इतिहास

आज का इतिहास 3 जुलाई
03-Jul-2020 12:12 PM
आज का इतिहास 3 जुलाई
  • 1841-जॉन कॉच ऐडम्स ने एक अनजान ग्रह की मौजूदगी के बारे में बताया जो वास्तव में प्लूटो ग्रह था।
  • 1989 - सोवियत संघ के पूर्व राष्टप्तपति आन्द्रेई ग्रोमिको का निधन।
  • 1992 - रियो डि जेनरो (ब्राजील) में पृथ्वी सम्मेलन की शुरुआत।
  • 1999 - कुवैत में 50 सदस्यीय संसदीय चुनाव सम्पन्न।
  • 2000 - लायसेनिया करासे फिजी के अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त।
  • 2004 - रूस की मारिया शारापोवा महिला विम्बलडन चैम्पियन बनीं।
  • 2005 - महेश भूपति और मेरी पियर्स ने विंबलडन टेनिस का मिश्रित युगल खिताब जीता।
  • 2006 - कैरेबियाई द्वीप पर 35 साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार जीत दर्ज की। स्पेन ने भारत को विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद जताई।
  • 2007 - विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने अपनी पत्नी पद्म लक्ष्मी से तलाक लेने की घोषणा की।
  • 1897- भारत की प्रसिद्ध समाजसेवी, स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद हंसा मेहता का जन्म हुआ। 
  • 1996 - हिन्दी फि़ल्म अभिनेता राज कुमार का निधन हुआ। 
  • 1782 -फ्रांसीसी खनिज विज्ञानी और खान अभियंता पियरे बेर्दियर का जन्म हुआ, जिन्होंने 23 मार्च 1821 में दक्षिणी फ्रांस के एक गांव में बॉक्साइट नामक अयस्क की खोज की। (निधन-24 अगस्त 1861)
  • 1858-अमेरिकी पुराजीव विज्ञानी  चाल्र्स शूकेर्ट का जन्म हुआ, जिन्होंने पुराभूगोल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। सन् 1880 में उन्होंने जीवाश्मों का चित्रण किया और उस काल की धरती तथा समुद्रों के बारे में अध्ययन किया। (निधन-20 नवम्बर 1942) 
  • 1920-अमेरिकी सेना के चिकित्सक विलियम क्रॉफोर्ड गॉर्गस का निधन हुआ,  जिन्होंने पनामा नहर में मच्छरों की रोकथाम पर काम किया। उन्होंने बताया कि पीत-ज्वर तथा मलेरिया पर नियंत्रण करने के लिए मच्छरों की आबादी पर काबू पाना होगा। (जन्म-3 अक्तूबर 1854) 
  • 1937 -अमेरिकी अन्वेषक  जैकब शिक का निधन हुआ, जिन्होंने जिसने इलेक्ट्रिक रेजऱ का आविष्कार किया, सन् 1925 में उन्होंने रेजऱ के धंधे की शुरूआत की।
  • 1904-अंतर्राष्ट्रीय ज़ायोनिज़्म के संस्थापक थ्योडोर हर्टज़ल का निधन हुआ। वे सन 1860 ईसवी में हंग्री की राजधानी बुडापेस्ट में जन्मे और कुछ समय के बाद ऑस्ट्रिया चले गये। यहां उनके मन में यहूदियों को एक अलग देश में एकत्रित करने के विचार ने ज़ोर पकड़ा। इसी कारण उन्होंने 1895 में  यहूदी सरकार नामक  पुस्तक लिखी जिसमें उन्होंने वर्चस्ववाद और जातीय दृष्टि से स्वयं को श्रेष्ठ समझने के ज़ायोनी विचार को पेश किया। हर्टज़ल और उनके जैसे विचारकों ने सन 1897 में स्वीटजऱलैंड के बील नगर में एक सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय ज़ायोनिज़्म संगठन की स्थापना की गई।
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