कारोबार
-प्रशांत चाहल
बीबीसी संवाददाता
प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक ने दो हज़ार 892 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज़ नहीं चुकाने पर अनिल अंबानी समूह के मुख्यालय को अपने कब्ज़े में ले लिया है.
साथ ही बैंक ने अख़बार में नोटिस जारी कर यह बताया कि अनिल अंबानी की कंपनी 'रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर' के कर्ज़ का भुगतान नहीं करने के कारण दक्षिण मुंबई स्थित उनके दो फ्लैट भी कब्ज़े में लिए गए हैं.
अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) की लगभग सभी कंपनियाँ मुंबई के सांताक्रूज़ कार्यालय 'रिलायंस सेंटर' से चलती हैं. हालांकि, पिछले कुछ साल के दौरान समूह की कंपनियों की वित्तीय स्थिति काफ़ी ख़राब हो गई है. कुछ कंपनियाँ दिवालिया हो गई हैं, जबकि कुछ को अपनी हिस्सेदारी बेचनी पड़ी है.
यस बैंक के अनुसार अनिल अंबानी को 6 मई 2020 को नोटिस दिया गया था, लेकिन 60 दिन के नोटिस के बावजूद समूह बकाया नहीं चुका पाया जिसके बाद 22 जुलाई को उसने तीनों संपत्तियों को कब्ज़े में ले लिया.
बैंक ने आम जनता को भी आगाह किया है कि वो इन संपत्तियों को लेकर किसी तरह का लेनदेन ना करे.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अनिल अंबानी की कंपनी 21,432 वर्ग मीटर में बने अपने इस मुख्यालय को पिछले साल पट्टे पर देना चाहती थी ताकि वो कर्ज़ चुकाने के लिए संसाधन जुटा सके.
सोशल मीडिया पर बहुत से लोग इस ख़बर को भारत के रफ़ाल सौदे और इसमें अनिल अंबानी की कंपनी की भूमिका से जोड़कर देख रहे हैं.
पारिवारिक बँटवारे के बाद अनिल अंबानी का कोई भी धंधा पनप नहीं पाया, उनके ऊपर भारी कर्ज़ है, अब वे कुछ नया शुरू करने की हालत में नहीं हैं, वे अपने ज़्यादातर कारोबार या तो बेच रहे हैं या फिर समेट रहे हैं, रफ़ाल के रूप में उन्हें जो नया ठेका मिला, वो भी कई वजहों से विवादों में घिरा रहा और अब यस बैंक के रूप में ये नई समस्या आई.
ग़ौरतलब है कि रफ़ाल को बनाने वाली फ़्रांसीसी कंपनी डसॉ एविएशन ने अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड को अपना ऑफ़सेट पार्टनर बनाया है जिसे लेकर सवाल उठते रहे हैं. विपक्ष सवाल उठाता रहा है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की जगह पर अंबानी की दिवालिया कंपनी के साथ 30,000 करोड़ रुपए का क़रार क्यों किया गया.
ऐसे में इस 'डिफ़ेंस डील से जुड़े वायदे' निभा पाना अनिल अंबानी के लिए कितना आसान होगा?
इस पर आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ और वरिष्ठ पत्रकार आलोक जोशी कहते हैं कि 'ये सवाल पहले भी उठा है जो अब और गंभीर होता जा रहा है.'
उन्होंने कहा, "लंदन की एक अदालत में अनिल अंबानी का ये कहना कि उनके पास देने को अब कुछ नहीं है, अपने आप में यह सवाल उठाने के लिए पर्याप्त है कि अनिल को भारत के इस महत्वपूर्ण रक्षा सौदे में साझेदार क्यों होना चाहिए? वैसे भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, दिवालिया हो चुके लोगों के कई तरह की गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगाई जाती है."
डिफ़ेंस क्षेत्र में लगभग ना के बराबर अनुभव वाली अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफ़ेंस के इस रक्षा सौदे में शामिल होने पर भी काफ़ी हंगामा हुआ था. विपक्ष की ओर से यह भी कहा गया कि 'ये भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला सौदा है.'
आलोक जोशी कहते हैं, "पहले बात सिर्फ़ अंबानी की कंपनी के तजुर्बे तक थी, जिस पर भारत सरकार ने कहा कि फ़्रांसीसी डिफ़ेंस कंपनी 'डसॉ एविएशन' ने सिर्फ़ अंबानी को नहीं चुना, बल्कि उसने भारत की कई और कंपनियों को भी पार्टनर बनाया है. जबकि अंबानी की कंपनी यह दावा करती है कि 'वो इस सौदे में असली निर्णायक साझेदार है.' इस पूरे बिज़नेस में भारत सरकार की क्या भूमिका है, इस पर टीम-मोदी कुछ नहीं बोलती. सवाल पूछे जाने पर इसे 'एक पवित्र मुद्दा' बताया जाता है और कहा जाता है कि 'देश की रक्षा से जुड़े मामले पर कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया जायेगा.' फिर सवाल उठता है कि 'अगर ये वाक़ई इतना महत्वपूर्ण मुद्दा है' तो क्यों ऐसी डूबती हुए कंपनी को साथ लिया जा रहा है."
भारत के लिए रफ़ाल क्यों है इतना ज़रूरी?
आलोक जोशी इस बात पर हैरानी व्यक्त करते हैं कि जब पीएम मोदी सफ़र करते हैं तो कुछ व्यापारी उनके साथ जाते हैं, वो वहाँ होने वाले इवेंट्स में दिखते हैं, उनमें जिंदल, अडानी और अंबानी भी होते हैं, फिर सरकार यह भी कहती है कि ऐसे सौदों में उनका कोई मत नहीं रहा.
पिछले दो वर्षों में विपक्ष ने इस बात को भी ख़ूब उठाया कि 'डिफ़ेंस के मामले में अंबानी की 'अनाड़ी कंपनी' को एचएएल से ज़्यादा तरजीह क्यों दी गई?'
आलोक जोशी बताते हैं, "अंबानी की जिस बिल्डिंग को यस बैंक ने कब्ज़े में लिया है, वो जगह असल में बिजली सप्लायर बीएसईएस की थी. अंबानी ने इस जगह को उनसे ख़रीदा था. मुंबई में बेस्ट और टाटा के अलावा रिलायंस पावर बिजली सप्लाई करते थे जिसे अब अडानी ख़रीद चुके हैं. ये उद्योगपति वही हैं जो सरकार के साथ दिखाई पड़ते हैं. इन्हीं के बीच सौदे होते रहते हैं. तो ये कह पाना कि अंदर-खाने क्या हो रहा है, थोड़ा मुश्किल है. पर रफ़ाल के मामले में कल को सरकार के सामने दोबारा सवाल उठते हैं तो वो कह सकती है कि अंबानी मुसीबत में हैं तो डसॉ एविएशन इसकी चिंता करे या अंबानी वो सौदा किसी अन्य को बेच दें."
कभी अनिल अंबानी की मुकेश से ज़्यादा शोहरत थी
मुकेश और अनिल अंबानी में बँटवारे के दो साल बाद तक, यानी वर्ष 2007 की फ़ोर्ब्स लिस्ट में भी दोनों भाई 'मालदारों की लिस्ट' में काफ़ी ऊपर थे.
बड़े भाई मुकेश, अनिल अंबानी से थोड़े ज़्यादा अमीर थे. उस साल की सूची के मुताबिक़ अनिल अंबानी 45 अरब डॉलर के मालिक थे, और मुकेश 49 अरब डॉलर के.
साल 2008 में कई लोगों का मानना था कि 'छोटा भाई अपने बड़े भाई से आगे निकल जाएगा', ख़ासतौर पर रिलायंस पावर के पब्लिक इश्यू के आने से पहले.
माना जा रहा था कि 'उनकी महत्वाकांक्षी परियोजना के एक शेयर की क़ीमत एक हज़ार रुपये तक पहुँच सकती है.' अगर ऐसा हुआ होता तो अनिल वाक़ई मुकेश से आगे निकल जाते.
एक दशक पहले अनिल अंबानी सबसे अमीर भारतीय बनने के कगार पर थे. उनके तब के कारोबार और नए वेंचरों (उद्यमों) के बारे में कहा जा रहा था कि 'वे सारे धंधे आगे बढ़ा रहे हैं और अनिल उनका पूरा फ़ायदा उठाने के लिए तैयार हैं.'
आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ मानते रहे कि 'अनिल के पास दूरदर्शिता और जोश है, वे 21वीं सदी के उद्यमी हैं और उनके नेतृत्व में भारत से एक बहुराष्ट्रीय कंपनी उभरेगी.' ज़्यादातर लोगों को ऐसा लगता था कि अनिल अपने आलोचकों और बड़े भाई को ग़लत साबित करने जा रहे हैं. मगर ऐसा नहीं हो सका.
जब धीरूभाई जीवित थे तो अनिल अंबानी को वित्त बाज़ार का स्मार्ट खिलाड़ी माना जाता था, उन्हें मार्केट वैल्यूएशन की आर्ट और साइंस दोनों का माहिर माना जाता था. उस दौर में बड़े भाई के मुकाबले उनकी शोहरत ज़्यादा थी.
क़र्ज़ का बढ़ता बोझ
साल 2002 में अनिल अंबानी के पिता, धीरू भाई अंबानी का निधन हुआ. उनके वक़्त में कंपनी के तेज़ गति से बढ़ने के चार अहम कारण थे- बड़ी परियोजनाओं का सफल प्रबंधन, सरकारों के साथ अच्छा तालमेल, मीडिया का प्रबंधन और निवेशकों की उम्मीदों को पूरा करना.
इन चार चीज़ों पर पूरा नियंत्रण करके कंपनी धीरू भाई के ज़माने में और उसके कुछ समय बाद भी तेज़ी से आगे बढ़ती रही. मुकेश अंबानी ने इन चारों बातों को ध्यान में रखा, लेकिन किसी ना किसी वजह से अनिल फिसलते चले गए.
1980 और 1990 के बीच धीरू भाई रिलायंस ग्रुप के लिए बाज़ार से लगातार पैसा उठाते रहे, उनके शेयर की कीमतें हमेशा अच्छी रही और निवेशकों का भरोसा लगातार बना रहा.
मुकेश अंबानी ने मुनाफ़े से पिछले दशक में धुंधाधार तरीक़े से विस्तार किया. दूसरी ओर, साल 2010 में गैस वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला अनिल अंबानी के पक्ष में ना आने और रिलायंस पावर के शेयर्स के भाव गिरने से अनिल की राह मुश्किल होती गई.
ऐसी हालत में अनिल अंबानी के पास देसी और विदेशी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से कर्ज़ लेने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया.
बीते एक दशक में जहाँ बड़ा भाई कारोबार में आगे बढ़ता गया, छोटे भाई की कंपनियों पर कर्ज़ चढ़ता गया. फ़ोर्ब्स के अनुसार बीते क़रीब दस वर्षों से मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर आदमी हैं.
'अनिल अंबानी का डूबना कोई मामूली दुर्घटना नहीं'
आज हालत ये है कि उनकी कुछ कंपनियों ने दिवालिया घोषित किये जाने की अर्ज़ी लगा रखी है.
कभी 'दुनिया के छठे सबसे अमीर आदमी' रहे 61 वर्षीय अनिल अंबानी ने इसी साल फ़रवरी में कहा कि 'उनका नेट वर्थ शून्य हो गया है.'
आर्थिक मामलों के विश्लेषक मानते हैं कि कुछ समय पहले तक शक्तिशाली और राजनीतिक दलों से संबंध रखने वाले कॉर्पोरेट घराने भारी कर्ज़ होने पर भी भुगतान के लिए थोड़े मोहलत ले लेते थे, लेकिन एनपीए अब एक राजनीतिक मामला बन चुका है. बैंकों की हालत वाक़ई बुरी है. साथ ही कानूनों में भी बदलाव आया है.
अब देनदार नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के ज़रिए कंपनियों को इन्सॉल्वेंट घोषित कराके लेनदार को रकम चुकता करने के लिए अदालत में घसीट सकते हैं. यही वजह है कि अनिल अंबानी के पास अपनी कंपनियों को बेचने या दिवालिया घोषित करने के सिवा कोई और विकल्प नहीं रह गया है.
रिलायंस घराने पर मशहूर क़िताब 'अंबानी वर्सेज़ अंबानी: स्टॉर्म्स इन द सी विंड' लिख चुके वरिष्ठ पत्रकार आलम श्रीनिवास कहते हैं, "एक दौर था जब दोनों भाइयों में ये साबित करने की होड़ थी कि धीरूभाई के सच्चे वारिस वही हैं. पर अब ये होड़ ख़त्म हो गई है और अनिल अपने बड़े भाई मुकेश से बहुत पीछे रह गए हैं. अनिल अंबानी अगर चमत्कारिक ढंग से नहीं उबरे तो दुर्भाग्यवश उन्हें भारत के कारोबारी इतिहास के सबसे नाकाम लोगों में गिना जाएगा क्योंकि सिर्फ़ एक दशक में 45 अरब डॉलर की दौलत का डूब जाना कोई मामूली दुर्घटना नहीं है."
वे कहते हैं, "बँटवारे की लड़ाई में दोनों भाइयों ने एक-दूसरे पर हर तरह के हमले किए, सरकार और मीडिया में कुछ समय तक दो खेमे हो गए, लेकिन धीरे-धीरे मुकेश अंबानी ने मीडिया शासन तंत्र से जुड़े लोगों को अपने पक्ष में कर लिया. इस लड़ाई में अनिल अंबानी ने कुछ नए दोस्त बनाए और कुछ दुश्मन भी. कुल मिलाकर, ज़्यादातर प्रभावशाली नेताओं, अफ़सरों और संपादकों ने अनिल के मुक़ाबले ज़्यादा सौम्य और शांत मुकेश का साथ देने का फ़ैसला किया और 'एक्सटर्नल एलीमेंट' यानी अपने नियंत्रण से बाहर की चीज़ों को प्रभावित करने का जो काम बँटवारे से पहले अनिल किया करते थे, वे उसमें कुछ ख़ास कामयाब साबित नहीं हुए."(bbc)
मुंबई, 29 जुलाई (आईएएनएस)| घरेलू वायदा बाजार में सोने का भाव बुधवार को 53000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार फिर एक नई ऊंचाई पर चला गया। पीली धातु में लगातार नौवें सत्र में तेजी का सिलसिला जारी रहा। अमेरिकी डॉलर में जारी कमजोरी से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 539 रुपये रुपये यानी 1.02 फीसदी की तेजी के साथ 53,130 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 53,185 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।
एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 261 रुपये यानी 0.40 फीसदी की तेजी के साथ 65,265 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले चांदी का भाव एमसीएक्स पर कारोबार के दौरान 65,749 रुपये प्रति किलो तक उछला।
जेम एंड ज्वेलरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट शांतिभाई पटेल ने बताया कि महंगी धातु की निवेश मांग बढ़ने से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
बाजार विश्लेषक बताते हैं कि डॉलर में कमजोरी से सोने की तेजी को सपोर्ट मिल रहा है।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से निवेशकों का रुझान निवेश के सुरक्षित साधन के तौर पर सोने के प्रति बना हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में बुधवार को पिछले सत्र से 9.49 डॉलर यानी 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 1954.20 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि कारोबार के दौरान भाव 1959.75 डॉलर प्रति औंस तक उछला। बता दें कि मंगलवार को कॉमेक्स पर सोने का भाव 1974.70 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि कॉमेक्स पर सोने के वायदा भाव का एक नया रिकॉर्ड है। वहीं, सोने का हाजिर भाव वैश्विक बाजार में 1981.22 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि एक नया रिकॉर्ड है।
एमसीएक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 0.49 फीसदी की तेजी के साथ 24.418 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था।
बीजिंग, 28 जुलाई (आईएएनएस)| ऐप्पल के द्वारा इस साल आईफोन 12 के कम से कम चार मॉडल का ऐलान किया जाना है, लेकिन लॉन्चिंग से पहले ही 5.4 इंच की आईफोन 12 की तस्वीरें इस वक्त इंटरनेट पर छायी हुई हैं। ऐप्पलइंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, वीबो पर सीकडिवाइस द्वारा पेश किए गए इन तस्वीरों में इसी से मिलती-जुलती एक स्मार्टफोन की तस्वीर दिखाई दे रही है, हालांकि इसमें ट्रूडेप्थ कैमरा और अन्य सेंसर मौजूद नहीं हैं।
इससे ऐसा लगता है कि फोन की साइज आईफोन 11 के जितनी ही होगी, लेकिन बेजल अनुपात की दृष्टि से इसमें और अधिक बेहतर स्क्रीन होगा।
पहले के कुछ रपटों में सुझाया गया था कि आईफोन 12 सीरीज के आने वाले मॉडल्स फ्लैट एजेस के होंगे। हालांकि तस्वीरों से इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही है क्योंकि ये अधिक स्पष्ट नहीं हैं।
आईफोन 12 के इन मॉडल्स के 2,227 एमएएच बैटरी के साथ आने की उम्मीद है। इसके साथ ही ये एलटीई और 5जी दोनों ही संस्करणों में आ सकती है जिसमें सामान्य एलटीई वर्जन की कीमत की शुरुआत लगभग 41,000 रुपये से होगी।
आईफोन 12 सीरीज के तहत ऐप्पल के चार नए आईफोन के लॉन्च होने की उम्मीद है जिसमें दो प्रीमियम वेरिएंट शामिल होंगे।
कंपनी के विश्लेषक मिंग-ची कुओ ने दावा किया है, सभी चार मॉडल्स में ओएलईडी डिस्प्ले के साथ 5जी सपोर्ट की उम्मीद जताई जा रही है।
रायपुर, 28 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कैट ने केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को ई कामर्स से सम्बंधित उपभोक्ता संरक्षण नियमों में कैट की मांग के अनुरूप अनेक प्रावधान जोडऩे पर व्यापारियों की ओर से आभार व्यक्त किया है। कैट ने कहा है कि नए नियमों का यदि कड़ाई से पालन किया जाएगा तो देश में ई कॉमर्स व्यापार एक निष्पक्ष, मजबूत और व्यापारिक पोर्टल बनेगा जिससे आम उपभोक्ता के साथ छल नहीं किया जा सकेगा ।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि नए नियमों के विभिन्न महत्वपूर्ण प्रावधानों पिछले कुछ वर्षों से कैट सरकार से ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा लागत से काम मूल्य पर माल बेचने, बड़ी मात्रा में डिस्काउंट देने जैसी कुप्रथों को बेधड़क होकर चला रहे थे जिससे उपभोक्ता के अधिकारों का बड़ा हनन हो रहा था लेकिन अब नए नियमों के अनुसार ई-कॉमर्स कंपनियों को प्रत्येक सामन की कीमत का ब्रेक-अप के साथ बिक्री के लिए दी जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं की कुल कीमत प्रदर्शित करनी होगी । बिक्री हो रहे सामान ली एक्सपायरी तारीख का उल्लेख करना भी आवश्यक है।
श्री पारवानी ने कहा कि अधिकांश ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर इन्वेंट्री को प्लेटफॉर्म द्वारा ही नियंत्रित किया जा रहा है और उन्होंने इन्वेंट्री को बेचने के लिए नकली या प्रॉक्सी विक्रेताओं को शामिल किया है और अब नए नियमों के अनुसार, ई-कॉमर्स इकाइयां अपने पोर्टल पर पंजीकृत विक्रेता को उनके व्यापार के नाम सहित वस्तुओं और सेवाओं के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी विक्रेता को भौगोलिक पता, ग्राहक देखभाल नंबर, और किसी भी रेटिंग या अन्य समग्र प्रतिक्रिया को प्रदर्शित करना अब अनिवार्य होगा। यह एक ऐतिहासिक प्रावधान है जो ईकॉमर्स व्यापार में प्रतिस्प्रधा के बराबरी के अवसर प्रदान करेगा। नियमों में उल्लंघन पर उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत दंडात्मक कार्रवाई भी ऐसी कंपनियों पर की जा सकेगी।
रायपुर, 28 जुलाई। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सर्किल के लिए टेलीकॉम ग्राहकों के आंकड़े जारी कर दिए हैं। ट्राई के अप्रैल 2020 के आंकड़ों के मुताबिक मप्र-छग सर्किल में रिलायंस जियो का दबदबा कायम है।
ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में रिलायंस जियो 3.06 करोड़ ग्राहकों के साथ पहले स्थान पर है। जियो ने अप्रैल में 1.71 लाख नए ग्राहक जोड़े हैं। कोरोना और लॉकडाउन में भी बेहतरीन सर्विस देने के कारण जियो ग्राहकों को जोडऩे में कामयाब रही है। लॉकडाउन के दौरान जियो ने पूरी सावधानी और सुरक्षा के साथ ग्राहकों को सेवा दी।
ट्राई के मुताबिक अप्रैल में वोडाफोन आइडिया के 1.98 लाख ग्राहक घटे हैं। वोडाफोन आइडिया के मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में ग्राहक 2.38 करोड़ से घटकर 2.36 करोड़ रह गए हैं। इस दौरान एयरटेल के मोबाइल ग्राहकों में भी कमी आई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में एयरटेल के ग्राहक 3.18 लाख घटे। एयरटेल के ग्राहक 1.44 करोड़ से घटकर 1.41 करोड़ रह गए हैं। वहीं सरकारी कंपनी बीएसएनएल के ग्राहकों की संख्या 63.7 लाख रही। ट्राई के अप्रैल 2020 के आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में सर्किल में कुल 7.48 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सर्किल में कुल ग्राहकों की संख्या में 3.36 लाख की गिरावट देखी गई है। ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के टेलीकॉम मार्केट में जियो 41 फीसदी हिस्से के साथ पहले स्थान पर है। वहीं वोडाफोन आइडिया 31.6 फीसदी के साथ दूसरे, एयरटेल 18.9 फीसदी के साथ तीसरे और बीएसएनएल 8.5 फीसदी के साथ चौथे स्थान पर है।
अप्रैल के महीने में पूरे देश में मोबाइल ग्राहकों की संख्या 114.9 करोड़ रही। पूरे देश में रिलायंस जियो के 38.9 करोड़ ग्राहक, एयरटेल के 32.2 करोड़, वोडाफोन आइडिया के 31.4 करोड़ और बीएसएनल के 11.9 करोड़ ग्राहक हैं।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (एजेंसी)। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना सोमवार को 905 रुपये के उछाल के साथ 52,960 रूपये प्रति 10 ग्राम के नई ऊंचाई को छू गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोने का बंद भाव 52,055 रुपये प्रति 10 ग्राम था।
चांदी में भी दिखा जबरदस्त उछाल
सोमवार को सर्राफा बाजार में चांदी की भी जबर्दस्त मांग थी। इसका भाव 3347 रुपये उछल कर 65,670 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ। शुक्रवार को भाव 62,323 रुपये प्रति किलो था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) तपन पटेल ने कहा, ‘‘दिल्ली में 24 कैरेट सोना नई ऊंचाईयों पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में सुधार आने से दिल्ली में 24 कैरेट सोने के हाजिर भाव में 905 रुपये का उछाल आया।’’ अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त के साथ 1,935 डॉलर प्रति औंस और चांदी का भाव तेजी के साथ 24 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
अमेरिका-चीन के बढ़ते तनाव के कारण सोने में लिवाली बढ़ी
पटेल ने कहा कि आर्थिक सुधार की सुस्त गति को लेकर चिंताओं के कारण सोने तेजी आई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के विकल्प सर्राफा में लिवाली बढ़ा दी।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी) नवनीत दमानी ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव, डालर की कमजोरी और कोविड19 महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्थाओं को उबारने के लिए और अधिक प्रोत्सहन पैकज घोषित किए जाने की उम्मीद में सोने में तेजी का दौर बना हुआ है और इसके आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| बिना हॉलमार्क के सोने के गहने व कलाकृतियों की बिक्री के लिए आभूषण कारोबारियों को सरकार ने थोड़ी राहत दी है। कोरोना संकट के कारण सरकार ने बिना हॉलमार्क वाले सोने के गहनों की बिक्री पर पाबंदी की समय सीमा बढ़ाकर एक जून 2021 कर दी है। यह जानकारी केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने सोमवार को यहां एक प्रेसवार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि सोने के गहनों के लिए हॉलमार्किं ग की अनिवार्यता 15 जनवरी 2021 से बढ़ाकर अब एक जून 2021 कर दी गई है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आभूषण कारोबारियों को दिक्कतें आ रही हैं इसलिए हॉलमार्किं ग की अनिवार्यता लागू करने की समय सीमा बढ़ाकर जून कर दी गई है।
केंद्रीय मंत्री ने इस मौके पर भारतीय मानक ब्यूरो यानी बीआईएस का मोबाइल एप 'बीआईएस-केयर' बीआईएस के समस्त क्रिया-कलापों का ऑटोमेशन करने के लिए एकीकृत पोर्टल ई-बीआईएस लांच किया। उन्होंने कहा कि 'एक राष्ट्र एक मानक' के सिद्धांत को लागू करने के लिए एक योजना बनाई गई है, जो शीघ्र ही लागू की जाएगी।
गूगल के द्वारा इस पर नजर रखने की बात कही जा रही है कि उनके यूजर्स प्रतिद्वंद्वी एंड्रॉयड ऐप्स के संपर्क में किस तरह से आते हैं और ऐसा अपने खुद के प्रोडक्ट्स को बेहतर बनाने के चलते किया जा रहा है। एक इंटरनल प्रोग्राम की मदद से कंपनी ऐसा कर रही है। द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल पर एंड्रॉयड लॉकबॉक्स नामक एक इंटरनल प्रोग्राम है, जो यहां के कर्मचारियों को डेटा तक पहुंच प्रदान करने में कारगर है। प्रोग्राम की मदद से यह देखा जा रहा है कि एंड्रॉयड उपयोगकर्ता टिकटॉक, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे लोकप्रिय नॉन-गूगल ऐप के संपर्क में कैसे आते हैं।
रिपोर्ट में दावा किया गया है, भारत में इस महीने की शुरूआत में जब यूट्यूब की तरफ से अपने प्रतिद्वंद्वी टिकटॉक को पछाड़ने की योजना बनाई जा रही थी, उस वक्त मार्केट रिसर्च के तौर पर कर्मचारी इस बात का पता लगाने में जुट गए थे कि अपने देश में लोग एंड्रॉयड पर टिकटॉक और इसके प्रतिद्वंद्वी ऐप्स का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं। यह प्रोग्राम गूगल मोबाइल सर्विसेज (जीएमएस) के माध्यम से काम करता है। (IANS)
नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| सौंदर्य तकनीक में इनोवेशन की गति तेज हो रही है, लेकिन ब्यूटी रिटेल में इनोवेशन आज भी ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरी तरह से हल करने में असफल है। ऐसा मानना है हाउस ऑफ ब्यूटी की संस्थापक और सीईओ रितिका शर्मा का।
ब्यूटी एंड वेलनेस कंपनी ने हाल ही में एक नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बोडेस डॉट कॉम लॉन्च किया है।
ऐसे में आईएएनएस ने शर्मा से यह जानने के लिए बात की कि कैसे ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ब्यूटी टेक की अवधारणा को फिर से परिभाषित कर रहे हैं।
उनसे पूछे जाने पर कि आप बोडेस में एआई और एआर तकनीकों का उपयोग कैसे कर रही हैं? इस पर उन्होंने कहा, "हमारी टीमों ने पिछले कुछ महीनों में भारत में अग्रणी त्वचा विशेषज्ञों के साथ हमारी मशीन लनिर्ंग डेटाबेस को त्वचा के प्रकारों को ध्यान में रखते हुए उसका निर्माण करने का प्रयास किया है। हमने पुरुषों और महिलाओं की हजारों हाई रिजॉल्यूशन वाली तस्वीरें लीं, हमारे स्किन मेट्रिक्स (हाइड्रेशन, झुर्रियां, काले धब्बे, त्वचा की उम्र आदि) के साथ उनकी त्वचा की स्थिति को टैग किया। जब हम यह कलेक्शन करते हैं, तो हम अपने एल्गोरिदम को त्वचा के रंगों, उम्र के संबंध में विविध प्रकार से प्रशिक्षित करना सुनिश्चित करते हैं। जब हम इस डेटा सेट पर अपने एल्गोरिदम को प्रशिक्षित करते हैं, तो उसके बाद हर सप्ताह इस एल्गोरिदम को बेहतर बनाने के लिए सुपरवाइज्ड मशीन लनिर्ंग मॉडल बनाते हैं।"
वहीं उनसे पूछे जाने पर कि उनका लक्ष्य क्या है, इस पर उन्होंने कहा, "मेरा लक्ष्य ग्राहकों को सूचित करना, उत्पादों को लेकर निर्णय लेने में मदद करना है, जिससे उन्हें खोज, सीखने में आनंद महसूस होता है। यही कारण है कि बोडेस ने एआर/वीआर स्किन डायग्नोस्टिक में निवेश किया। साथ ही उपकरण और मेकअप, बाल, त्वचा जैसे क्षेत्रों में महारथ हासिल कर चुके कलाकारों को फूल-टाइम के लिए नियुक्त किया है।"
रायपुर, 26 जुलाई। ज्ञान गंगा स्कूल के क्लास पीपी-1 से क्लास-2 के बच्चों द्वारा वर्चुअल ग्रीन डे सेलिब्रेट किया गया। ऑनलाइन क्लास के प्रथम पीरियड में बच्चों ने बड़े उत्साह और लगन के साथ अपने घरों से ही एक से बढक़र एक ड्राईंग बनाकर अपने कौशल का परिचय दिया। यह उनका पहला अनुभव था। टीचर्स ने स्कोगन, कविता आदि के माध्यम से हरे रंग की महत्ता बताई। पीपी-1 के बच्चों को लेडीफिंगर, प्रिंटिंग-नेकलेस, पीपी-2 बच्चों को फ्लावर गार्डर, क्लास-1 व 2 के बच्चों को पेपर क्राफ्ट, कैटरपिलर बनाने कहा गया था। उन्होंने अपने टीचर्स व पैरेन्ट्स की सहायता से अपे टास्क पूरे किए। अंत में बच्चों को वृक्षारोपण एवं साफ-सफआई की महत्ता बताते हुए सेव नेचर-सेव अर्थ का भी संदेश दिया।
नयी दिल्ली 26 जुलाई (वार्ता)। रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी में पिछले एक साल में लगातार कटौती किये जाने से इस दौरान सब्सिडी वाला सिलिंडर 100 रुपये महँगा हो गया है और अब सब्सिडी शून्य हो गई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले साल जुलाई में 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलिंडर का बाजार मूल्य यानी बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत 637 रुपये थी जो अब घटकर 594 रुपये रह गई है। इसके बावजूद इस दौरान सब्सिडी वाला सिलिंडर 100 रुपये महँगा हुआ और इसकी कीमत 494.35 रुपये से बढक़र 594 रुपये हो गई।
सरकार द्वारा सब्सिडी में लगातार की गई कटौती से इस साल मई से ही सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलिंडर की कीमत एक हो गई है। इस साल मई, जून और जुलाई में ग्राहकों को कोई सब्सिडी नहीं मिली है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में ही ऐसी खबरें आई थीं कि सरकार की योजना धीरे-धीरे रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी समाप्त करने की है, लेकिन इस संबंध में पूछे जाने पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हर बार इस बात से इनकार करते रहे। दूसरी तरफ सरकार ने पिछले एक साल में सब्सिडी में लगातार कटौती की। जुलाई 2019 में सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलिंडर 494.35 रुपये का और सब्सिडी वाला सिलिंडर 637 रुपये का था। अक्टूबर 2019 में सब्सिडी वाला 517.95 रुपये का और बिना सब्सिडी वाला 605 रुपये का हो गया। इस साल जनवरी में सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत बढक़र 535.14 रुपये और बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत 714 रुपये हो गई। अप्रैल में सब्सिडी वाले सिलिडर का मूल्य 581.57 रुपये और बिना सब्सिडी वाले का मूल्य 744 रुपये हो गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में अप्रैल में एलपीजी की कीमतों में भारी गिरावट के बाद मई में घरेलू सिलिंडर का बाजार मूल्य 162.50 रुपये घटाकर 581.50 रुपये कर दिया गया जिससे सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत एक हो गई। जून और जुलाई में बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर के साथ सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत में भी समान वृद्धि की गई है।
देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अपनी वेबसाइट पर सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमत के बारे में जानकारी देनी बंद कर दी है। एक साल पहले तक उसकी वेबसाइट पर इसकी जानकारी उपलब्ध होती थी। सब्सिडी वाले सिलिंडर की कीमतों में पिछले साल जनवरी से अब तक हुई वृद्धि और इसका कारण जानने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को 07 जुलाई को लिखे गये ई-मेल का उसकी ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
रायपुर, 25 जुलाई। दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होते स्मार्टफोन ब्रांड, रियलमी ने रियलमी 6 सीरीज का नया सदस्य, रियलमी 6आई प्रस्तुत किया। यह शक्तिशाली परफॉर्मेंस के साथ सुगम अनुभव प्रदान करेगा। रियलमी 6आई में मीडियाटेक हीलियो जी90टी है, जो 12एनएम प्रोसेस द्वारा फैब्रिकेट किया गया है। इसमें 6.5 इंच का 90 हटर््ज़ अल्ट्रा स्मूथ डिस्प्ले है। इस स्मार्टफोन में 4300एमएएच की बैटरी है तथा यह बॉक्स में 20 वॉट के चार्जर के साथ आता है, हालांकि यह 30 वॉट फ्लैश चार्ज को सपोर्ट करता है। रियलमी 6आई का डिज़ाईन प्रकृति की सहजता से प्रेरित है। इसका लुक काफी ट्रेंडी एवं स्टाईलिश है। यह दो कलर वैरिएंट्स-लुनार व्हाईट एवं एक्लिप्स ब्लैक में उपलब्ध होगा।
लॉन्च के अवसर पर माधव शेठ, वाईस प्रेसिडेंट, रियलमी एवं सीईओ, रियलमी इंडिया ने कहा हम भारत में अपने बहुमूल्य ग्राहकों को रियलमी 6 सीरीज में नई प्रस्तुति, रियलमी 6आई देकर बहुत उत्साहित हैं। यह दो वैरिएंट्स - 4जीबी प्लस 64जीबी में 12,999 रु. में और 6जीबी प्लस 64जीबी में 14,999 रु. में उपलब्ध है, 14,999 रु. पहली सेल 31 जुलाई को दोपहर 12 बजे , रियलमी डॉटकॉम, फ्लिपकार्ट एवं रॉयल क्लब पार्टनर्स पर उपलब्ध है।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी स्मार्टफोन निर्माण कंपनी वनप्लस ने कथित तौर पर अपने सैकड़ों ग्राहकों के ईमेल आईडी को उजागर कर दिया है और ऐसा कुछ चुनिंदा यूजर्स को एक रिसर्च स्टडी के लिए बल्क में ईमेल भेजने के दौरान हुआ। दरअसल, ग्राहकों के ईमेल आईडी को बीसीसी वाले जगह में डालने के बजाय कंपनी ने सैकड़ों की तादात में ईमेल आईडी को टू वाले बॉक्स में डालकर सेंड कर दिया।
शुक्रवार को एंड्रॉयड पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके परिणामस्वरुप रिसर्च से जुड़े ईमेल को प्राप्त करने वाले सभी यूजर्स को सैकड़ों ग्राहकों के ईमेल आईडी मिले।
इस गलती की वजह से कितने यूजर्स प्रभावित हुए है इसका पता अभी भी नहीं लग पाया है, लेकिन इनमें से एक ने एंड्रॉयड पुलिस को बताया कि यह संख्या हजारों में है।
वनप्लस ने इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पिछले साल नवंबर में भी कंपनी की तरफ से एक ऐसा ही डेटा ब्रीच हुआ था जिसमें ग्राहकों के नाम, नंबर, ईमेल, शिपिंग एड्रेस जैसी जानकारियों का खुलासा हुआ था, हालांकि इसमें पासवर्ड और किसी भी तरह के वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं हुआ था।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से सिफारिश की है कि देश भर के सिनेमाघरों को अगस्त में फिर से खोलने की अनुमति दी जाए। मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने शुक्रवार को सीआईआई मीडिया समिति के साथ एक बंद दरवाजों के भीतर हुई चर्चा में यह संकेत दिया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय में सचिव अजय भल्ला इस पर अंतिम बात करेंगे।
खरे ने कहा कि उन्होंने सिफारिश की है कि सिनेमा हॉल को पूरे भारत में एक अगस्त या 31 अगस्त से शुरू होने की अनुमति दी जा सकती है।
इसके लिए यह फॉर्मूला भी सुझाया गया है कि पहली पंक्ति में एक सीट के अंतर से लोग बैठें उसके बाद की पंक्ति को खाली रखा जाए।
खरे ने कहा कि उनके मंत्रालय की सिफारिश दो मीटर के सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंड के बजाय इसे दो गज की दूरी पर मानकर चलती है।
हालांकि इस चर्चा में शामिल सिनेमा मालिकों ने कहा कि यह फॉमूर्ला बेकार है और इससे ऑडिटोरियम केवल 25 प्रतिशत की क्षमता से चलेंगे जो कि सिनेमाघरों को बंद रखने से भी ज्यादा खराब है।
इस बैठक में विभिन्न कंपनियों के सीईओ जैसे एन.पी. सिंह, सोनी, सैम बलसारा (मैडिसन), मेघा टाटा (डिस्कवरी), गौरव गांधी (अमेजन प्राइम), मनीष माहेश्वरी (ट्विटर), एस. शिवकुमार (बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड), के.माधवन(स्टार एंड डिजनी) और सीआईआई मीडिया समिति के अध्यक्ष भी मौजूद थे।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी स्मार्टफोन निर्माण कंपनी हॉनर ने शनिवार को देश में मैजिकबुक 15 डिवाइस के साथ लैपटॉप सेगमेंट में प्रवेश करने के लिए फ्लिपकार्ट के साथ अपने पार्टनरशिप का ऐलान किया। कंपनी 31 जुलाई को मैजिकबुक 15 नोटबुक के लॉन्च के साथ लैपटॉप के बाजार में प्रवेश करने की तैयारी में जुटी हुई है।
हॉनर इंडिया के अध्यक्ष चाल्र्स पेंग ने अपने एक बयान में कहा, फ्लिपकार्ट के साथ हमारी साझेदारी एक लंबा सफर तय करेगी और हम अपने पहले फ्लैगशिप लैपटॉप के साथ भारत के लैपटॉप इंडस्ट्री में अपनी शुरूआत करने के लिए खुश हैं।
हॉनर की तरफ से मैजिकबुक ब्रांडिंग के तहत कई लैपटॉप की बिक्री की जाती है जिनमें मैजिकबुक 14, मैजिकबुक 15 और मैजिकबुक प्रो शामिल है।
इसके अलावा कंपनी अगले हफ्ते भारत में हॉनर 9ए और हॉनर 9एस स्मार्टफोन को लॉन्च करने के लिए तैयार है जिनकी कीमत 10,000 रुपये से कम होगी।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निमार्ता कंपनी ओप्पो ने शुक्रवार को 4 जीबी रैमऔर 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट के साथ भारत में ओप्पो एफ15 16,990 रुपये में लॉन्च किया। स्मार्टफोन पहले 8जीबी रैम और 128जीबी स्टोरेज कॉम्बिनेशन में उपलब्ध था।
कंपनी ने कहा, "स्मार्टफोन यूनीकार्न व्हाइट, लाइटिनिंग ब्लैक और ब्लेजिंग ब्लू कलर वेरिएंट में उपलब्ध है। इसे ग्राहक 27 जुलाई से ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से खरीद सकते हैं।"
नए डिवाइस की स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो, एंड्राइड 9 पी ओएस पर आधारित इस स्मार्टफोन में 6.4 इंच का फुल एचडी प्लस एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है, जिसमें 90.7 स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो है।
यह डिवाइस मीडिया टेक हेलियो पी 70 एसओसी द्वारा सपोर्टेड है। इसमें 4000 एमएएच बैटरी वीओओसी 3.0 फ्लैश चार्ज के साथ आता है।
फोटोग्राफी की बात करें तो, स्मार्टफोन में क्वाड रियर कैमरा सेटअप है, जिसमें 48 मेगापिक्सल प्राइमरी कैमरा, 8मेगापिक्सल सेकेंडरी कैमरा, पोट्र्रेट शॉट्स के लिए 2मेगापिक्सल सेंसर कैमरा और 2 मेगापिक्सल मोनोक्रोम सेंसर के साथ आता है।
फोन में 16 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा भी है जो कि नोच में रखा गया है।
कनेक्टिविटी की बात करें तो, डिवाइस में सेंसर सुविधा है जैसे- वाई-फाई, ब्लूटूथ 3.5 मिमी हेड फोन्स जैक, पेडोमीटर एंबिएंट लाइट, प्रोक्सीमिटी सेंसर सुविधा उपलब्ध है।
रायपुर, 24 जुलाई। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी रायपुर के कुलपति प्रो.वी.सी विवेकानंदन ने बताया कि कला, मानविकी, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन के साथ, कानून के अंतराफलक को प्रसारित करने के लिए, एक ऑनलाइन-ऑफलाइन एक्स-आर्का नामक कार्यक्रम का शुभारंभ किया जायेगा। एक्स-आर्का का रूप यह दर्शाता है कि यह प्रयास विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और कानून से जुड़े बुद्धिजीविओं से जुडऩे के लिए एक सुनेहरा अवसर प्रदान करेगा।
कुलपति प्रो.वी.सी विवेकानंदन ने बताया कि एक्स-आर्का कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हुए कुलपति प्रो.वी.सी विवेकानंदन ने कहा, की यह प्रयास हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के द्वारा कानून के साथ सार्वजनिक और नीतिगत मुद्दों के पारस्परिक प्रसार के लिए, अधिवक्ताओं, न्यायपालिका, सिविल सेवकों और गैर सरकारी संगठनों को एक मंच प्रदान करने का कार्य करेगा। आगे बोलते हुए कुलपति ने कहा की एक्स-आर्का देश में विधि विश्वविधायलों के द्वारा किये गए प्रयासों में एक अलग पहचान बनाएगा।
इस मंच के तहत कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति द्वारा 25 जुलाई को 12 बजे किया जाएगा। जिसमें डॉ. वरुण कपूर (आईपीएस), अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, रुस्तम सशस्त्र पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज, इंदौर, वर्चुअल वल्र्ड में साइबर अपराध और खतरे के विषय पर संबोधित करेंगे। देवमिता मोंडल, असिस्टेंट प्रोफेसर ऑफ लॉ, सत्र में मध्यस्थ की भूमिका निभायेंगी।
कुलपति प्रो. वी.सी विवेकानंदन ने देवमिता मोंडल, अंकित अवस्थी, जीवन सागर, वी.नारायण राजू और डॉ. प्रवेश कुमार राजपूत की डिजिटल टीम की रचनात्मक ऊर्जा को स्वीकारते हुए इनके प्रयासों की सहराना की।
गुरूग्राम, 24 जुलाई (आईएएनएस)। रियलमी ने शुक्रवार को अपना नया 6 सीरीज सदस्य रियलमी 6आई भारत में लॉन्च किया। इसके 4जीबी-64जीबी वेरिएंट की कीमत 12,999 रुपये रखी गई है। कम्पनी अपने बयान में कहा है कि इस स्मार्टफोन के 6जीबी-64जीबी वेरिएंट की कीमत 14,999 रखी गई है और इसका सेल 31 जुलाई से रियलमी डॉट कॉम और फ्लिपकार्ट पर शुरू होगा।
इस डिवाइस में 6.5 इंच 90 एचजेड अल्ट्रा स्मूथ डिस्प्ले लगा है और इसका रिफ्रेश रेट 90एचजेड है। साथ ही इसमें 120एचजेड का सैम्पलिंग रेट है।
इस फोन में मीडियाटेक हेलियो जी90टी प्रोसेसर लगा है और इसमें 6जीबी तक रैम तथा 64जीबी तक इंटरनल स्टोरेज है।
फोन कैमरा के मामले में उन्नत है। इसमें 48एमपी प्राइमरी कैमरा है जबकि बैक में 8एमपी 119 डिग्री अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस, एक माइक्रो लेंस तथा एक पोट्रेट लेंस लगा है।
फ्रंट में इस फोन में 16एमपी सेल्फी कैमरा है, जिसमें मल्टीपल फंक्शन दिए गए हैं। इनमें एआई ब्यूटी मोड और पोटरेट मोड भी शामिल हैं। फोन में 4300एमएएच की बैटरी लगी है और यह 30वॉट फ्लैश चार्जर तकनीकी को सपोर्ट करता है।
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा है कि टीम उपयोगकर्ताओं के द्वारा इस तिमाही एक ही दिन में पांच करोड़ मिनट से अधिक समय तक के लिए मीटिंग की गई। आज के समय में 15 करोड़ से अधिक विद्यार्थी और शिक्षक टीम, स्ट्रीम, वननोट के साथ ही साथ फ्लैपग्रिड जैसे टूल्स पर निर्भर हैं, जिनके माध्यम से चीजों को सीखने की दिशा में वे अपने आपको व्यस्त रखते हैं। नडेला ने कहा कि कंपनी इस प्लेटफॉर्म की उपयोगिता में तेजी से हो रही वृद्धि पर गौर फरमा रही है, चूंकि लोग एक टीम या समूह में मिलकर ही बातें करते हैं, किसी चीज को लेकर आपस में काम करते हैं या किसी विषय सामग्री का सह लेखन करते हैं।
नडेला ने बुधवार को कहा, "69 संगठनों में फिलहाल 100,000 से अधिक टीम के उपयोगकर्ता हैं और 1,800 से अधिक संगठनों में 10,000 से अधिक टीम यूजर्स हैं।"
माइक्रोसॉफ्ट की टीम लोगों को एकजुट करने में मदद कर रही है जब वे अलग-अलग स्थानों पर हैं।
नडेला कहते हैं, "हम टुगेदर मोड और डायनेमिक स्टेज जैसी टीम ऐप की नई क्षमताओं के साथ इसके हर एक पहलू पर निरंतर विचार कर रहे हैं ताकि आपस में और अधिक जुड़ रहने व दिमाग के बोझ को कम करने में लोगों की मदद की जा सके।"
माइक्रोसॉफ्ट ने टीम्स में गैलरी व्यू का विस्तार किया है ताकि लोग एक ही समय में 49 प्रतिभागियों को देख सके और उनसे बातें कर सके। ब्रेकआउट रूम्स और लाइव रिएक्शंस वर्चुअल वल्र्ड में सोशल कैपिटल के निर्माण में लोगों की मदद करेगी।
टुगेदर मोड अगस्त से उपलब्ध कराया जाएगा।
रायपुर, 23 जुलाई। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के सदस्यों ने चीफ रीजनल कमिश्नर पीएफ जय कुमार को फूलों के गुलदस्ते के साथ सम्मानित कर धन्यवाद ज्ञापित किया। लॉक डाउन में ईपीएफ रायपुर कार्यालय ने जय कुमार के नेतृत्व में दिन रात काम करके परेशानी को समझते हुए खाते में 7 से 3 दिन में पीएफ में जमा हुई राशि ट्रांसफर किया जाता रहा आवेदन के ऊपर तत्काल करवाई होती थी जो एक सहरानीय पहल हैं।
सुधीर राय, ऋतु सिंह, शेषनाथ तिवारी, अजीत उपाध्याय, अनवेश पांडेय, जे.पी.सिंह, विजयेन्द्र शर्मा, भगवान शर्मा, श्री चौबे, अमलेश सिंह, दिनेश मिश्रा और मीडिया प्रभारी डी.के.शर्मा उपस्थित थे।
रायपुर, 23 जुलाई। छग प्रदेश राईस मिल एसोसएिशन पदाधिकारियों ने बताया कि उन्होंने राम गोपाल अग्रवाल प्रदेश कोषाध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के नागरिक आपूर्ति निगम के चेयरमैन बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष कैलाश रुंगटा, प्रदेश महामंत्री प्रमोद अग्रवाल, प्रदेश कोषाध्यक्ष नरेश सोमानी, दिलीप अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता परमानंद जैन, अमित अग्रवाल, ललित अग्रवाल,नूरु भाई, विजय शर्मा, निकुंज सोलंकी, मुरारी भूतड़ा इत्यादि पदाधिकारी एवं राइस मिलर उपस्थित थे।
रायपुर, 23 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कैट की अगुवाई में चीनी उत्पादों के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान को मिल रहे समर्थन से देश भर में चीन विरोधी भावना जोर शोर से प्रतिध्वनित हुई है जिसके कारण न केवल बाजार बल्कि उपभोक्ता भी इस बार चीन को सबक सिखाने के लिए दृढ़ संकल्प हो गए हैं जिसकी एक बानगी आगामी 3 अगस्त को राखी त्यौहार पर दिखाई देगी।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि बाजारों में इस बार भारतीय सामान से बनी राखियों की मांग बढ़ गई है। खरीदार चीनी राखियों की बजाय भारतीय सामान से बनी राखियों के लिए अधिक कीमत भी देने को तैयार हैं । राखी के त्यौहार पर एक अनुमान के अनुसार देश भर में लगभग 50 करोड़ से ज्यादा राखियां खरीदी जाती हैं। प्रतिवर्ष लगभग 6 हजार करोड़ रुपये का व्यापार राखी का होता है जिसमें पिछले कई वर्षों से चीन लगभग 4 हजार करोड़ रुपये की राखी अथवा राखी का सामान भारत को निर्यात करता आया है और इस बार कैट के हिन्दुस्तानी राखी की घोषणा के बाद चीन को 4 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का झटका लगना तय है ।
श्री पारवानी ने बताया कि चीनी उत्पादों के बहिष्कार के अभियान ने देश भर में व्यापार में अनेक नए बड़े अवसर प्रदान किये है। राखी के इस त्यौहार पर देश भर में कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों की महिलायें ,घरों तथा आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलायें बड़े पैमाने पर कैट के सहयोग से राखियां बना रही हैं और इससे उन्हें न केवल रोजगार मिल रहा है बल्कि अकुशल महिलाओं को अर्ध-कुशल श्रमिकों में परिवर्तित करके उन्हें अधिक से अधिक सजावटी, सुंदर और नए डिजाइन की राखी बनाने के लिए कैट प्रोत्साहित कर रहा है।
सैन फ्रांसिस्को, 22 जुलाई (आईएएनएस)| साल 2022 में ऐप्पल के अपने आईफोन श्रृंखला में पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरे को शामिल किए जाने उम्मीद जताई जा रही है। इस पेरिस्कोप लेंस से 5 से लेकर 10 गुना तक ऑप्टिकल जूम की सुविधा प्रदान की जाएगी।
ओप्पो फाइंड एक्स2 प्रो और हुवावे पी40 प्रो प्लस सहित कुछ स्मार्टफोन पहले ही पेरिस्कोप लेंस के साथ उपलब्ध कराया जा चुका है।
मिंग-ची कुयो के एक हालिया रिसर्च नोट के हवाले से द वर्ज में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कोरिया और चीन में दो सबसे मजबूत लेंस आपूर्तिकर्ता सनी ऑप्टिकल और सेम्को इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत तक एप्पल के लेंस की आपूर्ति श्रृंखला में शामिल हो जाएंगे।
कुयो ने कहा कि सेम्को 2022 में पेरिस्कोप मोटर्स, टेलीफोटो लेंस सहित आईफोन के लेंस की शिपिंग की शुरूआत करेगी और साथ ही इसी साल कंपनी द्वारा एक पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस सहित एक वॉइस कॉयल मोटर टेक्नोलॉजी की भी शिपिंग की जाएगी।
इस आईफोन निर्माण कंपनी द्वारा इस साल के सितंबर महीने में आईफोन 12 श्रृंखला के तहत चार नए आईफोन के लॉन्च किए जाने की उम्मीद है जिसमें दो प्रीमियम वेरिएंट शामिल होंगे।
आईफोन 12 प्रो को 6.1-इंच या 6.7-इंच साइज में उपलब्ध कराया जाएगा। डिवाइस पर रियर कैमरा मॉड्यूल सेटअप का दावा किया गया है जो एक लीडर स्कैनर के साथ चार सेंसर लगाएगा जिसे हाल ही में लॉन्च किए गए ऐप्पल आईपैड प्रो में पेश किया गया था।
आईफोन के इन सभी चार मॉडल में 5जी सपोर्ट और ओएलईडी डिस्प्ले की सुविधा मौजूद होगी।
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)| कारोबारियों के संगठन, कंफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(सीएआईटी) को अनुमान है कि इस राखी सीजन में चीन को 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है, क्योंकि लोग आगामी तीन अगस्त के रक्षा बंधन के लिए स्थानीय राखी को पसंद कर रहे हैं। सीएआईटी ने यह अनुमान भारत में चीनी उत्पादों के बहिष्कार के अभियान की वजह से लगाया है।
व्यापार निकाय ने कहा है कि रक्षाबंधन त्योहार के दौरान करीब 6,000 करोड़ रुपये के राखी उत्पाद बेचे जाते हैं, जिसमें से अकेले चीन का योगदान 4,000 करोड़ रुपये का होता था।
सीएआईटी ने एक बयान में कहा, "बीते कुछ वर्षो में, चीन में बनी राखी और राखियों में लगने वाले उत्पाद जैसे फोम, मोतियां, ड्राप्स, धागे और सजावट वाली थालियों ने भारतीय बाजार में अपनी गहरी पैठ बना ली है।"
संस्था ने कहा, "गलवानी घाटी में चीन और भारत के बीच संघर्ष के कारण खरीदारों और विक्रेताओं के बीच चीन-विरोधी भावनाओं ने अब स्थानीय राखी उत्पादों की मांग को बढ़ा दिया है।"
खरीदार अब स्थानीय उत्पादों के प्रति रुचि दिखाने लगे हैं। इतना ही नहीं वे अब चीन से मंगाए उत्पादों से बनी राखी के स्थान पर भारत में बनी राखी के लिए ऊंची कीमत भी चुकाने के लिए तैयार हैं।
सीएआईटी ने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, भारत में 50 करोड़ राखी हर साल बिक जाती है, जिसकी कीमत करीब 6,000 करोड़ रुपये है। इसमें से 4000 करोड़ रुपये के माल को चीन अकेले ही निर्यात करता है।
बयान के अनुसार, "इस वर्ष, चीन को निश्चित ही 4,000 करोड़ रुपये घाटे का झटका लगेगा।"
रायपुर, 22 जुलाई। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के कॉर्डियो थोरेसिक एवं जनरल व लेप्रोस्कोपिक विभाग की टीम ने मिलकर एक मरीज की सफल थोरेस्कोपी सर्जरी की। हॉस्पिटल में 31 वर्ष की आयु के एक मरीज ने आंखों में दर्द एवं धुंधला दिखने, कमजोरी की शिकायत के साथ डॉ. संजय शर्मा को दिखाया। डॉक्टरों ने रोगी की पूरी जांच की और जांच में पता चला कि उसे मायस्थेनिया ग्रेविस हो गया है।
मायस्थेनिया गे्रेविस एक प्रकार का ऐसा रोग है, जिसमें मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण मरीज को धुंधलापन, थकान, शारीरिक कमजोरी, बोलने में कठिनाई, खाना का निगलने में तकलीफ, सांस फूलना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इस मरीज को थाइमेक्टॉमी की सलाह दी गई। थाइमेक्टॉमी शल्य क्रिया के द्वारा थाइमस ग्रंथी को निकालने की प्रक्रिया को थाइमेक्टॉमी कहा जाता है।
इस प्रक्रिया को छाती में (स्टरनम) को चीरा लगा के किया जाता था, परंतु इस मरीज में दूरबीन पद्धति के द्वारा इस प्रक्रिया का सफल ऑपरेशन किया गया। जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप दवे ने अपने टीम एवं कॉर्डियो थोरेसिक सर्जन डॉ. विनोद आहूजा से चर्चा कर थाइमेक्टॉमी का दूरबीन पद्धति से सफल ऑपरेशन किया। इस तकनीक में बिना चीरफाड़ किए सिर्फ चार छेद करके ही वीडियो में देखकर पूरी सर्जरी की गई।
मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे और एचसीसीओ संदीप रूपेरिया ने इस सफलता के लिए कॉडियो थारेसिक एवं जनरल एवं लेप्रोस्कोपिक के सभी डॉक्टरों व उनकी टीम को बधाई दी।