सदस्य बसंत ताटी ने जताई नाराजगी
इस मामले में जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने कहा है कि करोड़ों रूपये की लागत से प्रारम्भ की गई अति महत्वपूर्ण योजना प्रारम्भिक दौर में ही दम तोड़ती नजर आ रही है। जिला पंचायत सदस्य ने बतया कि हर घर नल- नल से जल की परिकल्पना तो साकार होती नजर नहीं आ रही है, लेकिन हर घर मे नल लगे स्टैंड पोस्ट शो-पीस की तरह अवश्य खड़े है, जिस वज़ह से घरों मे लगे इन नलों में जल कब आएगा, इसका इंतजार ग्रामीण बेसब्री से कर रहे हैं। ताटी ने बतया कि जिस फ्लोराईड की समस्या को लेकर यह योजना प्रारम्भ की गयी थी, उसी योजना का लाभ न मिलने से ग्रामीण आज भी फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है।
प्रभारी मंत्री कश्यप ने एसपी को दिए जांच के आदेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। शुक्रवार की रात बीजापुर जिले के तोयनार में शादी समारोह में शामिल होने गये जनपद सदस्य, सहकारिता प्रकोष्ठ समिति के संयोजक व वरिष्ठ भाजपा नेता तिरुपति कटला की नक्सलियों ने धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी।
घटना को लेकर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार टारगेट किलिंग के तहत हत्या की जा रही हैं। इधर नक्सलियों की नेशनल पार्क एरिया कमेटी ने प्रेस नोट जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ले ली है।
शनिवार को प्रभारी मंत्री केदार कश्यप बीजापुर पहुंचे और भाजपा नेता तिरुपति कटला के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। उनके साथ भाजपा नेता व जनपद सदस्य तिरुपति कटला के भाई व घटना के प्रत्यक्षदर्शी शंकर कटला ने बताया कि तिपरूति पर हमला करने बाद हमलावरों ने लाल सलाम जिंदाबाद और कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाये।
मंत्री केदार कश्यप ने बीजापुर एसपी को घटना की सूक्ष्मता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। वही पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 2 से 3 साल से लगातार भाजपा नेताओं को टारगेट किलिंग किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि हो न हो, इसमें राजनीति श्रय है, जिसे नक्सली रूप देने की कोशिश की जा रही है। गागड़ा ने कहा कि मुझे लगता है कि कांग्रेस का निचला तबका और संघम सदस्य ग्रुप व कांग्रेस नेताओं में काफी गहरा संबंध देखने को मिल रहा है। इन सारी चीजों को लेकर कार्यकर्ताओं में दहशत बनाने और कांग्रेस के पांच साल के शासन में भ्रष्टाचार की जांच को प्रभावित करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं। गागड़ा ने कहा कि चुनाव से पहले बात आ रही थी कि पार्टी छोड़ दो वरना अंजाम अच्छा नहीं होगा। इन सारी बातों से मंत्री केदार कश्यप को अवगत करा दिया गया नहीं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही भाजपा का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री से मिलकर घटना की एनआईए से जांच करवाने की मांग करेंगे।
दूसरी ओर बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने महेश गागड़ा के आरोप को निराधार बताते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। मंडावी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़े होने के बजाय बेबुनियाद आरोप लगाकर ओछी राजनीति कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर नक्सलियों की नेशनल पार्क एरिया कमेटी ने भाजपा नेता तिरुपति कटला की हत्या की जिम्मेदारी ले ली। नेशनल पार्क एरिया कमेटी की सचिव पाले ने प्रेस नोट जारी कर आरोप लगाया है कि भाजपा नेता तिरुपति कटला सलवा जुडूम के दौरान सक्रिय रहा।
प्रेस नोट में भाजपा नेता पर ग्रामीणों के साथ मारपीट, प्रताडि़त करने जैसे गंभीर आरोप भी नक्सलियों ने लगाए हैं। घटना को अंजाम पीएलजीए के स्मॉल एक्शन टीम ने दिया हैं। वहीं नक्सली नेता ने पर्चे में चेतावनी दी कि जनविरोधी कार्य करने वालों को मौत की सजा दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। जिले में साक्षरता को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ राज्य अंतर्गत उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत जिले में बीस हजार असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। इसके लिए ट्रेनिंग से लेकर अन्य तैयारी कर ली गई हैं। आने दिनों में काम शुरू कर दिया जाएगा।
कलेक्टर अनुराग पाण्डे के नेतृत्व में जन-जन साक्षर कार्यक्रम होंगे। 2027 तक शत-प्रतिशत साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार को सौंपी गई है।
जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण बीजापुर के जिला परियोजना अधिकारी विजेंद्र राठौर ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को साक्षर बनाने के लिए गांव-गांव में उल्लास केंद्र शुरू किए जाएंगे। जिनमें स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से सभी को साक्षर करने का एक्शन प्लान बनाने राज्य स्तरीय 3 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 26 से 28 फरवरी को रायपुर में किया गया।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से उल्लास केंद्र स्कूलों में प्रारंभ किए जाएंगे व स्वंयसेवी की जिम्मेदारी शिक्षको, स्कूल कॉलेज के बच्चों, एनसीसी के छात्र, डाइट के प्रशिक्षार्थी, महिला बाल विभाग के बीजादूतीर एवं प्रेरकों को सौंपी जाएगी।
श्री राठौर के मुताबिक कार्यक्रम के तहत जिले में 20 हजार असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इस केन्द्र में शिक्षार्थियों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के साथ-साथ महत्वपूर्ण जीवन कौशल,व्यवसायिक कौशल विकास,बुनियादी शिक्षा एवं सतत शिक्षा दी जाएगी।
इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में एस.सी.आर.टी.व एस.एल.एम.ए.के डायरेक्टर राजेन्द्र कटारा,सी.एन.सी.एल.नई दिल्ली की प्रभारी प्रो.डॉ.उषा शर्मा,अतिरिक्त संचालक जे.पी. रथ,असिस्टेंट डायरेक्टर प्रशांत कुमार पांडे,अमन कुमार गुप्ता,सलाहकार सीएनसीएल भावना खेड़ा व डी.पी.वर्मा उपस्थित थे, वहीं बीजापुर जिले से जिला परियोजना अधिकारी विजेंद्र राठौर,स्त्रोत व्यक्ति पवन कुमार सिन्हा व ललिता साहू प्रतिभागी के रूप में उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। भाजपा के वरिष्ठ नेता, जनपद सदस्य व सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक रहे तिरुपति कटला की नक्सलियों ने धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी।
सूत्रों के मुताबिक तिरुपति कटला शुक्रवार की शाम शादी समारोह में शामिल होने बीजापुर से 25 किलोमीटर दूर तोयनार गये हुए थे। कटला शादी समारोह से वापस लौट रहे थे। इसी बीच नक्सलियों ने उन पर धारदार हथियार गर्दन व छाती पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
नक्सली हमले से गंभीर रूप से घायल हुए तिरुपति को जिला अस्पताल लाया गया।, जहां उनकी मौत हो गई। कटला की मौत खबर से जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं खबर सुनते ही उनके रिश्तेदार, राजनीतिक दल व नागरिक अस्पताल पहुंचने लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 मार्च। भाजपा के वरिष्ठ नेता, जनपद सदस्य व सहकारिता प्रकोष्ठ के संयोजक रहे तिरुपति कटला की नक्सलियों ने धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी।
सूत्रों के मुताबिक तिरुपति कटला शुक्रवार की शाम शादी समारोह में शामिल होने बीजापुर से 25 किलोमीटर दूर तोयनार गये हुए थे। कटला शादी समारोह से वापस लौट रहे थे। इसी बीच नक्सलियों ने उन पर धारदार हथियार गर्दन व छाती पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
नक्सली हमले से गंभीर रूप से घायल हुए तिरुपति को जिला अस्पताल लाया गया।, जहां उनकी मौत हो गई। कटला की मौत खबर से जहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं खबर सुनते ही उनके रिश्तेदार, राजनीतिक दल व नागरिक अस्पताल पहुंचने लगे हैं।
बीजापुर, 1 मार्च। जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल पहली बार भोपालपटनम के अतिसंवेदनशील क्षेत्र कहे जाने वाले पुन: संचालित शालाओं के व्यवस्था जानने सेण्ड्रा और पिल्लूर पहुंचे।
डीईओ बघेल ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में वह पहले अधिकारी हैं, जो इस क्षेत्र में पहुंचे हैं। उनके साथ विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रवीण लाल कुडेम, सहायक परियोजना समन्वयक एम व्ही राव एवं पिल्लूर संकुल के सीएसी चंद्रशेखर अप्पाजी, सैंड्रा संकुल के सीएसी इंजा आनंद राव भी साथ में मौजूद रहे।
बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता, मध्यान्ह भोजन, शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, एफएलएन की प्रगति, बच्चों की सर्वांगीण विकास का जायजा लिया गया। शिक्षादूतों द्वारा बेहतर कार्य करने पर उनका उत्साहवर्धन भी किया गया। दोनों संकुल के समस्त स्कूलों के सभी शिक्षक उपस्थित मिले।
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि ऐसे क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्राथमिक शाला एडापल्ली में अविनाश तलाण्डी कक्षा चौथी के जन्मदिवस के अवसर पर उनके पालक द्वारा न्यौता भोज कराया गया। सभी अधिकारियों ने न्यौता भोज का आनंद लिया।इस दौरान श्री बघेल ने विद्यार्थियों से आवश्यक चर्चा कर पढ़ाई, मध्यान्ह भोजन सहित अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। भ्रमण के दौरान इन सुदूर क्षेत्रों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के खाद्यान्न वितरण की जानकारी ग्रामीणों से ली। ग्रामीणों ने खाद्यान्न प्राप्त होने की जानकारी दी।
ज्ञात हो कि कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने शिक्षा के महत्व को मद्देनजर रखते हुए प्राथमिकता के साथ जिले के सुदूर अंचलों के नौनिहालो को शिक्षा के मुख्यधारा में जोडऩे उन्हें गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्रदाय करने पौष्टिक आहार हेतु पर्याप्त मात्रा में मीनू के हिसाब से मध्यान्ह भोजन प्रदाय करने के साथ ही शासन की महत्वाकांक्षी योजना न्यौता भोज का आयोजन सामुदायिक सहभागिता से कराने के लिए जनमानस को प्रेरित करने के साथ ही संवेदनशील होकर सभी तक सुगमतापूर्वक गुणवत्ता युक्त शिक्षा पहुंचाने के लिए विभाग को निर्देश दिए है।
कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी लगातार स्कूलों का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर उनके व्यापक सुधार के लिए प्रयास कर रहे हैं।
बीजापुर, 1 मार्च। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले में स्वीकृत आवासों को 31 मार्च तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के मार्गदर्शन में सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार ने विभागीय अमले की दिनभर फील्ड विजिट के उपरांत शाम को वीसी के माध्यम से समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में कुछ हितग्राहियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास के लिए प्राप्त राशि का दुरुपयोग करते हुए अन्य खर्च कर दिए जाने की बात सामने आई। इस बात को गंभीरता से लेते हुए सीईओ जिला ने सभी अधिकारी-कर्मचारी को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि भारत सरकार द्वारा आवासहीन परिवारों के लिए दी जा रही है, ताकि उनका परिवार सुरक्षित वातावरण में रह सके। जिन हितग्राहियों द्वारा योजना की राशि का दुरूपयोग किया गया है, उन्हें आवास निर्माण करने की समझाइश दें। उसके बाद भी जो हितग्राही आवास निर्माण नहीं कर रहे हैं, उनका चिन्हांकन कर जनपद के माध्यम से प्रकरण तैयार कर विधिवत कार्रवाई करें।
नक्सल प्रेस नोट में कई आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 1 मार्च। पश्चिम बस्तर डिविजन कमेटी सचिव मोहन ने नक्सल प्रेस नोट जारी कर कुटरू थाना में पदस्थ टीआई राजीव श्रीवात्सव पर कई आरोप लगाए हैं।
प्रेस नोट में कहा कि कुटरू थाना के टीआई राजीव श्रीवात्सव फरवरी 21 से लेकर आज तक कुटरु क्षेत्र के कई गांवों पर दिन रात लगातार हमलाएं करते हुए साधारण ग्रामीणों को गिरफ्तार कर थाना ले जा रहा है। थाने में शराब पीकर ग्रामीणों को जमीन पर लिटाकर गाली गलौज से अपमान करते हुए, लाठियों से बेदम मारते हुए कई तरह की पाशविक यातनाएं दे रहा है। झूठी केसों में जेल भेज रहा है।
पोनडवाया गांव से गुटा उद्धे, पागु पोयम, गोविन्द वेट्टी, जयसिंह मंडावी, पांता कुटरू से रिग्गो यादव, पवन वाचम, मनोज हेमला सहित और 6 जन को पकड कर, यातनाएं देकर जेल भेज दिया. केतुलनार से लिंगा कुंजाम, दीवाड पोयाम को पकडकर जेल भेज दिए पेटा गांव के मंगलू तेलम, मिच्चा बदरू, आयतु को मार-पीट कर, उनसे 15,000 रूपया वसूल कर छोड़ दिया।
24 फरवरी को इस टीआई की अगुवाई में पुलिस कतुर मुर्गा बाजार में जनता को घेरकर मुखराम गांव के तेलम शिन्ना, वेडंजा रामू, बुधुराम ताती, कतुर गांव का मडक़ाम सुधरू को वहां से उठा कर जेल में ठूंस दिए इलाज के लिए कुटरु गए गट्टापल्ली गांव के मिच्चा लखमु, छोटे आलवाड़ा गांव के अर्जुन सोडी को पकड़े और उन्हें भी मार-पीट कर जेल भेजे।
इस पूरे दमनकांड में हर कदम पर गैर कानूनी तरीके से व्यवहार करते हुए जनता को प्रताडि़त किया गया है। इस आदमखोर, खूंखार पुलिस अधिकारी से पीडि़त सभी गांव वाले भयभीत होकर सदमे में हैं। भयानक रूप से पीटकर घायल अवस्था में जेल भेजे गए अपने परिजनों को लेकर चिंतित हैं।
‘क्यों मार रहे हो, किस जुर्म में अरेस्ट कर रहे हो’, इस तरह सवाल करने वालों को नक्सली होने का घोषित करते हुए केस लगाकर जेल भेजने की धमकियां दे रहा है। कुछ लोगों को तो फोन करके धमका रहा है, साथ ही साथ भाजपा राज्य में इस तरह की कानून ही चलने की बात कर रहा है।
कुटरू क्षेत्र के सभी सामाजिक संगठनों, पत्रकारों, मानवाधिकार संगठनों, बुद्धिजीवियों व आदिवासी हितैषियों से उपरोक्त गांवों को जाकर टीआई के असंवैधानिक व गैर कानूनी करतूतों को उजागर करने, बाधित जनता को न्याय दिलाने व मदद करने आगे आने भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पश्चिम बस्तर डिविजन कमेटी अपील करती है।
फासीवाद भाजपा सरकार की मदद से, नागरिकों को प्राप्त सभी संवैधानिक व मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे कुटरू थाना के टीआई राजीव श्रीवात्सव को उस पद से बर्खास्त कर उन पर कानूनी कार्रवाई करने व अरेस्ट किए गए ग्रामीणों को तुरंत छोडने की मांग से आंदोलन करने कुटरू क्षेत्र के जनता को माओवादी पार्टी आह्वान करती है।
इस तरह जनता से गुंडागर्दी करनेवाले अधिकारियों के मदद से अपने सत्ता को चला रहे भाजपा सरकार के खिलाफ जुझारू व विशाल जन आंदोलन खड़ा करें।
नक्सल प्रेस नोट में कई आरोप
भोपालपटनम, 29 फरवरी। पश्चिम बस्तर डिविजन कमेटी सचिव मोहन ने नक्सल प्रेस नोट जारी कर कुटरू थाना में पदस्थ टीआई राजीव श्रीवात्सव पर कई आरोप लगाए हैं।
प्रेस नोट में कहा कि कुटरू थाना के टीआई राजीव श्रीवात्सव फरवरी 21 से लेकर आज तक कुटरु क्षेत्र के कई गांवों पर दिन रात लगातार हमलाएं करते हुए साधारण ग्रामीणों को गिरफ्तार कर थाना ले जा रहा है। थाने में शराब पीकर ग्रामीणों को जमीन पर लिटाकर गाली गलौज से अपमान करते हुए, लाठियों से बेदम मारते हुए कई तरह की पाशविक यातनाएं दे रहा है। झूठी केसों में जेल भेज रहा है।
पोनडवाया गांव से गुटा उद्धे, पागु पोयम, गोविन्द वेट्टी, जयसिंह मंडावी, पांता कुटरू से रिग्गो यादव, पवन वाचम, मनोज हेमला सहित और 6 जन को पकड कर, यातनाएं देकर जेल भेज दिया. केतुलनार से लिंगा कुंजाम, दीवाड पोयाम को पकडकर जेल भेज दिए पेटा गांव के मंगलू तेलम, मिच्चा बदरू, आयतु को मार-पीट कर, उनसे 15,000 रूपया वसूल कर छोड़ दिया।
24 फरवरी को इस टीआई की अगुवाई में पुलिस कतुर मुर्गा बाजार में जनता को घेरकर मुखराम गांव के तेलम शिन्ना, वेडंजा रामू, बुधुराम ताती, कतुर गांव का मडक़ाम सुधरू को वहां से उठा कर जेल में ठूंस दिए इलाज के लिए कुटरु गए गट्टापल्ली गांव के मिच्चा लखमु, छोटे आलवाड़ा गांव के अर्जुन सोडी को पकड़े और उन्हें भी मार-पीट कर जेल भेजे।
इस पूरे दमनकांड में हर कदम पर गैर कानूनी तरीके से व्यवहार करते हुए जनता को प्रताडि़त किया गया है। इस आदमखोर, खूंखार पुलिस अधिकारी से पीडि़त सभी गांव वाले भयभीत होकर सदमे में हैं। भयानक रूप से पीटकर घायल अवस्था में जेल भेजे गए अपने परिजनों को लेकर चिंतित हैं।
‘क्यों मार रहे हो, किस जुर्म में अरेस्ट कर रहे हो’, इस तरह सवाल करने वालों को नक्सली होने का घोषित करते हुए केस लगाकर जेल भेजने की धमकियां दे रहा है। कुछ लोगों को तो फोन करके धमका रहा है, साथ ही साथ भाजपा राज्य में इस तरह की कानून ही चलने की बात कर रहा है।
कुटरू क्षेत्र के सभी सामाजिक संगठनों, पत्रकारों, मानवाधिकार संगठनों, बुद्धिजीवियों व आदिवासी हितैषियों से उपरोक्त गांवों को जाकर टीआई के असंवैधानिक व गैर कानूनी करतूतों को उजागर करने, बाधित जनता को न्याय दिलाने व मदद करने आगे आने भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पश्चिम बस्तर डिविजन कमेटी अपील करती है।
फासीवाद भाजपा सरकार की मदद से, नागरिकों को प्राप्त सभी संवैधानिक व मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे कुटरू थाना के टीआई राजीव श्रीवात्सव को उस पद से बर्खास्त कर उन पर कानूनी कार्रवाई करने व अरेस्ट किए गए ग्रामीणों को तुरंत छोडने की मांग से आंदोलन करने कुटरू क्षेत्र के जनता को माओवादी पार्टी आह्वान करती है।
इस तरह जनता से गुंडागर्दी करनेवाले अधिकारियों के मदद से अपने सत्ता को चला रहे भाजपा सरकार के खिलाफ जुझारू व विशाल जन आंदोलन खड़ा करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 29 फरवरी। मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल के प्राचार्य और उप प्राचार्य पर शिक्षकों ने मानसिक प्रताडऩा और सरकारी संपत्ति बेचने के गंभीर आरोप लगाते हुए कर्मचारी संघ को आवेदन लिखा है।
शिक्षकों ने शासकीय कर्मचारी संघ को लेटर लिखकर अपनी पीड़ा सुनाई है। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें प्राचार्य द्वारा स्कूल में मानसिक रूप से प्रताडि़त शोषण किया जाता है। उनका कहना है कि वे प्राचार्य एवं उप- प्राचार्य के कार्य व्यवहार से संतुष्ट नहीं है। उनके विद्यालय में अन्य विद्यालयों से कार्य प्रणाली में बदलाव किया जाता है। शिक्षक एवं शिक्षकाओं को बच्चों के सामने जलील किया जाता है। शिक्षक - शिक्षकाओं के द्वारा कुछ भी बोलने पर यहाँ नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी दी जाती है।
उनका कहना है कि वे दूर-दराज से यहाँ आकर नौकरी करके अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हंै। आठ महीनों से वेतन न मिलने पर भी हम अपना कार्य इमानदारी पूर्वक कर रहे हैं, इसके बावजूद भी शिक्षक-शिक्षकाओं को मानसिक प्रताडऩा का शिकार होना पड़ रहा है।
इस मामले में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने कलेक्टर को पत्र के माध्यम से मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई कर पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाएं।
सरकारी संपत्ति बेचने का लगाया आरोप
शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल की शासकीय संपत्ति प्रिंसिपल बेच रहे हैं। इनका आरोप है कि खिडक़ी दरवाजे, पंखा, लोहे का रॉड जिसमें लाखों रुपयों का हेरा-फेरी की है। उनका आरोप है कि कम्प्यूटर एंटी वायरस के नाम पर गबन किया गया हैं।
बच्चों से फीस के नाम पर पैसे हेंठे
शिक्षको का आरोप है कि प्रिंसिपल द्वारा बच्चो से प्रायोगिक व वार्षिक परिक्षा के नाम पर दसवीं तथा बारहवीं के प्रत्येक विद्यार्थियों से 500 रुपये की वसूली की गई है। स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्रता दिवस के नाम पर प्राथमिक एवं माध्यामिक मध्यान्ह भोजन समूहों से पंद्रह- बीस हजार रुपये तथा बालक आश्रम के अधीक्षक से भी पंद्रह हजार रुपये लिए जाने की शिकायत की है
आठ माह से नहीं मिला वेतन
टीचरों ने बताया कि उन्हें आठ माह से वेतन नहीं मिला है। जैस- तैसे वे दूर से आकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वेतन नहीं मिलने की वजह से घर से पैसे मांगने पढ़ रहे हंै। ऊपर से प्राचार्य का अलग से टेंशन झेलना पड़ रहा है।
इम मामले में प्राचार्य का कहना है कि मेरे खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है। मेरे द्वारा स्कूल में नियमों का पालन करने को कहा जाता है, टाइम से आने की हिदायत दी जाती है, लेकिन टीचर लेट से आते हंै। उन्हें जल्दी आने को कहा जाता है तो वो नाराज हो जाते हैं। मेरे खिलाफ जो आरोप हैं, वो सभी निराधार है, उसकी जांच चल रही है और जितने भी टीचर मेरे खिलाफ लिखकर दिए है वो सब 89 डे वाले टीचर्स हैं।
जांच समिति पीसीसी को भेजेगी रिपोर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 फरवरी। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर जिला पंचायत बीजापुर अध्यक्ष शंकर कुडियम के नेतृत्व में मंगलवार को उसूर ब्लॉक के चेरामंगी छात्रावास में कक्षा सातवीं के छात्र द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने की घटना की जाँच की गई। समिति जांच रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजेगी। जांच से लौटने के बाद जांच समिति के सदस्यों ने बुधवार को बीजापुर में पत्रवार्ता आयोजित की। समिति के सदस्यों ने पीडि़त परिवार, छात्रवास अधीक्षक व छात्रवास के छात्रों के बताये अनुसार घटना की वस्तुस्थिति से अवगत हुए।
पांच सदस्य जांच टीम के संयोजक जि़ला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मृतक छात्र के परिजनों का कहना है कि यह आत्महत्या संदेहास्पद है.? बच्चा स्वयं फांसी नहीं लगा सकता,फांसी लगाया गया स्थल जमीन से काफी ऊपर है, बिस्तर से भी पहुंच नहीं सकता है।
परिजनों ने बताया कि बगल में एक टेबल था, उस पर बहुत सारे पैरों के निशान थे। पुलिस ने परिजनों को घटनास्थल के फोटो भी खिंचने नहीं दिये। परिजनों के सामने घटनास्थल की पूरी तलाशी ली गई, घण्टो तलाशी के दौरान कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, शव को ट्रैक्टर में रखते समय सुसाईड नोट का मिलना संदेहास्पद है। जांच कमेटी को परिजनों ने आगे बताया कि सुसाइड नोट में अपने पिता का जिक्र करना जबकि मृतक छात्र अपने पिता को जानता तक नहीं है।
सुसाइड नोट को बड़ी ही समझदारी पूर्वक लिखा गया है। जबकि बच्चा पढ़ाई में कमजोर था, वह इस प्रकार का सुसाइड नोट नहीं लिख सकता। वह छुट्टी का आवेदन पत्र भी ठीक से नहीं लिख पाता था।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए शंकर कुडियम ने आगे कहा कि परिजनों ने जाँच कमेटी को बताया कि पुलिस उनकी कोई बात नहीं सुन रही है, जाँच से पहले ही घटनास्थल के कमरे को साफ कर दिया गया था,परिजनों ने कहा कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है..?
जाँच समिति के समक्ष आश्रम अधीक्षक छात्रावास के छात्रों ने भी बच्चे का बिलकुल सामान्य होना बताया, अधीक्षक व छात्रों के अनुसार बच्चे को भी कोई परेशानी नहीं थी।
शंकर कुडियम ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बीजापुर जैसे आदिवासी क्षेत्र में सातवीं कक्षा में अध्ययनरत आदिवासी छात्र जो पूरी तरह स्वस्थ था, उस बच्चे का इस तरह अचानक आत्महत्या कर लेना यह सीधा सीधा सरकार व प्रशासन में बैठे लोगों की लापरवाही है।
इतने संसाधन होने के बावजूद भी यदि बच्चा आत्महत्या कर रहा है तो यह दुर्भाग्यजनक व चिंतनीय है। शंकर कुडियम ने आगे कहा कि इस घटना की गम्भीरता को देखते हुए परिजनों के माँग के अनुरूप प्रदेश सरकार घटना की न्यायिक जाँच करे। ताकि पूरे घटना की सच्चाई सामने आये और दोषियों को सजा मिले व भविष्य में ऐसे घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। इस पूरे घटना में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह पीडि़त परिवार के साथ है।
प्रेसवार्ता के दौरान जांच समिति के सदस्य जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जनपद अध्यक्ष सुश्री अनिता तेलम, सदस्य श्रीनिवास बिराबोइना, विधायक प्रतिनिधि मनोज अवलम, महामन्त्री सुखदेव नाग, कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम खत्री समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
बीजापुर, 27 फरवरी। सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया हैं। नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाये डायरेक्शनल आईईडी व टिफिन बम बरामद कर उसे वही सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस ने बताया कि तर्रेम थाना क्षेत्र के चिन्नागेलूर से सीआरपीएफ कोबरा व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन पर निकली हुई थी। इसी दौरान चिन्नागेलूर व गुंडेम के बीच तोयानाला के पास पगडंडी में नक्सलियो के द्वारा जवानों को नुकसान पहुंचाने डायरेक्शनल आईईडी व टिफिन बम लगाया गया था। जिसे जवानों ने डीमाईनिंग के दौरान बरामद कर उसे वही सुरक्षित तरीके से निष्क्रिय कर दिया। जवानों की सुझबूझ से नक्सलियों के मंसूबों पर एक बार फिर से पानी फिर गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 फरवरी। जिले के थाना नैमेड़ क्षेत्र के ग्राम दोगोली में देर रात एक किराना दुकान में आग लगने से दुकान में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया है।
दुकान मालिक संतोष पोंदी ने बताया कि रात करीब 11 बजे के आसपास दुकान से धुआं निकलने लगा। इस पर वहां जाकर देखा तो दुकान का पूरा सामान जलकर राख हो गया था। दुकान में खाने-पीने के सामान के अलावा फ्रिज भी था, जो पूरी तरह से जल गया है।
दुकान में आग कैसे लगी या किसी ने लगाया, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि शार्ट सर्किट से भी आग लगा हो। घटना के बाद मंगलवार की सुबह नैमेड थाना में दुकान मालिक ने रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जांच के बाद ही आग लगने की घटना का खुलासा हो सकेगा। दुकान मालिक के अनुसार इस घटना मे उसका डेढ़ लाख रूपये का नुकसान हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 फरवरी। मंगलवार को जांगला थाना क्षेत्र के बड़े तुंगाली व छोटे तुंगाली में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। मुठभेड़ में पुलिस ने जहां 4 नक्सलियों को मार गिराया, वहीं मौके से नक्सलियों के शव सहित 315 देशी कट्टा, वॉकी टॉकी समेत बड़ी मात्रा में सामान बरामद किया है। रात 7 बजे खबर लिखे जाने तक मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त नहीं हो सकी थी।
पुलिस के मुताबिक जांगला थाना क्षेत्र के बड़े तुंगाली व छोटे तुंगाली के जंगल में नक्सल संगठन के पक्षिम बस्तर डिवीजन के कंपनी नंबर 2 के प्लाटून कमाण्डर प्रशांत, माटवाड़ा एलओएस कमाण्डर अनिल पुनेम, भैरमगढ़ एरिया जनताना सरकार अध्यक्ष एसीएम राजेश व भैरमगढ़ एरिया कमेटी के 40 से 50 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सोमवार को डीआरजी, बस्तर फाइटर व सीआरपीएफ की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे।
अभियान के दौरान मंगलवार की सुबह 6.45 बजे बड़े तुंगाली और छोटे तुंगाली के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई दो अलग अलग मुठभेड़ों में 4 नक्सली मारे गए। वहीं मौके से जवानों ने नक्सलियों के शव समेत 315 देशी कट्टा, 1.04 नग जिंदा कारतूस, 1 बीजीएल लांचर, 1 भरमार, 3 टिफिन बम, कॉर्डेक्स वायर, 10, जिलेटिन स्टीक, 15 मीटर सेफ्टी फ्यूज, 2 नग वाकी टॉकी वायरलेस मय बैटरी, तीर धनुष, कुल्हाड़ी, चाकू, मेडिकल बॉक्स, डिजिटल मल्टी मीटर, नक्सली वर्दी व नक्सली पि_ू बरामद किया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना में मारे गये नक्सलियों के शव की शिनाख्ती नहीं हो पाई है।
बीजापुर, 27 फरवरी। उसूर ब्लॉक के आवापल्ली के चेरामंगी स्थित प्री मैट्रिक छात्रावास में सातवीं क्लास में अध्ययनरत छात्र जेवियर कुजूर द्वारा हॉस्टल के रुम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीसीसी ने जांच दल का गठन किया। जिला पंचायत अध्यक्ष के नेतृत्व में पांच सदस्यों की टीम जांच करेगी।
इस घटना को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म के नेतृत्व में पांच सदस्य जांच दल का गठन किया हैं। जिसमें शंकर कुडिय़म के अलावा जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, जनपद पंचायत अध्यक्ष अनिता तेलम, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीनिवास बिराबोईना व विधायक प्रतिनिधि मनोज अवलम को जांच का सदस्य बनाया गया है।
पीसीसी ने जांच दल के सदस्यों से आग्रह किया है कि वे अविलंब प्रभावित गांव के छात्रावास का दौरा कर पीडि़त परिवार सहित ग्रामीणों व छात्रावास के कर्मचारियों सेभेंट चर्चा कर घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होकर जांच प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रस्तुत करें।