रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 मई। शहर के आक्सीजोन के गेट के सामने लाखों की लागत से बनाए जा रहे विशाल रोटरी चौराहे का निर्माण विवाद में पड़ गया है।यहां सडक़ के सेंटर की बजाए एक ओर की सडक़ पर लगभग 40 फीट तक चौड़ा- चौराहा बनाया जा रहा है।
चौंकाने वाली बात है कि इसमें काले रंग का ग्रेनाइट पत्थर लगाया जा रहा है जो शाम होने के बाद दिखाई नहीं देता है। और उस पर निगम के स्ट्रीट लाइट की स्थिति सभी जानते है। इस पर थोड़ी सी चूक होने पंडरी रोड से तेज गति से आने वाले वाहन कभी भी दुर्धटनाग्रस्त हो सकते हैं। इस संबंध में इलाके के विधायक कुलदीप जुनेजा भी अनभिज्ञता जताई है।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा है कि इतना बेतरतीब चौराहा कौन बना रहा है। इसकी जानकारी न तो उन्हें और न ही निगम आयुक्त को दी गई। ऐसे निर्माण से जुड़े हर एजेंसी से संपर्क किया गया तो निगम, आरडीए, स्मार्ट सिटी सिटी कंपनी ने भी इंकार किया। अंतत: पता चला कि पीडब्लूडी बना रहा है। इस विभाग में तो कई प्लानर हैं उनका यह प्लान समझ से परे है।
बरेली, इंदौर में तो तोड़े गए हैं
हमने गूगल की मदद से तिराहे पर रोटेटरी वाले शहरों की खोज की तो कहीं नही मिला। इसके उलट बरेली के संजय नगर और डेलापीर, इंदौर में तो मालवा मिल चौराहे पर बने रोटेटरी को यातायात की दिक्कतों को लेकर तोड़ा जा चुका है। इसलिए इसे देश पहली योजना में गिना जा रहा है ।


