इतिहास

इतिहास में आज 25 मार्च
25-Mar-2020
इतिहास में आज 25 मार्च

1589 -फ्रांस में हेनरी चतुर्थ के शासन संभालने के साथ ही इस देश में बोरबन शासन श्रंखला का राज आरंभ हुआ। इससे पहले तक बालवा वंश के लोगों का फ्रांस पर शासन था। बोरबन श्रंखला ने 200 वर्ष तक फ्रांस पर शासन किया और इस श्रंखला के अंतिम नरेश लुई सोलहवें को सन 1789 में फ्रांस की क्रांति की सफलता के बाद मृत्युदंड दे दिया गया।
1665-क्रिश्चियन ह्यूगेस ने शनि के चन्द्रमा टाइटन की खोज की।
1857-फ्रेड्रिक लैगेनहाइम ने सूर्यग्रहण का फोटोग्राफ लिया।
1957 - इटली की राजधानी रोम में यूरोप के विभिन्न देशों के राजनेताओं ने संयुक्त यूरोपीय बाज़ार के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। इस प्रस्ताव के आधार पर सदस्य देशों के बीच आपस में कोई भी सामान बेचना और खऱीदना सरल हो गया।
1987 - दक्षेस (सार्क) देशों का स्थायी सचिवालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में खोला गया।
1999 - भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के आठ वर्गों को वीसा मामले में छूट देने की घोषणा।
2003 - सद्दाम नहर और फरात पुल पर इराक का कब्ज़ा। पहले पोर्टेबल कम्प्यूटर बनाने वाले एडम ओस्बोर्न का देहांत।
2005 - संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सूडान के लिए शांति सेना की मंजूरी दी।
2008 -  टाटा ग्रुप की पुणे स्थित फर्म  कम्यूटेशन रिसर्च लैबरटरीज  ने इंटरनेशनल फर्म याहू से गठजोड़ किया।   अंतरिक्ष यान एंडेवर सफलतापूर्वक अपने मिशन को अंजाम देने के बाद अंतर्राष्ट्रीाय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना हुआ। 
1931 - स्वाधीनता संग्राम में  महत्वपूर्ण योगदान देने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी का जन्म हुआ। 
1914- अमेरिकी कृषि वैज्ञानिक नॉर्मन अर्नेस्ट बोरलॉग का जन्म हुआ, जिन्हें 1970 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला। वे हरित क्रांति के सूत्रधार माने जाते हैं। विश्व में गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए उन्होंने मैक्सिको और भारत, पाकिस्तान के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर उन्नत किस्में तैयार की। (निधन-12 सितंबर 2099)
1844- जर्मन वनस्पति वैज्ञानिक गुस्टाव हेनरिक ऐडॉल्फ ऐंगलर का जन्म हुआ, जो अपने पादप वर्गीकरण के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पौधों की भौगौलिक विशेषताओं तथा उनके वर्गीकरण पर काम किया। (निधन-10 अक्टूबर 1930)
1995- अमेरिका के समाजशास्त्री जेम्स सैम्युअल कॉलमैन का निधन हुआ,  जिन्होंने गणितीय समाजशास्त्र को प्रचलित किया। जिसने शिक्षा नीति को प्रभावित किया। वे पेशे से कैमिकल इंजीनियर थे परंतु बाद में उन्होंने समाजशास्त्र में काम किया। (जन्म-12 मई 1926)
1712- अंग्रेज़ वनस्पति वैज्ञानिक, चिकित्सक  नीहेमाइया ग्रीव का निधन हुआ, जो पादप संयंत्र शरीर रचना विज्ञान के संस्थापकों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने पौधों के आंतरिक भागों का अध्ययन किया। (जन्म-26 सितम्बर 1641)।
 

 

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