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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 29 मई। नगर पंचायत खोंगापानी में ढाई साल पूर्व अप्रत्यक्ष प्रणाली से संपन्न हुए निकाय चुनाव में बहुमत के साथ सत्ता में आई बीजेपी अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए जाने से पार्टी मुश्किलों से घिरती दिख रही है और उसे निकाय में सत्ता से बेदखल होने का खतरा सता रहा है।
जानकारी के अनुसार 27 मई को नगर पंचायत खोंगापानी के कांग्रेस के 6, भाजपा के 5 और 1 निर्दलीय कुल 12 पार्षदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष धीरेन्द्र विश्वकर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर उन्हें हटाने की मांग की। सभी पार्षदों ने अध्यक्ष पर अपने पद का दुरूपयोग करने, भ्रष्ट आचरण और दुव्यर्वहार किए जाने का आरोप लगाया है। हालांकि इस प्रस्ताव पर कलेक्टर द्वारा अभी मतदान कराने के निर्देश नहीं दिए गए हैं, लेकिन 12 पार्षदों के हस्ताक्षर होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर यदि मतदान होता है तो यह माना जा रहा है कि अध्यक्ष धीरेंद्र विश्वकर्मा का पद से हटना तय है, हालांकि अंतिम फैसला मतदान के बाद ही सुनिश्चित हो सकेगा, लेकिन इसे लेकर जिले में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। बता दें कि अप्रत्यक्ष प्रणाली से संपन्न हुए निकाय चुनाव में 15 वार्डों वाली नगर पंचायत खोंगापानी में बीजेपी के 8, कांग्रेस के 6 और 1 निर्दलीय पार्षद जीतकर आए थे। यहां बीजेपी ने बहुमत हासिल किया हुआ था और सरकार बनाने में कामयाब रही। यहां धीरेंद्र विश्वकर्मा अध्यक्ष पद एवं राजाराम कोल को उपाध्यक्ष पद पर पीठासीन अधिकारी द्वारा निर्वाचित घोषित किया गया। बीजेपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी धीरेंद्र विश्वकर्मा को 8 एवं कांग्रेस के विवेक चतुर्वेदी को 7 मत हासिल हुए, वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के राजाराम कोल को 9 व बीजेपी की ममता सिंह को 6 मत प्राप्त हुए। यहां क्रास वोटिंग की वजह से बीजेपी अपना उपाध्यक्ष बनाने से चूक गई थी। ऐसे में 15 वार्डों वाली नगर पंचायत खोंगापानी में बीजेपी के 8 पार्षद होने के बावजूद उनमें से 5 पार्षदों के बगावती तेवर ने वोटों के गणित के लिहाज से अध्यक्ष के लिए कुर्सी बचाने काफी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
इन्होंने किया है हस्ताक्षर
अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले 12 पार्षदों में वार्ड क्र. 1 के कांग्रेसी पार्षद और उपाध्यक्ष राजा राम कोल, कांग्रेस के ही वार्ड क्र. 4 के पार्षद और नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर, वार्ड क्र. 6 पार्षद विष्णु सिंह, वार्ड क्र. 7 की महिला पार्षद सरोज चौधरी, वार्ड क्र. 8 के पार्षद विवेक चतुर्वेदी, वार्ड क्र. 13 के पार्षद कमलभान चौधरी के साथ बीजेपी के 5 पार्षदों में वार्ड क्र. 2 बीजेपी की महिला पार्षद सीता कोल, वार्ड क्र. 5 की लक्ष्मी यादव, वार्ड क्र. 12 की पार्षद ममता सिंह, वार्ड क्र. 14 पार्षद मीरा यादव एवं वार्ड क्र. 11 के पार्षद परमहंस मनी के साथ वार्ड क्र. 15 के एकमात्र निर्दलीय पार्षद विजय सिंह शामिल हैं।
जनता के सवालों से घिरने के बाद लिया फैसला
अविश्वास प्रस्ताव के लिए बगावती तेवर अपनाने वाले बीजेपी पार्षदों का कहना है कि उनके वार्डों में विकास कार्य ठप पड़े हैं। पिछले ढाई साल में भूमि पूजन के बाद भी कई काम आज तक शुरू नहीं हो सके हैं। जनता के सवालों का जवाब देना उनके लिए मुश्किल हो रहा था। निकाय में बरती जा रही घोर वित्तीय अनियमितता को लेकर वे पार्टी फोरम में भी लगातार अपनी बात रखते रहे हैं। अंतत: अध्यक्ष के कामकाज से असंतुष्ट होकर एवं पार्टी फोरम में उनकी बातों को नजरअंदाज किए जाने पर मजबूर होकर उन्हें अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा है।
6 माह पहले ही बज गई थी खतरे की घंटी
अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी के जिन 5 पार्षदों ने अपने हस्ताक्षर किए हैं, उनका कहना है कि उनके द्वारा 6 माह पूर्व ही पार्टी के जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर अपने इस्तीफे की पेशकश की गई थी, तब भी उनकी बातों को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया था। पार्षदों ने कहा कि अध्यक्ष द्वारा उनके सम्मान को बार-बार अपमानित कर ठेस पहुंचाई जा रही थी, जिससे वे जनता के बीच अपने पार्षद पद के दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन नहीं कर पा रहे थे। तंग आकर जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर उनके द्वारा इस्तीफे की पेशकश की गई थी। हालांकि बीजेपी के जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल से उस दौरान जब इस विषय में उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई थी, तब उन्होंने सिरे से इसे नकारते हुए कहा था कि उनके पास इस्तीफा से संबंधित किसी तरह का कोई ज्ञापन पेश नहीं किया गया है। बहरहाल सत्ता पक्ष के पार्षदों की परेशानियों को संगठन द्वारा काश समझने का प्रयास किया गया होता तो आज खोंगापानी निकाय में सत्ता से बेदखल होने का खतरा नहीं सता रहा होता।
नाराज पार्षदों को मनाने की कोशिश
सूत्रों की मानें तो जिले में भाजपा के वरिष्ठ नेता अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले अपनी पार्टी के पार्षदों से लगातार संपर्क में बने हुए हैं। बैठक आयोजित कर नाराज पार्षदों के मान-मनौव्वल की कोशिशें की जा रही है और ऐन-केन-प्रकारेण पार्षदों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। बहरहाल अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की तिथि अभी तय नहीं हुई है। यदि मतदान की तिथि तय हो जाती है तो अध्यक्ष की कुर्सी छूट जाएगी या फिर ताज बरकरार रहता है, मतदान के बाद ही इसका फैसला होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 29 मई। केल्हारी क्षेत्र के पहले एटीएम का शुभारंभ सविप्रा उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त विधायक गुलाब कमरो के द्वारा फीता काटकर किया गया। क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित मांग के पूरा होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।
उल्लेखनीय है कि जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय शंकर सिंह और एसडीएम अरुण सोनकर के प्रयासों से केल्हारी में पहले एटीएम की स्थापना की गई है। इस अवसर पर विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार आई है, केल्हारी क्षेत्र का लगातार विकास हो रहा है। तहसील और अनुविभागीय कार्यालय पूर्व से ही संचालित हैं। वहीं अब नवीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार है।
उन्होंने कहा कि एटीएम के खुल जाने से क्षेत्र की जनता को रोजमर्रा और व्यावसायिक जरूरतों के लिए सुविधा मिलेगी। एटीएम की मांग इस क्षेत्र की जनता बहुत लंबे समय से कर रही थी। जनपद अध्यक्ष डॉ. विनय ने बताया कि उनका प्रयास रहेगा कि कोऑपरेटिव बैंक (सहकारी बैंक) को भी कोर बैंकिंग से जोड़ा जाए जिससे किसानों को भी सुविधा मिलेगी और वे भी धान बिक्री के बाद प्राप्त भुगतान कहीं से भी निकाल सकेंगे साथ ही बैंक की लंबी कतारों से उन्हें मुक्ति मिलेगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य ऊषा सिंह करयाम, एसडीएम अरुण सोनकर, तहसीलदार मनोज पैकरा, जनपद सदस्य मकसूद आलम, किसान कांग्रेस के अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी, विधायक प्रतिनिधि संतलाल, सरपंच नाजुरियास एक्का एवं शकील अहमद उपस्थित रहे।
मनेन्द्रगढ़, 28 मई। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा के द्वारा 16-17 वर्षों तक कोरिया जिले का नेतृत्व करने के बाद उदयप्रताप सिंह को नवगठित जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष से संघीय नियमों का पालन करते हुए शिक्षक हित में पूर्ण निष्ठा के साथ आपसी समन्वय बनाकर पदीय दायित्वों का निर्वहन करने का आह्वान किया है। उदयप्रताप सिंह को नवोदित जिला एमसीबी का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो, शिक्षक साथियों एवं उनके शभचिंतकों ने उन्हें बधाई देते हुए प्रसन्नता जाहिर की है। अपनी नियुक्ति पर उदयप्रताप सिंह ने कहा कि प्रांताध्यक्ष, संभाग प्रभारी एवं प्रांतीय कार्यकारिणी ने उन पर जो भरोसा जताया है उस पर वे शत-प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर संगठन की मजबूती व शिक्षक संवर्ग के हितार्थ कार्य करने पूरा प्रयास करेंगे।
जिला अस्पताल क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन कटौती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 मई। कोरिया जिले के जिलामुख्यालय बैकुंठपुर में शनिवार को शहर सहित आस पास के कई क्षेत्रों में विद्युत कटौती की गयी। वहीं जिला अस्पताल क्षेत्र लोगो को शुक्रवार के बाद शनिवार को भी बिजली कटौती का सामना करना पड़ा।
बिजली कटौती को लेकर विद्युत वितरण कंपनी मर्यादित मनेंद्रगढ़ के कार्यपालन यंत्री द्वारा इस संबंध में सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन करा कर लोगों को इसकी जानकारी प्रदान कर दी गयी थी। जारी सूचना के अनुुसार 28 मई शनिवार को 23-11 केव्ही उप केंद्र बैकुण्ठपुर से निकलने वाले समस्त 11 केव्ही फीडर की समस्त सप्लाई प्रभावित किया गया था जो इस दिन प्रात: 8.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक निर्धारित की गयी थी। जिसके कारण शहर सहित आस पास क्षेत्र के कई क्षेत्रों में विद्युत की घोषित कटौती रही।
इसके एक दिन पूर्व भी शहर के कई क्षेत्रों में विद्युत कई घंटों के लिए कटौती की गयी। इस दिन नगर पालिका के कर्मचारियों के द्वारा कई जगहो पर सडक किनारे खतरनाक बन चुके सूखे पेडों व हरियाली पेडों खतरा वाले डंगाल की कटाई की गयी जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में घंटो विद्युत सप्लाई बाधित रही वही 27 मई को अपरान्ह के समय आंधी के साथ बारिश शुरू हुई तो इसके साथ ही शहर क्षेत्र की विद्युत सप्लाई कट कर दी गयी। इस तरह दो दिनों तक शहर क्षेत्र के लोगों केा विद्यु त की कटौती के कारण परेशान होना पडा। बारिश के बाद लाईट गुल होने से लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पडा। दूसरे दिन घोषित कटौती के कारण सुबह से दोपहर तक लोगों को बिजली सप्लाई नही होने के कारण उमस गर्मी के प्रभाव का सामना करना पड़ा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 28 मई। कलेक्टर कोरिया के निर्देश पर जिले में बीते 26 मई व 27 मई को 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों का सघन कोविड टीकाकरण कराया जा रहा है। स्वास्थ्य दल मीडिल स्कूलों में पहुंच कर बच्चों का टीकाकरण कार्य कर रहे है लेकिन इस दौरान स्कूल बंद होने के कारण टीकाकरण में अपेक्षित तेजी नहीं आ रही है।
दरअसल, स्कूल बंद होने के कारण कई बच्चे घर पर नहीं मिलते है तो कोई बच्चा नानी व मौसी के यहॉ चले गये है जिस कारण ऐसे बच्चों को टीका नही लग पा रहा है। टीकाकरण दल द्वारा घर घर घुमने के बावजूद कई बच्चे नही मिल रहे है जिससे कि गर्मी में दल परेशान हो रहा है। हालांकि इसके पूर्व बीते 30 अपै्रल को टीकाकरण महा अभियान चलाया गया था उस दिन विद्यालयों में विद्यार्थियेां को प्रगति पत्रक का वितरण किया जाना था। जिस कारण इस दिन जिले के सभी विद्यालयों में ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण 12 से 14 वर्ष तक बच्चों को टीकारण हो चुका है इस अभियान के बाद भी निर्धारित समय पर संबंधित क्षेत्र के टीकाकरण दल द्वारा घर घर घुमकर पात्र बच्चों को टीकाकरण किया गया। जिसके चलते वर्तमान में जिले के सभी क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए प्रथम व द्वितीय डोज लगने वाले उक्त आयु के विद्यार्थियों की संख्या गिनती के है। वर्तमान में दो दिन कलेक्टर कोरिया कुलदीप शर्मा के निर्देशन में टीकाकरण महाअभियान चलाया जा रहा है जिसमें 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें गांव से बाहर चले गये बच्चे लक्ष्य को प्राप्त करने में रोडा बन रहे है। संबंधित क्षेत्र के शिक्षक गॉव गॉव में भ्रमण कर बच्चों को ढूॅढ रहे है लेकिन बच्चे नानी मौसा या अन्य रिस्तेदार के यहॉ चले जाने के कारण लक्ष्य प्राप्त करने में कठिनाई सामने आ रही है।
हालांकि जिले भर में 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण के लिए गिनती के ही बच्चे शेष बचे हुए है, टीकारण की स्थिति संतोषजनक है।
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 मई। शहर के प्रेमाबाग मंदिर परिसर में देवराहा बाबा सेवा समिति के तत्वाधान में राम कथा का आयोजन चल रहा है जहॉ प्रतिदिन भक्तजनों की काफी भीड़ जुट रही है। जहॉ लोगों के द्वारा राम कथा का रसपान कर रहे है।
जानकारी के अनुसार बीते 23 मई को विशाल कलश यात्रा के साथ श्री राम कथा आयोजन की शुरूआत की गयी। कलश यात्रा कार्यक्रम स्थल से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गो से भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल पर आकर समाप्त हुई। आयोजित कलश यात्रा में शहर के विभिन्न क्षेत्रो के महिला श्रद्धालुओं ने बडी संख्या में भाग लिया। इसके दूसरे दिन 24 मई से श्री राम कथा शुरू हो गया। प्रतिदिन सायं 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक प्रेमाबाग मंदिर परिसर में श्री राम कथा राष्ट्रीय संत अवधेश जी महाराज के द्वारा सुनाई जा रही है। श्री राम कथा सुनने के लिए शहर के श्रद्धालुओं सहित शहर से लगे कई ग्रामीण क्षेत्र के श्रद्धालुगण भी पहुॅच रहे है जहॉ पर मर्यादा पुरूर्षोत्तम भगवान राम के चरित्र के बारे में संत अवधेश महाराज के द्वारा सुनाई जा रही है। संत ने लोगों ने मर्यादा पुरूर्षोत्तम राम के विभिन्न चरित्रों का रोचक अंदाज में बता रहे है।
उन्होंने कहा कि यदि राम जैसे पुत्र चाहिए तो दशथ जैसा पिता पहले बनना होगा तभी राम जैसे पुत्र मिलेगा। 29 को खरदूसन वध एवं सुग्रीव मिलन, 30 को लंका दहन एवं रावण वध, 31 को राजगद्दी महोत्सव एवं राम राज्य की स्थापना तथा अंतिम दिन 1 जून को हवन पूजन किया जायेगा और भण्डारा के साथ राम कथा का समापन होगा।
महंगाई के इस दौर में 1 हजार भी समय पर नहीं मिलता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 28 मई। कोरिया जिले में कार्यरत महिला पुलिस वालेंटियरों को बीते 1 साल में मिलने वाला मात्र 1 हजार रुपये महीने का मानदेय नहीं मिला है। जिसके कारण महिला स्वयं सेवकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है साथ ही एक साल से मानदेय नहीं मिलने से महिला स्वयं सेवकों का उत्साह भी कम हुआ है, जिससे कि वे अपने काम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है।
जानकारी के अनुसार शुरूआती समय में जब जिले में महिला स्वयं सेवकों की नियुक्त किया गया था, उस दौरान भी नियमित तौर पर उन्हे मानदेय नहीं दिया जा रहा था। बताया जाता है कि शुरूआती समय में भी उन्हें तीन चार माह बीत जाने के बाद मानदेय का भुगतान किया जा रहा था और इसके बाद तो हद हो गयी एक साल से महिला स्वयं सेवकों को मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है, जिससे कि महिला स्वयं सेवक हतास एवं उदास हो गये है। ऐसे में उनसे कैसे सही तरीके से अपने कर्त्तव्यों के निर्वहन की अपेक्षा की जा सकती है। इस दिशा में ध्यान देकर जल्द ही जिले के महिला स्वयं सेवकों को उनकी लंबित मानदेय का भुगतान करने की दिशा में पहल की जाये।
जानकारी के अनुसार संपन्न नपा चुनाव में प्रत्येक मतदान केंद्रों में महिला स्वयं सेवकों की ड्यूटी लगायी गयी थी और पूरे समय तक अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन किया था, ऐसे कई कार्य उन्हें जब भी सौंपा जाता है तो वे ईमानदारी के साथ अपने कार्यो को संपादित करते है। उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले में महिला बाल विकास व पुलिस से समन्वय स्थापित कर शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में उक्त विभागों की सहायता के लिए महिला पुलिस स्वयं सेवकों को नियुक्त किया गया है। जिनका काम पुलिस केा विभिन्न अपराधों की सूचना के साथ महिला उत्पीडन तथा महिलाओं से संबंधित अपराधों के बारे में पुलिस को जानकारी देना तथा महिला बाल विकास विभाग को सहयोग करना है। जिसके लिए नियुक्त महिला स्वयं सेवकों को 1 हजार रूपये मानदेय दिया जाना है
मानदेय बढ़ाने की कर चुकी हैं मांग
महिला स्वयं सेवकों के द्वारा पूर्व में अधिकारियों को पत्र लिखकर उनका मानदेय बढ़ाने की मॉग संबंधी आवेदन देकर किया जा चुका है, लेकिन इस आवेदन पर विचार नहीं किया है बल्कि जिस मानदेय को नियमित तौर पर देना चाहिए था उसे एक साल तक रोके रखा गया है।
गणवेश की मांग भी नहीं हुई पूरी
महिला स्वयं सेवकों द्वारा पूर्व में अधिकारियों को दिये आवेदन में जहॉ मानदेय बढ़ाने की मॉग की गयी थी, उसी आवेदन में महिला स्वयं सेवकों के द्वारा गणवेश प्रदाय किये जाने की मॉग की गयी थी। उनका कहना है कि वे पुलिस के हर कार्य में सहयोग करती है ऐसे में उन्हें भी गणवेश प्रदाय किया जाये, ताकि समाज में उनका एक ड्रेस होने से लोगों को इस बात की जानकार हो सकेगी और वे आत्मविश्वास के साथ अपने कार्यो को संपादित कर सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 28 मई। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मनेंद्रगढ़ एवं स्वामी आत्मानंद विद्यालय मनेंद्रगढ़ के परिसर में नि:शुल्क शतरंज प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्राचार्य रामाश्रय शर्मा ने कहा कि शतरंज एक मानसिक खेल है और इसका जन्म भारत में हुआ था। इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से छात्र शतरंज खेलना सीखेंगे और जो प्रशिक्षक हैं वे शतरंज में बच्चों को पारंगत करेंगे। प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मनेंद्रगढ़ प्रवास पर आ रहे हैं। बच्चों को उनसे मिलने का शुभ अवसर प्राप्त हो सकता है।
उन्होंने शिविर के सुचारू रूप से आयोजित होने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर छात्रों ने उत्साह पूर्वक अपनी सहभागिता दर्ज कराई। कोल इंडिया के पूर्व चैंपियन अशोक सिंह के द्वारा शतरंज के प्रारंभिक नियम जैसे बोर्ड कैसे रखना है गोटी कैसे चलना है तथा घड़ी का उपयोग कैसे करना है इत्यादि विषय पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई।
कार्यक्रम का संचालन मनेंद्रगढ़ जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार जैन एवं आभार प्रदर्शन सचिव अरविंद व्यास ने किया। इस अवसर पर खेल प्रभारी प्रकाश शर्मा, सुश्री स्वाति, आशा, सरिता तिवारी, रेखा चौबे, अभिषेक सिंह, चयन सिंह, मीनाक्षी, कौशर, प्रवीण, विक्रांत दुबे, श्वेता सिन्हा, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड बिलासपुर के शतरंज खिलाड़ी सुभाष सिंह, विद्यालय के शिक्षक तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कलेक्टर और एसपी ने दिया जांच कर कार्रवाई का आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 27 मई। राजस्व अभिलेखों में कूट रचना कर मिलते जुलते नाम परिवर्तित कर भूमि पर दावा करने के मामले को लेकर पीडि़त स्थानीय निवासी सुरेश चंद्र बडेरिया ने कलेक्टर कोरिया को इस मामले में संधारित राजस्व अभिलेखों की जांच करने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गयी और मामले की जानकारी उन्होंने प्रेस वार्ता कर बताई।
प्रेसवार्ता में पीडि़त सुरेश चंद्र बडेरिय ने बताया कि उसके स्वामित्व की ग्राम खरवत में भूमि जिसका पुराना खसरा नम्बर 1223 तथा नया खसरा नम्बर 2102 है रकबा 0.190 हे. है। जिसके संबंध में आवेदन मे बताया गया कि उक्त खसरा नम्बर की भूमि उसके बाबा देवीदयाल बड़ेरिया ने सन 1955 उसके पूर्व भूमि स्वामी मंगल साय रजवार से क्रय किया था। देवीदयाल की मृत्यु होने के बाद आवेदक के पिता जगदीश बड़ेरिया के नाम दर्ज हुआ तथा उनकी मृत्यु पश्चात आवेदक एवं भाईयों के नाम फौती नामांतरण दर्ज हुआ है।
आवेदक उक्त भूमि का व्यपवर्तन कराने के पश्चात बाउंड्रीवाल का निर्माण भी करा लिया है और लगातार उसका कब्जा है। इस मामले में अनावेदक कौशिल्या पति स्व. आगरसाय, महादेव आ. धनसाय, जानकी पुत्री स्व.धनसाय सुशीला पुत्री स्व. धनसाय तथा कृष्णा देवी पुत्री स्व. धनसाय ने यह जानते हुए कि भूमि स्व. मंगल रजवार की भूमि है और वे मंगला पनिका के वारिस है। धोखाधड़ी कर आवेदक की भूमि को हड़पने के लिए फर्जी आधार पर मुकदमा पेश किये है। ऐसा कृत्य स्वयं में धोखाधड़ी का अपराध गठन करता है।
आवेदन में यह भी उल्लेख किया है कि अनावेदकगण भू माफियाओं के संपर्क में है जिन्होने नामांतरण पंजी में हेर फेर करते हुए मूल पंजी में मंगल साय रजवार के खाते के आगे प्रविष्टी मंगला पनिका के नाम कर धोखाधडी किया गया है।
इसी फर्जी प्रविष्टी के आधार पर आवेदक की भूमि को हडपने की कोशिश की जा रही है। जिसे लेकर अनावेदकगणों के द्वारा आवेदक के विरूद्ध कई मामले प्रस्तुत किये है जिसके कारण आवेदक अत्यधिक परेशान है। सेटलमेंट रिकार्ड 1947-48 में खसरा नम्बर 1223 नया नम्बर 2102 मंगल साय आत्मज भिखारी रजवान के नाम पर दर्ज है जो यह साबित करता है कि खसरा नम्बर 2102 मंगल रजवार की भूमि है, वहीं सेटलमेंट रिकार्ड 1947-48 में भूमि स्वामी मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम पर खसरा न9म्बर 786, 813, 826 तथा 873 दर्ज है। जिससे अवलोकन से यह ज्ञात होता है कि पुराना खसरा नम्बर 1223 मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम पर दर्ज नहीं है।
आवेदक ने धोखाधड़ी से की गयी प्रवृष्टि में सुधार कर खसरा नम्बर 12223 के प्रविष्टि मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम से विलोपित किये जाने की मांग करते हुए इस मामले में संलिप्त दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
भू माफियाओं के चलते बढ़ रहे राजस्व मामले
कोरिया जिले में भू माफियाओं के चलते भूमि का विवाद ज्यादा बढ़ रहा है जिसके चलते राजस्व न्यायालयों में भूमि संबंधी मामले में बढ़ोतरी हुई है। जिले के शहरी क्षेत्रों व इससे लगे क्षेत्रों में भू माफिया सक्रिय है जिनके द्वारा भूमि स्वामियों के साथ मिलकर कई तरह की धोखाधड़ी करते हैं। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई रसूखदार व्यक्तियों द्वारा सीधे साधे ग्रामीणों की भूमि को कूट रचना कर अपना बना ले रहे है। ज्यादातर उन जमीनों को लेकर ऐसा किया जा रहा है जिन पर किसी का लंबे समय से कब्जा है लेकिन उसका रिकार्ड तैयार नही किया गया है। ऐसे भूमियों पर रसूखदार लोगों की नजर रहती है ओर राजस्व कर्मियों से मिलकर अपने नाम रिकार्ड दर्ज करा लेते है। इसके बाद मामला राजस्व न्यायालयों में लंबे समय तक चलता है।
इस तरह के मामले ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है जिनके बाप दादा के समय से किसी भूमि पर कब्जा तो है लेकिन उसका रिकार्ड नही बना पाने की स्थिति में उनकी जमीन को कोई और रसूखदार अपने नाम कर लेता है और न्यायालयीन विवाद शुरू हो जाता है जो लंबे समय तक चलता है। तहसील न्यायालय से लेकर कलेक्टर न्यायालय, कमिश्नर न्यायालय यहॉ तक की कई मामले राजस्व मण्डल तक भी पहुॅच रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 26 मई। अवैध कारोबार कोयला उत्खनन, कबाड़, गांजा, शराब, जुआ सट्टा पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर भाजपा ने धरना-प्रदर्शन किया।
किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने बड़ा बाजार दुर्गा पंडाल प्रांगण में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के दौरान कहा- अब भी वक्त है जब पुलिस आपकी नहीं सुन रही है तो अपने सफेद कुर्ते को बचाने इस्तीफा दीजिये और घर पर बैठिए। क्योंकि आपकी सरकार में आपकी ही पुलिस और आपका प्रशासन अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने में नाकाम है।
उन्होंने आगे कहा कि अवैध कारोबार को रोकने में आपकी पुलिस आपके एसपी नहीं सुनते हंै तो रायपुर में आप रहते हैं, वहां मुख्य सचिव को शिकायत करते, ये चोरी छुपे वो भी टीआई को ज्ञापन देने से आप बचने वाले नहीं है। चिरमिरी कोयलांचल नगरी है यहां हर तरफ कोयला उपलब्ध है। कई खदानों को एसईसीएल के द्वारा कई कारणों से बंद कर दिया गया है। लेकिन उन्हीं बंद खदानों से प्रतिदिन सैकड़ों लोगों के द्वारा कई टन कोयला छोटी बड़ी वाहनों के माध्यम से तस्करी कर लिया जा रहा है। जल्द ही इसकी सीबीआई जांच होने वाली है, सफेदपोश तो अब बचेंगे ही नहीं। आपने तो खदाने खोलने की बात कही थी, लेकिन आपने तो जगह जगह अवैध माइंस खोलकर रात के अंधेरे में माइंस चलना चालू कर दिया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल, पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े, कोषाध्यक्ष राहुल सिंह, जिला महामंत्री जमुना पाण्डेय, भाजपा चिरमिरी मंडल अध्यक्ष रघुनंदन यादव, किसान मोर्चा प्रदेश मंत्री गोमती दिवेदी, जिला महामंत्री जमुना पाण्डेय, गौरी हथगेन, इंदु पनेरिया, रेनु पाण्डेय, अनीष यादव, मधुसूदन, बबलू डे, सभा शंकर गौड़, प्रेमकांत झा, मनराज मौर्य, सुनीता सिंह, उषा वैष्णव, जागेश्वर राउत, राजकुमार वधावन, रामलखन सिंह, अमित जायसवाल, राहुल केशरवानी, आकाश वधावन, सौरभ जैन, महेंद्र यादव, कपिल राजवाड़े, तेज नारायण सिंह, पतिराज सिंह चौहान, रूपचंद, धर्मेन्द्र त्रिपाठी, सभा शंकर, भगवान परीडा, उपस्थित रहे।
शिकायत-पत्र सौंपकर तबादले की मांग की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 मई। जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत मुक्तियारपारा के सचिव पर मनमानी का आरोप सरपंच के साथ पंचों एवं ग्रामीणों ने लगाया है। जन चौपाल शिविर में सरपंच सहित पंचों एवं अनेकों ग्रामीणों ने संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायती पत्र सौंपकर सचिव के स्थानांतरण की मांग की है।
सरपंच अजय सिंह, पंच प्रमिला, सोनकुमारी, कृष्णा, शिवचरण सिंह, ज्ञान सिंह, सुमार साय, राजकुमारी, लुमनी बाई, मानसाय, रामलाल, रामदयाल, संगीता, सरोजनी, कमला बाई, शिवलाल एवं मालावती सहित अनेकों ग्रामीणों ने शिकायत में कहा कि सचिव के रूखे व्यवहार एवं हठधर्मिता की वजह से गांव के गरीब मजदूर जो वर्ष 2005 से पूर्व पूर्वजों के समय से काबिज हैं, वन अधिकार से वंचित हो रहे हैं।
शिकायत में आगे कहा गया है कि संबंधित सचिव के पंचायत भवन में नियमित नहीं बैठने से ग्रामीणों को कई जरूरी कामों के लिए भटकना पड़ता है। ग्राम सभा एवं शासन की महती योजनाओं की जानकारी तक प्रदान नहीं की जा रही है जिसकी वजह से ग्रामवासियों को पेंशन, राशन, शौचालय एवं अन्य हितग्राही मूलक कार्यों का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाहरी व्यक्ति जो पेशे से शिक्षक है, उन्हें ठेका देकर काम कराया जाता है जिससे गांव के लोग रोजगार से वंचित हो रहे हैं। गौठान के संबंध में समूह की महिलाओं को किसी भी प्रकार का सहयोग प्रदाय नहीं किया जाता। चंदा कर टैंकर से पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है।
सुविधा मांगे जाने पर सचिव के द्वारा कहा जाता है कि यह पंचायत का काम नहीं है, एनआरएलएम वाले समझें। पूर्व में केल्हारी में आयोजित समाधान शिविर में उक्त सचिव के खिलाफ शिकायत कर स्थानांतरण की मांग की जा चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायत में कहा गया कि सरपंच और पंचों से कोई राय-सलाह नहीं ली जाती। मनमानी तरीके से प्रस्ताव लिखकर दस्तखत करा लिया जाता है। शिकायतकर्ताओं ने उनके शिकायत की जांच कर मामले में कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ को भी प्रेषित की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 मई। क्षेत्र में रेल सुविधाओं के लिए लंबे समय से संघर्षरत अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल का स्थानीय साहित्यकारों व नागरिकों ने माल्यार्पण कर उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर विनोद तिवारी, कार्टूनिस्ट एवं व्यंग्यकार जगदीश पाठक, मृत्युंजय सोनी, गोपाल बुनकर, कन्हैया लाल एवं नारायण शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि चिरमिरी-नागपुर हॉल्ट रेल विस्तारीकरण परियोजना हेतु अपने हिस्से का फंड रिलीज करने रेलवे डिवीजन बिलासपुर के पूर्व डीआरयूसीसी सदस्य अधिवक्ता विजय प्रकाश पटेल मनेंद्रगढ़ के हजारी चौक में 25 अगस्त 2020 अर्थात करीब 1 वर्ष 19 माह से मुख्यमंत्री का ध्यानाकृष्ट करने उनके छायाचित्र के समक्ष प्रतिदिन घंटानाद-सत्याग्रह जारी रखे हुए हैं।
साहित्यकारों द्वारा सम्मानित किए जाने के अवसर पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र को बहुप्रतीक्षित और ऐतिहासिक जिले की सौगात देने वाले प्रदेश के मुखिया क्षेत्र हित के इस मांग की ओर शीघ्र ध्यान देंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 मई। स्थानीय पुलिस ने नशीली इंजेक्शनों एवं दवाईयों की तस्करी करते अलग-अलग स्थानों से 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब 77 हजार रुपए की नशीले इंजेक्शन एवं दवाईयां जब्त की हैं।
मनेंद्रगढ़ पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि 2 व्यक्ति नेशनल हाईवे क्रमांक 43 से नशीली दवाईयां एवं इंजेक्शन बिक्री हेतु परिवहन करते मनेंद्रगढ़ की ओर आ रहे हैं। सूचना पर आरोपियों की घेराबंदी करने पुलिस द्वारा 2 अलग-अलग टीम कार्रवाई हेतु रवाना की गई। मुखबिर की सूचना पर बताए गए स्थान पर पहली टीम ने चनवारीडांड़ फॉरेस्ट बेरियर के पास घेराबंदी कर मोटरसाइकिल में आ रहे संदेही व्यक्ति को रोककर पूछताछ की। उसने अपना नाम कृष्णचंद खुंटे बताया। आरोपी के कब्जे से नशीली इंजेक्शन बरामद किया गया।
पुलिस की दूसरी टीम द्वारा झगराखंड की ओर से मोटरसाइकिल में आते हुए खेडिय़ा तिराहा पर एक व्यक्ति को रोककर उससे पूछताछ की गई। उसने अपना नाम कैलाश राव बताया। आरोपी के कब्जे से नशीली इंजेक्शनव दवाइयां बरामद की गई।
जब्त इंजेक्शनों एवं दवाईयों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने हेतु औषधि निरीक्षक आलोक मिंज को मौके पर तलब किया गया। बरामद इंजेक्शनों और दवाईयों को पेश कर रिपोर्ट प्राप्त की गई। रिपोर्ट में उपरोक्त इंजेक्शनों के संबंध में स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ अधिनियम 1985 की धारा 22(बी), 22(सी) के तहत वाणिज्यिक मात्रा से संबंधित होना बताया गया।
दोनों आरोपियों झगराखंड थानांतर्गत खोंगापानी निवासी 27 वर्षीय कृष्णचंद खुंटे एवं बीसीम कॉलरी खोंगापानी निवासी 24 वर्षीय कैलाश राव से जब्त इंजेक्शन एवं नशीली दवाईयों का पंचनामा तैयार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि के समर कैंप का समापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 मई। बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। उनका वर्तमान देश का भविष्य निर्धारित कर रहा है। हमारा और देश का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए आज बच्चों में दिव्य संस्कार भरना अति आवश्यक है। इसी उद्देश्य से समर कैंप का आयोजन किया गया। उक्त बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मनेंद्रगढ़ द्वारा आयोजित 8 दिवसीय समर कैंप के समापन पर सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्मा कुमारी माधुरी बहन ने कही।
उन्होंने कहा कि बच्चे गीली मिट्टी की तरह होते हैं। उन्हें जिस रूप में ढालना चाहें हम ढाल सकते हैं। समर कैंप में बच्चों को विभिन्न गतिविधियों, खेल, एक्सरसाइज, गीत, संगीत के माध्यम से मूल्यों की शिक्षा दी गई, जिससे उनके संस्कार में व्यवहार में काफी परिवर्तन आया। बच्चों की एकाग्रता, बौद्धिक व मानसिक क्षमता को विकसित करने के लिए मेडिटेशन का नियमित अभ्यास कराया गया जिससें बच्चों को बहुत लाभ प्राप्त हुआ। कैंप में बहुत सी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया साथ ही उन्हें प्रकृति व प्राणियों के प्रति दया व करुणा का भाव अपनाने की प्रेरणा दी गई। कई बच्चों ने शाकाहारी भोजन अपनाने की प्रतिज्ञा की। इस दौरान उपस्थित एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक यूटी कंझरकर ने बच्चों व बहनों को अपनी शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में बीईओ गिरीश कुरचानिया, एसबीआई मैनेजर आरसी सामंता एवं बड़ी संख्या में बच्चों के पालक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा कैंप के दौरान आयोजित प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 मई। सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व विधायक गुलाब कमरो पिछले 2 दिनों से विधानसभा क्षेत्र के भरतपुर विकासखंड में विभिन्न ग्राम पंचायतों के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने सुदूर वनांचल क्षेत्रों में पहुंचकर जहां विकास कार्यों का भूमिपूजन किया, वहीं चौपाल लगाकर एवं सघन जनसंपर्क कर ग्रामीणों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी एवं उनसे योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
मंगलवार को विधायक भरतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत घघरा पहुंचे। यहां उन्होंने सीतामढ़ी में 5 लाख की लागत से सामुदायिक भवन निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया। इसके पूर्व सोमवार को विधायक द्वारा ग्राम पंचायत जमथान में 5 लाख की लागत से सीसी सडक़ निर्माण कार्य के साथ गजमोगरा बाबा में शेड एवं 6 लाख की लागत से सीसी सडक़ निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत कंजिया में कोदू राम के घर से पतहाटोला में 6 लाख, ग्राम पंचायत घटई में 5 लाख 20 हजार व ग्राम पंचायत मन्नौड़ में इंद्र पारा से सामुदायिक शौचालय तक 6 लाख की लागत से सीसी सडक़ निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया गया।
समाज के अंतिम छोर तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचा रही सरकार
ग्राम पंचायत जमथान, कंजिया, घटई, घघरा, लावाहोरी, टेड़ुवा कारीमाटी, खाड़ाखोह, बहरासी, कांशीटोला एवं भगवानपुर में जन चौपाल लगाने के साथ विधायक गुलाब कमरो ने गाँवों में देर शाम तक सघन जनसंपर्क किया। चौपाल में जमीन पर ग्रामीणों के साथ बैठकर विधायक ने ग्रामीणों से मूलभूत सुविधाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। वहीं जनसंपर्क के दौरान उन्होंने समाज के हर वर्ग से मुलाकात कर उन्हें शासन की महती योजनाओं की जानकारी दी। बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए विधायक ने उन्हें बताया कि प्रदेश की संवेदनशील भूपेश सरकार महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, उनकी शिक्षा, सेहत, स्वावलंबन और आत्मसम्मान के लिए सतत प्रयासरत है।
विधायक ने कहा कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ लोगों को आत्मनिर्भर बनाने रोजगार के साथ उन्हें स्वरोजगार भी उपलब्ध करा रही है।
कलेक्टर ने कहा बच्चों की हरसंभव देखभाल होगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 25 मई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु योजना के तहत 25 मई को जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन का शुभांरभ कमिश्नर सरगुजा श्री चुरेन्द्र ने किया। इस अवसर पर कलेक्टर कुलदीप शर्मा, जिला पंचायत सीईओ कुणाल दुदावत, सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा सीएस श्री पैकरा, डीपीएम रंजना पैकरा के साथ काफी लोग उपस्थित रहे।
बुधवार को जिला अस्पताल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु योजना के तहत बच्चों के शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन जिला अस्पताल के पीछे स्थित छोटे से स्थान पर किया गया। शिविर का शुभारंभ सरगुजा कमिश्नर ने किया, जिले भर से छोटे छोटे बच्चों को लेकर उनके अभिभावक आए थे, कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने बच्चों से बात की, उनका हाल जाना, कमिश्नर, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ ने बच्चों को बिस्कुट बांटे। प्रात: 10 बजे से सायं 4 बजे तक निर्धारित किया गया था। यह आयोजन जिला अस्पताल परिसर में किया गया जहॉ पंडाल लगाकर शिविर संचालित की गयी।
चिकित्सकों को चाहिए एसी सुविधा
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु के तहत जिला अस्पताल परिसर में आयोजित शिविर में दूर दूर से आये बच्चों एवं उनके अभिभावकों के लिए पंडाल के नीचे व्यवस्था की गयी थी जहां भीतर में कूलर लगाया गया था। लेकिन रायपुर से आए चिकित्सकों के लिए एसी सुविधा चाहिए थी जिस कारण संकरे स्थान से होकर बच्चो की बिठाया गया। जबकि शहर में मानस भवन में इस शिविर को आयोजित किया जा सकता था, जहां छत के नीचे बच्चों की बैठने की व्यवस्था अच्छी रहती और गर्मी का सामना भी नहीं करना पडंता। शिविर में रायपुर से आये चिकित्सकों के कारण बच्चों के लिए सुविधा के नाम पर खानापूर्ति की गयी।
शिविर में पहुंची विशेषज्ञों की टीम
उक्त आयोजित शिविर में विशेषज्ञों की टीम बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जानकारी के अनुसार आयोजित शिविर में हृदय रोग विशेषज्ञ, न्यूरोलॉजिस्ट, शिशु रोग विशेषज्ञ, अस्थि रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, फिजियोथेरेपिस्ट मौजूद रहे। जिनमें से कई विशेषज्ञ बाहर से आये हुए थे जिनके द्वारा विभिन्न बीमारियों से ग्रसित बच्चों का जॉच की गई।
इस वर्ष काफी कम आम के स्वाद की मिलने की है संभावना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया) 25 मई। इस वर्ष आम की आवक में कमी के कारण आम लोगों के लिए नहीं बल्कि खास लोगों तक ही पहुंच रहा है। बाजार में बाहर से आने वाले आम की कीमत उंची दर पर है, दूसरी ओर कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से कुछ ही दूरी पर ग्राम खाडा स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में भी इस वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले आम की फसल में काफी कमी देखी जा रही है। वहीं बीते दिनों आए आंधी तूफान ने आश्रम में लगे आम की फसल को काफी कुछ चौपट कर दिया है। यहां लगे खजली आम जो काफी बड़े आकार के होते है, तेज हवाओं के कारण सबसे ज्यादा इनका नुकसान हुआ है।
डेरा सच्चा सौदा के आश्रम के लगे आम अभी पके नही रहे है। आश्रम के सेवादारों से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष डेरा सच्चा सौदा आश्रम में दर्जनों प्रकार के आम के वैरायटी है जिनमें फल भी अच्छे आए थे लेकिन इन दिनों चल रही आंधी बारिश के कारण आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। सेवादारों के मुताबिक बीते दिनों चली आंधी के कारण आश्रम में लगे कई वैराटियों के आम आंधी से पकने के पूर्व ही बडी संख्या में आम के फल टूटकर गिर गये। सेवादारों ने बताया कि इस वर्ष आश्रम के आम को आंधी से भारी नुकसान पहुॅचा है। शुरूआती दौर में ज्यादा नुकसान नही हुआ था लेकिन इस दौरान चली आंधी के कारण आश्रम के आम पेड़ से टूटकर भारी संख्या में गिर गये। जिसके कारण इस वर्ष आश्रम में आम का उत्पादन प्रभावित हुआ है। जल्द ही आश्रम के आम पक कर तैयार हो जायेगे और लोगों के विक्रय के लिए उपलब्ध रहेगा। उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा आश्रम से निकलने वाले आम को रासायनिक प्रक्रिया से नहीं पकाया जाता बल्कि प्राकृतिक तरीके से पेड़ पर ही आमों को पकने दिया जाता है और फिर लोगों के विक्रय के लिए रखे जाते हैं इस वर्ष यहां के आम को नुकसान पहुंचने के कारण आम के कीमतों में बढोतरी होने की संभावना है।
बीते वर्ष हुई थी बम्पर उत्पादन
जानकारी के अनुसार डेरा सच्चा सौदा आश्रम खाडा में बीते वर्ष आम का बम्पर उत्पादन हुआ था। आश्रम के सेवादार ने बताया कि बीते वर्ष इतना ज्यादा आम का उत्पादन हुआ था कि यहां से 10 ट्रक आम की सप्लाई हरियाणा की गई थी, वही स्थानीय स्तर पर भी प्रतिदिन भारी मात्रा में आम का विक्रय किया गया था। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीते वर्ष आश्रम में आम का उत्पादन कितना हुआ था।
दर्जनों प्रकार के आम की वैरायटी
डेरा सच्चा सौदा आश्रम में दशहरी, खजली, लंगडा, आम्रपानी, बैगनफली, सिंदूरी, चौसा, बाहरमासी सहित दर्जनों प्रकार के आम के पेड लगाये गये है। यहां 1 हजार आम के पेड़ है। सभी आम के पेडों पर शुरूआत में जमकर फल लदे हुए थे इसी बीच चली आंधी से बडी मात्रा में आम को नुकसान पहुॅचा गया। आश्रम का आम शहर क्षेत्र सहित जिले के बाहर भी सप्लाई की जाती है। आश्रम में कम उंचाई के दर्जनों आम के पेड लगे हुए है और सभी आम के पेडों पर इस वर्ष भी भारी संख्या में आम लद गये थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 मई। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित स्थानीय प्रेमाबाग मंदिर परिसर में आगामी 1 जून तक रामकथा का आयोजन किया जा रहा है जिसकी शुरूआत बीते 23 मई को सायं कलश यात्रा के साथ शुरू हुई। उक्त आयोजन देवरहा बाबा सेवा समिति बैकुण्ठुपर के तत्वाधान में किया जा रहा है।
सोमवार को कलश यात्रा से शुरू हुई, यात्रा प्रेमाबाग से शुरू होकर फव्वारा चौक पहुंची और फिर मुख्य चौक से होकर एसईसीएल चौक पहुंची यहां से वापस शोभा यात्रा प्रेमाबाग कथा स्थल पर जाकर खत्म हुई। देवरहा बाबा सत्संग समिति के अध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने बताया कि रामकथा आयोजन के दूसरे दिन 24 मई को शिवजी का विवाह, 25 को राम जन्मोत्सव,26 को गिरिजा पूजन कथा, 27 को राम विवाह महोत्सव, 28 को रामा वन गमन एवं भरत चरित्र, 29 को खरदूसन वध एवं सुग्रीव मिलन, 30 को लंका दहन एवं रावण वध, 31 को राजगद्दी महोत्सव एवं राम राज्य की स्थापना तथा अंतिम दिन 1 जून को हवन पूजन किया जायेगा और भण्डारा के साथ राम कथा का समापन होगा।
उक्त कार्यक्रम प्रतिदिन सायं 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक आयोजित की जायेगी जिसमें राष्ट्रीय संत अवधेश जी महाराज द्वारा रामकथा सुनाई जायेगी। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओ को पहॅुूच कर रामकथा का आनंद लेने की आग्रह देवरहा बाबा सेवा समिति ने की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 मई। बनते बिगडते मौसम के बीच बीते 23 मई को कोरिया जिले में सायं के समय उमडते घुमडते बादलों के बीच में बुंदा बांदी शुरू हुई जिसके बाद फिर तेज अंधड चलना शुरू हो गया। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर व आस पास के इलाके में तेज अंधड चलने लगी इसके साथ ही कुछ देर तक बारिश भी शुरू हो गयी जिससे कि गर्मी से लोगों को राहत कुछ देर के लिए मिल गयी।
नवतपा की शुरूआत होने के दो दिन पूर्व जिले भर में बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गयी। वही दूसरे दिन 24 मई को सुबह से ही धूप खिल गयी, जिससे कि लोगों केा उमस भरी गर्मी का सामना करना पडा। दोपहर में बादलों का उमडना आसमान में शुरू हो गया। 23 मई को चली अंधड के कारण कई क्षेत्रों में लोगों के घरों के सीट भी उखड गये तथा कई क्षेत्रों में पेडों के डंगाल गिरने की भी घटनाएॅ हुई लेकिन किसी भी क्षेत्र से किसी तरह के नुकसान की जानकारी नही है। मौसम के बदले मिजाज के कारण एक दो दिनों तक तापमान में मामूली गिरावट की भी संभावना जताई गयी है।
बारिश के साथ बिजली गुल
बीते 23 मई को सायं के समय अचानक अंधड के साथ बारिश की शुरूआत जैसे ही हुई शहर क्षेत्र की बिजली भी चली गयी। करीब एक घंटे तक शहर अंधेरे में डूबा रहा। इसके बाद जब बिजली आयी तो कई बार बिजली की ऑख मिचौली का सामना करना पडा। शहर क्षेत्र में कई बार बिजली का आना जाना लगा रहा। वही कुछ क्षेत्रों में तो मध्य रा़ित्र से सुबह तक बिजली गुल रही। इसी तरह कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी रात भर बिजली गुल रहने की जानकारी मिली। उल्लेखनीय है कि इस दौरान बे मौसम बारिश या आंधी चलती है इसके साथ ही अचानक बिजली भी चली जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 मई। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्ष़़ेत्र में फिर से रेत माफियाओं के द्वारा अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कार्य जोरों पर है लेकिन इस दिशा में न तो खनिज विभाग, वन क्षेत्र में खनन होने पर वन विभाग भी कार्यवाही नही करती न ही प्रशासनिक कार्यवाही ही दिखाई देती है। आज 5वें दिन भी ग्रामीण महिलाएं हरचोखा में धरने पर बैठी हुई है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं के द्वारा कुछ दिनों पूर्व से अवैध रेत उत्खनन के विरोध में धरने पर बैठी है लेकिन अवैध रेत उत्खनन पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की जा रही है। सुबह से लेकर शाम तक महिलाएं धरना दे रही है और मांग कर रही है कि उनके क्षेत्र की नदी से अवैध रेत उत्खनन का कार्य बंद हो। पूर्व में भी इस क्षेत्र में बडे स्तर पर अवैध तरीके से रेत का उत्खनन किया जाता रहा है। पूर्व में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद कार्यवाही हुई थी जिसे बाद अवैध उत्खनन बंद हुआ था। लेकिन तीन दिन बाद ही पुन: अवैध रेत उत्खनन का कार्य शुरू हो गया है। जिसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीण विरोध कर रहे है जिनमें महिलाएॅ सबसे ज्यादा इसका विरोध कर रही है।
गौरतलब है कि हरचोखा से निकाली जाने वाली रेत मप्र के विभिन्न स्थानों के अलावा उत्तर प्रदेश के कई शहरों तक सप्लाई की जाती हैं। अवैध रेत उत्खनन को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों के द्वारा लगातार विरोध किया जाता रहा है बावजूद इसके इस दिशा में ठोस कार्यवाही नही होती। भरतपुर जनपद क्षेत्र के सीमावर्ती ग्राम हरचौका स्थित नदी से बीते कुछ दिनों से अवैध रेत उत्खनन का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिस पर किसी तरह की कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा नही की जा रही है। जिसके विरोध में ग्रामीण महिलाएॅ अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए धरने पर बैठ गयी है।
हरचौका क्षेत्र में उत्तम क्वालिटी की रेत
जानकारी के अनुसार भरतपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम हरचौका के पास स्थित नदी से उत्तम क्वालिटी की रेत मिलती है जिस कारण रेत माफियाओं की नजर इस क्षेत्र की नदी पर है और बड़ी बड़ी मशीनों की सहायता से दिन रात रेत का उत्खनन का कार्य किया जाता है। यहां प्रतिदिन सैकडो की संख्या में हाईवा के माध्यम से बडे स्तर पर रेत मप्र व उप्र के विभिन्न जगहों पर परिवहन किया जाता है। जिससे कि क्ष़ेत्र की सडके भी भारी वाहनों के चलने के कारण जल्द खराब हो जा रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र की सडक़ों पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहती है बावजूद इसके धडल्ले के साथ प्रतिदिन हाईवा वाहन में रेत लोड कर चलाया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 24 मई। प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों को वर्मी कंपोस्ट के रूप में अमानक खाद को लेने की बाध्यता समाप्त करने एवं किसान हित में 4 अन्य मांगों को लेकर भाजपा किसान मोर्चा द्वारा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में सहकारी समिति खडग़वां में धरना-प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
भाजपा किसान मोर्चा द्वारा प्रदेश स्तरीय 2058 सहकारी समितियों में एक साथ जंगी प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। इसी कड़ी में सहकारी समिति खडग़वां में भाजपा किसान मोर्चा मण्डल खडग़वां द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा विगत साढ़े तीन वर्षों से किसान विरोधी नीतियां चलाई जा रही है और प्रदेश में किसान अपने विभिन्न समस्याओं को लेकर परेशान है। हालात ये है कि सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
आगे कहा कि वर्तमान में अभी किसानी का समय आ रहा है और किसान को एक ओर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार यूरिया खाद 625 रूपए प्रति क्विंटल उपलब्ध करा रही है, वहीं प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार किसानों को अमानक और घटिया खाद रेत, मिट्टी मिला वर्मीकम्पोस्ट लेने के लिए प्रति एकड़ 3 बोरी (90किलो) 1000 रूपए क्विंटल मे लेने केे लिए बाध्यता कर किसानों को लूटने का काम कर रही है। जिससे प्रदेश के किसानों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है एवं किसान आगामी सीजन में खेती कर पाने में अस्मर्थ नजर आ रहे है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश की पहचान किसानों से है और आज प्रदेश में किसानों के हालत बद से बद्तर है। अमानक वर्मीकंपोस्ट खाद की बाध्यता से प्रदेश भर के किसानों की गाढ़ी कमाई गोबर के साथ मिट्टी में मिल जायेगी। जिसमें प्रदेश के किसानों के 700 करोड़ रूपए की डकैती राज्य सरकार द्वारा किया जाने वाला है। हम भूपेश सरकार से मांग करते है कि प्रदेश के सभी किसानों को प्रति एकड़ 3 बोरी (90किलो) गोबर खाद खरीदी की बाध्यता समाप्त हो साथ ही किसानों को एच्छिक रूप से वर्मीकंपोस्ट खरीदने की छूट हो और वर्मीकंपोस्ट मानक हो एवं रेत व मिट्टी मिला हुआ न हो।
श्री जायसवाल ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल मे ही जारी राजीव गांधी न्याय योजना के अंतिम किस्त की राशि में 30 से 50 प्रतिशत तक की कटौती करते हुए करीब 470 करोड़ की राशि किसानों को कम जारी की गई है। इस अंतर की राशि को तत्काल किसानों को जारी किया जावे। हमारी तीसरी मांग प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने से पहले किसानों का दाना-दाना धान खरीदने वादा किया गया था। चूंकि छत्तीसगढ़ में रवि की फसल भी पर्याप्त मात्रा में होती है अत: पूरे प्रदेश में किसानों के रवि फसल की खरीदी 2500 रूपए प्रति क्विंटल में तत्काल प्रारंभ किया जावे।
राज्य सरकार द्वारा सरकार बनने से पहले अपने घोषणा पत्र में पूर्व सरकार की लंबित 2 वर्षों के धान बोनस देने का वादा किया था। किंतु भूपेश सरकार को आज साढ़े 3 वर्ष से अधिक हो गए है बकाया बोनस की राशि तत्काल किसानों को जारी कर अपना वादा निभाये। हमारी पांचवी मांग राज्य सरकार प्रति वर्ष गिरदावरी के नाम पर किसानों के रकबे में लगातार कटौती कर रही है। कहीं मेढ़ काटे जा रहे है कहीं खेत ही कम कर दिया जा रहा है जिससे पूरे प्रदेश के किसान आक्रोशित है, भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश की कांग्रेस सरकार से मांग करती है कि किसान के संपूर्ण खेतीहर रकबे का 15क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी किया जाना सुनिश्चित करे। राज्य सरकार किसान हित मे इन मांगों को यदि पूरा नही करती है तो पूरे प्रदेश में किसानों के साथ भाजपा किसान मोर्चा उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी।
इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा मण्डल अध्यक्ष धरमपाल सिंह, किसान मोर्चा प्रदेश मंत्री गोमती द्विवेदी, मण्डल महामंत्री रमेश जायसवाल, चिरमिरी मण्डल अध्यक्ष रघुनंदन यादव, महामंत्री सतनारायण सिंह, युवा मोर्चा अध्यक्ष रामप्रताप, पूर्व अध्यक्ष धनंजय पांडेय, पूर्व महामंत्री अरुणोदय पांडेय, अमर सिंह सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता व किसान उपस्थित रहे।
मनेन्द्रगढ़, 22 मई। हाथियों के हमले से मासूम बेटी और उसके पिता की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दु:ख हुआ है। इस हृदय विदारक घटना में शोक-संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। उक्त बातें सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने कही।
मनेंद्रगढ़ वनमंडल के जनकपुर रेंज के ग्राम बेलगाँव में बीती रात हाथियों के दल ने दस्तक दी और घर के अंदर सो रहे 30 वर्षीय गुलाब सिंह और उसकी 6 वर्षीया मासूम बेटी बिंदु उर्फ सानू को बेरहमीपूर्वक कुचलकर मार दिया। हादसे में मृतक की पत्नी 30 वर्षीया सुनीता सिंह किसी प्रकार घर से दूर भागकर अपनी जान बचाने में सफल रही।
इधर इस दु:खद घटना की जानकारी लगते ही विधायक गुलाब कमरो सोनहत विकासखंड में अपने 3 दिवसीय दौरा कार्यक्रम को स्थगित कर तत्काल घटना स्थल बेलगाँव पहुंचे और स्थल का मुआयना कर हाथी के हमले में सुरक्षित बची मृतक की पत्नी व ग्रामीणों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली।
इस दौरान उनके साथ डीएफओ लोकनाथ पटेल, एसडीएम अरूण कुमार सोनकर, तहसीलदार अशोक सिंह, थाना प्रभारी दीपेश कुमार सैनी, जनकपुर रेंजर चंद्रमणी तिवारी, रविप्रताप सिंह, अंकुर सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। विधायक कमरो ने मृतक के घर जाकर शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना दी और परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में वे परिवार के साथ खड़े हैं।
उन्होंने शोक-संतप्त परिवार के साथ ही ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की समझाईश दी साथ ही वन अमले को हाथी दल की प्रत्येक गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने को कहा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बेहद मार्मिक इस हादसे के बाद वन विभाग ने जहां पिता और मासूम बेटी के असामयिक निधन पर परिवार को 25-25 हजार रूपए की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की वहीं मौके पर उपस्थित विधायक गुलाब कमरो ने राज्य शासन से परिवार को 6-6 लाख रूपए का मुआवजा दिलाए जाने की घोषणा की।
9 घंटे बाद पहुंचा वन अमला, ग्रामीणों ने किया पथराव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 मई। कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ वनमंडल के जनकपुर परिक्षेत्र स्थित एक गांव में देर रात 10 हाथियों के दल ने घर तोडक़र पिता और पुत्री को कुचलकर मार डाला। अलसुबह मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, उन्होंने वन अमले को मौके पर पहुंचने को कहा। वन अमले की देरी के कारण ग्रामीण आक्रोशित हो गए और शव को डीएफओ के आने पर ही आगे की प्रक्रिया करने की मांग करने लगे जिसके बाद 10 बजे मौके पर डीएफओ मनेन्द्रगढ़ पहुंचे।
मप्र से होते हुए राज्य के मनेन्द्रगढ वनमंडल के जनकपुर परिक्षेत्र के जनुआ छांदीमाड़ा होते हुए 10 हाथियों को दल पहुंचा। यह दल कुछ दिन पूर्व छत्तीसगढ़ से मप्र गया था, तब इस दल में 9 हाथी थे, वहां एक हाथी के बच्चे के जन्म के बाद समूह में 10 सदस्य हो गए। देर रात लगभग 2 बजे हाथियों का दल बेलगांव पहुंचा और एक ग्रामीण के घर को तोड़ते हुए सोते पिता-पुत्री को बेरहमी से कुचल डाला, वहीं मृतक की पत्नी ने जैसे-तैसे भागकर अपनी जान बचाई।
इसकी जानकारी मिलते ही जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह मौके पर पहुंचे, रात से पड़े शव को देखकर ग्रामीण काफी आक्रोषित थे, वहीं घटनास्थल पर वन अमला नहीं था, जिसके बाद उन्होंने वन विभाग के अफसरों को इसकी जानकारी दी और जल्द से जल्द पहुंचाने को कहा। सुबह 8 बजे वन विभाग का अमला घटनास्थल पहुंचा तो ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखी गई, कुछ ग्रामीणों ने वन अमले पर पथराव कर दिया, जिसके बाद वनअमला भाग खड़ा हुआ और बाद में पुलिस के साथ मौके पर पहुंचा, ग्रामीण लगातार डीएफओ के आने पर बात करने की मांग कर रहे है।
घटना की सूचना पर डीएफओ 10 बजे जनकपुर पहुंचे। और ग्रामीणों से बात की। वहीं हाथियों का दल घटना करके वापस मप्र की ओर चला गया है, गौरतलब है कि बीते दिनों इसी दल ने मप्र में 4 ग्रामीणों को कुचलकर मारा था।
नहीं रहता है वन अमला
जनकपुर के बेलगांव में जहां यह घटना घटी है, ग्रामीणों का आरोप है कि यहां वन विभाग के कर्मचारियों का निवास है, परन्तु यहां कोई नहीं रहता है, जिसे लेकर ग्रामीणों की काफी पहले से नाराजगी है, कई बार उन्होंने इस मामले को लेकर शिकायत भी की, परन्तु राजनीतिक पहुंच के कारण कुछ नहीं हो पाया।
एसडीएम को दिया था ज्ञापन, डूब कर मर रहे हंै मवेशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मई। कोरिया जिले के भरतपुर में रेत के अवैध उत्खनन को लेकर ग्रामीण महिलाएं धरने पर बैठी हुई है उनका कहना है कि अवैध रेत उत्खनन से नदी में बड़े बड़े गढ्ढे हो गए है और हमारे मवेशी उसमें डूब कर मर रहे है, इसके अलावा भूमिगत जल सूख गया है, पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है। बीते 3 साल से जारी अवैध रेत उत्खनन से पर्यावरण का नुकसान हो रहा है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड के संरक्षित क्षेत्र हरचोखा सीतामढ़़ी जिसे राज्य में रामवनगमन मार्ग में शामिल किया गया है, यह मवई नदी के किनारे स्थित है, इससे लगी मप्र और उप्र की सीमा है, बीते 4 साल से यहां से अवैध रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है, कई बार ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया, आम आदमी पार्टी ने भी बीते 4 साल में कई बार ज्ञापन भी सौपा, परन्तु रेत उत्खनन और परिवहन पर किसी भी तरह का ब्रेक नहीं लगा, वहीं अब यहां अवैध रेत उत्खनन मंदिर परिसर के करीब पहुंच गया है, जिसे लेकर ग्रामीण खासे नाराज हे, उन्होने एसडीएम को पत्र देकर जल्द से जल्द अवैध रेत उत्खनन रोकने की मांग की थी नहीं रूकने पर 18 मई से धरने पर बैठने की चेतावनी दी थी, बीते 18 मई से ग्रामीण महिलाएं धरने पर बैठी हुई है। दरअसल, अवैध रेत के उत्खनन से मवई नदी मे काफी बड़े बड़़े आकार के गढ्ढे हो चुके है, पोकलेन की मदद से यहां से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। जिससे कारण पानी पीने आने वाले मवेशी गढ्ढों में चले जाते है और डूब जाने से उनकी मौत हो जाती है। वहीं क्षेत्र में पीने के पानी का संकट गहरा गया है, पड़ रही भीषण गर्मी में अवैध उत्खनन से जलस्तर काफी नीचे चला गया है, जिससे पेयजल संकट खड़ा हो गया है। समस्याओं को देखते हुए ग्रामीण महिलाओं ने एसडीएम को पत्र देकर मांग की थी, परन्तु किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं की गई।
जिला पंचायत सदस्य ने भी लिखा था पत्र
मवई नदी में जारी अवैध रेत उत्खनन को लेकर जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने भी एसडीएम को पत्र लिखकर इसे बंद करने की मांग की थी, उन्होने अपने पत्र में बताया है कि बीते 3 से 4 साल से अवैध उत्खनन से मवई नदी को काफी नुकसान हुआ हे, साथ ही कई जीवजंतु भी मर रहे है। मवेशियों की मरने के सबसे ज्यादा मामले यहां सामने आ रहे है, परन्तु प्रशासन इस पर रोक नहीं लगा रहा है। वहीं यहां की रेत मप्र और उप्र में ले जाकर बेची जा रही है जिससे सडक़ जर्जर हो चुकी है।
दुर्गम, घनघोर जंगलों के पहाड़ों में उकेरे गए है भित्तीचित्रोंं के 18 स्थान
पर्यटन के रूप में विकसित करने मुख्यमंत्री करेंगे पुस्तक का विमोचन
विश्व जैव विविधता दिवस पर विशेष...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 मई। कोरिया जिले में स्थित गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 3 से 4 हजार वर्ष पुराने दर्जनों भित्तीचित्रों की श्रृंखला का पता चला है, भित्ती चित्रों में तब के अनुमान के हिसाब से कई तरह की आकृतियों देखने का मिल रही है, इनका रखरखाव नहीं ंहोने के कारण बारिश, हवा से कई धूमिल होते जा रही है, इनको सहेजने के लिए पार्क प्रबंधन आगे आया है, एक पुस्तक के रूप में सभी 18 स्थानों के फोटोग्राफ को जगह दी गई है, जिसका विमोचन राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 22 मई जैव विविधता दिवस के दिए करेगे।
कोरिया जिले का गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान जैव विविधता से भरपूर है, यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधों का अंबार है, तो कई तरह के वन्य जीव है जो विलुप्त होते जा रहे है, इसके अलावा पार्क क्षेत्र में ऐसे 18 स्थानों का पता चला है जिसकी उम्र 3 से 4 हजार वर्ष है। छत्तीसगढ़ ऐसे कुछ स्थानों पर पहुंचा जहां बड़े बड़े पहाड़ों पर कई तरह के भित्ती चित्र आज भी देखे जा सकते है। पार्क क्षेत्र के एक हिस्से में बडग़ांवखुर्द नामक गांव है, घनघोर जंगलों के बीच स्थित इस गांव के आसपास 3 से 4 किमी की परिधी में पहाड़ों पर कई तरह के भित्तीचित्र देखने के मिले। गांव वाले उस स्थान को लिखामाड़ा के नाम से जानते है, पीढिय़ों बीत गई यहां के निवासियों को परन्तु ये कितने वर्ष पुराना है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं हो सकी। लिखामाडा के भित्तीचित्रों को लेकर आदिम जाति युग के लेकर जोडा जाता है, यहां पहुंचने के लिए आपको पैदल 3 से 4 किमी पैदल पत्थरीले रास्तों पर चलना होगा।
उज्जैन से आए पुरातत्व विशेषज्ञों की माने तो यहां उकेरे भित्तीचित्र 3 से 4 हजार वर्ष पुराने है, इन भित्ती चित्रों को रामवनगमन मार्ग को लेकर भी देखा जाता है, क्योंकि इनमें धनुष लिए दो व्यक्तियों को दिखाया गया है, इसके अलावा हल चलाता किसान के साथ कई वन्य जीवों के चित्रों के साथ गांव के देवी देवताओं के चित्र भी उकेरे हुए है। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के संचालक श्री रामाकृष्णन का कहना है कि कल जैव विविधता दिवस पर माननीय मुख्यमंत्री पुस्तक का विमोचन करेंगे, पार्क में 18 साइट्स है जिन्हें पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा।
चूने और खून से बने है चित्र
गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में 18 स्थान ऐसे है जहां घनघोर जंगलों के बीच स्थित पहाड़ों में कई तरह के भित्ती चित्र उकेरे हुए है, इस क्षेत्र में चूने का बड़ा भंडार है, छत्तीसगढ ने यहां पर काफी मात्रा मे चूने के मिलने को लेकर खबर का प्रकाशन भी किया था, ग्रामीण बताते है, बनाए गए भित्ती चित्र चूने और जानवर के खून को मिला कर बनाया गया है, काफी पुराने होने के कारण रंग थोड़ा हल्का हुआ है, परन्तु कई स्थानों पर आज भी वैसा का वैसा है, वहीं पहाडों की दिवारों पर बने होने के कारण इन तक आसानी से बारिश का पानी पहुंच जाता है, जिसे बचाने के लिए अब पार्क प्रबंधन योजना बना रहा है। ताकि इन्हे पर्यटको को दिखाया जाए और इनका संरक्षण किया जा सके।
दुर्लभ और विलुप्त होते कई जानवर है यहां
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर, वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर्स, पक्षी प्रेमियों तथा प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतर स्थान है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता को बहुत ही अच्छे ढ़ंग से सहेजा गया है। यहाँ अनेकानेक प्रकार के पक्षी, घने पेड़ों व झीलों से सुशोभित यह नेशनल पार्क हरियाली के स्वर्ग के समान है। यहां आकर आपके मन को एक सुकून का अनुभव होता है। यहां पर बहुत सारी छोटी-छोटी झाडियाँ, घास का मैदान और बहुत अधिक संख्या में साल के वृक्ष हैं। यह नेशनल पार्क प्रवासी पक्षियों की आरामगाह के रूप में जाना जाता है। सितम्बर माह से यहाँ तरह-तरह के प्रवासी पक्षियों का आगमन प्रारंभ हो जाता है। वाइट नेक स्टार्क, पाईड हॉर्नबिल, इजिपतियन गिद्ध, किंगफिशर की प्रजातियां, लेपविंग की प्रजातियां, मोर, नीलकंठ, पान कौवा, तोते की तीन प्रमुख प्रजातियां - (तूईया तोता, अलेक्जेंडराइन तोताध् करण तोता, रोज रिंग तोता) एवं उल्लुओं की विभिन्न प्रजातियां आदि इन दुर्लभ पक्षियों के जमावड़े व अठखेलियों से पार्क की खूबसूरती में चार चाँद लग जाते हैं।
पार्क के सुंदर नजारे व विविध प्रकार के पक्षियों को निहारने के लिए यहां कई सारे वॉच टावर बनाए गए हैं, जहां से आप पार्क की खूबसूरती व इन पक्षियों के कार्यकलापों को करीब से देखने व जानने का लुत्फ उठा सकते है यहाँ आप झील के निर्मल जल में तैरते, इधर-उधर फुदकते, आसमान में उड़ान भरते पक्षियों को बहुत करीब से देख सकते हैं। यहाँ धनेश (हॉर्नबिल), कठफोड़वा, पोंड हेरोंस, इबिस आदि पक्षी भी देखने को मिल जाएँगे। इसके अलावा बाघ, तेंदुआ, नीलगाय, चिंकारा, कोटरी, सियार, लकड़बग्घा, लोमड़ी भी यहां के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।