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एयर इंडिया के विमान हादसे में मारे गए कैप्टन सुमित सभरवाल को विमान उड़ाने का करीब तीन दशक का अनुभव था. उन्हें आठ हजार दो सौ घंटों से ज़्यादा उड़ान का अनुभव था.
कैप्टन सभरवाल इस उड़ान के सबसे वरिष्ठ क्रू सदस्य थे. वह लाइन ट्रेनिंग कैप्टन भी थे. यह पद केवल सबसे अनुभवी पायलटों को दिया जाता है, जो युवा क्रू सदस्यों को सलाह देते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 60 वर्षीय पायलट के रिटायर होने में बस कुछ ही महीने बचे थे. इसके बाद वह अपने 82 वर्षीय पिता के साथ समय बिताने की योजना बना रहे थे. इनके पिता नागरिक विमानन नियामक निकाय के पूर्व अधिकारी थे.
मुंबई में सभरवाल के पड़ोसी ने बताया, "वह बहुत ही संकोची और अनुशासित व्यक्ति थे. उन्हें हम अक्सर वर्दी में आते-जाते देखते थे"
विमान के सह पायलट और प्रथम अधिकारी क्लाइव कुंदर ने करीब एक हज़ार 100 घंटे की उड़ान भरी थी और उन्हें ड्रीमलाइनर उड़ाने का सर्टिफिकेट भी मिला हुआ था.(bbc.com/hindi)