दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 19 अप्रैल। गुड फ्राइडे ईसाइयों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन उन स्मरणों में से एक है, जो रोमनों के हाथों ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यीशु अगले रविवार को मृतकों में से जीवित हो उठे, जिसे ईस्टर के खुशी के दिन के रूप में मनाया जाता है। सेंट जोसेफ पैरिश बचेली के भक्त अपने अच्छे चरवाहे फादर थॉमस नेदियापराम्बिल धर्म बहनों ने प्रभु यीशु मसीह के क्रूस के मार्ग को याद करते हुए शांतिपूर्ण जुलूस निकाला। प्रवचन के दौरान फादर थॉमस ने ईसा मसीह के त्याग और अपने लोगों के प्रति सच्चे प्रेम पर प्रकाश डाला। ईसा मसीह का मुख्य उद्देश्य सेवा करना था, सेवा करवाना नहीं।
ईसाइयों के लिए, यीशु मसीह का सूली पर चढऩा मानवता के पापों की क्षमा के लिए किए गए अंतिम बलिदान का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए, यह दिन अपने पापों के लिए क्षमा मांगने के लिए मनाया जाता है।
ईसाई धर्म के शुरुआती दिनों से, गुड फ्राइडे को दु:ख, तपस्या और उपवास के दिन के रूप में मनाया जाता था। वास्तव में चारों ओर एक शांत वातावरण था और बहुत भक्ति के साथ सभी भक्त पवित्र मास और क्रूस के रास्ते में शामिल हुए।