राष्ट्रीय
भागलुपर, 20 अप्रैल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ‘‘भाजपा-आरएसएस’’ और मुट्ठी भर ‘‘अरबपतियों’’ पर लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा उत्पन्न करने का आरोप लगाया।
गांधी ने बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अपनी पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र की पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के साथ तुलना करते हुए दावा किया कि ‘‘हमने जितना कर्ज किसानों का माफ किया उससे चार गुना से भी अधिक मोदी सरकार ने उद्योगपतियों का माफ कर दिया।’’
उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘‘देश के 22 उद्योगपतियों के पास 70 करोड़ की आबादी के समान संपत्ति है। देश में 70 करोड़ लोग ऐसे हैं जो प्रतिदिन 100 रुपये से कम पर गुजारा कर रहे हैं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘पिछले 10 वर्षों में, अंबानी और अडाणी जैसे लोग फले-फूले हैं। ये नाम तो आपने जरूर सुने होंगे।’’
गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘अडाणी का इतने सारे राष्ट्रीय संसाधनों पर नियंत्रण हो गया है। उनके पास सभी बंदरगाह, हवाई अड्डे और बिजली विनिर्माण इकाइयां हैं।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा, ‘‘मोदी ने 22 से 25 उद्योगपतियों का करीब 16 लाख करोड रुपए माफ कर दिए। हमने जितनी कर्ज की रकम किसानों की माफ की उससे 25 गुना मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के माफ कर दिये। यह मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) योजना के लिए 25 वर्षों के परिव्यय के बराबर है। कांग्रेस के नेतृत्व वाला ‘इंडिया’ गठबंधन गरीबों की आर्थिक सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।’’
गांधी ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस सत्ता में आयी तो वह ‘महालक्ष्मी’ जैसी योजनाओं के जरिए गरीबों की मदद करेगी। इस ‘महालक्ष्मी’ योजना के तहत हर गरीब परिवार की एक महिला सदस्य को सीधे नकद हस्तांतरण के माध्यम से एक लाख रुपये की वार्षिक सहायता का प्रस्ताव है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पैसा एक व्यक्ति के बैंक खाते में भेजा जाएगा लेकिन इसका उपयोग पूरे परिवार के लिए किया जाएगा।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी नहीं चाहते कि लोग अपने आसपास मौजूद हालात पर ध्यान केंद्रित करें। वह किसी न किसी माध्यम से आप सभी का ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं। देश के किसी भी हिस्से में आप युवाओं को घंटों अपने स्मार्ट फोन पर सोशल मीडिया साइट से चिपके हुए देख सकते हैं। कारण यह है कि भारत बेरोजगारी का केन्द्र बन गया है। नोटबंदी और जीएसटी (माल एवं सेवाकर) के दोषपूर्ण क्रियान्वयन ने रोजगार सृजन को प्रभावित किया है।’’
कांग्रेस नेता गांधी ने अपनी पार्टी के घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए कहा उनकी पार्टी ‘‘अप्रेंटिसशिप करने वालों को रोजगार की गारंटी देकर बेरोजगारी की समस्या से निपटेगी जो देश में निजी क्षेत्र के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्र में प्रशिक्षित कार्य बल पैदा करेगी।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सशस्त्र बलों में रोजगार की अग्निपथ योजना को भी खत्म कर देगी जिसमें चार साल के लिए अनुबंध पर नौकरी का प्रावधान है।
गांधी ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर अग्निपथ योजना को खत्म कर सेना में पुरानी भर्ती व्यवस्था को लागू किया जाएगा तथा मोदी सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लाए गए गलत कानून को रद्द करके उनकी फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाएगा और किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
गांधी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार बनने पर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी, जीएसटी में बदलाव किया जाएगा, आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिलने वाले मानदेय को दोगुना किया जाएगा तथा मजदूरों के लिए प्रतिदिन की मजदूरी 400 रुपये तय की जाएगी।
गांधी ने अपने शुरूआती भाषण में कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई के रूप में मान रहा है। देश के गरीबों, दलितों और आदिवासियों को जो कुछ मिला है, वह संविधान की वजह से है। लेकिन भाजपा-आरएसएस (भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) गठबंधन और उनके पसंदीदा चार या पांच अरबपतियों के कारण संविधान खतरे में है।’’
कांग्रेस नेता गांधी ने कहा, ‘‘अगर वे संविधान को खत्म करने में सफल हो जाते हैं, तो गरीबों और वंचितों के पास जो कुछ भी है, उन्होंने अब तक जो भी प्रगति की है, वह सब खत्म हो जाएगा।’’
भाजपा नीत राजग के 400 सीट पार करने के दावे पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी लोगों को भ्रमित और भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, यही कारण है कि भाजपा को इस चुनाव में 150 सीट से अधिक नहीं मिलने वाली है।’’ (भाषा)
मुजफ्फरपुर, 20 अप्रैल । बिहार के मुजफ्फरपुर में एक सनकी पिता ने अपनी ही बेटी को मौत के घाट उतार दिया। उसकी दो बेटियां हैं, उसने दोनों पर चाकुओं से वार किया। एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है।
घटना के बाद बच्ची को तुरंत एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां एक बच्ची ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, दूसरे का इलाज जारी है।
उधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे। सभी इसी बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि आखिर कोई पिता ऐसे कैसे कर सकता है? आखिर कोई अपनी ही बेटी को कैसे मौत के घाट उतार सकता है?
फिलहाल, स्थानीय लोग पिता के दिमागी हालत पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से बच रहे हैं, लेकिन इस तरह के मामले में नृशंस वारदात को अंजाम देने वाला शख्स दिमागी रूप से असंतुलित या सनकी पाया जाता है। उधर, पुलिस भी इस पर विस्तृत बयान देने से बच रही है।
मुजफ्फरपुर एसएसपी राकेश कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। पुलिस मामले की जांच कर आगे की कारवाई में जुटी हुई है। मामले की सूचना मिलने के बाद मौके पर तुरंत एफएसएल की टीम को बुलाया गया, जो फिलहाल वस्तुस्थिति को समझने का प्रयास कर रही है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 20 अप्रैल । एबीवीपी के सदस्यों और हिंदू कार्यकर्ताओं ने शनिवार को एमसीए छात्रा नेहा हिरेमथ की हत्या की निंदा की और पूरे कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोपी फैयाज कोंडिनाकोप्पा के लिए मौत की सजा की भी मांग की।
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर के आवास पर उस समय भारी ड्रामा देखने का मिला, जब एबीवीपी के सदस्यों ने उनके घर का घेराव करने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी फैयाज की तस्वीरें जलाईं और उसे फांसी देने की मांग की।
पुलिस ने बिना अनुमति धरना देने पर सदस्यों को हिरासत में लिया और मौके से ले गई।
हत्या को लेकर हिंदू कार्यकर्ताओं ने रामनगर, कलबुर्गी और विजयपुरा जिलों में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने टायर, पुतले और फैयाज की तस्वीरें जलाईं।
शिवमोग्गा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा सांसद बीवाई राघवेंद्र ने शनिवार को संसदीय क्षेत्र में कहा कि आरोपी ने गांजा पीने के बाद नेहा की हत्या कर दी।
बीवाई राघवेंद्र ने कहा कि घटना के बाद कांग्रेस सरकार को नेहा के परिवार को सुरक्षा देनी चाहिए। इसके बजाय उन्होंने आरोपी के परिवार को सुरक्षा दे दी।
मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने बयान दिया कि यह मामला एक व्यक्तिगत मामला है। राघवेंद्र ने आरोप लगाया कि व्यक्तिगत एंगल देकर वे मामले को मोड़ना चाहते हैं।
एक अन्य घटनाक्रम में, फैयाज के साथ नेहा की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं और वायरल हो गईं।
इस बीच लड़की के परिवार ने इन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि फैयाज और नेहा शादी करना चाहते थे। इस संबंध में नेहा के पिता निरंजन हिरेमथ ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, "शादी की कोई बात नहीं थी। अब, कहानी बनाई और बताई जा रही है। आरोपी ने शायद मेरी बेटी से शादी करने की सोची होगी। मेरी बेटी नेहा ने इसके बारे में कभी नहीं सोचा था और अगर वह सहमत होती तो उसे इस दुखद तकदीर का सामना नहीं करना पड़ता। मैं इस घटनाक्रम की निंदा करता हूं।"
नेहा की मां गीता ने कहा कि उनकी बेटी एक साहसी और बुद्धिमान लड़की थी। हत्यारे के साथ उसके रिश्ते के बारे में सब कुछ झूठ है। हमारी बेटी की आत्मा को तभी शांति मिलेगी जब हत्यारे को फांसी दी जाएगी।
(आईएएनएस)
मुंगेर, 20 अप्रैल । जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को बिहार के मुंगेर संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी समेत बिहार एनडीए के कई नेता मौजूद रहे।
नामांकन भरने से पहले मुंगेर में आशीर्वाद जुलूस निकाला गया, जिसमें एनडीए के कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। ललन सिंह सबसे पहले मां चंडिका स्थान मंदिर पहुंचे, जहां पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया।
जदयू प्रत्याशी ललन सिंह ने जीत का दावा करते हुए कहा एनडीए बिहार में सभी 40 सीट जीत रही है और देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 400 पार हम जीत दर्ज कर रहे हैं।
बता दें कि मुंगेर में चौथे चरण के तहत 13 मई को मतदान होंगे। पिछले चुनाव में जदयू के ललन सिंह ने कांग्रेस की नीलम देवी को पराजित किया था। इस चुनाव में ललन सिंह का मुकाबला राजद की अनीता देवी से होना तय माना जा रहा है।
अनिता देवी बाहुबली अशोक महतो की पत्नी हैं। चुनाव के कुछ ही दिन पहले अशोक महतो ने अनीता से विवाह रचाया था।
(आईएएनएस)
मैसूर (कर्नाटक), 20 अप्रैल । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शनिवार को कहा कि एमसीए छात्रा नेहा हिरेमथ की हत्या 'लव जिहाद' का मामला नहीं है।
सीएम सिद्दारमैया ने मैसूर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। हत्यारे को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। ये लव जिहाद का मामला नहीं है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्यारे को कड़ी सजा दी जाए।"
किसी की मौत को राजनीतिक कारणों से इस्तेमाल करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मामले का अनावश्यक रूप से राजनीतिकरण किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
हुबली में कांग्रेस पार्षद की बेटी नेहा की शुक्रवार को शहर में कॉलेज परिसर के अंदर फैयाज कोंडिनाकोप्पा ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
हालांकि, अन्य छात्रों ने फैयाज को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
इस बीच, नेहा के माता-पिता ने दावा किया कि उनकी बेटी की हत्या 'लव जिहाद' का मामला है।
नेहा के पिता निरंजन हिरेमथ ने चेतावनी दी है कि अगर जांच को गुमराह किया गया और खराब किया गया तो उनका पूरा परिवार आत्महत्या कर लेगा।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 अप्रैल । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। वह जेल में तबीयत खराब होने का आरोप लगा रहे हैं। उनकी कैबिनेट के सदस्य नेता सौरभ भारद्वाज का आरोप है कि जेल में अरविंद केजरीवाल को दवा नहीं दी जा रही है।
भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि दिल्ली में यह एक नौटंकी चल रही है। जब तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के ही अंतर्गत आता है तो फिर ऐसे में कैसे वहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दवा नहीं मिल रही।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि दिल्ली में नौटंकी चल रही है। जिसके सूत्रधार दिल्ली सरकार के मंत्री हैं। तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधीन आता है। उसके बावजूद बार-बार अनाप-शनाप आरोप लगाना, इस पर मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं, इसी जेल में मनीष सिसोदिया डेढ़ साल से बंद हैं। उनकी तबीयत तो ठीक है। सत्येंद्र जैन जिनकी तबीयत खराब रही, वह भी ठीक हैं। संजय सिंह भी जेल में रहकर आए हैं, उनको भी कुछ तकलीफ नहीं हुई। सिर्फ अरविंद केजरीवाल को तकलीफ है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने जेल जाते-जाते इनका (सौरभ भारद्वाज) नाम ले लिया था कि विजय नायर इनको रिपोर्ट करता था। इसलिए ऐसी अफवाहें फैलाना दिल्ली सरकार के मंत्रियों का काम है।
इससे पहले शनिवार को दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में धीमी मौत दी जा रही है। उनका कहना है कि अगर शुगर लेवल ऊपर जाएगा तो नसों पर असर पड़ेगा और किडनी ख़राब हो सकती है।
उपराज्यपाल पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कोई विनय कुमार सक्सेना केजरीवाल की किडनी वापस नहीं दे सकते। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पिछले 20-22 साल से शुगर है। एक बार दवाई शुरू होने पर इंसुलिन की ज़रूरत पड़ती है। जिस मुख्यमंत्री ने दिल्ली के अंदर स्वास्थ्य की सारी सुविधाएं मुफ्त दी, आज उसे जेल में दवा नहीं दी जा रही।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 20 अप्रैल । कर्नाटक में एमसीए छात्रा नेहा हिरेमथ की गुरुवार को हुई हत्या को लेकर हंगामा शनिवार को भी जारी रहा। हत्या के आरोपी फैयाज कोंडिनाकोप्पा की मां ने मृतका के माता-पिता से माफी मांगी और कहा कि उनके बेटे को सजा मिलनी चाहिए।
कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने भी इस मामले में अपनी प्रेम संबंधी टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
जी. परमेश्वर ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अगर मामले के संबंध में उनके किसी भी बयान से नेहा के माता-पिता की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो उन्हें खेद है।"
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए परमेश्वर ने कहा था कि नेहा और फैयाज एक-दूसरे से प्यार करते थे।
फैयाज की मां मुमताज ने अफसोस जताते हुए शनिवार को कहा, ''मेरे बेटे ने जो किया वह अपराध है। नेहा और फैयाज एक दूसरे से प्यार करते थे। नेहा ने ही फैयाज को प्रपोज किया था। जब फैयाज ने मुझे इस बारे में बताया तो मैंने उससे रिश्ता जारी नहीं रखने के लिए कहा था।"
मुमताज ने कहा कि मेरे बेटे को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उसका सपना कर्नाटक प्रशासनिक सेवा (केएएस) में अधिकारी बनने का था। नेहा एक अच्छी लड़की थी। मैं उनके परिवार से माफी मांगती हूं।
नेहा की मां गीता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "उनसे मेरी बेटी को वापस लाने के लिए कहें। मैं अपनी बेटी का इंतजार कर रही हूं। आरोपी को सजा मिलनी चाहिए, उसे फांसी होनी चाहिए।"
गीता ने कहा, "हम अपनी बेटी को जानते हैं। दोनों के बीच कोई रिश्ता नहीं था। क्या हमारी बेटी को नहीं पता था कि वह किस धर्म से है? हमने हमेशा एक साथ समय बिताया, वह मुझसे हर बात साझा करती थी।''
हुबली शहर के कॉलेज परिसर में नेहा की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। छात्रों ने फैयाज को दौड़ाकर पकड़ लिया था और पुलिस के हवाले कर दिया था।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 20 अप्रैल दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार और धनशोधन के मामलों में आम आदमी पार्टी (आप) नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिकाओं पर शनिवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।
सीबीआई और ईडी की विशेष न्यायाधीश कावेरी बवेजा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों और सिसोदिया के वकील की दलीलें सुनने के बाद अपना आदेश 30 अप्रैल के लिए सुरक्षित रख लिया।
आम आदमी पार्टी के नेता ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने के वास्ते दोनों मामलों में अंतरिम जमानत याचिका भी दायर की है।
हालांकि सिसोदिया के वकील ने शनिवार को अदालत को बताया कि नियमित जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित किए जाने के कारण वह याचिका निरर्थक हो गई है।
सीबीआई तथा ईडी का आरोप है कि दिल्ली आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितताएं बरती गईं, लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया, लाइसेंस शुल्क माफ कर दिया गया या कम कर दिया गया और सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना लाइसेंस दिए गए। (भाषा)
भागलपुर, 20 अप्रैल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर संविधान को ‘‘खत्म’’ करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन उसके इस प्रयास को विफल कर देगा।
बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गांधी ने लोकसभा चुनाव में 370 से अधिक सीट जीतने के भाजपा के दावे पर पर कहा, ‘‘उसकी संख्या 150 से आगे नहीं जाएगी।’’
गांधी ने कहा, ‘‘इंडिया गठबंधन लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए लड़ रहा है जिसे भाजपा-आरएसएस खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यहां कहा, ‘‘देश के गरीबों, दलितों और आदिवासियों को जो कुछ भी मिला है, वह संविधान के कारण है। अगर संविधान को खत्म कर दिया गया, तो सभी चीजें खत्म हो जाएंगी।’’
गांधी ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर अत्यधिक अमीरों की समर्थक होने का आरोप लगाते हुए दावा किया, ‘‘उनके शासन में केवल 22 लोगों के पास 70 प्रतिशत आबादी के बराबर संपत्ति है। हम इसे बदलना चाहते हैं।’’
उन्होंने कांग्रेस द्वारा अपने घोषणापत्र में किए गए वादों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर युवाओं को रोजगार पाने के अधिकार के तहत अप्रेंटिसशिप करने वालों को एक लाख रुपये और प्रत्येक महीने 8,500 रुपये प्रदान किए जाएंगे।
गांधी ने कहा कि इसके तहत पहले साल अच्छा काम करने पर स्थायी नौकरी मिलेगी जिससे देश को एक प्रशिक्षित कार्य बल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर अग्निवीर योजना को खत्म कर सेना में पुरानी भर्ती व्यवस्था को लागू किया जाएगा तथा मोदी सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लाए गए गलत कानून को रद्द कर उनके उत्पाद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाएगा और किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
गांधी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार बनने पर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी, जीएसटी में बदलाव किया जाएगा, आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिलने वाले मानदेय को दोगुना कर दिया जाएगा तथा मजदूरों के लिए प्रतिदिन की मजदूरी 400 रुपये तय की जाएगी।
उन्होंने इस अवसर पर लोगों से भागलपुर, किशनगंज और कटिहार से कांग्रेस उम्मीदवार अजित शर्मा, तारिक अनवर और मोहम्मद जावेद तथा बांका और पूर्णिया से सहयोगी दल राजद के प्रत्याशियों जयप्रकाश यादव एवं बीमा भारती को अपना समर्थन देकर केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनाने की अपील की। (भाषा)
नांदेड़, 20 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष किया और कहा कि इस लोकसभा चुनाव में ‘कांग्रेस के साहबजादे’ केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से हार जाएंगे और उन्हें उसके बाद किसी सुरक्षित सीट की तलाश करनी होगी।
उन्होंने लोगों से महाराष्ट्र की नांदेड़ और हिंगोली सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों को जिताने की अपील की।
मोदी ने नांदेड़ रैली में कहा कि उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में एकतरफा मतदान हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अमेठी से हार के बाद कांग्रेस के साहबजादे वायनाड से भी हारेंगे। उन्हें 26 अप्रैल के बाद किसी सुरक्षित सीट की तलाश करनी होगी।’’
उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के संदर्भ में कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के कुछ नेता लोकसभा छोड़कर राज्यसभा में चले गए क्योंकि उनमें चुनाव लड़ने का साहस नहीं है।
मोदी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल की खराब चीजों को सुधारने में दस साल लगाए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘बहुत काम किया जाना बाकी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस किसानों और गरीबों के विकास में बाधक रही है। मोदी ने कहा, ‘‘कृषि संकट अभी का नहीं है। यह कांग्रेस की त्रुटिपूर्ण नीतियों के कारण हुआ।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके पास कोई चेहरा ही नहीं है।
मोदी ने कहा, ‘‘वे जो चाहे दावे करें लेकिन हकीकत यही है कि कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव की घोषणा से पहले ही हार स्वीकार कर ली।’’
उन्होंने मतदाताओं से लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकलने अपील की।
मोदी ने कहा, ‘‘आप वोट देकर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं बल्कि आप देश का भविष्य सुरक्षित कर रहे हैं। मैं विपक्ष के पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना चाहता हूं। आपका (विपक्षी नेता) चुनाव हारना तय है लेकिन आपको कभी मौका मिलेगा। आपको भी मतदाताओं से मतदान की अपील करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल 25 फीसदी सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। चार जून को (चुनाव परिणाम) के बाद वे एक-दूसरे से और लड़ेंगे।’’
मोदी ने कहा कि अगर नागरिकता संशोधन अधिनियम नहीं होता तो अफगानिस्तान से आए सिखों का भविष्य क्या होता। (भाषा)
नयी दिल्ली, 20 अप्रैल प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने नए आपराधिक न्याय कानूनों के अधिनियमन को समाज के लिए ऐतिहासिक क्षण बताते हुए शनिवार को कहा कि भारत अपनी आपराधिक न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव के लिए तैयार है।
उन्होंने ‘आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रशासन में भारत का प्रगतिशील पथ’ विषय पर यहां आयोजित एक सम्मेलन में कहा कि नए कानून तभी सफल होंगे जब वे लोग इन्हें अपनाएंगे, जिन पर इन्हें लागू करने का जिम्मा है।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि नए अधिनियमित कानूनों के कारण आपराधिक न्याय संबंधी भारत के कानूनी ढांचे ने नए युग में प्रवेश किया है।
उन्होंने कहा कि पीड़ितों के हितों की रक्षा करने और अपराधों की जांच एवं अभियोजन में कुशलता के लिए अत्यावश्यक सुधार किए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत तीन नए आपराधिक कानूनों के भावी कार्यान्वयन के जरिए अपनी आपराधिक न्याय प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव के लिए तैयार है... ये कानून हमारे समाज के लिए एक ऐतिहासिक क्षण को दर्शाते हैं क्योंकि कोई भी कानून, हमारे समाज के दिन-प्रतिदिन के आचरण को आपराधिक कानून जितना प्रभावित नहीं करता।’’
सीजेआई ने कहा, ‘‘संसद द्वारा इन कानूनों को अधिनियमित किया जाना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है एवं आगे बढ़ रहा है और मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए नए कानूनी उपकरणों की जरूरत है।’’
इस सम्मेलन में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी मौजूद थे।
देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को पूरी तरह से बदलने के लिए नए अधिनियमित कानून ‘भारतीय न्याय संहिता’, ‘भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता’ और ‘भारतीय साक्ष्य अधिनियम’ एक जुलाई से लागू होंगे। हालांकि, ‘हिट-एंड-रन’ के मामलों से संबंधित प्रावधान को तुरंत लागू नहीं किया जाएगा। तीनों कानूनों को पिछले साल 21 दिसंबर को संसद की मंजूरी मिली थी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 25 दिसंबर को इन्हें स्वीकृति दी थी।
सीजेआई ने भारतीय साक्ष्य संहिता पर राज्य सभा की स्थायी समिति की 248वीं रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली ने ‘‘हमारे सामाजिक-आर्थिक परिवेश में प्रौद्योगिकी संबंधी बड़े परिवर्तनों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए संघर्ष किया है’’ और इन बदलावों ने समाज में होने वाले अपराधों के सामने आने की मौलिक रूप से फिर से कल्पना की है।
उन्होंने कहा, ‘‘बीएनएसएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) डिजिटल युग में अपराधों से निपटने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को शामिल करती है। यह सात साल से अधिक कारावास की सजा वाले अपराधों के लिए अपराध स्थल पर एक फॉरेंसिक विशेषज्ञ की उपस्थिति और खोज एवं बरामदगी की दृश्य-श्रव्य रिकॉर्डिंग का निर्देश देती है।’’
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘‘तलाशी और जब्ती की दृश्य-श्रव्य रिकॉर्डिंग अभियोजन पक्ष के साथ-साथ नागरिकों की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण उपकरण है। तलाशी और जब्ती के दौरान प्रक्रिया संबंधी किसी भी गड़बड़ी के खिलाफ न्यायिक जांच नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगी।’’
सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि कार्यवाही के डिजिटलीकरण और डिजिटल साक्ष्य बनाते समय लगातार आत्मावलोकन करना चाहिए तथा आरोपी और पीड़ित की गोपनीयता की रक्षा की जानी चाहिए। (भाषा)
त्रिशूर (केरल), 20 अप्रैल कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित केंद्र सरकार पर शनिवार को आरोप लगाया कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को दरकिनार कर कानून बना रही है और उन्हें लोगों की इच्छा के विरुद्ध उन पर लागू कर रही है।
प्रियंका ने यह भी कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री के लोग’’ भारत के उस संविधान को बदलने की बात बड़े ‘‘अभिमान से’’ करते हैं जो ‘‘हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के खून से लिखा गया।’’
उन्होंने चालकुडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बेन्नी बेहनन के लिए प्रचार करते हुए कहा, ‘‘वे (भाजपा) भारत के संविधान को अपने लालच और महत्वाकांक्षा का साधन मानते हैं, जैसे कि यह कोई कागज का टुकड़ा हो।’’
प्रियंका ने कहा कि जब वह भारत के संस्थापक सिद्धांतों के विनाश के कगार पर होने की बात करती हैं तो कुछ लोग उनसे कहते हैं कि नया भारत बन रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें जिस नए भारत के बारे में बताया जा रहा है, वह ऐसा भारत है जहां ताकत, सच्चाई पर हावी रहती है, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दरकिनार कर कानून बनाए जाते हैं और इन्हें लोगों पर उनकी इच्छा के विरुद्ध लागू किया जाता है।’’
प्रियंका ने केंद्र पर कथित चीनी अतिक्रमण को लेकर लद्दाख में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर चुप रहने का भी आरोप लगाया और कहा कि किसानों की आवाज केवल तभी सुनी जाती है जब चुनाव करीब आते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस नए राष्ट्र में असहमति की आवाजें दबा दी जाती हैं। सरकार उन लोगों को परेशान करती है, उन पर आरोप लगाती है और उन्हें जेल में डाल देती है जो उसके खिलाफ बोलने की हिम्मत करते हैं।’’ (भाषा)
हल्द्वानी, 20 अप्रैल । उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में रेलवे क्रॉसिंग के पास झुग्गियों वाली बस्ती में आग लगने से हड़कंप मच गया। आग की चपेट में आकर दो दर्जन से ज्यादा झोपड़ियां जलकर खाक हो गई। गनीमत ये रही कि आग में कोई जनहानि नहीं हुई।
हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा के अंतर्गत आने वाले चोरगलिया रोड चिराग अली शाह बाबा मजार क्षेत्र में शुक्रवार देर रात मजदूरों की कई झोपड़ियों में अज्ञात कारणों से आग लग गई। आग इतनी विकराल थी कि घरेलू सामान और झोपड़ियां जलकर खाक हो गई। जानकारी मिलने के बाद दमकल विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
(आईएएनएस)
अमरावती, 20 अप्रैल । कडप्पा लोकसभा क्षेत्र से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार वाईएस अविनाश रेड्डी के खिलाफ दो आपराधिक मामले हैं, जिनमें उनके चाचा और पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या से संबंधित मामला भी शामिल है।
वाईएसआरसीपी उम्मीदवार अविनाश रेड्डी ने 13 मई के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है। इस दौरान उन्होंने चुनाव अधिकारियों को सौंपे गए हलफनामे में मामले के विवरण का खुलासा किया।
अविनाश रेड्डी ने बताया कि सीबीआई ने 15 मार्च 2019 को वाईएसआर कडप्पा जिले के पुलिवेंदुला शहर में हुई हत्या के संबंध में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सांसद के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी, 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया। यह मामला हैदराबाद में सीबीआई मामलों के प्रधान विशेष सत्र न्यायाधीश की अदालत में लंबित है। मामले में अभी आरोप तय होना बाकी है।
अविनाश रेड्डी के खिलाफ एक और आपराधिक मामला लंबित है।
सांसद ने यह भी बताया कि उनके और उनकी पत्नी के पास 18.78 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है।
(आईएएनएस)
कोच्चि, 20 अप्रैल। लोकप्रिय मलयालम फिल्म निर्देशक जोशी के घर में शनिवार तड़के चोरी हो गई।
जोशी कोच्चि के पनमपिल्ली नगर के पॉश इलाके में रहते हैं। जानकारी के मुताबिक चोर रसोईघर के रास्ते घर में घुसे।
जोशी ने पुलिस को बताया कि चोरी रात करीब डेढ़ बजे उनके सोने के बाद हुई।
अपराधियों ने नकदी, आभूषण और महंगी घड़ियां चुरा ली, जिनकी कुल कीमत लगभग एक करोड़ रुपए है।
71 वर्षीय जोशी का करियर लगभग पांच दशकों का है, इस दौरान उन्होंने मुख्य रूप से मलयालम में लगभग 80 फिल्मों का निर्देशन किया है।
उन्होंने प्रेम नज़ीर, जयन, ममूटी, मोहनलाल, सुरेश गोपी और दिलीप जैसे दिग्गजों के साथ काम किया है और इंडस्ट्री में सक्रिय हैं।
(आईएएनएस)
फरीदाबाद, 20 अप्रैल। चुनावी समर में जननायक जनता पार्टी (जजपा) को एक के बाद एक करारा झटका लग रहा है। अब, पार्टी के हलका अध्यक्ष और 2019 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके कुलदीप तेवतिया ने अपने समर्थकों के साथ जजपा से इस्तीफा दे दिया।
जिसके बाद भाजपा उम्मीदवार कृष्ण पाल गुर्जर ने कुलदीप को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई। कुलदीप फरीदाबाद विधानसभा के हलका अध्यक्ष थे।
इस मौके पर कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि भाजपा सबको साथ लेकर चलती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर सबको यकीन है। यही वजह है कि पार्टी में लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी है।
कुलदीप तेवतिया ने कहा कि पहले वह भाजपा में ही थे, लेकिन, बाद में वह कुछ दिनों के लिए जजपा में चले गए। अब फिर वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे को पूरा करने के लिए मेहनत करेंगे।
-- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 अप्रैल । दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया की नियमित जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। मनीष सिसोदिया दिल्ली शराब नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी हैं।
उधर, सिसोदिया ने लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए लगाई अपनी दूसरी बेल पेटीशन शुक्रवार को वापस ले ली।
उन्होंने दोनों जांच एजेंसियों - केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच किए जा रहे मामलों में जमानत मांगी है।
जज कावेरी बावेजा की अदालत में सिसोदिया के वकील विवेक जैन ने कहा कि अंतरिम जमानत याचिका का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि नियमित जमानत याचिका फाइल की गई है।
सरकारी वकील ज़ोहेब हुसैन और अभियोजक पंकज गुप्ता ईडी और सीबीआई की ओर से पेश हुए।
जमानत याचिका का विरोध करते हुए, पंकज गुप्ता ने कहा कि सिसोदिया पीएमएलए के तहत जमानत की शर्तों को पूरा नहीं करते। आप नेता की काफी राजनीतिक पहुंच है, वह प्रभावशाली व्यक्ति हैं। सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने सिसोदिया को मामले में मुख्य आरोपी बनाया है और कहा कि वह जांच के सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं, जो कुछ प्रमुख पहलुओं पर शुरुआती चरण में है।
सिसोदिया की जमानत याचिका फरवरी से लंबित है। उन्हें पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार किया गया था।
(आईएएनएस)
खेड़ा, 20 अप्रैल । लोकसभा चुनाव निकट आते ही गुजरात का खेड़ा निर्वाचन क्षेत्र राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया है। यहां भाजपा व कांग्रेस एक और चुनावी मुकाबले के लिए हैं।
भारत के पहले उप प्रधानमंत्री वल्लभभाई पटेल के जन्मस्थान और तंबाकू की खेती के लिए प्रसिद्ध खेड़ा गुजरात के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रभावशाली क्षेत्र रहा है।
अपने ऐतिहासिक महत्व और जीवंत राजनीतिक गतिविधियों के लिए मशहूर इस क्षेत्र में भाजपा के निवर्तमान सांसद देवुसिंह जेसिंगभाई चौहान और कांग्रेस उम्मीदवार कालूसिंह डाभी के बीच मुकाबला है।
वर्तमान में संचार राज्य मंत्री चौहान 17वीं लोकसभा में खेड़ा का प्रतिनिधित्व करते हुए, गुजरात की राजनीति में एक प्रमुख शख्शियत रहे हैं।
इस क्षेत्र में चौहान की राजनीतिक यात्रा 2014 के आम चुनाव में जीत के साथ शुरू हुई। यहां उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की।
2019 के चुनाव में उन्होंने 714,572 वोट हासिल करतेे हुए 367,145 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के बिमल शाह को 347,427 वोट मिला था।
इस साल 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह के अवसर पर खेड़ा में "मांस-निषेध" दिवस मनाने की घोषणा कर देवुसिंह चर्चा में आए थे।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने स्थानीय समुदाय में अपनी गहरी पकड़ रखने वाले वरिष्ठ नेता कालूसिंह डाभी पर दाव लगाया है।
66 वर्षीय डाभी ने अपना राजनीतिक जीवन एक सरपंच (ग्राम प्रधान) के रूप में शुरू किया और कांग्रेस पार्टी में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने कठलाल तालुका इकाई के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
उन्होंने राज्य विधानसभा में कपडवंज का भी प्रतिनिधित्व किया। 2017 के राज्य विधानसभा के चुनाव में उन्होंने 27 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की।
ऐतिहासिक नाम कैरा से भी जाना जाने वाले खेड़ा की न केवल राजनीतिक पहचान है, बल्कि सांस्कृतिक और कृषि की दृष्टि से भी यह इलाका महत्वपूर्ण है।
इस निर्वाचन क्षेत्र में दसक्रोई, ढोलका, मटर, नडियाद, महुधा और कपडवंज सहित सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
खेड़ा में उल्लेखनीय जाट आबादी है। इस जाति के लोग प्रदेश में मुख्य रूप से बनासकांठा, मेहसाणा, सबरभांथा और कच्छ जिलों में रहते हैं।
खेड़ा में जैन धर्म की एक विशेष पहचान है। जिले में राजपूतों में चौहान सबसे अधिक हैं।
(आईएएनएस)
मुंबई, 20 अप्रैल । 'कागज 2' में नजर आने वाले दिग्गज एक्टर अनुपम खेेर ने उत्तराखंड के लैंसडाउन शहर में कुछ स्कूली बच्चों के साथ समय बिताया।
एक्टर ने सोशल मीडिया पर लैंसडाउन में बच्चों के साथ बिताए पलों को शेयर किया। शनिवार को एक्टर ने एक्स पर नोट लिखते हुए दो वीडियो शेयर किए।
पहले वीडियो में उन्हें लैंसडाउन के बच्चों को अपनी कार में उनके स्कूल ले जाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में वह बच्चों से बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
दूसरे वीडियो में अनुपम खेेर को एक अलग बच्चों के समूह के साथ देखा जा सकता है। जहां वह बच्चों से पूछते हैं कि क्या वह उन्हें पहचानते हैं। जिस पर एक बच्चा जवाब देता है कि अनुपम एक अच्छे आदमी हैं, जो बच्चों को खाना खिलाते हैं।
एक्टर ने पोस्ट में लिखा, "जीवन का पाठ, सबसे अच्छा इनाम जो मुझे अब तक मिल सकता था, वह अंत में दूसरे वीडियो में पांच वर्षीय अभिषेक से था। इन दोनों वीडियो में मुझे शिमला में बिताए अपने बचपन की झलकियां देखने को मिली। मैं इन बच्चों से लैंसडाउन में मिलता था। मैं उन्हें स्कूल जाते देखता था।''
अनुपम खेर ने कहा कि बच्चों के साथ बातचीत करने से उन्हें आराम महसूस हुआ। ऐसी मासूमियत बड़े शहरों के बच्चों में कम देखने को मिलती है।
उन्होंने आगे कहा, "कभी-कभी मैं उन्हें अपनी कार में स्कूल भी छोड़ देता था। कभी-कभी मैं उनके साथ बैठकर चाय और नाश्ता भी करता था। उनसे बात करने के बाद मुझे अच्छा और आराम महसूस होता था। भगवान इन बच्चों को हमेशा खुश रखें।''
(आईएएनएस)
संगरूर, 20 अप्रैल । गुनाह के बाद गुनाहगारों को सलाखों के पीछे भेजा जाता है, ताकि उन्हें समाज में उत्पात मचाने से रोका जाए। लेकिन, तब क्या करें, जब सलाखों के पीछे जाने के बावजूद भी ये उत्पात मचाना ना रोकें? यह स्थिति किसी भी जेल प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
वर्तमान में इन्हीं सब दुश्वारियों से पंजाब के संगरूर का जेल प्रशासन जूझ रहा है। जहां बीते दिनों दो कैदियों के बीच झड़प हो गई। पहले लगा कि यह झड़प मामूली होगी। बीच-बचाव के बाद रूक जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। देखते ही देखते यह झड़प इस कदर हिंसात्मक हुई कि दो कैदियों की मौत हो गई, जिसके बाद जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, जेल का माहौल भी तनावग्रस्त हो गया है।
डीआईजी पटियाला रेंज हरचंद सिंह भुल्लर शनिवार सुबह जेल की मौजूदा स्थिति का जाजया लेने पहुंचे, जहां उन्होंने मीडियाकर्मियों से इस पर विस्तार से बात की।
उन्होंने इस झड़प को गैंगवार बताने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हमने जेल वार्डन से विस्तार से बात की है। हमला करने के लिए पानी की टूटी पाइप, एक पेड़ की टहनी और दो चाकू का इस्तेमाल किया गया। इस मामले में अब तक 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है, जिसमें 6 लोग वर्तमान में मौत के मामले में सजा काट रहे हैं।
जेल प्रशासन के मुताबिक, आगामी दिनों में इन सभी को पुलिस रिमांड पर भेजा जाएगा, जहां इनसे मामले के बारे में विस्तार से पूछताछ की जाएगी, ताकि किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके।
इस झड़प में शहबाज नामक कैदी घायल भी हुआ। जेल में झड़प की खबर मिलने के बाद उसकी मां पहुंची और कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि मेरे बेटे के साथ मारपीट की जा चुकी है, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं मानी। मेरा बेटा 302 के तहत सजा काट रहा है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 20 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लोकतंत्र के महापर्व में यूपी की 8 सहित देश के 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हुए हैं। अबतक के रुझान इस बात को बहुत स्पष्टता के साथ प्रदर्शित करते हैं कि पूरे देश में आम जन का मत मोदी सरकार के लिए प्रचंड रूप से सामने आ रहा है।
स्वाभाविक रूप से पीएम के नेतृत्व में देश में सुरक्षा का बेहतर माहौल बना है, यह अद्भुत और अभिनंदनीय है।
सीएम योगी शनिवार को अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आधी आबादी तो पूरी तरह से मोदी जी के सुरक्षा के मॉडल को अंगीकार कर रही है। पीएम के नेतृत्व में देश में सुरक्षित माहौल के साथ सुशासन का मॉडल भारत ने पूरी दुनिया को दिया है।
मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ भाजपा शासित राज्यों में मोदी जी के मार्गदर्शन में सुरक्षा का बेहतर मॉडल दिया है, इसका हालिया उदाहरण रामनवमी का सकुशल आयोजन है, जबकि अपने तुष्टिकरण की नीति के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार के कारण वहां रामनवमी की शोभायात्राओं पर हमले हुए हैं। सनातन आस्था को आहत करने की किस हद तक कुचेष्टाएं हो रही हैं, यह एक बार फिर वहां देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि सुशासन की पहली शर्त रूल ऑफ लॉ है। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा पूरे देश और प्रदेशों में सुरक्षा का बेहतर माहौल देने का कार्य किया है। प्रथम चरण के जो रुझान देखने को मिले हैं, पूर्ण विश्वास है कि सातों चरण में भी यही माहौल देखने को मिलेगा।
राजस्थान के चुनावी दौरे पर निकलने से पहले सीएम योगी ने कहा कि राजस्थान परिवारवाद नहीं बल्कि राष्ट्रवाद, विकास, सुरक्षा और सुशासन के मोदी मॉडल को स्वीकार करते हुए प्रचंड बहुमत के साथ जिताने का कार्य करेगा।
उन्होंने कहा कि मुझे दूसरी बार राजस्थान में चुनावी जनसभाओं के लिए जाने का अवसर मिल रहा है, जिसे लेकर मैं उत्साहित हूं। वहां हर बार नये स्वरूप में लोगों में उत्साह देखने को मिलता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार भी शत प्रतिशत सीटें राजस्थान की जनता भाजपा को देने का कार्य करेगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 20 अप्रैल । लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सह प्रभारी तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर ने शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
तजिंदर सिंह बिट्टू गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं और रायबरेली के भी प्रभारी रह चुके हैं। वहीं करमजीत कौर कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं सांसद रहे स्वर्गीय चौधरी संतोख सिंह की पत्नी हैं। चौधरी परिवार पिछले कई दशकों से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अचानक हार्ट अटैक से चौधरी संतोख सिंह का निधन हो गया था।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में शनिवार को पार्टी मुख्यालय में तजिंदर सिंह बिट्टू और करमजीत कौर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
विनोद तावड़े ने दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि करमजीत कौर पंजाब से लोकसभा का उपचुनाव लड़ चुकी हैं। वहीं तजिंदर सिंह बिट्टू कांग्रेस के ऑल इंडिया सेक्रेटरी और कई प्रदेशों के प्रभारी रहे हैं, रायबरेली के भी प्रभारी रहे हैं। हालांकि इस बार कांग्रेस रायबरेली से उम्मीदवार तय नहीं कर पा रही है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत यात्रा से जुड़ने का फैसला किया है और इनके आने से पार्टी और ज्यादा मजबूत होगी।
वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जीवन के हर क्षेत्र में, देश के हर राज्य में विकास का नया मॉडल पेश कर रहे हैं जिसे देखकर देश के सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मन में उन पर विश्वास बढ़ता जा रहा है।
तजिंदर सिंह बिट्टू ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने 35 साल तक कांग्रेस में काम किया और आज वह भाजपा में शामिल होते हुए बहुत भावुक हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सोच बहुत अच्छी है और उन्होंने पंजाब के हित में ही भाजपा में शामिल होने का फैसला किया।
वहीं करमजीत कौर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य आला नेताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके परिवार ने दलित और पिछड़ों को आगे बढ़ाने का काम किया है। उनके पति पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं, जालंधर से लोकसभा सांसद रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके पति ने भारत जोड़ो यात्रा में कुर्बानी दी है लेकिन कांग्रेस ने उनके पति की कुर्बानी की खुलेआम अनदेखी की है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को इसे लेकर आत्ममंथन करना चाहिए कि उनके इतने पुराने वफादार लोग पार्टी को क्यों छोड़कर जा रहे हैं।
इससे पहले विनोद तावड़े ने कर्नाटक में कांग्रेस नेता की बेटी की हत्या को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक में जैसी घटना हुई वैसा ही बंगाल के संदेशखाली में हुआ। कर्नाटक में जो हुआ वह लव जिहाद का मामला है लेकिन पश्चिम बंगाल से लेकर कर्नाटक तक वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के कारण महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
उन्होंने स्टालिन और ममता बनर्जी के बयानों पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि राहुल गांधी बताएं उनके गठबंधन का नेता कौन है ?
(आईएएनएस)
अमरावती, 20 अप्रैल । तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के चीफ एन. चंद्रबाबू नायडू के पास एक एंबेसडर कार है, जो उन्होंने 1994 में खरीदी थी। उनकी उद्यमी पत्नी एन. भुवनेश्वरी के पास कोई वाहन नहीं है, लेकिन उनकी संचयी संपत्ति पिछले पांच वर्षों में 39 प्रतिशत बढ़कर 931 करोड़ रुपये हो गई है।
चित्तूर जिले के कुप्पम विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम द्वारा प्रस्तुत हलफनामे में यह खुलासा हुआ है।
भुवनेश्वरी ने अपने पति की ओर से जो नामांकन दाखिल किया है, उससे यह भी पता चलता है कि उनके पास अपने पति से अधिक संपत्ति है।
2019 में दंपति की संपत्ति की कीमत 668 करोड़ रुपये थी। लेटेस्ट हलफनामे के मुताबिक, नेता के पास महज 4.80 लाख रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें 2.22 लाख रुपये की एंबेसडर कार भी शामिल है।
परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी हेरिटेज फूड्स लिमिटेड की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भुवनेश्वरी के पास 810.37 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है, जिसमें हेरिटेज में 763.93 करोड़ रुपये के शेयर भी शामिल हैं।
टीडीपी चीफ की अचल संपत्ति की कीमत 36.31 करोड़ रुपये है, जिसमें हैदराबाद के जुबली हिल्स में एक घर भी शामिल है, जिसके मालिक वह अपने बेटे नारा लोकेश के साथ संयुक्त रूप से हैं।
भुवनेश्वरी के पास 85.10 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। इनमें तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में कृषि भूमि और कमर्शियल संपत्ति शामिल हैं।
हलफनामे से यह भी पता चलता है कि 2022-23 के दौरान उनकी आय शून्य थी, जबकि उसी वित्तीय वर्ष में उनकी पत्नी की आय 11.34 करोड़ रुपये थी। 2021-22 के दौरान नायडू की आय 18.39 लाख रुपये थी जबकि उनकी पत्नी की आय 20.31 करोड़ रुपये थी।
नायडू पर 24 आपराधिक मामले भी चल रहे हैं। इनमें अमरावती भूमि घोटाला, फाइबरनेट घोटाला और कौशल विकास घोटाले से संबंधित आरोप शामिल हैं, जिसमें उन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था।
74 वर्षीय नायडू ने 14 वर्षों तक संयुक्त आंध्र प्रदेश और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। वह एक बार फिर शीर्ष पद कब्जा करने के इच्छुक हैं।
175 सदस्यीय विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के लिए 13 मई को होने वाले चुनाव में टीडीपी-जन सेना-भाजपा गठबंधन का वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ सीधा मुकाबला है।
(आईएएनएस)
पटना, 20 अप्रैल । लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने शनिवार को राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद की सोच एसटी-एससी विरोधी है। उन्होंने कहा कि सभ्य समाज के लोग इनके साथ नहीं हैं।
पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में चिराग पासवान ने कहा कि पहले चरण में बिहार की चार सीट पर जिस तरीके से रुझान सामने आ रहे हैं, उससे स्पष्ट है कि सभी सीट एनडीए के खाते में आ रही है।
उन्होंने कहा कि सभी घटक दल ने ईमानदारी से प्रचार-प्रसार किया। अपने मुद्दों को लेकर जनता के बीच गए और मतदान के बाद जिस तरीके से रुझान आने लगे हैं, स्वाभाविक है जो फीडबैक निकलकर सामने आ रहा है, उसके आधार पर बिहार के सभी चार सीट पर एनडीए के प्रत्याशी की जीत होगी।
पासवान ने कहा कि विपक्षी खेमे में निराशा है पहले चरण की वोटिंग के बाद एनडीए को बढ़त मिलनी शुरू हो गई है। कांग्रेस का कोई बड़ा नेता, वाम दल का कोई बड़ा नेता प्रचार-प्रसार में नहीं आया। ऐसा लगता है कि विपक्ष की प्रचार-प्रसार में कोई भूमिका नहीं है।
तेजस्वी की सभा में अभद्र टिप्पणी मामले में चिराग ने फिर नाराजगी जताई। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि मीसा भारती और तेजस्वी के बयान कहीं से उचित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि लालू परिवार के सदस्य जिस तरीके की परंपरा को अपनाने का काम कर रहे हैं, वो 80 के दशक में जन्म लेने वाले 90 के दशक को नहीं भूल सकते।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल का गाली देना कल्चर है। आज मेरी मां को गाली दी गई, कल गांव की महिला, बहन-बेटी को इनके कार्यकर्ता गाली देंगे। तेजस्वी यादव झूठ बोल रहे हैं, वो उस समय भाषण नहीं दे रहे थे।
(आईएएनएस)
रांची, 20 अप्रैल । इंडिया गठबंधन के टॉप लीडर्स रविवार 21 अप्रैल को रांची में एक मंच पर इकट्ठा होंगे। यहां धुर्वा इलाके के प्रभात तारा मैदान में उलगुलान न्याय महारैली का आयोजन किया गया है। बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप के सांसद संजय सिंह, नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, सीपीआई एमएल के दीपांकर भट्टाचार्य, झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन सहित 12 टॉप लीडर्स रैली को संबोधित करेंगे।
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन “घोषित-अघोषित” तौर पर इस रैली की मुख्य मेजबान हैं। झारखंड के कई शहरों में लगाई गई होर्डिंग्स में उनकी तस्वीरें छाई हुई हैं। ऐसे में इस रैली को हेमंत सोरेन की गैरमौजूदगी में कल्पना सोरेन को झारखंड में गठबंधन के मुख्य चेहरे के तौर पर स्थापित-प्रचारित करने के “जलसे” के तौर पर भी देखा जा रहा है।
गठबंधन की पार्टियों का दावा है कि रैली में पांच लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे। उलगुलान का आदिवासी भाषाओं में अर्थ क्रांति होता है।
झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि इस रैली में जुटने वाले लोग “दही-चूड़ा खाएंगे और भाजपा को भगाएंगे” का संदेश लेकर पूरे राज्य में जाएंगे।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने इसे परिवारवादी और भ्रष्टाचार के आरोपी को महिमामंडित करने वाली रैली करार दिया है।
रैली को लेकर जारी पोस्टरों पर भारतीय जनता पार्टी और झामुमो के बीच जुबानी जंग चल रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सही मायने में इसे उलगुलान रैली नहीं, बल्कि आदिवासी अपमान महारैली कहा जाना चाहिए, क्योंकि रैली के पोस्टरों में आदिवासी मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की तस्वीर नहीं है। यह हास्यास्पद है और आदिवासियों के लिए अपमान की बात है। अब जेएमएम का मतलब सिर्फ हेमंत सोरेन परिवार तक सीमित रह गया है।
भाजपा के इस आरोप पर झामुमो ने पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को दृष्टि का इलाज कराना चाहिए, क्योंकि उन्हें वो पोस्टर दिखाई नहीं दे रहे, जिसमें सीएम चंपाई सोरेन हैं।
बहरहाल, आरोप-प्रत्यारोप के बीच रविवार को होने वाली रैली की तैयारियां जोरों पर हैं। रैली स्थल पर विशाल पंडाल और तीन मंच बनाए गए हैं। रैली में सुरक्षा को लेकर भी व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं।
(आईएएनएस)