रायपुर

मठ की भूमि तत्काल मंदिर के नाम हो-झा
04-May-2025 7:42 PM
मठ की भूमि तत्काल मंदिर के नाम हो-झा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 4 मई। छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार के मामले में कलंकित करने वाले भारतमाला परियोजना में भ्रष्टाचार और घोटाले सर्वोच्च शिखर पर पहुंच रहे हैं। किंतु जैतु साव मठ की भूमि का बिकना आश्चर्यजनक है। राजधानी निवासी कर्मचारी नेता पं विजय कुमार झा ने कहा है कि

किसी भी मंदिर या ट्रस्ट की भूमि सार्वजनिक न्यास अधिनियम के प्रावधानों के तहत बिना कलेक्टर व पंजीयक की अनुमति के विक्रय संभव नहीं है। यदि जैतु साव मठ की भूमि विक्रय के लिए कलेक्टर द्वारा अनुमति दी गई है, तो उस तत्कालीन कलेक्टर के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई हो और यदि कलेक्टर द्वारा अनुमति नहीं दिया गया और बिना अनुमति के विक्रय हुआ है, तो यह 420 का प्रकरण है। इसके लिए दोषी लोगों पर उचित कार्रवाई की जाए?। श्री झा ने  कल ही स्थल निरीक्षण से लौटे उपमुख्यमंत्री अरुण साव से मांग की है कि तत्काल कार्यवाही करें। इसके तहत मठ कि  जमीनपहले रायपुर के ऐतिहासिक जैतू साव मठ जिसके महंत स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण दास जो मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रथम अध्यक्ष थे?। उस मंदिर की भूमि को तत्काल राजस्व अभिलेखों में जैतु साल मठ के नाम आज ही दर्ज कराया जाए।


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