राजपथ - जनपथ
गुरूचरण होरा का योगदान
एजाज ढेबर की बड़ी जीत में यूनियन क्लब के अध्यक्ष गुरूचरण सिंह होरा की अहम भूमिका रही है। सात में से छह निर्दलीय पार्षदों को गुरूचरण ने अपने होटल में रख लिया था। ये पार्षद पूरे समय उनकी निगरानी में रहे। निर्दलीय पार्षद गुरूचरण के साधन-संसाधन और खातिरदारी से इतने खुश थे कि वे एजाज को छोड़कर किसी दूसरे के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। वैसे तो गुरूचरण भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं। पेशे से इंजीनियर गुरूचरण विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नौकरी छोड़कर विधिवत भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने रायपुर उत्तर से टिकट की दावेदारी भी की थी।
मगर मेयर चुनाव में गुरूचरण की सक्रियता से भाजपा नेता हक्का-बक्का हैं। वैसे तो खेल संघों की राजनीति गुरूचरण के इर्द-गिर्द घूमती है। राज्य बनने के बाद वे तत्कालीन सीएम अजीत जोगी के करीबी माने जाते थे। तब जोगी को ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनवाने में बशीर अहमद खान और गुरूचरण सिंह होरा की अहम भूमिका रही। इसके बाद वे सीएम रमन सिंह के करीबी हो गए। रमन सिंह की ओलंपिक संघ अध्यक्ष पद पर ताजपोशी भी गुरूचरण के होटल में हुई थी। बशीर और गुरूचरण की जोड़ी ने रमन सिंह को हाल ही में ओलंपिक संघ से बेदखल भी किया।
मिलनसार और अपार संपर्कों के धनी गुरूचरण हमेशा सीएम हाऊस के नजदीक रहे हैं। उन्हें अब भूपेश बघेल का नजदीकी माना जाने लगा है।