दन्तेवाड़ा

सुकमा-दंतेवाड़ा के सीमावर्ती मुलेर में सीएम ने लगाई चौपाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 15 मई। सुशासन तिहार के तहत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गुरुवार को अचानक दंतेवाड़ा जिले के ग्राम मूलेर पहुंचे। मूलेर दंतेवाड़ा-सुकमा जिला का सीमावर्ती ग्राम है, जहां नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत विकास कार्य को गति दिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इमली पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर खाट पर बैठकर ग्रामीणों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा- मैं भी प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र जशपुर का आदिवासी हूं, अपनों के बीच पहुंचकर अच्छा लग रहा है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आप लोगों तक पहुंच रहा है कि नहीं, ये आप लोगों से चर्चा करने हम पहुँचे हैं। मेरे साथ प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं ।
इमली पेड़ के नीचे आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों ने अपने बीच मुख्यमंत्री को पाकर गदगद हुए और मुख्यमंत्री का गौर मुकुट पहनाकर, स्थानीय प्राकृतिक संसाधन महुआ आमपत्ती का हार और छिंद के पत्ती से बने गुलदस्ता से स्वागत किए। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवाई। चौपाल में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी मांगों के संबंध में चर्चा की ।
कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने पटेलपारा में फ्रीबेरीकेटेड आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी केंद्र में 17 दर्ज संख्या वाले आंगनबाड़ी केंद्र में मुख्यमंत्री ने बच्चों से अक्षर ज्ञान की जानकारी ली और बच्चों को चाकलेट भी वितरित की। इसके बाद उचित मूल्य की दुकान का निरीक्षण कर अपने समक्ष में राशन सामग्री का वजन नाप करवाया और तीन हितग्राहियों को राशन सामग्री वितरित की।
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को मिल रहे राशन की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से पूछा प्रत्येक माह राशन मिलता है। चना मिलता है चना का क्या उपयोग करते हंै?
इस दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., आयुक्त जनसंपर्क डॉ रवि मित्तल, कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, सुकमा पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने की घोषणा
ग्राम पंचायत - मूलेर में माता मंदिर अंदल कोसम को बनाने के लिए चारा लाख की राशि स्वीकृत की। मूलेर में उप स्वास्थ्य केन्द्र बनाने, मूलेर से नाहाडी तक जाने के लिए सडक़ निर्माण की स्वीकृति। मूलेर के सभी पारा से संपर्क के लिए पुलिया निर्माण और सीसी सडक़ के लिए 5 लाख की स्वीकृति दी। मूलेर को सुकमा जिले में शामिल करने की प्रयास किया जाएगा। शिविर लगाकर वनाधिकार मान्यता पत्र, आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनाने की कार्रवाई की जाएगी ।