कारोबार
सिओल/नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने रविवार को कहा कि उनके नए डुअल-स्क्रीन स्मार्टफोन द विंग को इस हफ्ते बिक्री के लिए दक्षिण कोरिया के बाजारों में पेश किया जाएगा। महामारी के बीच अपने हैंडसेट की ब्रिकी में इजाफा लाने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है। कंपनी के मुताबिक, मंगलवार से स्थानीय बाजारों में इसे लॉन्च किया जा रहा है, जिसकी कीमत 940 डॉलर यानि कि 68923.24 रुपये रखी गई है। अमेरिका में इसे 15 अक्टूबर को जारी किया जाएगा।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एलजी ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि विंग के लिए कोई प्री-ऑर्डर रिजर्वेशन नहीं होगा।
14 सितंबर को अनावरण किए गए इस स्मार्टफोन की सबसे बड़ी खासियत इसमें मौजूद दो अलग-अलग डिस्प्ले है, जिसमें से मेन स्क्रीन पूरी तरह से 90 डिग्री पर घूम जाएगी। इसके बाद पहले स्क्रीन के नीचे से एक दूसरा स्क्रीन निकलेगा और ये आपस में टी शेप में दिखाई देंगे।
यह स्मार्टफोन छह मोशन सेंसर्स के साथ जिंबल मोशन कैमरा तकनीक से लैस है, जिसकी मदद से वीडियो शूट करने के दौरान स्थिरता बनी रहेगी।
फोन में 6.8 इंच की मेन स्क्रीन दी गई है, जिसका आस्पेक्ट रेशियो 20.5:9 है। इसके सेकेंड्री स्क्रीन का टाइप 3.9 इंच का है और इसका आस्पेक्ट रेशियो 1.15:1 है।
विंग क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765 5जी चिपसेट द्वारा संचालित होगा, जो ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट परफॉर्मेंस में एक सामान्य स्नैपड्रैगन 765 प्रोसेसर की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक तेज है।
विंग में 8जीबी रैम और 128जीबी इंटरनल स्टोरेज है, जिसे माइक्रो एसडी कार्ड के साथ 2टीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें 4,000एमएएच की बैटरी दी गई है।
सियोल, 4 अक्टूबर (आईएएनएस) सैमसंग गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कैमरों के साथ बाजार में उपलब्ध हैंडसेट की सूची में शीर्ष पर है। यह जानकारी रविवार को एक रिपोर्ट से मिली।
यूएस कंज्यूमर रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग के फैबलेट सीरीज के एक हाई-एंड वर्जन वाले गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा को नवीनतम स्मार्टफोन के बीच सर्वाधिक अंक मिले हैं।
हाई-एंड नोट 20 अल्ट्रा में 108 मेगा पिक्सल वाइड-एंगल लेंस के साथ ही पीछे की तरफ 12 मेगा पिक्सल टेलीफोटो और अल्ट्रावाइड कैमरे हैं।
इसमें गैलेक्सी एस20 अल्ट्रा स्मार्टफोन में दिए गए 100गुणा जूम रेंज के बजाय 50 गुणा तक अधिकतम जूम रेंज है।
स्टैंडर्ड नोट 20 में 12-मेगापिक्सल (एमपी) वाइड-एंगल लेंस, 64 मेगा पिक्सल टेलीफोटो कैमरा और 12 मेगा पिक्सल अल्ट्रावाइड शूटर के साथ ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप उपलब्ध है।
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, प्रभावशाली अमेरिकी कंज्यूमर पत्रिका द्वारा सुझाए गए सूची में 12 में से नौ हैंडसेटों में सैमसंग के अन्य स्मार्टफोन भी शामिल हैं।
टेक की दिग्गज कंपनी ऐप्पल पहले नंबर पर है। पत्रिका ने कहा कि वीडियो की शूटिंग के मामले में आईफोन 11 प्रो और आईफोन 11प्रो मैक्स ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।
नोट 20 अल्ट्रा 12जीबी रैम और 256जीबी स्टोरेज के साथ आता है, जिसे माइक्रो-एसडी कार्ड के साथ 1टीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें 4500एमएएच की बैटरी का इस्तेमाल किया गया है।
सैमसंग के अनुसार नवीनतम नोट स्मार्टफोन एस पेन के साथ आते हैं जो कि 9 मिली सेकंड देरी और 80 प्रतिशत तेजी से प्रतिक्रिया का दावा करते हैं।
स्टाइलस में एक अपग्रेडेड एयर एक्शन फीचर है, जो टचलेस गेस्चर कंट्रोल के साथ यूजर्स को अपने स्मार्टफोन को आसानी से नियंत्रित करने की अनुमति देता है।
सैमसंग गैलेक्सी नोट 20 अल्ट्रा 5जी (12 जीबी 256 जीबी) की कीमत 104,999 रुपये है।
इस्लामाबाद, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने 54 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। फर्जी क्रेडेन्शल, रिश्वत, तस्करी और नशे से संबंधित गतिविधि में शामिल होने और सरकारी रिकॉर्ड की चोरी में शामिल होने के कारण इन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। डॉन न्यूज के मुताबिक, पूछताछ और समिति की रिपोर्ट में इन्हें दोषी पाए जाने के बाद पीआईए द्वारा शुक्रवार को यह कार्रवाई की गई।
हालांकि, 13 अन्य कर्मचारियों को उनके समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया गया, जबकि सात अन्य को मॉनिटरी अवार्ड दिया गया।
पीआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि संगठन में जवाबदेही प्रक्रिया जारी है। पूछताछ और समितियों की रिपोर्ट के दौरान साबित हुए विभिन्न आरोपों के मद्देनजर 54 कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 54 कर्मचारियों में से सात को टेम्पर्ड डॉक्युमेंट के लिए, आठ को लंबे समय तक अनधिकृत अनुपस्थिति के लिए, दो को कस्टमर/ठेकेदारों से रिश्वत लेने के लिए, चार को अवैध और अनैतिक काम में लिप्त होने के लिए, एक को शराब और नशीले पदार्थों के सेवन में लिप्त होने के लिए बर्खास्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि दो कर्मचारियों को चोरी और आधिकारिक रिकॉर्ड को नष्ट करने के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया था, एक को तस्करी के लिए बर्खास्त किया गया था, एक अन्य को अवज्ञा के लिए पदावनत किया गया।
इसके अलावा, पांच कर्मचारियों को अव्यवस्थित और अशोभनीय व्यवहार के लिए वेतन वृद्धि पर रोक लगाकर, नौ को अवज्ञा के लिए लोवर पे स्केल संबंधी रिडक्शन और एक अन्य कर्मचारी को ड्यूटी पर सोने के लिए नोटिस दिया गया था।
रायपुर, 3 अक्टूबर। उत्तर भारत समाज कल्याण समिति, छुईया छठ तालाब हीरापुर के समुदायक भवन में शपथ ग्रहण समाहरोह आयोजित किया गया। पूर्व अध्यक्ष भोला सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले विगत बीस वर्षों से उत्तर भारत समाज संचालित होता चला आ रहा है। उत्तर भारत समाज ने बहुत से सामाजिक कार्य किये है जिसमें जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवार हैं उनके बच्चों के शिक्षा की बात हो या जीविकापार्जन को लेकर समाज ने समय-समय पर परिवारों की सहायता की हैं। भोला सिंह के नेतृत्व में पहली वार मतदान के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव सम्पन्न हुआ। जिसमें समाज के नवनियुक्त निर्वाचित अध्यक्ष चंद्र भूषण शर्मा भारी मतों से विजयी हुए और शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय उपस्थित थे।
अध्यक्ष के साथ सभी पदाधिकारियों को समाज के प्रति समर्पित और गोपनीयता की शपथ पूर्व सभापति (नगर निगम) प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने शपथ पत्र के साथ शपत दिलाई। उपस्थिस सदस्यो में पार्षद श्रीमती कमलेश बसंत वर्मा, पार्षद सुनील चंद्राकर, वरिष्ठ सदस्य रविंद्र सिंह, समाज के संस्थापक राजकुमार चौधरी, संस्थापक सदस्य दिवाकर अवस्थी, हिरदेश शर्मा, अशोक सिंह के साथ भोला सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कंपनी ने परियोजना की कुल जरूरत की दो तिहाई स्टील की आपूर्ति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 3 अक्टूबर। भारत की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने 'अटल रोहतांग सुरंग’ के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले स्टील के अधिकांश हिस्से की आपूर्ति की है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को किया ।
इस परियोजना में इस्तेमाल किए गए कुल 15,000 टन स्टील में से 9,000 टन से भी अधिक की गुणवत्तापूर्ण स्टील की आपूर्ति सेल द्वारा की गई है। 3,000 मीटर से भी अधिक की ऊंचाई पर स्थित यह सुरंग दुनिया की सबसे लंबी सडक़ सुरंग बनने के लिए तैयार है। कंपनी ने एक बार फिर से देश के एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण और भारत को मजबूत बनाने में अपनी भागीदारी निभाई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सेल की सराहना करते हुए कहा, यह सुरंग स्थानीय लोगों को आवागमन की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ, रणनीतिक गतिविधियों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी। इसके साथ ही यह सुरंग स्पीति घाटी से जुड़ाव में मददगार साबित होगी। निर्माण स्थल और मौसम की भारी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को देखते हुए, यह सुरंग हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। सेल ने इस परियोजना के लिए भारी मात्रा में स्टील की आपूर्ति की है। सेल हमेशा से देश निर्माण की जरूरतों को पूरा करने में आगे रहा है और स्टील की हर ज़रूरत को पूरा किया है और सेल का देश निर्माण की दिशा में यह योगदान आगे भी जारी रहेगा।
यह सुरंग सभी मौसमों में आवागमन के लिए अनुकूल होगी, जो पूरे वर्ष के दौरान हिमाचल प्रदेश में मनाली को लाहौल और स्पीति वैली से जोड़ेगी। सेल द्वारा आपूर्ति की जाने वाली 9000 टन स्टील में, बिम्स बनाने के लिए लगभग 6500 टन टीएमटी, 1500 टन स्ट्रक्चलर और 1000 टन प्लेट और स्टेशन एवं कंट्रोल रूम बनाने के लिए के लिए कुछ मात्र जीपी/जीसी शीट्स की शामिल हैं।
सेल अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा, सेल हमेशा से देश सेवा के प्रति प्रतिबद्ध है और देश निर्माण के लिए इसी तरह आगे भी काम करता रहेगा। कंपनी के लिए यह एक और गर्व का क्षण है कि उसने भारत को मजबूत बनाने वाले इस महत्वपूर्ण परियोजना में भागीदारी निभाई है। सेल अपनी नई सुविधाओं के जरिये देश की घरेलू जरूरतों को पूरा करने की क्षमता और विशेषज्ञता बढ़ा रही है। भारत 'आत्मनिर्भर’ बनने की राह की ओर बढ़ रहा है, जिसके लिए देश के हर ज़रूरी बुनियादी ढांचे की ज़रूरत को पूरा करने लिए, सेल मजबूत स्टील के उत्पादन को जारी रखेगा।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)| कार कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने शुक्रवार को कहा कि इलेक्ट्रिक कार निर्माता 2021 में भारतीय बाजारों बाजार में प्रवेश करने के लिए तैयार है। मस्क ने टेस्ला कारों को भारत में लाने का खुलासा एक ट्विटर पोस्ट के जवाब में किया, जिसमें एक यूजर ने टेस्ला को भारत में आने के बारे में पूछा।
मस्क ने ट्वीट की प्रतिक्रिया देते हुए एक टी-शर्ट की तस्वीर पोस्ट की, जिसमें 'इंडिया लव टेस्ला', 'इंडिया वॉन्ट टेस्ला' लिखा था।
उन्होंने तस्वीर के साथ ट्वीट में लिखा, "अगले साल पक्का। आप सभी को इसका इंतजार करने के लिए धन्यवाद।"
इससे पहली भी कई बार टेस्ला भारतीय बाजारों में आने को तैयार थी, लेकिन कुछ सरकारी नियम के तहत कंपनी भारत में प्रवेश नहीं कर सकी।
2018 में ट्वीट करके मस्क ने साझा किया था कि कुछ चुनौतीपूर्ण सरकारी नियमों के कारण कंपनी भारत में प्रवेश नहीं कर पा रही है।
हालांकि शुक्रवार को मस्क के ट्वीट से लगता है कि कंपनी अगले साल भारतीय बाजार में कार लॉन्च कर सकती है
--आईएएनएस
इस कोर्स वाला प्रदेश का अकेला निजी विवि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 अक्टूबर। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में इसी शिक्षा सत्र से बैचलर ऑफ वोकेशन (बी.वोक) डिग्री पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। किसी भी उम्र के 12वीं पास विद्यार्थी सीवीआरयू के बी.वोक पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे।
यह मल्टीपल इंट्री एंड एक्जिट सिस्टम का पाठ्यक्रम है। विद्यार्थी को पहले 6 माह कोर्स करने पर सर्टिफिकेट, एक साल के कोर्स करने पर डिप्लोमा, दो साल की पढ़ाई पूरी करने पर एडवांस डिप्लोमा और तीन वर्प के पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी करने पर बी.वोक की डिग्री प्राप्त होगी। इसी तरह 4 साल की पढ़ाई पूरी करने पर पीडी डिप्लोमा और 5 साल की पढ़ाई पूरी करने पर एम.वोक की डिग्री मिलेगी। विद्यार्थी इस कोर्स में पीएचडी भी कर सकते हैं। इस कोर्स में विद्यार्थी अपनी समय व सुविधा के अनुसार पढ़ाई करके पूरा कर सकते हैं। सीवीआरयू में 7 सेक्टर्स के बी.वोक के 42 विषयों में विद्यार्थी पढ़ाई कर सकेंगे। इस पाठ्यक्रम को संचालित करने वाला सीवीआरयू एक मात्र निजी विश्वविद्यालय है।
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि आत्म निर्भर भारत की दिशा में यह कोर्स बड़ा कदम है। यह युवाओं को कार्य में दक्ष कर सीधे रोजगार से जोड़ता है। देश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार योग्य बनाने के लिए इस बदलाव को स्वीकार करते हुए हमें वैश्विक स्तर के साथ चलना होगा। बी.वोक कोर्स ऐसा ही एक पाठ्यक्रम है, जो दूरवर्ती शिक्षा और नियमित शिक्षा के बीच विद्यार्थियों की बेहतर सुविधा के लिए सेतु का काम करेगा। सही मायने में यह बी.वोक. भविष्य की पढ़ाई है। दुबे ने बताया कि इस कोर्स में कोई आयु सीमा नहीं है।
उद्योगों के कर्मचारी, पुराने विद्यार्थी, महिलाएं, बीते सत्र के 12वीं पास युवा सहित हर वर्ग के लोग अपनी समय सीमा के अनुसार प्रवेश लेकर पढ़ाई पूरी कर सकते है। आईटीआई पास विद्यार्थी भी डिग्री में प्रवेश ले सकते हैं। इसी तरह एनएसक्यूएफ लेवल 4 के विद्यार्थी भी बी.वोक. कर सकते हैं।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
संगठित क्षेत्रों के उद्योगों में कार्यरत युवाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है। वह अपने इंडस्ट्री में कार्य करते हुए इस कोर्स को कर सकते हैं। वर्तमान और भविष्य स्किल का समय है, इसलिए स्किल बेस पाठ्यक्रम करना युवाओं के लिए बेहद जरूरी है,। बी.वोक.ऐसा ही पाठ्यक्रम है, जिसकी पढ़ाई में 60 फीसदी कोर्स स्किल बेस हैं जो कि संबंधित विशय के इंडस्ट्री में कराए जाएंगें। विद्यार्थी सीधे प्रेक्टिकल करेगा। शेष 40 फीसदी कोर्स जनरल एजुकेशन है।
इन 7 सेक्टर्स में कोर्सेस बनाए गए 42 कोर्स
बैंकिंग एंड फायनेंसिंग सर्विस, आईटी एप्लीकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, कंस्ट्रक्शन, लाईफ साइंस, स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन एंड फिटनेस।
रायपुर, 2 अक्टूबर। सुमित देब सीएमडीए एनएमडीसी ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात पहली बार एनएमडीसी के शेयरधारकों को 62 वीं वार्षिक आम बैठक में संबोधित किया। उन्होंने सभी शेयरधारकों को धन्यवाद दिया तथा यह बताया कि किस प्रकार भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक पर्यावरण हितैषी खनिक के रूप में देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास पर बल देते हुए निरंतर प्रगति कर रहा है।
श्री देब ने बताया कि यह भी बताया कि वर्ष के दौरान छत्तीसगढ़ में बैलाडीला लौह अयस्क खानों के सभी पांच खनन पट्टों को विस्तारित कर दिया गया है। उन्होंने यह भी सूचना दी कि कोयला मंत्रालय ने एनएमडीसी को कोयला खान विशेष प्रावधान अधिनियम 2015 की धारा 5 के अधीन तोकीसूद उत्तर कोयला खान तथा रोहने कोयला खान का सफल आबंटी घोषित किया है।
श्री देब ने बताया कि कैलेंडर वर्ष 2019 संपूर्ण विश्व के साथ .साथ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है। कैलेंडर वर्ष 19 के दौरान विश्व की प्रगति एक दशक पहले वैश्विक वित्तीय संकट के बाद से सर्वाधिक धीमी रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाली तिमाहियों में आपकी कंपनी का प्रदर्शन बेहतर रहेगा क्योंकि एनएमडीसी अपनी परिचालन क्षमताओं को प्राथमिकता दे रहा है तथा नए वित्त वर्ष में बेहतर निष्पादन के लिए अपनी कार्य नीतियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर। वैश्विक निवेश फर्म जनरल अटलांटिक 0.84 प्रतिशत इक्विटी के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 3,675 करोड़ रूपये का निवेश करेगी। यह रिलायंस रिटेल में तीसरा बड़ा निवेश है। बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने इस निवेश की घोषणा की। सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी को 4.285 लाख करोड़ रूपये आंका गया।
साल की शुरुआत में जनरल अटलांटिक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 6,598.38 करोड़ का निवेश किया था। यह जनरल अटलांटिक का रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, मैं प्रसन्न हूं कि जनरल अटलांटिक के साथ हमारे संबंध और मजबूत हुए हैं। हम व्यापारियों और उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और अंतत: भारतीय रिटेल की तस्वीर बदलने के लिए काम कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल की तरह, जनरल अटलांटिक भी प्रगति और विकास के लिए डिजिटल क्षमता में विश्वास करती है। जनरल अटलांटिक की विशेषज्ञता और भारत में निवेश के दो दशकों के उसके अनुभव का लाभ उठाने के लिए हम तत्पर हैं। क्योंकि हम देश में रिटेल की सूरत बदलने के लिए नया कॉमर्स प्लेटफार्म विकसित कर रहे हैं। जनरल अटलांटिक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिल फोर्ड ने कहा, जनरल अटलांटिक देश के रिटेल क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की मुकेश अंबानी के मिशन का समर्थन करती है।
जनरल अटलांटिक टेक्नॉलोजी की ताकत में रिलायंस इंडस्ट्रीज की धारणा में भी गहरा विश्वास रखती है। हमें वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से रिलायंस टीम के साथ भागीदारी करने पर सम्मानित महसूस कर रहे है।
रायगढ़, 2 अक्टूबर। कलेक्टर भीम सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को उनके कक्ष में रायगढ़ अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी के अंतर्गत मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई।
बीके बिरला स्मृति (ऑनलाइन) विचार गोष्ठी 2020
रायपुर, 2 अक्टूबर। राजकुमार कॉलेज विद्यार्थियों ने प्रतिष्ठित आईपीएससी बीके बिरला स्मृति (ऑनलाइन) विचार गोष्ठी 2020 में तृतीय स्थान प्राप्त किया। 29-30 सितंबर को निम्नलिखित प्रतियोगिताओं में भाग लिया-बहुप्ररूपीय वाद-विवाद, सामान्य प्रश्नोत्तरी, रेडियो रूपक (त्रिसंवाद) एवं रचनात्मक लेखन। रेडियो रूपक (त्रिसंवाद) में अखिल भारतीय स्तर पर 28 आईपीएससी विद्यालयों ने भाग लिया जिसमें राजकुमार कॉलेज के तूलिका आहूजा (कलाकार), नव्या रतेरिया (कलाकार) इशिका अग्रवाल (तकनीकी प्रभारी) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल सेवानिवृत्त अविनाश सिंह ने विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को बधाई दी।
इस कोर्स वाला प्रदेश का अकेला निजी विवि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 अक्टूबर। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में इसी शिक्षा सत्र से बैचलर ऑफ वोकेशन (बी.वोक) डिग्री पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। किसी भी उम्र के 12वीं पास विद्यार्थी सीवीआरयू के बी.वोक पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकेंगे।
यह मल्टीपल इंट्री एंड एक्जिट सिस्टम का पाठ्यक्रम है। विद्यार्थी को पहले 6 माह कोर्स करने पर सर्टिफिकेट, एक साल के कोर्स करने पर डिप्लोमा, दो साल की पढ़ाई पूरी करने पर एडवांस डिप्लोमा और तीन वर्प के पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी करने पर बी.वोक की डिग्री प्राप्त होगी। इसी तरह 4 साल की पढ़ाई पूरी करने पर पीडी डिप्लोमा और 5 साल की पढ़ाई पूरी करने पर एम.वोक की डिग्री मिलेगी। विद्यार्थी इस कोर्स में पीएचडी भी कर सकते हैं। इस कोर्स में विद्यार्थी अपनी समय व सुविधा के अनुसार पढ़ाई करके पूरा कर सकते हैं। सीवीआरयू में 7 सेक्टर्स के बी.वोक के 42 विषयों में विद्यार्थी पढ़ाई कर सकेंगे। इस पाठ्यक्रम को संचालित करने वाला सीवीआरयू एक मात्र निजी विश्वविद्यालय है।
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि आत्म निर्भर भारत की दिशा में यह कोर्स बड़ा कदम है। यह युवाओं को कार्य में दक्ष कर सीधे रोजगार से जोड़ता है। देश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार योग्य बनाने के लिए इस बदलाव को स्वीकार करते हुए हमें वैश्विक स्तर के साथ चलना होगा। बी.वोक कोर्स ऐसा ही एक पाठ्यक्रम है, जो दूरवर्ती शिक्षा और नियमित शिक्षा के बीच विद्यार्थियों की बेहतर सुविधा के लिए सेतु का काम करेगा। सही मायने में यह बी.वोक. भविष्य की पढ़ाई है। दुबे ने बताया कि इस कोर्स में कोई आयु सीमा नहीं है।
उद्योगों के कर्मचारी, पुराने विद्यार्थी, महिलाएं, बीते सत्र के 12वीं पास युवा सहित हर वर्ग के लोग अपनी समय सीमा के अनुसार प्रवेश लेकर पढ़ाई पूरी कर सकते है। आईटीआई पास विद्यार्थी भी डिग्री में प्रवेश ले सकते हैं। इसी तरह एनएसक्यूएफ लेवल 4 के विद्यार्थी भी बी.वोक. कर सकते हैं।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
संगठित क्षेत्रों के उद्योगों में कार्यरत युवाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है। वह अपने इंडस्ट्री में कार्य करते हुए इस कोर्स को कर सकते हैं। वर्तमान और भविष्य स्किल का समय है, इसलिए स्किल बेस पाठ्यक्रम करना युवाओं के लिए बेहद जरूरी है,। बी.वोक.ऐसा ही पाठ्यक्रम है, जिसकी पढ़ाई में 60 फीसदी कोर्स स्किल बेस हैं जो कि संबंधित विशय के इंडस्ट्री में कराए जाएंगें। विद्यार्थी सीधे प्रेक्टिकल करेगा। शेष 40 फीसदी कोर्स जनरल एजुकेशन है।
इन 7 सेक्टर्स में कोर्सेस बनाए गए 42 कोर्स
बैंकिंग एंड फायनेंसिंग सर्विस, आईटी एप्लीकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, कंस्ट्रक्शन, लाईफ साइंस, स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन एंड फिटनेस।
रायपुर, 1 अक्टूबर। जे.सी.आई रायपुर रॉयल कैपिटल, जोन-ढ्ढङ्ग ने लॉकडॉउन को देखते हुए 23 से 28 सितम्बर में ऑनलाइन फैशन सप्ताह कराने की योजना बनाई । शहर एवं राज्य के 60 बच्चे एवं बड़े मेल एवं फीमेल ने इस प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।
फैशन शो को तीन राउंड में खेला गया। पहला राउंड सलेक्शन राउंड रखा गया जिसमें प्रतिभागियों को अपने पिक्चर्स भेजने थे। ऑडिशन राउंड में प्रतिभागियों ने अपना हुनर दिखाते हुए अपना एक वीडियो भेजा। फाइनल राउंड सोमवार को ज़ूम में लाइव किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने रैंपवॉक किया, जजेज़ एवं होस्ट ने उनसे प्रश्न किए ।
फैशन शो के विजेताओं का निर्णय करने के लिए जज के रूप में मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड विनर 2016 शीतल उपाध्याय एवं छत्तीसगढ़ के जाने माने टैक्स सलाहकार सीए रमनदीप भाटिया को आमंत्रित किया गया।
इस प्रतियोगिता में विजेता के रूप में फैशन किंग एवं क्वीन का खिताब अमर जसवानी एवं कृतिका मित्तल को प्राप्त हुआ। स्टाइल आइकन 2020 मेल एवं फीमेल के लिए वात्सल्य मूर्ति एवं पल्लवी अग्रवाल को विजेता घोषित किया गया। बेस्ट फोटोजेनिक अवॉर्ड के लिए आकृति चंद्राकर, बेस्ट परफॉर्म्स के लिए प्रेरणा अग्रवाल, बेस्ट क्रिएटिव के लिए अश्विनी जैन, बेस्ट पर्सनैलिटी के लिए पिंकी राजपूत को विजेता घोषित किया गया। बच्चो में राइजिंग स्टार मेल एवं फीमेल के लिए आरुष अग्रवाल एवम् बेबो राजवानी को विजेता घोषित किया गया । बेस्ट फोटोजेनिक किड्स के लिए कबीर सुंदरानी को सेलेक्ट किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जेसीआई ज़ोन-9 की ज़ोन डायरेक्टर प्रोग्राम नेहा शालमन, जेसीआई रायपुर रॉयल कैपिटल के अध्यक्ष आकाश सुंदरानी, चैप्टर इंचार्ज निशांत अग्रवाल जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की पुरी रूप रेखा को होस्ट के रूप में आदित्य अग्रवाल, मोनू जैन एवं रवी तेजा ने बखूबी निभाया। उपरोक्त जानकारी विज्ञप्ति के द्वारा संस्था के पीआरओ जेसी गौरव गोस्वामी द्वारा दी गई!
सैन फ्रांसिस्को, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| गूगल ने आखिरकार अपने बहुप्रतिक्षित स्मार्टफोन-पिक्सल 5 और पिक्सल 4ए 5जी को लॉन्च कर दिया है। दोनों स्मार्टफोन क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 765जी एसओसी चिपसेट से लैस हैं। साथ ही इनमें डुअल रियल कैमरा और एक 8एमपी का सेल्फी कैमरा है, जो होल पंच डिस्प्ले डिजाइन में फिट किया हुआ है।
गूगल पिक्सल 5 की कीमत 699 डॉलर रखी गई है जबकि गूगल पिक्सल 4ए 5जी की कीमत 499 डॉलर है।
दोनों स्मार्टफोन सबसे पहले 5जी मार्केट्स अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ताइवान और आस्ट्रेलिया में बिक्री के लिए उपलब्ध होगा। सबसे पहले ये फोन जापान में उलपब्ध होगा और फिर बाकी के देशो में खरीदा जा सकेगा।
भारत में इन स्मार्टफोन्स कब उपलब्ध होंगे, इस बारे में गूगल ने अभी कुछ भी साफ नहीं किया है। भारत मे अभी 5जी सेवा शुरू नहीं हुई है।
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| एप्पल वॉच सीरीज 6 और एप्पल वॉच एसई अब भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। ये डिवाइस एप्पल ऑनलाइन स्टोर से खरीदे जा सकते हैं। खासतौर पर भारत के लिए तैयार इंडिया स्टोर 23 सितम्बर को लाइव हुआ था। इस साइट पर एप्पल पर कई तरह के प्रॉडक्ट्स उपलब्ध हैं लेकिन सबसे ताजातरीन प्रॉडक्ट्स में एप्पल वॉच सीरीज 6, एप्पल वॉच एसई और आईपैड (आठवीं पीढ़ी) शामिल हैं।
एप्पल वॉच सीरीज 6 (जीपीएस) की कीमत 40,900 रुपये है जबकि एप्पल वॉच सीरीज 6 (जीपीएस एवं सेलुलर) की कीमत 49,900 रुपये है।
इसी तरह एप्पल वॉच एसई (जीपीएस) की कीमत 29,900 रुपये रखी गई है। इसमें एप्पल वॉच एसई (जीपीएस एवं सेलुलर) की कीमत 33,900 रुपये है।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)| होंडा मोटारसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) भारत में मिड साइज 350-500 सीसी मोटरसाइकिल सेगमेंट में कदम रखने जा रहा है और इसी के अनुरूप कंपनी ने एच नेस-सीबी350 का अनावरण किया है, जिसे अक्टूबर के आखिर तक लॉन्च किया जाएगा। यह नई पेशकश कंपनी की 'बिगविंग' पोर्टफोलियो से तीसरा बीएस-6 मॉडल होगा, जो एक एक्सक्लूसिव प्रीमियम बाइक वर्टिकल है। इसकी कीमत 1.90 लाख रुपये के आसपास होने की उम्मीद है।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा, "एच नेस-सीबी350 में एक 350 सीसी का एक बेहद शक्तिशाली, 4 स्ट्रोक एयरकूल्ड, ओएचसी सिंगल-सिलेंडर है, जो पीजीएम-एफआई तकनीकि से लैस है। यह 3000 आरपीएम पर 30एनएम पीक टार्क जेनरेट करता है, जो नियमित रूप से इस्तेमाल करने की दृष्टि से उपयुक्त है।"
इसके अलावा, बाइक में सामने और पीछे की ओर अधिक दृश्यता के लिए फूल 'एलईडी सेटअप' है। साथ ही इसमें डुअल डिस्क ब्रेक, डुअल चैनल एबीएस और 15 लीटर का एक फ्यूल टैंक भी हैं
कंपनी के 'सीबी' ब्रांड का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसकी शुरुआत सन् 1952 में सीबी92 से हुई थी।
--आईएएनएस
सैन फ्रांसिस्को, 30 सितंबर (आईएएनएस)| साल 2021 की शुरुआत में एप्पल द्वारा 12.9 इंच के मिनी एलईडी बैकलाइट सहित आईपैड प्रो को लॉन्च करने की बात कही जा रही है और साथ ही साल की दूसरी छमाही में मिनी एलईडी बैकलाइट सहित मैकबुक को भी लॉन्च किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। ताइवान की राजधानी ताइपे की एक वेबसाइट डिजिटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डिस्प्ले निर्माता एपिस्टार की तरफ से 10,000 से अधिक मिनी एलईडी की आपूर्ति कराई जा रही है, जिन्हें आईपैड प्रो टैबलेट में इस्तेमाल किया जाएगा।
इस बीच, एप्पल द्वारा अपने नए मैकबुक के लिए मिनी एलईडी के एक दूसरे सप्लायर के रूप में ओसराम ओप्टो को नियुक्त किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। एप्पल के तकनीकि विश्लेषक मिंग-ची कुओ के हवाले से इसकी जानकारी मिली है।
रिपोर्ट में कहा गया है, माइक्रो एलईडी की दो खासियत है, एक तो इसमें एप्पल के हालिया वॉच स्क्रीन के मुकाबले ऊर्जा की खपत कम होती है और दूसरी यह कि यह पतला भी है। इसके साथ ही इसका अपडेट रेट भी कई गुना तेज है और चूंकि स्क्रीन बड़ा है, तो देखने के हिसाब से भी यह काफी अच्छा है। हालांकि माइक्रो एलईडी विनिर्माण प्रक्रिया को अपनाना ही इसमें बड़ी बाधा बन रही है, क्योंकि यह प्रक्रिया जटिल है।
आपूर्ति की क्षमता में वृद्धि और आपूर्तिकर्ताओं के बीच प्रतिस्पर्धा के चलते मिनी एलईडी डिस्प्ले के लिए एप्पल की लागत 5530.01 - 6267.35 रुपये से कम करीब 3318.01 रुपये तक बैठेगी।
कुओ को इस बात की उम्मीद है कि साल 2021 में कुल आईपैड में से 30 से 40 प्रतिशत आईपैड को मिनी एलईडी डिस्प्ले के साथ उपलब्ध कराया जाएगा और 20 से 30 प्रतिशत शिपिंग मैकबुक की होगी।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)| एप्पल द्वारा अपने बहु-प्रतीक्षित आईफोन 12 को लॉन्च किए जाने के बारे में बताने का इंतजार दुनिया को काफी लंबे समय से था। इंतजार की यह घड़ी अब यहीं खत्म होती है, क्योंकि नई रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि आईफोन 12 की पहली खेप 5 अक्टूबर को वितरकों के पास पहुंच रही है। एप्पल के जानकार और तकनीकी विश्लेषक जॉन प्रॉसेर के मुताबिक, इस खेप में 64जीबी/128जीबी/256जीबी वेरिएंट के आईफोन 12 मिनी 5.4 (निश्चित रूप से इसका आखिरी मार्केटिंग नाम) और 64जीबी/128जीबी/256जीबी वाले आईफोन 12 6.1 को शामिल किया जाएगा।
मंगलवार देर रात को उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "13 अक्टूबर को इवेंट आयोजित किया जाएगा, जैसा कि मैंने पहले ही बताया हुआ है।"
उन्होंने दावा किया है कि दुकानों में सबसे पहले आईफोन मिनी को ही उपलब्ध कराया जाएगा, जो 5.4 इंच की होगी और आईफोन 12 मैक्स 6.1 इंच की होगी।
एप्पल द्वारा आईफोन 12 सीरीज के तहत चार नए डिवाइसों को लॉन्च करने की उम्मीद है, जिन्हें ओएलईडी डिस्प्ले और 5जी सपोर्ट के साथ पेश किए जाने की बात कही जा रही है। एक अन्य विश्लेषक मिंग-ची कूओ पहले ही इस बात का दावा कर चुके हैं।
उम्मीद की जा रही है कि एप्पल दक्षिण कोरिया में अपने नए आईफोन 12 सीरीज को पहले लॉन्च कर सकता है। लोकल टेलीकॉम ऑपरेटर्स के अधिकारियों के हवाले से योनहाप समाचार एजेंसी में बताया गया है कि वे अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में आईफोन 12 को बेचने की तैयारी में जुटे हैं।
विदेशी तकनीकी समीक्षकों ने अनुमान लगाया कि 13 अक्टूबर को आईफोन 12 का अनावरण किया जा सकता है और 23 अक्टूबर को चुनिंदा बाजारों में इसकी बिक्री शुरू हो सकती है।
--आईएएनएस
सोहिनी दास
नई दिल्ली, 30 सितंबर (एजेंसियां)। दुनिया में सबसे बड़ी तादाद में टीका बनाने वाली पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) अब भारत के साथ-साथ निम्न और मध्यम आमदनी वाले देशों के लिए 2021 में कोरोना टीका 3 डॉलर या लगभग 250 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से करीब 10 करोड़ टीके का अतिरिक्त उत्पादन करेगी। कंपनी द्वारा इस कीमत पर पेशकश किए जाने वाले टीकों की कुल तादाद 20 करोड़ होगी क्योंकि उसे बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से 15 करोड़ डॉलर का अतिरिक्त फंड मिला है जो जोखिम की स्थिति के लिए होगा।
यह घोषणा व्यावहारिक रूप से सीरम इंस्टीट्यूट, टीके के लिए वैश्विक गठबंधन ‘गावी’ और बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के बीच सहयोग को आगे बढ़ाएगी जो अगस्त की उस घोषणा के बाद की गई है जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा कि वह 250 रुपये की एक खुराक के हिसाब से 10 करोड़ खुराक का वितरण करेगी। इस साझेदारी का विस्तार अब ऐस्ट्राजेनेका टीके और नोवावैक्स के कोविड-19 टीकों के लिए 20 करोड़ तक कर दिया गया है।
गेट्स फाउंडेशन अपने रणनीतिक निवेश कोष के माध्यम से गावी को जोखिम की स्थिति के लिए 15 करोड़ डॉलर तक का फंड देगा जिससे इस सहयोग के लिए कुल फंड की राशि 30 करोड़ डॉलर तक हो जाएगी। यह गावी-कोवैक्स एडवांस मार्केट कमिटमेंट (एएमसी) का एक हिस्सा है जो कोवैक्स केंद्र के भीतर की ही एक प्रणाली है। कोविड-19 टीकों के लिए कोवैक्स सुविधा केंद्र दरअसल गावी के समन्वय वाली एक पूल खरीद प्रणाली है जिसके माध्यम से कोवैक्स हरेक प्रतिभागी अर्थव्यवस्था तक टीके की समान पहुंच सुनिश्चित करेगा और इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा तैयार किए जा रहे आवंटन ढांचे का इस्तेमाल किया जाएगा।
गावी कोवैक्स एएमसी फिलहाल शुरुआती फंडिंग के लिए कम से कम 2 अरब डॉलर की मांग कर रहा है और यह टीके की खुराक के लिए खरीद की लागत का कम से कम हिस्सा पूरा करेगा। गावी बोर्ड ने 92 देशों की अंतिम सूची पर सहमति जताई है जिसे गावी कोवैक्स एएमसी द्वारा समर्थित किया जाएगा। नए सहयोग के तहत, ऐस्ट्राजेनेका का टीका अगर सफल होता है तब यह 61 गावी देशों के लिए उपलब्ध होगा। नोवैक्स टीका के सफल होने पर यह गावी कोवैक्स एएमसी द्वारा समर्थित सभी 92 देशों के लिए उपलब्ध होगा।
ये देश दोनों भागीदारों के साथ एसआईआई के लाइसेंसिंग समझौतों से जुड़े हुए हैं। यह व्यवस्था फिर से अतिरिक्त खुराक रखने का विकल्प प्रदान करती है। इस सहयोग से सीरम इंस्टीट्यूट को अग्रिम पूंजी मिलेगी ताकि यह अपनी विनिर्माण क्षमता को बढ़ा सके। एक बार जब टीका उम्मीदवारों को नियामक की मंजूरी और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की पूर्व पात्रता मिल जाती है तब खुराक 2021 की पहली छमाही में भारत और कम तथा मध्यम आय वाले देशों को बड़े पैमाने पर वितरित की जा सकती है।
उन्होंने कहा, 'इस स्तर पर, सरकार और सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र में वैश्विक स्वास्थ्य एवं वित्तीय संस्थानों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्त्वपूर्ण है कि कोई भी बीमारी से उबरने की राह में पीछे न रह जाए। यह संगठन हमारे उन प्रयासों के अनुरूप है कि भविष्य का टीका महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पूर्ण प्रतिरोधक क्षमता देने के लिए दुनिया के दूरदराज के हिस्से तक भी पहुंचे।'
पूनावाला की ही बात को दोहराते हुए कि गावी के सीईओ सेठ बर्कली ने कहा, 'यह टीका निर्माण वैश्विक स्तर पर सामाजिक और आर्थिक रूप से कम विकसित देशों के लिए है। इससे हमें यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि कोई भी देश कोविड-19 का टीका पाने की राह में पीछे न रह जाए। पिछले हफ्ते हम कोवैक्स सुविधा से बड़ी तादाद में जुडऩे वाले देशों की संख्या के बारे में बताने में सक्षम थे। आज हम सुरक्षित और प्रभावी टीके की घोषणा कर सकते हैं जिसे कम और मध्यम आमदनी वाले देशों के लिए विशेष रूप से आरक्षित किया जाएगा। कोविड-19 टीके को पाने की राह में कोई भी देश चाहे वह अमीर हो या गरीब इस कतार में पीछे नहीं रहेगा। इस लक्ष्य को हासिल करने में यह सहयोग काफी मददगार साबित हो रहा है।' अब तक 73 सबसे अधिक आमदनी वाली अर्थव्यवस्थाओं ने औपचारिक रूप से इस सुविधा में शामिल होने की प्रतिबद्धता जताई है। इसके अतिरिक्त 92 कम और मध्यम आमदनी वाली अर्थव्यवस्थाएं गावी कोवैक्स एमएमसी का समर्थन करने के लिए पात्र हैं।
यह सौदा जून में घोषित ऐस्ट्राजेनेका और गावी के हुए एक समझौता ज्ञापन के अतिरिक्त है जो व्यापक कोवैक्स सुविधा के लिए ऐस्ट्राजेनेका के टीके की अतिरिक्त 30 करोड़ खुराक की आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। इन दो सौदों की वजह से वैश्विक पैमाने पर सबसे कमजोर देशों को भी टीके की आपूर्ति कराने में मदद मिल सकती है।
अगस्त तक 15 में से एक संक्रमित
आईसीएमआर के दूसरे सीरो सर्वेक्षण के अनुसार अगस्त 2020 तक 10 साल और इससे अधिक उम्र के 15 लोगों में से एक व्यक्ति के सार्स-सीओवी2 की चपेट में होने का अनुमान है जो बड़ी आबादी के कोरोनावायरस संक्रमण से प्रभावित होने की आशंका को दर्शाता है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दूसरे सीरो सर्वे के निष्कर्षों को मंगलवार को जारी किया गया। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने संवाददाता सम्मेलन में देश भर में कराए गए सीरो सर्वे को पेश करते हुए कहा कि 17 अगस्त से 22 सितंबर तक 29,082 लोगों (10 वर्ष और इससे अधिक) पर सर्वे किया गया जिसमें 6.6 प्रतिशत में सार्स-सीओवी2 की चपेट में आ चुके होने के लक्षण दिखाई दिए और 7.1 प्रतिशत वयस्क आबादी (18 साल और इससे अधिक) में भी इसकी चपेट में आने के पूर्व के लक्षण दिखाई दिए।
नई दिल्ली, 30 सितंबर। यूपी के कानपुर में स्थित चर्चित उद्योगपति और पान मसाला किंग के नाम से मशहूर विक्रम कोठारी उनकी पत्नी साधना कोठारी और बेटे राहुल कोठारी के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक और नया मामला दर्ज किया है। ये नई एफआईआर 15 सितंबर को दर्ज की गई। लेकिन अब खबर आ रही है कि इसी मामले को आधार बनाते हुए करीब तीन दिनों के अंदर ही ईडी भी मामला दर्ज करने वाली है। ईडी मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक ईडी की लखनउ ब्रांच इस मामले को दर्ज करके मामले की तफ्तीश में जुट जाएगी। इसके लिए सीबीआई से अधिकारिक तौर पर इस मामले की एफआईआर कॉपी सहित कई अन्य दस्तावेजों की कॉपी मांगी गई है।
क्या है मामला- केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पेन निर्माता कंपनी रोटेमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रमोटर्स विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी साधना कोठारी और बेटे राहुल कोठारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी ने बैंक ऑफ इंडिया के साथ 806 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी किए जाने के आरोप में यह केस दर्ज किया। बैंकों को धोखा देने के लिए कानपुर के कोठारियों द्वारा संचालित रोटोमैक समूह के खिलाफ यह तीसरा सीबीआई मामला है।
सीबीआई के सूत्रों की अगर मानें तो इस मामले में कई शैल कंपनियों के मार्फत उन करोड़ों रुपयों को डायवर्ट किया गया है। बैंक ने इस मामले में पिछले कई सालों से दर्जनों बार नोटिस भेजा। लेकिन पैसों को चुकाने को लेकर कोठारी ग्रुप ने कोई कदम नहीं उठाया और जानबुझकर टाल मटोल की जा रही है।
कारोबार में नुकसान होने का बहाना बनाकर पैसे नहीं चुकाने का आरोप कोठारी ग्रुप पर है। लिहाजा इस मामले में काफी कोशिश करने के बाद भी कंपनी और उस कंपनी के प्रमोटर्स ने जब कर्ज नहीं चुकाया तब बैंक ऑफ इंडिया के कानपुर जोन के अधिकारी सत्य प्रकाश ने इस मामले की लिखित तौर पर शिकायत सीबीआई को दी गई है।
जिसके बाद सीबीआई की बैंकिंग फ्रॉड और सिक्युरिटी ब्रांच की टीम ने इस मामले को दर्ज करके मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
अगर पुराने मामलों की बात करें तो फरवरी 2018 में, सीबीआई ने रोटोमैक और विक्रम कोठारी के खिलाफ बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स सहित सात बैंकों के साथ कथित रूप से धोखाधड़ी करने को लेकर पहला मामला दर्ज किया था। इस दौरान उन पर बैंकों के साथ 3,695 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने का आरोप लगा था।
आरोप लगाया गया था कि कोठारी को दुबई, शारजाह और हॉन्ग-कॉन्ग जैसी जगहों पर अपने खरीदारों और आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान करने के बहाने विदेशी ऋण पत्र (एफएलसी) के आधार पर कर्ज दिया गया। लेकिन ये लोग वास्तविक तौर पर मौजूद नहीं मिले। कोठारियों ने कथित तौर पर बैंकों को बिलों के अधूरे दस्तावेज और फोटोकॉपी उपलब्ध कराए थे।
इसके बाद, एजेंसी ने फरवरी 2020 में दूसरा केस दर्ज किया था, जिसमें कंपनी के खिलाफ इलाहाबाद बैंक से 36 करोड़ रुपये का फ्रॉड का आरोप लगा था। हाल वाली एफआईआर में, सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने बैंक ऑफ इंडिया से कुछ समय के लिए कर्ज लिया था, जिसका 806 करोड़ रुपये का बकाया है। आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने बैंक से लिए गए अधिकांश फंड को डायवर्ट कर दिया।
‘आठे-कन्हैया’ दीवार चित्रकला की लोक परंपरा पर ऑनलाइन कार्यशाला-सह-चित्रकला व निबंध स्पर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाईनगर, 29 सितंबर। राष्ट्रीय धरोहर निधि के दुर्ग-भिलाई अध्याय द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रचलित रही 'आठे-कन्हैया’ दीवार चित्रकला की लोक परंपरा पर शालेय विद्यार्थियों के लिए एक कार्यशाला-सह-चित्रकला व निबंध स्पर्धा का ऑनलाइन आयोजन किया गया। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा के मुख्य आतिथ्य व पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के पूर्व कुलपति डॉ. शिव कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में इंदिरा कला व संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ के प्रोफेसर डॉ. नाथू तोरे तथा पूर्व प्रोफेसर डॉ. गोरे लाल चंदेल विशेषज्ञ के रूप में शामिल हुए।
मुख्य अतिथि डॉ. अरुणा पल्टा ने कोरोना संकट की अवरोधक स्थितियों के बावजूद टेक्नोलॉजी के सहारे बच्चों में लोक परम्पराओं के प्रति जागृति लाने के इंटेक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ग्रामीण जीवन में 'आठे-कन्हैया’ जैसी चित्रकला की लोक परम्पराओं का संरक्षण बहुत जरुरी है। इस हेतु विविध जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर नई पीढ़ी को इन चित्रों के सामाजिक महत्त्व को समझाना चाहिए।
डॉ. शिव कुमार पाण्डेय ने कहा कि बच्चों में सृजनात्मकता व लोक परम्पराओं के प्रति उत्सुकता का विकास करना अत्यंत ही पुनीत एवं महत्वपूर्ण कार्य है। छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक समृद्धि का एहसास छत्तीसगढ़ में पलने-बढऩे वाले हर बच्चे को कराना चाहिए।
विशेषज्ञ के बतौर शामिल डॉ. गोरीलाल चंदेल ने कंस रूपी साम्राज्यवादी शक्तियों के विरुद्ध एकजुटता व क्रांति में कृष्ण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए 'आठे-कन्हैया’ दीवाल चित्रकला के सामाजिक संदर्भों को बतलाया। डॉ. नाथू तोरे ने 'आठे-कन्हैया’ के चित्र को बना कर इस शैली का प्रदर्शन किया व इसकी बारीकियों से बच्चों को अवगत कराया।
आरम्भ में राष्ट्रीय धरोहर निधि के दुर्ग-भिलाई अध्याय के संयोजक डॉ. डी एन शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इंटेक की गतिविधियों के विषय में बताया। राष्ट्रीय धरोहर निधि के छत्तीसगढ़ राज्य अध्याय के सचिव राजेंद्र चांडक ने बताया कि खैरागढ़ व महासमुंद में भी बच्चों के लिए ऐसा आयोजन पूर्व में किया जा चुका है। साहित्यकार रवि श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। तकनीकी संचालन इन्टेक रायपुर की पूनम ने किया।
इस अवसर पर सह संयोजक विद्या गुप्ता, चित्रकार महेश चतुर्वेदी, मालती चांडक, राजशेखर खरे भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। डीपीएस-भिलाई, शंकराचार्य विधालय हुडको, एस डी बी पब्लिक स्कूल खुर्सीपार, जी बी एन पब्लिक स्कूल रायपुर नाका, शास बहुद्देशीय स्कूल दुर्ग के विधार्थियों ने विशेष सहभागिता दी।
सैन फ्रांसिस्को, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| अमेजन ने कहा है कि उसका बहुप्रतिक्षित वार्षिक सेल इवेंट-प्राइम डे इस साल 13-14 अक्टूबर को आयोजित होगा। इस साल के इवेंट में कई तरह के डिस्काउंट देने का वादा किया गया है। हर कटेगरी में कम से कम एक अरब डील्स का वादा अमेजन ने किया है।
बीते साल सेल हॉलीडे का आयोजन जुलाई के मध्य में किया गया था लेकिन इस साल कोरोनावायरस के कारण इसका आयोजन नहीं हो सका था।
अमेजन ने कहा कि वह इस साल छोटे व्यवसायियों को मदद पहुंचने के लिए प्राइम डे को डिजाइन कर रहा है।
अमेजन ने यह भी कहा है कि प्राइम डे सिर्फ ऑनलाइन स्टोर्स तक सीमित नहीं है। एक प्राइम मेम्बर किसी अमेजन फिजिकल रीटेल स्टोर पर जाकर इन-स्टोर-डील्स का लाभ ले सकता है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)| सरकार ने चीनी मिलों की मांग पर अधिकतम स्वीकार्य निर्यात परिमाण (एमएईक्यू) कोटे के तहत निर्धारित 60 लाख टन चीनी निर्यात करने की समय-सीमा तीन महीने के लिए बढ़ाकर दिसंबर तक कर दी है। यह जानकारी सोमवार को खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को दी। अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते कई मिलों को चीनी निर्यात करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था, इसलिए उनकी ओर से निर्यात की समय सीमा बढ़ाने की मांग की गई थी।
चालू शुगर सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) में सरकार द्वारा एमएईक्यू के तहत निर्धारित निर्यात कोटा 60 लाख टन में से 57 लाख टन के करीब निर्यात के सौदे हो चुके हैं। खाद्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुबोध कुमार सिंह ने आईएएनएस को बताया कि चीनी मिलों को तय कोटे की चीनी निर्यात करने के लिए और तीन महीने का समय दिया गया है।
चालू शुगर सीजन 2019-20 दो दिन बाद 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है और लेकिन अगले सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) में निर्यात नीति की अब तक घोषणा नहीं हुई है। चीनी उद्योग की ओर से 2019-20 की निर्यात नीति को आगे जारी रखने की मांग की गई है। इस बाबत पूछे जाने पर खाद्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि यह अभी विचाराधीन है।
चालू शुगर सीजन 2019-20 में एमएईक्यू के तहत तय 60 लाख टन चीनी के निर्यात का कोटा पर सरकार की ओर से चीनी मिलों को 10,448 रुपये प्रति टन की दर से सब्सिडी दी जा रही है, जिस पर कुल खर्च 6,268 करोड़ रुपये आएगा।
उद्योग संगठन नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज (एनएफसीएसएफ) के अनुसार, चालू सीजन 2019-20 में देश में चीनी का उत्पादन 273 लाख टन है, जबकि पिछले साल का बकाया स्टॉक 145 लाख टन था। इस प्रकार चीनी कुल आपूर्ति 2019-20 में 418 टन रही, जबकि घरेलू खपत 250 लाख टन और निर्यात 60 लाख टन होने का अनुमान है। इस प्रकार, अगले सीजन के लिए 108 लाख टन चीनी का बचा हुआ स्टॉक रह जाएगा।
--आईएएनएस
गुरुग्राम, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| बड़े स्क्रीन के टैबलेट की बढ़ती मांग को देखते हुए सैमसंग इंडिया ने सोमवार को भारत में अफोर्डबल गैलेक्सी टैब ए7 लॉन्च किया। इस टैबलेट के एलटीई मॉडल (10.7 इंच स्क्रीन) की कीमत 21,999 रुपये रखी गई है जबकि वाईफाई मॉडल की कीमत 17,999 रुपये है।
ये टैबलेट तीन रंगों-डार्क ग्रे, सिल्वर और गोल्ड में उपलब्ध हैं। यह टैब 3जीबी रैम और 32जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है और इसमें 1टीबी माइक्रो एसजी कार्ड का सपोर्ट मिल सकता है।
इस टैबलेट में क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 662 प्रोसेसर लगा है और इसमें 7040 एमएएच की बैटरी है और इसे एडॉप्टिव फास्ट चार्जिग का सपोर्ट भी मिलता है।
--आईएएनएस
रायपुर, 28 सितंबर। स्व. बब्बन भोजवानी की स्मृति में 21-28 तक नित्य जन जागरण अभियान के चलते अलग-अलग शख्सियत को आमंत्रित कर पूरा सप्ताह कोरोना से डरना नहीं-कोरोना को हराना है,के तहत आयोजन किया गया। इस जन जागरण हेतु चलाई गई मुहिम के तहत छग सिंधी पंचायत रायपुर द्वारा लाकडाउन के चलते कोरोना पर रविवार को 26वीं गोष्ठी का आनलाइन आयोजन किया गया, जो कोरोना काल का प्रमुख वेबिनार रहा।
समिति के प्रदेश प्रवक्ता दिनेश अठवानी ने बताया सर्वप्रथम समिति के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने आगंतुक अतिथि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का अभिवादन कर,रायपुर जिला चिकित्सा अधिकारी श्रीमति मीरा बघेल, पद्मश्री डॉ. अरूण दाबके एवं कार्यक्रम सहयोगी एम्स से डॉ. राधाकृष्ण रामचंदानी का स्वागत व अभिनंदन कर उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया। संयोजक सीए चेतन तारवानी-प्रभारी जितेन्द्र बडवानी एवं राम खटवानी ने अतिथि त्रय का परिचय दिया।
श्री सिंहदेव ने बताया 3.5करोड़ आबादी वाले छग प्रदेश को कोरोना के संक्रमण- काल ने कहीं न कहीं यहाँ की हर व्यवस्था को प्रभावित किया है। गंभीरता से देखा जाये, तो यह सच है, कि सेवारत प्रशासनिक अमला सक्रियता के चरम पर आकर भी इस प्राकृतिक विपदा को जल्द समाप्त करना चाहता है, स्वास्थ्य विभाग हरसंभव प्रयास में लगा हुआ है। यदि प्रत्येक व्यक्ति अच्छी तरह हाथ धोने-सामाजिक दूरी रखने व मास्क पहनने का कर्तव्य निभाता है,तो इस बीमारी से निपटना काफी हद तक सरल हो सकता है,आप इस तरह भी डा व स्वास्थ्य विभाग को मदद कर सकते हैं। टैस्ट करवाने- इलाज लेने में देरी करने पर परिणाम अच्छे नहीं आयेंगे। आक्सीजन मात्रा 95के नीचे जाने पर तत्काल डॉ. से सम्पर्क कर इलाज शुरू करें। कोरोना को गंभीरता से लेवें। कार्यक्षेत्र में मास्क न पहनने को स्वास्थ्य से खिलवाड़ बताया।