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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 जनवरी। झगराखांड पुलिस ने पीडि़ता की रिपोर्ट के 24 घंटे के भीतर एक मनचले आशिक को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
28 वर्षीया प्रार्थिया ने झगराखांड थाने में उपस्थित होकर इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह पिछले दो वर्षों से आरोपी आयुष्मान को जानती- पहचानती है एवं उससे दोस्ती थी। आरोपी ने कई बार उसे शादी के लिए प्रपोज किया। शादी से मना करने पर पिछले 6 माह से आरोपी आयुष्मान और प्रार्थिया के बीच बातचीत बंद है। 3 जनवरी को आरोपी आयुष्मान सिंदूर का डिब्बा लेकर प्रार्थिया के घर पहुंच कर शादी करूंगा कहकर उसका हाथ, बांह पकडक़र बेइज्जत करने की नीयत से छेडख़ानी करने लगा।
शोर मचाने पर पीडि़ता के दादा के बीच में आने पर आरोपी वहां से फरार हो गया। प्रार्थिया की लिखित रिपोर्ट पर केस दर्ज कर विवेचना में लिया गया। उमरिया (मप्र) बिरसिंहपुर थाना घुनघुटी चौराहा निवासी वर्तमान में मनेंद्रगढ़ आमाखेरवा निवासी आरोपी 25 वर्षीय आयुष्मान शिवहरे को 24 घंटे के भीतर आमाखेरवा स्थित एक मेडिकल स्टोर से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 12 जनवरी। डेढ़ माह पहले गांधी नगर थाना क्षेत्र के ग्राम खलीबा में धान कटवाने गए एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी हत्या कर देने के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया गया कि जमीन खरीद बिक्री के पैसे के लेनदेन को लेकर उनके बीच विवाद था, जिसे लेकर तीनों ने इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस के मुताबिक 30 नवंबर 2020 को रामकृपाल साहू की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसकी पत्नी गायत्री साहू के द्वारा दर्ज करायी गई थी। रामकृपाल साहू के पुत्र सत्यम साहू के साथ पुलिस ने ग्राम खलिबा घटना स्थल रामकृपाल साहू के खेत के पास जाकर लोगों से पूछताछ की तो बताया गया कि 30 नवंबर की दोपहर करीब 2 बजे रामकृपाल साहू अपने खेत का धान कटवाने आया था। उसे ग्राम खलीबा के गंगा राम चेरवा, कोन्दा, बतिया तीनों आकर मारपीट कर जबरन मोटर सायकल में बैठाकर ले गये थे।
पतासाजी करते हुये रमेशपुर में पता चला कि एक मोटर सायकल में 4 लोग उक्त तिथि को दारिका नगर हुन्डाभाडा जंगल की ओर गये थे। एक आदमी जो बीच में बैठा था। उसका पैर जमीन में घसीटा रहा था, उसे पीछे बैठा आदमी उसके मुंह को दबाकर रखा था। सूचना पर पुलिस ने द्वारिका नगर हुण्डा भाडा जंगल में जाकर सर्चिंग किया गया जो जंगल में सरई पेड़ के नीचे एक छोटे गड्ढे में गुम इंसान रामकृपाल साहू का शव पड़ा मिला।
जांच पर पाया गया कि आरोपी गंगा राम बैरवा, कोंदा, बतिया तीनों के द्वारा पैसे लेन-देन को लेकर एक राय होकर रामकृपाल साहू को मारपीट कर हत्या कर जंगल में फेंक दिए हैं। पुलिस आरोपियों के विरुद्ध धारा 365, 302, 201, 34 के तहत अपराध कायम कर सर गर्मी से उसकी तलाश कर रही थी।
थाना प्रभारी निरीक्षक अनूप एक्का के नेतृत्व थाना से टीम गठित कर फरार आरोपियों की लगातार पतासाजी करते हुए आरोपियों के मिलने के संभावित स्थानों पर लगातार दबिश दी जा रही थी। मुखबिर से पता चला कि फरार आरोपी में से गंगा राम ऊर्फ चमन चेरवा ग्राम दशेरा नीलकंठ धाम पुलिस चौकी रामगढ़ जिला कोरिया में छिपा है। सूचना मिलने पर तत्काल थाना से पूर्व में गठित टीम को वरिष्ट अधिकारियों को सूचना से अवगत कराकर रवाना किया गया जो आरोपी गंगा राम उर्फ चमन चेरवा को दशेरा नीलकंठ धाम चौकी रामगढ़ कोरिया से हिरासत में लिया गया। अन्य आरोपियों की पूछताछ करने पर उसकी निशानदेही पर आरोपी बृजेश ऊर्फ बतिया चेरवा एव कृष्णा ऊर्फ कोन्दा मानिकपुरी को ग्राम सुलसुली थाना त्रिकुण्डा जिला बलरामपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
बैकुण्ठपुर, 12 जनवरी। कोरिया जिले के सोनहत में पदस्थ भृत्य ने कलेक्टर को आवेदन देकर इच्छा मृत्य की मांग की है। आवेदन में उसने बताया है कि कोरिया जिले में भृत्यों की पदोन्नति नहीं हो रही है।
सोनहत में कार्यरत अनिल कुमार चौहान भृत्य ने आवेदन में बताया कि वे कोरिया जिले में आवेदन दे देकर परेशान हो गए हैं। दस सालों से भृत्यों को पदोन्नत नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण मैं अपने परिवार को अच्छी शिक्षा नहीं दे पा रहा हूँ। पदोन्नति की फाईल स्थापना शाखा से 10 सालों से चल रही है, अभी तक पदोन्नति नहीं किया गया है। जिसके कारण मै काफी परेशान गया हूँ।
श्री चौहान ने अपनी उम्र 40 वर्ष से ज्यादा होना बताया। पदोन्नति नहीं होने के कारण इस बात को सोच सोचकर उनकी तबीयत और भी ज्यादा खराब हो रहा है। वे बताते हंै कि बार-बार आवेदन दे कर वे थक चुके हैं। घर में उनकी बेटी की तबीयत कोरोनाकाल से पहले खराब है। जिसका इलाज चल रहा है। साल भर तक इलाज चलेगा, डॉक्टरों ने ब्रेन में इन्फेक्शन बताया है।
उन्होंने कलेक्टर से निवेदन किया है उन्हें सहायक ग्रेड-3 में पदोन्नति करने की कृपा करें। पदोन्नति नहीं किये जाने पर शासन से उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है।
निगम कमिश्नर का बयान दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 12 जनवरी। धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार रिटायर्ड अपर कलेक्टर एडमंड लकड़ा के मामले में नया मोड़ आ गया है। प्रकरण को संज्ञान लेते हुए तत्कालीन एसडीएम और वर्तमान रायगढ़ नगर निगम के आयुक्त आशुतोष पांडेय मंगलवार को कोरिया पहुंचे, और पुलिस से संपर्क कर मामले में अपना बयान दर्ज कराया।
इस सिलसिले में रायगढ़ कमिश्नर आशुतोष पांडेय ने कहा कि वो आदिवासी महिला की भूमि की खरीदी बिक्री मामले में बयान देने आए हैं, इसके अलावा उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। वहीं जांच अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक धीरेन्द्र पटेल का कहना है कि रायगढ़ कमिश्नर ने स्वयं मामले को संज्ञान लेकर बयान दर्ज कराया है, कार्रवाई आगे जारी है।
मंगलवार को राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ के अध्यक्ष, तत्कालीन एसडीएम बैकुंठपुर और वर्तमान में रायगढ़ कमिश्नर आशुतोष पांडेय कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर पहुंचे। श्री पांडे ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। चूंकि श्री पांडेय तत्कालीन अपर कलेक्टर एडमंड लकड़ा के कार्यकाल के दौरान बैकुंठपुर एसडीएम के पद पर पदस्थ थे, और तत्कालीन अपर कलेक्टर के गिरफ्तारी की खबर के बाद उन्होंने मामले को स्वयं संज्ञान लिया और मामले में बयान दर्ज कराया। सूत्रों की माने तो कमिश्नर रायगढ़ के बयान के मामले की जांच नई दिशा में बढऩे के आसार बढ़ गए हंै।
ट्रासंफर के बाद हुए उनके हस्ताक्षर
आदिवासी की भूमि के खरीदी-बिक्री मामले में रायगढ़ कमिश्नर के कोरिया आने से मामले में नया मोड़ आ गया है। सूत्रों की माने तो पुलिस के द्वारा खंगाले गए दस्तावेजों में तत्कालीन अपर कलेक्टर ने भूमि की अभिमत की फाइल जब एसडीएम और तहसीलदार के पास भेजी, तब एसडीएम को किनारे करते हुए सीधे तहसीलदार से अभिमत लिया था, परन्तु जब फाइल की वापसी हुई, उसमें एसडीएम की अभिमत अलग से फाइल में नस्तीबद्ध मिली। सूत्र बताते हंै कि तत्कालीन एसडीएम श्री पांडेय के हस्ताक्षर उसमें फर्जी पाए गए हंै। जिस दिन श्री पांडेय का स्थानांतरण कोरिया से हुआ, उसके ठीक एक दिन बाद की तारीख में उक्त हस्तााक्षर और अभिमत जारी की गई।
नहीं होता अधिकार का हस्तांतरण
बैकुुठपुर के रामपुर की आदिवासी महिला की भूमि को गैर आदिवासी के नाम खरीदी बिक्री अनुमति के मामले में कई पेंच सामने आने लगे है। जनजातियों की भूमि की खरीदी बिक्री में कानून में स्पष्ट प्रावधान है कि भूमि खरीदी बिक्री का अधिकार कलेक्टर किसी को भी हस्तांतरित नहीं कर सकता। यही कारण है कि मामले में पुलिस हर कदम फूंक-फूंक कर उठा रही है, जबकि राजस्व अधिकारी कई और शहरों में अपर कलेक्टर पर हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 11 जनवरी। माँ को कैंसर था, इलाज के लिए लोन लेने गया तो दलाल ने कम ब्याज पर लोन दिलाने अपने साथ ले गया, बिना कोई गिरवी रखे 10 लाख का लोन हो गया, जब खाता होल्ड हुआ, तब पता चला कि 5 लाख की जगह 10 लाख का लोन स्वीकृत हो चुका है, और उसे 5 लाख 50 हजार का चूना लग चुका है। अब पीडि़त पुलिस अधीक्षक से लेकर बैंक लोकपाल तक शिकायत कर न्याय की मांग कर रहा है।
इस संबंध में छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक के कलेक्टर कार्यालय शाखा की प्रबंधक कंचन सिंह का कहना है कि मैंने लोन करके उनके खाते में डाला है, वो झूठ बोल रहे है, उनके द्वारा ब्लेंक चेक किसे दिया ये मुझे नहीं पता, मुझे जबरन बदनाम किया जा रहा है। मेरी कोई गलती नहीं है।
जानकारी के अनुसार मनेन्द्रगढ़ निवासी सुरेश पन्त पिता मोहन पन्त छत्तीसगढ़ राज्य ऊर्जा वितरण कं. लिमिटेड (ष्टस्क्कष्ठष्टरु) में पदस्थ है। जुलाई 2019 में उसे कटघोडी निवासी तनुज सिंह के द्वारा लोन लेने के सम्बन्ध में प्रस्ताव दिया गया। उसने बैंक से रुपये पांच लाख रुपए लोन के रूप में दिलवाने की बात की। उस व्यक्ति ने उन्हें जानकारी दी कि उसकी बैंक के शाखा प्रबंधक से अच्छी जान पहचान है, इसलिए लोन बहुत आसानी से मिल जाएगा। क्योंकि मेरी माँ के कैंसर के इलाज के लिए मुझे पैसों की आवश्यकता थी, तो मैं लोन लेने के लिए तैयार हो गया। तनुज सिंह उसे भारतीय स्टेट बैंक शाखा बैकुंठपुर ले जाता था एवं वहां किसी भी अधिकारी की अनुपस्थिति में यह कह कर कि साहब जल्दी में हैं, बहुत ही जल्दबाजी में उसने लोन सम्बंधित दस्तावेजों में हस्ताक्षर करवा लेता था, साथ ही यह कहा कि शाखा प्रबंधक से उसकी बात हो चुकी है एवं उसका लोन स्वीकृत हो चुका है। लेकिन उस व्यक्ति ने पीडि़त को बार-बार पूछने पर भी यह जानकारी नहीं दी कि उसने उसका लोन वास्तव में किस बैंक से करवाया है।
तनुज सिंह ने उसके लोन की राशि के रूप में रुपये पांच लाख मात्र नकद में दिए और जिसमें से रुपये 50 हजार यह कह कर वापस लिए कि लोन स्वीकृति में उसे शाखा प्रबंधक को पैसे देने होंगे एवं स्वयं उसके भी पैसे इस कार्य में खर्च हुए हैं।
पहली बार मालूम हुआ लोन कहां से हुआ
नवम्बर 2020 को पीडि़त के विभाग में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा कलेक्ट्रेट बैकुंठपुर की महिला शाखा प्रबंधक कंचन कुमारी द्वारा यह फोन किया गया कि उनकी शाखा में पीडि़त का रुपये दस लाख का लोन है, जिसकी सुरक्षा के लिए उन्हें बीमा करवा लेना चाहिए। जिसकी जानकारी पीडि़त को विभाग के सेवायुक्तों द्वारा दी गई। तब पीडि़त हैरान रह गया, उसने बताया उन्होंने सिर्फ पांच लाख का ही लोन लिया था जिसमें से 50 हज़ार रुपए तनुज सिंह कटगोड़ी द्वारा ले लिए गए थे। उस दिन पीडि़त को पहली बार यह ज्ञात हुआ कि मेरा लोन छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक से स्वीकृत है।
होल्ड लगाया है ग्रामीण बैंक ने
पीडि़त जब अपने मासिक वेतन की राशि निकालने भारतीय स्टेट बैंक शाखा बैकुंठपुर पहुंचा, जहां उसे यह कहकर उसके वेतन के पैसे नहीं दिए गए कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में उसका लोन होने के कारण उनके वेतन खाते में रोक लगवा दी गई है। जिसके बाद वो छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के बैकुंठपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में गया, जहाँ उनसे सम्बंधित अधिकारियों को सारी बात बताई।
खुद मिला प्रबंधक से
पीडि़त का कहना है कि मुझे मात्र 5,00,000/- (रूपये पांच लाख) की राशि का ही भुगतान किया गया और मेरे वेतन खाते में रोक लगवाकर मुझे एवं मेरे परिवार को आधारभूत आवश्यकताओं की आपूर्ति से भी वंचित रखा गया, क्योंकि मेरे वेतन खाते में रोक लग जाने के कारण मुझे भोजन की कमी भी होने लगी थी, तो मैं स्वयं दिसम्बर 2020 को छ.रा.ग्रा. बैंक शाखा कलेक्ट्रेट बैकुंठपुर गया, जहाँ शाखा प्रबंधक कंचन कुमारी द्वारा मुझसे लोन संबंधित बीमा के दस्तावेजों पर यह कहकर हस्ताक्षर करवाया गया कि यदि लोन नहीं पटाना है तो बीमा के कागजों में हस्ताक्षर करो। क्योंकि मेरी माली हालत बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी थी तो मैंने उन दस्तावेजों में हस्ताक्षर कर दिए।
फिर बुलाया गया बैंक
पीडि़त के अनुसार 7 जनवरी 2021 को कंचन कुमारी के बुलाने पर हम शाखा कलेक्ट्रेट बैकुंठपुर गए जहां उन्होंने मेरे भ.स्टे.बैंक बैकुंठपुर स्थित खाते से रुपये 95000/- लोन में जमा करवाने हेतु चेक में हस्ताक्षर करवाए एवं इसके पूर्व भी उन्होंने मेरे एलआईसी के रुपये 55000/- भी लोन में जमा करवा लिए हैं। साथ ही उन्होंने मुझसे 6 ब्लेक चेक में भी हस्ताक्षर करवाए एवं कहा कि 30 जनवरी 21 को मेरी अगली किश्त है, अगर मैं वह किश्त नहीं चुकाता तो मेरे वेतन खाते में वह पुन: रोक लगवा देंगी। इस प्रकार मेरे वेतन खाते में रोक लगवाने की धमकी दे-दे कर वह मुझसे लोन की भरपाई करवाना चाहती हैं।
कहा था-दो साल पहले अस्पताल के बेड पर कुत्ते सोते थे, वीडियो बड़ा बाजार चिरमिरी का नहीं आगरा का-भाजपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 11 जनवरी। कोरिया जिले के कांगे्रस विधायक डॉ. विनय जायसवाल के बयान पर बवाल मचा हुआ है। बयान के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को मनेन्द्रगढ़ विधायक के कार्यालय का घेराव कर उनका पुतला फूंका, वहीं पूर्व विधायक व वर्तमान भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उनका कहना है कि अस्पताल में इलाज करा रहे गरीब जनता को कुत्ते की संज्ञा देना, मुझे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है, या वो सत्ता के नशे में चूर हैं।
वहीं मीडिया को दिए बयान में एक बार फिर विधायक विनय जायसवाल ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करना बताया, वे कहते हैं कि विरोधी पार्टियों के लोग उनकी बढ़ती लोकप्रियता को लेकर ऐसा कर रहे हंै। वहीं जब भाजपा ने आपत्ति दर्ज कराई तो उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक बेड पर कुत्ते के सोते हुआ एक वीडियो शेयर कर उसे बड़ा बाजार चिरमिरी के अस्पताल का बताया, जिसकी भी पोल कुछ देर में भाजपा ने खोल दी और बताया कि उक्त वीडियो बड़ा बाजार चिरमिरी का नहीं आगरा का है। उक्त वीडियो का लिंक भी भाजपा ने शेयर कर मामले में विधायक को बैकफुट पर ला दिया।
जानकारी के अनुसार एक कार्यक्रम के दौरान वर्तमान मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के सम्मान समारोह के सार्वजनिक मंच से कहा था कि हम युवाओं, श्रमिकों व व्यापारियों के लिए लगातार काम करते रहेंगे। विकास के कार्य कराते रहेंगे। इसी बीच उन्होंने यह भी कह डाला कि दो साल पहले चिरमिरी के बड़ा बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत ऐसी थी कि जब हम लोग वहां पहले जाते थे तो अस्पताल के बेड पर मरीजों के स्थान पर कुत्ते सोया करते थे।
गौरतलब है कि भाजपा के कार्यकाल के समय की बात करें तो भाजपा की नीतियों के विरोध में इक्का-दुक्का बार की कहीं नजर आए होंगे, ज्यादातर ये कांग्रेस के बड़े नेताओं के आने पर ही ज्यादा देखे जाते हंै। उधर, विधायक विनय जायसवाल के उक्त बयान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। भाजपा ने बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए विरोध किया है। बहरहाल, वर्तमान विधायक विनय जायसवाल के बयान को लेकर बवाल मचा हुआ है और राजनीति गर्म हो गयी है।
जनता से सार्वजनिक माफी मांगे या इस्तीफा दे विधायक -श्याम बिहारी
पूर्व विधायक व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि बड़ा बजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर विधायक द्वारा जो कि स्वयं एक चिकित्सक है, द्वारा यह बयान दिया जाना कि दो साल पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ा बाजार चिरमिरी के अस्पताल के बेड पर मरीजों की जगह कुत्ते सोया करते थे। इस बयान की मंै कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए विधायक सार्वजनिक रूप से क्षेत्र की जनता से माफी मांगे जो अस्पताल जाने वाले लोगों को कुुत्ते के रूप में संज्ञा दे रहे हंै।
उन्होंने कहा कि इसकी दो स्थिति हो सकती है या तो विधायक का मानसिक स्थिति खराब हो चुकी है या फिर सत्ता के मद में चूर होकर ऐसा बयान दे रहे हंै। इसके लिए माफी मांगे या इस्तीफा तत्काल दें, अन्यथा विधान सभा क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर विधायक कार्यालय का घेराव किया जाएगा व उनका पुतला दहन किया जाएगा। एक चिकित्सक होकर भी अस्पताल के बारे में ऐसा बयान घोर निंदनीय है।
वायरल फोटो का सच बताया पूर्व विधायक ने
मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल द्वारा दिये बयान को लेकर जब भाजपा के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने कडी आलोचना की तो विधायक विनय जायसवाल ने फेसबुक पर एक बेड पर सोये कुत्ते की फोटो शेयर की जिसे चिरमिरी सीएचसी का बताया गया। इस पर पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने वायरल फोटो का सच बताते हुए कहा कि जो फोटो विधायक द्वारा सोशल मीडिया मे वायरल की गयी है, दरअसल वह फोटो आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की है जिसकी खबर टाईम्स ऑफ इंडिया में 11 दिसंबर 2018 को प्रकाशित हुई थी। श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि विधायक जमीनी स्तर पर कोई सार्थक काम नहीं कर पा रहे है जिसके कारण वे अपने गिरते ग्राफ को बचाने के चक्कर में झूठ की कांग्रेस नीति का अनुशरण करने का काम कर रहे है, जिसकी मंै घोर निंदा करता हूं।
भ्रष्टाचार बना शिष्टाचार बयान पर भी मचा था बवाल
मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक विनय जायसवाल व पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के बीच यह पहला आरोप-प्रत्यारोप का मामला नहीं है। इसके पूर्व मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बताने पर भी जमकर बवाल मचा था और इस बयान को लेकर पूर्व व वर्तमान विधायक आमने-सामने हो गये थे। उस समय भी मनेन्द्रगढ़ विधायक ने बयान को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत करना बताया था। अब अस्पताल के बेड पर कुत्ते सोने के बयान को भी गलत ढंग से प्रस्तुत करने की बात कही।
विरोध में विधायक कार्यालय का घेराव कर जलाया पुतला
रविवार को मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल द्वारा दिये विवादित बयान को लेकर भाजपा ने चिरमिरी में विरोध में विधायक कार्यालय का घेराव किया गया, साथ ही विधायक का पुतला भी दहन किया गया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झुमाझपटी भी हुई। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। इसके पूर्व आयोजित आम सभा में उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम को संबोधित किया गया। इस दौरान भाजपा पदाधिकारियों द्वारा कांग्रेस पर जमकर हल्ला बोला।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 11 जनवरी। नगर पालिका द्वारा फुटपाथ व्यापारियों से स्वच्छता शुल्क लिये जाने के विरोध में भाजपा ने रविवार को जमकर हल्ला बोला। रविवार 10 जनवरी को भाजपा द्वारा शहर के घड़ी चौक में विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। हालांकि भाजपा के कई नेताओं ने जमकर कांग्रेस की नीति-रीति का विरोध करते हुए काफी कुछ कहा, परन्तु भाजपा मण्डल अध्यक्ष भानूपाल के उद्बोधन ने लोगों का ध्यान खींच लिया।
भाजपा के धरना प्रदर्शन के दौरान प्राय: परदे के पीछे रहने वाले भाजपा के मंडल अध्यक्ष भानु पाल के उद्बोधन ने सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने नपा के सीएमओ व नपा अध्यक्ष पर जमकर कटाक्ष करते हुए अपनी भड़ास निकाली। मण्डल अध्यक्ष भानुपाल ने कहा कि नगर पालिका परिषद में विकास के नाम पर यहां जमकर भ्रष्टाचार चल रहा है। नपा के अध्यक्ष स्वयं ठेकेदार है, जनता की इनको कोई फिक्र तक नहीं है। हाल में छोटे व्यापारियों के हित को ध्यान में न रखकर शुल्क वसूली करने का तुगलुकी फरमान जारी कर दिया है। जबकि पूर्व में नपा द्वारा एक साथ कई वर्षों का शुल्क वसूली करने का कार्य किया। उन्होंने आगे कहा कि नपा अध्यक्ष ने आयुक्त चिरमिरी को नपा में सीएमओ के रूप में बुला लिया कि उनके आने से शहर विकास तेजी से होगा और शहर को चार चांद लगा देेगी लेकिन सीएमओ ने तो शहर को चिडिय़ा घर बना दी और शहर वासियों को पिंजड़े में कैद करने का प्रयास कर रही है। ऐसा केाई भी कार्य शहरवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने नपा अध्यक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि तालाब से शहर विकास कार्य शुरू कराया था जो अब सिमट गया है। तालाब की स्थिति आज लाखों खर्च करने के बाद क्या है देखा जा सकता है। चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में बड़े वायदे किये गये थे उसके अनुरूप कहां कार्य हो रहा है। अध्यक्ष अपने ही घोषणा पत्र को भूल गये। तुगलकी फरमान से छोटे व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां घड़ी चौक पर घड़ी लगा करती थी आज शहर के उक्त चौक पर घड़ी गायब है और उसके स्थान पर पोस्टर लगा हुआ है।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारीगण, पार्षद, व भाजपा कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित रहे। आयोजित धरना प्रदर्शन को भाजपा के कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया। उल्लेखनीय है कि मण्डल अध्यक्ष ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया था और यह बताया था कि नपा द्वारा जारी शुल्क वसूली के तुगलकी फरमान को वापस नहीं लिया जाता है तो भाजपा मण्डल विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 10 जनवरी। शहर से लगे ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ में शासकीय भूमि पर किए जा रहे अतिक्रमण की शिकायत मिलने पर एसडीएम के द्वारा मौके पर पटवारी को भेजकर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ में ढाबा के पीछे की भूमि खसरा नं. 195 शासकीय नाला मद की भूमि पर ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ के जनप्रतिनिधि के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा था। गुरूवार को ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ निवासी 31 वर्षीय बृजमोहन पिता हीरालाल गोंड़ ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मनेन्द्रगढ़ को सूचना दी। सूचना पर पटवारी शिमोन लाल को तत्काल मौके पर जांच के लिए भेजा गया। जांच में पटवारी द्वारा नाला मद की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण होना पाए जाने पर तत्काल वहां चल रहे काम को बंद करा दिया गया। जानकारी मिली है कि यहां शासकीय जमीन पर अवैध पोल्ट्री फॉर्म निर्माण की तैयारी चल रही थी। पटवारी शिमोन लाल ने बताया कि एसडीएम के द्वारा मौका मुआयना के लिए उन्हें भेजा गया जहां उन्होंने मो. हसीम अंसारी एवं शिवधारी सिंह के द्वारा अतिक्रमण करना पाया। पटवारी ने बताया कि उनके द्वारा बेजा कब्जाधारियों के खिलाफ जांच प्रतिवेदन तहसीलदार को सौंपा गया है। अग्रिम कार्रवाई जल्द ही तहसीलदार के द्वारा की जाएगी।
गौरतलब है कि बृजमोहन सिंह ने कुछ दिनों पूर्व ही एसडीएम मनेंद्रगढ़ को शासकीय भूमि पर अतिक्रमण की लिखित शिकायत करते हुए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की थी। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा था कि ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ में नदी को पाटकर एवं शासकीय आबादी मद की भूमि पर बाउंड्रीवाल बनाकर अवैध कब्जा किया गया है जिसके कारण नदी सूख गई है और चनवारीडांड़ का जल स्तर घट गया है। आने वाले समय में ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए संकट का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन शिकायत के बावजूद शासकीय भूमि पर अतिक्रमण जारी था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 10 जनवरी। गला दबाकर पत्नी की हत्या करने के बाद फरार आरोपी पति को केल्हारी पुलिस ने वारदात के 4 दिन बाद बिजुरी (मप्र) से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत ढुलकू निवासी 35 वर्षीय हृदय सिंह ने केल्हारी थाने में उपस्थित होकर मर्ग दर्ज कराया कि उसकी बड़ी बहन कलावती को हीरालाल बंदवा अपनी पत्नी बनाकर रखा था। दोनों के दाम्पत्य जीवन से एक लडक़ा भी है। घटना दिवस 3 जनवरी को 9 बजे मोती सिंह ने फोन कर उसे बताया कि उसकी बहन कलावती की मृत्यु हो गई है। खबर पाकर वह अपनी माँ सुमित्रा के साथ बहन के घर आकर देखा तो उसके शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान थे एवं खून निकल रहा था। वहीं बहन का पति हीरालाल घटना दिवस से फरार था। पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मौत गला दबाकर होना पाए जाने पर आरोपी की पतासाजी शुरू की गई। महाई निवासी आरोपी हीरालाल पिता रामलाल उर्फ बिनुवा गोंड़ के बिजुरी क्षेत्र में दिखने पर खोंगापानी एवं केल्हारी पुलिस के द्वारा लगातार जगह-जगह दबिश दी गई।
7 जनवरी को बिजुरी स्थित मुहाड़ा के पास सूर्य मंदिर परिसर में आरोपी के मिलने पर उसे हिरासत में लेकर गवाहों के समक्ष पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि खाना बनाने के दौरान उसने अपनी पत्नी कलावती की टांगी के बेट से पिटाई की और बाद में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त टांगी बेट को बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 10 जनवरी। जनपद पंचायत सोनहत अंतर्गत ग्राम पंचायत रावत सरई अंतर्गत वनांचल ग्राम बेलार्ड के ग्रामीणों ने सरपंच को लिखित शिकायत करते हुए बिगड़े सौर ऊर्जा सिस्टम को जल्द सुधार करने की मांग की। जिस पर सरपंच ने ग्रामीणों को 15 दिन में सुधार कार्य हो जाने का आश्वासन दिया गया।
जानकारी के अनुसार सोनहत जनपद के ग्राम बेलार्ड के ग्रामीण रामप्रसाद, रंजीत सिंह, मनमोहन, कलेश्वर, देवसिंह, मानकुंवर, जयनाथ सिंह, सोनेलाल पंच वार्ड क्रमांक 8 चंद्रवती पंच वार्ड क्रमांक 7 ने बताया कि वार्ड क्रमांक 7 व 8 में लगाये गया सोलर लाईट खराब हो गयी है जिससे कि उन्हें परेशानियों सामना करना पड रहा है।
ग्रामीणों ने शिकायत में यह भी बताया कि उक्त वार्डो में लगे सोलर लाईन 10 से 15 मिनट के लिए जलती है इसके बाद बंद हो जाती है। जिसे जल्द सुधार कराये जाने की मांग की गयी जिस पर ग्राम पंचायत के सरपंच ने 15 दिन में व्यवस्था सुधार करने का आश्वासन ग्रामीणों को दी।
गौरतलब है कि सौर उर्जा से बिजली व्यवस्था के तहत ग्रामीणों को बिजली की सुविधा तो मिल रही थी लेकिन इस सिस्टम के आये दिन खराब होने की शिकायतें भी लगातार मिलती रहती है। ऐसे क्षेत्रों के ग्रामीणों की शिकायत यह भी रहती है कि उनके क्षेत्र में यदि एक बार सौर ऊर्जा सिस्टम खराब हो जाता है तो शिकायत करने के बाद भी जल्द सुधार कार्य नही हेाता ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को लगातार कई दिनों व महीनों तक अंधेरे में ही रात गुजारना पडता है। जिससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पडता है।
सुधार नहीं हुआ तो कलेक्टर को दी शिकायत
ग्राम बेलार्ड के ग्रामीणों ने सरपंच को अपने गॉव के वार्ड क्रमांक 7 व 8 में लगे सोलर लाईट के खराब होने की शिकायत की गयी थी जिस पर 15 दिन में सुधार कार्य कराने का आश्वासन सरपंच द्वारा दिया गया था लेकिन इसके बाद भी सुधार कार्य नही होने पर ग्रामीण रूपन सिंह, सुन्दरी सिह, चंद्रवती सिंह, रामप्रसाद, नोहर सिंह, लालसाय, जगमोहन सिंह जेंठलाल, दिलभान शिवप्रसाद आदि ने कलेक्टर कोरिया को शिकायत देकर जल्द सुधार करने की मांग की।
जिले के जिन गांवों में सोलर लाईट लगायी गयी है वहां की लाइट यदि एक बार खराब हो जाती है तो जल्द सुधार कार्य नही होने की शिकायत सोलर लाईट लगाये गये सभी ग्रामों की है। ग्राम बेलार्ड के ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरिया को दिये शिकायत में उल्लेख किया है कि ग्राम बेलार्ड के वार्ड क्रमांक 7 व 8 में पिछले 9-10 माह से सोलर लाईट खराब है। इस संबंध में कई बार क्रेडा विभाग सूचना दिया गया लेकिन आज तक सुधार कार्य नहीं कराया जा सका।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 10 जनवरी। शनिवार को पुलिस ने 4 वर्ष पुराने मामले में 5 आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर ले कर जेल दाखिल कर दिया। बहुचर्चित प्रेमाबाग की भूमि के मामले में पुलिस ने बडी कार्यवाही की है, वहीं सूत्रों की माने में पुलिस अभी और आरोपियों की तलाश में जुटी है।
इस संबंध में डीएसपी धीरेन्द्र पटेल का कहना है कि फिलहाल न्यायालय से 5 आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है। सभी को जेल दाखिल किया गया है आगे कार्यवाही जारी है।
इस संबंध मेें जेल दाखिल होने से पहले कांग्रेस के नेता चंद्रप्रकाश राजवाड़े ने बताया कि उनका इस मामले से कोई लेना देना ही नही था, जिस वक्त प्रेमाबाग प्रकरण हुआ उस वक्त वो मौके पर भी नहीं थे, मेरे विरूद्ध बेवजह झूठी शिकायत करवाई गई और मुझे मामले में साजिश के तहत फंसाया गया, मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है, मै न्यायलय का सम्मान करता हूं। मुझे न्याय मिलेगा।
दरअसल, 2 वर्ष पूर्व कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर के प्रेमाबाग का मामला सुर्खियों मे तब आया जब मामले में प्रेस कांफ्रेस कर बिल्डर संजय अग्रवाल ने बताया कि उनके विरूद्ध जिस तरह से विष्णु सिंह ने मनगढं़त आरोप मढ़े थे उनसे वो बरी हुए है और उन्हें कमिश्नर सरगुजा से भूमि के प्रकरण में न्याय मिला है। वर्ष 2017 में बिल्डर समेत सभी आरोपियों पर धारा 188, 294, 506, 323, 395, 427, 447, 448, 467, 468, 120 बी, 452, 419, 471, 420 और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज था। मामला बीते 4 साल से पेंडिंग था और इस वर्ष प्रेमाबाग प्रकरण की फाइल पुलिस ने फिर खोल डाली और जांच डीएसपी रैंक के अधिकारी करने लगे। पुलिस ने शुक्रवार को प्रतापपुर निवासी अब्दुल रहीम, बैकुंठपुर निवासी मो युसूफ, असीनुद्दीन, विरेन्द्र चंद्र और चंद्रप्रकाश राजवाड़े को हिरासत में लेकर जेल निरूद्ध कर दिया।
न्यायलय में चल रहा है विवाद
मामले में बीते 4 वर्ष से अपनी भूमि का वापस लेने की लडाई लड़ रहे विष्णु सिंह सिविल न्यायालय पहुंच गए। पीडि़त विष्णु सिंह बताते है कि न्यायालय ने भूमि स्वामी के वारिस को 20 से ज्यादा बार नोटिस देकर न्यायालय में हाजिर होने को कहा, नहीं आने पर दो बार अखबारों मेें सूचना भी छपवाई, परन्तु वो अभी तक न्यायालय में उपस्थित नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण सिविल न्यायालय में देरी हो रही है, एक मामला कमिश्नर और राजस्व मंडल के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में भी चल रहा है। यहां भी कोरोना के कारण थोड़ी देरी हो रही है।
वारिस से पहले हुई ड्रायवर की भूमि
विष्णु सिंह ने बताया कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि फर्जी वारिस अब्दुल रहीम से पहले ड्रायवर के नाम से मुख्तारनामा बन गया, बाद में फर्जी वारिस के नाम भूमि हुई। इसी मामले से पुलिस ने जांच शुरू हुई तो इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 10 जनवरी। लगातार कई दिनों से आसमान में बादलों के डेरा जमाये रहने के बाद रविवार को आसमान में आंशिक बादल रहे जिस कारण इस दिन धूप ज्यादातर समय तक खिली रही हालांकि इस दौरान बादलों का आना जाना लगा रहा लेकिन पहले की अपेक्षा बादल छंट गये है।
मौसम विभाग के अनुसार कई दिनों से छाये बादल अब छंटेंगे जिसके बाद 11 जनवरी से मौसम पूरी तरह से साफ हो जायेगी। बादलों के छंटने के बाद फिर से तापमान में कमी आयेगी जिससे कि ठण्ड बढेगा। इसके पहले कई दिनों तक बादलों के रहने के कारण ठण्ड का पता नही चल रहा था। दिन के साथ शाम के समय भी गर्मी का अहसास होता जिस कारण कई लोग बिना गर्म कपडों के भी घुमते रहे।
10 जनवरी से बादल छंटना शुरू हो गये है और इसके बाद के दिनों में आसमान में बादल नही रहेंगे जिसके चलते मौसम साफ हो जायेगा और जिसके बाद तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जायेगा। इससे फिर से ठंड के असर का सामना करना पड सकता है। जानकारी के अनुसार तीन दिन बाद मकर संक्राति पड रहा है। सूर्य इस दिन मकर राशि में प्रवेश करता है जिसके बाद सूर्य सीधी होने लगती है ऐसे में धूप तेज होने लगता है और धीरे धीरे ठण्ड का असर कम होने लगता है लेकिन अभी ठण्ड से राहत नही मिलने वाली है। मौसम खुलने के साथ ही तापमान का पारा गिरने की संभावना है। जिससे ठण्ड से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नही है लेकिन अब कड़ाके की ठण्ड पडने की संभावना नही है फिर से जनवरी माह में ठण्ड से राहत भी नही मिलेगा। आगामी सप्ताह भर में फिर से ठण्ड में बढोतरी होने की संभावना है।
अब तक जनवरी में इस बार नहीं पड़ी जमकर ठंड
जिस तरह से अनुमान लगाया जा रहा था कि इस बार जमकर ठण्ड पड़ेगी लेकिन उम्मीद के विपरीत इस बार जनवरी माह में ठण्ड का असर नहीं रहा। जिस तरह की उम्मीद जनवरी माह में ठण्ड को लेकर थी वह नही रहा। दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में जो ठण्ड अचानक बढ़ी थी इसके बाद माह के अंत में ठण्ड कमजोर हो गयी और जनवरी माह में अब तक ठण्ड का ज्यादा असर आसमान में छाये बादलों की वजह से नही रहा। लेकिन बादलों के हटने के बाद सप्ताह भर के लिए फिर से ठण्ड के लौटने की उम्मीद है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 10 जनवरी। कोरिया जिले के सोनहत निवासी सरकारी स्कूल के शिक्षक ने पैडल वाले सायकल को मॉडिफाई कर बैटरी चलित बनाया है। जिसकी चर्चा खूब हो रही है और लोग बैटरी चलित सायकल को देखने पहुंच रहे हंै।
जानकारी के अनुसार सोनहत के विजय कुमार गुप्ता द्वारा परंपरागत सायकल में पैर से चलाने में होने वाली ऊर्जा खपत को देखते हुए सुविधाजनक बनाने की सोची और सायकल में बैटरी लगातर बैटरी से चलने वाला बना दिया गया। जिससे कि लोग आसानी से सिर्फ सायकल में बैठकर कहीं भी आना-जाना कर सके। उनके द्वारा तीन पहिया सायकल को भी बैटरी चलित बनाया है।
उन्होंने बताया कि एक बैटरी चलित सायकल से 50 किमी तक लगातार चला जा सकता है। इसके बाद फिर इसे चार्ज करने की जरूरत होती है। उन्होंनं बताया कि इससे लेागों को सायकल से आना जाना करने में काफी सुविधा होगी। इससे प्रदूषण भी नहीं होगा और सुरक्षित भी रहेगा।-
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर, 8 जनवरी। सेंटर ऑफ इण्डियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने रैली निकाल कर कलेक्टर को कई मांगों का ज्ञापन सौंपा।
सौपे ज्ञापन में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य समिति, रायपुर (छ.ग.) गत 26 नवम्बर से शुरू हुआ देशव्यापी किसान संघर्ष 3 जनवरी 2021 को 40 वाँ दिन पर प्रवेश कर गया । 8 दिसंबर को भारत बंद के जरिए भारत की जनता द्वारा व्यक्त किये गये अभूतपूर्व समर्थन के बाद यह संघर्ष और तेज और व्यापक हो गया है । पहली बार किसान जनता के तमाम तबके तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और कार्पोरेट लॉबी के खिलाफ ऐसे बेमिसाल एकता स्थापित किये हुए हैं जैसे पहले कभी नही हुये थे । इस लंबी संघर्ष में समाज के अन्य तबकों के साथ मजदूर वर्ग, जो खुद केन्द्र सरकार द्वारा थोप दी गई, चार श्रम संहिताओं से पीडि़त है, अपने संघर्ष में किसान जनता के समर्थन में लामबंद हुआ है । यूं तो देश की अर्थव्यवस्था को विगत कई सालों से ही नोटबंदी, जीएसटी, और उदार अर्थनीति के नाम पर चलाई जा रही विनाशकारी नीति का भयानक परिणाम हमारे सामने है । देश के आर्थिक विकास दर ऋणात्मक 24 प्रतिशत घट गया है, बेरोजगारी 15 करोड़ से अधिक, महंगाई आसमान छूती जा रही है परंतु इन समस्याओं से दो चार होने की उलट सार्वजनिक उपक्रमों को जैसे रेल, बैंक, बीमा, बीएसएनएल आदि उद्योगो को सरकार द्वारा अपनी पसंदीता देशी विदेशी लुटेरों को सौपने का साजिश निरंतर जारी है । आत्मनिर्भरता के नाम पर समूचा देश एवं आवाम को परनिर्भरता की गहरे दलदल में ढकेला जा रहे है । देश की स्वास्थ व्यवस्था निजी अस्पतालों एवं बीमा कंपनियों के लूट खसोट के लिये छोड़ दिया गया है। श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था की खात्मा तथा नई पेंशन योजना थोपकर लाखों पेंशनरों की आजिविका भयानक संकट की ओर धकेल दिया गया।
जुझारू संघर्षों के प्रतिफलन के तौर पर हमने देखा, दिनांक 26 नवम्बर को मजदूरों का आम हड़ताल जिसमें किसानों की मांगें भी शामिल थी तथा 27 नवम्बर से तीन कृषि कानूनों और बिजली संशोधन विधेयक वापिस लिए जाने की मांगों को लेकर देश की राजधानी के 5 सीमाओं को विगत 40 दिनों से कब्जा किये हुए है। लाखों किसानों ने दिल्ली के बार्डर पर जमा बैठे किसानों के खिलाफ मोदी सरकार बकायदा युद्ध का एलान कर दिया है । दिसम्बर के महीने की कडक़ड़ाती ठंड में अड़े हुए हैं और तमाम प्रकार की कष्टों का सामना कर रहे हैं। उनमें अनेक तो शहीद भी हो चुके हैं लेकिन हरेक शहादत के बाद उनका संघर्ष और कठोर होता जा रहा है । किसानों की आंदोलन का देशव्यापी विस्तार होता जा रहा है । यह भी सच है कि आंदोलन का समर्थन मजदूर वर्ग सहित अन्य पेशों से जुड़े लोग भी कर रहे है । सच कहा जाए, उन्हें राष्ट्रव्यापी समर्थन मिल रहा है और जैसे-जैसे आंदोलन आगे बढ़ रहा है उनका राष्ट्रव्यापी समर्थन और भी व्यापक होता जा रहा है । कोविड महामारी और उसके बाद बनी असमान्य स्थिति की आड़ में शासकों ने जनता के शोषण और राष्ट्रीय सम्पत्तियों, प्राकृतिक संसाधनों के लूट-खसोट में तेज वृद्धि कर दी है । पूंजीवादी व्यवस्था पूरी तरह से असफल साबित हुई और चौतरफा संकट के गहन दलदल में फंस गई। इस दौरान भी पूंजीपतियों की मुनाफाखोरी को जारी रखने के कदम उठाये जा रहे हैं । इस लूट-खसोट और शोषण को बढ़ाने के साथ ही तानाशाही भी थोपी जा रही है, असहमति की अवाजों को दबाया जा रहा है । फांसीवादी तेवरों के साथ लोकतांत्रिक एवं मानव अधिकारों को कुचला जा रहा है । जाहिर है इस परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए सीटू ने जनता के एक ज्यादा व्यापकतम गठबंधन कायम करने की आवश्यकता महसुस की । सीटू का निश्चीत मानना है कि ऐसा गठबंधन जिसकी धुरी में उत्पादक, मेहनतकश तबके रहेंगे तो शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्थानीय स्तर पर फैले हैं । किसान आंदोलन के वर्तमान चरण में और अधिक गहन विरादराना कार्यवाहियों को अंजाम देना होगा । परिस्थितियों का तकाजा है कि श्रमिक वर्गका अपनी मांगों को लेकर तीव्र संघर्ष आयोजित किये जाये, साथ ही किसान के दृढ़ प्रतिबद्ध किसान आंदोलन के प्रति और अधिक सक्रिय एकजुटता कार्यवाहियां संगठित की जाये। उपरोक्त पृष्ठभूमि में सीटू ने दिनांक 7-8 जनवरी 2021 को जिला मुख्यलयों में प्रदर्शन/घेराव/गिरफ्तारी आयोजित किया जाएगा । इन कार्यक्रमों में आप सभी साथियों को भारी संख्या में शामिल होने का आग्रह किया जाता है ।
नपाध्यक्ष ने कार्यकाल के एक साल पूरे होने पर गिनाईं उपलब्धियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 जनवरी। शहर की जनता को बिजली, पानी, सडक़ व सफाई जैसी मूलभुत सुविधा प्रदान करवाने के लिए मैं कार्य कर रही हूं। पहले साल का कार्यकाल वैश्विक महामारी कोरोना संकट आने के बाद भी हमने शहर में विकास कार्य थमने नही दिए। विकास कार्यों की रफ्तार जारी रखी। अब तक के एक वर्ष के कार्यकाल में मैनें मूलभूत सुविधाओं पर ही जोर दिया है। इसी का नतीजा है कि आज शहर की जनता को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है। यहां की जनता ने जिस विश्वास के साथ कांग्रेस पार्टी को जनमत देकर व पार्षदो ने मुझ पर भरोसा कर अपना सेवक चुना है, मैं निश्चित रूप से उस पर खरा उतरूंगी। यह मेरा आत्मविश्वास है।
यह बातें गुरुवार को अपने अध्यक्षीय कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने नगरपालिक कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। प्रेसवार्ता के दौरान नपाध्यक्ष ने एक वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई वहीं आने वाले वर्षों की कार्ययोजना भी बताई। नपाध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने शहर के विकास कार्य के लिए शासन को कई प्रस्ताव भेजे है, उन्हें भरोसा है कि प्रदेश की भूपेश सरकार शहर के विकास कार्यो के लिए राशि मुहैया कराएगी। नपाध्यक्ष ने बताया कि कोरोना काल के संकट के दौरान नगरपालिका ने राशन वितरण, मास्क व सेनेटाइजर वितरण के साथ ही क्वारेंटीन सेंटर के लिए 17 लाख रुपये खर्च कर मानव सेवा की बेहतर मिसाल पेश की है। नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने कहा कि क्षेत्रीय सांसद ज्योत्सना महंत भी शहर विकास के लिए ध्यान दे रही हैं। सांसद को भी कई विकास कार्य के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। प्रेसवार्ता में नपा उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी, पीआईसी सदस्य अजय जायसवाल, नागेन्द्र जायसवाल, मो. हुसैन, सपन महतो, सोनाली गुप्ता, उषा यादव, पार्षद श्याम सुन्दर पोद्दार, मो. सईद, अभय बडा, रूबी पासी, पूर्व पार्षद गोपाल गुप्ता, शिवनारायण यादव, इमरान खान, रंजन शर्मा आदि मौजूद थे।
योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन
नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने बताया कि प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका ने बेहतर कार्य किया है। शहर में 15 लाख रुपये की लागत से एक गौठान बनकर तैयार है। दूसरा गौठान भी 19 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित है। वहीं नगरपालिका मनेन्द्रगढ़ ने अब तक गोबर खरीदी का 30 लाख रुपये भुगतान शहर के हितग्राहियों को कर दिया है। इसके अलावा प्रदेश सरकार की कई योजनाओं को मूर्त रूप देने में नपा अग्रसर है।
अब तक हुए ये विकास कार्य
एक वर्ष की उपलब्धियों को मीडिया से साझा करते हुए नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने बताया कि युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए नपा ने नगरपालिका पार्क में 10 लाख की लागत से शहर का पहला ओपन जिम बनवाया है। इसके अलावा डेढ़ करोड़ की लागत से शहर के विभिन्न वार्डो में सीसी व बीटी सडक़ के साथ ही नाली निर्माण किया गया है। सांस्कृतिक भवन में 80 लाख की लागत से वातानुकूलित प्रथम तल का निर्माण कराया गया है। विभिन्न वार्डों में 50 लाख की लागत से 8 आंगनबाड़ी निर्माण कराए गए हैं। 30 लाख की लागत से ट्यूबलर पोल शहर में लगाए गए हैं। नई सब्जी मंडी को सुव्यवस्थित करने 6 लाख रुपये से जीर्णोद्धार कार्य कराया गया है। वार्ड क्रमांक 4 में 26 लाख की लागत से पुलिया निर्माण किया गया है। पुराने नगर पालिका कार्यालय में पार्किंग को बेहतर करने 20 लाख की लागत से पेवर ब्लाक लगाया गया है।
आने वाले सालों में मिलेगी ये सौगात
आगामी कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल ने बताया कि आने वाले सालों में शहरवासियों को कई सौगाते मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका देने वाली है इनमें इनडोर स्टेडियम, सर्वमांगलिक भवन, गोकुल नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, पौनी पसौरी योजना के तहत दुकान निर्माण, हनुमान टेकरी मंदिर में सामुदायिक भवन, वार्ड नम्बर 20 में मंगल भवन, रिटर्निंग वाल निर्माण के अलावा शहर के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। नपाध्यक्ष ने बताया कि विभिन्न वार्डों में बीटी व सीसी रोड विद्युत पोल एलईडी लाईट की व्यवस्था की जाएगी। सुरभी पार्क, हर्बल गार्डन, मुक्तिधाम का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के साथ ही टैक्सी स्टैण्ड, विभिन्न घाट का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने बताया कि जोड़ा तालाब स्थित उद्यान का नाम
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की माता स्व. जानकी महंत की स्मृति में जानकी वाटिका रखा गया है। इसके सौंदर्यीकरण के लिए नगर पालिका आगामी वर्षों में कार्य करेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 जनवरी। गुरूवार को शासन के दिशा निर्देशन में शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में कोविड-19 टीकाकरण हेतु मॉकड्रील का आयोजन किया गया। प्रथम द्वार पर वैक्सीनेशन ऑफिसर रामस्वरूप मार्को उपस्थित रहे जिनके द्वारा हितग्राहियों के वैध दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा था। इसके पश्चात मो. सिद्दीक आरएचओ के द्वारा हितग्राहियों की ऑनलाइन इंट्री कोविन एप में करने के उपरांत कोविड टीकाकरण हेतु कक्ष क्रमांक 2 में भेजा जा रहा था व वैक्सीनेटर पुष्पा मिंज आरएचओ के द्वारा कोविड वैक्सीन लगाकर डॉ. अतीक सोनी के निरीक्षण में 30 मिनट तक रखा गया। इस दौरान किसी भी प्रकार की रिएक्शन होने पर संपूर्ण तैयारी की गई थी। टीकाकरण कार्य में मोबाइलाइजर का कार्य सीता सेन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किया गया जिसका निरीक्षण एसडीएम मनेंद्रगढ़ नयनतारा द्वारा किया गया। इस दौरान जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस सिंह, सुलेमान खान बीपीएम, सौमेंद्र मंडल बीईई, भास्कर निराला बीडीएम, डॉ. कीर्ति चौहान, द्वारिका सिंह, रौशन सिंह आदि उपस्थित रहे।
एसडीएम ने की छापामार कार्रवाई, बंद कराई दुकान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 7 जनवरी। आइकोनियो टैरेंट्स मार्केट प्राइवेट लि. बेरोजगार युवक-युवतियों को 200 रूपए शुल्क लेकर ऑनलाइन बिजनेस के लिए चार दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा था साथ ही बिजनेस से संबंधि सामग्री विक्रय करने के लिए प्रशिक्षणार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही थी, लेकिन सब कार्य बिना रजिस्ट्रेशन के शहर से लगे ग्राम पंचायत चैनपुर में संचालित हो रहा था। सूचना मिलने पर एसडीएम नयनतारा सिंह तोमर ने गुरूवार को छापामार कार्रवाई की। इस दौरान उनके साथ नायब तहसीलदार विप्लव श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि अवैधानिक तरीके से ऑनलाइन बिजनेस का संचालन पिछले करीब 6 माह से किया जा रहा था जिसमें सैकड़ों की संख्या में बेरोजगार युवक-युवतियां प्रशिक्षण लेकर कारोबार में उतर चुके हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार ज्यादा बताए जा रहे हैं। सूचना मिलने पर गुरूवार को जब एसडीएम ने यहां छापा मारा तो करीब 20 की संख्या में कर्मचारी और 40 से भी ज्यादा बेरोजगार युवक-युवतियां मौके पर मिले। ऑनलाइन बिजनेस का संचालन कर रहे मुख्य कर्मचारी राजेश ठाकुर से दस्तावेज के संबंध में पूछताछ करने पर बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया गया है, जिस पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब रजिस्ट्रेशन हुआ ही नहीं है, फिर इसका संचालन अवैधानिक है। उन्होंने दस्तावेजों के साथ अपने कार्यालय में बुलाया साथ ही जब तक रजिस्ट्रेशन नहीं हो जाता तब तक प्रशिक्षण बंद करने के लिए कहा। इस बीच नायब तहसीलदार ने वहां प्रशिक्षण लेने आए युवक-युवतियों से प्रशिक्षण के संबंध में सवाल किया गया तो वे चुप्पी साधे रहे।
मनेन्द्रगढ़, 6 जनवरी। राजस्व कार्यों में अवहेलना एवं कत्र्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में एक महिला पटवारी पर निलंबन की गाज गिरी है।
महिला पटवारी कुमुद पाण्डेय 14 दिसंबर 2020 को कलेक्टर कोरिया के निरीक्षण के दौरान सूचना देने के पश्चात् भी संपूर्ण अभिलेख सहित उपस्थित नहीं पाई गई थीं। उन्हें इस संबंध में 16 दिसंबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अगले दिन 17 दिसंबर को हलका नं. 20 की पटवारी कुमद पाण्डेय द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया गया। जवाब संतोषजनक न होने के कारण राजस्व कार्यों में अवहेलना एवं कत्र्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में सिविल सेवा 1966 के नियम 9 के प्रावधानों के अंतर्गत एसडीएम मनेंद्रगढ़ के द्वारा उक्त महिला पटवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया। निलंबन अवधि में पटवारी कुमुद पाण्डेय का मुख्यालय तहसील कार्यालय मनेंद्रगढ़ निर्धारित किया गया है। वहीं पटवारी हलका नं. 20 का संपूर्ण प्रभारी पटवारी हलका नं. 24 की महिला पटवारी अनुराधा राजवाड़े को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 जनवरी। जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ में सरपंच संघ का गठन किया गया। ग्राम पंचायत चैनपुर सरपंच उजित नारायण सिंह की अध्यक्षता में पुरानी समिति को भंग करते हुए बैठक प्रारंभ क गई। संघ की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए उपस्थित सरपंचों के द्वारा अपने सुझाव दिए गए। तत्पश्चात् सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चयन किया गया।
सरपंच संघ में जिन 5 लोगों को सरंक्षक मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई उनमें ग्राम पंचायत मनवारी सरपंच रामलखन सिंह, भौता सरपंच मुन्नी बाई, मुक्तियारपारा सरपंच अजय सिंह, लाई सरपंच सोनसाय व चरवाही सरपंच चंपाकली शामिल हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत चैनपुर सरपंच को सरपंच संघ का अध्यक्ष चुना गया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष बरबसपुर सरपंच सावन कुमार सिंह, महाराजपुर सरपंच बुटल सिंह, बिरौरीडांड़ सरपंच बाबूलाल सिंह, हस्तिनापुर सरपंच सोनमती व छिपछिपी सरपंच राम सिंह एवं कनिष्ठ उपाध्यक्ष नागपुर सरपंच तेजकुमारी, बेलबहरा सरपंच परमेश्वर सिंह, घुटरा सरपंच सुशीला सिंह, डुगला सरपंच जुगडी बाई व मोरगा सरपंच सुमित्रा सिंह को बनाया गया। गोविंद सिंह सरपंच ग्राम पंचायत रोझी को सचिव, रमेश सिंह सरपंच उजियारपुर को सह सचिव, उपेंद्र सिंह सरपंच सरभोका कोषाध्यक्ष, सुनीता सिंह सरपंच बिहारपुर सह कोषाध्यक्ष, सेमरा सरपंच शारदा बैगा, चौघड़ा सरपंच संतोष सिंह एवं सिरियाखोह सरपंच फूलमती को प्रवक्ता, अभिराज सिंह सरपंच ग्राम पंचायत पाराडोल को मीडिया प्रभारी एवं खैरबना सरपंच सुनीता सिंह व लोहारी सरपंच ज्ञान सिंह को सलाहकार पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सरपंच संघ के पदाधिकारियों का सभी सदस्यों ने समर्थन किया। भरतपुर-सोनहत विधायक एवं सविप्रा उपाध्यक्ष गुलाब सिंह कमरो के संघ संचालन में अपनी गतिविधि बनाए रखने हेतु सरपंच संघ के नवनियुक्त अध्यक्ष उजित नारायण सिंह के द्वारा प्रस्ताव रखा गया जिसे सभी ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 जनवरी। शासकीयकरण की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से भी अधिक समय से काम बंद-कलम बंद हड़ताल पर चल रहे ग्राम पंचायत सचिवों की मांग का जिला पंचायत सदस्य ऊषा सिंह करयाम ने समर्थन किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सचिवों के एक सूत्रीय मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शीघ्र पूरा किए जाने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि ग्राम पंचायतों में पदस्थ
पंचायत सचिव राज्य शासन और केंद्र शासन के विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने में विशेष योगदान देते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से पंचायत सचिव संघ द्वारा 2 वर्ष की परीविक्षा अवधि पश्चात् पूर्ण रूप से शासकीयकरण करने का आग्रह किया है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 जनवरी। कोरिया पुलिस ने आदिवासी महिला की भूमि के हस्तांतरण मामले में कोरिया जिले के रिटायर्ड अपर कलेक्टर एडमंड लकड़ा को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
बुधवार को उप पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र पटेल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कोरिया जिले के तत्कालीन अपर कलेक्टर एडमन लकड़ा पर धोखाधड़ी के आरोप में अम्बिकापुर से गिरफ्तार कर लिया, उन्हें सिर्टी कोतवाली लाया गया और फिर उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया गया।
रामपुर की भूमि का मामला
पुलिस की मानें तो अपर कलेक्टर एडमंड लकड़ा ने अपने कार्यकाल में बैकुन्ठपुर शहर के रामपुर निवासी शान्तिबाई की कीमती भूमि को बैनामा तरीके से माँ वैष्णव देवी एसोसिएट्स को लाभ पहुंचाते भूमि का अपने पदीय अधिकार का दुरुपयोग किया था। जिसके बाद माँ वैष्णव देवी एसोसिएट्स प्रा लिमिटेड में कार्यरत संतकुमार के नाम पर भूमि क्रय कर लिया था। पर इसकी जानकारी संत कुमार को नहीं थी। इसका फायदा उठाने के लिए संत कुमार से जगह-जगह हस्ताक्षर करवाता था। इससे संतकुमार को संदेह होने लगा। जिसके बाद उन्होंने आजाक विशेष प्रकोष्ठ थाना बैकुन्ठपुर में जाकर बिल्डर एवं अपर कलेक्टर एडमन लकड़ा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस की जांच में धारा 294, 506, 420, 467, 468, 471, 374 के तहत अपराध दर्ज किया गया।
बिल्डर पहले से है जेल में निरुद्ध
माँ वैष्णव देवी एसोसिएट्स के डायरेक्टर और बिल्डर संजय अग्रवाल कई मामलों में जेल में 3 सितंबर 2020 से निरुद्ध है, वही 2012 से 2015 तक कोरिया में अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ रहे अपर कलेक्टर भी अब जेल में निरुद्ध कर दिए गए है।
कई मामले की हो रही है जांच
कोरिया पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह के निर्देश पर जेल में निरुद्ध बिल्डर के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायत पर जांच जारी है। पुलिस बीते कई माह से कई मामलों में जांच में जुटी है, लगातार संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है, कार्रवाई में राजस्व विभाग और पुलिस विभाग दोनों दस्तावेज खंगालने में जुटे हंै।
पतंजलि परिवार द्वारा विचार संगोष्ठी आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 5 जनवरी। भारत स्वाभिमान व पतंजलि आयुर्वेद एवं स्वदेशी वैदिक संस्कृति तथा सेवा साधना के 26 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सरस्वती शिशु मंदिर के खेल मैदान में पतंजलि योग समिति तहसील शाखा द्वारा विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ योग प्रशिक्षक एवं पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी सतीश उपाध्याय, योग समिति के संरक्षक ठाकुर प्रसाद केसरी एवं पतंजलि योग समिति के कोरिया शाखा की जिला प्रभारी बलबीर कौर ने आयुर्वेद चिकित्सा एवं परंपरागत जड़ी-बूटी महात्म पर विचार व्यक्त किए। बलबीर कौर ने योग गुरु बाबा रामदेव के तप साधना की चर्चा करते हुए कहा कि उनके प्रयास से आज योग घर-घर पहुंच गया है एवं लाखों-करोड़ों लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। छत्तीसगढ़ में वन औषधि वाटिका की आवश्यकता बताते हुए वरिष्ठ योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय
ने कहा छत्तीसगढ़ में विभिन्न औषधीय पौधों के लिए अनुकूल जलवायु है, इसलिए छत्तीसगढ़ में औषधि पौधों की वाटिका तैयार करने हेतु राज्य शासन को पहल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से औषधीय पौधों में हर्रा, बहेड़ा, आंवला, गूलर, सेमर, अर्जुन, अशोक, नीम, करंज, इमली, अमलतास, कचनार, गिलोय आदि औषधि पौधों के लायक मिट्टी एवं जलवायु है, इसलिए आगामी वर्षों में पतंजलि योगपीठ हरिद्वार द्वारा छत्तीसगढ़ में औषधि पौधों के संरक्षण की दिशा में पहल की जाएगी। इस अवसर पर पतंजलि योग समिति के योग साधक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नेत्र अधिकारी आरडी दिवानख् ,विश्वनाथ गुप्ता, राकेश अग्रवाल, विवेक तिवारी, कैलाश दुबे, दिवाकर मिश्रा, धर्मराज वर्मा, कांता चावला, प्रतिभा सोलोमन, सुनीता माखीजा, निर्भय शंकर गुप्ता एवं रामसेवक विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे। पतंजलि योग समिति के संरक्षक ठाकुर प्रसाद केसरी ने आयुर्वेदिक के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर जोर दिया एवं स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी सतीश उपाध्याय ने किया।
बैकुंठपुर, 5 जनवरी। संसदीय सचिव व क्षेत्रीय विधायक अंबिका सिंहदेव ने लोनिवि के मंत्री को विधानसभा बैकुंठपुर क्षेत्र के कई ग्रामीण क्षेत्रों के जर्जर हो चुके मार्ग के डामरीकरण नवीनीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा है।
जानकारी के अनुसार संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने केंदई चोटिया खडग़वां बैकुण्ठपुर सोनहत रामगढ़ मार्ग के डामरीकरण नवीनीकरण के लिए 80 लाख का प्रस्ताव भेजा है। इसके साथ ही पटना भैयाथान मार्ग के लिए 80 लाख रूपये, बैकुण्ठपुर पतरापाली बचरापोडी मुख्य मार्ग के डामरीकरण व नवीनीकरण के लिए 75.26 लाख रूपये, खरवत आनी ग्रामीण मार्ग हेतु 80 लाख रूपये, नरकेली जामपानी मार्ग के लिए 80 लाख रूपये तथा सलका भण्डारपारा विशुनपुर मार्ग के लिए 80 लाख रूपये डामरीकरण व नवीनीकरण हेतु प्रस्ताव भेजा गया है और जल्द ही उक्त मार्गों के प्रस्ताव को स्वीकृत करने की मॉग की गयी है। प्रस्ताव में बताया है कि उक्त सभी मार्ग की हालत खराब हो गयी है जिसे जल्द सुधार कराये जाने की जरूरत है ताकि लोगों केा सुरक्षित आवागमन के लिए अच्छी सडक़ सुविधा का लाभ मिल सके।
आधा दर्जन पुल का प्रस्ताव
संसदीय सचिव ने विधान सभा क्षेत्र अंतर्ग कई पुलियों के नव निर्माण का प्रस्ताव भी लोनिवि मंत्री को भेजा है। जिनमें जनपद खडगवॉ के गेज नदी पर उच्च स्तरीय पुल, बैकुण्ठपुर बिलासपुर मार्ग पर धनुहर नाला पर उच्च स्तरीय पुल, बैकुंठपुर बिलासपुर मार्ग पर चेर के पास झुमका नदी पर पुल निर्माण कार्य, शहर के मुक्तिधाम के पास गेज नदी पर नया उच्च स्तरीय पुल निर्माण, चिरमी से पटमा के बीच गेज नदी पर पुल निर्माा, तामडॉड से कोडांगी पहुॅच मार्ग पर नउआ नदी पर पुल निर्माण, गढतर बोदराडॉड मार्ग पर लौहोदिया नाला पर पुल निर्माण, सरइगहना जामपानी मार्ग पर तुमपानी नाला पर पुल निर्माण, सरईगहना कोट मार्ग पर गेज नदी पर पुल निर्माण के साथ सरईगहना चिल्का मार्ग पर धनुहर नाला पर नया पुलिया निर्माण का प्रस्ताव प्रेषित किया है।
दोस्तों संग पिकनिक मनाने गया था
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बैकुंठपुर, 5 जनवरी। मंगलवार को 72 घंटे बाद बिलासपुर और कोरिया की टीम के संयुक्त प्रयास से गौरघाट जलप्रपात में डूबे युवक का शव बाहर निकाला गया।
जानकारी के अनुसार देर रात बिलासपुर की 4 सदस्यीय टीम जिला मुख्यालय पहुंच, अलसुबह गौरघाट पहुंच गई और शव को ढंूढना शुरू किया, मंगलवार सुबह 11.25 पर शव को गहरे पानी से बाहर निकालने में कामयाबी मिली। शव को निकालने में कोरिया नगर सेना टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा, नगर सेना की टीम से शव को रात में ही खोज लिया था, सुबह बाहर लाने लंबे बांस की मदद ली गयी। मौके पर संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव उपस्थित रही।
ज्ञात हो कि 3 जनवरी को पटना चंपाझर निवासी अभय पाण्डेय (23 वर्ष) अपने कुछ दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए सोनहत जनपद क्षेत्र. में स्थित गौरघाट जल प्रपात गया था। यहां पर पिकनिक मनाने के दौरान ही अभय पाण्डेय व उसके दोस्त जलप्रपात के नीचे रेत पर फुटबॉल खेलने लगे। इसी दौरान फुटबॉल जलप्रपात के नीचे गहरे पानी में चला गया। अभय पाण्डेय गहरे पानी में जाकर फुटबॉल निकालने का प्रयास कर रहा था, इसी समय वह गहरे पानी में डूब गया। घटना की जानकारी उसके दोस्तों द्वारा परिजनों को दी गयी और प्रशासन को भी घटना की जानकारी मिली। इसके बाद प्रशासनिक अमले ने नगर सेना के रेस्क्यू टीम को तत्काल बुलाकर डूबे युवक की खोजबीन शुरू की गयी। कई घंटों के बचाव ऑपरेशन के बाद भी डूबे युवक का पता नहीं लगा सकी। शाम ढलने के पूर्व ही ऑपरेशन बंद कर दिया गया।
दूसरे दिन 4 जनवरी को अम्बिकापुर से आई टीम ने डूबे व्यक्ति का शव ढूंढने के काम शुरू किया। दोपहर 2 बजे संसदीय सचिव श्रीमती सिंहदेव ने कलेक्टर से लेकर मुख्य सचिव से बात कर बांगो और बिलासपुर गोताखोर बुलाये जाने की मांग की, उन्होंने सचिव सुब्रत साहू से बात की और उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया कि रेस्क्यू टीम कुछ देर में रवाना होगी, शाम 5 बजे सरगुजा प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने भी बांगो से गोताखोर बुलाने की मांग की, वहीं शाम होते होते पूर्व मंत्री राजवाड़े द्वारा भी बांगो से गोताखोर बुलाने की मांग करने की बात सामने आई।
रात में पहुंची बिलासपुर की टीम
बिलासपुर से रात 10 टीम कोरिया के लिए रवाना हुई, जो रात 2 बजे कोरिया पहुंची, अलसुबह बिलासपुर की 4 सदस्यीय टीम गौरघाट पहुंची और कोरिया की टीम के साथ रेस्क्यू किया, जिसमें कोरिया की नगर सेना टीम ने शव को अंदर से ढूंढ निकाला। सुबह बड़े बांस की मदद से शव को बाहर निकलकर बाहर लाया गया।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
बैकुंठपुर, 4 जनवरी। कोरिया जिले के सोनहत जनपद क्षेत्र में घने जंगलों के बीच स्थित गौरघाट जलप्रपात में नये साल के तीसरे दिन 3 जनवरी को दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया एक युवक जलप्रपात में डूब गया। प्रशासनिक अधिकारी तत्काल नगर सेना के रेस्क्यू टीम को बुलाकर पानी में डूबे युवक की तलाश शुरू कर दी, लेकिन कई घंटों की मशक्कत के बाद युवक का पता नहीं चल सका। शाम होने के पहले बचाव आपरेशन बंद कर दिया गया और दूसरे दिन फिर डूबे युवक की तलाश शुरू हुई लेकिन घटना के 24 घंटे में भी पता नहीं चल सका। सोमवार दोपहर 3 बजे तक युवक की तलाश की जा रही थी।
जानकारी के अनुसार 3 जनवरी को पटना चंपाझर निवासी अभय पाण्डेय (23 वर्ष) अपने कुछ दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए सोनहत जनपद क्षेत्र. में स्थित गौर घाट जल प्रपात गया था। यहां पर पिकनिक मनाने के दौरान ही अभय पाण्डेय व उसके दोस्त जलप्रपात के नीचे रेत पर फुटबॉल खेलने लगे। इसी दौरान फुटबॉल जलप्रपात के नीचे गहरे पानी में चला गया। अभय पाण्डेय गहरे पानी में जाकर फुटबॉल निकालने का प्रयास कर रहा था, इसी समय वह गहरे पानी में डूब गया। घटना की जानकारी उसके दोस्तों द्वारा परिजनों को दी गयी और प्रशासन को भी घटना की जानकारी मिली। इसके बाद प्रशासनिक अमले ने नगर सेना के रेस्क्यू टीम को तत्काल बुलाकर डूबे युवक की खोजबीन शुरू की गयी।
घटना 3 जनवरी की दोपहर लगभग 12 बजे की है इसके कुछ देर बाद पहुंची रेस्क्यू टीम ने जल प्रपात के गहरे पानी में घंटों तक डूबे युवक की तलाश करती रही लेकिन कई घंटों के बचाव ऑपरेशन के बाद भी डूबे युवक का पता नहीं लगा सकी। शाम ढलने के पूर्व ही ऑपरेशन बंद कर दिया गया। दूसरे दिन 4 जनवरी को पुन: बचाव अभियान शुरू किया गया लेकिन दोपहर तक सफलता नहीं मिल पायी थी। जानकारी के अनुसार युवक अपने घर का इकलौता पुत्र था। इस खबर से परिजनों सहित पटना क्षेत्र के शुभचिंतकों में शोक की लहर फैल गयी।
सात वर्ष के भीतर दूसरी घटना
जानकारी के अनुसार गौरघाट जल प्रपात स्थल पर वर्ष 2013 से 2020 तक सात वर्षों के दौरान यह दूसरी घटना है। कुछ वर्षों पूर्व गौरघाट जल प्रपात स्थल पर पिकनिक मनाये गये चरचा कॉलरी के दो युवकों की गहरे जल में डूबने से मौत हो गयी थी, उस दौरान दिन के साथ रात में भी बचाव ऑपरेशन चलाने के बाद मशक्कत से डूबे दोनों युवकों के शव को निकाला जा सका था। लंबे समय के अंतराल में दूसरी घटना 3 जनवरी को घटित हुई।
मधुमक्खियों के हमले का भी खतरा
गौरघाट जलप्रताप स्थल के आस पास पेड़ों पर काफी मात्रा में मधुमक्खियों के छत्ते हंै। जिससे कि हमेशा ही यहां पहुंचने वाले सैलानियों के उपर खतरा मंडराते रहता है। मधुमक्खियों के छत्तों के कारण पूर्व में यहां कई बार घूमने आए पर्यटकों को उनके हमले का शिकार होना पड़ा है, वर्ष 2007 में मधुमक्खियों के हमले में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हुए थे, जबकि वर्ष 2010 और वर्ष 2014 में भी पर्यटकों को मधुमक्खियों द्वारा हमला कर घायल किया जा चुका है।