राष्ट्रीय
लखनऊ, 14 अप्रैल। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजदूगी में अपना 'संकल्प पत्र' जारी किया। पार्टी ने अपने संकल्प पत्र को 'मोदी की गारंटी' नाम दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के संकल्प पत्र की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने की संकल्पना पर आधारित 14 नए संकल्पों और चार स्तंभों (गरीब, युवा, महिला व किसान) पर आधारित भारतीय जनता पार्टी का यह संकल्प पत्र देश का एंबिशन है। देश का एंबिशन ही मोदी का मिशन है। मोदी का विजन ही हम सबका मिशन है।
उन्होंने कहा कि यह संकल्प पत्र देश के सभी नागरिकों को मोदी की गारंटी है। यह डिग्निटी ऑफ लाइफ, क्वालिटी ऑफ लाइफ, क्वालिटी ऑफ अपॉर्च्युनिटी की अपेक्षा को पूरा होने की गारंटी है।
सीएम योगी ने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब बिना भेदभाव के हर तबके के लोगों के लिए, सबका साथ-सबका विकास के भाव के साथ आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाना है। इस संकल्प पत्र में चार आधार (युवा, महिला, अन्नदाता किसान व गरीब) बनाए गए हैं। इन चारों के उन्नयन के लिए कार्य करना ही प्राथमिकता है।
सीएम योगी ने कहा कि 10 वर्ष में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से उभरे। उनके जीवन में परिवर्तन आया। पीएम मोदी के नेतृत्व में युवाओं के लिए अनेक योजनाएं जारी हुईं। पीएम स्टार्टअप, पीएम स्टैंड अप, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना या रोजगार से जुड़े अन्य सभी कार्यक्रमों के साथ-साथ निवेश को नौकरी के साथ जोड़ने के अलावा रोजगार व नौकरी की संभावनाओं को विकसित करने के कार्यक्रम को भी इस संकल्प पत्र में स्थान दिया गया है।
10 करोड़ महिलाओं को स्वयंसेवी समूहों के माध्यम से स्वावलंबन की ओर अग्रसर करने के साथ ही अगले पांच वर्ष के नए विजन के साथ उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन को आधार बनाने का कार्य हुआ है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर सेक्टर को छूते हुए उक्त चार आधार स्तंभों को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया है। यह संकल्प पत्र मोदी की गारंटी के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत व विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करेगा। संकल्प पत्र के माध्यम से दिए गए विजन को भाजपा का कोटि-कोटि कार्यकर्ता अपने जीवन का मिशन बनाकर विकसित भारत की संकल्पना को साकार बनाने का कार्य करेगा। देश की आशा व आकांक्षाओं को पूरा करने में योगदान देगा।
सीएम ने विश्वास जताया कि जनता-जनार्दन का आशीर्वाद इस संकल्प पत्र के अनुरूप भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त होगा। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संकल्प पत्र निर्माण समिति के अध्यक्ष रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा का संकल्प पत्र जारी किया है।
इस संकल्प पत्र के लिए प्रधानमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं का हृदय से अभिनंदन और प्रदेश के लाखों कार्यकर्ताओं व 25 करोड़ जनता की ओर से आभार व्यक्त करता हूं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अप्रैल। भाजपा ने रविवार को अपना 'संकल्प पत्र' जारी किया। इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भाजपा ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे देश की जनता, युवाओं, किसानों को लाभ हो। इसलिए भाजपा के मेनिफेस्टो पर यकीन करना ठीक नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में महंगाई बढ़ गई है, लेकिन सरकार को उसकी फिक्र नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने न तो डीजल-पेट्रोल के दामों में और न ही गैस सिलेंडर के दामों में कमी की बात कही। इससे स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी के पास लोगों को देने के लिए कुछ खास नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की बात करते हुए कहा कि कांग्रेस फूड सिक्योरिटी एक्ट लाई। उन्होंने सरकार के लिए कहा, आपने अगर हमारे दिए राशन में 5 किलो की बढ़ोतरी की है, तो वो कोई उपकार नहीं है।
वहीं भाजपा के संकल्प पत्र पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि इससे पहले देश में किसी भी सरकार को गोलपोस्ट बदलने की 'बीमारी' नहीं हुई थी। भाजपा ने 2014 में जो कहा था, 2019 में उस पर कोई हिसाब नहीं दिया। 2019 में नए जुमले, नए गोलपोस्ट के साथ रख दिए गए। अब 2024 की बात करते हुए वे 2047 में पहुंच गए हैं।
भाजपा ने घोषणापत्र में लिखा है कि वे 2036 ओलंपिक की मेजबानी करेंगे। पवन खेड़ा ने पूछा कि तब आप कहां होंगे, क्या आप सरकार में होंगे। उन्होंने भाजपा से कहा कि आपको पांच साल का हिसाब देना चाहिए, लेकिन वे बड़ी सफाई से झूठ बोलते हैं, इतनी बार झूठ बोल चुके हैं कि कोई उन पर भरोसा नहीं करता है।
भाजपा के 'संकल्प पत्र' पर दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि भाजपा पहली बार चुनाव लड़ने नहीं जा रही है। भाजपा को इस देश ने 10 साल सरकार चलाने का मौका दिया और पीएम मोदी ने 10 सालों में जितने वादे किए थे, वे उन सभी वादों पर फेल साबित हुए।
उन्होंने कहा कि 10 साल की सरकार चलाने के बाद भी अगर 83 प्रतिशत जवान बेरोजगार है, तो इस बात की क्या गारंटी है कि आपकी रोजगार की गारंटी आगे पूरी होगी। कल जो किसानों के लिए वादा किया गया था, उसकी क्या गारंटी है। यदि आप 10 साल में गारंटी पूरी नहीं कर पाए, तो इस बात की क्या गारंटी है कि आप आगे उसे पूरा करेंगे।
(आईएएनएस)
बागेश्वर, 14 अप्रैल। उत्तराखंड के बागेश्वर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। एक कार अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। इसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई हैं। पुलिस ने चारों शवों को नदी से बाहर निकाल लिया है। ये हादसा बालीघाट-धरमघर मोटर मार्ग पर हुआ।
रविवार सुबह बालीघाट-धरमघर मोटर मार्ग पर तुपेड के पास दिल्ली नंबर की ऑल्टो कार अनियंत्रित होकर 300 फिट गहरी खाई में गिरते हुए सीधे नदी में जा गिरी। इससे वाहन में सवार चार लोगों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नदी से शवों को बाहर निकाला और पोस्टमाॅर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
हादसे में मरने वाले सभी लोग बागेश्वर के बताए जा रहे हैं। उनकी पहचान कमल प्रसाद पुत्र लक्ष्मण राम (उम्र 26 वर्ष), नीरज कुमार पुत्र हरीश राम (उम्र 25 वर्ष), दीपक आर्या पुत्र हरीश राम (उम्र 22 वर्ष) और कैलाश राम पुत्र देव राम (उम्र 24 वर्ष) निवासी- जुनयाल दोफाड़, बागेश्वर के रूप में हुई है। नीरज और दीपक सगे भाई थे।
फायर अधिकारी गोपाल रावत ने बताया कि, हादसे की जानकारी मिलते ही उनकी टीम मौके पर पहुंची गई। शवों काे बाहर निकाल लिया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 14 अप्रैल । भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल को श्रीनगर में बीजेपी प्रत्याशी अनिल बलूनी ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया।
अनिल बलूनी ने कहा कि, सामाजिक समरसता, समानता एवं कर्तव्यनिष्ठा की प्रतिमूर्ति, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के संविधान रचयिता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर महान विभूति को नमन किया।
बलूनी ने कहा कि बाबा साहब के कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता। उन्हाेंने शोषितों व वंचितों के कल्याण के लिए बहुत कुछ किया।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ 20 मिनट से अधिक बैठक की। चर्चा मुख्य रूप से 'इंडिया' ब्लॉक के भीतर एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम तैयार करने पर केंद्रित थी, जिसे सत्ता में आने पर दोनों पार्टियां लागू करने पर सहमत हैं।
दिल्ली में खड़गे के आवास पर बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए संजय सिंह ने बताया, "हमने इस बात पर विचार-विमर्श किया कि कैसे 'इंडिया' ब्लॉक के भीतर सभी दल एक सामान्य न्यूनतम कार्यक्रम तैयार करने के लिए सहयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, हमने विपक्ष के खिलाफ एजेंसियों के दुरुपयोग के बारे में चिंताओं को संबोधित किया और संविधान की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया।"
बैठक में एक साझा घोषणापत्र के विकास पर भी चर्चा हुई, जिसमें सिंह ने जल्द ही निर्णय लेने की उम्मीद जताई।
उन्होंने कहा, "हम अपने साझा दृष्टिकोण के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, 'इंडिया' ब्लॉक के भीतर नेताओं का समर्थन करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।"
भाजपा के रविवार को जारी घोषणापत्र पर टिप्पणी करते हुए सिंह ने कहा, “आपके पास 10 साल का रिपोर्ट कार्ड है। आपने 10 साल में क्या हासिल किया? घोषणापत्र सिर्फ वादों के बारे में नहीं होना चाहिए... लोग घोषणापत्र पर कितना भरोसा कर सकते हैं? क्या लोगों को 20 करोड़ नौकरियां मिलीं? क्या किसानों को एमएसपी मिला? क्या मुद्रास्फीति में गिरावट आई?”
सिंह को 2 अप्रैल को तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने यह देखने के बाद कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सिंह को जमानत पर रिहा किए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है, कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आप नेता को जमानत दे दी।
शीर्ष अदालत ने कहा था कि उन्हें ट्रायल कोर्ट द्वारा तय किए गए नियमों और शर्तों पर रिहा किया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि राजनीतिक नेता लंबित मामले में अपनी भूमिका के संबंध में कोई सार्वजनिक टिप्पणी या भाषण नहीं देंगे।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 14 अप्रैल । चुनाव से पहले यहां एक बड़ी जब्ती हुई। चुनाव आयोग (ईसी) के फ्लाइंग स्क्वाड ने तमिलनाडु में एक ट्रक से लगभग 1,000 करोड़ रुपये मूल्य का 1,425 किलोग्राम सोना जब्त किया है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
ईसी फ्लाइंग स्क्वाड के अधिकारियों ने कुंद्राथुर के पास वंडालूर-मिजिनूर आउटर रिंग रोड पर एक ट्रक और कार को रोका, जिससे भारी मात्रा में कीमती धातु जब्त की गई।
ट्रक की जांच के दौरान डिब्बों में सोना होने का पता चला। ट्रक के पीछे चल रही कार में सवार लोगों ने अधिकारियों को बताया कि उनके पास सभी कागजात हैं और सोना श्रीपेरंबदूर की एक फर्म में ले जाया जा रहा है।
हालांकि, ईसी फ्लाइंग स्क्वाड के अधिकारी पेश किए गए दस्तावेजों से संतुष्ट नहीं थे और ट्रक के साथ-साथ उन्होंने कार को भी रोक लिया।
सूत्रों के अनुसार, दोनों वाहनों को श्रीपेरंबुदूर राजस्व कार्यालय ले जाया गया। कांचीपुरम जिला राजस्व अधिकारी और आयकर अधिकारी जब्त किए गए सोने की सही कीमत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। शुरुआत में लगभग 1,000 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया गया था।
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में एक सप्ताह से भी कम समय बचा है, इसलिए चुनाव आयोग ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है और वाहनों की जांच भी तेज कर दी है।
(आईएएनएस)
विजयवाड़ा, 14 अप्रैल। आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने शनिवार को विजयवाड़ा में मेमंथा सिद्धम रैली के दौरान मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर हुए हमले के लिए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) को जिम्मेदार ठहराया।
वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख जब लोगों का अभिवादन करने के लिए एक विशेष अभियान बस के ऊपर खड़े थे तो एक पत्थर लगने से उनकी बाईं भौंह पर चोट लग गई।
पार्टी ने दावा किया कि हमले के पीछे टीडीपी का हाथ है, क्योंकि वह अपने तथाकथित गढ़ में सीएम जगन को मिल रही जोरदार प्रतिक्रिया को सहन करने में असमर्थ थी।
वाईएसआर कांग्रेस संसदीय दल के नेता वी. विजयसाईं रेड्डी ने जगन मोहन रेड्डी पर हमले की निंदा की।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि टीडीपी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने कभी भी विकास की राजनीति में विश्वास नहीं किया।
उन्होंने पोस्ट किया, "यह एक बार फिर साबित हो गया है कि वह कायरतापूर्ण राजनीति कर रहे हैं, केवल हिंसा और साजिशों में विश्वास करते हैं।"
वाईएसआर कांग्रेस के एक अन्य नेता और विधायक हफीज खान ने आरोप लगाया कि इस कायरतापूर्ण कृत्य के पीछे टीडीपी का हाथ है, क्योंकि वे सीएम जगन को उनकी मेमंथा सिद्धम यात्रा के दौरान मिल रही भारी प्रतिक्रिया को बर्दाश्त नहीं कर सके।
उन्होंने कहा, "हम पुलिस से दोषियों को पकड़ने का आग्रह करते हैं। टीडीपी को पता होना चाहिए कि वे इस तरह के हमलों से चुनाव नहीं जीत सकते।"
इस बीच, राज्य कांग्रेस प्रमुख और जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला रेड्डी ने घटना को दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि यह एक दुर्घटना थी। अगर यह जानबूझकर किया गया था, तो हर किसी को इसकी निंदा करनी चाहिए। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हर डेमोक्रेट को हिंसा की निंदा करनी चाहिए। मैं जगन के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए भगवान से प्रार्थना कर रही हूं।"
इस बीच, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने शनिवार को विजयवाड़ा में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की 'मेमंथा सिद्धम यात्रा' के दौरान उन पर हुए हमले को नाटक करार दिया है।
हालांकि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने हमले की निंदा की। उन्होंने चुनाव आयोग से 'घटना की निष्पक्ष जांच शुरू करने और जिम्मेदार अधिकारियों को दंडित करने' का अनुरोध किया।
(आईएएनएस)
आप्रवासी भारतीय (एनआरआई) स्वदेश लौटे बिना अगले आम चुनाव में मतदान नहीं कर सकते. इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी एनआरआई लोगों के समर्थन के लिए क्यों होड़ में लगी है?
डॉयचे वैले पर सृष्टि पाल की रिपोर्ट-
26 साल के भारतीय एयरोनॉटिकल इंजीनियर रॉबिन एस. का कहना है, "अगर मैं कर सकता तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ही वोट करता.” रॉबिन जर्मनी के वुर्त्सबुर्ग शहर में रहते हैं. उन्होंने डीडब्ल्यू को बताया, "मुझे अपने देश में चल रही गतिविधियों की जानकारी रखना पसंद है. मैं चाहे कहीं भी रहूं, भारतीय ही रहूंगा.” वह बीजेपी का समर्थन क्यों करते हैं, इस सवाल पर वह थोड़ा रुके और फिर हिंदू राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रीय सुरक्षा, डिजिटल फाइनेंस, भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर में हुए सुधार समेत कई दूसरे पहलुओं को गिनाया.
वह कहते हैं, "कोविड-19 की महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान आये संकट के बावजूद बीजेपी ने महंगाई को नियंत्रित किया है." हालांकि इसके साथ ही वह यह भी मानते हैं कि अभी सुधार की गुंजाइश है.”
विदेशों से प्रचार
विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश भारत में 19 अप्रैल से आम चुनाव शुरू होने हैं. इसके लिये अभियान भी जोर शोर से चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी का प्रमुख चेहरा हैं और वह अपना लगातार तीसरा कार्यकाल पाने की उम्मीद कर रहे हैं.
मोदी और उनके विरोधी विदेशों में बसे भारतीय समुदाय से समर्थन की उम्मीद रखते हैं, लेकिन भारतीय कानून के अनुसार रॉबिन जैसे कई एनआरआई देश के बाहर से मतदान नहीं कर सकते. उन्हें अपना नाम दर्ज कराने के बाद मतदान के दिन भारत में उपस्थित रहना होगा.
भाजपा के विदेश मामलों के समन्वयक विजय चौथाईवाले का कहना है कि कई भारतीय नागरिकों के लिए सिर्फ मतदान के लिए भारत पहुंचना कठिन लगता है, लेकिन मोदी के तीसरे कार्यकाल के लिए वह रैलियां, सामुदायिक बैठक और प्रार्थना जैसी धार्मिक गतिविधियां करना चाहते हैं.
चौथाईवाले ने डीडब्ल्यू को बताया, "फ्रांस और लंदन समेत अमेरिका के 10 शहरों में भारतीय समुदाय द्वारा कार रैलियां आयोजित की जा रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी के पोस्टर और भारतीय झंडे के साथ लंदन में लगभग 250 कारों की परेड निकाली गई.”
उन्होंने यह भी बताया कि कुछ एनआरआई स्वदेश आकर भी अभियान में हिस्सा लेना चाह रहे हैं. वह कहते हैं, "अधिकतर लोगों को अपनी मातृभूमि से अब तक लगाव है. वह सोचते हैं कि बीजेपी के शासन में आने से देश का भला होगा और यह उनके लिये भी बेहतर होगा.”
मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रवादियों का बढ़ता प्रभाव
टोरंटो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर संजय रूपारेलिया के अनुसार, चुनावी मौसम के दौरान भारतीय प्रवासी एक प्रतीकात्मक चेहरे से कहीं अधिक महत्व रखने लगते हैं. वह कहते हैं, "प्रवासी के रूप में रहने वाले भारतीय नागरिक विभिन्न दलों के लिए फंडिंग का जरिया भी बन सकते हैं.”
राजनीतिक विश्लेषक इस बात को मानते हैं कि आधुनिक भारतीय इतिहास में प्रवासियों का प्रभाव कुछ खास नहीं रहा है. हालांकि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद से इस रुझान में बदलाव आया है. बीजेपी और ‘संघ परिवार' राष्ट्रवादी हिंदू संगठनों के साथ कुछ चुने हुए प्रवासियों से मिलकर राजनीतिक समर्थन और वित्तीय संसाधन जुटाने के लिए आगे आए हैं. रूपारेलिया कहते हैं, "प्रभावी एनआरआई सदस्य अपने देश और सरकार के लिए बेहतरीन प्रतिनिधि हो सकते हैं.”
इसके अलावा वह यह भी कहते हैं, "प्रतिवर्ष प्रवासी भारत में अरबों की रकम भेजते हैं." रुपारेलिया के मुताबिक इस फंडिंग का एक हिस्सा, "राजनीतिक दलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के काम भी आता है.”
प्रवासी भारतीयों में लोकप्रिय मोदी
चौथाईवाले विदेश में रहने वाले भारतीयों से व्यापक स्तर पर मिलने वाले फंड की बात को सिरे से नकारते हैं. वह कहते हैं, "भाजपा एनआरआई लोगों के लिए फंडिंग अभियान नहीं संचालित करती. व्यक्तिगत स्तर पर किये गये केवल छोटे-मोटे दान ही लिये जाते हैं. भाजपा के लिए सबसे बड़ा योगदान प्रवासियों का समय, ऊर्जा और उनकी विशेषज्ञता है.”
एक खास बात और है कि प्रवासी भारतीयों में प्रधानमंत्री मोदी का खासा प्रभाव है. रूपारेलिया इस ओर इशारा करते हैं कि विदेशों में रहने वाले भारतीय, प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों के दौरान उनके भाषण सुनने के लिए व्यक्तिगत रूप से पहुंचते हैं. वह कहते हैं, "उनके अंतरराष्ट्रीय दौरे, विदेशी नेताओं के साथ मुलाकात और भव्य सभाएं उनकी छवि को देश के अंदर और बाहर मजबूत बनाने में मदद करती है.”
भारत में ध्रुवीकरण
पश्चिमी सरकारों की आलोचना और देश में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों के अभियान छेड़ने के बावजूद मोदी की लोकप्रियता बनी हुई है. आलोचकों का कहना है कि भारतीय प्रधानमंत्री हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं. इससे भारत की धर्मनिरपेक्ष नींव को ठेस पहुंचने, अल्पसंख्यकों खासतौर पर मुस्लिम समुदाय के लिए सिकुड़ते दायरे और देश के हिंदू राष्ट्र बनने के करीब पहुंचने का खतरा है.
हैम्बर्ग में रहने वाली अमृता नार्लिकर कहती हैं कि भारत के ‘जीवंत लोकतंत्र' को पश्चिम गलत तरह से परखता है, और इस कारण प्रवासी रक्षात्मक स्थिति में होते हैं.
रॉबिन एस जैसे पढ़े-लिखे युवा बीजेपी की पश्चिमी खेमे से होने वाली आलोचनाओं को भली-भांति समझते हैं. वह भाजपा समर्थक हैं और आशान्वित हैं कि बीजेपी समर्थक उनका परिवार, घर से निकल कर मतदान के लिए जाएगा क्योंकि चुनाव में बहुत कुछ दांव पर लगा है. फिर भी, सत्तारूढ़ पार्टी को लेकर उन्हें कुछ आपत्तियां भी हैं. वह कहते हैं, "मुझे इस बात का अंदाजा हो चला है कि वे पूरी तरह से सही भी नहीं हैं. बीजेपी के आने के बाद से धार्मिक और दक्षिणपंथी चरमपंथी सोच बढ़ी है. इस समय हमारा समाज काफी ध्रुवीकृत है.” (dw.com)
पटना, 14 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब कुछ ही समय शेष है, ऐसे में जहां सभी योद्धा (उम्मीदवार) चुनावी मैदान में एक-दूसरे को पछाड़ने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं, वहीं अपने-अपने ’योद्धाओं’ को इस चुनावी महाभारत में विजयी बनाने के लिए दिग्गज जुटे हुए हैं।
बिहार में इस चुनाव में प्रमुख दलों के मुखिया खुद तो चुनाव मैदान में नहीं उतरे हैं, लेकिन वे अपने प्रत्याशियों को विजयी बनाने में लगे हुए हैं। विपक्षी दलों के महागठबंधन के प्रमुख घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद अभी तक चुनावी प्रचार में नहीं निकले हैं, लेकिन उनके पुत्र तेजस्वी यादव अपने दल में ’सारथी’ की भूमिका में नजर आ रहे हैं। तेजस्वी यादव कहीं से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन प्रतिदिन तीन से चार चुनावी जनसभा कर अपने योद्धाओं की जीत सुनिश्चित कराने में लगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी भी इस चुनाव में अब तक प्रचार करने नहीं निकली हैं।
ऐसा ही कुछ हाल कांग्रेस में भी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह हाल ही में राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं, ऐसे में उनके भी चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है। लेकिन, कांग्रेस की रणनीति को सरजमीं पर उतारने की जिम्मेवारी उन्हीं पर है।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के हिस्से में भी तीन सीटें आई हैं, लेकिन अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है। वैसे, सूत्र बताते है कि पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसे भी सहनी राजद नेता तेजस्वी के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।
इधर, एनडीए में शामिल जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। नीतीश एनडीए के योद्धाओं के समर्थन में जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जद (यू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार भी कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास पुरुष वाली छवि और उनके काम एनडीए के प्रत्याशियों को जीत दिलाने में निर्णायक बनेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव नहीं लड़ना कोई गलत नहीं है। इससे मुख्य रणनीतिकार को प्रचार के लिए पूरा समय मिलता है।
बिहार भाजपा के बड़ा चेहरा माने जाने वाले बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी चुनाव मैदान में उम्मीदवार नहीं हैं। ये लगातार सुबह से शाम तक विभिन्न क्षेत्रों में जाकर एनडीए उम्मीदवारों के लिए वोट मांग रहे हैं।
बहरहाल, रणनीतिकार इस चुनाव में अपने-अपने योद्धाओं को विजयी बनाने में लगे हैं, देखना है कि कौन सारथी ’कृष्ण’ बन चुनावी महाभारत में विजयी होता है।
बिहार में लेाकसभा चुनाव के सभी सात चरणों में मतदान होना है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।
(आईएएनएस)
बोकारो, 14 अप्रैल । बोकारो जिले में जगली हाथियों के आतंक से ग्रामीण खौफजदा हैं और रात भर जाग कर समय बिता रहे हैं। लोग जहां अपने जान माल की सुरक्षा कर रहे हैं, वहीं हाथी के झुंड ग्रामीणों की फसल को चट कर जा रहे हैं।
हाथियों के उत्पात से वन विभाग भी पस्त नजर आता है। बोकारो जिला के कसमार प्रखंड के ग्रामीणों में जंगली हाथियों के आतंक के कारण डर का माहौल पैदा हो गया है। वन विभाग की टीम हाथियों को भगाने में विफल रहा है।
हाथी का आतंक कसमार प्रखंड के गुमनजारा, हीसीम, केदला, तेरीयोनाला के जंगल में है। ग्रामीणों के अनुसार लगभग 20 की संख्या में इन क्षेत्रों में हाथी विचरण करते देखे गए हैं।
रात होते ही हाथी गांव में प्रवेश कर जाते हैं और इनका आतंक शुरू हो जाता है। हाथी भगाओ अभियान पूरी तरह सक्रिय नहीं होने के कारण हाथी का दल गांव में प्रवेश कर जा रहा है। इसके चलते गांव वालों की नींद हराम हो गई है।
ग्रामीणों के मुताबिक हाल ही में हाथी के दो शावकों का जन्म जंगल क्षेत्र में हुआ। जब तक शावक चलने लायक नहीं हो जाते तब तक हाथी का झुंड उस स्थान को नहीं छोड़ता है। रात को गांव में भोजन की खोज में हाथी को आना पड़ रहा है। करीब 10-12 का झुंड हीसीम गांव में प्रवेश कर जाता है। गांव वालों को इसकी भनक मिलते ही हाथी को भगाने के लिए मशाल जलाकर खदेड़ा जाता है।
हाथी भागने के क्रम में गेहूं की फसल खाकर जंगल में चले जाते हैं।
जानकारों का मानना है कि हाथी का दल बंगाल के जंगल से भटक कर इधर आ गया है। इनका भोजन के लिए गांव में पहुंचना एक कारण माना जा रहा है।
जंगलों की अंधाधुंध कटाई से हाथी मजबूरन गांव में प्रवेश कर रहे हैं। हाथी का जिन गांवों में आतंक व्याप्त है, वे हैं -- हिसीम, जुमरा पाड़ी, भूऱसाटांड़, पिरगुल, रघुनाथपुर, भवानीपुर, चैनपुर, हड़साली, मेरोमारा, कर्मा, खीजरा आदि। वन विभाग इस मामले में गंभीर नहीं दिखाई देता है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल । कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर ने शनिवार को दावा किया कि उसने राज्यसभा सीट हासिल करने के लिए आप नेता कैलाश गहलोत को 50 करोड़ रुपये दिए।
सुकेश ने कहा, "मैंने राज्यसभा सीट सुरक्षित करने के लिए जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर आप नेता कैलाश गहलोत को उनके फार्म हाउस पर 50 करोड़ रुपये का भुगतान किया।"
उन्होंने कहा कि वह आप नेतृत्व को बेनकाब करेंगे और आप नेताओं के साथ हुई कथित व्हाट्सऐप चैट को भी सार्वजनिक कर देंगे।
सुकेश फिलहाल दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है। वह 200 करोड़ रुपये की रंगदारी मामले में मुख्य आरोपी हैं।
केजरीवाल, सत्येन्द्र जैन और गहलोत को संबोधित करते हुए पत्र में सुकेश ने एक बार फिर उन पर अपनी पसंद के जेल अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के लिए सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, "ऐसा ही एक उदाहरण जेल नंबर 13, मंडोली का है, जहां मैं बंद हूं। यहां जेल अधीक्षक धनंजय रावत की पोस्टिंग है।"
उन्होंने रावत पर आप का करीबी होने का दावा किया और कहा, “वह आप सिंडिकेट सदस्य है, जिसने सत्येन्द्र जैन और पूर्व डीजी, संदीप गोयल की ओर से मुझसे 1.5 करोड़ रुपये की प्रोटेक्शन मनी वसूली।”
सुकेश ने आरोप लगाया, “पिछले 3 दिनों से केजरीवाल जी, आपके सिंडिकेट सदस्य और जेल मंत्री कैलाश गहलोत जेल अधिकारियों के माध्यम से मुझ पर दबाव डाल रहे हैं कि मुझे तुरंत आपके और उनके खिलाफ बयान देना बंद कर देना चाहिए, लेकिन मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगा।”
सुकेश ने कहा कि आने वाले दिनों में वह व्हाट्सऐप चैट का “ट्रेलर” जारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल बीमार पड़ने की खबरों को फैला कर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। हर कोई जानता है कि वह जेल में भी पालक पनीर का आनंद ले रहे हैं।
(आईएएनएस)
पटना, 13 अप्रैल । बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को एक और झटका लगा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद वृषिण पटेल ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी। उन्होंने पार्टी पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लिखे इस्तीफा पत्र में पटेल ने लिखा कि मैंने महसूस किया कि राजद को समर्पित कार्यकर्ताओं की कोई आवश्यकता नहीं है और ना ही दल को सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव में आस्था है। मैं बहुत दुखित मन से राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। पटेल बिहार सरकार में मंत्री और पूर्व में सांसद भी रह चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले शुक्रवार को राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों को सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं देने का आरोप लगाया था।
(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 13 अप्रैल। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने शनिवार को अपनी पहली सूची जारी की जिसमें पंजाब की 13 में से सात लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है।
एसएडी नेता और पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि एसएडी प्रमुख सुखबीर बादल ने सात वरिष्ठ नेताओं को लोकसभा चुनावों में उम्मीदवार बनाया है।
चीमा ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "चुनावी बिगुल फूंकने के लिए 'खालसा सिरजन दिवस' के ऐतिहासिक एवं पवित्र मौके को चुनते हुए उन्होंने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है।"
चीमा को गुरदासपुर से और प्रेम सिंह चंदुमाजरा को आनंदपुर साहिव से टिकट दिया गया है।
डेरा बस्सी के पूर्व विधायक एन.के. शर्मा पटियाला से और भाजपा छोड़कर पार्टी में आने वाले अनिल जोशी अमृतसर से चुनाव लड़ेंगे।
फतेहगढ़ साहिब से एसएडी ने बिक्रमजीत सिंह खालसा को और फरीदकोट से गुरदेव सिंह बादल के पोते राजविंदर सिंह को टिकट दिया गया है।
संगरूर से पार्टी ने इकबाल सिंह झुंडा को टिकट दिया है।
पंजाब में अंतिम चरण में 1 जून को सभी 13 लोकसभा सीटों के लिए मत डाले जायेंगे।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 13 अप्रैल । भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने चेन्नई जिले के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र -- चेन्नई उत्तर, दक्षिण चेन्नई और मध्य चेन्नई में 611 संवेदनशील मतदान केंद्रों और 23 महत्वपूर्ण बूथों की पहचान की है।
बूथ कैप्चरिंग की दृष्टि से संवेदनशील मतदान केंद्रों पर 900 माइक्रो ऑब्जर्वर नजर रखेंगे।
ये माइक्रो ऑब्जर्वर आम तौर पर केंद्र सरकार के ग्रुप सी अधिकारी होते हैं, जो सामान्य पर्यवेक्षकों को रिपोर्ट करते हैं।
ईसीआई ने इन माइक्रो पर्यवेक्षकों को चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और स्वतंत्र सुनिश्चित करने के लिए निगरानी रखने को कहा है।
मतदान के दिन (19 अप्रैल) चेन्नई में 611 संवेदनशील मतदान केंद्र, 23 महत्वपूर्ण मतदान केंद्र और 135 से अधिक जगहों पर माइक्रो ऑब्जर्वर रहेंगे।
माइक्रो पर्यवेक्षकों को बताया गया है कि आपात्कालीन स्थिति और मतदान प्रक्रिया की समाप्ति पर पीठासीन अधिकारी के रूप में अपनी सेवाओं का उपयोग कैसे किया जाए।
मतदान के बाद, ईसीआई के निर्देशों के अनुसार, माइक्रो ऑब्जर्वर अपने अधिकार क्षेत्र के तहत प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए चुनाव के दिन की गतिविधियों के बारे में सामान्य पर्यवेक्षक को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
माइक्रो ऑब्जर्वर वास्तविक मतदान से पहले और चुनाव समाप्त होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों और मतदाता-सत्यापित पेपर ऑडिट ट्रेल इकाइयों की सीलिंग की निगरानी करेंगे।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 13 अप्रैल । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल से बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राज्य की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को जलपाईगुड़ी जिले के डाबग्राम-फुलबाड़ी में एक चुनावी रैली में कहा, "यह घटना बेंगलुरु में घटी थी। आरोपी कर्नाटक के रहने वाले हैं। आरोपी दो घंटे तक पूर्वी मिदनापुर में भी रहे थे। बंगाल पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और अब कुछ लोग कह रहे हैं कि बंगाल असुरक्षित जगह है। ऐसा कहकर ये लोग राज्य की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही है, लेकिन इसके बावजूद भी वो इंडिया ब्लॉक की केंद्र में सरकार बनाने की दिशा में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, "मौजूदा वक्त में राष्ट्रीय परिदृश्य अलग है, लेकिन पश्चिम बंगाल में बीजेपी और सीपीआई(एम) दोनों ही हमारे लिए एक समान प्रतिद्वंदी हैं।"
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में हाल की घटना को तूल देने की कोशिश की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "संदेशखाली में एक भी हत्या नहीं हुई। वहां सब कुछ सामान्य है। हमने वह सब कुछ लौटा दिया है, जो छीन लिया गया था। हमारे अपने लोगों को संदेशखाली में गिरफ्तार कर लिया गया।"
हालांकि, बेंगलुरु से भागने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों लोग पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा जाने से पहले कुछ दिनों तक कोलकाता के अलग-अलग होटलों में छिपते रहे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आरोपों पर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार किया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह दोनों पर बड़ा आरोप लगा दिया है।
सचदेवा ने दावा किया कि उनके सूत्र यह बताते हैं कि अरविंद केजरीवाल तो अब संजय सिंह से मिलना ही नहीं चाहते हैं क्योंकि संजय सिंह विधायकों की जोड़तोड़ कर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। जबकि, केजरीवाल मुख्यमंत्री का पद अपने परिवार में ही रखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि संजय सिंह को जो संदेश चाहिए वह अरविंद केजरीवाल ने दे दिया है। संजय सिंह को इशारों में यह बात समझनी चाहिए कि केजरीवाल किससे मिलना चाहते हैं और किससे नहीं मिलना चाहते हैं। तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है और अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा बनाए गए जेल मैन्युअल- 2018 के नियम-602 के तहत इस तरह के हाई-प्रोफाइल कैदी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शीशे की दीवार के आरपार से और इंटरकॉम के जरिए ही मुलाकात करवाई जा सकती है। सुरक्षा कारणों से किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री की जेल में बंद कैदी से मुलाकात के लिए जेल में व्यवस्था करना कोई साधारण बात नहीं होती, ना ही सामान्यतः मुख्यमंत्री अथवा बड़ी सुरक्षा प्राप्त नेता इस तरह जेल में जाकर कैदी से मिलने की जिद करते हैं। इसके बावजूद तिहाड़ जेल जो दिल्ली सरकार की ही जेल है, उसके अधिकारियों ने जेल में बंद कैदी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच मुलाकात तय की है।
सचदेवा ने कहा कि संजय सिंह को भी यह नियम पता है, वह खुद लंबे समय तक जेल में रहकर आए हैं। लेकिन, फिर भी जानबूझकर भ्रम फैलाने के लिए यह कह रहे हैं कि मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार आपकी है, अधिकारी आपके हैं, मिलने से कौन रोक रहा है? कई बार कैदी खुद भी यह तय करता है कि उसको किससे मिलना है।
उन्होंने दावा किया कि फेस टू फेस मिलने की सुविधा अरविंद केजरीवाल स्वयं उठा रहे हैं, न्यायालय ने उनको छूट दी है और जो नाम अरविंद केजरीवाल ने दिए हैं, वह उनसे मिल भी रहे हैं और घर का खाना भी खा रहे हैं और जो भी पॉलिटिकल संदेश उन्हें देना होता है, वह अपनी पत्नी के माध्यम से देते हैं। उन्होंने कहा कि जेल में प्रवेश करते समय अरविंद केजरीवाल ने जो 10 मुलाकाती नाम लिखवाए थे, उनमें भगवंत मान और संजय सिंह का नाम ही नहीं था, इसलिए यह मुलाकातें तय होने में समय लगा है और अब जेल मैन्युअल के अनुसार ही कार्यवाही होगी।
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि अरविंद केजरीवाल जेल में कुछ उस तरह की छूट एवं सुविधाएं चाहते हैं, जैसी मनमानी सुविधाओं का आनंद उनके पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन 2022 में उठाते पकड़े गए थे। उन्होंने आम आदमी पार्टी द्वारा बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती के दिन राजनीतिक अभियान शुरू करने की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि आप के मंत्री गोपाल राय द्वारा अंबेडकर जयंती के अवसर पर 'संविधान बचाओ' के नाम से जो राजनीतिक अभियान छेड़ने की घोषणा की गई है, वह बहुत ही दुखद और निंदनीय है। दिल्ली एवं देश की जनता अब अरविंद केजरीवाल सरकार की अराजकता को समझ चुकी है और उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 13 अप्रैल । डबल बेडरूम आवास योजना के तहत आवेदकों के एक समूह ने सिकंदराबाद छावनी विधानसभा उपचुनाव के लिए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की उम्मीदवार निवेदिता के आवास पर विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मेरेडपल्ली में योजना के तहत घर उपलब्ध कराने के लिए उनसे पैसे इकट्ठा करने के बाद उनके परिवार ने उन्हें धोखा दिया।
यह दावा करते हुए कि 30 लोगों ने घरों के लिए पैसे दिए, उन्होंने निवेदिता से उनके पैसे वापस करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जी सयन्ना को उनकी बेटियों की मौजूदगी में 1.40 करोड़ रुपये दिए गए।
बीआरएस विधायक जी. सयन्ना का पिछले साल 19 फरवरी को बीमारी के कारण निधन हो गया था।
नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में बीआरएस ने उनकी बेटी नंदिता को मैदान में उतारा था। वह विधानसभा के लिए चुनी गईं।
नंदिता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के नारायणन श्री गणेश को 17,169 वोटों के अंतर से हराया था।
लेकिन, 23 फरवरी को हैदराबाद के पास एक कार दुर्घटना में नंदिता की मृत्यु हो गई।
10 अप्रैल को, बीआरएस ने उपचुनाव के लिए नंदिता की बहन निवेदिता की उम्मीदवारी की घोषणा की।
मल्काजगिरी लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों में से एक, सिकंदराबाद छावनी का उपचुनाव 13 मई को लोकसभा चुनाव के साथ होने वाला है।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 13 अप्रैल। बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) का दौरा किया और सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। बीएसएफ ने शनिवार को यह जानकारी दी।
बीएसएफ ने कहा, "यात्रा के दौरान, डीजी ने फ्रंटियर हेडक्वार्टर हुमहामा में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की, एलओसी के पास ऊंचाई वाले ठिकानों का दौरा किया और सेना के साथ निकट सहयोग में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी ग्रिड को और मजबूत करने पर जोर दिया।"
डीजी बीएसएफ के साथ बीएसएफ (पश्चिमी कमान) चंडीगढ़ के एसडीजी योगेश बहादुर खुरानिया भी थे।
(आईएएनएस)
पटना, 13 अप्रैल । लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दलों का प्रचार जोर पकड़ने लगा है। इस बीच बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तीन मुस्लिम नेताओं की नाराजगी सियासी चर्चाओं के केंद्र में है।
राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों को सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं देने का आरोप लगाया।
जानकारी के मुताबिक कटिहार लोकसभा से राजद का टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व सांसद करीम जदयू के नजदीक बताए जा रहे हैं। वहीं, पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के बड़े पुत्र सरफराज आलम भी राजद से नाराज बताए जा रहे हैं। इस चुनाव में राजद ने अररिया से सरफराज के बदले शाहनवाज को टिकट दिया है। अपने टिकट कटने से सरफराज न केवल अपने भाई शाहनवाज से नाराज हैं, बल्कि लालू यादव और तेजस्वी यादव से भी खफा हैं।
इसी बीच सरफराज आलम ने शुक्रवार को कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सरफराज आलम भावुक हो उठे और खुले मंच पर रोने लगे।
सीवान में शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब पहले से ही राजद से नाराज हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि राजद ने इसी कारण अब तक सीवान सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।
राजद के वोटबैंक एम वाई (मुस्लिम-यादव) को माना जाता रहा है। मुस्लिम के साथ-साथ यादव समाज के कई नेता राजद से खफा बताए जा रहे हैं। यादव जाति के कई नेताओं की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है। नवादा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज विनोद यादव पहले से ही चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
कहा तो यहां तक जा रहा है कि राजद के कई विधायक उनका समर्थन कर रहे हैं। वहीं पूर्णिया से भी राजद के उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बगावती तेवर अपनाते हुए पूर्णिया पहुंच कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पप्पू यादव को समर्थन दिया है। इस दौरान उन्होंने लालू यादव पर टिकट बंटवारे में परिवारवाद का आरोप लगाया।
यहां से महागठबन्धन ने बीमा भारती को चुनावी मैदान में उतारा है। बिहार भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने कहा कि अब कोई दल वोट बैंक का दावा नहीं कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में तुष्टिकरण की राजनीति को संतुष्टिकरण में बदल दिया है। जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने का सबसे बड़ा लाभ पसमंदा मुसलमानों को हुआ है। जितने भी विकास की योजनाएं लायी गयी, वह जाति और धर्म देखकर नहीं लायी गयी। मुस्लिम महिलाओं के लिए सबसे बड़ा अभिशाप तीन तलाक था, आज प्रधानमंत्री मोदी ने उसे हटाकर महिलाओं को सम्मान दिया। आज मुसलमानों का आकर्षण भाजपा, एनडीए के प्रति बढ़ा है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 13 अप्रैल । तमिलनाडु के पूर्वी तट पर मछली पकड़ने पर 15 अप्रैल से वार्षिक 61 दिवसीय पाबंदी रहेगी। यह 14 जून तक जारी रहेगी। रविवार आधी रात से प्रतिबंध प्रभावी होगा।
यह पाबंदी मछली पकड़ने के संसाधनों को संरक्षित करने के लिए लगाई गई है। इस दौरान बजरों सहित बड़ी मशीनीकृत नौकाओं को मछली पकड़ने की अनुमति नहीं होगी।
राज्य सरकार ने पाबंदी की अवधि के दौरान प्रति मछुआरा परिवार 6,000 रुपये की राशि प्रदान की है।
आईएएनएस से बात करते हुए, कासिमेडु के मछुआरों के नेता एंटनी फर्नांडीस ने कहा, "पिछले साल, सरकार ने पाबंदी के दौरान प्रति परिवार 6,000 रुपये प्रदान किया था, इस साल हम 8,000 रुपये की उम्मीद कर रहे थे।"
हालांकि, स्थानीय मछुआरों द्वारा देशी नावों, केट्टुवल्लम और कट्टुमाराम का उपयोग कर मछली पकड़ने पर पाबंदी नहीं है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल । भाजपा ने आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधीन आता है, लेकिन इसके बावजूद संजय सिंह बार-बार जानबूझकर यह कह रहे हैं कि केजरीवाल से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने संजय सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है और अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा बनाए गए जेल मैन्युअल- 2018 नियम-602 के तहत इस तरह के हाई प्रोफाइल कैदी शीशे की दीवार के आर-पार ही मिलते हैं।
सचदेवा ने कहा कि संजय सिंह को भी यह नियम पता है, वह खुद लंबे समय तक जेल में रहकर आए हैं, फिर भी जानबूझकर यह कह रहे हैं कि मिलने नहीं दिया जा रहा है। सरकार आपकी है, अधिकारी आपके हैं, मिलने से कौन रोक रहा है? कई बार कैदी खुद भी यह तय करता है कि उसको किससे मिलना है।
उन्होंने दावा किया कि फेस टू फेस मिलने की सुविधा अरविंद केजरीवाल खुद उठा रहे हैं, न्यायालय ने उनको छूट दी है और जो नाम अरविंद केजरीवाल ने दिए हैं, वह उनसे मिल भी रहे हैं और घर का खाना भी खा रहे हैं और जो भी पॉलिटिकल संदेश उन्हें देना होता है, वह अपनी पत्नी के माध्यम से देते हैं।
सचदेवा ने संजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि संजय सिंह को जो संदेश चाहिए, वह अरविंद केजरीवाल ने दे दिया है। संजय सिंह को इशारों में यह बात समझनी चाहिए कि केजरीवाल किससे मिलना चाहते हैं और किससे नहीं मिलना चाहते हैं।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 13 अप्रैल। बेंगलुरु की विशेष एनआईए अदालत ने रामेश्वरम कैफे बम विस्फोट मामले में संदिग्ध हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब और मास्टरमाइंड अब्दुल मथीन ताहा को 10 दिन की एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
एनआईए ने शनिवार को मुसाविर हुसैन शाजिब और उसके साथी अब्दुल मथीन ताहा को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। रिमांड मिलने के बाद एनआईए दोनों को अज्ञात स्थान पर ले गई।
संदिग्ध आतंकवादियों की गिरफ्तारी जांच एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता है। इनका संबंध अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से है और उन्होंने देश के भीतर बम तैयार किए और स्थानीय युवाओं की मदद से विस्फोट किए।
सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने भारत में आतंकवादियों का एक नेटवर्क खड़ा करने की आईएसआईएस की योजना को विफल कर दिया है।
मास्टरमाइंड ताहा एक इंजीनियरिंग स्नातक है। इसने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस विकसित किए। उसका इरादा ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारने का था। उसने 1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट किया जिसमें कई लोग घायल हो गए।
एनआईए सूत्रों ने बताया कि वह संदिग्ध आतंकवादियों और उनके स्थानीय नेटवर्क के बीच पैसे के लेनदेन की भी जांच करेगी, आखिर इनको फंडिंग किसने की थी।
एक महीने से अधिक समय तक पीछा करने के बाद, एनआईए ने शुक्रवार को मुसाविर हुसैन शाजिब और उसके साथी अब्दुल मथीन ताहा को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। सूत्र बताते हैं कि दोनों बांग्लादेश भागने की फिराक में थे।
(आईएएनएस)
मैसूर, (कर्नाटक) 13 अप्रैल । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को बेंगलुरु कैफे विस्फोट मामले में गिरफ्तारी के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद दिया।
मैसूरु में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने पर मैं एनआईए और कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद देता हूं। उनके कोलकाता से बेंगलुरु आने पर हमें बम विस्फोट के बारे में तथ्य पता चलेंगे।
आरोपियों के कर्नाटक में मूवमेंट करने व लिंक के बारे में पूछे जाने पर सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि यह अभी तक ज्ञात नहीं है।
उन्होंने कहा, "तथ्यों का पता लगाने के लिए उनकी जांच की जानी चाहिए।"
एनआईए ने शुक्रवार को हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब और उसके साथी अब्दुल मथीन ताहा को पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार किया था।
दोनों संदिग्धों को शनिवार को बेंगलुरु लाया गया और मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया गया।
एनआईए सूत्रों के मुताबिक, आरोपी संजय अग्रवाल, उदय दास, यशु पटेल और विग्नेश जैसे नामों का इस्तेमाल करते हुुए ठिकाना बदलते रहे।
वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता और मेदिनीपुर शहरों के होटलों में रुके और होटल कर्मचारियों को बताया कि वे झारखंड और त्रिपुरा से हैं।
मास्टरमाइंड ताहा शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली शहर का रहने वाला है और उसका संबंध आईएसआईएस से है। उसने डार्क नेट पर बम बनाना सीखा था।
उसने नवंबर 2022 में मंगलुरु कुकर बम विस्फोट और इस साल 1 मार्च को रामेश्वरम कैफे विस्फोट घटना की भी साजिश रची थी।
ट्रायल ब्लास्ट भी शिवमोग्गा में तुंगभद्रा नदी के तट पर किया गया था। ताहा ने क्रिप्टो करेंसी के जरिए पैसों का लेन-देन किया था।
ताहा और मुसाविर के परिवार अपने घरों में ताला लगाकर अज्ञात स्थानों पर चले गए हैं।
ताहा के पिता एक पूर्व सैनिक हैं और उसकी गतिविधियों के विरोधी हैं।
एनआईए सूत्रों ने यह भी बताया कि ताहा और मुसाविर बचपन के दोस्त हैं।
(आईएएनएस)
नोएडा, 13 अप्रैल । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार शाम नोएडा के सेक्टर-33 में एक विशाल जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं। अमित शाह भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा के लिए जनसभा करेंगे। उनके आगमन से पहले गौतमबुद्धनगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह और जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम हैं। पूरे इलाके का ड्रोन से सर्विलांस किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था में करीब 2,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। वीवीआईपी मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक डायवर्जन का पूरा ख्याल रखा गया है। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर डायवर्जन प्लान जारी किया जा चुका है। शाम 5 से 8 बजे तक डायवर्जन लागू रहेगा।
गृह मंत्री अमित शाह की जनसभा में राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक पंकज सिंह, धीरेंद्र सिंह और तेजपाल नागर भी मंच पर मौजूद रहेंगे। गृह मंत्री करीब एक घंटे तक शहर में रहेंगे। कार्यक्रम के बाद गृह मंत्री शाम 7 बजे वापस लौट जाएंगे।
गृह मंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए शिवालिक पार्क में सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यहां पर करीब 10 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में फोर-लेयर सुरक्षा है। यहां पर महिला कॉन्स्टेबल भी तैनात की गई हैं।
(आईएएनएस)
श्रीनगर (उत्तराखंड), 13 अप्रैल । उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में अब बस महज 5 दिनों का ही समय बचा हुआ है। शनिवार को बीजेपी प्रत्याशी अनिल बलूनी श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के बिलकेदार में जनसंपर्क करने पहुंचे। लोगों ने उनका माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया।
अनिल बलूनी ने यहां सभी से उनका साथ और आशीर्वाद के साथ अपने लिए समर्थन भी मांगा। जहां बुजुर्गों ने उनके सिर पर हाथ रखकर उनको अपना आशीर्वाद दिया, वहीं मातृशक्ति ने भी उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।
बलूनी ने कहा कि आज श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चुनाव प्रचार के क्रम में अलकनंदा नदी के किनारे बसे बिलकेदार से आज की यात्रा प्रारंभ की। बिलकेदार के संभ्रांत नागरिकों का असीम स्नेह और आशीर्वाद मुझे प्राप्त हुआ। क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ जन संवाद जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन, नेतृत्व और मार्गदर्शन की देश पुनः तीसरी बार प्रतीक्षा कर रहा है।
प्रचार यात्रा में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष केसर सिंह रावत, पूर्व विधायक मुकेश कोहली, जितेंद्र रावत, लखपत सिंह भंडारी, मंडल अध्यक्ष हिम्मत सिंह नेगी प्रमुख रूप से साथ थे।
(आईएएनएस)