राजपथ - जनपथ
एक और आईएएस चला...
आईएएस के 2012 बैच के अफसर शिव अनंत तायल भी प्रतिनियुक्ति पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। वे चंडीगढ़ के रहवासी हैं, और अपने गृह राज्य जाना चाहते हैं। राज्य सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी है। तायल बेेमेतरा कलेक्टर रहे हैं, और वर्तमान में मंडी बोर्ड के एमडी हैं।
तायल पिछली सरकार में फेसबुक पर दीनदयाल उपाध्याय पर टिप्पणी के चलते विवादों में आए थे। फिलहाल तायल केंद्र के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। तायल प्रतिनियुक्ति पर जाने वाले प्रदेश के 12वें अफसर होंगे। अभी 11 अफसर केन्द्र, और अन्य जगहों पर प्रतिनियुक्ति पर हैं। तायल से परे विशेष सचिव स्तर के अफसर एलेक्स पॉल मेनन के भी गृह राज्य तमिलनाडु में प्रतिनियुक्ति पर जाने की चर्चा थी, लेकिन उनका जाना अभी रुक गया है।
कलेक्टर-एसपी रहेंगे या...
कवर्धा में सांप्रदायिक झगड़े, और जशपुर में गांजा तस्करों द्वारा एक व्यक्ति को कुचलने की घटना के बाद जिले के शीर्ष अफसरों को हटाने की चर्चा चल रही थी। कवर्धा में कलेक्टर-एसपी, और जशपुर में भी एसपी को हटाने की मांग भाजपा ने की है। प्रशासनिक हलकों में यह चर्चा है कि कलेक्टर, और एसपी कॉन्फ्रेंस के बाद इन अफसरों को बदला जा सकता है। मगर अंदर की खबर यह है कि फिलहाल दोनों जिलों के शीर्ष प्रशासनिक, और पुलिस के अफसर बने रहेंगे। सरकार के प्रवक्ता रविन्द्र चौबे कह चुके हैं कि कवर्धा की घटना भाजपा प्रायोजित रही है। दूसरे जिलों से आए लोगों ने माहौल खराब किया है। जब सरकार कह रही है कि घटना के लिए भाजपाई जिम्मेदार हैं, तो कलेक्टर-एसपी को बलि का बकरा बनाने का कोई मतलब नहीं है।
प्रेम के फायदे बहुत हैं...
रावणभाटा दशहरा उत्सव के मौके पर दाऊजी, यानी भूपेश बघेल ने मंच से काफी दूर खड़े भाजयुमो नेता संजू नारायण सिंह ठाकुर को बुलाया, और गले लगाकर दशहरा की बधाई दी। दाऊजी ने संजू से उनके नेता (बृजमोहन अग्रवाल) के बारे में पूछा, उस समय तक बृजमोहन मंच पर नहीं आए थे। खैर, ये सामान्य शिष्टाचार की बात थी, लेकिन राजनीतिक लोग इसको अलग ही नजरिए से देख रहे हैं।
दरअसल, भाजपा की गुटीय राजनीति में बृजमोहन, और उनके समर्थक हाशिए पर है। बृजमोहन को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी जगह नहीं मिली। वो अपने समर्थकों को भी पार्टी संगठन में अहम पद दिलाने में अब तक नाकाम साबित हुए हैं। ऐसे में उनके समर्थक भी अब धीरे-धीरे बेचैन हो रहे हैं। ऐसे बेचैन बृजमोहन समर्थकों पर दाऊजी से जुड़े लोगों की निगाह है।
चुनाव के ठीक पहले जोगी पार्टी की युवा विंग के अध्यक्ष विनोद तिवारी, और भाजयुमो के कई नेताओं ने दाऊजी के प्रेम व्यवहार से खुश होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कुछ इसी तरह की चर्चा संजू नारायण को लेकर भी हो रही है। संजू युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। उनकी कार्यकर्ताओं में अच्छी पकड़ है। वे बृजमोहन के साथ-साथ कैलाश विजय वर्गीय के भी करीबी माने जाते हैं। हालांकि संजू और उनसे जुड़े लोग भाजपा छोडऩे की संभावना से साफ तौर से इंकार करते हैं। मगर राजनीति में प्रेम, और सद्भाव से फैसले बदल भी जाते हैं। देखना है कि आगे क्या होता है।
रावण की पूजा और दहन..
ये तस्वीर अपने छत्तीसगढ़ की है, जहां स्थायी रूप से दशानन विराजमान हैं। गरियाबंद जिले के बलदाकछार की।यहां पहले रावण पूजे जाते हैं, फिर एक पुतला जलाने के लिय लाया जाता है। जलाने से पहले पूजा और आरती की जाती है। यह विचार सब के मन से घुमड़ सकता है कि जब रावण इतने प्रिय हैं तो उनको नष्ट क्यों करना चाहिये।