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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 नवंबर। कांग्रेस प्रत्याशी अम्बिका सिंहदेव की आमसभा में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की मौजूदगी में स्कूली बच्चे आमसभा में आ गए। जिसके बाद रिटर्निंग अफसर ने विधायक अम्बिका सिंहदेव को नोटिस जारी किया है, वहीं कलेक्टर ने स्कूल के प्राचार्य को निलंबित कर दिया है।
रिटर्निंग ऑफिसर विधानसभा क्षेत्र 03 बैकुण्ठपुर अंकिता सोम ने बैकुंठपुर विधानसभा निर्वाचन के इण्डियन नेशनल कांग्रेस प्रत्याशी अम्बिका सिंहदेव को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन किए जाने पर 3 नवम्बर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
ज्ञात हो कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 9 अक्टूबर से विधानसभा आम निर्वाचन के लिए घोषणा जारी किये जाने के साथ ही कोरिया जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में आदर्श आचार संहिता प्रभावशील है।
रिटर्निंग अधिकारी अंकिता सोम ने जानकारी दी है कि वीडियो निगरानी दल के प्रतिवेदन एवं वीडियो के अवलोकन में यह पाया गया कि 2 नवम्बर को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/हिन्दी माध्यम विद्यालय पटना (हाई स्कूल करजी) ग्राउण्ड में इण्डियन नेशनल कांग्रेस के स्टार प्रचारक डॉ. चरणदास महंत का आपके पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में स्कूल के बच्चों द्वारा स्कूल यूनिफॉर्म में स्टेज पर जनप्रतिनिधियों को गुलदस्ता से स्वागत किया गया एवं फोटोग्राफ हेतु पोज दिया गया।
विदित हो कि चुनावी सभा के आयोजन कर लिए स्कूल के प्राचार्य द्वारा दिये गये अनापत्ति प्रमाण पत्र के आधार पर रिटर्निंग आफिसर बैकुण्ठपुर द्वारा सभा के आयोजन के लिए अनुमति जारी की गई थी, किन्तु स्कूल यूनिफॉर्म में आये अन्य बच्चों एवं श्रोताओं के साथ स्टेज के सामने बैठकर एवं खड़े होकर चुनावी प्रचार के भाषण को सुना गया। इस प्रकार स्कूली बच्चों को यूनिफॉर्म में चुनावी सभा में सम्मिलित कराया गया, जो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
रिटर्निंग ऑफिसर अंकिता सोम ने कांग्रेस प्रत्याशी अंबिका सिंहदेव को तीन दिन के भीतर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आदेश पत्र में यह भी कहा गया है कि नियत समयावधि में जवाब प्रस्तुत न होने पर एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
निलंबित किए गए प्राचार्य
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी / हिन्दी माध्यम विद्यालय पटना (हाई स्कूल करजी) ग्राउण्ड में चुनावी सभा में स्कूल के बच्चों द्वारा स्कूल युनिफॉर्म में स्टेज पर जन प्रतिनिधियों को गुलदस्ता से स्वागत एवं फोटोग्राफ हेतु पोज दिया गया।
इसके पश्चात् स्कूल युनिफॉर्म में आये अन्य बच्चों एवं श्रोताओं के साथ स्टेज के सामने बैठकर एवं खड़े होकर चुनावी भाषण का श्रवण किया गया, जो कि विद्यालय के प्राचार्य द्वारा चुनाव आदर्श आचारनसंहिता का स्पष्ट उल्लंघन किया जाना पाया गया।
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी / हिन्दी माध्यम विद्यालय पटना के प्राचार्य देवकरण सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उनके द्वारा प्रस्तुत जवाब समाधानकारक नहीं पाया गया। अत: चुनाव आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन किये जाने एवं छ.ग. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 की धारा (3) के विपरित आचरण किये जाने पर देवकरण सिंह, प्राचार्य, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी / हिन्दी माध्यम विद्यालय पटना को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। निलम्बन अवधि में उनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, कोरिया, बैकुण्ठपुर निर्धारित किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 नवंबर। भरतपुर में बीते कांग्रेस की सरकार में 5 वर्षो से अवैध रेत का अवैध कारोबार जमकर फलाफूला, यहां न सिर्फ एक तरफ बल्कि जनकपुर के चारों ओर से रेत का अवैध कारोबार को लेकर ग्रामीणों की नाराजगी किसी ने छिपी नहीं है। जो अब चुनावी मुद्दा बनकर उभर चुका है, वहीं रेत माफियाओं की गुंडागर्दी भी अब सामने आने लगी है, जमीन का किराया मांगने पर अब रेत माफिया गोली से मारने की धमकी दे रहे हैं।
दरअसल, भरतपुर सोनहत विधानसभा के भरतपुर मे चाहे वो कोटाडोल का क्षेत्र हो,, मांड़ीसरई हो या कंजिया का क्षेत्र चारों ओर से अवैध रेत उत्खनन और उसे मप्र यूपी में बेचने का काम जोरों पर रहा है। माड़ी सरई क्षेत्र में हरचोका गांव से होकर बहने वाली मवई नदी से अवैध उत्खनन को लेकर कई बार ग्रामीणों ने आंदोलन प्रदर्शन के साथ 10 दिन तक धरना भी दिया, परन्तु रेत माफिया की राजनीतिक सांठगांठ के आगे किसी की नहीं चली। मवई नदी और मुख्य मार्ग तक रेत लाने के लिए रेत माफियाओं ने जमीन मालिको से स्टांप पेपर में एग्रीमेट किया, कि उसका वो किराय देंगे और अब वो मुकर गए।
गोली मारने की धमकी
हरचोका निवासी रोशन पांडेय, सदीप पांडेय, मनीष पांडेय के खसरा नंबर 334/1, 334/2, 341 और संजय पांडेय, अजय पांडेय, विजय पांडेय की स्वामित्व वाली भूमि से रेत माफिया सतीश सिंह बघेल निवासी सीधी मप्र नेे 50 रु. के स्टांप पर एग्रीमेंट किया, जिसमें प्रत्येक हिस्सेदार को 20 हजार प्रतिमाह भूमि का किराया देने का करार हुआ।
यह करार मवई नदी से सडक़ पर रेत को लाने के बीच में पडऩे वाली भूमि के किराए को लेकर किया गया था, परन्तु जब रेत का परिवहन बंद हो गया ओर काफी मात्रा में रेत निकाल ली गई, तो किराया देने से रेत माफिया ने साफ इंकार कर दिया, जमीन मालिक संजय और मनीष पांडेय का कहना है हमारा किराया दे नहीं रहे है रेत माफिया का कहना है पैसा नही देंगें जहां जाना है जाओ, ज्यादा बोलोगे तो गोली मार दूंगा।
बना बड़ा चुनावी मुद्दा
भरतपुर में रेत का अवैध कारोबार जारी विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बना हुआ है, जो कांग्रेस के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। इस मुद्दे को भाजपा, गोडवाना गणतंत्र पार्टी, आम आदमी पार्टी भुना रही है, कांग्रेस इस मुद्दे पर बैकफूट पर है। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों ने बीते 5 साल विरोध भी किया, भाजपा के कार्यकाल में वर्तमान विधायक गुलाब कमरो अवैध रेत उत्खनन को लेकर काफी विरोध करते देखे जाते रहे।
इस मुद्दे को उन्होंने जमकर भुनाया और उसका लाभ भी उन्हें मिला और भाजपा का बड़े अंतर से 2018 के विधानसभा चुनाव में हराया, परन्तु अब बात उल्ट चुकी है, जिस मुद्दे पर विधायक विरोध करते थे, अब वो विपक्षियों के साथ आमजन के लिए चुनावी मुद्दा बन चुका है। ग्रामीण खुल कर इस पर कांग्रेस से जवाब मांग रहे है। जिसका जवाब कांग्रेस के पास नहीं है।
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 नवंबर। वन मंडल मनेन्द्रगढ़ अंतर्गत बहरासी रेंज में परिक्षेत्र सहायक की सूझबूझ से दो आरोपी जंगली सुअर मार कर उसका मांस बेचते हुए पकड़ाए। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
बहरासी वन परिक्षेत्र के क्षेत्र सहायक को सूचना मिली कि ग्राम चुटकी में अमर सिंह गोंड एवं समारू पण्डो धोवाताल के द्वारा जीआई तार से फंदा लगाकर वन्य प्राणी जंगली सुअर को मारकर सहयोगियों के साथ कटवाकर बेचा जा रहा है, जिसके बाद वनविभाग बहरासी की संयुक्त टीम को तत्काल कार्रवाई करने के लिए भेजा।
परिक्षेत्र अधिकारी इंद्रभान पटेल और उनकी टीम रात 8 बजे ग्राम चुटकी में दबिश देकर मौक़े पर रंगे हाथों अमरसिंह गोंड से पूछताछ कर धान लगे खेत में वन्य प्राणी जंगली सुअर का कटा हुआ ताजा मांस थाली में तीन किलोग्राम रखा हुआ, दो गंडासा और कुल्हाड़ी सहित पकड़ा। मौके पर पंचनामा बनाकर जब्त किया गया। आरोपी अमरसिंह के ही निशानदेही पर धोवाताल में दबिश देकर समारू पण्डो के घर से थैले में रखा हुआ जंगली सुअर की आंत तीन किलोग्राम बाल लगा हुआ जब्त किया गया ।
आरोपियों द्वारा बिना अनुमति के जंगली सुअर का अवैध शिकार करना तथा व्यापार विनियमन करना स्वीकार किया गया। अपराध में पूर्णत: संलिप्तता की पुष्टि होने पर आरोपी अमरसिंह गोंड साकिन चुटकी एवं समारू पण्डो के नाम से बीएफओ द्वारा जप्तीनामा तैयार कर वन अपराध पंजीबद्ध कर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 44, 50, 51, 52 के तहत कार्रवाई की गई। प्रकरण में जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए अवैध शिकार करने वन्य प्राणी के प्राप्त सामग्री आदि का व्यापार विनियमन करने आदि में संबंधितों की संलिप्तता स्पष्ट होने पर गिरफ्तार कर न्यायालय प्रथम श्रेणी जनकपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से न्यायालय द्वारा दोनों अभियुक्तों को उपजेल मनेन्द्रगढ़ न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
मांस खरीदने भेजा
इस वन अपराध में मुखबिर को ग्राहक बनाकर भेजने तथा वन्य प्राणी जंगली सुअर का मांस क्रय कर प्रमाणित जानकारी जुटाने में परिक्षेत्र सहायक उमरवाह प्रदीप दुबे की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसके कारण वन विभाग को सफलता मिली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 2 नवंबर। गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत और उनकी पत्नी सांसद ज्योत्सना महंत ने कांग्रेस के पक्ष में पटना के करजी हाईस्कूल मैदान में आयोजित आमसभा में पहुंचे।
डॉ. महंत ने कहा-जो भी छोटी मोटी भूल होगी, नाराजगी होगी, उसके लिए मैं सबकी ओर से क्षमा चाहता हूँ। आप सब मिलकर सरकार बनाइए। मैं कोरिया में आता हूँ तो थोड़ा भावुक हो जाता हूँ। जब यहां भूखमरी थी, तब राजघराने ने चना और गुड़ खिला कर गरीबों की सेवा की है और रक्षा की है। उन्होंने बताया कि कोरिया कुमार साहब मेरे जिम्मे मेरी बेटी के रूप में अम्बिका को सौंप के गए थे, वे संपन्न परिवार से है, उन पर एक भी रुपये का भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के नाम लेकर उन्हें मनाने की पूरी कोशिश करते हुए कहा कि कुछ साथी हमारे निराश होंगे, उन्हें निराश नहीं होने देंगे। राज्य में कहीं सबसे अच्छी सडक़ें हैं, तो वो कोरिया की है, इसके लिए मैंने अपना पूरा योगदान दिया।
आगे कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो पिछली बार की तरह पहले किसानों का कर्जा माफ होगा। हम जातिगत जनगणना कराएंगे, जिससे जाति के हिसाब से योजना बनाएंगे। हमने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण दिया था, जिसे राज्यपाल महोदय ने दस्तखत नहीं किए। केंद्र सरकार हमारी हर योजना में बाधा डालती है।
आमसभा में उपस्थित बच्चों को देखकर उन्होंने कहा कि अब बच्चों को लेकर खर्च नहीं करना पड़ेगा, पहली से लेकर किसी भी कॉलेज में पढ़ाए, बच्चों को कहीं भी पढ़ाये, सबका फीस माफ है।
जूना सरकार और जूना आदमी चुनना है, समझिए कि मैं चुनाव लड़ रही हूं- ज्योत्सना
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने आमसभा में कहा कि जूना चावल बढिय़ा होता है नया चावल गीला हो जाता है, इसलिए हमें जूना सरकार चुनना है और जूना आदमी चुनना है। ये समझिए कि मैं चुनाव लड़ रही हूं।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बन गई है, क्योंकि हमने किसानों से लेकर हर वर्ग का ध्यान रखा है। हमारी सरकार देश में ऐसी पहली सरकार है जो गोबर खरीद रही है। यहां की महिलाएं बड़ी जागरूक हंै। कांग्रेस के घोषणा पत्र आने पूर्व ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गैस सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं, कल ही दाम बढ़ाये गए हैं। हमारी सरकार गैस सिलेंडर में 500 रु महिलाओं के खाते में देगी, मैं संसद में जाती हूँ बैठती हूँ। मोदी सरकार हमारी कांग्रेस की सरकार से सौतेला व्यवहार करती है। उन्होंने आवास की राशि रोक दी थी तो हमारे मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री आवास योजना शुरू की है, जो पिछले महीने ही प्रारंभ हुई है। हमारी सरकार गरीबों की सरकार है, किसान भाइयों की सरकार है।
हर वर्ग का रखा जाएगा ध्यान
मीडिया से चर्चा करते हुए पुलिस और सरकारी कर्मचारियों की नाराजगी पर डॉ. महंत ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के साथ हम है। हमारा घोषणा पत्र आने वाला है, जिसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है, कर्जा माफी की घोषणा से खुशी की लहर छाई हुई है। कर्जा माफी से लोगों के जीवन में बदलाव आएगा।
कोरिया को संभाग बनाये जाने की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद इस पर विचार होगा। रेणुका के सीएम हाउस में काम समेटने के सवाल पर डॉ. महंत ने कहा कि फ़ाइल समेटने की बात इसलिए हो रही है कि सीएम और मंत्री काम नहीं कर सकते। अगला विधानसभा अध्यक्ष बनते तक मैं ही बस काम कर सकता हूँ। उनको कामकाज की समझ नहीं है, इसलिए वो ऐसा बोल रही हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 2 नवंबर। ‘छत्तीसगढ़’ की खबर की पुष्टि हुई है। गत 27 अक्टूबर को बाघ ने गाय को मारा और उसे खा रहा था कि उसका मालिक सामने आ गया, बाघ ने गाय के मालिक पर हमला किया। ग्रामीण ने भागकर जान बचाई। जिसके बाद वन विभाग बाघ होने की पुष्टि करने में जुट गया और अब तस्वीरें आई है जिससे साफ हो गया कि हमले बाघ ने ही किया था।
इस संबंध में कोरिया वन मंडल के एसडीओ अखिलेश मिश्रा ने बताया कि बाघ के हमले की सूचना पर जिस स्थान पर बाघ ने हमला किया, उसके आसपास ट्रैप कैमरे लगाए गए, पग मार्क भी लिए गए। बाघ जहां अपना शिकार करता है, लौट कर आता है। जब वो आया तो ट्रैप कैमरे में कैद हो गया। इस से स्पष्ट हो गया कि बाघ ने ही हमला किया था। विभाग ने लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
ज्ञात हो कि कचोहर का यह क्षेत्र गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से लगा हुआ है। यही कारण है बाघों की आवाजाही लगी रहती है। बाघ के हमले के बाद यहां के निवासियों को सजग रहने की जरूरत है।
क्या था मामला
घटना 27 अक्टूबर दोपहर 4 30 बजे की है। कोरिया वन मंडल के देवगढ़ रेंज में उत्तर कचोहर के कम्पार्टमेंट आरएफ 329 में ग्राम कचोहर निवासी सनेश लाल पिता देवलाल चेरवा अपने मवेशियों को चरा कर लौट रहा था, उसकी एक गाय नजर नहीं आई, उसे ढूंढने अपने साथी के साथ जंगल की ओर गया, तो देखा कि उसकी गाय को आधे से ज्यादा बाघ के द्वारा खाया जा चुका है, उसे देख बाघ ने उस पर हमला कर दिया।
बाघ का पंजा सनेश लाल के दाएं हाथ में घुस गया, दोनों जान बचाकर भागे। घटना की सूचना स्थानीय बीट गार्ड को हुई उसने फौरन अधिकारियों को बताया। घायल को लेकर सोनहत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, जहां उसका उपचार जारी है। विभाग ने जंगली जानवर के हमले में घायल होने पर सहायता राशि प्रदान की थी।
बाघ के साथ लकड़बग्घा भी कैमरे में कैद
वन विभाग ने घटना स्थल पर कई ट्रैप कैमरे लगाए थे, जिसमे बाघ के कई पोज सामने आए, बाघ सुबह के समय और रात के समय कैमरे में कैद हुआ, साथ ही उस स्थान पर अपना भोजन करते हुए भी दिखा, इसके अलावा बाघ के साथ लकड़बग्घा भी कैमरे में कैद हुआ।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर (कोरिया), 2 नवंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता )। कोरिया जिले की एकमात्र बैकुंठपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने वर्तमान विधायक अम्बिका सिंहदेव और भाजपा के पूर्व मंत्री भइयालाल राजवाड़े के बीच हो रहा है, वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संजय कमरो भी कमतर नहीं है, वहीं आप के आकाश जायसवाल भी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस ने दूसरी बार अम्बिका सिंहदेव को तो भाजपा की ओर से पांचवी बार पूर्व मंत्री भइया लाल राजवाड़े को मैदान में उतारा है। इस विधानसभा का पूरा खेल जातिगत समीकरण में उलझ कर रह गया है।
बैकुंठपुर विधानसभा सीट वो प्रतिष्टापूर्ण सीट है, जिस पर वर्तमान डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को हार का सामना करना पड़ा था, उन्हें उनके चाचा पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामचंद्र सिंहदेव ने निदर्लीय लडक़र हराया था, उनकी माता देवेन्द्र कुमार सिंहदेव यहां की विधायक रह चुकी हैं। पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामचंद्र सिंहदेव यहां से 6 बार विधायक रहे, वे अविभाजित मध्यप्रदेश में कई विभागों के मंत्री के साथ छत्तीसगढ़ के पहले वित्तमंत्री रहे।
जातिगत समीकरण में उलझा चुनाव
बैकुंठपुर विधानसभा में इस बार भाजपा, कांग्रेस के अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है। इस सीट पर जातिगत समीकरण पर सभी का ध्यान केन्दित है।
दरअसल, जातिगत राजनीति की शुरुआत भाजपा ने 2003 से शुरू की। भाजपा राजवाड़े समाज के वोटरों की संख्या को ध्यान में रखते हुए बीते 4 बार पूर्व मंत्री भइया लाल राजवाड़े को उम्मीदवार बनाया, 2 बार जीत मिली और 2 बार हार, भाजपा ने अब 5वीं मर्तबा एक बार फिर राजवाड़े जाति का कार्ड खेला है।
बैकुंठपुर विधानसभा में राजवाड़े समाज से ज्यादा जनसंख्या वाला साहू समाज है और उसका चुनाव में बड़ा प्रभाव है, दूसरी और आदिवासी समाज में गोंड समाज के सबसे ज्यादा मतदाता है वहीं संत रविदास समाज, उरांव, ईसाई, कंवर, कुशवाहा, यादव, बरगाह, मुस्लिम, ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, सोनी के साथ कई ऐसे समाज हैं, जिनके मत न सिर्फ प्रभाव डालते हैं, जीत हार भी तय करते हैं। सबके अपने सामाजिक नेता और उनका समाज में प्रभाव है। इस चुनाव में इन सबकी हिस्सेदारी के साथ आपसी जुगलबंदी भी होगी। जो चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकती है।
महल से हारी भाजपा
भाजपा को हर बार महल से ही हार का सामना करना पड़ा है। चाहे वो पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामचंद्र सिंहदेव हो या उनकी भतीजी अंबिका सिंहदेव, महल को छोड़ दो बार बेदांति तिवारी को कांग्रेस ने मैदान में उतारा और दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
बताया जाता है कि भाजपा उम्मीदवार के सामाजिक राजवाड़े वोट एक तरफा भाजपा की ओर जाते है। यही कारण है कि भाजपा जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। उनके नेता दावा कर रहे हंै कि इस बार वे जीत चुके है सिर्फ उन्हें लीड बढ़ाना है।
दूसरी ओर कांग्रेस में नेताओं में नाराजगी है, भाजपा के कार्यकाल में पूर्व मंत्री पर कांग्रेस के नेताओं को उपकृत करने का आरोप लगता था। ऐसे कांग्रेसी नेता किसी कीमत पर कांग्रेस का साथ देने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के घोषणा पत्र और सरकार की योजनाओं और किये काम को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है। पर कहीं न कहीं जातिगत समीकरण में वो भाजपा से काफी पीछे है, पर राजवाड़े समाज के अलावा दूसरे सामाज भाजपा को लेकर क्या रुख दिखाते है, अभी यह कहना जल्दबाजी होगी।
गोंगपा की बड़ी ताकत
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस बार और ताकत के साथ मैदान में है, राष्ट्रीय दलों के खिलाफ मुकाबले के लिए अन्य समाज को भी साथ लेने की रणनीति पर काम कर रही है, दूसरी ओर बसपा के साथ गठबंधन कर एकसाथ चुनाव लड़ रहे है, बैकुंठपुर विधानसभा में गोंड समाज के वोटरों को एकजुट भी करने की रणनीति के साथ हर चुनाव में मिलने वाले आंकड़ों को बढ़ाने की कोशिश कर रही है। देखना है इसमें गोंगपा कितनी सफल होती है।
बैकुंठपुर विधानसभा में अब तक क्या
1962 के चुनाव में प्रसोवा दल से ज्वाला प्रसाद उपाध्याय जीते। उन्होंने कांग्रेस के विजेंद्र लाल गुप्ता को हराया था। 1967 और 1971 पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामचंद्र सिंहदेव ने जीते। उन्होंने ज्वाला प्रसाद उपाध्याय को हराया।
1977 ज्वाला प्रसाद उपाध्याय जीते, उन्होंने कांग्रेस के गुलाब गुप्ता को हराया, 1980 में कांग्रेस की देवेंद्र कुमारी सिंहदेव जीती, उन्होंने भाजपा के द्वारका प्रसाद गुप्ता को हराया।
1985 में द्वारका गुप्ता जीते, उन्होंने कांग्रेस की देवेंद्र कुमारी सिंहदेव को हराया, 1990 में निर्दलीय डॉ रामचंद्र सिंहदेव जीते, उन्होंने कांग्रेस के टीएस सिंहदेव को हराया, 1993 में कांग्रेस के डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव जीते उन्होंने बाबूलाल पांडे को हराया।
1998 में डॉ. रामचंद्र सिंहदेव जीते। उन्होंने भाजपा के द्वारका गुप्ता को हराया। 2003 में कांग्रेस के डॉ. रामचंद्र सिंहदेव जीते। उन्होंने भाजपा के भइया लाल राजवाड़े को हराया।
2008 के चुनाव से पूर्व वित्त मंत्री में खुद को अलग लर लिया और उन्होंने अपना वारिस बेदान्ति तिवारी को बनाया, 2008 और 2013 में कांग्रेस ने बेदान्ति तिवारी को उम्मीदवार बनाया, दोनों चुनाव में पूर्व मंत्री भइया लाल राजवाड़े को जीत मिली, 2018 के चुनाव में पूर्व वित्त मंत्री की भतीजी अम्बिका सिंहदेव को कांग्रेस ने टिकट दिया, उन्होंने पूर्व मंत्री भइया को हराया। एक बार फिर दोनों आमने-सामने है। देखना है कौन किस पर भारी पड़ता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 30 अक्टूबर। आज बैकुंठपुर की कांग्रेस उम्मीदवार अम्बिका सिंहदेव की नामांकन रैली में शामिल होने डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ पैदल चल कर नामांकन रैली में जोश बढ़ाया।
इससे पहले बैकुंठपुर में मौहारी मैदान में नामांकन रैली के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे, रैली के लिए पैदल चल कर शहर के बीच से सभी कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, बीच में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव रैली में शामिल हुए, वहां से अम्बिका सिँहदेव के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंच कर नामांकन दाखिल किया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो काम किया है और जो और बेहतर करना चाहते हैं, उन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। सरगुजा संभाग की 14 सीट पर जीत के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक बार 14 सीट आई थी, हर बार ऐसा नहीं होता, हर बार ब्रैडमैन ट्रिपल सेंचुरी मारेंगे, ऐसा नहीं होता। उन्होंने असंतुष्ट कार्यकर्ताओं के सवाल पर कहा कि मानने की कोशिश की जा रही है, अंतत: परिवार बहुत बड़ा है यदि सबको उसमें जगह है, ऐसा सोच लेंगे तो परिवार मजबूत रहेगा।
संभाग में कांग्रेस के पास सभी 14
डिप्टी सीएम ने संभाग की 14 सीटों पर जीत को लेकर यह बात दिया कि इस बार सभी सीट पर फिर कांग्रेस बाजी मारे ऐसा नहीं है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सभी 14 सीटों पर कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी।
बड़े नेता हेलीपैड में
कांग्रेस के सभा स्थल पर काफी संख्या में सभी क्षेत्रों से लोग पहुंचे, काफी संख्या में भीड़ थी, परंतु कांग्रेस के दिग्गज नेता वहां मौजूद नहीं रहे, सारे दिग्गज डिप्टी सीएम से मिलने हेलीपैड पर उपस्थित थे, टीएस सिंहदेव ने भी किसी को निराश नहीं किया, माला पहनाने वाले सभी नेताओं को उन्होंने माला पहनाई और उनका उत्साह बढ़ाया।
मूलभूत सुविधाओं की कमी, चुनाव बहिष्कार की दी थी चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 अक्टूबर । छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के सबसे दूरस्थ मतदान केंद्र कांटो में चुनाव बहिष्कार की चेतावनी के बाद कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर प्रशासन की टीम गांव पहुंची और सभी मतदाताओं से उन्हें मतदान के लिए प्रोत्साहित किया और अब सभी मतदान करने के लिए तैयार हो गए हंै।
बुधवार को जिला प्रशासन के निर्देश जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर सोनहत तहसील के अंतर्गत आने वाले मतदान केन्द्र 139 कांटो में जाकर मतदान जागरूकता अभियान चलाया गया है। ग्राम कांटो में विगत वर्ष 2018 में 11 मतदाता थे, अब बढक़र 12 हो गए हैं। तहसीलदार, जनपद सीईओ एवं उनके अमले ग्राम कांटो पहुंचे हुए थे।
ग्राम कांटो निवासी जिरजोधर गुर्जर, वघनू, पूजा, रघुवीर, कविता सुनील, तपीद आदि ने कहा है कि लोकतंत्र के इस महापर्व चुनाव में हम सब मतदान के लिए तैयार हैं ताकि हमारे गांव में बुनियादी जरूरतों, सुविधाएं में और बढ़ोत्तरी हो। उन्होंने मतदान बहिष्कार करने के सवाल पर कहा कि हम मतदान अवश्य करेंगे, क्योंकि यह हमारा अधिकार है। रही बात विकास की तो आशा है चुनाव के बाद सभी समस्याओं का निराकरण प्रशासन द्वारा की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा मीडिया में प्रसारित कांटो में मतदान बहिष्कार खबर पर तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित अमले को ग्राम कांटो भेजकर वस्तुस्थिति के बारे में भी जानकारी भी ली।
स्वस्थ व मजबूत लोकतंत्र के लिए मत करे - कलेक्टर
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने कहा है कि स्वस्थ व मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदान करना अधिकार और कर्त्तव्य भी है। जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि 17 नवम्बर को अपने नजदीकी मतदान केन्द्र जाकर मतदान अवश्य करें।
1 लाख 67 हजार से ज्यादा है मतदाता
ज्ञात हो कि बैकुण्ठपुर विधानसभा के अंतर्गत 1 लाख 67 हजार 644 तथा भरतपुर-सोनहत (आंशिक) में 36 हजार 350 मतदाता इस बार में मतदान करेंगे। मतदान केन्द्र 139 ग्राम कांटो में पुरूष मतदाता 7 एवं महिला मतदाताओं की संख्या 5 है।
इसी तरह मतदान केन्द्र 143 शेहराडांड में 5 एवं मतदान केन्द्र 162 रावला में मतदाताओं की संख्या 23 है। उल्लेखनीय है कि कोरिया जिला अपनी प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए पूरे प्रदेश में जाने जाते हैं। विदित हो कि पूरे जिले में आदर्श आचार संहिता लगा हुआ है। जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा लोगों को 17 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए लगातार प्रेरित करने का अभियान भी छेड़े हुए हैं।
भूपेश सरकार को घोटालों की सरकार बताया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव 2023 में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा के बैकुंठपुर विधानसभा के उम्मीदवार भइयालाल राजवाड़े के नामांकन में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव के बाद जो परिणाम आएंगे, उसमें भाजपा को प्रचंड बहुमत मिल रहा है।
नामांकन के पूर्व भाजपा की सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि क्या टेम्परेचर है। भाई भूपेश को खबर हो जाए, 40 दिन का राज बाकि है, 40 दिन बाद बोरिया बिस्तर बांध के जाना है, भूपेश को वापस जाना पडेगा ये छत्तीसगढ की जनता ने तय कर लिया है। गांव-गांव में एक ही नारा लग रहा है, अब नहीं सहिबो बदल के रहिबो।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के नवा नाम क्या है जानत हो, उन्होंने नारा लगवाया कि छत्तीसगढ़ के सबले बड़ा लबरा कौन भूपेश बघेल, चारो ओर अंधेरा है पहरेदार लूटेरा है, 2 हजार 1 सौ करोड़ शराब में खा गया, 500 सौ करोड कोयले के दलाली में खा गया, 600 करोड़ चावल में पीडीएस में खा गया, छत्तीसगढ में गोठान बनाए 19-19 लाख रू गोठान के हिसाब से 13 सौ करोड़ गोठान मे खा गया, भूपेश सरकार सिर्फ घोटाले की सरकार है।
इस सरकार ने सिर्फ लूट किया है। झूठ बोलकर जनता के आंखों में धूल झोकर, जनघोषणा पत्र में क्या कहा था भूपेश बघेल ने एक हाथ में गीता और एक हाथ में गंगा जल लेकर सौगंध खाया था इस आदमी ने, उसने हमारी माता और बहनों के साथ छल किया। लोगों से उन्होंने आव्हान किया बदला लेना है कि नहीं। बोला था छत्तीसगढ़ में 7 दिन के अंदर शराब बंद करा दूंगा। बंद तो नहीं हुआ घर घर पहुंचा दी शराब। उसका बदला 17 तारीख को लेना है। घोटाला पर घोटाला हो रहा है जो पैसा केन्द्र से आ रहा है जो पैसा पीएम मोदी जी भेज रहे है। उस पैसे का भी उपयोग भूपेश नहीं कर पाया, 16 लाख परिवारों का आवास छिनने का अपराध भूपेश ने किया है।
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचते ही खरवत में आयोजित आमसभा में पहुंचें, कार्यकर्ताओं ने मिले, नाराज नेताओं को चून चून कर उनकी तारिफ की और उनसे मुलाकात की। मंच पर आते ही भूपेश सरकार को घोटालों की सरकार बताते है कि लोगों ने कई बार नारे लगवाए और पूरे आत्मविश्वास में दिखे।
मुख्यमंत्री की घोषणा का महत्व नहीं
जब उनसे सवाल किया गया कि भूपेश बघेल ने दुबारा किसानों का कर्जा माफ करने की घोषणा की है, तो उन्होंने कहा कि अब वो देख चुका है कि तमाम सर्वे रिपोर्ट देख चुका है कांग्रेस हार रही है। 40 दिन का मुख्यमंत्री घोषणा भी करेगा तो कोई महत्व नहीं है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर, 22 अक्टूबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। छत्तीसगढ़ विधानसभा की पहली विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत में परिसीमन के बाद बेहद दिलचस्प मुकाबले हुए हंै, परन्तु यह एक मिथक बनकर रह गया है, कि एक बार इस विधानसभा से विजयी होने के बाद दुबारा यहां से आज तक कोई जीत नहीं पाया है। यहां यह भी देखा गया है कि नए चेहरा यहां के मतदाताओं को ज्यादा भाता है। ऐसा पूर्व विधायक गुलाब सिंह के साथ और चंपा देवी पावले के साथ हो चुका है, वहीं वर्तमान विधायक गुलाब कमरो दूसरी बार मैदान में है देखना है यह मिथक वो तोड़ पाते है या नहीं।
चुनाव रणभेरी बज चुकी है, राज्य की पहली विधानसभा सीट भरतपुर सोनहत में भाजपा ने केन्दीय मंत्री रेणुका सिंह को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने वर्तमान विधायक गुलाब कमरो को दुबारा इस सीठ से अपना उम्मीदवार बनाया है। दोनों प्रचार में निकल चुके है, जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने दुबारा श्याम सिंह मरकाम को भी टिकट दिया है। कांग्रेस भाजपा के बीच जुबानी जंग भी जारी है। परन्तु अब तक इस सीट पर दुबारा लडऩे वाले को सत्ता करने का दुबारा मौका नहीं मिला है।
दूसरी बार भाग्य आजमा रहे गुलाब सिंह को मिली शिकस्त
परिसीमन के बाद वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में नई सीट भरतपुर सोनहत विधानसभा (आरक्षित) का उदय हुआ, इसके पूर्व अविभाजित कोरिया जिले में दो विधानसभा बैकुंठपुर और मनेन्द्रगढ़ विधानसभा सीट हुआ करती थी, वर्ष 2003 के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता गुलाब सिंह ने जीत दर्ज की थी, और परिसीमन के बाद उन्हें भरतपुर सोनहत में कांग्रेस ने दुबारा प्रत्याशी बनाया, वहीं भाजपा के खाद्य विभाग से रिटायर होकर राजनीति में आए फूलचंद सिंह को मैदान में उतारा। जिसमें भाजपा के फूलचंद सिंह को 35443 मत मिले जबकि कांग्रेस के गुलाब सिंह को 28145 मत मिले और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा के नए चेहरे को मिली जीत
वर्ष 2013 में भाजपा के सीटिग एमएलए फूलचंद सिंह को स्वास्थ्यगत कारणों से टिकट नहीं दिया और तत्कालिन जिला पंचायत अध्यक्ष चंपा देवी पावले को भरतपुर सोनहत से टिकट दिया, दूसरी ओर कांग्रेस ने भी नए चेहरे पर दांव खेला और गुलाब कमरो को मैदान में उतारा। जिसमें भाजपा की चंपा देवी पावले को 42968 मत मिले और कांग्रेस के गुलाब कमरो को 38360 मत मिले, इस चुनाव में भाजपा का नया चेहरा जीत दिलाने में मददगार साबित हुआ। इस चुनाव में भाजपा की महिलाओं के नाम राशन कार्ड प्रमुख मुद्दा था, जिससे भाजपा को फायदा देखा गया।
दुबारा टिकट मिला और हार गई चंपा देवी पावले
वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा की ओर से सीटिग एमएलए चंपा देवी पावले को मैदान में उतारा और कांग्रेस ने फिर से 2013 के हारे उम्मीदवार गुलाब कमरों पर विश्वास जताते हुए टिकट दिया, जिसमें कांग्रेस के गुलाब कमरो को 51732 मत मिले और भाजपा की चंपा देवी पावले को दुसरी बार इस विधानसभा पर भाग्य आजमाने पर 32199 मत मिले और उन्हे हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के श्याम सिंह मरकाम को 26632 मत मिले थे।
कहा संभाग की हर सीट पर जीत-हार तय करते हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 अक्टूबर। सरगुजा संभाग के बैकुंठपुर विधानसभा के बैकुंठपुर स्थित साहू समाज के सामुदायिक भवन में साहू समाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। जिसमें कांग्रेस और भाजपा से संभाग में एक सीट पर टिकट की मांग की।
प्रेसवार्ता में समाज के प्रवक्ता देश के विख्यात पर्वतारोही राहुल गुप्ता ने बताया कि बीते 20 वर्षों से हम अपनी बारी का इंतजार कर रहे हंै, 8 माह से हम जब से चुनावी टिकट को लेकर प्रक्रिया शुरू हुई है, समाज ने राष्ट्रीय स्तर से लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों से हम टिकट की मांग करते आये हंै। भाजपा ने संभाग की 5 सीटों में से 2 में अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है जिसका हम स्वागत करते हंै, हम बैकुंठपुर विधानसभा में मजबूत हैं। यहां समाज के लगभग 26 हजार वोटर है, इसी तरह प्रेमनगर में 36 हजार, भटगांवके 11 हजार, अम्बिकापुर में 14 हजार, मनेन्द्रगढ़ में 13 हजार, भरतपुर सोनहत में 12 हजार सामाजिक वोटर हंै। पूरे संभाग में 1 लाख 20 हजार से ज्यादा वोटर हैं और हम संभाग की हर सीट पर जीत हार तय करते हंै।
उन्होंने कहा कि यदि हमको बैकुंठपुर विधानसभा से बीजेपी टिकट देती है तो हम सब समाज को लेकर इस सीट पर जीत दर्ज करवा कर दिखाएंगे, न सिर्फ बैकुंठपुर बल्कि पूरे संभाग में भाजपा को जीत दिलवाने का पूरा प्रयास करेंगे, पर यदि हमको टिकट नहीं देती है पार्टी का नुकसान होगा। हो सकता है साहू समाज अपना निर्दलीय प्रत्याशी भी उतार दे।
आगे उन्होंने कहा कि अभी समय है दोनों पार्टी हमारे प्रस्ताव पर विचार कर ले, कांग्रेस ने अभी टिकट की घोषणा नहीं की है। यदि कांग्रेस सरगुजा संभाग से हमें एक सीट पर टिकट देती है, तो पूरे संभाग की सीटों पर साहू समाज उनका समर्थन करेगा। दोनों राजनीतिक दल इस बात को जान ले।
उन्होंने कहा कि ये पहली प्रेसवार्ता है इसका सिलसिला जारी रहेगा और हमारी रणनीति समाज समय-समय पर अवगत कराते रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा किसी से विरोध नहीं है। हमारी मांग को दोनों दल समझे और हमारे साथ हमारे समाज की शक्ति को देखते हुए टिकट दें।
भैयाथान से आए जनपद सदस्य सुनील साहू का कहना है कि बीते चुनाव में दो-दो मंत्रियों ने हमारी ताकत देख ली है, यदि फिर देखना चाहते हैं, तो हम तैयार हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग) के प्रदेश सचिव मनप्रीत सिंह साहनी ने स्वास्थ्य सेवाएं के संचालक को पत्र लिखकर डीपीएम के पद से हटाए गए प्रिंस जायसवाल के खिलाफ शिकायत की है। शिकायत के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 7 दिवस के अंदर जांच कर जांच प्रतिवेदन भेजने के निर्देश जारी किए है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग) के प्रदेश सचिव मनप्रीत सिंह साहनी ने अपनी शिकायत में बताया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कोरिया जिले में जिला कार्यक्रम प्रबंधक के पद पर आपसी सांठगांठ कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा बिना आदेश के काम कराया जा रहा एवं पद का दुरूपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने आगे लिखा है कि राज्य आदेश के तहत् मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर में आदेश के तहत् प्रभारी डीपीएम ने पद ग्रहण किया गया, लेकिन बैकुन्ठपुर में प्रभारी डी. पी. एम. को पद ग्रहण नहीं कराया जा रहा है। इसके पीछे डॉ. प्रिंस जायसवाल जिला सलाहकार के द्वारा अपने रसूख पैसे के बल पर राज्य सरकार एवं जिला अधिकारियों की मिली भगत है। जिसके कारण प्रभारी डी.पी.एम. को पद ग्रहण नहीं कराया जा रहा है और संविदा कर्मचारी होकर राकेश वर्मा के ऊपर आज दिनांक तक पद ग्रहण न करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। उन्होंने कोरिया जिले में जांच टीम गठित कर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि मामले की जांच किये जाने की कार्यवाही कर डी.पी.एम. के पद से RMNCH+A जिला सलाहकार डॉ. प्रिंस जायसवाल को तत्काल हटाया जाए।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनप्रीत शाहनी की शिकायत के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र के उन्होंने लिखा हैं कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कोरिया में जिला कार्यक्रम प्रबंधक के आदेश को दरकिनार करते हुए पद का दुरूपयोग करते हुये पद नहीं छोडऩे की शिकायत छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग रायपुर से पत्र प्राप्त हुआ है। अत: उक्त प्रकरण की जाँच कर जाँच प्रतिवेदन कार्यालय को 07 दिवस के भीतर प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
एसडीएम के आने पर मामला शांत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 4 अक्टूबर। जिले के जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत कटकोना में अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग कराने पहुंची रिटर्निंग अफसर द्वारा हुई वोटिंग की जानकारी नहीं देने को लेकर बवाल मच गया। शाम 6 से 10.30 बजे रात तक महिला सरपंच और पंच उनकी कार के सामने जमीन पर बैठ गए। एसडीएम बैकुंठपुर मौके पर पहुंची, तब जाकर दुबारा वोटिंग के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और रिटर्निंग अफसर वहां से जा पाई, वहीं पंचायत सचिव शाम 6 बजे ही कार्यवाही पंजी लेकर घर निकल गया।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कटकोना में 21 पंच हंै औऱ मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होना था, धारा 40 की कार्रवाई करने तहसीलदार पटना को रिटर्निंग अफसर नियुक्त कर भेजा गया, वोटिंग हुई।
सरपंच का कहना है कि 2 तिहाई मत नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। उनका कहना है 3 मत निरस्त हुए और 5 उनके साथ थे, 13 मत ही विपक्ष में थे, पर रिटर्निंग अफसर इसकी जानकारी नहीं दे रही थी, जिसकी मांग को लेकर वो उनकी कार के सामने बैठी है, सचिव उनकी बात नहीं सुनता और कार्रवाई पूरी हुई नहीं ,कार्यवाही रजिस्टर लेकर अपने घर चला गया।
वही मामले की जानकारी होने के बाद काफी संख्या में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर संजय कमरो ने कलेक्टर को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद एसडीएम अंकिता सोम मौके पर पहुंची।
मामले की जानकारी रिटर्निंग अफसर से लेकर उन्होंने सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव के लिए नई डेट देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने ताली बजाकर निर्णय का स्वागत किया, जिसके बाद 6 घण्टे से फंसी रिटर्निंग अफसर वहां से निकल पाईं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 अगस्त। कोरिया पहुंचे छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने आते ही सबसे पहले प्रेसवार्ता ली। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ के साथ जिन्हें लाभ मिला उन तक पहुंचना, बूथ सशक्तिकरण का काम करना, कोर कमेटी की सदस्यों के साथ बैठकर उनको दिए काम की जानकारी लेने के लिए आया हूँ। कांग्रेस के भ्रष्टाचार को भाजपा लगातार उजागर कर रही है। चुनाव के टेक्निकल काम को मजबूत करना मेरा काम है। मेरा चुनावी टेक्निकल काम के नाते मेरा ये दौरा है।
कोरिया भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं किया के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा लगातार भ्रष्टाचार उजागर कर रही है, कोई एक जिले में नहीं किया गया है। कांग्रेस के 75 पार के दावे पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा दावा कोई भी कर सकता है, वो 75 ही नही 90 भी कर सकते हैं, पर सरकार हमारी ही बनेगी।
उन्होंने कहा कि सरगुजा संभाग में पहली बार जिताऊ कैंडिडेट्स घोषित किए हैं। उम्मीदवार के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस तरह सरगुजा कर 5 कैंडिडेट घोषित किये गए हैं, उसी फॉर्मूले पर ही टिकट दिया जाएगा।
उन्होंने सोशल मीडिया पर फैली एक खबर को लेकर कहा कि सोशल मीडिया का जवाब नहीं दूंगा, जिताऊ कैंडिडेट को टिकट देंगे। उन्होंने कहा कि बुलडोजर को मीडिया ने हाईलाइट किया है हमारी कोई नीति नहीं है पर कोई लॉ एंड आर्डर को बिगड़ेगा तो बुलडोजर से भी आगे जाने की सोच सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 25 अगस्त। कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत डूभापानी मे दो ग्रामीणों के नदी में डूबने की खबर आई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से एक शव को नदी से निकाला, जबकि दूसरे ग्रामीण की तलाश की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम डूभापानी निवासी रामकिशुन(40) और जगबंधन (35) बुधवार को गांव के पास से बहने वाली गेज नदी में मछली मारने के लिए गए थे, जहां दोनों डूब गए, पर उन्हें पता नहीं चला।
आज एक शव पानी के ऊपर तैरता दिखा, तब आज ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एक शव को नदी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया है, वहीं दूसरे की तलाश तेज कर दी है।
दूसरे विधानसभा के नेताओं ने की दावेदारी, किरकिरी के बाद वापस लेने पहुंचे आवेदन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 अगस्त। कांग्रेस के विधायक दावेदारों के आवेदनों की संख्या देख हर कोई हैरान है, सिर्फ बैकुंठपुर विधानसभा में 52 दावेदारों ने अपना आवेदन जमा किया है। कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया बता रही है जबकि लोग इसे कांग्रेस की गुटबाजी बता रहे है। इसमें कुछ तो ऐसे है जिनका खुद का वोट बैकुंठपुर विधानसभा में नहीं है कुछ ऐसे भी दावेदार है जिन्होनें जिला विभाजन का खुल कर कोरिया का विरोध किया तो कुछ ऐसे है जो जनपद और जिला सदस्य के चुनाव में बुरी तरह हार चुके हैैं। कुछ को तो लोग भी सही ढंग से जानते तक नहीं है।
बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस के दावेदारों की संख्या देख सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधायक की दावेदारी सिर्फ इसलिए कर रहे है, ताकि उन्हें उनकी दावेदारी वापस लेने का जब कांग्रेस आला कमान दबाव बनाएगा तो वे अपने नेता के नाम की शर्त पर अपनी दावेदारी वापस ले लेगेंं। ताकि उनके नेता को टिकट मिल सके।
इसी होड़ में नेताओं के समर्थकों ने जमकर फार्म जमा किए, समर्थक कम पड़े तो भाग दौड़ कर दूसरे विधानसभा के निवासियों को भी दावेदार बनकर विधायक के लिए आवेदन जमा कर दिया। वहीं ज्यादातर नाम एकदम नए है, ऐसे नाम भी हैं, जिनसे आमजन भी अनभिज्ञ है।
52 दावेदारों ने जमा किया आवेदन
विधायक की दावेदारी के लिए कुल 52 दावेदारों की फार्म जमा कर दिया है, यहां से 5 लोगो के नाम जिला कांग्रेस कमेटी को भेजा जाएगा, उसके बाद वहां से पैनल बनाकर प्रदेश चुनाव समिति को भेजा जाएगा। जिसमें श्रीमती अम्बिका सिंहदेव, अशोक जायसवाल, योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, मुख्तार अहमद, प्रेम सागर तिवारी, राजन पाण्डेय, अनित दुबे, बिहारीलाल राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, अनिल कुमार जायसवाल, ईश्वर सिंह, मो. वाहिद, रामधन देवांगन, राकेश प्रताप सिंह, वंश गोपाल जायसवाल, गणेश उदय सिंह, रियाज कुरैशी, प्रखर जायसवाल, शहाब अख्तर सिंह, कमल कांत साहू, पिताम्बर सिंह, संजय गुप्ता, यवत कुमार सिंह, गीता देवी जायसवाल, गणेश राजवाड़े, रजनीकांत शुक्ला, रियाज अहमद, मकबूल खान, श्यामलाल पैकरा, संजय टोप्पो, आशा महेश साहू, सोनू राज यादव, दीपक गुप्ता, उदय नारायण चेरवा, महेंद्र कुमार साहू, रामकृष्ण साहू, संगीता सोनवानी, तारा पाण्डेय, कृष्णा कुमार राजवाडे, भूपेंद्र सिंह, अरविंद कुमार सिंह, नीलेश पाण्डेय, आशीष कुमार यादव, भूपेश गुप्ता, अन्नपूर्णा सिंह, विकास श्रीवास्तव, सुजीत सोनी, कलावती मरकाम, लालमुनी यादव, सागर शर्मा ने अपना फार्म जमा किया।
किरकिरी के बाद वापसी की गुहार
दूसरे विधानसभा के दावेदारों ने जब फार्म जमा कर दिया, यह सर्वविदित है कि परिसीमन के बाद कोरिया जिले में तीन विधानसभा अस्तित्व में आई, जिसमें बैकुंठपुर विधानसभा में दूसरे विधानसभा के कांग्रेस के पदाधिकारियों ने फार्म जमा कर दिया, बाद में जब दूसरे विधानसभा में दावेदारी को लेकर किरकिरी होने लगी तो फार्म वापस लेने पहुंच गए, परन्तु फार्म लेने के बाद वापसी की कोई प्रक्रिया नहीं होने के कारण अब उनका नाम भी दावेदारों में शामिल कर लिया गया है, दावेदारी से साफ है कि दूसरे विधानसभा के लोग क्यों और किसके इशारे पर दावेदारी करने आगे आए है। कांग्रेस के अंदरखाने एक दूसरे के विधानसभा में गुटबाजी कराने की पूरी कोशिश साफ देखी जा रही है।
अंदरखाने जबरदस्त गुटबाजी
कोरिया कांग्रेस में अविभाजीत कोरिया के समय से ही गुटबाजी हावी रही है, कोरिया में कांग्रेस के अदंरखाने सब कुछ ठीक नहीं है। यही कारण है कि 52 दावेदारों ने अपनी दावेदारी जताई है, नामों में ज्यादा तर कोई ना कोई किसी एक बड़े नेता का समर्थक बताया जा रहा है। कोरिया में कुछ बड़े नेता ऐसे है जिन्होने बीते साढ़े 4 साल कई तरह की पार्टी देकर खुद को दावेदारी में आगे रखा है, उन्होने भी फार्म जमा किया है। उन्होने हर मंच पर जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, ऐसे नेताओं को यदि टिकट नहीं मिलती है तो उन्हें बड़ा धक्का लगेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 अगस्त। बैकुंठपुर विधानसभा टिकट के लिए दावेदारों के आवेदन फॉर्म जमा करने के लिए दो दिन और बचे हैं, अब तक 16 दावेदारों ने फॉर्म जमा कर दिया है।
बैकुंठपुर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से की टिकट के लिए आवेदन करने का क्रम जारी है, इसके लिए अंतिम तिथि 23 अगस्त निर्धारित की गई है।
इसी तारतम्य में आज वर्तमान विधायक अम्बिका सिंहदेव ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव गुप्ता को अपना आवेदन प्रस्तुत कर पुन: बैकुंठपुर विधानसभा से अपनी दावेदारी की है।
आवेदन जमा करने के बाद श्रीमती सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार के काम से खुश है, और हम आने वाले चुनाव में बैकुंठपुर विधानसभा के साथ प्रदेश में अबकी बार 75 पार का नारा साकार करेंगे।
15 अन्य दावेदारों ने भी जमा किया आवेदन
अब तक अम्बिका सिंहदेव के अलावा वेदांती तिवारी, गणेश राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, वंशगोपाल जायसवाल,ईश्वर सिंह, लालमुनि यादव, विकास श्रीवास्तव, उदय सिंह, रामकृष्ण साहू, आशीष यादव, राकेश सिंह, ओंकार पांडेय, अन्नपूर्णा सिंह, रियाज कुरैशी और रामधन देवांगन शामिल हंै।
ज्यादातर समर्थकों ने जमा किया फॉर्म
विधायक अम्बिका सिंहदेव ने तो अपना फॉर्म जमा कर ही दिया, पर उनके समर्थकों ने न सिर्फ फॉर्म लिया और जमा भी किया, उनके सबसे करीबी समर्थकों में शिवपुर चरचा नगरपालिका की अध्यक्ष श्रीमती लाल मुनि यादव, रामकृष्ण साहू, नगर पालिका बैकुंठपुर के उपाध्यक्ष आशीष यादव, नगर पालिका बैकुंठपुर की प्रतिपक्ष की नेता अन्नपूर्णा सिंह, उदय सिंह ने फॉर्म लेकर अपनी दावेदारी ठोकी है।
कांग्रेस का टिकट किसे मिलेगा, आसान नहीं कह पाना
वैसे कांग्रेस के विधानसभा के टिकट को लेकर कुछ भी कह पाना आसान नहीं है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद कह चुके है परफॉर्मेंस के आधार पर टिकट दिया जाएगा, दूसरी ओर पार्टी सर्वे भी करा चुकी है, ऐसे में दावेदारों की सूची देखकर भी कोई भी नाम सामने आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। वहीं बैकुंठपुर के कांग्रेसियों का कहना है कि दीदी का ही टिकट फाइनल है। अब देखना है कांग्रेस किसको मैदान में उतारती है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भाजपा में सरगुजा संभाग की 14 सीटों में से 5 सीट की घोषणा कर दी है। ज्यादातर चेहरे एकदम नए हैं, तय है कि बची सीट पर भी नए चेहरों पर भाजपा दांव खेलेगी, बैकुंठपुर विधानसभा में भी यदि भाजपा इसी फॉर्मूले पर काम करती है तो भाजपा को जीत की संजीवनी मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।
चुनावी माहौल शुरू हो चुका है, संभाग की 5 सीट पर भाजपा के ऐलान के बाद बैकुंठपुर विधानसभा में भी नए चेहरे को लेकर चर्चा हर कहीं आम हो गई है। दरअसल, हारे नेताओं के प्रति 50 प्रतिशत नकारात्मकता होती है, और नए चेहरे के प्रति किसी प्रकार पूर्वाग्रह भी नहीं होता है, चुनाव में इसका बड़ा फर्क पड़ता है, हर चुनाव में 10 प्रतिशत भटकते मतदाता होते हैं, जो किसी पार्टी के नहीं होते, जो चुनाव को प्रभावित करते है, ऐसे मतदाता नए चेहरे पर उनकी छवि और प्रचार प्रसार के तामझाम को देखकर आसानी से आकर्षित हो जाते और परिणामो को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।
शासकीय कर्मचारी, पहली बार वोट करने वाला मतदाता इसी श्रेणी में आते हंै। भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है और उन्हें साधने में जुटी हुई है। बैकुंठपुर विधानसभा में भी भाजपा इस रणनीति पर काम कर सकती है।
संगठन में थी नाराजगी
बैकुंठपुर विधानसभा में बीते लंबे समय से भाजपा के संगठन में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, सत्ता के समय उन्हें वो सम्मान नहीं मिला, जिसे लेकर अब तक संगठन के अंदरखाने नाराजगी है, पर कोई सामने नहीं आता, वहीं यदि भाजपा नए चेहरे को मौका देती है तो निश्चित तौर पर भाजपा को जीत मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा के सत्ता ले समय ज्यादा तर विकास कार्य कांग्रेसियों ने किया, भाजपाई हाथ मलते रह गए थे।
हेलीकॉप्टर में घुमाया वो अब कांग्रेस का दावेदार
2018 में भाजपा की हार का प्रमुख कारण था, भाजपा संगठन में नाराजगी। पूरे 5 साल हुआ ये की भाजपा के लोगों की अनदेखी कर कांग्रेसियों को महत्व दिया गया। वर्तमान में कांग्रेसी नेता रामधन देवांगन जो अब कांग्रेस की ओर से बैकुंठपुर विधानसभा के दावेदार हंै, उनको पूर्व मंत्री कई बार हेलीकॉप्टर में लेकर उड़े, परंतु भाजपा के कार्यकर्ताओं को हेलीकॉप्टर नसीब नहीं हुआ, इस तरह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की नाराजगी भाजपा को 2018 के चुनाव में भारी पड़ी।
सामाजिक नाराजगी
भाजपा से कई समाज के लोग नाराज रहे, 2018 में ये बड़ा चुनावी मुद्दा बना, नाराज लोगों को उन्हें गलत साबित करने कई हथकंडे अपनाए गए, परंतु उन्हें वोट में तब्दील नहीं कर पाए, इसमें कई समाज के साथ कई ऐसे संगठन भी शामिल रहे, जो निजी तौर पर भाजपा के खिलाफ रहे। जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। परंतु यदि नए चेहरे पर भाजपा दांव लगाती है तो इनकी नाराजगी कम होने की पूरी संभावना है।
बयानों से सरकार की किरकिरी
बैकुंठपुर विधानसभा में भाजपा नेताओं के बयानों से काफी किरकिरी हुई है, सत्ता के समय भी और विपक्ष के समय भी, कई तरह के समाज के साथ यूपी-बिहार के लोगो के बारे के भी अनाप-शनाप बयान सामने आए थे, जो अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं, बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव में काफी संख्या में यूपी-बिहार के मतदाता हैं, उनकी नाराजगी को लेकर भाजपा ने अभी तक कुछ नहीं किया है, पर यदि भाजपा नए चेहरे पर दांव खेलती है तो उसे उसका लाभ मिल सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अब बेहद सक्रिय हो चुकी है, बैकुंठपुर विधायक व संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव ने बैकुंठपुर विधानसभा की पहले नंबर के पोलिंग बूथ से संकल्प ग्राम यात्रा की शुरुआत की, इस अवसर पर लगभग 150 लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
जानकारी के अनुसार सोमवार को संसदीय सचिव और बैकुंठपुर विधायक अम्बिका सिंहदेव बैकुंठपुर विधानसभा के पहले नंबर के पोलिंग बूथ पर पहुंची यहां से उन्होंने संकल्प ग्राम यात्रा की शुरुआत की जो सभी पोलिंग बूथ पर जाएगी, इस यात्रा के तहत कांग्रेस सरकार की उपलब्धि के साथ विधायक द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी जाएगी।
सोमवार को जगतपुर पहुंची श्रीमती सिंहदेव का जोरदार स्वागत किया गया, जहां 150 ग्रामीणों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। इस अवसर पर श्रीमति सिंहदेव ने उन्हें तिरंगा दुपट्टा पहना कर कांग्रेस में स्वागत किया। बहरहाल, विधानसभा चुनाव के पूर्व विधायक अम्बिका सिंहदेव की संकल्प ग्राम यात्रा क्या रंग लाती है ये तो चुनाव के परिणाम से ही पता चलेगा। फिलहाल वो लोगों के करीब आने में जुट चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त। छत्तीसगढ हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संगठन अपने मांग को लेकर आज से सामूहिक हड़ताल पर चले गए, वहीं कोरिया जिले के अस्पतालों में मरीज बेहद परेशान होते रहे। सोमवार को सभी चिकित्सा अधिकारी के साथ कई संगठनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया सभी कोरिया जिला मुख्यालय स्थित प्रेमाबाग में धरने पर बैठे रहे।
उनका कहना है कि शासन द्वारा घोषणा पत्र में शामिल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन विसंगति सुधारे जाने व मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोविड कार्य में लगे अमले को विशेष कोरोना भत्ता दिए जाने एवं वेतन विसंगति से जूझ रहे कई कैडर जैसे की स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी (एएनएम/एमपीडब्ल्यू), नर्सिंग कैडर दोनों की वेतन विसंगति दूर करने का प्रयास आज तक नहीं किया गया है।
ज्ञात हो कि पिंग्वा कमेटी मुख्यमंत्री ने स्वयं निर्देश देकर बनाया था जिसका रिपोर्ट 4 साल बाद भी सार्वजनिक नहीं किए गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री के बातों पर और कमेटी पर कर्मचारी व जनता विश्वास कैसे करे। छत्तीसगढ़ में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लगातार हिंसात्मक घटना को लेकर आए दिन न्यूज देखने को मिलता है। ऐसे में चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों में डर बना हुआ है। ऐसे घटना पर लगाम हेतु ठोस कार्रवाई व विभागीय एफआईआर हो। डॉक्टर को 4 स्तरीय वेतनमान प्रदाय किए जाने, जूनियर डॉक्टर का स्टीफाइंड में वृद्धि किए जाने की मांग इत्यादि शामिल है।
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर(कोरिया), 21 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भाजपा में सरगुजा संभाग की 14 सीटों में से 5 सीट की घोषणा कर दी है। ज्यादातर चेहरे एकदम नए हैं, तय है कि बची सीट पर भी नए चेहरों पर भाजपा दांव खेलेगी, बैकुंठपुर विधानसभा में भी यदि भाजपा इसी फॉर्मूले पर काम करती है तो भाजपा को जीत की संजीवनी मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।
चुनावी माहौल शुरू हो चुका है, संभाग की 5 सीट पर भाजपा के ऐलान के बाद बैकुंठपुर विधानसभा में भी नए चेहरे को लेकर चर्चा हर कहीं आम हो गई है। दरअसल, हारे नेताओं के प्रति 50 प्रतिशत नकारात्मकता होती है, और नए चेहरे के प्रति किसी प्रकार पूर्वाग्रह भी नहीं होता है, चुनाव में इसका बड़ा फर्क पड़ता है, हर चुनाव में 10 प्रतिशत भटकते मतदाता होते हैं, जो किसी पार्टी के नहीं होते, जो चुनाव को प्रभावित करते है, ऐसे मतदाता नए चेहरे पर उनकी छवि और प्रचार प्रसार के तामझाम को देखकर आसानी से आकर्षित हो जाते और परिणामो को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।
शासकीय कर्मचारी, पहली बार वोट करने वाला मतदाता इसी श्रेणी में आते हंै। भाजपा इसी रणनीति पर काम कर रही है और उन्हें साधने में जुटी हुई है। बैकुंठपुर विधानसभा में भी भाजपा इस रणनीति पर काम कर सकती है।
संगठन में थी नाराजगी
बैकुंठपुर विधानसभा में बीते लंबे समय से भाजपा के संगठन में जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, सत्ता के समय उन्हें वो सम्मान नहीं मिला, जिसे लेकर अब तक संगठन के अंदरखाने नाराजगी है, पर कोई सामने नहीं आता, वहीं यदि भाजपा नए चेहरे को मौका देती है तो निश्चित तौर पर भाजपा को जीत मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा के सत्ता ले समय ज्यादा तर विकास कार्य कांग्रेसियों ने किया, भाजपाई हाथ मलते रह गए थे।
हेलीकॉप्टर में घुमाया वो अब कांग्रेस का दावेदार
2018 में भाजपा की हार का प्रमुख कारण था, भाजपा संगठन में नाराजगी। पूरे 5 साल हुआ ये की भाजपा के लोगों की अनदेखी कर कांग्रेसियों को महत्व दिया गया। वर्तमान में कांग्रेसी नेता रामधन देवांगन जो अब कांग्रेस की ओर से बैकुंठपुर विधानसभा के दावेदार हंै, उनको पूर्व मंत्री कई बार हेलीकॉप्टर में लेकर उड़े, परंतु भाजपा के कार्यकर्ताओं को हेलीकॉप्टर नसीब नहीं हुआ, इस तरह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की नाराजगी भाजपा को 2018 के चुनाव में भारी पड़ी।
सामाजिक नाराजगी
भाजपा से कई समाज के लोग नाराज रहे, 2018 में ये बड़ा चुनावी मुद्दा बना, नाराज लोगों को उन्हें गलत साबित करने कई हथकंडे अपनाए गए, परंतु उन्हें वोट में तब्दील नहीं कर पाए, इसमें कई समाज के साथ कई ऐसे संगठन भी शामिल रहे, जो निजी तौर पर भाजपा के खिलाफ रहे। जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। परंतु यदि नए चेहरे पर भाजपा दांव लगाती है तो इनकी नाराजगी कम होने की पूरी संभावना है।
बयानों से सरकार की किरकिरी
बैकुंठपुर विधानसभा में भाजपा नेताओं के बयानों से काफी किरकिरी हुई है, सत्ता के समय भी और विपक्ष के समय भी, कई तरह के समाज के साथ यूपी-बिहार के लोगो के बारे के भी अनाप-शनाप बयान सामने आए थे, जो अब आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को खासा नुकसान पहुंचा सकते हैं, बैकुंठपुर विधानसभा चुनाव में काफी संख्या में यूपी-बिहार के मतदाता हैं, उनकी नाराजगी को लेकर भाजपा ने अभी तक कुछ नहीं किया है, पर यदि भाजपा नए चेहरे पर दांव खेलती है तो उसे उसका लाभ मिल सकता है।
बैकुंठपुर, 18 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के पद पर बड़ा फेरबदल किया है। कोरिया कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नजीर अजहर के स्थान पर वरिष्ठ कांग्रेसी प्रदीप गुप्ता को इस पद से नवाजा है, जबकि नवीन जिला एमसीबी में कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक श्रीवास्तव को कांग्रेस का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है।
विधानसभा चुनाव के पहले दोनों जिलों के अध्यक्षों की नियुक्ति कांग्रेस की सोची समझी रणनीति मानी जा रही है। कोरिया के जिला अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता वर्तमान में कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत के सांसद प्रतिनिधि है। वे लंबे समय से कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य है। कई बार उन्होंने नगर पालिका चुनाव में भी भाग्य आजमाया है। वहीं एमसीबी जिले के खडग़वां निवासी आशोक श्रीवास्तव की संगठन में अच्छी पकड़ है, वे एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ सीट के भी प्रमुख दावेदार थे, उन्हें जिला अध्यक्ष बनाकर चुनावी कमान सौंपी गई है।
आजादी के अमृत महोत्सव पर संगीत समारोह आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 8 अगस्त। संबोधन संगीत विद्यालय व दिल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगीत समारोह देर रात अपनी ऊंचाइयों पर समाप्त हुआ।
गायक कलाकार बी. रविंद्र कुमार ने अपने अलाप के साथ घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं जैसे गीतों से पूरे कार्यक्रम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। सहयोगी कलाकार करुणा गुप्ता ने नारी स्वर से कार्यक्रम को खूबसूरती प्रदान की। तालियों से सराबोर जनमानस उनके एक-एक गीत पर तालियां बजाता रहा।
गायक कलाकार सरदार हरमहेंद्र सिंह ने गजल अपने आंखों की गहराई में उतर जाने दे और रमेश गुप्ता ने है जिंदगी कितनी खूबसूरत जैसे गजलों की प्रस्तुति के साथ श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर संगत दे रहे कलाकार प्रदीप एवं आर्गन पर संगत करने वाले नीतीश पोद्दार सहित अन्य कलाकारों ने भी समा बांध दिया।
स्वागत की औपचारिकताओं के उपरांत मुख्य अतिथि डॉ. केपी पटेल ने कहा कि संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान मनेंद्रगढ़ एक लंबे समय से संगीत साधकों को अपने विद्यालय के माध्यम से साधना करने के लिए प्रेरित करती रही है। इस विद्यालय के कई कलाकार अपनी संगीत साधना के बल पर अंचल में उभरकर सामने आए हैं। उनमें से प्रदीप्तो लाहिरी जैसे कुछ कलाकार राष्ट्रीय स्तर पर भी विद्यालय का और इस अंचल का नाम रोशन कर रहे हैं।
कार्यक्रम अध्यक्ष रमेश सिंह ने आयोजन के लिए संबोधन को बधाई दी।
उन्होंने 45 वर्षों की इस संस्था को सुझाव देते हुए कहा कि अपने सांस्कृतिक और साहित्यिक आयोजनों के लिए इस संस्था को शासन से अनुदान मिलने की प्रबल संभावनाएं हैं। संस्था अध्यक्ष अनिल जैन ने संगीत साधकों को अपने विद्यालय के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
दल्ली वल्र्ड पब्लिक स्कूल के सभागार में आयोजित यह कार्यक्रम संगीत साधकों, संबोधन सदस्यों एवं संगीत प्रेमी नागरिकों की उपस्थिति में सूरों एवं संगीत की यह शाम देर रात तक श्रोताओं की तालियां बटोरती रही।कार्यक्रम का संचालन वीरेंद्र श्रीवास्तव एवं आभार प्रदर्शन गौरव अग्रवाल ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 8 अगस्त। कोरिया जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जगदीश प्रसाद नामदेव को सिविल लाइन स्थित मूर्ति पर माल्यार्पण कर याद किया गया।
8 अगस्त 1912 को गोविन्दगढ़ में जन्मे जगदीश प्रसाद नामदेव सरगुजा क्षेत्र के गिने-चुने स्वंत्रता संग्राम सेनानियों में से एक रहे है । स्वतंत्रता के समर में जब युवाओं ने जिम्मेदारियां अपने कंधे पर ली, तो जगदीश प्रसाद को इस क्षेत्र में स्वतंत्रता का अलख जगाने की जिम्मेदारी मिली। करीब 25 वर्ष की उम्र में जगदीश जी अपना घर-द्वार छोडक़र धीरे धीरे लोगों को संगठित करते चले गए, तब भारत छोड़ो आंदोलन चरम पर था, उस समय तिरंगा झंडा घरों में लगाने, लेकर साथ चलने पर ही लोगों को जेल भेज दिया जाता था, ऐसे समय में इस क्षेत्र में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लोगों को संगठित कर जगदीश जी के नेतृत्व में कई बार रेल रोका गया, कोयला खदानों को बंद कराया गया। बैकुंठपुर के मुख्य चौक पर धरना प्रदर्शन, हड़तालें और ब्रिटिश शासन की संपत्तियों पर तोडफ़ोड़ की कार्यवाहियों के जरिए लगातार आंदोलन चलाया गया। उनके आंदोलन में युवा, कृषक, मजदूर सभी वर्ग के लोगों ने बखूबी साथ दिया। यही वजह थी कि कई बार श्री नामदेव को जेल जाना पड़ा, बावजूद इसके उनके उत्साह में कोई कमी नहीं थी, देश आजाद होने के साथ ही जगदीश प्रसाद जी का वो सपना भी पूरा हुआ।
स्वतंत्रता के समर में जगदीश प्रसाद के योगदान को देखते हुए ही पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने उनको ताम्रपत्र से सम्मानित किया था। 18 मार्च 1993 को इसी बैकुण्ठपुर में जगदीश प्रसाद नामदेव ने अंतिम सांस ली और पंचतत्व में विलीन हो गए।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 अगस्त। नाबालिग का रास्ता रोककर उसके साथ रेप करने के जुर्म में दोषसिद्ध पाए जाने पर अपर सत्र न्यायाधीश एफटीएससी (पॉक्सो) आनंद प्रकाश दीक्षित की अदालत ने अभियुक्त को आईपीसी की विभिन्न धाराओं सहित पॉक्सो अधिनियम के तहत 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजक जीएस राय ने बताया कि घटना दिवस 17 नवंबर 2021 को पीडि़ता परिवार सहित अपने बड़े पिता के घर कार्यक्रम में खाना खाने गई थी।
खाना खाने के बाद वह अकेली घर वापस जा रही थी, तभी रास्ते में अभियुक्त ने पीडि़ता का मुंह बंद कर खींचते हुए अपने घर के पास बने टॉयलेट के पीछे ले जाकर रेप किया। पीडि़ता की आवाज सुनकर उसकी मां के वहां पहुंचने पर अभियुक्त वहां से भाग गया।
मामले में पीडि़ता की शिकायत के आधार पर झगराखंड थाने में केस दर्ज कर विवेचना पूर्ण करने के उपरांत अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया।
अपराध की प्रकृति तथा प्रकरण की समग्र परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए न्यायाधीश ने झगराखंड निवासी अभियुक्त सोनू धुलिया (27 वर्ष) को धारा 363 के अपराध में 2 वर्ष, धारा 366 के अपराध में 5 वर्ष, धारा 323 के अपराध में 3 माह एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के अपराध में 14 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।