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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 अप्रैल। एरिया डॉमिनेशन के दौरान सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी ने पेरमापल्ली से तीन नक्सलियों को विस्फोटक के साथ गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उसूर थाना व सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन पर पेरमापल्ली की ओर निकली हुई थी। पेरमापल्ली से उसूर की ओर वापसी के दौरान पेरमापल्ली की ओर 2 मोटरसाइकल में सवार होकर जा रहे 3 संदिग्धों की चेकिंग पर पास रखे थैला में अवैध विस्फोटक सामग्री डेटोनेटर, जिलेटिन स्टीक व प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के साहित्य व प्रचार प्रसार की सामग्री बरामद की गई।
संदिग्धों से पूछताछ करने पर अपना नाम सुरेश काका निवासी टेकमेटला, नागेश कट्टम निवासी नेला कांकेर व दुला काका निवासी नेलाकांकेर उसूर थाना क्षेत्र का होना बताया तथा विस्फोटक सामग्री नक्सलियों को देने के लिए लेकर जाना बताया।
नक्सलियों के खिलाफ उसूर थाना में छग विशेष जनसुरक्षा अधिनियम 2005 एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायालय में पेश किया गया।
बीजापुर, 9 अप्रैल। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत डीआरजी व कुटरू थाना की संयुक्त टीम ने एरिया डॉमिनेशन के दौरान पाता कुटरू के जंगलों से सहायक आरक्षक की हत्या में शामिल एक जनमिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के लिए बीजापुर पुलिस अधीक्षक द्वारा दस हजार रुपये का ईनाम उद्घोषित हैं।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार को डीआरजी व कुटरू थाना की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन के लिए पाता कुटरू की तरफ निकली हुई थी। अभियान के दौरान पाताकुटरु के जंगलों से एक नक्सल मिलिशिया सदस्य आदी राम निवासी पाताकुटरू थाना कुटरू को पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि उक्त नक्सली 20 जून 2023 को सहायक आरक्षक संजय बेडजा की हत्या करने की घटना में शामिल था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10 हजार रुपये का ईनाम उद्घोषित हैं। वहीं पकड़े गये उक्त नक्सली के विरुद्ध कुटरू थाना में 1 स्थाई वारंट लंबित हैं।
भोपालपटनम, 8 अप्रैल। गोटाइगुड़ा की 19 वीं बटालियन बी कंपनी के जवानों ने प्याऊ का निर्माण किया गया किया है।
अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप को देखकर बीटीआई चौक पर गोटाइगुड़ा की पुलिस कंपनी के जवानों ने शीतल पेयजल की शुरुआत की है। मानव जीवन मे सबके बड़ा पुण्य का कार्य यही माना जाता है। भोपालपटनम थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े और कंपनी बटालियन के कमांडर के पहल से यह शुरुआत की गई है। पुलिस ने बताया कि इन घड़ों में एक कर्मचारी से हर दिन साफ पानी भरवाया जाएगा, ताकि किसी आम जन को पानी के लिए इधर उधर न भटकना पड़े। पुलिस के इस रूप को देखकर आम लोग की भी उनके प्रति धारणा बदलेगी।
गर्मी के दिनों में साफ और ठंडा पानी मानवीय समस्या है, इसलिए बीटीआई चौक पर इस प्याऊ खोला गया है
गुड़ीपड़वा पर भक्तों का लगता है तांता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 अप्रैल। मुख्यालय से 8 किमी दूर पोषड़पल्ली गांव की पहाड़ी की गुफा में भगवान श्रीकृष्ण की आस्था बसी हुई है। बताया जाता है कि 1900 ईसवी में भगवान की कुछ चमत्कार देखने को मिली, तब से यहां दर्शन की भीड़ लगी रहती है।
पहाड़ी की गुफा के अंदर बसे भगवान के दर्शन करने गुफा के अंदर भक्त प्रवेश करते है उसके शुरुआती हिस्सा एवं निकलने का द्वारा छोटा है, घुटनों के बल होकर बाहर निकलना पड़ता है। इस गुफा में बसे श्रीकृष्ण के लोगों की आस्था बहुत है। गांव की समिति द्वारा मेले का आयोजन करवाया जाता है। इस साल 5 अप्रैल से मेले का आयोजन शुरू हुआ। शुक्रवार को मंडपाच्छादन कार्यक्रम, शनिवार को गोवर्धन पर्वत पूजा-अर्चना एवं रविवार को ध्वजारोहण किया गया।
कृष्ण भगवान की पूजा-अर्चना मंदिर परिसर में सोमवार को दोपहर दो बजे राधा एवं कृष्ण का विवाह समारोह एवं क्षेत्रीय लोकनृत्य किया जाएगा। मंगलवार को भगवान की रथयात्रा एवं समापन तथा गुड़ीपड़वा नवरात्र प्रारंभ होगा। मेले का आयोजन हर साल किया जाता है। चैत्र कृष्ण पक्ष अमावस्या के तीन दिन पूर्व से प्रारंभ होता है और चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा नवरात्रारंभ गुड़ीपड़वा के दिन समापन होता है। इस मेला को हिंदी वर्ष का अंतिम मेला और हिंदी नववर्ष आगमन मेला भी कहा जाता है।
इस वर्ष इस मेले का आयोजन वनोपज समिति और आसपास के ग्राम पंचायत के लोगों द्वारा किया जा रहा है, जिसमें ग्राम पंचायत बामनपुर, अर्जुनल्ली, रुद्रारम, गोरला, जिला वनोपज सहकारी समिति यूनियन बीजापुर, प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति चेरपल्ली, भद्रकाली, देपला, सकनापल्ली की मेले के आयोजन में सहयोग किया है। इस गुफा में बसे श्रीकृष्ण के दर्शन करने के लिए छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र, तेलंगाना से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते है।
दर्शन के लिए हजारों भक्त पहंचते हैं
सकलनारायन गुफा में बसे श्रीकृष्ण के दर्शन करने हजारों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। गुड़ीपड़वा हिन्दू नववर्ष के दिन भक्तों का तांता लग जाता है।
कृष्ण-राधा की रचाई जाती है शादी
मेले के इस कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण और राधा की शादी रचाई जाएगी इसके लिए कार्यक्रम तय किया गया है। शुक्रवार को मंडपाच्छादन, शनिवार को गोवर्धन पर्वत पूजा-अर्चना, रविवार को ध्वजारोहण व सोमवार को कृष्ण और राधा का विवाह समारोह का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में हजारों की तादाद में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।
हिंदू वर्ष का अंतिम और आगमन है यह मेला
इस मेले को हिंदू वर्ष का अंतिम और आगमन मेला कहा जाता हैं। हर साल यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते है, और नए साल के आगमन पर भगवान श्री कृष्ण से सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य की कामना करते हैं। गोवर्धन पर्वत के दर्शन के लिए दर्शनार्थी दूर- दूर से आकर चिंतावागु नदी में स्नान कर गोवर्धन पर्वत पर चढऩा शुरू करते हैं। इस पर्वत की ऊंचाई लगभग 1 हजार मीटर है, पगडंडी रास्ता से 3 -4 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है।
गुफा के अंदर है मेकल दोड्डी
गुफा के अंदर जानवरों का तबेला जैसा बना हुआ है। इस कोठे को मेकल दोड्डी के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि इस दोड्डी में बकरियों को जंगल में चराकर इस जगह बांधा जाता था। काफी समय से यह मेकल दोड्डी के नाम से जाना जाने लगा।
चमगादड़ों के मल से होती है चमत्कार
इस गुफा में चमगादड़ों का डेरा बना हुआ है, चमगादड़ जो मल करते है उसे दर्शन करने गए भक्त उठाकर ले आते है। ग्रामीणों का मानना है कि यह खाद झाड़ फूंक के काम में आता है। इसे थोड़ा-थोड़ा कर ग्रामीण अपने साथ लेकर आते हंै।
पर्यटन का मिला दर्जा पर कोई व्यवस्था नहीं
सकलनारायण गुफा को पर्यटन का दर्जा देकर जिले की वेबसाइट पर चस्पा कर दिया गया है, मगर यह पर्यटकों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। पर्यटन विभाग व स्थानीय प्रशासन इस स्थान को सवारने का काम नहीं किया गया है। सिर्फ पर्यटन का नाम देकर इसे अपने हाल पर छोड़ दिया गया है, यह सालाना मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 7 अप्रैल। जिले के अंतिम छोर में बसे भोपालपटनम ब्लॉक व नगर क्षेत्र में राष्ट्रीय दल भाजपा व कांग्रेस के झंडे गायब हैं। लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ अब कुछ ही दिन बचे हैं, अगले सप्ताह में चुनाव प्रचार थम जाएगा, ऐसे में बस्तर लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के न तो बैनर दिखाई पड़ रहे हंै और न पोस्टर हंै।
ऐसा माना जा रहा है कि इसका सबसे बड़ा कारण नक्सल भय है। देखा गया है कि पिछले तीन महीनों में नक्सलियों ने राजनीतिक से जुड़े लोगों की हत्या की है और लगाकर नक्सल घटनाएं बढ़ती जा रही है। इधर, पुलिस का दबाव काफी बढ़ चुका है। आये दिन कुछ न कुछ घटना हो रही है। इसको देखकर कार्यकर्ताओं में डर का माहौल बना हुआ है।
कार्यकर्ता काम करने को तैयार नहीं
बताया जाता है कि नक्सल भय से मौजूदा समय में राजनीतिक दलों का काम करने को कोई तैयार नहीं है। पार्टी के झंडे उठाकर घूमने की हिम्मत कोई जुटा नहीं पा रहा है। कार्यकर्ता ऐसे क्षेत्र में प्रचार-प्रसार करने से कतरा रहे हंै।
17 तारीख की शाम थमेगा प्रचार
राष्ट्रीय दल क्षेत्रीय दल व निर्दलीय मिलाकर बस्तर लोकसभा सीट पर ग्यारह प्रत्याशी मैदान में हैं। नामांकन संबंधित सारी प्रक्रियाए पूरी हो चुकी है व मतदान के लिए 12 दिन बचे हुए हैं, 17 तारीख की शाम को प्रचार पूरी तरह थम जाएगा।
बाजारों में चुनाव की रौनक नहीं
बस्तर में अमूमन देखा गया है कि साप्ताहिक बाजारों वाले दिनों में प्रत्याशी व कार्यकर्ता प्रचार के लिए माइक पोस्टर लेकर पहुँचते हैं, लेकिन इस दफा ऐसा कुछ नजर नहीं जा रहा है।
76 पोलिंग पेटियां जाएंगी हेलीकॉप्टर में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 5 अप्रैल। घोर नक्सलप्रभावित जिले के लोकसभा चुनाव में 245 मतदान केंद्रों में 99 मतदान केंद्रों को विस्थापित किया गया है जिसका सबसे बड़ा कारण नक्सलवाद है।
जिले के भोपालपटनम ब्लाक में 23 मतदान केंद्र उसूर के 22 भैरमगढ़ के 28 बीजापुर 17 और पड़ोसी जिले नारायणपुर के 9 मतदान केंद्रों को जिला के सुरक्षित वाले स्थानों पर विस्थापित किया जाएंगे इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई है। 2019 कि लोकसभा में 42.20 प्रतिशत का मतदान हुआ था। पिछली दफा 42.20 प्रतिशत हुआ मतदान। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 42.20 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला है वहीं 2023 के विधानसभा चुनाव में वोट का प्रतिशत 48.37 रहा है।
76 पोलिंग पेटियां जाएंगी हेलीकॉप्टर में
जिले के दो सौ पैंतालीस मतदान केन्द्रों में 76 मतदान दल हेलीकाप्टर का सहारा लेंगे दुर्गम व आतिसवेदनसील इलाका होने की वजह से सुरक्षा के मद्देनजर पोलिंग पेटियों व कर्मचारियों को सुरशित लाने ले जाने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है पहुँचविहीन जगहों में हेलीकाप्टर का उपयोग किया जाता है।
170829 मतदाता जिले में
मतदाताओं में महिला मतदाताओं के संख्या ज्यादा है जिले के 170829 मतदाताओं में पुरुष 82186 व महिला 88653 है वहीं तीसरा जेंडर के 8 मतदाता इस चुनाव में भाग लेंगे।
नारायणपुर जिले के 9 मतदान केंद्रों के मतदाताओं को वोट डालने आना होगा भैरमगढ़ ब्लाक। पड़ोसी जिला नारायणपुर ओरछा ब्लाक के अछूता क्षेत्र के नौ मतदान केंद्रों को बीजापुर के भैरमगढ़ ब्लाक में विस्थापित किया गया है। नारायणपुर जिले के लोग वोट देने भैरमगढ़ ब्लाक आएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अप्रैल। जिले के मोदकपाल थाना क्षेत्र के गुड्डीपाल व नुकनपाल से पुलिस ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया हैं। पकड़े गए नक्सली पुलिस पार्टी पर हमला व आईईडी ब्लास्ट की घटना में शामिल रहे।
पुलिस ने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत मोदकपाल थाना क्षेत्र के गुड्डीपाल से नक्सली कुरसम रामचंद्रम निवासी गुड्डीपाल को गुड्डीपाल से पकड़ा गया। पकड़ा गया नक्सली मोदक्पाल थाना क्षेत्र में 7 अप्रैल 2017 को चिन्नाकोडेपाल के पास मुख्य मार्ग पर पुलिस पार्टी को जान से मारने की नीयत से आईईडी ब्लास्ट करने की घटना, व 3 सितंबर 2017 को कांदुलनार के जंगल मे पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की घटना में, 19 अक्टूबर 2017 को ग्राम कांदुलनार के एक ग्रामीण का अपहरण कर हत्या करने की घटना व 17 जनवरी 2018 को चिन्नाकोडेपाल मुरकीनार रोड पर आईईडी ब्लास्ट करने की घटना में शामिल था। पकड़े गए नक्सली के विरुद्ध मोदकपाल थाना में 4 स्थाई वारंट लंबित है।
वहीं दूसरी तरफ मोदकपाल थाना क्षेत्र के नुकनपाल से पुलिस की टीम ने नक्सली मंगू तेलम निवासी नुकनपाल को पकड़ा गया। उक्त नक्सली 11 अगस्त 2008 को आवापल्ली मार्ग पर धारावराम के पास विद्युत विभाग के वाहन को रोककर डीजल टेंक फोडक़र आगजनी करने की घटना में शामिल था। उक्त नक्सली के विरुद्ध मोदकपाल थाना में 1 स्थाई वारंट लंबित हैं। पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध मोदकपाल थाना में वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 अप्रैल। जिले के थाना गंगालूर क्षेत्र में मंगलवार सुबह हुई मुठभेड़ में मारे गए 13 नक्सलियों में अब तक 11 की शिनाख्त कर ली गई है।
ज्ञात हो कि 2 अप्रैल को हुई मुठभेड़ के पश्चात घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान 3 महिला सहित कुल 13 नक्सलियों के शव बरामद किए गए थे।
अब तक जिन 11 नक्सलियों की शिनाख्त हुई है, उनमें सुखराम हेमला पीपीसीएम पीएलजीए कंपनी 2, हूँगा परसी पीएलजीए कंपनी 2, लक्खू कोरसा कंपनी 2 सदस्य, डीवीसीएम सीतक्का ( जितरू , डीवीसी की पत्नी ), पीएलजीए कंपनी 2, दुला कुहराम पीएलजीए कम्पनी 2, सोनू अवलम कंपनी 2 सदस्य, सुदरू हेमला कंपनी 2 सदस्य, चैतु पोटाम कंपनी 2 सदस्य, लच्छू कड़ती कंपनी 2 सदस्य, लक्ष्मी ताती कंपनी 2 सदस्य, कमली कुंजाम कंपनी 2 सदस्य शामिल हैं। अन्य 2 नक्सलियों की शिनाख्तगी की कोशिश की जा रही है।
भोपालपटनम, 5 अप्रैल। फारेस्ट नाके के करीब सामान्य क्षेत्र के जंगल में भीषण आग लगी है। विभाग गहरी नींद में है।
ज्ञात हो कि शरारती तत्व या महुआ बीनने वाले ग्रामीण जंगलों में आग लगाते हैं, जिससे उन्हें महुआ बीनने में सहूलियत होती है।
फारेस्ट नाके से लगे क्षेत्र में आग की लपेटे तेजी से जल रही है। आग बुझाने के लिए वन अमल सक्रिय नहीं है। आग लगने से बेशकीमती वनस्पतियों को नुकसान पहुंचता है। इसके साथ ही वन्य प्राणियों की भी क्षति होती है। बहरहाल ग्रामीणों के सक्रिय सहयोग के बिना वनों की आग रोकना मुश्किल साबित हो रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 अप्रैल। कुटरू व फरसेगढ़ थाना की संयुक्त पार्टी ने एक लाख की ईनामी एलजीएस सदस्य सहित दो महिला नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़ी गई महिला नक्सली ग्रामीण की हत्या, मारपीट व पुलिस पार्टी पर हमला करने की घटना में शामिल थी।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सल विरोधी अभियान के तहत बुधवार को फरसेगढ़ व कुटरू थाना की संयुक्त पार्टी द्वारा चुचकोंटा से एक महिला नक्सली पोयामी सन्नी उर्फ रंजिता (34) निवासी चुचकोंटा थाना फरसेगढ़ को पकड़ा गया। पकड़ी गई महिला नक्सली ग्रामीण की हत्या मारपीट व पुलिस पार्टी पर हमला करने की घटना में शामिल थी। पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा उक्त महिला की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार का ईनाम घोषित है। फरसेगढ़ थाना में उसके खिलाफ 5 स्थाई वारंट लंबित हैं।
वहीं दूसरी तरफ केतुलनार से फरसेगढ़ एलजीएस सदस्य पोयाम फगनी (30) निवासी केतुलनार थाना कुटरू को पकड़ा गया। पकड़ी गई नक्सली के विरुद्ध छग शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत 1 लाख का ईनाम घोषित है। पकड़ी गई महिला नक्सली 10 सितंबर 2015 को एडापल्ली के जंगल में पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की घटना में शामिल थी। उसके विरुद्ध फरसेगढ़ थाना में 1 स्थाई वारंट लंबित हैं।
पकड़ी गई महिला नक्सलियों के विरुद्ध कुटरू व फरसेगढ़ थाना में वैधानिक कार्यवाही के बाद न्यायालय बीजापुर के समक्ष पेश किया गया है।
भोपालपटनम, 4 अप्रैल। नगर पंचायत भोपालपटनम अंतर्गत मतदाता जागरूक अभियान चलाया गया है।
मतदाता जागरूक कार्यक्रम के तहत बस स्टैंड भोपालपटनम में नगर पंचायत के कार्यालय एवं सफाई कर्मचारियों अधिकारियों द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम रखा गया। नगर पंचायत सभागार में वृद्ध जनों को श्रीफल एवं शाल देकर सम्मानित किया गया ।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश कुमार कोसरिया ने स्वच्छता अभियान में भागीदारी निभाते हुए सभी कर्मचारियों को परिसर एवं निकाय अंतर्गत समस्त सार्वजनिक क्षेत्र में स्वच्छ क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी निभाने एवं लोकसभा निर्वाचन में शत प्रतिशत मतदान करने अपने परिवार एवं परिचय को जागरूक करने के लिए कहा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 3 अप्रैल। लोकसभा उम्मीदवार कवासी लखमा को अनपढ़ कॉमेडी नेता के बयान पर राजनीति गरमा गई है। जिला पंचायत सदस्य बसन्त राव ताटी ने प्रेस नोट जारी कर भाजपा नेताओं को माफी मांगनी चाहिए कहा है।
बसंत राव ताटी ने कहा है कि यह बयान न केवल अपनी जमीन से जुड़े और पारंपरिक संस्कृति के रंग में रँगे, समुदाय के सुख-दुख में साथ रहने वाले एक आदिवासी नेता का अपमान है, बल्कि अपने सच्चे प्रतिनिधि के रूप में लखमा दादी को 6 बार विधानसभा भेजने वाले कोंटा क्षेत्र के आदिवासी मतदाताओं का भी सीधा अपमान है।
ताटी ने आगे कहा कि इस बयान से यह भी सिद्ध होता है कि भाजपा दलितों और आदिवासियों की हितचिंतक नहीं बल्कि तथाकथित अभिजात्य वर्ग की पार्टी है। भाजपा नेताओं का यह बयान उनकी पार्टी के असली चरित्र और दूषित मानसिकता को उजागर करता है। कॉमेडी तो भाजपा नेता कर रहे हैं। वे जिस समुदाय के प्रतिनिधि को ‘अनपढ़’ बताकर अपमानित कर रहे हैं, उसी समुदाय से वोट भी माँग रहे हैं।
बसंत ताटी ने इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भाजपा नेता शायद यह भूल गये हैं कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र से सबसे पहले लोकसभा पहुँचने वाले आदिवासी सांसद मुचाकी कोसा जी और विधानसभा में आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले रामा कोंदा जी भी अनपढ़ ही थे। उनके प्रतिनिधित्व से आदिवासी समाज का सम्मान कम नहीं हुआ था, बल्कि उन्होंने अपने समुदाय को गौरवान्वित किया था।
जिला पंचायत सदस्य बसंत ताटी ने बताया कि संविधान ने भारत के पढ़े-लिखे और अनपढ़ - सभी नागरिकों को जनप्रतिनिधित्व का समान अधिकार दिया है। वरना,अनपढ़ लोगों को चुनाव लडऩे का अवसर ही नहीं मिलता। ऐसे में भाजपा नेताओं का यह बयान भारत के संविधान का भी अपमान करता है।
ताटी ने कहा कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा जी अपने समुदाय से जीवंत संपर्क, आत्मीय व्यवहार और जायज मदद के लिये तत्पर रहने वाले स्वभाव के कारण ही क्षेत्र में दादी जैसे सम्मानजनक संबोधन से लोकप्रिय हैं। इस आत्मीय संबोधन से नवाजने वाले आदिवासी समुदाय का सम्मान लखमा जी ने किस प्रकार कम किया होगा? यह सोचने वाली बात है।
लखमा दादी का ठेठ आदिवासी लहजा ही उन्हें समुदाय के लोगों से जोडक़र रखता है। यह सूत्र जिस दिन बाकी नेताओं की समझ में आ जायेगा,जनता से उनकी दूरी समाप्त हो जायेगी। इस खासियत के लिये हमें लखमा दादी की तारीफ करनी चाहिये।
बसंत ताटी ने कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा की लोकप्रियता और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से आपत्तिजनक बयान देने वाले भाजपा नेताओं से कहा कि बीजापुर में आयोजित प्रेसवार्ता में अपने पढ़े-लिखे होने के अहंकार को प्रदर्शित करते हुए लखमा जी के बहाने आदिवासी समुदाय को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने वाले अपने आदिवासी विरोधी बयान के लिये भाजपा के संबंधित नेताओं को समस्त आदिवासी समाज और उसके सच्चे प्रतिनिधि कवासी लखमा जी से माफी माँगनी चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 3 अप्रैल। बुधवार को नक्सली बंद के दौरान बंद को असफल बनाने एसडीएम और पुलिस जवानों ने दुकान-दुकान जाकर दुकानें खुलवाई है।
कुछ दिन पहले माओवादियों ने 30 मार्च व 3 अप्रैल को बंद का आह्वान किया था, जिसको लेकर पुलिस सतर्क हो गई थी, 30 मार्च को व्यापारी प्रतिष्ठानें पूरी तरह बंद रही व बसों के पहिए भी थमे हुए थे।
बुधवार को नक्सली बंद के दौरान पुलिस व प्रशासन ने बंद के एक दिन पूर्व जिले के थानों में व्यापारियों की बैठक कर दुकाने खोलने को कहा गया, लेकिन दूसरे दिन दुकानें नहीं खुली जिसको देखकर एसडीएम एवं थाना प्रभारी अपनी दल बल के साथ हर किसी के दुकान जाकर दुकानें खुलवाई है। लेकिन बसों के पहिए थमे रहे। जगदलपुर व रायपुर से आने वाली बसें नहीं आई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अप्रैल। प्रेशर बम की चपेट में आकर एक जवान जख्मी हो गया। मंगलवार को एंटी नक्सल ऑपरेशन से लौटते वक्त ब्लास्ट हुआ। गंगालूर थाना क्षेत्र का मामला है।
बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि मुदवेंडी कैंप से एंटी नक्सल ऑपरेशन पर जवान निकले थे। विस्फोट की चपेट में आकर कोबरा 202 बीएन में पदस्थ जवान के पैर में गंभीर चोट आई। घायल जवान को एयर लिफ्ट कर बेहतर उपचार के लिए रायपुर भेजा गया।
सीएमओ से लगाई गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 3 अप्रैल। नगर से सटे सेंड्रापारा के ग्रामीण इन दिनों लाल पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। कई वर्षों से साफ पानी की मांग कर रहे हैं, पर उनकी समस्या का हल नहीं हुआ। परेशान ग्रामीण सोमवार को नगर पंचायत कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्या सुनाई।
इन दिनों सेंड्रापारा के ग्रामीण पानी जैसी समस्याओं से परेशान है उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने हर दल के नेताओं से इस बड़ी समस्या से अवगत कराया है, लेकिन कुछ नहीं हुआ इससे पहले भी उन्होंने नगर पंचायत के सीएमओ से मुलाकात कर समस्या से निजाद दिलाने की बात कही, लेकिन वह क्षेत्र नगर पंचायत के अंतर्गत नहीं आता, इसलिए उनकी समस्या का हल नहीं हुआ।
सेंड्रापारा निवासी संतोषी चिन्नाबोइना ने बताया कि पानी की सबसे बड़ी किल्लत है। मोहल्ले में चार बोर है मगर उसमें लाल पानी निकलता है वह पीने योग्य बिल्कुल भी नहीं है। उस पानी को पीने से यहां बसे लोग बीमार पड़ रहे थे। टाइफाइड की समस्या हो रही थी। पानी उबालने से ऊपर तेल जैसा चिकनापन आ रहा है।
संतोषी ने बताया कि अभी लोग दूसरे जगह नाकापारा से पानी लाकर पी रहे है, लेकिन कब तक लंबी दूरी तय कर पानी ढोना पड़ेगा, इसका हल नहीं निकल पा रहा है। कहीं भी जाओ तो आश्वासन ही मिलता है।
भीषण गर्मी में पानी की हो रही किल्लत
ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी की वजह से पानी की ज्यादा जरूरत पड़ रही है यह पीने योग्य पानी नहीं है बोरिंग में लाल पानी निकल रहा है। आधा किलोमीटर नाकापारा के एक बोरिंग से पीने के पानी की ढुलाई करनी पड़ रहा है।
शुद्ध पेयजल मुहैय्या करने नहीं हुई पाइप लाइन की व्यवस्था
तीमेड़ नदी से पानी लाकर उसे फिल्टर कर लोगों तक पहुंचाने की योजना लगभग फेल होती दिखाई पड़ रही है। यह योजना मात्र ब्लॉक मुख्यलय तक सीमित है। फिल्टर पानी सिर्फ नगरवासियों को मुहैया हो रहा है। ग्रामीण इलाकों में पानी नहीं पहुंच रहा है।
न घर के रहे न घाट के
2005 के सलवा जुडूम हिंसा की वजह से भगकर आए ग्रामीण न घर के रहे न घाट के। इन्हें न ही नगर पंचायत की सुविधाएं मिल रही है और न ही जनपद पंचायत की। यह ग्रामीण अधर में लटके हुए हैं। आवास, पानी, सडक़ जैसी कोई सुविधाएं नहीं है। शासन-प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं देता है।
नगर पंचायत के सीएमओ दिनेश कुमार कोशरिया का कहना है कि समस्या संज्ञान में आने के बाद मौके का मुआयना किया गया। देखा गया है कि ग्रामीणों के साथ समस्या तो है, प र आसपास पाइप लाइन नहीं है। पानी मुहैया हो और समस्या हल हो सके, इसके लिए उच्च अधिकारियों से बात करनी पड़ेगी।
नाबालिग खुदकुशी: सर्व आदिवासी समाज ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 अप्रैल। रविवार को तुमनार रोड में आईटीआई के पास एक नाबालिग युवती का शव पेड़ पर लटकता मिला था। परिजनों ने युवती की आत्महत्या को संदिग्ध बताते हुए सर्व आदिवासी समाज के माध्यम से उच्च स्तरीय जांच कराने तथा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गूराम तेलामी ने बताया कि सर्व आदिवासी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल मृतिका के घर पहुंच कर अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल हुआ तथा घटना की जानकारी जुटाई गई है।
जग्गू राम तेलामी ने बताया कि मृतिका (17 वर्ष) निवासी चिन्नाकोड़ेपाल की रहने वाली है तथा यहां बीजापुर में अपनी मौसी के यहां रहती थी। परिजनों के अनुसार शनिवार को किसी से फोन में बात करके घर से निकली थी और एक बजे के करीब अपनी सहेली से बात कर फोन काट दिया था। जिसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। रविवार को परिजनों को सूचना मिली कि तुमनार रोड कोकड़ा पारा के पास शव लटका हुआ है।
जग्गू राम तेलामी ने कहा कि बीजापुर में परदेशियों की बढ़ती संख्या के चलते जिले अपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। आदिवासी युवतियों को कथित तौर पर प्रेमजाल में फंसा कर उनके इज्जत आबरू के साथ खिलवाड़ के साथ शादी का झांसा देकर उनकी जमीनों पर कब्जा जैसी घटनाएं बढ़ती जा रही है।
जग्गू राम तेलामी ने कहा कि सर्व आदिवासी समाज बीते वर्षों में यहां फर्जी तरीके से आदिवासी जमीनों के मालिक बने बैठे लोगों की जांच के साथ 17 वर्षीय आदिवासी युवती के आत्महत्या मामले में जल्द कार्रवाई करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करता है।
बगैर जीएसटी के समान ले जाने वाले मालवाहकों की जांच हो-चेम्बर अध्यक्ष
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 1 अप्रैल। बगैर जीएसटी नंबर के माल सप्लाई करने वाले मालवाहकों पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर भोपालपटनम के चेम्बर अध्यक्ष ने नाराजगी जताई है।
चेम्बर अध्यक्ष प्रेम कुमार गुज्जा ने बताया कि रोजाना दो से तीन पिकअप वाहनों में कुलर, अलमारी, बेड बनाने की लकड़ी गद्दे आ रहे हैं, जिनके पास न जीएसटी नम्बर है न ही जीएसटी बिल है और न ही नगर पंचायत में व्यवसाय करने का वैध दस्तावेज है।
प्रेम कुमार ने कहा कि स्थानीय स्तर पर गुमस्ता एक्ट का पालन किया जा रहा है, इस समस्या से स्थानीय व्यापारीयो पर भारी असर पड़ रहा है। प्रेम कुमार ने कहा कि संगठन द्वारा समय-समय पर स्थानीय अधिकारियों को ध्यान आकर्षित किया जाता रहा है, पर इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता है
उन्होंने सोशल मीडिया पर चेतावनी दी है कि जल्द ही इस विषय का उचित हल निकाले, नहीं तो स्थानीय व्यापारियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
जगदलपुर के गैरेज में आता है कि बिना जीएसटी का सामान
इधर, कुछ स्थानीय व्यापारियों का आरोप है कि जगदलपुर से जो गैरेज रोजाना समान लेकर आता है, उसमें भी बिना जीएसटी नंबर के कई समान आ रहे हैं, उसकी भी जांच होनी चाहिए। चेम्बर अध्यक्ष ने सभी वाहनों की जांच करने को कहा है।
बार्डर में लगे है चेक पोस्ट फिर भी दी जा रही ढील
प्रेमकुमार ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा है कि तिमेड़ व तारलागुड़ा चेक पोस्ट पर इन दिनों कड़ाई से चेकिंग के लिए कर्मचारी और पुलिस को तैनात किया है, उसके बावजूद भी बगैर बैध दस्तवेज के समान सप्लाई हो रहा है। बाहर से आए व्यापारियों को ढील दी जा रही है।
बरसों से बुझती थी हजारों ग्रामीणों की प्यास
मो.इमरान खान
भोपालपटनम, 1 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। राजमहल परिसर में सदियों पुराना कुआ भोपालपटनम, मामिडगुडा, गोल्लगुड़ा सहित दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीणों की प्यास बुझाने में काम आया करता था। इस कुएं के पानी को पटनम सहित आस पास गांव के लोग इस्तेमाल किया करते थे। आज यह खंडहर में तब्दील हो चुका है।
लगभग 1900 ईसवी में बना भोपालपटनम का राजमहल पटनम की भव्यता देखते ही बनती है, लेकिन संरक्षण के अभाव में आज ये राजमहल खंडहर में तब्दील हो चुका है। इस कुएं में पानी का स्रोत बहुत है यह कुआ कभी नहीं सूखा है। भीषण गर्मी में भी लोगों को भरपूर पानी मिल जाता था कुएं से पानी ग्रामीण कंधे में कावड़ लगाकर ले जाते थे। कुएं के चारों ओर पानी भरने वालों की कतार लगी रहती थी। रात के 3 बजे से ही ग्रामीणों का कुए से पानी निकालना शुरू हो जाता था। पूरे दिन पानी का इस्तेमाल हुआ करता था इसके बाद भी पानी की कभी कमी नहीं हुई।
बताया जाता है कि एक बार सफाई के दौरान जहाँ से पानी का स्रोत था वह कारीगरों ने पत्थर लगाकर स्रोत कम कर रखा था 90 की दशक में सफाई करते वक्त यह देखने को मिला था कि उस पत्थर को निकालने पर मोटी धार से पानी निकलने लगा था। उसको तुरंत वैसे ही बंद कर दिया गया।
बगीचे में पर्याप्त मात्रा में होता था पानी का उपयोग
राजमहल के बाउंड्री से लगे बगीचे अमराई के लिए इस कुएं से पानी निकाला जाता था। बगीचे में फलदार पेड़ आम, जाम, निम्बू, सीताफल के पेड़ लगे हुए थे व हरी सब्जियां भी उगाई जाती थी। इन सब्जियों का इस्तेमाल राजबाड़ा में रहने वालों के लिए खाने के काम में आती थी
सागौन की लकडिय़ां थी आय का स्रोत
ब्रिटिश काल में भोपालपट्नम एक अच्छी जमीदारी थी जिसका कुल परीक्षेत्र 722 वर्ग फिट था 1908 से पहले भोपालपटनम में राजमहल, पुलिस थाना और तहसील कार्यालय भी बनाया गया था। इस इलाके में सागौन जैसी कीमती लकडिय़ां आय का साधन थी उस समय गोदावरी और इंद्रावती नदी से लकडिय़ों का निर्यात किया जाता था। बस्तर में मध्यकाल से लेकर रियासत काल तक शासन संचालन में जमीदारों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बस्तर में फोतकेल पामेड़-कुटरु, भोपालपटनम, सुकमा चिंतलनार, कोत्तापल्ली और परलकोट प्रमुख जमीदारियां रही है, जिसमें में से कुटरू सबसे बड़ी तो फोतकेल सबसे छोटी जमीदारी रही।
जीर्णोद्धार की है जरूरत
कुएं के अन्दर बाहर पौधे उग गए है पूरी तरह से जर्जर की स्थिति में है। जीर्णोद्धार की जरूरत है। लोगों का मानना है कि कुएं की रिपेरिंग कर मोटर लगाकर पानी को नगर में सप्लाई दिया जा सकता है। जिससे राजमहल की निशानियां भी बनी रहेगी व लोगों को आसानी से शुद्ध पानी भी मिल पाएगा।
इतिहास बन रहा मलियामेट
भोपालपटनम नगर को यह सुध ही नहीं कि उनकी महानतम विरासत की निशानियाँ मटियामेट हो रही हैं। लम्बे समय तक रियासतकालीन राजनीति के केन्द्र में रहा राजमहल भवन अभी पूरी तरह क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है, और यदि कोशिश की जाए तो इसे बचाया जा सकता है। भवन के भीतर के भवनों में कब्जा कर लिया गया है तथा पीछे अवस्थित मैदानों में भी लोग झोपडिय़ाँ बना कर रहने लगे हैं। सामने की संरचना, भीतर का अहाता और उससे लग कर अनेक भवन अभी ठीक-ठाक अवस्था में हैं, जबकि पिछली दीवारों पर बरगद का कब्जा है। अनेक बड़े कमरे अब ईंटों का ढेर रह गये हैं। इसे सवारने की सुध किसी ने नहीं ली है।
संरक्षण की जरूरत
साहित्यकार लक्ष्मीनारायण पयोधि ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि यहाँ कुआँ सैकड़ों साल पुराना है, भोपालपटनम सहित कई गांव के लोगों की प्यास बुझाता था, इस कुएं में कई जल स्रोत थे, इतने ज्यादा की कुछ जल-स्रोतों को बंद करवाना पड़ा। भीषण गर्मी में भी यहाँ कुआं आज तक नहीं सूखा है, इसको संरक्षण करने की जरूरत है।
बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 29 मार्च। नक्सलियों के द्वारा प्लांट की गई आईईडी बम की जद में आकर एक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। नक्सलियों ने घटना के बाद जख्मी हालत में युवक को अपने कब्जे में बंधक बनाकर रखे हुए थे।
पुलिस ने प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी है कि नैमेड़ थाना क्षेत्र ग्राम कचिलवार निवासी युवक गुड्डू लेकाम (18) अपने किसी निजी काम से तेलंगाना के चेरला गया हुआ था। गत 11 मार्च 2024 को वह वापस कचिलवार आने के लिए पैदल ही जंगल के रास्ते निकला था। इसी बीच गुड्डू इतावर गांव के पास पहुंचा ही था कि शाम 7.30 बजे के आसपास नक्सलियों द्वारा पुलिस को नुकसान पहुंचाने की नीयत से लगाये गए आईईडी बम की चपेट में आने से गुड्डू बुरी तरह घायल हो गया।
घायल होने के वाद नक्सली उसे वहीं बंधक बनाकर 28 तारीख तक छुपा कर रखे थे। गुड्डू के परिजनों को घटना का पता चलते पर गांव वालों के साथ जाकर गुड्डू लेकाम को इतावर से वापस लाकर जिला अस्पताल में भर्ती किये। जहां उसकी हालत गंभीर होने व दोनों पैर जख्मी होने से बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेज दिया गया है। बीजापुर थाना में नक्सलियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 29 मार्च। कोंटा के 6 बार के विधायक, पूर्व कैबिनेट मंत्री और बस्तर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी कवासी लखमा गुरुवार को बीजापुर जिले के दौरे पर थे। उन्होंने जिले के भोपालपटनम, मद्देद, आवापल्ली और बीजापुर क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भेंट मुलाक़ात की। इसके बाद जि़ला कांग्रेस भवन बीजापुर में कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद देश के हर महिला को साल में एक लाख रुपये देने की गारंटी कांग्रेस पार्टी देती है, इस हिसाब से प्रति महीना 8333 रुपये देश की प्रत्येक महिला को मिलेंगे।
कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता में आगे कहा कि जब से देश में भाजपा की सरकार बनी है, तब से बेरोजग़ारी और महंगाई बड़ी है देश का युवा पिछले दस सालों से रोजग़ार माँग रहा है लेकिन मोदी सरकार देश के युवाओं को नौकरी देने में पूरी तरह नाकाम रही। मोदी की गारंटी पूरी तरह फेल हो गई है।
लखमा ने कहा- केंद्र में जैसे ही कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी, सबसे पहले 30 लाख से अधिक ख़ाली पड़े सरकारी नौकरियों को भरने का काम करेंगे, यह कांग्रेस पार्टी की गारंटी है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कवासी लखमा ने कहा कि भाजपा की सरकार में आदिवासी सबसे अधिक उपेक्षित, शोषित और ठगी का शिकार हुआ है। आज जि़ला मुख्यालय बीजापुर भी सुरक्षित नहीं है। होली जैसे पवित्र त्योहार में गोलीबारी हो रही है। यह तो बस्तर की आराध्य देवी माँ दंतेश्वरी देवी की कृपा है जिनके आशीर्वाद से बस्तर के लोग सुरक्षित हंै। प्रेस वार्ता में कवासी लखमा ने आगे कहा कि बस्तर में पहले तेंदूपत्ता की कोई अहमियत नहीं थी, मैंने तेंदूपत्ता को उचित क़ीमत दिलाने के लिए एक लंबी लड़ाई मैंने लड़ी थी, जिसका परिणाम है कि आज तेंदूपत्ता आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के आय का सबसे बड़ा ज़रिया बना। लोग तेंदूपत्ता बेचकर अच्छा आय अर्जित करने लगे हैं।
कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाये जैसे हर परिवार को 35 किलो चावल और बेरोजग़ारी भत्ता देने काम किया था।
अब विष्णुदेव साय की सरकार कांग्रेस की बनाई हुई योजनाओं को ख़त्म कर रही है। अब हर परिवार को 35 किलो चावल की जगह मात्र 5 किलो चावल भाजपा सरकार दे रही है। भूपेश बघेल की सरकार ने 1700 से अधिक आदिवासियों को जेल से छुड़वाया था लेकिन भाजपा और विष्णु देव साय की सरकार फिर से निर्दोष आदिवासियों को जेल में डालने का काम कर रही है।
प्रेस वार्ता के दौरान बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी, जि़ला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जि़ला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, जि़ला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे, जि़ला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, जि़ला पंचायत सदस्य सोमारु कश्यप, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बेनहुर रावतिया, वरिष्ठ पार्षद प्रवीण डोंगरे, जि़ला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ज्योति कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश जैन, वरिष्ठ कांग्रेसी गिरधारीलाल राठी, राजू गांधी और वीरेंद्र सिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपट्नम, 29 मार्च। गोंडवाना समाजों द्वारा गांव-गांव में करसाड़ मनाने की शुरुआत हो चुकी है, 27 व 28 मार्च को कुचनुर गांव में बड़े ही धूमधाम से पेन पोम्मलैया बमनम्मा के साथ सभी देवी -देवता कुचनुर पहुंचे।
समाज के देवी -देवता भोपालपट्नम ब्लॉक के आठ गांवों में त्योहार मनाएंगे। बीते दिनों समाज प्रमुखों ने बैठक बुलाकर तारीखों पर मंथन किया गया है। बुधवार गुरुवार को कुचनुर से करसाड़ की शुरुआत हुई है, 1 व 2 मई को कंदुलनार में पंडुम मनाया जाएगा, जिसके पेन जिब्वाकाटी होंगे 22 व 23 मई को यापला में कार्यक्रम होगा, जिसमें पेन शिखरदरुड होंगे 30 मई को वंगापल्ली में पंडुम का आयोजन होगा, जिसमें पेन मुंगाराज शामिल होंगे 5 व 6 जून को सड्रापल्ली में पंडुम होगा, जिसमें पेन एडनाल मुसलोड होंगे 12 व 13 जून को पोषड़पल्ली में देवी देवताओं का पंडुम मनाया जाएगा, जिसमें पेन एड़ीमर्री अट्टमपडग़ु होंगे 15 व 16 जून को पामगल आयोजन होगा, जिसमें पेन चिन्नापेल्लड़ होंगे।
19 व 20 जून को पेगड़ापल्ली में पंडुम का आयोजन होगा, जिसमें पेन इंदावेल्ली होंगे गांवों में त्योहार मनाने के बाद सभी पेन एक-दूसरे करसाड़ पर चले जाएंगे। दो दिन के करसाड़ जात्रा के बाद पेन की बिदाई दी जाएगी। उसके बाद बीज त्योहार मनाया जाता है।
सैकड़ों की भीड़ के साथ आते है देवी-देवता
गांवों में हो रहे देवी-देवताओं का करसाड़ में सैकड़ों की तादात में गोंडवाना समाज के लोग इक_ा होते है। निर्धारित किए गए गांवों में सभी देवी-देवताओं का एक साथ मिलान होता है। गोंडवाना समाज द्वारा यह कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
मंदिर में पूजा कर चुनाव-प्रचार शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 28 मार्च। बस्तर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करते ही दूसरे दिन अपने पक्ष में वोट मांगने भोपालपटनम पहुंचे।
कांग्रेस ने बस्तर लोकसभा में लगातार 6 बार कोंटा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले कवासी लखमा को नामांकन से दो दिन पहले अपना उम्मीदवार बनाकर खड़ा किया है। उनके प्रत्याशी घोषित होने से पहले चर्चाओं में दीपक बैज और हरीश कवासी नाम सामने आ रहा था। केंद्रीय हाईकमान के सलाह मशवरा के बाद नामांकन के दो दिन पूर्व कवासी लखमा का नाम तय किया गया है।
नामांकन भरने के बाद सबसे पहले कवासी लखमा भोपालपटनम नगर पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी के घर में सबसे पहले उन्होंने व्यापारियों से मुलाकात कर बातचीत की और अपने पक्ष में वोट मांगा।
इसके बाद उन्होंने कांग्रेस भवन में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने पार्टी को जिताने कार्यकर्ताओं में ऊर्जा पैदा की। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए।
एक दिवसीय बीजापुर जिले के दौरे पर कवासी लखमा ने भोपालपटनम गांधी चौक में स्थित शनिदेव, हनुमान मंदिर में नारियल फोडक़र माथा टेका। उन्होंने यहीं से चुनाव प्रचार की शुरुआत की।
कारोबारियों से की मुलाकात
प्रत्याशी कवासी लखमा ने नगर के व्यापारियों से मुलाकात की। उन्होंने व्यापारियों को संबोधित करते हुए सलवा जुडूम की बीती परेशानियों को याद दिलाया। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय राजेन्द्र पामभोई कभी नहीं चाहते थे कि सलवा जुडूम यहां आए। उन्होंने कहा- हमारे प्रयासों से भोपालपटनम में सलवा जुडूम उतना नहीं पनपा है। मद्देड़ से जुडूम आंदोलन वापस चला गया है। उन्होंने कहा कि भोपालपटनम से उनका उनके पार्टी का अच्छा नाता है। उन्होंने व्यापारियों से सहयोग मांगा।
कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन
कवासी लखमा ने कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं का सम्मेलन किया, जिसमें कार्यकर्ताओं को कांग्रेस पार्टी के पक्ष में वोट मांगने का जोश भरा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि पार्टी को और मजबूत बनाना है। केंद्र में बस्तर संभाग की समस्याओं को पहुंचाने के लिए अपनी पार्टी के हर एक कार्यकर्ता जनता तक पहुंचे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 28 मार्च। नगर पंचायत कार्यलय में अज्ञात चोरों ने बीती रात धावा बोला है कार्यलय के पीछे दरवाजे से घुसकर सभी कमरों में तहस नहस कर इन्वर्टर व बैटरी को पार किया है।
बुधवार- गुरुवार की दरमियानी रात अज्ञात चोरों ने स्टोर रूम का ताला तोड़ाकर वहां से पाना पेचिस नल फीटिंग का समान लेकर कार्यलय के पीछे से चैनल गेट में लगे ताले को तोडक़र अंदर घुस गए।
सीएमओ रूम, एकाउंटेन्ट रूम, अध्यक्ष रूम, ऑफिस स्टाफ रूम सभाकक्ष व अन्य रूम के ताले तोडक़र हुड़दंग मचाया। आवक-जावक रूम में लगे दो विगार्ड की बैटरियां इन्वर्टर उठाकर ले गए व पुराने सीएमओ रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर के साथ छेड़छाड़ की गई है और जगह जगह लगे सभी कैमरों को तोडफ़ोड़ किया गया है। देखा गया है कि पहले अंदर घुसते ही लाइट को बंद कर दिया गया था। बोर्ड में लगी सभी एमसीबी को गिरा दिया गया, उसके बाद चोरी की।
सुबह ऑफिस के टाइम पर चपरासी ने सामने गेट का ताला खोला, तब चोरी की जानकारी मिली। उसने तत्काल अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना कर पंचनामा तैयार किया है, चोरों की पतासाजी की जा रही है।
नगर पंचायत के कार्यालय में चौकीदार की नियुक्ति नहीं की गई है। सीएमओ दिनेश कुमार कोशरिया ने बताया कि चौकीदार रखने का कोई सेटअप नहीं है। चोरी के बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बीजापुर, 28 मार्च। मारपीट व लूट की घटना में शामिल एक ईनामी नक्सली को जिलाबल व छसबल की 13वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है।
जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत जिलाबल व छसबल की 13वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने एरिया डॉमिनेशन के दौरान फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के पैकरम से एक नक्सली मिलिशिया सदस्य शशी कुमार गोटा निवासी स्कूल पारा पैकरम थाना फरसेगढ़ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पकड़ा गया नक्सली 25 नवंबर 2023 को ग्रामीण से मारपीट करने व लूट की घटना में शामिल था। उक्त नक्सली की गिरफ्तारी के लिए बीजापुर एसपी ने 10 हजार का ईनाम उद्धोषित किया है। फरसेगढ़ थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद उक्त नक्सली को न्ययालय के समक्ष पेश किया गया।
बीजापुर, 26 मार्च। रविवार की रात बीजापुर नगर के अटल आवास से लगे मनकेली गोरना के जंगल के पास नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम के नक्सलियों ने डीआरजी जवान को गोली मार कर घायल कर दिया था। सोमवार को एक बार फिर बासागुड़ा इलाके में अज्ञात हमलावरों ने तीन ग्रामीणों पर कुल्हाड़ी से प्राण घातक हमला कर दिया। इस हमले में दो ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई। वही एक ग्रामीण को जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार की शाम करीब 5 से 6 बजे के दरमियान बसागुड़ा थाना क्षेत्र के बासागुड़ा पुसबाका मार्ग पर कलार पारा के पास अज्ञात हमलावरों ने तीन ग्रामीणों पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर हत्या कर दिया। इस हमले में चन्द्रिया मोडियम व अशोक भंडारी की मौके पर ही मौत हो गई। वही एक अन्य ग्रामीण रमेश कारम इस हमले में जख्मी हो गया। जिसे इलाज के लिए बासागुड़ा अस्पताल लाया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह घटना आपसी रंजिश से जुड़ा लग रहा है। पुलिस अज्ञात हमलावरों की तलाश कर रही हैं। जांच के बाद ही घटना की वास्तविक कारण का पता लग पायेगा।