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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 मार्च। वन कर्मियों के साथ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक भी अपनी विभिन्न मॉगों को लेकर आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया और सोमवार से ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक भी अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गये, इससे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाहल हों गयी।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को अपनी क्षेत्र में उप स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा का लाभ भी नहीं मिल रहा है क्योकि सभी स्वास्थ्यकर्मी हडताल पर चले गये है। सबसे ज्यादा परेशानी डिलीवरी के लिए हो रही है। इसके अलावा बीमार लोगों को भी भारी परेशानी स्वास्थ्य कर्मियों के हडताल पर चले जाने पर हो रही है।
ग्रामीणों को ऐसी स्थिति में जिला चिकित्सालय की दौड लगानी पड रही है। जबकि जिला मुख्यालय कई ग्रामीण क्षेत्रों से काफी दूरी में है। जानकारी के अनुसार गत 21 मार्च से ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक अपनी मॉगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरने पर चले गये। जिसका सबसे असर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बुरा असर पडा है। ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएॅ नहीं मिल पा रही है, जिससे कि ग्रामीणों को चिकित्सा सेवा के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियेां द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था दुरूस्त नही कर पा रहे है। ग्रमीण क्षेत्रों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक गये है तथा कई जगहों पर चपरासी के भरोसे अस्पताल तो खोला जा रहा है, लेकिन वहॉ कोई स्वास्थ्य कर्मी नजर नहीं आता। ऐसे में उप स्वास्थ्य केंद्र किसी काम का नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को इससे बडी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
वैक्सीनेशन भी प्रभावित
सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता के साथ कराया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल पर चले जाने पर वैक्सीनेशन पर भी इसका बड़ा असर हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का कार्य लगभग बंद हो गया है। वहीं हाल के दिनों से 12 वर्ष व इसके उपर आयु के बच्चों ंको कोरोना का वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया गया। स्कूलों में टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण बच्चों का टीकाकरण का कार्य भी नहीं हो पा रहा है। इस तरह ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएॅ जिले में चरमरा गयी हैं कई महत्वपूर्ण अभियान का कार्य प्रभावित हो रहा है।
मनेन्द्रगढ़, 22 मार्च। रायपुर में 30 मार्च को होने वाले फैशन एफिनिटी के लिए मनेंद्रगढ़ की पायल माली का चयन हु़आ है। पायल ने मिस छत्तीसगढ़ फैशन एफिनिटी के लिए ऑनलाइन ऑडिशन दिया था।
रेलवे स्टेशन सरोवर मार्ग की रहने वाली पायल ने एमएससी-फारेस्टरी एंड वाइल्ड लाइफ की पढ़ाई पूरी की है। मां शशि माली ने बताया कि बेटी का फूलों का कारोबार है और उसे फोटोग्राफी, मॉडलिंग का शौक है। कार्यक्रम एक निजी हॉटल में संपन्न होगा। संस्था की डायरेक्टर डॉली शर्मा, हर्षा राजपाल, अनिता खंडेलवाल एवं इशान केशरवानी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 मार्च। फाल्गुन में टेसू यानी पलाश के पेड़ों पर लदे फूल लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं, वहीं लाल पलाश के बीच एक पीले पलाश के फूलों से पटा पेड़ नजर आया, जो लाल रंगों के बीच अलग ही नजर आ रहा था।
कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद के ग्राम रोबो में दुर्लभ पीले पलाश का पेड़ नजर आया, जिसे ‘छत्तीसगढ़’ के पाठक धीरज सिंह ने अपने मोबाईल में कैद किया और वे अपने साथ काफी मात्रा में पीले पलास के फूल लेकर आए।
उन्होंने बताया कि लाल रंग के पलास के फूलों के बाद पहली बार पीले रंग के दुर्लभ पलाश का पेड़ फूलों के साथ देखने को मिले हंै।
उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि उस क्षेत्र में एक सफेद पलाश का पेड़ भी है। आमतौर पर पलाश के पेड़ों पर लाल फूल ही लगते हैं, लेकिन रोबो में पाया गया पलाश में पीले फूल लदे हुए हैं, जो दुर्लभ श्रेणी में है। पलाश के पीला फूल बहुत कम ही देखने को मिलता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 22 मार्च। बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट साइंस एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित चलित साइंस प्रदर्शनी का शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छात्राओं ने अवलोकन किया। इस अवसर पर प्राचार्य सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया चलित साइंस प्रदर्शनी में मॉडल को काफी अच्छे से समझाया गया जो बच्चों के विज्ञान पाठ्यक्रम को समझने में सहायक है।
सुसज्जित बस में लगाए गए चलित साइंस प्रदर्शनी को विद्यालय की वरिष्ठ व्याख्याता अर्चना वैष्णव एवं कंचन दुबे मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि मानव संरचना एवं मौसम विज्ञान से संबंधित विभिन्न मॉडल से बच्चों को समझने में काफी आसानी हुई। शासन का यह प्रयास काफी सराहनीय है। छात्राओं को प्रदर्शनी तक लाने-ले जाने के लिए अंजलि सिंह, सुशीला एक्का, टी. विजय गोपाल राव, नारायण प्रसाद तिवारी, सतीश उपाध्याय, सुनीता कोल, अमिता शर्मा, दिलेश्वर बड़ा, अन्ना मेरी एक्का, राजीव सोनी, बलराज दास एवं एस. पटेल का विशेष सहयोग रहा। बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट द्वारा सुसज्जित बस में लगाए हुए साइंस प्रदर्शनी को विद्यालय के विज्ञान विषय के शिक्षकों ने इसे काफी उपयोगी बताया।
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बैकुंठपुर (कोरिया) 22 मार्च। होली का पर्व बीतने के बाद होली मिलन समारोह का आयोजन में काफी इजाफा देखा जा रहा है। संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की ओर से देवरहा बाबा सत्संग प्रांगण में मनाया गया, तो कांग्रेंस के जिला महामंत्री योगेश शुक्ला ने अपने गांव रनई में रंग गुलाल के साथ होली मिलन समारोह का आयोजन किया, ऐसे में भाजपा कहां पीछे रहने वाली थी भाजपा ने कांग्रेस से बढकर इस आयोजन को कोषाध्यक्ष राहुल सिंह से संबंधित वाटर पार्क में आयोजित कर हर प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं को जोश में भर दिया।
जानकारी के अनुसार जिले के नागपुर के आगे ग्राम लाई स्थित भाजपा के कोषाध्यक्ष राहुल सिंह से संबंधित श्री फन वाटर पार्क में संस्कृति और संस्कार से चलने वाली पार्टी भाजपा पदाधिकारियों द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पुरूष व महिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में सादगी के साथ रंग गुलाल खेलने की जगह उपस्थित लोगों ने रैन डांस में खुले बदन नहाने का आन्नद उठाया। स्कूल परिसर में लगे वाटर पार्क में महिलाओं द्वारा पानी में अटखेलियां करने के साथ नृत्य करती भी नजर आई। उमंग और उत्साह से भरे महिला और पुरूष कार्यकर्ता विभिन्न तरह के डांस भी कर रहे थे। ऐसा पहली बार देखा गया जब भाजपा ने इस तरह भारी जोश के साथ होली मिलन समारोह मनाया है। आगामी डेढ़ वर्ष बाद विधानसभा चुनाव है ऐसे में पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ में जोश भरने के लिए पार्टी ने कुछ नया करके दिखाया है।
वीडियो सोशल मीडिया में वायरल
सोशल मीडिया में भाजपा के होली मिलन समारोह में स्वीमिंग पुल और रैन डांस का वीडियों जमकर वायरल हो रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि अनुशासन, शालीनता, संस्कार को बताने वाली पार्टी भाजपा द्वारा इस तरह के कार्यक्र्रम आयोजित कर रही है। तो कई इसे बदली हुई भाजपा बता रहे है तो कुछ का कहना है कि उप्र में मिली बंपर जीत की खुशी मनाने को जायज बता रहे है। कुछ लिखते है कि हर पार्टी को इस तरह का होली मिलन समारोह मनाना चाहिए ताकि कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह का संचार हो सके। दूसरे दलोंं को भाजपा से सीखना चाहिए। तो कुछ का कहना है कि क्या भाजपा अपनी मर्यादा, रीति नीति भूल गयी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 22 मार्च। चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ रेल सेक्शन की करीब 5 ट्रेनें कोरोनाकाल की वजह से पिछले 2 साल से भी ज्यादा समय से बंद हैं। कोरोनाकाल से उबरने के बाद क्षेत्र में स्थिति सामान्य हो चली है, बावजूद इसके ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा रहा है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ से निकलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनें क्रमश: चिरमिरी-रीवा-चिरमिरी ट्रेन नंबर 51753/51754, चिरमिरी-चंदिया-चिरमिरी ट्रेन नंबर 58221/58222, चिरमिरी-कटनी-चिरमिरी ट्रेन नंबर 51606/51605, चिरमिरी-दुर्ग-चिरमिरी ट्रेन नंबर 28242/18241, चिरमिरी-भोपाल (स्लिप) ट्रेन नंबर 58220/18235 को 2 साल की अवधि बीत जाने के बाद भी आज तक चालू नहीं किए जाने से क्षेत्र के लोगं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चिरमिरी-मनेंद्रगढ़ से इन ट्रेनों का संचालन बंद होने से भोपाल, जबलपुर, रीवा, शहडोल, कटनी से डायरेक्ट सम्पर्क टूट गया है। क्षेत्रवासियों को ट्रेन बदल-बदल कर घंटों इंतजार करके विलंब से यात्रा पूर्ण करनी पड़ रही है जिससे समय और उन पर आर्थिक रूप से अतिरिक्त भार पड़ रहा है। एक साथ इतनी सारी ट्रेन बंद करने से आवागमन में लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सभी बंद ट्रेनों को शुरू करने रेलमंत्री को पत्र
भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के कोरिया जिलाध्यक्ष अंकुर जैन ने केंद्रीय रेलमंत्री को पत्र प्रेषित कर कोरोना काल में बंद सभी ट्रेनों को शीघ्र आरंभ किए जाने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा कि इस विषय में बिलासपुर रेल मंडल से कई बार निवेदन किया गया जिसका आज तक कोई उपर्युक्त जवाब नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस विषय को नजरअंदाज किए जाने से करीब 2 साल से आम जनता परेशान है। अधिकारियों ने अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।
वन कर्मचारी संघ हड़ताल पर, वनों की सुरक्षा पर उठ रहे हैं सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 मार्च। वन कर्मचारी संघ के बैनर तले वन कर्मी सोमवार से अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गये है, इधर कोरिया जिले के हाथी प्रभावित क्षेत्र में फिर से दो सदस्यीय हाथियों का दल पहुंच गया है, जिससे कि ग्रामीण भयभीत है और हाथियों पर निगरानी के लिए कोई विभागीय अमला क्षेत्र में मौजूद नहीं है। ऐसे में ग्रामीण अपने हाल में ही हाथियों से सुरक्षित रहने की जुगत में है। वहीं सोनहत परिक्षेत्र के जंगलों में आग लग गई, परन्तु बुझाने वाला कोई नहीं है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के खडगवां वन परिक्षेत्र में आये दिन हाथियों का दल पहुॅचता रहता है। हाल में ही एक सदस्यीय हाथि वन परिक्षेत्र खडगवा के सीमावर्ती क्षेत्र में भ्रमण करने के बाद मरवाही वन मण्डल क्षेत्र में प्रवेश कर गया था इसके तत्काल बाद मरवाही वन मण्डल क्षेत्र से दो सदस्यीय हाथियों का दल फिर आ धमका है। इसके पूर्व भी दो सदस्यीय हाथियों का दल इस क्षेत्र में कई दिनों तक भ्रमण करता रहा इसके पूर्व कोरिया के सीमावर्ती क्षेत्र में 20 सदस्यीय हाथियों का दल कई दिनों तक विचरण करते हुए ग्रामीणेां के फसलों व मकानों को क्षति पहुॅचाई थी।
तब वन विभाग का अमला हाथियों पर लगातार निगरानी रखा करता था। लेकिन सोमवार से वन कर्मी अपनी 12 सूत्रीय मॉगों को लेकर अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गये, इसी दिन की रात्रि में कोरिया वनमण्डल के वन परिक्षेत्र खडगवां के सीमावर्ती क्षेंत्र में दो सदस्यीय हाथियों के दल की आमद हो गयी। इसकी जानकारी होने के साथ ही सरहदी क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में है। बताया जा रहा है कि हाथियों का दो सदस्यीय दल मरवाही वनमण्डल क्षेत्र से कोरिया वनमण्डल के रेंज खडगवा अंतर्गत कोडा बीट के बेलबहरा क्षेत्र में विचरण कर रहा है। समाचार लिखे जाने तक हाथियों के दल के द्वारा क्षेत्र में किसी प्रकार का नुकसान पहुॅंचाये जाने की खबर नहीं मिल पायी है। बहरहाल, हाथी प्रभावित सरहदी क्षेत्र के ग्रामीण हाथियों से सुरक्षा को लेकर दहशत में है, क्योंकि मैदानी वन कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है, ऐसी स्थिति में हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों को स्वयं ही हाथियों से सुरक्षित रहना होगा।
दिन में तो ज्यादा परेशानी नहीं है, लेकिन रात होने के बाद हाथी किस क्षेत्र में पहॅंच जाये, किसी को पता नहीं। ऐसे में हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों केा रात में रतजगा करने केा मजबूर होना पड़ेगा।
वन कर्मियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल कर रहे है इधर, कोरिया वनमंडल के सोनहत परिक्षेत्र के जंगलों में आग भी लग रही है, जिसे बुझाने वाला कोई नहीं है, जिससे कि वनों को भारी नुकसान आग से हो रही है। वन कर्मी जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में हड़ताल पर बैठे उसी दिन सोनहत रेंज के वनों में आग लगी थी, जिससे कि बड़े स्तर पर आग फैल गया था और वनों को नुकसान पहुंचा। इस सीजन में जंगलों में आग लगने की आये दिन घटना होती रहती है ऐसे समय में वनकर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण जंगलों की सुरक्षा खतरे में पड़ गयी है। सबसे ज्यादा वनों को नुकसान इस दौरान आग लगने से होती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 21 मार्च। मनेंद्रगढ़ शतरंज संघ की कार्यकारी अध्यक्ष संगीता तिवारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की महिला टीम ने दिल्ली में आयोजित सिविल सर्विसेज नेशनल शतरंज स्पर्धा में तृतीय स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक जीतकर प्रदेश को गौरवान्वित किया है। पूर्व में इन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया था। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र से किरण अग्रवाल छत्तीसगढ़ की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने खेल कौशल के कारण पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है।
कोरिया जिला शतरंज संघ के सचिव संतोष कुमार जैन नेशनल आर्बिटर मनेंद्रगढ़ ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि पुराने सरगुजा जिले का क्षेत्रफल केरल प्रांत से भी अधिक था। वर्तमान में 4 जिलों में यह विभाजित हो गया है। इस वनांचल/कोयलांचल में शतरंज की असीम संभावनाएं हैं। कुछ सीमित मात्रा में बालक तो खेल रहे हैं, लेकिन इस अंचल में बालिकाओं एवं महिला खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यहां पर ऐसी विलक्षण प्रतिभाएं हैं जिन्हें सहयोग देकर प्रोत्साहित किया जाए तो विश्व पटल पर इस अंचल का नाम निश्चित रूप से स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरगुजा चेस जोन डेवलपमेंट कमेटी के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के महासचिव विनोद राठी लगातार प्रोत्साहित कर रहे हैं कि संपूर्ण जिले में शतरंज की गतिविधियां संचालित हों। चेस इन स्कूल के माध्यम से बच्चों को शतरंज का प्रशिक्षण प्रदान किया जाए। बालक-बालिकाओं को शतरंज की प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित होने हेतु प्रोत्साहित किया जाए। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में सम्मिलित होने हेतु जिला स्तर पर तथा ब्लाक स्तर पर निरंतर शतरंज की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। नेशनल ऑर्बिटर जैन ने क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों से सहयोग एवं आशीर्वाद प्रदान करने का अनुरोध किया है, ताकि सकारात्मक और रचनात्मक वातावरण में क्षेत्र में खेल गतिविधियों का कुशलतापूर्वक संचालन हो सके।
सरकार को सुरक्षा के करने होंगे उपाय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मार्च। वनों को बचाने के लिए लोगों में जनजागरूकता लाने के लिए प्रतिवर्ष 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस दिन कार्यशाला आयोजित कर वनों के बचाव के लिए बड़े बड़े दावे भले ही किये जाते हो, लेकिन हकीकत कुछ और है। वनों को बचाने के लिए सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है, धरातल पर वनों को बचाने की कवायद ठोस रूप से नहीं की जाती है।
सरकार द्वारा प्रतिवर्ष पौधारोपण के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, लेकिन लगाये गये पौधों की उचित देखभाल नहीं होने के कारण लगाये गये, अधिकांश पौधे जीवित नहीं बच पाते है। पौधा रोपण के दौरान सरकारी विभाग को लक्ष्य दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि यूरोपियन कृषि संगठन की 23 वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पृथ्वी पर वनों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस 21 मार्च को मनाया जाये। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में वनों केा संरक्षित व संवर्दि्धत करने के लिए जागरूक करना है। जिसके पालन में सिर्फ एक दिन जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न जगहों पर आयोजित किये जाते है, लेकिन वास्तविक रूप से वनों को संरक्षित करने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाये जाते है।
कोरिया में बड़े क्षेत्र में सघन वनों से आच्छादित
कोरिया जिला प्रकृति से परिपूर्ण जिला है इस जिले के बडे क्षेत्रफल में सघन वन है, जिनमें सबसे ज्यादा साल के वृक्षों की संख्या अधिक है। जिले में दहीमन जैसे विलुप्त होते पेड़ भी है वन विभाग इस पौधों को संरक्षित करने की कोशिश में है और कई जगहों के नर्सरी में दहीमन का नर्सरी भी तैयार किया गया है। जिले मे गुरू घासीदास नेशनल पार्क 24 सौ से अधिक वर्ग किमी क्ष़ेत्र में विस्तृत है। पार्क क्ष़ेत्र सघन वन चारों ओर फैला हुआ है। कोरिया जिले में सबसे ज्यादा वन क्षेत्र भरतपुर व सोनहत जनपद क्षेत्र में है इसके अलावा मनेंद्रगढ़ वन क्षेत्र में भी वनों की सघनता है।
वन क्षेत्रों में लगातार अवैध कटाई
कोरिया जिले में जहां वनों की कोई कमी नहीं है वही जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार अवैध कटाई की शिकायते भी सामने आती रहती है। पर्याप्त वन अमले के बावजूद वनों की अवैध कटाई रोकने में विभागीय कर्मी नाकाम साबित हो रहे है। जिले में लकडी तस्करी का कार्य भी तेजी से फल फूल रहा है, लेकिन ऐसे मामले बहुत कम ही सामने आ पाते है। कई लकड़ी तस्कारो के द्वारा ग्रामीणों की मदद से लकडी तस्करी में शामिल है। ग्रामीण वनों से बडे बडे पेडों को काटकर चोरी छिपे बेचने के अवैध कार्य में संलिप्त है।
इस सीजन में ज्यादा अवैध कटाई
गर्मी के मौसम में जिले के विभिन्न वन क्षेत्रों में अवैध कटाई जोरों से चलता है ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के पास इस दौरान काम नही रहता है जिस कारण कई ग्रामीण अवैध लकडी कटाई कर विक्रय करने में जुटते है, वहीं गर्मी के सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों के द्वारा नया मकान का निर्माण कराया जाता है, जिसके लिए अपने क्षेत्र के जंगलों से दर्जनों की संख्या में हरे भरे बड़े पेड़ो की कटाई कर मकान बनाने में उपयोग के लिए लकड़ी की व्यवस्था करते है।
इस तरह के मामले की जानकारी संबंधित क्षेत्र के वन कर्मियों को होती है, लेकिन लेन देन कर अवैध कटाई की छुट दे दी जाती है। गर्मी के सीजन में कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोग नया कच्चा मकान बनाते है जिसके कारण इस सीजन मे सबसे ज्यादा वनों से लकडी की कटाई होती है।
दावानल से प्रतिवर्ष वनों को बड़ा नुकसान
गर्मी का मौसम शुरू होने पर पतझड के कारण वन क्षेत्रों में पेडों के पत्ते झडकर नीचे बिखरे रहते है। वही वर्तमान में महुआ का सीजन भी शुरू हो गया है। इस दौरान कई लोगों द्वारा जंगल में महुआ चुनने के दौरान पत्तों में आग लगा दी जाती है और यही लापरवाही वन क्षेत्रों में फैलकर वनों केा नुकसान पहुॅचाता है इसके अलाव वनों में प्राकृतिक रूप से भी आग लगती है। इस सीजन में दावानल फैलने के कारण प्रतिवर्ष गर्मी के सीजन में वनों को भारी नुकसान पहुॅचता है। वन विभाग के पास वनों में आग लगने की त्वरित सूचना के लिए आधुनिक साधन है लेकिन जब कही पर आग लगने की सूचना मिलती है और जब तक वन कर्मी आग बुझाने के लिए पहुॅचते है तब तक वनों को नुकसान पहुॅचत जाता है। इस तरह प्रत्येक वर्ष गर्मी के सीजन में दावानल से वनों को भारी नुकसान पहुंचता है।
आरोपी फरार, लटक रही है गिरफ्तारी की तलवार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मार्च। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सचिव की आत्महत्या के मामले में जॉच के बाद पुलिस ने भरतपुर जनपद सीईओं, पंचायत इंस्पेक्टर तथा कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष के खिलाफ नामजद अपराध दर्ज कर लिया गया है। इधर, अपराध दर्ज होने के बाद से ही तीनों फरार बताये जा रहे है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 306, 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया है। मामले में भाजपा समेत आम आदमी पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है कि सचिव की आत्महत्या के मामले में हैंडरायटिंग एक्सपर्ट की जांच रिपोर्ट आ गई है, जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, जल्द की आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों भरतपुर जनपद पंचायत क्ष़ेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सचिव छत्रपाल सिंह ने 22 फरवरी 2022 को पेंड़ से लटक कर फांसी लगा ली थी। कोटाडोल थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पेड़ से नीचे उतारा, कोटवार ने मृतक के कपड़़ो की जांच की जिसमें से एक पत्र बरामद हुआ, पंचनामा बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी। मृतक सचिव के पास से मिले सुसाईड नोट में जनपद पंचायत भरतपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्निहोत्री, पंचायत इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय तथा कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह पर मानसिक प्रताडऩा का आरोप लगाया था। जिसके बाद भारी बवाल मचा, ब्लाक अध्यक्ष ने एसपी को पत्र लिखकर उन्हें बेवजह फंसाए जाने की बात कही, उनके पत्र पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और जॉच के लिए हैंडराईटिंग एक्सपर्ट के पास भेजा गया था।
वहीं आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी द्वारा सुसाईड नोट में उल्लेखित नाम वालों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया था। जॉच रिपोर्ट आने के बाद जब यह साबित हो गया कि सुसाईड नोट की लिखावट मृतक की ही है। तब जाकर लगभग एक माह बाद पुलिस ने जनपद पंचायत भरतपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अग्निहोत्री, पंचायत इंस्पेक्टर राजकुमार पांडेय तथा ब्लाक अध्यक्ष पर नामजद अपराध दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए उन्हें तलाश कर रही है।
गिरफ्तारी की लटक रही तलवार
सचिव की आत्महत्या के लगभग 1 महिने के अंतराल के बाद एफआईआर दर्ज होने के बाद अब तीनों आरोपियों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, बताया जा रहा है कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। आईपीसी की धारा 306 के तहत दर्ज इस अपराध को संज्ञेय माना गया है, इसके लिए गिरफ्तारी वारंट की जरूरत भी नहीं होती है, वहीं इस अपराध में समझौता भी नहीं किया जा सकता है, इसमें 10 साल की कैद के साथ जुर्माने का भी प्रावधान है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 21 मार्च। संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान (रजिस्टर्ड) की नवीन कार्यकारिणी एवं पदाधिकारियों का सत्र 2022 से 2025 तक के लिए निर्वाचन संपन्न हुआ। अध्यक्ष पद हेतु जगदीश पाठक, उपाध्यक्ष पद हेतु नरेंद्र अरोड़ा, सचिव संजय ताम्रकार, संयुक्त सचिव उपकार शर्मा एवं कोषाध्यक्ष नारायण तिवारी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए साथ ही कार्यकारिणी सदस्यों हेतु आरएस मिश्रा, विनोद तिवारी, अरविंद वैश्य, सतीश उपाध्याय भी निर्विरोध निर्वाचित हुए।
उल्लेखनीय है कि प्रथम बार संस्था के यह चुनाव मतदान एवं निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया के तहत संपन्न हुआ। चुनाव अधिकारी के दायित्व का निर्वहन वरिष्ठ सदस्य अनिल केशरवानी ने किया। निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया के तहत नामांकन फॉर्म संबंधित प्रत्याशियों द्वारा जमा करने के पश्चात इसकी विधिवत जांच की गई तत्पश्चात चुनाव अधिकारी ने सभी प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया। निवर्तमान अध्यक विनोद तिवारी एवं सचिव नरेंद्र अरोड़ा ने उनके कार्यकाल में दिए गए सहयोग के लिए संस्थान के समस्त सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। चुनाव अधिकारी अनिल केशरवानी ने नवनिर्वाचित सभी पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल कार्यकाल की कामना की।
नव निर्वाचित अध्यक्ष जगदीश पाठक संस्था के संस्थापक सदस्य रह चुके हैं तथा क्षेत्र के सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार भी हैं। उन्होंने अपने प्रथम अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान के नवनिर्वाचित समस्त पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान अपनी छवि के अनुरूप संपूर्ण गतिविधियों को संचालित करेगी। निर्वाचन में संस्थान के सदस्य गोपाल बुनकर, अशोक अग्रवाल एवं मृत्युंजय सोनी भी उपस्थित रहे।
आग से सुरक्षा के करने होगें सरकार को उपाय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मार्च। वनों को बचाने के लिए लोगों में जनजागरूकता लाने के लिए प्रतिवर्ष 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस दिन कार्यशाला आयोजित कर वनों के बचाव के लिए बड़े बड़े दावे भले ही किये जाते हो, लेकिन हकीकत कुछ और है। वनों को बचाने के लिए सिर्फ खानापूर्ति कर दी जाती है, धरातल पर वनों को बचाने की कवायद ठोस रूप से नहीं की जाती है।
सरकार द्वारा प्रतिवर्ष पौधारोपण के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, लेकिन लगाये गये पौधों की उचित देखभाल नहीं होने के कारण लगाये गये, अधिकांश पौधे जीवित नहीं बच पाते है। पौधा रोपण के दौरान सरकारी विभाग को लक्ष्य दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि यूरोपियन कृषि संगठन की 23 वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पृथ्वी पर वनों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस 21 मार्च को मनाया जाये। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में वनों केा संरक्षित व संवर्दि्धत करने के लिए जागरूक करना है। जिसके पालन में सिर्फ एक दिन जागरूकता कार्यक्रम विभिन्न जगहों पर आयोजित किये जाते है, लेकिन वास्तविक रूप से वनों को संरक्षित करने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाये जाते है।
कोरिया में बड़े क्षेत्र में सघन वनों से आच्छादित
कोरिया जिला प्रकृति से परिपूर्ण जिला है इस जिले के बडे क्षेत्रफल में सघन वन है, जिनमें सबसे ज्यादा साल के वृक्षों की संख्या अधिक है। जिले में दहीमन जैसे विलुप्त होते पेड़ भी है वन विभाग इस पौधों को संरक्षित करने की कोशिश में है और कई जगहों के नर्सरी में दहीमन का नर्सरी भी तैयार किया गया है। जिले मे गुरू घासीदास नेशनल पार्क 24 सौ से अधिक वर्ग किमी क्ष़ेत्र में विस्तृत है। पार्क क्ष़ेत्र सघन वन चारों ओर फैला हुआ है। कोरिया जिले में सबसे ज्यादा वन क्षेत्र भरतपुर व सोनहत जनपद क्षेत्र में है इसके अलावा मनेंद्रगढ़ वन क्षेत्र में भी वनों की सघनता है।
वन क्षेत्रों में लगातार अवैध कटाई
कोरिया जिले में जहां वनों की कोई कमी नहीं है वही जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार अवैध कटाई की शिकायते भी सामने आती रहती है। पर्याप्त वन अमले के बावजूद वनों की अवैध कटाई रोकने में विभागीय कर्मी नाकाम साबित हो रहे है। जिले में लकडी तस्करी का कार्य भी तेजी से फल फूल रहा है, लेकिन ऐसे मामले बहुत कम ही सामने आ पाते है। कई लकड़ी तस्कारो के द्वारा ग्रामीणों की मदद से लकडी तस्करी में शामिल है। ग्रामीण वनों से बडे बडे पेडों को काटकर चोरी छिपे बेचने के अवैध कार्य में संलिप्त है।
इस सीजन में ज्यादा अवैध कटाई
गर्मी के मौसम में जिले के विभिन्न वन क्षेत्रों में अवैध कटाई जोरों से चलता है ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के पास इस दौरान काम नही रहता है जिस कारण कई ग्रामीण अवैध लकडी कटाई कर विक्रय करने में जुटते है, वहीं गर्मी के सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों में कई लोगों के द्वारा नया मकान का निर्माण कराया जाता है, जिसके लिए अपने क्षेत्र के जंगलों से दर्जनों की संख्या में हरे भरे बड़े पेड़ो की कटाई कर मकान बनाने में उपयोग के लिए लकड़ी की व्यवस्था करते है।
इस तरह के मामले की जानकारी संबंधित क्षेत्र के वन कर्मियों को होती है, लेकिन लेन देन कर अवैध कटाई की छुट दे दी जाती है। गर्मी के सीजन में कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोग नया कच्चा मकान बनाते है जिसके कारण इस सीजन मे सबसे ज्यादा वनों से लकडी की कटाई होती है।
दावानल से प्रतिवर्ष वनों को बड़ा नुकसान
गर्मी का मौसम शुरू होने पर पतझड के कारण वन क्षेत्रों में पेडों के पत्ते झडकर नीचे बिखरे रहते है। वही वर्तमान में महुआ का सीजन भी शुरू हो गया है। इस दौरान कई लोगों द्वारा जंगल में महुआ चुनने के दौरान पत्तों में आग लगा दी जाती है और यही लापरवाही वन क्षेत्रों में फैलकर वनों केा नुकसान पहुॅचाता है इसके अलाव वनों में प्राकृतिक रूप से भी आग लगती है। इस सीजन में दावानल फैलने के कारण प्रतिवर्ष गर्मी के सीजन में वनों को भारी नुकसान पहुॅचता है। वन विभाग के पास वनों में आग लगने की त्वरित सूचना के लिए आधुनिक साधन है लेकिन जब कही पर आग लगने की सूचना मिलती है और जब तक वन कर्मी आग बुझाने के लिए पहुॅचते है तब तक वनों को नुकसान पहुॅचत जाता है। इस तरह प्रत्येक वर्ष गर्मी के सीजन में दावानल से वनों को भारी नुकसान पहुंचता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मार्च। कोरिया जिले की बैकुंठपुर नगर पालिका में बड़ी लापरवाही के कारण बीते 10 दिन से शहर में मटमैला पानी सप्लाई से लोग परेशान है। नगर पालिका के जल आवर्धन प्लांट में बीते 10 से एलम खत्म है, मात्र कुछ मुठ्ठी चूना डाल कर पानी की सप्लाई की जा रही है। वहीं बैकुंठपुर स्थित फिल्टर प्लांट कबाड़ बन चुकी दर्जनों पानी की टंकी, टैंकर, जेसीबी, ट्रैक्टर इधर उधर बिखरे पड़े है। साफ है कि अधिकारियों का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है, वहीं जनप्रतिनिधि भी चुप है।
मामले में कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने तत्काल फिल्टर प्लांट के फोटो देखते हुए मामले को चेक करवाने की बात कही, जिसके बाद उन्होनें नगर पालिका के सीएमओ को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए, वहीं नगर पालिका की सीएमओ मुक्ता सिंह चौहान से बात करना चाहा, व्हाट्सअप पर मैसेज भेज कर सवाल किया, परन्तु उनका कोई जवाब नहीं आया।
जल आवर्धन योजना के तहत पेयजल सप्लाई के लिए पानी में प्रयुक्त किए जाने वाला ऐलम बीते 10 दिन से खत्म हो चुका है, नगर पालिका प्रबंधन यहां वहां से मांग कर एलम लाता है और तय मात्रा ना डाल कर जैसे तैसे पेयजल की सप्लाई कर रहा है, काम में लगे कर्मचारियों की माने तो एक दो दिन पूर्व 20 डल्ली एलम शिवपुर चरचा नगर पालिका से मांग कर लाया गया था, जिसमें से 5 डल्ली बचे है, उनका कहना है कि एलम की गाड़ी आने वाली है। दूसरी ओर पूरे शहर में लंबे समय से मटमैला पानी की सप्लाई हो रही है, लोग परेशान है, घरों में एलम की डिमांड बढ़़ गई है, लोग पानी के आते ही एलम को पानी में डालकर पानी को साफ कर पीने को मजबूर है।
स्टॉक पर ध्यान नहीं
नगर पालिका के फिल्टर प्लांट में प्रतिदिन 5 से 6 डल्ली एलम की लगती है, ऐसे मेंं गर्मी के मौसम के पूर्व ही नगर पालिका प्रबंधन को एलम का स्टॉक कर लेना चाहिए था, परन्तु इस मामले में बड़ी लापरवाही बरती गई।
वाल्व खराब, बर्बाद हो रहा है पानी
जल आवर्धन योजना के तहत फिल्टर प्लांट से पूरे शहर में पानी की सप्लाई की जाती है, परन्तु यहां से नाली बनाकर बडी मात्रा में पानी को बहाया जा रहा है, दो दो बड़ी बड़ी नालियों के सहारे पानी को मुख्य नाली के सहारे पानी की बर्बादी जारी है, पूछने पर पता चला कि प्लांट का वॉल्व खराब हो चुका है, उसे यही के कर्मचारियों द्वारा बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि फिल्टर का वाल्व कई दिनों से खराब पड़ा है, परन्तु इस ओर ना तो अधिकारियों को इसकी भनक लगी और ना ही किसी जन प्रतिनिधि ने इस ओर कभी रूख किया, यही कारण है प्लांट की दुर्गति हो चुकी है।
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मार्च। होली का पर्व बीतने के बाद भी होली को लेकर लोगों में उत्साह बना हुआ है। बैकुंठपुर के स्थानीय प्रेमाबाग मंदिर परिसर में क्षत्रीय समाज कोरिया द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें समाज के लोगों के द्वारा जमकर रंग गुलाल लगाकर एक दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर आयोजन स्थल पर संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव भी पहुंची। उन्होंने समाज के लोगों को होली की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए, जहां उमंग उल्लास के साथ सभी ने भाईचारे के साथ होली खेली गयी। इसके अलावा अहुप्रतिक्षित क्षत्रिय भवन के नक्शे को प्रदर्शित किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से दीपक सिंह राजपूत, शैलेन्द्र सिंह प्रशांत सिंह, वैभव सिंह, अंकुर सिंह, अमित सिंह, अरविंद सिंह, भूपेन्द्र सिंह, चंद्रशेखर सिंह, सौरव सिंह, विजय सिंह, शेखर सिंह, सुरेन्द्र ंिसंह, दीपक सिंह, रिचेश सिंह, डॉ आरएस सेंगर, धीरज सिंह, संजीव सिंह काजू, मुकेश सिंह, पिंटू सिंह, राजकिशोंर सिंह, राकेश सिंह, रूपेश सिंह, संदीप सिंह, विक्रम सिंह, देवेन्द्र सिंह, नागेन्द्र सिंह, चिंटू सिंह, देवप्रभाकर सिंह, अवधेश सिंह, दुर्गेश सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, सुनील सिंह आदि उपस्थित थे।
विश्व वानिकी दिवस के दिन सीएम रखेंगे पार्क की नींव
25 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म को किया जाएगा संरक्षित, सीएम-विधायक का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 मार्च। मनेंद्रगढ़ में करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म की खोज की गई थी, कुछ वर्षों पूर्व क्षेत्र को संरक्षित कर दिया गया था, जिसको लेकर 14 मार्च को राज्य वन विभाग ने बताया कि एशिया का सबसे बड़ा और छत्तीसगढ़ का पहला समुद्री फॉसिल्स पार्क कोरिया जि़ले के मनेंद्रगढ़ में बनाया जाएगा, जिसका शुभारंभ 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल इस पार्क की नींव रखेंगे।
इस पार्क को मेरिन फॉसिल्स पार्क नाम दिया गया है। प्रस्तावित पार्क आमाखेरवा इलाके में हसदेव और हसिया नदी के संगम पर लगभग 1 किमी. क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आमाखेरवा में समुद्री फॉसिल्स होने की जानकारी वर्ष 2012 में मिली थी। वर्ष 2015 में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोबॉटनी, लखनऊ के विशेषज्ञों ने यहाँ 25 करोड़ साल पुराने समुद्री फॉसिल्स की पुष्टि की थी।
वन विभाग द्वारा 2015 में ही फॉसिल्स वाले हिस्सों की घेराबंदी कर हेरिटेज के रूप में विकसित कर दिया गया था। आमाखेरवा क्षेत्र में हसदेव नदी के बीच करीब एक किमी का क्षेत्र है, जो बड़ी मात्रा में समुद्री जीवों और वनस्पतियों के जीवाश्म से भरा हुआ है। यहाँ बाइवाल्व मोलस्का, युरीडेस्मा और एवीक्युलोपेक्टेन आदि समुद्री जीवों के जीवाश्म मौजूद हैं। इनके अलावा पेलेसिपोड्स, गैस्ट्रोपोड्स, ब्रेकियोपोड्स, ब्रायोजोअन्स और क्रिएनड्स प्रजाति के जीव भी हैं।
विश्व स्तर पर मनेंद्रगढ़ का नाम विख्यात करने के लिए राज्य के मुखिया भूपेश बघेल के साथ क्षेत्र के विधायक डॉ. विनय जयसवाल का क्षेत्र की जनता ने आभार प्रकट करते हुए उनको धन्यवाद दिया है।
रंजीत सिंह
मनेन्द्रगढ़, 20 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। होली पर जहां शहरी क्षेत्रों में आमजन अपने मनोरंजन और उत्साह के लिए कई प्रकार के आयोजन करते हैं, जिनमें भारी-भरकम राशि खर्च होती हैं वहीं दूसरी ओर ग्रामीण अंचलों में आज भी ऐसी परंपराएं हैं जिनके माध्यम से ग्रामीण अपना मनोरंजन करते हैं। ऐसे आयोजनों में न बड़ा तामझाम होता है और न ज्यादा खर्च, अगर कुछ होता है तो लोगों का उत्साह उमंग और मस्ती का वह मंजर जिसमें ग्रामीण अपनी सुध-बुध खोकर उत्साह में सराबोर दिखाई देते हैं।
कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड से लगभग 35 किलोमीटर ग्राम पंचायत ताराबहरा के आश्रित ग्राम बैरागी की पहचान होली के दो दिन बाद होने वाले एक विशेष आयोजन को लेकर पूरे प्रदेश में बनी हुई है। यह अनूठी प्रतियोगिता न केवल छत्तीसगढ़ वरन् पूरे भारतवर्ष में अपनी तरह की एकमात्र ऐसी प्रतियोगिता है, जिसमें पानी के अंदर जहां मछली और केकड़ा पकडऩे प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, वहीं खुले में जंगली खरगोश, गिलहरी और मुर्गे की रोमांचक दौड़ होती है, जिसे देखने आसपास के कई गांवों के लोग काफी संख्या में एकत्रित होते हैं।
प्रतियोगिता में दर्शकों के लिए न तो कोई शुल्क होती है और न तो किसी प्रकार का सहयोग भी उनसे लिया जाता है। बीते कई दशकों से होने वाली इस अनूठी प्रतियोगिता को देखने लोगों के उत्साह का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि होली के बाद इस प्रतियोगिता की तैयारी में पूरे गांव के लोग 2 समूहों में बंटकर जंगल और नदी की ओर चल देते हैं। इनमें से एक समूह पुरूषों का होता है, जिसमें बच्चे भी शामिल होते हैं।
वहीं दूसरे समूह में महिलाएं और युवतियां शामिल होती हैं। पुरूष जंगल में जाकर जंगली खरगोश और गिलहरी ढूंढते हैं, वहीं महिलाएं नदियों में जाकर केकड़ा और मछली पकड़ती हैं और फिर दूसरे दिन मुकाबले की तैयारी शुरू होती है।
प्रतियोगिता की शुरूआत में ग्रामीण तयशुदा स्थान पर एक बड़ा घेरा बनाते हैं। इस घेरे में गांव के पुरूष और खिलाड़ी महिलाएं शामिल होती हैं। सीटी बजने के साथ ही गांव के पुरूष वर्ग के लोग हाथ में पकडक़र रखे खरगोश को छोड़ते हैं, जिन्हें पकडऩे के लिए महिलाओं का समूह इनके पीछे जंगल की ओर भागता है।
इस खेल के पीछे मान्यता है कि अगर महिलाएं पुरूषों द्वारा छोड़े गए खरगोश को पकड़ लेती हैं तो गांव में वर्ष भर अकाल नहीं पड़ेगा, वहीं अगर महिलाएं पकडऩे में सफल नहीं हुईं तो उन्हें अर्थदण्ड भी लगाया जाता है जिससे मिलने वाली राशि का सामूहिक भोज में उपयोग किया जाता है।
महिलाओं के बाद पुरूषों और बच्चों के लिए प्रतियोगिता शुरू होती हैं, जिसमें गांव के लोगों द्वारा पॉलीथिन लगाकर एक छोटा तालाब बनाया जाता है जिसमें गांव की महिलाएं जो नदियों से मछली और केकड़ा पकडक़र लाती हैं, उसे छोड़ा जाता है। इस प्रतियोगिता में निर्णायक द्वारा सीटी बजाने के साथ ही पॉलीथिन से निर्मित कृत्रिम तालाब से मछलियां और केकड़ा पकडऩा होता है, जो सबसे अधिक केकड़ा और मछली पकड़ता है, उसे विजयी घोषित किया जाता है।
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों और ग्रामीणों के लिए बैरागी गांव के लोगों द्वारा रात में सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें सभी तबके के लोग उत्साहपूर्ण वातावरण में शामिल हुए। इस परम्परा को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि बीते कई दशकों से गांव में यह अनूठी प्रतियोगिता आयोजित होती चली आ रही है। इसमें उनका एक रूपए भी खर्च नहीं होता। गांव के लोग अपनी तरफ से पूरी व्यवस्था करते हैं।
अनूठे ओलंपिक में महिलाओं ने बाजी मारी
जंगल से पकडक़र लाए गए गिलहरी, मुर्गा और खरगोश को पकडऩे के लिए इस बार अनूठे ओलंपिक में महिलाओं ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कैलशिया (55) ने जहां जंगल की ओर तेजी से भागे गिलहरी को पकडऩे में सफलता हासिल की, वहीं 60 वर्षीया बसपतिया ने उम्र को पीछे छोड़ते हुए खेत की सरपट भाग रहे जंगली मुर्गा को दौडक़र पकड़ा।
गिलहरी और मुर्गा पकडऩे में नारी शक्ति के श्रेष्ठ प्रदर्शन के बाद ताराबहरा की सरपंच बिलशिया भला कहां पीछे रहने वाली थीं, उन्होंने सबसे अधिक मछली और केकड़ा पकडक़र जीत दर्ज की। महिलाओं के श्रेष्ठ प्रदर्शन पर अनूठे ओलंपिक को कवर करने पहुंचे मीडिया कर्मियों ने पुरस्कार स्वरूप नगद राशि देकर उन्हें सम्मानित किया।
मप्र से आए थे पिकनिक मनाने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 20 मार्च। कोरिया जिले के भरतपुर स्थित रमदहा जलप्रपात में मप्र के 13 युवक होली के दूसरे दिन पिकनिक मनाने पहुंचें, सौ फीट ऊंचें रमदहा में युवकों ने छलांग लगाई, जिसमें से 3 युवक डूब गए। पुलिस की मदद से शनिवार को 2 शवों को ढंूढ कर निकाल लिया गया, रविवार सुबह को 1 शव मिला।
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष रमाशंकर मिश्रा का कहना है कि बहुत ही दुखत घटना घटित हुई है, होली के दूसरे दिन पूरे क्षेत्र में इस घटना के बाद शोक लहर व्याप्त है, मेरा प्रशासन से आग्रह है कि भरतपुर क्षेत्र में कई ऐसे जलप्रपात हैं, जहां लोग पिकनिक मनाने आते हैं, परन्तु यहां सुरक्षा के उपाय नगण्य है, रमदहा में कई लोगों की जान जा चुकी है, वादा भी किया गया था कि सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे, परन्तु हर हादसे के बाद इस पर बहस होती है परन्तु सुरक्षा के उपाय पर कोई बात आगे नहीं बढ़ती है, मेरी मांग है कि प्रशासन सैलानियों की सुरक्षा के उपाय पर विशेष पहल करें।
शनिवार को मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के मानपुर के 13 युवक पिकनिक मनाने भरतपुर के रमदहा जलप्रपात पहुंचें। दोपहर के समय कुछ युवकों ने रमदहा में छलांग लगाई, कुछ तो तैर कर बाहर आ गए, परन्तु 3 युवक काफी देर तक बाहर नहीं आ पाए, कुछ समय बाद इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई।
पिकनिक में शामिल युवकों ने पहाड़ी पर चढक़र किसी तरह इस मामले की जानकारी अपने परिजनों को भी दी, जिसके बाद पुलिस के साथ रेस्क्यू टीम दोपहर 1.20 बजे मौके पर पहुंची और युवकों की तालाशी शुरू की, जिसमें दो युवकों विमल गुप्ता (24) और रामकिशोर पटेल (20) के शवों को बाहर लाने में कामयाबी मिली, जबकि दीपक गुप्ता (27) के शव को आज सुबह निकाला गया।
कई मौतें हो चुकी हंै यहां
बेहद मनोरम और जंगलों के बीच स्थित रमदहा फॉल सैलानियों को आकर्षित करता है। रमदहा जलप्रपात की ऊंचाई काफी ज्यादा है, जहां पर जलप्रपात का पानी गिरता है वहां काफी गहरी खाई है, फॉल में सुरक्षा के किसी भी तरह के उपाय नहीं है, यहां मोबाइल नेटवर्क भी नहीं है, यदि कोई हादसा हो जाए तो सूचना देने में काफी समय लग जाता है, तब तक डूबे व्यक्ति को नहीं बचाया जा सकता है। बीते 3 वर्ष में कई जाने जा चुकी है, जनकपुर के मामा-भांजे की मौत के बाद जनप्रतिनिधियों ने सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े वादे किए, फॉल के चारों ओर रेलिंग करने की भी बात कही गई थी, परन्तु धरातल पर कुछ नहीं हुआ।
बैकुंठपुर (कोरिया) 16 मार्च। भाजपा ने आगामी चुनावों को देखते हुए विधानसभावार सोशल मीडिया नियुक्त कर दिए हंै, प्रदेश स्तर से हुई इस नियुक्ति से तय है कि भाजपा अब सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव होकर चुनाव की तैयारी में जुट गई है। नियुक्त तीनों चेहरे ना सिर्फ सोशल मीडिया मे काफी एक्टिव है बल्कि इनका लोगो से जुड़़ाव भी है।
इस संबंध में सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तीरथ राजवाडे ने बताया कि प्रदेश स्तर से नियुक्ति की गई है, पार्टी तय करती है कौन कहां कैसे काम करेगा। आने वाले समय में इसका अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा।
भाजपा नेे प्रदेश स्तर पर सोशल मीडिया प्रभारी बैकुंठपुर विधानसभा के लिए सत्येन्द्र राजवाड़े, मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के लिए आन्नद ताम्रकार और भरतपुर सोनहत के लिए रामेश यादव को जिम्मेदारी दी गई है। बैकुंठपुर विधानसभा के लिए सत्येन्द्र राजवाड़े की नियुक्ति से उनके समर्थक काफी उत्साहित है, साथ ही भाजपा में काफी समय से जुड़े श्री राजवाडे बेहद सक्रियता के लिए जाने जाते है। श्री राजवाड़े बैकुंठपुर विधानसभा के युवाओं में भी लोकप्रिय है और पूरे विधानसभा में चर्चित चेहरा भी है। नियुक्ति के बाद उन्होने भाजपा के वरिष्ठों से मुलाकात कर उनका आभार जताया।
भाजपा की रणनीति के तहत प्रदेश स्तर पर अब चुनाव को लेकर ऐसे पदाधिकारियों को कमान सौपने का काम शुरू हो गया है, जो भाजपा के लिए लाभप्रद साबित हो सकते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 16 मार्च। होली को लेकर लोगों में कई दिनों पूर्व से उत्साह शुरू हो गया और लोगों द्वारा गुलाल उड़ाना शुरू कर दिया गया है। वहीं होली के पूर्व होलिका दहन की भी तैयारी पूरी हो गयी है। 17 मार्च को जिले भर में होलिका दहन किया जायेगा और इसके दूसरे दिन 18 मार्च को उल्लास के साथ होली का पर्व मनाया जायेगा। शहर के विभिन्न स्थानों पर बच्चों के द्वारा होलिका तैयार की गयी, इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी बच्चों के द्वारा होलिका बनाई गयी है। इसके लिए कई दिनों पूर्व से लकड़ी जुटाने एवं झाडिय़ों को काटकर होलिका तैयार की जा रही थी।
शुभ मुहूर्त में सभी जगहों पर आवश्यक पूजा करने के पश्चात होलिका का दहन किया जायेगा। इस अवसर पर मोहल्ले के लोगों की भीड़ जुटती है और जलते सम्मत का परिक्रमा करते है और अपने सिर से अक्षत उतारकर जलती होलिका में जाते है। ऐसा करके अपने अपने उपर की बुरी नजर को उतारने की मान्यता है। मान्यता के अनुसार बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में वर्षो से होली के एक दिन पूर्व संध्या पर होलिका दहन किया जाता है। शहर के कई मोहल्लो में होलिका दहन की तैयारी पूरी कर ली गयी है इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी होलिका दहन की तैयारी है।
होली के पर्व को देखते हुए शहर में दर्जनों की संख्या में रंगों का बाजार अस्थाई रूप से सज गया है। जहॉ पर खरीदी करने के लोगों की भीड़ भी जुटना शुरू हो गया है। 17 मार्च को रंगों के दुकान में दिन भर जमकर भीड़ जुटेेगी। शहर के लोगों के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के रंगों के बाजार में जमकर खरीदी करेंगे। रंगों के बाजार में विभिन्न तरह के रंगों के साथ अबीर, गुलाल आदि विक्रय के लिए सज गया है। वही पिचकारी भी तरह तरह के मौजूद है, इसके अलावा कई तरह के मुखौटे भी विक्रय किये जा रहे है। बच्चों के लिए जमकर पिचकारी खरीदी की जा रही हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 मार्च। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र में पंचायत सचिव खुदकुशी को लेकर भाजपा ने कार्रवाई की मांग को लेकर जनकपुर थाने के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। कोरिया संगठन प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रदेश पदाधिकारी के साथ स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं के साथ काफी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति देखी गई।
तीन साल बाद भाजपा किसी मुद्दे को लेकर बड़ा धरना-प्रदर्शन जनकपुर में किया। सोमवार को सचिव खुदकुशी में आत्महत्या नोट में उल्लेख किये गये लोगों के विरूद्ध थाने में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर भाजपा के द्वारा जमकर थाने के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया, जिसमें जिला भाजपा के संगठन प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल, पूर्व संसदीय सचिव चंपादेवी पावले, भाजपा जिला अध्यक्ष केबी जायसवाल, पूर्व विधायक दीपक पटेल सहित जिपं के सदस्य और जनपद सदस्य सहित कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
जनकपुर थाने के समक्ष सचिव आत्महत्या के मामले में एफआईआर को लेकर संगठन प्रभारी के साथ सभी जमीन पर बैठ कर कार्रवाई की मांग कर नारेबाजी करते रहे। इसी दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह ने बताया कि सुसाइड नोट को हैंड राईटिंग एक्सपर्ट के पास जांच के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इसके लिए 1 सप्ताह में कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद भाजपाईयों ने धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
रेत उत्खनन को लेकर अब जागी
कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र में लंबे समय से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन लगातार हो रहा है। इस मामले में कभी भी भाजपा द्वारा अवैध उत्खनन एवं परिवहन को रोकने के लिए कभी धरना प्रदर्शन नहीं किया गया। लंबे समय बाद सोमवार को भाजपा अवैध रेत उत्खनन के मुद्दे को मुखर होकर उठाया, धरना प्रदर्शन में भाजपा संगठन प्रभारी प्रबल प्रताप सिंह जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत का हक मार कर कांग्रेस सरकार खनिज संपदा बेच रही है। रेत के दामों में अनाप-शनाप बढ़ोतरी से हर कोई परेशान हैं, वहीं पर्यावरण को बड़ा नुकसान हो रहा है।
अब भी जारी है अवैध रेत उत्खनन
कोरिया जिले के भरतपुर जनद क्षेत्र में अब भी बेरोक-टोक क्षेत्र नदियों से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन एवं परिवहन कार्य लगातार जारी है। क्षेत्रीय लोगों तथा आम आदमी पार्टी के विरोध के बाद दिखावे की कार्रवाई की गयी थी, इसके बाद फिर से अवैध रेत उत्खनन का कार्य शुरू हो गया है, जो लगातार चल रहा है। भाजपा के धरना प्रदर्शन के बाद भी अवैध रेत उत्खनन पर किसी तरह की रोक नही लगाई गई है। वहंी ग्रामीणों में अवैध रेत उत्खनन को लेकर काफी रोष है, यही कारण है कि भाजपा के धरना प्रदर्शन मे काफी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 मार्च। सविप्रा उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो की पहल पर विधानसभा क्षेत्र के 1 दर्जन ग्राम पंचायतों में सीसी सडक़ निर्माण हेतु शासन द्वारा 3 करोड़ 41 लाख 47 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
विधायक कमरो ने लगातार विकास कार्यों की सौगात दिए जाने पर क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत एवं विभागीय मंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कभी विकास से कोसों दूर प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत का समग्र विकास विकास हो रहा है। सडक़ और पुल-पुलियों की सौगात मिलने से क्षेत्र में विकास के द्वार खुल रहे हैं।
स्वीकृत राशि से विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड मनेंद्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत डुगला में राधेश्याम साहू के घर की ओर साहू पारा पहुंच मार्ग में 27 लाख 99 हजार की लागत से 500 मीटर सीसी सडक़ का निर्माण कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार ग्राम पंचायत रोझी में अटल चौक से बियारपारा पहुंच मार्ग में 500 मीटर सीसी सडक़ निर्माण लागत 27 लाख 99 हजार, ग्राम पंचायत डोडक़ी में मुख्य सडक़ से डोडक़ी पंचायत भवन की ओर सीसी सडक़ निर्माण 500 मीटर लागत 27 लाख 99 हजार, ग्राम पंचायत लोहारी में राम मंदिर से शासकीय कृषि फॉर्म हाउस तक 600 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 33 लाख 58 हजार, डोमनापारा में एनएच 43 से तिराहे तक 300 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 16 लाख 81 हजार, ग्राम पंचायत लालपुर में वनवासी कल्याण आश्रम से अगरियापारा पहुंच मार्ग में 500 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 27 लाख 99 हजार, चनवारीडांड़ में घुरसीडांड़ पहुंच मार्ग में 500 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 27 लाख 99 हजार, तिलोखन में मुख्य सडक़ से धनहर बस्ती तक 500 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 27 लाख 99 हजार, विकासखंड भरतपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत हरचोका के घसियापारा पहुंच मार्ग में 300 मीटर सीसी सडक़ निर्माण 16 लाख 81 हजार निर्माण कार्य किया जाएगा।
इस प्रकार कुल लागत 3 करोड़ 41 लाख 47 हजार की लागत से विधानसभा क्षेत्र के 12 ग्राम पंचायतों में सीसी सडक़ का निर्माण होने से लोगों को जहां आवागमन में सहूलियत होगी, वहीं पक्की सडक़ बनने से शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं भी तेजी से विकसित होंगी।
मनेन्द्रगढ़, 15 मार्च। छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सचिव टी. विजय गोपाल राव ने बयान जारी कर कहा कि विगत दिनों कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) अंशदान में ब्याज दर 8.5 से घटाकर 8.1 करने का निर्णय कर्मचारियों के लिए गरीबी में आटा गीला वाली बात हो गई है। पिछले दो वर्षों से ब्याज दर 8.5 थी। वर्तमान आर्थिक विषमता के दौर में कर्मचारियों को राहत मिलने के स्थान पर ब्याज दर में कटौती कर आर्थिक हानि हो रही है।
ज्ञात हो कि वर्ष 1952 में ईपीएफ की स्थापना की गई थी। प्रारंभ में ब्याज दर 3 प्रतिशत थी। देश के निरंतर विकास के साथ ब्याज दर में वृद्धि करते हुए वर्ष 1990 से 2000 तक ब्याज दर उच्च सीमा 12 प्रतिशत तक पहुंची। उसके बाद से केंद्रीय शासन द्वारा लगातार दरों में कटौती कर 1952 की स्थिति में पहुंचाने पर तुली हुई है। 8.1 प्रतिशत दर 1982-83 की दर तक गिरावट पर पहुंच गई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन भारत की राज्य प्रोत्साहित अनिवार्य अंशदायी और बीमा योजना प्रदान करने वाला संगठन है। सदस्यों और वित्तीय लेन-देन की मात्रा के हिसाब से यह विश्व का सबसे बड़ा संगठन है। इसकी पावरफुल बॉडी सीबीटी ब्याज दरों पर फैसला लेती है। केंद्र सरकार के लेबर सेक्रेटरी इसके वाइस चेयरमैन होते हैं। इसमें केंद्र सरकार के 5 और राज्य सरकार के 15 प्रतिनिधि होते हैं। इसमें कर्मचारियों और नियोक्ताओं के प्रतिनिधि भी होते हैं। इनके द्वारा ही ब्याज दरों पर फैसला लिया जाता है। इसी योजना में कर्मचारियों को सर्वाधिक लाभ होता है। यह बुढ़ापे का सहारा और वित्तीय सुरक्षा और स्थिरता देता है। सेवा के दौरान विषम परिस्थितियों में ऋण या अंतिम अंशदान लेकर अपनी रक्षा करता है। यह अन्य जमा योजनाओं से भिन्न है। इसमें ब्याज दर की कटौती किसी भी स्थिति में कर्मचारियों के लिए हानिकारक है।
छत्तीसगढ़ ट्रेड यूनियन कोरिया एवं छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सचिव टी. विजय गोपाल राव ने केंद्र और राज्य सरकारों के सभी कर्मचारी संगठनों से अपने अपने स्तर पर इसका विरोध कर शासन का ध्यानाकृष्ट कराने की अपील की है।
मनेन्द्रगढ़, 15 मार्च। शैक्षणिक संस्थान प्ले स्कूल बचपन में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कक्षा एलकेजी में जीके क्विज एवं कक्षा यूकेजी में पुस्तक वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कक्षा एलकेजी से अनन्या कुजूर एवं अर्थव सोनी प्रथम, अवंतिका यादव एवं अरनव शर्मा द्वितीय एवं अक्षत नामदेव व विराज तिवारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी तरह यूकेजी-अ से अनायशा केशरवानी प्रथम, आयान खान द्वितीय एवं आरोही मिश्रा तृतीय, यूकेजी-ब से आस्था खलको प्रथम, आराध्या यादव द्वितीय एवं मोहम्मद आयान ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय की डायरेक्टर्स ज्योति ताम्रकार, आशी कक्कड़ एवं तोषी अग्रवाल ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
विद्यालय की काउंसलर ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन से छोटी उम्र से ही बच्चों में छिपी प्रतिभा को उभरने एवं निखरने में मदद मिलती है। काउंसलर एवं सभी शिक्षिकाओं ने बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम को सफल बनने में सभी शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 मार्च। शहर से लगे ग्राम पंचायत बौरीडांड़ में महिला समता मंच द्वारा महिलाओं के लिए खेलकूद एवं मनोरंजक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों ने बढ़-चढक़र भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अनामिका चक्रवर्ती, अध्यक्ष निमिस लकड़ा एवं विशिष्ट अतिथि सूर्या व नीलिमा सामल रहीं। कार्यक्रम में फुग्गा दौड़, फुग्गा फोड़, कुर्सी दौड़, बिंदी लगाओ, मटका फोड़ एवं डांस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मटका फोड़ में विमला साहू ने बाजी मारी, वहीं बिंदी लगाओ प्रतियोगिता में रामवती, सुमिता और किस्मत ने जीत हासिल की।
फुग्गा फोड़ में विमला साहू, मानकुंवर एवं गनमतिया, फुग्गा दौड़ में रामबाई-सीता, सुषमा-रिंकू, कटरीना-फिलसीता तथा कुर्सी दौड़ में नंदनी चौधरी, दुर्गा एवं गंगा चौधरी ने जीत दर्ज की। नेहा चौधरी के डांस ने उपस्थित जनों का मन मोह लिया।
मंच की अध्यक्ष रीता सेन ने कहा कि महिला समता मंच के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं ताकि ग्रामीण महिलाओं को घरों से बाहर निकालकर उनके हुनर को प्रदर्शित करने में सहयोग प्रदान कर सकें। ग्रामीण महिलाएं सीमित संसाधनों से अपना भविष्य भी निखार सकें।
कार्यक्रम में महिला समता मंच की अध्यक्ष रीता सेन, सचिव गीता अग्रवाल, कोषाध्यक्ष मालती अग्रवाल, महिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष सुचित्रा दास, वीरांगना श्रीवास्तव, गीता सक्सेना, मालती अग्रवाल, भावना गुप्ता, भारती छत्तानी, माया अग्रवाल, चंपा शाह, चंदा वैश्य, अनीता, शकुंतला आदि सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन वीरांगना श्रीवास्तव एवं आभार प्रदर्शन रीता सेन द्वारा किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 14 मार्च। असहाय बुजुर्ग महिला को न्याय दिलाने जब अदालत स्वयं चलकर उसके पास पहुंचा तो पूरा माहौल भावुक हो गया। न्याय के प्रति न्यायाधीश के समर्पण भाव की सराहना की जा रही है।
गत दिनों नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें आपराधिक, शमनीय प्रकरण, लिखित पराक्रम्य अधिनियम की धारा 138 के तहत बाउंस का मामला, बैंक रिकवरी के मामले, मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण, श्रम विवाद, विद्युत एवं जलकर, वैवाहिक, वित्त संबंधी, भूमि अधिग्रहण, पेंशन से संबंधित, राजस्व व दीवानी प्रकरण, प्री-लिटिगेशन मामले के पक्षकार सभी अपने-अपने राजीनामा योग्य प्रकरणों में आपसी सहमति व मधुर संबंध स्थापित होने के आधार पर राजीनामा करने न्यायालय पहुंचे।
इस बीच मनेंद्रगढ़ में अटल आवास रांपाखेरवा मनेंद्रगढ़ निवासी पीडि़ता 50 वर्षीया गुंडडू बाई पति स्व. शीतल प्रसाद भी अपने प्रकरणों को निपटाने के लिए ऑटो के सहारे न्यायालय पहुंची, लेकिन पैरों से असहाय होने की वजह से कोर्ट आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। न्याय के लिए दिव्यांगता उसके आड़े आ रही थी।
लोक अदालत की जानकारी होने पर पीडि़ता ने हौसला जुटाया और न्याय के लिए ऑटो के सहारे न्यायालय तक पहुंची, वहीं न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट एकता अग्रवाल को बुजुर्ग महिला की परेशानियों के बारे में जानकारी हुई तो उनसे रहा नहीं गया और आत्मविभोर हो न्यायालय के सभी त्वरित कार्य को विराम लगाते हुए वे उनसे मिलने ऑटो तक चलकर पहुंचीं।
न्यायाधीश ने सभी पक्षकारों और न्यायालयीन स्टाफ को मौके पर बुलाकर गंड्डू बाई के प्रकरण में राजीनामा करा मुकमदे का निपटारा किया।
परिस्थिति को देख बुजुर्ग गुंड्डू बाई के साथ न्यायालयीन स्टाफ और सभी पक्षकार भावविभोर हो गए और न्यायाधीश के समर्पण के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।