सामान्य ज्ञान
क्रिकेट की दुनिया के 11 सबसे शानदार बॉलर, जिन्होंने अपनी स्पिन, फास्ट, मीडियम पेस गेंदबाजी से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है।
1. मैल्कम मार्शल क्रिकेट जगत में देश-दुनिया के स्टार बोलर रहे। बॉलिंग के अपने खास अंदाज के लिए मार्शल ने खूब सुर्खियां बटोरी। आज वह भले ही इस दुनिया में न हों, पर क्रिकेट प्रेमी और अपने फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगे।
2. वसीम अकरम- धारदार गेंदबाजों की सूची में वसीम अकरम का नाम भी सम्मान के साथ लिया जाता है। पाकिस्तानी प्लेयर अकरम ने दो दशकों के भीतर 900 से ज्यादा विकेट झटके हैं। हाल में ही हरभजन सिंह ने फतुल्लाह टेस्ट में 415वां विकेट लेते हुए अकरम का टेस्ट में 414 विकेट लेने का रेकॉर्ड तोड़ा है।
3. शॉन पुलक- दक्षिण अफ्रीका टीम के मध्यम तेज गेंदबाज शॉन पुलक 1995-2008 तक टीम का हिस्सा रहे। स्विंग के बल पर उन्होंने अपनी बॉलिंग से बल्लेेबाजों के जेहन में भय पैदा किया।
4. सर रिचर्ड हेडली- न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर सर रिचर्ड हेडली ने खास तौर पर अपनी गेंदबाजी के लिए लोगों का ध्यान खींचा। एक वक्त में वह पहले ऐसे गेंदबाज थे, जिसने टेस्ट में 400 विकेट झटके थे।
5. अनिल कुंबले- स्पिनर अनिल कुंबले देश-दुनिया के शानदार बॉलरों में गिने जाते हैं। लाइन-लेंथ में स्पष्टता का उनका सबसे जुदा अंदाज रहा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में कुंबले का जादू भी सिर चढ़ कर बोला।
6. सिडनी बारनेस- 1901 से 1914 तक गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करने वाले इंग्लिश फास्ट बोलर सिडनी बारनेस का नाम महानतम गेंदबाजों में गिना जाता है। इंग्लैंड के लिए खेलते हुए उन्होंने अपने दौर में 27 मैचों में 189 विकेट झटके।
9. डेनिस लिली- ऑस्ट्रेलिया के दाएं हाथ के गेंदबाज डेनिस लिली टॉप बोलरों में गिने जाते हैं। 70 के दशक में उन्होंने 103 वनडे व 355 टेस्ट विकेट लेकर तहलका मचा दिया था।
10. मुथैया मुरलीधरन- स्पिन बोलिंग के सरताजों में से एक मुथैया मुरलीधरन ने तमाम रिकॉर्ड अपने नाम किए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 1300 विकेट लेने का धांसू रेकॉर्ड मुरलीधरन के नाम है।
11. एम्ब्रोस- इसी सूची में एम्ब्रोस का नाम भी शुमार है। तेज गति के गेंदबाजों में कर्टली एम्ब्रोस की गेंदबाजी के चर्चे देश-दुनिया तक फैले।
कुशीनगर बुद्ध के महापरिनिर्वाण का स्थान है। यह उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रसिद्ध जि़ला तथा छोटा क़स्बा है। भगवान बुद्ध से सम्बंधित कई ऐतिहासिक स्थानों के लिए कुशीनगर संसार भर में प्रसिद्ध है। जि़ले का मुख्यालय कुशीनगर से लगभग 15 कि.मी. दूर पडरौना में स्थित है। कुशीनगर से पूरब की ओर बढऩे पर लगभग 20 कि.मी. के बाद बिहार राज्य आरम्भ हो जाता है।
कुशीनगर प्राचीन भारत के तत्कालीन महाजनपदों में से एक एवं मल्ल राज्य की राजधानी था। कनिंघम ने कुशीनगर को वर्तमान देवरिया जि़ले में स्थित कसिया से समीकृत किया है। अपने समीकरण की पुष्टि में उन्होंने परिनिर्वाण मंदिर के पीछे स्थित स्तूप में मिले ताम्रपत्र का उल्लेख किया है, जिस पर परिनिर्वाणचैत्य ताम्रपत्र इति उल्लिखित है। कनिंघम के इस समीकरण से विंसेंट स्मिथ और पार्जिटर प्रभृति विद्वान् सहमत नहीं हैं। उनके अनुसार कसिया के अवशेषों एवं चीनी यात्री ह्वेनसांग के यात्रा विवरणों में पर्याप्त भिन्नता है। इस भिन्नता को ध्यान में रखते हुए स्मिथ ने कुशीनगर को नेपाल में पहाडिय़ों की पहली शृंखला के पार स्थित होने के मत को उचित माना है।
किंवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि कुशीनगर अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र रामचन्द्र के ज्येष्ठ पुत्र कुश द्वारा बसाया गया था। बौद्ध ग्रंथ महावंश में कुशीनगर का नाम इसी कारण कुशावती भी कहा गया है। बौद्ध काल में यही नाम कुशीनगर या पाली में कुसीनारा हो गया।
एक अन्य बौद्ध किंवदंती के अनुसार तक्षशिला के इक्ष्वाकु वंशी राजा तालेश्वर का पुत्र तक्षशिला से अपनी राजधानी हटाकर कुशीनगर ले आया था। उसकी वंश परम्परा में बारहवें राजा सुदिन्न के समय तक यहां राजधानी रही। इनके बीच में कुश और महादर्शन नामक दो प्रतापी राजा हुए, जिनका उल्लेख गौतम बुद्ध ने किया था।
राप्ती पूर्वी उत्तर प्रदेश की नदी है। इसे इरावती भी कहा जाता है। राप्ती संभवत: वारवत्या या इरावती का अपभ्रंश है। कुछ विद्वानों के मत में यह बौद्ध साहित्य की अचिरावती है। यह नदी नेपाल की लघु हिमालय श्रेणियों में धौलागिरि के दक्षिण में रुकुमकोट के निकट से निकलकर पहले दक्षिण में और फिर पश्चिम में बहती है। उसके बाद एक बार पुन: दक्षिण की ओर बहने के बाद बहराइच, गोंडा, बस्ती और गोरखपुर जि़लों में बहती हुई बरहज के निकट घाघरा नदी से मिल जाती है।
इस नदी की कुल लम्बाई 640 किलोमीटर है। राप्ती नदी के उत्तर की ओर से रोहिणी नदी आकर इसमें मिलती है, जो कि इसकी मुख्य सहायक नदी है। यह नदी कुशीनगर के निकट बहती थी और इस बात का उल्लेख बुद्धचरित में मिलता है। बुद्धचरित के चीनी-अनुवाद में इस नदी के लिए कुकु शब्द है, जो पाली के कुकुत्थ का चीनी रूप है। बुद्धचरित में वर्णन है कि निर्वाण के पूर्व गौतम बुद्ध ने हिरण्यवती नदी में स्नान किया था, जो कुशीनगर के उपवन के समीप बहती थी। यह इरावती या राप्ती की ही एक शाखा जान पड़ती है। उत्तरी भाग में इस नदी की एक मुख्य धारा बूढ़ी गण्डक के नाम से जाती है।
अमेरिकन मोटरसाइकल्स का इतिहास लगभग एक सदी पुराना है जब पियर्स ऑटोमोबिल्स सडक़ों पर राज करती थी। कंपनी उसी पुरानी शान-ओ-शौकत को ब्यांवील लेगसी के जरिए वापस लाई है। कहा जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे ताकतवर 4-सिलिंडर बाइक है। इस मोटरसाइकल की कीमत लगभग 1 करोड़ 60 लाख रुपये है।
ब्यांवील लेगसी में उसी इतिहास को दोहराया गया है, पर इसके साथ ही इसे मॉडर्न लुक दिया गया है और इसका सस्पेंशन भी शानदार है। यह कोई आम स्पोर्ट्स, क्रूजर या रेस बाइक नहीं है। इसकी डिजाइन आजकल की मोटरसाइकल्स से काफी अलग है। इस बाइक में 1650 सीसी का मोटस एमवी4 इंजन लगा है जो कि 185 एचपी की ताकत पैदा करता है।
ब्यांवील लेगसी का सबसे कमाल का फीचर इसका सस्पेंशन है। इस बाइक में बाकी की बाइक्स की तरह स्प्रिंग्स का कॉम्बिनेशन नहीं है, बल्कि इसका सारा सस्पेंशन एक सेंट्रली लोकेटेड कंपोजिट लीफ स्प्रिंग से जुड़ा हुआ है। इससे बाइकर का वेट सेंट्रलाइज हो जाता है और हैंडलिंग बेहतर हो जाती है।
इस बाइक को बनाने में एक सदी पुरानी स्टाइल का इस्तेमाल किया गया है। इसकी सीट घोड़े की जीन जैसी है और इसको चलाते हुए ऐसे लगता है जैसे आप किसी घोड़े की सवारी कर रहे हों। इसकी सीट को ग्राहक की जरूरत के अनुसार इसे बनाने वाले स्टूडियो की तरफ से पर्सनली कस्टमाइज किया जाता है। अभी तक ब्यांवील लेगसी के सिर्फ तीन प्रोटोटाइप बनाए गए हैं। इनके निर्माण में लग्जरी मटीरियल्स जैसे टाइटेनियम, कार्बन फाइबर, लेदर और महोगनी का इस्तेमाल हुआ है। इन्हें बनाने में तीन साल से ज्यादा का वक्त लगा है। इस बाइक की लॉन्चिंग इंग्लैंड में 25 से 28 जून, 2015 के बीच होने वाले गुडवुड फेस्टिवल में होगी। इस बाइक की कीमत लगभग 1 करोड़ 60 लाख रुपये होने की उम्मीद है।
1. जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने किस राज्य से 5 जून 2015 को राष्ट्रीय स्तर पर जल क्रांति अभियान का शुभारंभ किया?
(अ) राजस्थान (ब) मध्यप्रदेश (स) उत्तरप्रदेश (द) झारखंड
2. हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री शीला कौल का निधन हो गया। वे किस राज्य की राज्यपाल भी रह चुकी हैं?
(अ) उत्तरप्रदेश (ब) मध्यप्रदेश (स) हिमाचल प्रदेश (द) अरुणाचल प्रदेश
3. उपग्रहों की संख्या के आधार पर सौरमंडल के ग्रहों का सही अवरोही क्रम क्या है?
(अ) शनि, बृहस्पति, अरुण, वरुण (ब)शनि, बृहस्पति, वरुण, अरुण (स)बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण (द) बृहस्पति, शनि, वरुण, अरुण
4. प्रवाल के निक्षेपण के लिए महत्व की दृष्टि से उपयुक्त दशा होती है?
(अ)गहरा सागर, अवसाद युक्त जल, कम तापक्रम (ब) उथला सागर, अवसाद युक्त जल, सामान्य तापक्रम (स) उथला सागर, अवसाद युक्त जल, अधिक तापक्रम (द) गहरा सागर, कम तापक्रम, अवसाद युक्त जल
5. निम्नलिखित में से कौन-सा पर्वतीय दर्रा लेह को श्रीनगर से जोड़ता है?
(अ)बोम-डि-ला (ब) कराकोरम (स)लिपुलेख (द) जोजिला
6. ग्रीनविच किस देश में है?
(अ) संयुक्त राज्य अमरीका (ब) संयुक्त राष्ट्र(स) हॉलैण्ड(द)भारत
7. वर्ष- 2001 की जनगणना के अनुसार सबसे अधिक अनुसूचित जाति वाला राज्य कौन सा है?
(अ) मेघालय (ब) मिजोरम (स) उत्तरप्रदेश (द) मध्यप्रदेश
8. एसएमएस का अर्थ है?
(अ) स्विफ्ट मेल सिस्टम (ब) शॉर्ट मैसेजिंग सर्विस (स) शॉर्टहैण्ड मैन्युअल स्क्रिप्ट (द) स्पीड मेल सर्विस
9. खुला विश्वविद्यालय (ओपन यूनिवर्सिटी) भारत में सबसे पहले कहां खोला गया था?
(अ)दिल्ली में (ब)आंध्रप्रदेश में (स)महाराष्टï्र में (द) भुवनेश्वर में
10. भारत में प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम कब आरंभ किया गया है?
(अ) सन् 1961 (ब)सन् 1976 (स)सन् 1978 (द)सन् 1986
11. निम्न में से कौन एकरूपतावादी विद्वान थे?
(अ)जेम्स हटन(ब)जॉन प्लेफेयर(स)चाल्र्स ल्येल (द)उपरोक्त सभी
12. निम्न में से कौन अपरदनात्मक प्रक्रम नहीं है?
(अ)नदी (ब) पवन (स) हिमानी (द) ज्वालामुखी
13. हवा द्वारा कंकड़-पत्थर, बहड़ के टुकड़े एक परत बनाकर भावी उड़ान को रोक देते हैं, वह कहलाती है?
(अ) वातगर्त (ब)उड़ान कवच (स) मेहराब (द) खिडक़ी
14. निम्नलिखित मानचित्रकारों में से कौन-सा मानचित्रकार ग्रीक मानचित्रकला का नहीं है?
(अ) एनेक्जीमेण्डर (ब)हिप्पार्कस (स) मारकस (द) हेरोडोट्स
15. बैलाडीला से प्राप्त होने वाला लौह अयस्क किस बंदरगाह से निर्यात होता है?
(अ) पाराद्वीप (ब)कोलकाता (स) विशाखापट्टनम (द) चेन्नई
16. शून्य आधारित बजट की अवधारणा किसके द्वारा की गई थी?
(अ) बाबा साहेब अंबेडकर (ब) पीटर ए. पायर (स) आर. ए. मसग्रेव (द) इनमें से कोई नहीं
17. चौबाटिया गार्डन कहां स्थित है?
(अ)अल्मोड़ा की रानीखेत तहसील में (ब) रामनगर में (स) गैरसैण में (द) बागेश्वर में
18. भारत का पहला परमाणु परीक्षण किस जाने-माने वैज्ञानिक की देखरेख में पूरा हुआ था। वे परमाणु शक्ति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं?
(अ) डॉ. एच. एन. सेठना (ब) डॉ. मेघनाथ साहा (स) डॉ. सी. वी. रमन (द) डॉ. चंद्रशेखर
19. निम्नलिखित में से कौन-सा सागर प्रवाल की उत्पत्ति के लिए उपयुक्त है?
(अ) उष्ण कटिबंधीय महासागर (ब) शीत कटिबंधीय महासागर (स) शीतोष्ण कटिबंधीय महासागर (द) इनमें से कोई नहीं
20. पालघाट दर्रा निम्नलिखित में से किन दो राज्यों को जोड़ता है?
(अ)केरल-तमिलनाडु (ब) कर्नाटक-तमिलनाडु (स) आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु (द) कर्नाटक-केरल
21. एक देशांतर को पार करने में दो स्थानों के स्थानीय समय के बीच क्या अंतर होता है?
(अ) 8 मिनट (ब) 4 मिनट (स) 2 मिनट (द) शून्य मिनट
22. भू-आकृति विज्ञान में प्रक्रम को अधिक महत्व किसने दिया?
(अ)एलसी किंग (ब) मोरीसावा (स) बनर्जी (द) गुप्ता
23. उत्तरी अफ्रीका की मरुस्थलीय स्थलाकृतियों का अध्ययन किसने किया था?
(अ)डेविस (ब)एलसी किंग (स)जे वाल्टर (द) पसर्गे
24. ‘संडूर’ का दूसरा नाम क्या है?
(अ) टिल(ब)अवक्षेप मैदान (स)घाटी हिमोढ़ (द)केकत वेदिका
25. भारत का वह राज्य कौन सा है, जहां सबसे अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं?
(अ) राजस्थान (ब) महाराष्टï्र (स) तमिलनाडु (द) बिहार
26. भारत की प्रथम युद्घक मिसाइल का नाम क्या है?
(अ) आकाश (ब) पृथ्वी (स) अग्नि (द) नाग
27. दुनिया की सबसे पुरानी लोकतांत्रिक प्रणाली किस देश की है?
(अ) ब्रिटेन(ब) अमरीका (स)फ्रांस (द)डेनमार्क
28. भारत में ‘भारतीय जहाजरानी निगम’ की स्थापना कब हुई थी?
(अ) अक्टूबर, 1952 (ब)अक्टूबर, 1954 (स) अक्टूबर, 1961 (द) अक्टूबर, 1965
29. भारत का पहला रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र केरल में कहां स्थापित किया गया?
(अ) थुम्बा (ब) इडुक्की (स) कासरगोड (द) कोल्लम
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सही जवाब- 1.(अ) राजस्थान, 2.(स) हिमाचल प्रदेश, 3.(अ) शनि, बृहस्पति, अरुण, वरुण, 4.(ब) उथला सागर, अवसाद युक्त जल, सामान्य तापक्रम, 5.(द) जोजिला, 6.(ब) संयुक्त राष्ट्र, 7.(स) उत्तरप्रदेश, 8.(ब)शॉर्ट मैसेजिंग सर्विस, 9.(ब)आंध्रप्रदेश में, 10.(द)सन् 1986, 11.(द)उपरोक्त सभी, 12.(द) ज्वालामुखी, 13.(ब) उड़ान कवच, 14.(स) मारकस, 15.(स)विशाखापट्टनम, 16.(ब) पीटर ए.पायर, 17.(अ) अल्मोड़ा की रानीखेत तहसील में, 18.(अ)डॉ. एच.एन. सेठना, 19.(अ) उष्ण कटिबंधीय महासागर, 20.(अ)केरल-तमिलनाडु, 21.(ब)4 मिनट, 22.(अ)एलसी किंग, 23.(द) पसर्गे, 24.(ब)अवक्षेप मैदान, 25.(अ) राजस्थान, 26.(ब) पृथ्वी, 27.(अ)ब्रिटेन, 28.(स) अक्टूबर, 1961, 29.(अ)थुम्बा।
ओबेरान, युरेनस के बड़े चंद्रमाओं में से सबसे बाहरी और दूसरा सबसे बड़ा चन्द्रमा है। इसकी कक्षी है- 5 लाख 83 हजार 420 किमी युरेनस से और व्यास है 1523 किमी।
ओबेरान शेक्सपियर के नाटक ’मिडसमर नाईट्स ड्रीम’ में परियों का राजा और टाईटेनीया का पति है। ओबेरान की खोज 1787 मे हर्शेल ने की थी। उम्ब्रीएल और ओबेरान एक जैसे है लेकिन ओबेरान 35 प्रतिशत बड़ा है। युरेनस के सभी बड़े चन्द्रमा 40-50 प्रतिशत बर्फ और शेष चट्टानों से बने हैं। इनमें चट्टानों की मात्रा शनि के बड़े चन्द्रमा जैसे रीया के थोड़ा ज्यादा है।
ओबेरान की सतह क्रेटरो यानी गड्ढों से भरी हुई है और स्थायी है। इसके क्रेटर एरीयल और टाईटेनीया से ज्यादा और बड़े हैं। इसके कुछ क्रेटरों में कैलीस्टो की तरह धारियां हैं। कुछ क्रेटरों की सतह धुंधली है शायद किसी गहरे पदार्थ के कारण। ओबेरान के दक्षिणी गोलार्ध में एक गहरी दरार है जो इसकी भूतकाल की भूगर्भिय गतिविधि को दर्शाती है। इस पर एक छह: किमी ऊंचा पर्वत भी है। इसे एक साधारण दूरबीन से गहरी रात में देखा जा सकता है।
दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता भारत का खूबसूरत शहर गोवा 18 जून को क्रांति दिवस के रूप में मनाता है।
1946 में जब अंग्रेजी साम्राज्य डूब रहा था, कई बड़े राष्ट्रीय नेताओं का मानना था कि अंग्रेजों के जाते ही पुर्तगाली भी गोवा से कूच कर जाएंगे, लेकिन भारत के स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर चिंतक और समाजवादी नेता डॉक्टर राममनोहर लोहिया इस बात से सहमत नहीं थे कि बिना आंदोलन छेड़े ऐसा संभव हो पाएगा। उन्होंने 18 जून 1946 को गोवा जाकर पुर्तगालों के खिलाफ आंदोलन का नारा दिया। उनका साथ देने हजारों गोवा निवासी आ गए। हालांकि गोवा को पुर्तगालियों के कब्जे से मुक्त करवाने में कई साल और लग गए और लंबा आंदोलन चला। 1961 भारतीय सेना ने गोवा पर राज कर रहे पुर्तगालियों पर आक्रमण कर दिया। आखिरकार तत्कालीन पुर्तगाल गवर्नर जनरल ने हथियार डाल दिए और 19 दिसंबर 1961 को गोवा वापस भारत के कब्जे में आ गया।
डॅाक्टर राममनोहर लोहिया अनेक सिद्धांतों, कार्यक्रमों और क्रांतियों के जनक माने जाते हैं, जिनमें सामाजिक और आर्थिक असमानता, जातिप्रथा, पूंजीवाद और हिंसा के खिलाफ आंदोलन प्रमुख हैं।
अलवर एक चित्र शैली है। इस शैली को मुगल शैली तथा जयपुर शैली का सम्मिश्रण माना जा सकता है। यह चित्र औरंगजेब के काल से लेकर बाद के मुगल कालीन सम्राटों तथा कम्पनी काल तक प्रचुर संख्या में मिलते हैं। जब औरंगजेब ने अपने दरबार से सभी कलात्मक प्रवृत्तियों का तिरस्कार करना शुरु किया ते राजस्थान की तरफ आने वाले कलाकारों का प्रथम दल अलवर में आ टिका, क्योंकि मुगल दरबार से यह निकटतम राज्य था। उस क्षेत्र में मुगल शैली का प्रभाव वैसे तो पहले से ही था, पर इस स्थिति में यह प्रभाव और भी बढ़ गया।
इस शैली में राजपूती वैभव, विलासिता, रामलीला, शिव आदि का अंकन हुआ है। नर्त्तकियों के थिरकन से युक्त चित्र बहुतायक में निर्मित हुए। मुख्य रुप से चित्रण कार्य स्क्रोल व हाथी-दांत की पट्टियों पर हुआ। कुछ विद्धानों ने उपर्युक्त शैलियों के अतिरिक्त कुछ अन्य शौलियों के भी अस्तित्व को स्वीकार किया है। ये शैलियां मुख्य तथा स्थानीय प्रभाव के कारण मुख्य शैलियां से कुछ अलग पहचान बनाती है।
न्यूजीयम पत्रकारिता से संबंधित एक संग्रहालय है, जिसे अप्रैल, 2008 में वाशिंगटन में स्थापित किया गया है। स्वतंत्र अभिव्यक्ति के प्रोत्साहन के लिए गैर - लाभकारी स्वैच्छिक संस्था फ्रीडम फाउंडेशन के विचार पर अमरीका के वाशिंगटन में पत्रकारिता क्षेत्र का अपनी तरह का यह पहला म्यूजिमय खोला गया है। इस संग्रहालय में अमरीका और दुनिया में पत्रकारिता से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाओं के स्मृति चिन्हों और दस्तावेजों को संजोकर रखा गया है।
सुपर केला, आनुवांशिक रूप से तैयार केला है। अफ्रीका में लाखों लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के मकसद को पूरा करने के लिए आनुवांशिक रूप से तैयार समृद्ध केले का जल्द ही पहला मानव परीक्षण किया जाने वाला है। वैज्ञानिक विटामिन ए स्तर के प्रभाव का परीक्षण करेंगे।
वर्ष 2020 तक युगांडा में इस योजना में विशेष केलों के किस्मों को उगाने के उपाय होंगे। यह केले अल्फा और बीटा कैरोटिन से भरपूर होंगे जिसे शरीर विटामिन में तब्दील करता है। बीटा कैरोटिन एक पिग्मेंट है, जो पौधों में पाया जाता है। बीटा कैरोटिन शरीर की विटामिन ए की 50 प्रतिशत आवश्यकता पूरी कर देता है। यह फल, सब्जियों और साबुत अनाज में पाया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के क्वीन्सलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के इस प्रोजेक्ट को बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से सहायता प्राप्त है। पूर्वी अफ्रीका में केले का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए प्रमुख भोजन के तौर पर किया जाता है लेकिन इसमें सूक्ष्म पोषक तत्वों का स्तर कम होता है, खासकर के विटामिन ए और आयरन। विटामिन ए की कमी का परिणाम भयानक हैं। हर साल साढ़े छह लाख से सात लाख बच्चे मर जाते हैं और कम से कम तीन लाख बच्चे अंधे हो जाते हैं। संशोधित केले बाहर से तो दिखने में वैसे ही हैं लेकिन अंदर का गूदा क्रीम रंग के मुकाबले ज्यादा नारंगी होता है। एक बार जब युगांडा में आनुवांशिक रूप से संशोधित केले को व्यावसायिक खेती की मंजूरी मिल जाती है तो यही तकनीक संभावित है कि फसलों में भी विस्तारित की जा सकती है। इस तकनीक का इस्तेमाल रवांडा, केन्या और तंजानिया में मुमकिन हो पाएगा।
मध्य प्रदेश में महिलाओं के सम्मान और उनके संरक्षण हेतु देश के पहले एकीकृत संकट समाधान केंद्र (वन स्टॉप क्राइसिस रेसेल्युशन सेंटर- ओएससीसी) ‘गौरवी’ परियोजना शुरू की गई है। ओएससीसी के तहत स्थापित ‘गौरवी केंद्र , मध्य प्रदेश सरकार एवं एक्शन एड (एनजीओ) की संयुक्त कार्य योजना है।
‘गौरवी केंद्र’ योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सम्मान और उनके संरक्षण हेतु प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत ‘एकीकृत संकट समाधान केंद्र’ (वन स्टॉप क्राइसिस रेसेल्युशन सेंटर) के रूप में ‘गौरवी’ केंद्र की स्थापना प्रत्येक जिले में की जाएगी। यह केंद्र महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों की संरक्षण की दिशा में कार्य करेगा।
‘गौरवी’ केंद्र में मुख्य रूप से हिंसा और बलात्कार की शिकार महिलाओं को मदद दी जाएगी। इनमें आपदा हस्तक्षेप सेवाएं, पीडि़त महिलाओं को एफआईआर दर्ज करवाने में सहयोग, त्वरित संबल देते हुए परामर्श, आवश्यक सुरक्षा, शासकीय योजनाओं का लाभ दिलवाना, अधिवक्ता से सलाह, जीवन यापन के लिए सहायता और पुनर्वास शामिल हैं।