छत्तीसगढ़ » सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 मार्च। जिले के गदीरास थाना क्षेत्र में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी नक्सल दंपत्ति को गिरफ्तार किया गया है।
मुठभेड़ में गिरफ्तार पुरुष नक्सली 8 लाख एवं महिला नक्सली 2 लाख का छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इनाम घोषित है।
पुरुष नक्सली प्लाटून नंबर 24 डिप्टी कमांडर 8 वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय था।
वहीं महिला नक्सली कांगेर घाटी एरिया कमेटी सदस्य 10 वर्षों से सक्रिय थी।
ये दोनों नक्सली दंपत्ति दंतेवाड़ा एवं सुकमा क्षेत्र में घटित बड़ी घटनाओं में शामिल थे।
थाना गदीरास क्षेत्र के परिया जंगल पहाड़ी क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। डीआरजी और जिला बल की संयुक्त कार्रवाई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 फरवरी। प्रधानमंत्री आवास के लिए मोर आवास मोर अधिकार अंतर्गत भाजपा जिलाध्यक्ष धनीराम बारसे के नेतृत्व में कोण्टा विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बस स्टैंड में एकत्रित होकर पैदल रैली की शक्ल में नगर पालिका कार्यालय होते हुए बैरिकेड हटाकर विधायक व कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा के आवास जाकर घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी की।
भाजपा जिलाध्यक्ष धनीराम ने कहा कि गरीबों को उनका हक दिलाने मोर आवास मोर अधिकार के लिए अपनी आवाज बुलंद करेंगे। अब समय आ गया है कि जनता कांग्रेस सरकार के 4 वर्ष के पश्चात अब सरकार के आंकलन करें एवं दिशाहीन निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकने अपना अधिकार मांगने भाजपा के साथ खड़े हो। उन्होंने कहा कि भूपेश सरकार ने प्रदेशभर के लगभग 16 लाख गरीबों के सपनों को पूरा नहीं होने दिया। हम सभी वंचित हितग्राहियों को भरोसा दिलाते हंै कि भाजपा सरकार आते ही हर गरीब के सर पर छत का वादा हमारी भाजपा सरकार पूरा करेगी।
भाजपा नेता दिनेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों के आवास छीनने वाली भूपेश सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश है।
एनएच 30 किया जाम
दरअसल, भाजपा कार्यकर्ता विधायक निवास घेरने पहुंचे। कार्यक्रम के तहत ज्ञापन सौंपना निश्चित था, लेकिन ज्ञापन लेने न पहुंचने से संबंधित अधिकारी के खिलाफ गुस्साए भाजपाइयों ने एनएच जाम कर दिया। सूचना मिलने पर एनएच पहुंचकर ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर ने लिया। जिसके बाद भाजपाईयों ने नारों के साथ सभा स्थल बस स्टैंड पहुचकर कार्यक्रम का समापन किया।
दो दिवसीय जैविक किसान मेला सह प्रदर्शनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 फरवरी। कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन, उद्यानिकी, क्रेडा एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में जैविक किसान मेला सह प्रदर्शनी का दो दिवसीय आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र मुरतोन्डा में किया जा रहा है। इस अवसर पर धान उत्पादन, दलहन उत्पादन, पशुपालन, मत्स्यपालन और उद्यानिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
1 लाख क्विंटल से ज्यादा धान का विक्रय
कार्यक्रम में कलेक्टर हरिस. एस ने शासन के कृषि संबंधित जनकल्याणकारी योजनाओं का संक्षिप्त परिचय दिया। उन्होंने बताया कि जिले में फसलों में 1200 हेक्टेयर में कुटकी और 300 हेक्टेयर में कोदो का रकबा शामिल है और 500 हेक्टेयर में रागी करने का टारगेट रखा गया है। जिसके लिए शासन द्वारा एमएसपी भी दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों से प्रति हेक्टेयर में कोदो-कुटकी जैसे उत्पादों के उत्पादन बढ़ाने की अपील की। कार्यक्रम में जैविक कृषि और मिलेट मिशन से संबंधित जानकारी दी और इस दो दिवसीय कार्यक्रम का अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोदो, कुटकी और रागी से होने वाले उत्पादनों का दूसरे प्रदेशों में इसका माग बहुत है। कलेक्टर ने जिले में होने वाले रागी गुणवत्तापूर्ण होने की बात कही। साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1 लाख क्विटल से ज्यादा धान का विक्रय किया गया है। उन्होंने लोगों से समूह बनाकर काम करने की अपील की। कार्यक्रम में जैविक खेती एवं मिलेट मिशन और कृषि संबंधित योजनाओं के बारे में विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में किसानों ने अपने-अपने अनुभव भी साझा किये। किसान मेला में अलग-अलग विभागों द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जहां किसानों को विभागों से संबंधित योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। कार्यक्रम में हितग्राहियों को सायकिल व्हील हो व मत्स्य जाल सहित अन्य सामाग्रियों का वितरण किया गया।
जिला पंचायत सदस्य राजू राम नाग ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को आर्थिक रूप से स्वालंबन बनाने के लिए हर समय मदद कर रहा है। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित है, जिसका लाभ हमें अधिक से अधिक लेना चाहिए।
उन्होंने किसान मेला में पारंपरिक कृषि के स्थान पर नये तरकीब जैसे विज्ञानिक पद्धति का उपयोग करने की सलाह दी। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, किसान सहित अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 25 फरवरी। नगर पालिका से किराये पर दुकान लेकर समय पर किराया न पटाने वाले दुकानदारों के खिलाफ नगर पालिका ने अभियान छेड़ दिया है। शनिवार से निगम ने कार्रवाई शुरू की। शहर के आठ दुकानों को सील किया गया। दुकान सील होने से दुकानदारों में हडक़ंप मचा हुआ है।
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत नगर निगम से दुकान किराये पर लेकर नियमित रूप से कुछ दुकानदार किराया जमा नहीं कर पाए थे। दुकान का किराया जमा नहीं करने वालों के खिलाफ नगर पालिका ने नियमित कार्रवाई शुरू कर दी है। सप्ताह भर पहले सूचना देने के नियम होते है दुकानों में सूचना चस्पा भी की जाती है। चस्पा नहीं किए जाने को लेकर दुकानदारों में रोष है अब नगर पालिका ने दुकान को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। 25फरवरी से सुकमा बस स्टैण्ड क्षेत्र की 6 दुकानों व मेन मार्केट पर दो दुकानों को सील किया गया। लगभग 20 दुकानों में से कुछ दुकानों के बकायादारों ने बकाया किराया जमा किया। अन्य दुकानदारों पर कार्यवाही करते हुए दुकान सील किया गया शेष दुकानें दूसरे दिन सील की जाएगी।
दुकान किराया प्रभारी ने बताया कि बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई नियमत की गई है। बकायादारों को सप्ताह भर पहले ही सूचना दी गई थी, इसके बाद भी किराया जमा नहीं किया गया। समय पर किराया नहीं देने के कारण दुकानों को सील किया गया है। पालिका की कार्रवाई से बचने के लिए लोगों को समय पर अपने किराऐ का भुगतान करना चाहिए। यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। कार्रवाई में नगर पालिका सीएमओ व कर्मचारी मौजूद रहे।
पालिका सीएमओ ने बताया कि किराया वसूली के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पूर्व में भी वसूली के लिए अभियान चलाया गया था। बकायादारों को पूर्व में ही सूचना दी जा चुकी है, लेकिन वह अब तक किराया जमा करने नहीं आ रहे। कार्रवाई से बचने के लिए लोगों को समय पर अपने किराया का भुगतान करना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 21 फरवरी। मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, लेकिन उनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। सुकमा जिले की करीब 1000 आंबा कार्यकर्ता व 1000 सहायिका अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं। आंदोलन के कारण जिले भर के सैकड़ों आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लगे हैं।
संयुक्त मंच आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य भर में आंबा कार्यकर्ता सहायिका 6 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर है। हम अपनी जायज मांगों को लेकर लगातार रैली जैसे विभिन्न तरीकों से प्रदर्शन कर रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसमें से नियमितीकरण के साथ कलेक्टर दर पर वेतनमान मुख्य मांगें हैं। साथ ही रिटायमेंट पेंशन की मांग व सुपरवाइजर के लिए आंबा कार्यकर्ताओं को पहली प्राथमिकता देने की सरकार से मांग हैं।
सरकार बनके चार वर्ष हो गये अभी भी कार्यकर्ता उपेक्षित-रूक्मणी
प्रांत अध्यक्ष रुकमणी सज्जन ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में बैठी हंै। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनाव के दौरान हम लोगों को शासकीय कर्मचारी घोषित करना व कलेक्टर दर से वेतन भुगतान देने सहित अन्य वादे किए थे, लेकिन प्रदेश में सरकार बनने के 4 साल बाद भी अब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की एक भी मांग पूरी नहीं हुई है। आगे कहा कि प्रदेश सरकार हमारी मांगों को जल्द पूरा नहीं करेगी तो आने वाले समय में हम भी सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। प्रदेश सरकार हम लोगों की मांगों को हल्के में न लें। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढक़र कार्य किया उसके बाद भी हम लोगों की समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं ले रही है।
भाकपा नेता रामाशोडी का समर्थन
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला सचिव कामरेड रामा सोडी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के संयुक्त संघ के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल होकर धरना प्रदर्शन का समर्थन किया और सरकार से मांग की कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं की मांग को जल्द पूरा करें। उन्होंने हड़ताली कार्यकर्ताओं- सहायिकाओं को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
आगे कहा कि वर्तमान सरकार सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि इनकी हर मांग को पूरा करेंगे, लेकिन सत्ता में आने के बाद मुकर रही है। सरकार को इनकी 6 सूत्रीय मांग को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए ताकि गर्भवती महिलाओं और पोषक माताओं के साथ बच्चों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। सरकार को जल्द से जल्द वार्ता कर मांग पूरा करना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 फरवरी। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा काष्ठागार सुकमा में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभाग द्वारा शाख कर्तन (बूटा कटाई) के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यशाला में बताया गया कि राज्य सरकार के जनकल्याणकारी महत्वाकांक्षी योजनाओं में तेंदूपत्ता संग्रहण योजना शामिल है। जिसके तहत तेंदुपत्ता संग्रहण करने वाले को लाभ पहुंचाना इसका मुख्य उद्देश्य है। कार्यशाला में शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदुपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना और छात्रवृत्ति योजना प्रतिभाशाली एवं मेधावी छात्रवृत्ति योजना के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी प्रदान किया। तेंदूपत्ता संग्रहण का जो कार्य है वो एक से दो सप्ताह का होता है, जिसमें बुटा कटाई का अहम योगदान होता है। बूटा कटाई के गुणवत्तापूर्वक करने के पश्चात ही अच्छे तेंदूपत्ता प्राप्त होते है।
इस अवसर पर करणदेव सदस्य जीव जंतु बोर्ड ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित इस योजना का लाभ लेकर लोग आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हंै। इस तेंदूपत्ता संग्रहण योजना से प्राप्त आय से अपने परिवार के भरण पोषण करने में सक्षम हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने शाख कटाई को गुणवत्तापूर्वक करने की लोगों से अपील की। राज्य शासन के योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
राजू साहू अध्यक्ष नगर पालिका सुकमा ने कहा कि वनोपज जिलेवासियों के लिए जीविकोपार्जन का माध्यम है। राज्य सरकार ने तेंदुपत्ता संग्रहण की दर को बढ़ाकर के प्रति मानक बोरा 4000 करने पर सरकार के इस पहल कि सराहना की। जिससे तेंदूपत्ता संग्रहक पहले से ज्यादा आर्थिक रूप से समृद्ध हुए है।
टीआर मरई उप वनमण्डलाधिकारी सुकमा ने बताया कि जिले में 25 वनोपज समिति कार्यरत है। 673 फड़ और जिले में 52 हजार परिवार वनोपज से संबंधित है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 1 लाख 8 हजार मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही बताया कि वन धन योजना में सरकार की कार्य की सराहना केंद्र ने भी की है।
इस अवसर पर पुनेम मासा राजेश नारा सदस्य राज्य योग आयोग, नूपो रामा उपाध्यक्ष जिला यूनियन सुकमा, सुक्का सिंह नाग अध्यक्ष मंडी बोर्ड सुकम्प बेका हूंगा संघ प्रतिनिधि राज्य लघु वनोपज संघ, सुखराम नेगी सदस्य जिला यूनियन सुकमा, आयशा हुसैन उपाध्यक्ष नगर पालिका सुकमा और अन्य जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 फरवरी। महाशिवरात्रि पर शिवालयों में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। कोई जल से अभिषेक कर रहा था तो कोई दूध व शहद से। सभी भक्ति में लीन दिखाई दिए। बच्चें भी शिवलिंग पर बेलपत्र व धतूरा अर्पित करते हुए दिखाई दिए। दिन भर मंदिरों और गलियों में हर हर महादेव की गूंज सुनाई देती रही।
शिवालयों से हर हर महादेव व ओम नम: शिवाय के मंत्रों की गूंज ने शहर को भक्तिमय कर दिया, वहीं भक्त थाल में बेल पत्र, धतूरा, अगरबत्ती नरियल दूध-दही फल फूल लिए शिवालय पहुंच पूजा-अर्चना की। शाम को मंदिरों में एक स्वर मे आरती की गूंज से शिवमय हुआ, वहीं बस स्टैण्ड स्थित महाकाली मंदिर के शिवालय, महादेव डोंगरी, तेलाव्रती के शिवालय, राजवाड़ा स्थित शिवालयों में पूजा पाठ के समाप्ति पश्चात शिव की आरती कर भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था भक्तों द्वारा ही की गई थी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने मोहा मन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 15 फरवरी। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पावारस सुकमा द्वारा सुकमा ऑडोटोरियम में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि कवासी लखमा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री छत्तीसगढ़ शासन शामिल हुए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल पावारस सुकमा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार प्रगति के मार्ग में कदम बढ़ा रहा है।
कवासी लखमा ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल भी शामिल है। जिसमें जिले के बच्चों का चहुंमुखी विकास किया जा रहा है। साथ ही बच्चों को स्कूल में उन्हें उत्कृष्ट बनाने पर जोर दिया जाता है।
उन्होंने सेजेस के सभी बच्चों को वार्षिक उत्सव की शुभकामनाएं के साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप अब वो दिन दूर नहीं जब हमारे अपने बच्चे सरकारी स्कूल में पढक़र अधिकारी बनेंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे।
कार्यक्रम में प्री प्राइमरी कक्षा के बच्चों ने अपने नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया, वहीं मिडिल व हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने गीत, संगीत, नृत्य से लगातार दर्शकों को बांधे रखा। ऑडोटोरियम में बच्चों द्वारा लगाई गई छाया चित्र प्रदर्शनी का सभी अतिथियों ने अवलोकन किया।
इस अवसर पर हरिश कवासी अध्यक्ष जिला पंचायत सुकमा, राजू साहू अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुकमा, आयशा हुसैन उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुकमा, करनदेव सदस्य जीव जन्तु बोर्ड, राजेश नारा योग आयोग सदस्य, मनोज देव अध्यक्ष पालक समिति सेजेस पावारास सुकमा, डिप्टी कलेक्टर श्रीकांत कोर्राम, डिप्टी कलेक्टर सुश्री मधु तेता एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी, जनप्रतिनिधिगण सहित पालकगण उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 14 फरवरी। बटालियन 2, के. रि. पु.बल का इतिहास अत्यन्त गौरवमय व बहादुरी से पूर्ण रहा है। इस बटालियन की स्थापना दिनांक 13/02/48 को 04 समवाय के साथ नीमच (मध्य प्रदेश) में हुई थी। इस वाहिनी के पहले कमाण्डेन्ट एच. ओसबोर्न थे। 21 अक्टूबर 1959 को इस वाहिनी के जवानों ने चीनी पी.एल.ए. सैनिकों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था, जिसके कारण यह दिन संपूर्ण पुलिस बलों द्वारा स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पाकिस्तानी सैनिकों को मार भगाया
9 अप्रैल 1965 को 3500 से ज्यादा नफरी की पाकिस्तानी बिग्रेड का सामना गुजरात के रन ऑफ कच्छ में सरदार पोस्ट पर द्वितीय वाहिनी की एक छोटी सी टुकड़ी ने किया व पाकिस्तानी सैनिकों को न सिर्फ मार भगाया वरन 34 सैनिकों को मारा व 4 सैनिकों को जिंदा पकड़ा। इस संघर्ष में इस वाहिनी के 6 बहादुर जवानों ने अपनी शहादत दी। संपूर्ण संसार के पुलिस बल के इतिहास में यह युद्ध एक स्वर्णिम इतिहास है, जिसमें एक पूर्ण सुसज्जित बिग्रेड की सेना को एक अर्धसैनिक बल की छोटी सी टुकड़ी ने विफल किया व दुश्मनों को मारा व जिंदा पकड़ा।इस अद्वितीय शौर्य प्रदर्शन के कारण सम्पूर्ण पूलिस बल में 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पूरे भारत में तैनात रहा बल
1948 से 2023 तक द्वितीय वाहिनी के.रि.पु.बल सम्पूर्ण भारत में तैनात रहा, जिसमें पंजाब मेंआतंकवाद, पूर्वोत्तर का विद्रोहियों, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों व भारत के प्रमुख संस्थानों की सुरक्षा, भारत-तिब्बत सीमा सुरक्षा, हवाई अड्डों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य इस वाहिनी ने बड़े दक्षता व कौशलता से पूर्ण किया है।
वर्तमान में सुकमा में सेवारत
यह वाहिनी 2008 से सुकमा के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में नक्सलियों से लड़ रही है। इस वाहिनी के जवानों ने सुकमा के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों यथा गोरखा, भेजी, इंजीराम, करिगुंडम, मिनपा, एलमागुण्डा, पिडमेल, बेदरे, टोण्डामार्का जैसे एफ.ओ. बी. खोलने में अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाई है।
सुकमा से दोरणापाल तक एन.एच-30 के निर्माण में इस वाहिनी ने अपनी महत्वपूर्ण भुमिका निभाई है।
वीरता के लिए कई पदक इनके नाम
अबतक इस वाहिनी के 8 कार्मिकों को वीरता के लिए राष्ट्रपति अग्निसेवा पदक, 7 कार्मिकों को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक एवं 21 कार्मिकों को वीरता के लिए पुलिस पदक से नवाजा जा चुका है। इस दौरान 68 कार्मिकों ने कर्तव्य के पथ पर अपने प्राणों की आहुति दी। स्थापना दिवस के संध्या पर बटालियन मुख्यालय सुकमा में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें मलखम्भ, यू.ए.सी, रॉफेल ड्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, बड़ा खाना इत्यादी कार्यक्रम शामिल है।
कार्यक्रम में शामिल हुए
कार्यक्रम में रेंज सुकमा से अरविन्द राय, पुलिस उप महानिरीक्षक, 2 बटालियन कांत बेहेरा, कमाण्डेन्ट, पवन कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी, अनामी शरण, द्वि.क.अ., सैमसन राजू भास्कर भट्टाचार्य, उप कमाण्डेन्ट, डॉ आर. अनिल कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी, डॉ. कुना श्रीकर, चिकित्सा अधिकारी, सभी कम्पनी कमाण्डर, अधिनस्थ अधिकारी, एवं जवान इत्यादि मौजूद रहे।
उक्त कार्यक्रमों के सफल आयोजन में बटालियन के जवानों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। रति कांत बेहेरा, कमाण्डेन्ट ने सभी जवानों एवं उनके स्वजनों को बटालियन स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दी एवं साथ ही बटालियन में ऐसे ही उच्च दर्जे के प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया साथ ही यह आशा व्यक्त की कि हम नित प्रतिदिन नई ऊचाईयों को प्राप्त करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 13 फरवरी। सोमवार को प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज ने सुकमा में क्रांतिकारी वीर गुण्डाधुर मूर्ति अनावरण कर धुरवा समाज भवन निर्माण की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री ने कहा, आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह का आगाज करने वाले नायक गुुंडाधुर का बलिदान हमेशा इतिहास में अमर रहेगा। 1910 को बस्तर के आदिवासियों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका था और इस विरोध को बुलंद करने में आदिवासी जननायकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इन्हीं जननायकों में से अमर शहीद गुुंडाधुर के नेतृत्व में भूमकाल विद्रोह में हज़ारों आदिवासियों ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ डटकर संघर्ष किया था। साथ ही धुरवा समाज भंवन के शिलान्यास पश्चात प्रभारी मंत्री ने कहा कि सामुदायिक भवन बन जाने से समाज के आयोजनों के लिए आप लोगों को काफी मदद मिलेगी साथ ही सामुदायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी यह भवन बहुत सहायक होगा।
साँसद बैज ने कहा कि गुंडाधुर हमारे बस्तर का गौरव व बस्तर की जान है,इतिहास के पन्नो में बस्तर के लिए गुंडाधुर का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा हुआ है,क्रांतिकारी वीर गुंडाधुर की वीरता की गाथा ऐतिहासिक,वीर सपूत आदिवासी बेटा बस्तर की जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजों से उन्होंने लोहा लिया,अंग्रेजों के विरुद्ध आजादी की लड़ाई में उनके अमूल्य योगदान को युगों युगों तक याद रखा जाएगा।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, साँसद दीपक बैज, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम,जिला पंचायत अध्यक्ष सुकमा हरीश कवासी,जगन्नाथ साहू अध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुकमा,पप्पूराम नाग अध्यक्ष धुरवा समाज बस्तर संभाग,रामदेव नाग जिलाध्यक्ष धुरवा समाज सुकमा,पोज्जाराम अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज,आयशा हुसैन उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद सुकमा,शिल्पा मंडावी पार्षद,महादेव नाग,सुंदर सोढ़ी,देवली नाग,धुरवा राम नाग,वीर सिंह बघेल,जयपाल चौहान,करटम मुया,रामदेव नाग सहित अन्य मौजूद रहे।
सुकमा, 13 फरवरी। खेल मैदान कुम्हाररास सुकमा में आज अद्भुत नजारा देखने को मिला, जब खेल मैदान विशाल विवाह मंडप में बदल गया था। अवसर था मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह का। इस आयोजन में यहां 250 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ और शादी के पवित्र बंधन में बंधे। यह विशेष पल था, जब जिले के गरीब 250 बेटियों के हाथ पीले हुए और बेटियों को समारोह के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा, स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारियों का आशीर्वाद मिला।
इस अवसर पर कवासी लखमा ने वर-वधु को आशीष और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह योजना से माता पिता अनावश्यक खर्चें के बोझ से बच जाते हैं। उन्होंने सभी नवदम्पति को उपहार दिए। उन्होंने नवदम्पति को सफल और स्वस्थ जीवन के लिए शुभकामनाएं दी और जोड़ों को 1-1 हजार का चेक प्रदान किया। श्री लखमा ने नवदम्पतियों को विवाह प्रमाण पत्र भी प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के संवेदनशील मुखिया सरभूपेश बघेल द्वारा बेटियों की शादी के लिए फिजूलखर्ची रोकने की अनुकरणीय पहल है। सामूहिक विवाह की योजना से गरीब परिवारों को बड़ी मदद मिली है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू, करणदेव सिंह, अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर सहित अधिकारी-कर्मचारीगण, वर-वधु के परिजन व आगंतुक मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 फरवरी। बसस्टैण्ड परिसर में सर्व हिंन्दू समाज द्वारा एकदिवसीय धरना प्रदर्शन सत्याग्रह कर धर्मांतरण के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। ज्ञात हो कि हाल ही में नारायणपुर में धर्मान्तरित ईसाइयों द्वारा अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आने वाले ग्रामीणों पर प्राणघातक हमले किए गए। जिससे राज्य के जनजाति समाज काफी नाराज है वहीं धर्मान्तरित ईसाइयों के द्वारा की गई। यह कोई पहली हिंसक घटना नहीं थी, इससे पूर्व में भी प्रदेश में ऐसी घटनाएं देखी जा चुकी हैं।
ईसाइयों द्वारा की गई इन घटनाओं ने समाज में विभेद पैदा करने का प्रयास किया है, जिसके परिणामस्वरूप समूचे छत्तीसगढ़ में सामाजिक विद्वेष की स्थिति निर्मित हो चुकी है। शांतिप्रिय क्षेत्रों में भी अवैध धर्मान्तरण के दुष्परिणाम के कारण इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसके अलावा सिर्फ नारायणपुर ही नहीं, प्रदेश के लगभग सभी जिलों में ईसाई मिशनरियों के द्वारा अवैध तरीके से धर्मान्तरण कराने की गतिविधियां चलाई जा रही हैं, जिससे छत्तीसगढ़ का सर्व हिन्दु समाज प्रभावित हो रहा है।
मिशनरियों द्वारा किए जा रहे इन गतिविधियों के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में कानून व्यवस्था एवं सौहार्द बिगडऩे की घटना भी सामने आ चुकी है। प्रदेश में धर्मान्तरित ईसाइयों द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियां कुछ इस प्रकार है पूरे प्रदेश में ईसाई मिशनरियों द्वारा अवैध मतांतरण किया जा रहा है, जिससे ना सिर्फ समाज में वैमनस्यता बढ़ रही है, बल्कि समाज के भीतर मौजूद मैत्रीपूर्ण संबंध का ताना-बाना टूट रहा है।
धरना में मौजूद रहे, बारसे धनीराम,आशीष दुबे, मुन्नाराम नाग, लच्छू राम,पुष्पा सिंग भदौरिया, विजय विश्वराज सिंग चौहान ,संजय शोडी, राजेंद्र कुलदीप, रमेश यादव,डमरू राम ,व सर्व हिन्दू समाज के समस्त सदस्य मौजूद रहे।
जनजाति समाज अपने आराध्य एवं संस्कृति के रक्षार्थ प्रतिबद्ध हो जाए-बारसे
ईसाइयों द्वारा मतांतरण के दुष्परिणाम के चलते कई क्षेत्रों में हिन्दु आराध्यों एवं संस्कृति का अपमान की घटना से नाराज भाजपा जिला अध्यक्ष ने आव्हान करते किया की जनजाति समाज नारायणपुर में ईसाइयों द्वारा किए गए हिंसक हमले जैसी घटना का फिर से न घटे व ईसाइयों द्वारा किए जा रहे इन गैरकानूनी कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने समाज के एकजुटता के लिए आव्हान करते हुए आगे कहा आज पुरे प्रदेश मे सामाजिक तनाव की स्थितियां निर्मित हो रही हैं, जिससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कानून व्यवस्था एवं शांति के लिए चुनौती खड़ी हो रही है। जिले में बिगड़ते सामाजिक ताने-बाने व अव्यवस्थित कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है,और उन्हें ध्यान देने जरूरत है। क्षेत्र में बढ़ती मतांतरण की गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाई जाए। ऐसे में हिन्दू समाज नतीजा भुगतने को तैयार हो जाए।
उन्होंने कहा, आज हालात बद्तर होते जा रहे है ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रार्थना सभा में प्रलोभन एवं यीशु के चमत्कार की झूठी कहानी गढऩे का खेल चल रहा है इन खेल चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। नव धर्मांतरितों के कारण समाज में बढ़ रही वैमनस्यता को दूर करने के लिए जिले में हिन्दु संस्कृति का अपमान करने वाले ईसाइयों पर कड़ी कार्रवाई हो। नारायणपुर में हिंसा करने वाले ईसाई दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, और आगे उन्होंने नारायणपुर में 2 जनवरी को हुई घटना के बाद आरोपी बनाए गए निर्दोष जनजातीय ग्रामीणों पर लगे सभी केस वापस लिए जाने की मांग की व नि:शर्त उनकी रिहाई की मांग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 31 जनवरी। रविवार को कोंटा में कांग्रेसियों ने हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम के तहत कांग्रेसी घर-घर जाकर राहुल गांधी का संदेश पहुंचा रहे हैं। साथ ही केंद्र की मोदी सरकार की विफलताओं से जनता को रूबरू करा रहे हैं।
ज्ञात हो कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी की कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा पूरी हो गई है। इसके बाद हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम के तहत महंगाई, बेरोजगारी जैसे जनहित के मुद्दों के प्रति कांग्रेसी नेता लोगों को जागरूक कर रहे हैं। कोंटा के ब्लॉक कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने रविवार को वार्ड क्रमांक 12 में हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम का प्रारंभ किया।
इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश, उपाध्यक्ष माड़वी देवा, नगर पंचायत अध्यक्ष मौसम जया, ब्लॉक अध्यक्ष सुधीर पांडेय, व सोयम भीमा, पार्षद ए देवेंद्र, सेमल सूरज, सुरेश कुमार, सेमल कुमारी, सरपंच दयावती मरकाम, एनएसयूआई उपाध्यक्ष नमीर अली, राम शास्त्री, पोडियम सुक्का, व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
आधारकार्ड व कार्ड को सुरक्षित रखने लेते हैं दूसरे के घर का सहारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कूकानार(सुकमा), 30 जनवरी। पंचायत के प्रतिनिधियों की लापरवाही का खामियाजा गरीब और बेसहारा किस कदर भुगत रहे हैं, इसकी एक बानगी कूकानार में देखने को मिल रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कूकानार पेदापारा के 65 वर्षीय बुजुर्ग सुखदास वर्षों से अपने टूटेफूटे आवास में रहने को मजबूर हैं न ही रसोई गैस मिली और न ही जीवनयापन के लिए शासन द्वारा निर्धारित बेसहारा को मिलने वाली पेंशन की राशि भी नहीं मिलती है,यह सारी सुविधाएं प्राप्त करने हेतु लगातार वो गाँव की सरपंच के पास जाते रहते हैं, पर मात्र आश्वासन के अलावा इन्हें कुछ नहीं मिलता।
सुखदास बताते हैं कि मैं जब भी सरपंच से इस पर कुछ उचित कार्रवाई करने को कहता हूं तो वो सचिव से मिलो कहते हैं और सचिव से मिलने पर सरपंच से सम्पर्क करने को कहते हैं।
घर इतना जर्जर कि जरूरी कागजात दूसरों के घर में रखते हैं
सुखदास का घर इतना जर्जर हो चुका है कि चारों ओर से दीवारें टूट टूट कर गिर रही है। छप्पर टूटने की वजह से फटी हुई त्रिपाल से बारिश का पानी रोकने का असफल प्रयास करते हैं, उसके बाद भी पानी रिसना नहीं बन्द होता है तो जरूरी कागजात जिनके सहारे शासन की सुविधा मिलने का इंतजार है, उनकी सुरक्षा हेतु दूसरों के घरों का सहारा लेकर पड़ोसी के घर पर रखते हैं।
ग्रामीणों में है पंचायत के प्रति रोष
विदित हो कि सरपंच एवं सचिव के द्वारा लगातार गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के कारण बहुत से ग्रामीणों को शासन की महती योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण पंचायत प्रतिनिधियों के प्रति ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
शौचालय मिला वो भी गुणवत्ताहीन
हालांकि स्वच्छ भारत अभियान के तहत सुखदास को शौचालय दिया गया था, परन्तु गुणवत्ताहीन निर्माण सामग्रियों से निर्माण होने के कारण कुछ ही दिनों में जर्जर हो गया टँकी का ढक्कन टूट गया है, पाइप भी क्षतिग्रस्त हो चुका है जिसके कारण चलने फिरने में असहाय सुखदास को शौच हेतु बाहर जाना पड़ रहा है
आवास व पेंशन हेतु कैसा होना चाहिए मापदण्ड-दीपिका शोरी
सुकमा जिले की समाज सेविका अधिवक्ता दीपिका शोरी को सुखदास की इस हालत की जानकारी पहुंची तो उन्होंने कहा कि टूटी फूटी दीवारें, चंद कपड़े, टूटेफूटे कुछ बर्तन प्लास्टिक की टूटी बाल्टियां, टूटी चारपाई खाने को दाना नहीं, पूर्ण रूप से शासन से प्राप्त राशनकार्ड पर निर्भर और कैसा मापदण्ड हो सुखदास का, जब इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच गरीबो के लिए पक्का आवास, पेंशन व रसोई गैस मिलेगी यह एक प्रश्न है, जिसका जवाब शासन को देना ही होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 27 जनवरी। भेज्जी के अदंरूनी क्षेत्रों में नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक कार्यों से प्रभावित होकर, प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय 3 महिला सहित कुल 10 नक्सलियों ने समर्पण किया।
नक्सलियों में 1 पोडिय़म कोसा (जनताना सरकार सदस्य ), 2 पोडिय़म सिंगा ( कृर्षि कमेटी सदस्य ), 3 सोड़ी हुंगा ( सरकार कमेटी अध्यक्ष) 4 कड़ती देवा (जीआरडी डिप्टी कमाण्डर वीराभट्टी आरपीसी अन्तर्गत), 5 सोड़ी मुड़ा सचिव) 8. पोडिय़म भीमा ( डॉक्टर कमेटी अध्यक्ष + आर्थिक कमेटी सचिव वीराभट्टी आरपीसी अन्तर्गत), 9. महिला नुप्पो देवे (सीएनएम सदस्य वीराभट्टी आरपीसी अन्तर्गत), 10 महिला कवासी हुंगी (केएएमएस. सदस्य वीराभट्टी आरपीसी अंतर्गत) सभी निवासी थाना भेजी क्षेत्र द्वारा गुरुवार को 74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर थाना भेजी में टी. बगद सिंह डिप्टी कमाण्डेन्ट 219 वाहिनी सीआरपीएफ, उत्तम प्रताप सिंह उप पुलिस अधीक्षक, जालम सिंह सहायक कमाण्डेन्ट 219 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक देवेन्द्र ठाकुर थाना प्रभारी भेजी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
अंदरूनी क्षेत्रों नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक कार्यों का निर्माण तथा शासन-प्रशासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ स्थानीय लोगों तक पहुंचने से ग्रामीणों में खुशियों का माहौल है। आत्मसमर्पण किये नक्सलियों के साथ थाना में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया।
उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय किया जाएगा।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने लगाया अनियमितता का आरोप
कूकानार में पीएम मोदी की योजना में भ्रष्टाचार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 20 जनवरी। कूकानार-महिलाओं को सशक्त करने व उन्हें धुँआरहित चूल्हा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जवला गैस योजना की शुरुवात कर गरीब परिवारों को रसोई गैस उपलब्ध करवाने हेतु योजना की शुरुवात की जिसके अंतर्गत समस्त भारतवर्ष में नि:शुल्क रसोई गैस उपलब्ध करवाया जा रहा है ,किंतु सुकमा जिले के ग्राम पंचायत कूकानार में प्रधानमंत्री के इस सपने को सरपंच के द्वारा अनियमिता करते हुए पलीता लगाया जा रहा है व उनके हक के रसोई गैस सिलेंडर व चूल्हा को ऊंचे दामों पर सरपंच के द्वारा बिक्री किया गया है उक्त आरोप पूर्व जिला पंचायत सदस्य सोमाराम नाग ने लगाते हुए कहा कि चार चरणों में कुकानार सरपंच को शासन के द्वारा लगभग चार वर्षो पहले 4 अगस्त 2018 को 140 नग, 5अगस्त 2018 को 70 नग,12अगस्त 2018 को 27 नग एवं 22 नवंबर 2018 को 114 नग कुल 349 नग रसोईगैस सिलेंडर बोदारास,बोकड़ाओड़ार,पेदारास,टाँगररास और कूकानार में वितरित करने हेतु प्राप्त हुए जिसमें कूकानार के सरपंच के द्वारा अनियमितता करते हुए इन पांचों पंचायत के हितग्राहियों को 265 रसोई गैस सिलेंडर,चूल्हा वितरित किया व बचत के बाकी 84 सिलेंडर को ऊंचे महंगे दामों में कर्मचारियों एवं रसूखदारों को बेच दिया,साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया की वितरित किए गए सिलेंडर भी उचित हितग्राहियों को न देकर सरपंच के द्वारा अपने चहेतों को बंदरबांट किया है।
अनियमितता की है इसलिए आरटीआई के तहत नहीं दी जानकारी
पूर्व जिला पंचायत सदस्य सोमाराम नाग ने बताया कि हितग्राहियों के द्वारा लगातार सरपंच से गैस लेने हेतु प्रयास किया परन्तु सरपंच के द्वारा उन्हें घर से भगा दिया गया हितग्राहियों के द्वारा हमारे पास शिकायत करने पर मैंने सरपंच के इस विषय में बात की व हितग्राहियों की सूची मांगी जो नहीं मिलने पर सूचना के अधिकार के तहत सूची मांगी परन्तु पंचायत के द्वारा नहीं मिलने पर अपीलीय अधिकारी के पास आवेदन देने के बाद मुझे जानकारी मिली इससे यह प्रतीत होता है कि इस योजना में सरपंच के द्वारा भारी अनियमितता की गई है।
भौतिक सत्यापन की है आवश्यकता
सोमाराम ने मीडिया के माध्यम से जिला प्रशासन से अपील किया है कि शेष बचे हुए रसोई गैस सिलेंडर व चूल्हा की पंचायत के प्रमुख व्यक्तियों के समक्ष भौतिक सत्यापन किया जावे जिससे गरीबों को उनका हक मिल सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 15 जनवरी। यातायात सप्ताह के दौरान शनिवार को गांधी चौक पर वाहन चालकों को ट्रैफिक पुलिस व नगर पुलिस के द्वारा यातायात नियमों की जानकारी दी गई।
शनिवार दोपहर रथ के साथ नगर भ्रमण करते हुए लोगों को यातायात नियमों के बारे में समझाया गया। बीजापुर ट्रैफिक प्रभारी एवं भोपालपटनम थाना प्रभारी सुरेंद्र यादव और स्टॉफ़ की उपस्थिति में आने-जाने वालों को लाइसेंस साथ रखने और हेलमेट लगाकर चलने की समझाइश दी गई।
ट्रैफिक प्रभारी ने लोगों को सडक़ सुरक्षा के नियमों के बारे में अवगत कराया। जिसमें मुख्य रूप से बाइक में तीन सवारी ना बैठना, हेलमेट लगाकर गाड़ी चलाना, नशे की हालत में गाड़ी ना चलाना आदि की समझाइश दी गई। पुलिस ने वाहन चलाने के दौरान दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट लगाने और चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाने सहित यातायात के अन्य नियमों का पालन करने को लेकर जागरूक किया गया।
यातायात प्रभारी ने कहा है कि हम सब अच्छे से जानते है कि सडक़ दुर्घटना में ज्यादा मौतें होती है, जिसका हम यातायात नियमों का पालन कर बचाव कर सकते हैं। दुपहिया वाहन चालक हेलमेट लगाए और चौपहिया वाहन चालक सीट बेल्ट लगाए। उन्होंने कहा कि सडक़ सुरक्षा सप्ताह के पूरे दिनों में लोगों को समझाइश के साथ ही जागरूक करने का भी काम किया जाएगा।
नक्सलियों ने हिड़मा की मौत से किया इंकार, एयर स्ट्राइक में एक नक्सली की मौत स्वीकारी
अमन सिंह भदौरिया
दोरनापाल, 13 जनवरी (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। बुधवार को सुकमा बीजापुर और तेलंगाना के सीमावर्ती इलाके में नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर एमआई 17 का भी उपयोग किया। जिसके बाद सोशल मीडिया में नक्सली कमांडर बटालियन हेड हिड़मा के मारे जाने की खबरें आने लगी।
हालांकि पुलिस के द्वारा इस तरह की खबरों से इंकार किया गया, वहीं सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हिड़मा की मौत और नक्सलियों को हुए नुकसान की जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के भारी नुकसान होने का अंदेशा लगाया है।
इन सबके बीच गुरुवार को ‘छत्तीसगढ़’की टीम ने घटनास्थल की पड़ताल की। पड़ताल में पाया कि घटनास्थल पर नौ अलग-अलग गड्ढे दिखाई पड़े, जिसमें छर्रे पड़े हुए थे और आसपास प्लास्टिक के कुछ अवशेष पड़े हुए थे वहीं गड्ढों से ठीक डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर खुले मैदान से कारतूस का एक खोखा भी मिला जिससे यह साफ हो गया कि उसी जगह मुठभेड़ हुआ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हेलीकॉप्टर से हुए इस ऑपरेशन में एक पायलट समेत छह जवानों को गोली लगने की बात सामने आई। हालांकि सीआरपीएफ के आईजी द्वारा देर शाम बयान जारी किया गया जिसमें सभी जवानों को सुरक्षित बताया गया है वही बस्तर आईजीपी सुंदरराज ने भी किसी भी अप्रिय घटना से इंकार किया है।
9 गड्ढों में मिले छर्रे ग्रामीणों ने सहेजे अवशेष, घटनास्थल से मिला कारतूस
‘छत्तीसगढ़’को घटनास्थल का रास्ता बता रहे इलाके के ग्रामीणों ने बताया कि उस दौरान कुछ लोग वहां धान मिंजाई कर रहे थे, अचानक ड्रोन से बमबारी शुरू हुई जिसके बाद हेलीकॉप्टर वहां पहुंचा और फायरिंग शुरू हो गई। अब आसपास नक्सली मौजूद रहे या नहीं इस बात पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।
हालांकि नक्सलियों की तेलंगाना कमेटी द्वारा इस बात को स्वीकार किया गया है कि वहां नक्सली मौजूद रहे और खास तौर पर हिड़मा जो कि नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी का सदस्य होने के साथ-साथ बटालियन नंबर 1 का हेड माना जाता है वहां मौजूद रहा।
ग्रामीणों ने बताया कि खुले खेत पर 9 जगह बम गिरे हैं, वहीं मौके से डेढ़ सौ से 200 मीटर की दूरी पर ग्रामीणों ने स्थान दिखाया जहां हेलीकॉप्टर से गोलीबारी की जा रही थी।
ऑपरेशन के बाद आया नक्सलियों का बयान कहा- हिड़मा जिंदा है
सुकमा माओवादियों के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के प्रवक्ता समता ने जारी किया एयर स्ट्राइक हुए अवशेष के तस्वीरों के साथ प्रेसनोट, 11 तारीख को हुए एयर स्ट्राइक हमले में साक्ष्य के रूप में जारी किया तस्वीर। एयर स्ट्राइक में पीएलजीए की एक महिला नक्सली मारी गई। मारी गई महिला नक्सली की तस्वीर भी जारी किया गया।
तस्वीरों में बस्तर के जंगल में हुए हवाई हमले की निंदा करते हुए जारी किया तस्वीर, 2021 से 2023 में अब तक तीन बार हवाई हमले का लगाया आरोप।
दक्षिण बस्तर के सरहदी इलाकों के मडक़नगुड़ा मेट्टागुड़ा, बोट्टेतोंग, साकिलेर, मड़पादुलेड, कन्नेमरका, पोट्टेमंगुम, बोत्तलंका, रासापल्ली, और एर्रापाड़ गांव, जंगल पहाड़ों को निशाना बनाकर ड्रोन, हेलिकॉप्टरों द्वारा तेलंगाना, व छत्तीसगढ़ के पुलिस समन्वय में हवाई बमबारी करने का आरोप लगाया । इस तरह हवाई हमले को लेकर आदिवासी ग्रामीणों में भय का वातावरण बना हुआ है, खेतों में काम करने में ग्रामीण डर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 जनवरी। बीती रात वन विभाग बडी कार्यवाही करते हुए अवैध सागौन चिरान के हो रहे परिवहन को रोकने मे कामयाब हुए।
126 नग सागौन चिरान गुप्त रूप से सीमावर्ती राज्य तेलंगाना ले जा रहे तस्कर से चिरान जब्त करने में वन विभाग के अधिकारियों को कामयाबी मिली ।
बताया जा रहा है की सुकमा जिले से पिकअप वाहन में लोड करके आंध्रप्रदेश ले जा रहे चिरान फारेस्ट विभाग के कर्मचारियों ने धर दबोचा कार्यवाही गोलाबेकुर व कुडक़ेल के बीच की है रात करीब 1 बजे वन विभाग की टीम द्वारा चिरान सहित तीन आरोपी पकड़ लिए गए।
जब्त चिरान की कीमत करीब 4 लाख बताई जा रह। जब्त चिरान फारेस्ट विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है आगे की कार्यवाही की तैयारी चल रही पिंकअप मालिक की खोज की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 6 जनवरी। कोंटा से लगे सीमावर्ती थाना चिन्तूर के बुरकनकोंटा गांव में नक्सलियों के द्वारा एक ग्रामीण की निर्मम हत्या की गई जिसकी सूचना तत्काल पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा को दी गई।
घटना की गंभीरता एवं उक्त घटना में नक्सली के शामिल होने के अंदेशा को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक सुकमा के दिशा निर्देश पर सायबर सेल सुकमा एवं थाना कोंटा की एक संयुक्त विशेष दल थाना क्षेत्र में गहन पतासाजी हेतु गठित किया गया।
लगातार निगरानी कर एक संदिग्ध को कोन्टा सुन्नमगुड़ा क्षेत्र से पकड़ा गया, जिसने अपना नाम सोयम संतोष पिता सोयम रामू उम्र 26 वर्ष निवासी गोमपाड़ थाना भेज्जी बताया ।
गहन पूछताछ के दौरान इसने बुरकनकोंटा गांव में सोयम सुब्बैया नामक व्यक्ति को रात में घर से धमकाकर उठाकर घर के पास हत्या करना स्वीकार किया, उक्त हत्या की घटना में कोंटा एल ओ एस कमांडर हितेश हूंगा के साथ 11-12 लोग शामिल थे। घटना स्थल चिन्तूर थानांतर्गत होने से आरोपी सोयम संतोष पिता सोयम रामू उम्र 26 वर्ष निवासी गोमपाड़ थाना भेज्जी को सौंपा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 6 जनवरी। हरिचाँद गुरुचाँद मनिचाँदज्ञ सेवा आश्रम सुकमा की समिति द्वारा विश्व मानव के कल्याण में 21वीं सदी 1812 बंग्ला पंचांग के अनुसार 1218 में अवर्ता हुए युगावतार हरिचाँद ठाकुरजी की वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाई गई।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पावारास स्थित हरि मंदिर में श्री हरिचांदजी का जन्म उत्सव मनाया गया। दो दिवसीय इस आयोजन में बड़ी संख्या में ठाकुरजी के अनुयायी और बंगीय समाज के लोग शामिल हुए। शबरी घाट पूजन व गंगा वरण
पूजन कार्यक्रम गुरुवार से प्रारंभ हुई जो सुबह 11 बजे गंगावरण,ठाकुर जी के भक्त सुकमा की प्रसिद्ध नदी शबरी से मिट्टी के कलश में जल भरकर विभिन्न वाद् यन्त्र शंख ,ढोल ,कासा, मंजिरा के थापो के साथ मत मतावली के गीतों व जयकारों के साथ भक्त घाट पहुंचे जहां वे घाट पुजन कर भक्ती गीत के साथ भक्त परंपरागत ढंग से जल उठा कर उसी क्रम में कार्यक्रम स्थली पहुंचे जहां घटस्थापना व गुरू पादुका पूजन आदि कर्म सम्पन्न हुई।
संध्या 6 बजे से दलों का स्वागत कार्यक्रम प्ररंभ हुआ जो प्रमुख रूप से दो राज्यों के दल भाग लिए लगभग इस वार्षिक उत्सव में 40दलों ने भाग लिया।
एक दल में बीस से तीस की संख्या होती है। दल में युवक, युवतियां व वरिष्ठ तीनों वर्गों के श्रेष्ठ जन शामिल होते है उसके बाद शाम 6 बजे से दल का वरण व सम्मान कर भावार्पण की विनती की गयी।
नगर भ्रमण प्रभात फेरी
अगले दिन सुबह बजे ठाकुर जी के भक्तों व बंगीय समाज के सदस्यों द्वारा प्रभातफेरी कीर्तन निकाली गयी जो पावारास मंदिर से निकलकर राजवाड़ा, महेश्वरी पारा व चौक-चौराहों से होते हुए पूरे नगर में जगह-जगह प्रभात दल का भव्य स्वागत किया गया। इसी के साथ दल वापस कार्यकर्म स्थली पहुंची जहां उपस्थित भक्तों ने स्वागत किया।
महाप्रसाद वितरण व समापन
समिति द्वारा प्रति वर्ष होने वाले इस महाप्रसाद की व्यवस्था समाज (समिति)द्वारा की गई। लगभग 5 हजार लोग इस भण्डारा में प्रसाद ग्रहण किए। महा प्रसाद ग्रहण के साथ ही दलों की विदाई का क्रम शुरू हुआ और इसी के साथ प्रतिवर्ष होने वाले महोत्सव का भव्य समापन हुआ।
विभिन्न निर्माण कार्यों का निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिन्दगढ़ , 2 जनवरी। कलेक्टर हरिस एस. ने छिन्दगढ़ विकासखण्ड के अंतर्गत चल रहे विभिन्न निर्माण व मरम्मत कार्यों का जायजा लिया। इन कार्यों की भौतिक प्रगति की जानकारी लेते हुए उन्होंने शीघ्र ही पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जनपद पंचायत छिन्दगढ़ के मुख्य कार्यापालन अधिकारी एसएल देवांगन, कार्यपालन अभियंता अनिल राठौर सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर हरिस एस. ने संबंधित अधिकारियों को तेजी से निर्माण व मरम्मत कार्य कराने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ किया जाना चाहिए। कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने पाकेला ग्राम में तालाब और उप स्वास्थ्य केन्द्र मरम्मत कार्य, रोकेल में पोटोकेबिन मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया।
पेरमारास में मनरेगा अंतर्गत निर्मित डबरी निर्माण सहित तालाब और तोंगपाल स्थित 100 सीटर आश्रम का निरीक्षण किया, वहीं कुमाकोलेंग स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्र मरम्मत कार्य, पुसपाल में बन रहे स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल भवन निर्माण का जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टर हरिस एस. ने ओलेर नाला में 24 मीटर पुलिया निर्माण के साथ ही ओलेर-सीतापाल सडक़ निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 31 दिसंबर। थाोना तोंगपाल-पुसपाल क्षेत्र में सक्रिय 1 लाख का ईनामी सहित 2 नक्सलियों ने समर्पण किया जिनमें 1 तुलसी राम (मिलिशिया कमांडर, बताए गये जिसपर 1 लाख छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ईनाम घोषित है, जो निवासी जिला मलकानगिरी (ओडिशा) क्षेत्र का बताया गया, वहीं दूसरी महिला नक्सली सोड़ी रामे (केएएमएस की उपाध्यक्ष के रुप में कार्यरत थी जो निवासी थाना कटेकल्याण जिला की बताई गई । नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में स्टेजिंन शाक्या, द्वितीय कमान अधिकारी 227 वाहिनी सीआरपीएफ, ओम चंदेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा एवं परमेश्वर तिलकवार पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
उक्त नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ जगदलपुर के रेंज फिल्ड टीम व 227 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा का विशेष योगदान रहा।
महिला आत्मसमर्पित नक्सली सोड़ी रामे नक्सल संगठन में जुडक़र थाना तोंगपाल व जिला दंतेवाड़ा के थाना कटेकल्याण क्षेत्र एवं तुलसी राम छत्तीसगढ़- ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्र में विभिन्न नक्सली गतिविधियों में शामिल रही थी। आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के तहत प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय किया जाएगा।
सुकमा, 31 दिसंबर। आर एस एस का प्राथमिक शिक्षा वर्ग का समापन गुरुवार को हुआ। ज्ञात हो कि सुकमा जिले मे सप्त दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षा वर्ग का उद्घाटन 21 दिसंबर को हुआ था । इस वर्ग में सुकमा जिले के विभिन्न मंण्डलों एवं नगरों से स्वयंसेवक सैकड़ों की संख्या में उपस्थित हुए थे, जिनका प्रशिक्षण प्रात: 5 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 10 बजे तक विभिन्न सत्रों के माध्यम से संपन्न होता था जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से चल रहा सात दिवसीय प्राथमिक शिक्षा वर्ग में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का प्राथमिक शिक्षा वर्ग बीते 21दिसम्बर से सरस्वती शिशू मंदिर में शुरू हुआ था।
इसमें प्रतिदिन संघ स्थान पर प्रार्थना के बाद शारीरिक शिक्षा ,खेल, बौद्धिक के साथ-साथ स्वयं सेवकों का व्यक्तित्व, नेतृत्व, समझदारी, समर्पण का भाव व देश भक्ति की भावना की बात बताई गयी। इस मौके पर मुख्य अथिति कुंवर राज बहादुर सिंग राणा जिला कार्यवाहक जी ग्रीस कुमार जिला संघ चालक आशीष दुबे व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गुरूवार को आरएसएस के शिविर समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि कुंवर बहादुर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज के प्रति सदा सकारात्मक सोच रखता है।
यही नहीं छोटे से लेकर बड़े विषय पर चिंतन करना,अपना कर्तव्य समझता है। पूरी दुनिया के लोग हिन्दुत्व की ओर आकृष्ट हो रहे हैं और हिन्दू के मूल को स्वीकार कर रहे हैं। क्योंकि हिन्दू का मतलबहीनता से दूर रहने वाला। हीनता से आशय केव स्व की कल्पना है, जबकि संघ सम्पूर्ण समाज के मंगल की कामना करता है। हिन्दू समाज ही है, जो अपने संस्कृति को हमेशा संजोय रखता है।
संघ के संस्थापक डॉ. बलिराम हेडगेवार जी है उन्होंने बडे कठिनाईयों में संघ की स्थापना किए, इसलिए भारत के रक्षार्थ संघ के सिद्धांतों का पालन करते हुए सात दिनों में सभी स्वयंसेवकों ने जो भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उन स्मृतियों को संजोकर इसका सदुपयोग करना। इससे समाजिक हित में कार्य करना, ताकि सबसे अलग दिखें। संघ के स्वयं सेवक संघ सदैव जाग्रत अवस्था में रहते हैं और यही संघ का ध्येय भी है। इसलिए समाज मे कुछ अलग करने के लिए एक संकल्प लेकर अपने घर जाना है।
पीएम, लोस अध्यक्ष एवं मंत्रियों ने की छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति एवं परंपरा की प्रशंसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 दिसंबर। जिले के धोबनपाल ग्राम के बालक सुशील मरकाम ने अपने माता पिता के साथ ही सुकमा जिला और छत्तीसगढ़ प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है।
सुशील ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा में राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए देश भर से चयनित 25 विद्यार्थियों में अपनी जगह बनाई। संसद भवन नई दिल्ली में 25 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में सुशील ने धोती, कुर्ता, सर पर पटका और कलगी के साथ रुपिया माला आदि पारंपरिक आभूषणों से सुसज्जित होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिसकी प्रशंसा लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला सहित अन्य अतिथिगण एवं उच्च प्रशासनिक अधिकारियों ने की है।
बीएचयू से कर रहे है बीए ऑनर्स की पढ़ाई
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बीए ऑनर्स की पढ़ाई कर रहे धोबानपाल के सुशील मरकाम का चयन नई दिल्ली में आयोजित ‘द्धशद्वड्डद्दद्ग ह्लश हृड्डह्लद्बशठ्ठड्डद्य द्यद्गड्डस्रद्गह्म्ह्य’ कार्यक्रम में हुआ। सुशील ने बताया की छत्तीसगढ़ राज्य से चयनित होने वाले एकमात्र प्रतिभागी थे। उसे इस बात का गर्व है कि संसद भवन में उपस्थित समस्त मंत्रीगण ने उसके पारंपरिक पहनावे की प्रशंसा करते हुए छत्तीसगढ़ और खासकर बस्तर के बारे में कौतूहल से पूछने लगे। इसके साथ ही अन्य प्रदेशों से आए प्रतिभागियों ने भी छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति के बारे में जानने के प्रति उत्साहित थे।
राष्ट्रीय स्तर पर रहे छठवें स्थान पर
सुशील का चयन नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से हुआ। राष्ट्रीय युवा संसद में उन्होंने क्रमश: जिला, संभाग, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता जीत कर टॉप 10 में जगह बनाई। किंतु किसी कारणवश वे संसद भवन जाने को चयनित नहीं हुए। इसके बाद 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं महामना मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर आयोजित homage to National leaders गोष्टी कार्यक्रम में उनका चयन हुआ, जिसकी थीम लोक कला और संस्कृति थी। सुशील ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक वेशभूषा को धारण किया और संसद भवन के सेंट्रल हाल में कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अनुभव को अपने जीवन के स्वर्णिम पलों में से एक बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।