इतिहास
भारतीय राज्य बिहार और पड़ोसी नेपाल की सीमा के पास के इलाके में आए भूकंप ने उत्तरी बिहार और नेपाल में भारी तबाही मचाई. भूकंप का केंद्र पूर्वी नेपाल से करीब 10 किलोमीटर दूर माउंट एवरेस्ट के दक्षिण में था. पूर्व में पूर्णिया से पश्चिम में चंपारन तक करीब 320 किलोमीटर के क्षेत्र, और उत्तर में काठमांडू से दक्षिण में मुंगेर तक इसका प्रभाव देखने को मिला. यह भारतीय प्रायद्वीप में अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप माना जाता है.
नेपाल में काठमांडू, भक्तापुर और पाटन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ और सड़कों में गहरी दरारें पड़ गईं, हालांकि प्रसिद्ध मंदिर पशुपतिनाथ को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. इस भूकंप में मुजफ्फरपुर और मुंगेर शहर पूरी तरह बर्बाद हो गए और मोतीहारी और दरभंगा शहरों में जान माल का भारी नुकसान हुआ.
भूकंप का असर मुंबई, असम और पंजाब में भी महसूस किया गया. भूकंप केंद्र से करीब 650 किलोमीटर दूर कोलकाता में भी कई इमारतों में झटके महसूस किए गए. यहां तक कि कोलकाता के सेंट पॉल कैथीड्रल की मीनार को भी क्षति पहुंची. सिर्फ बिहार में ही करीब 7,500 लोगों के मरने की बात सामने आई. महात्मा गांधी ने भी इस घटना पर शोक जताया था और प्रभावित परिवारों से मिलने बिहार गए थे.
- 1934- भारत के पूर्वी राज्य बिहार और पड़ोसी देश नेपाल की सीमा के पास 15 जनवरी 1934 को आए भयानक भूकंप में 11 हजार से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.3 नापी गई थी। भारत के मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप दोपहर में कऱीब दो बजे आया था। वहीं नेपाल के तीन प्रमुख शहरों, काठमांडू, भटगांव और पाटन में भी कई इमारतें ढह गई और सडक़ों में दरारें पैदा हो गईं।
- 1973-अमरीकी राष्ट्रपति निक्सन ने उत्तरी वियतनाम पर की जा रही बमबारी रोकने के आदेश दे दिए थे। पेरिस में उत्तरी और दक्षिणी वियतनाम के साथ अमरीका के प्रतिनिधियों की वार्ता के बाद ये फ़ैसला किया गया। इसके बाद उत्तरी वियतनाम पर हमले तो रोक दिए गए, लेकिन दक्षिणी वियतनाम, लाओस और कम्बोडिया पर हमले जारी रहे। अगले ढाई महीने में राष्ट्रपति निक्सन ने शांति समझौते का ऐलान कर दिया और अमरीकी सेना वियतनाम से लौट गई। वियतनाम में लड़ाई वर्ष 1955 में शुरू हुई थी और अमरीका की सेना का पूरा दख़ल वर्ष 1965 से हुआ। इस लड़ाई में 45 हजार से भी ज़्यादा अमरीकी सैनिक, दक्षिणी वियतनाम के कऱीब पौने दो लाख सैनिक और उत्तरी वियतनाम के नौ लाख से ज़्यादा सैनिक मारे गए। आखिरकार अप्रैल 1975 के दिन उत्तरी और दक्षिणी वियतनाम एक हो गया।
- 1998 - ढाका में त्रिदेशीय भारत, बांग्लादेश तथा पाकिस्तान का शिखर सम्मेलन प्रारम्भ।
- 1999 - एनी फ्रैंक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले प्रथम विश्व नेता संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव कोफी अन्नान बने, पाकिस्तान में सभी नागरिक प्रशासनिक कार्य सेना को हस्तांतरित।
- 2006 - ब्रिटिश हाईकोर्ट ने क्वात्रोच्चि के दो बैंक खातों पर से प्रतिबंध हटाने का आदेश दिया।
- 2008 - सरकारी क्षेत्र की कंपनी गैस अथोरिटी ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (गेल) के बोर्ड ने महाराष्ट्र के दाभोल से बंगलुरु तक गैस पाइप लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दी। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने गंगा एक्सप्रेस वे परियोजना का शिलान्यास किया। खगोलविदों ने धरती से 25 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर की आकाश गंगा के जीवन के लिये जरूरी तत्व खोजने का दावा किया।
- 2009 - दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेता और प्रसिद्ध फि़ल्म निर्माता तपन सिन्हा का निधन। फि़ल्म स्लमडॉग मिलेनियर को बाफ्टा पुरस्कार की श्रेणियों में स्थान मिला।
- 2010 - तीन घंटे से भी अधिक की अवधि वाला शताब्दी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण लगा। भारत में यह 11 बजकर 06 मिनट पर शुरू होकर 3 बजकर पांच मिनट पर खत्म हुआ। दोपहर 1.15 पर सूर्य ग्रहण अपने चरम पर था। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण था। इसके कारण ऊपरी वातावरण पर तथा पृथ्वी के वातावरण पर पडऩे वाले प्रभावों के अध्ययन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने छह रॉकेटों का प्रक्षेपण किया।
- 1998 - भारत के भूतपूर्व कार्यकारी प्रधानमंत्री गुलज़ारीलाल नन्दा का निधन हुआ।
- महत्वपूर्ण दिवस- थल सेना दिवस।