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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 दिसंबर। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नारायण चंदेल ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने सदन में आरक्षण बिल पास करवाया, हम आरक्षण के समर्थन में है, परन्तु कांग्रेस की सरकार ने भानुप्रतापपुर चुनाव के लिए जल्दबाजी में आरक्षण विधेयक लाया गया था।
उन्होंने आज प्रेस वार्ता में कहा कि जब 19 सितंबर को बिलासपुर हाई कोर्ट का फैसला आया तो 70 दिन तक भूपेश सरकार क्यों सोई रही, आरक्षण को लेकर अध्याधेश क्यों नहीं लाया, आरक्षण को लेकर विशेष सत्र क्यों नहीं लाया, किसने रोका, आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों, क्या आपने चुनाव आयोग से परामर्श किया, क्या आपने कानून विदो की राय ली, क्या आपने डाटा आयोग की रिपोर्ट रखी है। आप बिलासपुर हाई कोर्ट के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए, हमने विधानसभा में चर्चा करते हुए पूछा सारे लोग मौन थे मुख्यमंत्री जी के मुंह में दही जमा हुआ था, कोई सुनने को तैयार नहीं था हमने आरक्षण की प्रक्रिया पर सवाल उठाया था, ताकि भविष्य में कोई त्रु टि ना हो, इतनी हडबड़ी क्यों की गई। हमने कहा कि चुनाव हो जाने दीजिए, परन्तु चुनावी लाभ के लिए कांग्रेस सरकार ने बिल लाया। अध्यक्ष जी से हमने कहा कि जिस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है क्या उस पर चर्चा की जा सकती है, यदि किसी और राज्य में ऐसा हो रहा है तो वो भी हमने बताईए।
उन्होंने कहा कि सारी भर्तियां रूकी हुई है, प्रमोशन रूके हुए है, जो उसके पीछे कांग्रेस सरकार की जल्दबाजी है। उल्लेखनीय है कि श्री चंदेल संसदीय क्षेत्र कोरबा से दौरे के दौरान कोरिया में है, उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही।
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बैकुंठपुर(कोरिया), 22 दिसंबर। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के प्रेमाबाग स्थित आश्रय स्थल में जिला स्तर पर लैंगिग समानता एवं लैंगिक उत्पीडऩ, लैंगिक भेदभाव के विरूद्ध समुदाय आधारित राष्ट्रव्यापी अभियान विषय पर कार्यशाला, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन नगर पालिका परिषद् बैकुण्ठपुर द्वारा आयोजित किया गया ।
मुख्य अतिथि के रूप में संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव जी, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद् बैकुण्ठपुर नविता शिवहरे उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद् बैकुण्ठपुर आशीष यादव, एडिसनल एसपी रोहित झा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग प्रिती चखीयार उपस्थित थी।
कार्यक्रम में अम्बिका सिंहदेव द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं के उत्थान के संबंध में जानकारी दी गई एवं एडिशनल एसपी द्वारा पुलिस एवं साईबर क्राइम एवं रोकथाम के बारे में चर्चा की गई एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीडऩ (रोकथाम निषेध और निवारण) अधिनियम 2013 और आंतरिक शिकायत समिति, संविधान द्वारा पारित अधिनियम के बारे में बताया गया।
मुक्ता सिंह चौहान ने उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं महिलाओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सिटी मिशन मैनेजर शुचि पाण्डेय एवं कुमारी अलिशा शेख द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सम्पन्न करने में समस्त जनप्रतिनिधियों की मुख्य भूमिका रही एवं समस्त जनप्रतिनिधी एवं उपस्थित रहे।
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मनेन्द्रगढ़, 19 दिसम्बर। जिला मुख्यालय अंतर्गत ग्राम सिरौली में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम सेवा समिति के द्वारा डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ व पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के कई प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अतिथि सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो, नपाध्यक्ष प्रभा पटेल, जनपद उपाध्यक्ष राजेश साहू, राजकुमार केशरवानी, हारून मेमन एवं युकां अध्यक्ष हफीज मेमन रहे।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने एक से एक बढक़र एकल एवं समूह में नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का लुत्फ उठाने के लिए आसपास के सभी गाँव व शहर के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। डांस प्रतियोगिता के निर्णायक पंकज बेलवंशी रहे। नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति के लिए प्रिंसी तिवारी को प्रथम पुरस्कार उपस्थित अतिथियों के द्वारा प्रदाय किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष सिरौली उपसरपंच निर्मल सिंह, पूर्व जनपद सदस्य रफीक मेमन, राजकुमार वर्मा, इब्राहिम खान, अब्दुल खान, हरि सिंह, अर्जुन सिंह, सचिन सिंह, हंसनाद मरावी, तेज सिंह, रियाज खान, राहुल सिंह, अनिल रजक, ज्वाला प्रसाद, सुभीर शर्मा, अरुण मिश्रा, पंकज गोयल, कपिल सिंह व समस्त ग्रामवासियों का सराहनीय योगदान रहा।
मनेन्द्रगढ़, 17 दिसम्बर। संभाग स्तरीय छत्तीसगढिय़ा आलम्पिक 2022 में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल मनेंद्रगढ़ के कक्षा 10वीं में अध्ययनरत छात्र टी. होमेश्वर राव के 100 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया है। वहीं छात्र ने लम्बी कूद में भी संभाग में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। पढ़ाई के साथ खेलों का भी अपना अलग महत्व होता है। प्राचार्य रामाश्रय शर्मा, खेल शिक्षक प्रकाश शर्मा एवं शाला के सभी शिक्षकों ने छात्र को बधाई देते हुए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
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बैकुंठपुर, 16 दिसंबर। मनेन्द्रगढ़ वन मंडल के कुंवारपुर परिक्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के नाम पर जमकर ड्रामा चला, पुलिस की कार्यप्रणाली से वन विभाग को अतिक्रमणधारियों और उनके कर्मचारियों के सामने नीचा देखना पड़ा। मुंह देखकर की गई कार्रवाई को लेकर लोगों में काफी रोष व्याप्त है।
गुरुवार को मनेन्द्रगढ़ वन मंडल कर कुंवारपुर परिक्षेत्र कर कोटाडोल मार्ग पर स्थित शासकीय आवास के पीछे वन अमला के साथ पुलिस के अधिकारियों के साथ कुछ पुलिस के जवानों के साथ कार्रवाई करने पहुंचे। इस कार्रवाई में करीब दो दर्जन मकानों झोपडिय़ों को तोड़ा गया, लेकिन इसी स्थल पर कुछ पक्के मकानों को नहीं तोड़ा गया, जिसके बाद लोगों ने पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
लोगों का कहना है कि जब वन एवं जंगल की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा की गई है, तो समान रूप से सभी का अतिक्रमण को हटाया जाना चाहिए, लेकिन कुछ लोगों के अतिक्रमण को हटाया गया और कुछ को छोड़ दिया गया यह कैसा कार्रवाई है। लोगों ने कहा कि प्रशासन पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की है।
लंच ब्रेक के नाम कार्रवाई खत्म
अतिक्रमण कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस के अधिकारी कर रहे थे, वन विभाग के अधिकारियों को बार बार फटकार लगा रहे थे, जैसे ही कार्रवाई कुछ पक्के मकान पर होने लगी तो उन्होंने लंच ब्रेक कर दिया और मात्र डेढ़ घंटे कार्रवाई कर पुलिस के अधिकारियों ने लंच के नाम पर कार्रवाई पर ब्रेक लगा दिया, कुछ अतिक्रमण तोड़े गए, परंतु सेटिंग और नेताओं के करीबियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि जब वह अमला उस ओर गया तो पुलिस अधिकारी ने वन अमले को फटकार लगाते हुए कहा कि उस ओर जाने के लिए किसने बोला?
दरअसल, एमसीबी जिले के जनकपुर भगवानपुर मार्ग पर फॉरेस्ट डिपों के सामने 200 मीटर की दूरी पर कुंवारपुर परिक्षेत्र के बीट पतवाही के कक्ष क्रमांक पी 1267 में प्लाटिंग कर अवैध रूप से कब्जा कर मकान झोपड़ी कुछ लोगों द्वारा बनाये गये थे। जहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई और कुछ लोगों के मकान, झोपड़ी को तोड़ा गया और कुछ को अभयदान दे दिया गया। इस तरह की कार्रवाई मनेंद्रगढ के बड़े पुलिस अधिकारी द्वारा अतिक्रमण हटाया गया जिस पर पक्षपात करने का आरोप लेागों द्वारा लगाया गया।
एमसीबी जिल के जनकपुर क्षेत्र में 15 दिसंबर को अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व से तैयारियां कर ली गयी थी और मनेंद्रगढ़ के बडे पुलिस अधिकारी ने वन अमले को फूल ड्रेस में सुबह अतिक्रमण स्थल पहुंचने के निर्देश दिए गए थे, जिस पर वन अमला सुबह 6 बजे मौके पर आकर डट गया था, लेकिन पुलिस दोपहर 12.30 बजे मौके पर पहुंची इस तरह साढे छ: घंटे तक वन अमला मौके पर आकर परेशान होता रहा।
जनकपुर क्षेत्र में 15 दिसंबर को हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद जिस तरह से आधे अधूरे अवैध कब्जे वाले मकानों को तोडऩे की कार्यवाही की गयी। उसमें कई पक्के मकानों को छोड़ दिया गया। इस कार्रवाई को लेकर आरोप लग रहे है कि भाजपा समर्थन वाले अवैध कब्जाधारियों पर प्रशासन ने टारगेट कर अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई की गयी और कांग्रेस के समर्थन वाले लोगों के मकानों को जानबूझ कर छोड़ दिया गया। यही कारण है कि लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन पर पक्षपात पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगा रहे है। कार्रवाई के समय पुलिस के अधिकारियों का ड्रामा देखते ही बन रहा था।
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बैकुण्ठपुर(कोरिया), 16 दिसंबर। चिरमिरी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता राज कुमार मिश्रा के द्वारा छग उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका प्रस्तुत कर छग राज्य सूचना आयोग में लंबित अपील व शिकायत प्रकरणों की सुनवाई पक्षकारों के मोबाईल पर ऑडियो वीडियो कॉन्फ्रें सिंग के माध्यम से कराए जाने की मांग की गई है, जिसकी सुनवाई छग उच्च न्यायालय में 13 दिसम्बर को किया गया। आगे की सुनवाई 1 फरवरी को निर्धारित किया गया है।
दरअसल, आरटीआई कार्यकत्र्ता ने मुख्य राज्य सूचना आयुक्त को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि कृपया अपील व शिकायत प्रकरणों की सुनवाई मोबाईल पर वीडियो कॉन्फ्रें सिंग के कराया जाए। इस तरह की सुनवाई कई राज्य सूचना आयोग और केंद्रीय सूचना आयोग से किया जा रहा है। उन्होंने अपने आवेदन में इस तरह की सुनवाई होने से कई लाभ हो सकते है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में एनआईसी से वीडियो कॉन्फ्रें सिंग से हो रहे सुनवाई में लोक सूचना अधिकारी को अपना मूल कार्य छोडक़र जिला कार्यालय (एनआईसी कक्ष) तक जाना पड़ता है, जिससे उनका समय बर्बाद होता है और वे अपना मूल कार्य नहीं कर पाते। ऐसे अधिकारी के इस एक दिन का वेतन सरकार को देना पड़ता है, जिससे शासकीय धन की क्षति होती है। यदि उक्त लोक सूचना अधिकारी के मोबाईल पर ऑडियो कॉन्फ्रें स के माध्यम से सुनवाई किया जाए, तो ऐसे अधिकारी को एनआईसी कक्ष तक नहीं आना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि अभी की स्थिति में लोक सूचना अधिकारी को कई बार पेशी दिनांक की जानकारी नहीं होती या उन्हें नोटिस तामिल नहीं होता या किसी अन्य आवश्यक कार्य में व्यस्तता के कारण वे वीडियो कॉन्फ्रें सिंग की सुनवाई में उपस्थित नहीं हो पाते ऐसी स्थिति में अपीलों /शिकायतों की पेशी बढ़ायी जाती है, जिससे सूचना आयोग में अपीलों /शिकायतों की पेंडेंसी बढ़ जाती है।
मोबाईल पर ऑडियो कॉन्फ्रें सिंग के माध्यम से सुनवाई होने से लोक सूचना अधिकारी जहां कहीं भी होंगे उन तक आसानी से पहुंच हो सकती है, जिससे प्रकरणों का आसानी से निराकरण होगा और आयोग में अपीलों /शिकायतों का पेंडेंसी खत्म होगा। उन्होंने आयोग द्वारा वीडियो कॉन्फ्रें सिंग से सुनवायी में आवेदकों को भी एनआईसी कक्ष तक जाना पड़ता है, जिससे उनका समय उर्जा और धन का अनावश्यक खर्च होता है। मोबाईल पर ऑडियो कॉन्फ्रें सिंग के माध्यम से सुनवायी होने से आवेदकों का भी अनावश्यक खर्च बचेगा।
आरटीआई कार्यकत्र्ता के उक्त अनुरोध के बाद छग सूचना आयोग के द्वारा बैठक किया गया जिसके कंडिका-9.5 में निर्णय लिया गया कि प्रकरणों के सुनवाई के समय आवेदकों द्वारा मोबाईल के माध्यम से सुनवाई किए जाने के लिए समय-समय पर निवेदन किया जाता रहा है, अतएव पायलट प्राजेक्ट के रूप में किसी एक जिले में जहां मोबाईल कनेक्टीविटी अच्छी हो को लिए जाने का प्रस्ताव किया गया। विधि अधिकारी इस संबंध में परीक्षण कर 7 दिवस में अपना अभिमत प्रस्तुत करें।
सूचना आयोग के इस निर्णय के आधार पर विधि अधिकारी प्रवीण के द्वारा इस संबंध में अपना अभिमत दिया गया। इस अभिमत के विपरीत आज दिनांक तक आयोग द्वारा किसी भी शिकायत या अपील की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रें सिंग से नहीं किया जा सका।
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बैकुंठपुर (कोरिया), 15 दिसंबर। अपनी विभिन्न 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका आज गुरुवार से हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके कारण जिले के आंगनबाड़ी का संचालन नहीं हो पा रहा है। अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं 20 दिसंबर तक बैठेगी, उसके बाद मांगे नहीं मानी जाने पर उग्र आंदोलन होगा।
जानकारी के अनुसार हड़ताल के पहले ही दिन जिले के कई परियोजना अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र सुबह से ही नहीं खुले तथा कुछ ही जगहों पर आंगनबाड़ी केंद्र खुले। इस तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के हड़ताल पर चले जाने का असर आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन पर असर पड़ा है।
जानकारी के अनुसार 14 दिसंबर से कोरिया और एमसीबी जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका अपने को शासकीय कर्मचारी घोषित करने, भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 18 हजार तथा सहायिका को 9 हजार रूपये देने, मिनी आंगनबाड़ी का पद रद्द कर मुख्य मद में शामिल करने, ट्रेकर कार्य हेतु मोबाईल डाटा खर्च देने, सुपरवाईजर पद पर योग्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं से ही लेने सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
हड़ताल के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटक गया है और इस कारण नौनिहालों, किशोरियों व गर्भवती माताओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से मिलने वाली सुविधा नहीं मिल पा रही है। जल्द ही आंगनबाड़ी कार्यकताओं का हड़ताल समाप्त नहीं होता है, तो जिले आंबा केंद्रों में ताले लटके रहने से बच्चों को पोषण आहार एवं गर्भवती माताओं को टीकाकरण के लिए भटकना पड़ सकता है।
बैकुंठपुर (कोरिया),15 दिसंबर। कोरिया जिले के पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र तिवारी ने बैकुंठपुर क्षेत्र के कई धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया और इस दौरान किसानों से भेंट मुलाकात कर किसानों से चर्चा कर मिलने वाली सुविधा असुविधा के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
जानकारी के अनुसार पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं भाजपा जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने बैकुंठपुर जनपद के धान खरीदी केंद्र पटना, गिरजापुर, तरगवां धान खरीदी केंद्रों में जाकर धान विक्रय करने आये किसानों से भेंट कर चर्चा की और मिल रही सुविधाओं को लेकर जानकारी प्राप्त की।
देवेंद्र तिवारी ने धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था भी पाई और कहा कि सरकार एंव प्रशासन की दोहरी नीति से लोग परेशान है। दैनिक खरीदी लिमिट व्यवस्था एवं रकबा समर्पण जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि हम किसानों के हक की लड़ाई लड़ेंगे और जिला प्रशासन पर लिमिट की बाध्यता खत्म करने की मांग करेंगे।
सीईओ जिला पंचायत की अनुशंसा पर कलेक्टर ने की निलंबन कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर,15 दिसंबर। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही करने वालों पर कलेक्टर एमसीबी पीएस ध्रुव ने कड़ा रूख अपनाते हुए कृषि विभाग के दो मैदानी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने बताया कि गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर एमसीबी के निर्देशानुसार जिले की सभी जनपद पंचायत में गौठानों के सतत निरीक्षण का कार्य कराया जा रहा है। इसके लिए जिला पंचायत कोरिया से विभिन्न अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाकर भी सतत पर्यवेक्षण की जवाबदारी प्रदान की गई है।
गोधन न्याय योजना के निरीक्षण के क्रम में गत दिवस जिला पंचायत की एक टीम ने खडग़ंवा जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम गौठान जरौंधा का आकस्मिक निरीक्षण किया।
इस दौरान टीम ने पाया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा योजना के प्रति लापरवाही बरतने से योजना से जुड़े लाभार्थियों तक योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा है। ग्राम गौठान जरौंधा में वर्मी कंपोस्ट निर्माण कार्य में गड़बड़ी पाए जाने और वहां कार्यरत महिला समूहों का सही मार्गदर्शन ना करने वाले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी दीपक कुमार गुप्ता को सीइओ जिला पंचायत कोरिया की अनुशंसा पर कलेक्टर एमसीबी पी एस ध्रुव ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मनेन्द्रगढ़ अनुविभागीय अधिकारी कृषि के कार्यालय में संलग्न किया है।
इसी तरह के एक अन्य मामले में जनपद पंचायत खडग़ंवा के ग्राम गौठान भरदा का उप संचालक कृषि विभाग और जिला पंचायत टीम द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान टीम ने पाया कि ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की लापरवाही से भरदा में गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कंपोस्ट बनाने का कार्य सही तरीके से नहीं हो रहा है। जांच में टीम ने पाया कि महिलाओं को सही तकनीकी सलाह ना मिलने के कारण बड़ी मात्रा में वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता खराब हो चुकी है।
टीम ने अपना प्रतिवेदन जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन को दिया जिस पर लापरवाह अधिकारी पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई। जिला पंचायत सीइओ की अनुशंसा पर लापरवाह ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सूरज सिंह भगत को कलेक्टर एमसीबी ने निलंबित कर वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी कार्यालय मनेन्द्रगढ़ में संलग्न किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 14 दिसंबर। चुनावी साल की शुरूआत होने के पूर्व माह में फिर से सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरू हो गया। मंगलवार को कलेक्टर कोरिया विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन के साथ पीएचई, सीजीईबी, नपा, राजस्व व लोनिवि के अधिकारी कर्मचारी के साथ सडक़ के निरीक्षण के लिए पहुंचे।
इस संबंध में कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा कर बताया कि सडक़ का चौड़ीकरण बेहद जरूरी है, इसके लिए सबको साथ लिया जाएगा, व्यापारियों से चर्चा की जाएगी, आज निरीक्षण के साथ पूर्व में हुए सर्वे की जांच की गई, तय किया जाएगा कि कैसे इसका शांतिपूर्णढंग से सडक़ का सुव्यवस्थित किया जाए।
मंगलवार को कलेक्टर विनयकुमार लंगेह जिले भर के अधिकारियों का लेकर सडक़ पर निकले। एक बार फिर से सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया है। कलेक्टर कोरिया इस बार सडक़ चौड़ीकरण कार्य जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये है।
शुरूआत खरवत से की गई, यहां सडक़ के दोनों ओर 40-40 फीट की नाप की गई। कलेक्टर कोरिया स्वयं अधिकारियों के साथ खरवत चौक पास खड़े होकर सडक़ के दोनों ओर नाप जोख का कार्य देखा तथा पूर्व में बनाई गई रिपोर्ट का भी अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि एनएच 43 खरवत चौक से शहर होते जमगहना तक लगभग 13 किमी सडक़ चौड़ीकरण की कवायद पूर्व में कई बार की गयी, लेकिन काम शुरू नहीं हो गया। जिसके बाद युवाओं ने भी शहर की सडक़ का चौड़ीकरण को लेकर हस्ताक्षर अभियान चलाया था और तत्कालीन कलेक्टर श्याम धावड़े और कुलदीप शर्मा से मिले थे, लेकिन सडक़ चौड़ीकरण कार्य की प्रगति आगे नहीं बढ़ पाई थी।
कोरोना से पहले ही शुरू हुई थी कवायद
शहर चौड़ीकरण का कार्य कोरोना संक्रमण शुरू होने के पूर्व ही शुरू किया गया था और सडक़ के दोनों ओर निर्धारित दूरी नाप कर मार्किंग कर दी गयी थी, लेकिन फिर कोरोना संक्रमण की शुरूआत हो गई और कार्य की प्रगति रूक गई। इसके बाद अब फिर से सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया है। बताया जाता है कि इसके लिए करोडों रूपये की राशि आकर पड़ी हुई है। इस बार जल्द ही कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।
लाखों रूपये खर्च कर बनाई नाली
जब शहर के मध्य से गुजरी सडक़ का चौड़ीकरण कार्य नहीं हुआ, उसके बाद तलवापारा क्षेत्र में मुख्य मार्ग के किनारे लाखों रूपये खर्च कर नाली निर्माण कार्य बनाया गया इसके बाद अब सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया है। यदि पूर्व की नाप के अनुसार सडक़ चौड़ी की जाती है तो लाखों खर्च कर बनाई गयी नाली सडक चौडीकरण की जद में आ जायेगी। यदि सडक़ चौड़ीकरण होना था तो फिर लाखों खर्च कर नाली का निर्माण ही क्यों कराया गया।
अनेक लोगों के दुकान मकान चौड़ीकरण के जद में
शहर से गुजरे मुख्य सडक़ की चौड़ीकरण के कार्य को लेकर पूर्व में सडक के दोनों ओर 40-40 फीट की नाम जोख की गयी थी। इतनी दूरी लेने पर शहर क्षेत्र मे कई्र लोगों के दुकान व मकान सडक़ चौड़ीकरण के जद में आ रहा था। लेकिन खरवत से जमगहना तक निकले बायपास को ही नेट में एनएच 43 दिखा रहा है। इस तरह यदि अब बायपास मार्ग को ही एनएच 43 घोषित कर दिया गया है तो फिर शहर में पूर्व से गुजरी सडक के चौडीकरण का कार्य एनएच के मापदंड से नही कराया जायेगा तो इससे शहर के कई लोगों को दोनों ओर की नाप यदि कम कर दी जाती है तो बड़ी राहत मिल सकेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 14 दिसंबर। बीती रात शहर के गढेलपारा में संचालित एक रजाई गद्दा बनाने की दुकान में अचानक आग लग जाने से अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। इसी बीच आसपास के लोगों ने रेत और पानी से आग को लगभग बुझा दिया, जिसके बाद फायर बिग्रेड वाहन पहुंच पाई, तब तक आग बुझ चुकी थी। शॉर्ट सर्किट से लगी आग पर काबू पा लिया, लेकिन इस दौरान तक व्यापारी को काफी नुकसान हुआ।
गढेलपारा गौरवपथ मार्ग पर मंगलवार की रात्रि में जोतराम के रजाई गद्दा दुकान में अचानक आग लग गयी, सबसे पहले पडौस में रहने वाले राकेश महोबिया ने इसकी जानकारी घरवालों की दी, जिसके बाद आसपास के लोग आग बुझाने की कवायद शुरू कर दी, करीब आधे घंटे तक घरवाले और आसपास के लोगों ने आग को बुझाया।
आग रजाई और गद्दों में लगी थी जिसके बाद पानी से आग और भडक रही थी जिसके बाद लोगों ने रेत से आग पर काबू पाया, आधे घंटे से ज्यादा बीत जाने के बाद फायर बिग्रेड पहुंची, तब तक आग लगभग बुझ चुकी थी। आग से रजाई गद्दे व रूई बडी मात्रा में जलकर खाक हो गए।
बताया जाता है शार्ट सर्किट के कारण दुकान में आग लग गयी थी।
दुकान संचालक जोतराम अपने घर के एक हिस्से में सामने दुकान है, जहां वे रजाई गद्दा बनाने का कार्य करते है। दुकान में आग लगने की जानकारी उन्हें तब लगी, जब दुकान बंद करने के बाद धुआं निकलता देखा, जिसके तत्काल बाद आग बुझाने का कार्य श्ुारू कर दिया गया।
इस दौरान मोहल्ले के लोगों की भीड़ भी जुट गई थी। दुकान में आग लगने की सूचना पर नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष वार्ड पार्षद अन्नपूर्णा सिंह, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मुक्ता सिंह चौहान भी मौके पर पहुंच गये थे। इस तरह दुकान संचालक की तत्परता के कारण ज्यादा नुकसान होने से बच गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 दिसम्बर। सोमवार की देर रात मनेंद्रगढ़ से लगे ग्राम बेलबहरा में सडक़ हादसे में कार में आग लग गई। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 6 लोगों को घायल अवस्था में जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर में भर्ती कराया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 में मनेंद्रगढ़-अंबिकापुर मार्ग पर देर रात सूरजपुर से एक कार में 8 लोग सवार होकर मनेंद्रगढ़ की ओर आ रहे थे, तभी बेलबहरा के पास कार अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे पेड़ से जा टकराई। पेड़ से टकराने के बाद कार में आग लग गई और देखते ही देखते कार धू-धू कर जलने लगी।
कार में भीषण आग लगने के बाद रास्ते में चल रहे एक युवक ने फेसबुक लाइव कर आम लोगों से मदद की गुहार लगाई। इस बीच सडक़ से गुजर रहे लोगों ने भी किसी तरह कार में सवार लोगों को बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलते ही मनेंद्रगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची।
मृतकों में सूरजपुर निवासी 34 वर्षीय ख्वाजा उर्फ लाला तथा 31 वर्षीय पप्पू राजवाड़े शामिल है वहीं गंभीर रूप से घायल मुस्ताक, अशोक, संदीप व गोपी महंत को इलाज के लिए जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर में भर्ती कराया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 दिसम्बर। तालुका विधिक सेवा समिति मनेन्द्रगढ़ के माध्यम से जनपद सभागार में महिलाओं के अधिकारों के संबंध में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समाज के गरीब एवं कमजोर वर्ग को नि:शुल्क विधिक सहायता प्रदान कराने हेतु महिलाओं के अधिकारों के संबंध में विस्तृत जानकारी वीडियो एवं वक्तव्य के माध्यम से दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंसूर अहमद प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय मनेन्द्रगढ़ एवं अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति मनेन्द्रगढ़, द्वितीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुश्री सुनीता साहू, विशिष्ट अतिथि मानवेंद्र सिंह प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश रहे। जागरूकता कार्यक्रम का संचालन एकता अग्रवाल न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित जनों को बताया गया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा समाज में पिछड़े व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, दिव्यांग व्यक्तियों को मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने का अधिकार दिया गया है तथा उक्त अधिनियम के कारण किसी भी प्राकर से किसी दिव्यांग या आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को न्याय से वंचित नहीं रखा जा सकता है। न्याय प्राप्त करने का जितना अधिकार एक अमीर व्यक्ति या किसी समान्य वर्ग के व्यक्ति को है उतना ही अधिकार एक आम व्यक्ति को भी है। न्याय प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार का भेद-भाव नहीं है। कार्यक्रम में अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजीवन लाल, सचिव सूरजभान सिंह, सहायक विकास विस्तार अधिकारी कमल किशोर जायसवाल, महिला अधिवक्ता पूनम गुप्ता एवं रश्मि पाण्डेय सभी के द्वारा महिलाओ के अधिकार के संबंध मे कानूनी जानकारी दी गई। कार्यक्रम में महिला स्व सहायता समूह, शिक्षिका, स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी एवं मितानिन सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 13 दिसम्बर। शासकीय विवेकानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय मनेंद्रगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना, रेडरिबन क्लब एवं रेडक्रॉस के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवाई वितरण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर डॉ. सुरेश तिवारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी एमसीबी एवं सौमेंद्र मंडल बीईई के सौजन्य से महाविद्यालय प्रांगण में प्राचार्य एवं प्रभारी राष्ट्रीय सेवा योजना महिला इकाई, रेडरिबन क्लब एवं रेडक्रॉस डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के संयोजन में आयोजित किया गया। शिविर में महाविद्यालयीन छात्र एवं छात्राओं का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 90 छात्र-छात्राओं को कमजोरी, भूख नहीं लगना, सिर दर्द, आँख की समस्या, त्वचा रोग, सर्दी-जुकाम, पेट दर्द की समस्या के निदान स्वरूप नि:शुल्क दवाई का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जीवन शैली शिक्षण एवं संतुलित आहार के माध्यम से स्वास्थ्य संरक्षण विषय पर डॉ. विश्नोई ने व्याख्यान दिया तथा डॉ. सुधीर जैन ने जल एवं वायु से होने वाली बीमारियों एवं रोकथाम के संबंध में व्याख्यान दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. सुधीर जैन ग्रामीण चिकित्सा सहायक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेदरी, पिंटू कुमार फर्मासिस्ट, मो. आफताब, राधा पाटिल चिकित्सालय द्वारा भेजी गई समिति तथा महाविद्यालय की आयोजन समिति डॉ. अरूणिमा दत्ता, रंजीतमणी सतनामी, भीमसेन भगत, अनुपा तिग्गा, नीलम द्विवेदी, मनीष कुमार श्रीवास्तव, सुनीत जानसन बाड़ा, हेमंत सिंह, प्रदीप कुमार मलिक एवं सतीश सोनी का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम संयोजक डॉ. विश्नोई द्वारा कार्यक्रम के अंत में सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 दिसंबर। शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी में अन्तराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग तथा विधिक साक्षरता प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में मानव अधिकार- मानव मूल्यों के पोषक विषय पर विशेष व्याख्यान और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया।
इसमें मुख्य वक्ता के रूप में व्यवहार न्यायालय चिरमिरी के व्यवहार न्यायाधीश वर्ग- एक देवेन्द्र साहू तथा मनोज कुशवाहा ने छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। व्यवहार न्यायाधीश मानोज कुशवाहा ने मानव अधिकारों व मानव अधिकार आयोग के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक सभ्य समाज के लिए मानव अधिकारों का होना आवश्यक है।
समाज की प्रगति के लिए भी मानव अधिकारों का सुरक्षित होना जरुरी है। देवेन्द्र साहू ने स्वयं हेतु मानव अधिकारों की रक्षा तथा किसी अन्य के मानव अधिकारों के हनन करने से बचने के उपाय बेहद आसान शब्दों में बताए। उन्होंने साइबर क्राइम, आत्महत्या, टोनही निवारण अधिनियम जैसे गंभीर मुद्दों पर स्पष्ट व सारगर्भित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अपराध करने वाला जितना दोषी होता है उतना ही दोषी अपराधी को संरक्षण देने वाला भी होता है। इस दौरान उन्होंने छात्र- छात्राओं के सवालों के जवाब देकर उनकी शंकाओं का समाधान भी किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.राम किंकर पांडेय ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा मानवाधिकारों का सार्वलौकिक घोषणा पत्र जारी करना विश्व मानवता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम रहा है।
कार्यक्रम में मंच संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के उमाशंकर मिश्रा ने किया तथा अंग्रेजी विभाग से सहायक प्राध्यापक चंदन सोनी ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के अध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 दिसंबर। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित जिला अस्पताल परिसर में कई सरकारी वाहन खड़े-खड़े कंडम हो रहे हैं। वाहनों की देखरेख में लापरवाही होने से इनका बुरा हाल है। यदि ऐसे वाहनों को समय पर मेंटेनेंस कराया जाता तो वर्षों चलते लेकिन उचित देख-रेख नहीं होने के कारण वाहन खड़े-खड़े कंडम हो रहे हंै।कण्डम वाहनों को लेकर अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशीष करण का कहना है कि सभी वाहनों की सूची तैयार करवा कर जांच कराई जाएगी, उसके आधार पर वाहनों का सुधार कार्य करवाया जाएगा।
बैकुंठपुर स्थित जिला अस्पताल परिसर में सांसद निधि से मिली दो बड़ी एम्बुलेंस लंबे समय से खड़ी हुई है, जो धीरे-धीरे कंडम हो गई है। स्वास्थ्य विभाग मेें बीते 3 साल से वाहनों के रखरखाव में बड़ी लापरवाही बरती गई। जिला अस्पताल में विधायक और सांसद मद के कई वाहन हंै। इसके ज्यादा एंबुलेंस हैं, लेकिन उपेक्षा के कारण पुरानी और कंडम होते चले जा रही है। इसके अलावा भी कई अन्य वाहन जिला अस्पताल परिसर में खड़े-खड़े जर्जर होती जा रही है।
सरकारी वाहन की समय पर उचित सर्विसिंग एवं मरम्मत नहीं कराए जाने के कारण समय से पहले ही जर्जर हो जा रहे है। अस्पताल प्रबंधन का इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसा देखा गया है कि नए वाहन आते ही पुराने वाहनों पर ध्यान देना बंद कर दिया जाता है, जिसके कारण पुराने वाहन समय से पहले ही खड़े-खड़े जर्जर होते जाते है।
चोरी हो रहे हंै वाहनों के कलपुर्जे
जिला अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य विभाग के कई वाहन अनुपयोगीे वाहनों से धीरे-धीरे पूर्जे चोरी हो रहे हैं, लेकिन प्रबंधन का ध्यान इस ओर नहीं जा रहा है। चोरों द्वारा एक-एक कर वाहनों के पाटर््स को चोरी कर लिए जा रहे है। यदि वाहनों को मेंटेनेंस नहीं कराया जा रहा है तो नियमानुसार उन्हें नीलाम भी कर दिया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया),12 दिसंबर। कोरिया और एमसीबी जिले में जलजीवन मिशन के तहत कराए जा रहे कार्यों के साथ बिछाए जा रहे पाइप लाइन में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं। पांच इंच खुदाई कर डाले गए पाइप फूट गए है, बिना टोटी के नल तो लगा दिए है, परन्तु पानी नहीं आ रहा है, पुराने बोर में नया पंप लगाया गया तो उसमें से पानी नहीं आता है, बेहद घटिया सामग्री के प्रयोग से नल पाईप टूटते जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार एमसीबी जिले के कोटाडोल क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन बिछाई जा रही है, उसके लिए कुछ ही इंच जमीन को खोदकर पाइप बिछा दी जा रही है, पाइप लाइन किसानों के खेतों से होकर पाइप लाइन बिछाई गई है। हल चलाने के दौरान पाइप हल के लोहे में फंसकर बाहर निकल जा रहे है, तो कुछ जगह ऐसे ही अंदर टूट गई है, जिससे जो थोड़ा पानी आता वो भी बंद हो चुका है। ग्राम पंचायत कोटाडोल में 75 स्थानों पर नल लगाया गया है, उसका प्लेटफार्म भी बनाया गया है, परन्तु 4 माह बीत जाने के बाद भी पानी नहीं आ पाया है।
यहां अधिकारियों की देखरेख में पाइप लाइन विस्तार में जैसे-तैसे बिछा कर ठेेकेदार चलता बना है। इससे आसानी से समझा जा सकता है कि केन्द्र सरकार की जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाने की कवायद किस तरह से की जा रही है। प्रशासन व संबंधित जिम्मेदार पीएचई विभाग के अधिकारी इस ओर आंखे मूंद रखी है और ठेकेदार इसी बात का फायदा उठाकर जैसे-तैसे कार्य करा रहे हैं।
नेरूआ में हाल बेहाल
कोटाडोल से लगा ग्राम पंचायत नेरूआ में क्रेडा द्वारा पानी टंकी का निर्माण कराया गया है, यहां जिस बोर पर टंकी बनाई गई है, वह पुराना है, जिसमें पूर्व से ही पानी कम निकलता है, ऐसे में ज्यादा देर पानी नहीं निकल पाता है, यहां 9 मोहल्ले है। पानी टंकी बनाने के पूर्व पानी के सभी मोहल्ले में पहुंच पाए इसका सर्वे नहीं किया गया, टंकी जहां बनाई गई वो स्थान नीचे है, जबकि अन्य मोहल्ले उंचाई पर है, इसलिए कई मोहल्लों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
खोदना था 2 फीट, 5 इंच खोद कर बिछा दी पाइप लाइन
कोटाडोल, नेरूआ के साथ आसपास में ग्राम पंचायत में पाइप लाइन विस्तार में अधिकारी ने भारी लापरवाही बरती है। पाइप को 2 फीट गढ्ढा खोद कर अंदर डाला जाना था, परन्तु यहां ऐसा नहीं किया गया, मात्र 5 से 6 इंच खोदकर पाइप लाइन को डाल दिया गया। पाइप को किसानों के खेतों के बीच से गुजारा गया, जिससे हल चलाने से पाइप जगह-जगह टूट गया, साथ कुछ स्थानों पर बिना हल चलाए की बाहर आकर टूट गया, जिससे पानी की सप्लाई बंद हो गयी।
खमरौंघ में नहीं पहुंचा पानी
कोटाडोल मार्ग पर पडऩे वाले खमरौघ ग्राम पंचायत में नल के साथ उसका प्लेटफार्म बनाया जा रहा है, यहां प्लेटफार्म में घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है। जानकारी के अनुसार डेढ़ साल में प्रथम चरण में 40 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो पाया है। यहां दिखावे के लिए लोगों के घरों के पास नल का स्टैंड स्थापित कर दिया गया है, लेकिन वहां तक पाइप लाइन विस्तार का कार्य ही पूरा नहीं कराया गया है। जिसके चलते लोगों के घरों तक जल नहीं पहुंच रहा है दिखावे के लिए नल के स्टैंड खडे है। स्टैंड में सामग्री रखने के काम आ रहा है। कई जगहों पर तो यह भी देखने केा मिल रहा है कि एक ही स्थान पर दो तीन-चार की संख्या में नल के स्टैंड लगा दिए गए हैं। जबकि पाइप लाइन विस्तार कार्य में देरी की जा रही है जिसके चलते लोगों के घरों तक पानी पहुंचने के लक्ष्य में देरी हो रही है।
जल जीवन मिशन के संबंध में कार्यपालन यंत्री सीबी सिंह का कहना है कि आपने जो स्थिति बताई है उसको मैं दिखवा लेता हूँ, उसके उपरांत कोई कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया),12 दिसंबर। रविवार शाम तेंदुए के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
रविवार की शाम मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के कुंवारपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम तिलोली के गधौरा फुलझरिया (80) दोपहर बाद से नजर नहीं आई, देर शाम तक नहीं दिखने पर घरवालों ने खोजबीन शुरू की, जिसके बाद घरवालों के साथ ग्रामीण जंगल में ढंूढते हुए घर से लगभग 3 किमी दूर जंगल में उसका शव मिला, शव के पास तेंदुआ बैठा मिला, ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी, देर रात वन विभाग की टीम घटनास्थल पहुंची, साथ में पुलिस की टीम भी मौजूद रही।
घटना कुंवारपुर परिक्षेत्र सहायक वृत्त के परिसर पोड़ी के कक्ष क्रमांक 1166 में घटी, जहां मृत महिला के शव को वाहन में रखकर जनकपुर लाया गया।
वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि तेंदुआ वैसे इंसानों पर हमला नहीं करते, महिला बुजुर्ग थी और झुक कर चलती थी, उसे लगा होगा कि कोई जानवर है, इसलिए महिला पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। बाद में उसे अपने जबड़े में दबा कर लगभग 3 किमी दूर ले गया।
गौरतलब है कि गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान इस परिक्षेत्र से लगा हुआ है, यहां काफी संख्या में तेंदुए हैं। छत्तीसगढ़ और मप्र की सीमा में लगे इस जंगल में मप्र की ओर से बाघों की आवाजाही बनी रहती है, साथ ही इस परिक्षेत्र से लगे गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में भी बाघों की आवाजाही बनी रहती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 11 दिसम्बर। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के सदस्यों ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल से मुलाकात कर महाराणा प्रताप चौक पर प्राथमिकता के आधार पर राष्ट्रीय चेतना के अग्रदूत महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाए जाने के लिए ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2008 में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा मनेंद्रगढ़ की मांग और उनके आवेदन को स्वीकार कर गोपाल शीत गृह के सामने के चौक को मनेन्द्रगढ़ परिषद द्वारा सर्वसम्मति से महाराणा प्रताप चौक का नामकरण करते हुए उक्त चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव तात्कालीन नपाध्यक्ष प्रभा पटेल की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से पारित किया गया था। वहीं परिषद ने क्षत्रिय समाज व सर्व समाज मनेंद्रगढ़ की मंशा के अनुरुप उक्त चौक पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा के लिए विधि अनुरूप निविदा का प्रकाशन कर उक्त चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाए जाने के लिए विधिवत भूमि पूजन भी किया गया था, लेकिन समय के अंतराल में उक्त कार्य अपनी पूर्णता को आज पर्यंत प्राप्त नहीं कर सका है।
इस बीच महाराणा प्रताप चौक का नाम बदलने की खबरों से क्षत्रिय समाज व मनेंद्रगढ़ के सर्व समाज में अचानक भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है। क्षत्रिय समाज आश्वस्त है कि महाराणा प्रताप चौक का नाम चिर स्थाई रूप से महाराणा प्रताप चौक ही रहेगा, क्योंकि महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास में भारत के गौरव, वीरता, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिए अमर हैं और हम सब के आदर्श हैं।
अधिवक्ता आशीष सिंह ने कहा कि अतिशीघ्र क्षत्रिय समाज के लोग सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक गुलाब कमरो तथा विधायक मनेन्द्रगढ़ डॉ. विनय जायसवाल से भी मिलकर उक्त चौक में महाराणा प्रताप की प्रतिमा हेतु शासन से राशि उपलब्ध कराए जाने का आग्रह करेंगे।
इस अवसर पर क्षत्रिय समाज के संजय सिंह सेंगर, अशोक सिंह, रमन सिंह, आरपी सिंह सेंगर, एसके सिंह, रणविजय सिंह, बीएन सिंह, हरिशंकर सिंह, रामनरेश सिंह, पतिराज सिंह, भरत सिंह, अधिवक्ता संतोष सिंह, शंकर सिंह, पीआरएस परिहार, श्याम किशोर सिंह, संतोष सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 10 दिसंबर। नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर द्वारा जिला प्रशासन के निर्देश के बाद शहर में दो-तीन दिनों तक अतिक्रमण हटाए गए। इस दौरान शहर के जिन-जिन क्षेत्रों में यातायात सडक़ किनारे अतिक्रमण के कारण बाधित हो रही थी, उन जगहों पर अतिक्रमण हटाया ही नहीं, सिर्फ गौरवपथ मार्ग पर संपूर्ण रूप से अतिक्रमण हटाए गए, लेकिन दूसरे दिन से फिर उसी स्थल पर हाथ ठेलों मे छोटे व्यापारियों के द्वारा अपनी दुकानें लगानी शुरू कर दी गई, स्थिति पहले जैसी ही हो गई।
गौरव पथ किनारे सडक़ पर दुकानें लगाने से सडक़ यातायात प्रभावित हो ही रहा है, इससे लोगों को निजात नहीं मिल पाई है।
वहीं गौरवपथ मार्ग से अतिक्रमण हटाने के बाद नपा की टीम दूसरे दिन प्रतीक्षा बस स्टैंड के पास मुख्य मार्ग किनारे अतिक्रमण को हटाने को पहुंचा तो नेता भी जुट गये और ठेले गुमटी को न हटाने की बात कही गई। जिसके बाद नपा की टीम द्वारा सडक़ किनारे गुमटी लगाकर व्यवसाय कर रहे लोगों के ठेले तो नहीं हटाये, सिर्फ कार्रवाई के नाम पर दुकान के सामने लगाये गये तिरपाल खुटे को हटवाया गया, जिसे लेकर गौरव पथ के व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में पक्षपात का आरोप लगाया।
खड़ी पकी फसलों को पहुंचा रहे नुकसान, किसान चिंतित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 दिसंबर। कोरिया वन मंडल के दो वन परिक्षेत्र में हाथियों का दो दल विचरण कर रहा है। एक दल कोरिया वन मण्डल के देवगढ़ रेंज में जिसमें 15 सदस्यीय हाथियों का दल है, वहीं दूसरा दल कोरिया वन मण्डल खडग़वां वन परिक्षेत्र में हाल में ही कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र से आया है, जिसमें तीन सदस्यीय हाथियों का दल है। दोनों ही दलों के द्वारा क्षेत्र में फसलों को क्षति पहुंचाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों हाथियों के दल के द्वारा कोरिया वन मंडल के देवगढ़ वन परिक्षेत्र में 3 किसानों के फसलों को क्षति पहुंचाई है, जिसका आंकलन किया जा रहा है, जिसके बाद संख्या बढ़ सकती है। वहीं दूसरे द्वल द्वारा भी बीते दिनों 4 किसानों के फसलों को रौंद कर क्षति पहुंचाई गयी। बड़ी मात्रा में हाथियों के दल द्वारा किसानों के पकी खड़ी फसलों को क्षति पहुंचाई जा रही है, जिससे किसान चिंतित है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरिया वन मण्डल के देवगढ़ रेज में विगत एक सप्ताह से हाथियों का 15 सदस्यीय दल विचरण करत हुए क्षेत्रीय किसानों के फसलों को जमकर नुकसान पहुंच रहा है। यह दल बीते दिनों आनंदपुर क सेमरखाड नाला 456 हरियर छग परिसर से निकलकर ग्राम केराझरिया बीट दामुज के पी 413 टेटेंगानाला दुधनिया जलाशय ग्राम केराझरिया पहुंच गया था। इसके बाद इस क्षेत्र से फिर वापस हरियर छग आनंदपुर के 456 सेमरखाड नाला में विश्राम करते रहे, वहीं दूसरा दल कोरिया वन मण्डल के देवाडांड बीट क्षेत्र में 3 सदस्यीय दल दो दिनों से विचरण कर रहा है, जिनके द्वारा क्षेत्र के 4 किसानों के फसलों को क्षति पहुंचाई गई।
विभागीय अमले से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात्रि हाथियों का दल बहेराडाड़ में प्रवेश किया तथा ग्राम सरईझरिया, जरौंधा, कारीछापर में विचरण करत हुए 10 दिसंबर को बीट देवाडांड़ के कक्ष क्रमांक 623 में विचरण करते रहे और इसी स्थल पर रहे। वन अमले में इस क्षेत्र से हाथियों के दल को कटघोरा वन मण्डल के पसान रेंज में जाने की संभावना जताई है।
वन अमला कर रहा निगरानी
कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में दो क्षेत्रों में हाथियों का दल है एक दल एक पखवाड़े से कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में विचरण कर रहा है। इस दौरान वन विभाग का अमला हाथियों के दल पर सतत निगरानी रख रहा है।
जानकारी के अनुसार देवगढ़ रेंज में विचरण कर रहे हाथियों का दल केराझरिया क्षेत्र तक रात्रि में जाता है, लेकिन उसके आगे अपने रूट पर नहीं बढ़ पा रहा है।
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के द्वारा हाथियों के मार्ग पर विभिन्न तरीकों से अवरूद्ध उत्पन्न कर रहे हैं, कहीं आग जलाकर कहीं पटाखों को फोडक़र हाथियों के दल का रास्ता रोक दिया जा रहा है, जिस कारण हाथियों का दल आगे अपने रूट पर नहीं बढ़ पा रहा है। जिसके कारण हाथी फिर वापस अपने स्थल पर लौट रहे हैं। ऐसे में वन विभाग के अमले को हाथियों को आगे बढऩे देने के लिए रास्ता के अवरूद्ध होने से रोकने की जरूरत है, ताकि हाथियों का दल आगे बढक़र गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र की ओर सुरक्षित चला जाये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 दिसंबर। कोरिया जिले के जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में 200 बिस्तरीय ईटीपी का निर्माण कार्य वर्ष 2018-19 में कराया गया और लाखों खर्च करने के बावजूद सालभर से इसकी शुरूआत नहीं हो सकी है। जिला अस्पताल का दूषित जल इस प्लांट में उपचारित किया जाएगा, जो बिना काम के बेकार पड़ा हुआ है।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल परिसर बैकुंठपुर मेें ईटी प्लांट एनएचएम मद से 30 लाख की लागत से निर्माण करवाया गया है। स्वीकृति वर्ष 2018-19 में हुई थी, इसका निर्माण समय पर पूर्ण नहीं हो सका, दो वर्ष बाद इसका निर्माण सम्पन्न हुआ, अब तक प्लांट की शुरूआत नहीं हुई है, यहां लगाई गई मशीनें धूल खा रही हंै तो बनाए गए टैंकों में कचरा जमा हो रहा है।
इस प्लांट के माध्यम से अस्पताल के दूषित जल को शोधन किया जाएगा, इसके लिए मशीनें भी लगाई गई हैं। प्लांट बनकर तैयार हो जाने के बाद भी इसकी उपयोगिता शुरू नहीं हो पायी है। इसके लिए दो टंकी में बरसात का पानी तल में कुछ उपर तक भरा हुआ है जिसमें पेड़ के पत्ते गिरकर सड़ रहे हैं। जिस उद्देश्य को लेकर विभाग द्वारा लाखों खर्च कर प्लांट स्थापित किया है, उसका उपयोग सुनिश्चित किया जाये ताकि उपलब्ध सुविधा का लाभ लिया जा सके। इसके लिए तत्काल ही पहल करने की जरूरत है अन्यथा लाखों खर्च क बावजूद प्लांट बेकार पड़ा रहेगा।
क्या ईटीपी प्लांट
ये एक अपशिष्ट उपचार प्लांट होता है , इस प्लांट के माध्यम से अपशिष्ट पानी और बेकार पानी को शोधन कर के पानी को पुन: उपयोग किया जा सकता है या साफ सफाई या गार्डनिंग के काम में आसानी से उपयोग किया जा सकता है। ज्यादातर यह किसी कंपनी का फैक्ट्री के दूषित जल को शुद्ध करने की प्रक्रिया होती है इसके लिए अलग अलग प्रोसेस का प्रयोग कर जाता है।
इसमें दूषित जल उपचार संयंत्र दूषित जल की प्रकृति के अनुसार विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा बनाए जाते हैं। आम तौर पर दूषित जल उपचार संयंत्रों में संतुलन टैंक, न्यूट्रलाइजेशन टैंक, भौतिक रासायनिक उपचार टैंक, निस्पंदन टैंक, सेटलिंग टैंक, सौर वाष्पीकरण टैंक व लैगून आदि शामिल हैं।
घर बना चुके ढाई हजार से अधिक को अंतिम किश्त में दिए 3 करोड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 9 दिसंबर। पक्के आवास के लिए चलाई जा रही महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साढ़े छ हजार से ज्यादा हितग्राहियों के पक्के आवास का सपना पूरा होने वाला है। कोरोना काल से लंबित पड़े आवासों को पूर्ण करने के लिए राज्य शासन से कोरिया एवं एमसीबी जिले के पांचों जनपद पंचायतों के कुल 6 हजार 651 हितग्राहियों को 20 करोड़ 91 लाख रूपए जारी कर दिए गए हैं।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने बताया कि सामाजिक एवं आर्थिक जाति जनगणना 2011 के तहत गरीबी रेखा सूचकांक में वंचित सूची के अंतर्गत आने वाले हितग्राहियों को पक्के आवास बनाने के प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत राशि प्रदान की जा रही हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कोरिया एवं एमसीबी जिले में कुल 28 हजार 31 हितग्राहियों को पक्के आवास निर्माण करने के लिए एक लाख 30 हजार के मान से अनुदान राशि सीधे खातों में प्रदान की जा रही है।
अब तक इनमें से कुल 21 हजार 530 हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना का सीधा लाभ लेते हुए अपने पक्के आवास बना लिए हैं। कुछ समय पूर्व हितग्राहियों को दूसरी व तीसरी किश्त प्रदान की गई थी। एक बार फिर आवास पूर्ण कर चुके 2 हजार 575 हितग्राहियों को राज्य षासन द्वारा अंतिम किश्त के रूप में कुल 2 करोड़ 91 लाख रूपए सीधे हितग्राही के खातों में हस्तांतरित किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों का जनपदवार आंकड़ा देते हुए नम्रता जैन ने बताया कि हितग्राही को चार चरणों में अनुदान प्रदान किया जाता जिसमें प्रथम किश्त स्वीकृति के पष्चात हितग्राही के खाते में प्रदान की जाती है। इसके बाद प्लिंथ लेबल पर कार्य की जियो टैगिंग होने के बाद द्वितीय किष्त तथा छत स्तर पर हितग्राही के आवास की जियो टैगिंग होने के बाद तीसरी किष्त प्रदान की जाती है। कार्य की पूर्णता होने पर हितग्राही को अंतिम किश्त प्रदान की जाती है।
वर्तमान में कोरिया जिले के जनपद बैकुण्ठपुर में कुल 5139 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभांवित कराया जा रहा है। इनमें से अब तक कुल 3432 हितग्राहियों ने अपने पक्के आवास बना लिए हैं। योजनांतर्गत जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर में कुल 1 हजार 854 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उनके आवास निर्माण प्रगति के जियो टैगिंग के अनुरूप वर्तमान में 6 करोड़ 23 लाख रूपए दिए जा रहे हैं। साथ ही सोनहत जनपद पंचायत के अंतर्गत 880 हितग्राहियों को 1 करोड़ 91 लाख 80 हजार रूपए खातों में प्रदान किए जा रहे हैं।
कोरिया जिले के अलावा अब एमसीबी जिले में शामिल जनपद पंचायत खडग़ंवा में कुल 1 हजार 421 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ 68 लाख 80 हजार रूपए प्रदान किए जा रहे है। जनपद पंचायत मनेन्द्रगढ़ में कुल 994 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2 करोड़ 93 लाख 30 हजार रूपए प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही भरतपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत अब कुल 1 हजार 502 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 करोड़ 53 लाख 80 हजार रुपए प्रदान किए जा रहे हैं।
जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि इस संबंध में सभी जनपद पंचायतों के मुख्यकार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि तकनीकी सहायकों व ग्राम रोजगार सहायकों की मदद से सभी हितग्राहियों के आवास पूर्ण कराने में आवश्यक सहयोग प्रदान करते हुए आवास पूरा करने के लिए हितग्राहियों को प्रोत्साहित करें। ताकि जल्द से जल्द सभी को पक्के आवास का लाभ मिल सके।
बैकुण्ठपुर (कोरिया), 9 दिसंबर। भाजयुमो प्रदेश संगठन के आह्वान पर व भाजपा मण्डल प्रभारी दृगपाल सिंह, मण्डल अध्यक्ष ईश्वर राजवाड़े, भाजयुमो मण्डल अध्यक्ष मनोज साहू के नेतृत्व में गुरुवार को कटगोडी के बाजार स्थल पर भाजयुमो सोनहत मण्डल के कार्यकताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर पुतला दहन किया।
अध्यक्ष मनोज साहू ने आरोप लगाते बताया कि अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में चार नवजात की प्रशासनिक लापरवाही से मौत कुछ दिन पहले हुई है। प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, स्वास्थ्य विभाग लगातार लापरवाही को लेकर सुर्खियों में रहा है। आये दिन अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही उजागार हो रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व मंत्री टीएस सिंहदेव कुर्सी लड़ाई में व्यस्त हैं, जिसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है। मंत्री सिंहदेव को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि कि यह मामला उनके विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा है और यह बहुत ही दुखद घटना है।
मनोज ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने झारखंड पुलिस के साथ मिलकर भाजपा नेता ब्रम्हानंद नेताम को गिरफ्तार करने का षडयंत्र रचा व आदिवासियों का अपमान किया, जिसके विरोध में युवा मोर्चा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन कर प्रदर्शन किया। युवा मोर्चा आने वाले चुनाव में इनके अत्याचार का करारा जवाब देने तैयार है।
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता सुभाष जायसवाल राम प्रताप मरावी रुद्र साहू लाल मन नेताम मोती लाल राजवाड़े, राजा राम राजवाड़े पूर्व जपं सदस्य हीरालाल भाजयुमो महामंत्री रमेश तिवारी टिकेश्वर राजवाड़े मैनेजर भगत बाल कृष्ण देवांगन मंत्री नीरज पटेल राहुल चौधरी विवेक साहू राकेश राजवाड़े दीपक राजवाड़े राजेश राजवाड़े रिंकू राजवाड़े संजय राजवाड़े मुकेश राजवाड़े महेंद्र राजवाड़े तनु राजवाड़े संभू साहू जय शील चौधरी विदेश राजवाड़े अनुज राजवाड़े सुसील सिंह अजय राजवाड़े टोला सिंह दिलीप साहू गोलू जायसवाल के साथ भाजपा व भाजयुमो के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 9 दिसंबर। एमसीबी जिले के घुघरी बड़वाहीपारा में पांच माह से ट्रांसफार्मर जल गया है, जिसका सुधार अब तक नहीं किया गया। जिसके कारण प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने पूरी बरसात अंधेरे में रात गुजारी और अब ठंड आ गई, तब भी सुधार नहीं हो पाया है। जबकि ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना विभाग को दी जा चुकी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना पर विद्युत विभाग के कर्मियों का कहना होता है कि पांच हजार रूपये दो, तब जाकर सुधार कार्य होगा।
इस तरह विद्युत वितरण कंपनी को सूचना देने के बाद भी कंपनी के कर्मचारी बिगड़े ट्रांसफार्मर का सुधार नहीं कर रहे हंै, बल्कि शिकायत पर राशि देने के बाद सुधार करने की बात कही जा रही है। जबकि प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को पांच माह से अंधेरे में रहना पड़ रहा है। बिजली आपूर्ति नहीं होने से खेती के इस सीजन में कई तरह की परेशानियों का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है।