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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 3 फरवरी। राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर डॉ. महंत रामसुन्दर दास की अध्यक्षता में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक हुई।
बैठक में गौशाला एवं पशु क्रूरता अधिनियम पर चर्चा हुई। आयोग के अध्यक्ष डॉ. महंत ने कहा कि गोधन न्याय योजना और गौठान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। राज्य सरकार गौवंश एवं गोधन के विकास का संकल्प लेकर कार्य कर रही है। डॉ.महंत जिले में गौ संरक्षण के इंतजामों से संतुष्ट हुए और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में पशु के लिए रुग्णालय (एक तरह का शेल्टर होम) जहां पशुओं का इलाज हो सके, की स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जिसमें घटना, दुर्घटना में घायल पशुओं की उपचार और देखभाल की जा सकेगी।
उन्होंने उप संचालक पशुधन विकास को जिले में भू.खण्ड का चिन्हांकन करने को कहा। इनका कहना है कि गौ वंश का संरक्षण हम सब मिल जुलकर करें तो उसे अच्छे से निभा पाएंगे। उन्होंने गौशाला एवं गौठानों के सम्बंध में समिति के सदस्यों से सकारात्मक चर्चा कर आयोग की ओर से यथासम्भव सहयोग करने की बात कही। बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, वनमण्डलाधिकारी पंकज राजपूत, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक सहित शासकीय एवं गैर सरकारी कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे। बैठक में समिति सदस्यों ने जिले में गौ तस्करी की घटनाओं पर रोक के कारगर कदम उठानें की बात कही।
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महासमुन्द, 3 फरवरी। जिले में कोविड.19 के टीकाकरण का दायरा और बढ़ाया जा रहा है। आज से जिलेभर के 21 स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को जिले के 21 स्वास्थ्य केंद्रों नयापारा, खट्टी, बिरकोनी, पटेवा, झलप, बागबाहरा, खल्लारी, खम्हरिया, कोमाखान, पिथौरा, साल्हेडीह, सांकरा, पिरदा, बम्हनी, बसना के दो स्वास्थ्य केन्द्र, लम्बर, सरायपाली के दो स्वास्थ्य केन्द्र और तोषगांव शामिल है में स्वास्थ्य कर्मियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोविड.19 का टीकाकरण जारी है।
महासमुंद जिले में 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। पहले चरण में तीन केंद्र जिला अस्पताल महासमुन्द, पिथौरा और सरायपाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। वहीं दूसरे चरण की शुरुआत में इन केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई थी। बीते 25 जनवरी से शुरू हुए दूसरे चरण में तीन केंद्र केंद्र पीएचसी अर्बन, बसना और बागबाहरा के स्वास्थ्य केंद्र में भी वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया गया था। इस तरह दूसरे चरण में जिले के कुल 6 केंद्रों में वैक्सीनेशन कार्य जारी रहा। अब तीसरे चरण में इनकी कुल संख्या 21 कर दी गई है।
कोविड.19 वैक्सीनेशन के लिए जिले भर में 20 कोल्ड चेन स्थापित किए गए हैं। नए केंद्रों में वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही इन कोल्ड चेन में तैयारियां पूरी कर ली गई है ताकि वैक्सीन का रखरखाव बेहतर हो सके। कोल्ड चेन में वैक्सीन के स्टोरेज के साथ अन्य व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. अरविन्द गुप्ता ने बताया कि परसों सोमवार को महासमुन्द में कुल 475 लोगों को वैक्सीन लगाया गया। इसके तहत जिला अस्पताल में 75, शहरी स्वास्थ्य केन्द्र महासमुन्द में 64, पिथौरा में 75, सरायपाली और बसना में 100-100 एवं बागबाहरा में 61 लोगों का टीकाकरण किया गया। इस तरह महासमुन्द जिले में अब तक 3453 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। जिले में कुल 8979 फ्रंटलाइन वारियर्स को टीका लगाया जाना बाकी है।
महासमुन्द, 3 फरवरी। साहित्यकार डॉ. अनसूया अग्रवाल की पुस्तक ‘माटी के मितान: सम्यक दृष्टि’ एवं ‘छोटी धरती बड़ा आकाश’ का विमोचन कुलपति प्रो. के. एल. वर्मा के हाथों हुआ। इस वर्ष पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के स्नातकोत्तर पूर्वाद्र्ध हिन्दी के पाठ्यक्रम में सरला शर्मा के उपन्यास ‘माटी के मितान’ को शामिल किया गया है। यह उपन्यास स्त्री विमर्श और माटीपुत्र कृषकों पर केन्द्रित है।
छत्तीसगढ़ के किसानों के घर- परिवार, खेत- खलिहान अतिरिक्त उपन्यास में छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक विशेषता, पुरातात्विक स्थल, राज्य के आर्थिक, शैक्षणिक प्रगति तथा ग्रामविकास योजना आदि की बात समाहित है। विमोचन के अवसर पर छत्तीसगढ़ी और हिन्दी गद्य में लेखन करने वाली छत्तीसगढ़ की सशक्त हस्ताक्षर और माटी के मितान की लेखिका सरला शर्मा और कृति द्वय के प्रकाशक डॉ. सुधीर शर्मा, वैभव प्रकाशन रायपुर, प्रो. डहरवाल कुलसचिव अकादमी विभाग, शंकर कुंजाम, कुलपित पी. ए. आदि की गरिमामयी उपस्थिति थी। इस उपलब्धि पर अनसूया को विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों, साहित्यकार मित्रों और परिचितों ने बधाई दी।
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पिथौरा, 2 फरवरी। लहरौद के दो दर्जन मजदूरों को बस से अन्यत्र ले जाने की खबर के बाद पुलिस के मजदूरों तक पहुंचने के पहले ही मजदूरों को उनके घरों को वापस भेज दिया गया। मजदूर उन्हें किसी रायतुम निवासी भ_ा दलाल द्वारा ले जाया जाना बता रहे हैं।
क्षेत्र से अन्य प्रांतों के ईंट भ_ों में मजदूरों को ले जाने का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। आज सुबह भी समीप के लहरौद ओवरब्रिज के पास एक बस में दो दर्जन मजदूरों को एकत्र कर बैठाने का प्रयास किया जा रहा था। इस बीच इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस को की गई। शिकायत की पुष्टि हेतु थाना प्रभारी द्वारा चिन्हित स्थान पर पुलिस टीम भेजी परन्तु पुलिस को देखते ही मजदूरों को वापस अपने घर जाने के लिए बोलकर भ_ा दलाल फरार हो गया। इधर मजदूरों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि उन्हें कोई कलीराम नाम का ठेकेदार ले जा रहा था। जोबकी ग्राम रायतुम का बताया गया।
ज्ञात हो कि दशहरा पर्व के बाद से ही क्षेत्र के भ_ा दलाल हजारों की संख्या में मजदूरों को अन्य प्रांतों में ईंट भ_ा में काम करवाने ले जाते हैं। मजदूरों को ले जाने वाले दलाल खुलेआम इस काम को अंजाम देते हंै।
विगत वर्ष हजारों मजदूरों को कसडोल एवं महासमुन्द प्रशासन ने दलालों के चंगुल से छुड़वाकर उनके घरों को भेजा था परन्तु अब पुन: उन मजदूरों को वापस भ_ा पहुंचा दिया गया है।
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महासमुन्द, 2 फरवरी। महासमुन्द जिले के किसानों को जल्द ही किसान मॉल की सौगात मिलेगी। किसान मॉल बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर मंडी बोर्ड रायपुर भेज दिया गया है। बोर्ड के एमडी से स्वीकृति मिलने के पश्चात इस पर काम शुरू होगा। जानकारी के अनुसार प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है और महज औपचारिकता ही शेष है।
शहर के बीचों-बीच कृषि उपज मंडी की चार एकड़ भूमि लम्बे समय से खाली पड़ी है। पिटियाझर में नई मंडी तैयार होने के बाद से ही यहां भाजपा शासन काल में किसान मॉल तैयार करने सम्बंधी योजना तैयार की गई थी। पांच साल पहले इसकी योजना तैयार तो हुई थी लेकिन स्वीकृति नहीं मिलने से मामला लटक गया था। अब एक बार फिर से इस दिशा में काम शुरू हो गया है। महासमुन्द विधायक विनोद चंद्राकर ने बताया है कि किसान मॉल बनाने के लिए तैयार प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल चुकी है। साहू समाज के कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री पहुंचे थे, तो इस विषय पर चर्चा हुई थी। उन्होंने इस पर अपनी स्वीकृति भी दे दी है। मॉल का पूरा ड्राइंग डिजाइन तैयार है और उसे कलेक्टर के माध्यम से एप्रूवल के लिए एमडी ऑफिस मंडी बोर्ड भेजा गया था। हमें उम्मीद है कि जल्द ही उसे स्वीकृति मिल जाएगी और आने वाले कुछ महीनों में काम शुरू हो जाएगा।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले एक साथ 55 दुकानों के निर्माण की तैयारी किसान मॉल में की जा रही थी। लेकिन अब इसकी संख्या कम करने की तैयारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार पूर्व में तैयार किए गए डिजाइन में थोड़ा बदलाव किया गया है। इसके चलते दुकानों की संख्या कम हो जाएगी और साइज बढ़ जाएगी। इस किसान मॉल को तैयार करने के लिए करीब 10 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसका ड्राइंग और डिजाइन तैयार हो चुका है। मॉल के निर्माण के लिए शासन से कोई बजट नहीं मिलेगा। बल्कि निर्माण कार्य कृषि उपज मंडी करेगी। प्रस्ताव के तहत मॉल का निर्माण अलग.अलग किस्तों में होगा। पहले चरण में ग्राउंड फ्लोर का काम होगा। इन दुकानों की बिक्री से प्राप्त राशि के आधार पर ही दूसरे माले का निर्माण शुरू होगा।
पांच साल पहले महासमुन्द में प्रदेश का दूसरा किसान मॉल बनाने की योजना तैयार की गई थी। भाजपा शासन काल में बनी इस योजना के तहत प्रस्ताव तैयार कर लिया गया था। मॉल के लिए आर्किटेक्चर के लिए समिति भी बन गई थी, लेकिन बाद में इसे स्वीकृति नहीं मिल पाई। यही कारण है कि यह योजना अधर में चली गई थी। अब एक बार फिर से इस दिशा में प्रयास शुरू हुआ है।
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महासमुन्द, 2 फरवरी। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की शुरूआत सोमवार से महासमुन्द जिले में हुई है। अभियान के तहत कुपोषित बच्चों के साथ ही 15 से 49 वर्ष तक की चिह्नित एनीमिया ग्रसित महिलाओं को सप्ताह में तीन दिन गुणवत्ता युक्त गरम पौष्टिक भोजन दिया जाएगा। इसके लिए जिला खनिज न्यास निधि से आवश्यक राशि उपलब्ध कराई गई है। यह राशि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बैंक खातों में पहुंचेगी।
जिले के सभी विकासखण्डों के आंगनबाड़ी केंद्रों में जनप्रतिनिधियों के द्वारा गरम स्वादिष्ट भोजन परोसकर शुरूआत की गई। सोमवार को उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण एवं विधायक सरायपाली किस्मत लाल नंद ने सरायपाली के ग्राम पंचायत बलौदा के आंगनबाड़ी केंद्र में 15 वर्ष से 49 वर्ष की चिन्हांकित एनीमिक पीडि़त महिलाओं को और कुपोषित बच्चों को गरम स्वादिष्ट भोजन परोसा। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी मुख्यमंत्री के मंशानुरूप कुपोषण दूर करने तथा कोरोना जागरुकता हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा राशन, रेडी.टू.ईट का वितरण किया गया। विधायक ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि मध्यम और कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसी तरह एनीमिक पीडि़त महिलाओं और कुपोषित बच्चों को रोटी, हरी पत्तेदार सब्जी तथा मुनगा भाजी का नियमित रूप से सेवन कराएं। इसी तरह महासमुन्द जिला मुख्यालय से सटे ग्राम बेमचा के आंगनबाड़ी केन्द्र में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ रश्मि चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में गरम भोजन परोसने की शुरूआत हुई।
महासमुन्द, 2 फरवरी। सरकार के जनघोषणा पत्र में शामिल क्रमोन्नति और पुरानी पेंशन सहित विभिन्न लंबित मांगों के निराकरण के लिए टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश के सभी 90 विधायकों को ज्ञापन सौंपेगा। एसोसिएशन के पदाधिकारी बजट सत्र के पहले 1 से 13 फरवरी के बीच जनघोषणा पत्र की प्रति संलग्न कर मांग पत्र सौपेंगे।
छग टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नारायण चौधरी, सादराम, अजय नंद, कुमार साहू, विजय प्रधान, पुष्पलता भार्गव, लोरिश कुमार ने बताया कि प्रदेश, संभाग, जिला, ब्लॉक व संकुल पदाधिकारियों के साथ शिक्षक समूह अपने क्षेत्रीय विधायक को जनघोषणा पत्र की प्रति के साथ अपनी मुख्य मांग सौंपते हुए उन्हें पूरा कराने हेतु विधायक से पहल करने का आग्रह करेंगे। शिक्षकों ने बताया कि एलबी संवर्ग के शिक्षकों को 23 वर्ष की सेवा के बाद 1 बार भी क्रमोन्नति नहीं दी गई है। सरकार के जनघोषणा पत्र में इसे लागू करने की बात कही गई थी किन्तु लगातार मांग के बाद भी अधिकारियों ने प्रावधान नहीं किया है। इसी तरह सहायक शिक्षकों के पदोन्नति के लिए 28 हजार पद रिक्त हैं, किन्तु शिक्षा विभाग ने पदोन्नति ही नहीं किया है। इसके अलावा वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन, अनुकम्पा नियुक्ति,लंबित महंगाई भत्ता व 2 वर्ष में संविलियन किये जाने के बाद 2 वर्ष से अतिरिक्त सेवा अवधि के लिए वेटेज देते हुए वेतन निर्धारण करने की मांग को शामिल किया गया है।
सहारा के खिलाफ 3 को एक दिवसीय धरना
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महासमुन्द, 2 फरवरी। परिपक्वता तिथि के बाद भी रकम भुगतान नहीं करने के खिलाफ सहारा इंडिया कंपनी के एजेंट और जमाकर्ता 3 फरवरी को एक दिवसीय धरना देंगे। साथ ही कंपनी के विरष्ठ कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली पहुंचेंगे।
कंपनी के एजेंट और जमाकर्ताओं ने बताया कि आम जनता को भुगतान नहीं होने से उन्हें आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। जबकि कंपनी जमाकर्ताओं की परिपक्वता राशि को फिर से जमा कराने को लेकर दबाव बना रही है। ऐसे में हमें आमजनों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। एजेंट और जमाकर्ता बीना आचार्य, राकेश चंद्राकर, दीपक शर्मा, संजय सहित अन्य ने बताया कि महासमुन्द के सभी एजेंट मिलकर पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा के नेतृत्व में 3 फरवरी को लोहिया चौक में प्रदर्शन करेंगे। साथ ही सराहा इंडिया के उच्च प्रबंधन के खिलाफ कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
सोमवार को पत्रकारवार्ता के दौरान सहारा इंडिया के एजेंट ने बताया कि महासमुन्द ब्रांच से करीब 20 करोड़ रुपए का भुगतान आम जनता को किया जाना है। वहीं पूरे जिले की बात करें तो यह राशि 50 करोड़ से अधिक की राशि भुगतान होना बाकी है। कंपनी के उच्च अधिकारी बार-बार भुगतान को लेकर गुमराह कर रहे हैं। यही कारण है कि अब आंदोलन करने की तैयारी है।
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महासमुन्द, 2 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने कृषि से सम्बंधी विभागों, आदिमजाति विकास अधिकारी, खाद्य विभाग के जिला अधिकारियों की बैठक लेकर कार्यों गतिविधियों की समीक्षा की।
उन्होंने राज्य शासन की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन पर ज्यादा जोर देते हुए कहा कि इस कार्य को तेजी और गुणवत्ता के साथ पूरा करें। ताकि शासन की मंशानुरूप हितग्राही लाभान्वित हो सकें। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में पशुपालन और रेशम विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा भी की। इस मौके पर उप संचालक कृषि एस.आर.डोगरे, उप संचालक पशु चिकित्सा डा. डी. डी झारिया, जिला विपणन अधिकारी सी.आर. जोशी, सहायक खाद्य अधिकारी अनिल जोशी और फिल्ड अधिकारी रेशम एस.के. टिकरिहा उपस्थित थे। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारियों से उपार्जन केन्द्रों से धान का तेजी के साथ उठाव का निर्देश दिए। आदिम जाति विकास अधिकारी को वनाधिकार पट्टे के वितरण और पात्र हितग्राहियों के प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए और इसकी प्रगति के बारें में लगातार अवगत कराने को कहा।
कलेक्टर ने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कृषि अधिकारी से सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद की मांग और उठाव की भी जानकारी ली। कलेक्टर श्री सिंह ने गौठानों में जीविकोपार्जन की कार्य योजना बनाकर ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण लोगों को जोडक़र उनके आय में वृद्धि करने को कहा। गोठानों को सक्रिय कर शीघ्रता से स्वावलंबी बनाने के लिए विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट खाद सरकारी कार्यालयों के अलावा निजी क्षेत्र और जिले के बड़े किसानों को उपलब्ध कराते हुए खेती किसानी में जैविक खाद को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने सम्बंधित विभागों को जिला खनिज न्यास निधि से सौंपी गई राशि से तत्काल कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
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महासमुन्द, 2 फरवरी। आस्था साहित्य समिति महासमुन्द द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 73वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुन्द परिसर में साहित्यकार एस. चन्द्रसेन की अध्यक्षता में काव्य विनयांजली के माध्यम से श्रद्घासुमन अर्पित की गयी। इस अवसर पर प्रसिद्घ साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि एवं महामानव जयशंकर प्रसाद के जयंती के अवसर पर उन्हें स्मरण करते हुये काव्य पंक्तियां समर्पित की गयी।
आस्था साहित्य समिति अध्यक्ष एवं साहित्यकार आनंद तिवारी ने काव्य विनयांजलि के माध्यम से कहा कि इन पथ भूलों को राह नई दिखा जाओ। संकट में भारत है बापू, एकबार फिर आओ। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय महासमुन्द से सहायक प्राध्यापक साहित्यकार सीमा रानी प्रधान ने पंक्तियां समर्पित करते हुये कहा कि श्रद्घांजलि नमन् वंदन हे महामानव, इस उम्मीद के साथ तुम फिर लौटोगे भारत भूमि पर, हजारों कोख तुम्हें धारण करने को तुम्हारी प्रतिक्षा में है। प्रसिद्घ लघु कथाकार महेश राजा अपनी लघु कथा के माध्यम से अपनी श्रध्दांजलि अर्पित की। अध्यक्षीय आसंदी से काव्य पाठ करते हुये एस. चंद्रसेन ने कहा कि सर कलम करो गद्दारों का,मां का आंचलन साफ करो, जगह जगह जो दाग लगाये कलंकितों को न माफ करो।
काव्य विनयांजली में हिस्सा लेते हुये साहित्यकार डा. साधना कसार ने पंक्तियां अपमनाओ तुम रिश्तों को धागे बढ़ाओ, आस्था अपनी बढ़ाओ तुम पढ़ीं। बालिकाओं पर हो रहे अत्याचार एवं कन्या बचाओ को उजागर करते हुये साहित्यकार सरिता तिवारी की पंक्तियां पल भर में जीवन को मृत्यु ने भींच लिया, मेरी चीखें घुट गई मां तेरी लाड़ली लुट गई पढ़ी। इस अवसर साहित्यकार सुरेन्द्र अग्निहोत्री, कमलेश पाण्डेय, टेकराम सेन चमक की काव्य पंक्तियां काव्य विनयांजली को शिखर तक पहुंचा दिया। प्रारंभ में सुरेन्द्र अग्निहोत्री के सुमधुर आवाज में गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये जी से सभा की समाप्ति हुई।
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महासमुन्द, 2 फरवरी। संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर ने केंद्रीय बजट 2021 को निराशाजनक कहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट 2021 दिशाहीन के साथ ही किसानों व बेरोजगारों को निराश किया है।
सबसे दुखद पहलू यह है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। जिससे छत्तीसगढ़ की जनता मायूस है। केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि बजट में सिर्फ पंूजीपतियों को लाभ होगा। वहीं आमजन के लिए बजट में कुछ नहीं है। आम आदमी को राहत मिलेए ऐसी तो कोई घोषणा ही नहीं हुई। उल्टा तमाम चीजों पर कस्टम ड्यूटी और सरचार्ज लगने की वजह से बहुत सारी चीजें महंगी भी हो रही हैं। आम आदमी के लिए ये बजट निराशाजनक रहा।
केन्द्रीय बजट को किसानोम गरीबों और आमजन के लिये निराशाजनक निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस सचिव अमरजीत चावला ने कहा है कि केन्द्रीय बजट चंद पूंजीपतियों के निर्देशानुसार लाया गया बजट मात्र है जिसमें इनकम टेक्स स्लेब और छूट में कोई राहत नही देने से आम जन मायूस है। श्री चावला ने कहा काल्पनिकता से परिपूर्ण 5 राज्यों के आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लाया गया केन्द्रीय बजट जमीनी वास्तविकता से कोसों दूर और चुनावी बजट है।
किसान, मजदूर, नौजवान, गृहणियों, मध्यमवर्गीय परिवारों व्यापार उद्योग किसी भी वर्ग की जरूरतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। गरीबों के लिये सामाजिक क्षेत्रों के लिये इस बजट में कुछ भी नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 2 फरवरी। 10 दिन पहले सरायपाली थाना क्षेत्र में माइक्रो फाइनेंस कंपनी के रिकवरी कर्मचारी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि कंपनी से लोन लेने वाला व्यक्ति है।
कर्मचारी ने जब उक्त व्यक्ति से सबके सामने तगादा किया और पैसे नहीं देने पर उसे भला बुरा कहा तो उसने कर्मचारी की हत्या करने की प्लानिंग की। आरोपी टेंगनापाली गांव निवासी गजाधर निषाद है। उसने एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 40 हजार रुपए का लोन लिया था। सोमवार को सरायपाली एसडीओपी विकास पाटले ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि गजाधर ने ही रुपए का तगादा करने पर समशीर अली की चाकू मारकर हत्या की थी और पहचान छिपाने के लिए उसका सिर पत्थर से कुचल दिया था। हत्या करने के बाद वह ओडिशा चला गया था। वहां पाईकमाल में वह एक ढाबे में काम कर रहा था, जहां से टीम मुखबिर की सूचना पर रविवार को गिरफ्तार किया।
मामला यह है कि बीते 22 जनवरी को फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने कर्मचारी के गुम होने की शिकायत सरायपाली थाने में दर्ज कराई गई थी और दूसरे दिन 23 जनवरी को कर्मचारी की लाश जंगल में मिली थी। घटना से 10 दिन पहले भी फाइनेंस कर्मचारी समशीर अली गजाधर के घर टेंगनापाली में शेष रकम की वसूली के लिए गया था। गजाधर ने कम्पनी से 40 हजार लोन लिया था और उसे अंतिम किश्त के रूप में मात्र 2300 रुपए जमा करना था। 10 दिन पहले जब समशीर गजाधर के घर पहुंचा तो गजाधर ने पैसे नहीं होने का हवाला दिया। समशीर ने उसे भला-बुरा कह दिया। घटनाक्रम को आसपास के ग्रामीण देख रहे थे।
गजाधर इसी बात से नाराज हो गया और उसे सप्ताहभर बाद में पूरे पैसे देने के लिए बुलाया। तय दिनांक को समशीर फिर से गजाधर के घर गया। गजाधर के पास पैसे थे, लेकिन वह अपनी बेज्जती का बदला लेना चाहता था। इसलिए उसने समशीर से कहा कि राशि गढफ़ुलझर में मिलेगी, चलो वहीं पैसे दे दूंगा। इसके बाद दोनों अलग-अलग बाइक से गढफ़ुलझर के लिए रवाना हुए। वहीं ग्राम कसडोल के नर्सरी प्लाट के पास पहुंचते ही गजाधर ने बाइक खराब होने का बहाना बनाया। समशीर अपनी बाइक से उतरकर उसके पास गया तो गजाधर ने पहले से ही अपने पास रखे चाकू से कर्मचारी पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। शव को कोई पहचान न पाए, इसलिए उसने समशीर के सिर को पत्थर से कुचल दिया। वहां से गजाधर वापस अपने घर आया। उसने घर पर अपनी बाइक रखी और साइकिल लेकर ओडिशा चला गया।
पुलिस का कहना है कि 23 जनवरी को फाइनेंस कर्मचारी की लाश मिलने के बाद से ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। प्रारंभिक पूछताछ में ही यह बात सामने आई थी कि समशीर को गजाधर के साथ देखा गया था। वहीं घटना दिनांक से गजाधर के घर पर नहीं होने की सूचना भी पुलिस को मिल गई थी। यही कारण है कि पुलिस ने घटना दिनांक के दो दिन बाद ही गजाधर के खिलाफ नामजद अपराध भी दर्ज कर लिया था। वहीं रविवार को पुलिस को गजाधर के बारे में पुख्ता जानकारी मिली कि वह पाईकमाल के एक ढाबे में काम करता है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन में एक टीम तैयार की गई थी जिसमें सरायपाली थाना प्रभारी वीणा यादव, चौकी प्रभारी बलौदा एसआई जितेंद्र कुमार विजयवार सहित पुलिस के जवान शामिल थे।
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महासमुन्द/पिथौरा, 2 फरवरी। धान खरीदी केंद्र लहंगर में सोमवार की अपरान्ह एक दंतैल पहुंच गया। दंतैल ने यहां स्टेक में लगे करीब 10 कट्टा धान को खाया और वापस जंगल की ओर चला गया।
दंतैल के केंद्र के पास आने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए थे। हालांकि इस दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी। ग्रामीण राधेलाल सिन्हा ने बताया कि सोमवार की दोपहर 2.45 बजे के आसपास एक दंतैल धान खरीदी केंद्र लहंगर पहुंचा। धान का उठाव नहीं होने के कारण यहां काफी कम संख्या में कर्मचारी और मजदूर बैठे हुए थे। यही कारण है कि किसी को हाथी के आने की भनक तक नहीं लगी और दंतैल स्टेक में जमा धान के बोरों को एक.एक कर खींचता रहा। इसी दौरान धान के कुछ बोरे भरभराकर गिर गए। इससे कर्मचारियों की नजर उस ओर गई और उनके होश उड़ गए।
उन्होंने देखा कि एक दंतैल धान के बोरों को स्टेक से खींच रहा था। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और बच्चे एकत्रित हो गए। आखिरकार वन विभाग के अधिकारियों को दंतैल के आने की सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही खरीदी केंद्र के कर्मचारियों ने भी दंतैल को भगाने का प्रयास किया। लेकिन हाथी वहां से टस से मस नहीं हुआ। करीब 10 कट्टा धान खाने के बाद ही हाथी खुद ही जंगल की ओर वापस लौट गया। गौरतलब है कि इस क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से तीन दंतैल भ्रमण कर रहे हैं। वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें से ही एक दंतैल लहंगर के खरीदी केंद्र में पहुंचा था। वहीं शाम को तीनों दंतैल को लहंगर से निकलकर परसाडीह रोड की ओर जाते हुए देखा गया। वन विभाग ने परसाडीह और गुडरुडीह गांव के ग्रामीणों के लिए अलर्ट जारी किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 फरवरी। आज जिले की सांकरा पुलिस ने वाहन चेंकिग के दौरान बाइक की डिक्की में रखे नकली नोट के साथ युवक को गिरफ्तार किया है।
मंगलवार को आरोपी तीर्थराज प्रधान (42) मोहगांव से एनएच 53 रोड घासीदास चौक सांकरा के पास पुलिस ने वाहन चेंकिग के दौरान बाइक की डिक्की में रखे 100, 500, रुपए के 11 हजार के नकली तथा 21 हजार रुपए के असली नोट जब्त किया है।
सांकरा पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपने वाहन की डिक्की में नकली नोट को असली नोट के रूप में खपाने के लिए रखा था। वह जानबूझकर नकली नोटों को अपने पास रखा था। पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
पुलिस परिवार के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। पुलिस लाइन में रविवार को पुलिस परिवार के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 138 पुलिस जवान और उनके परिवारों ने अपना हेल्थ चेकअप कराया। शिविर के लिए रायपुर से विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम महासमुन्द पहुंची थी। इसमें कार्डियोलॉजी डॉ सतीश सूर्यवंशी, गायनोलॉजी डॉ प्रज्ञा सूर्यवंशी, आर्थोपेडिक डॉ रोहित दुबे एवं न्यूरोसर्जन डॉ अमित जैन व उनकी चिकित्सा टीम शामिल थी। शिविर के उद्घाटन में कलेक्टर डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, विगोर फाउंडेशन के रंजीत अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि सही खान.पान का ध्यान रखकर पुलिस के जवान अपना स्वास्थ्य बेहतर रख सकते हैं। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस मेरा परिवार है और इनके स्वास्थ्य के लिए मैं हमेशा चिंतित रहता हूं। यही कारण है कि आज स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर के माध्यम से न केवल स्वास्थ्यगत परेशानियों का पता चलेगा, बल्कि इलाज और दवाएं भी दी जाएगी।
शिविर के दौरान पुलिस जवानों एवं उनके परिवार के सदस्यों की शारीरिक जांच के साथ दवा व चिकित्सीय सलाह दी गई। साथ ही ईको, ईसीजी, ब्लड.शुगर, बीपी, लिक्विड प्रोफाइल, एचबी वन सी टेस्ट की सुविधा शिविर में उपलब्ध कराई गई। महिला सम्बधी रोगों के लिए गायनोलॉजी डॉक्टर प्रज्ञा सूर्यवंशी ने शिविर में उपस्थित महिलाओं की जांच कर परामर्श दिया। स्वास्थ्य शिविर का लाभ पुलिस परिवार के साथ ही बेमचा और परसदा के ग्रामीणों को भी मिला। इन गांव के ग्रामीणों की भी जांच शिविर के दौरान की गई। इस दौरान जिला सेनानी अनुज कुमार एक्काए डीएसपी तिलेश्वर यादव एवं रक्षित निरीक्षक नीतीश आर नायर उपस्थित रहे।
सौर ऊर्जा से चलित पम्प, ड्रिप इरीगेशन सिस्टम का कर रहे उपयोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। क्षेत्र के किसान अब परंपरागत खेती से बाहर आकर आधुनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। किसान नित नए प्रयोग कर परंपरागत फसल न लेकर बाहर महीने सब्जी, भाजी की खेती कर रहे हैं और लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं।
आधुनिक खेती की ओर कदम बढ़ाने वाले किसानों को सरकार की योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। हाल ही में क्षेत्र के किसानों को सौर ऊर्जा से चलित पम्प, ड्रिप इरीगेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं मुहैया कराई गई है। ऐसे ही एक किसान हैं सुनील खेश। सरायपाली ब्लॉक के ग्राम छुईपाली के किसान सुनील भी अब परंपरागत खेती को छोड़ आधुनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनका परिवार परंपरागत खेती करता था। बारिश ठीक से नहीं होने पर कई बार फसल बर्बाद हो जाती थी। इससे कई बार लाखों रुपए का घाटा होता था।
इनका कहना है कि जब जिला उद्यानिकी विभाग की राष्ट्रीय विकास योजना के बारे में जानकारी मिली तो मैंने 4000 वर्गमीटर में नेट हाऊस और ड्रिप इरीगेशन सिस्टम भी लगाया है। इसके बाद से मैं और मेरा परिवार वर्षभर सब्जी की खेती कर रहा है। सब्जी की खेती करने वाले सुनील और उनके परिवार को अब इस खेती से मुनाफा होने लगा है। शेडहाउस के लिए उन्हें 50 प्रतिशत अनुदान मिला। इसके बाद से वे 12 महीने सब्जी की फसल ले रहे हैं। वर्तमान में उन्होंने 40 क्विंटल बरबट्टी की पैदावार की। स्थानीय बाजार में उसे बेचने पर 1 लाख रुपए की आमदनी हुई। सुनील ने बताया कि वे खाद.बीज, रोग दवाइयों के खर्च की कटौती कर 67 हजार रुपए का शुद्ध लाभ हुआ। वे वर्ष में सब्जी.भाजी उगाकर एक से डेढ़ लाख रुपए की शुद्ध लाभ आय कर रहे हैं।
किसान सुनील खेश ने बताया कि नेट हाउस के जरिए सब्जियों की खेती करने के कई सारे फायदे हैं। पहला यह क हर मौसम में सभी तरह की फसल ले सकते हैं और दूसरा यह कि नेट हाउस होने के कारण कीट.पतंगे एवं खरपतवार का प्रकोप भी कम होता है। हर मौसम में फसल की सुविधा होने के कारण वर्षभर अलग-अलग सब्जियों की खेती की जा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। आदिम जाति अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक विकास विभाग के तत्वावधान में ग्राम भोरिंग में अस्पृश्यता निवारण सदभावना शिविर का आयोजन किया गया। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत सभापति अमर अरूण चंद्राकर थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद पंचायत उपाध्यक्ष त्रिलोकी राधेश्याम ध्रुव ने की। विशेष अतिथि के रूप में अरूण चंद्राकर, सांसद प्रतिनिधि संदीप दीवान, जनपद सदस्य सत्यभान जेंड,्रे सरपंच उषा राजेश साहू, ओसराम ढीढी, पूर्व जनपद सदस्य गिरधर आवड़े व तुलसी राम साहू मौजूद थे।
मुख्य अतिथि ने अस्पृश्यता निवारण के लिए गांधीजी के जीवन प्रसंग व डॉ भीमराव अंबेडकर द्वारा संविधान में समानता के प्रावधानों के लिए किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आपसी भेदभाव से दूर रहते हुए मानवता के लिए काम करने की जरूरत है। मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है। ईश्वर ने जाति व्यवस्था नहीं बनाई है, यह मानव समाज द्वारा निर्मित की गई है। उन्होंने कहा कि अस्पृश्यता जैसे कलंक को समाज से बाहर निकालकर आपस में भाईचारा बनाए रखने की जरूरत है।
समाज में सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए शिक्षा के विकास होने पर ही समाज में सुधार आवश्यक होगा। आज गांव.शहरों में बिना किसी भेदभाव.छुआछूत के लोग सामूहिक भोज व अन्य आयोजनों में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। भारतीय अघरिया समाज की बैठक बसना में हुई जिसमें बसना क्षेत्र के अलावा इसके अंतर्गत आने वाले सात परिक्षेत्र के पदाधिकारी शामिल हुए। भारतीय अघरिया समाज बसना के अध्यक्ष गोपाल नायक की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में अघरिया धाम के अंदर में निवासरत दो परिवारों के व्यवस्थापन, समाज की गतिविधि से हटकर कार्य करने वाले व्यक्तियों को सामाजिक रूप से संगठनात्मक रूप से कार्यवाही करने एवं समाज हमर द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत बसना के सात परिक्षेत्र गीधापाली, बसना, सागरपाली, भंवरपुर, जमनीडीह, अजगरखार एवं चनाट में आगामी दिनों में बैठक आयोजित करने के सम्बंध में चर्चा की गई।
बैठक में सामाजिक गतिविधियों का विरोध करने वाले व्यक्तियों के लिए सामाजिक कार्यवाही करने हेतु क्षेत्र सांकरा, पिरदा, सरायपाली, बसना के पदाधिकारियों की बैठक करने के पश्चात ही निर्णय लेने के संबंध में चर्चा की गई। इसी के साथ ही अखिल भारतीय अघरिया समाज बसना के मीडिया प्रभारी रामकुमार नायक ग्राम बिजराभाठा परिक्षेत्र अजगरखार को नियुक्ति हेतु प्रस्तावित किया गया जिसका सातों परिक्षेत्र से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया।
उक्त बैठक में केंद्रीय पर्यावरण सचिव कमल पटेल, शिवप्रसाद पटेल, गोपाल पटेल, संतलाल नायक, हरप्रसाद चौधरी, युधिष्ठिर चौधरी, संतलाल पटेल रविलाल पटेल, मधुसुधन पटेल, राधेश्याम नायक, धनुर्जय कश्यप, शिवकुमार पटेल, शौकीलाल चौधरी, कन्हैया लाल चौधरी, जयवन लाल पटेल, सुशील नायक, जगेश्वर चौधरी, गोकुल प्रसाद, रामकुमार नायक, गोपाल पटेल डंका चौधरी उपस्थित थे।
महासमुन्द, 1 फरवरी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी बसना सनत महादेवा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत अपात्र परिवार के नाम को स्थायी प्रतीक्षा सूची से विलोपित करने हेतु जनपद पंचायत बसना अंतर्गत 36 ग्राम पंचायतों से ग्राम सभा में अनुमोदित सूची अनुसार ग्राम बरडीह, बंसुला, भैसाखुरी, भंवरपुर, बिजराभांठा, बिरसिंगपाली, बुन्देलाभांठा, चंदखुरी, छान्दनपुर, दलदली, गणेशपुर, गढ़पटनी, गढफ़ुलझर, गिधली, गौरटेक, गुढिय़ारी, जोगीपाली, कायतपाली, केंवटापाली, खेमड़ा, खोगसा, कुदारीबाहरा, कुरचुंडी, लोहडीपुर, माधोपाली, मेढ़ापाली, मोहका, पलसापाली, पठियापाली, पौंसरा, सलखण्ड, सरायपाली, सिंघनपुर, सुखापाली, ठाकुरपाली एवं उड़ेला से प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। दावा-आपत्ति हेतु अपात्र परिवारों का चिन्हांकन सूची कार्यालय जनपद पंचायत बसना एवं संबंधित ग्राम पंचायत के सूचना पटल पर चस्पा की गई है जिसका अवलोकन किया जा सकता है। श्री महादेवा ने बताया कि अपात्र परिवारों के सम्बंध में किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का अपात्रता के सम्बंध में दावा.आपत्ति प्रस्तुत करना हो तो अंतिम तिथि 3 फरवरी 2021 पूर्वान्ह 5.30 बजे तक सम्बंधित दस्तावेज साक्ष्य, पात्रता के सम्बंध में आवश्यक दस्तावेज के साथ कार्यालय जनपद पंचायत बसना के आवास प्रकोष्ठ में प्रस्तुत किया जा सकता है। निर्धारित तिथि एवं समय के पश्चात् दावा-आपत्ति पर विचार नहीं किया जावेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। स्थानीय मिनी स्टेडियम में 20 वां छत्तीसगढ़ राज्य सब जुनियर बाल बैडमिंटन टूर्नामेंट के उदघाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा कि महासमुन्द जिले के खिलाडिय़ों ने राज्य भर के विभिन्न जिलों में क्रिकेट, हैंडबॉल, बैडमिंटन आदि खेलों में अपनी प्रतिभाशाली खिलाड़ी होने की अपनी अमिट छाप छोड़ी है। पालिका अध्यक्ष ने कहा यहां के खिलाड़ी अंतर्राज्यीय स्तर के खेल प्रतियोगिता में जिले का नाम रोशन करने में अहम भूमिका निभाई है।
मिनी स्टेडियम में आयोजित 20वां छत्तीसगढ़ राज्य सब जुनियर बालक बालिका बाल बैडमिंटन प्रतियोगिता उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा बिता एक साल कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से स्कूले बंद रहा। शिक्षा के साथ ही खिलाडिय़ों को भी एक साल पीछे धकेल दिया है लेकिन खिलाडिय़ों को इससे मायूस होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि फिर से जनजीवन सामान्य हो रहा है, फिर से मौका मिला है अपनी खेल प्रतिभाओं को निखारने का। अध्यक्षता करते हुए जनपद सदस्य निधि चंद्राकर ने कहा कि खेल बच्चों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है लेकिन आज बच्चे मोबाइल और सोशल मीडिया के गिरफ्त में हैं। इससे बचते हुए आउटडोर गेम्स खेलना चाहिए जिससे बच्चों के मानसिक और शारीरक स्वास्थ्य बनी रहती है। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्राकर ने जिला बाल बैडमिंटन संघ की मांग पर रोशनी, पेयजल सहित कार्यक्रम के लिए मंच तथा खिलाडिय़ों के बैठक व्यवस्था हेतु शेड निर्माण की घोषणा की। पालिका अध्यक्ष ने इंडोर स्टेडियम और बैठक के लिए गैलरी आदि निर्माण के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजने का भरोसा दिलाया।
इसके पूर्व अतिथियों ने मां सरस्वती की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। अतिथियों ने विभिन्न जिले से आए बालक बालिका खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी। महासमुन्द और भिलाई टीम के बीच टॉस कर प्रतियोगिता शुरू किया। इसके बाद संघ के पदाधिकारियों ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट की। इस अवसर पर लोकेश चंद्राकर, पूर्व पार्षद कपिल साहू, छग बाल बैडमिंटन के कार्यकारी अध्यक्ष इसरार अहमद, श्यामल बैनर्जी, वाय राजा राव, नरेश चंद्राकर, विनय भारद्वाज, अंकित लूनिया, सेवनदास मानिकपुरी, लोकेश साहू, कमल वर्मा, राजा गुरुदत्ता, इमरान खान उपस्थित थे। मंच संचालन राजेश शर्मा ने की।
महासमुन्द, 1 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी ने महिला मोर्चा की सूची जारी कर दी है। जारी सूची के अनुसार पूर्व पालिका उपाध्यक्ष कौशिल्या बंसल को भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
वहीं जारी सूची में तीन महिला नेताओं को प्रदेश कार्य समिति और एक महिला नेता को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।जिला संगठन की ओर से कौशिल्या बंसल का नाम तय कर प्रदेश संगठन को भेजा गया था। इसके अलावा प्रदेश कार्यकारिणी के लिए भी अलग.अलग नाम तय र भेज दिए गए थे। महिला मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति में तीन महिलाओं को मौका दिया गया है। पूर्व महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष और लगातार चार बार की पार्षद मीना वर्मा का नाम शामिल है।इसी तरह जिला पंचायत सदस्य पुष्पलता चौहान और जनपद अध्यक्ष बागबाहरा स्मिता चंद्राकर को भी प्रदेश कार्यसमिति में शामिल किया गया है। वहीं पूर्व जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा सुजाता विश्वनाथन को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में स्थान दिया गया है।
महिला मोर्चा की नियुक्ति पर जिला भाजपा की टीम ने हर्ष व्यक्त किया है।
बूथ पर दवा पिलाने 2800 कर्मियों की लगायी गई थी ड्यूटी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। रविवार 31 जनवरी से 2 फऱवरी तक चलने वाले तीन दिवसीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान 0 से 5 वर्ष तक की आयु के 97127 नौनिहालों को पोलियो की खुराक पिलायी गई। ज़िले में लगभग एक लाख 12 हजार नौनिहालों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई जाने का लक्ष्य रखा गया था। जिले में 1257 पोलियो बूथ स्थापित किए गए। इसके अलावा 60 ट्रांजिट टीम, 32 मोबाइल टीम गठित की गई।
पल्स पोलियो अभियान पर निगरानी के लिए 384 सुपरवाईजर तैनात किए गए। पल्स पोलियो बूथ पर दवा पिलाने के लिए 2886 कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। अध्यक्ष नगर पालिका प्रकाश चन्द्राकर ने कल सबेरे जिला अस्पताल बूथ पर एक वर्ष के डिगेश को पल्स पोलियो की दो बंूंद खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की।
इस मौक़े पर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनके मंडपे, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. अरविन्द गुप्ता, कार्यक्रम प्रबंधक रोहित कुमार वर्मा, डा. मुकुन्द राव घोड़े सवार, सरपंच ग्राम पंचायत खरोरा सुनीता देवदत्त चन्द्राकर, पार्षद कपिल साहू पार्षद सहित आरएमएनसीएचए सलाहकार राकेश देवांगन, के.के. पटेल, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
महासमुन्द के ह्रदय स्थल कहे जाने वाले अंबेडकर चौक में कलेक्टर डोमन सिंह ने पल्स पोलियो बूथ निरीक्षण के दौरान 3 वर्षीय बच्ची लावण्या और ढाई वर्षीय बच्चे सूरज को पोलियो की खुराक पिलाई। मौक़े पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डीपीएम उपस्थित थे। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रो, प्राथमिक शाला, उप.स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर प्राथमिक, सामुदायिक, जिला अस्पतालों, मातृ शिशु अस्पतालों में पोलियों की खुराक पिलाई गई। कलेक्टर डोमन सिंह ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को पल्स पोलियो बूथ पर लाकर पोलियो की दो बूंद अवश्य पिलायें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 1 फरवरी। महासमुन्द शहर के भीतर यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है और इसी वजह से एनएच 353 पर अव्यवस्थित ट्रैफिक और पार्किंग के लिए स्थान नहीं होने के कारण यातायात की समस्या होने लगी है। कहा जा रहा है कि इस सम्स्या को दूर करने के लिए अब शहर के भीतर तीन स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाया जाएगा। महासमुन्द में घोड़ारी-फि ंगेश्वर मोड़ तक ब्लिंकर लगाने की तैयारी भी जिला पुलिस विभाग की ओर से की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुन्द शहर के भीतर तुमगांव चौक, कांग्रेस भवन चौक और बरोंडा चौक में ट्रैफिक सिग्नल लगाया जाएगा। इनमें से दो चौक में तीन सिग्नल लगाए जाएंगे, जबकि एक चौक में चार सिग्नल लगाने की तैयारी है। ज्ञात हो कि शहर के भीतर लगातार बढ़ रहे दुर्घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने इस संबंध में पूर्व में प्रस्ताव तैयार का पुलिस मुख्यालय को भेजा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के भीतर पिछले तीन साल में 30 स?क दुर्घटनाएं हुई है। वर्ष 2018 में 11ए 2019 में 09 और वर्ष 2020 में 10 स?क दुर्घटनाएं शहर के भीतर हो चुकी है। इसके अलावा महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर ने भी पुलिस विभाग को पत्र लिखकर शहर के भीतर सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की थी। पुलिस विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए भी प्रजेंटेशन हुआ है। शहर में 40 से अधिक स्थानों पर कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है।
यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल ने बताया कि महासमुन्द में घोड़ारी से लेकर फिंगेश्वर मोड़ तक 40 से अधिक कैमरे लगाए जाने हैं। यह कैमरे काफी हाईटेक होंगे, जो 360 डिग्री में घूम सकेंगे। इसके अलावा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया जाना है, ताकि यातायात नियम तोडऩे वालों पर नजर रखी जा सके। साथ ही ऐसे चालकों के वाहन के नम्बर देखकर उन्हें ई.चालान भेजा जा सके। दुर्घटनाएं रोकने के लिए सिग्नल लगाए जाने के साथ ही ऐसे स्थानों पर ब्लिंकर भी लगाया जाना है, जहां मुख्य सडक़ से गांव की सडक़ जुड़ती है। इसमें प्रमुख रूप से फिंगेश्वर मोड़, साराडीह मोड़, मुड़पार मोड़, बस स्टैंड चौक, बिठोबा टॉकिज चौक सहित अन्य स्थान शामिल हैं।
यातायात विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके अलावा कुछ और स्थानों को भी इसके लिए चिह्नित किया गया है। ये सभी ऐसे स्थान हैं, जहां अचानक से गाडिय़ां मुख्य सडक़ पर आ जाती है और सडक़ दुर्घटना होने की संभावना अधिक होती है। शनिवार को अलग-अलग फर्म ने सिग्नल, ब्लिंकर लगाने के सम्बंध में अपना प्रजेंटेशन भी दिया। पुलिस मुख्यालय में अलग-अलग फर्म के कर्मचारियों ने विशेष पुलिस महानिदेशक आरके विज, सहायक पुलिस महानिरीक्षक संजय शर्मा और यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल के सामने अपना प्रजेंटेशन दिया। बता दें कि महासमुन्द शहर के भीतर तुमगांव चौक पर ट्रैफिक का दबाव सबसे अधिक होता है। यहां बस स्टैंड के साथ ही रायपुर की ओर से, बागबाहरा की ओर से और तुमगांव रोड की ओर से वाहनों का आना-जाना लगातार बना रहता है। ऐसे में यहां पर दिन में कई बार जाम की स्थिति निर्मित होती है।
इसी तरह बरोंडा चौक, बरोंडा चौक मुख्य तिराहा है। यहां पर बीटीआई रोड की ओर से गाडिय़ां आकर रायपुर और बागबाहरा रोड की ओर जाती है। इसलिए यहां भी ट्रैफिक का दबाव कहीं अधिक होता है। इसलिए इस स्थान पर भी सिग्नल लगाए जाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है। कांग्रेस चौक शहर का मुख्य चौक है। एनएच 353 पर स्थित इस चौक में एक सडक़ रायपुर की ओर, एक बागबाहरा, एक पिटियाझर और एक सडक़ बाजार के भीतर गांधी चौक की ओर जाती है।
गांधी चौक के हिस्से में बाजार होने के कारण इस हिस्से में भी यातायात का दबाव कहीं अधिक होता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 1 फरवरी। स्थानीय एस डी ओ पी पुपलेश कुमार पात्रे के नेतृत्व मे शनिवार को थाना पटेवा क्षेत्र के ग्राम झलप में हमर पुलिस हमर संग के बैनर तले सडक़ सुरक्षा माह के तहत बाइक रैली निकाल कर लोगो को जागरूक किया।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पिथौरा पुपलेश कुमार, निरीक्षक मल्लिका तिवारी थाना प्रभारी पटेवा तथा स्टाफ एवँ यातायात पुलिस निरीक्षक दिपेश जयसवाल महासमुंद के द्वारा हेलमेट लगाकर यातायात जागरूकता रैली निकाली गई एवँ संयुक्त रूप से आने जाने वाले लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के संबंध में पाम्पलेट देकर, हेलमेट पहनकर वाहन चलाने, शराब पीकर वाहन नहीं चलाने, गाड़ी का समय से बीमा कराने, दो पहिया वाहन में तीन सवारी नहीं चलने, मोड पर गाड़ी को ओवरटेक ना करने, वह अत्यधिक तेज गति से वाहन नहीं चलाने के संबंध में समझाइश दी गई एवं हेलमेट पहनकर चलने वाले नागरिकों को गुलाब का फूल देखकर उनका सम्मान किया गया। यातायात नियमों का पालन करने कारण आभार व्यक्त किया गया।यह रैली जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर निकाली गयी।ज्ञात हो की राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर फोरलेन निर्माण के बाद से लगातार गम्भीर दुर्घटनाए हो रही है।जिसमे प्रतिदिन दुर्घटनाओं में मौते भी हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 31 जनवरी। कोरोना ने हर तरफ कहर ढाया, रोज कमाने वाले लोगों को रोजी-रोटी की समस्या भी हुई।
महासमुन्द के फुटकर आलू प्याज विक्रेता राजकुमार टण्डन की दुकान में भी बिक्री इसी दौरान बेहद कम हो गई। स्थानीय व्यापारी भी उधारी में आलू-प्याज देनेे में आनाकानी कर रहे थे। मां और दो बेटों का भार भी उसी के कंधों पर था। उनकी पत्नी की मृत्यु लगभग 16 साल पहले हो गई है। चार लोगों के जीवन-यापन का साधन, बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, मां की दवाईयां आदि का खर्चा उठाने में काफी दिक्कत हो रही थी।
इस वक्त राज्य शासन द्वारा कराए जा रहा राशन ही एकमात्र सहारा था। शासन की पथ विक्रताओं के लिए चलाई जा रही योजना राजकुमार के लिए इस विपत्ति में आसरा बनी। प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेन्डर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत् राजकुमार ने नगरपालिका महासमुन्द जाकर ऑनलाईन फॉर्म भरा एवं उसे एसबीआई से 10 हजार रुपए का ऋण मिला। राशि मिलते ही उन्होंने अपनी आलू प्याज की दुकान पुन: शुरू की और अब उनकी दुकान आलू.प्याज की पर्याप्त मात्रा है। इससे प्रतिदिन उसे 250 से 400 रुपए की मुनाफा होता है।