राजधानी रायपुर में सडक़ों के किनारे, और सडक़ों पर खड़ी कंडम गाडिय़ों का हाल यह है कि उनके इर्द-गिर्द सडक़ बनाकर म्युनिसिपल आगे बढ़ जाता है, इतनी जहमत भी कोई नहीं उठाते कि सडक़ बनाने के लिए ही गाड़ी हटा दी जाए। यह तस्वीर चौबे कॉलोनी के दशहरा मैदान के किनारे की है, सडक़ बनाने वाली मशीनें लौट गईं, और महीनों से खड़ी गाड़ी ने अपने इर्द-गिर्द का हिस्सा डामर से बचा लिया। कुछ ऐसा ही हाल इसी कॉलोनी में किराया भंडार के बांस का भी है, उसने भी अपने आसपास बनती हुई सडक़ को तिरछा करवाकर ही दम लिया है। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’