राष्ट्रीय
हैदराबाद, 27 अप्रैल । मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के अनुरोध के बावजूद सीपीआई (एम) भोंगिर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने पर अड़ी है। हालांकि पार्टी तेलंगाना में शेष 16 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री, ए रेवंत रेड्डी ने शनिवार को सीपीआई (एम) के राज्य नेताओं से एक बैठक की और भोंगिर निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार को वापस लेने और इंडिया ब्लॉक की जीत के लिए कांग्रेस का समर्थन करने का अनुरोध किया।
लेकिन सीपीआई (एम) के राज्य सचिव तम्मीनेनी वीरभद्रम ने कहा कि उन्होंने भोंगिर में अपनी पार्टी का उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला किया है।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष सीएम रेवंत रेड्डी ने सीपीआई (एम) को अपना उम्मीदवार वापस लेने के लिए कुछ राजनीतिक प्रस्ताव दिए। इस पर वीरभद्रम ने कहा कि इस संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा।
वीरभद्रम ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सीपीआई (एम) के लिए दो सीटें छोड़ने पर सहमत हुई थी, लेकिन बाद में उसने सीटें नहीं छोड़ी।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि एआईसीसी अध्यक्ष के निर्देश पर, उन्होंने सीपीआई (एम) के नेताओं से मुलाकात की और उनके सामने कुछ प्रस्ताव रखे और भाजपा को हराने के लिए उनसे सहयोग का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, "कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें शाम या कल सुबह तक सुलझा लिया जाएगा।"
रेवंत रेड्डी ने स्वीकार किया कि कुछ स्थानीय कारकों के कारण उनके बीच कुछ मतभेद हैं, लेकिन गठबंधन के व्यापक हित में वे साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।
बैठक में जुलकांति रंगा रेड्डी, सीतारामुलु वीरैया और सीपीआई (एम) के अन्य नेता मौजूद थे।
इसके पहले 19 अप्रैल को उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने सीपीआई (एम) नेताओं से बातचीत की थी।
सीपीआई (एम) ने घोषणा की थी कि वह राज्य की सभी 17 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन उसने केवल भोंगिर सीट के लिए ही उम्मीदवार की घोषणा की है।
मार्क्सवादी पार्टी ने भोंगिर सीट से मोहम्मद जहांगीर को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने चमाला किरण कुमार रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
--(आईएएनएस)
नैनीताल, 27 अप्रैल । उत्तराखंड की वन संपदा आग लगने के कारण नष्ट होती जा रही है। वन विभाग लगातार जंगलों में लगी आग को बुझाने में लगा हुआ है। वहीं नैनीताल के पाइंस के जंगलों में शुक्रवार से ही आग लगी हुई थी, जिस पर काबू पा लिया गया है। यह आग हल्द्वानी के साथ कोटद्वार तक बढ़ती जा रही थी। इतना ही नहीं, पाइंस के जंगलों में लगी आग ने अपनी चपेट में भूमियाधार, ज्योलिकोट, नारायणनगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर आदि जंगलों को भी ले लिया था।
रिहायशी इलाकों की तरफ आग को बढ़ते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेना से मदद मांगी। जिसके बाद वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर नैनीताल पहुंचा। शनिवार सुबह से ही वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भर कर पाइंस के जंगलों में लगी आग पर डाला, जिससे पाइंस के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया गया।
इससे पहले 2019 और 2021 में भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। तब भी राज्य सरकार ने वायुसेना की मदद ली थी और एमआई-17 हेलीकॉप्टर की मदद से जंगलों की आग पर काबू पाया था।
जंगलों में आग लगाते हुए तीन लोगों को वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ा है। उन पर भारतीय वन अधिनियम 1927 के अन्तर्गत वन अपराध में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल की ओर से नरेश भट्ट को जंगल में आग लगाते हुए जखोली तहसील के तडियाल गांव से पकड़ा गया है। आरोपी ने बताया कि बकरियों की घास के लिए उसने जंगल में आग लगायी। वहीं उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमन्त सिंह और भगवती लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके से पकड़कर जेल भेज दिया गया।
उत्तराखंड में फॉरेस्ट फायर की घटनाओं पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल्द्वानी के वन अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में प्रदेश में बढ़ती इस तरह की घटनाओं पर काबू पाए जाने को लेकर चर्चा होगी।
(आईएएनएस)
डिब्रूगढ़, 27 अप्रैल । असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। उनके वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह ने अमृतपाल सिंह के चुनाव लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है।
उन्होंने कहा, “पहले भी जेल में बंद कई लोग चुनाव लड़ चुके हैं। अमृतपाल खड़ूर साहब से चुनाव लड़ेगा। वह किसी दल से नहीं, बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। सभी धर्मों के लोग उनका अपार समर्थन करेंगे। निसंदेह, अमृतपाल चुनाव में जीत हासिल करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “पंजाब सरकार ने अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाया था। इसका वह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर माकूल जवाब देंगे।”
गौरतलब है कि गत वर्ष अमृतपाल ने खालिस्तानी आंदोलन को लेकर बड़ी मुहिम छेड़ी थी। विदेशी भूमि पर कई लोगों ने खुलकर अमृतपाल का सपोर्ट किया था।
इसके बाद हरकत में आई पुलिस और जांच एजेंसी ने उसे कई दिनों की तलाशी के बाद असम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उस पर लगे गंभीर आरोपों को ध्यान में रखते हुए उसके खिलाफ रासुका (एनएसए) भी लगाई गई थी। अमृतपाल की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने अपने लिए बड़ी सफलता के रूप में रेखांकित किया था।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 27 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईवीएम पर सवाल उठाने पर कांग्रेस ओर इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि ये वही लोग हैं जो बैलेट लूटने का काम करते थे। लोकसभा चुनाव में पुख्ता हार को देख कांग्रेस के लोग ईवीएम पर दोषारोपण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी शनिवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने गोमांस मुद्दे पर भी कांग्रेस और इंडी गठबंधन को निशाने पर लिया। सीएम योगी ने पूछा कि वो अपने घोषणापत्र में लिख रहे हैं अल्पसंख्यकों को उनकी पसंद के खान-पान का अधिकार दिया जाएगा। आखिर अल्पसंख्यकों का ऐसा कौन सा खान-पान है जो शेष समुदाय से अलग है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री ने ईवीएम मुद्दे पर कहा है कि इंडी गठबंधन जब भी हार रहा होता है, तो अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर डालने का प्रयास करता है। 2014 से लगातार हम सब इस बात को सुन रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से पूछा कि गत वर्ष हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में क्या बैलेट पेपर से सरकार बनी थी, 2004 में यूपीए की सरकार और 2018 में राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तथा दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार क्या बैलेट पेपर से बनी थी?
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ईवीएम को नकार रहे हैं ये वही हैं जो बैलेट बॉक्स लूटने का काम करते थे। अगर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सुचिता को सुनिश्चित किया है तो ये लोग अपना गुस्सा ईवीएम पर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दो चरणों के चुनाव के रुझान ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। देश ने तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार का जनादेश एनडीए को देने जा रही है। जब एनडीए भाजपा के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है तो खीझ मिटाने के लिए इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को निशाना बना रहे हैं। ये लोग अपनी हार को पुख्ता कर रहे हैं और दोषारोपण के लिए ईवीएम सबसे सस्ता औजार है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 27 अप्रैल । कांग्रेस के स्टार प्रचारक और चुनाव प्रचार अभियान समिति से हटने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एम. आरिफ नसीम खान ने कहा कि वह विद्रोही नहीं हैं और हमेशा की तरह पार्टी नेतृत्व का सम्मान करते रहेंगे।
मीडिया से बात करते हुए खान ने कहा कि कांग्रेस-महा विकास अघाड़ी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट न देने से निराश होकर वह चुनाव में अपनी जिम्मेदारियों से हट गए।
उन्होंने कहा,“शहर और राज्य इकाइयों ने लोकसभा सीट के लिए मेरे नाम की सिफारिश की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस में मुस्लिम समुदाय के नेता के रूप में, मुझसे ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जिनका मेरे पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए मैंने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया।''
उन्होंने कहा कि वह पार्टी में बने रहेंगे और अल्पसंख्यकों के हित में जल्द ही कांग्रेस आलाकमान से बात करेंगे। खान ने कहा कि वह राज्य में सभी 48 लोकसभा सीटों पर पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं।
नाराज खान ने कहा," मैं जहां भी जाता हूं, मुझसे पूछा जाता है कि क्या कांग्रेस केवल मुस्लिम वोट चाहती है, क्या उसे किसी मुस्लिम लोकसभा उम्मीदवार की जरूरत नहीं है।"
पार्टी की मुंबई शहर प्रमुख प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़ को मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार घोषित करने के एक दिन बाद शुक्रवार देर रात राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष के फैसले ने कांग्रेस-एमवीए को स्तब्ध कर दिया।
खान ने कहा,“मुझे गायकवाड़ को टिकट देने पर कोई आपत्ति नहीं है, वह मेरी छोटी बहन की तरह है। उन्होंने कहा, मुझे पार्टी के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं है। भाजपा को सत्ता से बाहर करने के उनके प्रयास को मैं कमजोर नहीं करूंगा।
खान ने कहा कि वह नेहरू-गांधी परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि वह केवल कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने वाले अल्पसंख्यकों के मुद्दों को उठा रहे हैं।
खान ने कहा, “अतीत में, महाराष्ट्र और देश के अन्य राज्यों में कई मुस्लिम उम्मीदवार चुनावी मैदान में होते थेे, लेकिन इस बार एमवीए ने राज्य में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया, जबकि यहां उनकी आबादी लगभग 12 प्रतिशत है।
2014 और 2019 में, कांग्रेस ने अकोला में एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार हिदायतुल्ला बरकतुल्ला पटेल को टिकट दिया था, हालांकि वे दोनों बार भारतीय जनता पार्टी के संजय एस धोत्रे से हार गए थे।
खान ने दोहराया कि अतीत में उन्होंने हमेशा महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया, लेकिन 2024 में राज्य में किसी भी मुस्लिम को पार्टी का टिकट न देने के विरोध में, उन्होंने कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान से हटने का फैसला किया।
(आईएएनएस)
पटना, 27 अप्रैल । राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि दो चरणों के चुनाव बाद एनडीए के लोग अवसाद में हैं।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश के किसान, नौजवान, महिला, छात्र, व्यापारी और कर्मचारी जान चुके हैं कि मोदी है तो नौकरी मिलना मुश्किल है, मोदी है तो बेरोज़गारी हटना मुश्किल है, मोदी है तो महंगाई कम होना मुश्किल है, मोदी है तो मुद्दों पर बात होना मुश्किल है, मोदी है तो स्कूल-अस्पताल पर चर्चा मुश्किल है, मोदी है तो किसानों की आय दुगुनी होना मुश्किल है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को दो जगह बिहार में थे। एक बार भी उन्होंने अपने ???????? साल की किसी एक भी उपलब्धि का ज़िक्र नहीं किया। सही मायने में कोई उपलब्धि हो तो ज़िक्र करेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह भी नहीं बताया कि उनके ???????? में से ???????? सांसदों ने पांच वर्षों में क्या किया? उन्होंने कहा कि मोदी जी इतना झूठ और असत्य बोल चुके हैं कि अब उनके पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं बचा। अब वो मुद्दों से भाग रहे हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को वक्फ बोर्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान को जमानत दी।
अदालत ने अमानतुल्लाह खान को 15 हजार रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि पर जमानत दे दी है।
वह अदालत द्वारा जारी समन पर राउज एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) दिव्या मल्होत्रा के सामने पेश हुए।
पिछली बार, ईडी ने अदालत को बताया था कि खान को एजेंसी ने सात समन जारी किए थे और वह अपनी शिकायत वापस नहीं लेगी। हाल ही में, ईडी ने मामले में आप विधायक से दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में 13 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी अग्रिम जमानत की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। अदालत ने विधायक द्वारा ईडी के समन में शामिल नहीं होने पर नाराजगी जताई थी।
ईडी की तरफ से पेश विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) साइमन बेंजामिन ने पिछली बार कहा था, "आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग करने वाले आवेदन के विपरीत, ईडी अपनी शिकायत वापस नहीं लेगी।"
एसपीपी ने कहा था, "उन्होंने समन का पालन न करने का अपराध किया है, इसलिए यह शिकायत दर्ज की गई है।"
(आईएएनएस)
पटना, 27 अप्रैल। कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेता हमलावर हैं। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र से भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव ने कांग्रेस और राजद के घोषणापत्र को लेकर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार भारत को विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था से तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में लगी हुई है, जबकि कांग्रेस का घोषणापत्र लोगों के जीवन भर की कमाई का एक्स रे कर उसे लूटने की योजना बना रही है।
उन्होंने आगे कहा कि 10 साल पहले देश की जनता पीएम मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया था। उसके बाद एनडीए सरकार ने देश के हालत बदलने का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने निष्ठा और ईमानदारी से देश को अंधकार से बाहर निकाला।
रामकृपाल यादव ने आगे कहा कि कांग्रेस सहित पूरा इंडी एलांएस अर्बन नक्सल के विचारों के चंगुल में है। कांग्रेस पार्टी कह रही है कि देश की जनता ने अपने बच्चों के लिए जो कमाया है, उसको उनसे छीन कर मुसलमानों को बांट देंगे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है।
वहीं पीएम मोदी कहते हैं कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों को है। देश में सिर्फ एक ही जाति है और वह है गरीबी। इसलिए मोदी गरीबों को मुफ्त घर, मुफ्त इलाज, मुफ्त राशन दे रहे हैं। उनका आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उत्थान कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऑर्डिनेंस फाड़ कर मनमोहन सरकार के कैबिनेट के फैसले का विरोध किया था, उसी तरह से कांग्रेस और राजद में अगर हिम्मत है तो वह कहे कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गलत बोला था।
(आईएएनएस)
जयपुर, 27 अप्रैल । अजमेर की एक मस्जिद में शनिवार को एक मौलवी की हत्या कर दी गई। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने शहर में अतिरिक्त बल तैनात किया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, "घटना की सूचना शनिवार सुबह करीब तीन बजे मिली। तीन नकाबपोश बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। घटना के समय मस्जिद में छह नाबालिग भी थे, जिन्हें धमकाया गया और चिल्लाने से मना किया गया।"
नाबालिगों ने बताया कि बदमाशों ने उन्हें चिल्लाने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी।
रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया, ''थाना क्षेत्र के कंचन नगर स्थित मोहम्मदी मदीना मस्जिद में मौलवी मोहम्मद माहिर (30) रहते थे। जहां उनके साथ कुछ बच्चे भी रहते थे। सुबह करीब तीन बजे बच्चे चिल्लाते हुए बाहर निकले तो पड़ोसियों को हत्या की जानकारी हुई। इसके तुरंत बाद पुलिस को सूचित किया गया।"
तीन बदमाश मस्जिद के पीछे वाली सड़क से कमरे में घुसे और मौलवी की हत्या कर दी। वे उसी रास्ते से फरार हो गए। अभी तक हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। मस्जिद के पीछे एक घेरा है, जहां से दो रॉड बरामद हुई हैं। साथ ही आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। डॉग स्क्वायड टीम को भी मौके पर बुलाया गया है।
समुदाय के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। मौलवी का शव अजमेर के जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
--(आईएएनएस)
धनबाद, 27 अप्रैल । धनबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी व बीजेपी उम्मीदवार ढुल्लू महतो पर जमकर निशाना साधा है।
अनुपमा ने कहा, “संसद जाने का ख्वाब देख रहे ढुल्लू महतो किसी आम व्यक्ति के घर के ड्राइंग रूम में बैठने लायक भी नहीं हैं। वह तो कभी ढुल्लू महतो जैसे चरित्र को देखना भी नहीं पसंद करेंगी। मेरा चुनाव लड़ने का निर्णय सिर्फ ढुल्लू महतो जैसे चरित्र को रोकने के लिए है। ढुल्लू महतो अनुपमा सिंह के लिए कोई भी चुनौती नहीं है।”
अनुपमा ने बीजेपी को भी आड़े हाथों लिया।
उन्होंने कहा, “इतने सालों से धनबाद में बीजेपी ने सत्ता की मलाई चखी, लेकिन अफसोस आज तक जनता के हित में कोई भी काम नहीं किया।”
उन्होंने कहा, “धनबाद के लोगों की बेबसी का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि ना ही यहां सुचारू सड़क की व्यवस्था है और ना ही मूलभूत चिकित्सकीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई अच्छा अस्पताल है। जनता के हित से जुड़े कई मुद्दे आज भी ठंडे बस्ते में पड़े हैं।”
अनुपमा का दावा है कि उन्हें धनबाद के लोगों का अपार प्यार और समर्थन मिल रहा है। उन्हें विश्वास है कि इस चुनाव में वो जीत का पताका फहराकर रहेंगी।
उन्होंने कहा, “पिछले 70 वर्षों में कांग्रेस ने जो काम किया, उसे बीजेपी ने चंद वर्षों में बर्बाद कर दिया है। जनता का जीना मुहाल हो चुका है।”
(आईएएनएस)
छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 27 अप्रैल । ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने शनिवार को राज्य कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एम. आरिफ नसीम खान को अपनी पार्टी छोड़ने और उनकी पार्टी से मुंबई में लोकसभा चुनाव लड़ने की पेशकश की।
एआईएमआईएम के महाराष्ट्र के अध्यक्ष और सांसद सैयद इम्तियाज जलील ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि खान ने केवल स्टार प्रचारक के रूप में और कांग्रेस चुनाव अभियान समिति से ही इस्तीफा क्यों दिया।
जलील ने खान से कहा," उचित तो यह है कि आपको उस पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए, जो केवल मुस्लिमों को वोट चाहती है, लेकिन उनका नेतृत्व नहीं। ये पार्टियां दलितों और मुसलमानों के लिए कुछ नहीं करेंगी, लेकिन हम आपके लिए तैयार हैं।"
जलील ने कहा,"आरिफ भाई, आप एआईएमआईएम के टिकट पर चुनाव क्यों नहीं लड़ते, हम आपको मुंबई में टिकट देने को तैयार हैं, भले ही हमने पहले ही अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन मैं आपको गारंटी देता हूं कि हम उसे हटा देंगे और आपको कहीं से भी चुनाव मैदान में उतारेंगे।"
जलील की पेशकश पर खान ने सावधानी बरतते हुए कहा, "मैं इस समय किसी भी राजनीतिक दल के किसी भी प्रस्ताव पर टिप्पणी नहीं कर सकता, मैं कांग्रेस का हिस्सा हूं।"
जलील ने खान से मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हिम्मत दिखाने और एआईएमआईएम की पेशकश को स्वीकार कर कांग्रेस छोड़ने का आह्वान किया।
जलील ने कहा, आपको ऐसी पार्टी में नहीं रहना चाहिए, जहां आपका सम्मान नहीं है।
उन्होंने खान को चेताया कि यदि वह यह मौका चूक गए, तो उन्हें कांग्रेस में दरी बिछाने तक सीमित कर दिया जाएगा और पार्टी में मुसलमानों व दलितों की उपेक्षा जारी रहेगी।
2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-महा विकास अघाड़ी द्वारा राज्य में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट न देने सेे नसीम खान के नाराजगी जताने पर एआईएमआईएम उन्हें लुभाने में लगी है।
(आईएएनएस)
अंबाला, 27 अप्रैल । अपनी मांगो को लेकर पहले शंभू बॉर्डर और अब रेल रोको आंदोलन कर रहे किसानों की वजह से अंबाला के व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। विभिन्न वर्ग के व्यापारी एसोसिएशन ने किसानों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चुनाव आयोग और चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर समस्या के हल की मांग की है। व्यापारियों ने यहां तक ऐलान किया है कि अगर जल्द समस्या का हल न निकला तो उन्हे दुकानें बंद रखनी पड़ सकती है।
दरअसल अपनी मांगों को लेकर पिछले कई महीनों से किसान शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं, वहीं जेल में बंद साथियों की रिहाई की मांग को लेकर किसानों ने पंजाब की तरफ रेलवे ट्रैक पर भी पिछले दस दिनो से धरना दिया हुआ है। जिसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है।
रास्ते बंद होने से परेशान अंबाला के विभिन्न वर्ग के व्यापारियों ने आज किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। व्यापारियों की मानें तो इन दिनों काम पूरी तरह से ठप हो गया है, चाहे वे शहर का कपड़ा मार्केट हो या मिक्सी उद्योग। यहां तक की इलेक्ट्रिक, स्वर्णकार, कॉस्मेटिक मार्केट सब बंद पड़ा है। आलम ये है कि व्यापारी दुकान का खर्चा निकालने में भी असमर्थ हैं।
उनकी इस समस्या के हल के लिए शनिवार को विभिन्न एसोसिएशन ने चीफ जस्टिस और चुनाव आयोग को पत्र लिख कर समस्या के हल की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि अंबाला में ज्यादातर ग्राहक पंजाब और हिमाचल से आते हैं। रास्ते बंद होने की वजह से ग्राहक अंबाला आने के बजाए अपने आस पास से समान खरीद रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें करोड़ों का नुकसान हो रहा है। यहां तक कि व्यापारियों ने दुकानें बंद रखने की भी बात कही है।
इस पूरे मामले को लेकर व्यापारी वर्ग मुखर है। एक व्यापारी का कहना है कि हम सरकार से कहना चाहते हैं कि इस आंदोलन की वजह से अंबाला की मार्केट में मंदी है। हमारा व्यापार 40 से 60 प्रतिशत कम हो गया है। ट्रेन नहीं चलने से जो सफर हमारा 10 मिनट का था, वो सवा घंटे का हो गया है जिससे हर रोज परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व अंबाला से जाता है। ऐसे में सरकार से निवेदन है कि वो व्यापारी वर्ग की मुश्किलों की तरफ ध्यान दे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के सिकंदराराऊ में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वो कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर जमकर बरसे।
सीएम योगी ने रैली में सैम पित्रोदा के विरासत कर वाले बयान को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले 1947 में देश का बंटवारा करवाया। आज वह आपकी संपत्ति को बांटने की साजिश कर रही है।
सीएम योगी ने कहा, "एक तरफ 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे के साथ भाजपा और एनडीए है और दूसरी तरफ कांग्रेस-सपा का इंडी गठबंधन है। कांग्रेस ने 1947 में देश का विभाजन कराया। पहले देश को बांटा और अब कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में कह रही है कि हम भारत के अंदर संपत्ति का सर्वे करवाएंगे। ये आपकी संपत्ति का सर्वे कराकर आपके बाप-दादा की जो कमाई है, इस कमाई को वो लोग उसमें विरासत टैक्स लगाने की बात कर रहे हैं। आप लोगों ने सैम पित्रोदा का बयान सुना होगा। आपके बाप-दादा ने 4 कमरों का घर बनाया है तो आप 2 कमरो में रहो, 2 कमरे कांग्रेस और सपा के अधिकार में चला जाएगा। मेहनत और परिश्रम करेंगे आप और डकैती डालने के लिए कांग्रेस-इंडी गठबंधन के लोग आएंगे। क्या यह छूट देंगे आप। पहले देश को बांटा, आज आपकी संपत्ति को बांटने की साजिश ये लोग कर रहे हैं।"
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस को 65 वर्षों तक देश में शासन करने का अवसर प्राप्त हुआ। समाजवादी पार्टी को 4 बार और बहुजन समाज पार्टी को 3 बार प्रदेश में शासन करने का मौका मिला। लेकिन इन सबको मिलाकर जितना कार्य देश के अंदर इन लोगों ने 65-70 वर्षों में नहीं किया, जितना कार्य उत्तर प्रदेश के अंदर सपा, बसपा, कांग्रेस ने मिलकर नहीं किया, उतना पीएम मोदी के नेतृत्व में मात्र 10 साल के अंदर देश में हुआ है और सात साल में भाजपा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के अंदर हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा के समय में गरीब व्यक्ति भूखे मरता था। आज 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन का लाभ मिला। पहले दिल्ली से पैसा चलता था और यहां वो पैसा कांग्रेस, सपा और बसपा के दलाल हजम कर जाते थे। आज जनधन खाते खोलकर डीबीटी के माध्यम से पैसा गरीब के अकाउंट में सीधा पहुंच रहा है।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 27 अप्रैल । तेलंगाना में अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे अभियान के बीच भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने शनिवार को अपना 23वां स्थापना दिवस मनाया। साथ ही लोगों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया।
तेलंगाना में कांग्रेस के हाथों सत्ता गंवाने के बाद यह पार्टी का पहला स्थापना दिवस है। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने पार्टी मुख्यालय (तेलंगाना भवन) में पार्टी का झंडा फहराकर जश्न मनाया।
केटीआर ने 'तेलंगाना थल्ली' या मदर (मां) तेलंगाना को पुष्पांजलि अर्पित की।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का 2022 में नाम बदलकर बीआरएस कर दिया गया था। इसकी स्थापना 2001 में के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने के आंदोलन को पुनर्जीवित करने के लिए की थी।
केटीआर ने याद दिलाया कि केसीआर ने कई बाधाओं के बावजूद तेलंगाना के लिए पार्टी शुरू की थी। उन्होंने दावा किया कि केसीआर के नेतृत्व में तेलंगाना आंदोलन कई राज्यों और लोकतांत्रिक आंदोलनों के लिए एक मॉडल बन गया।
उन्होंने कहा कि, तेलंगाना राज्य का लक्ष्य लोगों के सहयोग से हासिल किया गया है। पार्टी हमेशा उनकी ऋणी रहेगी। संयुक्त आंध्र बलों की 'साजिशों' के बावजूद, केसीआर ने सुनिश्चित किया कि तेलंगाना के लोगों की आवाज सभी विधायी निकायों में सुनी जाए।
उन्होंने कहा, "तेलंगाना के लोगों को लगा कि केसीआर नए राज्य का नेतृत्व करने के लिए वही सही नेता हैं। इसलिए उन्होंने 2014 में हमारी पार्टी को जनादेश दिया।"
उन्होंने दावा किया कि अपने साढ़े नौ साल के शासन के दौरान, टीआरएस ने तेलंगाना को देश में शीर्ष स्थान पर लाने के लिए सभी प्रयास किए।
केटीआर ने कहा कि तेलंगाना में हासिल की गई प्रगति को देश के अन्य हिस्सों में दोहराने के लिए, पार्टी का नाम बदलकर बीआरएस कर दिया गया, जिससे यह एक राष्ट्रीय पार्टी बन गई।
बीआरएस को महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्यों में अच्छा रिस्पांस मिला, लेकिन दुर्भाग्य से तेलंगाना विधानसभा चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे। लेकिन लोग पिछले ढाई दशक का इतिहास जानते हैं कि केसीआर कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ते हैं।
केटीआर ने कहा कि टीआरएस ने सफलता से अभिभूत होकर या हार से निराश हुए बिना अपनी यात्रा जारी रखी। हम लोगों के लिए बोलना और उनके लिए लड़ना जारी रखेंगे।
उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से केसीआर द्वारा दिखाए गए रास्ते पर खुद को फिर से समर्पित करने का आह्वान किया।
(आईएएनएस)
रांची, 27 अप्रैल । रांची लोकसभा सीट से पांच बार सांसद रहे पूर्व भाजपा नेता रामटहल चौधरी बीते 28 मार्च को कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन वहां एक महीने भी नहीं टिक पाए। उन्होंने शनिवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।
चौधरी ने कहा कि वे कांग्रेस में झंडा ढोने नहीं आए थे। उन्हें आश्वस्त किया गया था कि रांची सीट पर पार्टी उन्हें उम्मीदवार बनाएगी। लेकिन पार्टी ने वादाखिलाफी कर उसे उम्मीदवार बना दिया, जो जमानत तक नहीं बचा सकती।
उन्होंने कहा कि मैं मान सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं कर सकता।
बता दें कि कांग्रेस ने यहां पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय की पुत्री यशस्विनी सहाय को प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद से ही चौधरी नाराज चल रहे थे।
रामटहल चौधरी ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली थी। तब कांग्रेस के मीडिया कम्युनिकेशन विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा, पार्टी के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सीएलपी लीडर आलमगीर आलम और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय भी मौजूद थे।
उस वक्त प्रेस कांफ्रेंस में चौधरी ने कहा था कि वह कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर पार्टी में आए हैं।
इसके पहले, रामटहल चौधरी ने वर्ष 2019 में भाजपा का टिकट न मिलने के बाद पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें इस चुनाव में मात्र 29 हजार 597 मत हासिल हुए थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी।
क्या आप कांग्रेस छोड़ने के बाद चुनाव लड़ेंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ताओं से सलाह लेने के बाद ही इस बारे में कोई फैसला लेंगे।
(आईएएनएस)
नालंदा, 27 अप्रैल । बिहार में नालंदा के कतरीसराय थाना क्षेत्र के तारा बीघा गांव में शौच के बाद तालाब में हाथ मुंह धोने गए तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई।
मृतकों की पहचान पंकज राम, मिथुन राम और गुलशन कुमार के रूप में हुई है।
गुलशन कुमार शौच के बाद तालाब में हाथ मुंह धोने गए थे। इसके बाद वो करंट की चपेट में आ गए।
पंकज और मिथुन को लगा कि गुलशन तालाब में डूब रहा है, जिसके बाद दोनों उसे बचाने गए, लेकिन वो भी करंट की चपेट में आ गए।
मौके पर पहुंचे लोगों ने तीनों को विम्स में उपचार के लिए भर्ती करवाया। चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
उधर, पुलिस ने भी मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच तेज कर दी है।
पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि मामले में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
(आईएएनएस)
शिवमोग्गा, 27 अप्रैल । कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने मतदाताओं को लुभाने के लिए गारंटियों की घोषणा की, लेकिन उसे पूरा करने में विफल रही। जनता सिद्धारमैया सरकार की गलत नीतियों और तुष्टिकरण की राजनीति से तंग आ चुकी है।
पत्रकारों से बात करते हुए विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस राज्य में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 14 लोकसभा क्षेत्रों में 10 से 12 सीटें जीतने का सपना देख रही है, लेकिन रुझानों से मिले संकेत कांग्रेस को निराश करने वाले हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि भाजपा-जद(एस) के उम्मीदवार सभी 14 लोकसभा सीटों पर विजयी होंगे।
उन्होंने कहा, "एमसीए छात्रा नेहा हिरेमथ की हत्या और इस पर सरकार के रवैये से लोग गुस्से में हैं।"
(आईएएनएस)
अंगुल (ओडिशा), 27 अप्रैल ओडिशा के अंगुल जिले में शनिवार सुबह एक मोटरसाइकिल के ट्रक से टकरा जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना जिले के पंचमहला इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-55 पर हुई।
उसने बताया कि हादसे में दोपहिया वाहन पर सवार तीनों लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उनकी पहचान कृपा देहुरी (48), राजेंद्र प्रधान (21) और सुब्रत प्रधान (17) के रूप में हुई।
उसने बताया कि ये तीनों लोग अपने गांव डेरजंगा से अंगुल शहर आ रहे थे।
इस दुर्घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए कुछ देर के लिए राजमार्ग अवरुद्ध कर दिया।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने ट्रक को जब्त कर लिया है और दुर्घटना के सही कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। (भाषा)
इटावा (उप्र) 27 अप्रैल इटावा जिले में दो अलग घटनाओं में गेहूं की मड़ाई के दौरान ‘थ्रेसर’ मशीन में फंसकर एक महिला की मौत हो गयी, वहीं एक युवक का हाथ कट गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
बकेवर थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि थाना क्षेत्र के गांव सैदपुर खुर्द में शुक्रवार को खेतों पर गेहूं की ‘थ्रेसर’ से मड़ाई करते समय शीतला देवी (65) की साड़ी का पल्लू मशीन में फंस गया जिससे वह मशीन की चपेट में आ गयी और उसकी मौत हो गयी।
दूसरी घटना जसवंत नगर थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में शुक्रवार को हुई, जब गांव निवासी अनिल कुमार ‘थ्रेसर’ मशीन से गेहूं की मड़ाई कर रहा था, उसी समय मशीन में फंसकर उसका हाथ कट गया। (भाषा)
जयपुर, 27 अप्रैल एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीते 24 घंटे में राज्य के कई इलाकों में आंधी और बारिश दर्ज की गई।
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार इस दौरान सर्वाधिक बारिश जयपुर के जयपुर के चाकसू में 21 मिलीमीटर और बीकानेर के डूंगरगढ़ में चार मिलीमीटर दर्ज की गई है।
इसके अनुसार आगामी पांच से छह दिन अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में आगामी 48 घंटे के दौरान आंशिक बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की संभावना है।
इस दौरान अधिकतम तापमान में आज की तुलना में दो से तीन डिग्री सेल्सियस गिरावट होने की संभावना है।
एक और कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 29-30 अप्रैल को जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज सतही हवा चलने की संभावना है। (भाषा)
प्रयागराज, 27 अप्रैल इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को अपहरण और फिरौती के एक मामले में मिली सजा पर रोक लगाने से शनिवार को इनकार कर दिया हालांकि अदालत ने उनकी जमानत मंजूर कर ली।
जौनपुर की एमपी-एमएलए अदालत ने नमामि गंगे परियोजना के प्रबंधक अभिनव सिंघल के अपहरण एवं फिरौती मांगने के 2020 के मामले में धनंजय सिंह और उनके साथी संतोष विक्रम सिंह को छह मार्च 2024 को सात साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके साथी संतोष विक्रम सिंह ने जौनपुर की अदालत के फैसले को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। याचिका पर सुनवाई के बाद न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह ने 24 अप्रैल को निर्णय सुरक्षित रख लिया था।
धनंजय सिंह और उनके साथी संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ जौनपुर के लाइन बाजार पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 364 (अपहरण), 386 (फिरौती), 506 (आपराधिक धमकी) और 120बी (षड़यंत्र) में मामला दर्ज किया गया था। (भाषा)
कोझिकोड (केरल), 27 अप्रैल केरल के कोझिकोड जिले में शनिवार सुबह पर्यटकों को ले जा रही एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि बस तिरुवनंतपुरम से पड़ोसी राज्य कर्नाटक के उडुपी जा रही थी, उसी समय यह हादसा हुआ।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘संभवत: चालक को नींद की झपकी आने से यह हादसा हुआ है। चालक के नियंत्रण खोने के बाद बस नीचे जा गिरी।’’
उन्होंने बताया कि बस के नीचे फंसे होने के कारण एक यात्री को समय पर नहीं निकाला जा सका। हालांकि, बाद में उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। (भाषा)
पोरबंदर (गुजरात), 27 अप्रैल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि यदि नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह देश से आतंकवाद एवं नक्सलवाद को खत्म कर देंगे और भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार मनसुख मांडविया के समर्थन में गुजरात के पोरबंदर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब अनुच्छेद 370 हटाया गया, तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस कदम का विरोध किया था और कहा था कि इसके कारण कश्मीर में खून की नदी बहेगी।
शाह ने कहा, ‘‘पिछले पांच साल में खून की नदी बहना तो दूर, किसी ने वहां पत्थर फेंकने की भी हिम्मत नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी ने देश से आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने का काम किया। जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, तो कोई भी पाकिस्तान से देश में प्रवेश कर सकता था और बम विस्फोट कर सकता था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब पाकिस्तान ने पुलवामा और उरी में आतंकवादी हमले किए, तो वह भूल गया कि उस समय मोदी प्रधानमंत्री थे। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादियों को खत्म करने के लिए 10 दिन में सर्जिकल और हवाई हमले किए।’’
शाह ने देश से आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने के लिए लोगों से नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने देश को सुरक्षित करने और इसे समृद्ध बनाने के लिए काम किया है। कांग्रेस पार्टी अपने शासन के 10 साल में देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान पर ले आई थी। प्रधानमंत्री मोदी केवल 10 वर्ष में इसे पांचवें स्थान पर ले आए। मैं आपको गारंटी देता हूं कि उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाइए और भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।’’ (भाषा)
ठाणे, 27 अप्रैल महाराष्ट्र के ठाणे जिले की पुलिस ने भिवंडी के एक होटल में छापेमारी कर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर सट्टा लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त शिवराज पाटिल ने शुक्रवार शाम एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ इस अभियान को ठाणे पुलिस की अपराध शाखा के विशेष कार्य बल और उगाही-निरोधक प्रकोष्ठ के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से 25 अप्रैल को अंजाम दिया गया।’’
उन्होंने बताया कि इस गिरोह के एक अन्य सदस्य की तलाश की जा रही है। वह छत्तीसगढ़ से गिरोह को संचालित करता था।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘ पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने के लिए लोगों को फुसला रहे हैं। सूचना के आधार पर बृहस्पतिवार शाम सात बजकर 30 मिनट से 11 बजे के बीच भिवंडी के कोनगांव गांव के एक होटल में छापे मारे।’’
तीनों आरोपियों को ‘रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु’ और ‘सनराइजर्स हैदराबाद’ के बीच जारी मैच पर सट्टा लगाते हुए पकड़ा गया। अधिकारी ने कहा कि वे मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे थे और उन्होंने लोगों से कुल 11,86,811 रुपये वसूल किए थे।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में मौजूद चौथे आरोपी ने सट्टेबाजी के जरिए लोगों से 7,03,000 रुपये वसूल किए।
पाटिल ने कहा, ‘‘ तीनों ने फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड हासिल किए थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उनके पास से 12 मोबाइल फोन, एक टैबलेट और एक लैपटॉप जब्त किया, जिनकी कुल कीमत 1.97 लाख रुपये है।’’
सहायक पुलिस आयुक्त शेखर बागडे ने बताया कि पुलिस ने चौथे आरोपी को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान शन्नू ललित बेरिवाल (31), रजत बाबुला शर्मा (30) और विजय सीताराम देवगन (40) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि कोनगांव पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 465, 467, 468, 471 (सभी जालसाजी से संबंधित है) और 34 (साझा इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। (भाषा)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शुक्रवार को एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नाबालिग आरोपी का महिला की नाबालिग बेटी से अफेयर चल रहा था। आरोपी और महिला दोनों एक ही इलाके में रहते थे।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने महिला की गोली मारकर हत्या कर दी। महिला ने आरोपी के साथ अपनी बेटी के रिश्ते का विरोध किया था। इस विरोध से गुस्साए आरोपी ने अपने दो दोस्तों के साथ पिस्तौल खरीदी और वारदात को अंजाम दिया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि आरोपी ने अपराध करने से एक दिन पहले अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर पिस्टल और गोलियों की फोटो लगाई थी।
पीड़िता की पहचान सरिता शर्मा के रूप में हुई है। उसे जहांगीरपुरी में उसके घर के अंदर गोली मार दी गई।
आरोपी नाबालिग की पहचान कर ली गई है और वह फरार है।
पुलिस के मुताबिक मामला दर्ज कर आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
मृतका के परिजनों ने बताया कि सरिता की बेटी को नाबालिग आरोपी परेशान करता था। महिला ने उसकी इस हरकत का विरोध किया, जिसके बाद वह गुस्से में आ गया और उसने महिला को गोली मार दी।
महिला को उसके परिवार वाले बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
(आईएएनएस)