इतिहास

इतिहास में आज 16 जनवरी
16-Jan-2020
इतिहास में आज 16 जनवरी

कर्नाटक के तीन युद्ध हुए. तीनों 1746 से 1763 के बीच हुए. अगस्त 1639 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने विजयनगर के राजा पेडा वेंकट राय से कोरोमंडल तट चंद्रगिरी में कुछ जमीन खरीदी. वेंकट राय ने अंग्रेज व्यापारियों को यहां एक फैक्ट्री और गोदाम बनाने की अनुमति दी थी. एक साल बाद ब्रिटिश व्यापारियों ने यहां सेंट जॉर्ज किला बनवाया जो औपनिवेशिक गतिविधियों का गढ़ बन गया. लेकिन प्रथम कर्नाटक युद्ध में इंग्लैंड को हराकर फ्रांसीसी फौजों ने 1746 में मद्रास और सेंट जॉर्ज के किले पर अपना कब्जा जमा लिया. इसके बाद अगले दो सालों तक तमाम कोशिशों के बाद भी वे सेंट डेविड किले को अंग्रेजों से नहीं छीन सके. प्रथम युद्ध के अंत में ब्रितानी कंपनी ने 1749 में एक्स ला शापेल सन्धि के तहत मद्रास को हासिल कर लिया.

तत्कालीन पांडिचेरी का फ्रांसीसी गवर्नर डूप्ले था. कर्नाटक के प्रथम युद्ध की सफलता से डूप्ले की महत्वाकांक्षाएं बढ़ गई थीं. द्वितीय युद्ध में फ्रांस ने आसफजाह के खिलाफ दक्कन की सूबेदारी के लिए मुजफ्फरजंग का साथ दिया और उसके पक्ष की जीत भी हुई. फ्रांसीसियों को इस जीत से काफी फायदा मिला और उत्तरी सरकार के कुछ क्षेत्र मिल गए. इससे उनकी हिम्मत काफी बढ़ गई थी. लेकिन कर्नाटक के द्वितीय युद्द के अंत में 1755 में इंग्लैंड और फ्रांस में ‘पांडिचेरी की सन्धि' हुई जिसके अनुसार दोनों पक्ष युद्ध विराम पर सहमत हो गए. कुल मिलाकर इस युद्ध में अंग्रेजों की स्थिति मजबूत रही.

कर्नाटक के तीसरे सप्तवर्षीय (1756-1763) युद्ध में इंगलैंड तथा फ्रांस में फिर से ठन गई थी. इस बार लड़ाई कर्नाटक की सीमा लांघ कर बंगाल तक में फैल गई. 1757 में फ्रांसीसी सरकार ने काउंट लाली को इस संघर्ष से निपटने के लिए भारत भेजा. दूसरी ओर बंगाल पर कब्जा करके अपार धन अर्जित कर लेने के कारण अंग्रेज दक्कन को जीत पाने में सफल रहे. लाली ने 1758 में ‘फोर्ट सेंट डेविड' को तो अपने अधिकार में ले लिया, परन्तु 1760 में अंग्रेजी सेना ने सर आयरकूट के नेतृत्व में वाडिवाश की लड़ाई में फ्रांसीसियों को बुरी तरह से मात दी. 16 जनवरी 1761 को अंग्रेजों ने फ्रांसीसियों से पांडिचेरी को छीन लिया.

  • 1547 - इवान चतुर्थ इवान द टैरिबल रूस का जार बना।
  • 1556 - फि़लिप द्वितीय स्पेन के सम्राट बने।
  • 1581 - ब्रिटिश संसद ने रोमन कैथोलिक मत को ग़ैर क़ानूनी घोषित किया।
  • 1761- पांडेचेरी पर से अंग्रेज़ों ने फ्रांसीसियों का अधिकार हटा दिया।
  • 1920 - लीग ऑफ़ नेशंस ने पेरिस में अपनी पहली काउंसिल मीटिंग की।
  • 1969 - सोवियत अंतरिक्ष यानों सोयुज 4 और सोयुज 5 के बीच पहली बार अंतरिक्ष में सदस्यों का आदान-प्रदान हुआ।
  • 1978- नासा ने 35 लोगों के नाम अंतरिक्ष यान में उड़ान भरने के लिए दिए जिनमें पहली महिला अंतरिक्ष यात्री सैली के. राइड तथा अमेरिका के पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री ग्युअन एस. ब्लफर्ड जूनियर भी शामिल थे।
  • 1991 - पहला खाड़ी युद्ध (अमेरिका की इराक के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू)।
  • 1992 - भारत एवं ब्रिटेन के बीच प्रत्यर्पण संधि।
  • 1996 - हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 100 से अधिक नई आकाशगंगा को खोज निकालने का दावा किया।
  • 2003 - भारतीय मूल की कल्पना चावला दूसरी अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना।
  • 2006 - समाजवादी नेता माइकल बैशलेट चिली की प्रथम महिला राष्ट्रपति चुनी गयीं।
  • 2008 - सेतुसमुद्रम परियोजना पर योजना का मसौदा पेश करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार को दो हफ्ते का समय दिया।
  • 1926 - संगीतकार ओ. पी. नैय्यर का जन्म हुआ। 
  • 1901 - भारत के प्रसिद्ध राष्ट्रवादी, समाज सुधारक, विद्वान और न्यायविद महादेव गोविंद  रानाडे का निधन हुआ। 
  • 1938 -बांग्ला भाषा के अमर कथाशिल्पी और सुप्रसिद्ध उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का निधन हुआ। 
  • 1932 -अमेरिकी जन्त ुविज्ञानी ड्यान फॉज़ी का जन्म हुआ, जिन्होंने रवान्डा (मध्य अफ्रीका) के पहाड़ी तथा जंगली गोरिल्लों पर बरसों तक अध्ययन किया। उन्होंने रवान्डा में कैरिसोके अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया तथा वर्ष 1967-1980 तक उसका मार्गदर्शन किया।  (निधन- 26 दिसम्बर 1985) 
  • 1767-  स्वीडिश रसायनशास्त्री  ऐन्डर्स गुस्ताव एकेबर्ग का जन्म हुआ, जिन्होंने 1802 में नए तत्व टैन्टेलम की खोज की। उन्होंने उप्पसला विश्वविद्यालय से स्नातक करने के उपरान्त वहीं पर शिक्षण कार्य किया जहां उन्होंने ऐंटनी-लॉरेंट लेवॉइजि़ए के रसायनशास्त्र से विद्यार्थियों को परिचित कराया। उन्होंने अपने विद्यार्थी जॉन्स जैकब बजऱ्ीलियस की प्रतिभा को निखारने में बहुत योगदान दिया जो कि रसायन विज्ञान को दिया हुआ यह उनका अप्रतिम योगदान है। (निधन-11 फरवरी 1813)
  • 1967-अमेरिकी भौतिकशास्त्री और वेन डी ग्राफ जनरेटर के आविष्कारक रॉबर्ट जेमिसन वेन डी ग्राफ का निधन हुआ।  वेन डी ग्राफ  एक प्रकार का उच्च वोल्टेज इलेक्ट्रोस्टैटिक जेनरेटर होता है जो नाभिकीय अनुसंधान में कण त्वरक के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। (जन्म 20 दिसम्बर 1901)
  •  1874- जर्मन कोशिका वैज्ञानिक,  मैक्स (जोहान सिगिमन्ड) शल्ट्ज़ का निधन हुआ, जो खासकर सूक्ष्मदर्शी ऐनॉटॉमी में अपने अनुसंधान के लिए जाने जाते हैं। इन्होंने कोशिका की अवधारणा में सुधार किया। शल्ट्ज़ ने प्रोटोज़ोआ के बारे में बताया। (जन्म 25 मार्च 1825)

 


  

 

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